अपार धन-संपदा के लिए पढ़ें कनकधारा...

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अअअअ अअ-अअअअअ अअ अअअ अअअअअ अअअअअअअ अअअअअअअ अअअअअअअ अअअअअअअ अअ अअअअअअअ अअअ अअअ अअअअअअ अअअअअअ ।। अअअअ अअअअअअअ अअअअअअअअअ ।। अअअअअअ अअअअअअअअ अअअअअअअअअअ अअअअअअअअअ अअअअअअअअअअ अअअअअ अअअअअअअअअअअ अअअअअअअअअअअअअअअ अअअअअअअअअअअअअ अअ अअअअअअअअअअअ:।।1।। अअअअअअअअ अअअअअअअअअअअअ अअअअ अअअअअअ: अअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअ अअअअअअअअअअअअ अअअअअअअअअअअ अअअअअअअअअअ अअ अअ अअ अअअअअअ अअअअअ अअअअ अअअअअअअअ:।।2।। अअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअ अअअअ अअअअअ अअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअ अअअ अअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअ अअअअअअअअअअअअअअ:।।3।।

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Kanakdhara Stotra

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Page 1: अपार धन-संपदा के लिए पढ़ें कनकधारा स्तोत्र

अपा�र धन-सं�पादा� के� लि ए पाढ़ें� केनकेध�र� स्तो�त्र

कनकधा�रा� स्तो�त्र क� सं�स्क� तो पा�ठ एवं� हि�न्दी� अन�वं�दी

।। श्री� केनकेध�र� स्तो�त्रम्� ।।

अ�ग�रा� पा�लकभू�षण मा�श्रयन्तो" भू�ग��गन#वं मा�क� ल�भूराण� तोमा�लमा।

अ�ग"क� तो�खि&ल हिवंभू�हितोरापा��गल"ल� मा��गल्यदी�स्तो� मामा मा�गलदी�वंतो�य�:।।1।।

मा�ग्ध्य� मा�हुर्विवं,दीधातो" वंदीन# मा�रा�रा#: प्रे�मात्रपा�प्रेणिणहि�तो�हिन गतो�गतो�हिन।

मा�ल� दृशो�मा1धा�करा हिवंमा��त्पाल� य� सं� मा# णिश्रय� दिदीशोतो� सं�गरा संम्भवं�य�:।।2।।

हिवंश्वा�मारा�न्द्रपादीहिवंभ्रमादी�नदीक्षमा�नन्दी ��तो� राधिधाक� माधा�हिवंहि:ष�हिपा।

ईषधि<ष"दीतो� माधिय क्षणमा"क्षण�र्द्ध1धिमान्दी�वंरा�दीरा सं��दीराधिमान्दिन्दीरा�य:।।3।।

आमा"लिलतो�क्षमाधिधागम्य मा�दी� मा�क� न्दीमा�नन्दीकन्दीमा हिनमा�षमान�गतोन्त्रमाB।

आक� करा स्थिDतो कन" हिनकपाक्ष्मा न�त्र� भू�त्य# भूवं�न्मामा भू�जं�गरा�य��गन�य�:।।4।।

बा�ह्यन्तोरा� माधा�न्दिजंतो: णिश्रतोकIस्तो�भू# य� ��रा�वंल"वं �रिरा न"लमाय" हिवंभू�हितो।

क�माप्रेदी� भूगवंतो� हिपा कटा�क्षमा�ल� कल्य�ण भू�वं�तो� मा� कमाल�लय�य�:।।5।।

क�ल�म्बा�दी�लिलललिलतो�रालिसं क# टाभू�रा�धा�1रा�धारा� स्फु� राहितो य� तोहिMदी�गन�वंB।

मा�तो�: संमास्तो जंगतो�� मा�न"य मा�र्वितो,भूद्र�णिण मा� दिदीशोतो� भू�ग1वंनन्दीन�य�:।।6।।

प्रे�प्तो� पादी� प्रेथमातो: हिकल यत्प्रेभू�वं�न्मा��गल्य भू�न्दिजं: माधा�मा�यहिन मान्माथ�न।

माध्य�पातो�तो दिदी� मान्थरा मा"क्षण�र्द्ध1 मान्दी�लसं� च माकरा�लयकन्यक�य�:।।7।।

दीद्या�दी दीय�न�पावंन� द्रहिवंण�म्बा�धा�रा�मा स्मिस्माभूकिंक,चन हिवं��ग लिशोशोI हिवंषण्ण।

दुष्कमा1धामा1मापान"य लिचरा�य दूरा� न�रा�यण प्रेणधियन" नयन�म्बा�वं��:।।8।।

Page 2: अपार धन-संपदा के लिए पढ़ें कनकधारा स्तोत्र

इष्टा� हिवंलिशोष्टामातोय� हिपा यथ� यय�द्र1दृष्टाय� हित्रहिवंष्टापापादी� सं�लभू� लभू�तो�।

दृधिष्टा: प्रेहूष्टाकमाल�दीरा दी�प्तिप्तो रिराष्टा�� पा�धिष्टा क� ष"ष्टा मामा पा�ष्करा हिवंष्टारा�य�:।।9।।

ग"दी]वंतो#हितो गरुड़ध्वंजं भू�धिमान"हितो शो�कम्भरा"हितो शोलिशोशो�&रा वंल्लभू�हितो।

सं�धिष्टा स्थिDहितो प्रेलय क� लिलष� सं�स्थिDतो�य# तोस्य# नमास्त्रिस्त्र भू�वंन#क ग�रा�स्तोरूण्य# ।।10।।

श्र�त्य# नमा�स्तो� शो�भूकमा1फल प्रेसं�त्य# रात्य# नमा�स्तो� रामाण"य ग�ण�ण1वं�य#।

शोक्तय# नमा�स्तो� शोतोपा�त्र हिनक� तो�न�य# पा�ष्टाय# नमा�स्तो� पा�रूष�त्तमा वंल्लभू�य#।।11।।

नमा�स्तो� न�ल"क हिनभू�नन�य# नमा�स्तो� दुग्धाIदीधिधा जंन्मा भू�त्य# ।नमा�स्तो� सं�मा�मा�तो सं�दीरा�य# नमा�स्तो� न�रा�यण वंल्लभू�य#।।12।।

संम्पतोकरा�णिण संकल�न्दिन्द्रय नन्दी�हिन सं�म्रा�ज्यदी�न हिवंभूवं�हिन संरा�रू��णिक्ष।

त्वं :�दीन�हिन दुरिरातो� �राण�द्यातो�हिन मा�मा�वं मा�तोरा हिनशो� कलयन्तो� न�न्यमाB।।13।।

यत्कटा�क्षसंमा�पा�संन� हिवंधिधा: सं�वंकस्य कल�थ1 संम्पदी:।सं�तोन�हितो वंचन��गमा�नसं�संत्वं�� मा�रा�रिराहृदीय�श्वाराi भूजं�।।14।।

संरालिसंजंहिनलय� संरा�जं �स्तो� धावंलमा��शो�कगन्धमा�ल्यशो�भू�।

भूगवंहितो �रिरावंल्लभू� मान�ज्ञे� हित्रभू�वंनभू�हितोकरिरा प्रेसं"दी माह्यमाB।।15।।

दीस्त्रिग्धास्मिस्तोधिमा: कनक�� भूमा�&� वं सं�धिष्टास्वंवं�1हि�न" हिवंमालच�रू जंल प्ल�तो��ग"मा।

प्रे�तोन1मा�धिमा जंगतो�� जंनन"माशो�ष ल�क�धिधान�थ ग�हि�ण" मामा�तो�स्मिlपा�त्र"माB।।16।।

कमाल� कमाल�क्षवंल्लभू� त्वं� करुण�पा�रातोरा�� गतो#रापा�ड़�ग#:।अवंल�कय मा�मा किंक,चन�न�� प्रेथमा� पा�त्रमाक� हित्रमा� दीय�य� : ।।17।।

स्तो�वंप्तिन्तो य� स्तो�हितोणिभूरा भू�धिमारान्वं�� त्रय"मायi हित्रभू�वंनमा�तोरा� रामा�माB।

ग�ण�धिधाक� ग�रुतोराभू�ग्यभू�हिगन� भूवंप्तिन्तो तो� बा�धाभू�हिवंतो�य�:।।18।।

।। इतितो श्री� केनकेध�र� स्तो�त्र� संम्पू�र्ण�म्� ।।

* जं#सं� भ्रमारा" अधाखि&ल� क� सं�माm सं� अल�क� तो तोमा�ल-तोरु क� आश्रय ल�तो" �#, उसं" प्रेक�रा जं� प्रेक�शो श्र"�रिरा क� रा�मा��च सं� सं�शो�णिभूतो श्र"अ�गm पारा हिनरा�तोरा पाड़तो� रा�तो� �# तोथ� न्दिजंसंमाo सं�पा�ण1 ऐश्वाय1 क� हिनवं�सं �#, सं�पा�ण1 मा�गलm कq अधिधाष्ठा�त्र" दी�वं" भूगवंतो" मा��लक्ष्मा" क� वं� कटा�क्ष मा�रा� लिलए मा�गलदी�य" ��।।1।।

* जं#सं� भ्रमारा" मा��न कमाल दील पारा मा�Mरा�तो" रा�तो" �#, उसं" प्रेक�रा जं� श्र"�रिरा क� मा�&�राकिंवं,दी कq ओरा बारा�बारा प्रे�मापा�वं1क जं�तो" �# औरा लज्जा� क� क�राण लIटा आतो" �#। संमा�द्र कन्य� लक्ष्मा" कq वं� मान��रा मा�ग्धा दृधिष्टामा�ल� मा�झे� धान सं�पाणित्त प्रेदी�न कराo ।।2।।

Page 3: अपार धन-संपदा के लिए पढ़ें कनकधारा स्तोत्र

* जं� सं�पा�ण1 दी�वंतो�ओं क� अधिधापाहितो इ�द्र क� पादी क� वं#भूवं-हिवंल�सं दी�न� माo संमाथ1 �#, माधा��न्तो� श्र"�रिरा क� भू" अधिधाक�धिधाक आन�दी प्रेदी�न करान� वं�ल" �# तोथ� जं� न"लकमाल क� भू"तोरा" भू�ग क� संमा�न मान��रा जं�न पाड़तो" �#, उन लक्ष्मा"जं" क� अधा&�ल� न�त्रm कq दृधिष्टा क्षण भूरा क� लिलए मा�झे पारा थ�ड़" सं" अवंश्य पाड़�।।3।।

* शो�षशो�य" भूगवं�न हिवंष्ण� कq धामा1पात्न" श्र" लक्ष्मा"जं" क� न�त्र �माo ऐश्वाय1 प्रेदी�न करान� वं�ल� �m, न्दिजंनकq पा� तोल" तोथ� बाराIहिनय�� अन�ग क� वंशो"भू�तो �� अधा&�ल�, किंक,तो� सं�थ �" हिनर्विन,मा�ष (अपालक) नयनm सं� दी�&न� वं�ल� आन�दीक� दी श्र" मा�क� न्दी क� अपान� हिनकटा पा�करा क� छ हितोराछ� �� जं�तो" �z।।4।।

* जं� भूगवं�न माधा�सं�दीन क� कIस्तो�भूमाणिण-मा�हिMतो वंक्षDल माo इ�द्रन"लमाय" ��रा�वंल"-सं" सं�शो�णिभूतो ��तो" �# तोथ� उनक� भू" मान माo प्रे�मा क� सं�च�रा करान� वं�ल" �#, वं� कमाल-क�� जंवं�लिसंन" कमाल� कq कटा�क्षमा�ल� मा�रा� कल्य�ण करा�।।5।।

* जं#सं� मा�घोंm कq घोंटा� माo हिबाजंल" चमाकतो" �#, उसं" प्रेक�रा जं� क# टाभूशोत्र� श्र"हिवंष्ण� क� क�ल" मा�घोंमा�ल� क� श्य�मासं��दीरा वंक्षDल पारा प्रेक�लिशोतो ��तो" �#, न्दिजंन्�mन� अपान� आहिवंभू�1वं सं� भू�ग�वं�शो क� आन�दिदीतो हिकय� �# तोथ� जं� संमास्तो ल�कm कq जंनन" �#, उन भूगवंतो" लक्ष्मा" कq पा�जंन"य मा�र्वितो, मा�झे� कल्य�ण प्रेदी�न करा�।।6।

* संमा�द्र कन्य� कमाल� कq वं� मा�दी, अलसं, मा�थरा औरा अधा|न्मा"लिलतो दृधिष्टा, न्दिजंसंक� प्रेभू�वं सं� क�मादी�वं न� मा�गलमाय भूगवं�न माधा�सं�दीन क� हृदीय माo प्रेथमा बा�रा D�न प्रे�प्तो हिकय� थ�, य��� मा�झे पारा पाड़�।।7।।

* भूगवं�न न�रा�यण कq प्रे�यसं" लक्ष्मा" क� न�त्र रूपा" मा�घों दीय�रूपा" अन�क� ल पावंन सं� प्रे�रिरातो �� दुष्कमा1 (धान�गमा हिवंरा�धा" अशो�भू प्रे�राl) रूपा" धा�मा क� लिचराक�ल क� लिलए दूरा �टा�करा हिवंष�दी रूपा" धामा1जंन्य तो�पा सं� पा"हिड़तो मा�झे दी�न रूपा" च�तोक पारा धानरूपा" जंलधा�रा� कq वं�धिष्टा कराo।।8।।

* हिवंलिशोष्टा बा�न्दिर्द्ध वं�ल� मान�ष्य न्दिजंनक� प्रे"हितो पा�त्र ��करा न्दिजंसं दीय� दृधिष्टा क� प्रेभू�वं सं� स्वंग1 पादी क� सं�जं �" प्रे�प्तो करा ल�तो� �z, पादीB मा�संन� पादीB मा� कq वं� हिवंकलिसंतो कमाल-गभू1 क� संमा�न क��हितोमाय" दृधिष्टा मा�झे� मान�वं��लिछतो पा�धिष्टा प्रेदी�न कराo।।9।।

* जं� सं�धिष्टा ल"ल� क� संमाय वं�ग्दी�वंतो� (ब्रह्मशोलिक्त) क� रूपा माo हिवंरा�जंमा�न ��तो" �# तोथ� प्रेलय ल"ल� क� क�ल माo शो�कम्भरा" (भूगवंतो" दुग�1) अथवं� चन्द्रशो�&रा वंल्लभू� पा�वं1तो" (रुद्रशोलिक्त) क� रूपा माo अवंस्थिDतो ��तो" �#, हित्रभू�वंन क� एकमा�त्र हिपातो� भूगवं�न न�रा�यण कq उन हिनत्य यIवंन� प्रे�यसं" श्र"लक्ष्मा"जं" क� नमास्क�रा �#।।10।।

* मा�तो:। शो�भू कमा� क� फल दी�न� वं�ल" श्र�हितो क� रूपा माo आपाक� प्रेण�मा �#। रामाण"य ग�णm कq सिंसं,धा� रूपा� राहितो क� रूपा माo आपाक� नमास्क�रा �#। कमाल वंन माo हिनवं�सं करान� वं�ल" शोलिक्त स्वंरूपा� लक्ष्मा" क� नमास्क�रा �# तोथ� पा�धिष्टा रूपा� पा�रुष�त्तमा हिप्रेय� क� नमास्क�रा �#।।11।।

* कमाल वंदीन� कमाल� क� नमास्क�रा �#। क्ष"रासिंसं,धा� संभ्यतो� श्र"दी�वं" क� नमास्क�रा �#। च�द्रमा� औरा सं�धा� कq संग" बा�न क� नमास्क�रा �#। भूगवं�न न�रा�यण कq वंल्लभू� क� नमास्क�रा �#। ।।12।।

* कमाल संदृशो न�त्रm वं�ल" मा�नन"य मा�� ! आपाक� चराणm माo हिकए गए प्रेण�मा सं�पाणित्त प्रेदी�न करान� वं�ल�, सं�पा�ण1 इ�दिद्रयm क� आन�दी दी�न� वं�ल�, सं�म्रा�ज्य दी�न� माo संमाथ1 औरा सं�रा� पा�पाm क� �रा ल�न� क� लिलए संवं1थ� उद्यातो �z, वं� संदी� मा�झे� �" अवंलम्बान दीo। (मा�झे� �" आपाकq चराण वं�दीन� क� शो�भू अवंसंरा संदी� प्रे�प्तो ��तो� रा��)।।13।।

Page 4: अपार धन-संपदा के लिए पढ़ें कनकधारा स्तोत्र

* न्दिजंनक� क� पा� कटा�क्ष क� लिलए कq गई उपा�संन� उपा�संक क� लिलए सं�पा�ण1 मान�राथm औरा सं�पाणित्तयm क� हिवंस्तो�रा करातो" �#, श्र"�रिरा कq हृदीय�श्वारा" उन्�i आपा लक्ष्मा" दी�वं" क� माz मान, वं�ण" औरा शोरा"रा सं� भूजंन करातो� हू�।।14।।

* भूगवंतो" �रिराहिप्रेय�! तो�मा कमाल वंन माo हिनवं�सं करान� वं�ल" ��, तो�म्��रा� ��थm माo न"ल� कमाल सं�शो�णिभूतो �#। तो�मा अत्य�तो उज्ज्वंल वंस्त्र, ग�धा औरा मा�ल� आदिदी सं� सं�शो�णिभूतो ��। तो�म्��रा" झे��कq बाड़" मान�रामा �#। हित्रभू�वंन क� ऐश्वाय1 प्रेदी�न करान� वं�ल" दी�वं", मा�झे पारा प्रेसं< �� जं�ओ।।15।।

* दिदीग्गजंm :�रा� सं�वंण1-कलशो क� मा�& सं� हिगरा�ए गए आक�शो ग�ग� क� हिनमा1ल एवं� मान��रा जंल सं� न्दिजंनक� श्र" अ�गm क� अणिभूष�क (स्न�न) सं�पा�दिदीतो ��तो� �#, सं�पा�ण1 ल�कm क� अधा"श्वारा भूगवं�न हिवंष्ण� कq ग�हि�ण" औरा क्ष"रासं�गरा कq पा�त्र" उन जंगज्जानन" लक्ष्मा" क� माz प्रे�तो:क�ल प्रेण�मा करातो� हू�।।16।।

* कमाल नयन क� शोवं कq कमान"य क�धिमान" कमाल�!

माz अकिंक,चन (दी�न-�"न) मान�ष्यm माo अग्रगण्य हू�, अतोएवं तो�म्��रा" क� पा� क� स्वं�भू�हिवंक पा�त्र हू�। तो�मा उमाड़तो" हुई करुण� कq बा�ढ़ कq तोरा� तोरा�गm क� संमा�न कटा�क्षm :�रा� मा�रा" ओरा दी�&�।।17।।

* जं� मान�ष्य इन स्तो�हितोयm :�रा� प्रेहितोदिदीन वं�दीत्रय" स्वंरूपा� हित्रभू�वंन-जंनन" भूगवंतो" लक्ष्मा" कq स्तो�हितो करातो� �z, वं� इसं भू�तोल पारा मा��न ग�णवं�न औरा अत्य�तो संIभू�ग्यशो�ल" ��तो� �z तोथ� हिवं:�न पा�रुष भू" उनक� मान�भू�वंm क� जं�नन� क� लिलए उत्सं�क रा�तो� �z।।18।।