केतु

49
कककक कककककक कककककककक: ककककक ककककक ककककककककक: ककककककककककक कककककक कककक : ककककककककककककक:कककक कक ककक कककक कककककक ककक कक,कककककककक कक ककककककककक कक ककककककक कककक कककककक कक ककककककककक ककक ककककककककक ककक ककक ककककक ककक कककक ककक ककककककक कक कककककक कककक ककककककककककक कक कककककक ककककककक कक कककककक ककककक ककक ककककककक ककक कककक कककक ककककककककक कककक कक,ककककक कककककक कककक कककक कक ककक ककक कककक कककककक कक,कककक ककककककक कककककक कक,कककक ककक ककककक कक कककक कक कक कक ककककक कक कक कककक कककक कककक कक,कककक कक कककक कककक ककक ककक कक ककककक ककक ककक ककककक कक ककककक ककक ककककक कककक कक,कक ककक कक ककक कक कककक कककककक कक ककक ककककक ककककक कककककक कककककक कक कककक कक ककककक कककककक कककक ककक कक कककक कक ककककक कककककक ककककककक कककक ककक ककक कककक कक कक कककककक कक ककककक ककककककककक कक ककककककककक कक कककक ककककक कक कककककक ककक कककककक कक ककककक कक ककककक कक ककककक कक ककक कककककक ककक ककककक कककक ककक कक कककक कक कक कक कककक कककककक कक कक कककककककक ककक कक कककक कक,कककककककककक ककककक कक ककककक कककककक ककक कक कककककक कककककक कककककक कक कककक कक ककककककककक ककक ककककककक ककक कक ककक कक कककक ककककक ककक कककक कककक ककककक कक ककककककक ककककक ककक कककक कककक कककककक कककककक कककक कक,कककक ककक ककक कक कक कक ककककक कककक कक,ककककक ककक कककककक कककक कक,कककककक कक कककक कककक कक,कककक ककक कककक कक कककककक कककक कक,ककककक ककक ककक कककक कक कक कक कककककक कक ककककककक कक,ककककक कककककक कक ककक कक कक कक ककककक कक कककक ककक ककक कककक कककक ककककक कककककक कक ककककक कककक ककक ककककक ककक ककक कक कक ककक कककककक कककक कक,ककककक कक ककक कककक कक कककक कककक कक ककक कककककक कक कककककक कककक कक कककक ककक कककक कक,ककक ककककक ककक ककक कककककक कककक कक,कककक ककक कक कककक कककक कककक कक ककक कक ककक कककक कक,कककककक ककक ककक कककक कक,ककककक ककक ककककककककक कककककक कककक कक,कककक कक ककक ककक कककककककक ककक कककक ककक कककक ककक ककक कककककककक ककककक कक,कककक ककककक कककक कक ककककककक कक ककककककक ककक ककककक कक कककककक ककक कक कककक कककक कक,कक ककककक कककक कक,ककककककक कककक कककक कक ककक ककक ककक कककक ककककक कक,ककककक ककककककक कक कककककक ककक ककक कककक कक,ककककक ककक कक ककककककककक कक ककककक कक ककक कककक ककककककककक ककक कककक कक,कककककक ककक ककककक कक कककक कक कककककक कककक कक,कककक कककक ककककककककक कक ककककक कककक कक कककक कककक ककक ककककक ककक कक कक कक ककककक कककक कक,ककककक कक कककककक कककक कक कककक ककक कक ककक कककक कककक कककक कक,कककक कककक कक कककककक कक कककक कककक कककक ककक कककक ककक कककककक ककक कककक कक,कककककक कक कककक ककक ककककक ककक ककक कककक कक ककक कक कक कककक कक,कककक कककक कक ककक कककककक कक,कक कक ककक कककक कक कक कक कक

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Page 1: केतु

क त

धमरा दविबाहव सव गदिनो दविवक तनोनो गरधसनोगत दविनोतय क तव सयवरपर

क त क कई आधार सतमभ नही हीचनदरमा क कनतिनतवत क दकषिणी कटाव बिनद ही क त कहीलात ही अनगरजी माamp इस सदन) कड कहीत ही

परणी क अनसर क त बिहीरणयकशि0प क1 पतरी सिस4बिहीक क कबिनषट पतरी ही

जयबितष माamp क त

क त माकरक गरही हीऔर इसक परभाव मागला गरही क1 तरही ही क त असखय हीइनमा धाgtमाक त परधान हीइसक रग धायamp क समान ही और यही

सgtय) स दस हीजीर यजीन नच हीक त क मानव 0रर माamp उदर क बिनचला भाग तथा परA मा तलावA माamp सथान मिमाला हीयही उदर क सही रख

पचन बिEय क सही चलाकर परA दवार परणी क चलान क1 0शिG परदन करत ही यही सधाक क शिसदध अवसथा परपत करन माamp तथा उसक

मान और दधिदध क1 समासय वकषिKयA क क दधिनदरत कर उसक मानला क ऊरधवव) गबित परदन कर परमातमा क चरणीA क दिदवय रस पन करवन माamp

सहीयक हीत ही यही उचच क ही और इसक1 माहीद0 ही त परमातमा माamp मान लागत हीआरधवयतमितमाक लागA क मा दिदलान माamp यही हत ही

सहीयत करवत ही क त क नतरीA माamp अकषिTन माघा और माgtला ही

जीनमा पतरी माamp क त

जीनमा पतरी क बिवकषिभानन भावA माamp क त अपन अनसर फ़लाकरक नत हीपहीला भाव माamp यही मान क अ0त रखत हीदिदमाग माamp चचलात दत

हीभाइयA क कषट दत ही0रर माamp वय क परकप दत हीदसर भाव माamp बिपत क धान क कदिYनई स दिदलावत हीभाZबितक सधानA क1 तरफ़ स

मान क हीटात ही अथाव पस माamp हीन वला भाZबितक सधानA क रद करत ही तसर भाव माamp भा मान माamp चचलात दत हीलागA क सथा

चलान क मानस दत ही सद दसरA क1 सहीयत करन क शिलाय आग करत हीभाgtत परत आदिद माamp आ0शिG दत हीचZथा भाव क क त मात

बिपत क सख स दर करत हीउतसही माamp कमा दत हीदिदमाग माamp नकरतमाक परभाव दत हीबिकस भा त माamp सतमिषट नही दत ही पचमा भाव माamp

परEमा नत हीअलप सतबित दत ही माबिहीलाओ क1 क णडला माamp सतन क आपर0न आदिद स पद करत हीकमा सतन दत हीभाइयA स

कषट दत ही छY भाव माamp सख नत हीकजी) दशमान और मार माamp कमा दत हीअकसर पटा क1 मारिरयA क अलाव और कई अमिधाक

मारिरय नही हीत हीढाप माamp जीडA क दद) क1 मार दत हीअनय गरही कमाजीर हीन पर परत धा क पद करत ही सपतमा माamp भा मान क

अ0त करत हीकर क1 शिचनत करन क शिलाय कई न कई करणी पद करत हीजीवन सथा और पतरी क पड पद करन माamp अपन

अहीमा भाgtमिमाक अद करत हीपन स भाय दत ही अषटमा भाव माamp 0रर क तजी क कमा करत हीजीवन सथा स र करवत हीधान क1 कमा

दत ही और धान क अकसर माZत वला करणीA माamp वयय करवत ही नवमा भाव माamp क त भागयवन नत ही दसरA क बिहीत करवत हीभाई और

नधओ क1 सव करवत ही सव) धामा) क1 तरफ़ जीन क इ0र करत हीदसवamp भाव माamp भागयवन हीन क वजीgtद भा कषट दत ही बिपत क

सख स दर करत हीदिदमाग माamp घामाड दत ही जीवन सथा क रढा क1 हीडडी क1 मार दत हीगयरहीव भाव माamp धान नत ही सख रखत ही

ड भाई क मिमालाकर चलात ही सदगणी पद करत ही रहीव भाव क क त उचच पद पर आसन करत ही तजीसव नत ही दधिदधमान नत

हीलाबिकन 0क य कपटा दिदमाग माamp पद करत ही

कषटकरक क त

जीनमा क डला माamp क त अगर पहीला दसर तसर चZथा पचवamp सतवamp आYवamp भावA मा ही और नच क भा ही अथाव बिकस गरही क दवार पबिषत बिकय

जी रही ही त बिनकषिeत ही आरथिथा4क मानशिसक भाZबितक पड अपन माहीद0 अनतरद0 माamp दगइसमा कई 0क नही करन चबिहीयसमाय स

पहीला यन द0 अनतद)0 0र हीन स पहीला य गचर माamp क त क इन सथानA मा आन स पहीला ही क त क जी मातरी क जीप कर लान चबिहीय

य जीप बिकस बिवदवान बराहमणी स करव लान चबिहीय

क त क रग

चमा)रग मानशिसक रग आत क रग अबितसर दघा)टान दन 0लय बिEय करवन क डला क छY भाव आYवamp भाव और रहीव भाव क गरहीA क

अनसर अपन शि0फ़त न लान इसक कमा हीअमिधाकतर मामालाA माamp भाgtत परत और हीव वला मारिरय क त क दवार मान जीत ही अगर

बिकस रग माamp दवइयA आदिद स भा रग Ykक नही ही त समाझन चबिहीय बिक क त बिकस न बिकस परकर स द0 अनतद)0 स य गचर स

पर0न कर रही हीइसशिलाय क त क जीप दन पणय आदिद करन चबिहीय अपन वयथा दसरA क समान कहीन स क त और अमिधाक कषटकर ही

जीत ही

क त क रतन और उपरतन

क त क रतन वदय) माकषिणी यन लाहीसबिनय दधिजीस अगरजी माamp क टाmस आई कहीत हीगदनत य सग सव पच रK वजीन क रर मागलावर य

अमावसय क अकषिTन नतरी धारणी करन चबिहीयइसस मा0त माamp चलास परबित0त तक आरमा मिमाला जीत ही

क त क1 जीड gtटाn

असगधा क1 जीड मागलावर क अकषिTन नतरी माamp कला रग क धाग माamp परष और सतरी दन ही दबिहीन हीथा क1 भाजी माamp धारणी करक त चgtबिक

छय गरही ही और इसक1 शि0फ़त क अनसर कई सिला4ग नही ही क छ समा तक इस गरही क परभाव असगधा क धारणी करन क द कमा हीन

0र ही जीयग

क त क शिलाय दन

अकषिTन माघा और माgtला नतरीA माamp कसतgtर बितला छग कला कपड रधववजी सपतधान उडद कमला सवणी) आदिद बराहमणी क शरदध पgtव)क दन करन

चबिहीय

क त क वयपर

त क वयपर क त क अनदर आत ही टालाफ़न करिरयर Yक दर खत समनध कमा दवइयA क वयपर नटावरकिक4ग क कमा माइला

टावर स जीड कमा क त क वयपर माamp आत हीसgtय) और गर क सथा हीन पर लाकड क लाटठोA क कमा0बिन क सथा हीन समाampटा क खमभA क

कमा भा फ़यद दन वला हीत हीलाही क खमभ नन सरिरय रड पइप आदिद क कमा भा क त क अनतग)त आत ही

क त क1 नZकर

अलाग अलाग गरही क अनसर क त अपन नZकर करवन क शिलाय मान जीत हीरशि0यA और गरहीA क परभाव क करणी क त अपन आसतिसततव

नत हीजीस गर क सथा क त हीन पर वही मादधिनदर क पजीर न दत ही लाबिकन गर क सgtय) क सथा हीन पर नत न दत हीऔर मागला

क असर हीन पर वही रजय क अफ़सर क1 क सt पर Y दत ही0बिन क सथा हीन पर चपरस न दत ही0बिन 0E क सथा हीन पर

क ला और रिरकस चलान वला न दत हीमिमाथान रशि0 क क त य त डबिकय न दत ही य करिरयर क1 डक टान वला हीरकर न

दत हीरह क मागला क ला मिमालान पर वही क त क इनफ़माu0न तकनक क उसतद न दत ही आदिद त क त क र माamp जीन जीत ही

क त क मातरी

क त क1 0बित क शिलाय और क त क र परभावA स चन क शिलाय 0सतरीA माamp क त क1 पgtजी क बिववरणी दिदय गय ही बिनतय एक सZ आY पY

करन स क त क फ़लाA माamp चमातकरिरक फ़ला मिमालात दख गय ही अगर जीतक खद न कर सक त अपन नमा बिपत क नमा गतरी आदिद स

सकलप करन क द बिकस यगय बिवदवान वयशिG स यही पY करव सकत ही

दविवदविनोयग

क त क णवमिननबित मातरीसय माधाचछनद ऋबिष गयतरी छद क तदuवत क तपरतयथाu जीप बिवबिनयग

अथ हगनयस

क त शि0रशिस क णवन लालाटा अक तव माख प0 हरदय माय) नभाZ अप0स कटयामा स ऊरववोव| उषदधि जीनव अजीयथा पदय

अथ करनयस

क त क णवन अगषठाबय नमा अक तव तजी)नभयमा नमा प0माय) मारधवयमाभयमा नमा अप0स अनमिमाकभयमा नमा समाषदधि

कबिनषठाकभयमा नमा अजीयथा करतलापषठाभयमा नमा

अथ हरयदिनयस

क तणक वन हरदयय नमा अक तव शि0रस सवही प0माय) शि0खय वषटा अप0स कवचय ह समाषदधि नतरीतरीय वZषटा अजीयथा असतरीय

फ़टा

अथ धयनोम

धाgtमरो बिदवाभाहव)रद गदधार गधरासनसथा बिवक तननe बिकरटायgtरबिवभाgtबिषत य सदऽसत मा क तगणी पर0नत

क तगयतरी(

अतरीवय बिवदमही कपतवहीनय धामाबिही तनन क त परचदयत

क त क बा(ज मतरी

ऊ सतरी सतरी सतरी स भाgtभाव) सव ऊ क तग क णवननक तव प0 मारययाय)ऽअप0स समाषदभिरजीयथा ऊ सव भाव भाgt ऊ स सतरी सतरी सतरी ऊ

क तव नमा

क त क लि+य जप मतरी

ऊ सतरी सतरी सतरी स क तव नमा 17000 परबितदिदन

क त पचविव40बित नमा सततरीमा

क त कला कलामियत धाgtमरो क त बिववणी)क लाक क त माहीक त सव) क त भायपरद

रZदर रदरबिपरय रदर Egt र कमा) सगनध धाक पला0 धाgtमा सक0 शिचतरी यजञोपवत धाक

तरगणी बिवमाद च जीमिमानय माहीमिधाप पचबिव0बित नमाबिन क त य सतत पYत

तसय नशयबित धा च सव) क त परसदत दन धानय प0gtन च भावत वदधिदध न स0य

क त मागला सततरी

क त जीमिमाबिन गतरीजी क 0 समिमाद वयवय कणी षदभिसथात शिचतरीग रधववजी लाछन बिहीमा गही य दकषिणी 0 माख

बराहम चव सशिचतरी शिचतरी सबिहीत परतयमिधा दव सद षटा वितरी4सथा 0भा क चच )र पबित सद मागलामा

क त कयA पर0न करत ही

क त क र र कषट दन और परणी क आग ढान स रकन आदिद क त क करणी ही मान जीत हीजीव क सथा दघा)टान क दन वला

करक क त ही0लय बिEय और भाgtत परत क1 धा दन भा क त क हीथा माamp ही हीत हीलाबिकन परशन यन पद हीत ही बिक क त पर0न कयA

करत ही एक कहीवत ही बिक णी पणयमातय)लाक बिव0नतिनत क अनसर जीव क पणय जी णी ही जीत ही त उस वपस मातय लाक माamp

आकर उन पणय क बिफ़र स इकटठो करन पडत हीऔर जीस ही पणय एकबितरीत ही जीत हीपरणी बिफ़र स मातय लाक स पलायन कर जीत ही

लाबिकन बिकय जीन वला कमा क अनदर भाद और दष हीन क करणी परणी क उनक अनसर सजी भागतन पडत ही क त क कमा मा क

दन हीवही गचर स दधिजीस भाव स गजीरत ही उस भाव क1 करक वसतओ और परकषिणीयA स मा दत चला जीत हीअगर कमा) अचछ ही त

अचछ मा मिमालात ही और कमा) खर ही त खर मा मिमालात ही जीवन माamp परणी अगर सदमाग) पर चलात ही दसर क बिहीत क1 त क

रधवयन माamp रखकर कई भा कमा करत ही त उस कई तकलाफ़ अनत माamp नही हीत हीऔर परणी अपन सवथा) पgtरतित4 क शिलाय लागA क कषट दत

ही और यही रधवयन नही रखत ही बिक उसक दवार बिकय जीन वला कमा स कई लागA क तकलाफ़ ही सकत हीकई लाग उसक कमा क दवार

आहीत ही सकत ही त क त उस कई तरही स परतकषिणीत करत हीजीस मागला क त मिमालाकर बिकस ऐस मार क पद कर दत ही दधिजीसक दवार

खgtन क अनदर इनफ़ कसन ही जीत हीऔर मार क क1टाणी क1ड नकर खgtन क अनदर फ़ ला जीत ही कभा कamp सर और कभा टाn और एडmस

क1 मार स जीतक क घार कषट दत हीइन कषटA क1 समा स जी जीतक बिनकला जीत ही त वही Ykक भा ही सकत ही और अनतगबित क

भा परपत ही जीत ही परणी क मा दन क कमा परमातमा न क त क सप हीक त दधिजीस गरही क सथा Y जीत ही उस क अनसर अपन

फ़लाA क दन लागत हीजीस बितरीक भाव माamp 0बिन मागला क सथा क त Y कर वयशिG क द माग पर ला जीत हीय त वही सजी)न नकर लागA

क दख दर करन क कमा करत हीय र सव माamp भाजीकर लागA क1 सर क कमा करत ही य वयशिG अगर घार पप क1 तरफ़ जीत ही

त उसक बिपछला कमा क अनसर उस कसई क कमा मिमाला जीत ही क त क मा क करक इसशिलाय और कही गय ही बिक वही जीवन क

हीर कमा क रकन क कमा करत हीऔर उसक दवार हीर कमा क रक इसशिलाय जीत ही बिक परणी क पत चला बिक उसन पछ कय गलत

क1 ही दधिजीसक करणी उस आग ढा पन माamp दिदककत आ रही हीअगर वही अपन भाgtला क सधार लात ही त आग ढा जीत ही और अगर अपन

सथान पर अटाक रहीत ही त वही क वही दिटाक रही जीत हीकषट भा झलात ही और कमा भा पgtर नही ही पत ही जी लाग ससर क सखA

क1 तरफ़ अमिधाक अगरसर रहीत ही उनही यही क त एक समाय माamp धा करव दत ही बिक तमान कफ़1 ससरिरक सख भाग शिलाय और अ जीकर

परमातमा क1 तरफ़ अपन मान लागओ और उनक चरणीA माamp अपन शिसर क रखकर अपन आग क जीवन क शिलाय 0बित परपत करन क1

कशि00 करअमिधाकतर दख हीग बिक जी वयशिG पgtर जीवन अपन ससरिरक कय क1 जीददोजीहीद क करणी क छ आतमा0बित क उपय नही

कर पय ही व अनत समाय माamp अपन जीवन क बिनरटा अक ला माamp गजीरन चहीत हीकई अपन जीवन क1 0बित क शिलाय तथा) सथानA माamp भाटाकन

चलाgt कर दत ही और कई बिकस सनत माहीतमा य अपन धामा) क अनसर गर क सबिनरधवय मा जीकर अपन क मा दन क1 कशि00 करत ही

लाबिकन क त क यही भा करणी समान आत ही बिक वयशिG जी अपन बिकय जीन वला कमा क उलाघान करत ही और जी कय) उस करन

थाउनही तयग कर अगर मा क शिलाय भागत ही त भा क त उस मा माamp भा जीन स रकत ही और वयशिG अपन समाय तथा जीवन क1 0शिG

क कर माamp णी करत ही माहीभारत क1 कथा माamp क नत न भागवन शरक णी स यही वर माग था बिक व क नत क क वला कषट दampइसक

करणी भा यही था बिक जी परणी क पस कषट आत ही त उसक दिदमाग माamp मान माamp क वला उसक मान जीन वला भागवन क ही चहीर समान

आन लागत ही और ही भागवन य ही रमा आदिद वकय ही माही स बिनकलात हीकषटA माamp ही वयशिG जयबितष और धामा) क1 तरफ़ भागत हीसख

भागन वलाA क शिलाय त धामा) और जयबितष आदिद क वला माखZला ही मान जीत हीव इस मानरजीन क सधान समाझत ही क नत न कही था बिक

ही क 0व मार सखA स माझ दर कर दमाझ ससरिरक सख नही चबिहीयमाझ त क वला वही करणी चबिहीय बिक परबितपला हीमा क 0व क ही रधवयन

आय क त जी बितरीक भावA माamp हीत ही त समाझन चबिहीय बिक भागवन न धारत पर सख भागन क शिलाय नही लागA क1 कजी) दशमान मार

अपमान माZत जीनजीखिखमा पप कमा) आदिद स चन क शिलाय इस धारत पर भाजी हीजीस छY भाव माamp क त जी हीत ही और गरहीA क दवार

0शिG लाकर कमा करत ही त वही माकन गबिडयA और घारA क ऊपर झड लागव दत हीमातरी माखयमातरी परधान मातरी आदिद क पद दत हीऔर

0रर क य ससर क जी भा दष समान हीत ही उनही 0त करन क1 पgtर कशि00 करत ही क त जी दघा)टान करवत ही त समान दखत हय

भा टाककर हीजीत हीउसक करणी ही बिक दधिजीस आहीत हीन ही वही दखन क द भा अनध ही जीत हीय त उस कषिणीक समाय माamp उस

लागत ही बिक वही हत ही जञोनवन ही य उस लागत ही बिक वही समान वला क सख द रही ही

ततरी माamp क त क हीतथा जीड स जीडकर तय गय हीक त क शिलाय इस तबितरीक वसत क र माamp कही जीत ही बिक 0दn नही ही रही ही त क त

क1 इस हीतथाजीड माamp शिसनदर लागकर और गला क इतरी स कषिभागकर हीमा0 पस माamp रख जीय त जीस ही गचर स 0E क परभाव 0रर पर

आयगयही हीतथाजीड 0दn करवन और मान भावन जीवन सथा क परपत करवन क शिलाय उKमा वयवसथा मान जीत ही लाबिकन बिन

बिकस मातरी और शिसनदर य ख0gt क यही बिलाक ला ही कर मान जीत हीखला रखन य बिन बिकस परयजीन क घार माamp रखन स यही घार क1

अनय करक वसतओ आदिद क समापत करन क द खद क समापत कर लात हीइस घार माamp शिसनदर स पgtरिरत करन क द बिकस धात क1

नद बिडब माamp रखन चबिहीयतथा गरहीणी और हीला दnपवला क इस जीगन क शिलाय धाgtप अगरK और दnपक क सथा इसक शिलाय

समतमिनधत मातरीA क जीप करन चबिहीय

चZथा भाव क क त

चZथा भाव स क त क बिवसतर स वणी)न करन क शिलाय भावन यही ही बिक वयशिG क जीनमा चZथा भाव स ही 0र हीत हीमात क गभा) और

मात क1 गद चZथा भाव स ही जीन जीत ही चZथा भाव क क त क शिलाय सस पहीला कलापरष क1 क डला क अनसर चनदरमा क असर

मान जीत हीदसर यही दधिजीस रशि0 माamp हीत ही उस रशि0 क परभाव क उस परकर स गरहीणी कर लात ही जीस मादधिनदर माamp लागतर जीलात

अगरकषिKयA क1 ख0gt क मादधिनदर क1 दnवला और अनय वसतयamp जी मादधिनदर माamp रख हीत ही व गरहीणी कर लात ही रशि0 क असर क द क त

क1 दिदरमिषट दधिजीन भावA पर हीत ही उन भावA पर वही कक) रशि0 क परभाव क सथा उपषदभिसथाबित रशि0 क परभाव भा दत हीऔर जी गरही अपन

परभाव बिवकषिभानन भावA स इस पर द रही हीत ही उन परभावA क भा दिदरमिषट दन वला सथानA पर परबिषत करत ही जीस क वयशिG क1 क डला माamp चZथा

भाव माamp माकर रशि0 ही और माकर रशि0 क क त पर कक) रशि0 क रह क असर त जीरर ही हीगजी बिक क त स सपतमा माamp बिवरजीमान

हीगइसक सथा ही जी गरही रह क सथा हीAग जीस मानला रह क सथा चनदरमा और 0E ही त क त क ला दन वला गरही 0E और चनदरमा

क सथा रह भा ला दगचZथा भाव क बितरीकणी यन रहीव भाव मा और अषटमा भाव माamp जी गरही हीAग उन भावA क गरही और रशि0य भा इस

भाव क क त क दampगसथा ही दिदरमिषट दन वला गरही जीस लागन माamp मागला हीग त वही भा माकर रशि0 क क त पर तला रशि0 क मागला क परभाव

दग इस परकर स माकर रशि0 क क त पर सव) परथामा कक) रशि0बिफ़र माकर रशि0उसक द क त स बितरीकणी माamp वष रशि0जी वकषिeक रशि0 क

परभाव स पgtणी) हीगउसक रहीव भाव माamp षदभिसथाबित कनय रशि0 जी मान रशि0 स मिमाकस हीग सपतमा क1 रशि0 जीस कक) और कक) रशि0 क

अनदर माकर क भा परभाव मिमाकस हीग दन क शिलाय अपन असर दग चZथा भाव क क त कय कय फ़ला दत ही आइय आपक आग तत

ही

चZथा भाव क क त क फ़ला

चZथा भाव कलापरष क1 क डला क अनसर कक) रशि0 क परभाव दन वला हीत हीइस भाव माamp परभाव दन वला रशि0य माकर रशि0 दसवamp

भाव स वकषिeक रशि0 अषटमा भाव समान रशि0 रहीवamp भाव स अपन रशि0 वला परभाव दत हीक त नकरतमाक हीत और हीमा0 रह क1

0शिG पर बिनभा)र हीत हीचZथा भाव क क त पर दसवamp भाव क रह क असर जीरर हीत हीदसवamp भाव क रह कय) भाव माamp हीत हीऔर कय)

क दन क शिलाय वही क त क सहीर लात हीचZथा क त क वही अपन कय) क शिलाय सधानA क रप माamp परसतत करत ही लालाबिकत क अनसर

क त क क K भा कही जीत ही और पgtछ वला जीनवरA क शिलाय भा मान जीत हीचZथा भाव क क त उस क K क शिलाय मान जीत ही जी घार

माamp सहीयत दन क शिलाय हीमा0 तयर हीउस कय) भाव क ला आद0 स दन पडत ही और कय) क दन क द क त उतन ही कय) करत

ही दधिजीतन बिक उस आद0 द दिदय जीत हीअगर क त क गर क सहीर बिकस तरही स मिमाला गय हीत ही त वही जञोन क K क रप माamp जीन

जीत हीधा क सहीर मिमाला गय हीत ही त वही तgtन क K और कमानयgtक 0न स सथा दन वला क K न जीत ही और आवजी क सथा

चलान क शिलाय हीमा0 तयर हीन पडत हीरिरसतA माamp इस क त क ससरला माamp जीवई क Kबिहीन क घार भाई क Kऔर मामा क घार भानजी

क K क रप माamp भा मान जीत हीलाबिकन सला क शिलाय जीजी क K भा न जीत हीभाभा क शिलाय दवर भा क K न जीत अगर अलाग

अलाग गरहीA स इस क त क खन बिकय जीयकय क अनदर अगर रह सgtय) स 0शिGमान ही त यही एक सरकर क K भा न जीत ही रह

पर अगर आग य पछ स धा क असर ही त यही डक टान वला डकघार क पसतमान रप क K न जीत हीजी दरवजी पर जीकर

शिचदिटठोय टा करत हीइसक अलाव अगर 0बिन न इसक सथा ला शिलाय ही त यही माकन क नन वला और ईटाA क शिचनन वला मिमासतरी

नमाक क K भा न जीत ही आबिफ़स माamp चपरस य क यरटाकर क1 नZकर करन वला क K भा चZथा भाव क क K क रप माamp मान जीत

हीपन क नला भा क त क रप माamp ही हरदय क1 मारिरयA माamp सहीयक डकटार भा क त क रप माamp ही घार क अनदर बिछ 0नदर पलाग भा क त

क रप माamp अपन परभाव समान हीकर दत हीमागला स क टरोला हीन पर यही हीव दन वला पख भा न जीत हीघार माamp दख जीन वला टाnव

भा न जीत ही और कमपयgtटार नकर घार हीर क1 जीनत स मिमालान और समाचरA क आदन परदन करन वला भा न जीत ही घार क

ऊपर माamp दिदखन वला ऊ चई भा क त क1 करमात हीत हीउKर दिद0 माamp लाग कई खमभ य माइला क टावर भा क त क भान करवत

हीउKर दिद0 माamp न मादिदर य बिगरजीघार क1 चटाn क भा क त क रप माamp मान जीत हीबिकस बिन पK क पड क भा इस क त क1 शरणी माamp

मान शिलाय जीत ही क त क रप पन क1 रशि0 माamp हीन क करणी इस क त क पन माamp खड हआ खमभ भा मान शिलाय जीत हीऔर पन क

बिकनर न एक घार जी कही भा लाजीकर शिसफ़टा कर दिदय जीय वही भा क त क1 शरणी माamp आजीत ही चZथा भाव क क त वला जीतक क मान

माamp हीमा0 दग) क1 भाशिG बिवरजीमान रहीत हीकरणी क त चZथा भाव माamp रहीकर मामातव क रप गरहीणी कर लात हीऔर जी भा भावनयamp धामा) और

बिवTस क परबित नत ही व सभा मा दग) क परबित मान जीत ही जीतक क दग) क भाजीन गन और सनन क शिलाय भा मान जीत ही अकसर

चZथा भाव क क त वला वयशिG क पस अगर वही 0बिन य चनदर 0E और धा क1 रशि0यA माamp नही ही त ह क सख और अगर वही सgtय) मागला

गर क1 रशि0यA माamp ही त दमाद क सख अचछ मिमालात ही क त अपन 0शिG क ड ही ईमानदर स रह और उसक तसर भाव पचमा भाव

और नवमा भाव क गरहीA स गरहीणी करत ही और उसक परभाव स वही जीवन माamp तरकक1 क रसतA पर चलात चला जीत ही अगर क त क शिलाय

यही आवशयक ही बिक बिकस परकर स गलात रशि0 य गलात गरही क असर न मिमालाकभा कभा गचर क गरही क त क अपन स माamp कर लात ही

और क त खद क कटान क शिलाय अपन परभाव दन लागत हीकमाजीर रशि0 क 0बिन अगर कमाजीर हीकर जीतक क क त पर असर दत ही त

जीतक क वला अद)ला क रप माamp कमा करत ही लाबिकन 0बिन अगर ऊ च रशि0 माamp और बिकस जञोन वधा)क गरही क सथा मिमालाकर अपन असर दत

ही त जीतक क अनदर कनgtन तA क समाझन और माय)द माamp रही कर चलान क1 औकत क द दत ही

क त क1 यबित अनय गरहीA स हीन पर मिमालान वला फ़ला

चZथा क त कक) रशि0 माamp हीत ही और परभाव भा मानशिसक दत हीअगर चZथा भाव माamp कई अनय रशि0 ही त मिमालान वला फ़लाA माamp उस रशि0 क

परभाव भा 0मिमाला ही जीयगजीस कक) रशि0 माamp हीन स घार मात पन पन वला सधान जीनकर लाग वहीन और आन जीन गत शिलाखन

भावनय परदरथि04त करन आदिद हीत हीलाबिकन अगर कई अनय रशि0 जीस बिक माकर रशि0 चZथा भाव माamp ही त क त क फ़ला माकर रशि0 स

समतमिनधत ही जीयगघार माamp भा रहीन ही और कमा पर भा जीन हीयन घार क कमाA क सथा सथा आबिफ़स य कय) सथान क भा कमा करन

हीघार क1 गड माamp भा घाgtमान ही और आबिफ़स क1 गड क भा यgtजी करन हीअथाव गड माamp क वला घार आन और आबिफ़स जीन क शिलाय परयग

करन हीघार माamp मात क1 तमारदर भा करन ही और कय) करन क सथान माamp मात जीस सतरी क1 भा आजञो क पलान करन हीघार क अनदर

क1 तamp आबिफ़स माamp ला जीन ही और आबिफ़स क1 तamp घार क अनदर भा लान हीघार माamp रहीकर भावनतमाक गत शिलाखन ही त आबिफ़स माamp

जीकर कय) वला रप शिलाखन हीघार क पलाग पर सत समाय खयलाA माamp जीन ही त आबिफ़स माamp कय) करत समाय बिलाक ला ही सजीग रहीन

हीघार क अनदर पन वला सधानA क नदसत करन ही त आबिफ़स क अनदर जीकर जीनरला पषदभिबलाक क सभालान क कमा करन हीघार क

अनदर नZकर य बिकस रिरसतदर स कमा करवन हीय रिरसतदर क यही उसक1 हक मा उदला करन ही त आबिफ़स माamp जीकर माखय

कय)मिधाकर क1 हक मा उदला करन हीइस परकर क अनय कय क करन ही इसक सथा ही जी चZथा भाव क1 रशि0 क यगतमाक रप

इस रशि0 क बितरीकणी क1 रशि0यA स जीस चZथा भाव क1 पचमा क1 रशि0 वकषिeक रशि0 हीत हीइस रशि0 क सवभाव जीखिखमा लान हीत हीइस

रशि0 क समान अचछ अचछ क1 लात द ही जीत हीइस रशि0 वलाA क डर नही लागत हीव एक र कला स भा क शत लाड सकत हीइस

रशि0 क सवभाव खद क समभलान क भा हीत हीयही अपन क तयर करक रखन वला रशि0 हीत हीयही अपन लागA क शिलाय अपन 0रर

क तयग भा कर दत हीइस रशि0 क उददोशय लाडई करन क हीत हीजी इस रशि0 क1 हीर हीन हीत ही त यही हीर नमा क झ क लाकर

नही रहीत हीखद क अपन ही परयस स समापत कर लात हीयही रशि0 गgtढा हीत हीयही उन करणीA पर बिवTस करत ही जी सधारणी आदमा

क1 पहच स हत दर हीत हीआदिद करणी इस रशि0 क मान जीत हीइस रशि0 माamp जीस बिक मान पहीला क त क माकर रशि0 माamp हीन क वणी)न

बिकय ही क अनसर 0E क1 वष रशि0 सथाबिपत हीत हीदन रशि0यA क परभावA क मिमालान स जीस वष रशि0 क समनध धान स हीत हीत

धान क खच) करन माamp वयशिG क अनदर डर नही हीगवयशिG क सहीशिसक कमाA क शिलाय धान खच) करन स कई बिहीचक नही हीगधान क वही

गgtढा कय क शिलाय आरमा स खच) करगइसक द जी भा कमा जीखिखमा क हीत ही उनस वही धान क कमान क1 बिहीममात रखगपर0शिGयA

क दवार य अपन परयस स पर0शिGयA क1 सधान स वही अपन धान क ढान क कमा करगयही रशि0 खन पन क सधान क1 तरफ़ भा

अपन इ0र करत हीजीतक क अनदर आमिमाष खन क शिलाय य 0मा0न भाजीन क शिलाय भा कई बिहीचक नही हीगलाबिकन मागला अगर

कही भा ऊ च सथान माamp अपन सथान नकर बिवरजीमान ही त वही इन खनA स दर रखन माamp मादद करगआदिद त जीन जीत हीइसक सथा

चZथा भाव स नवamp भाव माamp मान रशि0 क हीन पय जीत हीइस मान रशि0 माamp जी भा रशि0 हीत ही वही अपन परभाव भा मान रशि0 क अनदर

सतमिममाशिलात कर लात हीमान रशि0 मा क1 रशि0 ही और कनय रशि0 सव क1 रशि0 हीमान रशि0 जीतक क बिवद0 माamp बिनवस क1 रशि0 ही त

कनय रशि0 बिवद0 माamp सव करन क शिलाय अपन ला दगमान रशि0 0बित परदन करन क1 रशि0 ही त कनय रशि0 कजी) दशमान मार दकर

अ0नतिनत दन वला रशि0 ही इस रशि0 क सवभाव स क मा और धान वला सधानA क बिवद0 स समनध भा न जीत ही रशि0यA क अलाव

क त क समनध गरहीA स हीन पर भा अपन अपन फ़ला मिमालात हीजीस सgtय) स समनध हीन पर यही 0र क K क1 लाडई क मानयत दत

हीजीवन इस परकर क वयशिG स समनध न जीत ही जी इस क त क ऊपर हीमा0 गर)न क ही कय) करत ही और जीतक क भाग बिलला

नकर रहीन पडत हीअगर धा अपन परभाव दत ही त क त क सथा धा हीन स यही अगरजी क अचछ जीनकर हीत ही और लान माamp

अनय भाषओ क भा परयग करन लागत हीक त स पचमा माamp धा हीन स वही अपन जीन क खर रखन वला हीत ही और उस तरही स

त करत ही जीस बिक बिचछgt अपन डक मार रही हीधा अगर क त स नव हीत ही त बिहीन आ य टाn क पबित सहीयक न जीत

हीमा0त क वG सहीयत करन वला और जीवन तथा धान क रक नकर सहीयत करन वला हीत ही यही क त दभाबिषय क कमा भा

करत हीजीवन माamp आन वला मा0तA क वG अपन जीन स बिकय जीन वला कय क यही भागतन परपत करत हीजयबितष य गgtढा

बिवषयA माamp यही अपन जीनकर अचछn रखत हीनटावरकिक4ग और कमपयgtटार क अचछ जञोन हीत ही0बिन क हीन स घार माamp वकलात क कय)

करत ही य कमाजीर हीन पर दजीt क कय) करत हीकमपबिनयA क जीडन क नय गरहीक नन क और माकन क बिनमा)णी करन क

सहीयक न जीत ही0बिन क अषटमा माamp हीन स कय) करन वला आदमिमायA क बिवद0 भाजीन क शिलाय दलाला करन वला जीमान जीयदद य

0बिन वला करकA क खरदन चन क कय) करन वला मान जीत हीदवई क1 कमपबिनयA माamp कय) करन वला और असपतला क अनदर

कमपउडर क कय) करन वला न जीत ही0मा0न माamp कबरा खदन वला न जीत हीअथाव गदn सत माamp पड रहीन वला वयशिG न

जीत ही इस परकर स अनय गरहीA क सथा इस क त क अपन अपन समाजीसय नत ही

इस शिचतरी मा दख इस लाडक1 क1 लागन क क त छY भाव क मागला द स पबिडत कर रही ही मिमाथान लागन क1 यही लाडक1 हत तgtनही कलापरष स माष रशि0 लागन क1 मानयत क दत ही 0रर क अगA माamp यही शिसर क1 करक हीत ही क त क मिमाथान रशि0 माamp आत ही नच

क क त क1 मानयत ही जीत ही और रह अपन धान रशि0 क सपतमा माamp चला जीत ही रह भा नच क परभाव दत ही इस क सथा मागला क1 वकषिeक रशि0 क डला क छY भाव माamp बिवरजीमान ही जीत ही और जी इस रशि0 माamp मागला भा अपन परभातव जीमा लात ही त यही रशि0 पgtर तरही स खतरनक ही जीत ही मागला स अगला रशि0 माamp रह बिवरजीमान हीत ही और वही नच क हीन क करणी अपन नचत स जी नही आत ही मागला क द रप एक नक और एक द यही परिरभाष लालाबिकत क अनसर तई जीत ही द मागला क दवत भाgtत

परत बिप0च आदिद तय गय ही और नक मागला क दवत हीनमान जी और उKमा दव तय जीत ही लाबिकन रदर0शिG क अनसर वरकषिeक रशि0 क रदर शि0वजी क रप माamp भा मान जीत ही गयरहीव रदर हीनमानजी क तय गय ही शि0व अघार रप माamp वकषिeक रशि0 क मान जीत ही और जी वयशिG इस लाडक1 क शिलाय तबितरीक परयग करन वला ही वही इसक सपतमा भाव क परयग करन क द इस लाडक1 पर अपन परयस क परबिषत करग एक र इस लाडक1 क दरवजी पर एक नग माला क चला वयशिG दधिजीसक अनदर दgt आ रही था क छ खन क शिलाय मागन क शिलाय आय इस लाडक1 न उस घार क अनदर न हय दला और रटाn खन क शिलाय दन चही उसन इस लाडक1 स मास पककर खिखलान क शिलाय कही इस त पर इस गसस आय और आसपस स द चर लागA क लाकर उस वयशिG दरवजी स

भाग दिदय वही वयशिG जीत जीत लाकर गय बिक एक तझ भा नग नही घामा दिदय त दखन एक माबिहीन क द यही लाडक1 अपन ला नचन लाग और भाददोn भाददोn गशिलाय दन लाग आसपस क लागA न इस मानशिचबिकतसक क दिदखय उस पगला खन माamp भातt कर दिदय गय लाबिकन एक सला तक कई इस लाडक1 पर दवइयA और इलाजी क फ़क) नही आय इसक परिरजीन इसक1 जीनमा पतरी और

बिववरणी लाकर मार पस आय मान जीनमा पतरी माamp दख त उपरG गरही षदभिसथाबित समान आय उपय क शिलाय लाडक1 क उन तबितरीक धाओ स माशिG क शिलाय क वला क त क सला नकर ही उस सधार जी सकत था क त क1 सलात क शिलाय दग) उपसन और सपत0त क

हीवनतमाक रप भा करन जीरर था लाबिकन जी उपय सस अमिधाक करगर सबित ही सकत था वही कला क बिवपरत परतयबिगर सततरी नवरतरीA माamp मान उस लाडक1 क उसक पबित और भाई क सथा लावय और बिवमिधा बिवधान स कला क माहीबिवपरत परबितयबिगर

सततरी क पY बिकय और अकषिभामाबितरीत जीला क उस बिपलान लाग दिदन दिदन उस लाडक1 क अनदर दलाव आन 0र ही गय कभा कभा वही एकदमा नव)स ही जीत और हत जीर स हीसन लागत कभा अचनक रन लागत कभा अचनक गशिलाय और तडफ़ड पर उतर ही जीत लाबिकन मान अपन बिहीममात नही हीर अषटमा क दिदन बितरीमाधाgt स परतयबिगर क हीवन बिकय और पY ( एक परकर क फ़ला जी पY

नमाक1 मिमाYई क शिलाय परयग बिकय जीत ही) क1 शिला मा कला क परदन क1 परसद लाडक1 क खिखलाय वही हत अचछn तरही स तamp करन लाग और ऐस लागन लाग जीस उस क छ भा मार नही ही

इस लाडक1 क पgtर शिचतरीA सबिहीत बिववरणी आप इस सलाइड 0 क मारधवयमा स दख सकत ही-

क त क दसर नमा सहीर दन वला सधानA क रप माamp जीन जीत ही बिन सहीर क चच भा जीनमा क द खड नही ही सकत हीऔर

जीवन उसक हीथा पर 0रर क बिवकषिभानन अग सहीर क रप माamp कमा करत ही क त क1 समा उस परकर स अननत ही जीस बिक रह क1

समाअनय बिकस गरही क1 समा क आरमा स वरणिणी4त बिकय जी सकत ही लाबिकन रह क त क1 समा क वणी)न नही बिकय जी सकत ही यही

दन ही छय गरही ही और दन परकर क1 0शिGयA क रप माamp कमा करत हीद परकर क1 0शिGयA माamp क त नकरतमाक ही लाबिकन दिदखई दत

हीरह सकरतमाक ही लाबिकन दिदखई नही दत ही इस शिचतरी माamp आप दख रही ही बिक पन क अनदर स द कमाला नला बिनकला ही और दन पर

बराहम और बिवणी बिवरजीमान हीयही दन सकरतमाक रप क रप माamp जीन जीत ही बराहम क कमा बिनमा)णी करन ही और बिवणी क कमा बराहम

क दवार बिनरमिमा4त समिषट क पलान करन हीलाबिकन आप दख रही हीAग बिक भागवन शि0व 0र पर लाटा हीऔर उनक1 नकषिभा स जी कमाला नला

बिनकला हीऔर ड स कमाला क फ़gt ला हीउस फ़gt ला पर पचमाख तथा दसभाजीओ क धारणी करन वला 0शिG कमाखय दव बिवरजीमान

हीयही 0शिG बिकस भा जीव क1 सकरतमाक परवकषिK क अव0बिषत करन क द एक नय बिनमा)णी क बिवकस करन क शिलाय जीन जीत ही

सहीर क ही दसर नमा नय बिनमा)णी हीयही स आप गत माamp पढा सकत हीबिक आतमा परन 0रर क तयग कर नय 0रर क धारणी उस

परकर स करत ही जीस एक मानय परन वसतरी क तयग कर नय वसतरी क धारणी करत ही मात कमाखय क लागन क क त क रप माamp

मानयत दn जीत हीजीस गर और मागला क सथा अगर रहीवamp भाव माamp ही त मा तर क रप मिमालात ही उस परकर स लागन क क त क शिलाय

मात कमाखय क जीन जीत ही ससर क कई भा जीव बिन उस परकर क जीव क अपन नय दही क नही धारणी कर सकत हीएक

ही परकर क जीव क अनदर दन परकर क जीव एक सकरतमाक और नकरतमाक क भा हीन जीरर ही जीस परष सकरतमाक ही और

सतरी नकरतमाक ही सतरी क कमा एक तरफ़ परष क1 सकरतमाकत क ढान क ही और दसर तरफ़ माथान क दवार उस सकरतमाकत क

अपन गभा) माamp सथाबिपत करन क द नय जीव क बिनमा)णी करन क ही मातला एक तरफ़ त वही अपन पबित क बिवकषिभानन परकर क भाजीन फ़ला

और अनय सरधवय सधानA क दवार पबिषत करत ही त दसर तरफ़ अपन माथान क दZरन उस वय) नमाक पक हय पबिषत रस क गरहीणी कर

लात ही जी 0रर मात क दवार पद बिकय जीत ही वही नय रप माamp हीत ही मात उस 0रर क पलान पषन माamp कई कतही नही करतत

सतरी रप माamp उस पला हय 0रर क अव0षणी करन क द नय 0शिG क पद करन स मान जीत ही यही Eमा लागतर चलात रहीत ही

0रर क1 बिनमा)णी परबिEय क पgtर करन क शिलाय नकरतमाक और सकरतमाक दन रपA क हीन अबित आवशयक हीत हीचही वही 0रर

मानय रप माamp ही य जीनवर य क1टा पतग प व बिकस भा रप माamp हीनकरतमाक और सकरतमाक रप हीन अबित आवशयक ही यबिन

रप माamp मात कमाखय और सिला4ग रप माamp भागवन शि0व क पgtजी जीत हीयही दन रप ही ससर क1 उतपकषिK और बिवन0 क करक मान

जीत ही लागन क क त क शिलाय अकसर लागA क अनदर भरानतिनत रहीत हीबिक यही क त क वला सहीयक क रप माamp ही पद हआ ही और जीवन माamp

तरकक1 नही कर सकत ही लाबिकन यही सच कतई गलात हीससर क हीर जीव जीनत व आदिद सभा क शिलाय बिकस न बिकस परकर क1

सहीयत क शिलाय ही पद हय ही परक बित क सतलान क शिलाय जीही सकरतमाकत अमिधाक पद ही जीत ही वही परक बित पहीला स ही

नकरतमाकत क पद करन क शिलाय नकरतमाकत क तयर रखत ही जीस एक वन माamp अगर सZ बिहीरणी उसन पद क वला इसशिलाय बिकय ही

बिक व घास पत और वA क खकर उनक1 सखय क परक बित क अनपत क बिहीस स सयत रखampत व बिहीरणी जी सZ स अमिधाक नही ही

जीवampइसशिलाय दस 0र य बिहीरणीA क मारन वला जीव भा पद कर दिदय ही जी जीव हत ही स0G ही उनक शिलाय दधिदधजीव जीव पद कर

दिदय ही जीस बिक मानय मानय क सतलान क शिलाय भा परक बित अपन अपन समाय पर कई न कई बिवन0 लाला उस क1 गषदभिलतयA स परसतत

कर दत ही इसक अलाव भा मानय मानय क ही मारन और अमिधाक सखय माamp नही हीन क परबित उसक अनदर परक बित एक परकर क

दभा)वन रप जी दत हीजीस भाई भाई त आरमा स रही सकत ही लाबिकन उनक1 पतमितनय आपस माamp र भाव और दभा)वन स एक दसर

क सथा सथा नही रहीन दतअथाव उन दन क अनदर उन आवशयकतओ क पद कर दत ही बिक व हीर कर अलाग अलाग ही जीत ही

कई बिकस क धामा) स मार दत ही कई बिकस क समाजी स मार दत ही कई द0 क नमा स कई जीबित क नमा स कई रजीनबित क नमा स

यही परतय रप स मारक रप नही हीकर अपरतय रप स मारक 0शिGय सव) 0शिGमान मानय क अनदर भा परक बित न दn ही सहीयक क

रप माamp लागन क क त पच परकर स नकरतमाकत भारत हीऔर उस अनपत माamp लागन स सपतमा क रह खला जीगही क भारन क कमा

करत हीऔर सकरतमाक ला दत ही जीस लागन क क त तसर नजीर स तसर भाव क दखत ही और जीतक क अनदर अपन शिलाखन क1

कला क य शिचतरीकर क1 कला क दत ही कलामा और पपर दत ही कमपयgtटार दत ही क1 ड) क दत ही त सपतमा क रह शिचतरीकर क

करन क शिलाय दिदमाग क पद करत ही कमपयgtटार क अनदर सफ़टावयर क रप माamp दिदमाग क दत हीतसर भाव अपन क परदरथि04त करन क

भा हीउसक शिलाय लागन क क त अपन छटा भाई बिहीनA क अनदर नकरतमाकत क भारत ही त सपतमा क रह उन छटा भाई बिहीन क

अनदर उनस पचमा सथान माamp Y कर अचनक बिवदया वला यग पद कर दत ही और व अचछn बिवदया क परपत करन क द दिदमागदर न

जीत ही लागन क क त घार स हीर रहीन क ला दत ही त सपतमा क रह हीर रहीन क शिलाय वही क रबित रिरवजी और खनपन तथा

अलाव समनधA क परबित अपन ला दत हीदधिजीसस वयशिG क हीर रहीन क शिलाय कई पर0न नही ही सक लागन क क त अपन पचमा

दिदरमिषटस सनतन भाव क दखत ही और उस खला रखन क1 कशि00 करत हीलाबिकन सपतमा क रह अपन गयरहीवamp सथान क एक ऐस

सकरतमाक पतरी द दत ही जी अनय सZ माamp अपन नमा कमाकर चलान वला ही और पgtर परिरवर क अलाव अनय लागA क शिलाय भा अपन ला

दन क शिलाय मान जीय लागन क क त धान स परEमा स घार स और शि0 स दर करन क1 कशि00 करत ही और जीवन सथा क भा

वचला य झgtY लान क1 आदत दत ही0दn क द जीतक क समादधिजीक जीवन असतवयसत ही जीत हीबिकतन ही माहीनत क1 जीव वही

कर स सबित हीत हीअचनक बिकस न बिकस मामाला माamp खच) हीन जीरर पय जीत ही जीतक क जीवन सथा क1 उगशिलाओ पर

नचन जीरर पडत हीकरणी अकसमात बिनणी)य लान क1 आदत स वही बिकस लायक नही रहीत ही दधिजीतन ला जीवन सथा क दवार द दिदय

जीत हीयन दधिजीतन च भार दn जीत ही उतन ही चलान क शिलाय रजी हीन पडत ही

लागन क क त और अनय गरहीA स समनध

क त क दवार नई गई खला जीगही क मानय आजीवन उस भारन क शिलाय परयतन0ला रहीत हीक त क हीला गगर माamp सगर क पद करन

जीस हीत हीदधिजीतन यही असरकर हीत ही उतन ही मानय परयतन 0ला रहीन क शिलाय माजीgtर हीत ही मान पहीला भा कही ही बिक ससर क1

हीर वसत और जीव क अनदर रह क त क समाव0 हीजीस लाकड क1 सर क ही ला लादधिजीयसर क त ही और उस जीन वला और

उसक छद रह हीकपड क1 टान क त हीयही गचर स दधिजीस भाव माamp आत ही उस भाव क1 करक वसतओ माamp रकवटा पद कर दत हीक त

क कमा मा क परदन करन हीत हीकय) स क त क कई मातला त तक नही हीत ही जी तक बिक रह अपन आद0 नही द लागन क

क त अगर 0बिन स 0शिसत ही त वही वकलात क गणी पद कर दत ही0बिन क त ही दजीt क1 औकत दत हीलागन क क त मारक टिटा4ग करन

वला वयशिG न जीत ही0बिन स पतथार लाही नZकर परपटा आदिद क कमा करन लागत हीसgtय) स सरकर नZकर नकर कमा करन लागत

ही और सरकर कमाA क अनदर सरकर आद0A क परबिषत करन और सरकर आद0A क ननचनव आदिद लाडकर जीनत क अनदर

बिवजीय नन और बिyenर जीस सरकर अपन कनgtन और करणीA स अपन कय) करवय उनही करन 0E क सथा क त क समाजीसय भा नही

Y पत ही य त जीतक क दिदला अपन क परदरथि04त करन क हीत हीय बिफ़र जीतक क तय गय ढाग स कय) करन हीत हीजीतक

कय) उस परकर स करत ही जीस कई कय) पर परगरमा बिकय गय ही कYपतला इसक माखय उदहीरणी हीउसक अगA क बिहीलान वला

कई औरगन वला कई और भावन क समाझन वला कई और हीत ही इस क सथा अगर गर क त क लालात ही त गर जी समनधA

क करक हीत ही यही क त समनधA क करवन क कय) करत हीजीस बिक 0दn बिववही करवनबिकस परकर स जी पहीला स बिनदuशि0त

कनgtन ही और उनही कनgtनA क अनसर ही वयशिG क सजी दन य सजी स र करन क कमा भा गर क त करत हीहत ही धारमिमा4क हीन स

जीतक क रधवयन समामिधा क1 तरफ़ मान चला जीत ही और वही अपन क पgtणी) रप स भागवन य परक बित क ऊपर छड दत ही जीस परक बित

उसस करवत ही वही करत रहीत ही इकक क घाड क1 तरही भा मान जी सकत हीउस लागमा नमा क रह क अनसर चलान पडत ही

अपन माजीt स कही भा नही जी सकत ही खत माamp न वला जी क1 तरही स मान जी सकत ही जी तक उस य नही जीयग और रह

नमा क1 परक बित क1 0शिG नही दn जीयग वही अपन आप जीमाग नही पgtजी माamp जीय जीन वला 0ख मान जी सकत ही जी तक उस

जीय नही जीयग रह नमाक1 फ़gt क उसक अनदर नही मार जीयग वही आवजी बिनकलाग ही नही

क त क सला य द)ला क त क1 भावन ही करत ही

इस क उदहीरणी हीमा आजी क न टार इनवटा)र स ला सकत हीइसक कमा बिजीला क इकटठो करन क द अपन पस रखन हीत हीजीस

ही बिजीला चला जीत ही वही बिजीला क अपन पस स सपलाई करन 0र कर दत हीकमा य अमिधाक बिजीला क दन क शिलाय टार जी बिक

एक क त क ही रप हीक1 सरजी ढान स वलटाजी ढाय जी सकत हीऔर परलाला लागन स उसक1 0शिG यन वटाजी ढाय जी सकत

हीकई क त एक सथा मिमालाकर कमा माamp लान स 0शिG क परद0)न सही रप स बिकय जी सकत ही लाबिकन तदत स अमिधाक क त क सहीयक

हीन भा समाय क द दखदय ही सकत ही जीस एक ही बिवषय क पढान और उस बिवषय स समतमिनधत बिववरणी अगर भाबिवय माamp दला

जीत ही य नय कई आबिवकर ही जीत ही त वही कर ही सबित हीजीयगजीस बिक पहीला टालाफ़न क1 मानयत खgt थालाबिकन

माइला क आत ही उसक नन वला चन वला और चलान वला सभा कर ही गय क त क खर हीन स 0रर क अगA स पत चला

जीत हीजीस बिक हीथा सनन ही गय और कमा नही कर रही ही इसक मातला ही बिक क त खर नही हआ ही हीथा क 0शिG दन वला रह क

खर हीन मान जीयगआख स कमा दिदखई दन 0र ही गय ही त वही भा रह क दखन पडग सधा स क त क नही दखampगक त क त

तभा खर मान जीयग जी हीथा य आख बिलाक ला ही खतमा ही गय ही दधिजीस परकर स गड क1 पटरोला खतमा हीन स वही सडक पर खड

ही जीत हीउस परकर स लागन क क त बिकस न बिकस परकर स 0रर क अनदर स रह क1 0शिG समापत हीन पर कर ही जीत ही0रर

क अनदर रह क सथान अदरशय 0शिG क रप माamp जीन जीत ही और रह मासतिसतक माamp बिनवस करत हीमासतिसतक स सचन समाझन क1 0शिG

क कर हीन भा क त क रद करन क शिलाय माखय मान जीयग पन क अनदर स सयही क खतमा हीन स रह और क त क र माamp नही

सचन पडगसयही क करक गरही क सचन पडग बिक उसक अनय करक गरही भा सथा द रही ही बिक नही

लागन क क त और उसस समतमिनधत रिरसतदर

क त क समनध 0बिन स हीन पर जी भा रिरसतदर हीत हीव स कमा धानध स समनध रखत ही यही समनध चबिहीय Yक दर स जीड ही य बिफ़र

बिकस पटा क पस करन स अथाव दकन माamp कमा करन वला हीलपर क रप माamp हीसgtय) स समनध हीन पर ड भाई क1 सनतन स भा मान

जीत ही भातजी क रप माamp भा मान जी सकत ही अथाव वही बिपत क सला यन मामा स भा मान जी सकत हीअथाव बिपत क दवार रख

गय नZकर भा मान जीत ही इसक अलाव चनदरमा स समनध हीन स मात खनदन स समतमिनधत रिरसतदर मान जीत हीनन क र माamp भा

यही क त अपन समाथा)न वयG करत ही मागला क सथा हीन स चच य मामा य खgtन क रिरसतदरA स भा मान जीत ही ड भाई य छटा

भाई क सला स भा समनध मान जीत हीधा क सथा हीन स भानजी क रप माamp भा मान जीत हीऔर अगर धा क सथा रह तजी ही त वही

बिहीन क पबित क रप माamp भा मान जीत ही गर क सथा हीन स वही बिकस धारमिमा4क वयशिG क चला भा मान जी सकत ही अथाव बिकस

परकर स अपबिहीजी हीन क1 द0 माamp सथा दन वला घार य हीर क वयशिG भा मान जीत ही0रर क अगA क र माamp अगर गर और क त

बिकस खर गरही स समतमिनधत ही त यही बिकस परकर स समतमिनधत अग क रद करन क शिलाय भा मान जीत ही 0E क सथा क त क

हीन स यही पतन क हीलपर क रप माamp परसतत करत ही अथाव बिकस करणी स पतन क हीलपर नकर ही रहीन पडत ही पतन क हीलपर न

कर रहीन स वही अपन बिवचरA और कय| क अपन अनसर वयG नही कर सकत ही वही क वला अपन पतन य पबित क1 आजञो पर अपन

0रर और मान क बिगरव जीस रख दत ही

RAHU

Rahu is personified as a diplomat and a shadowy planet and a legendary deceptor when

disposed beneficially Indicates diplomatic jobs jobs requiring manipulations with facts deals

in poisons and drugs It signifies cheats pleasure seekers insincere and immoral acts etc

It is phlegmatic in nature and gives malignant growth When afflicting causes malignant

growth disease of phlegm intestines boils skin ulcers spleen worms high blood pressure

etc It gives smoky and unpleasant appearance due to habits of overeating resulting in foul

smells and unclean body and nails

KETU

It is dry and fiery in nature Its affliction causes wounds inflammations fevers intestinal

disorders aberrations low blood pressure deafness defective speech and gives emaciated

body with prominent veins It is personified as a saint and inclines a person more towards

mystic science and spiritual pursuits

क त दसर भाव माamp अपन फ़लाA क धान और भाZबितक सधानA क रप माamp अभाव दन क कमा करत हीऔर इस अभाव क पgtर करन क शिलाय

रह अषटमा सथान जी माZत क सथान ला जीत ही स पgtर करत ही इस भाव क क त क टाम क नमा स भा जीन जीत ही और परिरवर क

आग चलान क शिलाय मामा भानजी य सला क रप माamp आकर परिरवर क1 पgtरतित4 क दन वला हीत हीगचर स यही परिरवर जीनA क हीर

रखन वला और जीनमा क डला स परिरवर जीनA क समापत करन य दरसथा भाजीन वला मान जीत ही इस भाव क क त वला जीतक क

अकसर एक भाई और हीत ही और वही वकषिeक रशि0 क य वकषिeक लागन माamp पद हीत हीघार क शिलाय वही अपन दवार अपन बिEयओ स एक

तरही स रद करन वला ही मान जीत हीघार क अनदर सतरी जीतकA क अभाव ही जीत हीमात क भा ड मार हीत ही अकसर

मात क परबित यही क त मागला वला असर पद करत हीनकषिभा स नच क1 मारिरय आदिद हीत हीअकसर मात क शिलाय सजी)न क1 छ र हीमा0

इनतजीर ही बिकय करत ही

क त क सवभाव हत ही हीYkला हीत ही दसर भाव माamp

दसर भाव क क त अपन आदतA क क छ इस परकर क न लात ही बिक उस हीर कमा क करन क1 हीY पद ही जीत हीबिकस भा वसत क

लान ही त वही उस वसत क लान क शिलाय अपन सभा परयसA क करन स नही चgtकत हीऔर उस वसत क जी तक परपत नही कर लात ही

त तक उस चन ही नही आत ही यही हीला भाजीन क मामाला माamp भा दख जीत हीउस खन स अमिधाक चखन क1 आदत हीत हीअकसर इस

भाव क जीतक क1 जीभा अपन हीAY क चटा करत ही उसक समान क चर दत नक1ला हीत ही और दतA क1 नवटा एक जीस नही हीत

ही कई भा कमा करत वG जीतक क आलास जीरर आत ही

धा

प(तमलयमबारधर करणि01करसमदयदवित

खडगचमगपणि0 सिस1हसथो वर बाध

धा एक सZमय गरही ही सgtय) चनदर मागला एव अनय गरहीA क1 भाबित धा क बिवषय माamp भा अनक पZरकषिणीक आखयन मिमालात ही

धा क1 उतपकषिK क सधा माamp एक रचक कथा मिमालात ही कही जीत ही बिक अबितरी पतरी चदरमा दव गर हीसपबित क शि0य था बिवदया अरधवययन क1

समानतिपत क पeत जी उसन गर क दकषिणी दन चही त उनहीन स उसस कही बिक वही दकषिणी गर पतन तर क द कर आय

चनदरमा जी गर पतन क अपन दकषिणी दन गय त गर पतन क रप दखकर वही तर पर आ0G ही गय और उस ला जीन क1 हीY

करन लागगर पतन न उस खgt समाझय पर वही न मान जी हीसपबित क यही त मालामा हय त उस शि0य जीन उनहीन भा उस हत

समाझयपर चनदरमा न अपन दरगरही नही छड अतत वही यदध क शिलाय ततपर हय और गर क यदध माamp हीर दिदय दवतओ न भा चनदरमा

क समाझयलाबिकन वही अपन हीY पर अड रही जी शि0वजी क चनदरमा क अनचर क पत चला त व Eमिधात ही उY और चनदरमा क

दड दन क शिलाय चला पड चनदरमा बिफ़र भा नही मान उसन नतरीA दतयA असरA क सथा सथा 0बिनeर और मागला क सहीयग स शि0व स यदध

करन क बिनणी)य बिकय अ घार यदध 0र ही गय तनA लाग भायभात ही उY अतत बराहम न हीसतप क बिनणी)य शिलाय इस र चनदरमा

झक गय और उसन गर पतन तर क लाZटा दिदय

एक वष) द तर न एक कनतिनतवन पतरी क जीनमा दिदयउसक बिपत चनदरमा ही था चनदरमा न उस पतरी क गरहीणी बिकय और उसक नमा धा

रख गय

धा क बिवषय माamp और भा अनक आखयन मिमालात ही बिवद0 पZरकषिणीक आखयनA माamp धा क समनध माamp अनक कथायamp मिमालात हीयgtरपय जीन

इस मारकर क नमा स जीनत ही पर इसक1 धात हीजी चनदरमा क परभाव स हीन वला और 0बिन मागला क परभाव स Yस तथा गर क

परभाव स भार मान जीत ही

खगलाय बिवजञोन मा धा

धा सgtय) क सस बिनकटा रहीन वला गरही ही उसक वयस तन हीजीर माला हीतथा सgtय) स उसक1 मारधवयमा दर तन करड सY लाख माला ही

यही सKइस माला परबित सकamp ड क1 गबित स अटठोस दिदन माamp सgtय) क1 एक परिरEमा करत ही पथव स दखन पर यही सgtय) स सKइस अ0 स

अमिधाक दर पर नही हीत ही

जयबितष 0सतरी माamp धा

जयबितष 0सतरी माamp धा क रपवन माY लान वला और सपषट लान वला तथा हीर रग क तय गय ही इस कलापरष क1 वणी क1

उपमिधा दn गय ही सभा गरहीA माamp धा क यवरजी क पद मिमाला ही धा क दवार पबिडतई वला कमा वणी क1 0शिG कलाकर गकषिणीत बिवदया माamp

चतरत शिलाखन आदिद क बिवचर बिकय जीत ही यही तवच परधान गरही हीधा क क डला माamp अचछ हीन स जीतक क1 तवच अचछn हीत हीऔर

धा क खर सथान माamp Yन य बिकस पप गरही क दवार पपEत हीन जीतक क तवच वला रग हीत हीयदिद जीनमा क डला माamp धा खर

ही त अपन द0 अनतद)0 माamp वय कफ़ बिपK स उतपनन तन परकर क रग दत हीयही 0रर क तबितरीक ततरी यन नव)स शिससटामा क अमिधाकर

ही यदिद धा पबिडत हीत ही त वयशिG क अनदर क1 सचन समाझन और माहीसgtस करन क1 0शिG कमाजीर हीत हीजीस ख0gt दgt क पत

नही चलानतवच क सनन ही जीनचटा लागन य बिकस क1ड क कटान क पत नही चलानतवच माamp कभा कभा कला रग क चकK पड

जीन और अपन आप ही समापत ही जीन आदिद त भा दखन क मिमालात ही 0रर माamp धा क आमिधापतय छत और जीओ क आग क

भाग क भा माशिलाक नय गय हीदधिजीस जीतक क1 क णडला माamp धा चनदर क1 यबित हीत ही वही माजीबिकय सवभाव क हीत हीअकसर इस

परकर क जीतक दसरA क बिकस न बिकस परकर स नकसन पहचन माamp अपन आननद क ढान जीनत ही धा क खर हीन पर 0E क

सहीर लान पडत हीधा रह क दष स दर हीत हीवयपर करन इसक1 माखय पबिहीचन मान जीत हीवयपर माamp भा उन कमा स दधिजीनक

अनदर तA स कमाय जीत ही

जी जीतक पgtव) जीनमा माamp न बिकय जीन वला कमाA क करत हीदसरA क पर0न करन माamp दधिजीनक आननद आत हीतA क1 चलाक1 स लागA

क लाgtटा हीत हीतA क शिलाखकर कही कर लागA क पर0न य गमारही बिकय हीत हीइस परकर क जीतकA क माखय दख दमपतय जीवन

क हीत ही उनक1 0दिदय सही समाय पर नही हीत हीहीत भा ही त समनधA क सख नही हीत हीपबित य पतन बिकस भा परकर स सही

त नही करत ही घार क अनदर सभा सदसय तA क1 लाडई माamp मा0gtगला ही जीत हीबिकसन कय कही ही क परबित अकसर कर क1 हीस हीत

हीपबित पतन माamp मानमाटाव कलाही और अगर समनध नत भा ही त समनध बिवचछद भा करवन माamp धा क हत ड माहीतव हीत ही धा

अकसर वयपर माamp अपन गबित परदन करत ही दधिजीन जीतकA न अपन जीवन माamp अचछ कमा) बिकय हीत ही त वही वयपर माamp कफ़1 ढाKर

करत हीऔर र कमा क परभाव क करणी चलात हआ वयपर अकसमात ही नच जीन लागत ही और घार क अनदर भा कला0 हीन क करणी

सधानA माamp कमा हीत जीत ही दधिदधमान हीन पर भा कई त नही नत हीऔर वही अपन चतय) क भा रद करत रहीत ही अचछ

धा अचछ वयपर नत हीधान और धानय स पgtणी) करगजीवन पgtर आननद माamp तग आदिद तamp भा समाझ माamp आत ही धावर धा क

मिधान हीपनन इसक रतन हीदधिजीसक धारणी करन स यही लाभाकर हीत हीपतला इसक1 धात हीऔर अनन माamp हीर माgtग इसक अनजी ही धा क

नतरीA माamp अशलष जयषठा एव रवत हीधा क1 रशि0य मिमाथान और कनय ही दधिजीसमा मिमाथान सकरतमाक और कनय नकरतमाक रशि0 हीत ही

लाबिकन कनय रशि0 माamp यही जीतक क माYk वणी लान वला और समाजी माamp अपन क मिमालाकर चलान वला मान जीत हीपनदरही अ0 माamp

यही परमा उचच क हीत ही और मान रशि0 माamp यही पनदरही अ0 माamp परमा नच क हीत ही

अक0सतरी माamp धा

अक बिवदया माamp पच क अक धा क अक ही और दधिजीसक जीनमा 51423 तरख माamp हआ हीत ही उसक शिलाय धा क परभाव जीवन माamp

माहीतवपgtणी) मान जीत ही इन अकA स समतमिनधत जीतक अमिधाकतर जीलदजी हीत हीबिकस भा त क बिनणी)य लान माamp दर नही करत हीऔर

अकसर इनक दिदमाग खजी हीत हीइस करणी स नय नय तA क1 खजी क करन क द यही जीलदn स धान कमान क परबित अपन

दिदमाग चलात रहीत ही इनक दिदमाग ड स ड वयपर चलान माamp भा नही घाडत ही और उसक मातला चही लाभा स ही य हीबिन स इनही

मातला नही हीत हीलाबिकन धा क अचछ परभाव क करणी इनक वयपर अकसर सफ़ला ही हीत ही अकसर वयपर क कमाA क तनव क

हीन क जीgtद भा यही अपन कमा क आरमा स सभाला ला जीत ही धावर और 0Eवर इनक शिलाय अचछ दिदन हीत हीधा परधान

जीतकA क सवभाव 0माtला और लाचला हीत हीइन अदओ क करणी स भा यही अनय लागA क दिदला जीत लात ही इन जीतकA क धा क

रतन पनन पबिहीनन स भा आरमा मिमालात हीऔर गय क हीर घास खिखलान स भा इनक जीलदn आरमा मिमालान लागत हीधा क जी मातरीA क

जीप भा इनक शिलाय लाभाकर हीत ही धा क1 क प स जीतक क पस अथाही समपकषिK आन लागत ही और समाजी सथान माamp आदणीtय भा ही

जीत ही

धा परधान वयशिG दधिदधमान हीत ही इनक शिलाय ससर क जञोन स ढाकर और कई खजीन इनक पस नही हीत हीबिकस भा करणी क 0धा

करन क द यही प एच ड जीस उपमिधाय आरमा स लालात ही यही सगत बिपरय भा हीत हीवकपटात क परभाव इनक पस हीत

ही0शिG0ला बिवचरवन सZनदय) क पजीर भावन परधान बिवदयावन और दधिदधजीव हीत हीशिलाखन क1 कला इनक1 अचछn हीत ही और अर

नन क1 कला इनक पस अदभात हीत हीहीर कमा क सच समाझ कर ही करत हीखला सथान इनही अमिधाक पसद हीत हीखच) करन क

अनदर इस परकर क जीतक क जीgtस भा हीत हीदधिदध परधानत वला कमा जीस जयबितष डकटार वक1ला दलाला वयपर लाखक gtगर वला

कमा और अथा)0सतरी माamp बिनपणीत वला कमा इनही अचछ लात ही

इस अक वला जीतकA क1 क छ कमिमाय भा हीत हीजी उनक1 परगबित माamp रकवटा पद करत हीजीस आलास आन जीलदn गसस हीन अकरणी

ही गसस करन लाग जीन शिचनत वला तamp और अपन य परय वयशिG क 0क माamp डलान वला कमा करनअमिधाक तamp करन आदिद मान

जीत ही असफ़लात क बिवचर स भाय हीन 0क करन आदिद भा दख पद करन वला करणी हीत हीदधिदध क कय) करत रहीन स भा इनक

0रर कमाजीर हीत जीत ही और 0रर क कमाजीर हीन स फ़ फ़ड वला रग जीकमा लाग रहीन टाn आदिद जीस रग पद ही जीन एलाजीt

वला रग हीत जीन भा मान जीत ही जीवन सथा क अपन अनरप नन क करणी भा इस अक क जीतकA क शिलाय दखदय हीत

हीअकसर इस अक क जीतकA क जीवन सथा चप ही रहीत ही और बिन दधिदध क कमा करन क करणी घार और परिरवर माamp अ0बित क करणी

भा नत ही खन पन और लान पर बिनयतरीणी नही हीन क करणी इस अक क जीतक बिन करणी क ही दशमान य मार भा पला लात

ही

क डला माamp रही भावA माamp धा

रही भावA मा धा क1 षदभिसथाबित क परमाख रप स समाझन क शिलाय परतयक भाव क धा क रप अलाग अलाग हीत हीयही पर जी रप धा क

परदरथि04त बिकय गय ही व क वला धा क1 उचच षदभिसथाबित क समाझ कर ही बिकय गय ही जीरर नही ही बिक आपक धा क रप भा इस तरही स

हीअगर आपक1 क नडला माamp धा पर बिकस अनय गरही क1 र नजीर ही त उसक परभाव भा र ही सकत ही जीस रह क परभाव पडन पर

अचछn वणी हीन पर भा आपक1 वणी क गरहीणी लाग गय हीगला माamp इनफ़ कसन क दवार आदिद समाझन चबिहीय

परथामा भाव माamp धा

पला आभा शिलाय चहीर हीत हीलाम उमरो क माशिलाक हीत हीगकषिणीत और गणीन करन वला बिवषयA माamp परवणीत हीत हीमाजीबिकय सवभाव

हीत ही यन हीर त क माजीबिकय लाहीजी माamp कहीनधामा) क कय माamp रशिच हीत ही

दसर भाव माamp धा

अचछ कय) करन माamp रशिच हीत हीबिहीममात हत हीत हीदधिदध स तजी हीत हीमाहीनत भा खgt करत हीवक1ला य नत जीस गणी हीत ही त

क1 त माamp धान हीत हीदलाला और 0यर जीर वला कमा माamp रशिच हीत ही

तसर भाव माamp धा

लाखन क पकक हीत हीकमपयgtटार और इस परकर क यतरीA क सचशिलात करन क1 मात हीत हीसफ़टावयर आदिद नन माamp बिनपणीत हीत

हीशिचतरीकर और कबिवत करन माamp रशिच हीत हीबिवषयA माamp आ0शिG हीत हीसदगणी भा भार हीत हीमाटा 0रर हीत हीगलामाटाला आक बित

हीत हीबिहीन अमिधाक और भाई कमा हीत हीबिपत क धान कर ही जीत ही

चZथा भाव माamp धा

भागयवन हीत हीदन करन माamp बिनपणी हीत हीदन दन माamp क पतरी और सपतरी क समाझन क1 बिहीममात हीत हीशिलाखन क1 कला हीत

हीनबितयA पर चलान क आदn हीत हीदधिदधवन हीत ही

पचमा भाव माamp धा

जीनमा स सवथा) जीवन माamp भार हीत हीअपन कमा बिनकलान माamp चतरत हीत हीकमा बिनकलान क द भाgtलान क1 आदत हीत हीसनतन क

अभाव हीत हीक वला धान क1 चहीत हीत हीजीमान कमा क करन और जीमान आदिद क परबित मानशिसकत न रहीत ही

छY भाव माamp धा

कला0 करन अचछ लागत हीलाबिकन वणी माamp मिमाYस हीत हीआलास 0रर हीत हीअकषिभामान क1 मातरी भार हीत हीपरिरशरमा और

कमाकत क समाव0 मिमालात ही दसरA क1 सव करन अचछ लागत ही

सपतमा भाव माamp धा

पबित य पतन क शिलाय सखदयक हीत हीकनतिनतवन 0रर हीत हीतAद बिनकला जीत हीसनदर और क लान परक बित हीत हीसमपदन करन क1

मात हीत हीउदर परक बित हीत ही

अषटमा भाव माamp धा

लाम उमरो हीत हीसनदर पतन य पबित हीत हीत क भारस नही हीत हीखत क कय) माamp बिनपणीत हीत हीजीस गवन आदिदनयय

करन क अनदर ईमान क समाव0 हीत हीवयपर स लाभा क वला दलाला वला कमाA माamp हीत ही

नवमा भाव माamp धा

दधिदधमान हीत हीतथा)टान करन क1 कमान हीत हीअपन समाजी माamp त रखन वला हीत ही कबिव गन बिवदया माamp बिडगर य बिडपलामा हीत

हीनयय यतरी करवन वला कय क मानस रहीत ही बिवद0 लागA और अगरजी माamp अचछ जञोन हीत ही

दसमा भाव माamp धा

रजी यग क करणी नत हीअलपय हीन भा मान जीत हीमात क1 बिहीन स सवभाव मिमालात जीलात हीबिपत क परबित वफ़दर नही हीत

हीखद क कमाA क खद क परयसA स ही खतमा करन क1 भावन न जीत ही

गयरहीवamp भाव माamp धा

लाभा माamp अपर समपकषिK क1 कमान हीत ही बिपत क1 जीयदद मिमालात हीछटा भाई बिहीन स सनही हीत हीमात क शिलाय कषटकर हीत

हीशि0 और मानरजीन माamp अमिधाक रधवयन रहीत ही

रहीवamp भाव माamp धा

बिवदवान धामा)तमा सवभाव हीत हीबिकस भा भाष क पकडन क1 मात हीत हीदवय जञोन क1 जीनकर हीत हीसमाजी माamp गणी मान जीत

ही0सतरी क अचछ जञोन हीत ही आलास 0रर हीत ही

धा समनध अनय बिववरणी

धा गरही स समतमिनधत रगउनक 0मान हीत धारणी करन क1 बिवमिधा गरही 0नतिनत क शिलाय दन तथा धा गरही स समतमिनधत वयपर और नZकर

आदिद क बिववरणी इस परकर स ही-

दन

धा क क परभाव माamp दिदय जीन वला दन आशलष जयषठा और रवत नतरीA माamp सवय क जीन क रर हीर माgtग हीर वसतरी फ़ला हीर मिमाYई कस

पतला हीथादत पनन सवणी) कपgtर 0र षटारस भाजीन घा फ़gt ला आदिद दन माamp दिदय जीत हीदन शरदध पgtव)क दकषिणी सबिहीत बराहमणी क सकलप

पgtव)क धा गरही क नतरी कला माamp करन चबिहीय

वयपर

कसदकर शिसलाई मा0न क वयपर वनसपबित घा क वयपर कड खन क वयपर परचन वसतओ क सगरही करन क द चन क

कय) खला और खला आदिद क समान क वयपर करन Ykक मान जीत ही

नZकर

मातरीपद बिवधायक पद परततव बिवभाग क पद लाइबरार क कमा 0टा)हीampड टाइविप4ग क कमाampक क कमा एकउनटाampस क कमा इनकमा टाकस क1

नZकर डकतर बिवभाग माamp कमा जयबितष क कमा हीसतरख और 0यर जीर क कमा करन चबिहीय

जीव जीनत और मानय पड पZधाA फ़लाA आदिद सभा माamp करampटा हीत हीनयgtनतमा य अमिधाकतमा पड पZधा और जीव जीनत क1 उमरो क अनसर मान

जीत हीयही करनटा मिमाला एमपयर क1 नप माamp हीत ही0रर क1 गबितपड पZधाA क अनदर हीन वला गबित जी हीव य धाgtप क1 अमिधाकत स

हीत हीबिवदयात उतपदन क शिलाय मान जीत ही भाजीन करन पर 0रर माamp आलास आन इस त क दयातक ही बिक 0रर माamp नन वला ऊजी)

क बिवकस नय शिसर स चलाgt ही रही ही 0रर क अनदर नन वला बिवदयात क परयग 0रर बिकन बिकन कमाA माamp करत ही उसक शिलाय हीमाamp गहीन

अरधवययन क1 तरफ़ जीन पडग 0रर माamp खन क दवार ऊजी) क1 पgtरतित4 हीत ही0रर क दवार जी भा खदया पदथा) परयग माamp लाय जीत ही व

सभा जीमान स उतपदिदत हीत हीय समादर क पन स उतपदिदत हीत हीउनही उतपदनA क 0रर आरमा स हीजीमा कर सकत ही जी एक र

धारत पर उतपदिदत ही चक हीइस परकर क भाजीन स 0रर क अनदर जी ऊजी) नत ही उस ही य इलाषदभिकटरोक क1 सजञो दn जीत ही 0रर

अपन तबितरीक ततरी क सgtचन दन क1 बिEय माamp इस बिवदयात ऊजी) क परयग माamp लात ही0रर क अलाव भा यही हीर क1 दबिनय माamp भा अपन

सद0A क भाजीन और सद0A क परपत करन क शिलाय परयग माamp लात ही कही भा 0रर माamp चटाn कटात ही त तबितरीक ततरी क सद0 दन वला

0रर माamp फ़ ला तबितरीक ततरी वबिहीबिनय चटाn क कटा क अहीसस सधा मासतिसतक क पछ माडलाआलामागटा नमाक सथान क पहचत हीऔर

दिदमाग स तरत उस कटा जीन क सथान क सरकषित करन क शिलाय य हय सहीयत क शिलाय हीथा परA क दिदमाग स आद0 दिदय जीत ही

और हीथा पर मिमाला सकamp डA मा मिमाला उस आद0 क पलान अपन गबित क अनसर करत ही अगर कई चटाn क1 जीगही पर बिचछgt य अनय

जीहीरला जीव कटात ही त अपन हीथा परA क1 सहीयत क अलाव हीर क1 सहीयत क शिलाय दिदमाग आवजी और 0रर क गबित भा परदन

करत हीजीस कई र) कटात ही और वही पर अनय र क कटान क1 आ0क ही त 0रर क अनदर भागन क1 0शिG भा अचनक ही पद ही

जीत हीदिदमाग अपन इस बिवदयात 0शिG क परयग सरकषित हय सथान क खजीन क शिलाय भा परयग करत ही सथा ही कटा जीन वला सथान

क सgtजीन आदिद दकर बिवष क आग ढान स रकन क उपय भा करत ही चखन क शिलाय आवजी भा दत हीऔर चख क अनदर उस

आवजी क भा परकटा करन क1 0शिG और ड पवर दत ही दधिजीसस आसपस क माहीZला भा जी भा पस माamp रहीन वला लाग हीचही व

अनजीन ही य जीन पबिहीचन वला सभा क रधवयन अपन ओर बिकस भाय स दखन क शिलाय और उस भाय क1 चख क1 आवजी क सनकर

अपन अपन सर क सथा उनक अनदर भा बिहीममात क परदन करन क शिलाय 0शिG समपनन ऊजी) अपन कमा करन लागत हीइसस अगर

भाय कई सव)जीबिनक ही त सभा अपन अपन सर क दखकर सहीयत क शिलाय भागन लागत ही अगर पड 0रर क1 0शिG स अमिधाक

हीत ही त 0रर क हीस करन क द तबितरीक ततरी अपन गबित क अनसर 0रर क1 0शिG क इकटठो करन और जीमा लावन ततवA क1

पgtरतित4 क शिलाय बिकय जीन वला उपयA क सथा 0रर क नकसन पहचन वला करकA क बिनदन करत ही इस बिनदन माamp जी करक

माहीतवपgtणी) हीत ही उनक अनदर आसपस रहीन वला लाग य दरसथा रहीन वला लागA क भा यही तबितरीक ततरी सgtचनयamp पहचन क कमा करत

ही आसपस रहीन वला लागA क अनदर त पड क1 खर करन क शिलाय अपन आसपस क करकA क 0रर क1 ऊजी) अपन कय) करत

हीऔर जी हीर और दरसथा लाग हीत ही उनक शिलाय समतमिनधत 0रर क अगA क फ़डकन क कय) करत हीउनक अनदर अकसमात ही

बिवचरधार क अनदर दलाव क कय) करत हीअगर कषट भागन वला वयशिG बिकस क पतरी ही त मात कपबित ही त पतन कबिपत ही त

पतरी क और अनय समनध ही तथा उस समनध स अमिधाक लागव ही त उस समनध क अपन अपन अग क फ़डक कर सgtचन दन क

कमा यही ऊजी) करत ही यही नही इस ऊजी) क कमा बिकस भा ख0 क1 खर क भा 0रर क अगA क फ़डककर भाजीन क कमा करन

हीत हीअगर ख0 खर परपत करन वला जीतक स रही ही त सवपन क मारधवयमा स भा इस ऊजी) क दवार स सद0 परसरिरत बिकय जीत ही

सतरी क य और परष क दबिहीन अग ख0 क1 खर क परपत करन क समाय फ़डकन आरमभ करत ही और र खर क समाय सतरी क

दबिहीन और परष क य अग इस बिEय क परदरथि04त करन लागत ही

जीग) मात क भा अपन पतरी क1 सकटा क1 षदभिसथाबित माamp फ़Zरन अहीसस त ही जीत ही जी उसक सतनA माamp खजीला चलान 0र ही जीत हीपतरी

क ऊपर आन वला सकटा क अहीसस मात अपन आप माहीसgtस करन लागत ही उसक दिदला माamp चन नही आत हीऔर रत क र र सवपन

भा चलाgt ही जीत ही इस ऊजी) क परभाव बिकस परकर स अपन सद0 पहचन क कय) करत ही इसक शिलाय पgtव)कला स ही अनभाव क

आधार पर अग फ़डकन क फ़लाफ़लाA क इबितहीस चलात आ रही ही0रर क हीर बिहीसस अपन अपन परभाव तन लागत हीजीस बिकस

वयशिG क मासतक फ़डकन लागत ही त उस नZकर लागन य कमा मिमालान अथाव बिकस जीमान क मिमालान क अहीसस हीन लागत हीमासतक

क शिलाय वही चही परष ही सतरीअकसर सथान दलान य बिकरय क माकन शिसफ़टा करन क पहीला यही अहीसस हीन लागत ही नZकर माamp य

अपन वयवसय माamp सथान दलान क समाय भा यही अनभाव दख गय ही अकसर बिकस वयशिG क1 दनA भाहीamp अपन आप फ़डकन लागत ही त

उस समाझ लान चबिहीय बिक उसक र दिदन अ त गय ही और सख क समाय आन वला हीवही दधिजीस त क शिलाय भा दख था उसक दख

दर हीन वला हीसथा ही उसक हरदय माamp एक उतसही भा जीनमा लान लागत ही आखA क1 फ़डकन अमिधाकतर समाजी माamp परचशिलात हीसतरी क1

य आख और परष क1 दबिहीन आख बिकस भा सथान स फ़डकन लागत ही त उस जी भा बिपरय हीत ही उस क द0)न हीन हीत ही

लाबिकन बिवपरत अवसथा माamp अ0भात क दखन भा मिमालाकरत ही सतरी क यamp नतरी क कन क1 तरफ़ क कZन फ़डकन 0र हीत ही त

जीरर लाकषमा क1 परनतिपत हीत हीवही चही सन चदn क रप माamp ही य नगद धान क रप माamp मिमाला उस मिमालात जीरर ही यही हीला परष क

दबिहीन नतरी क शिलाय मान जीत ही आख क ऊपर क बिकसस माamp भा यही जीन जीत ही बिक अगर परष क दबिहीन और सतरी क य पलाक

फ़डकत ही त बिकस पदव क1 परनतिपत हीत ही और बिवपरत माamp पदव क अत हीत ही कनध फ़डकन माamp भागA क1 परनतिपत और बिवपरत

अवसथा माamp भागA क चला जीन मिमालात ही थाड क फ़डकन सतरी और परष क शिलाय बिकस ड डर क शिलाय मान जीत हीबिकस क1 धामाक1

य बिकस परकर स घार य हीर क वयशिG क सथा अकसमात हीदस हीन क1 खर थाड स मिमालात हीलाबिकन कणY फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp

यही उलटा हीत हीइसमाamp परशिसदधिदध और धान लाभा मिमालात दख गय ही गद)न क बिपछला बिहीसस फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp जी भा र भाव मानन

वला लाग हीत ही व हीव हीन क1 कशि00 करत हीहीAYA क फ़डकन क समाय माamp भाZबितक वसत जी हत बिपरय हीत मिमाला जीत ही पY

फ़डकन क सतरी और परष दन क भा र मान गय हीय त मार पकडत हीय बिफ़र बिकस त माamp हीरन पडत ही कख फ़डकन पर

जी अपन खस हीत ही उसस मिमालान हीत हीलाबिकन दबिहीन और य क भा खयला रखन पडत हीबिवपरत अवसथा माamp बिछडन भा मान

जीत ही दिदला क धाडकन अकसर जी भा जीनमा शिसदध कमान हीत ही उसक मिमालान क समाय मान जीत हीचही वही हीमा0 स मान जीन

वला भागवन क बिकस भा रप माamp कयA न ही माही क अनदर फ़डकहीटा अचछ भाजीन क1 परनतिपत क सक त मान जीत हीहीथाला माamp खजीलाहीटा

धान क आगमान और बिवपरत अवसथा माamp खच) करन क1 षदभिसथाबित क भा द0)त ही कमार क फ़डकन हत अचछ कमा क अनदर क छ समाय

क शिलाय बिजी हीन और द माamp सममान दन क शिलाय मान जीत ही नकषिभा क फ़डकन पबित क शिलाय पतन क बिछही और पतन क शिलाय

पबित क बिछही क रप माamp जीन जीत ही परइवटा पटा) क फ़डकन पर इषदभिचछत सथा क सथा रमाणी करन क समाय तय गय ही गद क

फ़डकन पर वहीन क लाभा हीत हीचही वही खद क मिमाला य बिकरय क वहीन स सफ़र करन क अवसर मिमालाजीघाA क फ़डकन स वसतरीA

क1 परनतिपत हीत हीघाटान क फ़डकन स घार माamp 0तरीओ क1 और वयपर माamp कमपटाnटार क उदय हीन क समाय मान जीत ही पर फ़डकन पर

बिकस नय सथान क1 तरफ़ पलायन हीत हीबिवपरत अवसथा माamp र सथान क परपत करन क सक त भा मान जीत ही पर क तला क फ़डकन

क1 षदभिसथाबित माamp अचला समपकषिK क1 परनतिपत और बिवपरत अवसथा माamp अचला समपकषिK क जीन क समाय मान जीत ही चच क मार हीन क

समाय मात क1 छत अपन आप दरबिवत हीन लागत हीचच क Ykक हीन क समाय मात क1 य छत फ़डकन लागत ही सही क समाय माamp

जीलदn असर मिमालात ही 0मा क समाय माamp दर स असर मिमालात हीलागतर फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp भाला य र परभाव पलान क नन क द

मिमालात ही एक सथा दन अग क फ़डकन भागय और दभा)गय क च माamp चलान वला हीस मान जीत ही इसक अलाव और भा सकडA

बिEययamp इस 0रर क दवार समपदिदत क1 जीत हीजी क वला य इलाषदभिकटरोक करampटा क दवार ही समभव ही कई वयशिG अगर लागतर

नकरतमाक षदभिसथाबित माamp चला जीत ही और वही र र अपन क अक ला रहीन क शिलाय परिरवर य समाजी क लागA स दर रखत ही त उस

वयशिG क शिलाय यही नकरतमाक ऊजी) क परव0 क समाय मान जीत हीइस कला माamp उस वयशिG स कई भा वत) करन पर वही खजीत ही

और अपन 0रर क समापत करन क1 धामाक1 दत ही नकरतमाक ऊजी) क 0रर स दर करन क शिलाय वयशिG क ऊपर स खन वला सद

नमाक एक माटठोn 0मा क समाय सत वर उसर करन क द घार क हीर सडक पर डलान स उसक1 नकरतमाक ऊजी) स छ टाकर भा

मिमालात दख गय ही नकरतमाक ऊजी) क एक परभाव और दख गय ही बिक वही घार क अनदर सस पहीला कला0 पद करन क करणी पद

करत हीवही वयशिG क बिकय जीन वला कमा स रधवयन भाग करत हीवही कर क छ रही हीत ही और करत क छ हीइस करणी स घार क अनदर

नकसनसमनधA क अनदर बिगड और वयपर क अनदर नकसन तथा नZकर क अनदर माशिलाक स परतणीन क असर दत हीइसक शिलाय

सही क अपन जीगन क द अपन इषट क रधवयन माamp रखकर उसक1 मानशिसक इमाजी अपन दनA हीथाA माamp दखन क द तथा जी सवर चला

रही हीउस पर क पहीला बिसतर स नच रखन क द ही कय क 0र करन चबिहीय रत क नद नही आन क1 अवसथा माamp भा सgtय|दय स

पहीला जीगन क1 बिEय क करन चबिहीयऔर जीही स भा उगत हय सgtय) क दरशय दिदखई द दखन क परयस करन चबिहीय अकसर उन लागA

क हत ही सफ़ला हीत दख गय ही जी लाग सही क उगत हय सgtय) क नदn य समादर य तला क पर दखन क1 कशि00 करत ही दन

भाजीन पgtजी और समतमिनधत वयशिG क1 भालाई क1 कमान क शिलाय जी भा उपचर बिकय जीत ही व अपरतय रप स फ़यद दत दख गय ही

दिदमाग क1 अमिधाक अ0नतिनत स चन क शिलाय पहीड यतरीयamp भा कमाय हीत ही

दन क माहीतव

अकसर जीवन मा दन क माहीतव हीमात अपन मामातव क चच क शिलाय दन करत ही बिपत अपन परषथा) क शिलाय अपन जीवन क क1 जीन

वला माहीनत क दन अपन चच क शिलाय करत हीभाई अपन हला क दन करत हीबिहीन अपन तरक स समनध नकर और समाजी

नकर अपन भाई क तरी क दन करत हीभाई अपन बिहीन क शिलाय आजीवन अपन सहीयत और 0शिG क दन करत हीड हीकर

चच अपन मात बिपत क वदध हीन पर उनक1 दख रख और भाजीन क दन करत हीपतन पबित क रबित सख परदन करत हीअपन दवार

पबित क शिलाय बिनसवथा) भाव स भाजीन और पबित सख और आय वदधिदध क परबित पgtजी पY करत ही आग क शिलाय व0 चलान क परबित अपन

कमान क समारतिप4त करत ही ह अपन सवथा) क तयग कर पबित क क ला मा 0बित और समपननत नन क परबित अपन जञोन क दन करत

हीदमाद अपन हला और सममान क दवार अपन ससरला जीन क मान ढान माamp अपन 0शिG क दन करत ही क छ लाग अपन

वयवसय सथान पर Y कर रसत तकर अपन जञोन क दन करत हीक छ लाग पयसA क शिलाय पयऊ खलावकर धामा)0ला नव कर लागA

क जीवन क सद गमाt स चन क शिलाय अपन हला क दन करत ही हीक1कत मा दख जीय त यही 0रर ही दन स और दन क शिलाय

न ही एक वयशिG एक लाख रजीन कमा रही ही लाबिकन वही अपन शिलाय मातरी क छ सZ रपय माamp अपन पटा भार लात हीऔर क1 क धान

वही अपन परिरवर क शिलाय जीमा करत ही बिक वही अपन सतन क शिलाय इतन इकटठो कर द बिक उसक द उसक1 सतन बिकस क1 माहीतजी

नही रही और वही सख रही लाबिकन इस सख रखन क करणीA माamp माही पद ही जीत हीयही माही करन ही उसक1 भाgtला ही और इस माही क

चककर माamp 0रर स क1 जीन वला माहीनत दन सवरप न हीकर माही क जीजीला माamp चला जीत ही मात न अगर पतरी क जीनमा दन क द यही

सच शिलाय बिक उसक पतरी ड हीकर उसक1 पलान करगउसक1 सव करगउसक शिलाय ह लाकर उसक1 आजञो क पलान करवयग त

मात क यही माही उस समाय कर ही जीत ही जी लाडक ड हीत ही और अपन माजीt स 0दn बिववही करन क द अपन घार अलाग

स लात ही मात अपन पतरी क सहीर रहीन क करणी और अपन शिलाय क छ न चकर क वला पतरी क शिलाय ही स क छ करन क द जी पतरी

पस स बिनकला जीत ही और पतन क शिलाय सचन लागत ही त मात क वही पलान पषणी स लाकर पढान शिलाखन और सभा सधान पतरी क

शिलाय जीटान क परबित कर ही जीत ही उस समाय मात और पतरी क च तनतन चलात ही और ह जी दसर घार स आय ही उसक अनदर

यही भावन घार कर जीत ही बिक मा क वला टा स धान क माही करत ही और टा मा क कही पर चलात ही उसक1 त क नही सनत हीइस

परकर स तकरर ढा कर ड तकरर न जीत हीटा न त मा क छड सकत ही और न ही पतन क छड सकत हीपतन क पस द

रसत हीत ही एक अपन मात बिपत क और दसर कनgtन कलाबिकन मात क पस एक ही रसत हीत ही वही हीत ही अपन पतरी कह य

त अपन मात बिपत स परतणीन दिदलावत ही अथाव कनgtन क सहीर लाकर मात बिपत क जीय भाजीन और सहीयत दन क जीला क1

हीव दिदलावन क कमा करत हीटा क समान द ही रसत हीत ही य त वही ह क लाकर अलाग रहीन 0र कर द य ह क तलाक दकर

बिफ़र स मात बिपत क कहीन माamp चलान लागउस दसर सधान ही सही लागत हीलाबिकन इन स क पछ जी था वही मात क लाभा ही थाअगर

मात न बिपत क सथा मिमालाकर पहीला स ही पतरी क1 शि0 क द उस जीबिवक क सधान दकर अलाग कर दिदय हीतऔर ह क पहीला स ही

अलाग करन क मानस न शिलाय हीत त जीला जीन क1 य परतकषिणीत हीन क1 समासय ही नही आतयही स माही क करणी ही मान जी

सकत हीजी पलान पषणी मा कई माही नही थाअगर उस समाय माही हीत त डकटार क पस चच क मार हीन क द नही ला जीय

गय हीतशि0 क सथानA माamp एडमिमासन नही करवय गय हीतसद गमाt क समाय माamp उस कपड और रहीन क सथान क दसत भा नही

करवय गय हीतलाबिकन जीस ही वही कमान लायक हआ और मात क अनदर माही न जीनमा ला शिलाय

दन माamp माही और अहीमा क तयग

दन करन क शिलाय माही क तयग जीरर हीमाही क करन स भाजीन क दन नही बिकय जी सकत हीभाजीन ही खgt सर रख ही लाबिकन दन

करन क जी तभा नही करग जी यही माही पद ही जीयग बिक कला भा इस भाजीन क इसतमाला करन हीलाबिकन जी वही रख हआ भाजीन

बिकस जीव जीनत य माZसमा क1 खर स कर ही गय त मान माamp उस खर भाजीन क फ़amp कत समाय सतप हआयही सतप त नही हीत

जी उस भाजीन क बिकस मागन वला वयशिG क आरमा स खिखला दिदय हीत और वही भाजीन स तपत हआ वयशिG क छ और भा दकर जीत

जी सतप स कई गन ढा कर हीत और आग क अचछ र समाय माamp कमा भा आत दन क रप अलाग अलाग समाय माamp अलाग अलाग रप

धारणी कर लात ही दन क शिलाय मागन वला क छटा और दन वला क कभा ड नही समाझन चबिहीय यही कथा वमान अवतर स शि0

दत ही पबित क पतन क शिलाय दिदय जीन वला वचन जी दन क ही रप ला लात हीकभा भाgtलान नही चबिहीयसमाय क दलान पर दिदय

हआ वचन बिकतन ड रप ला सकत ही इसक उदहीरणी रमाचरिरत मानस माamp दसरथा और क क ई क1 कथा स समाझ जी सकत ही वमान

अवतर माamp भागवन न ववन अगला क रप माamp पgtर पथव आक0 पतला सभा तन पग माamp नप शिलाय था और रजी शिला क ऊपर आधा पग क

कजी) ही छड दिदय था उस परकर स रजी दसरथा क दवार क क ई क दिदय गय द वचन शररमाचनदर जी क शिलाय चZदही वष) क वनवस क

करणी न थाऔर पतरी बिवयग माamp रजी दसरथा क1 मातय क करणी न था इनक अनदर भा माही क रप क वला अहीमा क रप माamp थाअगर

रजी शिला क यही अहीमा नही हीत बिक यही ववन अगला क पबिडत कय ड माग लागत कजी)ई नही नतऔर रजी दसरथा क वही अहीमा

बिक जी चहीampग तभा द वचनA क1 पgtरतित4 कर दampगइसमा कय ड ही त इतन ड हीबिन नही भागतन पडत

दन क तन परकर 0ररधान और बिवदया

अकसर वयशिG तन तरही क दन क शिलाय हीमा0 रधवय हीत ही0रर दनधान धान और बिवदया दन 0रर क दन परष और सतरी दन

मिमालाकर सतन पद करन क दवार दत हीऔर वही 0रर ससर बिहीत क शिलाय हीत ही य अबिहीत क शिलाय यही उनक पgtव) कमा| और ससर क1

आवशयकत क अनसर हीत ही धान क दन परष और सतरी पहीला अपन परिरवर क पषणी और ससर बिहीत क कमा क शिलाय दन करत ही

वही भा परष और सतरी क अपन अपन भावA क अनसर मान जीत ही बिवदया क दन क शिलाय कभा ड य छटा क भाद नही मान जीत

हीजीस बिकस कमा क करन क शिलाय जी वही कमा समाझ माamp नही आत ही त एक छटा चच अपन दधिदध स उस कमा क करन क शिलाय

अपन मात दत ही वही बिकस ड स ड माहीरथा और जञोन आदमा क दिदमाग स पर त मान जी सकत ही दधिजीस परकर स लाक धराव न

अपन मात क परशन क उKर क अनसर जीगत बिपत क ही अपन बिपत मान था और वन माamp जीकर तपसय करन क शिलाय पच सला क1 उमरो

क चन था और कमा स कमा उमरो माamp उनहीन जीगत बिपत क द0)न परपत कर शिलाय थाभाG परहीलाद न अपन बिपत क जञोन क तचछ समाझ था

और शर हीरिर क चरणीA माamp अपन मान लागकर ड स ड आफ़तA स अपन क च शिलाय था

0रर दन क करकतव

0रर दन क शिलाय सतरी और परष क समाजी क अनसर एक शरखला नकर चलान पडत ही उस शरखला क अनदर ही 0दn बिववही रबित

वयवहीर और समादधिजीक बिनयमाA क मान जीत ही अगर इन तA क नही मान जीत ही त मानय और प0 क अनदर भाद ही कय रही जीत

ही रबित नबित क अनसर दिदय गय 0रर दन दिदय गय दन क ड रप हीत ही और समाय समाय पर अपन नमा और कय) क इबितहीस माamp

शिलाख जीत ही कई भा परष बिकस भा सतरी क1 तरफ़ आकरतिष4त तभा हीत ही जी उसक अनदर कमा वसन क सचर हीत ही लाबिकन वही

अगर समादधिजीक बिनयमाA क अनसर अपन कमावसन क 0त करन क शिलाय उपयG सतरी क नही परपत करत ही त वही दिदय गय 0रर

दन य त कgt ड क ढार मा जीत ही अथाव वही अगर बिकस परकर स च भा गय त समाजी और ससर क शिलाय कभा भा अबिहीत क करणी

न जीत ही 0रर दन क शिलाय समादधिजीक बिनयमाA क शिलाय कथा कही जीत ही बिक 0क सवत क बिवEमा समवत क द क मान जीत

हीबिवEमा समवत क द जयबितष 0सतरी माamp परवणी एक जयबितष क यही पत लाग बिक अमाक समाय माamp सतरी क सथा माथान करन क द अगर

सतन क1 परनतिपत हीत ही त वही ससर माamp अपन नमा लाकर हीमा0 क शिलाय चलात रहीग लाबिकन जी उस जयबितष न दख बिक समाय उस

रत क ही और उसक1 पतन बिकस नदn क पर रहीत हीवही जीलदn जीलदn नदn पर करन क शिलाय क वटा क पस गयक वटा न दख कई हत

ही जीरर त ही और उस त क जीनन क शिलाय जी क वटा न अपन दधिजीजञोस क जीबिहीर बिकय त जयबितष जी न अपन त क उसस

त दिदय क वटा चलाक था उसन सच बिक जी इतन माहीतव पgtणी) ही और वही अपन नव क चलाकर और नव स बिकय जीन वला कय) स

ससर माamp नमा नही चला सकत ही त उस अपन सतन क इस कमा क शिलाय परयग माamp लान चबिहीय उस क वटा क जीवन और खgt0gtरत

कनय था उसन जयबितष जी क समान परसतव रख दिदय बिक रत क अनधर ही गय ही और वही रत माamp नव क नदn माamp नही ला जीयगअगर

यही माहत) जयबितष जी क परयग माamp लान ही त उसक1 कनय स गधाव) बिववही करन क द उस माहत) क परयग माamp ला सकत हीजयबितष जी

तयर ही गय और उस रत क जयबितष जी न उस क वटा क1 कनय स गधाव) बिववही करन क द गभा)धान क पgtणी) बिकय उस कनय स जी

पतरी परपत हआ वही 0क नमा स जीन जीत ही यही कथा रमायणी माamp माकररधववजी क र माamp कही जीत हीजी हीनमानजी लाक क जीलाकर

पसन स तर तर समादर माamp कgt द त उनक पसन क एक माछला बिनगला गयउस बराहमचर पसन क अनदर वय) क कणी थाउनही कणीA स

माछला क जी सतन हय वही माकररधववजी क रप माamp हय और उस पतला क रजी अबिहीरवणी क दवारपला क1 सव क अवसर मिमाला रमा

लामाणी क जी अबिहीरवणी शिला दन क शिलाय पतला लाक ला गय त हीनमानजी क पहीला दवारपला क रप माamp तनत माकररधववजी स ही

माकला करन पडद माamp पत लाग बिक वही उनही क1 सतन था 0रर दन क शिलाय समाजी क बिनयमा हत ही माहीतव रखत ही जीस एक

करगर बिकस कला क जीनत ही और आग आन वला चच उस करगर क1 कला क अपन परिरवर और घार क अनदर ही चपन स दखत

रहीत ही त व उस करगर क1 कला स वबिकफ़ हीत जीत ही उन चचA क कही अनय सथान पर जीकर शि0 नही लान पडत और व उस

कला क और अमिधाक बिवकस करन क द आग स आग परयग माamp लात जीत ही त उस कला क बिवकस अपन आप हीत चला जीत ही

उस परकर स समाजी और वणी) वयवसथा क अनसर जी 0दn बिववही बिकय जीत ही त हीन वला चच उस समाजी क अनदर अपन क

अपन आप ढालात चला जीत हीऔर जी कय) य वयवसय अथाव ससकर उनही मिमालात ही उनही क अनसर व अपन क न लात ही लाबिकन

0रर माही और रप आदिद क लाभा माamp जी समाजी स अलाग बिकस परकर स 0दn समनध बिकय जीत हीत कमाकत क अनत हीन क द

जी रप और 0रर माही क भरामा टाgtटात ही त अलाग समाजी माamp बिकय जीन वला रिरसत टाgtटात ही और अगर उन रिरसतA क अनदर कई सतन ही

गय ही त वही अपन बिपत और मात क अनसर ही अपन क नन 0र करग इस परकर स वही पद हीन वला सतन न त इधार क1 रही

और न ही उधार क1इस परकर क1 सतन क भाटाकव क रसत मिमालात ही और वही दर दर क1 Yकरamp खन क शिलाय माजीgtर ही जीत ही

अथाव उस समादधिजीक बिनयमाA स नफ़रत हीन क करणी वही समाजी स अपन परन बिहीस क चकन क शिलाय आतकवदn जीस नबितयA माamp

जीकर मानय और समाजी क दद) नही समाझन क करणी हीतय जीस जीघानय अपरधा करन 0र कर दत ही अकसर यही त उन परिरवरA माamp

भा मिमालात ही जीही तमिसतरीय आधाबिनकत क चककर माamp अपन क कषिणीक सख क शिलाय अनय माद क1 कमाकत क शि0कर ही जीत ही और

उनस पद हीन वला चच समाजी और परिरवर क तक माamp रखकर घार और परिरवर क ही लागA क शिलाय आफ़त क करणी न जीत

हीअकसर इस परकर क चच खgtन क समनध नही हीन क करणी अपन परिरवर क सदसयA क परबित दय य परमा भाव नही रख पत ही और

उस परकर स सचन चलाgt कर दत ही जीस बिक उनक कमाक बिपत क सचन हीत था

सस ड दन दय ही

मानय क अनदर दय क दन सस ड दन मान जीत हीकही भा गय ही बिक दय धामा) क माgtला ही पप माgtला अकषिभामान दधिजीसक अनदर दय

हीत ही वही रसत चलात क भा सहीर दन जीनत ही और जी सहीर दिदय जीत ही वही भा एक तरही क माहीदन ही हीत ही वही दय चही

मानय क परबित ही य जीनवर अथाव जीव जीनत क शिलाय वही दय ही सस ड दन मान जीत ही भागवन स भा परथा)न क1 जीत ही बिक

दय कर दन भाशिG क हीमा परमातमा दनदय क शिलाय बिकस क खजीन नही पडत बिक हीमा दय बिकसक सथा करन ही रसत माamp य घार

क अनदर दय क दन करन क शिलाय हीजीरA दय क परपत करन वला लाग मिमाला जीयampगऊपर त कर आय ह बिक दय मात चच क सथा

भा करत ही 0रन सभा जीवA क मारन क शिलाय मान जीत ही और अपन चच क वही नही मारत बिलला अपन चच क सथान दलान

क समाय ड ही मालायमा तरक स दतA क च अपन चच क दत ही और सथान दला दत ही माद बिचछgt अपन चचA क अपन 0रर

ही दन कर दत ही मानय अपन चच क पलान पषन स लाकर ड हीन तक उस पर दय क भाव ही रखत ही चच क ऊपर स बिगरन

स लाकर लाखA करणी नत रहीत ही जी चच अपन बिववक क खयला नही रख पत ही और जीखिखमा माamp रहीत ही त परिरवर क सदसय उस

चन क शिलाय हीर समाय खयला रखत ही जी वही चच समाजी क समान आत ही त समाजी वला लाग उस र आदतA स चन क शिलाय

बिनगही रखत हीलाबिकन कभा कभा जीनgtझ कर वही चच गलत करत ही त उस सजी दिदलान क नमा पर पशिलास य घार वलाA क1 भा

सहीयत ला जीत ही दय क रप यतरी करत वG बिकस सथान पर बिनवस करत वG य परिरवर माamp रहीन क उपरनत मिमालात ही समाजी माamp

दय क नमा पर समाजी क वयशिG क नZकर आदिद क मामाला माamp दय करन पर लाग रजीनबित भा करन लागत ही जीस आजीकर जीटाA क

आरणी क मामाला माamp दय क भाव समाझ माamp आ रही ही रजीनबित क अनदर दय क भाव दिदखव क रप माamp भा मिमालात ही जीस वर

माषदभिसजीद क हीटाकर रमा मादधिनदर य रमा मादधिनदर क हीटाकर वर माषदभिसजीद क मामाला माamp अलाग अलाग समादयA क नतओ क1 दय दिदखन क

मातला सफ़ समान ही बिक एक कहीत ही नन नही दampग और दसर कहीत ही नकर रहीampग दय दिदखव और सवथा) क शिलाय भा क1 जीत

हीजीस बिकस वयशिG क पबिहीनन क शिलाय कपड दिदय जीत ही और द माamp जी भा कई समादधिजीक त हीत ही य समादधिजीक वयशिG समान

हीत ही त कही दिदय जीत ही बिक यही कपड त हीमान इस पबिहीनन क शिलाय दिदय ही इस परकर क1 दय दिदखव हीत हीऔर उस दय क

कई माgtलय भा नही हीत ही अगर बिकस क खन खिखला दिदय ही त समान वला क माहीसgtस भा नही ही बिक खिखलान वला खद क आदमा था

य कई परयअगर उसन माहीसgtर कर शिलाय बिक खिखलान क द उस दय क टिढा4ढार पटा जीयग त उसक1 अनतरतमा उस खन क दला

माamp दिदय जीन वला आ0व)द क1 जीगही शरप और दन चलाgt कर दगदरवजी पर मागन वला क सथा अमिधाक दय करन क मातला ही बिक

अपन क लाटा Yनअमिधाकतर लागA न भाख मागन क धानध न शिलाय ही जी उनही कई माटा आसमा दिदखई दत ही त तरही तरही क

करणी नकर दय क पतरी न जीत ही और मान चही लान क द उस 0र क और अनय तरफ़ क पप कमा) माamp खच) करत ही इस

परकर स दिदय जीन वला दन दय क दन त दन वला क शिलाय मान जीत ही लाबिकन दधिजीसन दय क भाव क परपत बिकय था उसक अनदर

चलाक1 क भाव आन स दय और चलाक1 दन मिमालाकर दन दन वला और लान वला क शिलाय अबिहीत क करणी ही न गय जी दन

दिदय गय था उसक द उस दन क परयग कई अपन घार खचu क शिलाय करत ही त Ykक हीलाबिकन क Ykक ही जी वही खद कमान स

असमाथा) हीउस बिकस परकर क1 बिवदया नही आत ही वही 0रर स अपबिहीजी हीवही बिकस भा तरी माamp बिवकस नही कर सकत ही त दय करन

कर क1 त नही ही लाबिकन दय करन क उपरनत अगर कई वयशिG समाथा) हीत हय भा कमान क1 इचछ नही करत ही दिदमाग अथाव

0ररिरक शरमा स चन चहीत ही और उस दय क नमा स कमान क द बिफ़जीgtला खच) करन क1 आदत ही गय ही त वही दय नही मिमालान क

द अनय चलाबिकयA स कमान क1 सचग अकसर दय क नमा स मिमालान वला धान क लाग ड र तरही स खच) करत ही यही सतय बिनयमा

ही बिक कमान और खच) करन माamp जीमान आसमान क अनतर हीत ही कमान त हीर कई जीनत ही लाबिकन खच) करन हीर बिकस क पत नही

हीत ही कमान क अनसर अगर खच) बिकय जीय बिकस परकर क अहीमा माamp आकर अगर खच) बिकय जीत ही त कमान और माहीनत करन

भा कर ही मान जीत ही हीर मानय क बिनयमा हीत ही बिक वही अगर ईTर क1 क प स ससर माamp अवतरिरत हआ ही त वही मानव कलयणी

क1 भावन क अपन मान रखकर दय कर तथा) सथानA माamp बिकय जीन वला तभा समाथा) ही जी उस सथान माamp रहीन वला लाग जी क वला दसरA

क1 दय पर ही बिनभा)र ही उनक शिलाय दन क रप समाझ कर दन बिकय जीय अकसर कर क दन कर मा ही चला जीत ही इस त क

और अचछn तरक स समाझन क शिलाय भारत क परशिसदध धामा रमाTरमा धामा क1 ही त ला लादधिजीयवही धामा क वला आन वला तथा) यबितरीयA

क1 क प पर ही बिनभा)र हीअगर कई तथा) यतरी नही आय त वही क लाग भाgtखA मारन क1 कगर पर आजीयampलाखA लागA क वयवसय आन

वला तथा) यबितरीयA क रहीन खन तथा वही क1 परशिसदध वसतओ क चन हीलाबिकन दधिजीसक अनदर दधिदध क बिवकस ही वही वही पर नही

रहीत ही और अपन अनसर अपन औकत तथा बिवदया क ढात चला जीत हीडकटार कलामा सही भा वही क पद हीन वला माहीपरषA

माamp एक मान जीत हीउनहीन अपन बिवदया क परयग करन सख शिलाय और भारत जीस रषटर क सव|चच पद पर आसन भा ही गय जी बिक

उनक परिरवर वला आजी भा समादर स बिनकलान वला सप 0ख और अनय समान क वयपर करन क द अपन जीबिवक चला रही ही उनक

घार क पस माamp आजी भा झपड नमा न हय माकन उनक परिरवर क1 षदभिसथात क त रही ही इस परकर स दय क रप अपन बिवकस क

शिलाय अगर बिकय जीत ही और अपन अनसर ही बिकस गर क पलान क दिदमाग परयग माamp लाय जीत ही त वही दय सचच दय हीइस

दय क अनदर एक करणी और नत हीबिकस क शि0 क दन करनयही भा एक हत ड दन ही और दय क अनदर ही इसक1 औकत

ही ससर माamp दय क करणी चलान वला एन जी ओ आदिद क रप भा समाझ जी सकत ही जी ससथायamp अपन कमा करन क द लागA क

आग ढान क शिलाय अपन तन मान और धान स आग चलात ही व अपन नमा करत चला जीत ही लाबिकन लाभा माamp आन क द और उन

ससथाओ क1 दZलात अगर धान कमान क भाव मान क अनदर आय त वही दय क भाव स अलाग ही जीत ही उस भाव स अलाग जी परभाव

हीत ही वही अमिधाक धान कमान क1 लालास और उलटा सधा करणी नकर और सखययA क जीड ही रही जीत ही जी भा कमा लाभा क

करणी बिकय जीत ही व सभा कगजीA माamp त बिकय जीत ही लाबिकन धारतला पर क छ भा नही हआ हीत हीक छ ससथायamp इस भाव क और भा

अलाग अलाग तरक स धान कमान क शिलाय परयग मा लात हीजीस बिक एक धानवन क अपन सफ़ द धान क कला धान मा परिरवरतित4त करन ही

त वही पहीला इस परकर क1 ससथाओ क दन माamp माटाn रकमा ददग और द माamp उस ससथा स शिलाय जीन वला दन वपस लालागइस परकर

स जी टाकस आदिद माamp चत हीत ही वही ससथा क शिलाय न रहीत हीइस तरही स सरकर और जीनत क सथा धाख ही मान जी सकत ही

और इस परकर क1 ससथायamp जीही भा चलात ही उनक उददोशय मातरी दय क नमा पर गरख धानध करन ही मान जी सकत हीउनहीन अपन

पलानर नZकर पर रख हीत ही और उन पलानर और धान क लाख जीख तयर करन वला चटाuड एकउनटाampटा क1 दZलात व अपन कमा करत

रहीत ही इस परकर क1 दय स भा चन चबिहीयऔर जी भा कमा करन ही अगर हत ड रप माamp करन ही त अपन दवार ही बिकय जीय

और छटा रप माamp करन ही त भा अपन दवार ही बिकय जीय वही दय क दन सस उKमा मान जी सकत हीअगर शि0णी ससथाओ क

बिवकस करन ही त अपन नमा क कभा उपयग नही करन चबिहीयजीस बिक अकसर लाग अपन दद बिपत मात आदिद क नमा स ससथा

क खड कर दत ही और उस चलाकर नमा कमान क1 कशि00 करत ही यही ससर बिवशिचतरी ही यही एक परक बित क लाग नही हीकभा कई

सहीर लान क नमा पर आकर बिगडबिगडयग और सहीर मिमालान क द वही खद क 0र क1 भाबित नकर शिलाय गय दन क रद करन क

अलाव उस ससथा क भा गला दग दधिजीस भाव माamp बिकस क सवथा) आकर टाकर जीय उस भाव माamp बिकय जीन वला दन य दय कर ही

मान जी सकत ही जीस बिकस न अपन गनतवय क शिलाय रसत पgtछऔर तन क दला मा अगर कई धान क दत ही त वही दय य दन

क रप नही हीत ही दन क रप माamp बिकस क गनतबय क तय जीन वला रसत भा दन क ही रप ही जीत ही अकसर रजीन बिकस

क बिकस न बिकस परकर क1 समासय मिमाला जीत ही और वही समासय स सलाझन क रसत बिकस स पgtछत हीऔर तन वला उस सही

रसत त दत ही त वही समासय स छ टाकर परपत कर लात हीयही भा तय गय उपय और तय जीन वला वयशिG क शिलाय दन क ही

रप मान जीत ही आजी क यग मा अगर इस त क सधा सनत क शिलाय दख जीत ही त जी सनत दकषिणी क लाकर और अपन शि0य

नकर अगर जञोन क दन दत ही त वही दय क1 शरणी माamp नही आत ही वही एक माही और अपन क उचच दिदखन क अहीमा माamp 0मिमाला ही

जीत ही दिदय गय रसत और दिदय गय जञोन अगर दिदय जीन वला वयशिG क1 जीनपबिहीचन क1 समा माamp आजीत ही त भा दय और दन

क1 शरणी माamp नही आ सकत ही जीस एक पतरी अपन बिपत स क छ जीनन चहीत ही त बिपत क दवार तय गय उKर दय य दन क1 शरणी

माamp नही आयगयही अपनतव क1 भावन माamp आकर और माही क दवार जञोन क दिदय मान जीयग लाबिकन वही चच अगर रसत चलात बिकस

वयशिG स पgtछत ही और वही वयशिG उच चच क नही जीनत ही त वही दिदय गय जञोन और दय क भाव दन क1 शरणी माamp 0मिमाला ही

जीयग बिकस सडक पर जीन क शिलाय अगर द रसतA क च माamp एक सइन ड) क लाग दिदय गय ही और उस पर सही रसत पर जीन क

कथान शिलाख ही त वही ड) दधिजीसन लागवय ही उसक शिलाय दन क सधान मान जीयगलाबिकन अगर उस ड) क इस परकर क लागवय

गय ही बिक उसक अनदर पस डलाकर रसत क जञोन शिलाय जीय त वही कमान क सधान मान जीयग अकसर कई ससथायamp अपन अपन

अनसर लागA क1 शिचबिकतस क शिलाय अपन अपन अनसर क मप लागत ही वही पर सधारणी जीनत क शिलाय चविक4ग और दवइयA क बिवतरणी

बिन0लक बिकय जीत हीलाबिकन अगर उस ससथान अपन नमा क परचर जीर 0र स बिकय ही और अपन नमा क सथा डकटारA क नमा और

बिवतरिरत क1 जीन वला दवइयA क लाख जीख सक सनय ही त वही बिकय जीन वला सव क भाव नमा और अपन अहीमा परकटा करन

क तरक मान जीयगइस परबितसपधा) क रप भा दिदय जी सकत ही बिक अमाक ससथा न इतन धान इस शिचबिकतस क शिलाय खच) बिकय था

जी उस ससथा न इतन धान खच) बिकय ही यही त अकसर बिकय जीन वला भाडर क शिलाय भा मान जी सकत हीबिक अमाक आदमा न

अमाक सथान माamp इतन लागA क भाजीन करवययही त उस आदमा क शिलाय दन माamp नही सतिलक अहीमा क1 शरampणी मा 0मिमाला ही जीयगलाबिकन

वही आदमा अगर अपन क दिदखव स दर रखन क द भाजीन करवत ही त वही दन और दय क1 शरणी मा बिगन जीयग

दय धामा) क माgtला ही पला माgtला अकषिभामान

जीव जीनत और जीनवरA क अलाव मानय क शिलाय जी उKमा दन क1 और दय क करणी ही व द परकर क मान जीत हीएक सव|Kमा और

दसर अधामा अगर ससर माamp भाजीन और पन नही ही त ससर क दिटाक पन असमभव ही भाजीन और पन क मिमालान स कई भा जीव

जीनत और मानय बिवकटा स बिवकटा परिरषदभिसथाबित माamp दधिजीनद रही सकत ही इन दन क नही मिमालान स बिकतन ही धान दZलात और माय ही कई

नही दिटाक सकत ही दय क शिलाय सतरी और जीवA क सथा गय दय क1 हीमा0 पतरी ही इन करकA क रधवयन माamp रखकर बिकय जीन वला दन

और दय ड ही कमा क1 हीत ही भाजीन और पन क सधानA क दन बिकस भा ससथा क दवार बिकय जीत ही त वही दन सव)शरषठा शरणी

क मान जीत ही सतरी और गय क ऊपर क1 जीन वला दय हीमा0 पणय क दन वला हीत ही सतरी और गय क ही कयA दय क शिलाय

मान जीत ही त बिवदवाजीनA क समाझन चबिहीय बिक सतरी बिकतन ही बिनरक 0 ही उसक अनदर हीमा0 मामात क1 भावन रहीगसमाजी बिकतन

ही उसक सथा अनचर कर वही अपन भावकत क ला पर दधिजीनद रहीन क1 मात रखत हीजी भा कमा आत ही त क वला सनतन पलान

पषणी और अपन सवजीनA क1 र क शिलाय मान जीत ही एक डयन भा अपन चच क सभाला कर रखत ही इस कहीवत क अथा) तभा

मान जी सकत ही जी डयन क सथा भा मामातव क वयवहीर नकर रख जीय गय क दय क1 शरणी माamp परन समाय स क वला इसशिलाय ही

मान जी सकत ही बिक उस क छ भा खन क द लाबिकन वही दग दधा हीवही कभा अपन चच क पस बिकस अनहीन क त तक नही आन

दग जी तक उसक1 जीन रहीगदधिजीस जीव क अनदर इतन अपन चच क परबित दय ही और वही अपन दय क करणी अपन 0रर क भा

समापत करन क1 इचछ क रखउसक सथा Egt रत करन पgtर तरही स अमानषत क1 शरणी माamp आजीत ही सतरी क भागय समाझ कर और

उसक सथा भागA क सख लाकर माथान और पच माकर क परयग करन क द बिकतन ही उस परतकषिणीत बिकय जीयग वही हीमा0 अपन पबित

और परिरवर क शिलाय समारतिप4त रहीग समादधिजीक नधन हीA य 0रर क नधन वही अपन भावनतमाक आव0 माamp सभा क समापत कर सकत

ही लाबिकन इस कलायग क इन दन क सथा ही सस ड अनचर ही रही ही हीत मा आय भाgtकमप स ससर क अनदजी लाग लान चबिहीय

बिक इस द0 क माख वयपरिरक समनध अमारिरक स ही और यही पर ससर क सस अमिधाक एड क मारजी हीयही क बिनवशिसयA क माखय

खन गय क मास हीऔर यही रिरसत नमा क1 चजी समाझ माamp नही आत हीयही तक बिक भाई बिहीन क रिरसत भा अजी ही हीत हीमाथान

0र और मारकटा क करणी यही द0 गर द0A क1 शरणी माamp आत हीअकसमात भाgtकमप आय और एक लाख स अमिधाक वयशिGयA न एक

णी माamp ही अपन जीन गव दnयही तक बिक रषटरपबित क माहीला भा पत नही लाग बिक वही कही गय गय और सतरी क सस अमिधाक

परतणीन इस द0 माamp मिमालात ही यही तक बिक इस द0 माamp भाgtकमप आन क द लागA क1 जीन क1 र त करन दर यही पर सहीयत क शिलाय

जीन वला लागA क भा लाgtटा जीन लागजीस ही भाgtकमप आय दन क1 रशि0 इकटठो करन क शिलाय करडA ससथायamp एक दमा अपन अपन

अनसर समान आन लागयही क वला बिकय जीन वला पपA क करणी ही

गरहीA क 120 गणी

लागन अगर-

माष ही त आदमा क चच ही

वष ही त धान क1 मा0न ही

मिमाथान ही त टालाफ़न ही

कक) ही त भावन क1 पबिडय ही

सिस4ही ही त अहीमा भार हआ ही

कनय ही त कजी) दशमान मार स मिघार ही

तला ही त हीर त माamp फ़यद सचन वला ही

वकषिeक ही त भाgtत क सरदर ही

धान ही त प दद क1 त करन वला ही

माकर ही त चZस घाटा कमा ही कमा ही

क मभ ही त जीलदn रिरसत न सकत ही

मान ही त हीमा0 माZन रहीन वला ही

लागन स सgtय) अगर-

पहीला भाव मा ही त अहीमा भार ही

दसर भाव मा ही त चमाक क आग क छ दिदखई ही नही दत

तसर भाव मा ही त नतगर पहीला ही

चZथा भाव मा ही त रजीनबित वला सच ही

पचमा भाव मा ही त परिरवर मा ही रजीनबित करन वला ही

छY भाव मा ही त प क नZकर समाझत ही

सतव भाव मा ही जीवन सथा क गलामा ही

आYव भाव मा ही त चर दिदला क मारजी ही

नव भाव मा ही त धामा) स भा कमान वला ही

दसव भाव मा ही त सभा कमा नतगर स बिकय जीत ही

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 2: केतु

क त क रग

चमा)रग मानशिसक रग आत क रग अबितसर दघा)टान दन 0लय बिEय करवन क डला क छY भाव आYवamp भाव और रहीव भाव क गरहीA क

अनसर अपन शि0फ़त न लान इसक कमा हीअमिधाकतर मामालाA माamp भाgtत परत और हीव वला मारिरय क त क दवार मान जीत ही अगर

बिकस रग माamp दवइयA आदिद स भा रग Ykक नही ही त समाझन चबिहीय बिक क त बिकस न बिकस परकर स द0 अनतद)0 स य गचर स

पर0न कर रही हीइसशिलाय क त क जीप दन पणय आदिद करन चबिहीय अपन वयथा दसरA क समान कहीन स क त और अमिधाक कषटकर ही

जीत ही

क त क रतन और उपरतन

क त क रतन वदय) माकषिणी यन लाहीसबिनय दधिजीस अगरजी माamp क टाmस आई कहीत हीगदनत य सग सव पच रK वजीन क रर मागलावर य

अमावसय क अकषिTन नतरी धारणी करन चबिहीयइसस मा0त माamp चलास परबित0त तक आरमा मिमाला जीत ही

क त क1 जीड gtटाn

असगधा क1 जीड मागलावर क अकषिTन नतरी माamp कला रग क धाग माamp परष और सतरी दन ही दबिहीन हीथा क1 भाजी माamp धारणी करक त चgtबिक

छय गरही ही और इसक1 शि0फ़त क अनसर कई सिला4ग नही ही क छ समा तक इस गरही क परभाव असगधा क धारणी करन क द कमा हीन

0र ही जीयग

क त क शिलाय दन

अकषिTन माघा और माgtला नतरीA माamp कसतgtर बितला छग कला कपड रधववजी सपतधान उडद कमला सवणी) आदिद बराहमणी क शरदध पgtव)क दन करन

चबिहीय

क त क वयपर

त क वयपर क त क अनदर आत ही टालाफ़न करिरयर Yक दर खत समनध कमा दवइयA क वयपर नटावरकिक4ग क कमा माइला

टावर स जीड कमा क त क वयपर माamp आत हीसgtय) और गर क सथा हीन पर लाकड क लाटठोA क कमा0बिन क सथा हीन समाampटा क खमभA क

कमा भा फ़यद दन वला हीत हीलाही क खमभ नन सरिरय रड पइप आदिद क कमा भा क त क अनतग)त आत ही

क त क1 नZकर

अलाग अलाग गरही क अनसर क त अपन नZकर करवन क शिलाय मान जीत हीरशि0यA और गरहीA क परभाव क करणी क त अपन आसतिसततव

नत हीजीस गर क सथा क त हीन पर वही मादधिनदर क पजीर न दत ही लाबिकन गर क सgtय) क सथा हीन पर नत न दत हीऔर मागला

क असर हीन पर वही रजय क अफ़सर क1 क सt पर Y दत ही0बिन क सथा हीन पर चपरस न दत ही0बिन 0E क सथा हीन पर

क ला और रिरकस चलान वला न दत हीमिमाथान रशि0 क क त य त डबिकय न दत ही य करिरयर क1 डक टान वला हीरकर न

दत हीरह क मागला क ला मिमालान पर वही क त क इनफ़माu0न तकनक क उसतद न दत ही आदिद त क त क र माamp जीन जीत ही

क त क मातरी

क त क1 0बित क शिलाय और क त क र परभावA स चन क शिलाय 0सतरीA माamp क त क1 पgtजी क बिववरणी दिदय गय ही बिनतय एक सZ आY पY

करन स क त क फ़लाA माamp चमातकरिरक फ़ला मिमालात दख गय ही अगर जीतक खद न कर सक त अपन नमा बिपत क नमा गतरी आदिद स

सकलप करन क द बिकस यगय बिवदवान वयशिG स यही पY करव सकत ही

दविवदविनोयग

क त क णवमिननबित मातरीसय माधाचछनद ऋबिष गयतरी छद क तदuवत क तपरतयथाu जीप बिवबिनयग

अथ हगनयस

क त शि0रशिस क णवन लालाटा अक तव माख प0 हरदय माय) नभाZ अप0स कटयामा स ऊरववोव| उषदधि जीनव अजीयथा पदय

अथ करनयस

क त क णवन अगषठाबय नमा अक तव तजी)नभयमा नमा प0माय) मारधवयमाभयमा नमा अप0स अनमिमाकभयमा नमा समाषदधि

कबिनषठाकभयमा नमा अजीयथा करतलापषठाभयमा नमा

अथ हरयदिनयस

क तणक वन हरदयय नमा अक तव शि0रस सवही प0माय) शि0खय वषटा अप0स कवचय ह समाषदधि नतरीतरीय वZषटा अजीयथा असतरीय

फ़टा

अथ धयनोम

धाgtमरो बिदवाभाहव)रद गदधार गधरासनसथा बिवक तननe बिकरटायgtरबिवभाgtबिषत य सदऽसत मा क तगणी पर0नत

क तगयतरी(

अतरीवय बिवदमही कपतवहीनय धामाबिही तनन क त परचदयत

क त क बा(ज मतरी

ऊ सतरी सतरी सतरी स भाgtभाव) सव ऊ क तग क णवननक तव प0 मारययाय)ऽअप0स समाषदभिरजीयथा ऊ सव भाव भाgt ऊ स सतरी सतरी सतरी ऊ

क तव नमा

क त क लि+य जप मतरी

ऊ सतरी सतरी सतरी स क तव नमा 17000 परबितदिदन

क त पचविव40बित नमा सततरीमा

क त कला कलामियत धाgtमरो क त बिववणी)क लाक क त माहीक त सव) क त भायपरद

रZदर रदरबिपरय रदर Egt र कमा) सगनध धाक पला0 धाgtमा सक0 शिचतरी यजञोपवत धाक

तरगणी बिवमाद च जीमिमानय माहीमिधाप पचबिव0बित नमाबिन क त य सतत पYत

तसय नशयबित धा च सव) क त परसदत दन धानय प0gtन च भावत वदधिदध न स0य

क त मागला सततरी

क त जीमिमाबिन गतरीजी क 0 समिमाद वयवय कणी षदभिसथात शिचतरीग रधववजी लाछन बिहीमा गही य दकषिणी 0 माख

बराहम चव सशिचतरी शिचतरी सबिहीत परतयमिधा दव सद षटा वितरी4सथा 0भा क चच )र पबित सद मागलामा

क त कयA पर0न करत ही

क त क र र कषट दन और परणी क आग ढान स रकन आदिद क त क करणी ही मान जीत हीजीव क सथा दघा)टान क दन वला

करक क त ही0लय बिEय और भाgtत परत क1 धा दन भा क त क हीथा माamp ही हीत हीलाबिकन परशन यन पद हीत ही बिक क त पर0न कयA

करत ही एक कहीवत ही बिक णी पणयमातय)लाक बिव0नतिनत क अनसर जीव क पणय जी णी ही जीत ही त उस वपस मातय लाक माamp

आकर उन पणय क बिफ़र स इकटठो करन पडत हीऔर जीस ही पणय एकबितरीत ही जीत हीपरणी बिफ़र स मातय लाक स पलायन कर जीत ही

लाबिकन बिकय जीन वला कमा क अनदर भाद और दष हीन क करणी परणी क उनक अनसर सजी भागतन पडत ही क त क कमा मा क

दन हीवही गचर स दधिजीस भाव स गजीरत ही उस भाव क1 करक वसतओ और परकषिणीयA स मा दत चला जीत हीअगर कमा) अचछ ही त

अचछ मा मिमालात ही और कमा) खर ही त खर मा मिमालात ही जीवन माamp परणी अगर सदमाग) पर चलात ही दसर क बिहीत क1 त क

रधवयन माamp रखकर कई भा कमा करत ही त उस कई तकलाफ़ अनत माamp नही हीत हीऔर परणी अपन सवथा) पgtरतित4 क शिलाय लागA क कषट दत

ही और यही रधवयन नही रखत ही बिक उसक दवार बिकय जीन वला कमा स कई लागA क तकलाफ़ ही सकत हीकई लाग उसक कमा क दवार

आहीत ही सकत ही त क त उस कई तरही स परतकषिणीत करत हीजीस मागला क त मिमालाकर बिकस ऐस मार क पद कर दत ही दधिजीसक दवार

खgtन क अनदर इनफ़ कसन ही जीत हीऔर मार क क1टाणी क1ड नकर खgtन क अनदर फ़ ला जीत ही कभा कamp सर और कभा टाn और एडmस

क1 मार स जीतक क घार कषट दत हीइन कषटA क1 समा स जी जीतक बिनकला जीत ही त वही Ykक भा ही सकत ही और अनतगबित क

भा परपत ही जीत ही परणी क मा दन क कमा परमातमा न क त क सप हीक त दधिजीस गरही क सथा Y जीत ही उस क अनसर अपन

फ़लाA क दन लागत हीजीस बितरीक भाव माamp 0बिन मागला क सथा क त Y कर वयशिG क द माग पर ला जीत हीय त वही सजी)न नकर लागA

क दख दर करन क कमा करत हीय र सव माamp भाजीकर लागA क1 सर क कमा करत ही य वयशिG अगर घार पप क1 तरफ़ जीत ही

त उसक बिपछला कमा क अनसर उस कसई क कमा मिमाला जीत ही क त क मा क करक इसशिलाय और कही गय ही बिक वही जीवन क

हीर कमा क रकन क कमा करत हीऔर उसक दवार हीर कमा क रक इसशिलाय जीत ही बिक परणी क पत चला बिक उसन पछ कय गलत

क1 ही दधिजीसक करणी उस आग ढा पन माamp दिदककत आ रही हीअगर वही अपन भाgtला क सधार लात ही त आग ढा जीत ही और अगर अपन

सथान पर अटाक रहीत ही त वही क वही दिटाक रही जीत हीकषट भा झलात ही और कमा भा पgtर नही ही पत ही जी लाग ससर क सखA

क1 तरफ़ अमिधाक अगरसर रहीत ही उनही यही क त एक समाय माamp धा करव दत ही बिक तमान कफ़1 ससरिरक सख भाग शिलाय और अ जीकर

परमातमा क1 तरफ़ अपन मान लागओ और उनक चरणीA माamp अपन शिसर क रखकर अपन आग क जीवन क शिलाय 0बित परपत करन क1

कशि00 करअमिधाकतर दख हीग बिक जी वयशिG पgtर जीवन अपन ससरिरक कय क1 जीददोजीहीद क करणी क छ आतमा0बित क उपय नही

कर पय ही व अनत समाय माamp अपन जीवन क बिनरटा अक ला माamp गजीरन चहीत हीकई अपन जीवन क1 0बित क शिलाय तथा) सथानA माamp भाटाकन

चलाgt कर दत ही और कई बिकस सनत माहीतमा य अपन धामा) क अनसर गर क सबिनरधवय मा जीकर अपन क मा दन क1 कशि00 करत ही

लाबिकन क त क यही भा करणी समान आत ही बिक वयशिG जी अपन बिकय जीन वला कमा क उलाघान करत ही और जी कय) उस करन

थाउनही तयग कर अगर मा क शिलाय भागत ही त भा क त उस मा माamp भा जीन स रकत ही और वयशिG अपन समाय तथा जीवन क1 0शिG

क कर माamp णी करत ही माहीभारत क1 कथा माamp क नत न भागवन शरक णी स यही वर माग था बिक व क नत क क वला कषट दampइसक

करणी भा यही था बिक जी परणी क पस कषट आत ही त उसक दिदमाग माamp मान माamp क वला उसक मान जीन वला भागवन क ही चहीर समान

आन लागत ही और ही भागवन य ही रमा आदिद वकय ही माही स बिनकलात हीकषटA माamp ही वयशिG जयबितष और धामा) क1 तरफ़ भागत हीसख

भागन वलाA क शिलाय त धामा) और जयबितष आदिद क वला माखZला ही मान जीत हीव इस मानरजीन क सधान समाझत ही क नत न कही था बिक

ही क 0व मार सखA स माझ दर कर दमाझ ससरिरक सख नही चबिहीयमाझ त क वला वही करणी चबिहीय बिक परबितपला हीमा क 0व क ही रधवयन

आय क त जी बितरीक भावA माamp हीत ही त समाझन चबिहीय बिक भागवन न धारत पर सख भागन क शिलाय नही लागA क1 कजी) दशमान मार

अपमान माZत जीनजीखिखमा पप कमा) आदिद स चन क शिलाय इस धारत पर भाजी हीजीस छY भाव माamp क त जी हीत ही और गरहीA क दवार

0शिG लाकर कमा करत ही त वही माकन गबिडयA और घारA क ऊपर झड लागव दत हीमातरी माखयमातरी परधान मातरी आदिद क पद दत हीऔर

0रर क य ससर क जी भा दष समान हीत ही उनही 0त करन क1 पgtर कशि00 करत ही क त जी दघा)टान करवत ही त समान दखत हय

भा टाककर हीजीत हीउसक करणी ही बिक दधिजीस आहीत हीन ही वही दखन क द भा अनध ही जीत हीय त उस कषिणीक समाय माamp उस

लागत ही बिक वही हत ही जञोनवन ही य उस लागत ही बिक वही समान वला क सख द रही ही

ततरी माamp क त क हीतथा जीड स जीडकर तय गय हीक त क शिलाय इस तबितरीक वसत क र माamp कही जीत ही बिक 0दn नही ही रही ही त क त

क1 इस हीतथाजीड माamp शिसनदर लागकर और गला क इतरी स कषिभागकर हीमा0 पस माamp रख जीय त जीस ही गचर स 0E क परभाव 0रर पर

आयगयही हीतथाजीड 0दn करवन और मान भावन जीवन सथा क परपत करवन क शिलाय उKमा वयवसथा मान जीत ही लाबिकन बिन

बिकस मातरी और शिसनदर य ख0gt क यही बिलाक ला ही कर मान जीत हीखला रखन य बिन बिकस परयजीन क घार माamp रखन स यही घार क1

अनय करक वसतओ आदिद क समापत करन क द खद क समापत कर लात हीइस घार माamp शिसनदर स पgtरिरत करन क द बिकस धात क1

नद बिडब माamp रखन चबिहीयतथा गरहीणी और हीला दnपवला क इस जीगन क शिलाय धाgtप अगरK और दnपक क सथा इसक शिलाय

समतमिनधत मातरीA क जीप करन चबिहीय

चZथा भाव क क त

चZथा भाव स क त क बिवसतर स वणी)न करन क शिलाय भावन यही ही बिक वयशिG क जीनमा चZथा भाव स ही 0र हीत हीमात क गभा) और

मात क1 गद चZथा भाव स ही जीन जीत ही चZथा भाव क क त क शिलाय सस पहीला कलापरष क1 क डला क अनसर चनदरमा क असर

मान जीत हीदसर यही दधिजीस रशि0 माamp हीत ही उस रशि0 क परभाव क उस परकर स गरहीणी कर लात ही जीस मादधिनदर माamp लागतर जीलात

अगरकषिKयA क1 ख0gt क मादधिनदर क1 दnवला और अनय वसतयamp जी मादधिनदर माamp रख हीत ही व गरहीणी कर लात ही रशि0 क असर क द क त

क1 दिदरमिषट दधिजीन भावA पर हीत ही उन भावA पर वही कक) रशि0 क परभाव क सथा उपषदभिसथाबित रशि0 क परभाव भा दत हीऔर जी गरही अपन

परभाव बिवकषिभानन भावA स इस पर द रही हीत ही उन परभावA क भा दिदरमिषट दन वला सथानA पर परबिषत करत ही जीस क वयशिG क1 क डला माamp चZथा

भाव माamp माकर रशि0 ही और माकर रशि0 क क त पर कक) रशि0 क रह क असर त जीरर ही हीगजी बिक क त स सपतमा माamp बिवरजीमान

हीगइसक सथा ही जी गरही रह क सथा हीAग जीस मानला रह क सथा चनदरमा और 0E ही त क त क ला दन वला गरही 0E और चनदरमा

क सथा रह भा ला दगचZथा भाव क बितरीकणी यन रहीव भाव मा और अषटमा भाव माamp जी गरही हीAग उन भावA क गरही और रशि0य भा इस

भाव क क त क दampगसथा ही दिदरमिषट दन वला गरही जीस लागन माamp मागला हीग त वही भा माकर रशि0 क क त पर तला रशि0 क मागला क परभाव

दग इस परकर स माकर रशि0 क क त पर सव) परथामा कक) रशि0बिफ़र माकर रशि0उसक द क त स बितरीकणी माamp वष रशि0जी वकषिeक रशि0 क

परभाव स पgtणी) हीगउसक रहीव भाव माamp षदभिसथाबित कनय रशि0 जी मान रशि0 स मिमाकस हीग सपतमा क1 रशि0 जीस कक) और कक) रशि0 क

अनदर माकर क भा परभाव मिमाकस हीग दन क शिलाय अपन असर दग चZथा भाव क क त कय कय फ़ला दत ही आइय आपक आग तत

ही

चZथा भाव क क त क फ़ला

चZथा भाव कलापरष क1 क डला क अनसर कक) रशि0 क परभाव दन वला हीत हीइस भाव माamp परभाव दन वला रशि0य माकर रशि0 दसवamp

भाव स वकषिeक रशि0 अषटमा भाव समान रशि0 रहीवamp भाव स अपन रशि0 वला परभाव दत हीक त नकरतमाक हीत और हीमा0 रह क1

0शिG पर बिनभा)र हीत हीचZथा भाव क क त पर दसवamp भाव क रह क असर जीरर हीत हीदसवamp भाव क रह कय) भाव माamp हीत हीऔर कय)

क दन क शिलाय वही क त क सहीर लात हीचZथा क त क वही अपन कय) क शिलाय सधानA क रप माamp परसतत करत ही लालाबिकत क अनसर

क त क क K भा कही जीत ही और पgtछ वला जीनवरA क शिलाय भा मान जीत हीचZथा भाव क क त उस क K क शिलाय मान जीत ही जी घार

माamp सहीयत दन क शिलाय हीमा0 तयर हीउस कय) भाव क ला आद0 स दन पडत ही और कय) क दन क द क त उतन ही कय) करत

ही दधिजीतन बिक उस आद0 द दिदय जीत हीअगर क त क गर क सहीर बिकस तरही स मिमाला गय हीत ही त वही जञोन क K क रप माamp जीन

जीत हीधा क सहीर मिमाला गय हीत ही त वही तgtन क K और कमानयgtक 0न स सथा दन वला क K न जीत ही और आवजी क सथा

चलान क शिलाय हीमा0 तयर हीन पडत हीरिरसतA माamp इस क त क ससरला माamp जीवई क Kबिहीन क घार भाई क Kऔर मामा क घार भानजी

क K क रप माamp भा मान जीत हीलाबिकन सला क शिलाय जीजी क K भा न जीत हीभाभा क शिलाय दवर भा क K न जीत अगर अलाग

अलाग गरहीA स इस क त क खन बिकय जीयकय क अनदर अगर रह सgtय) स 0शिGमान ही त यही एक सरकर क K भा न जीत ही रह

पर अगर आग य पछ स धा क असर ही त यही डक टान वला डकघार क पसतमान रप क K न जीत हीजी दरवजी पर जीकर

शिचदिटठोय टा करत हीइसक अलाव अगर 0बिन न इसक सथा ला शिलाय ही त यही माकन क नन वला और ईटाA क शिचनन वला मिमासतरी

नमाक क K भा न जीत ही आबिफ़स माamp चपरस य क यरटाकर क1 नZकर करन वला क K भा चZथा भाव क क K क रप माamp मान जीत

हीपन क नला भा क त क रप माamp ही हरदय क1 मारिरयA माamp सहीयक डकटार भा क त क रप माamp ही घार क अनदर बिछ 0नदर पलाग भा क त

क रप माamp अपन परभाव समान हीकर दत हीमागला स क टरोला हीन पर यही हीव दन वला पख भा न जीत हीघार माamp दख जीन वला टाnव

भा न जीत ही और कमपयgtटार नकर घार हीर क1 जीनत स मिमालान और समाचरA क आदन परदन करन वला भा न जीत ही घार क

ऊपर माamp दिदखन वला ऊ चई भा क त क1 करमात हीत हीउKर दिद0 माamp लाग कई खमभ य माइला क टावर भा क त क भान करवत

हीउKर दिद0 माamp न मादिदर य बिगरजीघार क1 चटाn क भा क त क रप माamp मान जीत हीबिकस बिन पK क पड क भा इस क त क1 शरणी माamp

मान शिलाय जीत ही क त क रप पन क1 रशि0 माamp हीन क करणी इस क त क पन माamp खड हआ खमभ भा मान शिलाय जीत हीऔर पन क

बिकनर न एक घार जी कही भा लाजीकर शिसफ़टा कर दिदय जीय वही भा क त क1 शरणी माamp आजीत ही चZथा भाव क क त वला जीतक क मान

माamp हीमा0 दग) क1 भाशिG बिवरजीमान रहीत हीकरणी क त चZथा भाव माamp रहीकर मामातव क रप गरहीणी कर लात हीऔर जी भा भावनयamp धामा) और

बिवTस क परबित नत ही व सभा मा दग) क परबित मान जीत ही जीतक क दग) क भाजीन गन और सनन क शिलाय भा मान जीत ही अकसर

चZथा भाव क क त वला वयशिG क पस अगर वही 0बिन य चनदर 0E और धा क1 रशि0यA माamp नही ही त ह क सख और अगर वही सgtय) मागला

गर क1 रशि0यA माamp ही त दमाद क सख अचछ मिमालात ही क त अपन 0शिG क ड ही ईमानदर स रह और उसक तसर भाव पचमा भाव

और नवमा भाव क गरहीA स गरहीणी करत ही और उसक परभाव स वही जीवन माamp तरकक1 क रसतA पर चलात चला जीत ही अगर क त क शिलाय

यही आवशयक ही बिक बिकस परकर स गलात रशि0 य गलात गरही क असर न मिमालाकभा कभा गचर क गरही क त क अपन स माamp कर लात ही

और क त खद क कटान क शिलाय अपन परभाव दन लागत हीकमाजीर रशि0 क 0बिन अगर कमाजीर हीकर जीतक क क त पर असर दत ही त

जीतक क वला अद)ला क रप माamp कमा करत ही लाबिकन 0बिन अगर ऊ च रशि0 माamp और बिकस जञोन वधा)क गरही क सथा मिमालाकर अपन असर दत

ही त जीतक क अनदर कनgtन तA क समाझन और माय)द माamp रही कर चलान क1 औकत क द दत ही

क त क1 यबित अनय गरहीA स हीन पर मिमालान वला फ़ला

चZथा क त कक) रशि0 माamp हीत ही और परभाव भा मानशिसक दत हीअगर चZथा भाव माamp कई अनय रशि0 ही त मिमालान वला फ़लाA माamp उस रशि0 क

परभाव भा 0मिमाला ही जीयगजीस कक) रशि0 माamp हीन स घार मात पन पन वला सधान जीनकर लाग वहीन और आन जीन गत शिलाखन

भावनय परदरथि04त करन आदिद हीत हीलाबिकन अगर कई अनय रशि0 जीस बिक माकर रशि0 चZथा भाव माamp ही त क त क फ़ला माकर रशि0 स

समतमिनधत ही जीयगघार माamp भा रहीन ही और कमा पर भा जीन हीयन घार क कमाA क सथा सथा आबिफ़स य कय) सथान क भा कमा करन

हीघार क1 गड माamp भा घाgtमान ही और आबिफ़स क1 गड क भा यgtजी करन हीअथाव गड माamp क वला घार आन और आबिफ़स जीन क शिलाय परयग

करन हीघार माamp मात क1 तमारदर भा करन ही और कय) करन क सथान माamp मात जीस सतरी क1 भा आजञो क पलान करन हीघार क अनदर

क1 तamp आबिफ़स माamp ला जीन ही और आबिफ़स क1 तamp घार क अनदर भा लान हीघार माamp रहीकर भावनतमाक गत शिलाखन ही त आबिफ़स माamp

जीकर कय) वला रप शिलाखन हीघार क पलाग पर सत समाय खयलाA माamp जीन ही त आबिफ़स माamp कय) करत समाय बिलाक ला ही सजीग रहीन

हीघार क अनदर पन वला सधानA क नदसत करन ही त आबिफ़स क अनदर जीकर जीनरला पषदभिबलाक क सभालान क कमा करन हीघार क

अनदर नZकर य बिकस रिरसतदर स कमा करवन हीय रिरसतदर क यही उसक1 हक मा उदला करन ही त आबिफ़स माamp जीकर माखय

कय)मिधाकर क1 हक मा उदला करन हीइस परकर क अनय कय क करन ही इसक सथा ही जी चZथा भाव क1 रशि0 क यगतमाक रप

इस रशि0 क बितरीकणी क1 रशि0यA स जीस चZथा भाव क1 पचमा क1 रशि0 वकषिeक रशि0 हीत हीइस रशि0 क सवभाव जीखिखमा लान हीत हीइस

रशि0 क समान अचछ अचछ क1 लात द ही जीत हीइस रशि0 वलाA क डर नही लागत हीव एक र कला स भा क शत लाड सकत हीइस

रशि0 क सवभाव खद क समभलान क भा हीत हीयही अपन क तयर करक रखन वला रशि0 हीत हीयही अपन लागA क शिलाय अपन 0रर

क तयग भा कर दत हीइस रशि0 क उददोशय लाडई करन क हीत हीजी इस रशि0 क1 हीर हीन हीत ही त यही हीर नमा क झ क लाकर

नही रहीत हीखद क अपन ही परयस स समापत कर लात हीयही रशि0 गgtढा हीत हीयही उन करणीA पर बिवTस करत ही जी सधारणी आदमा

क1 पहच स हत दर हीत हीआदिद करणी इस रशि0 क मान जीत हीइस रशि0 माamp जीस बिक मान पहीला क त क माकर रशि0 माamp हीन क वणी)न

बिकय ही क अनसर 0E क1 वष रशि0 सथाबिपत हीत हीदन रशि0यA क परभावA क मिमालान स जीस वष रशि0 क समनध धान स हीत हीत

धान क खच) करन माamp वयशिG क अनदर डर नही हीगवयशिG क सहीशिसक कमाA क शिलाय धान खच) करन स कई बिहीचक नही हीगधान क वही

गgtढा कय क शिलाय आरमा स खच) करगइसक द जी भा कमा जीखिखमा क हीत ही उनस वही धान क कमान क1 बिहीममात रखगपर0शिGयA

क दवार य अपन परयस स पर0शिGयA क1 सधान स वही अपन धान क ढान क कमा करगयही रशि0 खन पन क सधान क1 तरफ़ भा

अपन इ0र करत हीजीतक क अनदर आमिमाष खन क शिलाय य 0मा0न भाजीन क शिलाय भा कई बिहीचक नही हीगलाबिकन मागला अगर

कही भा ऊ च सथान माamp अपन सथान नकर बिवरजीमान ही त वही इन खनA स दर रखन माamp मादद करगआदिद त जीन जीत हीइसक सथा

चZथा भाव स नवamp भाव माamp मान रशि0 क हीन पय जीत हीइस मान रशि0 माamp जी भा रशि0 हीत ही वही अपन परभाव भा मान रशि0 क अनदर

सतमिममाशिलात कर लात हीमान रशि0 मा क1 रशि0 ही और कनय रशि0 सव क1 रशि0 हीमान रशि0 जीतक क बिवद0 माamp बिनवस क1 रशि0 ही त

कनय रशि0 बिवद0 माamp सव करन क शिलाय अपन ला दगमान रशि0 0बित परदन करन क1 रशि0 ही त कनय रशि0 कजी) दशमान मार दकर

अ0नतिनत दन वला रशि0 ही इस रशि0 क सवभाव स क मा और धान वला सधानA क बिवद0 स समनध भा न जीत ही रशि0यA क अलाव

क त क समनध गरहीA स हीन पर भा अपन अपन फ़ला मिमालात हीजीस सgtय) स समनध हीन पर यही 0र क K क1 लाडई क मानयत दत

हीजीवन इस परकर क वयशिG स समनध न जीत ही जी इस क त क ऊपर हीमा0 गर)न क ही कय) करत ही और जीतक क भाग बिलला

नकर रहीन पडत हीअगर धा अपन परभाव दत ही त क त क सथा धा हीन स यही अगरजी क अचछ जीनकर हीत ही और लान माamp

अनय भाषओ क भा परयग करन लागत हीक त स पचमा माamp धा हीन स वही अपन जीन क खर रखन वला हीत ही और उस तरही स

त करत ही जीस बिक बिचछgt अपन डक मार रही हीधा अगर क त स नव हीत ही त बिहीन आ य टाn क पबित सहीयक न जीत

हीमा0त क वG सहीयत करन वला और जीवन तथा धान क रक नकर सहीयत करन वला हीत ही यही क त दभाबिषय क कमा भा

करत हीजीवन माamp आन वला मा0तA क वG अपन जीन स बिकय जीन वला कय क यही भागतन परपत करत हीजयबितष य गgtढा

बिवषयA माamp यही अपन जीनकर अचछn रखत हीनटावरकिक4ग और कमपयgtटार क अचछ जञोन हीत ही0बिन क हीन स घार माamp वकलात क कय)

करत ही य कमाजीर हीन पर दजीt क कय) करत हीकमपबिनयA क जीडन क नय गरहीक नन क और माकन क बिनमा)णी करन क

सहीयक न जीत ही0बिन क अषटमा माamp हीन स कय) करन वला आदमिमायA क बिवद0 भाजीन क शिलाय दलाला करन वला जीमान जीयदद य

0बिन वला करकA क खरदन चन क कय) करन वला मान जीत हीदवई क1 कमपबिनयA माamp कय) करन वला और असपतला क अनदर

कमपउडर क कय) करन वला न जीत ही0मा0न माamp कबरा खदन वला न जीत हीअथाव गदn सत माamp पड रहीन वला वयशिG न

जीत ही इस परकर स अनय गरहीA क सथा इस क त क अपन अपन समाजीसय नत ही

इस शिचतरी मा दख इस लाडक1 क1 लागन क क त छY भाव क मागला द स पबिडत कर रही ही मिमाथान लागन क1 यही लाडक1 हत तgtनही कलापरष स माष रशि0 लागन क1 मानयत क दत ही 0रर क अगA माamp यही शिसर क1 करक हीत ही क त क मिमाथान रशि0 माamp आत ही नच

क क त क1 मानयत ही जीत ही और रह अपन धान रशि0 क सपतमा माamp चला जीत ही रह भा नच क परभाव दत ही इस क सथा मागला क1 वकषिeक रशि0 क डला क छY भाव माamp बिवरजीमान ही जीत ही और जी इस रशि0 माamp मागला भा अपन परभातव जीमा लात ही त यही रशि0 पgtर तरही स खतरनक ही जीत ही मागला स अगला रशि0 माamp रह बिवरजीमान हीत ही और वही नच क हीन क करणी अपन नचत स जी नही आत ही मागला क द रप एक नक और एक द यही परिरभाष लालाबिकत क अनसर तई जीत ही द मागला क दवत भाgtत

परत बिप0च आदिद तय गय ही और नक मागला क दवत हीनमान जी और उKमा दव तय जीत ही लाबिकन रदर0शिG क अनसर वरकषिeक रशि0 क रदर शि0वजी क रप माamp भा मान जीत ही गयरहीव रदर हीनमानजी क तय गय ही शि0व अघार रप माamp वकषिeक रशि0 क मान जीत ही और जी वयशिG इस लाडक1 क शिलाय तबितरीक परयग करन वला ही वही इसक सपतमा भाव क परयग करन क द इस लाडक1 पर अपन परयस क परबिषत करग एक र इस लाडक1 क दरवजी पर एक नग माला क चला वयशिG दधिजीसक अनदर दgt आ रही था क छ खन क शिलाय मागन क शिलाय आय इस लाडक1 न उस घार क अनदर न हय दला और रटाn खन क शिलाय दन चही उसन इस लाडक1 स मास पककर खिखलान क शिलाय कही इस त पर इस गसस आय और आसपस स द चर लागA क लाकर उस वयशिG दरवजी स

भाग दिदय वही वयशिG जीत जीत लाकर गय बिक एक तझ भा नग नही घामा दिदय त दखन एक माबिहीन क द यही लाडक1 अपन ला नचन लाग और भाददोn भाददोn गशिलाय दन लाग आसपस क लागA न इस मानशिचबिकतसक क दिदखय उस पगला खन माamp भातt कर दिदय गय लाबिकन एक सला तक कई इस लाडक1 पर दवइयA और इलाजी क फ़क) नही आय इसक परिरजीन इसक1 जीनमा पतरी और

बिववरणी लाकर मार पस आय मान जीनमा पतरी माamp दख त उपरG गरही षदभिसथाबित समान आय उपय क शिलाय लाडक1 क उन तबितरीक धाओ स माशिG क शिलाय क वला क त क सला नकर ही उस सधार जी सकत था क त क1 सलात क शिलाय दग) उपसन और सपत0त क

हीवनतमाक रप भा करन जीरर था लाबिकन जी उपय सस अमिधाक करगर सबित ही सकत था वही कला क बिवपरत परतयबिगर सततरी नवरतरीA माamp मान उस लाडक1 क उसक पबित और भाई क सथा लावय और बिवमिधा बिवधान स कला क माहीबिवपरत परबितयबिगर

सततरी क पY बिकय और अकषिभामाबितरीत जीला क उस बिपलान लाग दिदन दिदन उस लाडक1 क अनदर दलाव आन 0र ही गय कभा कभा वही एकदमा नव)स ही जीत और हत जीर स हीसन लागत कभा अचनक रन लागत कभा अचनक गशिलाय और तडफ़ड पर उतर ही जीत लाबिकन मान अपन बिहीममात नही हीर अषटमा क दिदन बितरीमाधाgt स परतयबिगर क हीवन बिकय और पY ( एक परकर क फ़ला जी पY

नमाक1 मिमाYई क शिलाय परयग बिकय जीत ही) क1 शिला मा कला क परदन क1 परसद लाडक1 क खिखलाय वही हत अचछn तरही स तamp करन लाग और ऐस लागन लाग जीस उस क छ भा मार नही ही

इस लाडक1 क पgtर शिचतरीA सबिहीत बिववरणी आप इस सलाइड 0 क मारधवयमा स दख सकत ही-

क त क दसर नमा सहीर दन वला सधानA क रप माamp जीन जीत ही बिन सहीर क चच भा जीनमा क द खड नही ही सकत हीऔर

जीवन उसक हीथा पर 0रर क बिवकषिभानन अग सहीर क रप माamp कमा करत ही क त क1 समा उस परकर स अननत ही जीस बिक रह क1

समाअनय बिकस गरही क1 समा क आरमा स वरणिणी4त बिकय जी सकत ही लाबिकन रह क त क1 समा क वणी)न नही बिकय जी सकत ही यही

दन ही छय गरही ही और दन परकर क1 0शिGयA क रप माamp कमा करत हीद परकर क1 0शिGयA माamp क त नकरतमाक ही लाबिकन दिदखई दत

हीरह सकरतमाक ही लाबिकन दिदखई नही दत ही इस शिचतरी माamp आप दख रही ही बिक पन क अनदर स द कमाला नला बिनकला ही और दन पर

बराहम और बिवणी बिवरजीमान हीयही दन सकरतमाक रप क रप माamp जीन जीत ही बराहम क कमा बिनमा)णी करन ही और बिवणी क कमा बराहम

क दवार बिनरमिमा4त समिषट क पलान करन हीलाबिकन आप दख रही हीAग बिक भागवन शि0व 0र पर लाटा हीऔर उनक1 नकषिभा स जी कमाला नला

बिनकला हीऔर ड स कमाला क फ़gt ला हीउस फ़gt ला पर पचमाख तथा दसभाजीओ क धारणी करन वला 0शिG कमाखय दव बिवरजीमान

हीयही 0शिG बिकस भा जीव क1 सकरतमाक परवकषिK क अव0बिषत करन क द एक नय बिनमा)णी क बिवकस करन क शिलाय जीन जीत ही

सहीर क ही दसर नमा नय बिनमा)णी हीयही स आप गत माamp पढा सकत हीबिक आतमा परन 0रर क तयग कर नय 0रर क धारणी उस

परकर स करत ही जीस एक मानय परन वसतरी क तयग कर नय वसतरी क धारणी करत ही मात कमाखय क लागन क क त क रप माamp

मानयत दn जीत हीजीस गर और मागला क सथा अगर रहीवamp भाव माamp ही त मा तर क रप मिमालात ही उस परकर स लागन क क त क शिलाय

मात कमाखय क जीन जीत ही ससर क कई भा जीव बिन उस परकर क जीव क अपन नय दही क नही धारणी कर सकत हीएक

ही परकर क जीव क अनदर दन परकर क जीव एक सकरतमाक और नकरतमाक क भा हीन जीरर ही जीस परष सकरतमाक ही और

सतरी नकरतमाक ही सतरी क कमा एक तरफ़ परष क1 सकरतमाकत क ढान क ही और दसर तरफ़ माथान क दवार उस सकरतमाकत क

अपन गभा) माamp सथाबिपत करन क द नय जीव क बिनमा)णी करन क ही मातला एक तरफ़ त वही अपन पबित क बिवकषिभानन परकर क भाजीन फ़ला

और अनय सरधवय सधानA क दवार पबिषत करत ही त दसर तरफ़ अपन माथान क दZरन उस वय) नमाक पक हय पबिषत रस क गरहीणी कर

लात ही जी 0रर मात क दवार पद बिकय जीत ही वही नय रप माamp हीत ही मात उस 0रर क पलान पषन माamp कई कतही नही करतत

सतरी रप माamp उस पला हय 0रर क अव0षणी करन क द नय 0शिG क पद करन स मान जीत ही यही Eमा लागतर चलात रहीत ही

0रर क1 बिनमा)णी परबिEय क पgtर करन क शिलाय नकरतमाक और सकरतमाक दन रपA क हीन अबित आवशयक हीत हीचही वही 0रर

मानय रप माamp ही य जीनवर य क1टा पतग प व बिकस भा रप माamp हीनकरतमाक और सकरतमाक रप हीन अबित आवशयक ही यबिन

रप माamp मात कमाखय और सिला4ग रप माamp भागवन शि0व क पgtजी जीत हीयही दन रप ही ससर क1 उतपकषिK और बिवन0 क करक मान

जीत ही लागन क क त क शिलाय अकसर लागA क अनदर भरानतिनत रहीत हीबिक यही क त क वला सहीयक क रप माamp ही पद हआ ही और जीवन माamp

तरकक1 नही कर सकत ही लाबिकन यही सच कतई गलात हीससर क हीर जीव जीनत व आदिद सभा क शिलाय बिकस न बिकस परकर क1

सहीयत क शिलाय ही पद हय ही परक बित क सतलान क शिलाय जीही सकरतमाकत अमिधाक पद ही जीत ही वही परक बित पहीला स ही

नकरतमाकत क पद करन क शिलाय नकरतमाकत क तयर रखत ही जीस एक वन माamp अगर सZ बिहीरणी उसन पद क वला इसशिलाय बिकय ही

बिक व घास पत और वA क खकर उनक1 सखय क परक बित क अनपत क बिहीस स सयत रखampत व बिहीरणी जी सZ स अमिधाक नही ही

जीवampइसशिलाय दस 0र य बिहीरणीA क मारन वला जीव भा पद कर दिदय ही जी जीव हत ही स0G ही उनक शिलाय दधिदधजीव जीव पद कर

दिदय ही जीस बिक मानय मानय क सतलान क शिलाय भा परक बित अपन अपन समाय पर कई न कई बिवन0 लाला उस क1 गषदभिलतयA स परसतत

कर दत ही इसक अलाव भा मानय मानय क ही मारन और अमिधाक सखय माamp नही हीन क परबित उसक अनदर परक बित एक परकर क

दभा)वन रप जी दत हीजीस भाई भाई त आरमा स रही सकत ही लाबिकन उनक1 पतमितनय आपस माamp र भाव और दभा)वन स एक दसर

क सथा सथा नही रहीन दतअथाव उन दन क अनदर उन आवशयकतओ क पद कर दत ही बिक व हीर कर अलाग अलाग ही जीत ही

कई बिकस क धामा) स मार दत ही कई बिकस क समाजी स मार दत ही कई द0 क नमा स कई जीबित क नमा स कई रजीनबित क नमा स

यही परतय रप स मारक रप नही हीकर अपरतय रप स मारक 0शिGय सव) 0शिGमान मानय क अनदर भा परक बित न दn ही सहीयक क

रप माamp लागन क क त पच परकर स नकरतमाकत भारत हीऔर उस अनपत माamp लागन स सपतमा क रह खला जीगही क भारन क कमा

करत हीऔर सकरतमाक ला दत ही जीस लागन क क त तसर नजीर स तसर भाव क दखत ही और जीतक क अनदर अपन शिलाखन क1

कला क य शिचतरीकर क1 कला क दत ही कलामा और पपर दत ही कमपयgtटार दत ही क1 ड) क दत ही त सपतमा क रह शिचतरीकर क

करन क शिलाय दिदमाग क पद करत ही कमपयgtटार क अनदर सफ़टावयर क रप माamp दिदमाग क दत हीतसर भाव अपन क परदरथि04त करन क

भा हीउसक शिलाय लागन क क त अपन छटा भाई बिहीनA क अनदर नकरतमाकत क भारत ही त सपतमा क रह उन छटा भाई बिहीन क

अनदर उनस पचमा सथान माamp Y कर अचनक बिवदया वला यग पद कर दत ही और व अचछn बिवदया क परपत करन क द दिदमागदर न

जीत ही लागन क क त घार स हीर रहीन क ला दत ही त सपतमा क रह हीर रहीन क शिलाय वही क रबित रिरवजी और खनपन तथा

अलाव समनधA क परबित अपन ला दत हीदधिजीसस वयशिG क हीर रहीन क शिलाय कई पर0न नही ही सक लागन क क त अपन पचमा

दिदरमिषटस सनतन भाव क दखत ही और उस खला रखन क1 कशि00 करत हीलाबिकन सपतमा क रह अपन गयरहीवamp सथान क एक ऐस

सकरतमाक पतरी द दत ही जी अनय सZ माamp अपन नमा कमाकर चलान वला ही और पgtर परिरवर क अलाव अनय लागA क शिलाय भा अपन ला

दन क शिलाय मान जीय लागन क क त धान स परEमा स घार स और शि0 स दर करन क1 कशि00 करत ही और जीवन सथा क भा

वचला य झgtY लान क1 आदत दत ही0दn क द जीतक क समादधिजीक जीवन असतवयसत ही जीत हीबिकतन ही माहीनत क1 जीव वही

कर स सबित हीत हीअचनक बिकस न बिकस मामाला माamp खच) हीन जीरर पय जीत ही जीतक क जीवन सथा क1 उगशिलाओ पर

नचन जीरर पडत हीकरणी अकसमात बिनणी)य लान क1 आदत स वही बिकस लायक नही रहीत ही दधिजीतन ला जीवन सथा क दवार द दिदय

जीत हीयन दधिजीतन च भार दn जीत ही उतन ही चलान क शिलाय रजी हीन पडत ही

लागन क क त और अनय गरहीA स समनध

क त क दवार नई गई खला जीगही क मानय आजीवन उस भारन क शिलाय परयतन0ला रहीत हीक त क हीला गगर माamp सगर क पद करन

जीस हीत हीदधिजीतन यही असरकर हीत ही उतन ही मानय परयतन 0ला रहीन क शिलाय माजीgtर हीत ही मान पहीला भा कही ही बिक ससर क1

हीर वसत और जीव क अनदर रह क त क समाव0 हीजीस लाकड क1 सर क ही ला लादधिजीयसर क त ही और उस जीन वला और

उसक छद रह हीकपड क1 टान क त हीयही गचर स दधिजीस भाव माamp आत ही उस भाव क1 करक वसतओ माamp रकवटा पद कर दत हीक त

क कमा मा क परदन करन हीत हीकय) स क त क कई मातला त तक नही हीत ही जी तक बिक रह अपन आद0 नही द लागन क

क त अगर 0बिन स 0शिसत ही त वही वकलात क गणी पद कर दत ही0बिन क त ही दजीt क1 औकत दत हीलागन क क त मारक टिटा4ग करन

वला वयशिG न जीत ही0बिन स पतथार लाही नZकर परपटा आदिद क कमा करन लागत हीसgtय) स सरकर नZकर नकर कमा करन लागत

ही और सरकर कमाA क अनदर सरकर आद0A क परबिषत करन और सरकर आद0A क ननचनव आदिद लाडकर जीनत क अनदर

बिवजीय नन और बिyenर जीस सरकर अपन कनgtन और करणीA स अपन कय) करवय उनही करन 0E क सथा क त क समाजीसय भा नही

Y पत ही य त जीतक क दिदला अपन क परदरथि04त करन क हीत हीय बिफ़र जीतक क तय गय ढाग स कय) करन हीत हीजीतक

कय) उस परकर स करत ही जीस कई कय) पर परगरमा बिकय गय ही कYपतला इसक माखय उदहीरणी हीउसक अगA क बिहीलान वला

कई औरगन वला कई और भावन क समाझन वला कई और हीत ही इस क सथा अगर गर क त क लालात ही त गर जी समनधA

क करक हीत ही यही क त समनधA क करवन क कय) करत हीजीस बिक 0दn बिववही करवनबिकस परकर स जी पहीला स बिनदuशि0त

कनgtन ही और उनही कनgtनA क अनसर ही वयशिG क सजी दन य सजी स र करन क कमा भा गर क त करत हीहत ही धारमिमा4क हीन स

जीतक क रधवयन समामिधा क1 तरफ़ मान चला जीत ही और वही अपन क पgtणी) रप स भागवन य परक बित क ऊपर छड दत ही जीस परक बित

उसस करवत ही वही करत रहीत ही इकक क घाड क1 तरही भा मान जी सकत हीउस लागमा नमा क रह क अनसर चलान पडत ही

अपन माजीt स कही भा नही जी सकत ही खत माamp न वला जी क1 तरही स मान जी सकत ही जी तक उस य नही जीयग और रह

नमा क1 परक बित क1 0शिG नही दn जीयग वही अपन आप जीमाग नही पgtजी माamp जीय जीन वला 0ख मान जी सकत ही जी तक उस

जीय नही जीयग रह नमाक1 फ़gt क उसक अनदर नही मार जीयग वही आवजी बिनकलाग ही नही

क त क सला य द)ला क त क1 भावन ही करत ही

इस क उदहीरणी हीमा आजी क न टार इनवटा)र स ला सकत हीइसक कमा बिजीला क इकटठो करन क द अपन पस रखन हीत हीजीस

ही बिजीला चला जीत ही वही बिजीला क अपन पस स सपलाई करन 0र कर दत हीकमा य अमिधाक बिजीला क दन क शिलाय टार जी बिक

एक क त क ही रप हीक1 सरजी ढान स वलटाजी ढाय जी सकत हीऔर परलाला लागन स उसक1 0शिG यन वटाजी ढाय जी सकत

हीकई क त एक सथा मिमालाकर कमा माamp लान स 0शिG क परद0)न सही रप स बिकय जी सकत ही लाबिकन तदत स अमिधाक क त क सहीयक

हीन भा समाय क द दखदय ही सकत ही जीस एक ही बिवषय क पढान और उस बिवषय स समतमिनधत बिववरणी अगर भाबिवय माamp दला

जीत ही य नय कई आबिवकर ही जीत ही त वही कर ही सबित हीजीयगजीस बिक पहीला टालाफ़न क1 मानयत खgt थालाबिकन

माइला क आत ही उसक नन वला चन वला और चलान वला सभा कर ही गय क त क खर हीन स 0रर क अगA स पत चला

जीत हीजीस बिक हीथा सनन ही गय और कमा नही कर रही ही इसक मातला ही बिक क त खर नही हआ ही हीथा क 0शिG दन वला रह क

खर हीन मान जीयगआख स कमा दिदखई दन 0र ही गय ही त वही भा रह क दखन पडग सधा स क त क नही दखampगक त क त

तभा खर मान जीयग जी हीथा य आख बिलाक ला ही खतमा ही गय ही दधिजीस परकर स गड क1 पटरोला खतमा हीन स वही सडक पर खड

ही जीत हीउस परकर स लागन क क त बिकस न बिकस परकर स 0रर क अनदर स रह क1 0शिG समापत हीन पर कर ही जीत ही0रर

क अनदर रह क सथान अदरशय 0शिG क रप माamp जीन जीत ही और रह मासतिसतक माamp बिनवस करत हीमासतिसतक स सचन समाझन क1 0शिG

क कर हीन भा क त क रद करन क शिलाय माखय मान जीयग पन क अनदर स सयही क खतमा हीन स रह और क त क र माamp नही

सचन पडगसयही क करक गरही क सचन पडग बिक उसक अनय करक गरही भा सथा द रही ही बिक नही

लागन क क त और उसस समतमिनधत रिरसतदर

क त क समनध 0बिन स हीन पर जी भा रिरसतदर हीत हीव स कमा धानध स समनध रखत ही यही समनध चबिहीय Yक दर स जीड ही य बिफ़र

बिकस पटा क पस करन स अथाव दकन माamp कमा करन वला हीलपर क रप माamp हीसgtय) स समनध हीन पर ड भाई क1 सनतन स भा मान

जीत ही भातजी क रप माamp भा मान जी सकत ही अथाव वही बिपत क सला यन मामा स भा मान जी सकत हीअथाव बिपत क दवार रख

गय नZकर भा मान जीत ही इसक अलाव चनदरमा स समनध हीन स मात खनदन स समतमिनधत रिरसतदर मान जीत हीनन क र माamp भा

यही क त अपन समाथा)न वयG करत ही मागला क सथा हीन स चच य मामा य खgtन क रिरसतदरA स भा मान जीत ही ड भाई य छटा

भाई क सला स भा समनध मान जीत हीधा क सथा हीन स भानजी क रप माamp भा मान जीत हीऔर अगर धा क सथा रह तजी ही त वही

बिहीन क पबित क रप माamp भा मान जीत ही गर क सथा हीन स वही बिकस धारमिमा4क वयशिG क चला भा मान जी सकत ही अथाव बिकस

परकर स अपबिहीजी हीन क1 द0 माamp सथा दन वला घार य हीर क वयशिG भा मान जीत ही0रर क अगA क र माamp अगर गर और क त

बिकस खर गरही स समतमिनधत ही त यही बिकस परकर स समतमिनधत अग क रद करन क शिलाय भा मान जीत ही 0E क सथा क त क

हीन स यही पतन क हीलपर क रप माamp परसतत करत ही अथाव बिकस करणी स पतन क हीलपर नकर ही रहीन पडत ही पतन क हीलपर न

कर रहीन स वही अपन बिवचरA और कय| क अपन अनसर वयG नही कर सकत ही वही क वला अपन पतन य पबित क1 आजञो पर अपन

0रर और मान क बिगरव जीस रख दत ही

RAHU

Rahu is personified as a diplomat and a shadowy planet and a legendary deceptor when

disposed beneficially Indicates diplomatic jobs jobs requiring manipulations with facts deals

in poisons and drugs It signifies cheats pleasure seekers insincere and immoral acts etc

It is phlegmatic in nature and gives malignant growth When afflicting causes malignant

growth disease of phlegm intestines boils skin ulcers spleen worms high blood pressure

etc It gives smoky and unpleasant appearance due to habits of overeating resulting in foul

smells and unclean body and nails

KETU

It is dry and fiery in nature Its affliction causes wounds inflammations fevers intestinal

disorders aberrations low blood pressure deafness defective speech and gives emaciated

body with prominent veins It is personified as a saint and inclines a person more towards

mystic science and spiritual pursuits

क त दसर भाव माamp अपन फ़लाA क धान और भाZबितक सधानA क रप माamp अभाव दन क कमा करत हीऔर इस अभाव क पgtर करन क शिलाय

रह अषटमा सथान जी माZत क सथान ला जीत ही स पgtर करत ही इस भाव क क त क टाम क नमा स भा जीन जीत ही और परिरवर क

आग चलान क शिलाय मामा भानजी य सला क रप माamp आकर परिरवर क1 पgtरतित4 क दन वला हीत हीगचर स यही परिरवर जीनA क हीर

रखन वला और जीनमा क डला स परिरवर जीनA क समापत करन य दरसथा भाजीन वला मान जीत ही इस भाव क क त वला जीतक क

अकसर एक भाई और हीत ही और वही वकषिeक रशि0 क य वकषिeक लागन माamp पद हीत हीघार क शिलाय वही अपन दवार अपन बिEयओ स एक

तरही स रद करन वला ही मान जीत हीघार क अनदर सतरी जीतकA क अभाव ही जीत हीमात क भा ड मार हीत ही अकसर

मात क परबित यही क त मागला वला असर पद करत हीनकषिभा स नच क1 मारिरय आदिद हीत हीअकसर मात क शिलाय सजी)न क1 छ र हीमा0

इनतजीर ही बिकय करत ही

क त क सवभाव हत ही हीYkला हीत ही दसर भाव माamp

दसर भाव क क त अपन आदतA क क छ इस परकर क न लात ही बिक उस हीर कमा क करन क1 हीY पद ही जीत हीबिकस भा वसत क

लान ही त वही उस वसत क लान क शिलाय अपन सभा परयसA क करन स नही चgtकत हीऔर उस वसत क जी तक परपत नही कर लात ही

त तक उस चन ही नही आत ही यही हीला भाजीन क मामाला माamp भा दख जीत हीउस खन स अमिधाक चखन क1 आदत हीत हीअकसर इस

भाव क जीतक क1 जीभा अपन हीAY क चटा करत ही उसक समान क चर दत नक1ला हीत ही और दतA क1 नवटा एक जीस नही हीत

ही कई भा कमा करत वG जीतक क आलास जीरर आत ही

धा

प(तमलयमबारधर करणि01करसमदयदवित

खडगचमगपणि0 सिस1हसथो वर बाध

धा एक सZमय गरही ही सgtय) चनदर मागला एव अनय गरहीA क1 भाबित धा क बिवषय माamp भा अनक पZरकषिणीक आखयन मिमालात ही

धा क1 उतपकषिK क सधा माamp एक रचक कथा मिमालात ही कही जीत ही बिक अबितरी पतरी चदरमा दव गर हीसपबित क शि0य था बिवदया अरधवययन क1

समानतिपत क पeत जी उसन गर क दकषिणी दन चही त उनहीन स उसस कही बिक वही दकषिणी गर पतन तर क द कर आय

चनदरमा जी गर पतन क अपन दकषिणी दन गय त गर पतन क रप दखकर वही तर पर आ0G ही गय और उस ला जीन क1 हीY

करन लागगर पतन न उस खgt समाझय पर वही न मान जी हीसपबित क यही त मालामा हय त उस शि0य जीन उनहीन भा उस हत

समाझयपर चनदरमा न अपन दरगरही नही छड अतत वही यदध क शिलाय ततपर हय और गर क यदध माamp हीर दिदय दवतओ न भा चनदरमा

क समाझयलाबिकन वही अपन हीY पर अड रही जी शि0वजी क चनदरमा क अनचर क पत चला त व Eमिधात ही उY और चनदरमा क

दड दन क शिलाय चला पड चनदरमा बिफ़र भा नही मान उसन नतरीA दतयA असरA क सथा सथा 0बिनeर और मागला क सहीयग स शि0व स यदध

करन क बिनणी)य बिकय अ घार यदध 0र ही गय तनA लाग भायभात ही उY अतत बराहम न हीसतप क बिनणी)य शिलाय इस र चनदरमा

झक गय और उसन गर पतन तर क लाZटा दिदय

एक वष) द तर न एक कनतिनतवन पतरी क जीनमा दिदयउसक बिपत चनदरमा ही था चनदरमा न उस पतरी क गरहीणी बिकय और उसक नमा धा

रख गय

धा क बिवषय माamp और भा अनक आखयन मिमालात ही बिवद0 पZरकषिणीक आखयनA माamp धा क समनध माamp अनक कथायamp मिमालात हीयgtरपय जीन

इस मारकर क नमा स जीनत ही पर इसक1 धात हीजी चनदरमा क परभाव स हीन वला और 0बिन मागला क परभाव स Yस तथा गर क

परभाव स भार मान जीत ही

खगलाय बिवजञोन मा धा

धा सgtय) क सस बिनकटा रहीन वला गरही ही उसक वयस तन हीजीर माला हीतथा सgtय) स उसक1 मारधवयमा दर तन करड सY लाख माला ही

यही सKइस माला परबित सकamp ड क1 गबित स अटठोस दिदन माamp सgtय) क1 एक परिरEमा करत ही पथव स दखन पर यही सgtय) स सKइस अ0 स

अमिधाक दर पर नही हीत ही

जयबितष 0सतरी माamp धा

जयबितष 0सतरी माamp धा क रपवन माY लान वला और सपषट लान वला तथा हीर रग क तय गय ही इस कलापरष क1 वणी क1

उपमिधा दn गय ही सभा गरहीA माamp धा क यवरजी क पद मिमाला ही धा क दवार पबिडतई वला कमा वणी क1 0शिG कलाकर गकषिणीत बिवदया माamp

चतरत शिलाखन आदिद क बिवचर बिकय जीत ही यही तवच परधान गरही हीधा क क डला माamp अचछ हीन स जीतक क1 तवच अचछn हीत हीऔर

धा क खर सथान माamp Yन य बिकस पप गरही क दवार पपEत हीन जीतक क तवच वला रग हीत हीयदिद जीनमा क डला माamp धा खर

ही त अपन द0 अनतद)0 माamp वय कफ़ बिपK स उतपनन तन परकर क रग दत हीयही 0रर क तबितरीक ततरी यन नव)स शिससटामा क अमिधाकर

ही यदिद धा पबिडत हीत ही त वयशिG क अनदर क1 सचन समाझन और माहीसgtस करन क1 0शिG कमाजीर हीत हीजीस ख0gt दgt क पत

नही चलानतवच क सनन ही जीनचटा लागन य बिकस क1ड क कटान क पत नही चलानतवच माamp कभा कभा कला रग क चकK पड

जीन और अपन आप ही समापत ही जीन आदिद त भा दखन क मिमालात ही 0रर माamp धा क आमिधापतय छत और जीओ क आग क

भाग क भा माशिलाक नय गय हीदधिजीस जीतक क1 क णडला माamp धा चनदर क1 यबित हीत ही वही माजीबिकय सवभाव क हीत हीअकसर इस

परकर क जीतक दसरA क बिकस न बिकस परकर स नकसन पहचन माamp अपन आननद क ढान जीनत ही धा क खर हीन पर 0E क

सहीर लान पडत हीधा रह क दष स दर हीत हीवयपर करन इसक1 माखय पबिहीचन मान जीत हीवयपर माamp भा उन कमा स दधिजीनक

अनदर तA स कमाय जीत ही

जी जीतक पgtव) जीनमा माamp न बिकय जीन वला कमाA क करत हीदसरA क पर0न करन माamp दधिजीनक आननद आत हीतA क1 चलाक1 स लागA

क लाgtटा हीत हीतA क शिलाखकर कही कर लागA क पर0न य गमारही बिकय हीत हीइस परकर क जीतकA क माखय दख दमपतय जीवन

क हीत ही उनक1 0दिदय सही समाय पर नही हीत हीहीत भा ही त समनधA क सख नही हीत हीपबित य पतन बिकस भा परकर स सही

त नही करत ही घार क अनदर सभा सदसय तA क1 लाडई माamp मा0gtगला ही जीत हीबिकसन कय कही ही क परबित अकसर कर क1 हीस हीत

हीपबित पतन माamp मानमाटाव कलाही और अगर समनध नत भा ही त समनध बिवचछद भा करवन माamp धा क हत ड माहीतव हीत ही धा

अकसर वयपर माamp अपन गबित परदन करत ही दधिजीन जीतकA न अपन जीवन माamp अचछ कमा) बिकय हीत ही त वही वयपर माamp कफ़1 ढाKर

करत हीऔर र कमा क परभाव क करणी चलात हआ वयपर अकसमात ही नच जीन लागत ही और घार क अनदर भा कला0 हीन क करणी

सधानA माamp कमा हीत जीत ही दधिदधमान हीन पर भा कई त नही नत हीऔर वही अपन चतय) क भा रद करत रहीत ही अचछ

धा अचछ वयपर नत हीधान और धानय स पgtणी) करगजीवन पgtर आननद माamp तग आदिद तamp भा समाझ माamp आत ही धावर धा क

मिधान हीपनन इसक रतन हीदधिजीसक धारणी करन स यही लाभाकर हीत हीपतला इसक1 धात हीऔर अनन माamp हीर माgtग इसक अनजी ही धा क

नतरीA माamp अशलष जयषठा एव रवत हीधा क1 रशि0य मिमाथान और कनय ही दधिजीसमा मिमाथान सकरतमाक और कनय नकरतमाक रशि0 हीत ही

लाबिकन कनय रशि0 माamp यही जीतक क माYk वणी लान वला और समाजी माamp अपन क मिमालाकर चलान वला मान जीत हीपनदरही अ0 माamp

यही परमा उचच क हीत ही और मान रशि0 माamp यही पनदरही अ0 माamp परमा नच क हीत ही

अक0सतरी माamp धा

अक बिवदया माamp पच क अक धा क अक ही और दधिजीसक जीनमा 51423 तरख माamp हआ हीत ही उसक शिलाय धा क परभाव जीवन माamp

माहीतवपgtणी) मान जीत ही इन अकA स समतमिनधत जीतक अमिधाकतर जीलदजी हीत हीबिकस भा त क बिनणी)य लान माamp दर नही करत हीऔर

अकसर इनक दिदमाग खजी हीत हीइस करणी स नय नय तA क1 खजी क करन क द यही जीलदn स धान कमान क परबित अपन

दिदमाग चलात रहीत ही इनक दिदमाग ड स ड वयपर चलान माamp भा नही घाडत ही और उसक मातला चही लाभा स ही य हीबिन स इनही

मातला नही हीत हीलाबिकन धा क अचछ परभाव क करणी इनक वयपर अकसर सफ़ला ही हीत ही अकसर वयपर क कमाA क तनव क

हीन क जीgtद भा यही अपन कमा क आरमा स सभाला ला जीत ही धावर और 0Eवर इनक शिलाय अचछ दिदन हीत हीधा परधान

जीतकA क सवभाव 0माtला और लाचला हीत हीइन अदओ क करणी स भा यही अनय लागA क दिदला जीत लात ही इन जीतकA क धा क

रतन पनन पबिहीनन स भा आरमा मिमालात हीऔर गय क हीर घास खिखलान स भा इनक जीलदn आरमा मिमालान लागत हीधा क जी मातरीA क

जीप भा इनक शिलाय लाभाकर हीत ही धा क1 क प स जीतक क पस अथाही समपकषिK आन लागत ही और समाजी सथान माamp आदणीtय भा ही

जीत ही

धा परधान वयशिG दधिदधमान हीत ही इनक शिलाय ससर क जञोन स ढाकर और कई खजीन इनक पस नही हीत हीबिकस भा करणी क 0धा

करन क द यही प एच ड जीस उपमिधाय आरमा स लालात ही यही सगत बिपरय भा हीत हीवकपटात क परभाव इनक पस हीत

ही0शिG0ला बिवचरवन सZनदय) क पजीर भावन परधान बिवदयावन और दधिदधजीव हीत हीशिलाखन क1 कला इनक1 अचछn हीत ही और अर

नन क1 कला इनक पस अदभात हीत हीहीर कमा क सच समाझ कर ही करत हीखला सथान इनही अमिधाक पसद हीत हीखच) करन क

अनदर इस परकर क जीतक क जीgtस भा हीत हीदधिदध परधानत वला कमा जीस जयबितष डकटार वक1ला दलाला वयपर लाखक gtगर वला

कमा और अथा)0सतरी माamp बिनपणीत वला कमा इनही अचछ लात ही

इस अक वला जीतकA क1 क छ कमिमाय भा हीत हीजी उनक1 परगबित माamp रकवटा पद करत हीजीस आलास आन जीलदn गसस हीन अकरणी

ही गसस करन लाग जीन शिचनत वला तamp और अपन य परय वयशिG क 0क माamp डलान वला कमा करनअमिधाक तamp करन आदिद मान

जीत ही असफ़लात क बिवचर स भाय हीन 0क करन आदिद भा दख पद करन वला करणी हीत हीदधिदध क कय) करत रहीन स भा इनक

0रर कमाजीर हीत जीत ही और 0रर क कमाजीर हीन स फ़ फ़ड वला रग जीकमा लाग रहीन टाn आदिद जीस रग पद ही जीन एलाजीt

वला रग हीत जीन भा मान जीत ही जीवन सथा क अपन अनरप नन क करणी भा इस अक क जीतकA क शिलाय दखदय हीत

हीअकसर इस अक क जीतकA क जीवन सथा चप ही रहीत ही और बिन दधिदध क कमा करन क करणी घार और परिरवर माamp अ0बित क करणी

भा नत ही खन पन और लान पर बिनयतरीणी नही हीन क करणी इस अक क जीतक बिन करणी क ही दशमान य मार भा पला लात

ही

क डला माamp रही भावA माamp धा

रही भावA मा धा क1 षदभिसथाबित क परमाख रप स समाझन क शिलाय परतयक भाव क धा क रप अलाग अलाग हीत हीयही पर जी रप धा क

परदरथि04त बिकय गय ही व क वला धा क1 उचच षदभिसथाबित क समाझ कर ही बिकय गय ही जीरर नही ही बिक आपक धा क रप भा इस तरही स

हीअगर आपक1 क नडला माamp धा पर बिकस अनय गरही क1 र नजीर ही त उसक परभाव भा र ही सकत ही जीस रह क परभाव पडन पर

अचछn वणी हीन पर भा आपक1 वणी क गरहीणी लाग गय हीगला माamp इनफ़ कसन क दवार आदिद समाझन चबिहीय

परथामा भाव माamp धा

पला आभा शिलाय चहीर हीत हीलाम उमरो क माशिलाक हीत हीगकषिणीत और गणीन करन वला बिवषयA माamp परवणीत हीत हीमाजीबिकय सवभाव

हीत ही यन हीर त क माजीबिकय लाहीजी माamp कहीनधामा) क कय माamp रशिच हीत ही

दसर भाव माamp धा

अचछ कय) करन माamp रशिच हीत हीबिहीममात हत हीत हीदधिदध स तजी हीत हीमाहीनत भा खgt करत हीवक1ला य नत जीस गणी हीत ही त

क1 त माamp धान हीत हीदलाला और 0यर जीर वला कमा माamp रशिच हीत ही

तसर भाव माamp धा

लाखन क पकक हीत हीकमपयgtटार और इस परकर क यतरीA क सचशिलात करन क1 मात हीत हीसफ़टावयर आदिद नन माamp बिनपणीत हीत

हीशिचतरीकर और कबिवत करन माamp रशिच हीत हीबिवषयA माamp आ0शिG हीत हीसदगणी भा भार हीत हीमाटा 0रर हीत हीगलामाटाला आक बित

हीत हीबिहीन अमिधाक और भाई कमा हीत हीबिपत क धान कर ही जीत ही

चZथा भाव माamp धा

भागयवन हीत हीदन करन माamp बिनपणी हीत हीदन दन माamp क पतरी और सपतरी क समाझन क1 बिहीममात हीत हीशिलाखन क1 कला हीत

हीनबितयA पर चलान क आदn हीत हीदधिदधवन हीत ही

पचमा भाव माamp धा

जीनमा स सवथा) जीवन माamp भार हीत हीअपन कमा बिनकलान माamp चतरत हीत हीकमा बिनकलान क द भाgtलान क1 आदत हीत हीसनतन क

अभाव हीत हीक वला धान क1 चहीत हीत हीजीमान कमा क करन और जीमान आदिद क परबित मानशिसकत न रहीत ही

छY भाव माamp धा

कला0 करन अचछ लागत हीलाबिकन वणी माamp मिमाYस हीत हीआलास 0रर हीत हीअकषिभामान क1 मातरी भार हीत हीपरिरशरमा और

कमाकत क समाव0 मिमालात ही दसरA क1 सव करन अचछ लागत ही

सपतमा भाव माamp धा

पबित य पतन क शिलाय सखदयक हीत हीकनतिनतवन 0रर हीत हीतAद बिनकला जीत हीसनदर और क लान परक बित हीत हीसमपदन करन क1

मात हीत हीउदर परक बित हीत ही

अषटमा भाव माamp धा

लाम उमरो हीत हीसनदर पतन य पबित हीत हीत क भारस नही हीत हीखत क कय) माamp बिनपणीत हीत हीजीस गवन आदिदनयय

करन क अनदर ईमान क समाव0 हीत हीवयपर स लाभा क वला दलाला वला कमाA माamp हीत ही

नवमा भाव माamp धा

दधिदधमान हीत हीतथा)टान करन क1 कमान हीत हीअपन समाजी माamp त रखन वला हीत ही कबिव गन बिवदया माamp बिडगर य बिडपलामा हीत

हीनयय यतरी करवन वला कय क मानस रहीत ही बिवद0 लागA और अगरजी माamp अचछ जञोन हीत ही

दसमा भाव माamp धा

रजी यग क करणी नत हीअलपय हीन भा मान जीत हीमात क1 बिहीन स सवभाव मिमालात जीलात हीबिपत क परबित वफ़दर नही हीत

हीखद क कमाA क खद क परयसA स ही खतमा करन क1 भावन न जीत ही

गयरहीवamp भाव माamp धा

लाभा माamp अपर समपकषिK क1 कमान हीत ही बिपत क1 जीयदद मिमालात हीछटा भाई बिहीन स सनही हीत हीमात क शिलाय कषटकर हीत

हीशि0 और मानरजीन माamp अमिधाक रधवयन रहीत ही

रहीवamp भाव माamp धा

बिवदवान धामा)तमा सवभाव हीत हीबिकस भा भाष क पकडन क1 मात हीत हीदवय जञोन क1 जीनकर हीत हीसमाजी माamp गणी मान जीत

ही0सतरी क अचछ जञोन हीत ही आलास 0रर हीत ही

धा समनध अनय बिववरणी

धा गरही स समतमिनधत रगउनक 0मान हीत धारणी करन क1 बिवमिधा गरही 0नतिनत क शिलाय दन तथा धा गरही स समतमिनधत वयपर और नZकर

आदिद क बिववरणी इस परकर स ही-

दन

धा क क परभाव माamp दिदय जीन वला दन आशलष जयषठा और रवत नतरीA माamp सवय क जीन क रर हीर माgtग हीर वसतरी फ़ला हीर मिमाYई कस

पतला हीथादत पनन सवणी) कपgtर 0र षटारस भाजीन घा फ़gt ला आदिद दन माamp दिदय जीत हीदन शरदध पgtव)क दकषिणी सबिहीत बराहमणी क सकलप

पgtव)क धा गरही क नतरी कला माamp करन चबिहीय

वयपर

कसदकर शिसलाई मा0न क वयपर वनसपबित घा क वयपर कड खन क वयपर परचन वसतओ क सगरही करन क द चन क

कय) खला और खला आदिद क समान क वयपर करन Ykक मान जीत ही

नZकर

मातरीपद बिवधायक पद परततव बिवभाग क पद लाइबरार क कमा 0टा)हीampड टाइविप4ग क कमाampक क कमा एकउनटाampस क कमा इनकमा टाकस क1

नZकर डकतर बिवभाग माamp कमा जयबितष क कमा हीसतरख और 0यर जीर क कमा करन चबिहीय

जीव जीनत और मानय पड पZधाA फ़लाA आदिद सभा माamp करampटा हीत हीनयgtनतमा य अमिधाकतमा पड पZधा और जीव जीनत क1 उमरो क अनसर मान

जीत हीयही करनटा मिमाला एमपयर क1 नप माamp हीत ही0रर क1 गबितपड पZधाA क अनदर हीन वला गबित जी हीव य धाgtप क1 अमिधाकत स

हीत हीबिवदयात उतपदन क शिलाय मान जीत ही भाजीन करन पर 0रर माamp आलास आन इस त क दयातक ही बिक 0रर माamp नन वला ऊजी)

क बिवकस नय शिसर स चलाgt ही रही ही 0रर क अनदर नन वला बिवदयात क परयग 0रर बिकन बिकन कमाA माamp करत ही उसक शिलाय हीमाamp गहीन

अरधवययन क1 तरफ़ जीन पडग 0रर माamp खन क दवार ऊजी) क1 पgtरतित4 हीत ही0रर क दवार जी भा खदया पदथा) परयग माamp लाय जीत ही व

सभा जीमान स उतपदिदत हीत हीय समादर क पन स उतपदिदत हीत हीउनही उतपदनA क 0रर आरमा स हीजीमा कर सकत ही जी एक र

धारत पर उतपदिदत ही चक हीइस परकर क भाजीन स 0रर क अनदर जी ऊजी) नत ही उस ही य इलाषदभिकटरोक क1 सजञो दn जीत ही 0रर

अपन तबितरीक ततरी क सgtचन दन क1 बिEय माamp इस बिवदयात ऊजी) क परयग माamp लात ही0रर क अलाव भा यही हीर क1 दबिनय माamp भा अपन

सद0A क भाजीन और सद0A क परपत करन क शिलाय परयग माamp लात ही कही भा 0रर माamp चटाn कटात ही त तबितरीक ततरी क सद0 दन वला

0रर माamp फ़ ला तबितरीक ततरी वबिहीबिनय चटाn क कटा क अहीसस सधा मासतिसतक क पछ माडलाआलामागटा नमाक सथान क पहचत हीऔर

दिदमाग स तरत उस कटा जीन क सथान क सरकषित करन क शिलाय य हय सहीयत क शिलाय हीथा परA क दिदमाग स आद0 दिदय जीत ही

और हीथा पर मिमाला सकamp डA मा मिमाला उस आद0 क पलान अपन गबित क अनसर करत ही अगर कई चटाn क1 जीगही पर बिचछgt य अनय

जीहीरला जीव कटात ही त अपन हीथा परA क1 सहीयत क अलाव हीर क1 सहीयत क शिलाय दिदमाग आवजी और 0रर क गबित भा परदन

करत हीजीस कई र) कटात ही और वही पर अनय र क कटान क1 आ0क ही त 0रर क अनदर भागन क1 0शिG भा अचनक ही पद ही

जीत हीदिदमाग अपन इस बिवदयात 0शिG क परयग सरकषित हय सथान क खजीन क शिलाय भा परयग करत ही सथा ही कटा जीन वला सथान

क सgtजीन आदिद दकर बिवष क आग ढान स रकन क उपय भा करत ही चखन क शिलाय आवजी भा दत हीऔर चख क अनदर उस

आवजी क भा परकटा करन क1 0शिG और ड पवर दत ही दधिजीसस आसपस क माहीZला भा जी भा पस माamp रहीन वला लाग हीचही व

अनजीन ही य जीन पबिहीचन वला सभा क रधवयन अपन ओर बिकस भाय स दखन क शिलाय और उस भाय क1 चख क1 आवजी क सनकर

अपन अपन सर क सथा उनक अनदर भा बिहीममात क परदन करन क शिलाय 0शिG समपनन ऊजी) अपन कमा करन लागत हीइसस अगर

भाय कई सव)जीबिनक ही त सभा अपन अपन सर क दखकर सहीयत क शिलाय भागन लागत ही अगर पड 0रर क1 0शिG स अमिधाक

हीत ही त 0रर क हीस करन क द तबितरीक ततरी अपन गबित क अनसर 0रर क1 0शिG क इकटठो करन और जीमा लावन ततवA क1

पgtरतित4 क शिलाय बिकय जीन वला उपयA क सथा 0रर क नकसन पहचन वला करकA क बिनदन करत ही इस बिनदन माamp जी करक

माहीतवपgtणी) हीत ही उनक अनदर आसपस रहीन वला लाग य दरसथा रहीन वला लागA क भा यही तबितरीक ततरी सgtचनयamp पहचन क कमा करत

ही आसपस रहीन वला लागA क अनदर त पड क1 खर करन क शिलाय अपन आसपस क करकA क 0रर क1 ऊजी) अपन कय) करत

हीऔर जी हीर और दरसथा लाग हीत ही उनक शिलाय समतमिनधत 0रर क अगA क फ़डकन क कय) करत हीउनक अनदर अकसमात ही

बिवचरधार क अनदर दलाव क कय) करत हीअगर कषट भागन वला वयशिG बिकस क पतरी ही त मात कपबित ही त पतन कबिपत ही त

पतरी क और अनय समनध ही तथा उस समनध स अमिधाक लागव ही त उस समनध क अपन अपन अग क फ़डक कर सgtचन दन क

कमा यही ऊजी) करत ही यही नही इस ऊजी) क कमा बिकस भा ख0 क1 खर क भा 0रर क अगA क फ़डककर भाजीन क कमा करन

हीत हीअगर ख0 खर परपत करन वला जीतक स रही ही त सवपन क मारधवयमा स भा इस ऊजी) क दवार स सद0 परसरिरत बिकय जीत ही

सतरी क य और परष क दबिहीन अग ख0 क1 खर क परपत करन क समाय फ़डकन आरमभ करत ही और र खर क समाय सतरी क

दबिहीन और परष क य अग इस बिEय क परदरथि04त करन लागत ही

जीग) मात क भा अपन पतरी क1 सकटा क1 षदभिसथाबित माamp फ़Zरन अहीसस त ही जीत ही जी उसक सतनA माamp खजीला चलान 0र ही जीत हीपतरी

क ऊपर आन वला सकटा क अहीसस मात अपन आप माहीसgtस करन लागत ही उसक दिदला माamp चन नही आत हीऔर रत क र र सवपन

भा चलाgt ही जीत ही इस ऊजी) क परभाव बिकस परकर स अपन सद0 पहचन क कय) करत ही इसक शिलाय पgtव)कला स ही अनभाव क

आधार पर अग फ़डकन क फ़लाफ़लाA क इबितहीस चलात आ रही ही0रर क हीर बिहीसस अपन अपन परभाव तन लागत हीजीस बिकस

वयशिG क मासतक फ़डकन लागत ही त उस नZकर लागन य कमा मिमालान अथाव बिकस जीमान क मिमालान क अहीसस हीन लागत हीमासतक

क शिलाय वही चही परष ही सतरीअकसर सथान दलान य बिकरय क माकन शिसफ़टा करन क पहीला यही अहीसस हीन लागत ही नZकर माamp य

अपन वयवसय माamp सथान दलान क समाय भा यही अनभाव दख गय ही अकसर बिकस वयशिG क1 दनA भाहीamp अपन आप फ़डकन लागत ही त

उस समाझ लान चबिहीय बिक उसक र दिदन अ त गय ही और सख क समाय आन वला हीवही दधिजीस त क शिलाय भा दख था उसक दख

दर हीन वला हीसथा ही उसक हरदय माamp एक उतसही भा जीनमा लान लागत ही आखA क1 फ़डकन अमिधाकतर समाजी माamp परचशिलात हीसतरी क1

य आख और परष क1 दबिहीन आख बिकस भा सथान स फ़डकन लागत ही त उस जी भा बिपरय हीत ही उस क द0)न हीन हीत ही

लाबिकन बिवपरत अवसथा माamp अ0भात क दखन भा मिमालाकरत ही सतरी क यamp नतरी क कन क1 तरफ़ क कZन फ़डकन 0र हीत ही त

जीरर लाकषमा क1 परनतिपत हीत हीवही चही सन चदn क रप माamp ही य नगद धान क रप माamp मिमाला उस मिमालात जीरर ही यही हीला परष क

दबिहीन नतरी क शिलाय मान जीत ही आख क ऊपर क बिकसस माamp भा यही जीन जीत ही बिक अगर परष क दबिहीन और सतरी क य पलाक

फ़डकत ही त बिकस पदव क1 परनतिपत हीत ही और बिवपरत माamp पदव क अत हीत ही कनध फ़डकन माamp भागA क1 परनतिपत और बिवपरत

अवसथा माamp भागA क चला जीन मिमालात ही थाड क फ़डकन सतरी और परष क शिलाय बिकस ड डर क शिलाय मान जीत हीबिकस क1 धामाक1

य बिकस परकर स घार य हीर क वयशिG क सथा अकसमात हीदस हीन क1 खर थाड स मिमालात हीलाबिकन कणY फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp

यही उलटा हीत हीइसमाamp परशिसदधिदध और धान लाभा मिमालात दख गय ही गद)न क बिपछला बिहीसस फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp जी भा र भाव मानन

वला लाग हीत ही व हीव हीन क1 कशि00 करत हीहीAYA क फ़डकन क समाय माamp भाZबितक वसत जी हत बिपरय हीत मिमाला जीत ही पY

फ़डकन क सतरी और परष दन क भा र मान गय हीय त मार पकडत हीय बिफ़र बिकस त माamp हीरन पडत ही कख फ़डकन पर

जी अपन खस हीत ही उसस मिमालान हीत हीलाबिकन दबिहीन और य क भा खयला रखन पडत हीबिवपरत अवसथा माamp बिछडन भा मान

जीत ही दिदला क धाडकन अकसर जी भा जीनमा शिसदध कमान हीत ही उसक मिमालान क समाय मान जीत हीचही वही हीमा0 स मान जीन

वला भागवन क बिकस भा रप माamp कयA न ही माही क अनदर फ़डकहीटा अचछ भाजीन क1 परनतिपत क सक त मान जीत हीहीथाला माamp खजीलाहीटा

धान क आगमान और बिवपरत अवसथा माamp खच) करन क1 षदभिसथाबित क भा द0)त ही कमार क फ़डकन हत अचछ कमा क अनदर क छ समाय

क शिलाय बिजी हीन और द माamp सममान दन क शिलाय मान जीत ही नकषिभा क फ़डकन पबित क शिलाय पतन क बिछही और पतन क शिलाय

पबित क बिछही क रप माamp जीन जीत ही परइवटा पटा) क फ़डकन पर इषदभिचछत सथा क सथा रमाणी करन क समाय तय गय ही गद क

फ़डकन पर वहीन क लाभा हीत हीचही वही खद क मिमाला य बिकरय क वहीन स सफ़र करन क अवसर मिमालाजीघाA क फ़डकन स वसतरीA

क1 परनतिपत हीत हीघाटान क फ़डकन स घार माamp 0तरीओ क1 और वयपर माamp कमपटाnटार क उदय हीन क समाय मान जीत ही पर फ़डकन पर

बिकस नय सथान क1 तरफ़ पलायन हीत हीबिवपरत अवसथा माamp र सथान क परपत करन क सक त भा मान जीत ही पर क तला क फ़डकन

क1 षदभिसथाबित माamp अचला समपकषिK क1 परनतिपत और बिवपरत अवसथा माamp अचला समपकषिK क जीन क समाय मान जीत ही चच क मार हीन क

समाय मात क1 छत अपन आप दरबिवत हीन लागत हीचच क Ykक हीन क समाय मात क1 य छत फ़डकन लागत ही सही क समाय माamp

जीलदn असर मिमालात ही 0मा क समाय माamp दर स असर मिमालात हीलागतर फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp भाला य र परभाव पलान क नन क द

मिमालात ही एक सथा दन अग क फ़डकन भागय और दभा)गय क च माamp चलान वला हीस मान जीत ही इसक अलाव और भा सकडA

बिEययamp इस 0रर क दवार समपदिदत क1 जीत हीजी क वला य इलाषदभिकटरोक करampटा क दवार ही समभव ही कई वयशिG अगर लागतर

नकरतमाक षदभिसथाबित माamp चला जीत ही और वही र र अपन क अक ला रहीन क शिलाय परिरवर य समाजी क लागA स दर रखत ही त उस

वयशिG क शिलाय यही नकरतमाक ऊजी) क परव0 क समाय मान जीत हीइस कला माamp उस वयशिG स कई भा वत) करन पर वही खजीत ही

और अपन 0रर क समापत करन क1 धामाक1 दत ही नकरतमाक ऊजी) क 0रर स दर करन क शिलाय वयशिG क ऊपर स खन वला सद

नमाक एक माटठोn 0मा क समाय सत वर उसर करन क द घार क हीर सडक पर डलान स उसक1 नकरतमाक ऊजी) स छ टाकर भा

मिमालात दख गय ही नकरतमाक ऊजी) क एक परभाव और दख गय ही बिक वही घार क अनदर सस पहीला कला0 पद करन क करणी पद

करत हीवही वयशिG क बिकय जीन वला कमा स रधवयन भाग करत हीवही कर क छ रही हीत ही और करत क छ हीइस करणी स घार क अनदर

नकसनसमनधA क अनदर बिगड और वयपर क अनदर नकसन तथा नZकर क अनदर माशिलाक स परतणीन क असर दत हीइसक शिलाय

सही क अपन जीगन क द अपन इषट क रधवयन माamp रखकर उसक1 मानशिसक इमाजी अपन दनA हीथाA माamp दखन क द तथा जी सवर चला

रही हीउस पर क पहीला बिसतर स नच रखन क द ही कय क 0र करन चबिहीय रत क नद नही आन क1 अवसथा माamp भा सgtय|दय स

पहीला जीगन क1 बिEय क करन चबिहीयऔर जीही स भा उगत हय सgtय) क दरशय दिदखई द दखन क परयस करन चबिहीय अकसर उन लागA

क हत ही सफ़ला हीत दख गय ही जी लाग सही क उगत हय सgtय) क नदn य समादर य तला क पर दखन क1 कशि00 करत ही दन

भाजीन पgtजी और समतमिनधत वयशिG क1 भालाई क1 कमान क शिलाय जी भा उपचर बिकय जीत ही व अपरतय रप स फ़यद दत दख गय ही

दिदमाग क1 अमिधाक अ0नतिनत स चन क शिलाय पहीड यतरीयamp भा कमाय हीत ही

दन क माहीतव

अकसर जीवन मा दन क माहीतव हीमात अपन मामातव क चच क शिलाय दन करत ही बिपत अपन परषथा) क शिलाय अपन जीवन क क1 जीन

वला माहीनत क दन अपन चच क शिलाय करत हीभाई अपन हला क दन करत हीबिहीन अपन तरक स समनध नकर और समाजी

नकर अपन भाई क तरी क दन करत हीभाई अपन बिहीन क शिलाय आजीवन अपन सहीयत और 0शिG क दन करत हीड हीकर

चच अपन मात बिपत क वदध हीन पर उनक1 दख रख और भाजीन क दन करत हीपतन पबित क रबित सख परदन करत हीअपन दवार

पबित क शिलाय बिनसवथा) भाव स भाजीन और पबित सख और आय वदधिदध क परबित पgtजी पY करत ही आग क शिलाय व0 चलान क परबित अपन

कमान क समारतिप4त करत ही ह अपन सवथा) क तयग कर पबित क क ला मा 0बित और समपननत नन क परबित अपन जञोन क दन करत

हीदमाद अपन हला और सममान क दवार अपन ससरला जीन क मान ढान माamp अपन 0शिG क दन करत ही क छ लाग अपन

वयवसय सथान पर Y कर रसत तकर अपन जञोन क दन करत हीक छ लाग पयसA क शिलाय पयऊ खलावकर धामा)0ला नव कर लागA

क जीवन क सद गमाt स चन क शिलाय अपन हला क दन करत ही हीक1कत मा दख जीय त यही 0रर ही दन स और दन क शिलाय

न ही एक वयशिG एक लाख रजीन कमा रही ही लाबिकन वही अपन शिलाय मातरी क छ सZ रपय माamp अपन पटा भार लात हीऔर क1 क धान

वही अपन परिरवर क शिलाय जीमा करत ही बिक वही अपन सतन क शिलाय इतन इकटठो कर द बिक उसक द उसक1 सतन बिकस क1 माहीतजी

नही रही और वही सख रही लाबिकन इस सख रखन क करणीA माamp माही पद ही जीत हीयही माही करन ही उसक1 भाgtला ही और इस माही क

चककर माamp 0रर स क1 जीन वला माहीनत दन सवरप न हीकर माही क जीजीला माamp चला जीत ही मात न अगर पतरी क जीनमा दन क द यही

सच शिलाय बिक उसक पतरी ड हीकर उसक1 पलान करगउसक1 सव करगउसक शिलाय ह लाकर उसक1 आजञो क पलान करवयग त

मात क यही माही उस समाय कर ही जीत ही जी लाडक ड हीत ही और अपन माजीt स 0दn बिववही करन क द अपन घार अलाग

स लात ही मात अपन पतरी क सहीर रहीन क करणी और अपन शिलाय क छ न चकर क वला पतरी क शिलाय ही स क छ करन क द जी पतरी

पस स बिनकला जीत ही और पतन क शिलाय सचन लागत ही त मात क वही पलान पषणी स लाकर पढान शिलाखन और सभा सधान पतरी क

शिलाय जीटान क परबित कर ही जीत ही उस समाय मात और पतरी क च तनतन चलात ही और ह जी दसर घार स आय ही उसक अनदर

यही भावन घार कर जीत ही बिक मा क वला टा स धान क माही करत ही और टा मा क कही पर चलात ही उसक1 त क नही सनत हीइस

परकर स तकरर ढा कर ड तकरर न जीत हीटा न त मा क छड सकत ही और न ही पतन क छड सकत हीपतन क पस द

रसत हीत ही एक अपन मात बिपत क और दसर कनgtन कलाबिकन मात क पस एक ही रसत हीत ही वही हीत ही अपन पतरी कह य

त अपन मात बिपत स परतणीन दिदलावत ही अथाव कनgtन क सहीर लाकर मात बिपत क जीय भाजीन और सहीयत दन क जीला क1

हीव दिदलावन क कमा करत हीटा क समान द ही रसत हीत ही य त वही ह क लाकर अलाग रहीन 0र कर द य ह क तलाक दकर

बिफ़र स मात बिपत क कहीन माamp चलान लागउस दसर सधान ही सही लागत हीलाबिकन इन स क पछ जी था वही मात क लाभा ही थाअगर

मात न बिपत क सथा मिमालाकर पहीला स ही पतरी क1 शि0 क द उस जीबिवक क सधान दकर अलाग कर दिदय हीतऔर ह क पहीला स ही

अलाग करन क मानस न शिलाय हीत त जीला जीन क1 य परतकषिणीत हीन क1 समासय ही नही आतयही स माही क करणी ही मान जी

सकत हीजी पलान पषणी मा कई माही नही थाअगर उस समाय माही हीत त डकटार क पस चच क मार हीन क द नही ला जीय

गय हीतशि0 क सथानA माamp एडमिमासन नही करवय गय हीतसद गमाt क समाय माamp उस कपड और रहीन क सथान क दसत भा नही

करवय गय हीतलाबिकन जीस ही वही कमान लायक हआ और मात क अनदर माही न जीनमा ला शिलाय

दन माamp माही और अहीमा क तयग

दन करन क शिलाय माही क तयग जीरर हीमाही क करन स भाजीन क दन नही बिकय जी सकत हीभाजीन ही खgt सर रख ही लाबिकन दन

करन क जी तभा नही करग जी यही माही पद ही जीयग बिक कला भा इस भाजीन क इसतमाला करन हीलाबिकन जी वही रख हआ भाजीन

बिकस जीव जीनत य माZसमा क1 खर स कर ही गय त मान माamp उस खर भाजीन क फ़amp कत समाय सतप हआयही सतप त नही हीत

जी उस भाजीन क बिकस मागन वला वयशिG क आरमा स खिखला दिदय हीत और वही भाजीन स तपत हआ वयशिG क छ और भा दकर जीत

जी सतप स कई गन ढा कर हीत और आग क अचछ र समाय माamp कमा भा आत दन क रप अलाग अलाग समाय माamp अलाग अलाग रप

धारणी कर लात ही दन क शिलाय मागन वला क छटा और दन वला क कभा ड नही समाझन चबिहीय यही कथा वमान अवतर स शि0

दत ही पबित क पतन क शिलाय दिदय जीन वला वचन जी दन क ही रप ला लात हीकभा भाgtलान नही चबिहीयसमाय क दलान पर दिदय

हआ वचन बिकतन ड रप ला सकत ही इसक उदहीरणी रमाचरिरत मानस माamp दसरथा और क क ई क1 कथा स समाझ जी सकत ही वमान

अवतर माamp भागवन न ववन अगला क रप माamp पgtर पथव आक0 पतला सभा तन पग माamp नप शिलाय था और रजी शिला क ऊपर आधा पग क

कजी) ही छड दिदय था उस परकर स रजी दसरथा क दवार क क ई क दिदय गय द वचन शररमाचनदर जी क शिलाय चZदही वष) क वनवस क

करणी न थाऔर पतरी बिवयग माamp रजी दसरथा क1 मातय क करणी न था इनक अनदर भा माही क रप क वला अहीमा क रप माamp थाअगर

रजी शिला क यही अहीमा नही हीत बिक यही ववन अगला क पबिडत कय ड माग लागत कजी)ई नही नतऔर रजी दसरथा क वही अहीमा

बिक जी चहीampग तभा द वचनA क1 पgtरतित4 कर दampगइसमा कय ड ही त इतन ड हीबिन नही भागतन पडत

दन क तन परकर 0ररधान और बिवदया

अकसर वयशिG तन तरही क दन क शिलाय हीमा0 रधवय हीत ही0रर दनधान धान और बिवदया दन 0रर क दन परष और सतरी दन

मिमालाकर सतन पद करन क दवार दत हीऔर वही 0रर ससर बिहीत क शिलाय हीत ही य अबिहीत क शिलाय यही उनक पgtव) कमा| और ससर क1

आवशयकत क अनसर हीत ही धान क दन परष और सतरी पहीला अपन परिरवर क पषणी और ससर बिहीत क कमा क शिलाय दन करत ही

वही भा परष और सतरी क अपन अपन भावA क अनसर मान जीत ही बिवदया क दन क शिलाय कभा ड य छटा क भाद नही मान जीत

हीजीस बिकस कमा क करन क शिलाय जी वही कमा समाझ माamp नही आत ही त एक छटा चच अपन दधिदध स उस कमा क करन क शिलाय

अपन मात दत ही वही बिकस ड स ड माहीरथा और जञोन आदमा क दिदमाग स पर त मान जी सकत ही दधिजीस परकर स लाक धराव न

अपन मात क परशन क उKर क अनसर जीगत बिपत क ही अपन बिपत मान था और वन माamp जीकर तपसय करन क शिलाय पच सला क1 उमरो

क चन था और कमा स कमा उमरो माamp उनहीन जीगत बिपत क द0)न परपत कर शिलाय थाभाG परहीलाद न अपन बिपत क जञोन क तचछ समाझ था

और शर हीरिर क चरणीA माamp अपन मान लागकर ड स ड आफ़तA स अपन क च शिलाय था

0रर दन क करकतव

0रर दन क शिलाय सतरी और परष क समाजी क अनसर एक शरखला नकर चलान पडत ही उस शरखला क अनदर ही 0दn बिववही रबित

वयवहीर और समादधिजीक बिनयमाA क मान जीत ही अगर इन तA क नही मान जीत ही त मानय और प0 क अनदर भाद ही कय रही जीत

ही रबित नबित क अनसर दिदय गय 0रर दन दिदय गय दन क ड रप हीत ही और समाय समाय पर अपन नमा और कय) क इबितहीस माamp

शिलाख जीत ही कई भा परष बिकस भा सतरी क1 तरफ़ आकरतिष4त तभा हीत ही जी उसक अनदर कमा वसन क सचर हीत ही लाबिकन वही

अगर समादधिजीक बिनयमाA क अनसर अपन कमावसन क 0त करन क शिलाय उपयG सतरी क नही परपत करत ही त वही दिदय गय 0रर

दन य त कgt ड क ढार मा जीत ही अथाव वही अगर बिकस परकर स च भा गय त समाजी और ससर क शिलाय कभा भा अबिहीत क करणी

न जीत ही 0रर दन क शिलाय समादधिजीक बिनयमाA क शिलाय कथा कही जीत ही बिक 0क सवत क बिवEमा समवत क द क मान जीत

हीबिवEमा समवत क द जयबितष 0सतरी माamp परवणी एक जयबितष क यही पत लाग बिक अमाक समाय माamp सतरी क सथा माथान करन क द अगर

सतन क1 परनतिपत हीत ही त वही ससर माamp अपन नमा लाकर हीमा0 क शिलाय चलात रहीग लाबिकन जी उस जयबितष न दख बिक समाय उस

रत क ही और उसक1 पतन बिकस नदn क पर रहीत हीवही जीलदn जीलदn नदn पर करन क शिलाय क वटा क पस गयक वटा न दख कई हत

ही जीरर त ही और उस त क जीनन क शिलाय जी क वटा न अपन दधिजीजञोस क जीबिहीर बिकय त जयबितष जी न अपन त क उसस

त दिदय क वटा चलाक था उसन सच बिक जी इतन माहीतव पgtणी) ही और वही अपन नव क चलाकर और नव स बिकय जीन वला कय) स

ससर माamp नमा नही चला सकत ही त उस अपन सतन क इस कमा क शिलाय परयग माamp लान चबिहीय उस क वटा क जीवन और खgt0gtरत

कनय था उसन जयबितष जी क समान परसतव रख दिदय बिक रत क अनधर ही गय ही और वही रत माamp नव क नदn माamp नही ला जीयगअगर

यही माहत) जयबितष जी क परयग माamp लान ही त उसक1 कनय स गधाव) बिववही करन क द उस माहत) क परयग माamp ला सकत हीजयबितष जी

तयर ही गय और उस रत क जयबितष जी न उस क वटा क1 कनय स गधाव) बिववही करन क द गभा)धान क पgtणी) बिकय उस कनय स जी

पतरी परपत हआ वही 0क नमा स जीन जीत ही यही कथा रमायणी माamp माकररधववजी क र माamp कही जीत हीजी हीनमानजी लाक क जीलाकर

पसन स तर तर समादर माamp कgt द त उनक पसन क एक माछला बिनगला गयउस बराहमचर पसन क अनदर वय) क कणी थाउनही कणीA स

माछला क जी सतन हय वही माकररधववजी क रप माamp हय और उस पतला क रजी अबिहीरवणी क दवारपला क1 सव क अवसर मिमाला रमा

लामाणी क जी अबिहीरवणी शिला दन क शिलाय पतला लाक ला गय त हीनमानजी क पहीला दवारपला क रप माamp तनत माकररधववजी स ही

माकला करन पडद माamp पत लाग बिक वही उनही क1 सतन था 0रर दन क शिलाय समाजी क बिनयमा हत ही माहीतव रखत ही जीस एक

करगर बिकस कला क जीनत ही और आग आन वला चच उस करगर क1 कला क अपन परिरवर और घार क अनदर ही चपन स दखत

रहीत ही त व उस करगर क1 कला स वबिकफ़ हीत जीत ही उन चचA क कही अनय सथान पर जीकर शि0 नही लान पडत और व उस

कला क और अमिधाक बिवकस करन क द आग स आग परयग माamp लात जीत ही त उस कला क बिवकस अपन आप हीत चला जीत ही

उस परकर स समाजी और वणी) वयवसथा क अनसर जी 0दn बिववही बिकय जीत ही त हीन वला चच उस समाजी क अनदर अपन क

अपन आप ढालात चला जीत हीऔर जी कय) य वयवसय अथाव ससकर उनही मिमालात ही उनही क अनसर व अपन क न लात ही लाबिकन

0रर माही और रप आदिद क लाभा माamp जी समाजी स अलाग बिकस परकर स 0दn समनध बिकय जीत हीत कमाकत क अनत हीन क द

जी रप और 0रर माही क भरामा टाgtटात ही त अलाग समाजी माamp बिकय जीन वला रिरसत टाgtटात ही और अगर उन रिरसतA क अनदर कई सतन ही

गय ही त वही अपन बिपत और मात क अनसर ही अपन क नन 0र करग इस परकर स वही पद हीन वला सतन न त इधार क1 रही

और न ही उधार क1इस परकर क1 सतन क भाटाकव क रसत मिमालात ही और वही दर दर क1 Yकरamp खन क शिलाय माजीgtर ही जीत ही

अथाव उस समादधिजीक बिनयमाA स नफ़रत हीन क करणी वही समाजी स अपन परन बिहीस क चकन क शिलाय आतकवदn जीस नबितयA माamp

जीकर मानय और समाजी क दद) नही समाझन क करणी हीतय जीस जीघानय अपरधा करन 0र कर दत ही अकसर यही त उन परिरवरA माamp

भा मिमालात ही जीही तमिसतरीय आधाबिनकत क चककर माamp अपन क कषिणीक सख क शिलाय अनय माद क1 कमाकत क शि0कर ही जीत ही और

उनस पद हीन वला चच समाजी और परिरवर क तक माamp रखकर घार और परिरवर क ही लागA क शिलाय आफ़त क करणी न जीत

हीअकसर इस परकर क चच खgtन क समनध नही हीन क करणी अपन परिरवर क सदसयA क परबित दय य परमा भाव नही रख पत ही और

उस परकर स सचन चलाgt कर दत ही जीस बिक उनक कमाक बिपत क सचन हीत था

सस ड दन दय ही

मानय क अनदर दय क दन सस ड दन मान जीत हीकही भा गय ही बिक दय धामा) क माgtला ही पप माgtला अकषिभामान दधिजीसक अनदर दय

हीत ही वही रसत चलात क भा सहीर दन जीनत ही और जी सहीर दिदय जीत ही वही भा एक तरही क माहीदन ही हीत ही वही दय चही

मानय क परबित ही य जीनवर अथाव जीव जीनत क शिलाय वही दय ही सस ड दन मान जीत ही भागवन स भा परथा)न क1 जीत ही बिक

दय कर दन भाशिG क हीमा परमातमा दनदय क शिलाय बिकस क खजीन नही पडत बिक हीमा दय बिकसक सथा करन ही रसत माamp य घार

क अनदर दय क दन करन क शिलाय हीजीरA दय क परपत करन वला लाग मिमाला जीयampगऊपर त कर आय ह बिक दय मात चच क सथा

भा करत ही 0रन सभा जीवA क मारन क शिलाय मान जीत ही और अपन चच क वही नही मारत बिलला अपन चच क सथान दलान

क समाय ड ही मालायमा तरक स दतA क च अपन चच क दत ही और सथान दला दत ही माद बिचछgt अपन चचA क अपन 0रर

ही दन कर दत ही मानय अपन चच क पलान पषन स लाकर ड हीन तक उस पर दय क भाव ही रखत ही चच क ऊपर स बिगरन

स लाकर लाखA करणी नत रहीत ही जी चच अपन बिववक क खयला नही रख पत ही और जीखिखमा माamp रहीत ही त परिरवर क सदसय उस

चन क शिलाय हीर समाय खयला रखत ही जी वही चच समाजी क समान आत ही त समाजी वला लाग उस र आदतA स चन क शिलाय

बिनगही रखत हीलाबिकन कभा कभा जीनgtझ कर वही चच गलत करत ही त उस सजी दिदलान क नमा पर पशिलास य घार वलाA क1 भा

सहीयत ला जीत ही दय क रप यतरी करत वG बिकस सथान पर बिनवस करत वG य परिरवर माamp रहीन क उपरनत मिमालात ही समाजी माamp

दय क नमा पर समाजी क वयशिG क नZकर आदिद क मामाला माamp दय करन पर लाग रजीनबित भा करन लागत ही जीस आजीकर जीटाA क

आरणी क मामाला माamp दय क भाव समाझ माamp आ रही ही रजीनबित क अनदर दय क भाव दिदखव क रप माamp भा मिमालात ही जीस वर

माषदभिसजीद क हीटाकर रमा मादधिनदर य रमा मादधिनदर क हीटाकर वर माषदभिसजीद क मामाला माamp अलाग अलाग समादयA क नतओ क1 दय दिदखन क

मातला सफ़ समान ही बिक एक कहीत ही नन नही दampग और दसर कहीत ही नकर रहीampग दय दिदखव और सवथा) क शिलाय भा क1 जीत

हीजीस बिकस वयशिG क पबिहीनन क शिलाय कपड दिदय जीत ही और द माamp जी भा कई समादधिजीक त हीत ही य समादधिजीक वयशिG समान

हीत ही त कही दिदय जीत ही बिक यही कपड त हीमान इस पबिहीनन क शिलाय दिदय ही इस परकर क1 दय दिदखव हीत हीऔर उस दय क

कई माgtलय भा नही हीत ही अगर बिकस क खन खिखला दिदय ही त समान वला क माहीसgtस भा नही ही बिक खिखलान वला खद क आदमा था

य कई परयअगर उसन माहीसgtर कर शिलाय बिक खिखलान क द उस दय क टिढा4ढार पटा जीयग त उसक1 अनतरतमा उस खन क दला

माamp दिदय जीन वला आ0व)द क1 जीगही शरप और दन चलाgt कर दगदरवजी पर मागन वला क सथा अमिधाक दय करन क मातला ही बिक

अपन क लाटा Yनअमिधाकतर लागA न भाख मागन क धानध न शिलाय ही जी उनही कई माटा आसमा दिदखई दत ही त तरही तरही क

करणी नकर दय क पतरी न जीत ही और मान चही लान क द उस 0र क और अनय तरफ़ क पप कमा) माamp खच) करत ही इस

परकर स दिदय जीन वला दन दय क दन त दन वला क शिलाय मान जीत ही लाबिकन दधिजीसन दय क भाव क परपत बिकय था उसक अनदर

चलाक1 क भाव आन स दय और चलाक1 दन मिमालाकर दन दन वला और लान वला क शिलाय अबिहीत क करणी ही न गय जी दन

दिदय गय था उसक द उस दन क परयग कई अपन घार खचu क शिलाय करत ही त Ykक हीलाबिकन क Ykक ही जी वही खद कमान स

असमाथा) हीउस बिकस परकर क1 बिवदया नही आत ही वही 0रर स अपबिहीजी हीवही बिकस भा तरी माamp बिवकस नही कर सकत ही त दय करन

कर क1 त नही ही लाबिकन दय करन क उपरनत अगर कई वयशिG समाथा) हीत हय भा कमान क1 इचछ नही करत ही दिदमाग अथाव

0ररिरक शरमा स चन चहीत ही और उस दय क नमा स कमान क द बिफ़जीgtला खच) करन क1 आदत ही गय ही त वही दय नही मिमालान क

द अनय चलाबिकयA स कमान क1 सचग अकसर दय क नमा स मिमालान वला धान क लाग ड र तरही स खच) करत ही यही सतय बिनयमा

ही बिक कमान और खच) करन माamp जीमान आसमान क अनतर हीत ही कमान त हीर कई जीनत ही लाबिकन खच) करन हीर बिकस क पत नही

हीत ही कमान क अनसर अगर खच) बिकय जीय बिकस परकर क अहीमा माamp आकर अगर खच) बिकय जीत ही त कमान और माहीनत करन

भा कर ही मान जीत ही हीर मानय क बिनयमा हीत ही बिक वही अगर ईTर क1 क प स ससर माamp अवतरिरत हआ ही त वही मानव कलयणी

क1 भावन क अपन मान रखकर दय कर तथा) सथानA माamp बिकय जीन वला तभा समाथा) ही जी उस सथान माamp रहीन वला लाग जी क वला दसरA

क1 दय पर ही बिनभा)र ही उनक शिलाय दन क रप समाझ कर दन बिकय जीय अकसर कर क दन कर मा ही चला जीत ही इस त क

और अचछn तरक स समाझन क शिलाय भारत क परशिसदध धामा रमाTरमा धामा क1 ही त ला लादधिजीयवही धामा क वला आन वला तथा) यबितरीयA

क1 क प पर ही बिनभा)र हीअगर कई तथा) यतरी नही आय त वही क लाग भाgtखA मारन क1 कगर पर आजीयampलाखA लागA क वयवसय आन

वला तथा) यबितरीयA क रहीन खन तथा वही क1 परशिसदध वसतओ क चन हीलाबिकन दधिजीसक अनदर दधिदध क बिवकस ही वही वही पर नही

रहीत ही और अपन अनसर अपन औकत तथा बिवदया क ढात चला जीत हीडकटार कलामा सही भा वही क पद हीन वला माहीपरषA

माamp एक मान जीत हीउनहीन अपन बिवदया क परयग करन सख शिलाय और भारत जीस रषटर क सव|चच पद पर आसन भा ही गय जी बिक

उनक परिरवर वला आजी भा समादर स बिनकलान वला सप 0ख और अनय समान क वयपर करन क द अपन जीबिवक चला रही ही उनक

घार क पस माamp आजी भा झपड नमा न हय माकन उनक परिरवर क1 षदभिसथात क त रही ही इस परकर स दय क रप अपन बिवकस क

शिलाय अगर बिकय जीत ही और अपन अनसर ही बिकस गर क पलान क दिदमाग परयग माamp लाय जीत ही त वही दय सचच दय हीइस

दय क अनदर एक करणी और नत हीबिकस क शि0 क दन करनयही भा एक हत ड दन ही और दय क अनदर ही इसक1 औकत

ही ससर माamp दय क करणी चलान वला एन जी ओ आदिद क रप भा समाझ जी सकत ही जी ससथायamp अपन कमा करन क द लागA क

आग ढान क शिलाय अपन तन मान और धान स आग चलात ही व अपन नमा करत चला जीत ही लाबिकन लाभा माamp आन क द और उन

ससथाओ क1 दZलात अगर धान कमान क भाव मान क अनदर आय त वही दय क भाव स अलाग ही जीत ही उस भाव स अलाग जी परभाव

हीत ही वही अमिधाक धान कमान क1 लालास और उलटा सधा करणी नकर और सखययA क जीड ही रही जीत ही जी भा कमा लाभा क

करणी बिकय जीत ही व सभा कगजीA माamp त बिकय जीत ही लाबिकन धारतला पर क छ भा नही हआ हीत हीक छ ससथायamp इस भाव क और भा

अलाग अलाग तरक स धान कमान क शिलाय परयग मा लात हीजीस बिक एक धानवन क अपन सफ़ द धान क कला धान मा परिरवरतित4त करन ही

त वही पहीला इस परकर क1 ससथाओ क दन माamp माटाn रकमा ददग और द माamp उस ससथा स शिलाय जीन वला दन वपस लालागइस परकर

स जी टाकस आदिद माamp चत हीत ही वही ससथा क शिलाय न रहीत हीइस तरही स सरकर और जीनत क सथा धाख ही मान जी सकत ही

और इस परकर क1 ससथायamp जीही भा चलात ही उनक उददोशय मातरी दय क नमा पर गरख धानध करन ही मान जी सकत हीउनहीन अपन

पलानर नZकर पर रख हीत ही और उन पलानर और धान क लाख जीख तयर करन वला चटाuड एकउनटाampटा क1 दZलात व अपन कमा करत

रहीत ही इस परकर क1 दय स भा चन चबिहीयऔर जी भा कमा करन ही अगर हत ड रप माamp करन ही त अपन दवार ही बिकय जीय

और छटा रप माamp करन ही त भा अपन दवार ही बिकय जीय वही दय क दन सस उKमा मान जी सकत हीअगर शि0णी ससथाओ क

बिवकस करन ही त अपन नमा क कभा उपयग नही करन चबिहीयजीस बिक अकसर लाग अपन दद बिपत मात आदिद क नमा स ससथा

क खड कर दत ही और उस चलाकर नमा कमान क1 कशि00 करत ही यही ससर बिवशिचतरी ही यही एक परक बित क लाग नही हीकभा कई

सहीर लान क नमा पर आकर बिगडबिगडयग और सहीर मिमालान क द वही खद क 0र क1 भाबित नकर शिलाय गय दन क रद करन क

अलाव उस ससथा क भा गला दग दधिजीस भाव माamp बिकस क सवथा) आकर टाकर जीय उस भाव माamp बिकय जीन वला दन य दय कर ही

मान जी सकत ही जीस बिकस न अपन गनतवय क शिलाय रसत पgtछऔर तन क दला मा अगर कई धान क दत ही त वही दय य दन

क रप नही हीत ही दन क रप माamp बिकस क गनतबय क तय जीन वला रसत भा दन क ही रप ही जीत ही अकसर रजीन बिकस

क बिकस न बिकस परकर क1 समासय मिमाला जीत ही और वही समासय स सलाझन क रसत बिकस स पgtछत हीऔर तन वला उस सही

रसत त दत ही त वही समासय स छ टाकर परपत कर लात हीयही भा तय गय उपय और तय जीन वला वयशिG क शिलाय दन क ही

रप मान जीत ही आजी क यग मा अगर इस त क सधा सनत क शिलाय दख जीत ही त जी सनत दकषिणी क लाकर और अपन शि0य

नकर अगर जञोन क दन दत ही त वही दय क1 शरणी माamp नही आत ही वही एक माही और अपन क उचच दिदखन क अहीमा माamp 0मिमाला ही

जीत ही दिदय गय रसत और दिदय गय जञोन अगर दिदय जीन वला वयशिG क1 जीनपबिहीचन क1 समा माamp आजीत ही त भा दय और दन

क1 शरणी माamp नही आ सकत ही जीस एक पतरी अपन बिपत स क छ जीनन चहीत ही त बिपत क दवार तय गय उKर दय य दन क1 शरणी

माamp नही आयगयही अपनतव क1 भावन माamp आकर और माही क दवार जञोन क दिदय मान जीयग लाबिकन वही चच अगर रसत चलात बिकस

वयशिG स पgtछत ही और वही वयशिG उच चच क नही जीनत ही त वही दिदय गय जञोन और दय क भाव दन क1 शरणी माamp 0मिमाला ही

जीयग बिकस सडक पर जीन क शिलाय अगर द रसतA क च माamp एक सइन ड) क लाग दिदय गय ही और उस पर सही रसत पर जीन क

कथान शिलाख ही त वही ड) दधिजीसन लागवय ही उसक शिलाय दन क सधान मान जीयगलाबिकन अगर उस ड) क इस परकर क लागवय

गय ही बिक उसक अनदर पस डलाकर रसत क जञोन शिलाय जीय त वही कमान क सधान मान जीयग अकसर कई ससथायamp अपन अपन

अनसर लागA क1 शिचबिकतस क शिलाय अपन अपन अनसर क मप लागत ही वही पर सधारणी जीनत क शिलाय चविक4ग और दवइयA क बिवतरणी

बिन0लक बिकय जीत हीलाबिकन अगर उस ससथान अपन नमा क परचर जीर 0र स बिकय ही और अपन नमा क सथा डकटारA क नमा और

बिवतरिरत क1 जीन वला दवइयA क लाख जीख सक सनय ही त वही बिकय जीन वला सव क भाव नमा और अपन अहीमा परकटा करन

क तरक मान जीयगइस परबितसपधा) क रप भा दिदय जी सकत ही बिक अमाक ससथा न इतन धान इस शिचबिकतस क शिलाय खच) बिकय था

जी उस ससथा न इतन धान खच) बिकय ही यही त अकसर बिकय जीन वला भाडर क शिलाय भा मान जी सकत हीबिक अमाक आदमा न

अमाक सथान माamp इतन लागA क भाजीन करवययही त उस आदमा क शिलाय दन माamp नही सतिलक अहीमा क1 शरampणी मा 0मिमाला ही जीयगलाबिकन

वही आदमा अगर अपन क दिदखव स दर रखन क द भाजीन करवत ही त वही दन और दय क1 शरणी मा बिगन जीयग

दय धामा) क माgtला ही पला माgtला अकषिभामान

जीव जीनत और जीनवरA क अलाव मानय क शिलाय जी उKमा दन क1 और दय क करणी ही व द परकर क मान जीत हीएक सव|Kमा और

दसर अधामा अगर ससर माamp भाजीन और पन नही ही त ससर क दिटाक पन असमभव ही भाजीन और पन क मिमालान स कई भा जीव

जीनत और मानय बिवकटा स बिवकटा परिरषदभिसथाबित माamp दधिजीनद रही सकत ही इन दन क नही मिमालान स बिकतन ही धान दZलात और माय ही कई

नही दिटाक सकत ही दय क शिलाय सतरी और जीवA क सथा गय दय क1 हीमा0 पतरी ही इन करकA क रधवयन माamp रखकर बिकय जीन वला दन

और दय ड ही कमा क1 हीत ही भाजीन और पन क सधानA क दन बिकस भा ससथा क दवार बिकय जीत ही त वही दन सव)शरषठा शरणी

क मान जीत ही सतरी और गय क ऊपर क1 जीन वला दय हीमा0 पणय क दन वला हीत ही सतरी और गय क ही कयA दय क शिलाय

मान जीत ही त बिवदवाजीनA क समाझन चबिहीय बिक सतरी बिकतन ही बिनरक 0 ही उसक अनदर हीमा0 मामात क1 भावन रहीगसमाजी बिकतन

ही उसक सथा अनचर कर वही अपन भावकत क ला पर दधिजीनद रहीन क1 मात रखत हीजी भा कमा आत ही त क वला सनतन पलान

पषणी और अपन सवजीनA क1 र क शिलाय मान जीत ही एक डयन भा अपन चच क सभाला कर रखत ही इस कहीवत क अथा) तभा

मान जी सकत ही जी डयन क सथा भा मामातव क वयवहीर नकर रख जीय गय क दय क1 शरणी माamp परन समाय स क वला इसशिलाय ही

मान जी सकत ही बिक उस क छ भा खन क द लाबिकन वही दग दधा हीवही कभा अपन चच क पस बिकस अनहीन क त तक नही आन

दग जी तक उसक1 जीन रहीगदधिजीस जीव क अनदर इतन अपन चच क परबित दय ही और वही अपन दय क करणी अपन 0रर क भा

समापत करन क1 इचछ क रखउसक सथा Egt रत करन पgtर तरही स अमानषत क1 शरणी माamp आजीत ही सतरी क भागय समाझ कर और

उसक सथा भागA क सख लाकर माथान और पच माकर क परयग करन क द बिकतन ही उस परतकषिणीत बिकय जीयग वही हीमा0 अपन पबित

और परिरवर क शिलाय समारतिप4त रहीग समादधिजीक नधन हीA य 0रर क नधन वही अपन भावनतमाक आव0 माamp सभा क समापत कर सकत

ही लाबिकन इस कलायग क इन दन क सथा ही सस ड अनचर ही रही ही हीत मा आय भाgtकमप स ससर क अनदजी लाग लान चबिहीय

बिक इस द0 क माख वयपरिरक समनध अमारिरक स ही और यही पर ससर क सस अमिधाक एड क मारजी हीयही क बिनवशिसयA क माखय

खन गय क मास हीऔर यही रिरसत नमा क1 चजी समाझ माamp नही आत हीयही तक बिक भाई बिहीन क रिरसत भा अजी ही हीत हीमाथान

0र और मारकटा क करणी यही द0 गर द0A क1 शरणी माamp आत हीअकसमात भाgtकमप आय और एक लाख स अमिधाक वयशिGयA न एक

णी माamp ही अपन जीन गव दnयही तक बिक रषटरपबित क माहीला भा पत नही लाग बिक वही कही गय गय और सतरी क सस अमिधाक

परतणीन इस द0 माamp मिमालात ही यही तक बिक इस द0 माamp भाgtकमप आन क द लागA क1 जीन क1 र त करन दर यही पर सहीयत क शिलाय

जीन वला लागA क भा लाgtटा जीन लागजीस ही भाgtकमप आय दन क1 रशि0 इकटठो करन क शिलाय करडA ससथायamp एक दमा अपन अपन

अनसर समान आन लागयही क वला बिकय जीन वला पपA क करणी ही

गरहीA क 120 गणी

लागन अगर-

माष ही त आदमा क चच ही

वष ही त धान क1 मा0न ही

मिमाथान ही त टालाफ़न ही

कक) ही त भावन क1 पबिडय ही

सिस4ही ही त अहीमा भार हआ ही

कनय ही त कजी) दशमान मार स मिघार ही

तला ही त हीर त माamp फ़यद सचन वला ही

वकषिeक ही त भाgtत क सरदर ही

धान ही त प दद क1 त करन वला ही

माकर ही त चZस घाटा कमा ही कमा ही

क मभ ही त जीलदn रिरसत न सकत ही

मान ही त हीमा0 माZन रहीन वला ही

लागन स सgtय) अगर-

पहीला भाव मा ही त अहीमा भार ही

दसर भाव मा ही त चमाक क आग क छ दिदखई ही नही दत

तसर भाव मा ही त नतगर पहीला ही

चZथा भाव मा ही त रजीनबित वला सच ही

पचमा भाव मा ही त परिरवर मा ही रजीनबित करन वला ही

छY भाव मा ही त प क नZकर समाझत ही

सतव भाव मा ही जीवन सथा क गलामा ही

आYव भाव मा ही त चर दिदला क मारजी ही

नव भाव मा ही त धामा) स भा कमान वला ही

दसव भाव मा ही त सभा कमा नतगर स बिकय जीत ही

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 3: केतु

क त क1 0बित क शिलाय और क त क र परभावA स चन क शिलाय 0सतरीA माamp क त क1 पgtजी क बिववरणी दिदय गय ही बिनतय एक सZ आY पY

करन स क त क फ़लाA माamp चमातकरिरक फ़ला मिमालात दख गय ही अगर जीतक खद न कर सक त अपन नमा बिपत क नमा गतरी आदिद स

सकलप करन क द बिकस यगय बिवदवान वयशिG स यही पY करव सकत ही

दविवदविनोयग

क त क णवमिननबित मातरीसय माधाचछनद ऋबिष गयतरी छद क तदuवत क तपरतयथाu जीप बिवबिनयग

अथ हगनयस

क त शि0रशिस क णवन लालाटा अक तव माख प0 हरदय माय) नभाZ अप0स कटयामा स ऊरववोव| उषदधि जीनव अजीयथा पदय

अथ करनयस

क त क णवन अगषठाबय नमा अक तव तजी)नभयमा नमा प0माय) मारधवयमाभयमा नमा अप0स अनमिमाकभयमा नमा समाषदधि

कबिनषठाकभयमा नमा अजीयथा करतलापषठाभयमा नमा

अथ हरयदिनयस

क तणक वन हरदयय नमा अक तव शि0रस सवही प0माय) शि0खय वषटा अप0स कवचय ह समाषदधि नतरीतरीय वZषटा अजीयथा असतरीय

फ़टा

अथ धयनोम

धाgtमरो बिदवाभाहव)रद गदधार गधरासनसथा बिवक तननe बिकरटायgtरबिवभाgtबिषत य सदऽसत मा क तगणी पर0नत

क तगयतरी(

अतरीवय बिवदमही कपतवहीनय धामाबिही तनन क त परचदयत

क त क बा(ज मतरी

ऊ सतरी सतरी सतरी स भाgtभाव) सव ऊ क तग क णवननक तव प0 मारययाय)ऽअप0स समाषदभिरजीयथा ऊ सव भाव भाgt ऊ स सतरी सतरी सतरी ऊ

क तव नमा

क त क लि+य जप मतरी

ऊ सतरी सतरी सतरी स क तव नमा 17000 परबितदिदन

क त पचविव40बित नमा सततरीमा

क त कला कलामियत धाgtमरो क त बिववणी)क लाक क त माहीक त सव) क त भायपरद

रZदर रदरबिपरय रदर Egt र कमा) सगनध धाक पला0 धाgtमा सक0 शिचतरी यजञोपवत धाक

तरगणी बिवमाद च जीमिमानय माहीमिधाप पचबिव0बित नमाबिन क त य सतत पYत

तसय नशयबित धा च सव) क त परसदत दन धानय प0gtन च भावत वदधिदध न स0य

क त मागला सततरी

क त जीमिमाबिन गतरीजी क 0 समिमाद वयवय कणी षदभिसथात शिचतरीग रधववजी लाछन बिहीमा गही य दकषिणी 0 माख

बराहम चव सशिचतरी शिचतरी सबिहीत परतयमिधा दव सद षटा वितरी4सथा 0भा क चच )र पबित सद मागलामा

क त कयA पर0न करत ही

क त क र र कषट दन और परणी क आग ढान स रकन आदिद क त क करणी ही मान जीत हीजीव क सथा दघा)टान क दन वला

करक क त ही0लय बिEय और भाgtत परत क1 धा दन भा क त क हीथा माamp ही हीत हीलाबिकन परशन यन पद हीत ही बिक क त पर0न कयA

करत ही एक कहीवत ही बिक णी पणयमातय)लाक बिव0नतिनत क अनसर जीव क पणय जी णी ही जीत ही त उस वपस मातय लाक माamp

आकर उन पणय क बिफ़र स इकटठो करन पडत हीऔर जीस ही पणय एकबितरीत ही जीत हीपरणी बिफ़र स मातय लाक स पलायन कर जीत ही

लाबिकन बिकय जीन वला कमा क अनदर भाद और दष हीन क करणी परणी क उनक अनसर सजी भागतन पडत ही क त क कमा मा क

दन हीवही गचर स दधिजीस भाव स गजीरत ही उस भाव क1 करक वसतओ और परकषिणीयA स मा दत चला जीत हीअगर कमा) अचछ ही त

अचछ मा मिमालात ही और कमा) खर ही त खर मा मिमालात ही जीवन माamp परणी अगर सदमाग) पर चलात ही दसर क बिहीत क1 त क

रधवयन माamp रखकर कई भा कमा करत ही त उस कई तकलाफ़ अनत माamp नही हीत हीऔर परणी अपन सवथा) पgtरतित4 क शिलाय लागA क कषट दत

ही और यही रधवयन नही रखत ही बिक उसक दवार बिकय जीन वला कमा स कई लागA क तकलाफ़ ही सकत हीकई लाग उसक कमा क दवार

आहीत ही सकत ही त क त उस कई तरही स परतकषिणीत करत हीजीस मागला क त मिमालाकर बिकस ऐस मार क पद कर दत ही दधिजीसक दवार

खgtन क अनदर इनफ़ कसन ही जीत हीऔर मार क क1टाणी क1ड नकर खgtन क अनदर फ़ ला जीत ही कभा कamp सर और कभा टाn और एडmस

क1 मार स जीतक क घार कषट दत हीइन कषटA क1 समा स जी जीतक बिनकला जीत ही त वही Ykक भा ही सकत ही और अनतगबित क

भा परपत ही जीत ही परणी क मा दन क कमा परमातमा न क त क सप हीक त दधिजीस गरही क सथा Y जीत ही उस क अनसर अपन

फ़लाA क दन लागत हीजीस बितरीक भाव माamp 0बिन मागला क सथा क त Y कर वयशिG क द माग पर ला जीत हीय त वही सजी)न नकर लागA

क दख दर करन क कमा करत हीय र सव माamp भाजीकर लागA क1 सर क कमा करत ही य वयशिG अगर घार पप क1 तरफ़ जीत ही

त उसक बिपछला कमा क अनसर उस कसई क कमा मिमाला जीत ही क त क मा क करक इसशिलाय और कही गय ही बिक वही जीवन क

हीर कमा क रकन क कमा करत हीऔर उसक दवार हीर कमा क रक इसशिलाय जीत ही बिक परणी क पत चला बिक उसन पछ कय गलत

क1 ही दधिजीसक करणी उस आग ढा पन माamp दिदककत आ रही हीअगर वही अपन भाgtला क सधार लात ही त आग ढा जीत ही और अगर अपन

सथान पर अटाक रहीत ही त वही क वही दिटाक रही जीत हीकषट भा झलात ही और कमा भा पgtर नही ही पत ही जी लाग ससर क सखA

क1 तरफ़ अमिधाक अगरसर रहीत ही उनही यही क त एक समाय माamp धा करव दत ही बिक तमान कफ़1 ससरिरक सख भाग शिलाय और अ जीकर

परमातमा क1 तरफ़ अपन मान लागओ और उनक चरणीA माamp अपन शिसर क रखकर अपन आग क जीवन क शिलाय 0बित परपत करन क1

कशि00 करअमिधाकतर दख हीग बिक जी वयशिG पgtर जीवन अपन ससरिरक कय क1 जीददोजीहीद क करणी क छ आतमा0बित क उपय नही

कर पय ही व अनत समाय माamp अपन जीवन क बिनरटा अक ला माamp गजीरन चहीत हीकई अपन जीवन क1 0बित क शिलाय तथा) सथानA माamp भाटाकन

चलाgt कर दत ही और कई बिकस सनत माहीतमा य अपन धामा) क अनसर गर क सबिनरधवय मा जीकर अपन क मा दन क1 कशि00 करत ही

लाबिकन क त क यही भा करणी समान आत ही बिक वयशिG जी अपन बिकय जीन वला कमा क उलाघान करत ही और जी कय) उस करन

थाउनही तयग कर अगर मा क शिलाय भागत ही त भा क त उस मा माamp भा जीन स रकत ही और वयशिG अपन समाय तथा जीवन क1 0शिG

क कर माamp णी करत ही माहीभारत क1 कथा माamp क नत न भागवन शरक णी स यही वर माग था बिक व क नत क क वला कषट दampइसक

करणी भा यही था बिक जी परणी क पस कषट आत ही त उसक दिदमाग माamp मान माamp क वला उसक मान जीन वला भागवन क ही चहीर समान

आन लागत ही और ही भागवन य ही रमा आदिद वकय ही माही स बिनकलात हीकषटA माamp ही वयशिG जयबितष और धामा) क1 तरफ़ भागत हीसख

भागन वलाA क शिलाय त धामा) और जयबितष आदिद क वला माखZला ही मान जीत हीव इस मानरजीन क सधान समाझत ही क नत न कही था बिक

ही क 0व मार सखA स माझ दर कर दमाझ ससरिरक सख नही चबिहीयमाझ त क वला वही करणी चबिहीय बिक परबितपला हीमा क 0व क ही रधवयन

आय क त जी बितरीक भावA माamp हीत ही त समाझन चबिहीय बिक भागवन न धारत पर सख भागन क शिलाय नही लागA क1 कजी) दशमान मार

अपमान माZत जीनजीखिखमा पप कमा) आदिद स चन क शिलाय इस धारत पर भाजी हीजीस छY भाव माamp क त जी हीत ही और गरहीA क दवार

0शिG लाकर कमा करत ही त वही माकन गबिडयA और घारA क ऊपर झड लागव दत हीमातरी माखयमातरी परधान मातरी आदिद क पद दत हीऔर

0रर क य ससर क जी भा दष समान हीत ही उनही 0त करन क1 पgtर कशि00 करत ही क त जी दघा)टान करवत ही त समान दखत हय

भा टाककर हीजीत हीउसक करणी ही बिक दधिजीस आहीत हीन ही वही दखन क द भा अनध ही जीत हीय त उस कषिणीक समाय माamp उस

लागत ही बिक वही हत ही जञोनवन ही य उस लागत ही बिक वही समान वला क सख द रही ही

ततरी माamp क त क हीतथा जीड स जीडकर तय गय हीक त क शिलाय इस तबितरीक वसत क र माamp कही जीत ही बिक 0दn नही ही रही ही त क त

क1 इस हीतथाजीड माamp शिसनदर लागकर और गला क इतरी स कषिभागकर हीमा0 पस माamp रख जीय त जीस ही गचर स 0E क परभाव 0रर पर

आयगयही हीतथाजीड 0दn करवन और मान भावन जीवन सथा क परपत करवन क शिलाय उKमा वयवसथा मान जीत ही लाबिकन बिन

बिकस मातरी और शिसनदर य ख0gt क यही बिलाक ला ही कर मान जीत हीखला रखन य बिन बिकस परयजीन क घार माamp रखन स यही घार क1

अनय करक वसतओ आदिद क समापत करन क द खद क समापत कर लात हीइस घार माamp शिसनदर स पgtरिरत करन क द बिकस धात क1

नद बिडब माamp रखन चबिहीयतथा गरहीणी और हीला दnपवला क इस जीगन क शिलाय धाgtप अगरK और दnपक क सथा इसक शिलाय

समतमिनधत मातरीA क जीप करन चबिहीय

चZथा भाव क क त

चZथा भाव स क त क बिवसतर स वणी)न करन क शिलाय भावन यही ही बिक वयशिG क जीनमा चZथा भाव स ही 0र हीत हीमात क गभा) और

मात क1 गद चZथा भाव स ही जीन जीत ही चZथा भाव क क त क शिलाय सस पहीला कलापरष क1 क डला क अनसर चनदरमा क असर

मान जीत हीदसर यही दधिजीस रशि0 माamp हीत ही उस रशि0 क परभाव क उस परकर स गरहीणी कर लात ही जीस मादधिनदर माamp लागतर जीलात

अगरकषिKयA क1 ख0gt क मादधिनदर क1 दnवला और अनय वसतयamp जी मादधिनदर माamp रख हीत ही व गरहीणी कर लात ही रशि0 क असर क द क त

क1 दिदरमिषट दधिजीन भावA पर हीत ही उन भावA पर वही कक) रशि0 क परभाव क सथा उपषदभिसथाबित रशि0 क परभाव भा दत हीऔर जी गरही अपन

परभाव बिवकषिभानन भावA स इस पर द रही हीत ही उन परभावA क भा दिदरमिषट दन वला सथानA पर परबिषत करत ही जीस क वयशिG क1 क डला माamp चZथा

भाव माamp माकर रशि0 ही और माकर रशि0 क क त पर कक) रशि0 क रह क असर त जीरर ही हीगजी बिक क त स सपतमा माamp बिवरजीमान

हीगइसक सथा ही जी गरही रह क सथा हीAग जीस मानला रह क सथा चनदरमा और 0E ही त क त क ला दन वला गरही 0E और चनदरमा

क सथा रह भा ला दगचZथा भाव क बितरीकणी यन रहीव भाव मा और अषटमा भाव माamp जी गरही हीAग उन भावA क गरही और रशि0य भा इस

भाव क क त क दampगसथा ही दिदरमिषट दन वला गरही जीस लागन माamp मागला हीग त वही भा माकर रशि0 क क त पर तला रशि0 क मागला क परभाव

दग इस परकर स माकर रशि0 क क त पर सव) परथामा कक) रशि0बिफ़र माकर रशि0उसक द क त स बितरीकणी माamp वष रशि0जी वकषिeक रशि0 क

परभाव स पgtणी) हीगउसक रहीव भाव माamp षदभिसथाबित कनय रशि0 जी मान रशि0 स मिमाकस हीग सपतमा क1 रशि0 जीस कक) और कक) रशि0 क

अनदर माकर क भा परभाव मिमाकस हीग दन क शिलाय अपन असर दग चZथा भाव क क त कय कय फ़ला दत ही आइय आपक आग तत

ही

चZथा भाव क क त क फ़ला

चZथा भाव कलापरष क1 क डला क अनसर कक) रशि0 क परभाव दन वला हीत हीइस भाव माamp परभाव दन वला रशि0य माकर रशि0 दसवamp

भाव स वकषिeक रशि0 अषटमा भाव समान रशि0 रहीवamp भाव स अपन रशि0 वला परभाव दत हीक त नकरतमाक हीत और हीमा0 रह क1

0शिG पर बिनभा)र हीत हीचZथा भाव क क त पर दसवamp भाव क रह क असर जीरर हीत हीदसवamp भाव क रह कय) भाव माamp हीत हीऔर कय)

क दन क शिलाय वही क त क सहीर लात हीचZथा क त क वही अपन कय) क शिलाय सधानA क रप माamp परसतत करत ही लालाबिकत क अनसर

क त क क K भा कही जीत ही और पgtछ वला जीनवरA क शिलाय भा मान जीत हीचZथा भाव क क त उस क K क शिलाय मान जीत ही जी घार

माamp सहीयत दन क शिलाय हीमा0 तयर हीउस कय) भाव क ला आद0 स दन पडत ही और कय) क दन क द क त उतन ही कय) करत

ही दधिजीतन बिक उस आद0 द दिदय जीत हीअगर क त क गर क सहीर बिकस तरही स मिमाला गय हीत ही त वही जञोन क K क रप माamp जीन

जीत हीधा क सहीर मिमाला गय हीत ही त वही तgtन क K और कमानयgtक 0न स सथा दन वला क K न जीत ही और आवजी क सथा

चलान क शिलाय हीमा0 तयर हीन पडत हीरिरसतA माamp इस क त क ससरला माamp जीवई क Kबिहीन क घार भाई क Kऔर मामा क घार भानजी

क K क रप माamp भा मान जीत हीलाबिकन सला क शिलाय जीजी क K भा न जीत हीभाभा क शिलाय दवर भा क K न जीत अगर अलाग

अलाग गरहीA स इस क त क खन बिकय जीयकय क अनदर अगर रह सgtय) स 0शिGमान ही त यही एक सरकर क K भा न जीत ही रह

पर अगर आग य पछ स धा क असर ही त यही डक टान वला डकघार क पसतमान रप क K न जीत हीजी दरवजी पर जीकर

शिचदिटठोय टा करत हीइसक अलाव अगर 0बिन न इसक सथा ला शिलाय ही त यही माकन क नन वला और ईटाA क शिचनन वला मिमासतरी

नमाक क K भा न जीत ही आबिफ़स माamp चपरस य क यरटाकर क1 नZकर करन वला क K भा चZथा भाव क क K क रप माamp मान जीत

हीपन क नला भा क त क रप माamp ही हरदय क1 मारिरयA माamp सहीयक डकटार भा क त क रप माamp ही घार क अनदर बिछ 0नदर पलाग भा क त

क रप माamp अपन परभाव समान हीकर दत हीमागला स क टरोला हीन पर यही हीव दन वला पख भा न जीत हीघार माamp दख जीन वला टाnव

भा न जीत ही और कमपयgtटार नकर घार हीर क1 जीनत स मिमालान और समाचरA क आदन परदन करन वला भा न जीत ही घार क

ऊपर माamp दिदखन वला ऊ चई भा क त क1 करमात हीत हीउKर दिद0 माamp लाग कई खमभ य माइला क टावर भा क त क भान करवत

हीउKर दिद0 माamp न मादिदर य बिगरजीघार क1 चटाn क भा क त क रप माamp मान जीत हीबिकस बिन पK क पड क भा इस क त क1 शरणी माamp

मान शिलाय जीत ही क त क रप पन क1 रशि0 माamp हीन क करणी इस क त क पन माamp खड हआ खमभ भा मान शिलाय जीत हीऔर पन क

बिकनर न एक घार जी कही भा लाजीकर शिसफ़टा कर दिदय जीय वही भा क त क1 शरणी माamp आजीत ही चZथा भाव क क त वला जीतक क मान

माamp हीमा0 दग) क1 भाशिG बिवरजीमान रहीत हीकरणी क त चZथा भाव माamp रहीकर मामातव क रप गरहीणी कर लात हीऔर जी भा भावनयamp धामा) और

बिवTस क परबित नत ही व सभा मा दग) क परबित मान जीत ही जीतक क दग) क भाजीन गन और सनन क शिलाय भा मान जीत ही अकसर

चZथा भाव क क त वला वयशिG क पस अगर वही 0बिन य चनदर 0E और धा क1 रशि0यA माamp नही ही त ह क सख और अगर वही सgtय) मागला

गर क1 रशि0यA माamp ही त दमाद क सख अचछ मिमालात ही क त अपन 0शिG क ड ही ईमानदर स रह और उसक तसर भाव पचमा भाव

और नवमा भाव क गरहीA स गरहीणी करत ही और उसक परभाव स वही जीवन माamp तरकक1 क रसतA पर चलात चला जीत ही अगर क त क शिलाय

यही आवशयक ही बिक बिकस परकर स गलात रशि0 य गलात गरही क असर न मिमालाकभा कभा गचर क गरही क त क अपन स माamp कर लात ही

और क त खद क कटान क शिलाय अपन परभाव दन लागत हीकमाजीर रशि0 क 0बिन अगर कमाजीर हीकर जीतक क क त पर असर दत ही त

जीतक क वला अद)ला क रप माamp कमा करत ही लाबिकन 0बिन अगर ऊ च रशि0 माamp और बिकस जञोन वधा)क गरही क सथा मिमालाकर अपन असर दत

ही त जीतक क अनदर कनgtन तA क समाझन और माय)द माamp रही कर चलान क1 औकत क द दत ही

क त क1 यबित अनय गरहीA स हीन पर मिमालान वला फ़ला

चZथा क त कक) रशि0 माamp हीत ही और परभाव भा मानशिसक दत हीअगर चZथा भाव माamp कई अनय रशि0 ही त मिमालान वला फ़लाA माamp उस रशि0 क

परभाव भा 0मिमाला ही जीयगजीस कक) रशि0 माamp हीन स घार मात पन पन वला सधान जीनकर लाग वहीन और आन जीन गत शिलाखन

भावनय परदरथि04त करन आदिद हीत हीलाबिकन अगर कई अनय रशि0 जीस बिक माकर रशि0 चZथा भाव माamp ही त क त क फ़ला माकर रशि0 स

समतमिनधत ही जीयगघार माamp भा रहीन ही और कमा पर भा जीन हीयन घार क कमाA क सथा सथा आबिफ़स य कय) सथान क भा कमा करन

हीघार क1 गड माamp भा घाgtमान ही और आबिफ़स क1 गड क भा यgtजी करन हीअथाव गड माamp क वला घार आन और आबिफ़स जीन क शिलाय परयग

करन हीघार माamp मात क1 तमारदर भा करन ही और कय) करन क सथान माamp मात जीस सतरी क1 भा आजञो क पलान करन हीघार क अनदर

क1 तamp आबिफ़स माamp ला जीन ही और आबिफ़स क1 तamp घार क अनदर भा लान हीघार माamp रहीकर भावनतमाक गत शिलाखन ही त आबिफ़स माamp

जीकर कय) वला रप शिलाखन हीघार क पलाग पर सत समाय खयलाA माamp जीन ही त आबिफ़स माamp कय) करत समाय बिलाक ला ही सजीग रहीन

हीघार क अनदर पन वला सधानA क नदसत करन ही त आबिफ़स क अनदर जीकर जीनरला पषदभिबलाक क सभालान क कमा करन हीघार क

अनदर नZकर य बिकस रिरसतदर स कमा करवन हीय रिरसतदर क यही उसक1 हक मा उदला करन ही त आबिफ़स माamp जीकर माखय

कय)मिधाकर क1 हक मा उदला करन हीइस परकर क अनय कय क करन ही इसक सथा ही जी चZथा भाव क1 रशि0 क यगतमाक रप

इस रशि0 क बितरीकणी क1 रशि0यA स जीस चZथा भाव क1 पचमा क1 रशि0 वकषिeक रशि0 हीत हीइस रशि0 क सवभाव जीखिखमा लान हीत हीइस

रशि0 क समान अचछ अचछ क1 लात द ही जीत हीइस रशि0 वलाA क डर नही लागत हीव एक र कला स भा क शत लाड सकत हीइस

रशि0 क सवभाव खद क समभलान क भा हीत हीयही अपन क तयर करक रखन वला रशि0 हीत हीयही अपन लागA क शिलाय अपन 0रर

क तयग भा कर दत हीइस रशि0 क उददोशय लाडई करन क हीत हीजी इस रशि0 क1 हीर हीन हीत ही त यही हीर नमा क झ क लाकर

नही रहीत हीखद क अपन ही परयस स समापत कर लात हीयही रशि0 गgtढा हीत हीयही उन करणीA पर बिवTस करत ही जी सधारणी आदमा

क1 पहच स हत दर हीत हीआदिद करणी इस रशि0 क मान जीत हीइस रशि0 माamp जीस बिक मान पहीला क त क माकर रशि0 माamp हीन क वणी)न

बिकय ही क अनसर 0E क1 वष रशि0 सथाबिपत हीत हीदन रशि0यA क परभावA क मिमालान स जीस वष रशि0 क समनध धान स हीत हीत

धान क खच) करन माamp वयशिG क अनदर डर नही हीगवयशिG क सहीशिसक कमाA क शिलाय धान खच) करन स कई बिहीचक नही हीगधान क वही

गgtढा कय क शिलाय आरमा स खच) करगइसक द जी भा कमा जीखिखमा क हीत ही उनस वही धान क कमान क1 बिहीममात रखगपर0शिGयA

क दवार य अपन परयस स पर0शिGयA क1 सधान स वही अपन धान क ढान क कमा करगयही रशि0 खन पन क सधान क1 तरफ़ भा

अपन इ0र करत हीजीतक क अनदर आमिमाष खन क शिलाय य 0मा0न भाजीन क शिलाय भा कई बिहीचक नही हीगलाबिकन मागला अगर

कही भा ऊ च सथान माamp अपन सथान नकर बिवरजीमान ही त वही इन खनA स दर रखन माamp मादद करगआदिद त जीन जीत हीइसक सथा

चZथा भाव स नवamp भाव माamp मान रशि0 क हीन पय जीत हीइस मान रशि0 माamp जी भा रशि0 हीत ही वही अपन परभाव भा मान रशि0 क अनदर

सतमिममाशिलात कर लात हीमान रशि0 मा क1 रशि0 ही और कनय रशि0 सव क1 रशि0 हीमान रशि0 जीतक क बिवद0 माamp बिनवस क1 रशि0 ही त

कनय रशि0 बिवद0 माamp सव करन क शिलाय अपन ला दगमान रशि0 0बित परदन करन क1 रशि0 ही त कनय रशि0 कजी) दशमान मार दकर

अ0नतिनत दन वला रशि0 ही इस रशि0 क सवभाव स क मा और धान वला सधानA क बिवद0 स समनध भा न जीत ही रशि0यA क अलाव

क त क समनध गरहीA स हीन पर भा अपन अपन फ़ला मिमालात हीजीस सgtय) स समनध हीन पर यही 0र क K क1 लाडई क मानयत दत

हीजीवन इस परकर क वयशिG स समनध न जीत ही जी इस क त क ऊपर हीमा0 गर)न क ही कय) करत ही और जीतक क भाग बिलला

नकर रहीन पडत हीअगर धा अपन परभाव दत ही त क त क सथा धा हीन स यही अगरजी क अचछ जीनकर हीत ही और लान माamp

अनय भाषओ क भा परयग करन लागत हीक त स पचमा माamp धा हीन स वही अपन जीन क खर रखन वला हीत ही और उस तरही स

त करत ही जीस बिक बिचछgt अपन डक मार रही हीधा अगर क त स नव हीत ही त बिहीन आ य टाn क पबित सहीयक न जीत

हीमा0त क वG सहीयत करन वला और जीवन तथा धान क रक नकर सहीयत करन वला हीत ही यही क त दभाबिषय क कमा भा

करत हीजीवन माamp आन वला मा0तA क वG अपन जीन स बिकय जीन वला कय क यही भागतन परपत करत हीजयबितष य गgtढा

बिवषयA माamp यही अपन जीनकर अचछn रखत हीनटावरकिक4ग और कमपयgtटार क अचछ जञोन हीत ही0बिन क हीन स घार माamp वकलात क कय)

करत ही य कमाजीर हीन पर दजीt क कय) करत हीकमपबिनयA क जीडन क नय गरहीक नन क और माकन क बिनमा)णी करन क

सहीयक न जीत ही0बिन क अषटमा माamp हीन स कय) करन वला आदमिमायA क बिवद0 भाजीन क शिलाय दलाला करन वला जीमान जीयदद य

0बिन वला करकA क खरदन चन क कय) करन वला मान जीत हीदवई क1 कमपबिनयA माamp कय) करन वला और असपतला क अनदर

कमपउडर क कय) करन वला न जीत ही0मा0न माamp कबरा खदन वला न जीत हीअथाव गदn सत माamp पड रहीन वला वयशिG न

जीत ही इस परकर स अनय गरहीA क सथा इस क त क अपन अपन समाजीसय नत ही

इस शिचतरी मा दख इस लाडक1 क1 लागन क क त छY भाव क मागला द स पबिडत कर रही ही मिमाथान लागन क1 यही लाडक1 हत तgtनही कलापरष स माष रशि0 लागन क1 मानयत क दत ही 0रर क अगA माamp यही शिसर क1 करक हीत ही क त क मिमाथान रशि0 माamp आत ही नच

क क त क1 मानयत ही जीत ही और रह अपन धान रशि0 क सपतमा माamp चला जीत ही रह भा नच क परभाव दत ही इस क सथा मागला क1 वकषिeक रशि0 क डला क छY भाव माamp बिवरजीमान ही जीत ही और जी इस रशि0 माamp मागला भा अपन परभातव जीमा लात ही त यही रशि0 पgtर तरही स खतरनक ही जीत ही मागला स अगला रशि0 माamp रह बिवरजीमान हीत ही और वही नच क हीन क करणी अपन नचत स जी नही आत ही मागला क द रप एक नक और एक द यही परिरभाष लालाबिकत क अनसर तई जीत ही द मागला क दवत भाgtत

परत बिप0च आदिद तय गय ही और नक मागला क दवत हीनमान जी और उKमा दव तय जीत ही लाबिकन रदर0शिG क अनसर वरकषिeक रशि0 क रदर शि0वजी क रप माamp भा मान जीत ही गयरहीव रदर हीनमानजी क तय गय ही शि0व अघार रप माamp वकषिeक रशि0 क मान जीत ही और जी वयशिG इस लाडक1 क शिलाय तबितरीक परयग करन वला ही वही इसक सपतमा भाव क परयग करन क द इस लाडक1 पर अपन परयस क परबिषत करग एक र इस लाडक1 क दरवजी पर एक नग माला क चला वयशिG दधिजीसक अनदर दgt आ रही था क छ खन क शिलाय मागन क शिलाय आय इस लाडक1 न उस घार क अनदर न हय दला और रटाn खन क शिलाय दन चही उसन इस लाडक1 स मास पककर खिखलान क शिलाय कही इस त पर इस गसस आय और आसपस स द चर लागA क लाकर उस वयशिG दरवजी स

भाग दिदय वही वयशिG जीत जीत लाकर गय बिक एक तझ भा नग नही घामा दिदय त दखन एक माबिहीन क द यही लाडक1 अपन ला नचन लाग और भाददोn भाददोn गशिलाय दन लाग आसपस क लागA न इस मानशिचबिकतसक क दिदखय उस पगला खन माamp भातt कर दिदय गय लाबिकन एक सला तक कई इस लाडक1 पर दवइयA और इलाजी क फ़क) नही आय इसक परिरजीन इसक1 जीनमा पतरी और

बिववरणी लाकर मार पस आय मान जीनमा पतरी माamp दख त उपरG गरही षदभिसथाबित समान आय उपय क शिलाय लाडक1 क उन तबितरीक धाओ स माशिG क शिलाय क वला क त क सला नकर ही उस सधार जी सकत था क त क1 सलात क शिलाय दग) उपसन और सपत0त क

हीवनतमाक रप भा करन जीरर था लाबिकन जी उपय सस अमिधाक करगर सबित ही सकत था वही कला क बिवपरत परतयबिगर सततरी नवरतरीA माamp मान उस लाडक1 क उसक पबित और भाई क सथा लावय और बिवमिधा बिवधान स कला क माहीबिवपरत परबितयबिगर

सततरी क पY बिकय और अकषिभामाबितरीत जीला क उस बिपलान लाग दिदन दिदन उस लाडक1 क अनदर दलाव आन 0र ही गय कभा कभा वही एकदमा नव)स ही जीत और हत जीर स हीसन लागत कभा अचनक रन लागत कभा अचनक गशिलाय और तडफ़ड पर उतर ही जीत लाबिकन मान अपन बिहीममात नही हीर अषटमा क दिदन बितरीमाधाgt स परतयबिगर क हीवन बिकय और पY ( एक परकर क फ़ला जी पY

नमाक1 मिमाYई क शिलाय परयग बिकय जीत ही) क1 शिला मा कला क परदन क1 परसद लाडक1 क खिखलाय वही हत अचछn तरही स तamp करन लाग और ऐस लागन लाग जीस उस क छ भा मार नही ही

इस लाडक1 क पgtर शिचतरीA सबिहीत बिववरणी आप इस सलाइड 0 क मारधवयमा स दख सकत ही-

क त क दसर नमा सहीर दन वला सधानA क रप माamp जीन जीत ही बिन सहीर क चच भा जीनमा क द खड नही ही सकत हीऔर

जीवन उसक हीथा पर 0रर क बिवकषिभानन अग सहीर क रप माamp कमा करत ही क त क1 समा उस परकर स अननत ही जीस बिक रह क1

समाअनय बिकस गरही क1 समा क आरमा स वरणिणी4त बिकय जी सकत ही लाबिकन रह क त क1 समा क वणी)न नही बिकय जी सकत ही यही

दन ही छय गरही ही और दन परकर क1 0शिGयA क रप माamp कमा करत हीद परकर क1 0शिGयA माamp क त नकरतमाक ही लाबिकन दिदखई दत

हीरह सकरतमाक ही लाबिकन दिदखई नही दत ही इस शिचतरी माamp आप दख रही ही बिक पन क अनदर स द कमाला नला बिनकला ही और दन पर

बराहम और बिवणी बिवरजीमान हीयही दन सकरतमाक रप क रप माamp जीन जीत ही बराहम क कमा बिनमा)णी करन ही और बिवणी क कमा बराहम

क दवार बिनरमिमा4त समिषट क पलान करन हीलाबिकन आप दख रही हीAग बिक भागवन शि0व 0र पर लाटा हीऔर उनक1 नकषिभा स जी कमाला नला

बिनकला हीऔर ड स कमाला क फ़gt ला हीउस फ़gt ला पर पचमाख तथा दसभाजीओ क धारणी करन वला 0शिG कमाखय दव बिवरजीमान

हीयही 0शिG बिकस भा जीव क1 सकरतमाक परवकषिK क अव0बिषत करन क द एक नय बिनमा)णी क बिवकस करन क शिलाय जीन जीत ही

सहीर क ही दसर नमा नय बिनमा)णी हीयही स आप गत माamp पढा सकत हीबिक आतमा परन 0रर क तयग कर नय 0रर क धारणी उस

परकर स करत ही जीस एक मानय परन वसतरी क तयग कर नय वसतरी क धारणी करत ही मात कमाखय क लागन क क त क रप माamp

मानयत दn जीत हीजीस गर और मागला क सथा अगर रहीवamp भाव माamp ही त मा तर क रप मिमालात ही उस परकर स लागन क क त क शिलाय

मात कमाखय क जीन जीत ही ससर क कई भा जीव बिन उस परकर क जीव क अपन नय दही क नही धारणी कर सकत हीएक

ही परकर क जीव क अनदर दन परकर क जीव एक सकरतमाक और नकरतमाक क भा हीन जीरर ही जीस परष सकरतमाक ही और

सतरी नकरतमाक ही सतरी क कमा एक तरफ़ परष क1 सकरतमाकत क ढान क ही और दसर तरफ़ माथान क दवार उस सकरतमाकत क

अपन गभा) माamp सथाबिपत करन क द नय जीव क बिनमा)णी करन क ही मातला एक तरफ़ त वही अपन पबित क बिवकषिभानन परकर क भाजीन फ़ला

और अनय सरधवय सधानA क दवार पबिषत करत ही त दसर तरफ़ अपन माथान क दZरन उस वय) नमाक पक हय पबिषत रस क गरहीणी कर

लात ही जी 0रर मात क दवार पद बिकय जीत ही वही नय रप माamp हीत ही मात उस 0रर क पलान पषन माamp कई कतही नही करतत

सतरी रप माamp उस पला हय 0रर क अव0षणी करन क द नय 0शिG क पद करन स मान जीत ही यही Eमा लागतर चलात रहीत ही

0रर क1 बिनमा)णी परबिEय क पgtर करन क शिलाय नकरतमाक और सकरतमाक दन रपA क हीन अबित आवशयक हीत हीचही वही 0रर

मानय रप माamp ही य जीनवर य क1टा पतग प व बिकस भा रप माamp हीनकरतमाक और सकरतमाक रप हीन अबित आवशयक ही यबिन

रप माamp मात कमाखय और सिला4ग रप माamp भागवन शि0व क पgtजी जीत हीयही दन रप ही ससर क1 उतपकषिK और बिवन0 क करक मान

जीत ही लागन क क त क शिलाय अकसर लागA क अनदर भरानतिनत रहीत हीबिक यही क त क वला सहीयक क रप माamp ही पद हआ ही और जीवन माamp

तरकक1 नही कर सकत ही लाबिकन यही सच कतई गलात हीससर क हीर जीव जीनत व आदिद सभा क शिलाय बिकस न बिकस परकर क1

सहीयत क शिलाय ही पद हय ही परक बित क सतलान क शिलाय जीही सकरतमाकत अमिधाक पद ही जीत ही वही परक बित पहीला स ही

नकरतमाकत क पद करन क शिलाय नकरतमाकत क तयर रखत ही जीस एक वन माamp अगर सZ बिहीरणी उसन पद क वला इसशिलाय बिकय ही

बिक व घास पत और वA क खकर उनक1 सखय क परक बित क अनपत क बिहीस स सयत रखampत व बिहीरणी जी सZ स अमिधाक नही ही

जीवampइसशिलाय दस 0र य बिहीरणीA क मारन वला जीव भा पद कर दिदय ही जी जीव हत ही स0G ही उनक शिलाय दधिदधजीव जीव पद कर

दिदय ही जीस बिक मानय मानय क सतलान क शिलाय भा परक बित अपन अपन समाय पर कई न कई बिवन0 लाला उस क1 गषदभिलतयA स परसतत

कर दत ही इसक अलाव भा मानय मानय क ही मारन और अमिधाक सखय माamp नही हीन क परबित उसक अनदर परक बित एक परकर क

दभा)वन रप जी दत हीजीस भाई भाई त आरमा स रही सकत ही लाबिकन उनक1 पतमितनय आपस माamp र भाव और दभा)वन स एक दसर

क सथा सथा नही रहीन दतअथाव उन दन क अनदर उन आवशयकतओ क पद कर दत ही बिक व हीर कर अलाग अलाग ही जीत ही

कई बिकस क धामा) स मार दत ही कई बिकस क समाजी स मार दत ही कई द0 क नमा स कई जीबित क नमा स कई रजीनबित क नमा स

यही परतय रप स मारक रप नही हीकर अपरतय रप स मारक 0शिGय सव) 0शिGमान मानय क अनदर भा परक बित न दn ही सहीयक क

रप माamp लागन क क त पच परकर स नकरतमाकत भारत हीऔर उस अनपत माamp लागन स सपतमा क रह खला जीगही क भारन क कमा

करत हीऔर सकरतमाक ला दत ही जीस लागन क क त तसर नजीर स तसर भाव क दखत ही और जीतक क अनदर अपन शिलाखन क1

कला क य शिचतरीकर क1 कला क दत ही कलामा और पपर दत ही कमपयgtटार दत ही क1 ड) क दत ही त सपतमा क रह शिचतरीकर क

करन क शिलाय दिदमाग क पद करत ही कमपयgtटार क अनदर सफ़टावयर क रप माamp दिदमाग क दत हीतसर भाव अपन क परदरथि04त करन क

भा हीउसक शिलाय लागन क क त अपन छटा भाई बिहीनA क अनदर नकरतमाकत क भारत ही त सपतमा क रह उन छटा भाई बिहीन क

अनदर उनस पचमा सथान माamp Y कर अचनक बिवदया वला यग पद कर दत ही और व अचछn बिवदया क परपत करन क द दिदमागदर न

जीत ही लागन क क त घार स हीर रहीन क ला दत ही त सपतमा क रह हीर रहीन क शिलाय वही क रबित रिरवजी और खनपन तथा

अलाव समनधA क परबित अपन ला दत हीदधिजीसस वयशिG क हीर रहीन क शिलाय कई पर0न नही ही सक लागन क क त अपन पचमा

दिदरमिषटस सनतन भाव क दखत ही और उस खला रखन क1 कशि00 करत हीलाबिकन सपतमा क रह अपन गयरहीवamp सथान क एक ऐस

सकरतमाक पतरी द दत ही जी अनय सZ माamp अपन नमा कमाकर चलान वला ही और पgtर परिरवर क अलाव अनय लागA क शिलाय भा अपन ला

दन क शिलाय मान जीय लागन क क त धान स परEमा स घार स और शि0 स दर करन क1 कशि00 करत ही और जीवन सथा क भा

वचला य झgtY लान क1 आदत दत ही0दn क द जीतक क समादधिजीक जीवन असतवयसत ही जीत हीबिकतन ही माहीनत क1 जीव वही

कर स सबित हीत हीअचनक बिकस न बिकस मामाला माamp खच) हीन जीरर पय जीत ही जीतक क जीवन सथा क1 उगशिलाओ पर

नचन जीरर पडत हीकरणी अकसमात बिनणी)य लान क1 आदत स वही बिकस लायक नही रहीत ही दधिजीतन ला जीवन सथा क दवार द दिदय

जीत हीयन दधिजीतन च भार दn जीत ही उतन ही चलान क शिलाय रजी हीन पडत ही

लागन क क त और अनय गरहीA स समनध

क त क दवार नई गई खला जीगही क मानय आजीवन उस भारन क शिलाय परयतन0ला रहीत हीक त क हीला गगर माamp सगर क पद करन

जीस हीत हीदधिजीतन यही असरकर हीत ही उतन ही मानय परयतन 0ला रहीन क शिलाय माजीgtर हीत ही मान पहीला भा कही ही बिक ससर क1

हीर वसत और जीव क अनदर रह क त क समाव0 हीजीस लाकड क1 सर क ही ला लादधिजीयसर क त ही और उस जीन वला और

उसक छद रह हीकपड क1 टान क त हीयही गचर स दधिजीस भाव माamp आत ही उस भाव क1 करक वसतओ माamp रकवटा पद कर दत हीक त

क कमा मा क परदन करन हीत हीकय) स क त क कई मातला त तक नही हीत ही जी तक बिक रह अपन आद0 नही द लागन क

क त अगर 0बिन स 0शिसत ही त वही वकलात क गणी पद कर दत ही0बिन क त ही दजीt क1 औकत दत हीलागन क क त मारक टिटा4ग करन

वला वयशिG न जीत ही0बिन स पतथार लाही नZकर परपटा आदिद क कमा करन लागत हीसgtय) स सरकर नZकर नकर कमा करन लागत

ही और सरकर कमाA क अनदर सरकर आद0A क परबिषत करन और सरकर आद0A क ननचनव आदिद लाडकर जीनत क अनदर

बिवजीय नन और बिyenर जीस सरकर अपन कनgtन और करणीA स अपन कय) करवय उनही करन 0E क सथा क त क समाजीसय भा नही

Y पत ही य त जीतक क दिदला अपन क परदरथि04त करन क हीत हीय बिफ़र जीतक क तय गय ढाग स कय) करन हीत हीजीतक

कय) उस परकर स करत ही जीस कई कय) पर परगरमा बिकय गय ही कYपतला इसक माखय उदहीरणी हीउसक अगA क बिहीलान वला

कई औरगन वला कई और भावन क समाझन वला कई और हीत ही इस क सथा अगर गर क त क लालात ही त गर जी समनधA

क करक हीत ही यही क त समनधA क करवन क कय) करत हीजीस बिक 0दn बिववही करवनबिकस परकर स जी पहीला स बिनदuशि0त

कनgtन ही और उनही कनgtनA क अनसर ही वयशिG क सजी दन य सजी स र करन क कमा भा गर क त करत हीहत ही धारमिमा4क हीन स

जीतक क रधवयन समामिधा क1 तरफ़ मान चला जीत ही और वही अपन क पgtणी) रप स भागवन य परक बित क ऊपर छड दत ही जीस परक बित

उसस करवत ही वही करत रहीत ही इकक क घाड क1 तरही भा मान जी सकत हीउस लागमा नमा क रह क अनसर चलान पडत ही

अपन माजीt स कही भा नही जी सकत ही खत माamp न वला जी क1 तरही स मान जी सकत ही जी तक उस य नही जीयग और रह

नमा क1 परक बित क1 0शिG नही दn जीयग वही अपन आप जीमाग नही पgtजी माamp जीय जीन वला 0ख मान जी सकत ही जी तक उस

जीय नही जीयग रह नमाक1 फ़gt क उसक अनदर नही मार जीयग वही आवजी बिनकलाग ही नही

क त क सला य द)ला क त क1 भावन ही करत ही

इस क उदहीरणी हीमा आजी क न टार इनवटा)र स ला सकत हीइसक कमा बिजीला क इकटठो करन क द अपन पस रखन हीत हीजीस

ही बिजीला चला जीत ही वही बिजीला क अपन पस स सपलाई करन 0र कर दत हीकमा य अमिधाक बिजीला क दन क शिलाय टार जी बिक

एक क त क ही रप हीक1 सरजी ढान स वलटाजी ढाय जी सकत हीऔर परलाला लागन स उसक1 0शिG यन वटाजी ढाय जी सकत

हीकई क त एक सथा मिमालाकर कमा माamp लान स 0शिG क परद0)न सही रप स बिकय जी सकत ही लाबिकन तदत स अमिधाक क त क सहीयक

हीन भा समाय क द दखदय ही सकत ही जीस एक ही बिवषय क पढान और उस बिवषय स समतमिनधत बिववरणी अगर भाबिवय माamp दला

जीत ही य नय कई आबिवकर ही जीत ही त वही कर ही सबित हीजीयगजीस बिक पहीला टालाफ़न क1 मानयत खgt थालाबिकन

माइला क आत ही उसक नन वला चन वला और चलान वला सभा कर ही गय क त क खर हीन स 0रर क अगA स पत चला

जीत हीजीस बिक हीथा सनन ही गय और कमा नही कर रही ही इसक मातला ही बिक क त खर नही हआ ही हीथा क 0शिG दन वला रह क

खर हीन मान जीयगआख स कमा दिदखई दन 0र ही गय ही त वही भा रह क दखन पडग सधा स क त क नही दखampगक त क त

तभा खर मान जीयग जी हीथा य आख बिलाक ला ही खतमा ही गय ही दधिजीस परकर स गड क1 पटरोला खतमा हीन स वही सडक पर खड

ही जीत हीउस परकर स लागन क क त बिकस न बिकस परकर स 0रर क अनदर स रह क1 0शिG समापत हीन पर कर ही जीत ही0रर

क अनदर रह क सथान अदरशय 0शिG क रप माamp जीन जीत ही और रह मासतिसतक माamp बिनवस करत हीमासतिसतक स सचन समाझन क1 0शिG

क कर हीन भा क त क रद करन क शिलाय माखय मान जीयग पन क अनदर स सयही क खतमा हीन स रह और क त क र माamp नही

सचन पडगसयही क करक गरही क सचन पडग बिक उसक अनय करक गरही भा सथा द रही ही बिक नही

लागन क क त और उसस समतमिनधत रिरसतदर

क त क समनध 0बिन स हीन पर जी भा रिरसतदर हीत हीव स कमा धानध स समनध रखत ही यही समनध चबिहीय Yक दर स जीड ही य बिफ़र

बिकस पटा क पस करन स अथाव दकन माamp कमा करन वला हीलपर क रप माamp हीसgtय) स समनध हीन पर ड भाई क1 सनतन स भा मान

जीत ही भातजी क रप माamp भा मान जी सकत ही अथाव वही बिपत क सला यन मामा स भा मान जी सकत हीअथाव बिपत क दवार रख

गय नZकर भा मान जीत ही इसक अलाव चनदरमा स समनध हीन स मात खनदन स समतमिनधत रिरसतदर मान जीत हीनन क र माamp भा

यही क त अपन समाथा)न वयG करत ही मागला क सथा हीन स चच य मामा य खgtन क रिरसतदरA स भा मान जीत ही ड भाई य छटा

भाई क सला स भा समनध मान जीत हीधा क सथा हीन स भानजी क रप माamp भा मान जीत हीऔर अगर धा क सथा रह तजी ही त वही

बिहीन क पबित क रप माamp भा मान जीत ही गर क सथा हीन स वही बिकस धारमिमा4क वयशिG क चला भा मान जी सकत ही अथाव बिकस

परकर स अपबिहीजी हीन क1 द0 माamp सथा दन वला घार य हीर क वयशिG भा मान जीत ही0रर क अगA क र माamp अगर गर और क त

बिकस खर गरही स समतमिनधत ही त यही बिकस परकर स समतमिनधत अग क रद करन क शिलाय भा मान जीत ही 0E क सथा क त क

हीन स यही पतन क हीलपर क रप माamp परसतत करत ही अथाव बिकस करणी स पतन क हीलपर नकर ही रहीन पडत ही पतन क हीलपर न

कर रहीन स वही अपन बिवचरA और कय| क अपन अनसर वयG नही कर सकत ही वही क वला अपन पतन य पबित क1 आजञो पर अपन

0रर और मान क बिगरव जीस रख दत ही

RAHU

Rahu is personified as a diplomat and a shadowy planet and a legendary deceptor when

disposed beneficially Indicates diplomatic jobs jobs requiring manipulations with facts deals

in poisons and drugs It signifies cheats pleasure seekers insincere and immoral acts etc

It is phlegmatic in nature and gives malignant growth When afflicting causes malignant

growth disease of phlegm intestines boils skin ulcers spleen worms high blood pressure

etc It gives smoky and unpleasant appearance due to habits of overeating resulting in foul

smells and unclean body and nails

KETU

It is dry and fiery in nature Its affliction causes wounds inflammations fevers intestinal

disorders aberrations low blood pressure deafness defective speech and gives emaciated

body with prominent veins It is personified as a saint and inclines a person more towards

mystic science and spiritual pursuits

क त दसर भाव माamp अपन फ़लाA क धान और भाZबितक सधानA क रप माamp अभाव दन क कमा करत हीऔर इस अभाव क पgtर करन क शिलाय

रह अषटमा सथान जी माZत क सथान ला जीत ही स पgtर करत ही इस भाव क क त क टाम क नमा स भा जीन जीत ही और परिरवर क

आग चलान क शिलाय मामा भानजी य सला क रप माamp आकर परिरवर क1 पgtरतित4 क दन वला हीत हीगचर स यही परिरवर जीनA क हीर

रखन वला और जीनमा क डला स परिरवर जीनA क समापत करन य दरसथा भाजीन वला मान जीत ही इस भाव क क त वला जीतक क

अकसर एक भाई और हीत ही और वही वकषिeक रशि0 क य वकषिeक लागन माamp पद हीत हीघार क शिलाय वही अपन दवार अपन बिEयओ स एक

तरही स रद करन वला ही मान जीत हीघार क अनदर सतरी जीतकA क अभाव ही जीत हीमात क भा ड मार हीत ही अकसर

मात क परबित यही क त मागला वला असर पद करत हीनकषिभा स नच क1 मारिरय आदिद हीत हीअकसर मात क शिलाय सजी)न क1 छ र हीमा0

इनतजीर ही बिकय करत ही

क त क सवभाव हत ही हीYkला हीत ही दसर भाव माamp

दसर भाव क क त अपन आदतA क क छ इस परकर क न लात ही बिक उस हीर कमा क करन क1 हीY पद ही जीत हीबिकस भा वसत क

लान ही त वही उस वसत क लान क शिलाय अपन सभा परयसA क करन स नही चgtकत हीऔर उस वसत क जी तक परपत नही कर लात ही

त तक उस चन ही नही आत ही यही हीला भाजीन क मामाला माamp भा दख जीत हीउस खन स अमिधाक चखन क1 आदत हीत हीअकसर इस

भाव क जीतक क1 जीभा अपन हीAY क चटा करत ही उसक समान क चर दत नक1ला हीत ही और दतA क1 नवटा एक जीस नही हीत

ही कई भा कमा करत वG जीतक क आलास जीरर आत ही

धा

प(तमलयमबारधर करणि01करसमदयदवित

खडगचमगपणि0 सिस1हसथो वर बाध

धा एक सZमय गरही ही सgtय) चनदर मागला एव अनय गरहीA क1 भाबित धा क बिवषय माamp भा अनक पZरकषिणीक आखयन मिमालात ही

धा क1 उतपकषिK क सधा माamp एक रचक कथा मिमालात ही कही जीत ही बिक अबितरी पतरी चदरमा दव गर हीसपबित क शि0य था बिवदया अरधवययन क1

समानतिपत क पeत जी उसन गर क दकषिणी दन चही त उनहीन स उसस कही बिक वही दकषिणी गर पतन तर क द कर आय

चनदरमा जी गर पतन क अपन दकषिणी दन गय त गर पतन क रप दखकर वही तर पर आ0G ही गय और उस ला जीन क1 हीY

करन लागगर पतन न उस खgt समाझय पर वही न मान जी हीसपबित क यही त मालामा हय त उस शि0य जीन उनहीन भा उस हत

समाझयपर चनदरमा न अपन दरगरही नही छड अतत वही यदध क शिलाय ततपर हय और गर क यदध माamp हीर दिदय दवतओ न भा चनदरमा

क समाझयलाबिकन वही अपन हीY पर अड रही जी शि0वजी क चनदरमा क अनचर क पत चला त व Eमिधात ही उY और चनदरमा क

दड दन क शिलाय चला पड चनदरमा बिफ़र भा नही मान उसन नतरीA दतयA असरA क सथा सथा 0बिनeर और मागला क सहीयग स शि0व स यदध

करन क बिनणी)य बिकय अ घार यदध 0र ही गय तनA लाग भायभात ही उY अतत बराहम न हीसतप क बिनणी)य शिलाय इस र चनदरमा

झक गय और उसन गर पतन तर क लाZटा दिदय

एक वष) द तर न एक कनतिनतवन पतरी क जीनमा दिदयउसक बिपत चनदरमा ही था चनदरमा न उस पतरी क गरहीणी बिकय और उसक नमा धा

रख गय

धा क बिवषय माamp और भा अनक आखयन मिमालात ही बिवद0 पZरकषिणीक आखयनA माamp धा क समनध माamp अनक कथायamp मिमालात हीयgtरपय जीन

इस मारकर क नमा स जीनत ही पर इसक1 धात हीजी चनदरमा क परभाव स हीन वला और 0बिन मागला क परभाव स Yस तथा गर क

परभाव स भार मान जीत ही

खगलाय बिवजञोन मा धा

धा सgtय) क सस बिनकटा रहीन वला गरही ही उसक वयस तन हीजीर माला हीतथा सgtय) स उसक1 मारधवयमा दर तन करड सY लाख माला ही

यही सKइस माला परबित सकamp ड क1 गबित स अटठोस दिदन माamp सgtय) क1 एक परिरEमा करत ही पथव स दखन पर यही सgtय) स सKइस अ0 स

अमिधाक दर पर नही हीत ही

जयबितष 0सतरी माamp धा

जयबितष 0सतरी माamp धा क रपवन माY लान वला और सपषट लान वला तथा हीर रग क तय गय ही इस कलापरष क1 वणी क1

उपमिधा दn गय ही सभा गरहीA माamp धा क यवरजी क पद मिमाला ही धा क दवार पबिडतई वला कमा वणी क1 0शिG कलाकर गकषिणीत बिवदया माamp

चतरत शिलाखन आदिद क बिवचर बिकय जीत ही यही तवच परधान गरही हीधा क क डला माamp अचछ हीन स जीतक क1 तवच अचछn हीत हीऔर

धा क खर सथान माamp Yन य बिकस पप गरही क दवार पपEत हीन जीतक क तवच वला रग हीत हीयदिद जीनमा क डला माamp धा खर

ही त अपन द0 अनतद)0 माamp वय कफ़ बिपK स उतपनन तन परकर क रग दत हीयही 0रर क तबितरीक ततरी यन नव)स शिससटामा क अमिधाकर

ही यदिद धा पबिडत हीत ही त वयशिG क अनदर क1 सचन समाझन और माहीसgtस करन क1 0शिG कमाजीर हीत हीजीस ख0gt दgt क पत

नही चलानतवच क सनन ही जीनचटा लागन य बिकस क1ड क कटान क पत नही चलानतवच माamp कभा कभा कला रग क चकK पड

जीन और अपन आप ही समापत ही जीन आदिद त भा दखन क मिमालात ही 0रर माamp धा क आमिधापतय छत और जीओ क आग क

भाग क भा माशिलाक नय गय हीदधिजीस जीतक क1 क णडला माamp धा चनदर क1 यबित हीत ही वही माजीबिकय सवभाव क हीत हीअकसर इस

परकर क जीतक दसरA क बिकस न बिकस परकर स नकसन पहचन माamp अपन आननद क ढान जीनत ही धा क खर हीन पर 0E क

सहीर लान पडत हीधा रह क दष स दर हीत हीवयपर करन इसक1 माखय पबिहीचन मान जीत हीवयपर माamp भा उन कमा स दधिजीनक

अनदर तA स कमाय जीत ही

जी जीतक पgtव) जीनमा माamp न बिकय जीन वला कमाA क करत हीदसरA क पर0न करन माamp दधिजीनक आननद आत हीतA क1 चलाक1 स लागA

क लाgtटा हीत हीतA क शिलाखकर कही कर लागA क पर0न य गमारही बिकय हीत हीइस परकर क जीतकA क माखय दख दमपतय जीवन

क हीत ही उनक1 0दिदय सही समाय पर नही हीत हीहीत भा ही त समनधA क सख नही हीत हीपबित य पतन बिकस भा परकर स सही

त नही करत ही घार क अनदर सभा सदसय तA क1 लाडई माamp मा0gtगला ही जीत हीबिकसन कय कही ही क परबित अकसर कर क1 हीस हीत

हीपबित पतन माamp मानमाटाव कलाही और अगर समनध नत भा ही त समनध बिवचछद भा करवन माamp धा क हत ड माहीतव हीत ही धा

अकसर वयपर माamp अपन गबित परदन करत ही दधिजीन जीतकA न अपन जीवन माamp अचछ कमा) बिकय हीत ही त वही वयपर माamp कफ़1 ढाKर

करत हीऔर र कमा क परभाव क करणी चलात हआ वयपर अकसमात ही नच जीन लागत ही और घार क अनदर भा कला0 हीन क करणी

सधानA माamp कमा हीत जीत ही दधिदधमान हीन पर भा कई त नही नत हीऔर वही अपन चतय) क भा रद करत रहीत ही अचछ

धा अचछ वयपर नत हीधान और धानय स पgtणी) करगजीवन पgtर आननद माamp तग आदिद तamp भा समाझ माamp आत ही धावर धा क

मिधान हीपनन इसक रतन हीदधिजीसक धारणी करन स यही लाभाकर हीत हीपतला इसक1 धात हीऔर अनन माamp हीर माgtग इसक अनजी ही धा क

नतरीA माamp अशलष जयषठा एव रवत हीधा क1 रशि0य मिमाथान और कनय ही दधिजीसमा मिमाथान सकरतमाक और कनय नकरतमाक रशि0 हीत ही

लाबिकन कनय रशि0 माamp यही जीतक क माYk वणी लान वला और समाजी माamp अपन क मिमालाकर चलान वला मान जीत हीपनदरही अ0 माamp

यही परमा उचच क हीत ही और मान रशि0 माamp यही पनदरही अ0 माamp परमा नच क हीत ही

अक0सतरी माamp धा

अक बिवदया माamp पच क अक धा क अक ही और दधिजीसक जीनमा 51423 तरख माamp हआ हीत ही उसक शिलाय धा क परभाव जीवन माamp

माहीतवपgtणी) मान जीत ही इन अकA स समतमिनधत जीतक अमिधाकतर जीलदजी हीत हीबिकस भा त क बिनणी)य लान माamp दर नही करत हीऔर

अकसर इनक दिदमाग खजी हीत हीइस करणी स नय नय तA क1 खजी क करन क द यही जीलदn स धान कमान क परबित अपन

दिदमाग चलात रहीत ही इनक दिदमाग ड स ड वयपर चलान माamp भा नही घाडत ही और उसक मातला चही लाभा स ही य हीबिन स इनही

मातला नही हीत हीलाबिकन धा क अचछ परभाव क करणी इनक वयपर अकसर सफ़ला ही हीत ही अकसर वयपर क कमाA क तनव क

हीन क जीgtद भा यही अपन कमा क आरमा स सभाला ला जीत ही धावर और 0Eवर इनक शिलाय अचछ दिदन हीत हीधा परधान

जीतकA क सवभाव 0माtला और लाचला हीत हीइन अदओ क करणी स भा यही अनय लागA क दिदला जीत लात ही इन जीतकA क धा क

रतन पनन पबिहीनन स भा आरमा मिमालात हीऔर गय क हीर घास खिखलान स भा इनक जीलदn आरमा मिमालान लागत हीधा क जी मातरीA क

जीप भा इनक शिलाय लाभाकर हीत ही धा क1 क प स जीतक क पस अथाही समपकषिK आन लागत ही और समाजी सथान माamp आदणीtय भा ही

जीत ही

धा परधान वयशिG दधिदधमान हीत ही इनक शिलाय ससर क जञोन स ढाकर और कई खजीन इनक पस नही हीत हीबिकस भा करणी क 0धा

करन क द यही प एच ड जीस उपमिधाय आरमा स लालात ही यही सगत बिपरय भा हीत हीवकपटात क परभाव इनक पस हीत

ही0शिG0ला बिवचरवन सZनदय) क पजीर भावन परधान बिवदयावन और दधिदधजीव हीत हीशिलाखन क1 कला इनक1 अचछn हीत ही और अर

नन क1 कला इनक पस अदभात हीत हीहीर कमा क सच समाझ कर ही करत हीखला सथान इनही अमिधाक पसद हीत हीखच) करन क

अनदर इस परकर क जीतक क जीgtस भा हीत हीदधिदध परधानत वला कमा जीस जयबितष डकटार वक1ला दलाला वयपर लाखक gtगर वला

कमा और अथा)0सतरी माamp बिनपणीत वला कमा इनही अचछ लात ही

इस अक वला जीतकA क1 क छ कमिमाय भा हीत हीजी उनक1 परगबित माamp रकवटा पद करत हीजीस आलास आन जीलदn गसस हीन अकरणी

ही गसस करन लाग जीन शिचनत वला तamp और अपन य परय वयशिG क 0क माamp डलान वला कमा करनअमिधाक तamp करन आदिद मान

जीत ही असफ़लात क बिवचर स भाय हीन 0क करन आदिद भा दख पद करन वला करणी हीत हीदधिदध क कय) करत रहीन स भा इनक

0रर कमाजीर हीत जीत ही और 0रर क कमाजीर हीन स फ़ फ़ड वला रग जीकमा लाग रहीन टाn आदिद जीस रग पद ही जीन एलाजीt

वला रग हीत जीन भा मान जीत ही जीवन सथा क अपन अनरप नन क करणी भा इस अक क जीतकA क शिलाय दखदय हीत

हीअकसर इस अक क जीतकA क जीवन सथा चप ही रहीत ही और बिन दधिदध क कमा करन क करणी घार और परिरवर माamp अ0बित क करणी

भा नत ही खन पन और लान पर बिनयतरीणी नही हीन क करणी इस अक क जीतक बिन करणी क ही दशमान य मार भा पला लात

ही

क डला माamp रही भावA माamp धा

रही भावA मा धा क1 षदभिसथाबित क परमाख रप स समाझन क शिलाय परतयक भाव क धा क रप अलाग अलाग हीत हीयही पर जी रप धा क

परदरथि04त बिकय गय ही व क वला धा क1 उचच षदभिसथाबित क समाझ कर ही बिकय गय ही जीरर नही ही बिक आपक धा क रप भा इस तरही स

हीअगर आपक1 क नडला माamp धा पर बिकस अनय गरही क1 र नजीर ही त उसक परभाव भा र ही सकत ही जीस रह क परभाव पडन पर

अचछn वणी हीन पर भा आपक1 वणी क गरहीणी लाग गय हीगला माamp इनफ़ कसन क दवार आदिद समाझन चबिहीय

परथामा भाव माamp धा

पला आभा शिलाय चहीर हीत हीलाम उमरो क माशिलाक हीत हीगकषिणीत और गणीन करन वला बिवषयA माamp परवणीत हीत हीमाजीबिकय सवभाव

हीत ही यन हीर त क माजीबिकय लाहीजी माamp कहीनधामा) क कय माamp रशिच हीत ही

दसर भाव माamp धा

अचछ कय) करन माamp रशिच हीत हीबिहीममात हत हीत हीदधिदध स तजी हीत हीमाहीनत भा खgt करत हीवक1ला य नत जीस गणी हीत ही त

क1 त माamp धान हीत हीदलाला और 0यर जीर वला कमा माamp रशिच हीत ही

तसर भाव माamp धा

लाखन क पकक हीत हीकमपयgtटार और इस परकर क यतरीA क सचशिलात करन क1 मात हीत हीसफ़टावयर आदिद नन माamp बिनपणीत हीत

हीशिचतरीकर और कबिवत करन माamp रशिच हीत हीबिवषयA माamp आ0शिG हीत हीसदगणी भा भार हीत हीमाटा 0रर हीत हीगलामाटाला आक बित

हीत हीबिहीन अमिधाक और भाई कमा हीत हीबिपत क धान कर ही जीत ही

चZथा भाव माamp धा

भागयवन हीत हीदन करन माamp बिनपणी हीत हीदन दन माamp क पतरी और सपतरी क समाझन क1 बिहीममात हीत हीशिलाखन क1 कला हीत

हीनबितयA पर चलान क आदn हीत हीदधिदधवन हीत ही

पचमा भाव माamp धा

जीनमा स सवथा) जीवन माamp भार हीत हीअपन कमा बिनकलान माamp चतरत हीत हीकमा बिनकलान क द भाgtलान क1 आदत हीत हीसनतन क

अभाव हीत हीक वला धान क1 चहीत हीत हीजीमान कमा क करन और जीमान आदिद क परबित मानशिसकत न रहीत ही

छY भाव माamp धा

कला0 करन अचछ लागत हीलाबिकन वणी माamp मिमाYस हीत हीआलास 0रर हीत हीअकषिभामान क1 मातरी भार हीत हीपरिरशरमा और

कमाकत क समाव0 मिमालात ही दसरA क1 सव करन अचछ लागत ही

सपतमा भाव माamp धा

पबित य पतन क शिलाय सखदयक हीत हीकनतिनतवन 0रर हीत हीतAद बिनकला जीत हीसनदर और क लान परक बित हीत हीसमपदन करन क1

मात हीत हीउदर परक बित हीत ही

अषटमा भाव माamp धा

लाम उमरो हीत हीसनदर पतन य पबित हीत हीत क भारस नही हीत हीखत क कय) माamp बिनपणीत हीत हीजीस गवन आदिदनयय

करन क अनदर ईमान क समाव0 हीत हीवयपर स लाभा क वला दलाला वला कमाA माamp हीत ही

नवमा भाव माamp धा

दधिदधमान हीत हीतथा)टान करन क1 कमान हीत हीअपन समाजी माamp त रखन वला हीत ही कबिव गन बिवदया माamp बिडगर य बिडपलामा हीत

हीनयय यतरी करवन वला कय क मानस रहीत ही बिवद0 लागA और अगरजी माamp अचछ जञोन हीत ही

दसमा भाव माamp धा

रजी यग क करणी नत हीअलपय हीन भा मान जीत हीमात क1 बिहीन स सवभाव मिमालात जीलात हीबिपत क परबित वफ़दर नही हीत

हीखद क कमाA क खद क परयसA स ही खतमा करन क1 भावन न जीत ही

गयरहीवamp भाव माamp धा

लाभा माamp अपर समपकषिK क1 कमान हीत ही बिपत क1 जीयदद मिमालात हीछटा भाई बिहीन स सनही हीत हीमात क शिलाय कषटकर हीत

हीशि0 और मानरजीन माamp अमिधाक रधवयन रहीत ही

रहीवamp भाव माamp धा

बिवदवान धामा)तमा सवभाव हीत हीबिकस भा भाष क पकडन क1 मात हीत हीदवय जञोन क1 जीनकर हीत हीसमाजी माamp गणी मान जीत

ही0सतरी क अचछ जञोन हीत ही आलास 0रर हीत ही

धा समनध अनय बिववरणी

धा गरही स समतमिनधत रगउनक 0मान हीत धारणी करन क1 बिवमिधा गरही 0नतिनत क शिलाय दन तथा धा गरही स समतमिनधत वयपर और नZकर

आदिद क बिववरणी इस परकर स ही-

दन

धा क क परभाव माamp दिदय जीन वला दन आशलष जयषठा और रवत नतरीA माamp सवय क जीन क रर हीर माgtग हीर वसतरी फ़ला हीर मिमाYई कस

पतला हीथादत पनन सवणी) कपgtर 0र षटारस भाजीन घा फ़gt ला आदिद दन माamp दिदय जीत हीदन शरदध पgtव)क दकषिणी सबिहीत बराहमणी क सकलप

पgtव)क धा गरही क नतरी कला माamp करन चबिहीय

वयपर

कसदकर शिसलाई मा0न क वयपर वनसपबित घा क वयपर कड खन क वयपर परचन वसतओ क सगरही करन क द चन क

कय) खला और खला आदिद क समान क वयपर करन Ykक मान जीत ही

नZकर

मातरीपद बिवधायक पद परततव बिवभाग क पद लाइबरार क कमा 0टा)हीampड टाइविप4ग क कमाampक क कमा एकउनटाampस क कमा इनकमा टाकस क1

नZकर डकतर बिवभाग माamp कमा जयबितष क कमा हीसतरख और 0यर जीर क कमा करन चबिहीय

जीव जीनत और मानय पड पZधाA फ़लाA आदिद सभा माamp करampटा हीत हीनयgtनतमा य अमिधाकतमा पड पZधा और जीव जीनत क1 उमरो क अनसर मान

जीत हीयही करनटा मिमाला एमपयर क1 नप माamp हीत ही0रर क1 गबितपड पZधाA क अनदर हीन वला गबित जी हीव य धाgtप क1 अमिधाकत स

हीत हीबिवदयात उतपदन क शिलाय मान जीत ही भाजीन करन पर 0रर माamp आलास आन इस त क दयातक ही बिक 0रर माamp नन वला ऊजी)

क बिवकस नय शिसर स चलाgt ही रही ही 0रर क अनदर नन वला बिवदयात क परयग 0रर बिकन बिकन कमाA माamp करत ही उसक शिलाय हीमाamp गहीन

अरधवययन क1 तरफ़ जीन पडग 0रर माamp खन क दवार ऊजी) क1 पgtरतित4 हीत ही0रर क दवार जी भा खदया पदथा) परयग माamp लाय जीत ही व

सभा जीमान स उतपदिदत हीत हीय समादर क पन स उतपदिदत हीत हीउनही उतपदनA क 0रर आरमा स हीजीमा कर सकत ही जी एक र

धारत पर उतपदिदत ही चक हीइस परकर क भाजीन स 0रर क अनदर जी ऊजी) नत ही उस ही य इलाषदभिकटरोक क1 सजञो दn जीत ही 0रर

अपन तबितरीक ततरी क सgtचन दन क1 बिEय माamp इस बिवदयात ऊजी) क परयग माamp लात ही0रर क अलाव भा यही हीर क1 दबिनय माamp भा अपन

सद0A क भाजीन और सद0A क परपत करन क शिलाय परयग माamp लात ही कही भा 0रर माamp चटाn कटात ही त तबितरीक ततरी क सद0 दन वला

0रर माamp फ़ ला तबितरीक ततरी वबिहीबिनय चटाn क कटा क अहीसस सधा मासतिसतक क पछ माडलाआलामागटा नमाक सथान क पहचत हीऔर

दिदमाग स तरत उस कटा जीन क सथान क सरकषित करन क शिलाय य हय सहीयत क शिलाय हीथा परA क दिदमाग स आद0 दिदय जीत ही

और हीथा पर मिमाला सकamp डA मा मिमाला उस आद0 क पलान अपन गबित क अनसर करत ही अगर कई चटाn क1 जीगही पर बिचछgt य अनय

जीहीरला जीव कटात ही त अपन हीथा परA क1 सहीयत क अलाव हीर क1 सहीयत क शिलाय दिदमाग आवजी और 0रर क गबित भा परदन

करत हीजीस कई र) कटात ही और वही पर अनय र क कटान क1 आ0क ही त 0रर क अनदर भागन क1 0शिG भा अचनक ही पद ही

जीत हीदिदमाग अपन इस बिवदयात 0शिG क परयग सरकषित हय सथान क खजीन क शिलाय भा परयग करत ही सथा ही कटा जीन वला सथान

क सgtजीन आदिद दकर बिवष क आग ढान स रकन क उपय भा करत ही चखन क शिलाय आवजी भा दत हीऔर चख क अनदर उस

आवजी क भा परकटा करन क1 0शिG और ड पवर दत ही दधिजीसस आसपस क माहीZला भा जी भा पस माamp रहीन वला लाग हीचही व

अनजीन ही य जीन पबिहीचन वला सभा क रधवयन अपन ओर बिकस भाय स दखन क शिलाय और उस भाय क1 चख क1 आवजी क सनकर

अपन अपन सर क सथा उनक अनदर भा बिहीममात क परदन करन क शिलाय 0शिG समपनन ऊजी) अपन कमा करन लागत हीइसस अगर

भाय कई सव)जीबिनक ही त सभा अपन अपन सर क दखकर सहीयत क शिलाय भागन लागत ही अगर पड 0रर क1 0शिG स अमिधाक

हीत ही त 0रर क हीस करन क द तबितरीक ततरी अपन गबित क अनसर 0रर क1 0शिG क इकटठो करन और जीमा लावन ततवA क1

पgtरतित4 क शिलाय बिकय जीन वला उपयA क सथा 0रर क नकसन पहचन वला करकA क बिनदन करत ही इस बिनदन माamp जी करक

माहीतवपgtणी) हीत ही उनक अनदर आसपस रहीन वला लाग य दरसथा रहीन वला लागA क भा यही तबितरीक ततरी सgtचनयamp पहचन क कमा करत

ही आसपस रहीन वला लागA क अनदर त पड क1 खर करन क शिलाय अपन आसपस क करकA क 0रर क1 ऊजी) अपन कय) करत

हीऔर जी हीर और दरसथा लाग हीत ही उनक शिलाय समतमिनधत 0रर क अगA क फ़डकन क कय) करत हीउनक अनदर अकसमात ही

बिवचरधार क अनदर दलाव क कय) करत हीअगर कषट भागन वला वयशिG बिकस क पतरी ही त मात कपबित ही त पतन कबिपत ही त

पतरी क और अनय समनध ही तथा उस समनध स अमिधाक लागव ही त उस समनध क अपन अपन अग क फ़डक कर सgtचन दन क

कमा यही ऊजी) करत ही यही नही इस ऊजी) क कमा बिकस भा ख0 क1 खर क भा 0रर क अगA क फ़डककर भाजीन क कमा करन

हीत हीअगर ख0 खर परपत करन वला जीतक स रही ही त सवपन क मारधवयमा स भा इस ऊजी) क दवार स सद0 परसरिरत बिकय जीत ही

सतरी क य और परष क दबिहीन अग ख0 क1 खर क परपत करन क समाय फ़डकन आरमभ करत ही और र खर क समाय सतरी क

दबिहीन और परष क य अग इस बिEय क परदरथि04त करन लागत ही

जीग) मात क भा अपन पतरी क1 सकटा क1 षदभिसथाबित माamp फ़Zरन अहीसस त ही जीत ही जी उसक सतनA माamp खजीला चलान 0र ही जीत हीपतरी

क ऊपर आन वला सकटा क अहीसस मात अपन आप माहीसgtस करन लागत ही उसक दिदला माamp चन नही आत हीऔर रत क र र सवपन

भा चलाgt ही जीत ही इस ऊजी) क परभाव बिकस परकर स अपन सद0 पहचन क कय) करत ही इसक शिलाय पgtव)कला स ही अनभाव क

आधार पर अग फ़डकन क फ़लाफ़लाA क इबितहीस चलात आ रही ही0रर क हीर बिहीसस अपन अपन परभाव तन लागत हीजीस बिकस

वयशिG क मासतक फ़डकन लागत ही त उस नZकर लागन य कमा मिमालान अथाव बिकस जीमान क मिमालान क अहीसस हीन लागत हीमासतक

क शिलाय वही चही परष ही सतरीअकसर सथान दलान य बिकरय क माकन शिसफ़टा करन क पहीला यही अहीसस हीन लागत ही नZकर माamp य

अपन वयवसय माamp सथान दलान क समाय भा यही अनभाव दख गय ही अकसर बिकस वयशिG क1 दनA भाहीamp अपन आप फ़डकन लागत ही त

उस समाझ लान चबिहीय बिक उसक र दिदन अ त गय ही और सख क समाय आन वला हीवही दधिजीस त क शिलाय भा दख था उसक दख

दर हीन वला हीसथा ही उसक हरदय माamp एक उतसही भा जीनमा लान लागत ही आखA क1 फ़डकन अमिधाकतर समाजी माamp परचशिलात हीसतरी क1

य आख और परष क1 दबिहीन आख बिकस भा सथान स फ़डकन लागत ही त उस जी भा बिपरय हीत ही उस क द0)न हीन हीत ही

लाबिकन बिवपरत अवसथा माamp अ0भात क दखन भा मिमालाकरत ही सतरी क यamp नतरी क कन क1 तरफ़ क कZन फ़डकन 0र हीत ही त

जीरर लाकषमा क1 परनतिपत हीत हीवही चही सन चदn क रप माamp ही य नगद धान क रप माamp मिमाला उस मिमालात जीरर ही यही हीला परष क

दबिहीन नतरी क शिलाय मान जीत ही आख क ऊपर क बिकसस माamp भा यही जीन जीत ही बिक अगर परष क दबिहीन और सतरी क य पलाक

फ़डकत ही त बिकस पदव क1 परनतिपत हीत ही और बिवपरत माamp पदव क अत हीत ही कनध फ़डकन माamp भागA क1 परनतिपत और बिवपरत

अवसथा माamp भागA क चला जीन मिमालात ही थाड क फ़डकन सतरी और परष क शिलाय बिकस ड डर क शिलाय मान जीत हीबिकस क1 धामाक1

य बिकस परकर स घार य हीर क वयशिG क सथा अकसमात हीदस हीन क1 खर थाड स मिमालात हीलाबिकन कणY फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp

यही उलटा हीत हीइसमाamp परशिसदधिदध और धान लाभा मिमालात दख गय ही गद)न क बिपछला बिहीसस फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp जी भा र भाव मानन

वला लाग हीत ही व हीव हीन क1 कशि00 करत हीहीAYA क फ़डकन क समाय माamp भाZबितक वसत जी हत बिपरय हीत मिमाला जीत ही पY

फ़डकन क सतरी और परष दन क भा र मान गय हीय त मार पकडत हीय बिफ़र बिकस त माamp हीरन पडत ही कख फ़डकन पर

जी अपन खस हीत ही उसस मिमालान हीत हीलाबिकन दबिहीन और य क भा खयला रखन पडत हीबिवपरत अवसथा माamp बिछडन भा मान

जीत ही दिदला क धाडकन अकसर जी भा जीनमा शिसदध कमान हीत ही उसक मिमालान क समाय मान जीत हीचही वही हीमा0 स मान जीन

वला भागवन क बिकस भा रप माamp कयA न ही माही क अनदर फ़डकहीटा अचछ भाजीन क1 परनतिपत क सक त मान जीत हीहीथाला माamp खजीलाहीटा

धान क आगमान और बिवपरत अवसथा माamp खच) करन क1 षदभिसथाबित क भा द0)त ही कमार क फ़डकन हत अचछ कमा क अनदर क छ समाय

क शिलाय बिजी हीन और द माamp सममान दन क शिलाय मान जीत ही नकषिभा क फ़डकन पबित क शिलाय पतन क बिछही और पतन क शिलाय

पबित क बिछही क रप माamp जीन जीत ही परइवटा पटा) क फ़डकन पर इषदभिचछत सथा क सथा रमाणी करन क समाय तय गय ही गद क

फ़डकन पर वहीन क लाभा हीत हीचही वही खद क मिमाला य बिकरय क वहीन स सफ़र करन क अवसर मिमालाजीघाA क फ़डकन स वसतरीA

क1 परनतिपत हीत हीघाटान क फ़डकन स घार माamp 0तरीओ क1 और वयपर माamp कमपटाnटार क उदय हीन क समाय मान जीत ही पर फ़डकन पर

बिकस नय सथान क1 तरफ़ पलायन हीत हीबिवपरत अवसथा माamp र सथान क परपत करन क सक त भा मान जीत ही पर क तला क फ़डकन

क1 षदभिसथाबित माamp अचला समपकषिK क1 परनतिपत और बिवपरत अवसथा माamp अचला समपकषिK क जीन क समाय मान जीत ही चच क मार हीन क

समाय मात क1 छत अपन आप दरबिवत हीन लागत हीचच क Ykक हीन क समाय मात क1 य छत फ़डकन लागत ही सही क समाय माamp

जीलदn असर मिमालात ही 0मा क समाय माamp दर स असर मिमालात हीलागतर फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp भाला य र परभाव पलान क नन क द

मिमालात ही एक सथा दन अग क फ़डकन भागय और दभा)गय क च माamp चलान वला हीस मान जीत ही इसक अलाव और भा सकडA

बिEययamp इस 0रर क दवार समपदिदत क1 जीत हीजी क वला य इलाषदभिकटरोक करampटा क दवार ही समभव ही कई वयशिG अगर लागतर

नकरतमाक षदभिसथाबित माamp चला जीत ही और वही र र अपन क अक ला रहीन क शिलाय परिरवर य समाजी क लागA स दर रखत ही त उस

वयशिG क शिलाय यही नकरतमाक ऊजी) क परव0 क समाय मान जीत हीइस कला माamp उस वयशिG स कई भा वत) करन पर वही खजीत ही

और अपन 0रर क समापत करन क1 धामाक1 दत ही नकरतमाक ऊजी) क 0रर स दर करन क शिलाय वयशिG क ऊपर स खन वला सद

नमाक एक माटठोn 0मा क समाय सत वर उसर करन क द घार क हीर सडक पर डलान स उसक1 नकरतमाक ऊजी) स छ टाकर भा

मिमालात दख गय ही नकरतमाक ऊजी) क एक परभाव और दख गय ही बिक वही घार क अनदर सस पहीला कला0 पद करन क करणी पद

करत हीवही वयशिG क बिकय जीन वला कमा स रधवयन भाग करत हीवही कर क छ रही हीत ही और करत क छ हीइस करणी स घार क अनदर

नकसनसमनधA क अनदर बिगड और वयपर क अनदर नकसन तथा नZकर क अनदर माशिलाक स परतणीन क असर दत हीइसक शिलाय

सही क अपन जीगन क द अपन इषट क रधवयन माamp रखकर उसक1 मानशिसक इमाजी अपन दनA हीथाA माamp दखन क द तथा जी सवर चला

रही हीउस पर क पहीला बिसतर स नच रखन क द ही कय क 0र करन चबिहीय रत क नद नही आन क1 अवसथा माamp भा सgtय|दय स

पहीला जीगन क1 बिEय क करन चबिहीयऔर जीही स भा उगत हय सgtय) क दरशय दिदखई द दखन क परयस करन चबिहीय अकसर उन लागA

क हत ही सफ़ला हीत दख गय ही जी लाग सही क उगत हय सgtय) क नदn य समादर य तला क पर दखन क1 कशि00 करत ही दन

भाजीन पgtजी और समतमिनधत वयशिG क1 भालाई क1 कमान क शिलाय जी भा उपचर बिकय जीत ही व अपरतय रप स फ़यद दत दख गय ही

दिदमाग क1 अमिधाक अ0नतिनत स चन क शिलाय पहीड यतरीयamp भा कमाय हीत ही

दन क माहीतव

अकसर जीवन मा दन क माहीतव हीमात अपन मामातव क चच क शिलाय दन करत ही बिपत अपन परषथा) क शिलाय अपन जीवन क क1 जीन

वला माहीनत क दन अपन चच क शिलाय करत हीभाई अपन हला क दन करत हीबिहीन अपन तरक स समनध नकर और समाजी

नकर अपन भाई क तरी क दन करत हीभाई अपन बिहीन क शिलाय आजीवन अपन सहीयत और 0शिG क दन करत हीड हीकर

चच अपन मात बिपत क वदध हीन पर उनक1 दख रख और भाजीन क दन करत हीपतन पबित क रबित सख परदन करत हीअपन दवार

पबित क शिलाय बिनसवथा) भाव स भाजीन और पबित सख और आय वदधिदध क परबित पgtजी पY करत ही आग क शिलाय व0 चलान क परबित अपन

कमान क समारतिप4त करत ही ह अपन सवथा) क तयग कर पबित क क ला मा 0बित और समपननत नन क परबित अपन जञोन क दन करत

हीदमाद अपन हला और सममान क दवार अपन ससरला जीन क मान ढान माamp अपन 0शिG क दन करत ही क छ लाग अपन

वयवसय सथान पर Y कर रसत तकर अपन जञोन क दन करत हीक छ लाग पयसA क शिलाय पयऊ खलावकर धामा)0ला नव कर लागA

क जीवन क सद गमाt स चन क शिलाय अपन हला क दन करत ही हीक1कत मा दख जीय त यही 0रर ही दन स और दन क शिलाय

न ही एक वयशिG एक लाख रजीन कमा रही ही लाबिकन वही अपन शिलाय मातरी क छ सZ रपय माamp अपन पटा भार लात हीऔर क1 क धान

वही अपन परिरवर क शिलाय जीमा करत ही बिक वही अपन सतन क शिलाय इतन इकटठो कर द बिक उसक द उसक1 सतन बिकस क1 माहीतजी

नही रही और वही सख रही लाबिकन इस सख रखन क करणीA माamp माही पद ही जीत हीयही माही करन ही उसक1 भाgtला ही और इस माही क

चककर माamp 0रर स क1 जीन वला माहीनत दन सवरप न हीकर माही क जीजीला माamp चला जीत ही मात न अगर पतरी क जीनमा दन क द यही

सच शिलाय बिक उसक पतरी ड हीकर उसक1 पलान करगउसक1 सव करगउसक शिलाय ह लाकर उसक1 आजञो क पलान करवयग त

मात क यही माही उस समाय कर ही जीत ही जी लाडक ड हीत ही और अपन माजीt स 0दn बिववही करन क द अपन घार अलाग

स लात ही मात अपन पतरी क सहीर रहीन क करणी और अपन शिलाय क छ न चकर क वला पतरी क शिलाय ही स क छ करन क द जी पतरी

पस स बिनकला जीत ही और पतन क शिलाय सचन लागत ही त मात क वही पलान पषणी स लाकर पढान शिलाखन और सभा सधान पतरी क

शिलाय जीटान क परबित कर ही जीत ही उस समाय मात और पतरी क च तनतन चलात ही और ह जी दसर घार स आय ही उसक अनदर

यही भावन घार कर जीत ही बिक मा क वला टा स धान क माही करत ही और टा मा क कही पर चलात ही उसक1 त क नही सनत हीइस

परकर स तकरर ढा कर ड तकरर न जीत हीटा न त मा क छड सकत ही और न ही पतन क छड सकत हीपतन क पस द

रसत हीत ही एक अपन मात बिपत क और दसर कनgtन कलाबिकन मात क पस एक ही रसत हीत ही वही हीत ही अपन पतरी कह य

त अपन मात बिपत स परतणीन दिदलावत ही अथाव कनgtन क सहीर लाकर मात बिपत क जीय भाजीन और सहीयत दन क जीला क1

हीव दिदलावन क कमा करत हीटा क समान द ही रसत हीत ही य त वही ह क लाकर अलाग रहीन 0र कर द य ह क तलाक दकर

बिफ़र स मात बिपत क कहीन माamp चलान लागउस दसर सधान ही सही लागत हीलाबिकन इन स क पछ जी था वही मात क लाभा ही थाअगर

मात न बिपत क सथा मिमालाकर पहीला स ही पतरी क1 शि0 क द उस जीबिवक क सधान दकर अलाग कर दिदय हीतऔर ह क पहीला स ही

अलाग करन क मानस न शिलाय हीत त जीला जीन क1 य परतकषिणीत हीन क1 समासय ही नही आतयही स माही क करणी ही मान जी

सकत हीजी पलान पषणी मा कई माही नही थाअगर उस समाय माही हीत त डकटार क पस चच क मार हीन क द नही ला जीय

गय हीतशि0 क सथानA माamp एडमिमासन नही करवय गय हीतसद गमाt क समाय माamp उस कपड और रहीन क सथान क दसत भा नही

करवय गय हीतलाबिकन जीस ही वही कमान लायक हआ और मात क अनदर माही न जीनमा ला शिलाय

दन माamp माही और अहीमा क तयग

दन करन क शिलाय माही क तयग जीरर हीमाही क करन स भाजीन क दन नही बिकय जी सकत हीभाजीन ही खgt सर रख ही लाबिकन दन

करन क जी तभा नही करग जी यही माही पद ही जीयग बिक कला भा इस भाजीन क इसतमाला करन हीलाबिकन जी वही रख हआ भाजीन

बिकस जीव जीनत य माZसमा क1 खर स कर ही गय त मान माamp उस खर भाजीन क फ़amp कत समाय सतप हआयही सतप त नही हीत

जी उस भाजीन क बिकस मागन वला वयशिG क आरमा स खिखला दिदय हीत और वही भाजीन स तपत हआ वयशिG क छ और भा दकर जीत

जी सतप स कई गन ढा कर हीत और आग क अचछ र समाय माamp कमा भा आत दन क रप अलाग अलाग समाय माamp अलाग अलाग रप

धारणी कर लात ही दन क शिलाय मागन वला क छटा और दन वला क कभा ड नही समाझन चबिहीय यही कथा वमान अवतर स शि0

दत ही पबित क पतन क शिलाय दिदय जीन वला वचन जी दन क ही रप ला लात हीकभा भाgtलान नही चबिहीयसमाय क दलान पर दिदय

हआ वचन बिकतन ड रप ला सकत ही इसक उदहीरणी रमाचरिरत मानस माamp दसरथा और क क ई क1 कथा स समाझ जी सकत ही वमान

अवतर माamp भागवन न ववन अगला क रप माamp पgtर पथव आक0 पतला सभा तन पग माamp नप शिलाय था और रजी शिला क ऊपर आधा पग क

कजी) ही छड दिदय था उस परकर स रजी दसरथा क दवार क क ई क दिदय गय द वचन शररमाचनदर जी क शिलाय चZदही वष) क वनवस क

करणी न थाऔर पतरी बिवयग माamp रजी दसरथा क1 मातय क करणी न था इनक अनदर भा माही क रप क वला अहीमा क रप माamp थाअगर

रजी शिला क यही अहीमा नही हीत बिक यही ववन अगला क पबिडत कय ड माग लागत कजी)ई नही नतऔर रजी दसरथा क वही अहीमा

बिक जी चहीampग तभा द वचनA क1 पgtरतित4 कर दampगइसमा कय ड ही त इतन ड हीबिन नही भागतन पडत

दन क तन परकर 0ररधान और बिवदया

अकसर वयशिG तन तरही क दन क शिलाय हीमा0 रधवय हीत ही0रर दनधान धान और बिवदया दन 0रर क दन परष और सतरी दन

मिमालाकर सतन पद करन क दवार दत हीऔर वही 0रर ससर बिहीत क शिलाय हीत ही य अबिहीत क शिलाय यही उनक पgtव) कमा| और ससर क1

आवशयकत क अनसर हीत ही धान क दन परष और सतरी पहीला अपन परिरवर क पषणी और ससर बिहीत क कमा क शिलाय दन करत ही

वही भा परष और सतरी क अपन अपन भावA क अनसर मान जीत ही बिवदया क दन क शिलाय कभा ड य छटा क भाद नही मान जीत

हीजीस बिकस कमा क करन क शिलाय जी वही कमा समाझ माamp नही आत ही त एक छटा चच अपन दधिदध स उस कमा क करन क शिलाय

अपन मात दत ही वही बिकस ड स ड माहीरथा और जञोन आदमा क दिदमाग स पर त मान जी सकत ही दधिजीस परकर स लाक धराव न

अपन मात क परशन क उKर क अनसर जीगत बिपत क ही अपन बिपत मान था और वन माamp जीकर तपसय करन क शिलाय पच सला क1 उमरो

क चन था और कमा स कमा उमरो माamp उनहीन जीगत बिपत क द0)न परपत कर शिलाय थाभाG परहीलाद न अपन बिपत क जञोन क तचछ समाझ था

और शर हीरिर क चरणीA माamp अपन मान लागकर ड स ड आफ़तA स अपन क च शिलाय था

0रर दन क करकतव

0रर दन क शिलाय सतरी और परष क समाजी क अनसर एक शरखला नकर चलान पडत ही उस शरखला क अनदर ही 0दn बिववही रबित

वयवहीर और समादधिजीक बिनयमाA क मान जीत ही अगर इन तA क नही मान जीत ही त मानय और प0 क अनदर भाद ही कय रही जीत

ही रबित नबित क अनसर दिदय गय 0रर दन दिदय गय दन क ड रप हीत ही और समाय समाय पर अपन नमा और कय) क इबितहीस माamp

शिलाख जीत ही कई भा परष बिकस भा सतरी क1 तरफ़ आकरतिष4त तभा हीत ही जी उसक अनदर कमा वसन क सचर हीत ही लाबिकन वही

अगर समादधिजीक बिनयमाA क अनसर अपन कमावसन क 0त करन क शिलाय उपयG सतरी क नही परपत करत ही त वही दिदय गय 0रर

दन य त कgt ड क ढार मा जीत ही अथाव वही अगर बिकस परकर स च भा गय त समाजी और ससर क शिलाय कभा भा अबिहीत क करणी

न जीत ही 0रर दन क शिलाय समादधिजीक बिनयमाA क शिलाय कथा कही जीत ही बिक 0क सवत क बिवEमा समवत क द क मान जीत

हीबिवEमा समवत क द जयबितष 0सतरी माamp परवणी एक जयबितष क यही पत लाग बिक अमाक समाय माamp सतरी क सथा माथान करन क द अगर

सतन क1 परनतिपत हीत ही त वही ससर माamp अपन नमा लाकर हीमा0 क शिलाय चलात रहीग लाबिकन जी उस जयबितष न दख बिक समाय उस

रत क ही और उसक1 पतन बिकस नदn क पर रहीत हीवही जीलदn जीलदn नदn पर करन क शिलाय क वटा क पस गयक वटा न दख कई हत

ही जीरर त ही और उस त क जीनन क शिलाय जी क वटा न अपन दधिजीजञोस क जीबिहीर बिकय त जयबितष जी न अपन त क उसस

त दिदय क वटा चलाक था उसन सच बिक जी इतन माहीतव पgtणी) ही और वही अपन नव क चलाकर और नव स बिकय जीन वला कय) स

ससर माamp नमा नही चला सकत ही त उस अपन सतन क इस कमा क शिलाय परयग माamp लान चबिहीय उस क वटा क जीवन और खgt0gtरत

कनय था उसन जयबितष जी क समान परसतव रख दिदय बिक रत क अनधर ही गय ही और वही रत माamp नव क नदn माamp नही ला जीयगअगर

यही माहत) जयबितष जी क परयग माamp लान ही त उसक1 कनय स गधाव) बिववही करन क द उस माहत) क परयग माamp ला सकत हीजयबितष जी

तयर ही गय और उस रत क जयबितष जी न उस क वटा क1 कनय स गधाव) बिववही करन क द गभा)धान क पgtणी) बिकय उस कनय स जी

पतरी परपत हआ वही 0क नमा स जीन जीत ही यही कथा रमायणी माamp माकररधववजी क र माamp कही जीत हीजी हीनमानजी लाक क जीलाकर

पसन स तर तर समादर माamp कgt द त उनक पसन क एक माछला बिनगला गयउस बराहमचर पसन क अनदर वय) क कणी थाउनही कणीA स

माछला क जी सतन हय वही माकररधववजी क रप माamp हय और उस पतला क रजी अबिहीरवणी क दवारपला क1 सव क अवसर मिमाला रमा

लामाणी क जी अबिहीरवणी शिला दन क शिलाय पतला लाक ला गय त हीनमानजी क पहीला दवारपला क रप माamp तनत माकररधववजी स ही

माकला करन पडद माamp पत लाग बिक वही उनही क1 सतन था 0रर दन क शिलाय समाजी क बिनयमा हत ही माहीतव रखत ही जीस एक

करगर बिकस कला क जीनत ही और आग आन वला चच उस करगर क1 कला क अपन परिरवर और घार क अनदर ही चपन स दखत

रहीत ही त व उस करगर क1 कला स वबिकफ़ हीत जीत ही उन चचA क कही अनय सथान पर जीकर शि0 नही लान पडत और व उस

कला क और अमिधाक बिवकस करन क द आग स आग परयग माamp लात जीत ही त उस कला क बिवकस अपन आप हीत चला जीत ही

उस परकर स समाजी और वणी) वयवसथा क अनसर जी 0दn बिववही बिकय जीत ही त हीन वला चच उस समाजी क अनदर अपन क

अपन आप ढालात चला जीत हीऔर जी कय) य वयवसय अथाव ससकर उनही मिमालात ही उनही क अनसर व अपन क न लात ही लाबिकन

0रर माही और रप आदिद क लाभा माamp जी समाजी स अलाग बिकस परकर स 0दn समनध बिकय जीत हीत कमाकत क अनत हीन क द

जी रप और 0रर माही क भरामा टाgtटात ही त अलाग समाजी माamp बिकय जीन वला रिरसत टाgtटात ही और अगर उन रिरसतA क अनदर कई सतन ही

गय ही त वही अपन बिपत और मात क अनसर ही अपन क नन 0र करग इस परकर स वही पद हीन वला सतन न त इधार क1 रही

और न ही उधार क1इस परकर क1 सतन क भाटाकव क रसत मिमालात ही और वही दर दर क1 Yकरamp खन क शिलाय माजीgtर ही जीत ही

अथाव उस समादधिजीक बिनयमाA स नफ़रत हीन क करणी वही समाजी स अपन परन बिहीस क चकन क शिलाय आतकवदn जीस नबितयA माamp

जीकर मानय और समाजी क दद) नही समाझन क करणी हीतय जीस जीघानय अपरधा करन 0र कर दत ही अकसर यही त उन परिरवरA माamp

भा मिमालात ही जीही तमिसतरीय आधाबिनकत क चककर माamp अपन क कषिणीक सख क शिलाय अनय माद क1 कमाकत क शि0कर ही जीत ही और

उनस पद हीन वला चच समाजी और परिरवर क तक माamp रखकर घार और परिरवर क ही लागA क शिलाय आफ़त क करणी न जीत

हीअकसर इस परकर क चच खgtन क समनध नही हीन क करणी अपन परिरवर क सदसयA क परबित दय य परमा भाव नही रख पत ही और

उस परकर स सचन चलाgt कर दत ही जीस बिक उनक कमाक बिपत क सचन हीत था

सस ड दन दय ही

मानय क अनदर दय क दन सस ड दन मान जीत हीकही भा गय ही बिक दय धामा) क माgtला ही पप माgtला अकषिभामान दधिजीसक अनदर दय

हीत ही वही रसत चलात क भा सहीर दन जीनत ही और जी सहीर दिदय जीत ही वही भा एक तरही क माहीदन ही हीत ही वही दय चही

मानय क परबित ही य जीनवर अथाव जीव जीनत क शिलाय वही दय ही सस ड दन मान जीत ही भागवन स भा परथा)न क1 जीत ही बिक

दय कर दन भाशिG क हीमा परमातमा दनदय क शिलाय बिकस क खजीन नही पडत बिक हीमा दय बिकसक सथा करन ही रसत माamp य घार

क अनदर दय क दन करन क शिलाय हीजीरA दय क परपत करन वला लाग मिमाला जीयampगऊपर त कर आय ह बिक दय मात चच क सथा

भा करत ही 0रन सभा जीवA क मारन क शिलाय मान जीत ही और अपन चच क वही नही मारत बिलला अपन चच क सथान दलान

क समाय ड ही मालायमा तरक स दतA क च अपन चच क दत ही और सथान दला दत ही माद बिचछgt अपन चचA क अपन 0रर

ही दन कर दत ही मानय अपन चच क पलान पषन स लाकर ड हीन तक उस पर दय क भाव ही रखत ही चच क ऊपर स बिगरन

स लाकर लाखA करणी नत रहीत ही जी चच अपन बिववक क खयला नही रख पत ही और जीखिखमा माamp रहीत ही त परिरवर क सदसय उस

चन क शिलाय हीर समाय खयला रखत ही जी वही चच समाजी क समान आत ही त समाजी वला लाग उस र आदतA स चन क शिलाय

बिनगही रखत हीलाबिकन कभा कभा जीनgtझ कर वही चच गलत करत ही त उस सजी दिदलान क नमा पर पशिलास य घार वलाA क1 भा

सहीयत ला जीत ही दय क रप यतरी करत वG बिकस सथान पर बिनवस करत वG य परिरवर माamp रहीन क उपरनत मिमालात ही समाजी माamp

दय क नमा पर समाजी क वयशिG क नZकर आदिद क मामाला माamp दय करन पर लाग रजीनबित भा करन लागत ही जीस आजीकर जीटाA क

आरणी क मामाला माamp दय क भाव समाझ माamp आ रही ही रजीनबित क अनदर दय क भाव दिदखव क रप माamp भा मिमालात ही जीस वर

माषदभिसजीद क हीटाकर रमा मादधिनदर य रमा मादधिनदर क हीटाकर वर माषदभिसजीद क मामाला माamp अलाग अलाग समादयA क नतओ क1 दय दिदखन क

मातला सफ़ समान ही बिक एक कहीत ही नन नही दampग और दसर कहीत ही नकर रहीampग दय दिदखव और सवथा) क शिलाय भा क1 जीत

हीजीस बिकस वयशिG क पबिहीनन क शिलाय कपड दिदय जीत ही और द माamp जी भा कई समादधिजीक त हीत ही य समादधिजीक वयशिG समान

हीत ही त कही दिदय जीत ही बिक यही कपड त हीमान इस पबिहीनन क शिलाय दिदय ही इस परकर क1 दय दिदखव हीत हीऔर उस दय क

कई माgtलय भा नही हीत ही अगर बिकस क खन खिखला दिदय ही त समान वला क माहीसgtस भा नही ही बिक खिखलान वला खद क आदमा था

य कई परयअगर उसन माहीसgtर कर शिलाय बिक खिखलान क द उस दय क टिढा4ढार पटा जीयग त उसक1 अनतरतमा उस खन क दला

माamp दिदय जीन वला आ0व)द क1 जीगही शरप और दन चलाgt कर दगदरवजी पर मागन वला क सथा अमिधाक दय करन क मातला ही बिक

अपन क लाटा Yनअमिधाकतर लागA न भाख मागन क धानध न शिलाय ही जी उनही कई माटा आसमा दिदखई दत ही त तरही तरही क

करणी नकर दय क पतरी न जीत ही और मान चही लान क द उस 0र क और अनय तरफ़ क पप कमा) माamp खच) करत ही इस

परकर स दिदय जीन वला दन दय क दन त दन वला क शिलाय मान जीत ही लाबिकन दधिजीसन दय क भाव क परपत बिकय था उसक अनदर

चलाक1 क भाव आन स दय और चलाक1 दन मिमालाकर दन दन वला और लान वला क शिलाय अबिहीत क करणी ही न गय जी दन

दिदय गय था उसक द उस दन क परयग कई अपन घार खचu क शिलाय करत ही त Ykक हीलाबिकन क Ykक ही जी वही खद कमान स

असमाथा) हीउस बिकस परकर क1 बिवदया नही आत ही वही 0रर स अपबिहीजी हीवही बिकस भा तरी माamp बिवकस नही कर सकत ही त दय करन

कर क1 त नही ही लाबिकन दय करन क उपरनत अगर कई वयशिG समाथा) हीत हय भा कमान क1 इचछ नही करत ही दिदमाग अथाव

0ररिरक शरमा स चन चहीत ही और उस दय क नमा स कमान क द बिफ़जीgtला खच) करन क1 आदत ही गय ही त वही दय नही मिमालान क

द अनय चलाबिकयA स कमान क1 सचग अकसर दय क नमा स मिमालान वला धान क लाग ड र तरही स खच) करत ही यही सतय बिनयमा

ही बिक कमान और खच) करन माamp जीमान आसमान क अनतर हीत ही कमान त हीर कई जीनत ही लाबिकन खच) करन हीर बिकस क पत नही

हीत ही कमान क अनसर अगर खच) बिकय जीय बिकस परकर क अहीमा माamp आकर अगर खच) बिकय जीत ही त कमान और माहीनत करन

भा कर ही मान जीत ही हीर मानय क बिनयमा हीत ही बिक वही अगर ईTर क1 क प स ससर माamp अवतरिरत हआ ही त वही मानव कलयणी

क1 भावन क अपन मान रखकर दय कर तथा) सथानA माamp बिकय जीन वला तभा समाथा) ही जी उस सथान माamp रहीन वला लाग जी क वला दसरA

क1 दय पर ही बिनभा)र ही उनक शिलाय दन क रप समाझ कर दन बिकय जीय अकसर कर क दन कर मा ही चला जीत ही इस त क

और अचछn तरक स समाझन क शिलाय भारत क परशिसदध धामा रमाTरमा धामा क1 ही त ला लादधिजीयवही धामा क वला आन वला तथा) यबितरीयA

क1 क प पर ही बिनभा)र हीअगर कई तथा) यतरी नही आय त वही क लाग भाgtखA मारन क1 कगर पर आजीयampलाखA लागA क वयवसय आन

वला तथा) यबितरीयA क रहीन खन तथा वही क1 परशिसदध वसतओ क चन हीलाबिकन दधिजीसक अनदर दधिदध क बिवकस ही वही वही पर नही

रहीत ही और अपन अनसर अपन औकत तथा बिवदया क ढात चला जीत हीडकटार कलामा सही भा वही क पद हीन वला माहीपरषA

माamp एक मान जीत हीउनहीन अपन बिवदया क परयग करन सख शिलाय और भारत जीस रषटर क सव|चच पद पर आसन भा ही गय जी बिक

उनक परिरवर वला आजी भा समादर स बिनकलान वला सप 0ख और अनय समान क वयपर करन क द अपन जीबिवक चला रही ही उनक

घार क पस माamp आजी भा झपड नमा न हय माकन उनक परिरवर क1 षदभिसथात क त रही ही इस परकर स दय क रप अपन बिवकस क

शिलाय अगर बिकय जीत ही और अपन अनसर ही बिकस गर क पलान क दिदमाग परयग माamp लाय जीत ही त वही दय सचच दय हीइस

दय क अनदर एक करणी और नत हीबिकस क शि0 क दन करनयही भा एक हत ड दन ही और दय क अनदर ही इसक1 औकत

ही ससर माamp दय क करणी चलान वला एन जी ओ आदिद क रप भा समाझ जी सकत ही जी ससथायamp अपन कमा करन क द लागA क

आग ढान क शिलाय अपन तन मान और धान स आग चलात ही व अपन नमा करत चला जीत ही लाबिकन लाभा माamp आन क द और उन

ससथाओ क1 दZलात अगर धान कमान क भाव मान क अनदर आय त वही दय क भाव स अलाग ही जीत ही उस भाव स अलाग जी परभाव

हीत ही वही अमिधाक धान कमान क1 लालास और उलटा सधा करणी नकर और सखययA क जीड ही रही जीत ही जी भा कमा लाभा क

करणी बिकय जीत ही व सभा कगजीA माamp त बिकय जीत ही लाबिकन धारतला पर क छ भा नही हआ हीत हीक छ ससथायamp इस भाव क और भा

अलाग अलाग तरक स धान कमान क शिलाय परयग मा लात हीजीस बिक एक धानवन क अपन सफ़ द धान क कला धान मा परिरवरतित4त करन ही

त वही पहीला इस परकर क1 ससथाओ क दन माamp माटाn रकमा ददग और द माamp उस ससथा स शिलाय जीन वला दन वपस लालागइस परकर

स जी टाकस आदिद माamp चत हीत ही वही ससथा क शिलाय न रहीत हीइस तरही स सरकर और जीनत क सथा धाख ही मान जी सकत ही

और इस परकर क1 ससथायamp जीही भा चलात ही उनक उददोशय मातरी दय क नमा पर गरख धानध करन ही मान जी सकत हीउनहीन अपन

पलानर नZकर पर रख हीत ही और उन पलानर और धान क लाख जीख तयर करन वला चटाuड एकउनटाampटा क1 दZलात व अपन कमा करत

रहीत ही इस परकर क1 दय स भा चन चबिहीयऔर जी भा कमा करन ही अगर हत ड रप माamp करन ही त अपन दवार ही बिकय जीय

और छटा रप माamp करन ही त भा अपन दवार ही बिकय जीय वही दय क दन सस उKमा मान जी सकत हीअगर शि0णी ससथाओ क

बिवकस करन ही त अपन नमा क कभा उपयग नही करन चबिहीयजीस बिक अकसर लाग अपन दद बिपत मात आदिद क नमा स ससथा

क खड कर दत ही और उस चलाकर नमा कमान क1 कशि00 करत ही यही ससर बिवशिचतरी ही यही एक परक बित क लाग नही हीकभा कई

सहीर लान क नमा पर आकर बिगडबिगडयग और सहीर मिमालान क द वही खद क 0र क1 भाबित नकर शिलाय गय दन क रद करन क

अलाव उस ससथा क भा गला दग दधिजीस भाव माamp बिकस क सवथा) आकर टाकर जीय उस भाव माamp बिकय जीन वला दन य दय कर ही

मान जी सकत ही जीस बिकस न अपन गनतवय क शिलाय रसत पgtछऔर तन क दला मा अगर कई धान क दत ही त वही दय य दन

क रप नही हीत ही दन क रप माamp बिकस क गनतबय क तय जीन वला रसत भा दन क ही रप ही जीत ही अकसर रजीन बिकस

क बिकस न बिकस परकर क1 समासय मिमाला जीत ही और वही समासय स सलाझन क रसत बिकस स पgtछत हीऔर तन वला उस सही

रसत त दत ही त वही समासय स छ टाकर परपत कर लात हीयही भा तय गय उपय और तय जीन वला वयशिG क शिलाय दन क ही

रप मान जीत ही आजी क यग मा अगर इस त क सधा सनत क शिलाय दख जीत ही त जी सनत दकषिणी क लाकर और अपन शि0य

नकर अगर जञोन क दन दत ही त वही दय क1 शरणी माamp नही आत ही वही एक माही और अपन क उचच दिदखन क अहीमा माamp 0मिमाला ही

जीत ही दिदय गय रसत और दिदय गय जञोन अगर दिदय जीन वला वयशिG क1 जीनपबिहीचन क1 समा माamp आजीत ही त भा दय और दन

क1 शरणी माamp नही आ सकत ही जीस एक पतरी अपन बिपत स क छ जीनन चहीत ही त बिपत क दवार तय गय उKर दय य दन क1 शरणी

माamp नही आयगयही अपनतव क1 भावन माamp आकर और माही क दवार जञोन क दिदय मान जीयग लाबिकन वही चच अगर रसत चलात बिकस

वयशिG स पgtछत ही और वही वयशिG उच चच क नही जीनत ही त वही दिदय गय जञोन और दय क भाव दन क1 शरणी माamp 0मिमाला ही

जीयग बिकस सडक पर जीन क शिलाय अगर द रसतA क च माamp एक सइन ड) क लाग दिदय गय ही और उस पर सही रसत पर जीन क

कथान शिलाख ही त वही ड) दधिजीसन लागवय ही उसक शिलाय दन क सधान मान जीयगलाबिकन अगर उस ड) क इस परकर क लागवय

गय ही बिक उसक अनदर पस डलाकर रसत क जञोन शिलाय जीय त वही कमान क सधान मान जीयग अकसर कई ससथायamp अपन अपन

अनसर लागA क1 शिचबिकतस क शिलाय अपन अपन अनसर क मप लागत ही वही पर सधारणी जीनत क शिलाय चविक4ग और दवइयA क बिवतरणी

बिन0लक बिकय जीत हीलाबिकन अगर उस ससथान अपन नमा क परचर जीर 0र स बिकय ही और अपन नमा क सथा डकटारA क नमा और

बिवतरिरत क1 जीन वला दवइयA क लाख जीख सक सनय ही त वही बिकय जीन वला सव क भाव नमा और अपन अहीमा परकटा करन

क तरक मान जीयगइस परबितसपधा) क रप भा दिदय जी सकत ही बिक अमाक ससथा न इतन धान इस शिचबिकतस क शिलाय खच) बिकय था

जी उस ससथा न इतन धान खच) बिकय ही यही त अकसर बिकय जीन वला भाडर क शिलाय भा मान जी सकत हीबिक अमाक आदमा न

अमाक सथान माamp इतन लागA क भाजीन करवययही त उस आदमा क शिलाय दन माamp नही सतिलक अहीमा क1 शरampणी मा 0मिमाला ही जीयगलाबिकन

वही आदमा अगर अपन क दिदखव स दर रखन क द भाजीन करवत ही त वही दन और दय क1 शरणी मा बिगन जीयग

दय धामा) क माgtला ही पला माgtला अकषिभामान

जीव जीनत और जीनवरA क अलाव मानय क शिलाय जी उKमा दन क1 और दय क करणी ही व द परकर क मान जीत हीएक सव|Kमा और

दसर अधामा अगर ससर माamp भाजीन और पन नही ही त ससर क दिटाक पन असमभव ही भाजीन और पन क मिमालान स कई भा जीव

जीनत और मानय बिवकटा स बिवकटा परिरषदभिसथाबित माamp दधिजीनद रही सकत ही इन दन क नही मिमालान स बिकतन ही धान दZलात और माय ही कई

नही दिटाक सकत ही दय क शिलाय सतरी और जीवA क सथा गय दय क1 हीमा0 पतरी ही इन करकA क रधवयन माamp रखकर बिकय जीन वला दन

और दय ड ही कमा क1 हीत ही भाजीन और पन क सधानA क दन बिकस भा ससथा क दवार बिकय जीत ही त वही दन सव)शरषठा शरणी

क मान जीत ही सतरी और गय क ऊपर क1 जीन वला दय हीमा0 पणय क दन वला हीत ही सतरी और गय क ही कयA दय क शिलाय

मान जीत ही त बिवदवाजीनA क समाझन चबिहीय बिक सतरी बिकतन ही बिनरक 0 ही उसक अनदर हीमा0 मामात क1 भावन रहीगसमाजी बिकतन

ही उसक सथा अनचर कर वही अपन भावकत क ला पर दधिजीनद रहीन क1 मात रखत हीजी भा कमा आत ही त क वला सनतन पलान

पषणी और अपन सवजीनA क1 र क शिलाय मान जीत ही एक डयन भा अपन चच क सभाला कर रखत ही इस कहीवत क अथा) तभा

मान जी सकत ही जी डयन क सथा भा मामातव क वयवहीर नकर रख जीय गय क दय क1 शरणी माamp परन समाय स क वला इसशिलाय ही

मान जी सकत ही बिक उस क छ भा खन क द लाबिकन वही दग दधा हीवही कभा अपन चच क पस बिकस अनहीन क त तक नही आन

दग जी तक उसक1 जीन रहीगदधिजीस जीव क अनदर इतन अपन चच क परबित दय ही और वही अपन दय क करणी अपन 0रर क भा

समापत करन क1 इचछ क रखउसक सथा Egt रत करन पgtर तरही स अमानषत क1 शरणी माamp आजीत ही सतरी क भागय समाझ कर और

उसक सथा भागA क सख लाकर माथान और पच माकर क परयग करन क द बिकतन ही उस परतकषिणीत बिकय जीयग वही हीमा0 अपन पबित

और परिरवर क शिलाय समारतिप4त रहीग समादधिजीक नधन हीA य 0रर क नधन वही अपन भावनतमाक आव0 माamp सभा क समापत कर सकत

ही लाबिकन इस कलायग क इन दन क सथा ही सस ड अनचर ही रही ही हीत मा आय भाgtकमप स ससर क अनदजी लाग लान चबिहीय

बिक इस द0 क माख वयपरिरक समनध अमारिरक स ही और यही पर ससर क सस अमिधाक एड क मारजी हीयही क बिनवशिसयA क माखय

खन गय क मास हीऔर यही रिरसत नमा क1 चजी समाझ माamp नही आत हीयही तक बिक भाई बिहीन क रिरसत भा अजी ही हीत हीमाथान

0र और मारकटा क करणी यही द0 गर द0A क1 शरणी माamp आत हीअकसमात भाgtकमप आय और एक लाख स अमिधाक वयशिGयA न एक

णी माamp ही अपन जीन गव दnयही तक बिक रषटरपबित क माहीला भा पत नही लाग बिक वही कही गय गय और सतरी क सस अमिधाक

परतणीन इस द0 माamp मिमालात ही यही तक बिक इस द0 माamp भाgtकमप आन क द लागA क1 जीन क1 र त करन दर यही पर सहीयत क शिलाय

जीन वला लागA क भा लाgtटा जीन लागजीस ही भाgtकमप आय दन क1 रशि0 इकटठो करन क शिलाय करडA ससथायamp एक दमा अपन अपन

अनसर समान आन लागयही क वला बिकय जीन वला पपA क करणी ही

गरहीA क 120 गणी

लागन अगर-

माष ही त आदमा क चच ही

वष ही त धान क1 मा0न ही

मिमाथान ही त टालाफ़न ही

कक) ही त भावन क1 पबिडय ही

सिस4ही ही त अहीमा भार हआ ही

कनय ही त कजी) दशमान मार स मिघार ही

तला ही त हीर त माamp फ़यद सचन वला ही

वकषिeक ही त भाgtत क सरदर ही

धान ही त प दद क1 त करन वला ही

माकर ही त चZस घाटा कमा ही कमा ही

क मभ ही त जीलदn रिरसत न सकत ही

मान ही त हीमा0 माZन रहीन वला ही

लागन स सgtय) अगर-

पहीला भाव मा ही त अहीमा भार ही

दसर भाव मा ही त चमाक क आग क छ दिदखई ही नही दत

तसर भाव मा ही त नतगर पहीला ही

चZथा भाव मा ही त रजीनबित वला सच ही

पचमा भाव मा ही त परिरवर मा ही रजीनबित करन वला ही

छY भाव मा ही त प क नZकर समाझत ही

सतव भाव मा ही जीवन सथा क गलामा ही

आYव भाव मा ही त चर दिदला क मारजी ही

नव भाव मा ही त धामा) स भा कमान वला ही

दसव भाव मा ही त सभा कमा नतगर स बिकय जीत ही

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

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इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 4: केतु

क त कला कलामियत धाgtमरो क त बिववणी)क लाक क त माहीक त सव) क त भायपरद

रZदर रदरबिपरय रदर Egt र कमा) सगनध धाक पला0 धाgtमा सक0 शिचतरी यजञोपवत धाक

तरगणी बिवमाद च जीमिमानय माहीमिधाप पचबिव0बित नमाबिन क त य सतत पYत

तसय नशयबित धा च सव) क त परसदत दन धानय प0gtन च भावत वदधिदध न स0य

क त मागला सततरी

क त जीमिमाबिन गतरीजी क 0 समिमाद वयवय कणी षदभिसथात शिचतरीग रधववजी लाछन बिहीमा गही य दकषिणी 0 माख

बराहम चव सशिचतरी शिचतरी सबिहीत परतयमिधा दव सद षटा वितरी4सथा 0भा क चच )र पबित सद मागलामा

क त कयA पर0न करत ही

क त क र र कषट दन और परणी क आग ढान स रकन आदिद क त क करणी ही मान जीत हीजीव क सथा दघा)टान क दन वला

करक क त ही0लय बिEय और भाgtत परत क1 धा दन भा क त क हीथा माamp ही हीत हीलाबिकन परशन यन पद हीत ही बिक क त पर0न कयA

करत ही एक कहीवत ही बिक णी पणयमातय)लाक बिव0नतिनत क अनसर जीव क पणय जी णी ही जीत ही त उस वपस मातय लाक माamp

आकर उन पणय क बिफ़र स इकटठो करन पडत हीऔर जीस ही पणय एकबितरीत ही जीत हीपरणी बिफ़र स मातय लाक स पलायन कर जीत ही

लाबिकन बिकय जीन वला कमा क अनदर भाद और दष हीन क करणी परणी क उनक अनसर सजी भागतन पडत ही क त क कमा मा क

दन हीवही गचर स दधिजीस भाव स गजीरत ही उस भाव क1 करक वसतओ और परकषिणीयA स मा दत चला जीत हीअगर कमा) अचछ ही त

अचछ मा मिमालात ही और कमा) खर ही त खर मा मिमालात ही जीवन माamp परणी अगर सदमाग) पर चलात ही दसर क बिहीत क1 त क

रधवयन माamp रखकर कई भा कमा करत ही त उस कई तकलाफ़ अनत माamp नही हीत हीऔर परणी अपन सवथा) पgtरतित4 क शिलाय लागA क कषट दत

ही और यही रधवयन नही रखत ही बिक उसक दवार बिकय जीन वला कमा स कई लागA क तकलाफ़ ही सकत हीकई लाग उसक कमा क दवार

आहीत ही सकत ही त क त उस कई तरही स परतकषिणीत करत हीजीस मागला क त मिमालाकर बिकस ऐस मार क पद कर दत ही दधिजीसक दवार

खgtन क अनदर इनफ़ कसन ही जीत हीऔर मार क क1टाणी क1ड नकर खgtन क अनदर फ़ ला जीत ही कभा कamp सर और कभा टाn और एडmस

क1 मार स जीतक क घार कषट दत हीइन कषटA क1 समा स जी जीतक बिनकला जीत ही त वही Ykक भा ही सकत ही और अनतगबित क

भा परपत ही जीत ही परणी क मा दन क कमा परमातमा न क त क सप हीक त दधिजीस गरही क सथा Y जीत ही उस क अनसर अपन

फ़लाA क दन लागत हीजीस बितरीक भाव माamp 0बिन मागला क सथा क त Y कर वयशिG क द माग पर ला जीत हीय त वही सजी)न नकर लागA

क दख दर करन क कमा करत हीय र सव माamp भाजीकर लागA क1 सर क कमा करत ही य वयशिG अगर घार पप क1 तरफ़ जीत ही

त उसक बिपछला कमा क अनसर उस कसई क कमा मिमाला जीत ही क त क मा क करक इसशिलाय और कही गय ही बिक वही जीवन क

हीर कमा क रकन क कमा करत हीऔर उसक दवार हीर कमा क रक इसशिलाय जीत ही बिक परणी क पत चला बिक उसन पछ कय गलत

क1 ही दधिजीसक करणी उस आग ढा पन माamp दिदककत आ रही हीअगर वही अपन भाgtला क सधार लात ही त आग ढा जीत ही और अगर अपन

सथान पर अटाक रहीत ही त वही क वही दिटाक रही जीत हीकषट भा झलात ही और कमा भा पgtर नही ही पत ही जी लाग ससर क सखA

क1 तरफ़ अमिधाक अगरसर रहीत ही उनही यही क त एक समाय माamp धा करव दत ही बिक तमान कफ़1 ससरिरक सख भाग शिलाय और अ जीकर

परमातमा क1 तरफ़ अपन मान लागओ और उनक चरणीA माamp अपन शिसर क रखकर अपन आग क जीवन क शिलाय 0बित परपत करन क1

कशि00 करअमिधाकतर दख हीग बिक जी वयशिG पgtर जीवन अपन ससरिरक कय क1 जीददोजीहीद क करणी क छ आतमा0बित क उपय नही

कर पय ही व अनत समाय माamp अपन जीवन क बिनरटा अक ला माamp गजीरन चहीत हीकई अपन जीवन क1 0बित क शिलाय तथा) सथानA माamp भाटाकन

चलाgt कर दत ही और कई बिकस सनत माहीतमा य अपन धामा) क अनसर गर क सबिनरधवय मा जीकर अपन क मा दन क1 कशि00 करत ही

लाबिकन क त क यही भा करणी समान आत ही बिक वयशिG जी अपन बिकय जीन वला कमा क उलाघान करत ही और जी कय) उस करन

थाउनही तयग कर अगर मा क शिलाय भागत ही त भा क त उस मा माamp भा जीन स रकत ही और वयशिG अपन समाय तथा जीवन क1 0शिG

क कर माamp णी करत ही माहीभारत क1 कथा माamp क नत न भागवन शरक णी स यही वर माग था बिक व क नत क क वला कषट दampइसक

करणी भा यही था बिक जी परणी क पस कषट आत ही त उसक दिदमाग माamp मान माamp क वला उसक मान जीन वला भागवन क ही चहीर समान

आन लागत ही और ही भागवन य ही रमा आदिद वकय ही माही स बिनकलात हीकषटA माamp ही वयशिG जयबितष और धामा) क1 तरफ़ भागत हीसख

भागन वलाA क शिलाय त धामा) और जयबितष आदिद क वला माखZला ही मान जीत हीव इस मानरजीन क सधान समाझत ही क नत न कही था बिक

ही क 0व मार सखA स माझ दर कर दमाझ ससरिरक सख नही चबिहीयमाझ त क वला वही करणी चबिहीय बिक परबितपला हीमा क 0व क ही रधवयन

आय क त जी बितरीक भावA माamp हीत ही त समाझन चबिहीय बिक भागवन न धारत पर सख भागन क शिलाय नही लागA क1 कजी) दशमान मार

अपमान माZत जीनजीखिखमा पप कमा) आदिद स चन क शिलाय इस धारत पर भाजी हीजीस छY भाव माamp क त जी हीत ही और गरहीA क दवार

0शिG लाकर कमा करत ही त वही माकन गबिडयA और घारA क ऊपर झड लागव दत हीमातरी माखयमातरी परधान मातरी आदिद क पद दत हीऔर

0रर क य ससर क जी भा दष समान हीत ही उनही 0त करन क1 पgtर कशि00 करत ही क त जी दघा)टान करवत ही त समान दखत हय

भा टाककर हीजीत हीउसक करणी ही बिक दधिजीस आहीत हीन ही वही दखन क द भा अनध ही जीत हीय त उस कषिणीक समाय माamp उस

लागत ही बिक वही हत ही जञोनवन ही य उस लागत ही बिक वही समान वला क सख द रही ही

ततरी माamp क त क हीतथा जीड स जीडकर तय गय हीक त क शिलाय इस तबितरीक वसत क र माamp कही जीत ही बिक 0दn नही ही रही ही त क त

क1 इस हीतथाजीड माamp शिसनदर लागकर और गला क इतरी स कषिभागकर हीमा0 पस माamp रख जीय त जीस ही गचर स 0E क परभाव 0रर पर

आयगयही हीतथाजीड 0दn करवन और मान भावन जीवन सथा क परपत करवन क शिलाय उKमा वयवसथा मान जीत ही लाबिकन बिन

बिकस मातरी और शिसनदर य ख0gt क यही बिलाक ला ही कर मान जीत हीखला रखन य बिन बिकस परयजीन क घार माamp रखन स यही घार क1

अनय करक वसतओ आदिद क समापत करन क द खद क समापत कर लात हीइस घार माamp शिसनदर स पgtरिरत करन क द बिकस धात क1

नद बिडब माamp रखन चबिहीयतथा गरहीणी और हीला दnपवला क इस जीगन क शिलाय धाgtप अगरK और दnपक क सथा इसक शिलाय

समतमिनधत मातरीA क जीप करन चबिहीय

चZथा भाव क क त

चZथा भाव स क त क बिवसतर स वणी)न करन क शिलाय भावन यही ही बिक वयशिG क जीनमा चZथा भाव स ही 0र हीत हीमात क गभा) और

मात क1 गद चZथा भाव स ही जीन जीत ही चZथा भाव क क त क शिलाय सस पहीला कलापरष क1 क डला क अनसर चनदरमा क असर

मान जीत हीदसर यही दधिजीस रशि0 माamp हीत ही उस रशि0 क परभाव क उस परकर स गरहीणी कर लात ही जीस मादधिनदर माamp लागतर जीलात

अगरकषिKयA क1 ख0gt क मादधिनदर क1 दnवला और अनय वसतयamp जी मादधिनदर माamp रख हीत ही व गरहीणी कर लात ही रशि0 क असर क द क त

क1 दिदरमिषट दधिजीन भावA पर हीत ही उन भावA पर वही कक) रशि0 क परभाव क सथा उपषदभिसथाबित रशि0 क परभाव भा दत हीऔर जी गरही अपन

परभाव बिवकषिभानन भावA स इस पर द रही हीत ही उन परभावA क भा दिदरमिषट दन वला सथानA पर परबिषत करत ही जीस क वयशिG क1 क डला माamp चZथा

भाव माamp माकर रशि0 ही और माकर रशि0 क क त पर कक) रशि0 क रह क असर त जीरर ही हीगजी बिक क त स सपतमा माamp बिवरजीमान

हीगइसक सथा ही जी गरही रह क सथा हीAग जीस मानला रह क सथा चनदरमा और 0E ही त क त क ला दन वला गरही 0E और चनदरमा

क सथा रह भा ला दगचZथा भाव क बितरीकणी यन रहीव भाव मा और अषटमा भाव माamp जी गरही हीAग उन भावA क गरही और रशि0य भा इस

भाव क क त क दampगसथा ही दिदरमिषट दन वला गरही जीस लागन माamp मागला हीग त वही भा माकर रशि0 क क त पर तला रशि0 क मागला क परभाव

दग इस परकर स माकर रशि0 क क त पर सव) परथामा कक) रशि0बिफ़र माकर रशि0उसक द क त स बितरीकणी माamp वष रशि0जी वकषिeक रशि0 क

परभाव स पgtणी) हीगउसक रहीव भाव माamp षदभिसथाबित कनय रशि0 जी मान रशि0 स मिमाकस हीग सपतमा क1 रशि0 जीस कक) और कक) रशि0 क

अनदर माकर क भा परभाव मिमाकस हीग दन क शिलाय अपन असर दग चZथा भाव क क त कय कय फ़ला दत ही आइय आपक आग तत

ही

चZथा भाव क क त क फ़ला

चZथा भाव कलापरष क1 क डला क अनसर कक) रशि0 क परभाव दन वला हीत हीइस भाव माamp परभाव दन वला रशि0य माकर रशि0 दसवamp

भाव स वकषिeक रशि0 अषटमा भाव समान रशि0 रहीवamp भाव स अपन रशि0 वला परभाव दत हीक त नकरतमाक हीत और हीमा0 रह क1

0शिG पर बिनभा)र हीत हीचZथा भाव क क त पर दसवamp भाव क रह क असर जीरर हीत हीदसवamp भाव क रह कय) भाव माamp हीत हीऔर कय)

क दन क शिलाय वही क त क सहीर लात हीचZथा क त क वही अपन कय) क शिलाय सधानA क रप माamp परसतत करत ही लालाबिकत क अनसर

क त क क K भा कही जीत ही और पgtछ वला जीनवरA क शिलाय भा मान जीत हीचZथा भाव क क त उस क K क शिलाय मान जीत ही जी घार

माamp सहीयत दन क शिलाय हीमा0 तयर हीउस कय) भाव क ला आद0 स दन पडत ही और कय) क दन क द क त उतन ही कय) करत

ही दधिजीतन बिक उस आद0 द दिदय जीत हीअगर क त क गर क सहीर बिकस तरही स मिमाला गय हीत ही त वही जञोन क K क रप माamp जीन

जीत हीधा क सहीर मिमाला गय हीत ही त वही तgtन क K और कमानयgtक 0न स सथा दन वला क K न जीत ही और आवजी क सथा

चलान क शिलाय हीमा0 तयर हीन पडत हीरिरसतA माamp इस क त क ससरला माamp जीवई क Kबिहीन क घार भाई क Kऔर मामा क घार भानजी

क K क रप माamp भा मान जीत हीलाबिकन सला क शिलाय जीजी क K भा न जीत हीभाभा क शिलाय दवर भा क K न जीत अगर अलाग

अलाग गरहीA स इस क त क खन बिकय जीयकय क अनदर अगर रह सgtय) स 0शिGमान ही त यही एक सरकर क K भा न जीत ही रह

पर अगर आग य पछ स धा क असर ही त यही डक टान वला डकघार क पसतमान रप क K न जीत हीजी दरवजी पर जीकर

शिचदिटठोय टा करत हीइसक अलाव अगर 0बिन न इसक सथा ला शिलाय ही त यही माकन क नन वला और ईटाA क शिचनन वला मिमासतरी

नमाक क K भा न जीत ही आबिफ़स माamp चपरस य क यरटाकर क1 नZकर करन वला क K भा चZथा भाव क क K क रप माamp मान जीत

हीपन क नला भा क त क रप माamp ही हरदय क1 मारिरयA माamp सहीयक डकटार भा क त क रप माamp ही घार क अनदर बिछ 0नदर पलाग भा क त

क रप माamp अपन परभाव समान हीकर दत हीमागला स क टरोला हीन पर यही हीव दन वला पख भा न जीत हीघार माamp दख जीन वला टाnव

भा न जीत ही और कमपयgtटार नकर घार हीर क1 जीनत स मिमालान और समाचरA क आदन परदन करन वला भा न जीत ही घार क

ऊपर माamp दिदखन वला ऊ चई भा क त क1 करमात हीत हीउKर दिद0 माamp लाग कई खमभ य माइला क टावर भा क त क भान करवत

हीउKर दिद0 माamp न मादिदर य बिगरजीघार क1 चटाn क भा क त क रप माamp मान जीत हीबिकस बिन पK क पड क भा इस क त क1 शरणी माamp

मान शिलाय जीत ही क त क रप पन क1 रशि0 माamp हीन क करणी इस क त क पन माamp खड हआ खमभ भा मान शिलाय जीत हीऔर पन क

बिकनर न एक घार जी कही भा लाजीकर शिसफ़टा कर दिदय जीय वही भा क त क1 शरणी माamp आजीत ही चZथा भाव क क त वला जीतक क मान

माamp हीमा0 दग) क1 भाशिG बिवरजीमान रहीत हीकरणी क त चZथा भाव माamp रहीकर मामातव क रप गरहीणी कर लात हीऔर जी भा भावनयamp धामा) और

बिवTस क परबित नत ही व सभा मा दग) क परबित मान जीत ही जीतक क दग) क भाजीन गन और सनन क शिलाय भा मान जीत ही अकसर

चZथा भाव क क त वला वयशिG क पस अगर वही 0बिन य चनदर 0E और धा क1 रशि0यA माamp नही ही त ह क सख और अगर वही सgtय) मागला

गर क1 रशि0यA माamp ही त दमाद क सख अचछ मिमालात ही क त अपन 0शिG क ड ही ईमानदर स रह और उसक तसर भाव पचमा भाव

और नवमा भाव क गरहीA स गरहीणी करत ही और उसक परभाव स वही जीवन माamp तरकक1 क रसतA पर चलात चला जीत ही अगर क त क शिलाय

यही आवशयक ही बिक बिकस परकर स गलात रशि0 य गलात गरही क असर न मिमालाकभा कभा गचर क गरही क त क अपन स माamp कर लात ही

और क त खद क कटान क शिलाय अपन परभाव दन लागत हीकमाजीर रशि0 क 0बिन अगर कमाजीर हीकर जीतक क क त पर असर दत ही त

जीतक क वला अद)ला क रप माamp कमा करत ही लाबिकन 0बिन अगर ऊ च रशि0 माamp और बिकस जञोन वधा)क गरही क सथा मिमालाकर अपन असर दत

ही त जीतक क अनदर कनgtन तA क समाझन और माय)द माamp रही कर चलान क1 औकत क द दत ही

क त क1 यबित अनय गरहीA स हीन पर मिमालान वला फ़ला

चZथा क त कक) रशि0 माamp हीत ही और परभाव भा मानशिसक दत हीअगर चZथा भाव माamp कई अनय रशि0 ही त मिमालान वला फ़लाA माamp उस रशि0 क

परभाव भा 0मिमाला ही जीयगजीस कक) रशि0 माamp हीन स घार मात पन पन वला सधान जीनकर लाग वहीन और आन जीन गत शिलाखन

भावनय परदरथि04त करन आदिद हीत हीलाबिकन अगर कई अनय रशि0 जीस बिक माकर रशि0 चZथा भाव माamp ही त क त क फ़ला माकर रशि0 स

समतमिनधत ही जीयगघार माamp भा रहीन ही और कमा पर भा जीन हीयन घार क कमाA क सथा सथा आबिफ़स य कय) सथान क भा कमा करन

हीघार क1 गड माamp भा घाgtमान ही और आबिफ़स क1 गड क भा यgtजी करन हीअथाव गड माamp क वला घार आन और आबिफ़स जीन क शिलाय परयग

करन हीघार माamp मात क1 तमारदर भा करन ही और कय) करन क सथान माamp मात जीस सतरी क1 भा आजञो क पलान करन हीघार क अनदर

क1 तamp आबिफ़स माamp ला जीन ही और आबिफ़स क1 तamp घार क अनदर भा लान हीघार माamp रहीकर भावनतमाक गत शिलाखन ही त आबिफ़स माamp

जीकर कय) वला रप शिलाखन हीघार क पलाग पर सत समाय खयलाA माamp जीन ही त आबिफ़स माamp कय) करत समाय बिलाक ला ही सजीग रहीन

हीघार क अनदर पन वला सधानA क नदसत करन ही त आबिफ़स क अनदर जीकर जीनरला पषदभिबलाक क सभालान क कमा करन हीघार क

अनदर नZकर य बिकस रिरसतदर स कमा करवन हीय रिरसतदर क यही उसक1 हक मा उदला करन ही त आबिफ़स माamp जीकर माखय

कय)मिधाकर क1 हक मा उदला करन हीइस परकर क अनय कय क करन ही इसक सथा ही जी चZथा भाव क1 रशि0 क यगतमाक रप

इस रशि0 क बितरीकणी क1 रशि0यA स जीस चZथा भाव क1 पचमा क1 रशि0 वकषिeक रशि0 हीत हीइस रशि0 क सवभाव जीखिखमा लान हीत हीइस

रशि0 क समान अचछ अचछ क1 लात द ही जीत हीइस रशि0 वलाA क डर नही लागत हीव एक र कला स भा क शत लाड सकत हीइस

रशि0 क सवभाव खद क समभलान क भा हीत हीयही अपन क तयर करक रखन वला रशि0 हीत हीयही अपन लागA क शिलाय अपन 0रर

क तयग भा कर दत हीइस रशि0 क उददोशय लाडई करन क हीत हीजी इस रशि0 क1 हीर हीन हीत ही त यही हीर नमा क झ क लाकर

नही रहीत हीखद क अपन ही परयस स समापत कर लात हीयही रशि0 गgtढा हीत हीयही उन करणीA पर बिवTस करत ही जी सधारणी आदमा

क1 पहच स हत दर हीत हीआदिद करणी इस रशि0 क मान जीत हीइस रशि0 माamp जीस बिक मान पहीला क त क माकर रशि0 माamp हीन क वणी)न

बिकय ही क अनसर 0E क1 वष रशि0 सथाबिपत हीत हीदन रशि0यA क परभावA क मिमालान स जीस वष रशि0 क समनध धान स हीत हीत

धान क खच) करन माamp वयशिG क अनदर डर नही हीगवयशिG क सहीशिसक कमाA क शिलाय धान खच) करन स कई बिहीचक नही हीगधान क वही

गgtढा कय क शिलाय आरमा स खच) करगइसक द जी भा कमा जीखिखमा क हीत ही उनस वही धान क कमान क1 बिहीममात रखगपर0शिGयA

क दवार य अपन परयस स पर0शिGयA क1 सधान स वही अपन धान क ढान क कमा करगयही रशि0 खन पन क सधान क1 तरफ़ भा

अपन इ0र करत हीजीतक क अनदर आमिमाष खन क शिलाय य 0मा0न भाजीन क शिलाय भा कई बिहीचक नही हीगलाबिकन मागला अगर

कही भा ऊ च सथान माamp अपन सथान नकर बिवरजीमान ही त वही इन खनA स दर रखन माamp मादद करगआदिद त जीन जीत हीइसक सथा

चZथा भाव स नवamp भाव माamp मान रशि0 क हीन पय जीत हीइस मान रशि0 माamp जी भा रशि0 हीत ही वही अपन परभाव भा मान रशि0 क अनदर

सतमिममाशिलात कर लात हीमान रशि0 मा क1 रशि0 ही और कनय रशि0 सव क1 रशि0 हीमान रशि0 जीतक क बिवद0 माamp बिनवस क1 रशि0 ही त

कनय रशि0 बिवद0 माamp सव करन क शिलाय अपन ला दगमान रशि0 0बित परदन करन क1 रशि0 ही त कनय रशि0 कजी) दशमान मार दकर

अ0नतिनत दन वला रशि0 ही इस रशि0 क सवभाव स क मा और धान वला सधानA क बिवद0 स समनध भा न जीत ही रशि0यA क अलाव

क त क समनध गरहीA स हीन पर भा अपन अपन फ़ला मिमालात हीजीस सgtय) स समनध हीन पर यही 0र क K क1 लाडई क मानयत दत

हीजीवन इस परकर क वयशिG स समनध न जीत ही जी इस क त क ऊपर हीमा0 गर)न क ही कय) करत ही और जीतक क भाग बिलला

नकर रहीन पडत हीअगर धा अपन परभाव दत ही त क त क सथा धा हीन स यही अगरजी क अचछ जीनकर हीत ही और लान माamp

अनय भाषओ क भा परयग करन लागत हीक त स पचमा माamp धा हीन स वही अपन जीन क खर रखन वला हीत ही और उस तरही स

त करत ही जीस बिक बिचछgt अपन डक मार रही हीधा अगर क त स नव हीत ही त बिहीन आ य टाn क पबित सहीयक न जीत

हीमा0त क वG सहीयत करन वला और जीवन तथा धान क रक नकर सहीयत करन वला हीत ही यही क त दभाबिषय क कमा भा

करत हीजीवन माamp आन वला मा0तA क वG अपन जीन स बिकय जीन वला कय क यही भागतन परपत करत हीजयबितष य गgtढा

बिवषयA माamp यही अपन जीनकर अचछn रखत हीनटावरकिक4ग और कमपयgtटार क अचछ जञोन हीत ही0बिन क हीन स घार माamp वकलात क कय)

करत ही य कमाजीर हीन पर दजीt क कय) करत हीकमपबिनयA क जीडन क नय गरहीक नन क और माकन क बिनमा)णी करन क

सहीयक न जीत ही0बिन क अषटमा माamp हीन स कय) करन वला आदमिमायA क बिवद0 भाजीन क शिलाय दलाला करन वला जीमान जीयदद य

0बिन वला करकA क खरदन चन क कय) करन वला मान जीत हीदवई क1 कमपबिनयA माamp कय) करन वला और असपतला क अनदर

कमपउडर क कय) करन वला न जीत ही0मा0न माamp कबरा खदन वला न जीत हीअथाव गदn सत माamp पड रहीन वला वयशिG न

जीत ही इस परकर स अनय गरहीA क सथा इस क त क अपन अपन समाजीसय नत ही

इस शिचतरी मा दख इस लाडक1 क1 लागन क क त छY भाव क मागला द स पबिडत कर रही ही मिमाथान लागन क1 यही लाडक1 हत तgtनही कलापरष स माष रशि0 लागन क1 मानयत क दत ही 0रर क अगA माamp यही शिसर क1 करक हीत ही क त क मिमाथान रशि0 माamp आत ही नच

क क त क1 मानयत ही जीत ही और रह अपन धान रशि0 क सपतमा माamp चला जीत ही रह भा नच क परभाव दत ही इस क सथा मागला क1 वकषिeक रशि0 क डला क छY भाव माamp बिवरजीमान ही जीत ही और जी इस रशि0 माamp मागला भा अपन परभातव जीमा लात ही त यही रशि0 पgtर तरही स खतरनक ही जीत ही मागला स अगला रशि0 माamp रह बिवरजीमान हीत ही और वही नच क हीन क करणी अपन नचत स जी नही आत ही मागला क द रप एक नक और एक द यही परिरभाष लालाबिकत क अनसर तई जीत ही द मागला क दवत भाgtत

परत बिप0च आदिद तय गय ही और नक मागला क दवत हीनमान जी और उKमा दव तय जीत ही लाबिकन रदर0शिG क अनसर वरकषिeक रशि0 क रदर शि0वजी क रप माamp भा मान जीत ही गयरहीव रदर हीनमानजी क तय गय ही शि0व अघार रप माamp वकषिeक रशि0 क मान जीत ही और जी वयशिG इस लाडक1 क शिलाय तबितरीक परयग करन वला ही वही इसक सपतमा भाव क परयग करन क द इस लाडक1 पर अपन परयस क परबिषत करग एक र इस लाडक1 क दरवजी पर एक नग माला क चला वयशिG दधिजीसक अनदर दgt आ रही था क छ खन क शिलाय मागन क शिलाय आय इस लाडक1 न उस घार क अनदर न हय दला और रटाn खन क शिलाय दन चही उसन इस लाडक1 स मास पककर खिखलान क शिलाय कही इस त पर इस गसस आय और आसपस स द चर लागA क लाकर उस वयशिG दरवजी स

भाग दिदय वही वयशिG जीत जीत लाकर गय बिक एक तझ भा नग नही घामा दिदय त दखन एक माबिहीन क द यही लाडक1 अपन ला नचन लाग और भाददोn भाददोn गशिलाय दन लाग आसपस क लागA न इस मानशिचबिकतसक क दिदखय उस पगला खन माamp भातt कर दिदय गय लाबिकन एक सला तक कई इस लाडक1 पर दवइयA और इलाजी क फ़क) नही आय इसक परिरजीन इसक1 जीनमा पतरी और

बिववरणी लाकर मार पस आय मान जीनमा पतरी माamp दख त उपरG गरही षदभिसथाबित समान आय उपय क शिलाय लाडक1 क उन तबितरीक धाओ स माशिG क शिलाय क वला क त क सला नकर ही उस सधार जी सकत था क त क1 सलात क शिलाय दग) उपसन और सपत0त क

हीवनतमाक रप भा करन जीरर था लाबिकन जी उपय सस अमिधाक करगर सबित ही सकत था वही कला क बिवपरत परतयबिगर सततरी नवरतरीA माamp मान उस लाडक1 क उसक पबित और भाई क सथा लावय और बिवमिधा बिवधान स कला क माहीबिवपरत परबितयबिगर

सततरी क पY बिकय और अकषिभामाबितरीत जीला क उस बिपलान लाग दिदन दिदन उस लाडक1 क अनदर दलाव आन 0र ही गय कभा कभा वही एकदमा नव)स ही जीत और हत जीर स हीसन लागत कभा अचनक रन लागत कभा अचनक गशिलाय और तडफ़ड पर उतर ही जीत लाबिकन मान अपन बिहीममात नही हीर अषटमा क दिदन बितरीमाधाgt स परतयबिगर क हीवन बिकय और पY ( एक परकर क फ़ला जी पY

नमाक1 मिमाYई क शिलाय परयग बिकय जीत ही) क1 शिला मा कला क परदन क1 परसद लाडक1 क खिखलाय वही हत अचछn तरही स तamp करन लाग और ऐस लागन लाग जीस उस क छ भा मार नही ही

इस लाडक1 क पgtर शिचतरीA सबिहीत बिववरणी आप इस सलाइड 0 क मारधवयमा स दख सकत ही-

क त क दसर नमा सहीर दन वला सधानA क रप माamp जीन जीत ही बिन सहीर क चच भा जीनमा क द खड नही ही सकत हीऔर

जीवन उसक हीथा पर 0रर क बिवकषिभानन अग सहीर क रप माamp कमा करत ही क त क1 समा उस परकर स अननत ही जीस बिक रह क1

समाअनय बिकस गरही क1 समा क आरमा स वरणिणी4त बिकय जी सकत ही लाबिकन रह क त क1 समा क वणी)न नही बिकय जी सकत ही यही

दन ही छय गरही ही और दन परकर क1 0शिGयA क रप माamp कमा करत हीद परकर क1 0शिGयA माamp क त नकरतमाक ही लाबिकन दिदखई दत

हीरह सकरतमाक ही लाबिकन दिदखई नही दत ही इस शिचतरी माamp आप दख रही ही बिक पन क अनदर स द कमाला नला बिनकला ही और दन पर

बराहम और बिवणी बिवरजीमान हीयही दन सकरतमाक रप क रप माamp जीन जीत ही बराहम क कमा बिनमा)णी करन ही और बिवणी क कमा बराहम

क दवार बिनरमिमा4त समिषट क पलान करन हीलाबिकन आप दख रही हीAग बिक भागवन शि0व 0र पर लाटा हीऔर उनक1 नकषिभा स जी कमाला नला

बिनकला हीऔर ड स कमाला क फ़gt ला हीउस फ़gt ला पर पचमाख तथा दसभाजीओ क धारणी करन वला 0शिG कमाखय दव बिवरजीमान

हीयही 0शिG बिकस भा जीव क1 सकरतमाक परवकषिK क अव0बिषत करन क द एक नय बिनमा)णी क बिवकस करन क शिलाय जीन जीत ही

सहीर क ही दसर नमा नय बिनमा)णी हीयही स आप गत माamp पढा सकत हीबिक आतमा परन 0रर क तयग कर नय 0रर क धारणी उस

परकर स करत ही जीस एक मानय परन वसतरी क तयग कर नय वसतरी क धारणी करत ही मात कमाखय क लागन क क त क रप माamp

मानयत दn जीत हीजीस गर और मागला क सथा अगर रहीवamp भाव माamp ही त मा तर क रप मिमालात ही उस परकर स लागन क क त क शिलाय

मात कमाखय क जीन जीत ही ससर क कई भा जीव बिन उस परकर क जीव क अपन नय दही क नही धारणी कर सकत हीएक

ही परकर क जीव क अनदर दन परकर क जीव एक सकरतमाक और नकरतमाक क भा हीन जीरर ही जीस परष सकरतमाक ही और

सतरी नकरतमाक ही सतरी क कमा एक तरफ़ परष क1 सकरतमाकत क ढान क ही और दसर तरफ़ माथान क दवार उस सकरतमाकत क

अपन गभा) माamp सथाबिपत करन क द नय जीव क बिनमा)णी करन क ही मातला एक तरफ़ त वही अपन पबित क बिवकषिभानन परकर क भाजीन फ़ला

और अनय सरधवय सधानA क दवार पबिषत करत ही त दसर तरफ़ अपन माथान क दZरन उस वय) नमाक पक हय पबिषत रस क गरहीणी कर

लात ही जी 0रर मात क दवार पद बिकय जीत ही वही नय रप माamp हीत ही मात उस 0रर क पलान पषन माamp कई कतही नही करतत

सतरी रप माamp उस पला हय 0रर क अव0षणी करन क द नय 0शिG क पद करन स मान जीत ही यही Eमा लागतर चलात रहीत ही

0रर क1 बिनमा)णी परबिEय क पgtर करन क शिलाय नकरतमाक और सकरतमाक दन रपA क हीन अबित आवशयक हीत हीचही वही 0रर

मानय रप माamp ही य जीनवर य क1टा पतग प व बिकस भा रप माamp हीनकरतमाक और सकरतमाक रप हीन अबित आवशयक ही यबिन

रप माamp मात कमाखय और सिला4ग रप माamp भागवन शि0व क पgtजी जीत हीयही दन रप ही ससर क1 उतपकषिK और बिवन0 क करक मान

जीत ही लागन क क त क शिलाय अकसर लागA क अनदर भरानतिनत रहीत हीबिक यही क त क वला सहीयक क रप माamp ही पद हआ ही और जीवन माamp

तरकक1 नही कर सकत ही लाबिकन यही सच कतई गलात हीससर क हीर जीव जीनत व आदिद सभा क शिलाय बिकस न बिकस परकर क1

सहीयत क शिलाय ही पद हय ही परक बित क सतलान क शिलाय जीही सकरतमाकत अमिधाक पद ही जीत ही वही परक बित पहीला स ही

नकरतमाकत क पद करन क शिलाय नकरतमाकत क तयर रखत ही जीस एक वन माamp अगर सZ बिहीरणी उसन पद क वला इसशिलाय बिकय ही

बिक व घास पत और वA क खकर उनक1 सखय क परक बित क अनपत क बिहीस स सयत रखampत व बिहीरणी जी सZ स अमिधाक नही ही

जीवampइसशिलाय दस 0र य बिहीरणीA क मारन वला जीव भा पद कर दिदय ही जी जीव हत ही स0G ही उनक शिलाय दधिदधजीव जीव पद कर

दिदय ही जीस बिक मानय मानय क सतलान क शिलाय भा परक बित अपन अपन समाय पर कई न कई बिवन0 लाला उस क1 गषदभिलतयA स परसतत

कर दत ही इसक अलाव भा मानय मानय क ही मारन और अमिधाक सखय माamp नही हीन क परबित उसक अनदर परक बित एक परकर क

दभा)वन रप जी दत हीजीस भाई भाई त आरमा स रही सकत ही लाबिकन उनक1 पतमितनय आपस माamp र भाव और दभा)वन स एक दसर

क सथा सथा नही रहीन दतअथाव उन दन क अनदर उन आवशयकतओ क पद कर दत ही बिक व हीर कर अलाग अलाग ही जीत ही

कई बिकस क धामा) स मार दत ही कई बिकस क समाजी स मार दत ही कई द0 क नमा स कई जीबित क नमा स कई रजीनबित क नमा स

यही परतय रप स मारक रप नही हीकर अपरतय रप स मारक 0शिGय सव) 0शिGमान मानय क अनदर भा परक बित न दn ही सहीयक क

रप माamp लागन क क त पच परकर स नकरतमाकत भारत हीऔर उस अनपत माamp लागन स सपतमा क रह खला जीगही क भारन क कमा

करत हीऔर सकरतमाक ला दत ही जीस लागन क क त तसर नजीर स तसर भाव क दखत ही और जीतक क अनदर अपन शिलाखन क1

कला क य शिचतरीकर क1 कला क दत ही कलामा और पपर दत ही कमपयgtटार दत ही क1 ड) क दत ही त सपतमा क रह शिचतरीकर क

करन क शिलाय दिदमाग क पद करत ही कमपयgtटार क अनदर सफ़टावयर क रप माamp दिदमाग क दत हीतसर भाव अपन क परदरथि04त करन क

भा हीउसक शिलाय लागन क क त अपन छटा भाई बिहीनA क अनदर नकरतमाकत क भारत ही त सपतमा क रह उन छटा भाई बिहीन क

अनदर उनस पचमा सथान माamp Y कर अचनक बिवदया वला यग पद कर दत ही और व अचछn बिवदया क परपत करन क द दिदमागदर न

जीत ही लागन क क त घार स हीर रहीन क ला दत ही त सपतमा क रह हीर रहीन क शिलाय वही क रबित रिरवजी और खनपन तथा

अलाव समनधA क परबित अपन ला दत हीदधिजीसस वयशिG क हीर रहीन क शिलाय कई पर0न नही ही सक लागन क क त अपन पचमा

दिदरमिषटस सनतन भाव क दखत ही और उस खला रखन क1 कशि00 करत हीलाबिकन सपतमा क रह अपन गयरहीवamp सथान क एक ऐस

सकरतमाक पतरी द दत ही जी अनय सZ माamp अपन नमा कमाकर चलान वला ही और पgtर परिरवर क अलाव अनय लागA क शिलाय भा अपन ला

दन क शिलाय मान जीय लागन क क त धान स परEमा स घार स और शि0 स दर करन क1 कशि00 करत ही और जीवन सथा क भा

वचला य झgtY लान क1 आदत दत ही0दn क द जीतक क समादधिजीक जीवन असतवयसत ही जीत हीबिकतन ही माहीनत क1 जीव वही

कर स सबित हीत हीअचनक बिकस न बिकस मामाला माamp खच) हीन जीरर पय जीत ही जीतक क जीवन सथा क1 उगशिलाओ पर

नचन जीरर पडत हीकरणी अकसमात बिनणी)य लान क1 आदत स वही बिकस लायक नही रहीत ही दधिजीतन ला जीवन सथा क दवार द दिदय

जीत हीयन दधिजीतन च भार दn जीत ही उतन ही चलान क शिलाय रजी हीन पडत ही

लागन क क त और अनय गरहीA स समनध

क त क दवार नई गई खला जीगही क मानय आजीवन उस भारन क शिलाय परयतन0ला रहीत हीक त क हीला गगर माamp सगर क पद करन

जीस हीत हीदधिजीतन यही असरकर हीत ही उतन ही मानय परयतन 0ला रहीन क शिलाय माजीgtर हीत ही मान पहीला भा कही ही बिक ससर क1

हीर वसत और जीव क अनदर रह क त क समाव0 हीजीस लाकड क1 सर क ही ला लादधिजीयसर क त ही और उस जीन वला और

उसक छद रह हीकपड क1 टान क त हीयही गचर स दधिजीस भाव माamp आत ही उस भाव क1 करक वसतओ माamp रकवटा पद कर दत हीक त

क कमा मा क परदन करन हीत हीकय) स क त क कई मातला त तक नही हीत ही जी तक बिक रह अपन आद0 नही द लागन क

क त अगर 0बिन स 0शिसत ही त वही वकलात क गणी पद कर दत ही0बिन क त ही दजीt क1 औकत दत हीलागन क क त मारक टिटा4ग करन

वला वयशिG न जीत ही0बिन स पतथार लाही नZकर परपटा आदिद क कमा करन लागत हीसgtय) स सरकर नZकर नकर कमा करन लागत

ही और सरकर कमाA क अनदर सरकर आद0A क परबिषत करन और सरकर आद0A क ननचनव आदिद लाडकर जीनत क अनदर

बिवजीय नन और बिyenर जीस सरकर अपन कनgtन और करणीA स अपन कय) करवय उनही करन 0E क सथा क त क समाजीसय भा नही

Y पत ही य त जीतक क दिदला अपन क परदरथि04त करन क हीत हीय बिफ़र जीतक क तय गय ढाग स कय) करन हीत हीजीतक

कय) उस परकर स करत ही जीस कई कय) पर परगरमा बिकय गय ही कYपतला इसक माखय उदहीरणी हीउसक अगA क बिहीलान वला

कई औरगन वला कई और भावन क समाझन वला कई और हीत ही इस क सथा अगर गर क त क लालात ही त गर जी समनधA

क करक हीत ही यही क त समनधA क करवन क कय) करत हीजीस बिक 0दn बिववही करवनबिकस परकर स जी पहीला स बिनदuशि0त

कनgtन ही और उनही कनgtनA क अनसर ही वयशिG क सजी दन य सजी स र करन क कमा भा गर क त करत हीहत ही धारमिमा4क हीन स

जीतक क रधवयन समामिधा क1 तरफ़ मान चला जीत ही और वही अपन क पgtणी) रप स भागवन य परक बित क ऊपर छड दत ही जीस परक बित

उसस करवत ही वही करत रहीत ही इकक क घाड क1 तरही भा मान जी सकत हीउस लागमा नमा क रह क अनसर चलान पडत ही

अपन माजीt स कही भा नही जी सकत ही खत माamp न वला जी क1 तरही स मान जी सकत ही जी तक उस य नही जीयग और रह

नमा क1 परक बित क1 0शिG नही दn जीयग वही अपन आप जीमाग नही पgtजी माamp जीय जीन वला 0ख मान जी सकत ही जी तक उस

जीय नही जीयग रह नमाक1 फ़gt क उसक अनदर नही मार जीयग वही आवजी बिनकलाग ही नही

क त क सला य द)ला क त क1 भावन ही करत ही

इस क उदहीरणी हीमा आजी क न टार इनवटा)र स ला सकत हीइसक कमा बिजीला क इकटठो करन क द अपन पस रखन हीत हीजीस

ही बिजीला चला जीत ही वही बिजीला क अपन पस स सपलाई करन 0र कर दत हीकमा य अमिधाक बिजीला क दन क शिलाय टार जी बिक

एक क त क ही रप हीक1 सरजी ढान स वलटाजी ढाय जी सकत हीऔर परलाला लागन स उसक1 0शिG यन वटाजी ढाय जी सकत

हीकई क त एक सथा मिमालाकर कमा माamp लान स 0शिG क परद0)न सही रप स बिकय जी सकत ही लाबिकन तदत स अमिधाक क त क सहीयक

हीन भा समाय क द दखदय ही सकत ही जीस एक ही बिवषय क पढान और उस बिवषय स समतमिनधत बिववरणी अगर भाबिवय माamp दला

जीत ही य नय कई आबिवकर ही जीत ही त वही कर ही सबित हीजीयगजीस बिक पहीला टालाफ़न क1 मानयत खgt थालाबिकन

माइला क आत ही उसक नन वला चन वला और चलान वला सभा कर ही गय क त क खर हीन स 0रर क अगA स पत चला

जीत हीजीस बिक हीथा सनन ही गय और कमा नही कर रही ही इसक मातला ही बिक क त खर नही हआ ही हीथा क 0शिG दन वला रह क

खर हीन मान जीयगआख स कमा दिदखई दन 0र ही गय ही त वही भा रह क दखन पडग सधा स क त क नही दखampगक त क त

तभा खर मान जीयग जी हीथा य आख बिलाक ला ही खतमा ही गय ही दधिजीस परकर स गड क1 पटरोला खतमा हीन स वही सडक पर खड

ही जीत हीउस परकर स लागन क क त बिकस न बिकस परकर स 0रर क अनदर स रह क1 0शिG समापत हीन पर कर ही जीत ही0रर

क अनदर रह क सथान अदरशय 0शिG क रप माamp जीन जीत ही और रह मासतिसतक माamp बिनवस करत हीमासतिसतक स सचन समाझन क1 0शिG

क कर हीन भा क त क रद करन क शिलाय माखय मान जीयग पन क अनदर स सयही क खतमा हीन स रह और क त क र माamp नही

सचन पडगसयही क करक गरही क सचन पडग बिक उसक अनय करक गरही भा सथा द रही ही बिक नही

लागन क क त और उसस समतमिनधत रिरसतदर

क त क समनध 0बिन स हीन पर जी भा रिरसतदर हीत हीव स कमा धानध स समनध रखत ही यही समनध चबिहीय Yक दर स जीड ही य बिफ़र

बिकस पटा क पस करन स अथाव दकन माamp कमा करन वला हीलपर क रप माamp हीसgtय) स समनध हीन पर ड भाई क1 सनतन स भा मान

जीत ही भातजी क रप माamp भा मान जी सकत ही अथाव वही बिपत क सला यन मामा स भा मान जी सकत हीअथाव बिपत क दवार रख

गय नZकर भा मान जीत ही इसक अलाव चनदरमा स समनध हीन स मात खनदन स समतमिनधत रिरसतदर मान जीत हीनन क र माamp भा

यही क त अपन समाथा)न वयG करत ही मागला क सथा हीन स चच य मामा य खgtन क रिरसतदरA स भा मान जीत ही ड भाई य छटा

भाई क सला स भा समनध मान जीत हीधा क सथा हीन स भानजी क रप माamp भा मान जीत हीऔर अगर धा क सथा रह तजी ही त वही

बिहीन क पबित क रप माamp भा मान जीत ही गर क सथा हीन स वही बिकस धारमिमा4क वयशिG क चला भा मान जी सकत ही अथाव बिकस

परकर स अपबिहीजी हीन क1 द0 माamp सथा दन वला घार य हीर क वयशिG भा मान जीत ही0रर क अगA क र माamp अगर गर और क त

बिकस खर गरही स समतमिनधत ही त यही बिकस परकर स समतमिनधत अग क रद करन क शिलाय भा मान जीत ही 0E क सथा क त क

हीन स यही पतन क हीलपर क रप माamp परसतत करत ही अथाव बिकस करणी स पतन क हीलपर नकर ही रहीन पडत ही पतन क हीलपर न

कर रहीन स वही अपन बिवचरA और कय| क अपन अनसर वयG नही कर सकत ही वही क वला अपन पतन य पबित क1 आजञो पर अपन

0रर और मान क बिगरव जीस रख दत ही

RAHU

Rahu is personified as a diplomat and a shadowy planet and a legendary deceptor when

disposed beneficially Indicates diplomatic jobs jobs requiring manipulations with facts deals

in poisons and drugs It signifies cheats pleasure seekers insincere and immoral acts etc

It is phlegmatic in nature and gives malignant growth When afflicting causes malignant

growth disease of phlegm intestines boils skin ulcers spleen worms high blood pressure

etc It gives smoky and unpleasant appearance due to habits of overeating resulting in foul

smells and unclean body and nails

KETU

It is dry and fiery in nature Its affliction causes wounds inflammations fevers intestinal

disorders aberrations low blood pressure deafness defective speech and gives emaciated

body with prominent veins It is personified as a saint and inclines a person more towards

mystic science and spiritual pursuits

क त दसर भाव माamp अपन फ़लाA क धान और भाZबितक सधानA क रप माamp अभाव दन क कमा करत हीऔर इस अभाव क पgtर करन क शिलाय

रह अषटमा सथान जी माZत क सथान ला जीत ही स पgtर करत ही इस भाव क क त क टाम क नमा स भा जीन जीत ही और परिरवर क

आग चलान क शिलाय मामा भानजी य सला क रप माamp आकर परिरवर क1 पgtरतित4 क दन वला हीत हीगचर स यही परिरवर जीनA क हीर

रखन वला और जीनमा क डला स परिरवर जीनA क समापत करन य दरसथा भाजीन वला मान जीत ही इस भाव क क त वला जीतक क

अकसर एक भाई और हीत ही और वही वकषिeक रशि0 क य वकषिeक लागन माamp पद हीत हीघार क शिलाय वही अपन दवार अपन बिEयओ स एक

तरही स रद करन वला ही मान जीत हीघार क अनदर सतरी जीतकA क अभाव ही जीत हीमात क भा ड मार हीत ही अकसर

मात क परबित यही क त मागला वला असर पद करत हीनकषिभा स नच क1 मारिरय आदिद हीत हीअकसर मात क शिलाय सजी)न क1 छ र हीमा0

इनतजीर ही बिकय करत ही

क त क सवभाव हत ही हीYkला हीत ही दसर भाव माamp

दसर भाव क क त अपन आदतA क क छ इस परकर क न लात ही बिक उस हीर कमा क करन क1 हीY पद ही जीत हीबिकस भा वसत क

लान ही त वही उस वसत क लान क शिलाय अपन सभा परयसA क करन स नही चgtकत हीऔर उस वसत क जी तक परपत नही कर लात ही

त तक उस चन ही नही आत ही यही हीला भाजीन क मामाला माamp भा दख जीत हीउस खन स अमिधाक चखन क1 आदत हीत हीअकसर इस

भाव क जीतक क1 जीभा अपन हीAY क चटा करत ही उसक समान क चर दत नक1ला हीत ही और दतA क1 नवटा एक जीस नही हीत

ही कई भा कमा करत वG जीतक क आलास जीरर आत ही

धा

प(तमलयमबारधर करणि01करसमदयदवित

खडगचमगपणि0 सिस1हसथो वर बाध

धा एक सZमय गरही ही सgtय) चनदर मागला एव अनय गरहीA क1 भाबित धा क बिवषय माamp भा अनक पZरकषिणीक आखयन मिमालात ही

धा क1 उतपकषिK क सधा माamp एक रचक कथा मिमालात ही कही जीत ही बिक अबितरी पतरी चदरमा दव गर हीसपबित क शि0य था बिवदया अरधवययन क1

समानतिपत क पeत जी उसन गर क दकषिणी दन चही त उनहीन स उसस कही बिक वही दकषिणी गर पतन तर क द कर आय

चनदरमा जी गर पतन क अपन दकषिणी दन गय त गर पतन क रप दखकर वही तर पर आ0G ही गय और उस ला जीन क1 हीY

करन लागगर पतन न उस खgt समाझय पर वही न मान जी हीसपबित क यही त मालामा हय त उस शि0य जीन उनहीन भा उस हत

समाझयपर चनदरमा न अपन दरगरही नही छड अतत वही यदध क शिलाय ततपर हय और गर क यदध माamp हीर दिदय दवतओ न भा चनदरमा

क समाझयलाबिकन वही अपन हीY पर अड रही जी शि0वजी क चनदरमा क अनचर क पत चला त व Eमिधात ही उY और चनदरमा क

दड दन क शिलाय चला पड चनदरमा बिफ़र भा नही मान उसन नतरीA दतयA असरA क सथा सथा 0बिनeर और मागला क सहीयग स शि0व स यदध

करन क बिनणी)य बिकय अ घार यदध 0र ही गय तनA लाग भायभात ही उY अतत बराहम न हीसतप क बिनणी)य शिलाय इस र चनदरमा

झक गय और उसन गर पतन तर क लाZटा दिदय

एक वष) द तर न एक कनतिनतवन पतरी क जीनमा दिदयउसक बिपत चनदरमा ही था चनदरमा न उस पतरी क गरहीणी बिकय और उसक नमा धा

रख गय

धा क बिवषय माamp और भा अनक आखयन मिमालात ही बिवद0 पZरकषिणीक आखयनA माamp धा क समनध माamp अनक कथायamp मिमालात हीयgtरपय जीन

इस मारकर क नमा स जीनत ही पर इसक1 धात हीजी चनदरमा क परभाव स हीन वला और 0बिन मागला क परभाव स Yस तथा गर क

परभाव स भार मान जीत ही

खगलाय बिवजञोन मा धा

धा सgtय) क सस बिनकटा रहीन वला गरही ही उसक वयस तन हीजीर माला हीतथा सgtय) स उसक1 मारधवयमा दर तन करड सY लाख माला ही

यही सKइस माला परबित सकamp ड क1 गबित स अटठोस दिदन माamp सgtय) क1 एक परिरEमा करत ही पथव स दखन पर यही सgtय) स सKइस अ0 स

अमिधाक दर पर नही हीत ही

जयबितष 0सतरी माamp धा

जयबितष 0सतरी माamp धा क रपवन माY लान वला और सपषट लान वला तथा हीर रग क तय गय ही इस कलापरष क1 वणी क1

उपमिधा दn गय ही सभा गरहीA माamp धा क यवरजी क पद मिमाला ही धा क दवार पबिडतई वला कमा वणी क1 0शिG कलाकर गकषिणीत बिवदया माamp

चतरत शिलाखन आदिद क बिवचर बिकय जीत ही यही तवच परधान गरही हीधा क क डला माamp अचछ हीन स जीतक क1 तवच अचछn हीत हीऔर

धा क खर सथान माamp Yन य बिकस पप गरही क दवार पपEत हीन जीतक क तवच वला रग हीत हीयदिद जीनमा क डला माamp धा खर

ही त अपन द0 अनतद)0 माamp वय कफ़ बिपK स उतपनन तन परकर क रग दत हीयही 0रर क तबितरीक ततरी यन नव)स शिससटामा क अमिधाकर

ही यदिद धा पबिडत हीत ही त वयशिG क अनदर क1 सचन समाझन और माहीसgtस करन क1 0शिG कमाजीर हीत हीजीस ख0gt दgt क पत

नही चलानतवच क सनन ही जीनचटा लागन य बिकस क1ड क कटान क पत नही चलानतवच माamp कभा कभा कला रग क चकK पड

जीन और अपन आप ही समापत ही जीन आदिद त भा दखन क मिमालात ही 0रर माamp धा क आमिधापतय छत और जीओ क आग क

भाग क भा माशिलाक नय गय हीदधिजीस जीतक क1 क णडला माamp धा चनदर क1 यबित हीत ही वही माजीबिकय सवभाव क हीत हीअकसर इस

परकर क जीतक दसरA क बिकस न बिकस परकर स नकसन पहचन माamp अपन आननद क ढान जीनत ही धा क खर हीन पर 0E क

सहीर लान पडत हीधा रह क दष स दर हीत हीवयपर करन इसक1 माखय पबिहीचन मान जीत हीवयपर माamp भा उन कमा स दधिजीनक

अनदर तA स कमाय जीत ही

जी जीतक पgtव) जीनमा माamp न बिकय जीन वला कमाA क करत हीदसरA क पर0न करन माamp दधिजीनक आननद आत हीतA क1 चलाक1 स लागA

क लाgtटा हीत हीतA क शिलाखकर कही कर लागA क पर0न य गमारही बिकय हीत हीइस परकर क जीतकA क माखय दख दमपतय जीवन

क हीत ही उनक1 0दिदय सही समाय पर नही हीत हीहीत भा ही त समनधA क सख नही हीत हीपबित य पतन बिकस भा परकर स सही

त नही करत ही घार क अनदर सभा सदसय तA क1 लाडई माamp मा0gtगला ही जीत हीबिकसन कय कही ही क परबित अकसर कर क1 हीस हीत

हीपबित पतन माamp मानमाटाव कलाही और अगर समनध नत भा ही त समनध बिवचछद भा करवन माamp धा क हत ड माहीतव हीत ही धा

अकसर वयपर माamp अपन गबित परदन करत ही दधिजीन जीतकA न अपन जीवन माamp अचछ कमा) बिकय हीत ही त वही वयपर माamp कफ़1 ढाKर

करत हीऔर र कमा क परभाव क करणी चलात हआ वयपर अकसमात ही नच जीन लागत ही और घार क अनदर भा कला0 हीन क करणी

सधानA माamp कमा हीत जीत ही दधिदधमान हीन पर भा कई त नही नत हीऔर वही अपन चतय) क भा रद करत रहीत ही अचछ

धा अचछ वयपर नत हीधान और धानय स पgtणी) करगजीवन पgtर आननद माamp तग आदिद तamp भा समाझ माamp आत ही धावर धा क

मिधान हीपनन इसक रतन हीदधिजीसक धारणी करन स यही लाभाकर हीत हीपतला इसक1 धात हीऔर अनन माamp हीर माgtग इसक अनजी ही धा क

नतरीA माamp अशलष जयषठा एव रवत हीधा क1 रशि0य मिमाथान और कनय ही दधिजीसमा मिमाथान सकरतमाक और कनय नकरतमाक रशि0 हीत ही

लाबिकन कनय रशि0 माamp यही जीतक क माYk वणी लान वला और समाजी माamp अपन क मिमालाकर चलान वला मान जीत हीपनदरही अ0 माamp

यही परमा उचच क हीत ही और मान रशि0 माamp यही पनदरही अ0 माamp परमा नच क हीत ही

अक0सतरी माamp धा

अक बिवदया माamp पच क अक धा क अक ही और दधिजीसक जीनमा 51423 तरख माamp हआ हीत ही उसक शिलाय धा क परभाव जीवन माamp

माहीतवपgtणी) मान जीत ही इन अकA स समतमिनधत जीतक अमिधाकतर जीलदजी हीत हीबिकस भा त क बिनणी)य लान माamp दर नही करत हीऔर

अकसर इनक दिदमाग खजी हीत हीइस करणी स नय नय तA क1 खजी क करन क द यही जीलदn स धान कमान क परबित अपन

दिदमाग चलात रहीत ही इनक दिदमाग ड स ड वयपर चलान माamp भा नही घाडत ही और उसक मातला चही लाभा स ही य हीबिन स इनही

मातला नही हीत हीलाबिकन धा क अचछ परभाव क करणी इनक वयपर अकसर सफ़ला ही हीत ही अकसर वयपर क कमाA क तनव क

हीन क जीgtद भा यही अपन कमा क आरमा स सभाला ला जीत ही धावर और 0Eवर इनक शिलाय अचछ दिदन हीत हीधा परधान

जीतकA क सवभाव 0माtला और लाचला हीत हीइन अदओ क करणी स भा यही अनय लागA क दिदला जीत लात ही इन जीतकA क धा क

रतन पनन पबिहीनन स भा आरमा मिमालात हीऔर गय क हीर घास खिखलान स भा इनक जीलदn आरमा मिमालान लागत हीधा क जी मातरीA क

जीप भा इनक शिलाय लाभाकर हीत ही धा क1 क प स जीतक क पस अथाही समपकषिK आन लागत ही और समाजी सथान माamp आदणीtय भा ही

जीत ही

धा परधान वयशिG दधिदधमान हीत ही इनक शिलाय ससर क जञोन स ढाकर और कई खजीन इनक पस नही हीत हीबिकस भा करणी क 0धा

करन क द यही प एच ड जीस उपमिधाय आरमा स लालात ही यही सगत बिपरय भा हीत हीवकपटात क परभाव इनक पस हीत

ही0शिG0ला बिवचरवन सZनदय) क पजीर भावन परधान बिवदयावन और दधिदधजीव हीत हीशिलाखन क1 कला इनक1 अचछn हीत ही और अर

नन क1 कला इनक पस अदभात हीत हीहीर कमा क सच समाझ कर ही करत हीखला सथान इनही अमिधाक पसद हीत हीखच) करन क

अनदर इस परकर क जीतक क जीgtस भा हीत हीदधिदध परधानत वला कमा जीस जयबितष डकटार वक1ला दलाला वयपर लाखक gtगर वला

कमा और अथा)0सतरी माamp बिनपणीत वला कमा इनही अचछ लात ही

इस अक वला जीतकA क1 क छ कमिमाय भा हीत हीजी उनक1 परगबित माamp रकवटा पद करत हीजीस आलास आन जीलदn गसस हीन अकरणी

ही गसस करन लाग जीन शिचनत वला तamp और अपन य परय वयशिG क 0क माamp डलान वला कमा करनअमिधाक तamp करन आदिद मान

जीत ही असफ़लात क बिवचर स भाय हीन 0क करन आदिद भा दख पद करन वला करणी हीत हीदधिदध क कय) करत रहीन स भा इनक

0रर कमाजीर हीत जीत ही और 0रर क कमाजीर हीन स फ़ फ़ड वला रग जीकमा लाग रहीन टाn आदिद जीस रग पद ही जीन एलाजीt

वला रग हीत जीन भा मान जीत ही जीवन सथा क अपन अनरप नन क करणी भा इस अक क जीतकA क शिलाय दखदय हीत

हीअकसर इस अक क जीतकA क जीवन सथा चप ही रहीत ही और बिन दधिदध क कमा करन क करणी घार और परिरवर माamp अ0बित क करणी

भा नत ही खन पन और लान पर बिनयतरीणी नही हीन क करणी इस अक क जीतक बिन करणी क ही दशमान य मार भा पला लात

ही

क डला माamp रही भावA माamp धा

रही भावA मा धा क1 षदभिसथाबित क परमाख रप स समाझन क शिलाय परतयक भाव क धा क रप अलाग अलाग हीत हीयही पर जी रप धा क

परदरथि04त बिकय गय ही व क वला धा क1 उचच षदभिसथाबित क समाझ कर ही बिकय गय ही जीरर नही ही बिक आपक धा क रप भा इस तरही स

हीअगर आपक1 क नडला माamp धा पर बिकस अनय गरही क1 र नजीर ही त उसक परभाव भा र ही सकत ही जीस रह क परभाव पडन पर

अचछn वणी हीन पर भा आपक1 वणी क गरहीणी लाग गय हीगला माamp इनफ़ कसन क दवार आदिद समाझन चबिहीय

परथामा भाव माamp धा

पला आभा शिलाय चहीर हीत हीलाम उमरो क माशिलाक हीत हीगकषिणीत और गणीन करन वला बिवषयA माamp परवणीत हीत हीमाजीबिकय सवभाव

हीत ही यन हीर त क माजीबिकय लाहीजी माamp कहीनधामा) क कय माamp रशिच हीत ही

दसर भाव माamp धा

अचछ कय) करन माamp रशिच हीत हीबिहीममात हत हीत हीदधिदध स तजी हीत हीमाहीनत भा खgt करत हीवक1ला य नत जीस गणी हीत ही त

क1 त माamp धान हीत हीदलाला और 0यर जीर वला कमा माamp रशिच हीत ही

तसर भाव माamp धा

लाखन क पकक हीत हीकमपयgtटार और इस परकर क यतरीA क सचशिलात करन क1 मात हीत हीसफ़टावयर आदिद नन माamp बिनपणीत हीत

हीशिचतरीकर और कबिवत करन माamp रशिच हीत हीबिवषयA माamp आ0शिG हीत हीसदगणी भा भार हीत हीमाटा 0रर हीत हीगलामाटाला आक बित

हीत हीबिहीन अमिधाक और भाई कमा हीत हीबिपत क धान कर ही जीत ही

चZथा भाव माamp धा

भागयवन हीत हीदन करन माamp बिनपणी हीत हीदन दन माamp क पतरी और सपतरी क समाझन क1 बिहीममात हीत हीशिलाखन क1 कला हीत

हीनबितयA पर चलान क आदn हीत हीदधिदधवन हीत ही

पचमा भाव माamp धा

जीनमा स सवथा) जीवन माamp भार हीत हीअपन कमा बिनकलान माamp चतरत हीत हीकमा बिनकलान क द भाgtलान क1 आदत हीत हीसनतन क

अभाव हीत हीक वला धान क1 चहीत हीत हीजीमान कमा क करन और जीमान आदिद क परबित मानशिसकत न रहीत ही

छY भाव माamp धा

कला0 करन अचछ लागत हीलाबिकन वणी माamp मिमाYस हीत हीआलास 0रर हीत हीअकषिभामान क1 मातरी भार हीत हीपरिरशरमा और

कमाकत क समाव0 मिमालात ही दसरA क1 सव करन अचछ लागत ही

सपतमा भाव माamp धा

पबित य पतन क शिलाय सखदयक हीत हीकनतिनतवन 0रर हीत हीतAद बिनकला जीत हीसनदर और क लान परक बित हीत हीसमपदन करन क1

मात हीत हीउदर परक बित हीत ही

अषटमा भाव माamp धा

लाम उमरो हीत हीसनदर पतन य पबित हीत हीत क भारस नही हीत हीखत क कय) माamp बिनपणीत हीत हीजीस गवन आदिदनयय

करन क अनदर ईमान क समाव0 हीत हीवयपर स लाभा क वला दलाला वला कमाA माamp हीत ही

नवमा भाव माamp धा

दधिदधमान हीत हीतथा)टान करन क1 कमान हीत हीअपन समाजी माamp त रखन वला हीत ही कबिव गन बिवदया माamp बिडगर य बिडपलामा हीत

हीनयय यतरी करवन वला कय क मानस रहीत ही बिवद0 लागA और अगरजी माamp अचछ जञोन हीत ही

दसमा भाव माamp धा

रजी यग क करणी नत हीअलपय हीन भा मान जीत हीमात क1 बिहीन स सवभाव मिमालात जीलात हीबिपत क परबित वफ़दर नही हीत

हीखद क कमाA क खद क परयसA स ही खतमा करन क1 भावन न जीत ही

गयरहीवamp भाव माamp धा

लाभा माamp अपर समपकषिK क1 कमान हीत ही बिपत क1 जीयदद मिमालात हीछटा भाई बिहीन स सनही हीत हीमात क शिलाय कषटकर हीत

हीशि0 और मानरजीन माamp अमिधाक रधवयन रहीत ही

रहीवamp भाव माamp धा

बिवदवान धामा)तमा सवभाव हीत हीबिकस भा भाष क पकडन क1 मात हीत हीदवय जञोन क1 जीनकर हीत हीसमाजी माamp गणी मान जीत

ही0सतरी क अचछ जञोन हीत ही आलास 0रर हीत ही

धा समनध अनय बिववरणी

धा गरही स समतमिनधत रगउनक 0मान हीत धारणी करन क1 बिवमिधा गरही 0नतिनत क शिलाय दन तथा धा गरही स समतमिनधत वयपर और नZकर

आदिद क बिववरणी इस परकर स ही-

दन

धा क क परभाव माamp दिदय जीन वला दन आशलष जयषठा और रवत नतरीA माamp सवय क जीन क रर हीर माgtग हीर वसतरी फ़ला हीर मिमाYई कस

पतला हीथादत पनन सवणी) कपgtर 0र षटारस भाजीन घा फ़gt ला आदिद दन माamp दिदय जीत हीदन शरदध पgtव)क दकषिणी सबिहीत बराहमणी क सकलप

पgtव)क धा गरही क नतरी कला माamp करन चबिहीय

वयपर

कसदकर शिसलाई मा0न क वयपर वनसपबित घा क वयपर कड खन क वयपर परचन वसतओ क सगरही करन क द चन क

कय) खला और खला आदिद क समान क वयपर करन Ykक मान जीत ही

नZकर

मातरीपद बिवधायक पद परततव बिवभाग क पद लाइबरार क कमा 0टा)हीampड टाइविप4ग क कमाampक क कमा एकउनटाampस क कमा इनकमा टाकस क1

नZकर डकतर बिवभाग माamp कमा जयबितष क कमा हीसतरख और 0यर जीर क कमा करन चबिहीय

जीव जीनत और मानय पड पZधाA फ़लाA आदिद सभा माamp करampटा हीत हीनयgtनतमा य अमिधाकतमा पड पZधा और जीव जीनत क1 उमरो क अनसर मान

जीत हीयही करनटा मिमाला एमपयर क1 नप माamp हीत ही0रर क1 गबितपड पZधाA क अनदर हीन वला गबित जी हीव य धाgtप क1 अमिधाकत स

हीत हीबिवदयात उतपदन क शिलाय मान जीत ही भाजीन करन पर 0रर माamp आलास आन इस त क दयातक ही बिक 0रर माamp नन वला ऊजी)

क बिवकस नय शिसर स चलाgt ही रही ही 0रर क अनदर नन वला बिवदयात क परयग 0रर बिकन बिकन कमाA माamp करत ही उसक शिलाय हीमाamp गहीन

अरधवययन क1 तरफ़ जीन पडग 0रर माamp खन क दवार ऊजी) क1 पgtरतित4 हीत ही0रर क दवार जी भा खदया पदथा) परयग माamp लाय जीत ही व

सभा जीमान स उतपदिदत हीत हीय समादर क पन स उतपदिदत हीत हीउनही उतपदनA क 0रर आरमा स हीजीमा कर सकत ही जी एक र

धारत पर उतपदिदत ही चक हीइस परकर क भाजीन स 0रर क अनदर जी ऊजी) नत ही उस ही य इलाषदभिकटरोक क1 सजञो दn जीत ही 0रर

अपन तबितरीक ततरी क सgtचन दन क1 बिEय माamp इस बिवदयात ऊजी) क परयग माamp लात ही0रर क अलाव भा यही हीर क1 दबिनय माamp भा अपन

सद0A क भाजीन और सद0A क परपत करन क शिलाय परयग माamp लात ही कही भा 0रर माamp चटाn कटात ही त तबितरीक ततरी क सद0 दन वला

0रर माamp फ़ ला तबितरीक ततरी वबिहीबिनय चटाn क कटा क अहीसस सधा मासतिसतक क पछ माडलाआलामागटा नमाक सथान क पहचत हीऔर

दिदमाग स तरत उस कटा जीन क सथान क सरकषित करन क शिलाय य हय सहीयत क शिलाय हीथा परA क दिदमाग स आद0 दिदय जीत ही

और हीथा पर मिमाला सकamp डA मा मिमाला उस आद0 क पलान अपन गबित क अनसर करत ही अगर कई चटाn क1 जीगही पर बिचछgt य अनय

जीहीरला जीव कटात ही त अपन हीथा परA क1 सहीयत क अलाव हीर क1 सहीयत क शिलाय दिदमाग आवजी और 0रर क गबित भा परदन

करत हीजीस कई र) कटात ही और वही पर अनय र क कटान क1 आ0क ही त 0रर क अनदर भागन क1 0शिG भा अचनक ही पद ही

जीत हीदिदमाग अपन इस बिवदयात 0शिG क परयग सरकषित हय सथान क खजीन क शिलाय भा परयग करत ही सथा ही कटा जीन वला सथान

क सgtजीन आदिद दकर बिवष क आग ढान स रकन क उपय भा करत ही चखन क शिलाय आवजी भा दत हीऔर चख क अनदर उस

आवजी क भा परकटा करन क1 0शिG और ड पवर दत ही दधिजीसस आसपस क माहीZला भा जी भा पस माamp रहीन वला लाग हीचही व

अनजीन ही य जीन पबिहीचन वला सभा क रधवयन अपन ओर बिकस भाय स दखन क शिलाय और उस भाय क1 चख क1 आवजी क सनकर

अपन अपन सर क सथा उनक अनदर भा बिहीममात क परदन करन क शिलाय 0शिG समपनन ऊजी) अपन कमा करन लागत हीइसस अगर

भाय कई सव)जीबिनक ही त सभा अपन अपन सर क दखकर सहीयत क शिलाय भागन लागत ही अगर पड 0रर क1 0शिG स अमिधाक

हीत ही त 0रर क हीस करन क द तबितरीक ततरी अपन गबित क अनसर 0रर क1 0शिG क इकटठो करन और जीमा लावन ततवA क1

पgtरतित4 क शिलाय बिकय जीन वला उपयA क सथा 0रर क नकसन पहचन वला करकA क बिनदन करत ही इस बिनदन माamp जी करक

माहीतवपgtणी) हीत ही उनक अनदर आसपस रहीन वला लाग य दरसथा रहीन वला लागA क भा यही तबितरीक ततरी सgtचनयamp पहचन क कमा करत

ही आसपस रहीन वला लागA क अनदर त पड क1 खर करन क शिलाय अपन आसपस क करकA क 0रर क1 ऊजी) अपन कय) करत

हीऔर जी हीर और दरसथा लाग हीत ही उनक शिलाय समतमिनधत 0रर क अगA क फ़डकन क कय) करत हीउनक अनदर अकसमात ही

बिवचरधार क अनदर दलाव क कय) करत हीअगर कषट भागन वला वयशिG बिकस क पतरी ही त मात कपबित ही त पतन कबिपत ही त

पतरी क और अनय समनध ही तथा उस समनध स अमिधाक लागव ही त उस समनध क अपन अपन अग क फ़डक कर सgtचन दन क

कमा यही ऊजी) करत ही यही नही इस ऊजी) क कमा बिकस भा ख0 क1 खर क भा 0रर क अगA क फ़डककर भाजीन क कमा करन

हीत हीअगर ख0 खर परपत करन वला जीतक स रही ही त सवपन क मारधवयमा स भा इस ऊजी) क दवार स सद0 परसरिरत बिकय जीत ही

सतरी क य और परष क दबिहीन अग ख0 क1 खर क परपत करन क समाय फ़डकन आरमभ करत ही और र खर क समाय सतरी क

दबिहीन और परष क य अग इस बिEय क परदरथि04त करन लागत ही

जीग) मात क भा अपन पतरी क1 सकटा क1 षदभिसथाबित माamp फ़Zरन अहीसस त ही जीत ही जी उसक सतनA माamp खजीला चलान 0र ही जीत हीपतरी

क ऊपर आन वला सकटा क अहीसस मात अपन आप माहीसgtस करन लागत ही उसक दिदला माamp चन नही आत हीऔर रत क र र सवपन

भा चलाgt ही जीत ही इस ऊजी) क परभाव बिकस परकर स अपन सद0 पहचन क कय) करत ही इसक शिलाय पgtव)कला स ही अनभाव क

आधार पर अग फ़डकन क फ़लाफ़लाA क इबितहीस चलात आ रही ही0रर क हीर बिहीसस अपन अपन परभाव तन लागत हीजीस बिकस

वयशिG क मासतक फ़डकन लागत ही त उस नZकर लागन य कमा मिमालान अथाव बिकस जीमान क मिमालान क अहीसस हीन लागत हीमासतक

क शिलाय वही चही परष ही सतरीअकसर सथान दलान य बिकरय क माकन शिसफ़टा करन क पहीला यही अहीसस हीन लागत ही नZकर माamp य

अपन वयवसय माamp सथान दलान क समाय भा यही अनभाव दख गय ही अकसर बिकस वयशिG क1 दनA भाहीamp अपन आप फ़डकन लागत ही त

उस समाझ लान चबिहीय बिक उसक र दिदन अ त गय ही और सख क समाय आन वला हीवही दधिजीस त क शिलाय भा दख था उसक दख

दर हीन वला हीसथा ही उसक हरदय माamp एक उतसही भा जीनमा लान लागत ही आखA क1 फ़डकन अमिधाकतर समाजी माamp परचशिलात हीसतरी क1

य आख और परष क1 दबिहीन आख बिकस भा सथान स फ़डकन लागत ही त उस जी भा बिपरय हीत ही उस क द0)न हीन हीत ही

लाबिकन बिवपरत अवसथा माamp अ0भात क दखन भा मिमालाकरत ही सतरी क यamp नतरी क कन क1 तरफ़ क कZन फ़डकन 0र हीत ही त

जीरर लाकषमा क1 परनतिपत हीत हीवही चही सन चदn क रप माamp ही य नगद धान क रप माamp मिमाला उस मिमालात जीरर ही यही हीला परष क

दबिहीन नतरी क शिलाय मान जीत ही आख क ऊपर क बिकसस माamp भा यही जीन जीत ही बिक अगर परष क दबिहीन और सतरी क य पलाक

फ़डकत ही त बिकस पदव क1 परनतिपत हीत ही और बिवपरत माamp पदव क अत हीत ही कनध फ़डकन माamp भागA क1 परनतिपत और बिवपरत

अवसथा माamp भागA क चला जीन मिमालात ही थाड क फ़डकन सतरी और परष क शिलाय बिकस ड डर क शिलाय मान जीत हीबिकस क1 धामाक1

य बिकस परकर स घार य हीर क वयशिG क सथा अकसमात हीदस हीन क1 खर थाड स मिमालात हीलाबिकन कणY फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp

यही उलटा हीत हीइसमाamp परशिसदधिदध और धान लाभा मिमालात दख गय ही गद)न क बिपछला बिहीसस फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp जी भा र भाव मानन

वला लाग हीत ही व हीव हीन क1 कशि00 करत हीहीAYA क फ़डकन क समाय माamp भाZबितक वसत जी हत बिपरय हीत मिमाला जीत ही पY

फ़डकन क सतरी और परष दन क भा र मान गय हीय त मार पकडत हीय बिफ़र बिकस त माamp हीरन पडत ही कख फ़डकन पर

जी अपन खस हीत ही उसस मिमालान हीत हीलाबिकन दबिहीन और य क भा खयला रखन पडत हीबिवपरत अवसथा माamp बिछडन भा मान

जीत ही दिदला क धाडकन अकसर जी भा जीनमा शिसदध कमान हीत ही उसक मिमालान क समाय मान जीत हीचही वही हीमा0 स मान जीन

वला भागवन क बिकस भा रप माamp कयA न ही माही क अनदर फ़डकहीटा अचछ भाजीन क1 परनतिपत क सक त मान जीत हीहीथाला माamp खजीलाहीटा

धान क आगमान और बिवपरत अवसथा माamp खच) करन क1 षदभिसथाबित क भा द0)त ही कमार क फ़डकन हत अचछ कमा क अनदर क छ समाय

क शिलाय बिजी हीन और द माamp सममान दन क शिलाय मान जीत ही नकषिभा क फ़डकन पबित क शिलाय पतन क बिछही और पतन क शिलाय

पबित क बिछही क रप माamp जीन जीत ही परइवटा पटा) क फ़डकन पर इषदभिचछत सथा क सथा रमाणी करन क समाय तय गय ही गद क

फ़डकन पर वहीन क लाभा हीत हीचही वही खद क मिमाला य बिकरय क वहीन स सफ़र करन क अवसर मिमालाजीघाA क फ़डकन स वसतरीA

क1 परनतिपत हीत हीघाटान क फ़डकन स घार माamp 0तरीओ क1 और वयपर माamp कमपटाnटार क उदय हीन क समाय मान जीत ही पर फ़डकन पर

बिकस नय सथान क1 तरफ़ पलायन हीत हीबिवपरत अवसथा माamp र सथान क परपत करन क सक त भा मान जीत ही पर क तला क फ़डकन

क1 षदभिसथाबित माamp अचला समपकषिK क1 परनतिपत और बिवपरत अवसथा माamp अचला समपकषिK क जीन क समाय मान जीत ही चच क मार हीन क

समाय मात क1 छत अपन आप दरबिवत हीन लागत हीचच क Ykक हीन क समाय मात क1 य छत फ़डकन लागत ही सही क समाय माamp

जीलदn असर मिमालात ही 0मा क समाय माamp दर स असर मिमालात हीलागतर फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp भाला य र परभाव पलान क नन क द

मिमालात ही एक सथा दन अग क फ़डकन भागय और दभा)गय क च माamp चलान वला हीस मान जीत ही इसक अलाव और भा सकडA

बिEययamp इस 0रर क दवार समपदिदत क1 जीत हीजी क वला य इलाषदभिकटरोक करampटा क दवार ही समभव ही कई वयशिG अगर लागतर

नकरतमाक षदभिसथाबित माamp चला जीत ही और वही र र अपन क अक ला रहीन क शिलाय परिरवर य समाजी क लागA स दर रखत ही त उस

वयशिG क शिलाय यही नकरतमाक ऊजी) क परव0 क समाय मान जीत हीइस कला माamp उस वयशिG स कई भा वत) करन पर वही खजीत ही

और अपन 0रर क समापत करन क1 धामाक1 दत ही नकरतमाक ऊजी) क 0रर स दर करन क शिलाय वयशिG क ऊपर स खन वला सद

नमाक एक माटठोn 0मा क समाय सत वर उसर करन क द घार क हीर सडक पर डलान स उसक1 नकरतमाक ऊजी) स छ टाकर भा

मिमालात दख गय ही नकरतमाक ऊजी) क एक परभाव और दख गय ही बिक वही घार क अनदर सस पहीला कला0 पद करन क करणी पद

करत हीवही वयशिG क बिकय जीन वला कमा स रधवयन भाग करत हीवही कर क छ रही हीत ही और करत क छ हीइस करणी स घार क अनदर

नकसनसमनधA क अनदर बिगड और वयपर क अनदर नकसन तथा नZकर क अनदर माशिलाक स परतणीन क असर दत हीइसक शिलाय

सही क अपन जीगन क द अपन इषट क रधवयन माamp रखकर उसक1 मानशिसक इमाजी अपन दनA हीथाA माamp दखन क द तथा जी सवर चला

रही हीउस पर क पहीला बिसतर स नच रखन क द ही कय क 0र करन चबिहीय रत क नद नही आन क1 अवसथा माamp भा सgtय|दय स

पहीला जीगन क1 बिEय क करन चबिहीयऔर जीही स भा उगत हय सgtय) क दरशय दिदखई द दखन क परयस करन चबिहीय अकसर उन लागA

क हत ही सफ़ला हीत दख गय ही जी लाग सही क उगत हय सgtय) क नदn य समादर य तला क पर दखन क1 कशि00 करत ही दन

भाजीन पgtजी और समतमिनधत वयशिG क1 भालाई क1 कमान क शिलाय जी भा उपचर बिकय जीत ही व अपरतय रप स फ़यद दत दख गय ही

दिदमाग क1 अमिधाक अ0नतिनत स चन क शिलाय पहीड यतरीयamp भा कमाय हीत ही

दन क माहीतव

अकसर जीवन मा दन क माहीतव हीमात अपन मामातव क चच क शिलाय दन करत ही बिपत अपन परषथा) क शिलाय अपन जीवन क क1 जीन

वला माहीनत क दन अपन चच क शिलाय करत हीभाई अपन हला क दन करत हीबिहीन अपन तरक स समनध नकर और समाजी

नकर अपन भाई क तरी क दन करत हीभाई अपन बिहीन क शिलाय आजीवन अपन सहीयत और 0शिG क दन करत हीड हीकर

चच अपन मात बिपत क वदध हीन पर उनक1 दख रख और भाजीन क दन करत हीपतन पबित क रबित सख परदन करत हीअपन दवार

पबित क शिलाय बिनसवथा) भाव स भाजीन और पबित सख और आय वदधिदध क परबित पgtजी पY करत ही आग क शिलाय व0 चलान क परबित अपन

कमान क समारतिप4त करत ही ह अपन सवथा) क तयग कर पबित क क ला मा 0बित और समपननत नन क परबित अपन जञोन क दन करत

हीदमाद अपन हला और सममान क दवार अपन ससरला जीन क मान ढान माamp अपन 0शिG क दन करत ही क छ लाग अपन

वयवसय सथान पर Y कर रसत तकर अपन जञोन क दन करत हीक छ लाग पयसA क शिलाय पयऊ खलावकर धामा)0ला नव कर लागA

क जीवन क सद गमाt स चन क शिलाय अपन हला क दन करत ही हीक1कत मा दख जीय त यही 0रर ही दन स और दन क शिलाय

न ही एक वयशिG एक लाख रजीन कमा रही ही लाबिकन वही अपन शिलाय मातरी क छ सZ रपय माamp अपन पटा भार लात हीऔर क1 क धान

वही अपन परिरवर क शिलाय जीमा करत ही बिक वही अपन सतन क शिलाय इतन इकटठो कर द बिक उसक द उसक1 सतन बिकस क1 माहीतजी

नही रही और वही सख रही लाबिकन इस सख रखन क करणीA माamp माही पद ही जीत हीयही माही करन ही उसक1 भाgtला ही और इस माही क

चककर माamp 0रर स क1 जीन वला माहीनत दन सवरप न हीकर माही क जीजीला माamp चला जीत ही मात न अगर पतरी क जीनमा दन क द यही

सच शिलाय बिक उसक पतरी ड हीकर उसक1 पलान करगउसक1 सव करगउसक शिलाय ह लाकर उसक1 आजञो क पलान करवयग त

मात क यही माही उस समाय कर ही जीत ही जी लाडक ड हीत ही और अपन माजीt स 0दn बिववही करन क द अपन घार अलाग

स लात ही मात अपन पतरी क सहीर रहीन क करणी और अपन शिलाय क छ न चकर क वला पतरी क शिलाय ही स क छ करन क द जी पतरी

पस स बिनकला जीत ही और पतन क शिलाय सचन लागत ही त मात क वही पलान पषणी स लाकर पढान शिलाखन और सभा सधान पतरी क

शिलाय जीटान क परबित कर ही जीत ही उस समाय मात और पतरी क च तनतन चलात ही और ह जी दसर घार स आय ही उसक अनदर

यही भावन घार कर जीत ही बिक मा क वला टा स धान क माही करत ही और टा मा क कही पर चलात ही उसक1 त क नही सनत हीइस

परकर स तकरर ढा कर ड तकरर न जीत हीटा न त मा क छड सकत ही और न ही पतन क छड सकत हीपतन क पस द

रसत हीत ही एक अपन मात बिपत क और दसर कनgtन कलाबिकन मात क पस एक ही रसत हीत ही वही हीत ही अपन पतरी कह य

त अपन मात बिपत स परतणीन दिदलावत ही अथाव कनgtन क सहीर लाकर मात बिपत क जीय भाजीन और सहीयत दन क जीला क1

हीव दिदलावन क कमा करत हीटा क समान द ही रसत हीत ही य त वही ह क लाकर अलाग रहीन 0र कर द य ह क तलाक दकर

बिफ़र स मात बिपत क कहीन माamp चलान लागउस दसर सधान ही सही लागत हीलाबिकन इन स क पछ जी था वही मात क लाभा ही थाअगर

मात न बिपत क सथा मिमालाकर पहीला स ही पतरी क1 शि0 क द उस जीबिवक क सधान दकर अलाग कर दिदय हीतऔर ह क पहीला स ही

अलाग करन क मानस न शिलाय हीत त जीला जीन क1 य परतकषिणीत हीन क1 समासय ही नही आतयही स माही क करणी ही मान जी

सकत हीजी पलान पषणी मा कई माही नही थाअगर उस समाय माही हीत त डकटार क पस चच क मार हीन क द नही ला जीय

गय हीतशि0 क सथानA माamp एडमिमासन नही करवय गय हीतसद गमाt क समाय माamp उस कपड और रहीन क सथान क दसत भा नही

करवय गय हीतलाबिकन जीस ही वही कमान लायक हआ और मात क अनदर माही न जीनमा ला शिलाय

दन माamp माही और अहीमा क तयग

दन करन क शिलाय माही क तयग जीरर हीमाही क करन स भाजीन क दन नही बिकय जी सकत हीभाजीन ही खgt सर रख ही लाबिकन दन

करन क जी तभा नही करग जी यही माही पद ही जीयग बिक कला भा इस भाजीन क इसतमाला करन हीलाबिकन जी वही रख हआ भाजीन

बिकस जीव जीनत य माZसमा क1 खर स कर ही गय त मान माamp उस खर भाजीन क फ़amp कत समाय सतप हआयही सतप त नही हीत

जी उस भाजीन क बिकस मागन वला वयशिG क आरमा स खिखला दिदय हीत और वही भाजीन स तपत हआ वयशिG क छ और भा दकर जीत

जी सतप स कई गन ढा कर हीत और आग क अचछ र समाय माamp कमा भा आत दन क रप अलाग अलाग समाय माamp अलाग अलाग रप

धारणी कर लात ही दन क शिलाय मागन वला क छटा और दन वला क कभा ड नही समाझन चबिहीय यही कथा वमान अवतर स शि0

दत ही पबित क पतन क शिलाय दिदय जीन वला वचन जी दन क ही रप ला लात हीकभा भाgtलान नही चबिहीयसमाय क दलान पर दिदय

हआ वचन बिकतन ड रप ला सकत ही इसक उदहीरणी रमाचरिरत मानस माamp दसरथा और क क ई क1 कथा स समाझ जी सकत ही वमान

अवतर माamp भागवन न ववन अगला क रप माamp पgtर पथव आक0 पतला सभा तन पग माamp नप शिलाय था और रजी शिला क ऊपर आधा पग क

कजी) ही छड दिदय था उस परकर स रजी दसरथा क दवार क क ई क दिदय गय द वचन शररमाचनदर जी क शिलाय चZदही वष) क वनवस क

करणी न थाऔर पतरी बिवयग माamp रजी दसरथा क1 मातय क करणी न था इनक अनदर भा माही क रप क वला अहीमा क रप माamp थाअगर

रजी शिला क यही अहीमा नही हीत बिक यही ववन अगला क पबिडत कय ड माग लागत कजी)ई नही नतऔर रजी दसरथा क वही अहीमा

बिक जी चहीampग तभा द वचनA क1 पgtरतित4 कर दampगइसमा कय ड ही त इतन ड हीबिन नही भागतन पडत

दन क तन परकर 0ररधान और बिवदया

अकसर वयशिG तन तरही क दन क शिलाय हीमा0 रधवय हीत ही0रर दनधान धान और बिवदया दन 0रर क दन परष और सतरी दन

मिमालाकर सतन पद करन क दवार दत हीऔर वही 0रर ससर बिहीत क शिलाय हीत ही य अबिहीत क शिलाय यही उनक पgtव) कमा| और ससर क1

आवशयकत क अनसर हीत ही धान क दन परष और सतरी पहीला अपन परिरवर क पषणी और ससर बिहीत क कमा क शिलाय दन करत ही

वही भा परष और सतरी क अपन अपन भावA क अनसर मान जीत ही बिवदया क दन क शिलाय कभा ड य छटा क भाद नही मान जीत

हीजीस बिकस कमा क करन क शिलाय जी वही कमा समाझ माamp नही आत ही त एक छटा चच अपन दधिदध स उस कमा क करन क शिलाय

अपन मात दत ही वही बिकस ड स ड माहीरथा और जञोन आदमा क दिदमाग स पर त मान जी सकत ही दधिजीस परकर स लाक धराव न

अपन मात क परशन क उKर क अनसर जीगत बिपत क ही अपन बिपत मान था और वन माamp जीकर तपसय करन क शिलाय पच सला क1 उमरो

क चन था और कमा स कमा उमरो माamp उनहीन जीगत बिपत क द0)न परपत कर शिलाय थाभाG परहीलाद न अपन बिपत क जञोन क तचछ समाझ था

और शर हीरिर क चरणीA माamp अपन मान लागकर ड स ड आफ़तA स अपन क च शिलाय था

0रर दन क करकतव

0रर दन क शिलाय सतरी और परष क समाजी क अनसर एक शरखला नकर चलान पडत ही उस शरखला क अनदर ही 0दn बिववही रबित

वयवहीर और समादधिजीक बिनयमाA क मान जीत ही अगर इन तA क नही मान जीत ही त मानय और प0 क अनदर भाद ही कय रही जीत

ही रबित नबित क अनसर दिदय गय 0रर दन दिदय गय दन क ड रप हीत ही और समाय समाय पर अपन नमा और कय) क इबितहीस माamp

शिलाख जीत ही कई भा परष बिकस भा सतरी क1 तरफ़ आकरतिष4त तभा हीत ही जी उसक अनदर कमा वसन क सचर हीत ही लाबिकन वही

अगर समादधिजीक बिनयमाA क अनसर अपन कमावसन क 0त करन क शिलाय उपयG सतरी क नही परपत करत ही त वही दिदय गय 0रर

दन य त कgt ड क ढार मा जीत ही अथाव वही अगर बिकस परकर स च भा गय त समाजी और ससर क शिलाय कभा भा अबिहीत क करणी

न जीत ही 0रर दन क शिलाय समादधिजीक बिनयमाA क शिलाय कथा कही जीत ही बिक 0क सवत क बिवEमा समवत क द क मान जीत

हीबिवEमा समवत क द जयबितष 0सतरी माamp परवणी एक जयबितष क यही पत लाग बिक अमाक समाय माamp सतरी क सथा माथान करन क द अगर

सतन क1 परनतिपत हीत ही त वही ससर माamp अपन नमा लाकर हीमा0 क शिलाय चलात रहीग लाबिकन जी उस जयबितष न दख बिक समाय उस

रत क ही और उसक1 पतन बिकस नदn क पर रहीत हीवही जीलदn जीलदn नदn पर करन क शिलाय क वटा क पस गयक वटा न दख कई हत

ही जीरर त ही और उस त क जीनन क शिलाय जी क वटा न अपन दधिजीजञोस क जीबिहीर बिकय त जयबितष जी न अपन त क उसस

त दिदय क वटा चलाक था उसन सच बिक जी इतन माहीतव पgtणी) ही और वही अपन नव क चलाकर और नव स बिकय जीन वला कय) स

ससर माamp नमा नही चला सकत ही त उस अपन सतन क इस कमा क शिलाय परयग माamp लान चबिहीय उस क वटा क जीवन और खgt0gtरत

कनय था उसन जयबितष जी क समान परसतव रख दिदय बिक रत क अनधर ही गय ही और वही रत माamp नव क नदn माamp नही ला जीयगअगर

यही माहत) जयबितष जी क परयग माamp लान ही त उसक1 कनय स गधाव) बिववही करन क द उस माहत) क परयग माamp ला सकत हीजयबितष जी

तयर ही गय और उस रत क जयबितष जी न उस क वटा क1 कनय स गधाव) बिववही करन क द गभा)धान क पgtणी) बिकय उस कनय स जी

पतरी परपत हआ वही 0क नमा स जीन जीत ही यही कथा रमायणी माamp माकररधववजी क र माamp कही जीत हीजी हीनमानजी लाक क जीलाकर

पसन स तर तर समादर माamp कgt द त उनक पसन क एक माछला बिनगला गयउस बराहमचर पसन क अनदर वय) क कणी थाउनही कणीA स

माछला क जी सतन हय वही माकररधववजी क रप माamp हय और उस पतला क रजी अबिहीरवणी क दवारपला क1 सव क अवसर मिमाला रमा

लामाणी क जी अबिहीरवणी शिला दन क शिलाय पतला लाक ला गय त हीनमानजी क पहीला दवारपला क रप माamp तनत माकररधववजी स ही

माकला करन पडद माamp पत लाग बिक वही उनही क1 सतन था 0रर दन क शिलाय समाजी क बिनयमा हत ही माहीतव रखत ही जीस एक

करगर बिकस कला क जीनत ही और आग आन वला चच उस करगर क1 कला क अपन परिरवर और घार क अनदर ही चपन स दखत

रहीत ही त व उस करगर क1 कला स वबिकफ़ हीत जीत ही उन चचA क कही अनय सथान पर जीकर शि0 नही लान पडत और व उस

कला क और अमिधाक बिवकस करन क द आग स आग परयग माamp लात जीत ही त उस कला क बिवकस अपन आप हीत चला जीत ही

उस परकर स समाजी और वणी) वयवसथा क अनसर जी 0दn बिववही बिकय जीत ही त हीन वला चच उस समाजी क अनदर अपन क

अपन आप ढालात चला जीत हीऔर जी कय) य वयवसय अथाव ससकर उनही मिमालात ही उनही क अनसर व अपन क न लात ही लाबिकन

0रर माही और रप आदिद क लाभा माamp जी समाजी स अलाग बिकस परकर स 0दn समनध बिकय जीत हीत कमाकत क अनत हीन क द

जी रप और 0रर माही क भरामा टाgtटात ही त अलाग समाजी माamp बिकय जीन वला रिरसत टाgtटात ही और अगर उन रिरसतA क अनदर कई सतन ही

गय ही त वही अपन बिपत और मात क अनसर ही अपन क नन 0र करग इस परकर स वही पद हीन वला सतन न त इधार क1 रही

और न ही उधार क1इस परकर क1 सतन क भाटाकव क रसत मिमालात ही और वही दर दर क1 Yकरamp खन क शिलाय माजीgtर ही जीत ही

अथाव उस समादधिजीक बिनयमाA स नफ़रत हीन क करणी वही समाजी स अपन परन बिहीस क चकन क शिलाय आतकवदn जीस नबितयA माamp

जीकर मानय और समाजी क दद) नही समाझन क करणी हीतय जीस जीघानय अपरधा करन 0र कर दत ही अकसर यही त उन परिरवरA माamp

भा मिमालात ही जीही तमिसतरीय आधाबिनकत क चककर माamp अपन क कषिणीक सख क शिलाय अनय माद क1 कमाकत क शि0कर ही जीत ही और

उनस पद हीन वला चच समाजी और परिरवर क तक माamp रखकर घार और परिरवर क ही लागA क शिलाय आफ़त क करणी न जीत

हीअकसर इस परकर क चच खgtन क समनध नही हीन क करणी अपन परिरवर क सदसयA क परबित दय य परमा भाव नही रख पत ही और

उस परकर स सचन चलाgt कर दत ही जीस बिक उनक कमाक बिपत क सचन हीत था

सस ड दन दय ही

मानय क अनदर दय क दन सस ड दन मान जीत हीकही भा गय ही बिक दय धामा) क माgtला ही पप माgtला अकषिभामान दधिजीसक अनदर दय

हीत ही वही रसत चलात क भा सहीर दन जीनत ही और जी सहीर दिदय जीत ही वही भा एक तरही क माहीदन ही हीत ही वही दय चही

मानय क परबित ही य जीनवर अथाव जीव जीनत क शिलाय वही दय ही सस ड दन मान जीत ही भागवन स भा परथा)न क1 जीत ही बिक

दय कर दन भाशिG क हीमा परमातमा दनदय क शिलाय बिकस क खजीन नही पडत बिक हीमा दय बिकसक सथा करन ही रसत माamp य घार

क अनदर दय क दन करन क शिलाय हीजीरA दय क परपत करन वला लाग मिमाला जीयampगऊपर त कर आय ह बिक दय मात चच क सथा

भा करत ही 0रन सभा जीवA क मारन क शिलाय मान जीत ही और अपन चच क वही नही मारत बिलला अपन चच क सथान दलान

क समाय ड ही मालायमा तरक स दतA क च अपन चच क दत ही और सथान दला दत ही माद बिचछgt अपन चचA क अपन 0रर

ही दन कर दत ही मानय अपन चच क पलान पषन स लाकर ड हीन तक उस पर दय क भाव ही रखत ही चच क ऊपर स बिगरन

स लाकर लाखA करणी नत रहीत ही जी चच अपन बिववक क खयला नही रख पत ही और जीखिखमा माamp रहीत ही त परिरवर क सदसय उस

चन क शिलाय हीर समाय खयला रखत ही जी वही चच समाजी क समान आत ही त समाजी वला लाग उस र आदतA स चन क शिलाय

बिनगही रखत हीलाबिकन कभा कभा जीनgtझ कर वही चच गलत करत ही त उस सजी दिदलान क नमा पर पशिलास य घार वलाA क1 भा

सहीयत ला जीत ही दय क रप यतरी करत वG बिकस सथान पर बिनवस करत वG य परिरवर माamp रहीन क उपरनत मिमालात ही समाजी माamp

दय क नमा पर समाजी क वयशिG क नZकर आदिद क मामाला माamp दय करन पर लाग रजीनबित भा करन लागत ही जीस आजीकर जीटाA क

आरणी क मामाला माamp दय क भाव समाझ माamp आ रही ही रजीनबित क अनदर दय क भाव दिदखव क रप माamp भा मिमालात ही जीस वर

माषदभिसजीद क हीटाकर रमा मादधिनदर य रमा मादधिनदर क हीटाकर वर माषदभिसजीद क मामाला माamp अलाग अलाग समादयA क नतओ क1 दय दिदखन क

मातला सफ़ समान ही बिक एक कहीत ही नन नही दampग और दसर कहीत ही नकर रहीampग दय दिदखव और सवथा) क शिलाय भा क1 जीत

हीजीस बिकस वयशिG क पबिहीनन क शिलाय कपड दिदय जीत ही और द माamp जी भा कई समादधिजीक त हीत ही य समादधिजीक वयशिG समान

हीत ही त कही दिदय जीत ही बिक यही कपड त हीमान इस पबिहीनन क शिलाय दिदय ही इस परकर क1 दय दिदखव हीत हीऔर उस दय क

कई माgtलय भा नही हीत ही अगर बिकस क खन खिखला दिदय ही त समान वला क माहीसgtस भा नही ही बिक खिखलान वला खद क आदमा था

य कई परयअगर उसन माहीसgtर कर शिलाय बिक खिखलान क द उस दय क टिढा4ढार पटा जीयग त उसक1 अनतरतमा उस खन क दला

माamp दिदय जीन वला आ0व)द क1 जीगही शरप और दन चलाgt कर दगदरवजी पर मागन वला क सथा अमिधाक दय करन क मातला ही बिक

अपन क लाटा Yनअमिधाकतर लागA न भाख मागन क धानध न शिलाय ही जी उनही कई माटा आसमा दिदखई दत ही त तरही तरही क

करणी नकर दय क पतरी न जीत ही और मान चही लान क द उस 0र क और अनय तरफ़ क पप कमा) माamp खच) करत ही इस

परकर स दिदय जीन वला दन दय क दन त दन वला क शिलाय मान जीत ही लाबिकन दधिजीसन दय क भाव क परपत बिकय था उसक अनदर

चलाक1 क भाव आन स दय और चलाक1 दन मिमालाकर दन दन वला और लान वला क शिलाय अबिहीत क करणी ही न गय जी दन

दिदय गय था उसक द उस दन क परयग कई अपन घार खचu क शिलाय करत ही त Ykक हीलाबिकन क Ykक ही जी वही खद कमान स

असमाथा) हीउस बिकस परकर क1 बिवदया नही आत ही वही 0रर स अपबिहीजी हीवही बिकस भा तरी माamp बिवकस नही कर सकत ही त दय करन

कर क1 त नही ही लाबिकन दय करन क उपरनत अगर कई वयशिG समाथा) हीत हय भा कमान क1 इचछ नही करत ही दिदमाग अथाव

0ररिरक शरमा स चन चहीत ही और उस दय क नमा स कमान क द बिफ़जीgtला खच) करन क1 आदत ही गय ही त वही दय नही मिमालान क

द अनय चलाबिकयA स कमान क1 सचग अकसर दय क नमा स मिमालान वला धान क लाग ड र तरही स खच) करत ही यही सतय बिनयमा

ही बिक कमान और खच) करन माamp जीमान आसमान क अनतर हीत ही कमान त हीर कई जीनत ही लाबिकन खच) करन हीर बिकस क पत नही

हीत ही कमान क अनसर अगर खच) बिकय जीय बिकस परकर क अहीमा माamp आकर अगर खच) बिकय जीत ही त कमान और माहीनत करन

भा कर ही मान जीत ही हीर मानय क बिनयमा हीत ही बिक वही अगर ईTर क1 क प स ससर माamp अवतरिरत हआ ही त वही मानव कलयणी

क1 भावन क अपन मान रखकर दय कर तथा) सथानA माamp बिकय जीन वला तभा समाथा) ही जी उस सथान माamp रहीन वला लाग जी क वला दसरA

क1 दय पर ही बिनभा)र ही उनक शिलाय दन क रप समाझ कर दन बिकय जीय अकसर कर क दन कर मा ही चला जीत ही इस त क

और अचछn तरक स समाझन क शिलाय भारत क परशिसदध धामा रमाTरमा धामा क1 ही त ला लादधिजीयवही धामा क वला आन वला तथा) यबितरीयA

क1 क प पर ही बिनभा)र हीअगर कई तथा) यतरी नही आय त वही क लाग भाgtखA मारन क1 कगर पर आजीयampलाखA लागA क वयवसय आन

वला तथा) यबितरीयA क रहीन खन तथा वही क1 परशिसदध वसतओ क चन हीलाबिकन दधिजीसक अनदर दधिदध क बिवकस ही वही वही पर नही

रहीत ही और अपन अनसर अपन औकत तथा बिवदया क ढात चला जीत हीडकटार कलामा सही भा वही क पद हीन वला माहीपरषA

माamp एक मान जीत हीउनहीन अपन बिवदया क परयग करन सख शिलाय और भारत जीस रषटर क सव|चच पद पर आसन भा ही गय जी बिक

उनक परिरवर वला आजी भा समादर स बिनकलान वला सप 0ख और अनय समान क वयपर करन क द अपन जीबिवक चला रही ही उनक

घार क पस माamp आजी भा झपड नमा न हय माकन उनक परिरवर क1 षदभिसथात क त रही ही इस परकर स दय क रप अपन बिवकस क

शिलाय अगर बिकय जीत ही और अपन अनसर ही बिकस गर क पलान क दिदमाग परयग माamp लाय जीत ही त वही दय सचच दय हीइस

दय क अनदर एक करणी और नत हीबिकस क शि0 क दन करनयही भा एक हत ड दन ही और दय क अनदर ही इसक1 औकत

ही ससर माamp दय क करणी चलान वला एन जी ओ आदिद क रप भा समाझ जी सकत ही जी ससथायamp अपन कमा करन क द लागA क

आग ढान क शिलाय अपन तन मान और धान स आग चलात ही व अपन नमा करत चला जीत ही लाबिकन लाभा माamp आन क द और उन

ससथाओ क1 दZलात अगर धान कमान क भाव मान क अनदर आय त वही दय क भाव स अलाग ही जीत ही उस भाव स अलाग जी परभाव

हीत ही वही अमिधाक धान कमान क1 लालास और उलटा सधा करणी नकर और सखययA क जीड ही रही जीत ही जी भा कमा लाभा क

करणी बिकय जीत ही व सभा कगजीA माamp त बिकय जीत ही लाबिकन धारतला पर क छ भा नही हआ हीत हीक छ ससथायamp इस भाव क और भा

अलाग अलाग तरक स धान कमान क शिलाय परयग मा लात हीजीस बिक एक धानवन क अपन सफ़ द धान क कला धान मा परिरवरतित4त करन ही

त वही पहीला इस परकर क1 ससथाओ क दन माamp माटाn रकमा ददग और द माamp उस ससथा स शिलाय जीन वला दन वपस लालागइस परकर

स जी टाकस आदिद माamp चत हीत ही वही ससथा क शिलाय न रहीत हीइस तरही स सरकर और जीनत क सथा धाख ही मान जी सकत ही

और इस परकर क1 ससथायamp जीही भा चलात ही उनक उददोशय मातरी दय क नमा पर गरख धानध करन ही मान जी सकत हीउनहीन अपन

पलानर नZकर पर रख हीत ही और उन पलानर और धान क लाख जीख तयर करन वला चटाuड एकउनटाampटा क1 दZलात व अपन कमा करत

रहीत ही इस परकर क1 दय स भा चन चबिहीयऔर जी भा कमा करन ही अगर हत ड रप माamp करन ही त अपन दवार ही बिकय जीय

और छटा रप माamp करन ही त भा अपन दवार ही बिकय जीय वही दय क दन सस उKमा मान जी सकत हीअगर शि0णी ससथाओ क

बिवकस करन ही त अपन नमा क कभा उपयग नही करन चबिहीयजीस बिक अकसर लाग अपन दद बिपत मात आदिद क नमा स ससथा

क खड कर दत ही और उस चलाकर नमा कमान क1 कशि00 करत ही यही ससर बिवशिचतरी ही यही एक परक बित क लाग नही हीकभा कई

सहीर लान क नमा पर आकर बिगडबिगडयग और सहीर मिमालान क द वही खद क 0र क1 भाबित नकर शिलाय गय दन क रद करन क

अलाव उस ससथा क भा गला दग दधिजीस भाव माamp बिकस क सवथा) आकर टाकर जीय उस भाव माamp बिकय जीन वला दन य दय कर ही

मान जी सकत ही जीस बिकस न अपन गनतवय क शिलाय रसत पgtछऔर तन क दला मा अगर कई धान क दत ही त वही दय य दन

क रप नही हीत ही दन क रप माamp बिकस क गनतबय क तय जीन वला रसत भा दन क ही रप ही जीत ही अकसर रजीन बिकस

क बिकस न बिकस परकर क1 समासय मिमाला जीत ही और वही समासय स सलाझन क रसत बिकस स पgtछत हीऔर तन वला उस सही

रसत त दत ही त वही समासय स छ टाकर परपत कर लात हीयही भा तय गय उपय और तय जीन वला वयशिG क शिलाय दन क ही

रप मान जीत ही आजी क यग मा अगर इस त क सधा सनत क शिलाय दख जीत ही त जी सनत दकषिणी क लाकर और अपन शि0य

नकर अगर जञोन क दन दत ही त वही दय क1 शरणी माamp नही आत ही वही एक माही और अपन क उचच दिदखन क अहीमा माamp 0मिमाला ही

जीत ही दिदय गय रसत और दिदय गय जञोन अगर दिदय जीन वला वयशिG क1 जीनपबिहीचन क1 समा माamp आजीत ही त भा दय और दन

क1 शरणी माamp नही आ सकत ही जीस एक पतरी अपन बिपत स क छ जीनन चहीत ही त बिपत क दवार तय गय उKर दय य दन क1 शरणी

माamp नही आयगयही अपनतव क1 भावन माamp आकर और माही क दवार जञोन क दिदय मान जीयग लाबिकन वही चच अगर रसत चलात बिकस

वयशिG स पgtछत ही और वही वयशिG उच चच क नही जीनत ही त वही दिदय गय जञोन और दय क भाव दन क1 शरणी माamp 0मिमाला ही

जीयग बिकस सडक पर जीन क शिलाय अगर द रसतA क च माamp एक सइन ड) क लाग दिदय गय ही और उस पर सही रसत पर जीन क

कथान शिलाख ही त वही ड) दधिजीसन लागवय ही उसक शिलाय दन क सधान मान जीयगलाबिकन अगर उस ड) क इस परकर क लागवय

गय ही बिक उसक अनदर पस डलाकर रसत क जञोन शिलाय जीय त वही कमान क सधान मान जीयग अकसर कई ससथायamp अपन अपन

अनसर लागA क1 शिचबिकतस क शिलाय अपन अपन अनसर क मप लागत ही वही पर सधारणी जीनत क शिलाय चविक4ग और दवइयA क बिवतरणी

बिन0लक बिकय जीत हीलाबिकन अगर उस ससथान अपन नमा क परचर जीर 0र स बिकय ही और अपन नमा क सथा डकटारA क नमा और

बिवतरिरत क1 जीन वला दवइयA क लाख जीख सक सनय ही त वही बिकय जीन वला सव क भाव नमा और अपन अहीमा परकटा करन

क तरक मान जीयगइस परबितसपधा) क रप भा दिदय जी सकत ही बिक अमाक ससथा न इतन धान इस शिचबिकतस क शिलाय खच) बिकय था

जी उस ससथा न इतन धान खच) बिकय ही यही त अकसर बिकय जीन वला भाडर क शिलाय भा मान जी सकत हीबिक अमाक आदमा न

अमाक सथान माamp इतन लागA क भाजीन करवययही त उस आदमा क शिलाय दन माamp नही सतिलक अहीमा क1 शरampणी मा 0मिमाला ही जीयगलाबिकन

वही आदमा अगर अपन क दिदखव स दर रखन क द भाजीन करवत ही त वही दन और दय क1 शरणी मा बिगन जीयग

दय धामा) क माgtला ही पला माgtला अकषिभामान

जीव जीनत और जीनवरA क अलाव मानय क शिलाय जी उKमा दन क1 और दय क करणी ही व द परकर क मान जीत हीएक सव|Kमा और

दसर अधामा अगर ससर माamp भाजीन और पन नही ही त ससर क दिटाक पन असमभव ही भाजीन और पन क मिमालान स कई भा जीव

जीनत और मानय बिवकटा स बिवकटा परिरषदभिसथाबित माamp दधिजीनद रही सकत ही इन दन क नही मिमालान स बिकतन ही धान दZलात और माय ही कई

नही दिटाक सकत ही दय क शिलाय सतरी और जीवA क सथा गय दय क1 हीमा0 पतरी ही इन करकA क रधवयन माamp रखकर बिकय जीन वला दन

और दय ड ही कमा क1 हीत ही भाजीन और पन क सधानA क दन बिकस भा ससथा क दवार बिकय जीत ही त वही दन सव)शरषठा शरणी

क मान जीत ही सतरी और गय क ऊपर क1 जीन वला दय हीमा0 पणय क दन वला हीत ही सतरी और गय क ही कयA दय क शिलाय

मान जीत ही त बिवदवाजीनA क समाझन चबिहीय बिक सतरी बिकतन ही बिनरक 0 ही उसक अनदर हीमा0 मामात क1 भावन रहीगसमाजी बिकतन

ही उसक सथा अनचर कर वही अपन भावकत क ला पर दधिजीनद रहीन क1 मात रखत हीजी भा कमा आत ही त क वला सनतन पलान

पषणी और अपन सवजीनA क1 र क शिलाय मान जीत ही एक डयन भा अपन चच क सभाला कर रखत ही इस कहीवत क अथा) तभा

मान जी सकत ही जी डयन क सथा भा मामातव क वयवहीर नकर रख जीय गय क दय क1 शरणी माamp परन समाय स क वला इसशिलाय ही

मान जी सकत ही बिक उस क छ भा खन क द लाबिकन वही दग दधा हीवही कभा अपन चच क पस बिकस अनहीन क त तक नही आन

दग जी तक उसक1 जीन रहीगदधिजीस जीव क अनदर इतन अपन चच क परबित दय ही और वही अपन दय क करणी अपन 0रर क भा

समापत करन क1 इचछ क रखउसक सथा Egt रत करन पgtर तरही स अमानषत क1 शरणी माamp आजीत ही सतरी क भागय समाझ कर और

उसक सथा भागA क सख लाकर माथान और पच माकर क परयग करन क द बिकतन ही उस परतकषिणीत बिकय जीयग वही हीमा0 अपन पबित

और परिरवर क शिलाय समारतिप4त रहीग समादधिजीक नधन हीA य 0रर क नधन वही अपन भावनतमाक आव0 माamp सभा क समापत कर सकत

ही लाबिकन इस कलायग क इन दन क सथा ही सस ड अनचर ही रही ही हीत मा आय भाgtकमप स ससर क अनदजी लाग लान चबिहीय

बिक इस द0 क माख वयपरिरक समनध अमारिरक स ही और यही पर ससर क सस अमिधाक एड क मारजी हीयही क बिनवशिसयA क माखय

खन गय क मास हीऔर यही रिरसत नमा क1 चजी समाझ माamp नही आत हीयही तक बिक भाई बिहीन क रिरसत भा अजी ही हीत हीमाथान

0र और मारकटा क करणी यही द0 गर द0A क1 शरणी माamp आत हीअकसमात भाgtकमप आय और एक लाख स अमिधाक वयशिGयA न एक

णी माamp ही अपन जीन गव दnयही तक बिक रषटरपबित क माहीला भा पत नही लाग बिक वही कही गय गय और सतरी क सस अमिधाक

परतणीन इस द0 माamp मिमालात ही यही तक बिक इस द0 माamp भाgtकमप आन क द लागA क1 जीन क1 र त करन दर यही पर सहीयत क शिलाय

जीन वला लागA क भा लाgtटा जीन लागजीस ही भाgtकमप आय दन क1 रशि0 इकटठो करन क शिलाय करडA ससथायamp एक दमा अपन अपन

अनसर समान आन लागयही क वला बिकय जीन वला पपA क करणी ही

गरहीA क 120 गणी

लागन अगर-

माष ही त आदमा क चच ही

वष ही त धान क1 मा0न ही

मिमाथान ही त टालाफ़न ही

कक) ही त भावन क1 पबिडय ही

सिस4ही ही त अहीमा भार हआ ही

कनय ही त कजी) दशमान मार स मिघार ही

तला ही त हीर त माamp फ़यद सचन वला ही

वकषिeक ही त भाgtत क सरदर ही

धान ही त प दद क1 त करन वला ही

माकर ही त चZस घाटा कमा ही कमा ही

क मभ ही त जीलदn रिरसत न सकत ही

मान ही त हीमा0 माZन रहीन वला ही

लागन स सgtय) अगर-

पहीला भाव मा ही त अहीमा भार ही

दसर भाव मा ही त चमाक क आग क छ दिदखई ही नही दत

तसर भाव मा ही त नतगर पहीला ही

चZथा भाव मा ही त रजीनबित वला सच ही

पचमा भाव मा ही त परिरवर मा ही रजीनबित करन वला ही

छY भाव मा ही त प क नZकर समाझत ही

सतव भाव मा ही जीवन सथा क गलामा ही

आYव भाव मा ही त चर दिदला क मारजी ही

नव भाव मा ही त धामा) स भा कमान वला ही

दसव भाव मा ही त सभा कमा नतगर स बिकय जीत ही

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 5: केतु

आन लागत ही और ही भागवन य ही रमा आदिद वकय ही माही स बिनकलात हीकषटA माamp ही वयशिG जयबितष और धामा) क1 तरफ़ भागत हीसख

भागन वलाA क शिलाय त धामा) और जयबितष आदिद क वला माखZला ही मान जीत हीव इस मानरजीन क सधान समाझत ही क नत न कही था बिक

ही क 0व मार सखA स माझ दर कर दमाझ ससरिरक सख नही चबिहीयमाझ त क वला वही करणी चबिहीय बिक परबितपला हीमा क 0व क ही रधवयन

आय क त जी बितरीक भावA माamp हीत ही त समाझन चबिहीय बिक भागवन न धारत पर सख भागन क शिलाय नही लागA क1 कजी) दशमान मार

अपमान माZत जीनजीखिखमा पप कमा) आदिद स चन क शिलाय इस धारत पर भाजी हीजीस छY भाव माamp क त जी हीत ही और गरहीA क दवार

0शिG लाकर कमा करत ही त वही माकन गबिडयA और घारA क ऊपर झड लागव दत हीमातरी माखयमातरी परधान मातरी आदिद क पद दत हीऔर

0रर क य ससर क जी भा दष समान हीत ही उनही 0त करन क1 पgtर कशि00 करत ही क त जी दघा)टान करवत ही त समान दखत हय

भा टाककर हीजीत हीउसक करणी ही बिक दधिजीस आहीत हीन ही वही दखन क द भा अनध ही जीत हीय त उस कषिणीक समाय माamp उस

लागत ही बिक वही हत ही जञोनवन ही य उस लागत ही बिक वही समान वला क सख द रही ही

ततरी माamp क त क हीतथा जीड स जीडकर तय गय हीक त क शिलाय इस तबितरीक वसत क र माamp कही जीत ही बिक 0दn नही ही रही ही त क त

क1 इस हीतथाजीड माamp शिसनदर लागकर और गला क इतरी स कषिभागकर हीमा0 पस माamp रख जीय त जीस ही गचर स 0E क परभाव 0रर पर

आयगयही हीतथाजीड 0दn करवन और मान भावन जीवन सथा क परपत करवन क शिलाय उKमा वयवसथा मान जीत ही लाबिकन बिन

बिकस मातरी और शिसनदर य ख0gt क यही बिलाक ला ही कर मान जीत हीखला रखन य बिन बिकस परयजीन क घार माamp रखन स यही घार क1

अनय करक वसतओ आदिद क समापत करन क द खद क समापत कर लात हीइस घार माamp शिसनदर स पgtरिरत करन क द बिकस धात क1

नद बिडब माamp रखन चबिहीयतथा गरहीणी और हीला दnपवला क इस जीगन क शिलाय धाgtप अगरK और दnपक क सथा इसक शिलाय

समतमिनधत मातरीA क जीप करन चबिहीय

चZथा भाव क क त

चZथा भाव स क त क बिवसतर स वणी)न करन क शिलाय भावन यही ही बिक वयशिG क जीनमा चZथा भाव स ही 0र हीत हीमात क गभा) और

मात क1 गद चZथा भाव स ही जीन जीत ही चZथा भाव क क त क शिलाय सस पहीला कलापरष क1 क डला क अनसर चनदरमा क असर

मान जीत हीदसर यही दधिजीस रशि0 माamp हीत ही उस रशि0 क परभाव क उस परकर स गरहीणी कर लात ही जीस मादधिनदर माamp लागतर जीलात

अगरकषिKयA क1 ख0gt क मादधिनदर क1 दnवला और अनय वसतयamp जी मादधिनदर माamp रख हीत ही व गरहीणी कर लात ही रशि0 क असर क द क त

क1 दिदरमिषट दधिजीन भावA पर हीत ही उन भावA पर वही कक) रशि0 क परभाव क सथा उपषदभिसथाबित रशि0 क परभाव भा दत हीऔर जी गरही अपन

परभाव बिवकषिभानन भावA स इस पर द रही हीत ही उन परभावA क भा दिदरमिषट दन वला सथानA पर परबिषत करत ही जीस क वयशिG क1 क डला माamp चZथा

भाव माamp माकर रशि0 ही और माकर रशि0 क क त पर कक) रशि0 क रह क असर त जीरर ही हीगजी बिक क त स सपतमा माamp बिवरजीमान

हीगइसक सथा ही जी गरही रह क सथा हीAग जीस मानला रह क सथा चनदरमा और 0E ही त क त क ला दन वला गरही 0E और चनदरमा

क सथा रह भा ला दगचZथा भाव क बितरीकणी यन रहीव भाव मा और अषटमा भाव माamp जी गरही हीAग उन भावA क गरही और रशि0य भा इस

भाव क क त क दampगसथा ही दिदरमिषट दन वला गरही जीस लागन माamp मागला हीग त वही भा माकर रशि0 क क त पर तला रशि0 क मागला क परभाव

दग इस परकर स माकर रशि0 क क त पर सव) परथामा कक) रशि0बिफ़र माकर रशि0उसक द क त स बितरीकणी माamp वष रशि0जी वकषिeक रशि0 क

परभाव स पgtणी) हीगउसक रहीव भाव माamp षदभिसथाबित कनय रशि0 जी मान रशि0 स मिमाकस हीग सपतमा क1 रशि0 जीस कक) और कक) रशि0 क

अनदर माकर क भा परभाव मिमाकस हीग दन क शिलाय अपन असर दग चZथा भाव क क त कय कय फ़ला दत ही आइय आपक आग तत

ही

चZथा भाव क क त क फ़ला

चZथा भाव कलापरष क1 क डला क अनसर कक) रशि0 क परभाव दन वला हीत हीइस भाव माamp परभाव दन वला रशि0य माकर रशि0 दसवamp

भाव स वकषिeक रशि0 अषटमा भाव समान रशि0 रहीवamp भाव स अपन रशि0 वला परभाव दत हीक त नकरतमाक हीत और हीमा0 रह क1

0शिG पर बिनभा)र हीत हीचZथा भाव क क त पर दसवamp भाव क रह क असर जीरर हीत हीदसवamp भाव क रह कय) भाव माamp हीत हीऔर कय)

क दन क शिलाय वही क त क सहीर लात हीचZथा क त क वही अपन कय) क शिलाय सधानA क रप माamp परसतत करत ही लालाबिकत क अनसर

क त क क K भा कही जीत ही और पgtछ वला जीनवरA क शिलाय भा मान जीत हीचZथा भाव क क त उस क K क शिलाय मान जीत ही जी घार

माamp सहीयत दन क शिलाय हीमा0 तयर हीउस कय) भाव क ला आद0 स दन पडत ही और कय) क दन क द क त उतन ही कय) करत

ही दधिजीतन बिक उस आद0 द दिदय जीत हीअगर क त क गर क सहीर बिकस तरही स मिमाला गय हीत ही त वही जञोन क K क रप माamp जीन

जीत हीधा क सहीर मिमाला गय हीत ही त वही तgtन क K और कमानयgtक 0न स सथा दन वला क K न जीत ही और आवजी क सथा

चलान क शिलाय हीमा0 तयर हीन पडत हीरिरसतA माamp इस क त क ससरला माamp जीवई क Kबिहीन क घार भाई क Kऔर मामा क घार भानजी

क K क रप माamp भा मान जीत हीलाबिकन सला क शिलाय जीजी क K भा न जीत हीभाभा क शिलाय दवर भा क K न जीत अगर अलाग

अलाग गरहीA स इस क त क खन बिकय जीयकय क अनदर अगर रह सgtय) स 0शिGमान ही त यही एक सरकर क K भा न जीत ही रह

पर अगर आग य पछ स धा क असर ही त यही डक टान वला डकघार क पसतमान रप क K न जीत हीजी दरवजी पर जीकर

शिचदिटठोय टा करत हीइसक अलाव अगर 0बिन न इसक सथा ला शिलाय ही त यही माकन क नन वला और ईटाA क शिचनन वला मिमासतरी

नमाक क K भा न जीत ही आबिफ़स माamp चपरस य क यरटाकर क1 नZकर करन वला क K भा चZथा भाव क क K क रप माamp मान जीत

हीपन क नला भा क त क रप माamp ही हरदय क1 मारिरयA माamp सहीयक डकटार भा क त क रप माamp ही घार क अनदर बिछ 0नदर पलाग भा क त

क रप माamp अपन परभाव समान हीकर दत हीमागला स क टरोला हीन पर यही हीव दन वला पख भा न जीत हीघार माamp दख जीन वला टाnव

भा न जीत ही और कमपयgtटार नकर घार हीर क1 जीनत स मिमालान और समाचरA क आदन परदन करन वला भा न जीत ही घार क

ऊपर माamp दिदखन वला ऊ चई भा क त क1 करमात हीत हीउKर दिद0 माamp लाग कई खमभ य माइला क टावर भा क त क भान करवत

हीउKर दिद0 माamp न मादिदर य बिगरजीघार क1 चटाn क भा क त क रप माamp मान जीत हीबिकस बिन पK क पड क भा इस क त क1 शरणी माamp

मान शिलाय जीत ही क त क रप पन क1 रशि0 माamp हीन क करणी इस क त क पन माamp खड हआ खमभ भा मान शिलाय जीत हीऔर पन क

बिकनर न एक घार जी कही भा लाजीकर शिसफ़टा कर दिदय जीय वही भा क त क1 शरणी माamp आजीत ही चZथा भाव क क त वला जीतक क मान

माamp हीमा0 दग) क1 भाशिG बिवरजीमान रहीत हीकरणी क त चZथा भाव माamp रहीकर मामातव क रप गरहीणी कर लात हीऔर जी भा भावनयamp धामा) और

बिवTस क परबित नत ही व सभा मा दग) क परबित मान जीत ही जीतक क दग) क भाजीन गन और सनन क शिलाय भा मान जीत ही अकसर

चZथा भाव क क त वला वयशिG क पस अगर वही 0बिन य चनदर 0E और धा क1 रशि0यA माamp नही ही त ह क सख और अगर वही सgtय) मागला

गर क1 रशि0यA माamp ही त दमाद क सख अचछ मिमालात ही क त अपन 0शिG क ड ही ईमानदर स रह और उसक तसर भाव पचमा भाव

और नवमा भाव क गरहीA स गरहीणी करत ही और उसक परभाव स वही जीवन माamp तरकक1 क रसतA पर चलात चला जीत ही अगर क त क शिलाय

यही आवशयक ही बिक बिकस परकर स गलात रशि0 य गलात गरही क असर न मिमालाकभा कभा गचर क गरही क त क अपन स माamp कर लात ही

और क त खद क कटान क शिलाय अपन परभाव दन लागत हीकमाजीर रशि0 क 0बिन अगर कमाजीर हीकर जीतक क क त पर असर दत ही त

जीतक क वला अद)ला क रप माamp कमा करत ही लाबिकन 0बिन अगर ऊ च रशि0 माamp और बिकस जञोन वधा)क गरही क सथा मिमालाकर अपन असर दत

ही त जीतक क अनदर कनgtन तA क समाझन और माय)द माamp रही कर चलान क1 औकत क द दत ही

क त क1 यबित अनय गरहीA स हीन पर मिमालान वला फ़ला

चZथा क त कक) रशि0 माamp हीत ही और परभाव भा मानशिसक दत हीअगर चZथा भाव माamp कई अनय रशि0 ही त मिमालान वला फ़लाA माamp उस रशि0 क

परभाव भा 0मिमाला ही जीयगजीस कक) रशि0 माamp हीन स घार मात पन पन वला सधान जीनकर लाग वहीन और आन जीन गत शिलाखन

भावनय परदरथि04त करन आदिद हीत हीलाबिकन अगर कई अनय रशि0 जीस बिक माकर रशि0 चZथा भाव माamp ही त क त क फ़ला माकर रशि0 स

समतमिनधत ही जीयगघार माamp भा रहीन ही और कमा पर भा जीन हीयन घार क कमाA क सथा सथा आबिफ़स य कय) सथान क भा कमा करन

हीघार क1 गड माamp भा घाgtमान ही और आबिफ़स क1 गड क भा यgtजी करन हीअथाव गड माamp क वला घार आन और आबिफ़स जीन क शिलाय परयग

करन हीघार माamp मात क1 तमारदर भा करन ही और कय) करन क सथान माamp मात जीस सतरी क1 भा आजञो क पलान करन हीघार क अनदर

क1 तamp आबिफ़स माamp ला जीन ही और आबिफ़स क1 तamp घार क अनदर भा लान हीघार माamp रहीकर भावनतमाक गत शिलाखन ही त आबिफ़स माamp

जीकर कय) वला रप शिलाखन हीघार क पलाग पर सत समाय खयलाA माamp जीन ही त आबिफ़स माamp कय) करत समाय बिलाक ला ही सजीग रहीन

हीघार क अनदर पन वला सधानA क नदसत करन ही त आबिफ़स क अनदर जीकर जीनरला पषदभिबलाक क सभालान क कमा करन हीघार क

अनदर नZकर य बिकस रिरसतदर स कमा करवन हीय रिरसतदर क यही उसक1 हक मा उदला करन ही त आबिफ़स माamp जीकर माखय

कय)मिधाकर क1 हक मा उदला करन हीइस परकर क अनय कय क करन ही इसक सथा ही जी चZथा भाव क1 रशि0 क यगतमाक रप

इस रशि0 क बितरीकणी क1 रशि0यA स जीस चZथा भाव क1 पचमा क1 रशि0 वकषिeक रशि0 हीत हीइस रशि0 क सवभाव जीखिखमा लान हीत हीइस

रशि0 क समान अचछ अचछ क1 लात द ही जीत हीइस रशि0 वलाA क डर नही लागत हीव एक र कला स भा क शत लाड सकत हीइस

रशि0 क सवभाव खद क समभलान क भा हीत हीयही अपन क तयर करक रखन वला रशि0 हीत हीयही अपन लागA क शिलाय अपन 0रर

क तयग भा कर दत हीइस रशि0 क उददोशय लाडई करन क हीत हीजी इस रशि0 क1 हीर हीन हीत ही त यही हीर नमा क झ क लाकर

नही रहीत हीखद क अपन ही परयस स समापत कर लात हीयही रशि0 गgtढा हीत हीयही उन करणीA पर बिवTस करत ही जी सधारणी आदमा

क1 पहच स हत दर हीत हीआदिद करणी इस रशि0 क मान जीत हीइस रशि0 माamp जीस बिक मान पहीला क त क माकर रशि0 माamp हीन क वणी)न

बिकय ही क अनसर 0E क1 वष रशि0 सथाबिपत हीत हीदन रशि0यA क परभावA क मिमालान स जीस वष रशि0 क समनध धान स हीत हीत

धान क खच) करन माamp वयशिG क अनदर डर नही हीगवयशिG क सहीशिसक कमाA क शिलाय धान खच) करन स कई बिहीचक नही हीगधान क वही

गgtढा कय क शिलाय आरमा स खच) करगइसक द जी भा कमा जीखिखमा क हीत ही उनस वही धान क कमान क1 बिहीममात रखगपर0शिGयA

क दवार य अपन परयस स पर0शिGयA क1 सधान स वही अपन धान क ढान क कमा करगयही रशि0 खन पन क सधान क1 तरफ़ भा

अपन इ0र करत हीजीतक क अनदर आमिमाष खन क शिलाय य 0मा0न भाजीन क शिलाय भा कई बिहीचक नही हीगलाबिकन मागला अगर

कही भा ऊ च सथान माamp अपन सथान नकर बिवरजीमान ही त वही इन खनA स दर रखन माamp मादद करगआदिद त जीन जीत हीइसक सथा

चZथा भाव स नवamp भाव माamp मान रशि0 क हीन पय जीत हीइस मान रशि0 माamp जी भा रशि0 हीत ही वही अपन परभाव भा मान रशि0 क अनदर

सतमिममाशिलात कर लात हीमान रशि0 मा क1 रशि0 ही और कनय रशि0 सव क1 रशि0 हीमान रशि0 जीतक क बिवद0 माamp बिनवस क1 रशि0 ही त

कनय रशि0 बिवद0 माamp सव करन क शिलाय अपन ला दगमान रशि0 0बित परदन करन क1 रशि0 ही त कनय रशि0 कजी) दशमान मार दकर

अ0नतिनत दन वला रशि0 ही इस रशि0 क सवभाव स क मा और धान वला सधानA क बिवद0 स समनध भा न जीत ही रशि0यA क अलाव

क त क समनध गरहीA स हीन पर भा अपन अपन फ़ला मिमालात हीजीस सgtय) स समनध हीन पर यही 0र क K क1 लाडई क मानयत दत

हीजीवन इस परकर क वयशिG स समनध न जीत ही जी इस क त क ऊपर हीमा0 गर)न क ही कय) करत ही और जीतक क भाग बिलला

नकर रहीन पडत हीअगर धा अपन परभाव दत ही त क त क सथा धा हीन स यही अगरजी क अचछ जीनकर हीत ही और लान माamp

अनय भाषओ क भा परयग करन लागत हीक त स पचमा माamp धा हीन स वही अपन जीन क खर रखन वला हीत ही और उस तरही स

त करत ही जीस बिक बिचछgt अपन डक मार रही हीधा अगर क त स नव हीत ही त बिहीन आ य टाn क पबित सहीयक न जीत

हीमा0त क वG सहीयत करन वला और जीवन तथा धान क रक नकर सहीयत करन वला हीत ही यही क त दभाबिषय क कमा भा

करत हीजीवन माamp आन वला मा0तA क वG अपन जीन स बिकय जीन वला कय क यही भागतन परपत करत हीजयबितष य गgtढा

बिवषयA माamp यही अपन जीनकर अचछn रखत हीनटावरकिक4ग और कमपयgtटार क अचछ जञोन हीत ही0बिन क हीन स घार माamp वकलात क कय)

करत ही य कमाजीर हीन पर दजीt क कय) करत हीकमपबिनयA क जीडन क नय गरहीक नन क और माकन क बिनमा)णी करन क

सहीयक न जीत ही0बिन क अषटमा माamp हीन स कय) करन वला आदमिमायA क बिवद0 भाजीन क शिलाय दलाला करन वला जीमान जीयदद य

0बिन वला करकA क खरदन चन क कय) करन वला मान जीत हीदवई क1 कमपबिनयA माamp कय) करन वला और असपतला क अनदर

कमपउडर क कय) करन वला न जीत ही0मा0न माamp कबरा खदन वला न जीत हीअथाव गदn सत माamp पड रहीन वला वयशिG न

जीत ही इस परकर स अनय गरहीA क सथा इस क त क अपन अपन समाजीसय नत ही

इस शिचतरी मा दख इस लाडक1 क1 लागन क क त छY भाव क मागला द स पबिडत कर रही ही मिमाथान लागन क1 यही लाडक1 हत तgtनही कलापरष स माष रशि0 लागन क1 मानयत क दत ही 0रर क अगA माamp यही शिसर क1 करक हीत ही क त क मिमाथान रशि0 माamp आत ही नच

क क त क1 मानयत ही जीत ही और रह अपन धान रशि0 क सपतमा माamp चला जीत ही रह भा नच क परभाव दत ही इस क सथा मागला क1 वकषिeक रशि0 क डला क छY भाव माamp बिवरजीमान ही जीत ही और जी इस रशि0 माamp मागला भा अपन परभातव जीमा लात ही त यही रशि0 पgtर तरही स खतरनक ही जीत ही मागला स अगला रशि0 माamp रह बिवरजीमान हीत ही और वही नच क हीन क करणी अपन नचत स जी नही आत ही मागला क द रप एक नक और एक द यही परिरभाष लालाबिकत क अनसर तई जीत ही द मागला क दवत भाgtत

परत बिप0च आदिद तय गय ही और नक मागला क दवत हीनमान जी और उKमा दव तय जीत ही लाबिकन रदर0शिG क अनसर वरकषिeक रशि0 क रदर शि0वजी क रप माamp भा मान जीत ही गयरहीव रदर हीनमानजी क तय गय ही शि0व अघार रप माamp वकषिeक रशि0 क मान जीत ही और जी वयशिG इस लाडक1 क शिलाय तबितरीक परयग करन वला ही वही इसक सपतमा भाव क परयग करन क द इस लाडक1 पर अपन परयस क परबिषत करग एक र इस लाडक1 क दरवजी पर एक नग माला क चला वयशिG दधिजीसक अनदर दgt आ रही था क छ खन क शिलाय मागन क शिलाय आय इस लाडक1 न उस घार क अनदर न हय दला और रटाn खन क शिलाय दन चही उसन इस लाडक1 स मास पककर खिखलान क शिलाय कही इस त पर इस गसस आय और आसपस स द चर लागA क लाकर उस वयशिG दरवजी स

भाग दिदय वही वयशिG जीत जीत लाकर गय बिक एक तझ भा नग नही घामा दिदय त दखन एक माबिहीन क द यही लाडक1 अपन ला नचन लाग और भाददोn भाददोn गशिलाय दन लाग आसपस क लागA न इस मानशिचबिकतसक क दिदखय उस पगला खन माamp भातt कर दिदय गय लाबिकन एक सला तक कई इस लाडक1 पर दवइयA और इलाजी क फ़क) नही आय इसक परिरजीन इसक1 जीनमा पतरी और

बिववरणी लाकर मार पस आय मान जीनमा पतरी माamp दख त उपरG गरही षदभिसथाबित समान आय उपय क शिलाय लाडक1 क उन तबितरीक धाओ स माशिG क शिलाय क वला क त क सला नकर ही उस सधार जी सकत था क त क1 सलात क शिलाय दग) उपसन और सपत0त क

हीवनतमाक रप भा करन जीरर था लाबिकन जी उपय सस अमिधाक करगर सबित ही सकत था वही कला क बिवपरत परतयबिगर सततरी नवरतरीA माamp मान उस लाडक1 क उसक पबित और भाई क सथा लावय और बिवमिधा बिवधान स कला क माहीबिवपरत परबितयबिगर

सततरी क पY बिकय और अकषिभामाबितरीत जीला क उस बिपलान लाग दिदन दिदन उस लाडक1 क अनदर दलाव आन 0र ही गय कभा कभा वही एकदमा नव)स ही जीत और हत जीर स हीसन लागत कभा अचनक रन लागत कभा अचनक गशिलाय और तडफ़ड पर उतर ही जीत लाबिकन मान अपन बिहीममात नही हीर अषटमा क दिदन बितरीमाधाgt स परतयबिगर क हीवन बिकय और पY ( एक परकर क फ़ला जी पY

नमाक1 मिमाYई क शिलाय परयग बिकय जीत ही) क1 शिला मा कला क परदन क1 परसद लाडक1 क खिखलाय वही हत अचछn तरही स तamp करन लाग और ऐस लागन लाग जीस उस क छ भा मार नही ही

इस लाडक1 क पgtर शिचतरीA सबिहीत बिववरणी आप इस सलाइड 0 क मारधवयमा स दख सकत ही-

क त क दसर नमा सहीर दन वला सधानA क रप माamp जीन जीत ही बिन सहीर क चच भा जीनमा क द खड नही ही सकत हीऔर

जीवन उसक हीथा पर 0रर क बिवकषिभानन अग सहीर क रप माamp कमा करत ही क त क1 समा उस परकर स अननत ही जीस बिक रह क1

समाअनय बिकस गरही क1 समा क आरमा स वरणिणी4त बिकय जी सकत ही लाबिकन रह क त क1 समा क वणी)न नही बिकय जी सकत ही यही

दन ही छय गरही ही और दन परकर क1 0शिGयA क रप माamp कमा करत हीद परकर क1 0शिGयA माamp क त नकरतमाक ही लाबिकन दिदखई दत

हीरह सकरतमाक ही लाबिकन दिदखई नही दत ही इस शिचतरी माamp आप दख रही ही बिक पन क अनदर स द कमाला नला बिनकला ही और दन पर

बराहम और बिवणी बिवरजीमान हीयही दन सकरतमाक रप क रप माamp जीन जीत ही बराहम क कमा बिनमा)णी करन ही और बिवणी क कमा बराहम

क दवार बिनरमिमा4त समिषट क पलान करन हीलाबिकन आप दख रही हीAग बिक भागवन शि0व 0र पर लाटा हीऔर उनक1 नकषिभा स जी कमाला नला

बिनकला हीऔर ड स कमाला क फ़gt ला हीउस फ़gt ला पर पचमाख तथा दसभाजीओ क धारणी करन वला 0शिG कमाखय दव बिवरजीमान

हीयही 0शिG बिकस भा जीव क1 सकरतमाक परवकषिK क अव0बिषत करन क द एक नय बिनमा)णी क बिवकस करन क शिलाय जीन जीत ही

सहीर क ही दसर नमा नय बिनमा)णी हीयही स आप गत माamp पढा सकत हीबिक आतमा परन 0रर क तयग कर नय 0रर क धारणी उस

परकर स करत ही जीस एक मानय परन वसतरी क तयग कर नय वसतरी क धारणी करत ही मात कमाखय क लागन क क त क रप माamp

मानयत दn जीत हीजीस गर और मागला क सथा अगर रहीवamp भाव माamp ही त मा तर क रप मिमालात ही उस परकर स लागन क क त क शिलाय

मात कमाखय क जीन जीत ही ससर क कई भा जीव बिन उस परकर क जीव क अपन नय दही क नही धारणी कर सकत हीएक

ही परकर क जीव क अनदर दन परकर क जीव एक सकरतमाक और नकरतमाक क भा हीन जीरर ही जीस परष सकरतमाक ही और

सतरी नकरतमाक ही सतरी क कमा एक तरफ़ परष क1 सकरतमाकत क ढान क ही और दसर तरफ़ माथान क दवार उस सकरतमाकत क

अपन गभा) माamp सथाबिपत करन क द नय जीव क बिनमा)णी करन क ही मातला एक तरफ़ त वही अपन पबित क बिवकषिभानन परकर क भाजीन फ़ला

और अनय सरधवय सधानA क दवार पबिषत करत ही त दसर तरफ़ अपन माथान क दZरन उस वय) नमाक पक हय पबिषत रस क गरहीणी कर

लात ही जी 0रर मात क दवार पद बिकय जीत ही वही नय रप माamp हीत ही मात उस 0रर क पलान पषन माamp कई कतही नही करतत

सतरी रप माamp उस पला हय 0रर क अव0षणी करन क द नय 0शिG क पद करन स मान जीत ही यही Eमा लागतर चलात रहीत ही

0रर क1 बिनमा)णी परबिEय क पgtर करन क शिलाय नकरतमाक और सकरतमाक दन रपA क हीन अबित आवशयक हीत हीचही वही 0रर

मानय रप माamp ही य जीनवर य क1टा पतग प व बिकस भा रप माamp हीनकरतमाक और सकरतमाक रप हीन अबित आवशयक ही यबिन

रप माamp मात कमाखय और सिला4ग रप माamp भागवन शि0व क पgtजी जीत हीयही दन रप ही ससर क1 उतपकषिK और बिवन0 क करक मान

जीत ही लागन क क त क शिलाय अकसर लागA क अनदर भरानतिनत रहीत हीबिक यही क त क वला सहीयक क रप माamp ही पद हआ ही और जीवन माamp

तरकक1 नही कर सकत ही लाबिकन यही सच कतई गलात हीससर क हीर जीव जीनत व आदिद सभा क शिलाय बिकस न बिकस परकर क1

सहीयत क शिलाय ही पद हय ही परक बित क सतलान क शिलाय जीही सकरतमाकत अमिधाक पद ही जीत ही वही परक बित पहीला स ही

नकरतमाकत क पद करन क शिलाय नकरतमाकत क तयर रखत ही जीस एक वन माamp अगर सZ बिहीरणी उसन पद क वला इसशिलाय बिकय ही

बिक व घास पत और वA क खकर उनक1 सखय क परक बित क अनपत क बिहीस स सयत रखampत व बिहीरणी जी सZ स अमिधाक नही ही

जीवampइसशिलाय दस 0र य बिहीरणीA क मारन वला जीव भा पद कर दिदय ही जी जीव हत ही स0G ही उनक शिलाय दधिदधजीव जीव पद कर

दिदय ही जीस बिक मानय मानय क सतलान क शिलाय भा परक बित अपन अपन समाय पर कई न कई बिवन0 लाला उस क1 गषदभिलतयA स परसतत

कर दत ही इसक अलाव भा मानय मानय क ही मारन और अमिधाक सखय माamp नही हीन क परबित उसक अनदर परक बित एक परकर क

दभा)वन रप जी दत हीजीस भाई भाई त आरमा स रही सकत ही लाबिकन उनक1 पतमितनय आपस माamp र भाव और दभा)वन स एक दसर

क सथा सथा नही रहीन दतअथाव उन दन क अनदर उन आवशयकतओ क पद कर दत ही बिक व हीर कर अलाग अलाग ही जीत ही

कई बिकस क धामा) स मार दत ही कई बिकस क समाजी स मार दत ही कई द0 क नमा स कई जीबित क नमा स कई रजीनबित क नमा स

यही परतय रप स मारक रप नही हीकर अपरतय रप स मारक 0शिGय सव) 0शिGमान मानय क अनदर भा परक बित न दn ही सहीयक क

रप माamp लागन क क त पच परकर स नकरतमाकत भारत हीऔर उस अनपत माamp लागन स सपतमा क रह खला जीगही क भारन क कमा

करत हीऔर सकरतमाक ला दत ही जीस लागन क क त तसर नजीर स तसर भाव क दखत ही और जीतक क अनदर अपन शिलाखन क1

कला क य शिचतरीकर क1 कला क दत ही कलामा और पपर दत ही कमपयgtटार दत ही क1 ड) क दत ही त सपतमा क रह शिचतरीकर क

करन क शिलाय दिदमाग क पद करत ही कमपयgtटार क अनदर सफ़टावयर क रप माamp दिदमाग क दत हीतसर भाव अपन क परदरथि04त करन क

भा हीउसक शिलाय लागन क क त अपन छटा भाई बिहीनA क अनदर नकरतमाकत क भारत ही त सपतमा क रह उन छटा भाई बिहीन क

अनदर उनस पचमा सथान माamp Y कर अचनक बिवदया वला यग पद कर दत ही और व अचछn बिवदया क परपत करन क द दिदमागदर न

जीत ही लागन क क त घार स हीर रहीन क ला दत ही त सपतमा क रह हीर रहीन क शिलाय वही क रबित रिरवजी और खनपन तथा

अलाव समनधA क परबित अपन ला दत हीदधिजीसस वयशिG क हीर रहीन क शिलाय कई पर0न नही ही सक लागन क क त अपन पचमा

दिदरमिषटस सनतन भाव क दखत ही और उस खला रखन क1 कशि00 करत हीलाबिकन सपतमा क रह अपन गयरहीवamp सथान क एक ऐस

सकरतमाक पतरी द दत ही जी अनय सZ माamp अपन नमा कमाकर चलान वला ही और पgtर परिरवर क अलाव अनय लागA क शिलाय भा अपन ला

दन क शिलाय मान जीय लागन क क त धान स परEमा स घार स और शि0 स दर करन क1 कशि00 करत ही और जीवन सथा क भा

वचला य झgtY लान क1 आदत दत ही0दn क द जीतक क समादधिजीक जीवन असतवयसत ही जीत हीबिकतन ही माहीनत क1 जीव वही

कर स सबित हीत हीअचनक बिकस न बिकस मामाला माamp खच) हीन जीरर पय जीत ही जीतक क जीवन सथा क1 उगशिलाओ पर

नचन जीरर पडत हीकरणी अकसमात बिनणी)य लान क1 आदत स वही बिकस लायक नही रहीत ही दधिजीतन ला जीवन सथा क दवार द दिदय

जीत हीयन दधिजीतन च भार दn जीत ही उतन ही चलान क शिलाय रजी हीन पडत ही

लागन क क त और अनय गरहीA स समनध

क त क दवार नई गई खला जीगही क मानय आजीवन उस भारन क शिलाय परयतन0ला रहीत हीक त क हीला गगर माamp सगर क पद करन

जीस हीत हीदधिजीतन यही असरकर हीत ही उतन ही मानय परयतन 0ला रहीन क शिलाय माजीgtर हीत ही मान पहीला भा कही ही बिक ससर क1

हीर वसत और जीव क अनदर रह क त क समाव0 हीजीस लाकड क1 सर क ही ला लादधिजीयसर क त ही और उस जीन वला और

उसक छद रह हीकपड क1 टान क त हीयही गचर स दधिजीस भाव माamp आत ही उस भाव क1 करक वसतओ माamp रकवटा पद कर दत हीक त

क कमा मा क परदन करन हीत हीकय) स क त क कई मातला त तक नही हीत ही जी तक बिक रह अपन आद0 नही द लागन क

क त अगर 0बिन स 0शिसत ही त वही वकलात क गणी पद कर दत ही0बिन क त ही दजीt क1 औकत दत हीलागन क क त मारक टिटा4ग करन

वला वयशिG न जीत ही0बिन स पतथार लाही नZकर परपटा आदिद क कमा करन लागत हीसgtय) स सरकर नZकर नकर कमा करन लागत

ही और सरकर कमाA क अनदर सरकर आद0A क परबिषत करन और सरकर आद0A क ननचनव आदिद लाडकर जीनत क अनदर

बिवजीय नन और बिyenर जीस सरकर अपन कनgtन और करणीA स अपन कय) करवय उनही करन 0E क सथा क त क समाजीसय भा नही

Y पत ही य त जीतक क दिदला अपन क परदरथि04त करन क हीत हीय बिफ़र जीतक क तय गय ढाग स कय) करन हीत हीजीतक

कय) उस परकर स करत ही जीस कई कय) पर परगरमा बिकय गय ही कYपतला इसक माखय उदहीरणी हीउसक अगA क बिहीलान वला

कई औरगन वला कई और भावन क समाझन वला कई और हीत ही इस क सथा अगर गर क त क लालात ही त गर जी समनधA

क करक हीत ही यही क त समनधA क करवन क कय) करत हीजीस बिक 0दn बिववही करवनबिकस परकर स जी पहीला स बिनदuशि0त

कनgtन ही और उनही कनgtनA क अनसर ही वयशिG क सजी दन य सजी स र करन क कमा भा गर क त करत हीहत ही धारमिमा4क हीन स

जीतक क रधवयन समामिधा क1 तरफ़ मान चला जीत ही और वही अपन क पgtणी) रप स भागवन य परक बित क ऊपर छड दत ही जीस परक बित

उसस करवत ही वही करत रहीत ही इकक क घाड क1 तरही भा मान जी सकत हीउस लागमा नमा क रह क अनसर चलान पडत ही

अपन माजीt स कही भा नही जी सकत ही खत माamp न वला जी क1 तरही स मान जी सकत ही जी तक उस य नही जीयग और रह

नमा क1 परक बित क1 0शिG नही दn जीयग वही अपन आप जीमाग नही पgtजी माamp जीय जीन वला 0ख मान जी सकत ही जी तक उस

जीय नही जीयग रह नमाक1 फ़gt क उसक अनदर नही मार जीयग वही आवजी बिनकलाग ही नही

क त क सला य द)ला क त क1 भावन ही करत ही

इस क उदहीरणी हीमा आजी क न टार इनवटा)र स ला सकत हीइसक कमा बिजीला क इकटठो करन क द अपन पस रखन हीत हीजीस

ही बिजीला चला जीत ही वही बिजीला क अपन पस स सपलाई करन 0र कर दत हीकमा य अमिधाक बिजीला क दन क शिलाय टार जी बिक

एक क त क ही रप हीक1 सरजी ढान स वलटाजी ढाय जी सकत हीऔर परलाला लागन स उसक1 0शिG यन वटाजी ढाय जी सकत

हीकई क त एक सथा मिमालाकर कमा माamp लान स 0शिG क परद0)न सही रप स बिकय जी सकत ही लाबिकन तदत स अमिधाक क त क सहीयक

हीन भा समाय क द दखदय ही सकत ही जीस एक ही बिवषय क पढान और उस बिवषय स समतमिनधत बिववरणी अगर भाबिवय माamp दला

जीत ही य नय कई आबिवकर ही जीत ही त वही कर ही सबित हीजीयगजीस बिक पहीला टालाफ़न क1 मानयत खgt थालाबिकन

माइला क आत ही उसक नन वला चन वला और चलान वला सभा कर ही गय क त क खर हीन स 0रर क अगA स पत चला

जीत हीजीस बिक हीथा सनन ही गय और कमा नही कर रही ही इसक मातला ही बिक क त खर नही हआ ही हीथा क 0शिG दन वला रह क

खर हीन मान जीयगआख स कमा दिदखई दन 0र ही गय ही त वही भा रह क दखन पडग सधा स क त क नही दखampगक त क त

तभा खर मान जीयग जी हीथा य आख बिलाक ला ही खतमा ही गय ही दधिजीस परकर स गड क1 पटरोला खतमा हीन स वही सडक पर खड

ही जीत हीउस परकर स लागन क क त बिकस न बिकस परकर स 0रर क अनदर स रह क1 0शिG समापत हीन पर कर ही जीत ही0रर

क अनदर रह क सथान अदरशय 0शिG क रप माamp जीन जीत ही और रह मासतिसतक माamp बिनवस करत हीमासतिसतक स सचन समाझन क1 0शिG

क कर हीन भा क त क रद करन क शिलाय माखय मान जीयग पन क अनदर स सयही क खतमा हीन स रह और क त क र माamp नही

सचन पडगसयही क करक गरही क सचन पडग बिक उसक अनय करक गरही भा सथा द रही ही बिक नही

लागन क क त और उसस समतमिनधत रिरसतदर

क त क समनध 0बिन स हीन पर जी भा रिरसतदर हीत हीव स कमा धानध स समनध रखत ही यही समनध चबिहीय Yक दर स जीड ही य बिफ़र

बिकस पटा क पस करन स अथाव दकन माamp कमा करन वला हीलपर क रप माamp हीसgtय) स समनध हीन पर ड भाई क1 सनतन स भा मान

जीत ही भातजी क रप माamp भा मान जी सकत ही अथाव वही बिपत क सला यन मामा स भा मान जी सकत हीअथाव बिपत क दवार रख

गय नZकर भा मान जीत ही इसक अलाव चनदरमा स समनध हीन स मात खनदन स समतमिनधत रिरसतदर मान जीत हीनन क र माamp भा

यही क त अपन समाथा)न वयG करत ही मागला क सथा हीन स चच य मामा य खgtन क रिरसतदरA स भा मान जीत ही ड भाई य छटा

भाई क सला स भा समनध मान जीत हीधा क सथा हीन स भानजी क रप माamp भा मान जीत हीऔर अगर धा क सथा रह तजी ही त वही

बिहीन क पबित क रप माamp भा मान जीत ही गर क सथा हीन स वही बिकस धारमिमा4क वयशिG क चला भा मान जी सकत ही अथाव बिकस

परकर स अपबिहीजी हीन क1 द0 माamp सथा दन वला घार य हीर क वयशिG भा मान जीत ही0रर क अगA क र माamp अगर गर और क त

बिकस खर गरही स समतमिनधत ही त यही बिकस परकर स समतमिनधत अग क रद करन क शिलाय भा मान जीत ही 0E क सथा क त क

हीन स यही पतन क हीलपर क रप माamp परसतत करत ही अथाव बिकस करणी स पतन क हीलपर नकर ही रहीन पडत ही पतन क हीलपर न

कर रहीन स वही अपन बिवचरA और कय| क अपन अनसर वयG नही कर सकत ही वही क वला अपन पतन य पबित क1 आजञो पर अपन

0रर और मान क बिगरव जीस रख दत ही

RAHU

Rahu is personified as a diplomat and a shadowy planet and a legendary deceptor when

disposed beneficially Indicates diplomatic jobs jobs requiring manipulations with facts deals

in poisons and drugs It signifies cheats pleasure seekers insincere and immoral acts etc

It is phlegmatic in nature and gives malignant growth When afflicting causes malignant

growth disease of phlegm intestines boils skin ulcers spleen worms high blood pressure

etc It gives smoky and unpleasant appearance due to habits of overeating resulting in foul

smells and unclean body and nails

KETU

It is dry and fiery in nature Its affliction causes wounds inflammations fevers intestinal

disorders aberrations low blood pressure deafness defective speech and gives emaciated

body with prominent veins It is personified as a saint and inclines a person more towards

mystic science and spiritual pursuits

क त दसर भाव माamp अपन फ़लाA क धान और भाZबितक सधानA क रप माamp अभाव दन क कमा करत हीऔर इस अभाव क पgtर करन क शिलाय

रह अषटमा सथान जी माZत क सथान ला जीत ही स पgtर करत ही इस भाव क क त क टाम क नमा स भा जीन जीत ही और परिरवर क

आग चलान क शिलाय मामा भानजी य सला क रप माamp आकर परिरवर क1 पgtरतित4 क दन वला हीत हीगचर स यही परिरवर जीनA क हीर

रखन वला और जीनमा क डला स परिरवर जीनA क समापत करन य दरसथा भाजीन वला मान जीत ही इस भाव क क त वला जीतक क

अकसर एक भाई और हीत ही और वही वकषिeक रशि0 क य वकषिeक लागन माamp पद हीत हीघार क शिलाय वही अपन दवार अपन बिEयओ स एक

तरही स रद करन वला ही मान जीत हीघार क अनदर सतरी जीतकA क अभाव ही जीत हीमात क भा ड मार हीत ही अकसर

मात क परबित यही क त मागला वला असर पद करत हीनकषिभा स नच क1 मारिरय आदिद हीत हीअकसर मात क शिलाय सजी)न क1 छ र हीमा0

इनतजीर ही बिकय करत ही

क त क सवभाव हत ही हीYkला हीत ही दसर भाव माamp

दसर भाव क क त अपन आदतA क क छ इस परकर क न लात ही बिक उस हीर कमा क करन क1 हीY पद ही जीत हीबिकस भा वसत क

लान ही त वही उस वसत क लान क शिलाय अपन सभा परयसA क करन स नही चgtकत हीऔर उस वसत क जी तक परपत नही कर लात ही

त तक उस चन ही नही आत ही यही हीला भाजीन क मामाला माamp भा दख जीत हीउस खन स अमिधाक चखन क1 आदत हीत हीअकसर इस

भाव क जीतक क1 जीभा अपन हीAY क चटा करत ही उसक समान क चर दत नक1ला हीत ही और दतA क1 नवटा एक जीस नही हीत

ही कई भा कमा करत वG जीतक क आलास जीरर आत ही

धा

प(तमलयमबारधर करणि01करसमदयदवित

खडगचमगपणि0 सिस1हसथो वर बाध

धा एक सZमय गरही ही सgtय) चनदर मागला एव अनय गरहीA क1 भाबित धा क बिवषय माamp भा अनक पZरकषिणीक आखयन मिमालात ही

धा क1 उतपकषिK क सधा माamp एक रचक कथा मिमालात ही कही जीत ही बिक अबितरी पतरी चदरमा दव गर हीसपबित क शि0य था बिवदया अरधवययन क1

समानतिपत क पeत जी उसन गर क दकषिणी दन चही त उनहीन स उसस कही बिक वही दकषिणी गर पतन तर क द कर आय

चनदरमा जी गर पतन क अपन दकषिणी दन गय त गर पतन क रप दखकर वही तर पर आ0G ही गय और उस ला जीन क1 हीY

करन लागगर पतन न उस खgt समाझय पर वही न मान जी हीसपबित क यही त मालामा हय त उस शि0य जीन उनहीन भा उस हत

समाझयपर चनदरमा न अपन दरगरही नही छड अतत वही यदध क शिलाय ततपर हय और गर क यदध माamp हीर दिदय दवतओ न भा चनदरमा

क समाझयलाबिकन वही अपन हीY पर अड रही जी शि0वजी क चनदरमा क अनचर क पत चला त व Eमिधात ही उY और चनदरमा क

दड दन क शिलाय चला पड चनदरमा बिफ़र भा नही मान उसन नतरीA दतयA असरA क सथा सथा 0बिनeर और मागला क सहीयग स शि0व स यदध

करन क बिनणी)य बिकय अ घार यदध 0र ही गय तनA लाग भायभात ही उY अतत बराहम न हीसतप क बिनणी)य शिलाय इस र चनदरमा

झक गय और उसन गर पतन तर क लाZटा दिदय

एक वष) द तर न एक कनतिनतवन पतरी क जीनमा दिदयउसक बिपत चनदरमा ही था चनदरमा न उस पतरी क गरहीणी बिकय और उसक नमा धा

रख गय

धा क बिवषय माamp और भा अनक आखयन मिमालात ही बिवद0 पZरकषिणीक आखयनA माamp धा क समनध माamp अनक कथायamp मिमालात हीयgtरपय जीन

इस मारकर क नमा स जीनत ही पर इसक1 धात हीजी चनदरमा क परभाव स हीन वला और 0बिन मागला क परभाव स Yस तथा गर क

परभाव स भार मान जीत ही

खगलाय बिवजञोन मा धा

धा सgtय) क सस बिनकटा रहीन वला गरही ही उसक वयस तन हीजीर माला हीतथा सgtय) स उसक1 मारधवयमा दर तन करड सY लाख माला ही

यही सKइस माला परबित सकamp ड क1 गबित स अटठोस दिदन माamp सgtय) क1 एक परिरEमा करत ही पथव स दखन पर यही सgtय) स सKइस अ0 स

अमिधाक दर पर नही हीत ही

जयबितष 0सतरी माamp धा

जयबितष 0सतरी माamp धा क रपवन माY लान वला और सपषट लान वला तथा हीर रग क तय गय ही इस कलापरष क1 वणी क1

उपमिधा दn गय ही सभा गरहीA माamp धा क यवरजी क पद मिमाला ही धा क दवार पबिडतई वला कमा वणी क1 0शिG कलाकर गकषिणीत बिवदया माamp

चतरत शिलाखन आदिद क बिवचर बिकय जीत ही यही तवच परधान गरही हीधा क क डला माamp अचछ हीन स जीतक क1 तवच अचछn हीत हीऔर

धा क खर सथान माamp Yन य बिकस पप गरही क दवार पपEत हीन जीतक क तवच वला रग हीत हीयदिद जीनमा क डला माamp धा खर

ही त अपन द0 अनतद)0 माamp वय कफ़ बिपK स उतपनन तन परकर क रग दत हीयही 0रर क तबितरीक ततरी यन नव)स शिससटामा क अमिधाकर

ही यदिद धा पबिडत हीत ही त वयशिG क अनदर क1 सचन समाझन और माहीसgtस करन क1 0शिG कमाजीर हीत हीजीस ख0gt दgt क पत

नही चलानतवच क सनन ही जीनचटा लागन य बिकस क1ड क कटान क पत नही चलानतवच माamp कभा कभा कला रग क चकK पड

जीन और अपन आप ही समापत ही जीन आदिद त भा दखन क मिमालात ही 0रर माamp धा क आमिधापतय छत और जीओ क आग क

भाग क भा माशिलाक नय गय हीदधिजीस जीतक क1 क णडला माamp धा चनदर क1 यबित हीत ही वही माजीबिकय सवभाव क हीत हीअकसर इस

परकर क जीतक दसरA क बिकस न बिकस परकर स नकसन पहचन माamp अपन आननद क ढान जीनत ही धा क खर हीन पर 0E क

सहीर लान पडत हीधा रह क दष स दर हीत हीवयपर करन इसक1 माखय पबिहीचन मान जीत हीवयपर माamp भा उन कमा स दधिजीनक

अनदर तA स कमाय जीत ही

जी जीतक पgtव) जीनमा माamp न बिकय जीन वला कमाA क करत हीदसरA क पर0न करन माamp दधिजीनक आननद आत हीतA क1 चलाक1 स लागA

क लाgtटा हीत हीतA क शिलाखकर कही कर लागA क पर0न य गमारही बिकय हीत हीइस परकर क जीतकA क माखय दख दमपतय जीवन

क हीत ही उनक1 0दिदय सही समाय पर नही हीत हीहीत भा ही त समनधA क सख नही हीत हीपबित य पतन बिकस भा परकर स सही

त नही करत ही घार क अनदर सभा सदसय तA क1 लाडई माamp मा0gtगला ही जीत हीबिकसन कय कही ही क परबित अकसर कर क1 हीस हीत

हीपबित पतन माamp मानमाटाव कलाही और अगर समनध नत भा ही त समनध बिवचछद भा करवन माamp धा क हत ड माहीतव हीत ही धा

अकसर वयपर माamp अपन गबित परदन करत ही दधिजीन जीतकA न अपन जीवन माamp अचछ कमा) बिकय हीत ही त वही वयपर माamp कफ़1 ढाKर

करत हीऔर र कमा क परभाव क करणी चलात हआ वयपर अकसमात ही नच जीन लागत ही और घार क अनदर भा कला0 हीन क करणी

सधानA माamp कमा हीत जीत ही दधिदधमान हीन पर भा कई त नही नत हीऔर वही अपन चतय) क भा रद करत रहीत ही अचछ

धा अचछ वयपर नत हीधान और धानय स पgtणी) करगजीवन पgtर आननद माamp तग आदिद तamp भा समाझ माamp आत ही धावर धा क

मिधान हीपनन इसक रतन हीदधिजीसक धारणी करन स यही लाभाकर हीत हीपतला इसक1 धात हीऔर अनन माamp हीर माgtग इसक अनजी ही धा क

नतरीA माamp अशलष जयषठा एव रवत हीधा क1 रशि0य मिमाथान और कनय ही दधिजीसमा मिमाथान सकरतमाक और कनय नकरतमाक रशि0 हीत ही

लाबिकन कनय रशि0 माamp यही जीतक क माYk वणी लान वला और समाजी माamp अपन क मिमालाकर चलान वला मान जीत हीपनदरही अ0 माamp

यही परमा उचच क हीत ही और मान रशि0 माamp यही पनदरही अ0 माamp परमा नच क हीत ही

अक0सतरी माamp धा

अक बिवदया माamp पच क अक धा क अक ही और दधिजीसक जीनमा 51423 तरख माamp हआ हीत ही उसक शिलाय धा क परभाव जीवन माamp

माहीतवपgtणी) मान जीत ही इन अकA स समतमिनधत जीतक अमिधाकतर जीलदजी हीत हीबिकस भा त क बिनणी)य लान माamp दर नही करत हीऔर

अकसर इनक दिदमाग खजी हीत हीइस करणी स नय नय तA क1 खजी क करन क द यही जीलदn स धान कमान क परबित अपन

दिदमाग चलात रहीत ही इनक दिदमाग ड स ड वयपर चलान माamp भा नही घाडत ही और उसक मातला चही लाभा स ही य हीबिन स इनही

मातला नही हीत हीलाबिकन धा क अचछ परभाव क करणी इनक वयपर अकसर सफ़ला ही हीत ही अकसर वयपर क कमाA क तनव क

हीन क जीgtद भा यही अपन कमा क आरमा स सभाला ला जीत ही धावर और 0Eवर इनक शिलाय अचछ दिदन हीत हीधा परधान

जीतकA क सवभाव 0माtला और लाचला हीत हीइन अदओ क करणी स भा यही अनय लागA क दिदला जीत लात ही इन जीतकA क धा क

रतन पनन पबिहीनन स भा आरमा मिमालात हीऔर गय क हीर घास खिखलान स भा इनक जीलदn आरमा मिमालान लागत हीधा क जी मातरीA क

जीप भा इनक शिलाय लाभाकर हीत ही धा क1 क प स जीतक क पस अथाही समपकषिK आन लागत ही और समाजी सथान माamp आदणीtय भा ही

जीत ही

धा परधान वयशिG दधिदधमान हीत ही इनक शिलाय ससर क जञोन स ढाकर और कई खजीन इनक पस नही हीत हीबिकस भा करणी क 0धा

करन क द यही प एच ड जीस उपमिधाय आरमा स लालात ही यही सगत बिपरय भा हीत हीवकपटात क परभाव इनक पस हीत

ही0शिG0ला बिवचरवन सZनदय) क पजीर भावन परधान बिवदयावन और दधिदधजीव हीत हीशिलाखन क1 कला इनक1 अचछn हीत ही और अर

नन क1 कला इनक पस अदभात हीत हीहीर कमा क सच समाझ कर ही करत हीखला सथान इनही अमिधाक पसद हीत हीखच) करन क

अनदर इस परकर क जीतक क जीgtस भा हीत हीदधिदध परधानत वला कमा जीस जयबितष डकटार वक1ला दलाला वयपर लाखक gtगर वला

कमा और अथा)0सतरी माamp बिनपणीत वला कमा इनही अचछ लात ही

इस अक वला जीतकA क1 क छ कमिमाय भा हीत हीजी उनक1 परगबित माamp रकवटा पद करत हीजीस आलास आन जीलदn गसस हीन अकरणी

ही गसस करन लाग जीन शिचनत वला तamp और अपन य परय वयशिG क 0क माamp डलान वला कमा करनअमिधाक तamp करन आदिद मान

जीत ही असफ़लात क बिवचर स भाय हीन 0क करन आदिद भा दख पद करन वला करणी हीत हीदधिदध क कय) करत रहीन स भा इनक

0रर कमाजीर हीत जीत ही और 0रर क कमाजीर हीन स फ़ फ़ड वला रग जीकमा लाग रहीन टाn आदिद जीस रग पद ही जीन एलाजीt

वला रग हीत जीन भा मान जीत ही जीवन सथा क अपन अनरप नन क करणी भा इस अक क जीतकA क शिलाय दखदय हीत

हीअकसर इस अक क जीतकA क जीवन सथा चप ही रहीत ही और बिन दधिदध क कमा करन क करणी घार और परिरवर माamp अ0बित क करणी

भा नत ही खन पन और लान पर बिनयतरीणी नही हीन क करणी इस अक क जीतक बिन करणी क ही दशमान य मार भा पला लात

ही

क डला माamp रही भावA माamp धा

रही भावA मा धा क1 षदभिसथाबित क परमाख रप स समाझन क शिलाय परतयक भाव क धा क रप अलाग अलाग हीत हीयही पर जी रप धा क

परदरथि04त बिकय गय ही व क वला धा क1 उचच षदभिसथाबित क समाझ कर ही बिकय गय ही जीरर नही ही बिक आपक धा क रप भा इस तरही स

हीअगर आपक1 क नडला माamp धा पर बिकस अनय गरही क1 र नजीर ही त उसक परभाव भा र ही सकत ही जीस रह क परभाव पडन पर

अचछn वणी हीन पर भा आपक1 वणी क गरहीणी लाग गय हीगला माamp इनफ़ कसन क दवार आदिद समाझन चबिहीय

परथामा भाव माamp धा

पला आभा शिलाय चहीर हीत हीलाम उमरो क माशिलाक हीत हीगकषिणीत और गणीन करन वला बिवषयA माamp परवणीत हीत हीमाजीबिकय सवभाव

हीत ही यन हीर त क माजीबिकय लाहीजी माamp कहीनधामा) क कय माamp रशिच हीत ही

दसर भाव माamp धा

अचछ कय) करन माamp रशिच हीत हीबिहीममात हत हीत हीदधिदध स तजी हीत हीमाहीनत भा खgt करत हीवक1ला य नत जीस गणी हीत ही त

क1 त माamp धान हीत हीदलाला और 0यर जीर वला कमा माamp रशिच हीत ही

तसर भाव माamp धा

लाखन क पकक हीत हीकमपयgtटार और इस परकर क यतरीA क सचशिलात करन क1 मात हीत हीसफ़टावयर आदिद नन माamp बिनपणीत हीत

हीशिचतरीकर और कबिवत करन माamp रशिच हीत हीबिवषयA माamp आ0शिG हीत हीसदगणी भा भार हीत हीमाटा 0रर हीत हीगलामाटाला आक बित

हीत हीबिहीन अमिधाक और भाई कमा हीत हीबिपत क धान कर ही जीत ही

चZथा भाव माamp धा

भागयवन हीत हीदन करन माamp बिनपणी हीत हीदन दन माamp क पतरी और सपतरी क समाझन क1 बिहीममात हीत हीशिलाखन क1 कला हीत

हीनबितयA पर चलान क आदn हीत हीदधिदधवन हीत ही

पचमा भाव माamp धा

जीनमा स सवथा) जीवन माamp भार हीत हीअपन कमा बिनकलान माamp चतरत हीत हीकमा बिनकलान क द भाgtलान क1 आदत हीत हीसनतन क

अभाव हीत हीक वला धान क1 चहीत हीत हीजीमान कमा क करन और जीमान आदिद क परबित मानशिसकत न रहीत ही

छY भाव माamp धा

कला0 करन अचछ लागत हीलाबिकन वणी माamp मिमाYस हीत हीआलास 0रर हीत हीअकषिभामान क1 मातरी भार हीत हीपरिरशरमा और

कमाकत क समाव0 मिमालात ही दसरA क1 सव करन अचछ लागत ही

सपतमा भाव माamp धा

पबित य पतन क शिलाय सखदयक हीत हीकनतिनतवन 0रर हीत हीतAद बिनकला जीत हीसनदर और क लान परक बित हीत हीसमपदन करन क1

मात हीत हीउदर परक बित हीत ही

अषटमा भाव माamp धा

लाम उमरो हीत हीसनदर पतन य पबित हीत हीत क भारस नही हीत हीखत क कय) माamp बिनपणीत हीत हीजीस गवन आदिदनयय

करन क अनदर ईमान क समाव0 हीत हीवयपर स लाभा क वला दलाला वला कमाA माamp हीत ही

नवमा भाव माamp धा

दधिदधमान हीत हीतथा)टान करन क1 कमान हीत हीअपन समाजी माamp त रखन वला हीत ही कबिव गन बिवदया माamp बिडगर य बिडपलामा हीत

हीनयय यतरी करवन वला कय क मानस रहीत ही बिवद0 लागA और अगरजी माamp अचछ जञोन हीत ही

दसमा भाव माamp धा

रजी यग क करणी नत हीअलपय हीन भा मान जीत हीमात क1 बिहीन स सवभाव मिमालात जीलात हीबिपत क परबित वफ़दर नही हीत

हीखद क कमाA क खद क परयसA स ही खतमा करन क1 भावन न जीत ही

गयरहीवamp भाव माamp धा

लाभा माamp अपर समपकषिK क1 कमान हीत ही बिपत क1 जीयदद मिमालात हीछटा भाई बिहीन स सनही हीत हीमात क शिलाय कषटकर हीत

हीशि0 और मानरजीन माamp अमिधाक रधवयन रहीत ही

रहीवamp भाव माamp धा

बिवदवान धामा)तमा सवभाव हीत हीबिकस भा भाष क पकडन क1 मात हीत हीदवय जञोन क1 जीनकर हीत हीसमाजी माamp गणी मान जीत

ही0सतरी क अचछ जञोन हीत ही आलास 0रर हीत ही

धा समनध अनय बिववरणी

धा गरही स समतमिनधत रगउनक 0मान हीत धारणी करन क1 बिवमिधा गरही 0नतिनत क शिलाय दन तथा धा गरही स समतमिनधत वयपर और नZकर

आदिद क बिववरणी इस परकर स ही-

दन

धा क क परभाव माamp दिदय जीन वला दन आशलष जयषठा और रवत नतरीA माamp सवय क जीन क रर हीर माgtग हीर वसतरी फ़ला हीर मिमाYई कस

पतला हीथादत पनन सवणी) कपgtर 0र षटारस भाजीन घा फ़gt ला आदिद दन माamp दिदय जीत हीदन शरदध पgtव)क दकषिणी सबिहीत बराहमणी क सकलप

पgtव)क धा गरही क नतरी कला माamp करन चबिहीय

वयपर

कसदकर शिसलाई मा0न क वयपर वनसपबित घा क वयपर कड खन क वयपर परचन वसतओ क सगरही करन क द चन क

कय) खला और खला आदिद क समान क वयपर करन Ykक मान जीत ही

नZकर

मातरीपद बिवधायक पद परततव बिवभाग क पद लाइबरार क कमा 0टा)हीampड टाइविप4ग क कमाampक क कमा एकउनटाampस क कमा इनकमा टाकस क1

नZकर डकतर बिवभाग माamp कमा जयबितष क कमा हीसतरख और 0यर जीर क कमा करन चबिहीय

जीव जीनत और मानय पड पZधाA फ़लाA आदिद सभा माamp करampटा हीत हीनयgtनतमा य अमिधाकतमा पड पZधा और जीव जीनत क1 उमरो क अनसर मान

जीत हीयही करनटा मिमाला एमपयर क1 नप माamp हीत ही0रर क1 गबितपड पZधाA क अनदर हीन वला गबित जी हीव य धाgtप क1 अमिधाकत स

हीत हीबिवदयात उतपदन क शिलाय मान जीत ही भाजीन करन पर 0रर माamp आलास आन इस त क दयातक ही बिक 0रर माamp नन वला ऊजी)

क बिवकस नय शिसर स चलाgt ही रही ही 0रर क अनदर नन वला बिवदयात क परयग 0रर बिकन बिकन कमाA माamp करत ही उसक शिलाय हीमाamp गहीन

अरधवययन क1 तरफ़ जीन पडग 0रर माamp खन क दवार ऊजी) क1 पgtरतित4 हीत ही0रर क दवार जी भा खदया पदथा) परयग माamp लाय जीत ही व

सभा जीमान स उतपदिदत हीत हीय समादर क पन स उतपदिदत हीत हीउनही उतपदनA क 0रर आरमा स हीजीमा कर सकत ही जी एक र

धारत पर उतपदिदत ही चक हीइस परकर क भाजीन स 0रर क अनदर जी ऊजी) नत ही उस ही य इलाषदभिकटरोक क1 सजञो दn जीत ही 0रर

अपन तबितरीक ततरी क सgtचन दन क1 बिEय माamp इस बिवदयात ऊजी) क परयग माamp लात ही0रर क अलाव भा यही हीर क1 दबिनय माamp भा अपन

सद0A क भाजीन और सद0A क परपत करन क शिलाय परयग माamp लात ही कही भा 0रर माamp चटाn कटात ही त तबितरीक ततरी क सद0 दन वला

0रर माamp फ़ ला तबितरीक ततरी वबिहीबिनय चटाn क कटा क अहीसस सधा मासतिसतक क पछ माडलाआलामागटा नमाक सथान क पहचत हीऔर

दिदमाग स तरत उस कटा जीन क सथान क सरकषित करन क शिलाय य हय सहीयत क शिलाय हीथा परA क दिदमाग स आद0 दिदय जीत ही

और हीथा पर मिमाला सकamp डA मा मिमाला उस आद0 क पलान अपन गबित क अनसर करत ही अगर कई चटाn क1 जीगही पर बिचछgt य अनय

जीहीरला जीव कटात ही त अपन हीथा परA क1 सहीयत क अलाव हीर क1 सहीयत क शिलाय दिदमाग आवजी और 0रर क गबित भा परदन

करत हीजीस कई र) कटात ही और वही पर अनय र क कटान क1 आ0क ही त 0रर क अनदर भागन क1 0शिG भा अचनक ही पद ही

जीत हीदिदमाग अपन इस बिवदयात 0शिG क परयग सरकषित हय सथान क खजीन क शिलाय भा परयग करत ही सथा ही कटा जीन वला सथान

क सgtजीन आदिद दकर बिवष क आग ढान स रकन क उपय भा करत ही चखन क शिलाय आवजी भा दत हीऔर चख क अनदर उस

आवजी क भा परकटा करन क1 0शिG और ड पवर दत ही दधिजीसस आसपस क माहीZला भा जी भा पस माamp रहीन वला लाग हीचही व

अनजीन ही य जीन पबिहीचन वला सभा क रधवयन अपन ओर बिकस भाय स दखन क शिलाय और उस भाय क1 चख क1 आवजी क सनकर

अपन अपन सर क सथा उनक अनदर भा बिहीममात क परदन करन क शिलाय 0शिG समपनन ऊजी) अपन कमा करन लागत हीइसस अगर

भाय कई सव)जीबिनक ही त सभा अपन अपन सर क दखकर सहीयत क शिलाय भागन लागत ही अगर पड 0रर क1 0शिG स अमिधाक

हीत ही त 0रर क हीस करन क द तबितरीक ततरी अपन गबित क अनसर 0रर क1 0शिG क इकटठो करन और जीमा लावन ततवA क1

पgtरतित4 क शिलाय बिकय जीन वला उपयA क सथा 0रर क नकसन पहचन वला करकA क बिनदन करत ही इस बिनदन माamp जी करक

माहीतवपgtणी) हीत ही उनक अनदर आसपस रहीन वला लाग य दरसथा रहीन वला लागA क भा यही तबितरीक ततरी सgtचनयamp पहचन क कमा करत

ही आसपस रहीन वला लागA क अनदर त पड क1 खर करन क शिलाय अपन आसपस क करकA क 0रर क1 ऊजी) अपन कय) करत

हीऔर जी हीर और दरसथा लाग हीत ही उनक शिलाय समतमिनधत 0रर क अगA क फ़डकन क कय) करत हीउनक अनदर अकसमात ही

बिवचरधार क अनदर दलाव क कय) करत हीअगर कषट भागन वला वयशिG बिकस क पतरी ही त मात कपबित ही त पतन कबिपत ही त

पतरी क और अनय समनध ही तथा उस समनध स अमिधाक लागव ही त उस समनध क अपन अपन अग क फ़डक कर सgtचन दन क

कमा यही ऊजी) करत ही यही नही इस ऊजी) क कमा बिकस भा ख0 क1 खर क भा 0रर क अगA क फ़डककर भाजीन क कमा करन

हीत हीअगर ख0 खर परपत करन वला जीतक स रही ही त सवपन क मारधवयमा स भा इस ऊजी) क दवार स सद0 परसरिरत बिकय जीत ही

सतरी क य और परष क दबिहीन अग ख0 क1 खर क परपत करन क समाय फ़डकन आरमभ करत ही और र खर क समाय सतरी क

दबिहीन और परष क य अग इस बिEय क परदरथि04त करन लागत ही

जीग) मात क भा अपन पतरी क1 सकटा क1 षदभिसथाबित माamp फ़Zरन अहीसस त ही जीत ही जी उसक सतनA माamp खजीला चलान 0र ही जीत हीपतरी

क ऊपर आन वला सकटा क अहीसस मात अपन आप माहीसgtस करन लागत ही उसक दिदला माamp चन नही आत हीऔर रत क र र सवपन

भा चलाgt ही जीत ही इस ऊजी) क परभाव बिकस परकर स अपन सद0 पहचन क कय) करत ही इसक शिलाय पgtव)कला स ही अनभाव क

आधार पर अग फ़डकन क फ़लाफ़लाA क इबितहीस चलात आ रही ही0रर क हीर बिहीसस अपन अपन परभाव तन लागत हीजीस बिकस

वयशिG क मासतक फ़डकन लागत ही त उस नZकर लागन य कमा मिमालान अथाव बिकस जीमान क मिमालान क अहीसस हीन लागत हीमासतक

क शिलाय वही चही परष ही सतरीअकसर सथान दलान य बिकरय क माकन शिसफ़टा करन क पहीला यही अहीसस हीन लागत ही नZकर माamp य

अपन वयवसय माamp सथान दलान क समाय भा यही अनभाव दख गय ही अकसर बिकस वयशिG क1 दनA भाहीamp अपन आप फ़डकन लागत ही त

उस समाझ लान चबिहीय बिक उसक र दिदन अ त गय ही और सख क समाय आन वला हीवही दधिजीस त क शिलाय भा दख था उसक दख

दर हीन वला हीसथा ही उसक हरदय माamp एक उतसही भा जीनमा लान लागत ही आखA क1 फ़डकन अमिधाकतर समाजी माamp परचशिलात हीसतरी क1

य आख और परष क1 दबिहीन आख बिकस भा सथान स फ़डकन लागत ही त उस जी भा बिपरय हीत ही उस क द0)न हीन हीत ही

लाबिकन बिवपरत अवसथा माamp अ0भात क दखन भा मिमालाकरत ही सतरी क यamp नतरी क कन क1 तरफ़ क कZन फ़डकन 0र हीत ही त

जीरर लाकषमा क1 परनतिपत हीत हीवही चही सन चदn क रप माamp ही य नगद धान क रप माamp मिमाला उस मिमालात जीरर ही यही हीला परष क

दबिहीन नतरी क शिलाय मान जीत ही आख क ऊपर क बिकसस माamp भा यही जीन जीत ही बिक अगर परष क दबिहीन और सतरी क य पलाक

फ़डकत ही त बिकस पदव क1 परनतिपत हीत ही और बिवपरत माamp पदव क अत हीत ही कनध फ़डकन माamp भागA क1 परनतिपत और बिवपरत

अवसथा माamp भागA क चला जीन मिमालात ही थाड क फ़डकन सतरी और परष क शिलाय बिकस ड डर क शिलाय मान जीत हीबिकस क1 धामाक1

य बिकस परकर स घार य हीर क वयशिG क सथा अकसमात हीदस हीन क1 खर थाड स मिमालात हीलाबिकन कणY फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp

यही उलटा हीत हीइसमाamp परशिसदधिदध और धान लाभा मिमालात दख गय ही गद)न क बिपछला बिहीसस फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp जी भा र भाव मानन

वला लाग हीत ही व हीव हीन क1 कशि00 करत हीहीAYA क फ़डकन क समाय माamp भाZबितक वसत जी हत बिपरय हीत मिमाला जीत ही पY

फ़डकन क सतरी और परष दन क भा र मान गय हीय त मार पकडत हीय बिफ़र बिकस त माamp हीरन पडत ही कख फ़डकन पर

जी अपन खस हीत ही उसस मिमालान हीत हीलाबिकन दबिहीन और य क भा खयला रखन पडत हीबिवपरत अवसथा माamp बिछडन भा मान

जीत ही दिदला क धाडकन अकसर जी भा जीनमा शिसदध कमान हीत ही उसक मिमालान क समाय मान जीत हीचही वही हीमा0 स मान जीन

वला भागवन क बिकस भा रप माamp कयA न ही माही क अनदर फ़डकहीटा अचछ भाजीन क1 परनतिपत क सक त मान जीत हीहीथाला माamp खजीलाहीटा

धान क आगमान और बिवपरत अवसथा माamp खच) करन क1 षदभिसथाबित क भा द0)त ही कमार क फ़डकन हत अचछ कमा क अनदर क छ समाय

क शिलाय बिजी हीन और द माamp सममान दन क शिलाय मान जीत ही नकषिभा क फ़डकन पबित क शिलाय पतन क बिछही और पतन क शिलाय

पबित क बिछही क रप माamp जीन जीत ही परइवटा पटा) क फ़डकन पर इषदभिचछत सथा क सथा रमाणी करन क समाय तय गय ही गद क

फ़डकन पर वहीन क लाभा हीत हीचही वही खद क मिमाला य बिकरय क वहीन स सफ़र करन क अवसर मिमालाजीघाA क फ़डकन स वसतरीA

क1 परनतिपत हीत हीघाटान क फ़डकन स घार माamp 0तरीओ क1 और वयपर माamp कमपटाnटार क उदय हीन क समाय मान जीत ही पर फ़डकन पर

बिकस नय सथान क1 तरफ़ पलायन हीत हीबिवपरत अवसथा माamp र सथान क परपत करन क सक त भा मान जीत ही पर क तला क फ़डकन

क1 षदभिसथाबित माamp अचला समपकषिK क1 परनतिपत और बिवपरत अवसथा माamp अचला समपकषिK क जीन क समाय मान जीत ही चच क मार हीन क

समाय मात क1 छत अपन आप दरबिवत हीन लागत हीचच क Ykक हीन क समाय मात क1 य छत फ़डकन लागत ही सही क समाय माamp

जीलदn असर मिमालात ही 0मा क समाय माamp दर स असर मिमालात हीलागतर फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp भाला य र परभाव पलान क नन क द

मिमालात ही एक सथा दन अग क फ़डकन भागय और दभा)गय क च माamp चलान वला हीस मान जीत ही इसक अलाव और भा सकडA

बिEययamp इस 0रर क दवार समपदिदत क1 जीत हीजी क वला य इलाषदभिकटरोक करampटा क दवार ही समभव ही कई वयशिG अगर लागतर

नकरतमाक षदभिसथाबित माamp चला जीत ही और वही र र अपन क अक ला रहीन क शिलाय परिरवर य समाजी क लागA स दर रखत ही त उस

वयशिG क शिलाय यही नकरतमाक ऊजी) क परव0 क समाय मान जीत हीइस कला माamp उस वयशिG स कई भा वत) करन पर वही खजीत ही

और अपन 0रर क समापत करन क1 धामाक1 दत ही नकरतमाक ऊजी) क 0रर स दर करन क शिलाय वयशिG क ऊपर स खन वला सद

नमाक एक माटठोn 0मा क समाय सत वर उसर करन क द घार क हीर सडक पर डलान स उसक1 नकरतमाक ऊजी) स छ टाकर भा

मिमालात दख गय ही नकरतमाक ऊजी) क एक परभाव और दख गय ही बिक वही घार क अनदर सस पहीला कला0 पद करन क करणी पद

करत हीवही वयशिG क बिकय जीन वला कमा स रधवयन भाग करत हीवही कर क छ रही हीत ही और करत क छ हीइस करणी स घार क अनदर

नकसनसमनधA क अनदर बिगड और वयपर क अनदर नकसन तथा नZकर क अनदर माशिलाक स परतणीन क असर दत हीइसक शिलाय

सही क अपन जीगन क द अपन इषट क रधवयन माamp रखकर उसक1 मानशिसक इमाजी अपन दनA हीथाA माamp दखन क द तथा जी सवर चला

रही हीउस पर क पहीला बिसतर स नच रखन क द ही कय क 0र करन चबिहीय रत क नद नही आन क1 अवसथा माamp भा सgtय|दय स

पहीला जीगन क1 बिEय क करन चबिहीयऔर जीही स भा उगत हय सgtय) क दरशय दिदखई द दखन क परयस करन चबिहीय अकसर उन लागA

क हत ही सफ़ला हीत दख गय ही जी लाग सही क उगत हय सgtय) क नदn य समादर य तला क पर दखन क1 कशि00 करत ही दन

भाजीन पgtजी और समतमिनधत वयशिG क1 भालाई क1 कमान क शिलाय जी भा उपचर बिकय जीत ही व अपरतय रप स फ़यद दत दख गय ही

दिदमाग क1 अमिधाक अ0नतिनत स चन क शिलाय पहीड यतरीयamp भा कमाय हीत ही

दन क माहीतव

अकसर जीवन मा दन क माहीतव हीमात अपन मामातव क चच क शिलाय दन करत ही बिपत अपन परषथा) क शिलाय अपन जीवन क क1 जीन

वला माहीनत क दन अपन चच क शिलाय करत हीभाई अपन हला क दन करत हीबिहीन अपन तरक स समनध नकर और समाजी

नकर अपन भाई क तरी क दन करत हीभाई अपन बिहीन क शिलाय आजीवन अपन सहीयत और 0शिG क दन करत हीड हीकर

चच अपन मात बिपत क वदध हीन पर उनक1 दख रख और भाजीन क दन करत हीपतन पबित क रबित सख परदन करत हीअपन दवार

पबित क शिलाय बिनसवथा) भाव स भाजीन और पबित सख और आय वदधिदध क परबित पgtजी पY करत ही आग क शिलाय व0 चलान क परबित अपन

कमान क समारतिप4त करत ही ह अपन सवथा) क तयग कर पबित क क ला मा 0बित और समपननत नन क परबित अपन जञोन क दन करत

हीदमाद अपन हला और सममान क दवार अपन ससरला जीन क मान ढान माamp अपन 0शिG क दन करत ही क छ लाग अपन

वयवसय सथान पर Y कर रसत तकर अपन जञोन क दन करत हीक छ लाग पयसA क शिलाय पयऊ खलावकर धामा)0ला नव कर लागA

क जीवन क सद गमाt स चन क शिलाय अपन हला क दन करत ही हीक1कत मा दख जीय त यही 0रर ही दन स और दन क शिलाय

न ही एक वयशिG एक लाख रजीन कमा रही ही लाबिकन वही अपन शिलाय मातरी क छ सZ रपय माamp अपन पटा भार लात हीऔर क1 क धान

वही अपन परिरवर क शिलाय जीमा करत ही बिक वही अपन सतन क शिलाय इतन इकटठो कर द बिक उसक द उसक1 सतन बिकस क1 माहीतजी

नही रही और वही सख रही लाबिकन इस सख रखन क करणीA माamp माही पद ही जीत हीयही माही करन ही उसक1 भाgtला ही और इस माही क

चककर माamp 0रर स क1 जीन वला माहीनत दन सवरप न हीकर माही क जीजीला माamp चला जीत ही मात न अगर पतरी क जीनमा दन क द यही

सच शिलाय बिक उसक पतरी ड हीकर उसक1 पलान करगउसक1 सव करगउसक शिलाय ह लाकर उसक1 आजञो क पलान करवयग त

मात क यही माही उस समाय कर ही जीत ही जी लाडक ड हीत ही और अपन माजीt स 0दn बिववही करन क द अपन घार अलाग

स लात ही मात अपन पतरी क सहीर रहीन क करणी और अपन शिलाय क छ न चकर क वला पतरी क शिलाय ही स क छ करन क द जी पतरी

पस स बिनकला जीत ही और पतन क शिलाय सचन लागत ही त मात क वही पलान पषणी स लाकर पढान शिलाखन और सभा सधान पतरी क

शिलाय जीटान क परबित कर ही जीत ही उस समाय मात और पतरी क च तनतन चलात ही और ह जी दसर घार स आय ही उसक अनदर

यही भावन घार कर जीत ही बिक मा क वला टा स धान क माही करत ही और टा मा क कही पर चलात ही उसक1 त क नही सनत हीइस

परकर स तकरर ढा कर ड तकरर न जीत हीटा न त मा क छड सकत ही और न ही पतन क छड सकत हीपतन क पस द

रसत हीत ही एक अपन मात बिपत क और दसर कनgtन कलाबिकन मात क पस एक ही रसत हीत ही वही हीत ही अपन पतरी कह य

त अपन मात बिपत स परतणीन दिदलावत ही अथाव कनgtन क सहीर लाकर मात बिपत क जीय भाजीन और सहीयत दन क जीला क1

हीव दिदलावन क कमा करत हीटा क समान द ही रसत हीत ही य त वही ह क लाकर अलाग रहीन 0र कर द य ह क तलाक दकर

बिफ़र स मात बिपत क कहीन माamp चलान लागउस दसर सधान ही सही लागत हीलाबिकन इन स क पछ जी था वही मात क लाभा ही थाअगर

मात न बिपत क सथा मिमालाकर पहीला स ही पतरी क1 शि0 क द उस जीबिवक क सधान दकर अलाग कर दिदय हीतऔर ह क पहीला स ही

अलाग करन क मानस न शिलाय हीत त जीला जीन क1 य परतकषिणीत हीन क1 समासय ही नही आतयही स माही क करणी ही मान जी

सकत हीजी पलान पषणी मा कई माही नही थाअगर उस समाय माही हीत त डकटार क पस चच क मार हीन क द नही ला जीय

गय हीतशि0 क सथानA माamp एडमिमासन नही करवय गय हीतसद गमाt क समाय माamp उस कपड और रहीन क सथान क दसत भा नही

करवय गय हीतलाबिकन जीस ही वही कमान लायक हआ और मात क अनदर माही न जीनमा ला शिलाय

दन माamp माही और अहीमा क तयग

दन करन क शिलाय माही क तयग जीरर हीमाही क करन स भाजीन क दन नही बिकय जी सकत हीभाजीन ही खgt सर रख ही लाबिकन दन

करन क जी तभा नही करग जी यही माही पद ही जीयग बिक कला भा इस भाजीन क इसतमाला करन हीलाबिकन जी वही रख हआ भाजीन

बिकस जीव जीनत य माZसमा क1 खर स कर ही गय त मान माamp उस खर भाजीन क फ़amp कत समाय सतप हआयही सतप त नही हीत

जी उस भाजीन क बिकस मागन वला वयशिG क आरमा स खिखला दिदय हीत और वही भाजीन स तपत हआ वयशिG क छ और भा दकर जीत

जी सतप स कई गन ढा कर हीत और आग क अचछ र समाय माamp कमा भा आत दन क रप अलाग अलाग समाय माamp अलाग अलाग रप

धारणी कर लात ही दन क शिलाय मागन वला क छटा और दन वला क कभा ड नही समाझन चबिहीय यही कथा वमान अवतर स शि0

दत ही पबित क पतन क शिलाय दिदय जीन वला वचन जी दन क ही रप ला लात हीकभा भाgtलान नही चबिहीयसमाय क दलान पर दिदय

हआ वचन बिकतन ड रप ला सकत ही इसक उदहीरणी रमाचरिरत मानस माamp दसरथा और क क ई क1 कथा स समाझ जी सकत ही वमान

अवतर माamp भागवन न ववन अगला क रप माamp पgtर पथव आक0 पतला सभा तन पग माamp नप शिलाय था और रजी शिला क ऊपर आधा पग क

कजी) ही छड दिदय था उस परकर स रजी दसरथा क दवार क क ई क दिदय गय द वचन शररमाचनदर जी क शिलाय चZदही वष) क वनवस क

करणी न थाऔर पतरी बिवयग माamp रजी दसरथा क1 मातय क करणी न था इनक अनदर भा माही क रप क वला अहीमा क रप माamp थाअगर

रजी शिला क यही अहीमा नही हीत बिक यही ववन अगला क पबिडत कय ड माग लागत कजी)ई नही नतऔर रजी दसरथा क वही अहीमा

बिक जी चहीampग तभा द वचनA क1 पgtरतित4 कर दampगइसमा कय ड ही त इतन ड हीबिन नही भागतन पडत

दन क तन परकर 0ररधान और बिवदया

अकसर वयशिG तन तरही क दन क शिलाय हीमा0 रधवय हीत ही0रर दनधान धान और बिवदया दन 0रर क दन परष और सतरी दन

मिमालाकर सतन पद करन क दवार दत हीऔर वही 0रर ससर बिहीत क शिलाय हीत ही य अबिहीत क शिलाय यही उनक पgtव) कमा| और ससर क1

आवशयकत क अनसर हीत ही धान क दन परष और सतरी पहीला अपन परिरवर क पषणी और ससर बिहीत क कमा क शिलाय दन करत ही

वही भा परष और सतरी क अपन अपन भावA क अनसर मान जीत ही बिवदया क दन क शिलाय कभा ड य छटा क भाद नही मान जीत

हीजीस बिकस कमा क करन क शिलाय जी वही कमा समाझ माamp नही आत ही त एक छटा चच अपन दधिदध स उस कमा क करन क शिलाय

अपन मात दत ही वही बिकस ड स ड माहीरथा और जञोन आदमा क दिदमाग स पर त मान जी सकत ही दधिजीस परकर स लाक धराव न

अपन मात क परशन क उKर क अनसर जीगत बिपत क ही अपन बिपत मान था और वन माamp जीकर तपसय करन क शिलाय पच सला क1 उमरो

क चन था और कमा स कमा उमरो माamp उनहीन जीगत बिपत क द0)न परपत कर शिलाय थाभाG परहीलाद न अपन बिपत क जञोन क तचछ समाझ था

और शर हीरिर क चरणीA माamp अपन मान लागकर ड स ड आफ़तA स अपन क च शिलाय था

0रर दन क करकतव

0रर दन क शिलाय सतरी और परष क समाजी क अनसर एक शरखला नकर चलान पडत ही उस शरखला क अनदर ही 0दn बिववही रबित

वयवहीर और समादधिजीक बिनयमाA क मान जीत ही अगर इन तA क नही मान जीत ही त मानय और प0 क अनदर भाद ही कय रही जीत

ही रबित नबित क अनसर दिदय गय 0रर दन दिदय गय दन क ड रप हीत ही और समाय समाय पर अपन नमा और कय) क इबितहीस माamp

शिलाख जीत ही कई भा परष बिकस भा सतरी क1 तरफ़ आकरतिष4त तभा हीत ही जी उसक अनदर कमा वसन क सचर हीत ही लाबिकन वही

अगर समादधिजीक बिनयमाA क अनसर अपन कमावसन क 0त करन क शिलाय उपयG सतरी क नही परपत करत ही त वही दिदय गय 0रर

दन य त कgt ड क ढार मा जीत ही अथाव वही अगर बिकस परकर स च भा गय त समाजी और ससर क शिलाय कभा भा अबिहीत क करणी

न जीत ही 0रर दन क शिलाय समादधिजीक बिनयमाA क शिलाय कथा कही जीत ही बिक 0क सवत क बिवEमा समवत क द क मान जीत

हीबिवEमा समवत क द जयबितष 0सतरी माamp परवणी एक जयबितष क यही पत लाग बिक अमाक समाय माamp सतरी क सथा माथान करन क द अगर

सतन क1 परनतिपत हीत ही त वही ससर माamp अपन नमा लाकर हीमा0 क शिलाय चलात रहीग लाबिकन जी उस जयबितष न दख बिक समाय उस

रत क ही और उसक1 पतन बिकस नदn क पर रहीत हीवही जीलदn जीलदn नदn पर करन क शिलाय क वटा क पस गयक वटा न दख कई हत

ही जीरर त ही और उस त क जीनन क शिलाय जी क वटा न अपन दधिजीजञोस क जीबिहीर बिकय त जयबितष जी न अपन त क उसस

त दिदय क वटा चलाक था उसन सच बिक जी इतन माहीतव पgtणी) ही और वही अपन नव क चलाकर और नव स बिकय जीन वला कय) स

ससर माamp नमा नही चला सकत ही त उस अपन सतन क इस कमा क शिलाय परयग माamp लान चबिहीय उस क वटा क जीवन और खgt0gtरत

कनय था उसन जयबितष जी क समान परसतव रख दिदय बिक रत क अनधर ही गय ही और वही रत माamp नव क नदn माamp नही ला जीयगअगर

यही माहत) जयबितष जी क परयग माamp लान ही त उसक1 कनय स गधाव) बिववही करन क द उस माहत) क परयग माamp ला सकत हीजयबितष जी

तयर ही गय और उस रत क जयबितष जी न उस क वटा क1 कनय स गधाव) बिववही करन क द गभा)धान क पgtणी) बिकय उस कनय स जी

पतरी परपत हआ वही 0क नमा स जीन जीत ही यही कथा रमायणी माamp माकररधववजी क र माamp कही जीत हीजी हीनमानजी लाक क जीलाकर

पसन स तर तर समादर माamp कgt द त उनक पसन क एक माछला बिनगला गयउस बराहमचर पसन क अनदर वय) क कणी थाउनही कणीA स

माछला क जी सतन हय वही माकररधववजी क रप माamp हय और उस पतला क रजी अबिहीरवणी क दवारपला क1 सव क अवसर मिमाला रमा

लामाणी क जी अबिहीरवणी शिला दन क शिलाय पतला लाक ला गय त हीनमानजी क पहीला दवारपला क रप माamp तनत माकररधववजी स ही

माकला करन पडद माamp पत लाग बिक वही उनही क1 सतन था 0रर दन क शिलाय समाजी क बिनयमा हत ही माहीतव रखत ही जीस एक

करगर बिकस कला क जीनत ही और आग आन वला चच उस करगर क1 कला क अपन परिरवर और घार क अनदर ही चपन स दखत

रहीत ही त व उस करगर क1 कला स वबिकफ़ हीत जीत ही उन चचA क कही अनय सथान पर जीकर शि0 नही लान पडत और व उस

कला क और अमिधाक बिवकस करन क द आग स आग परयग माamp लात जीत ही त उस कला क बिवकस अपन आप हीत चला जीत ही

उस परकर स समाजी और वणी) वयवसथा क अनसर जी 0दn बिववही बिकय जीत ही त हीन वला चच उस समाजी क अनदर अपन क

अपन आप ढालात चला जीत हीऔर जी कय) य वयवसय अथाव ससकर उनही मिमालात ही उनही क अनसर व अपन क न लात ही लाबिकन

0रर माही और रप आदिद क लाभा माamp जी समाजी स अलाग बिकस परकर स 0दn समनध बिकय जीत हीत कमाकत क अनत हीन क द

जी रप और 0रर माही क भरामा टाgtटात ही त अलाग समाजी माamp बिकय जीन वला रिरसत टाgtटात ही और अगर उन रिरसतA क अनदर कई सतन ही

गय ही त वही अपन बिपत और मात क अनसर ही अपन क नन 0र करग इस परकर स वही पद हीन वला सतन न त इधार क1 रही

और न ही उधार क1इस परकर क1 सतन क भाटाकव क रसत मिमालात ही और वही दर दर क1 Yकरamp खन क शिलाय माजीgtर ही जीत ही

अथाव उस समादधिजीक बिनयमाA स नफ़रत हीन क करणी वही समाजी स अपन परन बिहीस क चकन क शिलाय आतकवदn जीस नबितयA माamp

जीकर मानय और समाजी क दद) नही समाझन क करणी हीतय जीस जीघानय अपरधा करन 0र कर दत ही अकसर यही त उन परिरवरA माamp

भा मिमालात ही जीही तमिसतरीय आधाबिनकत क चककर माamp अपन क कषिणीक सख क शिलाय अनय माद क1 कमाकत क शि0कर ही जीत ही और

उनस पद हीन वला चच समाजी और परिरवर क तक माamp रखकर घार और परिरवर क ही लागA क शिलाय आफ़त क करणी न जीत

हीअकसर इस परकर क चच खgtन क समनध नही हीन क करणी अपन परिरवर क सदसयA क परबित दय य परमा भाव नही रख पत ही और

उस परकर स सचन चलाgt कर दत ही जीस बिक उनक कमाक बिपत क सचन हीत था

सस ड दन दय ही

मानय क अनदर दय क दन सस ड दन मान जीत हीकही भा गय ही बिक दय धामा) क माgtला ही पप माgtला अकषिभामान दधिजीसक अनदर दय

हीत ही वही रसत चलात क भा सहीर दन जीनत ही और जी सहीर दिदय जीत ही वही भा एक तरही क माहीदन ही हीत ही वही दय चही

मानय क परबित ही य जीनवर अथाव जीव जीनत क शिलाय वही दय ही सस ड दन मान जीत ही भागवन स भा परथा)न क1 जीत ही बिक

दय कर दन भाशिG क हीमा परमातमा दनदय क शिलाय बिकस क खजीन नही पडत बिक हीमा दय बिकसक सथा करन ही रसत माamp य घार

क अनदर दय क दन करन क शिलाय हीजीरA दय क परपत करन वला लाग मिमाला जीयampगऊपर त कर आय ह बिक दय मात चच क सथा

भा करत ही 0रन सभा जीवA क मारन क शिलाय मान जीत ही और अपन चच क वही नही मारत बिलला अपन चच क सथान दलान

क समाय ड ही मालायमा तरक स दतA क च अपन चच क दत ही और सथान दला दत ही माद बिचछgt अपन चचA क अपन 0रर

ही दन कर दत ही मानय अपन चच क पलान पषन स लाकर ड हीन तक उस पर दय क भाव ही रखत ही चच क ऊपर स बिगरन

स लाकर लाखA करणी नत रहीत ही जी चच अपन बिववक क खयला नही रख पत ही और जीखिखमा माamp रहीत ही त परिरवर क सदसय उस

चन क शिलाय हीर समाय खयला रखत ही जी वही चच समाजी क समान आत ही त समाजी वला लाग उस र आदतA स चन क शिलाय

बिनगही रखत हीलाबिकन कभा कभा जीनgtझ कर वही चच गलत करत ही त उस सजी दिदलान क नमा पर पशिलास य घार वलाA क1 भा

सहीयत ला जीत ही दय क रप यतरी करत वG बिकस सथान पर बिनवस करत वG य परिरवर माamp रहीन क उपरनत मिमालात ही समाजी माamp

दय क नमा पर समाजी क वयशिG क नZकर आदिद क मामाला माamp दय करन पर लाग रजीनबित भा करन लागत ही जीस आजीकर जीटाA क

आरणी क मामाला माamp दय क भाव समाझ माamp आ रही ही रजीनबित क अनदर दय क भाव दिदखव क रप माamp भा मिमालात ही जीस वर

माषदभिसजीद क हीटाकर रमा मादधिनदर य रमा मादधिनदर क हीटाकर वर माषदभिसजीद क मामाला माamp अलाग अलाग समादयA क नतओ क1 दय दिदखन क

मातला सफ़ समान ही बिक एक कहीत ही नन नही दampग और दसर कहीत ही नकर रहीampग दय दिदखव और सवथा) क शिलाय भा क1 जीत

हीजीस बिकस वयशिG क पबिहीनन क शिलाय कपड दिदय जीत ही और द माamp जी भा कई समादधिजीक त हीत ही य समादधिजीक वयशिG समान

हीत ही त कही दिदय जीत ही बिक यही कपड त हीमान इस पबिहीनन क शिलाय दिदय ही इस परकर क1 दय दिदखव हीत हीऔर उस दय क

कई माgtलय भा नही हीत ही अगर बिकस क खन खिखला दिदय ही त समान वला क माहीसgtस भा नही ही बिक खिखलान वला खद क आदमा था

य कई परयअगर उसन माहीसgtर कर शिलाय बिक खिखलान क द उस दय क टिढा4ढार पटा जीयग त उसक1 अनतरतमा उस खन क दला

माamp दिदय जीन वला आ0व)द क1 जीगही शरप और दन चलाgt कर दगदरवजी पर मागन वला क सथा अमिधाक दय करन क मातला ही बिक

अपन क लाटा Yनअमिधाकतर लागA न भाख मागन क धानध न शिलाय ही जी उनही कई माटा आसमा दिदखई दत ही त तरही तरही क

करणी नकर दय क पतरी न जीत ही और मान चही लान क द उस 0र क और अनय तरफ़ क पप कमा) माamp खच) करत ही इस

परकर स दिदय जीन वला दन दय क दन त दन वला क शिलाय मान जीत ही लाबिकन दधिजीसन दय क भाव क परपत बिकय था उसक अनदर

चलाक1 क भाव आन स दय और चलाक1 दन मिमालाकर दन दन वला और लान वला क शिलाय अबिहीत क करणी ही न गय जी दन

दिदय गय था उसक द उस दन क परयग कई अपन घार खचu क शिलाय करत ही त Ykक हीलाबिकन क Ykक ही जी वही खद कमान स

असमाथा) हीउस बिकस परकर क1 बिवदया नही आत ही वही 0रर स अपबिहीजी हीवही बिकस भा तरी माamp बिवकस नही कर सकत ही त दय करन

कर क1 त नही ही लाबिकन दय करन क उपरनत अगर कई वयशिG समाथा) हीत हय भा कमान क1 इचछ नही करत ही दिदमाग अथाव

0ररिरक शरमा स चन चहीत ही और उस दय क नमा स कमान क द बिफ़जीgtला खच) करन क1 आदत ही गय ही त वही दय नही मिमालान क

द अनय चलाबिकयA स कमान क1 सचग अकसर दय क नमा स मिमालान वला धान क लाग ड र तरही स खच) करत ही यही सतय बिनयमा

ही बिक कमान और खच) करन माamp जीमान आसमान क अनतर हीत ही कमान त हीर कई जीनत ही लाबिकन खच) करन हीर बिकस क पत नही

हीत ही कमान क अनसर अगर खच) बिकय जीय बिकस परकर क अहीमा माamp आकर अगर खच) बिकय जीत ही त कमान और माहीनत करन

भा कर ही मान जीत ही हीर मानय क बिनयमा हीत ही बिक वही अगर ईTर क1 क प स ससर माamp अवतरिरत हआ ही त वही मानव कलयणी

क1 भावन क अपन मान रखकर दय कर तथा) सथानA माamp बिकय जीन वला तभा समाथा) ही जी उस सथान माamp रहीन वला लाग जी क वला दसरA

क1 दय पर ही बिनभा)र ही उनक शिलाय दन क रप समाझ कर दन बिकय जीय अकसर कर क दन कर मा ही चला जीत ही इस त क

और अचछn तरक स समाझन क शिलाय भारत क परशिसदध धामा रमाTरमा धामा क1 ही त ला लादधिजीयवही धामा क वला आन वला तथा) यबितरीयA

क1 क प पर ही बिनभा)र हीअगर कई तथा) यतरी नही आय त वही क लाग भाgtखA मारन क1 कगर पर आजीयampलाखA लागA क वयवसय आन

वला तथा) यबितरीयA क रहीन खन तथा वही क1 परशिसदध वसतओ क चन हीलाबिकन दधिजीसक अनदर दधिदध क बिवकस ही वही वही पर नही

रहीत ही और अपन अनसर अपन औकत तथा बिवदया क ढात चला जीत हीडकटार कलामा सही भा वही क पद हीन वला माहीपरषA

माamp एक मान जीत हीउनहीन अपन बिवदया क परयग करन सख शिलाय और भारत जीस रषटर क सव|चच पद पर आसन भा ही गय जी बिक

उनक परिरवर वला आजी भा समादर स बिनकलान वला सप 0ख और अनय समान क वयपर करन क द अपन जीबिवक चला रही ही उनक

घार क पस माamp आजी भा झपड नमा न हय माकन उनक परिरवर क1 षदभिसथात क त रही ही इस परकर स दय क रप अपन बिवकस क

शिलाय अगर बिकय जीत ही और अपन अनसर ही बिकस गर क पलान क दिदमाग परयग माamp लाय जीत ही त वही दय सचच दय हीइस

दय क अनदर एक करणी और नत हीबिकस क शि0 क दन करनयही भा एक हत ड दन ही और दय क अनदर ही इसक1 औकत

ही ससर माamp दय क करणी चलान वला एन जी ओ आदिद क रप भा समाझ जी सकत ही जी ससथायamp अपन कमा करन क द लागA क

आग ढान क शिलाय अपन तन मान और धान स आग चलात ही व अपन नमा करत चला जीत ही लाबिकन लाभा माamp आन क द और उन

ससथाओ क1 दZलात अगर धान कमान क भाव मान क अनदर आय त वही दय क भाव स अलाग ही जीत ही उस भाव स अलाग जी परभाव

हीत ही वही अमिधाक धान कमान क1 लालास और उलटा सधा करणी नकर और सखययA क जीड ही रही जीत ही जी भा कमा लाभा क

करणी बिकय जीत ही व सभा कगजीA माamp त बिकय जीत ही लाबिकन धारतला पर क छ भा नही हआ हीत हीक छ ससथायamp इस भाव क और भा

अलाग अलाग तरक स धान कमान क शिलाय परयग मा लात हीजीस बिक एक धानवन क अपन सफ़ द धान क कला धान मा परिरवरतित4त करन ही

त वही पहीला इस परकर क1 ससथाओ क दन माamp माटाn रकमा ददग और द माamp उस ससथा स शिलाय जीन वला दन वपस लालागइस परकर

स जी टाकस आदिद माamp चत हीत ही वही ससथा क शिलाय न रहीत हीइस तरही स सरकर और जीनत क सथा धाख ही मान जी सकत ही

और इस परकर क1 ससथायamp जीही भा चलात ही उनक उददोशय मातरी दय क नमा पर गरख धानध करन ही मान जी सकत हीउनहीन अपन

पलानर नZकर पर रख हीत ही और उन पलानर और धान क लाख जीख तयर करन वला चटाuड एकउनटाampटा क1 दZलात व अपन कमा करत

रहीत ही इस परकर क1 दय स भा चन चबिहीयऔर जी भा कमा करन ही अगर हत ड रप माamp करन ही त अपन दवार ही बिकय जीय

और छटा रप माamp करन ही त भा अपन दवार ही बिकय जीय वही दय क दन सस उKमा मान जी सकत हीअगर शि0णी ससथाओ क

बिवकस करन ही त अपन नमा क कभा उपयग नही करन चबिहीयजीस बिक अकसर लाग अपन दद बिपत मात आदिद क नमा स ससथा

क खड कर दत ही और उस चलाकर नमा कमान क1 कशि00 करत ही यही ससर बिवशिचतरी ही यही एक परक बित क लाग नही हीकभा कई

सहीर लान क नमा पर आकर बिगडबिगडयग और सहीर मिमालान क द वही खद क 0र क1 भाबित नकर शिलाय गय दन क रद करन क

अलाव उस ससथा क भा गला दग दधिजीस भाव माamp बिकस क सवथा) आकर टाकर जीय उस भाव माamp बिकय जीन वला दन य दय कर ही

मान जी सकत ही जीस बिकस न अपन गनतवय क शिलाय रसत पgtछऔर तन क दला मा अगर कई धान क दत ही त वही दय य दन

क रप नही हीत ही दन क रप माamp बिकस क गनतबय क तय जीन वला रसत भा दन क ही रप ही जीत ही अकसर रजीन बिकस

क बिकस न बिकस परकर क1 समासय मिमाला जीत ही और वही समासय स सलाझन क रसत बिकस स पgtछत हीऔर तन वला उस सही

रसत त दत ही त वही समासय स छ टाकर परपत कर लात हीयही भा तय गय उपय और तय जीन वला वयशिG क शिलाय दन क ही

रप मान जीत ही आजी क यग मा अगर इस त क सधा सनत क शिलाय दख जीत ही त जी सनत दकषिणी क लाकर और अपन शि0य

नकर अगर जञोन क दन दत ही त वही दय क1 शरणी माamp नही आत ही वही एक माही और अपन क उचच दिदखन क अहीमा माamp 0मिमाला ही

जीत ही दिदय गय रसत और दिदय गय जञोन अगर दिदय जीन वला वयशिG क1 जीनपबिहीचन क1 समा माamp आजीत ही त भा दय और दन

क1 शरणी माamp नही आ सकत ही जीस एक पतरी अपन बिपत स क छ जीनन चहीत ही त बिपत क दवार तय गय उKर दय य दन क1 शरणी

माamp नही आयगयही अपनतव क1 भावन माamp आकर और माही क दवार जञोन क दिदय मान जीयग लाबिकन वही चच अगर रसत चलात बिकस

वयशिG स पgtछत ही और वही वयशिG उच चच क नही जीनत ही त वही दिदय गय जञोन और दय क भाव दन क1 शरणी माamp 0मिमाला ही

जीयग बिकस सडक पर जीन क शिलाय अगर द रसतA क च माamp एक सइन ड) क लाग दिदय गय ही और उस पर सही रसत पर जीन क

कथान शिलाख ही त वही ड) दधिजीसन लागवय ही उसक शिलाय दन क सधान मान जीयगलाबिकन अगर उस ड) क इस परकर क लागवय

गय ही बिक उसक अनदर पस डलाकर रसत क जञोन शिलाय जीय त वही कमान क सधान मान जीयग अकसर कई ससथायamp अपन अपन

अनसर लागA क1 शिचबिकतस क शिलाय अपन अपन अनसर क मप लागत ही वही पर सधारणी जीनत क शिलाय चविक4ग और दवइयA क बिवतरणी

बिन0लक बिकय जीत हीलाबिकन अगर उस ससथान अपन नमा क परचर जीर 0र स बिकय ही और अपन नमा क सथा डकटारA क नमा और

बिवतरिरत क1 जीन वला दवइयA क लाख जीख सक सनय ही त वही बिकय जीन वला सव क भाव नमा और अपन अहीमा परकटा करन

क तरक मान जीयगइस परबितसपधा) क रप भा दिदय जी सकत ही बिक अमाक ससथा न इतन धान इस शिचबिकतस क शिलाय खच) बिकय था

जी उस ससथा न इतन धान खच) बिकय ही यही त अकसर बिकय जीन वला भाडर क शिलाय भा मान जी सकत हीबिक अमाक आदमा न

अमाक सथान माamp इतन लागA क भाजीन करवययही त उस आदमा क शिलाय दन माamp नही सतिलक अहीमा क1 शरampणी मा 0मिमाला ही जीयगलाबिकन

वही आदमा अगर अपन क दिदखव स दर रखन क द भाजीन करवत ही त वही दन और दय क1 शरणी मा बिगन जीयग

दय धामा) क माgtला ही पला माgtला अकषिभामान

जीव जीनत और जीनवरA क अलाव मानय क शिलाय जी उKमा दन क1 और दय क करणी ही व द परकर क मान जीत हीएक सव|Kमा और

दसर अधामा अगर ससर माamp भाजीन और पन नही ही त ससर क दिटाक पन असमभव ही भाजीन और पन क मिमालान स कई भा जीव

जीनत और मानय बिवकटा स बिवकटा परिरषदभिसथाबित माamp दधिजीनद रही सकत ही इन दन क नही मिमालान स बिकतन ही धान दZलात और माय ही कई

नही दिटाक सकत ही दय क शिलाय सतरी और जीवA क सथा गय दय क1 हीमा0 पतरी ही इन करकA क रधवयन माamp रखकर बिकय जीन वला दन

और दय ड ही कमा क1 हीत ही भाजीन और पन क सधानA क दन बिकस भा ससथा क दवार बिकय जीत ही त वही दन सव)शरषठा शरणी

क मान जीत ही सतरी और गय क ऊपर क1 जीन वला दय हीमा0 पणय क दन वला हीत ही सतरी और गय क ही कयA दय क शिलाय

मान जीत ही त बिवदवाजीनA क समाझन चबिहीय बिक सतरी बिकतन ही बिनरक 0 ही उसक अनदर हीमा0 मामात क1 भावन रहीगसमाजी बिकतन

ही उसक सथा अनचर कर वही अपन भावकत क ला पर दधिजीनद रहीन क1 मात रखत हीजी भा कमा आत ही त क वला सनतन पलान

पषणी और अपन सवजीनA क1 र क शिलाय मान जीत ही एक डयन भा अपन चच क सभाला कर रखत ही इस कहीवत क अथा) तभा

मान जी सकत ही जी डयन क सथा भा मामातव क वयवहीर नकर रख जीय गय क दय क1 शरणी माamp परन समाय स क वला इसशिलाय ही

मान जी सकत ही बिक उस क छ भा खन क द लाबिकन वही दग दधा हीवही कभा अपन चच क पस बिकस अनहीन क त तक नही आन

दग जी तक उसक1 जीन रहीगदधिजीस जीव क अनदर इतन अपन चच क परबित दय ही और वही अपन दय क करणी अपन 0रर क भा

समापत करन क1 इचछ क रखउसक सथा Egt रत करन पgtर तरही स अमानषत क1 शरणी माamp आजीत ही सतरी क भागय समाझ कर और

उसक सथा भागA क सख लाकर माथान और पच माकर क परयग करन क द बिकतन ही उस परतकषिणीत बिकय जीयग वही हीमा0 अपन पबित

और परिरवर क शिलाय समारतिप4त रहीग समादधिजीक नधन हीA य 0रर क नधन वही अपन भावनतमाक आव0 माamp सभा क समापत कर सकत

ही लाबिकन इस कलायग क इन दन क सथा ही सस ड अनचर ही रही ही हीत मा आय भाgtकमप स ससर क अनदजी लाग लान चबिहीय

बिक इस द0 क माख वयपरिरक समनध अमारिरक स ही और यही पर ससर क सस अमिधाक एड क मारजी हीयही क बिनवशिसयA क माखय

खन गय क मास हीऔर यही रिरसत नमा क1 चजी समाझ माamp नही आत हीयही तक बिक भाई बिहीन क रिरसत भा अजी ही हीत हीमाथान

0र और मारकटा क करणी यही द0 गर द0A क1 शरणी माamp आत हीअकसमात भाgtकमप आय और एक लाख स अमिधाक वयशिGयA न एक

णी माamp ही अपन जीन गव दnयही तक बिक रषटरपबित क माहीला भा पत नही लाग बिक वही कही गय गय और सतरी क सस अमिधाक

परतणीन इस द0 माamp मिमालात ही यही तक बिक इस द0 माamp भाgtकमप आन क द लागA क1 जीन क1 र त करन दर यही पर सहीयत क शिलाय

जीन वला लागA क भा लाgtटा जीन लागजीस ही भाgtकमप आय दन क1 रशि0 इकटठो करन क शिलाय करडA ससथायamp एक दमा अपन अपन

अनसर समान आन लागयही क वला बिकय जीन वला पपA क करणी ही

गरहीA क 120 गणी

लागन अगर-

माष ही त आदमा क चच ही

वष ही त धान क1 मा0न ही

मिमाथान ही त टालाफ़न ही

कक) ही त भावन क1 पबिडय ही

सिस4ही ही त अहीमा भार हआ ही

कनय ही त कजी) दशमान मार स मिघार ही

तला ही त हीर त माamp फ़यद सचन वला ही

वकषिeक ही त भाgtत क सरदर ही

धान ही त प दद क1 त करन वला ही

माकर ही त चZस घाटा कमा ही कमा ही

क मभ ही त जीलदn रिरसत न सकत ही

मान ही त हीमा0 माZन रहीन वला ही

लागन स सgtय) अगर-

पहीला भाव मा ही त अहीमा भार ही

दसर भाव मा ही त चमाक क आग क छ दिदखई ही नही दत

तसर भाव मा ही त नतगर पहीला ही

चZथा भाव मा ही त रजीनबित वला सच ही

पचमा भाव मा ही त परिरवर मा ही रजीनबित करन वला ही

छY भाव मा ही त प क नZकर समाझत ही

सतव भाव मा ही जीवन सथा क गलामा ही

आYव भाव मा ही त चर दिदला क मारजी ही

नव भाव मा ही त धामा) स भा कमान वला ही

दसव भाव मा ही त सभा कमा नतगर स बिकय जीत ही

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 6: केतु

क दन क शिलाय वही क त क सहीर लात हीचZथा क त क वही अपन कय) क शिलाय सधानA क रप माamp परसतत करत ही लालाबिकत क अनसर

क त क क K भा कही जीत ही और पgtछ वला जीनवरA क शिलाय भा मान जीत हीचZथा भाव क क त उस क K क शिलाय मान जीत ही जी घार

माamp सहीयत दन क शिलाय हीमा0 तयर हीउस कय) भाव क ला आद0 स दन पडत ही और कय) क दन क द क त उतन ही कय) करत

ही दधिजीतन बिक उस आद0 द दिदय जीत हीअगर क त क गर क सहीर बिकस तरही स मिमाला गय हीत ही त वही जञोन क K क रप माamp जीन

जीत हीधा क सहीर मिमाला गय हीत ही त वही तgtन क K और कमानयgtक 0न स सथा दन वला क K न जीत ही और आवजी क सथा

चलान क शिलाय हीमा0 तयर हीन पडत हीरिरसतA माamp इस क त क ससरला माamp जीवई क Kबिहीन क घार भाई क Kऔर मामा क घार भानजी

क K क रप माamp भा मान जीत हीलाबिकन सला क शिलाय जीजी क K भा न जीत हीभाभा क शिलाय दवर भा क K न जीत अगर अलाग

अलाग गरहीA स इस क त क खन बिकय जीयकय क अनदर अगर रह सgtय) स 0शिGमान ही त यही एक सरकर क K भा न जीत ही रह

पर अगर आग य पछ स धा क असर ही त यही डक टान वला डकघार क पसतमान रप क K न जीत हीजी दरवजी पर जीकर

शिचदिटठोय टा करत हीइसक अलाव अगर 0बिन न इसक सथा ला शिलाय ही त यही माकन क नन वला और ईटाA क शिचनन वला मिमासतरी

नमाक क K भा न जीत ही आबिफ़स माamp चपरस य क यरटाकर क1 नZकर करन वला क K भा चZथा भाव क क K क रप माamp मान जीत

हीपन क नला भा क त क रप माamp ही हरदय क1 मारिरयA माamp सहीयक डकटार भा क त क रप माamp ही घार क अनदर बिछ 0नदर पलाग भा क त

क रप माamp अपन परभाव समान हीकर दत हीमागला स क टरोला हीन पर यही हीव दन वला पख भा न जीत हीघार माamp दख जीन वला टाnव

भा न जीत ही और कमपयgtटार नकर घार हीर क1 जीनत स मिमालान और समाचरA क आदन परदन करन वला भा न जीत ही घार क

ऊपर माamp दिदखन वला ऊ चई भा क त क1 करमात हीत हीउKर दिद0 माamp लाग कई खमभ य माइला क टावर भा क त क भान करवत

हीउKर दिद0 माamp न मादिदर य बिगरजीघार क1 चटाn क भा क त क रप माamp मान जीत हीबिकस बिन पK क पड क भा इस क त क1 शरणी माamp

मान शिलाय जीत ही क त क रप पन क1 रशि0 माamp हीन क करणी इस क त क पन माamp खड हआ खमभ भा मान शिलाय जीत हीऔर पन क

बिकनर न एक घार जी कही भा लाजीकर शिसफ़टा कर दिदय जीय वही भा क त क1 शरणी माamp आजीत ही चZथा भाव क क त वला जीतक क मान

माamp हीमा0 दग) क1 भाशिG बिवरजीमान रहीत हीकरणी क त चZथा भाव माamp रहीकर मामातव क रप गरहीणी कर लात हीऔर जी भा भावनयamp धामा) और

बिवTस क परबित नत ही व सभा मा दग) क परबित मान जीत ही जीतक क दग) क भाजीन गन और सनन क शिलाय भा मान जीत ही अकसर

चZथा भाव क क त वला वयशिG क पस अगर वही 0बिन य चनदर 0E और धा क1 रशि0यA माamp नही ही त ह क सख और अगर वही सgtय) मागला

गर क1 रशि0यA माamp ही त दमाद क सख अचछ मिमालात ही क त अपन 0शिG क ड ही ईमानदर स रह और उसक तसर भाव पचमा भाव

और नवमा भाव क गरहीA स गरहीणी करत ही और उसक परभाव स वही जीवन माamp तरकक1 क रसतA पर चलात चला जीत ही अगर क त क शिलाय

यही आवशयक ही बिक बिकस परकर स गलात रशि0 य गलात गरही क असर न मिमालाकभा कभा गचर क गरही क त क अपन स माamp कर लात ही

और क त खद क कटान क शिलाय अपन परभाव दन लागत हीकमाजीर रशि0 क 0बिन अगर कमाजीर हीकर जीतक क क त पर असर दत ही त

जीतक क वला अद)ला क रप माamp कमा करत ही लाबिकन 0बिन अगर ऊ च रशि0 माamp और बिकस जञोन वधा)क गरही क सथा मिमालाकर अपन असर दत

ही त जीतक क अनदर कनgtन तA क समाझन और माय)द माamp रही कर चलान क1 औकत क द दत ही

क त क1 यबित अनय गरहीA स हीन पर मिमालान वला फ़ला

चZथा क त कक) रशि0 माamp हीत ही और परभाव भा मानशिसक दत हीअगर चZथा भाव माamp कई अनय रशि0 ही त मिमालान वला फ़लाA माamp उस रशि0 क

परभाव भा 0मिमाला ही जीयगजीस कक) रशि0 माamp हीन स घार मात पन पन वला सधान जीनकर लाग वहीन और आन जीन गत शिलाखन

भावनय परदरथि04त करन आदिद हीत हीलाबिकन अगर कई अनय रशि0 जीस बिक माकर रशि0 चZथा भाव माamp ही त क त क फ़ला माकर रशि0 स

समतमिनधत ही जीयगघार माamp भा रहीन ही और कमा पर भा जीन हीयन घार क कमाA क सथा सथा आबिफ़स य कय) सथान क भा कमा करन

हीघार क1 गड माamp भा घाgtमान ही और आबिफ़स क1 गड क भा यgtजी करन हीअथाव गड माamp क वला घार आन और आबिफ़स जीन क शिलाय परयग

करन हीघार माamp मात क1 तमारदर भा करन ही और कय) करन क सथान माamp मात जीस सतरी क1 भा आजञो क पलान करन हीघार क अनदर

क1 तamp आबिफ़स माamp ला जीन ही और आबिफ़स क1 तamp घार क अनदर भा लान हीघार माamp रहीकर भावनतमाक गत शिलाखन ही त आबिफ़स माamp

जीकर कय) वला रप शिलाखन हीघार क पलाग पर सत समाय खयलाA माamp जीन ही त आबिफ़स माamp कय) करत समाय बिलाक ला ही सजीग रहीन

हीघार क अनदर पन वला सधानA क नदसत करन ही त आबिफ़स क अनदर जीकर जीनरला पषदभिबलाक क सभालान क कमा करन हीघार क

अनदर नZकर य बिकस रिरसतदर स कमा करवन हीय रिरसतदर क यही उसक1 हक मा उदला करन ही त आबिफ़स माamp जीकर माखय

कय)मिधाकर क1 हक मा उदला करन हीइस परकर क अनय कय क करन ही इसक सथा ही जी चZथा भाव क1 रशि0 क यगतमाक रप

इस रशि0 क बितरीकणी क1 रशि0यA स जीस चZथा भाव क1 पचमा क1 रशि0 वकषिeक रशि0 हीत हीइस रशि0 क सवभाव जीखिखमा लान हीत हीइस

रशि0 क समान अचछ अचछ क1 लात द ही जीत हीइस रशि0 वलाA क डर नही लागत हीव एक र कला स भा क शत लाड सकत हीइस

रशि0 क सवभाव खद क समभलान क भा हीत हीयही अपन क तयर करक रखन वला रशि0 हीत हीयही अपन लागA क शिलाय अपन 0रर

क तयग भा कर दत हीइस रशि0 क उददोशय लाडई करन क हीत हीजी इस रशि0 क1 हीर हीन हीत ही त यही हीर नमा क झ क लाकर

नही रहीत हीखद क अपन ही परयस स समापत कर लात हीयही रशि0 गgtढा हीत हीयही उन करणीA पर बिवTस करत ही जी सधारणी आदमा

क1 पहच स हत दर हीत हीआदिद करणी इस रशि0 क मान जीत हीइस रशि0 माamp जीस बिक मान पहीला क त क माकर रशि0 माamp हीन क वणी)न

बिकय ही क अनसर 0E क1 वष रशि0 सथाबिपत हीत हीदन रशि0यA क परभावA क मिमालान स जीस वष रशि0 क समनध धान स हीत हीत

धान क खच) करन माamp वयशिG क अनदर डर नही हीगवयशिG क सहीशिसक कमाA क शिलाय धान खच) करन स कई बिहीचक नही हीगधान क वही

गgtढा कय क शिलाय आरमा स खच) करगइसक द जी भा कमा जीखिखमा क हीत ही उनस वही धान क कमान क1 बिहीममात रखगपर0शिGयA

क दवार य अपन परयस स पर0शिGयA क1 सधान स वही अपन धान क ढान क कमा करगयही रशि0 खन पन क सधान क1 तरफ़ भा

अपन इ0र करत हीजीतक क अनदर आमिमाष खन क शिलाय य 0मा0न भाजीन क शिलाय भा कई बिहीचक नही हीगलाबिकन मागला अगर

कही भा ऊ च सथान माamp अपन सथान नकर बिवरजीमान ही त वही इन खनA स दर रखन माamp मादद करगआदिद त जीन जीत हीइसक सथा

चZथा भाव स नवamp भाव माamp मान रशि0 क हीन पय जीत हीइस मान रशि0 माamp जी भा रशि0 हीत ही वही अपन परभाव भा मान रशि0 क अनदर

सतमिममाशिलात कर लात हीमान रशि0 मा क1 रशि0 ही और कनय रशि0 सव क1 रशि0 हीमान रशि0 जीतक क बिवद0 माamp बिनवस क1 रशि0 ही त

कनय रशि0 बिवद0 माamp सव करन क शिलाय अपन ला दगमान रशि0 0बित परदन करन क1 रशि0 ही त कनय रशि0 कजी) दशमान मार दकर

अ0नतिनत दन वला रशि0 ही इस रशि0 क सवभाव स क मा और धान वला सधानA क बिवद0 स समनध भा न जीत ही रशि0यA क अलाव

क त क समनध गरहीA स हीन पर भा अपन अपन फ़ला मिमालात हीजीस सgtय) स समनध हीन पर यही 0र क K क1 लाडई क मानयत दत

हीजीवन इस परकर क वयशिG स समनध न जीत ही जी इस क त क ऊपर हीमा0 गर)न क ही कय) करत ही और जीतक क भाग बिलला

नकर रहीन पडत हीअगर धा अपन परभाव दत ही त क त क सथा धा हीन स यही अगरजी क अचछ जीनकर हीत ही और लान माamp

अनय भाषओ क भा परयग करन लागत हीक त स पचमा माamp धा हीन स वही अपन जीन क खर रखन वला हीत ही और उस तरही स

त करत ही जीस बिक बिचछgt अपन डक मार रही हीधा अगर क त स नव हीत ही त बिहीन आ य टाn क पबित सहीयक न जीत

हीमा0त क वG सहीयत करन वला और जीवन तथा धान क रक नकर सहीयत करन वला हीत ही यही क त दभाबिषय क कमा भा

करत हीजीवन माamp आन वला मा0तA क वG अपन जीन स बिकय जीन वला कय क यही भागतन परपत करत हीजयबितष य गgtढा

बिवषयA माamp यही अपन जीनकर अचछn रखत हीनटावरकिक4ग और कमपयgtटार क अचछ जञोन हीत ही0बिन क हीन स घार माamp वकलात क कय)

करत ही य कमाजीर हीन पर दजीt क कय) करत हीकमपबिनयA क जीडन क नय गरहीक नन क और माकन क बिनमा)णी करन क

सहीयक न जीत ही0बिन क अषटमा माamp हीन स कय) करन वला आदमिमायA क बिवद0 भाजीन क शिलाय दलाला करन वला जीमान जीयदद य

0बिन वला करकA क खरदन चन क कय) करन वला मान जीत हीदवई क1 कमपबिनयA माamp कय) करन वला और असपतला क अनदर

कमपउडर क कय) करन वला न जीत ही0मा0न माamp कबरा खदन वला न जीत हीअथाव गदn सत माamp पड रहीन वला वयशिG न

जीत ही इस परकर स अनय गरहीA क सथा इस क त क अपन अपन समाजीसय नत ही

इस शिचतरी मा दख इस लाडक1 क1 लागन क क त छY भाव क मागला द स पबिडत कर रही ही मिमाथान लागन क1 यही लाडक1 हत तgtनही कलापरष स माष रशि0 लागन क1 मानयत क दत ही 0रर क अगA माamp यही शिसर क1 करक हीत ही क त क मिमाथान रशि0 माamp आत ही नच

क क त क1 मानयत ही जीत ही और रह अपन धान रशि0 क सपतमा माamp चला जीत ही रह भा नच क परभाव दत ही इस क सथा मागला क1 वकषिeक रशि0 क डला क छY भाव माamp बिवरजीमान ही जीत ही और जी इस रशि0 माamp मागला भा अपन परभातव जीमा लात ही त यही रशि0 पgtर तरही स खतरनक ही जीत ही मागला स अगला रशि0 माamp रह बिवरजीमान हीत ही और वही नच क हीन क करणी अपन नचत स जी नही आत ही मागला क द रप एक नक और एक द यही परिरभाष लालाबिकत क अनसर तई जीत ही द मागला क दवत भाgtत

परत बिप0च आदिद तय गय ही और नक मागला क दवत हीनमान जी और उKमा दव तय जीत ही लाबिकन रदर0शिG क अनसर वरकषिeक रशि0 क रदर शि0वजी क रप माamp भा मान जीत ही गयरहीव रदर हीनमानजी क तय गय ही शि0व अघार रप माamp वकषिeक रशि0 क मान जीत ही और जी वयशिG इस लाडक1 क शिलाय तबितरीक परयग करन वला ही वही इसक सपतमा भाव क परयग करन क द इस लाडक1 पर अपन परयस क परबिषत करग एक र इस लाडक1 क दरवजी पर एक नग माला क चला वयशिG दधिजीसक अनदर दgt आ रही था क छ खन क शिलाय मागन क शिलाय आय इस लाडक1 न उस घार क अनदर न हय दला और रटाn खन क शिलाय दन चही उसन इस लाडक1 स मास पककर खिखलान क शिलाय कही इस त पर इस गसस आय और आसपस स द चर लागA क लाकर उस वयशिG दरवजी स

भाग दिदय वही वयशिG जीत जीत लाकर गय बिक एक तझ भा नग नही घामा दिदय त दखन एक माबिहीन क द यही लाडक1 अपन ला नचन लाग और भाददोn भाददोn गशिलाय दन लाग आसपस क लागA न इस मानशिचबिकतसक क दिदखय उस पगला खन माamp भातt कर दिदय गय लाबिकन एक सला तक कई इस लाडक1 पर दवइयA और इलाजी क फ़क) नही आय इसक परिरजीन इसक1 जीनमा पतरी और

बिववरणी लाकर मार पस आय मान जीनमा पतरी माamp दख त उपरG गरही षदभिसथाबित समान आय उपय क शिलाय लाडक1 क उन तबितरीक धाओ स माशिG क शिलाय क वला क त क सला नकर ही उस सधार जी सकत था क त क1 सलात क शिलाय दग) उपसन और सपत0त क

हीवनतमाक रप भा करन जीरर था लाबिकन जी उपय सस अमिधाक करगर सबित ही सकत था वही कला क बिवपरत परतयबिगर सततरी नवरतरीA माamp मान उस लाडक1 क उसक पबित और भाई क सथा लावय और बिवमिधा बिवधान स कला क माहीबिवपरत परबितयबिगर

सततरी क पY बिकय और अकषिभामाबितरीत जीला क उस बिपलान लाग दिदन दिदन उस लाडक1 क अनदर दलाव आन 0र ही गय कभा कभा वही एकदमा नव)स ही जीत और हत जीर स हीसन लागत कभा अचनक रन लागत कभा अचनक गशिलाय और तडफ़ड पर उतर ही जीत लाबिकन मान अपन बिहीममात नही हीर अषटमा क दिदन बितरीमाधाgt स परतयबिगर क हीवन बिकय और पY ( एक परकर क फ़ला जी पY

नमाक1 मिमाYई क शिलाय परयग बिकय जीत ही) क1 शिला मा कला क परदन क1 परसद लाडक1 क खिखलाय वही हत अचछn तरही स तamp करन लाग और ऐस लागन लाग जीस उस क छ भा मार नही ही

इस लाडक1 क पgtर शिचतरीA सबिहीत बिववरणी आप इस सलाइड 0 क मारधवयमा स दख सकत ही-

क त क दसर नमा सहीर दन वला सधानA क रप माamp जीन जीत ही बिन सहीर क चच भा जीनमा क द खड नही ही सकत हीऔर

जीवन उसक हीथा पर 0रर क बिवकषिभानन अग सहीर क रप माamp कमा करत ही क त क1 समा उस परकर स अननत ही जीस बिक रह क1

समाअनय बिकस गरही क1 समा क आरमा स वरणिणी4त बिकय जी सकत ही लाबिकन रह क त क1 समा क वणी)न नही बिकय जी सकत ही यही

दन ही छय गरही ही और दन परकर क1 0शिGयA क रप माamp कमा करत हीद परकर क1 0शिGयA माamp क त नकरतमाक ही लाबिकन दिदखई दत

हीरह सकरतमाक ही लाबिकन दिदखई नही दत ही इस शिचतरी माamp आप दख रही ही बिक पन क अनदर स द कमाला नला बिनकला ही और दन पर

बराहम और बिवणी बिवरजीमान हीयही दन सकरतमाक रप क रप माamp जीन जीत ही बराहम क कमा बिनमा)णी करन ही और बिवणी क कमा बराहम

क दवार बिनरमिमा4त समिषट क पलान करन हीलाबिकन आप दख रही हीAग बिक भागवन शि0व 0र पर लाटा हीऔर उनक1 नकषिभा स जी कमाला नला

बिनकला हीऔर ड स कमाला क फ़gt ला हीउस फ़gt ला पर पचमाख तथा दसभाजीओ क धारणी करन वला 0शिG कमाखय दव बिवरजीमान

हीयही 0शिG बिकस भा जीव क1 सकरतमाक परवकषिK क अव0बिषत करन क द एक नय बिनमा)णी क बिवकस करन क शिलाय जीन जीत ही

सहीर क ही दसर नमा नय बिनमा)णी हीयही स आप गत माamp पढा सकत हीबिक आतमा परन 0रर क तयग कर नय 0रर क धारणी उस

परकर स करत ही जीस एक मानय परन वसतरी क तयग कर नय वसतरी क धारणी करत ही मात कमाखय क लागन क क त क रप माamp

मानयत दn जीत हीजीस गर और मागला क सथा अगर रहीवamp भाव माamp ही त मा तर क रप मिमालात ही उस परकर स लागन क क त क शिलाय

मात कमाखय क जीन जीत ही ससर क कई भा जीव बिन उस परकर क जीव क अपन नय दही क नही धारणी कर सकत हीएक

ही परकर क जीव क अनदर दन परकर क जीव एक सकरतमाक और नकरतमाक क भा हीन जीरर ही जीस परष सकरतमाक ही और

सतरी नकरतमाक ही सतरी क कमा एक तरफ़ परष क1 सकरतमाकत क ढान क ही और दसर तरफ़ माथान क दवार उस सकरतमाकत क

अपन गभा) माamp सथाबिपत करन क द नय जीव क बिनमा)णी करन क ही मातला एक तरफ़ त वही अपन पबित क बिवकषिभानन परकर क भाजीन फ़ला

और अनय सरधवय सधानA क दवार पबिषत करत ही त दसर तरफ़ अपन माथान क दZरन उस वय) नमाक पक हय पबिषत रस क गरहीणी कर

लात ही जी 0रर मात क दवार पद बिकय जीत ही वही नय रप माamp हीत ही मात उस 0रर क पलान पषन माamp कई कतही नही करतत

सतरी रप माamp उस पला हय 0रर क अव0षणी करन क द नय 0शिG क पद करन स मान जीत ही यही Eमा लागतर चलात रहीत ही

0रर क1 बिनमा)णी परबिEय क पgtर करन क शिलाय नकरतमाक और सकरतमाक दन रपA क हीन अबित आवशयक हीत हीचही वही 0रर

मानय रप माamp ही य जीनवर य क1टा पतग प व बिकस भा रप माamp हीनकरतमाक और सकरतमाक रप हीन अबित आवशयक ही यबिन

रप माamp मात कमाखय और सिला4ग रप माamp भागवन शि0व क पgtजी जीत हीयही दन रप ही ससर क1 उतपकषिK और बिवन0 क करक मान

जीत ही लागन क क त क शिलाय अकसर लागA क अनदर भरानतिनत रहीत हीबिक यही क त क वला सहीयक क रप माamp ही पद हआ ही और जीवन माamp

तरकक1 नही कर सकत ही लाबिकन यही सच कतई गलात हीससर क हीर जीव जीनत व आदिद सभा क शिलाय बिकस न बिकस परकर क1

सहीयत क शिलाय ही पद हय ही परक बित क सतलान क शिलाय जीही सकरतमाकत अमिधाक पद ही जीत ही वही परक बित पहीला स ही

नकरतमाकत क पद करन क शिलाय नकरतमाकत क तयर रखत ही जीस एक वन माamp अगर सZ बिहीरणी उसन पद क वला इसशिलाय बिकय ही

बिक व घास पत और वA क खकर उनक1 सखय क परक बित क अनपत क बिहीस स सयत रखampत व बिहीरणी जी सZ स अमिधाक नही ही

जीवampइसशिलाय दस 0र य बिहीरणीA क मारन वला जीव भा पद कर दिदय ही जी जीव हत ही स0G ही उनक शिलाय दधिदधजीव जीव पद कर

दिदय ही जीस बिक मानय मानय क सतलान क शिलाय भा परक बित अपन अपन समाय पर कई न कई बिवन0 लाला उस क1 गषदभिलतयA स परसतत

कर दत ही इसक अलाव भा मानय मानय क ही मारन और अमिधाक सखय माamp नही हीन क परबित उसक अनदर परक बित एक परकर क

दभा)वन रप जी दत हीजीस भाई भाई त आरमा स रही सकत ही लाबिकन उनक1 पतमितनय आपस माamp र भाव और दभा)वन स एक दसर

क सथा सथा नही रहीन दतअथाव उन दन क अनदर उन आवशयकतओ क पद कर दत ही बिक व हीर कर अलाग अलाग ही जीत ही

कई बिकस क धामा) स मार दत ही कई बिकस क समाजी स मार दत ही कई द0 क नमा स कई जीबित क नमा स कई रजीनबित क नमा स

यही परतय रप स मारक रप नही हीकर अपरतय रप स मारक 0शिGय सव) 0शिGमान मानय क अनदर भा परक बित न दn ही सहीयक क

रप माamp लागन क क त पच परकर स नकरतमाकत भारत हीऔर उस अनपत माamp लागन स सपतमा क रह खला जीगही क भारन क कमा

करत हीऔर सकरतमाक ला दत ही जीस लागन क क त तसर नजीर स तसर भाव क दखत ही और जीतक क अनदर अपन शिलाखन क1

कला क य शिचतरीकर क1 कला क दत ही कलामा और पपर दत ही कमपयgtटार दत ही क1 ड) क दत ही त सपतमा क रह शिचतरीकर क

करन क शिलाय दिदमाग क पद करत ही कमपयgtटार क अनदर सफ़टावयर क रप माamp दिदमाग क दत हीतसर भाव अपन क परदरथि04त करन क

भा हीउसक शिलाय लागन क क त अपन छटा भाई बिहीनA क अनदर नकरतमाकत क भारत ही त सपतमा क रह उन छटा भाई बिहीन क

अनदर उनस पचमा सथान माamp Y कर अचनक बिवदया वला यग पद कर दत ही और व अचछn बिवदया क परपत करन क द दिदमागदर न

जीत ही लागन क क त घार स हीर रहीन क ला दत ही त सपतमा क रह हीर रहीन क शिलाय वही क रबित रिरवजी और खनपन तथा

अलाव समनधA क परबित अपन ला दत हीदधिजीसस वयशिG क हीर रहीन क शिलाय कई पर0न नही ही सक लागन क क त अपन पचमा

दिदरमिषटस सनतन भाव क दखत ही और उस खला रखन क1 कशि00 करत हीलाबिकन सपतमा क रह अपन गयरहीवamp सथान क एक ऐस

सकरतमाक पतरी द दत ही जी अनय सZ माamp अपन नमा कमाकर चलान वला ही और पgtर परिरवर क अलाव अनय लागA क शिलाय भा अपन ला

दन क शिलाय मान जीय लागन क क त धान स परEमा स घार स और शि0 स दर करन क1 कशि00 करत ही और जीवन सथा क भा

वचला य झgtY लान क1 आदत दत ही0दn क द जीतक क समादधिजीक जीवन असतवयसत ही जीत हीबिकतन ही माहीनत क1 जीव वही

कर स सबित हीत हीअचनक बिकस न बिकस मामाला माamp खच) हीन जीरर पय जीत ही जीतक क जीवन सथा क1 उगशिलाओ पर

नचन जीरर पडत हीकरणी अकसमात बिनणी)य लान क1 आदत स वही बिकस लायक नही रहीत ही दधिजीतन ला जीवन सथा क दवार द दिदय

जीत हीयन दधिजीतन च भार दn जीत ही उतन ही चलान क शिलाय रजी हीन पडत ही

लागन क क त और अनय गरहीA स समनध

क त क दवार नई गई खला जीगही क मानय आजीवन उस भारन क शिलाय परयतन0ला रहीत हीक त क हीला गगर माamp सगर क पद करन

जीस हीत हीदधिजीतन यही असरकर हीत ही उतन ही मानय परयतन 0ला रहीन क शिलाय माजीgtर हीत ही मान पहीला भा कही ही बिक ससर क1

हीर वसत और जीव क अनदर रह क त क समाव0 हीजीस लाकड क1 सर क ही ला लादधिजीयसर क त ही और उस जीन वला और

उसक छद रह हीकपड क1 टान क त हीयही गचर स दधिजीस भाव माamp आत ही उस भाव क1 करक वसतओ माamp रकवटा पद कर दत हीक त

क कमा मा क परदन करन हीत हीकय) स क त क कई मातला त तक नही हीत ही जी तक बिक रह अपन आद0 नही द लागन क

क त अगर 0बिन स 0शिसत ही त वही वकलात क गणी पद कर दत ही0बिन क त ही दजीt क1 औकत दत हीलागन क क त मारक टिटा4ग करन

वला वयशिG न जीत ही0बिन स पतथार लाही नZकर परपटा आदिद क कमा करन लागत हीसgtय) स सरकर नZकर नकर कमा करन लागत

ही और सरकर कमाA क अनदर सरकर आद0A क परबिषत करन और सरकर आद0A क ननचनव आदिद लाडकर जीनत क अनदर

बिवजीय नन और बिyenर जीस सरकर अपन कनgtन और करणीA स अपन कय) करवय उनही करन 0E क सथा क त क समाजीसय भा नही

Y पत ही य त जीतक क दिदला अपन क परदरथि04त करन क हीत हीय बिफ़र जीतक क तय गय ढाग स कय) करन हीत हीजीतक

कय) उस परकर स करत ही जीस कई कय) पर परगरमा बिकय गय ही कYपतला इसक माखय उदहीरणी हीउसक अगA क बिहीलान वला

कई औरगन वला कई और भावन क समाझन वला कई और हीत ही इस क सथा अगर गर क त क लालात ही त गर जी समनधA

क करक हीत ही यही क त समनधA क करवन क कय) करत हीजीस बिक 0दn बिववही करवनबिकस परकर स जी पहीला स बिनदuशि0त

कनgtन ही और उनही कनgtनA क अनसर ही वयशिG क सजी दन य सजी स र करन क कमा भा गर क त करत हीहत ही धारमिमा4क हीन स

जीतक क रधवयन समामिधा क1 तरफ़ मान चला जीत ही और वही अपन क पgtणी) रप स भागवन य परक बित क ऊपर छड दत ही जीस परक बित

उसस करवत ही वही करत रहीत ही इकक क घाड क1 तरही भा मान जी सकत हीउस लागमा नमा क रह क अनसर चलान पडत ही

अपन माजीt स कही भा नही जी सकत ही खत माamp न वला जी क1 तरही स मान जी सकत ही जी तक उस य नही जीयग और रह

नमा क1 परक बित क1 0शिG नही दn जीयग वही अपन आप जीमाग नही पgtजी माamp जीय जीन वला 0ख मान जी सकत ही जी तक उस

जीय नही जीयग रह नमाक1 फ़gt क उसक अनदर नही मार जीयग वही आवजी बिनकलाग ही नही

क त क सला य द)ला क त क1 भावन ही करत ही

इस क उदहीरणी हीमा आजी क न टार इनवटा)र स ला सकत हीइसक कमा बिजीला क इकटठो करन क द अपन पस रखन हीत हीजीस

ही बिजीला चला जीत ही वही बिजीला क अपन पस स सपलाई करन 0र कर दत हीकमा य अमिधाक बिजीला क दन क शिलाय टार जी बिक

एक क त क ही रप हीक1 सरजी ढान स वलटाजी ढाय जी सकत हीऔर परलाला लागन स उसक1 0शिG यन वटाजी ढाय जी सकत

हीकई क त एक सथा मिमालाकर कमा माamp लान स 0शिG क परद0)न सही रप स बिकय जी सकत ही लाबिकन तदत स अमिधाक क त क सहीयक

हीन भा समाय क द दखदय ही सकत ही जीस एक ही बिवषय क पढान और उस बिवषय स समतमिनधत बिववरणी अगर भाबिवय माamp दला

जीत ही य नय कई आबिवकर ही जीत ही त वही कर ही सबित हीजीयगजीस बिक पहीला टालाफ़न क1 मानयत खgt थालाबिकन

माइला क आत ही उसक नन वला चन वला और चलान वला सभा कर ही गय क त क खर हीन स 0रर क अगA स पत चला

जीत हीजीस बिक हीथा सनन ही गय और कमा नही कर रही ही इसक मातला ही बिक क त खर नही हआ ही हीथा क 0शिG दन वला रह क

खर हीन मान जीयगआख स कमा दिदखई दन 0र ही गय ही त वही भा रह क दखन पडग सधा स क त क नही दखampगक त क त

तभा खर मान जीयग जी हीथा य आख बिलाक ला ही खतमा ही गय ही दधिजीस परकर स गड क1 पटरोला खतमा हीन स वही सडक पर खड

ही जीत हीउस परकर स लागन क क त बिकस न बिकस परकर स 0रर क अनदर स रह क1 0शिG समापत हीन पर कर ही जीत ही0रर

क अनदर रह क सथान अदरशय 0शिG क रप माamp जीन जीत ही और रह मासतिसतक माamp बिनवस करत हीमासतिसतक स सचन समाझन क1 0शिG

क कर हीन भा क त क रद करन क शिलाय माखय मान जीयग पन क अनदर स सयही क खतमा हीन स रह और क त क र माamp नही

सचन पडगसयही क करक गरही क सचन पडग बिक उसक अनय करक गरही भा सथा द रही ही बिक नही

लागन क क त और उसस समतमिनधत रिरसतदर

क त क समनध 0बिन स हीन पर जी भा रिरसतदर हीत हीव स कमा धानध स समनध रखत ही यही समनध चबिहीय Yक दर स जीड ही य बिफ़र

बिकस पटा क पस करन स अथाव दकन माamp कमा करन वला हीलपर क रप माamp हीसgtय) स समनध हीन पर ड भाई क1 सनतन स भा मान

जीत ही भातजी क रप माamp भा मान जी सकत ही अथाव वही बिपत क सला यन मामा स भा मान जी सकत हीअथाव बिपत क दवार रख

गय नZकर भा मान जीत ही इसक अलाव चनदरमा स समनध हीन स मात खनदन स समतमिनधत रिरसतदर मान जीत हीनन क र माamp भा

यही क त अपन समाथा)न वयG करत ही मागला क सथा हीन स चच य मामा य खgtन क रिरसतदरA स भा मान जीत ही ड भाई य छटा

भाई क सला स भा समनध मान जीत हीधा क सथा हीन स भानजी क रप माamp भा मान जीत हीऔर अगर धा क सथा रह तजी ही त वही

बिहीन क पबित क रप माamp भा मान जीत ही गर क सथा हीन स वही बिकस धारमिमा4क वयशिG क चला भा मान जी सकत ही अथाव बिकस

परकर स अपबिहीजी हीन क1 द0 माamp सथा दन वला घार य हीर क वयशिG भा मान जीत ही0रर क अगA क र माamp अगर गर और क त

बिकस खर गरही स समतमिनधत ही त यही बिकस परकर स समतमिनधत अग क रद करन क शिलाय भा मान जीत ही 0E क सथा क त क

हीन स यही पतन क हीलपर क रप माamp परसतत करत ही अथाव बिकस करणी स पतन क हीलपर नकर ही रहीन पडत ही पतन क हीलपर न

कर रहीन स वही अपन बिवचरA और कय| क अपन अनसर वयG नही कर सकत ही वही क वला अपन पतन य पबित क1 आजञो पर अपन

0रर और मान क बिगरव जीस रख दत ही

RAHU

Rahu is personified as a diplomat and a shadowy planet and a legendary deceptor when

disposed beneficially Indicates diplomatic jobs jobs requiring manipulations with facts deals

in poisons and drugs It signifies cheats pleasure seekers insincere and immoral acts etc

It is phlegmatic in nature and gives malignant growth When afflicting causes malignant

growth disease of phlegm intestines boils skin ulcers spleen worms high blood pressure

etc It gives smoky and unpleasant appearance due to habits of overeating resulting in foul

smells and unclean body and nails

KETU

It is dry and fiery in nature Its affliction causes wounds inflammations fevers intestinal

disorders aberrations low blood pressure deafness defective speech and gives emaciated

body with prominent veins It is personified as a saint and inclines a person more towards

mystic science and spiritual pursuits

क त दसर भाव माamp अपन फ़लाA क धान और भाZबितक सधानA क रप माamp अभाव दन क कमा करत हीऔर इस अभाव क पgtर करन क शिलाय

रह अषटमा सथान जी माZत क सथान ला जीत ही स पgtर करत ही इस भाव क क त क टाम क नमा स भा जीन जीत ही और परिरवर क

आग चलान क शिलाय मामा भानजी य सला क रप माamp आकर परिरवर क1 पgtरतित4 क दन वला हीत हीगचर स यही परिरवर जीनA क हीर

रखन वला और जीनमा क डला स परिरवर जीनA क समापत करन य दरसथा भाजीन वला मान जीत ही इस भाव क क त वला जीतक क

अकसर एक भाई और हीत ही और वही वकषिeक रशि0 क य वकषिeक लागन माamp पद हीत हीघार क शिलाय वही अपन दवार अपन बिEयओ स एक

तरही स रद करन वला ही मान जीत हीघार क अनदर सतरी जीतकA क अभाव ही जीत हीमात क भा ड मार हीत ही अकसर

मात क परबित यही क त मागला वला असर पद करत हीनकषिभा स नच क1 मारिरय आदिद हीत हीअकसर मात क शिलाय सजी)न क1 छ र हीमा0

इनतजीर ही बिकय करत ही

क त क सवभाव हत ही हीYkला हीत ही दसर भाव माamp

दसर भाव क क त अपन आदतA क क छ इस परकर क न लात ही बिक उस हीर कमा क करन क1 हीY पद ही जीत हीबिकस भा वसत क

लान ही त वही उस वसत क लान क शिलाय अपन सभा परयसA क करन स नही चgtकत हीऔर उस वसत क जी तक परपत नही कर लात ही

त तक उस चन ही नही आत ही यही हीला भाजीन क मामाला माamp भा दख जीत हीउस खन स अमिधाक चखन क1 आदत हीत हीअकसर इस

भाव क जीतक क1 जीभा अपन हीAY क चटा करत ही उसक समान क चर दत नक1ला हीत ही और दतA क1 नवटा एक जीस नही हीत

ही कई भा कमा करत वG जीतक क आलास जीरर आत ही

धा

प(तमलयमबारधर करणि01करसमदयदवित

खडगचमगपणि0 सिस1हसथो वर बाध

धा एक सZमय गरही ही सgtय) चनदर मागला एव अनय गरहीA क1 भाबित धा क बिवषय माamp भा अनक पZरकषिणीक आखयन मिमालात ही

धा क1 उतपकषिK क सधा माamp एक रचक कथा मिमालात ही कही जीत ही बिक अबितरी पतरी चदरमा दव गर हीसपबित क शि0य था बिवदया अरधवययन क1

समानतिपत क पeत जी उसन गर क दकषिणी दन चही त उनहीन स उसस कही बिक वही दकषिणी गर पतन तर क द कर आय

चनदरमा जी गर पतन क अपन दकषिणी दन गय त गर पतन क रप दखकर वही तर पर आ0G ही गय और उस ला जीन क1 हीY

करन लागगर पतन न उस खgt समाझय पर वही न मान जी हीसपबित क यही त मालामा हय त उस शि0य जीन उनहीन भा उस हत

समाझयपर चनदरमा न अपन दरगरही नही छड अतत वही यदध क शिलाय ततपर हय और गर क यदध माamp हीर दिदय दवतओ न भा चनदरमा

क समाझयलाबिकन वही अपन हीY पर अड रही जी शि0वजी क चनदरमा क अनचर क पत चला त व Eमिधात ही उY और चनदरमा क

दड दन क शिलाय चला पड चनदरमा बिफ़र भा नही मान उसन नतरीA दतयA असरA क सथा सथा 0बिनeर और मागला क सहीयग स शि0व स यदध

करन क बिनणी)य बिकय अ घार यदध 0र ही गय तनA लाग भायभात ही उY अतत बराहम न हीसतप क बिनणी)य शिलाय इस र चनदरमा

झक गय और उसन गर पतन तर क लाZटा दिदय

एक वष) द तर न एक कनतिनतवन पतरी क जीनमा दिदयउसक बिपत चनदरमा ही था चनदरमा न उस पतरी क गरहीणी बिकय और उसक नमा धा

रख गय

धा क बिवषय माamp और भा अनक आखयन मिमालात ही बिवद0 पZरकषिणीक आखयनA माamp धा क समनध माamp अनक कथायamp मिमालात हीयgtरपय जीन

इस मारकर क नमा स जीनत ही पर इसक1 धात हीजी चनदरमा क परभाव स हीन वला और 0बिन मागला क परभाव स Yस तथा गर क

परभाव स भार मान जीत ही

खगलाय बिवजञोन मा धा

धा सgtय) क सस बिनकटा रहीन वला गरही ही उसक वयस तन हीजीर माला हीतथा सgtय) स उसक1 मारधवयमा दर तन करड सY लाख माला ही

यही सKइस माला परबित सकamp ड क1 गबित स अटठोस दिदन माamp सgtय) क1 एक परिरEमा करत ही पथव स दखन पर यही सgtय) स सKइस अ0 स

अमिधाक दर पर नही हीत ही

जयबितष 0सतरी माamp धा

जयबितष 0सतरी माamp धा क रपवन माY लान वला और सपषट लान वला तथा हीर रग क तय गय ही इस कलापरष क1 वणी क1

उपमिधा दn गय ही सभा गरहीA माamp धा क यवरजी क पद मिमाला ही धा क दवार पबिडतई वला कमा वणी क1 0शिG कलाकर गकषिणीत बिवदया माamp

चतरत शिलाखन आदिद क बिवचर बिकय जीत ही यही तवच परधान गरही हीधा क क डला माamp अचछ हीन स जीतक क1 तवच अचछn हीत हीऔर

धा क खर सथान माamp Yन य बिकस पप गरही क दवार पपEत हीन जीतक क तवच वला रग हीत हीयदिद जीनमा क डला माamp धा खर

ही त अपन द0 अनतद)0 माamp वय कफ़ बिपK स उतपनन तन परकर क रग दत हीयही 0रर क तबितरीक ततरी यन नव)स शिससटामा क अमिधाकर

ही यदिद धा पबिडत हीत ही त वयशिG क अनदर क1 सचन समाझन और माहीसgtस करन क1 0शिG कमाजीर हीत हीजीस ख0gt दgt क पत

नही चलानतवच क सनन ही जीनचटा लागन य बिकस क1ड क कटान क पत नही चलानतवच माamp कभा कभा कला रग क चकK पड

जीन और अपन आप ही समापत ही जीन आदिद त भा दखन क मिमालात ही 0रर माamp धा क आमिधापतय छत और जीओ क आग क

भाग क भा माशिलाक नय गय हीदधिजीस जीतक क1 क णडला माamp धा चनदर क1 यबित हीत ही वही माजीबिकय सवभाव क हीत हीअकसर इस

परकर क जीतक दसरA क बिकस न बिकस परकर स नकसन पहचन माamp अपन आननद क ढान जीनत ही धा क खर हीन पर 0E क

सहीर लान पडत हीधा रह क दष स दर हीत हीवयपर करन इसक1 माखय पबिहीचन मान जीत हीवयपर माamp भा उन कमा स दधिजीनक

अनदर तA स कमाय जीत ही

जी जीतक पgtव) जीनमा माamp न बिकय जीन वला कमाA क करत हीदसरA क पर0न करन माamp दधिजीनक आननद आत हीतA क1 चलाक1 स लागA

क लाgtटा हीत हीतA क शिलाखकर कही कर लागA क पर0न य गमारही बिकय हीत हीइस परकर क जीतकA क माखय दख दमपतय जीवन

क हीत ही उनक1 0दिदय सही समाय पर नही हीत हीहीत भा ही त समनधA क सख नही हीत हीपबित य पतन बिकस भा परकर स सही

त नही करत ही घार क अनदर सभा सदसय तA क1 लाडई माamp मा0gtगला ही जीत हीबिकसन कय कही ही क परबित अकसर कर क1 हीस हीत

हीपबित पतन माamp मानमाटाव कलाही और अगर समनध नत भा ही त समनध बिवचछद भा करवन माamp धा क हत ड माहीतव हीत ही धा

अकसर वयपर माamp अपन गबित परदन करत ही दधिजीन जीतकA न अपन जीवन माamp अचछ कमा) बिकय हीत ही त वही वयपर माamp कफ़1 ढाKर

करत हीऔर र कमा क परभाव क करणी चलात हआ वयपर अकसमात ही नच जीन लागत ही और घार क अनदर भा कला0 हीन क करणी

सधानA माamp कमा हीत जीत ही दधिदधमान हीन पर भा कई त नही नत हीऔर वही अपन चतय) क भा रद करत रहीत ही अचछ

धा अचछ वयपर नत हीधान और धानय स पgtणी) करगजीवन पgtर आननद माamp तग आदिद तamp भा समाझ माamp आत ही धावर धा क

मिधान हीपनन इसक रतन हीदधिजीसक धारणी करन स यही लाभाकर हीत हीपतला इसक1 धात हीऔर अनन माamp हीर माgtग इसक अनजी ही धा क

नतरीA माamp अशलष जयषठा एव रवत हीधा क1 रशि0य मिमाथान और कनय ही दधिजीसमा मिमाथान सकरतमाक और कनय नकरतमाक रशि0 हीत ही

लाबिकन कनय रशि0 माamp यही जीतक क माYk वणी लान वला और समाजी माamp अपन क मिमालाकर चलान वला मान जीत हीपनदरही अ0 माamp

यही परमा उचच क हीत ही और मान रशि0 माamp यही पनदरही अ0 माamp परमा नच क हीत ही

अक0सतरी माamp धा

अक बिवदया माamp पच क अक धा क अक ही और दधिजीसक जीनमा 51423 तरख माamp हआ हीत ही उसक शिलाय धा क परभाव जीवन माamp

माहीतवपgtणी) मान जीत ही इन अकA स समतमिनधत जीतक अमिधाकतर जीलदजी हीत हीबिकस भा त क बिनणी)य लान माamp दर नही करत हीऔर

अकसर इनक दिदमाग खजी हीत हीइस करणी स नय नय तA क1 खजी क करन क द यही जीलदn स धान कमान क परबित अपन

दिदमाग चलात रहीत ही इनक दिदमाग ड स ड वयपर चलान माamp भा नही घाडत ही और उसक मातला चही लाभा स ही य हीबिन स इनही

मातला नही हीत हीलाबिकन धा क अचछ परभाव क करणी इनक वयपर अकसर सफ़ला ही हीत ही अकसर वयपर क कमाA क तनव क

हीन क जीgtद भा यही अपन कमा क आरमा स सभाला ला जीत ही धावर और 0Eवर इनक शिलाय अचछ दिदन हीत हीधा परधान

जीतकA क सवभाव 0माtला और लाचला हीत हीइन अदओ क करणी स भा यही अनय लागA क दिदला जीत लात ही इन जीतकA क धा क

रतन पनन पबिहीनन स भा आरमा मिमालात हीऔर गय क हीर घास खिखलान स भा इनक जीलदn आरमा मिमालान लागत हीधा क जी मातरीA क

जीप भा इनक शिलाय लाभाकर हीत ही धा क1 क प स जीतक क पस अथाही समपकषिK आन लागत ही और समाजी सथान माamp आदणीtय भा ही

जीत ही

धा परधान वयशिG दधिदधमान हीत ही इनक शिलाय ससर क जञोन स ढाकर और कई खजीन इनक पस नही हीत हीबिकस भा करणी क 0धा

करन क द यही प एच ड जीस उपमिधाय आरमा स लालात ही यही सगत बिपरय भा हीत हीवकपटात क परभाव इनक पस हीत

ही0शिG0ला बिवचरवन सZनदय) क पजीर भावन परधान बिवदयावन और दधिदधजीव हीत हीशिलाखन क1 कला इनक1 अचछn हीत ही और अर

नन क1 कला इनक पस अदभात हीत हीहीर कमा क सच समाझ कर ही करत हीखला सथान इनही अमिधाक पसद हीत हीखच) करन क

अनदर इस परकर क जीतक क जीgtस भा हीत हीदधिदध परधानत वला कमा जीस जयबितष डकटार वक1ला दलाला वयपर लाखक gtगर वला

कमा और अथा)0सतरी माamp बिनपणीत वला कमा इनही अचछ लात ही

इस अक वला जीतकA क1 क छ कमिमाय भा हीत हीजी उनक1 परगबित माamp रकवटा पद करत हीजीस आलास आन जीलदn गसस हीन अकरणी

ही गसस करन लाग जीन शिचनत वला तamp और अपन य परय वयशिG क 0क माamp डलान वला कमा करनअमिधाक तamp करन आदिद मान

जीत ही असफ़लात क बिवचर स भाय हीन 0क करन आदिद भा दख पद करन वला करणी हीत हीदधिदध क कय) करत रहीन स भा इनक

0रर कमाजीर हीत जीत ही और 0रर क कमाजीर हीन स फ़ फ़ड वला रग जीकमा लाग रहीन टाn आदिद जीस रग पद ही जीन एलाजीt

वला रग हीत जीन भा मान जीत ही जीवन सथा क अपन अनरप नन क करणी भा इस अक क जीतकA क शिलाय दखदय हीत

हीअकसर इस अक क जीतकA क जीवन सथा चप ही रहीत ही और बिन दधिदध क कमा करन क करणी घार और परिरवर माamp अ0बित क करणी

भा नत ही खन पन और लान पर बिनयतरीणी नही हीन क करणी इस अक क जीतक बिन करणी क ही दशमान य मार भा पला लात

ही

क डला माamp रही भावA माamp धा

रही भावA मा धा क1 षदभिसथाबित क परमाख रप स समाझन क शिलाय परतयक भाव क धा क रप अलाग अलाग हीत हीयही पर जी रप धा क

परदरथि04त बिकय गय ही व क वला धा क1 उचच षदभिसथाबित क समाझ कर ही बिकय गय ही जीरर नही ही बिक आपक धा क रप भा इस तरही स

हीअगर आपक1 क नडला माamp धा पर बिकस अनय गरही क1 र नजीर ही त उसक परभाव भा र ही सकत ही जीस रह क परभाव पडन पर

अचछn वणी हीन पर भा आपक1 वणी क गरहीणी लाग गय हीगला माamp इनफ़ कसन क दवार आदिद समाझन चबिहीय

परथामा भाव माamp धा

पला आभा शिलाय चहीर हीत हीलाम उमरो क माशिलाक हीत हीगकषिणीत और गणीन करन वला बिवषयA माamp परवणीत हीत हीमाजीबिकय सवभाव

हीत ही यन हीर त क माजीबिकय लाहीजी माamp कहीनधामा) क कय माamp रशिच हीत ही

दसर भाव माamp धा

अचछ कय) करन माamp रशिच हीत हीबिहीममात हत हीत हीदधिदध स तजी हीत हीमाहीनत भा खgt करत हीवक1ला य नत जीस गणी हीत ही त

क1 त माamp धान हीत हीदलाला और 0यर जीर वला कमा माamp रशिच हीत ही

तसर भाव माamp धा

लाखन क पकक हीत हीकमपयgtटार और इस परकर क यतरीA क सचशिलात करन क1 मात हीत हीसफ़टावयर आदिद नन माamp बिनपणीत हीत

हीशिचतरीकर और कबिवत करन माamp रशिच हीत हीबिवषयA माamp आ0शिG हीत हीसदगणी भा भार हीत हीमाटा 0रर हीत हीगलामाटाला आक बित

हीत हीबिहीन अमिधाक और भाई कमा हीत हीबिपत क धान कर ही जीत ही

चZथा भाव माamp धा

भागयवन हीत हीदन करन माamp बिनपणी हीत हीदन दन माamp क पतरी और सपतरी क समाझन क1 बिहीममात हीत हीशिलाखन क1 कला हीत

हीनबितयA पर चलान क आदn हीत हीदधिदधवन हीत ही

पचमा भाव माamp धा

जीनमा स सवथा) जीवन माamp भार हीत हीअपन कमा बिनकलान माamp चतरत हीत हीकमा बिनकलान क द भाgtलान क1 आदत हीत हीसनतन क

अभाव हीत हीक वला धान क1 चहीत हीत हीजीमान कमा क करन और जीमान आदिद क परबित मानशिसकत न रहीत ही

छY भाव माamp धा

कला0 करन अचछ लागत हीलाबिकन वणी माamp मिमाYस हीत हीआलास 0रर हीत हीअकषिभामान क1 मातरी भार हीत हीपरिरशरमा और

कमाकत क समाव0 मिमालात ही दसरA क1 सव करन अचछ लागत ही

सपतमा भाव माamp धा

पबित य पतन क शिलाय सखदयक हीत हीकनतिनतवन 0रर हीत हीतAद बिनकला जीत हीसनदर और क लान परक बित हीत हीसमपदन करन क1

मात हीत हीउदर परक बित हीत ही

अषटमा भाव माamp धा

लाम उमरो हीत हीसनदर पतन य पबित हीत हीत क भारस नही हीत हीखत क कय) माamp बिनपणीत हीत हीजीस गवन आदिदनयय

करन क अनदर ईमान क समाव0 हीत हीवयपर स लाभा क वला दलाला वला कमाA माamp हीत ही

नवमा भाव माamp धा

दधिदधमान हीत हीतथा)टान करन क1 कमान हीत हीअपन समाजी माamp त रखन वला हीत ही कबिव गन बिवदया माamp बिडगर य बिडपलामा हीत

हीनयय यतरी करवन वला कय क मानस रहीत ही बिवद0 लागA और अगरजी माamp अचछ जञोन हीत ही

दसमा भाव माamp धा

रजी यग क करणी नत हीअलपय हीन भा मान जीत हीमात क1 बिहीन स सवभाव मिमालात जीलात हीबिपत क परबित वफ़दर नही हीत

हीखद क कमाA क खद क परयसA स ही खतमा करन क1 भावन न जीत ही

गयरहीवamp भाव माamp धा

लाभा माamp अपर समपकषिK क1 कमान हीत ही बिपत क1 जीयदद मिमालात हीछटा भाई बिहीन स सनही हीत हीमात क शिलाय कषटकर हीत

हीशि0 और मानरजीन माamp अमिधाक रधवयन रहीत ही

रहीवamp भाव माamp धा

बिवदवान धामा)तमा सवभाव हीत हीबिकस भा भाष क पकडन क1 मात हीत हीदवय जञोन क1 जीनकर हीत हीसमाजी माamp गणी मान जीत

ही0सतरी क अचछ जञोन हीत ही आलास 0रर हीत ही

धा समनध अनय बिववरणी

धा गरही स समतमिनधत रगउनक 0मान हीत धारणी करन क1 बिवमिधा गरही 0नतिनत क शिलाय दन तथा धा गरही स समतमिनधत वयपर और नZकर

आदिद क बिववरणी इस परकर स ही-

दन

धा क क परभाव माamp दिदय जीन वला दन आशलष जयषठा और रवत नतरीA माamp सवय क जीन क रर हीर माgtग हीर वसतरी फ़ला हीर मिमाYई कस

पतला हीथादत पनन सवणी) कपgtर 0र षटारस भाजीन घा फ़gt ला आदिद दन माamp दिदय जीत हीदन शरदध पgtव)क दकषिणी सबिहीत बराहमणी क सकलप

पgtव)क धा गरही क नतरी कला माamp करन चबिहीय

वयपर

कसदकर शिसलाई मा0न क वयपर वनसपबित घा क वयपर कड खन क वयपर परचन वसतओ क सगरही करन क द चन क

कय) खला और खला आदिद क समान क वयपर करन Ykक मान जीत ही

नZकर

मातरीपद बिवधायक पद परततव बिवभाग क पद लाइबरार क कमा 0टा)हीampड टाइविप4ग क कमाampक क कमा एकउनटाampस क कमा इनकमा टाकस क1

नZकर डकतर बिवभाग माamp कमा जयबितष क कमा हीसतरख और 0यर जीर क कमा करन चबिहीय

जीव जीनत और मानय पड पZधाA फ़लाA आदिद सभा माamp करampटा हीत हीनयgtनतमा य अमिधाकतमा पड पZधा और जीव जीनत क1 उमरो क अनसर मान

जीत हीयही करनटा मिमाला एमपयर क1 नप माamp हीत ही0रर क1 गबितपड पZधाA क अनदर हीन वला गबित जी हीव य धाgtप क1 अमिधाकत स

हीत हीबिवदयात उतपदन क शिलाय मान जीत ही भाजीन करन पर 0रर माamp आलास आन इस त क दयातक ही बिक 0रर माamp नन वला ऊजी)

क बिवकस नय शिसर स चलाgt ही रही ही 0रर क अनदर नन वला बिवदयात क परयग 0रर बिकन बिकन कमाA माamp करत ही उसक शिलाय हीमाamp गहीन

अरधवययन क1 तरफ़ जीन पडग 0रर माamp खन क दवार ऊजी) क1 पgtरतित4 हीत ही0रर क दवार जी भा खदया पदथा) परयग माamp लाय जीत ही व

सभा जीमान स उतपदिदत हीत हीय समादर क पन स उतपदिदत हीत हीउनही उतपदनA क 0रर आरमा स हीजीमा कर सकत ही जी एक र

धारत पर उतपदिदत ही चक हीइस परकर क भाजीन स 0रर क अनदर जी ऊजी) नत ही उस ही य इलाषदभिकटरोक क1 सजञो दn जीत ही 0रर

अपन तबितरीक ततरी क सgtचन दन क1 बिEय माamp इस बिवदयात ऊजी) क परयग माamp लात ही0रर क अलाव भा यही हीर क1 दबिनय माamp भा अपन

सद0A क भाजीन और सद0A क परपत करन क शिलाय परयग माamp लात ही कही भा 0रर माamp चटाn कटात ही त तबितरीक ततरी क सद0 दन वला

0रर माamp फ़ ला तबितरीक ततरी वबिहीबिनय चटाn क कटा क अहीसस सधा मासतिसतक क पछ माडलाआलामागटा नमाक सथान क पहचत हीऔर

दिदमाग स तरत उस कटा जीन क सथान क सरकषित करन क शिलाय य हय सहीयत क शिलाय हीथा परA क दिदमाग स आद0 दिदय जीत ही

और हीथा पर मिमाला सकamp डA मा मिमाला उस आद0 क पलान अपन गबित क अनसर करत ही अगर कई चटाn क1 जीगही पर बिचछgt य अनय

जीहीरला जीव कटात ही त अपन हीथा परA क1 सहीयत क अलाव हीर क1 सहीयत क शिलाय दिदमाग आवजी और 0रर क गबित भा परदन

करत हीजीस कई र) कटात ही और वही पर अनय र क कटान क1 आ0क ही त 0रर क अनदर भागन क1 0शिG भा अचनक ही पद ही

जीत हीदिदमाग अपन इस बिवदयात 0शिG क परयग सरकषित हय सथान क खजीन क शिलाय भा परयग करत ही सथा ही कटा जीन वला सथान

क सgtजीन आदिद दकर बिवष क आग ढान स रकन क उपय भा करत ही चखन क शिलाय आवजी भा दत हीऔर चख क अनदर उस

आवजी क भा परकटा करन क1 0शिG और ड पवर दत ही दधिजीसस आसपस क माहीZला भा जी भा पस माamp रहीन वला लाग हीचही व

अनजीन ही य जीन पबिहीचन वला सभा क रधवयन अपन ओर बिकस भाय स दखन क शिलाय और उस भाय क1 चख क1 आवजी क सनकर

अपन अपन सर क सथा उनक अनदर भा बिहीममात क परदन करन क शिलाय 0शिG समपनन ऊजी) अपन कमा करन लागत हीइसस अगर

भाय कई सव)जीबिनक ही त सभा अपन अपन सर क दखकर सहीयत क शिलाय भागन लागत ही अगर पड 0रर क1 0शिG स अमिधाक

हीत ही त 0रर क हीस करन क द तबितरीक ततरी अपन गबित क अनसर 0रर क1 0शिG क इकटठो करन और जीमा लावन ततवA क1

पgtरतित4 क शिलाय बिकय जीन वला उपयA क सथा 0रर क नकसन पहचन वला करकA क बिनदन करत ही इस बिनदन माamp जी करक

माहीतवपgtणी) हीत ही उनक अनदर आसपस रहीन वला लाग य दरसथा रहीन वला लागA क भा यही तबितरीक ततरी सgtचनयamp पहचन क कमा करत

ही आसपस रहीन वला लागA क अनदर त पड क1 खर करन क शिलाय अपन आसपस क करकA क 0रर क1 ऊजी) अपन कय) करत

हीऔर जी हीर और दरसथा लाग हीत ही उनक शिलाय समतमिनधत 0रर क अगA क फ़डकन क कय) करत हीउनक अनदर अकसमात ही

बिवचरधार क अनदर दलाव क कय) करत हीअगर कषट भागन वला वयशिG बिकस क पतरी ही त मात कपबित ही त पतन कबिपत ही त

पतरी क और अनय समनध ही तथा उस समनध स अमिधाक लागव ही त उस समनध क अपन अपन अग क फ़डक कर सgtचन दन क

कमा यही ऊजी) करत ही यही नही इस ऊजी) क कमा बिकस भा ख0 क1 खर क भा 0रर क अगA क फ़डककर भाजीन क कमा करन

हीत हीअगर ख0 खर परपत करन वला जीतक स रही ही त सवपन क मारधवयमा स भा इस ऊजी) क दवार स सद0 परसरिरत बिकय जीत ही

सतरी क य और परष क दबिहीन अग ख0 क1 खर क परपत करन क समाय फ़डकन आरमभ करत ही और र खर क समाय सतरी क

दबिहीन और परष क य अग इस बिEय क परदरथि04त करन लागत ही

जीग) मात क भा अपन पतरी क1 सकटा क1 षदभिसथाबित माamp फ़Zरन अहीसस त ही जीत ही जी उसक सतनA माamp खजीला चलान 0र ही जीत हीपतरी

क ऊपर आन वला सकटा क अहीसस मात अपन आप माहीसgtस करन लागत ही उसक दिदला माamp चन नही आत हीऔर रत क र र सवपन

भा चलाgt ही जीत ही इस ऊजी) क परभाव बिकस परकर स अपन सद0 पहचन क कय) करत ही इसक शिलाय पgtव)कला स ही अनभाव क

आधार पर अग फ़डकन क फ़लाफ़लाA क इबितहीस चलात आ रही ही0रर क हीर बिहीसस अपन अपन परभाव तन लागत हीजीस बिकस

वयशिG क मासतक फ़डकन लागत ही त उस नZकर लागन य कमा मिमालान अथाव बिकस जीमान क मिमालान क अहीसस हीन लागत हीमासतक

क शिलाय वही चही परष ही सतरीअकसर सथान दलान य बिकरय क माकन शिसफ़टा करन क पहीला यही अहीसस हीन लागत ही नZकर माamp य

अपन वयवसय माamp सथान दलान क समाय भा यही अनभाव दख गय ही अकसर बिकस वयशिG क1 दनA भाहीamp अपन आप फ़डकन लागत ही त

उस समाझ लान चबिहीय बिक उसक र दिदन अ त गय ही और सख क समाय आन वला हीवही दधिजीस त क शिलाय भा दख था उसक दख

दर हीन वला हीसथा ही उसक हरदय माamp एक उतसही भा जीनमा लान लागत ही आखA क1 फ़डकन अमिधाकतर समाजी माamp परचशिलात हीसतरी क1

य आख और परष क1 दबिहीन आख बिकस भा सथान स फ़डकन लागत ही त उस जी भा बिपरय हीत ही उस क द0)न हीन हीत ही

लाबिकन बिवपरत अवसथा माamp अ0भात क दखन भा मिमालाकरत ही सतरी क यamp नतरी क कन क1 तरफ़ क कZन फ़डकन 0र हीत ही त

जीरर लाकषमा क1 परनतिपत हीत हीवही चही सन चदn क रप माamp ही य नगद धान क रप माamp मिमाला उस मिमालात जीरर ही यही हीला परष क

दबिहीन नतरी क शिलाय मान जीत ही आख क ऊपर क बिकसस माamp भा यही जीन जीत ही बिक अगर परष क दबिहीन और सतरी क य पलाक

फ़डकत ही त बिकस पदव क1 परनतिपत हीत ही और बिवपरत माamp पदव क अत हीत ही कनध फ़डकन माamp भागA क1 परनतिपत और बिवपरत

अवसथा माamp भागA क चला जीन मिमालात ही थाड क फ़डकन सतरी और परष क शिलाय बिकस ड डर क शिलाय मान जीत हीबिकस क1 धामाक1

य बिकस परकर स घार य हीर क वयशिG क सथा अकसमात हीदस हीन क1 खर थाड स मिमालात हीलाबिकन कणY फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp

यही उलटा हीत हीइसमाamp परशिसदधिदध और धान लाभा मिमालात दख गय ही गद)न क बिपछला बिहीसस फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp जी भा र भाव मानन

वला लाग हीत ही व हीव हीन क1 कशि00 करत हीहीAYA क फ़डकन क समाय माamp भाZबितक वसत जी हत बिपरय हीत मिमाला जीत ही पY

फ़डकन क सतरी और परष दन क भा र मान गय हीय त मार पकडत हीय बिफ़र बिकस त माamp हीरन पडत ही कख फ़डकन पर

जी अपन खस हीत ही उसस मिमालान हीत हीलाबिकन दबिहीन और य क भा खयला रखन पडत हीबिवपरत अवसथा माamp बिछडन भा मान

जीत ही दिदला क धाडकन अकसर जी भा जीनमा शिसदध कमान हीत ही उसक मिमालान क समाय मान जीत हीचही वही हीमा0 स मान जीन

वला भागवन क बिकस भा रप माamp कयA न ही माही क अनदर फ़डकहीटा अचछ भाजीन क1 परनतिपत क सक त मान जीत हीहीथाला माamp खजीलाहीटा

धान क आगमान और बिवपरत अवसथा माamp खच) करन क1 षदभिसथाबित क भा द0)त ही कमार क फ़डकन हत अचछ कमा क अनदर क छ समाय

क शिलाय बिजी हीन और द माamp सममान दन क शिलाय मान जीत ही नकषिभा क फ़डकन पबित क शिलाय पतन क बिछही और पतन क शिलाय

पबित क बिछही क रप माamp जीन जीत ही परइवटा पटा) क फ़डकन पर इषदभिचछत सथा क सथा रमाणी करन क समाय तय गय ही गद क

फ़डकन पर वहीन क लाभा हीत हीचही वही खद क मिमाला य बिकरय क वहीन स सफ़र करन क अवसर मिमालाजीघाA क फ़डकन स वसतरीA

क1 परनतिपत हीत हीघाटान क फ़डकन स घार माamp 0तरीओ क1 और वयपर माamp कमपटाnटार क उदय हीन क समाय मान जीत ही पर फ़डकन पर

बिकस नय सथान क1 तरफ़ पलायन हीत हीबिवपरत अवसथा माamp र सथान क परपत करन क सक त भा मान जीत ही पर क तला क फ़डकन

क1 षदभिसथाबित माamp अचला समपकषिK क1 परनतिपत और बिवपरत अवसथा माamp अचला समपकषिK क जीन क समाय मान जीत ही चच क मार हीन क

समाय मात क1 छत अपन आप दरबिवत हीन लागत हीचच क Ykक हीन क समाय मात क1 य छत फ़डकन लागत ही सही क समाय माamp

जीलदn असर मिमालात ही 0मा क समाय माamp दर स असर मिमालात हीलागतर फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp भाला य र परभाव पलान क नन क द

मिमालात ही एक सथा दन अग क फ़डकन भागय और दभा)गय क च माamp चलान वला हीस मान जीत ही इसक अलाव और भा सकडA

बिEययamp इस 0रर क दवार समपदिदत क1 जीत हीजी क वला य इलाषदभिकटरोक करampटा क दवार ही समभव ही कई वयशिG अगर लागतर

नकरतमाक षदभिसथाबित माamp चला जीत ही और वही र र अपन क अक ला रहीन क शिलाय परिरवर य समाजी क लागA स दर रखत ही त उस

वयशिG क शिलाय यही नकरतमाक ऊजी) क परव0 क समाय मान जीत हीइस कला माamp उस वयशिG स कई भा वत) करन पर वही खजीत ही

और अपन 0रर क समापत करन क1 धामाक1 दत ही नकरतमाक ऊजी) क 0रर स दर करन क शिलाय वयशिG क ऊपर स खन वला सद

नमाक एक माटठोn 0मा क समाय सत वर उसर करन क द घार क हीर सडक पर डलान स उसक1 नकरतमाक ऊजी) स छ टाकर भा

मिमालात दख गय ही नकरतमाक ऊजी) क एक परभाव और दख गय ही बिक वही घार क अनदर सस पहीला कला0 पद करन क करणी पद

करत हीवही वयशिG क बिकय जीन वला कमा स रधवयन भाग करत हीवही कर क छ रही हीत ही और करत क छ हीइस करणी स घार क अनदर

नकसनसमनधA क अनदर बिगड और वयपर क अनदर नकसन तथा नZकर क अनदर माशिलाक स परतणीन क असर दत हीइसक शिलाय

सही क अपन जीगन क द अपन इषट क रधवयन माamp रखकर उसक1 मानशिसक इमाजी अपन दनA हीथाA माamp दखन क द तथा जी सवर चला

रही हीउस पर क पहीला बिसतर स नच रखन क द ही कय क 0र करन चबिहीय रत क नद नही आन क1 अवसथा माamp भा सgtय|दय स

पहीला जीगन क1 बिEय क करन चबिहीयऔर जीही स भा उगत हय सgtय) क दरशय दिदखई द दखन क परयस करन चबिहीय अकसर उन लागA

क हत ही सफ़ला हीत दख गय ही जी लाग सही क उगत हय सgtय) क नदn य समादर य तला क पर दखन क1 कशि00 करत ही दन

भाजीन पgtजी और समतमिनधत वयशिG क1 भालाई क1 कमान क शिलाय जी भा उपचर बिकय जीत ही व अपरतय रप स फ़यद दत दख गय ही

दिदमाग क1 अमिधाक अ0नतिनत स चन क शिलाय पहीड यतरीयamp भा कमाय हीत ही

दन क माहीतव

अकसर जीवन मा दन क माहीतव हीमात अपन मामातव क चच क शिलाय दन करत ही बिपत अपन परषथा) क शिलाय अपन जीवन क क1 जीन

वला माहीनत क दन अपन चच क शिलाय करत हीभाई अपन हला क दन करत हीबिहीन अपन तरक स समनध नकर और समाजी

नकर अपन भाई क तरी क दन करत हीभाई अपन बिहीन क शिलाय आजीवन अपन सहीयत और 0शिG क दन करत हीड हीकर

चच अपन मात बिपत क वदध हीन पर उनक1 दख रख और भाजीन क दन करत हीपतन पबित क रबित सख परदन करत हीअपन दवार

पबित क शिलाय बिनसवथा) भाव स भाजीन और पबित सख और आय वदधिदध क परबित पgtजी पY करत ही आग क शिलाय व0 चलान क परबित अपन

कमान क समारतिप4त करत ही ह अपन सवथा) क तयग कर पबित क क ला मा 0बित और समपननत नन क परबित अपन जञोन क दन करत

हीदमाद अपन हला और सममान क दवार अपन ससरला जीन क मान ढान माamp अपन 0शिG क दन करत ही क छ लाग अपन

वयवसय सथान पर Y कर रसत तकर अपन जञोन क दन करत हीक छ लाग पयसA क शिलाय पयऊ खलावकर धामा)0ला नव कर लागA

क जीवन क सद गमाt स चन क शिलाय अपन हला क दन करत ही हीक1कत मा दख जीय त यही 0रर ही दन स और दन क शिलाय

न ही एक वयशिG एक लाख रजीन कमा रही ही लाबिकन वही अपन शिलाय मातरी क छ सZ रपय माamp अपन पटा भार लात हीऔर क1 क धान

वही अपन परिरवर क शिलाय जीमा करत ही बिक वही अपन सतन क शिलाय इतन इकटठो कर द बिक उसक द उसक1 सतन बिकस क1 माहीतजी

नही रही और वही सख रही लाबिकन इस सख रखन क करणीA माamp माही पद ही जीत हीयही माही करन ही उसक1 भाgtला ही और इस माही क

चककर माamp 0रर स क1 जीन वला माहीनत दन सवरप न हीकर माही क जीजीला माamp चला जीत ही मात न अगर पतरी क जीनमा दन क द यही

सच शिलाय बिक उसक पतरी ड हीकर उसक1 पलान करगउसक1 सव करगउसक शिलाय ह लाकर उसक1 आजञो क पलान करवयग त

मात क यही माही उस समाय कर ही जीत ही जी लाडक ड हीत ही और अपन माजीt स 0दn बिववही करन क द अपन घार अलाग

स लात ही मात अपन पतरी क सहीर रहीन क करणी और अपन शिलाय क छ न चकर क वला पतरी क शिलाय ही स क छ करन क द जी पतरी

पस स बिनकला जीत ही और पतन क शिलाय सचन लागत ही त मात क वही पलान पषणी स लाकर पढान शिलाखन और सभा सधान पतरी क

शिलाय जीटान क परबित कर ही जीत ही उस समाय मात और पतरी क च तनतन चलात ही और ह जी दसर घार स आय ही उसक अनदर

यही भावन घार कर जीत ही बिक मा क वला टा स धान क माही करत ही और टा मा क कही पर चलात ही उसक1 त क नही सनत हीइस

परकर स तकरर ढा कर ड तकरर न जीत हीटा न त मा क छड सकत ही और न ही पतन क छड सकत हीपतन क पस द

रसत हीत ही एक अपन मात बिपत क और दसर कनgtन कलाबिकन मात क पस एक ही रसत हीत ही वही हीत ही अपन पतरी कह य

त अपन मात बिपत स परतणीन दिदलावत ही अथाव कनgtन क सहीर लाकर मात बिपत क जीय भाजीन और सहीयत दन क जीला क1

हीव दिदलावन क कमा करत हीटा क समान द ही रसत हीत ही य त वही ह क लाकर अलाग रहीन 0र कर द य ह क तलाक दकर

बिफ़र स मात बिपत क कहीन माamp चलान लागउस दसर सधान ही सही लागत हीलाबिकन इन स क पछ जी था वही मात क लाभा ही थाअगर

मात न बिपत क सथा मिमालाकर पहीला स ही पतरी क1 शि0 क द उस जीबिवक क सधान दकर अलाग कर दिदय हीतऔर ह क पहीला स ही

अलाग करन क मानस न शिलाय हीत त जीला जीन क1 य परतकषिणीत हीन क1 समासय ही नही आतयही स माही क करणी ही मान जी

सकत हीजी पलान पषणी मा कई माही नही थाअगर उस समाय माही हीत त डकटार क पस चच क मार हीन क द नही ला जीय

गय हीतशि0 क सथानA माamp एडमिमासन नही करवय गय हीतसद गमाt क समाय माamp उस कपड और रहीन क सथान क दसत भा नही

करवय गय हीतलाबिकन जीस ही वही कमान लायक हआ और मात क अनदर माही न जीनमा ला शिलाय

दन माamp माही और अहीमा क तयग

दन करन क शिलाय माही क तयग जीरर हीमाही क करन स भाजीन क दन नही बिकय जी सकत हीभाजीन ही खgt सर रख ही लाबिकन दन

करन क जी तभा नही करग जी यही माही पद ही जीयग बिक कला भा इस भाजीन क इसतमाला करन हीलाबिकन जी वही रख हआ भाजीन

बिकस जीव जीनत य माZसमा क1 खर स कर ही गय त मान माamp उस खर भाजीन क फ़amp कत समाय सतप हआयही सतप त नही हीत

जी उस भाजीन क बिकस मागन वला वयशिG क आरमा स खिखला दिदय हीत और वही भाजीन स तपत हआ वयशिG क छ और भा दकर जीत

जी सतप स कई गन ढा कर हीत और आग क अचछ र समाय माamp कमा भा आत दन क रप अलाग अलाग समाय माamp अलाग अलाग रप

धारणी कर लात ही दन क शिलाय मागन वला क छटा और दन वला क कभा ड नही समाझन चबिहीय यही कथा वमान अवतर स शि0

दत ही पबित क पतन क शिलाय दिदय जीन वला वचन जी दन क ही रप ला लात हीकभा भाgtलान नही चबिहीयसमाय क दलान पर दिदय

हआ वचन बिकतन ड रप ला सकत ही इसक उदहीरणी रमाचरिरत मानस माamp दसरथा और क क ई क1 कथा स समाझ जी सकत ही वमान

अवतर माamp भागवन न ववन अगला क रप माamp पgtर पथव आक0 पतला सभा तन पग माamp नप शिलाय था और रजी शिला क ऊपर आधा पग क

कजी) ही छड दिदय था उस परकर स रजी दसरथा क दवार क क ई क दिदय गय द वचन शररमाचनदर जी क शिलाय चZदही वष) क वनवस क

करणी न थाऔर पतरी बिवयग माamp रजी दसरथा क1 मातय क करणी न था इनक अनदर भा माही क रप क वला अहीमा क रप माamp थाअगर

रजी शिला क यही अहीमा नही हीत बिक यही ववन अगला क पबिडत कय ड माग लागत कजी)ई नही नतऔर रजी दसरथा क वही अहीमा

बिक जी चहीampग तभा द वचनA क1 पgtरतित4 कर दampगइसमा कय ड ही त इतन ड हीबिन नही भागतन पडत

दन क तन परकर 0ररधान और बिवदया

अकसर वयशिG तन तरही क दन क शिलाय हीमा0 रधवय हीत ही0रर दनधान धान और बिवदया दन 0रर क दन परष और सतरी दन

मिमालाकर सतन पद करन क दवार दत हीऔर वही 0रर ससर बिहीत क शिलाय हीत ही य अबिहीत क शिलाय यही उनक पgtव) कमा| और ससर क1

आवशयकत क अनसर हीत ही धान क दन परष और सतरी पहीला अपन परिरवर क पषणी और ससर बिहीत क कमा क शिलाय दन करत ही

वही भा परष और सतरी क अपन अपन भावA क अनसर मान जीत ही बिवदया क दन क शिलाय कभा ड य छटा क भाद नही मान जीत

हीजीस बिकस कमा क करन क शिलाय जी वही कमा समाझ माamp नही आत ही त एक छटा चच अपन दधिदध स उस कमा क करन क शिलाय

अपन मात दत ही वही बिकस ड स ड माहीरथा और जञोन आदमा क दिदमाग स पर त मान जी सकत ही दधिजीस परकर स लाक धराव न

अपन मात क परशन क उKर क अनसर जीगत बिपत क ही अपन बिपत मान था और वन माamp जीकर तपसय करन क शिलाय पच सला क1 उमरो

क चन था और कमा स कमा उमरो माamp उनहीन जीगत बिपत क द0)न परपत कर शिलाय थाभाG परहीलाद न अपन बिपत क जञोन क तचछ समाझ था

और शर हीरिर क चरणीA माamp अपन मान लागकर ड स ड आफ़तA स अपन क च शिलाय था

0रर दन क करकतव

0रर दन क शिलाय सतरी और परष क समाजी क अनसर एक शरखला नकर चलान पडत ही उस शरखला क अनदर ही 0दn बिववही रबित

वयवहीर और समादधिजीक बिनयमाA क मान जीत ही अगर इन तA क नही मान जीत ही त मानय और प0 क अनदर भाद ही कय रही जीत

ही रबित नबित क अनसर दिदय गय 0रर दन दिदय गय दन क ड रप हीत ही और समाय समाय पर अपन नमा और कय) क इबितहीस माamp

शिलाख जीत ही कई भा परष बिकस भा सतरी क1 तरफ़ आकरतिष4त तभा हीत ही जी उसक अनदर कमा वसन क सचर हीत ही लाबिकन वही

अगर समादधिजीक बिनयमाA क अनसर अपन कमावसन क 0त करन क शिलाय उपयG सतरी क नही परपत करत ही त वही दिदय गय 0रर

दन य त कgt ड क ढार मा जीत ही अथाव वही अगर बिकस परकर स च भा गय त समाजी और ससर क शिलाय कभा भा अबिहीत क करणी

न जीत ही 0रर दन क शिलाय समादधिजीक बिनयमाA क शिलाय कथा कही जीत ही बिक 0क सवत क बिवEमा समवत क द क मान जीत

हीबिवEमा समवत क द जयबितष 0सतरी माamp परवणी एक जयबितष क यही पत लाग बिक अमाक समाय माamp सतरी क सथा माथान करन क द अगर

सतन क1 परनतिपत हीत ही त वही ससर माamp अपन नमा लाकर हीमा0 क शिलाय चलात रहीग लाबिकन जी उस जयबितष न दख बिक समाय उस

रत क ही और उसक1 पतन बिकस नदn क पर रहीत हीवही जीलदn जीलदn नदn पर करन क शिलाय क वटा क पस गयक वटा न दख कई हत

ही जीरर त ही और उस त क जीनन क शिलाय जी क वटा न अपन दधिजीजञोस क जीबिहीर बिकय त जयबितष जी न अपन त क उसस

त दिदय क वटा चलाक था उसन सच बिक जी इतन माहीतव पgtणी) ही और वही अपन नव क चलाकर और नव स बिकय जीन वला कय) स

ससर माamp नमा नही चला सकत ही त उस अपन सतन क इस कमा क शिलाय परयग माamp लान चबिहीय उस क वटा क जीवन और खgt0gtरत

कनय था उसन जयबितष जी क समान परसतव रख दिदय बिक रत क अनधर ही गय ही और वही रत माamp नव क नदn माamp नही ला जीयगअगर

यही माहत) जयबितष जी क परयग माamp लान ही त उसक1 कनय स गधाव) बिववही करन क द उस माहत) क परयग माamp ला सकत हीजयबितष जी

तयर ही गय और उस रत क जयबितष जी न उस क वटा क1 कनय स गधाव) बिववही करन क द गभा)धान क पgtणी) बिकय उस कनय स जी

पतरी परपत हआ वही 0क नमा स जीन जीत ही यही कथा रमायणी माamp माकररधववजी क र माamp कही जीत हीजी हीनमानजी लाक क जीलाकर

पसन स तर तर समादर माamp कgt द त उनक पसन क एक माछला बिनगला गयउस बराहमचर पसन क अनदर वय) क कणी थाउनही कणीA स

माछला क जी सतन हय वही माकररधववजी क रप माamp हय और उस पतला क रजी अबिहीरवणी क दवारपला क1 सव क अवसर मिमाला रमा

लामाणी क जी अबिहीरवणी शिला दन क शिलाय पतला लाक ला गय त हीनमानजी क पहीला दवारपला क रप माamp तनत माकररधववजी स ही

माकला करन पडद माamp पत लाग बिक वही उनही क1 सतन था 0रर दन क शिलाय समाजी क बिनयमा हत ही माहीतव रखत ही जीस एक

करगर बिकस कला क जीनत ही और आग आन वला चच उस करगर क1 कला क अपन परिरवर और घार क अनदर ही चपन स दखत

रहीत ही त व उस करगर क1 कला स वबिकफ़ हीत जीत ही उन चचA क कही अनय सथान पर जीकर शि0 नही लान पडत और व उस

कला क और अमिधाक बिवकस करन क द आग स आग परयग माamp लात जीत ही त उस कला क बिवकस अपन आप हीत चला जीत ही

उस परकर स समाजी और वणी) वयवसथा क अनसर जी 0दn बिववही बिकय जीत ही त हीन वला चच उस समाजी क अनदर अपन क

अपन आप ढालात चला जीत हीऔर जी कय) य वयवसय अथाव ससकर उनही मिमालात ही उनही क अनसर व अपन क न लात ही लाबिकन

0रर माही और रप आदिद क लाभा माamp जी समाजी स अलाग बिकस परकर स 0दn समनध बिकय जीत हीत कमाकत क अनत हीन क द

जी रप और 0रर माही क भरामा टाgtटात ही त अलाग समाजी माamp बिकय जीन वला रिरसत टाgtटात ही और अगर उन रिरसतA क अनदर कई सतन ही

गय ही त वही अपन बिपत और मात क अनसर ही अपन क नन 0र करग इस परकर स वही पद हीन वला सतन न त इधार क1 रही

और न ही उधार क1इस परकर क1 सतन क भाटाकव क रसत मिमालात ही और वही दर दर क1 Yकरamp खन क शिलाय माजीgtर ही जीत ही

अथाव उस समादधिजीक बिनयमाA स नफ़रत हीन क करणी वही समाजी स अपन परन बिहीस क चकन क शिलाय आतकवदn जीस नबितयA माamp

जीकर मानय और समाजी क दद) नही समाझन क करणी हीतय जीस जीघानय अपरधा करन 0र कर दत ही अकसर यही त उन परिरवरA माamp

भा मिमालात ही जीही तमिसतरीय आधाबिनकत क चककर माamp अपन क कषिणीक सख क शिलाय अनय माद क1 कमाकत क शि0कर ही जीत ही और

उनस पद हीन वला चच समाजी और परिरवर क तक माamp रखकर घार और परिरवर क ही लागA क शिलाय आफ़त क करणी न जीत

हीअकसर इस परकर क चच खgtन क समनध नही हीन क करणी अपन परिरवर क सदसयA क परबित दय य परमा भाव नही रख पत ही और

उस परकर स सचन चलाgt कर दत ही जीस बिक उनक कमाक बिपत क सचन हीत था

सस ड दन दय ही

मानय क अनदर दय क दन सस ड दन मान जीत हीकही भा गय ही बिक दय धामा) क माgtला ही पप माgtला अकषिभामान दधिजीसक अनदर दय

हीत ही वही रसत चलात क भा सहीर दन जीनत ही और जी सहीर दिदय जीत ही वही भा एक तरही क माहीदन ही हीत ही वही दय चही

मानय क परबित ही य जीनवर अथाव जीव जीनत क शिलाय वही दय ही सस ड दन मान जीत ही भागवन स भा परथा)न क1 जीत ही बिक

दय कर दन भाशिG क हीमा परमातमा दनदय क शिलाय बिकस क खजीन नही पडत बिक हीमा दय बिकसक सथा करन ही रसत माamp य घार

क अनदर दय क दन करन क शिलाय हीजीरA दय क परपत करन वला लाग मिमाला जीयampगऊपर त कर आय ह बिक दय मात चच क सथा

भा करत ही 0रन सभा जीवA क मारन क शिलाय मान जीत ही और अपन चच क वही नही मारत बिलला अपन चच क सथान दलान

क समाय ड ही मालायमा तरक स दतA क च अपन चच क दत ही और सथान दला दत ही माद बिचछgt अपन चचA क अपन 0रर

ही दन कर दत ही मानय अपन चच क पलान पषन स लाकर ड हीन तक उस पर दय क भाव ही रखत ही चच क ऊपर स बिगरन

स लाकर लाखA करणी नत रहीत ही जी चच अपन बिववक क खयला नही रख पत ही और जीखिखमा माamp रहीत ही त परिरवर क सदसय उस

चन क शिलाय हीर समाय खयला रखत ही जी वही चच समाजी क समान आत ही त समाजी वला लाग उस र आदतA स चन क शिलाय

बिनगही रखत हीलाबिकन कभा कभा जीनgtझ कर वही चच गलत करत ही त उस सजी दिदलान क नमा पर पशिलास य घार वलाA क1 भा

सहीयत ला जीत ही दय क रप यतरी करत वG बिकस सथान पर बिनवस करत वG य परिरवर माamp रहीन क उपरनत मिमालात ही समाजी माamp

दय क नमा पर समाजी क वयशिG क नZकर आदिद क मामाला माamp दय करन पर लाग रजीनबित भा करन लागत ही जीस आजीकर जीटाA क

आरणी क मामाला माamp दय क भाव समाझ माamp आ रही ही रजीनबित क अनदर दय क भाव दिदखव क रप माamp भा मिमालात ही जीस वर

माषदभिसजीद क हीटाकर रमा मादधिनदर य रमा मादधिनदर क हीटाकर वर माषदभिसजीद क मामाला माamp अलाग अलाग समादयA क नतओ क1 दय दिदखन क

मातला सफ़ समान ही बिक एक कहीत ही नन नही दampग और दसर कहीत ही नकर रहीampग दय दिदखव और सवथा) क शिलाय भा क1 जीत

हीजीस बिकस वयशिG क पबिहीनन क शिलाय कपड दिदय जीत ही और द माamp जी भा कई समादधिजीक त हीत ही य समादधिजीक वयशिG समान

हीत ही त कही दिदय जीत ही बिक यही कपड त हीमान इस पबिहीनन क शिलाय दिदय ही इस परकर क1 दय दिदखव हीत हीऔर उस दय क

कई माgtलय भा नही हीत ही अगर बिकस क खन खिखला दिदय ही त समान वला क माहीसgtस भा नही ही बिक खिखलान वला खद क आदमा था

य कई परयअगर उसन माहीसgtर कर शिलाय बिक खिखलान क द उस दय क टिढा4ढार पटा जीयग त उसक1 अनतरतमा उस खन क दला

माamp दिदय जीन वला आ0व)द क1 जीगही शरप और दन चलाgt कर दगदरवजी पर मागन वला क सथा अमिधाक दय करन क मातला ही बिक

अपन क लाटा Yनअमिधाकतर लागA न भाख मागन क धानध न शिलाय ही जी उनही कई माटा आसमा दिदखई दत ही त तरही तरही क

करणी नकर दय क पतरी न जीत ही और मान चही लान क द उस 0र क और अनय तरफ़ क पप कमा) माamp खच) करत ही इस

परकर स दिदय जीन वला दन दय क दन त दन वला क शिलाय मान जीत ही लाबिकन दधिजीसन दय क भाव क परपत बिकय था उसक अनदर

चलाक1 क भाव आन स दय और चलाक1 दन मिमालाकर दन दन वला और लान वला क शिलाय अबिहीत क करणी ही न गय जी दन

दिदय गय था उसक द उस दन क परयग कई अपन घार खचu क शिलाय करत ही त Ykक हीलाबिकन क Ykक ही जी वही खद कमान स

असमाथा) हीउस बिकस परकर क1 बिवदया नही आत ही वही 0रर स अपबिहीजी हीवही बिकस भा तरी माamp बिवकस नही कर सकत ही त दय करन

कर क1 त नही ही लाबिकन दय करन क उपरनत अगर कई वयशिG समाथा) हीत हय भा कमान क1 इचछ नही करत ही दिदमाग अथाव

0ररिरक शरमा स चन चहीत ही और उस दय क नमा स कमान क द बिफ़जीgtला खच) करन क1 आदत ही गय ही त वही दय नही मिमालान क

द अनय चलाबिकयA स कमान क1 सचग अकसर दय क नमा स मिमालान वला धान क लाग ड र तरही स खच) करत ही यही सतय बिनयमा

ही बिक कमान और खच) करन माamp जीमान आसमान क अनतर हीत ही कमान त हीर कई जीनत ही लाबिकन खच) करन हीर बिकस क पत नही

हीत ही कमान क अनसर अगर खच) बिकय जीय बिकस परकर क अहीमा माamp आकर अगर खच) बिकय जीत ही त कमान और माहीनत करन

भा कर ही मान जीत ही हीर मानय क बिनयमा हीत ही बिक वही अगर ईTर क1 क प स ससर माamp अवतरिरत हआ ही त वही मानव कलयणी

क1 भावन क अपन मान रखकर दय कर तथा) सथानA माamp बिकय जीन वला तभा समाथा) ही जी उस सथान माamp रहीन वला लाग जी क वला दसरA

क1 दय पर ही बिनभा)र ही उनक शिलाय दन क रप समाझ कर दन बिकय जीय अकसर कर क दन कर मा ही चला जीत ही इस त क

और अचछn तरक स समाझन क शिलाय भारत क परशिसदध धामा रमाTरमा धामा क1 ही त ला लादधिजीयवही धामा क वला आन वला तथा) यबितरीयA

क1 क प पर ही बिनभा)र हीअगर कई तथा) यतरी नही आय त वही क लाग भाgtखA मारन क1 कगर पर आजीयampलाखA लागA क वयवसय आन

वला तथा) यबितरीयA क रहीन खन तथा वही क1 परशिसदध वसतओ क चन हीलाबिकन दधिजीसक अनदर दधिदध क बिवकस ही वही वही पर नही

रहीत ही और अपन अनसर अपन औकत तथा बिवदया क ढात चला जीत हीडकटार कलामा सही भा वही क पद हीन वला माहीपरषA

माamp एक मान जीत हीउनहीन अपन बिवदया क परयग करन सख शिलाय और भारत जीस रषटर क सव|चच पद पर आसन भा ही गय जी बिक

उनक परिरवर वला आजी भा समादर स बिनकलान वला सप 0ख और अनय समान क वयपर करन क द अपन जीबिवक चला रही ही उनक

घार क पस माamp आजी भा झपड नमा न हय माकन उनक परिरवर क1 षदभिसथात क त रही ही इस परकर स दय क रप अपन बिवकस क

शिलाय अगर बिकय जीत ही और अपन अनसर ही बिकस गर क पलान क दिदमाग परयग माamp लाय जीत ही त वही दय सचच दय हीइस

दय क अनदर एक करणी और नत हीबिकस क शि0 क दन करनयही भा एक हत ड दन ही और दय क अनदर ही इसक1 औकत

ही ससर माamp दय क करणी चलान वला एन जी ओ आदिद क रप भा समाझ जी सकत ही जी ससथायamp अपन कमा करन क द लागA क

आग ढान क शिलाय अपन तन मान और धान स आग चलात ही व अपन नमा करत चला जीत ही लाबिकन लाभा माamp आन क द और उन

ससथाओ क1 दZलात अगर धान कमान क भाव मान क अनदर आय त वही दय क भाव स अलाग ही जीत ही उस भाव स अलाग जी परभाव

हीत ही वही अमिधाक धान कमान क1 लालास और उलटा सधा करणी नकर और सखययA क जीड ही रही जीत ही जी भा कमा लाभा क

करणी बिकय जीत ही व सभा कगजीA माamp त बिकय जीत ही लाबिकन धारतला पर क छ भा नही हआ हीत हीक छ ससथायamp इस भाव क और भा

अलाग अलाग तरक स धान कमान क शिलाय परयग मा लात हीजीस बिक एक धानवन क अपन सफ़ द धान क कला धान मा परिरवरतित4त करन ही

त वही पहीला इस परकर क1 ससथाओ क दन माamp माटाn रकमा ददग और द माamp उस ससथा स शिलाय जीन वला दन वपस लालागइस परकर

स जी टाकस आदिद माamp चत हीत ही वही ससथा क शिलाय न रहीत हीइस तरही स सरकर और जीनत क सथा धाख ही मान जी सकत ही

और इस परकर क1 ससथायamp जीही भा चलात ही उनक उददोशय मातरी दय क नमा पर गरख धानध करन ही मान जी सकत हीउनहीन अपन

पलानर नZकर पर रख हीत ही और उन पलानर और धान क लाख जीख तयर करन वला चटाuड एकउनटाampटा क1 दZलात व अपन कमा करत

रहीत ही इस परकर क1 दय स भा चन चबिहीयऔर जी भा कमा करन ही अगर हत ड रप माamp करन ही त अपन दवार ही बिकय जीय

और छटा रप माamp करन ही त भा अपन दवार ही बिकय जीय वही दय क दन सस उKमा मान जी सकत हीअगर शि0णी ससथाओ क

बिवकस करन ही त अपन नमा क कभा उपयग नही करन चबिहीयजीस बिक अकसर लाग अपन दद बिपत मात आदिद क नमा स ससथा

क खड कर दत ही और उस चलाकर नमा कमान क1 कशि00 करत ही यही ससर बिवशिचतरी ही यही एक परक बित क लाग नही हीकभा कई

सहीर लान क नमा पर आकर बिगडबिगडयग और सहीर मिमालान क द वही खद क 0र क1 भाबित नकर शिलाय गय दन क रद करन क

अलाव उस ससथा क भा गला दग दधिजीस भाव माamp बिकस क सवथा) आकर टाकर जीय उस भाव माamp बिकय जीन वला दन य दय कर ही

मान जी सकत ही जीस बिकस न अपन गनतवय क शिलाय रसत पgtछऔर तन क दला मा अगर कई धान क दत ही त वही दय य दन

क रप नही हीत ही दन क रप माamp बिकस क गनतबय क तय जीन वला रसत भा दन क ही रप ही जीत ही अकसर रजीन बिकस

क बिकस न बिकस परकर क1 समासय मिमाला जीत ही और वही समासय स सलाझन क रसत बिकस स पgtछत हीऔर तन वला उस सही

रसत त दत ही त वही समासय स छ टाकर परपत कर लात हीयही भा तय गय उपय और तय जीन वला वयशिG क शिलाय दन क ही

रप मान जीत ही आजी क यग मा अगर इस त क सधा सनत क शिलाय दख जीत ही त जी सनत दकषिणी क लाकर और अपन शि0य

नकर अगर जञोन क दन दत ही त वही दय क1 शरणी माamp नही आत ही वही एक माही और अपन क उचच दिदखन क अहीमा माamp 0मिमाला ही

जीत ही दिदय गय रसत और दिदय गय जञोन अगर दिदय जीन वला वयशिG क1 जीनपबिहीचन क1 समा माamp आजीत ही त भा दय और दन

क1 शरणी माamp नही आ सकत ही जीस एक पतरी अपन बिपत स क छ जीनन चहीत ही त बिपत क दवार तय गय उKर दय य दन क1 शरणी

माamp नही आयगयही अपनतव क1 भावन माamp आकर और माही क दवार जञोन क दिदय मान जीयग लाबिकन वही चच अगर रसत चलात बिकस

वयशिG स पgtछत ही और वही वयशिG उच चच क नही जीनत ही त वही दिदय गय जञोन और दय क भाव दन क1 शरणी माamp 0मिमाला ही

जीयग बिकस सडक पर जीन क शिलाय अगर द रसतA क च माamp एक सइन ड) क लाग दिदय गय ही और उस पर सही रसत पर जीन क

कथान शिलाख ही त वही ड) दधिजीसन लागवय ही उसक शिलाय दन क सधान मान जीयगलाबिकन अगर उस ड) क इस परकर क लागवय

गय ही बिक उसक अनदर पस डलाकर रसत क जञोन शिलाय जीय त वही कमान क सधान मान जीयग अकसर कई ससथायamp अपन अपन

अनसर लागA क1 शिचबिकतस क शिलाय अपन अपन अनसर क मप लागत ही वही पर सधारणी जीनत क शिलाय चविक4ग और दवइयA क बिवतरणी

बिन0लक बिकय जीत हीलाबिकन अगर उस ससथान अपन नमा क परचर जीर 0र स बिकय ही और अपन नमा क सथा डकटारA क नमा और

बिवतरिरत क1 जीन वला दवइयA क लाख जीख सक सनय ही त वही बिकय जीन वला सव क भाव नमा और अपन अहीमा परकटा करन

क तरक मान जीयगइस परबितसपधा) क रप भा दिदय जी सकत ही बिक अमाक ससथा न इतन धान इस शिचबिकतस क शिलाय खच) बिकय था

जी उस ससथा न इतन धान खच) बिकय ही यही त अकसर बिकय जीन वला भाडर क शिलाय भा मान जी सकत हीबिक अमाक आदमा न

अमाक सथान माamp इतन लागA क भाजीन करवययही त उस आदमा क शिलाय दन माamp नही सतिलक अहीमा क1 शरampणी मा 0मिमाला ही जीयगलाबिकन

वही आदमा अगर अपन क दिदखव स दर रखन क द भाजीन करवत ही त वही दन और दय क1 शरणी मा बिगन जीयग

दय धामा) क माgtला ही पला माgtला अकषिभामान

जीव जीनत और जीनवरA क अलाव मानय क शिलाय जी उKमा दन क1 और दय क करणी ही व द परकर क मान जीत हीएक सव|Kमा और

दसर अधामा अगर ससर माamp भाजीन और पन नही ही त ससर क दिटाक पन असमभव ही भाजीन और पन क मिमालान स कई भा जीव

जीनत और मानय बिवकटा स बिवकटा परिरषदभिसथाबित माamp दधिजीनद रही सकत ही इन दन क नही मिमालान स बिकतन ही धान दZलात और माय ही कई

नही दिटाक सकत ही दय क शिलाय सतरी और जीवA क सथा गय दय क1 हीमा0 पतरी ही इन करकA क रधवयन माamp रखकर बिकय जीन वला दन

और दय ड ही कमा क1 हीत ही भाजीन और पन क सधानA क दन बिकस भा ससथा क दवार बिकय जीत ही त वही दन सव)शरषठा शरणी

क मान जीत ही सतरी और गय क ऊपर क1 जीन वला दय हीमा0 पणय क दन वला हीत ही सतरी और गय क ही कयA दय क शिलाय

मान जीत ही त बिवदवाजीनA क समाझन चबिहीय बिक सतरी बिकतन ही बिनरक 0 ही उसक अनदर हीमा0 मामात क1 भावन रहीगसमाजी बिकतन

ही उसक सथा अनचर कर वही अपन भावकत क ला पर दधिजीनद रहीन क1 मात रखत हीजी भा कमा आत ही त क वला सनतन पलान

पषणी और अपन सवजीनA क1 र क शिलाय मान जीत ही एक डयन भा अपन चच क सभाला कर रखत ही इस कहीवत क अथा) तभा

मान जी सकत ही जी डयन क सथा भा मामातव क वयवहीर नकर रख जीय गय क दय क1 शरणी माamp परन समाय स क वला इसशिलाय ही

मान जी सकत ही बिक उस क छ भा खन क द लाबिकन वही दग दधा हीवही कभा अपन चच क पस बिकस अनहीन क त तक नही आन

दग जी तक उसक1 जीन रहीगदधिजीस जीव क अनदर इतन अपन चच क परबित दय ही और वही अपन दय क करणी अपन 0रर क भा

समापत करन क1 इचछ क रखउसक सथा Egt रत करन पgtर तरही स अमानषत क1 शरणी माamp आजीत ही सतरी क भागय समाझ कर और

उसक सथा भागA क सख लाकर माथान और पच माकर क परयग करन क द बिकतन ही उस परतकषिणीत बिकय जीयग वही हीमा0 अपन पबित

और परिरवर क शिलाय समारतिप4त रहीग समादधिजीक नधन हीA य 0रर क नधन वही अपन भावनतमाक आव0 माamp सभा क समापत कर सकत

ही लाबिकन इस कलायग क इन दन क सथा ही सस ड अनचर ही रही ही हीत मा आय भाgtकमप स ससर क अनदजी लाग लान चबिहीय

बिक इस द0 क माख वयपरिरक समनध अमारिरक स ही और यही पर ससर क सस अमिधाक एड क मारजी हीयही क बिनवशिसयA क माखय

खन गय क मास हीऔर यही रिरसत नमा क1 चजी समाझ माamp नही आत हीयही तक बिक भाई बिहीन क रिरसत भा अजी ही हीत हीमाथान

0र और मारकटा क करणी यही द0 गर द0A क1 शरणी माamp आत हीअकसमात भाgtकमप आय और एक लाख स अमिधाक वयशिGयA न एक

णी माamp ही अपन जीन गव दnयही तक बिक रषटरपबित क माहीला भा पत नही लाग बिक वही कही गय गय और सतरी क सस अमिधाक

परतणीन इस द0 माamp मिमालात ही यही तक बिक इस द0 माamp भाgtकमप आन क द लागA क1 जीन क1 र त करन दर यही पर सहीयत क शिलाय

जीन वला लागA क भा लाgtटा जीन लागजीस ही भाgtकमप आय दन क1 रशि0 इकटठो करन क शिलाय करडA ससथायamp एक दमा अपन अपन

अनसर समान आन लागयही क वला बिकय जीन वला पपA क करणी ही

गरहीA क 120 गणी

लागन अगर-

माष ही त आदमा क चच ही

वष ही त धान क1 मा0न ही

मिमाथान ही त टालाफ़न ही

कक) ही त भावन क1 पबिडय ही

सिस4ही ही त अहीमा भार हआ ही

कनय ही त कजी) दशमान मार स मिघार ही

तला ही त हीर त माamp फ़यद सचन वला ही

वकषिeक ही त भाgtत क सरदर ही

धान ही त प दद क1 त करन वला ही

माकर ही त चZस घाटा कमा ही कमा ही

क मभ ही त जीलदn रिरसत न सकत ही

मान ही त हीमा0 माZन रहीन वला ही

लागन स सgtय) अगर-

पहीला भाव मा ही त अहीमा भार ही

दसर भाव मा ही त चमाक क आग क छ दिदखई ही नही दत

तसर भाव मा ही त नतगर पहीला ही

चZथा भाव मा ही त रजीनबित वला सच ही

पचमा भाव मा ही त परिरवर मा ही रजीनबित करन वला ही

छY भाव मा ही त प क नZकर समाझत ही

सतव भाव मा ही जीवन सथा क गलामा ही

आYव भाव मा ही त चर दिदला क मारजी ही

नव भाव मा ही त धामा) स भा कमान वला ही

दसव भाव मा ही त सभा कमा नतगर स बिकय जीत ही

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

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पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 7: केतु

कय)मिधाकर क1 हक मा उदला करन हीइस परकर क अनय कय क करन ही इसक सथा ही जी चZथा भाव क1 रशि0 क यगतमाक रप

इस रशि0 क बितरीकणी क1 रशि0यA स जीस चZथा भाव क1 पचमा क1 रशि0 वकषिeक रशि0 हीत हीइस रशि0 क सवभाव जीखिखमा लान हीत हीइस

रशि0 क समान अचछ अचछ क1 लात द ही जीत हीइस रशि0 वलाA क डर नही लागत हीव एक र कला स भा क शत लाड सकत हीइस

रशि0 क सवभाव खद क समभलान क भा हीत हीयही अपन क तयर करक रखन वला रशि0 हीत हीयही अपन लागA क शिलाय अपन 0रर

क तयग भा कर दत हीइस रशि0 क उददोशय लाडई करन क हीत हीजी इस रशि0 क1 हीर हीन हीत ही त यही हीर नमा क झ क लाकर

नही रहीत हीखद क अपन ही परयस स समापत कर लात हीयही रशि0 गgtढा हीत हीयही उन करणीA पर बिवTस करत ही जी सधारणी आदमा

क1 पहच स हत दर हीत हीआदिद करणी इस रशि0 क मान जीत हीइस रशि0 माamp जीस बिक मान पहीला क त क माकर रशि0 माamp हीन क वणी)न

बिकय ही क अनसर 0E क1 वष रशि0 सथाबिपत हीत हीदन रशि0यA क परभावA क मिमालान स जीस वष रशि0 क समनध धान स हीत हीत

धान क खच) करन माamp वयशिG क अनदर डर नही हीगवयशिG क सहीशिसक कमाA क शिलाय धान खच) करन स कई बिहीचक नही हीगधान क वही

गgtढा कय क शिलाय आरमा स खच) करगइसक द जी भा कमा जीखिखमा क हीत ही उनस वही धान क कमान क1 बिहीममात रखगपर0शिGयA

क दवार य अपन परयस स पर0शिGयA क1 सधान स वही अपन धान क ढान क कमा करगयही रशि0 खन पन क सधान क1 तरफ़ भा

अपन इ0र करत हीजीतक क अनदर आमिमाष खन क शिलाय य 0मा0न भाजीन क शिलाय भा कई बिहीचक नही हीगलाबिकन मागला अगर

कही भा ऊ च सथान माamp अपन सथान नकर बिवरजीमान ही त वही इन खनA स दर रखन माamp मादद करगआदिद त जीन जीत हीइसक सथा

चZथा भाव स नवamp भाव माamp मान रशि0 क हीन पय जीत हीइस मान रशि0 माamp जी भा रशि0 हीत ही वही अपन परभाव भा मान रशि0 क अनदर

सतमिममाशिलात कर लात हीमान रशि0 मा क1 रशि0 ही और कनय रशि0 सव क1 रशि0 हीमान रशि0 जीतक क बिवद0 माamp बिनवस क1 रशि0 ही त

कनय रशि0 बिवद0 माamp सव करन क शिलाय अपन ला दगमान रशि0 0बित परदन करन क1 रशि0 ही त कनय रशि0 कजी) दशमान मार दकर

अ0नतिनत दन वला रशि0 ही इस रशि0 क सवभाव स क मा और धान वला सधानA क बिवद0 स समनध भा न जीत ही रशि0यA क अलाव

क त क समनध गरहीA स हीन पर भा अपन अपन फ़ला मिमालात हीजीस सgtय) स समनध हीन पर यही 0र क K क1 लाडई क मानयत दत

हीजीवन इस परकर क वयशिG स समनध न जीत ही जी इस क त क ऊपर हीमा0 गर)न क ही कय) करत ही और जीतक क भाग बिलला

नकर रहीन पडत हीअगर धा अपन परभाव दत ही त क त क सथा धा हीन स यही अगरजी क अचछ जीनकर हीत ही और लान माamp

अनय भाषओ क भा परयग करन लागत हीक त स पचमा माamp धा हीन स वही अपन जीन क खर रखन वला हीत ही और उस तरही स

त करत ही जीस बिक बिचछgt अपन डक मार रही हीधा अगर क त स नव हीत ही त बिहीन आ य टाn क पबित सहीयक न जीत

हीमा0त क वG सहीयत करन वला और जीवन तथा धान क रक नकर सहीयत करन वला हीत ही यही क त दभाबिषय क कमा भा

करत हीजीवन माamp आन वला मा0तA क वG अपन जीन स बिकय जीन वला कय क यही भागतन परपत करत हीजयबितष य गgtढा

बिवषयA माamp यही अपन जीनकर अचछn रखत हीनटावरकिक4ग और कमपयgtटार क अचछ जञोन हीत ही0बिन क हीन स घार माamp वकलात क कय)

करत ही य कमाजीर हीन पर दजीt क कय) करत हीकमपबिनयA क जीडन क नय गरहीक नन क और माकन क बिनमा)णी करन क

सहीयक न जीत ही0बिन क अषटमा माamp हीन स कय) करन वला आदमिमायA क बिवद0 भाजीन क शिलाय दलाला करन वला जीमान जीयदद य

0बिन वला करकA क खरदन चन क कय) करन वला मान जीत हीदवई क1 कमपबिनयA माamp कय) करन वला और असपतला क अनदर

कमपउडर क कय) करन वला न जीत ही0मा0न माamp कबरा खदन वला न जीत हीअथाव गदn सत माamp पड रहीन वला वयशिG न

जीत ही इस परकर स अनय गरहीA क सथा इस क त क अपन अपन समाजीसय नत ही

इस शिचतरी मा दख इस लाडक1 क1 लागन क क त छY भाव क मागला द स पबिडत कर रही ही मिमाथान लागन क1 यही लाडक1 हत तgtनही कलापरष स माष रशि0 लागन क1 मानयत क दत ही 0रर क अगA माamp यही शिसर क1 करक हीत ही क त क मिमाथान रशि0 माamp आत ही नच

क क त क1 मानयत ही जीत ही और रह अपन धान रशि0 क सपतमा माamp चला जीत ही रह भा नच क परभाव दत ही इस क सथा मागला क1 वकषिeक रशि0 क डला क छY भाव माamp बिवरजीमान ही जीत ही और जी इस रशि0 माamp मागला भा अपन परभातव जीमा लात ही त यही रशि0 पgtर तरही स खतरनक ही जीत ही मागला स अगला रशि0 माamp रह बिवरजीमान हीत ही और वही नच क हीन क करणी अपन नचत स जी नही आत ही मागला क द रप एक नक और एक द यही परिरभाष लालाबिकत क अनसर तई जीत ही द मागला क दवत भाgtत

परत बिप0च आदिद तय गय ही और नक मागला क दवत हीनमान जी और उKमा दव तय जीत ही लाबिकन रदर0शिG क अनसर वरकषिeक रशि0 क रदर शि0वजी क रप माamp भा मान जीत ही गयरहीव रदर हीनमानजी क तय गय ही शि0व अघार रप माamp वकषिeक रशि0 क मान जीत ही और जी वयशिG इस लाडक1 क शिलाय तबितरीक परयग करन वला ही वही इसक सपतमा भाव क परयग करन क द इस लाडक1 पर अपन परयस क परबिषत करग एक र इस लाडक1 क दरवजी पर एक नग माला क चला वयशिG दधिजीसक अनदर दgt आ रही था क छ खन क शिलाय मागन क शिलाय आय इस लाडक1 न उस घार क अनदर न हय दला और रटाn खन क शिलाय दन चही उसन इस लाडक1 स मास पककर खिखलान क शिलाय कही इस त पर इस गसस आय और आसपस स द चर लागA क लाकर उस वयशिG दरवजी स

भाग दिदय वही वयशिG जीत जीत लाकर गय बिक एक तझ भा नग नही घामा दिदय त दखन एक माबिहीन क द यही लाडक1 अपन ला नचन लाग और भाददोn भाददोn गशिलाय दन लाग आसपस क लागA न इस मानशिचबिकतसक क दिदखय उस पगला खन माamp भातt कर दिदय गय लाबिकन एक सला तक कई इस लाडक1 पर दवइयA और इलाजी क फ़क) नही आय इसक परिरजीन इसक1 जीनमा पतरी और

बिववरणी लाकर मार पस आय मान जीनमा पतरी माamp दख त उपरG गरही षदभिसथाबित समान आय उपय क शिलाय लाडक1 क उन तबितरीक धाओ स माशिG क शिलाय क वला क त क सला नकर ही उस सधार जी सकत था क त क1 सलात क शिलाय दग) उपसन और सपत0त क

हीवनतमाक रप भा करन जीरर था लाबिकन जी उपय सस अमिधाक करगर सबित ही सकत था वही कला क बिवपरत परतयबिगर सततरी नवरतरीA माamp मान उस लाडक1 क उसक पबित और भाई क सथा लावय और बिवमिधा बिवधान स कला क माहीबिवपरत परबितयबिगर

सततरी क पY बिकय और अकषिभामाबितरीत जीला क उस बिपलान लाग दिदन दिदन उस लाडक1 क अनदर दलाव आन 0र ही गय कभा कभा वही एकदमा नव)स ही जीत और हत जीर स हीसन लागत कभा अचनक रन लागत कभा अचनक गशिलाय और तडफ़ड पर उतर ही जीत लाबिकन मान अपन बिहीममात नही हीर अषटमा क दिदन बितरीमाधाgt स परतयबिगर क हीवन बिकय और पY ( एक परकर क फ़ला जी पY

नमाक1 मिमाYई क शिलाय परयग बिकय जीत ही) क1 शिला मा कला क परदन क1 परसद लाडक1 क खिखलाय वही हत अचछn तरही स तamp करन लाग और ऐस लागन लाग जीस उस क छ भा मार नही ही

इस लाडक1 क पgtर शिचतरीA सबिहीत बिववरणी आप इस सलाइड 0 क मारधवयमा स दख सकत ही-

क त क दसर नमा सहीर दन वला सधानA क रप माamp जीन जीत ही बिन सहीर क चच भा जीनमा क द खड नही ही सकत हीऔर

जीवन उसक हीथा पर 0रर क बिवकषिभानन अग सहीर क रप माamp कमा करत ही क त क1 समा उस परकर स अननत ही जीस बिक रह क1

समाअनय बिकस गरही क1 समा क आरमा स वरणिणी4त बिकय जी सकत ही लाबिकन रह क त क1 समा क वणी)न नही बिकय जी सकत ही यही

दन ही छय गरही ही और दन परकर क1 0शिGयA क रप माamp कमा करत हीद परकर क1 0शिGयA माamp क त नकरतमाक ही लाबिकन दिदखई दत

हीरह सकरतमाक ही लाबिकन दिदखई नही दत ही इस शिचतरी माamp आप दख रही ही बिक पन क अनदर स द कमाला नला बिनकला ही और दन पर

बराहम और बिवणी बिवरजीमान हीयही दन सकरतमाक रप क रप माamp जीन जीत ही बराहम क कमा बिनमा)णी करन ही और बिवणी क कमा बराहम

क दवार बिनरमिमा4त समिषट क पलान करन हीलाबिकन आप दख रही हीAग बिक भागवन शि0व 0र पर लाटा हीऔर उनक1 नकषिभा स जी कमाला नला

बिनकला हीऔर ड स कमाला क फ़gt ला हीउस फ़gt ला पर पचमाख तथा दसभाजीओ क धारणी करन वला 0शिG कमाखय दव बिवरजीमान

हीयही 0शिG बिकस भा जीव क1 सकरतमाक परवकषिK क अव0बिषत करन क द एक नय बिनमा)णी क बिवकस करन क शिलाय जीन जीत ही

सहीर क ही दसर नमा नय बिनमा)णी हीयही स आप गत माamp पढा सकत हीबिक आतमा परन 0रर क तयग कर नय 0रर क धारणी उस

परकर स करत ही जीस एक मानय परन वसतरी क तयग कर नय वसतरी क धारणी करत ही मात कमाखय क लागन क क त क रप माamp

मानयत दn जीत हीजीस गर और मागला क सथा अगर रहीवamp भाव माamp ही त मा तर क रप मिमालात ही उस परकर स लागन क क त क शिलाय

मात कमाखय क जीन जीत ही ससर क कई भा जीव बिन उस परकर क जीव क अपन नय दही क नही धारणी कर सकत हीएक

ही परकर क जीव क अनदर दन परकर क जीव एक सकरतमाक और नकरतमाक क भा हीन जीरर ही जीस परष सकरतमाक ही और

सतरी नकरतमाक ही सतरी क कमा एक तरफ़ परष क1 सकरतमाकत क ढान क ही और दसर तरफ़ माथान क दवार उस सकरतमाकत क

अपन गभा) माamp सथाबिपत करन क द नय जीव क बिनमा)णी करन क ही मातला एक तरफ़ त वही अपन पबित क बिवकषिभानन परकर क भाजीन फ़ला

और अनय सरधवय सधानA क दवार पबिषत करत ही त दसर तरफ़ अपन माथान क दZरन उस वय) नमाक पक हय पबिषत रस क गरहीणी कर

लात ही जी 0रर मात क दवार पद बिकय जीत ही वही नय रप माamp हीत ही मात उस 0रर क पलान पषन माamp कई कतही नही करतत

सतरी रप माamp उस पला हय 0रर क अव0षणी करन क द नय 0शिG क पद करन स मान जीत ही यही Eमा लागतर चलात रहीत ही

0रर क1 बिनमा)णी परबिEय क पgtर करन क शिलाय नकरतमाक और सकरतमाक दन रपA क हीन अबित आवशयक हीत हीचही वही 0रर

मानय रप माamp ही य जीनवर य क1टा पतग प व बिकस भा रप माamp हीनकरतमाक और सकरतमाक रप हीन अबित आवशयक ही यबिन

रप माamp मात कमाखय और सिला4ग रप माamp भागवन शि0व क पgtजी जीत हीयही दन रप ही ससर क1 उतपकषिK और बिवन0 क करक मान

जीत ही लागन क क त क शिलाय अकसर लागA क अनदर भरानतिनत रहीत हीबिक यही क त क वला सहीयक क रप माamp ही पद हआ ही और जीवन माamp

तरकक1 नही कर सकत ही लाबिकन यही सच कतई गलात हीससर क हीर जीव जीनत व आदिद सभा क शिलाय बिकस न बिकस परकर क1

सहीयत क शिलाय ही पद हय ही परक बित क सतलान क शिलाय जीही सकरतमाकत अमिधाक पद ही जीत ही वही परक बित पहीला स ही

नकरतमाकत क पद करन क शिलाय नकरतमाकत क तयर रखत ही जीस एक वन माamp अगर सZ बिहीरणी उसन पद क वला इसशिलाय बिकय ही

बिक व घास पत और वA क खकर उनक1 सखय क परक बित क अनपत क बिहीस स सयत रखampत व बिहीरणी जी सZ स अमिधाक नही ही

जीवampइसशिलाय दस 0र य बिहीरणीA क मारन वला जीव भा पद कर दिदय ही जी जीव हत ही स0G ही उनक शिलाय दधिदधजीव जीव पद कर

दिदय ही जीस बिक मानय मानय क सतलान क शिलाय भा परक बित अपन अपन समाय पर कई न कई बिवन0 लाला उस क1 गषदभिलतयA स परसतत

कर दत ही इसक अलाव भा मानय मानय क ही मारन और अमिधाक सखय माamp नही हीन क परबित उसक अनदर परक बित एक परकर क

दभा)वन रप जी दत हीजीस भाई भाई त आरमा स रही सकत ही लाबिकन उनक1 पतमितनय आपस माamp र भाव और दभा)वन स एक दसर

क सथा सथा नही रहीन दतअथाव उन दन क अनदर उन आवशयकतओ क पद कर दत ही बिक व हीर कर अलाग अलाग ही जीत ही

कई बिकस क धामा) स मार दत ही कई बिकस क समाजी स मार दत ही कई द0 क नमा स कई जीबित क नमा स कई रजीनबित क नमा स

यही परतय रप स मारक रप नही हीकर अपरतय रप स मारक 0शिGय सव) 0शिGमान मानय क अनदर भा परक बित न दn ही सहीयक क

रप माamp लागन क क त पच परकर स नकरतमाकत भारत हीऔर उस अनपत माamp लागन स सपतमा क रह खला जीगही क भारन क कमा

करत हीऔर सकरतमाक ला दत ही जीस लागन क क त तसर नजीर स तसर भाव क दखत ही और जीतक क अनदर अपन शिलाखन क1

कला क य शिचतरीकर क1 कला क दत ही कलामा और पपर दत ही कमपयgtटार दत ही क1 ड) क दत ही त सपतमा क रह शिचतरीकर क

करन क शिलाय दिदमाग क पद करत ही कमपयgtटार क अनदर सफ़टावयर क रप माamp दिदमाग क दत हीतसर भाव अपन क परदरथि04त करन क

भा हीउसक शिलाय लागन क क त अपन छटा भाई बिहीनA क अनदर नकरतमाकत क भारत ही त सपतमा क रह उन छटा भाई बिहीन क

अनदर उनस पचमा सथान माamp Y कर अचनक बिवदया वला यग पद कर दत ही और व अचछn बिवदया क परपत करन क द दिदमागदर न

जीत ही लागन क क त घार स हीर रहीन क ला दत ही त सपतमा क रह हीर रहीन क शिलाय वही क रबित रिरवजी और खनपन तथा

अलाव समनधA क परबित अपन ला दत हीदधिजीसस वयशिG क हीर रहीन क शिलाय कई पर0न नही ही सक लागन क क त अपन पचमा

दिदरमिषटस सनतन भाव क दखत ही और उस खला रखन क1 कशि00 करत हीलाबिकन सपतमा क रह अपन गयरहीवamp सथान क एक ऐस

सकरतमाक पतरी द दत ही जी अनय सZ माamp अपन नमा कमाकर चलान वला ही और पgtर परिरवर क अलाव अनय लागA क शिलाय भा अपन ला

दन क शिलाय मान जीय लागन क क त धान स परEमा स घार स और शि0 स दर करन क1 कशि00 करत ही और जीवन सथा क भा

वचला य झgtY लान क1 आदत दत ही0दn क द जीतक क समादधिजीक जीवन असतवयसत ही जीत हीबिकतन ही माहीनत क1 जीव वही

कर स सबित हीत हीअचनक बिकस न बिकस मामाला माamp खच) हीन जीरर पय जीत ही जीतक क जीवन सथा क1 उगशिलाओ पर

नचन जीरर पडत हीकरणी अकसमात बिनणी)य लान क1 आदत स वही बिकस लायक नही रहीत ही दधिजीतन ला जीवन सथा क दवार द दिदय

जीत हीयन दधिजीतन च भार दn जीत ही उतन ही चलान क शिलाय रजी हीन पडत ही

लागन क क त और अनय गरहीA स समनध

क त क दवार नई गई खला जीगही क मानय आजीवन उस भारन क शिलाय परयतन0ला रहीत हीक त क हीला गगर माamp सगर क पद करन

जीस हीत हीदधिजीतन यही असरकर हीत ही उतन ही मानय परयतन 0ला रहीन क शिलाय माजीgtर हीत ही मान पहीला भा कही ही बिक ससर क1

हीर वसत और जीव क अनदर रह क त क समाव0 हीजीस लाकड क1 सर क ही ला लादधिजीयसर क त ही और उस जीन वला और

उसक छद रह हीकपड क1 टान क त हीयही गचर स दधिजीस भाव माamp आत ही उस भाव क1 करक वसतओ माamp रकवटा पद कर दत हीक त

क कमा मा क परदन करन हीत हीकय) स क त क कई मातला त तक नही हीत ही जी तक बिक रह अपन आद0 नही द लागन क

क त अगर 0बिन स 0शिसत ही त वही वकलात क गणी पद कर दत ही0बिन क त ही दजीt क1 औकत दत हीलागन क क त मारक टिटा4ग करन

वला वयशिG न जीत ही0बिन स पतथार लाही नZकर परपटा आदिद क कमा करन लागत हीसgtय) स सरकर नZकर नकर कमा करन लागत

ही और सरकर कमाA क अनदर सरकर आद0A क परबिषत करन और सरकर आद0A क ननचनव आदिद लाडकर जीनत क अनदर

बिवजीय नन और बिyenर जीस सरकर अपन कनgtन और करणीA स अपन कय) करवय उनही करन 0E क सथा क त क समाजीसय भा नही

Y पत ही य त जीतक क दिदला अपन क परदरथि04त करन क हीत हीय बिफ़र जीतक क तय गय ढाग स कय) करन हीत हीजीतक

कय) उस परकर स करत ही जीस कई कय) पर परगरमा बिकय गय ही कYपतला इसक माखय उदहीरणी हीउसक अगA क बिहीलान वला

कई औरगन वला कई और भावन क समाझन वला कई और हीत ही इस क सथा अगर गर क त क लालात ही त गर जी समनधA

क करक हीत ही यही क त समनधA क करवन क कय) करत हीजीस बिक 0दn बिववही करवनबिकस परकर स जी पहीला स बिनदuशि0त

कनgtन ही और उनही कनgtनA क अनसर ही वयशिG क सजी दन य सजी स र करन क कमा भा गर क त करत हीहत ही धारमिमा4क हीन स

जीतक क रधवयन समामिधा क1 तरफ़ मान चला जीत ही और वही अपन क पgtणी) रप स भागवन य परक बित क ऊपर छड दत ही जीस परक बित

उसस करवत ही वही करत रहीत ही इकक क घाड क1 तरही भा मान जी सकत हीउस लागमा नमा क रह क अनसर चलान पडत ही

अपन माजीt स कही भा नही जी सकत ही खत माamp न वला जी क1 तरही स मान जी सकत ही जी तक उस य नही जीयग और रह

नमा क1 परक बित क1 0शिG नही दn जीयग वही अपन आप जीमाग नही पgtजी माamp जीय जीन वला 0ख मान जी सकत ही जी तक उस

जीय नही जीयग रह नमाक1 फ़gt क उसक अनदर नही मार जीयग वही आवजी बिनकलाग ही नही

क त क सला य द)ला क त क1 भावन ही करत ही

इस क उदहीरणी हीमा आजी क न टार इनवटा)र स ला सकत हीइसक कमा बिजीला क इकटठो करन क द अपन पस रखन हीत हीजीस

ही बिजीला चला जीत ही वही बिजीला क अपन पस स सपलाई करन 0र कर दत हीकमा य अमिधाक बिजीला क दन क शिलाय टार जी बिक

एक क त क ही रप हीक1 सरजी ढान स वलटाजी ढाय जी सकत हीऔर परलाला लागन स उसक1 0शिG यन वटाजी ढाय जी सकत

हीकई क त एक सथा मिमालाकर कमा माamp लान स 0शिG क परद0)न सही रप स बिकय जी सकत ही लाबिकन तदत स अमिधाक क त क सहीयक

हीन भा समाय क द दखदय ही सकत ही जीस एक ही बिवषय क पढान और उस बिवषय स समतमिनधत बिववरणी अगर भाबिवय माamp दला

जीत ही य नय कई आबिवकर ही जीत ही त वही कर ही सबित हीजीयगजीस बिक पहीला टालाफ़न क1 मानयत खgt थालाबिकन

माइला क आत ही उसक नन वला चन वला और चलान वला सभा कर ही गय क त क खर हीन स 0रर क अगA स पत चला

जीत हीजीस बिक हीथा सनन ही गय और कमा नही कर रही ही इसक मातला ही बिक क त खर नही हआ ही हीथा क 0शिG दन वला रह क

खर हीन मान जीयगआख स कमा दिदखई दन 0र ही गय ही त वही भा रह क दखन पडग सधा स क त क नही दखampगक त क त

तभा खर मान जीयग जी हीथा य आख बिलाक ला ही खतमा ही गय ही दधिजीस परकर स गड क1 पटरोला खतमा हीन स वही सडक पर खड

ही जीत हीउस परकर स लागन क क त बिकस न बिकस परकर स 0रर क अनदर स रह क1 0शिG समापत हीन पर कर ही जीत ही0रर

क अनदर रह क सथान अदरशय 0शिG क रप माamp जीन जीत ही और रह मासतिसतक माamp बिनवस करत हीमासतिसतक स सचन समाझन क1 0शिG

क कर हीन भा क त क रद करन क शिलाय माखय मान जीयग पन क अनदर स सयही क खतमा हीन स रह और क त क र माamp नही

सचन पडगसयही क करक गरही क सचन पडग बिक उसक अनय करक गरही भा सथा द रही ही बिक नही

लागन क क त और उसस समतमिनधत रिरसतदर

क त क समनध 0बिन स हीन पर जी भा रिरसतदर हीत हीव स कमा धानध स समनध रखत ही यही समनध चबिहीय Yक दर स जीड ही य बिफ़र

बिकस पटा क पस करन स अथाव दकन माamp कमा करन वला हीलपर क रप माamp हीसgtय) स समनध हीन पर ड भाई क1 सनतन स भा मान

जीत ही भातजी क रप माamp भा मान जी सकत ही अथाव वही बिपत क सला यन मामा स भा मान जी सकत हीअथाव बिपत क दवार रख

गय नZकर भा मान जीत ही इसक अलाव चनदरमा स समनध हीन स मात खनदन स समतमिनधत रिरसतदर मान जीत हीनन क र माamp भा

यही क त अपन समाथा)न वयG करत ही मागला क सथा हीन स चच य मामा य खgtन क रिरसतदरA स भा मान जीत ही ड भाई य छटा

भाई क सला स भा समनध मान जीत हीधा क सथा हीन स भानजी क रप माamp भा मान जीत हीऔर अगर धा क सथा रह तजी ही त वही

बिहीन क पबित क रप माamp भा मान जीत ही गर क सथा हीन स वही बिकस धारमिमा4क वयशिG क चला भा मान जी सकत ही अथाव बिकस

परकर स अपबिहीजी हीन क1 द0 माamp सथा दन वला घार य हीर क वयशिG भा मान जीत ही0रर क अगA क र माamp अगर गर और क त

बिकस खर गरही स समतमिनधत ही त यही बिकस परकर स समतमिनधत अग क रद करन क शिलाय भा मान जीत ही 0E क सथा क त क

हीन स यही पतन क हीलपर क रप माamp परसतत करत ही अथाव बिकस करणी स पतन क हीलपर नकर ही रहीन पडत ही पतन क हीलपर न

कर रहीन स वही अपन बिवचरA और कय| क अपन अनसर वयG नही कर सकत ही वही क वला अपन पतन य पबित क1 आजञो पर अपन

0रर और मान क बिगरव जीस रख दत ही

RAHU

Rahu is personified as a diplomat and a shadowy planet and a legendary deceptor when

disposed beneficially Indicates diplomatic jobs jobs requiring manipulations with facts deals

in poisons and drugs It signifies cheats pleasure seekers insincere and immoral acts etc

It is phlegmatic in nature and gives malignant growth When afflicting causes malignant

growth disease of phlegm intestines boils skin ulcers spleen worms high blood pressure

etc It gives smoky and unpleasant appearance due to habits of overeating resulting in foul

smells and unclean body and nails

KETU

It is dry and fiery in nature Its affliction causes wounds inflammations fevers intestinal

disorders aberrations low blood pressure deafness defective speech and gives emaciated

body with prominent veins It is personified as a saint and inclines a person more towards

mystic science and spiritual pursuits

क त दसर भाव माamp अपन फ़लाA क धान और भाZबितक सधानA क रप माamp अभाव दन क कमा करत हीऔर इस अभाव क पgtर करन क शिलाय

रह अषटमा सथान जी माZत क सथान ला जीत ही स पgtर करत ही इस भाव क क त क टाम क नमा स भा जीन जीत ही और परिरवर क

आग चलान क शिलाय मामा भानजी य सला क रप माamp आकर परिरवर क1 पgtरतित4 क दन वला हीत हीगचर स यही परिरवर जीनA क हीर

रखन वला और जीनमा क डला स परिरवर जीनA क समापत करन य दरसथा भाजीन वला मान जीत ही इस भाव क क त वला जीतक क

अकसर एक भाई और हीत ही और वही वकषिeक रशि0 क य वकषिeक लागन माamp पद हीत हीघार क शिलाय वही अपन दवार अपन बिEयओ स एक

तरही स रद करन वला ही मान जीत हीघार क अनदर सतरी जीतकA क अभाव ही जीत हीमात क भा ड मार हीत ही अकसर

मात क परबित यही क त मागला वला असर पद करत हीनकषिभा स नच क1 मारिरय आदिद हीत हीअकसर मात क शिलाय सजी)न क1 छ र हीमा0

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क त क सवभाव हत ही हीYkला हीत ही दसर भाव माamp

दसर भाव क क त अपन आदतA क क छ इस परकर क न लात ही बिक उस हीर कमा क करन क1 हीY पद ही जीत हीबिकस भा वसत क

लान ही त वही उस वसत क लान क शिलाय अपन सभा परयसA क करन स नही चgtकत हीऔर उस वसत क जी तक परपत नही कर लात ही

त तक उस चन ही नही आत ही यही हीला भाजीन क मामाला माamp भा दख जीत हीउस खन स अमिधाक चखन क1 आदत हीत हीअकसर इस

भाव क जीतक क1 जीभा अपन हीAY क चटा करत ही उसक समान क चर दत नक1ला हीत ही और दतA क1 नवटा एक जीस नही हीत

ही कई भा कमा करत वG जीतक क आलास जीरर आत ही

धा

प(तमलयमबारधर करणि01करसमदयदवित

खडगचमगपणि0 सिस1हसथो वर बाध

धा एक सZमय गरही ही सgtय) चनदर मागला एव अनय गरहीA क1 भाबित धा क बिवषय माamp भा अनक पZरकषिणीक आखयन मिमालात ही

धा क1 उतपकषिK क सधा माamp एक रचक कथा मिमालात ही कही जीत ही बिक अबितरी पतरी चदरमा दव गर हीसपबित क शि0य था बिवदया अरधवययन क1

समानतिपत क पeत जी उसन गर क दकषिणी दन चही त उनहीन स उसस कही बिक वही दकषिणी गर पतन तर क द कर आय

चनदरमा जी गर पतन क अपन दकषिणी दन गय त गर पतन क रप दखकर वही तर पर आ0G ही गय और उस ला जीन क1 हीY

करन लागगर पतन न उस खgt समाझय पर वही न मान जी हीसपबित क यही त मालामा हय त उस शि0य जीन उनहीन भा उस हत

समाझयपर चनदरमा न अपन दरगरही नही छड अतत वही यदध क शिलाय ततपर हय और गर क यदध माamp हीर दिदय दवतओ न भा चनदरमा

क समाझयलाबिकन वही अपन हीY पर अड रही जी शि0वजी क चनदरमा क अनचर क पत चला त व Eमिधात ही उY और चनदरमा क

दड दन क शिलाय चला पड चनदरमा बिफ़र भा नही मान उसन नतरीA दतयA असरA क सथा सथा 0बिनeर और मागला क सहीयग स शि0व स यदध

करन क बिनणी)य बिकय अ घार यदध 0र ही गय तनA लाग भायभात ही उY अतत बराहम न हीसतप क बिनणी)य शिलाय इस र चनदरमा

झक गय और उसन गर पतन तर क लाZटा दिदय

एक वष) द तर न एक कनतिनतवन पतरी क जीनमा दिदयउसक बिपत चनदरमा ही था चनदरमा न उस पतरी क गरहीणी बिकय और उसक नमा धा

रख गय

धा क बिवषय माamp और भा अनक आखयन मिमालात ही बिवद0 पZरकषिणीक आखयनA माamp धा क समनध माamp अनक कथायamp मिमालात हीयgtरपय जीन

इस मारकर क नमा स जीनत ही पर इसक1 धात हीजी चनदरमा क परभाव स हीन वला और 0बिन मागला क परभाव स Yस तथा गर क

परभाव स भार मान जीत ही

खगलाय बिवजञोन मा धा

धा सgtय) क सस बिनकटा रहीन वला गरही ही उसक वयस तन हीजीर माला हीतथा सgtय) स उसक1 मारधवयमा दर तन करड सY लाख माला ही

यही सKइस माला परबित सकamp ड क1 गबित स अटठोस दिदन माamp सgtय) क1 एक परिरEमा करत ही पथव स दखन पर यही सgtय) स सKइस अ0 स

अमिधाक दर पर नही हीत ही

जयबितष 0सतरी माamp धा

जयबितष 0सतरी माamp धा क रपवन माY लान वला और सपषट लान वला तथा हीर रग क तय गय ही इस कलापरष क1 वणी क1

उपमिधा दn गय ही सभा गरहीA माamp धा क यवरजी क पद मिमाला ही धा क दवार पबिडतई वला कमा वणी क1 0शिG कलाकर गकषिणीत बिवदया माamp

चतरत शिलाखन आदिद क बिवचर बिकय जीत ही यही तवच परधान गरही हीधा क क डला माamp अचछ हीन स जीतक क1 तवच अचछn हीत हीऔर

धा क खर सथान माamp Yन य बिकस पप गरही क दवार पपEत हीन जीतक क तवच वला रग हीत हीयदिद जीनमा क डला माamp धा खर

ही त अपन द0 अनतद)0 माamp वय कफ़ बिपK स उतपनन तन परकर क रग दत हीयही 0रर क तबितरीक ततरी यन नव)स शिससटामा क अमिधाकर

ही यदिद धा पबिडत हीत ही त वयशिG क अनदर क1 सचन समाझन और माहीसgtस करन क1 0शिG कमाजीर हीत हीजीस ख0gt दgt क पत

नही चलानतवच क सनन ही जीनचटा लागन य बिकस क1ड क कटान क पत नही चलानतवच माamp कभा कभा कला रग क चकK पड

जीन और अपन आप ही समापत ही जीन आदिद त भा दखन क मिमालात ही 0रर माamp धा क आमिधापतय छत और जीओ क आग क

भाग क भा माशिलाक नय गय हीदधिजीस जीतक क1 क णडला माamp धा चनदर क1 यबित हीत ही वही माजीबिकय सवभाव क हीत हीअकसर इस

परकर क जीतक दसरA क बिकस न बिकस परकर स नकसन पहचन माamp अपन आननद क ढान जीनत ही धा क खर हीन पर 0E क

सहीर लान पडत हीधा रह क दष स दर हीत हीवयपर करन इसक1 माखय पबिहीचन मान जीत हीवयपर माamp भा उन कमा स दधिजीनक

अनदर तA स कमाय जीत ही

जी जीतक पgtव) जीनमा माamp न बिकय जीन वला कमाA क करत हीदसरA क पर0न करन माamp दधिजीनक आननद आत हीतA क1 चलाक1 स लागA

क लाgtटा हीत हीतA क शिलाखकर कही कर लागA क पर0न य गमारही बिकय हीत हीइस परकर क जीतकA क माखय दख दमपतय जीवन

क हीत ही उनक1 0दिदय सही समाय पर नही हीत हीहीत भा ही त समनधA क सख नही हीत हीपबित य पतन बिकस भा परकर स सही

त नही करत ही घार क अनदर सभा सदसय तA क1 लाडई माamp मा0gtगला ही जीत हीबिकसन कय कही ही क परबित अकसर कर क1 हीस हीत

हीपबित पतन माamp मानमाटाव कलाही और अगर समनध नत भा ही त समनध बिवचछद भा करवन माamp धा क हत ड माहीतव हीत ही धा

अकसर वयपर माamp अपन गबित परदन करत ही दधिजीन जीतकA न अपन जीवन माamp अचछ कमा) बिकय हीत ही त वही वयपर माamp कफ़1 ढाKर

करत हीऔर र कमा क परभाव क करणी चलात हआ वयपर अकसमात ही नच जीन लागत ही और घार क अनदर भा कला0 हीन क करणी

सधानA माamp कमा हीत जीत ही दधिदधमान हीन पर भा कई त नही नत हीऔर वही अपन चतय) क भा रद करत रहीत ही अचछ

धा अचछ वयपर नत हीधान और धानय स पgtणी) करगजीवन पgtर आननद माamp तग आदिद तamp भा समाझ माamp आत ही धावर धा क

मिधान हीपनन इसक रतन हीदधिजीसक धारणी करन स यही लाभाकर हीत हीपतला इसक1 धात हीऔर अनन माamp हीर माgtग इसक अनजी ही धा क

नतरीA माamp अशलष जयषठा एव रवत हीधा क1 रशि0य मिमाथान और कनय ही दधिजीसमा मिमाथान सकरतमाक और कनय नकरतमाक रशि0 हीत ही

लाबिकन कनय रशि0 माamp यही जीतक क माYk वणी लान वला और समाजी माamp अपन क मिमालाकर चलान वला मान जीत हीपनदरही अ0 माamp

यही परमा उचच क हीत ही और मान रशि0 माamp यही पनदरही अ0 माamp परमा नच क हीत ही

अक0सतरी माamp धा

अक बिवदया माamp पच क अक धा क अक ही और दधिजीसक जीनमा 51423 तरख माamp हआ हीत ही उसक शिलाय धा क परभाव जीवन माamp

माहीतवपgtणी) मान जीत ही इन अकA स समतमिनधत जीतक अमिधाकतर जीलदजी हीत हीबिकस भा त क बिनणी)य लान माamp दर नही करत हीऔर

अकसर इनक दिदमाग खजी हीत हीइस करणी स नय नय तA क1 खजी क करन क द यही जीलदn स धान कमान क परबित अपन

दिदमाग चलात रहीत ही इनक दिदमाग ड स ड वयपर चलान माamp भा नही घाडत ही और उसक मातला चही लाभा स ही य हीबिन स इनही

मातला नही हीत हीलाबिकन धा क अचछ परभाव क करणी इनक वयपर अकसर सफ़ला ही हीत ही अकसर वयपर क कमाA क तनव क

हीन क जीgtद भा यही अपन कमा क आरमा स सभाला ला जीत ही धावर और 0Eवर इनक शिलाय अचछ दिदन हीत हीधा परधान

जीतकA क सवभाव 0माtला और लाचला हीत हीइन अदओ क करणी स भा यही अनय लागA क दिदला जीत लात ही इन जीतकA क धा क

रतन पनन पबिहीनन स भा आरमा मिमालात हीऔर गय क हीर घास खिखलान स भा इनक जीलदn आरमा मिमालान लागत हीधा क जी मातरीA क

जीप भा इनक शिलाय लाभाकर हीत ही धा क1 क प स जीतक क पस अथाही समपकषिK आन लागत ही और समाजी सथान माamp आदणीtय भा ही

जीत ही

धा परधान वयशिG दधिदधमान हीत ही इनक शिलाय ससर क जञोन स ढाकर और कई खजीन इनक पस नही हीत हीबिकस भा करणी क 0धा

करन क द यही प एच ड जीस उपमिधाय आरमा स लालात ही यही सगत बिपरय भा हीत हीवकपटात क परभाव इनक पस हीत

ही0शिG0ला बिवचरवन सZनदय) क पजीर भावन परधान बिवदयावन और दधिदधजीव हीत हीशिलाखन क1 कला इनक1 अचछn हीत ही और अर

नन क1 कला इनक पस अदभात हीत हीहीर कमा क सच समाझ कर ही करत हीखला सथान इनही अमिधाक पसद हीत हीखच) करन क

अनदर इस परकर क जीतक क जीgtस भा हीत हीदधिदध परधानत वला कमा जीस जयबितष डकटार वक1ला दलाला वयपर लाखक gtगर वला

कमा और अथा)0सतरी माamp बिनपणीत वला कमा इनही अचछ लात ही

इस अक वला जीतकA क1 क छ कमिमाय भा हीत हीजी उनक1 परगबित माamp रकवटा पद करत हीजीस आलास आन जीलदn गसस हीन अकरणी

ही गसस करन लाग जीन शिचनत वला तamp और अपन य परय वयशिG क 0क माamp डलान वला कमा करनअमिधाक तamp करन आदिद मान

जीत ही असफ़लात क बिवचर स भाय हीन 0क करन आदिद भा दख पद करन वला करणी हीत हीदधिदध क कय) करत रहीन स भा इनक

0रर कमाजीर हीत जीत ही और 0रर क कमाजीर हीन स फ़ फ़ड वला रग जीकमा लाग रहीन टाn आदिद जीस रग पद ही जीन एलाजीt

वला रग हीत जीन भा मान जीत ही जीवन सथा क अपन अनरप नन क करणी भा इस अक क जीतकA क शिलाय दखदय हीत

हीअकसर इस अक क जीतकA क जीवन सथा चप ही रहीत ही और बिन दधिदध क कमा करन क करणी घार और परिरवर माamp अ0बित क करणी

भा नत ही खन पन और लान पर बिनयतरीणी नही हीन क करणी इस अक क जीतक बिन करणी क ही दशमान य मार भा पला लात

ही

क डला माamp रही भावA माamp धा

रही भावA मा धा क1 षदभिसथाबित क परमाख रप स समाझन क शिलाय परतयक भाव क धा क रप अलाग अलाग हीत हीयही पर जी रप धा क

परदरथि04त बिकय गय ही व क वला धा क1 उचच षदभिसथाबित क समाझ कर ही बिकय गय ही जीरर नही ही बिक आपक धा क रप भा इस तरही स

हीअगर आपक1 क नडला माamp धा पर बिकस अनय गरही क1 र नजीर ही त उसक परभाव भा र ही सकत ही जीस रह क परभाव पडन पर

अचछn वणी हीन पर भा आपक1 वणी क गरहीणी लाग गय हीगला माamp इनफ़ कसन क दवार आदिद समाझन चबिहीय

परथामा भाव माamp धा

पला आभा शिलाय चहीर हीत हीलाम उमरो क माशिलाक हीत हीगकषिणीत और गणीन करन वला बिवषयA माamp परवणीत हीत हीमाजीबिकय सवभाव

हीत ही यन हीर त क माजीबिकय लाहीजी माamp कहीनधामा) क कय माamp रशिच हीत ही

दसर भाव माamp धा

अचछ कय) करन माamp रशिच हीत हीबिहीममात हत हीत हीदधिदध स तजी हीत हीमाहीनत भा खgt करत हीवक1ला य नत जीस गणी हीत ही त

क1 त माamp धान हीत हीदलाला और 0यर जीर वला कमा माamp रशिच हीत ही

तसर भाव माamp धा

लाखन क पकक हीत हीकमपयgtटार और इस परकर क यतरीA क सचशिलात करन क1 मात हीत हीसफ़टावयर आदिद नन माamp बिनपणीत हीत

हीशिचतरीकर और कबिवत करन माamp रशिच हीत हीबिवषयA माamp आ0शिG हीत हीसदगणी भा भार हीत हीमाटा 0रर हीत हीगलामाटाला आक बित

हीत हीबिहीन अमिधाक और भाई कमा हीत हीबिपत क धान कर ही जीत ही

चZथा भाव माamp धा

भागयवन हीत हीदन करन माamp बिनपणी हीत हीदन दन माamp क पतरी और सपतरी क समाझन क1 बिहीममात हीत हीशिलाखन क1 कला हीत

हीनबितयA पर चलान क आदn हीत हीदधिदधवन हीत ही

पचमा भाव माamp धा

जीनमा स सवथा) जीवन माamp भार हीत हीअपन कमा बिनकलान माamp चतरत हीत हीकमा बिनकलान क द भाgtलान क1 आदत हीत हीसनतन क

अभाव हीत हीक वला धान क1 चहीत हीत हीजीमान कमा क करन और जीमान आदिद क परबित मानशिसकत न रहीत ही

छY भाव माamp धा

कला0 करन अचछ लागत हीलाबिकन वणी माamp मिमाYस हीत हीआलास 0रर हीत हीअकषिभामान क1 मातरी भार हीत हीपरिरशरमा और

कमाकत क समाव0 मिमालात ही दसरA क1 सव करन अचछ लागत ही

सपतमा भाव माamp धा

पबित य पतन क शिलाय सखदयक हीत हीकनतिनतवन 0रर हीत हीतAद बिनकला जीत हीसनदर और क लान परक बित हीत हीसमपदन करन क1

मात हीत हीउदर परक बित हीत ही

अषटमा भाव माamp धा

लाम उमरो हीत हीसनदर पतन य पबित हीत हीत क भारस नही हीत हीखत क कय) माamp बिनपणीत हीत हीजीस गवन आदिदनयय

करन क अनदर ईमान क समाव0 हीत हीवयपर स लाभा क वला दलाला वला कमाA माamp हीत ही

नवमा भाव माamp धा

दधिदधमान हीत हीतथा)टान करन क1 कमान हीत हीअपन समाजी माamp त रखन वला हीत ही कबिव गन बिवदया माamp बिडगर य बिडपलामा हीत

हीनयय यतरी करवन वला कय क मानस रहीत ही बिवद0 लागA और अगरजी माamp अचछ जञोन हीत ही

दसमा भाव माamp धा

रजी यग क करणी नत हीअलपय हीन भा मान जीत हीमात क1 बिहीन स सवभाव मिमालात जीलात हीबिपत क परबित वफ़दर नही हीत

हीखद क कमाA क खद क परयसA स ही खतमा करन क1 भावन न जीत ही

गयरहीवamp भाव माamp धा

लाभा माamp अपर समपकषिK क1 कमान हीत ही बिपत क1 जीयदद मिमालात हीछटा भाई बिहीन स सनही हीत हीमात क शिलाय कषटकर हीत

हीशि0 और मानरजीन माamp अमिधाक रधवयन रहीत ही

रहीवamp भाव माamp धा

बिवदवान धामा)तमा सवभाव हीत हीबिकस भा भाष क पकडन क1 मात हीत हीदवय जञोन क1 जीनकर हीत हीसमाजी माamp गणी मान जीत

ही0सतरी क अचछ जञोन हीत ही आलास 0रर हीत ही

धा समनध अनय बिववरणी

धा गरही स समतमिनधत रगउनक 0मान हीत धारणी करन क1 बिवमिधा गरही 0नतिनत क शिलाय दन तथा धा गरही स समतमिनधत वयपर और नZकर

आदिद क बिववरणी इस परकर स ही-

दन

धा क क परभाव माamp दिदय जीन वला दन आशलष जयषठा और रवत नतरीA माamp सवय क जीन क रर हीर माgtग हीर वसतरी फ़ला हीर मिमाYई कस

पतला हीथादत पनन सवणी) कपgtर 0र षटारस भाजीन घा फ़gt ला आदिद दन माamp दिदय जीत हीदन शरदध पgtव)क दकषिणी सबिहीत बराहमणी क सकलप

पgtव)क धा गरही क नतरी कला माamp करन चबिहीय

वयपर

कसदकर शिसलाई मा0न क वयपर वनसपबित घा क वयपर कड खन क वयपर परचन वसतओ क सगरही करन क द चन क

कय) खला और खला आदिद क समान क वयपर करन Ykक मान जीत ही

नZकर

मातरीपद बिवधायक पद परततव बिवभाग क पद लाइबरार क कमा 0टा)हीampड टाइविप4ग क कमाampक क कमा एकउनटाampस क कमा इनकमा टाकस क1

नZकर डकतर बिवभाग माamp कमा जयबितष क कमा हीसतरख और 0यर जीर क कमा करन चबिहीय

जीव जीनत और मानय पड पZधाA फ़लाA आदिद सभा माamp करampटा हीत हीनयgtनतमा य अमिधाकतमा पड पZधा और जीव जीनत क1 उमरो क अनसर मान

जीत हीयही करनटा मिमाला एमपयर क1 नप माamp हीत ही0रर क1 गबितपड पZधाA क अनदर हीन वला गबित जी हीव य धाgtप क1 अमिधाकत स

हीत हीबिवदयात उतपदन क शिलाय मान जीत ही भाजीन करन पर 0रर माamp आलास आन इस त क दयातक ही बिक 0रर माamp नन वला ऊजी)

क बिवकस नय शिसर स चलाgt ही रही ही 0रर क अनदर नन वला बिवदयात क परयग 0रर बिकन बिकन कमाA माamp करत ही उसक शिलाय हीमाamp गहीन

अरधवययन क1 तरफ़ जीन पडग 0रर माamp खन क दवार ऊजी) क1 पgtरतित4 हीत ही0रर क दवार जी भा खदया पदथा) परयग माamp लाय जीत ही व

सभा जीमान स उतपदिदत हीत हीय समादर क पन स उतपदिदत हीत हीउनही उतपदनA क 0रर आरमा स हीजीमा कर सकत ही जी एक र

धारत पर उतपदिदत ही चक हीइस परकर क भाजीन स 0रर क अनदर जी ऊजी) नत ही उस ही य इलाषदभिकटरोक क1 सजञो दn जीत ही 0रर

अपन तबितरीक ततरी क सgtचन दन क1 बिEय माamp इस बिवदयात ऊजी) क परयग माamp लात ही0रर क अलाव भा यही हीर क1 दबिनय माamp भा अपन

सद0A क भाजीन और सद0A क परपत करन क शिलाय परयग माamp लात ही कही भा 0रर माamp चटाn कटात ही त तबितरीक ततरी क सद0 दन वला

0रर माamp फ़ ला तबितरीक ततरी वबिहीबिनय चटाn क कटा क अहीसस सधा मासतिसतक क पछ माडलाआलामागटा नमाक सथान क पहचत हीऔर

दिदमाग स तरत उस कटा जीन क सथान क सरकषित करन क शिलाय य हय सहीयत क शिलाय हीथा परA क दिदमाग स आद0 दिदय जीत ही

और हीथा पर मिमाला सकamp डA मा मिमाला उस आद0 क पलान अपन गबित क अनसर करत ही अगर कई चटाn क1 जीगही पर बिचछgt य अनय

जीहीरला जीव कटात ही त अपन हीथा परA क1 सहीयत क अलाव हीर क1 सहीयत क शिलाय दिदमाग आवजी और 0रर क गबित भा परदन

करत हीजीस कई र) कटात ही और वही पर अनय र क कटान क1 आ0क ही त 0रर क अनदर भागन क1 0शिG भा अचनक ही पद ही

जीत हीदिदमाग अपन इस बिवदयात 0शिG क परयग सरकषित हय सथान क खजीन क शिलाय भा परयग करत ही सथा ही कटा जीन वला सथान

क सgtजीन आदिद दकर बिवष क आग ढान स रकन क उपय भा करत ही चखन क शिलाय आवजी भा दत हीऔर चख क अनदर उस

आवजी क भा परकटा करन क1 0शिG और ड पवर दत ही दधिजीसस आसपस क माहीZला भा जी भा पस माamp रहीन वला लाग हीचही व

अनजीन ही य जीन पबिहीचन वला सभा क रधवयन अपन ओर बिकस भाय स दखन क शिलाय और उस भाय क1 चख क1 आवजी क सनकर

अपन अपन सर क सथा उनक अनदर भा बिहीममात क परदन करन क शिलाय 0शिG समपनन ऊजी) अपन कमा करन लागत हीइसस अगर

भाय कई सव)जीबिनक ही त सभा अपन अपन सर क दखकर सहीयत क शिलाय भागन लागत ही अगर पड 0रर क1 0शिG स अमिधाक

हीत ही त 0रर क हीस करन क द तबितरीक ततरी अपन गबित क अनसर 0रर क1 0शिG क इकटठो करन और जीमा लावन ततवA क1

पgtरतित4 क शिलाय बिकय जीन वला उपयA क सथा 0रर क नकसन पहचन वला करकA क बिनदन करत ही इस बिनदन माamp जी करक

माहीतवपgtणी) हीत ही उनक अनदर आसपस रहीन वला लाग य दरसथा रहीन वला लागA क भा यही तबितरीक ततरी सgtचनयamp पहचन क कमा करत

ही आसपस रहीन वला लागA क अनदर त पड क1 खर करन क शिलाय अपन आसपस क करकA क 0रर क1 ऊजी) अपन कय) करत

हीऔर जी हीर और दरसथा लाग हीत ही उनक शिलाय समतमिनधत 0रर क अगA क फ़डकन क कय) करत हीउनक अनदर अकसमात ही

बिवचरधार क अनदर दलाव क कय) करत हीअगर कषट भागन वला वयशिG बिकस क पतरी ही त मात कपबित ही त पतन कबिपत ही त

पतरी क और अनय समनध ही तथा उस समनध स अमिधाक लागव ही त उस समनध क अपन अपन अग क फ़डक कर सgtचन दन क

कमा यही ऊजी) करत ही यही नही इस ऊजी) क कमा बिकस भा ख0 क1 खर क भा 0रर क अगA क फ़डककर भाजीन क कमा करन

हीत हीअगर ख0 खर परपत करन वला जीतक स रही ही त सवपन क मारधवयमा स भा इस ऊजी) क दवार स सद0 परसरिरत बिकय जीत ही

सतरी क य और परष क दबिहीन अग ख0 क1 खर क परपत करन क समाय फ़डकन आरमभ करत ही और र खर क समाय सतरी क

दबिहीन और परष क य अग इस बिEय क परदरथि04त करन लागत ही

जीग) मात क भा अपन पतरी क1 सकटा क1 षदभिसथाबित माamp फ़Zरन अहीसस त ही जीत ही जी उसक सतनA माamp खजीला चलान 0र ही जीत हीपतरी

क ऊपर आन वला सकटा क अहीसस मात अपन आप माहीसgtस करन लागत ही उसक दिदला माamp चन नही आत हीऔर रत क र र सवपन

भा चलाgt ही जीत ही इस ऊजी) क परभाव बिकस परकर स अपन सद0 पहचन क कय) करत ही इसक शिलाय पgtव)कला स ही अनभाव क

आधार पर अग फ़डकन क फ़लाफ़लाA क इबितहीस चलात आ रही ही0रर क हीर बिहीसस अपन अपन परभाव तन लागत हीजीस बिकस

वयशिG क मासतक फ़डकन लागत ही त उस नZकर लागन य कमा मिमालान अथाव बिकस जीमान क मिमालान क अहीसस हीन लागत हीमासतक

क शिलाय वही चही परष ही सतरीअकसर सथान दलान य बिकरय क माकन शिसफ़टा करन क पहीला यही अहीसस हीन लागत ही नZकर माamp य

अपन वयवसय माamp सथान दलान क समाय भा यही अनभाव दख गय ही अकसर बिकस वयशिG क1 दनA भाहीamp अपन आप फ़डकन लागत ही त

उस समाझ लान चबिहीय बिक उसक र दिदन अ त गय ही और सख क समाय आन वला हीवही दधिजीस त क शिलाय भा दख था उसक दख

दर हीन वला हीसथा ही उसक हरदय माamp एक उतसही भा जीनमा लान लागत ही आखA क1 फ़डकन अमिधाकतर समाजी माamp परचशिलात हीसतरी क1

य आख और परष क1 दबिहीन आख बिकस भा सथान स फ़डकन लागत ही त उस जी भा बिपरय हीत ही उस क द0)न हीन हीत ही

लाबिकन बिवपरत अवसथा माamp अ0भात क दखन भा मिमालाकरत ही सतरी क यamp नतरी क कन क1 तरफ़ क कZन फ़डकन 0र हीत ही त

जीरर लाकषमा क1 परनतिपत हीत हीवही चही सन चदn क रप माamp ही य नगद धान क रप माamp मिमाला उस मिमालात जीरर ही यही हीला परष क

दबिहीन नतरी क शिलाय मान जीत ही आख क ऊपर क बिकसस माamp भा यही जीन जीत ही बिक अगर परष क दबिहीन और सतरी क य पलाक

फ़डकत ही त बिकस पदव क1 परनतिपत हीत ही और बिवपरत माamp पदव क अत हीत ही कनध फ़डकन माamp भागA क1 परनतिपत और बिवपरत

अवसथा माamp भागA क चला जीन मिमालात ही थाड क फ़डकन सतरी और परष क शिलाय बिकस ड डर क शिलाय मान जीत हीबिकस क1 धामाक1

य बिकस परकर स घार य हीर क वयशिG क सथा अकसमात हीदस हीन क1 खर थाड स मिमालात हीलाबिकन कणY फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp

यही उलटा हीत हीइसमाamp परशिसदधिदध और धान लाभा मिमालात दख गय ही गद)न क बिपछला बिहीसस फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp जी भा र भाव मानन

वला लाग हीत ही व हीव हीन क1 कशि00 करत हीहीAYA क फ़डकन क समाय माamp भाZबितक वसत जी हत बिपरय हीत मिमाला जीत ही पY

फ़डकन क सतरी और परष दन क भा र मान गय हीय त मार पकडत हीय बिफ़र बिकस त माamp हीरन पडत ही कख फ़डकन पर

जी अपन खस हीत ही उसस मिमालान हीत हीलाबिकन दबिहीन और य क भा खयला रखन पडत हीबिवपरत अवसथा माamp बिछडन भा मान

जीत ही दिदला क धाडकन अकसर जी भा जीनमा शिसदध कमान हीत ही उसक मिमालान क समाय मान जीत हीचही वही हीमा0 स मान जीन

वला भागवन क बिकस भा रप माamp कयA न ही माही क अनदर फ़डकहीटा अचछ भाजीन क1 परनतिपत क सक त मान जीत हीहीथाला माamp खजीलाहीटा

धान क आगमान और बिवपरत अवसथा माamp खच) करन क1 षदभिसथाबित क भा द0)त ही कमार क फ़डकन हत अचछ कमा क अनदर क छ समाय

क शिलाय बिजी हीन और द माamp सममान दन क शिलाय मान जीत ही नकषिभा क फ़डकन पबित क शिलाय पतन क बिछही और पतन क शिलाय

पबित क बिछही क रप माamp जीन जीत ही परइवटा पटा) क फ़डकन पर इषदभिचछत सथा क सथा रमाणी करन क समाय तय गय ही गद क

फ़डकन पर वहीन क लाभा हीत हीचही वही खद क मिमाला य बिकरय क वहीन स सफ़र करन क अवसर मिमालाजीघाA क फ़डकन स वसतरीA

क1 परनतिपत हीत हीघाटान क फ़डकन स घार माamp 0तरीओ क1 और वयपर माamp कमपटाnटार क उदय हीन क समाय मान जीत ही पर फ़डकन पर

बिकस नय सथान क1 तरफ़ पलायन हीत हीबिवपरत अवसथा माamp र सथान क परपत करन क सक त भा मान जीत ही पर क तला क फ़डकन

क1 षदभिसथाबित माamp अचला समपकषिK क1 परनतिपत और बिवपरत अवसथा माamp अचला समपकषिK क जीन क समाय मान जीत ही चच क मार हीन क

समाय मात क1 छत अपन आप दरबिवत हीन लागत हीचच क Ykक हीन क समाय मात क1 य छत फ़डकन लागत ही सही क समाय माamp

जीलदn असर मिमालात ही 0मा क समाय माamp दर स असर मिमालात हीलागतर फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp भाला य र परभाव पलान क नन क द

मिमालात ही एक सथा दन अग क फ़डकन भागय और दभा)गय क च माamp चलान वला हीस मान जीत ही इसक अलाव और भा सकडA

बिEययamp इस 0रर क दवार समपदिदत क1 जीत हीजी क वला य इलाषदभिकटरोक करampटा क दवार ही समभव ही कई वयशिG अगर लागतर

नकरतमाक षदभिसथाबित माamp चला जीत ही और वही र र अपन क अक ला रहीन क शिलाय परिरवर य समाजी क लागA स दर रखत ही त उस

वयशिG क शिलाय यही नकरतमाक ऊजी) क परव0 क समाय मान जीत हीइस कला माamp उस वयशिG स कई भा वत) करन पर वही खजीत ही

और अपन 0रर क समापत करन क1 धामाक1 दत ही नकरतमाक ऊजी) क 0रर स दर करन क शिलाय वयशिG क ऊपर स खन वला सद

नमाक एक माटठोn 0मा क समाय सत वर उसर करन क द घार क हीर सडक पर डलान स उसक1 नकरतमाक ऊजी) स छ टाकर भा

मिमालात दख गय ही नकरतमाक ऊजी) क एक परभाव और दख गय ही बिक वही घार क अनदर सस पहीला कला0 पद करन क करणी पद

करत हीवही वयशिG क बिकय जीन वला कमा स रधवयन भाग करत हीवही कर क छ रही हीत ही और करत क छ हीइस करणी स घार क अनदर

नकसनसमनधA क अनदर बिगड और वयपर क अनदर नकसन तथा नZकर क अनदर माशिलाक स परतणीन क असर दत हीइसक शिलाय

सही क अपन जीगन क द अपन इषट क रधवयन माamp रखकर उसक1 मानशिसक इमाजी अपन दनA हीथाA माamp दखन क द तथा जी सवर चला

रही हीउस पर क पहीला बिसतर स नच रखन क द ही कय क 0र करन चबिहीय रत क नद नही आन क1 अवसथा माamp भा सgtय|दय स

पहीला जीगन क1 बिEय क करन चबिहीयऔर जीही स भा उगत हय सgtय) क दरशय दिदखई द दखन क परयस करन चबिहीय अकसर उन लागA

क हत ही सफ़ला हीत दख गय ही जी लाग सही क उगत हय सgtय) क नदn य समादर य तला क पर दखन क1 कशि00 करत ही दन

भाजीन पgtजी और समतमिनधत वयशिG क1 भालाई क1 कमान क शिलाय जी भा उपचर बिकय जीत ही व अपरतय रप स फ़यद दत दख गय ही

दिदमाग क1 अमिधाक अ0नतिनत स चन क शिलाय पहीड यतरीयamp भा कमाय हीत ही

दन क माहीतव

अकसर जीवन मा दन क माहीतव हीमात अपन मामातव क चच क शिलाय दन करत ही बिपत अपन परषथा) क शिलाय अपन जीवन क क1 जीन

वला माहीनत क दन अपन चच क शिलाय करत हीभाई अपन हला क दन करत हीबिहीन अपन तरक स समनध नकर और समाजी

नकर अपन भाई क तरी क दन करत हीभाई अपन बिहीन क शिलाय आजीवन अपन सहीयत और 0शिG क दन करत हीड हीकर

चच अपन मात बिपत क वदध हीन पर उनक1 दख रख और भाजीन क दन करत हीपतन पबित क रबित सख परदन करत हीअपन दवार

पबित क शिलाय बिनसवथा) भाव स भाजीन और पबित सख और आय वदधिदध क परबित पgtजी पY करत ही आग क शिलाय व0 चलान क परबित अपन

कमान क समारतिप4त करत ही ह अपन सवथा) क तयग कर पबित क क ला मा 0बित और समपननत नन क परबित अपन जञोन क दन करत

हीदमाद अपन हला और सममान क दवार अपन ससरला जीन क मान ढान माamp अपन 0शिG क दन करत ही क छ लाग अपन

वयवसय सथान पर Y कर रसत तकर अपन जञोन क दन करत हीक छ लाग पयसA क शिलाय पयऊ खलावकर धामा)0ला नव कर लागA

क जीवन क सद गमाt स चन क शिलाय अपन हला क दन करत ही हीक1कत मा दख जीय त यही 0रर ही दन स और दन क शिलाय

न ही एक वयशिG एक लाख रजीन कमा रही ही लाबिकन वही अपन शिलाय मातरी क छ सZ रपय माamp अपन पटा भार लात हीऔर क1 क धान

वही अपन परिरवर क शिलाय जीमा करत ही बिक वही अपन सतन क शिलाय इतन इकटठो कर द बिक उसक द उसक1 सतन बिकस क1 माहीतजी

नही रही और वही सख रही लाबिकन इस सख रखन क करणीA माamp माही पद ही जीत हीयही माही करन ही उसक1 भाgtला ही और इस माही क

चककर माamp 0रर स क1 जीन वला माहीनत दन सवरप न हीकर माही क जीजीला माamp चला जीत ही मात न अगर पतरी क जीनमा दन क द यही

सच शिलाय बिक उसक पतरी ड हीकर उसक1 पलान करगउसक1 सव करगउसक शिलाय ह लाकर उसक1 आजञो क पलान करवयग त

मात क यही माही उस समाय कर ही जीत ही जी लाडक ड हीत ही और अपन माजीt स 0दn बिववही करन क द अपन घार अलाग

स लात ही मात अपन पतरी क सहीर रहीन क करणी और अपन शिलाय क छ न चकर क वला पतरी क शिलाय ही स क छ करन क द जी पतरी

पस स बिनकला जीत ही और पतन क शिलाय सचन लागत ही त मात क वही पलान पषणी स लाकर पढान शिलाखन और सभा सधान पतरी क

शिलाय जीटान क परबित कर ही जीत ही उस समाय मात और पतरी क च तनतन चलात ही और ह जी दसर घार स आय ही उसक अनदर

यही भावन घार कर जीत ही बिक मा क वला टा स धान क माही करत ही और टा मा क कही पर चलात ही उसक1 त क नही सनत हीइस

परकर स तकरर ढा कर ड तकरर न जीत हीटा न त मा क छड सकत ही और न ही पतन क छड सकत हीपतन क पस द

रसत हीत ही एक अपन मात बिपत क और दसर कनgtन कलाबिकन मात क पस एक ही रसत हीत ही वही हीत ही अपन पतरी कह य

त अपन मात बिपत स परतणीन दिदलावत ही अथाव कनgtन क सहीर लाकर मात बिपत क जीय भाजीन और सहीयत दन क जीला क1

हीव दिदलावन क कमा करत हीटा क समान द ही रसत हीत ही य त वही ह क लाकर अलाग रहीन 0र कर द य ह क तलाक दकर

बिफ़र स मात बिपत क कहीन माamp चलान लागउस दसर सधान ही सही लागत हीलाबिकन इन स क पछ जी था वही मात क लाभा ही थाअगर

मात न बिपत क सथा मिमालाकर पहीला स ही पतरी क1 शि0 क द उस जीबिवक क सधान दकर अलाग कर दिदय हीतऔर ह क पहीला स ही

अलाग करन क मानस न शिलाय हीत त जीला जीन क1 य परतकषिणीत हीन क1 समासय ही नही आतयही स माही क करणी ही मान जी

सकत हीजी पलान पषणी मा कई माही नही थाअगर उस समाय माही हीत त डकटार क पस चच क मार हीन क द नही ला जीय

गय हीतशि0 क सथानA माamp एडमिमासन नही करवय गय हीतसद गमाt क समाय माamp उस कपड और रहीन क सथान क दसत भा नही

करवय गय हीतलाबिकन जीस ही वही कमान लायक हआ और मात क अनदर माही न जीनमा ला शिलाय

दन माamp माही और अहीमा क तयग

दन करन क शिलाय माही क तयग जीरर हीमाही क करन स भाजीन क दन नही बिकय जी सकत हीभाजीन ही खgt सर रख ही लाबिकन दन

करन क जी तभा नही करग जी यही माही पद ही जीयग बिक कला भा इस भाजीन क इसतमाला करन हीलाबिकन जी वही रख हआ भाजीन

बिकस जीव जीनत य माZसमा क1 खर स कर ही गय त मान माamp उस खर भाजीन क फ़amp कत समाय सतप हआयही सतप त नही हीत

जी उस भाजीन क बिकस मागन वला वयशिG क आरमा स खिखला दिदय हीत और वही भाजीन स तपत हआ वयशिG क छ और भा दकर जीत

जी सतप स कई गन ढा कर हीत और आग क अचछ र समाय माamp कमा भा आत दन क रप अलाग अलाग समाय माamp अलाग अलाग रप

धारणी कर लात ही दन क शिलाय मागन वला क छटा और दन वला क कभा ड नही समाझन चबिहीय यही कथा वमान अवतर स शि0

दत ही पबित क पतन क शिलाय दिदय जीन वला वचन जी दन क ही रप ला लात हीकभा भाgtलान नही चबिहीयसमाय क दलान पर दिदय

हआ वचन बिकतन ड रप ला सकत ही इसक उदहीरणी रमाचरिरत मानस माamp दसरथा और क क ई क1 कथा स समाझ जी सकत ही वमान

अवतर माamp भागवन न ववन अगला क रप माamp पgtर पथव आक0 पतला सभा तन पग माamp नप शिलाय था और रजी शिला क ऊपर आधा पग क

कजी) ही छड दिदय था उस परकर स रजी दसरथा क दवार क क ई क दिदय गय द वचन शररमाचनदर जी क शिलाय चZदही वष) क वनवस क

करणी न थाऔर पतरी बिवयग माamp रजी दसरथा क1 मातय क करणी न था इनक अनदर भा माही क रप क वला अहीमा क रप माamp थाअगर

रजी शिला क यही अहीमा नही हीत बिक यही ववन अगला क पबिडत कय ड माग लागत कजी)ई नही नतऔर रजी दसरथा क वही अहीमा

बिक जी चहीampग तभा द वचनA क1 पgtरतित4 कर दampगइसमा कय ड ही त इतन ड हीबिन नही भागतन पडत

दन क तन परकर 0ररधान और बिवदया

अकसर वयशिG तन तरही क दन क शिलाय हीमा0 रधवय हीत ही0रर दनधान धान और बिवदया दन 0रर क दन परष और सतरी दन

मिमालाकर सतन पद करन क दवार दत हीऔर वही 0रर ससर बिहीत क शिलाय हीत ही य अबिहीत क शिलाय यही उनक पgtव) कमा| और ससर क1

आवशयकत क अनसर हीत ही धान क दन परष और सतरी पहीला अपन परिरवर क पषणी और ससर बिहीत क कमा क शिलाय दन करत ही

वही भा परष और सतरी क अपन अपन भावA क अनसर मान जीत ही बिवदया क दन क शिलाय कभा ड य छटा क भाद नही मान जीत

हीजीस बिकस कमा क करन क शिलाय जी वही कमा समाझ माamp नही आत ही त एक छटा चच अपन दधिदध स उस कमा क करन क शिलाय

अपन मात दत ही वही बिकस ड स ड माहीरथा और जञोन आदमा क दिदमाग स पर त मान जी सकत ही दधिजीस परकर स लाक धराव न

अपन मात क परशन क उKर क अनसर जीगत बिपत क ही अपन बिपत मान था और वन माamp जीकर तपसय करन क शिलाय पच सला क1 उमरो

क चन था और कमा स कमा उमरो माamp उनहीन जीगत बिपत क द0)न परपत कर शिलाय थाभाG परहीलाद न अपन बिपत क जञोन क तचछ समाझ था

और शर हीरिर क चरणीA माamp अपन मान लागकर ड स ड आफ़तA स अपन क च शिलाय था

0रर दन क करकतव

0रर दन क शिलाय सतरी और परष क समाजी क अनसर एक शरखला नकर चलान पडत ही उस शरखला क अनदर ही 0दn बिववही रबित

वयवहीर और समादधिजीक बिनयमाA क मान जीत ही अगर इन तA क नही मान जीत ही त मानय और प0 क अनदर भाद ही कय रही जीत

ही रबित नबित क अनसर दिदय गय 0रर दन दिदय गय दन क ड रप हीत ही और समाय समाय पर अपन नमा और कय) क इबितहीस माamp

शिलाख जीत ही कई भा परष बिकस भा सतरी क1 तरफ़ आकरतिष4त तभा हीत ही जी उसक अनदर कमा वसन क सचर हीत ही लाबिकन वही

अगर समादधिजीक बिनयमाA क अनसर अपन कमावसन क 0त करन क शिलाय उपयG सतरी क नही परपत करत ही त वही दिदय गय 0रर

दन य त कgt ड क ढार मा जीत ही अथाव वही अगर बिकस परकर स च भा गय त समाजी और ससर क शिलाय कभा भा अबिहीत क करणी

न जीत ही 0रर दन क शिलाय समादधिजीक बिनयमाA क शिलाय कथा कही जीत ही बिक 0क सवत क बिवEमा समवत क द क मान जीत

हीबिवEमा समवत क द जयबितष 0सतरी माamp परवणी एक जयबितष क यही पत लाग बिक अमाक समाय माamp सतरी क सथा माथान करन क द अगर

सतन क1 परनतिपत हीत ही त वही ससर माamp अपन नमा लाकर हीमा0 क शिलाय चलात रहीग लाबिकन जी उस जयबितष न दख बिक समाय उस

रत क ही और उसक1 पतन बिकस नदn क पर रहीत हीवही जीलदn जीलदn नदn पर करन क शिलाय क वटा क पस गयक वटा न दख कई हत

ही जीरर त ही और उस त क जीनन क शिलाय जी क वटा न अपन दधिजीजञोस क जीबिहीर बिकय त जयबितष जी न अपन त क उसस

त दिदय क वटा चलाक था उसन सच बिक जी इतन माहीतव पgtणी) ही और वही अपन नव क चलाकर और नव स बिकय जीन वला कय) स

ससर माamp नमा नही चला सकत ही त उस अपन सतन क इस कमा क शिलाय परयग माamp लान चबिहीय उस क वटा क जीवन और खgt0gtरत

कनय था उसन जयबितष जी क समान परसतव रख दिदय बिक रत क अनधर ही गय ही और वही रत माamp नव क नदn माamp नही ला जीयगअगर

यही माहत) जयबितष जी क परयग माamp लान ही त उसक1 कनय स गधाव) बिववही करन क द उस माहत) क परयग माamp ला सकत हीजयबितष जी

तयर ही गय और उस रत क जयबितष जी न उस क वटा क1 कनय स गधाव) बिववही करन क द गभा)धान क पgtणी) बिकय उस कनय स जी

पतरी परपत हआ वही 0क नमा स जीन जीत ही यही कथा रमायणी माamp माकररधववजी क र माamp कही जीत हीजी हीनमानजी लाक क जीलाकर

पसन स तर तर समादर माamp कgt द त उनक पसन क एक माछला बिनगला गयउस बराहमचर पसन क अनदर वय) क कणी थाउनही कणीA स

माछला क जी सतन हय वही माकररधववजी क रप माamp हय और उस पतला क रजी अबिहीरवणी क दवारपला क1 सव क अवसर मिमाला रमा

लामाणी क जी अबिहीरवणी शिला दन क शिलाय पतला लाक ला गय त हीनमानजी क पहीला दवारपला क रप माamp तनत माकररधववजी स ही

माकला करन पडद माamp पत लाग बिक वही उनही क1 सतन था 0रर दन क शिलाय समाजी क बिनयमा हत ही माहीतव रखत ही जीस एक

करगर बिकस कला क जीनत ही और आग आन वला चच उस करगर क1 कला क अपन परिरवर और घार क अनदर ही चपन स दखत

रहीत ही त व उस करगर क1 कला स वबिकफ़ हीत जीत ही उन चचA क कही अनय सथान पर जीकर शि0 नही लान पडत और व उस

कला क और अमिधाक बिवकस करन क द आग स आग परयग माamp लात जीत ही त उस कला क बिवकस अपन आप हीत चला जीत ही

उस परकर स समाजी और वणी) वयवसथा क अनसर जी 0दn बिववही बिकय जीत ही त हीन वला चच उस समाजी क अनदर अपन क

अपन आप ढालात चला जीत हीऔर जी कय) य वयवसय अथाव ससकर उनही मिमालात ही उनही क अनसर व अपन क न लात ही लाबिकन

0रर माही और रप आदिद क लाभा माamp जी समाजी स अलाग बिकस परकर स 0दn समनध बिकय जीत हीत कमाकत क अनत हीन क द

जी रप और 0रर माही क भरामा टाgtटात ही त अलाग समाजी माamp बिकय जीन वला रिरसत टाgtटात ही और अगर उन रिरसतA क अनदर कई सतन ही

गय ही त वही अपन बिपत और मात क अनसर ही अपन क नन 0र करग इस परकर स वही पद हीन वला सतन न त इधार क1 रही

और न ही उधार क1इस परकर क1 सतन क भाटाकव क रसत मिमालात ही और वही दर दर क1 Yकरamp खन क शिलाय माजीgtर ही जीत ही

अथाव उस समादधिजीक बिनयमाA स नफ़रत हीन क करणी वही समाजी स अपन परन बिहीस क चकन क शिलाय आतकवदn जीस नबितयA माamp

जीकर मानय और समाजी क दद) नही समाझन क करणी हीतय जीस जीघानय अपरधा करन 0र कर दत ही अकसर यही त उन परिरवरA माamp

भा मिमालात ही जीही तमिसतरीय आधाबिनकत क चककर माamp अपन क कषिणीक सख क शिलाय अनय माद क1 कमाकत क शि0कर ही जीत ही और

उनस पद हीन वला चच समाजी और परिरवर क तक माamp रखकर घार और परिरवर क ही लागA क शिलाय आफ़त क करणी न जीत

हीअकसर इस परकर क चच खgtन क समनध नही हीन क करणी अपन परिरवर क सदसयA क परबित दय य परमा भाव नही रख पत ही और

उस परकर स सचन चलाgt कर दत ही जीस बिक उनक कमाक बिपत क सचन हीत था

सस ड दन दय ही

मानय क अनदर दय क दन सस ड दन मान जीत हीकही भा गय ही बिक दय धामा) क माgtला ही पप माgtला अकषिभामान दधिजीसक अनदर दय

हीत ही वही रसत चलात क भा सहीर दन जीनत ही और जी सहीर दिदय जीत ही वही भा एक तरही क माहीदन ही हीत ही वही दय चही

मानय क परबित ही य जीनवर अथाव जीव जीनत क शिलाय वही दय ही सस ड दन मान जीत ही भागवन स भा परथा)न क1 जीत ही बिक

दय कर दन भाशिG क हीमा परमातमा दनदय क शिलाय बिकस क खजीन नही पडत बिक हीमा दय बिकसक सथा करन ही रसत माamp य घार

क अनदर दय क दन करन क शिलाय हीजीरA दय क परपत करन वला लाग मिमाला जीयampगऊपर त कर आय ह बिक दय मात चच क सथा

भा करत ही 0रन सभा जीवA क मारन क शिलाय मान जीत ही और अपन चच क वही नही मारत बिलला अपन चच क सथान दलान

क समाय ड ही मालायमा तरक स दतA क च अपन चच क दत ही और सथान दला दत ही माद बिचछgt अपन चचA क अपन 0रर

ही दन कर दत ही मानय अपन चच क पलान पषन स लाकर ड हीन तक उस पर दय क भाव ही रखत ही चच क ऊपर स बिगरन

स लाकर लाखA करणी नत रहीत ही जी चच अपन बिववक क खयला नही रख पत ही और जीखिखमा माamp रहीत ही त परिरवर क सदसय उस

चन क शिलाय हीर समाय खयला रखत ही जी वही चच समाजी क समान आत ही त समाजी वला लाग उस र आदतA स चन क शिलाय

बिनगही रखत हीलाबिकन कभा कभा जीनgtझ कर वही चच गलत करत ही त उस सजी दिदलान क नमा पर पशिलास य घार वलाA क1 भा

सहीयत ला जीत ही दय क रप यतरी करत वG बिकस सथान पर बिनवस करत वG य परिरवर माamp रहीन क उपरनत मिमालात ही समाजी माamp

दय क नमा पर समाजी क वयशिG क नZकर आदिद क मामाला माamp दय करन पर लाग रजीनबित भा करन लागत ही जीस आजीकर जीटाA क

आरणी क मामाला माamp दय क भाव समाझ माamp आ रही ही रजीनबित क अनदर दय क भाव दिदखव क रप माamp भा मिमालात ही जीस वर

माषदभिसजीद क हीटाकर रमा मादधिनदर य रमा मादधिनदर क हीटाकर वर माषदभिसजीद क मामाला माamp अलाग अलाग समादयA क नतओ क1 दय दिदखन क

मातला सफ़ समान ही बिक एक कहीत ही नन नही दampग और दसर कहीत ही नकर रहीampग दय दिदखव और सवथा) क शिलाय भा क1 जीत

हीजीस बिकस वयशिG क पबिहीनन क शिलाय कपड दिदय जीत ही और द माamp जी भा कई समादधिजीक त हीत ही य समादधिजीक वयशिG समान

हीत ही त कही दिदय जीत ही बिक यही कपड त हीमान इस पबिहीनन क शिलाय दिदय ही इस परकर क1 दय दिदखव हीत हीऔर उस दय क

कई माgtलय भा नही हीत ही अगर बिकस क खन खिखला दिदय ही त समान वला क माहीसgtस भा नही ही बिक खिखलान वला खद क आदमा था

य कई परयअगर उसन माहीसgtर कर शिलाय बिक खिखलान क द उस दय क टिढा4ढार पटा जीयग त उसक1 अनतरतमा उस खन क दला

माamp दिदय जीन वला आ0व)द क1 जीगही शरप और दन चलाgt कर दगदरवजी पर मागन वला क सथा अमिधाक दय करन क मातला ही बिक

अपन क लाटा Yनअमिधाकतर लागA न भाख मागन क धानध न शिलाय ही जी उनही कई माटा आसमा दिदखई दत ही त तरही तरही क

करणी नकर दय क पतरी न जीत ही और मान चही लान क द उस 0र क और अनय तरफ़ क पप कमा) माamp खच) करत ही इस

परकर स दिदय जीन वला दन दय क दन त दन वला क शिलाय मान जीत ही लाबिकन दधिजीसन दय क भाव क परपत बिकय था उसक अनदर

चलाक1 क भाव आन स दय और चलाक1 दन मिमालाकर दन दन वला और लान वला क शिलाय अबिहीत क करणी ही न गय जी दन

दिदय गय था उसक द उस दन क परयग कई अपन घार खचu क शिलाय करत ही त Ykक हीलाबिकन क Ykक ही जी वही खद कमान स

असमाथा) हीउस बिकस परकर क1 बिवदया नही आत ही वही 0रर स अपबिहीजी हीवही बिकस भा तरी माamp बिवकस नही कर सकत ही त दय करन

कर क1 त नही ही लाबिकन दय करन क उपरनत अगर कई वयशिG समाथा) हीत हय भा कमान क1 इचछ नही करत ही दिदमाग अथाव

0ररिरक शरमा स चन चहीत ही और उस दय क नमा स कमान क द बिफ़जीgtला खच) करन क1 आदत ही गय ही त वही दय नही मिमालान क

द अनय चलाबिकयA स कमान क1 सचग अकसर दय क नमा स मिमालान वला धान क लाग ड र तरही स खच) करत ही यही सतय बिनयमा

ही बिक कमान और खच) करन माamp जीमान आसमान क अनतर हीत ही कमान त हीर कई जीनत ही लाबिकन खच) करन हीर बिकस क पत नही

हीत ही कमान क अनसर अगर खच) बिकय जीय बिकस परकर क अहीमा माamp आकर अगर खच) बिकय जीत ही त कमान और माहीनत करन

भा कर ही मान जीत ही हीर मानय क बिनयमा हीत ही बिक वही अगर ईTर क1 क प स ससर माamp अवतरिरत हआ ही त वही मानव कलयणी

क1 भावन क अपन मान रखकर दय कर तथा) सथानA माamp बिकय जीन वला तभा समाथा) ही जी उस सथान माamp रहीन वला लाग जी क वला दसरA

क1 दय पर ही बिनभा)र ही उनक शिलाय दन क रप समाझ कर दन बिकय जीय अकसर कर क दन कर मा ही चला जीत ही इस त क

और अचछn तरक स समाझन क शिलाय भारत क परशिसदध धामा रमाTरमा धामा क1 ही त ला लादधिजीयवही धामा क वला आन वला तथा) यबितरीयA

क1 क प पर ही बिनभा)र हीअगर कई तथा) यतरी नही आय त वही क लाग भाgtखA मारन क1 कगर पर आजीयampलाखA लागA क वयवसय आन

वला तथा) यबितरीयA क रहीन खन तथा वही क1 परशिसदध वसतओ क चन हीलाबिकन दधिजीसक अनदर दधिदध क बिवकस ही वही वही पर नही

रहीत ही और अपन अनसर अपन औकत तथा बिवदया क ढात चला जीत हीडकटार कलामा सही भा वही क पद हीन वला माहीपरषA

माamp एक मान जीत हीउनहीन अपन बिवदया क परयग करन सख शिलाय और भारत जीस रषटर क सव|चच पद पर आसन भा ही गय जी बिक

उनक परिरवर वला आजी भा समादर स बिनकलान वला सप 0ख और अनय समान क वयपर करन क द अपन जीबिवक चला रही ही उनक

घार क पस माamp आजी भा झपड नमा न हय माकन उनक परिरवर क1 षदभिसथात क त रही ही इस परकर स दय क रप अपन बिवकस क

शिलाय अगर बिकय जीत ही और अपन अनसर ही बिकस गर क पलान क दिदमाग परयग माamp लाय जीत ही त वही दय सचच दय हीइस

दय क अनदर एक करणी और नत हीबिकस क शि0 क दन करनयही भा एक हत ड दन ही और दय क अनदर ही इसक1 औकत

ही ससर माamp दय क करणी चलान वला एन जी ओ आदिद क रप भा समाझ जी सकत ही जी ससथायamp अपन कमा करन क द लागA क

आग ढान क शिलाय अपन तन मान और धान स आग चलात ही व अपन नमा करत चला जीत ही लाबिकन लाभा माamp आन क द और उन

ससथाओ क1 दZलात अगर धान कमान क भाव मान क अनदर आय त वही दय क भाव स अलाग ही जीत ही उस भाव स अलाग जी परभाव

हीत ही वही अमिधाक धान कमान क1 लालास और उलटा सधा करणी नकर और सखययA क जीड ही रही जीत ही जी भा कमा लाभा क

करणी बिकय जीत ही व सभा कगजीA माamp त बिकय जीत ही लाबिकन धारतला पर क छ भा नही हआ हीत हीक छ ससथायamp इस भाव क और भा

अलाग अलाग तरक स धान कमान क शिलाय परयग मा लात हीजीस बिक एक धानवन क अपन सफ़ द धान क कला धान मा परिरवरतित4त करन ही

त वही पहीला इस परकर क1 ससथाओ क दन माamp माटाn रकमा ददग और द माamp उस ससथा स शिलाय जीन वला दन वपस लालागइस परकर

स जी टाकस आदिद माamp चत हीत ही वही ससथा क शिलाय न रहीत हीइस तरही स सरकर और जीनत क सथा धाख ही मान जी सकत ही

और इस परकर क1 ससथायamp जीही भा चलात ही उनक उददोशय मातरी दय क नमा पर गरख धानध करन ही मान जी सकत हीउनहीन अपन

पलानर नZकर पर रख हीत ही और उन पलानर और धान क लाख जीख तयर करन वला चटाuड एकउनटाampटा क1 दZलात व अपन कमा करत

रहीत ही इस परकर क1 दय स भा चन चबिहीयऔर जी भा कमा करन ही अगर हत ड रप माamp करन ही त अपन दवार ही बिकय जीय

और छटा रप माamp करन ही त भा अपन दवार ही बिकय जीय वही दय क दन सस उKमा मान जी सकत हीअगर शि0णी ससथाओ क

बिवकस करन ही त अपन नमा क कभा उपयग नही करन चबिहीयजीस बिक अकसर लाग अपन दद बिपत मात आदिद क नमा स ससथा

क खड कर दत ही और उस चलाकर नमा कमान क1 कशि00 करत ही यही ससर बिवशिचतरी ही यही एक परक बित क लाग नही हीकभा कई

सहीर लान क नमा पर आकर बिगडबिगडयग और सहीर मिमालान क द वही खद क 0र क1 भाबित नकर शिलाय गय दन क रद करन क

अलाव उस ससथा क भा गला दग दधिजीस भाव माamp बिकस क सवथा) आकर टाकर जीय उस भाव माamp बिकय जीन वला दन य दय कर ही

मान जी सकत ही जीस बिकस न अपन गनतवय क शिलाय रसत पgtछऔर तन क दला मा अगर कई धान क दत ही त वही दय य दन

क रप नही हीत ही दन क रप माamp बिकस क गनतबय क तय जीन वला रसत भा दन क ही रप ही जीत ही अकसर रजीन बिकस

क बिकस न बिकस परकर क1 समासय मिमाला जीत ही और वही समासय स सलाझन क रसत बिकस स पgtछत हीऔर तन वला उस सही

रसत त दत ही त वही समासय स छ टाकर परपत कर लात हीयही भा तय गय उपय और तय जीन वला वयशिG क शिलाय दन क ही

रप मान जीत ही आजी क यग मा अगर इस त क सधा सनत क शिलाय दख जीत ही त जी सनत दकषिणी क लाकर और अपन शि0य

नकर अगर जञोन क दन दत ही त वही दय क1 शरणी माamp नही आत ही वही एक माही और अपन क उचच दिदखन क अहीमा माamp 0मिमाला ही

जीत ही दिदय गय रसत और दिदय गय जञोन अगर दिदय जीन वला वयशिG क1 जीनपबिहीचन क1 समा माamp आजीत ही त भा दय और दन

क1 शरणी माamp नही आ सकत ही जीस एक पतरी अपन बिपत स क छ जीनन चहीत ही त बिपत क दवार तय गय उKर दय य दन क1 शरणी

माamp नही आयगयही अपनतव क1 भावन माamp आकर और माही क दवार जञोन क दिदय मान जीयग लाबिकन वही चच अगर रसत चलात बिकस

वयशिG स पgtछत ही और वही वयशिG उच चच क नही जीनत ही त वही दिदय गय जञोन और दय क भाव दन क1 शरणी माamp 0मिमाला ही

जीयग बिकस सडक पर जीन क शिलाय अगर द रसतA क च माamp एक सइन ड) क लाग दिदय गय ही और उस पर सही रसत पर जीन क

कथान शिलाख ही त वही ड) दधिजीसन लागवय ही उसक शिलाय दन क सधान मान जीयगलाबिकन अगर उस ड) क इस परकर क लागवय

गय ही बिक उसक अनदर पस डलाकर रसत क जञोन शिलाय जीय त वही कमान क सधान मान जीयग अकसर कई ससथायamp अपन अपन

अनसर लागA क1 शिचबिकतस क शिलाय अपन अपन अनसर क मप लागत ही वही पर सधारणी जीनत क शिलाय चविक4ग और दवइयA क बिवतरणी

बिन0लक बिकय जीत हीलाबिकन अगर उस ससथान अपन नमा क परचर जीर 0र स बिकय ही और अपन नमा क सथा डकटारA क नमा और

बिवतरिरत क1 जीन वला दवइयA क लाख जीख सक सनय ही त वही बिकय जीन वला सव क भाव नमा और अपन अहीमा परकटा करन

क तरक मान जीयगइस परबितसपधा) क रप भा दिदय जी सकत ही बिक अमाक ससथा न इतन धान इस शिचबिकतस क शिलाय खच) बिकय था

जी उस ससथा न इतन धान खच) बिकय ही यही त अकसर बिकय जीन वला भाडर क शिलाय भा मान जी सकत हीबिक अमाक आदमा न

अमाक सथान माamp इतन लागA क भाजीन करवययही त उस आदमा क शिलाय दन माamp नही सतिलक अहीमा क1 शरampणी मा 0मिमाला ही जीयगलाबिकन

वही आदमा अगर अपन क दिदखव स दर रखन क द भाजीन करवत ही त वही दन और दय क1 शरणी मा बिगन जीयग

दय धामा) क माgtला ही पला माgtला अकषिभामान

जीव जीनत और जीनवरA क अलाव मानय क शिलाय जी उKमा दन क1 और दय क करणी ही व द परकर क मान जीत हीएक सव|Kमा और

दसर अधामा अगर ससर माamp भाजीन और पन नही ही त ससर क दिटाक पन असमभव ही भाजीन और पन क मिमालान स कई भा जीव

जीनत और मानय बिवकटा स बिवकटा परिरषदभिसथाबित माamp दधिजीनद रही सकत ही इन दन क नही मिमालान स बिकतन ही धान दZलात और माय ही कई

नही दिटाक सकत ही दय क शिलाय सतरी और जीवA क सथा गय दय क1 हीमा0 पतरी ही इन करकA क रधवयन माamp रखकर बिकय जीन वला दन

और दय ड ही कमा क1 हीत ही भाजीन और पन क सधानA क दन बिकस भा ससथा क दवार बिकय जीत ही त वही दन सव)शरषठा शरणी

क मान जीत ही सतरी और गय क ऊपर क1 जीन वला दय हीमा0 पणय क दन वला हीत ही सतरी और गय क ही कयA दय क शिलाय

मान जीत ही त बिवदवाजीनA क समाझन चबिहीय बिक सतरी बिकतन ही बिनरक 0 ही उसक अनदर हीमा0 मामात क1 भावन रहीगसमाजी बिकतन

ही उसक सथा अनचर कर वही अपन भावकत क ला पर दधिजीनद रहीन क1 मात रखत हीजी भा कमा आत ही त क वला सनतन पलान

पषणी और अपन सवजीनA क1 र क शिलाय मान जीत ही एक डयन भा अपन चच क सभाला कर रखत ही इस कहीवत क अथा) तभा

मान जी सकत ही जी डयन क सथा भा मामातव क वयवहीर नकर रख जीय गय क दय क1 शरणी माamp परन समाय स क वला इसशिलाय ही

मान जी सकत ही बिक उस क छ भा खन क द लाबिकन वही दग दधा हीवही कभा अपन चच क पस बिकस अनहीन क त तक नही आन

दग जी तक उसक1 जीन रहीगदधिजीस जीव क अनदर इतन अपन चच क परबित दय ही और वही अपन दय क करणी अपन 0रर क भा

समापत करन क1 इचछ क रखउसक सथा Egt रत करन पgtर तरही स अमानषत क1 शरणी माamp आजीत ही सतरी क भागय समाझ कर और

उसक सथा भागA क सख लाकर माथान और पच माकर क परयग करन क द बिकतन ही उस परतकषिणीत बिकय जीयग वही हीमा0 अपन पबित

और परिरवर क शिलाय समारतिप4त रहीग समादधिजीक नधन हीA य 0रर क नधन वही अपन भावनतमाक आव0 माamp सभा क समापत कर सकत

ही लाबिकन इस कलायग क इन दन क सथा ही सस ड अनचर ही रही ही हीत मा आय भाgtकमप स ससर क अनदजी लाग लान चबिहीय

बिक इस द0 क माख वयपरिरक समनध अमारिरक स ही और यही पर ससर क सस अमिधाक एड क मारजी हीयही क बिनवशिसयA क माखय

खन गय क मास हीऔर यही रिरसत नमा क1 चजी समाझ माamp नही आत हीयही तक बिक भाई बिहीन क रिरसत भा अजी ही हीत हीमाथान

0र और मारकटा क करणी यही द0 गर द0A क1 शरणी माamp आत हीअकसमात भाgtकमप आय और एक लाख स अमिधाक वयशिGयA न एक

णी माamp ही अपन जीन गव दnयही तक बिक रषटरपबित क माहीला भा पत नही लाग बिक वही कही गय गय और सतरी क सस अमिधाक

परतणीन इस द0 माamp मिमालात ही यही तक बिक इस द0 माamp भाgtकमप आन क द लागA क1 जीन क1 र त करन दर यही पर सहीयत क शिलाय

जीन वला लागA क भा लाgtटा जीन लागजीस ही भाgtकमप आय दन क1 रशि0 इकटठो करन क शिलाय करडA ससथायamp एक दमा अपन अपन

अनसर समान आन लागयही क वला बिकय जीन वला पपA क करणी ही

गरहीA क 120 गणी

लागन अगर-

माष ही त आदमा क चच ही

वष ही त धान क1 मा0न ही

मिमाथान ही त टालाफ़न ही

कक) ही त भावन क1 पबिडय ही

सिस4ही ही त अहीमा भार हआ ही

कनय ही त कजी) दशमान मार स मिघार ही

तला ही त हीर त माamp फ़यद सचन वला ही

वकषिeक ही त भाgtत क सरदर ही

धान ही त प दद क1 त करन वला ही

माकर ही त चZस घाटा कमा ही कमा ही

क मभ ही त जीलदn रिरसत न सकत ही

मान ही त हीमा0 माZन रहीन वला ही

लागन स सgtय) अगर-

पहीला भाव मा ही त अहीमा भार ही

दसर भाव मा ही त चमाक क आग क छ दिदखई ही नही दत

तसर भाव मा ही त नतगर पहीला ही

चZथा भाव मा ही त रजीनबित वला सच ही

पचमा भाव मा ही त परिरवर मा ही रजीनबित करन वला ही

छY भाव मा ही त प क नZकर समाझत ही

सतव भाव मा ही जीवन सथा क गलामा ही

आYव भाव मा ही त चर दिदला क मारजी ही

नव भाव मा ही त धामा) स भा कमान वला ही

दसव भाव मा ही त सभा कमा नतगर स बिकय जीत ही

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 8: केतु

भाग दिदय वही वयशिG जीत जीत लाकर गय बिक एक तझ भा नग नही घामा दिदय त दखन एक माबिहीन क द यही लाडक1 अपन ला नचन लाग और भाददोn भाददोn गशिलाय दन लाग आसपस क लागA न इस मानशिचबिकतसक क दिदखय उस पगला खन माamp भातt कर दिदय गय लाबिकन एक सला तक कई इस लाडक1 पर दवइयA और इलाजी क फ़क) नही आय इसक परिरजीन इसक1 जीनमा पतरी और

बिववरणी लाकर मार पस आय मान जीनमा पतरी माamp दख त उपरG गरही षदभिसथाबित समान आय उपय क शिलाय लाडक1 क उन तबितरीक धाओ स माशिG क शिलाय क वला क त क सला नकर ही उस सधार जी सकत था क त क1 सलात क शिलाय दग) उपसन और सपत0त क

हीवनतमाक रप भा करन जीरर था लाबिकन जी उपय सस अमिधाक करगर सबित ही सकत था वही कला क बिवपरत परतयबिगर सततरी नवरतरीA माamp मान उस लाडक1 क उसक पबित और भाई क सथा लावय और बिवमिधा बिवधान स कला क माहीबिवपरत परबितयबिगर

सततरी क पY बिकय और अकषिभामाबितरीत जीला क उस बिपलान लाग दिदन दिदन उस लाडक1 क अनदर दलाव आन 0र ही गय कभा कभा वही एकदमा नव)स ही जीत और हत जीर स हीसन लागत कभा अचनक रन लागत कभा अचनक गशिलाय और तडफ़ड पर उतर ही जीत लाबिकन मान अपन बिहीममात नही हीर अषटमा क दिदन बितरीमाधाgt स परतयबिगर क हीवन बिकय और पY ( एक परकर क फ़ला जी पY

नमाक1 मिमाYई क शिलाय परयग बिकय जीत ही) क1 शिला मा कला क परदन क1 परसद लाडक1 क खिखलाय वही हत अचछn तरही स तamp करन लाग और ऐस लागन लाग जीस उस क छ भा मार नही ही

इस लाडक1 क पgtर शिचतरीA सबिहीत बिववरणी आप इस सलाइड 0 क मारधवयमा स दख सकत ही-

क त क दसर नमा सहीर दन वला सधानA क रप माamp जीन जीत ही बिन सहीर क चच भा जीनमा क द खड नही ही सकत हीऔर

जीवन उसक हीथा पर 0रर क बिवकषिभानन अग सहीर क रप माamp कमा करत ही क त क1 समा उस परकर स अननत ही जीस बिक रह क1

समाअनय बिकस गरही क1 समा क आरमा स वरणिणी4त बिकय जी सकत ही लाबिकन रह क त क1 समा क वणी)न नही बिकय जी सकत ही यही

दन ही छय गरही ही और दन परकर क1 0शिGयA क रप माamp कमा करत हीद परकर क1 0शिGयA माamp क त नकरतमाक ही लाबिकन दिदखई दत

हीरह सकरतमाक ही लाबिकन दिदखई नही दत ही इस शिचतरी माamp आप दख रही ही बिक पन क अनदर स द कमाला नला बिनकला ही और दन पर

बराहम और बिवणी बिवरजीमान हीयही दन सकरतमाक रप क रप माamp जीन जीत ही बराहम क कमा बिनमा)णी करन ही और बिवणी क कमा बराहम

क दवार बिनरमिमा4त समिषट क पलान करन हीलाबिकन आप दख रही हीAग बिक भागवन शि0व 0र पर लाटा हीऔर उनक1 नकषिभा स जी कमाला नला

बिनकला हीऔर ड स कमाला क फ़gt ला हीउस फ़gt ला पर पचमाख तथा दसभाजीओ क धारणी करन वला 0शिG कमाखय दव बिवरजीमान

हीयही 0शिG बिकस भा जीव क1 सकरतमाक परवकषिK क अव0बिषत करन क द एक नय बिनमा)णी क बिवकस करन क शिलाय जीन जीत ही

सहीर क ही दसर नमा नय बिनमा)णी हीयही स आप गत माamp पढा सकत हीबिक आतमा परन 0रर क तयग कर नय 0रर क धारणी उस

परकर स करत ही जीस एक मानय परन वसतरी क तयग कर नय वसतरी क धारणी करत ही मात कमाखय क लागन क क त क रप माamp

मानयत दn जीत हीजीस गर और मागला क सथा अगर रहीवamp भाव माamp ही त मा तर क रप मिमालात ही उस परकर स लागन क क त क शिलाय

मात कमाखय क जीन जीत ही ससर क कई भा जीव बिन उस परकर क जीव क अपन नय दही क नही धारणी कर सकत हीएक

ही परकर क जीव क अनदर दन परकर क जीव एक सकरतमाक और नकरतमाक क भा हीन जीरर ही जीस परष सकरतमाक ही और

सतरी नकरतमाक ही सतरी क कमा एक तरफ़ परष क1 सकरतमाकत क ढान क ही और दसर तरफ़ माथान क दवार उस सकरतमाकत क

अपन गभा) माamp सथाबिपत करन क द नय जीव क बिनमा)णी करन क ही मातला एक तरफ़ त वही अपन पबित क बिवकषिभानन परकर क भाजीन फ़ला

और अनय सरधवय सधानA क दवार पबिषत करत ही त दसर तरफ़ अपन माथान क दZरन उस वय) नमाक पक हय पबिषत रस क गरहीणी कर

लात ही जी 0रर मात क दवार पद बिकय जीत ही वही नय रप माamp हीत ही मात उस 0रर क पलान पषन माamp कई कतही नही करतत

सतरी रप माamp उस पला हय 0रर क अव0षणी करन क द नय 0शिG क पद करन स मान जीत ही यही Eमा लागतर चलात रहीत ही

0रर क1 बिनमा)णी परबिEय क पgtर करन क शिलाय नकरतमाक और सकरतमाक दन रपA क हीन अबित आवशयक हीत हीचही वही 0रर

मानय रप माamp ही य जीनवर य क1टा पतग प व बिकस भा रप माamp हीनकरतमाक और सकरतमाक रप हीन अबित आवशयक ही यबिन

रप माamp मात कमाखय और सिला4ग रप माamp भागवन शि0व क पgtजी जीत हीयही दन रप ही ससर क1 उतपकषिK और बिवन0 क करक मान

जीत ही लागन क क त क शिलाय अकसर लागA क अनदर भरानतिनत रहीत हीबिक यही क त क वला सहीयक क रप माamp ही पद हआ ही और जीवन माamp

तरकक1 नही कर सकत ही लाबिकन यही सच कतई गलात हीससर क हीर जीव जीनत व आदिद सभा क शिलाय बिकस न बिकस परकर क1

सहीयत क शिलाय ही पद हय ही परक बित क सतलान क शिलाय जीही सकरतमाकत अमिधाक पद ही जीत ही वही परक बित पहीला स ही

नकरतमाकत क पद करन क शिलाय नकरतमाकत क तयर रखत ही जीस एक वन माamp अगर सZ बिहीरणी उसन पद क वला इसशिलाय बिकय ही

बिक व घास पत और वA क खकर उनक1 सखय क परक बित क अनपत क बिहीस स सयत रखampत व बिहीरणी जी सZ स अमिधाक नही ही

जीवampइसशिलाय दस 0र य बिहीरणीA क मारन वला जीव भा पद कर दिदय ही जी जीव हत ही स0G ही उनक शिलाय दधिदधजीव जीव पद कर

दिदय ही जीस बिक मानय मानय क सतलान क शिलाय भा परक बित अपन अपन समाय पर कई न कई बिवन0 लाला उस क1 गषदभिलतयA स परसतत

कर दत ही इसक अलाव भा मानय मानय क ही मारन और अमिधाक सखय माamp नही हीन क परबित उसक अनदर परक बित एक परकर क

दभा)वन रप जी दत हीजीस भाई भाई त आरमा स रही सकत ही लाबिकन उनक1 पतमितनय आपस माamp र भाव और दभा)वन स एक दसर

क सथा सथा नही रहीन दतअथाव उन दन क अनदर उन आवशयकतओ क पद कर दत ही बिक व हीर कर अलाग अलाग ही जीत ही

कई बिकस क धामा) स मार दत ही कई बिकस क समाजी स मार दत ही कई द0 क नमा स कई जीबित क नमा स कई रजीनबित क नमा स

यही परतय रप स मारक रप नही हीकर अपरतय रप स मारक 0शिGय सव) 0शिGमान मानय क अनदर भा परक बित न दn ही सहीयक क

रप माamp लागन क क त पच परकर स नकरतमाकत भारत हीऔर उस अनपत माamp लागन स सपतमा क रह खला जीगही क भारन क कमा

करत हीऔर सकरतमाक ला दत ही जीस लागन क क त तसर नजीर स तसर भाव क दखत ही और जीतक क अनदर अपन शिलाखन क1

कला क य शिचतरीकर क1 कला क दत ही कलामा और पपर दत ही कमपयgtटार दत ही क1 ड) क दत ही त सपतमा क रह शिचतरीकर क

करन क शिलाय दिदमाग क पद करत ही कमपयgtटार क अनदर सफ़टावयर क रप माamp दिदमाग क दत हीतसर भाव अपन क परदरथि04त करन क

भा हीउसक शिलाय लागन क क त अपन छटा भाई बिहीनA क अनदर नकरतमाकत क भारत ही त सपतमा क रह उन छटा भाई बिहीन क

अनदर उनस पचमा सथान माamp Y कर अचनक बिवदया वला यग पद कर दत ही और व अचछn बिवदया क परपत करन क द दिदमागदर न

जीत ही लागन क क त घार स हीर रहीन क ला दत ही त सपतमा क रह हीर रहीन क शिलाय वही क रबित रिरवजी और खनपन तथा

अलाव समनधA क परबित अपन ला दत हीदधिजीसस वयशिG क हीर रहीन क शिलाय कई पर0न नही ही सक लागन क क त अपन पचमा

दिदरमिषटस सनतन भाव क दखत ही और उस खला रखन क1 कशि00 करत हीलाबिकन सपतमा क रह अपन गयरहीवamp सथान क एक ऐस

सकरतमाक पतरी द दत ही जी अनय सZ माamp अपन नमा कमाकर चलान वला ही और पgtर परिरवर क अलाव अनय लागA क शिलाय भा अपन ला

दन क शिलाय मान जीय लागन क क त धान स परEमा स घार स और शि0 स दर करन क1 कशि00 करत ही और जीवन सथा क भा

वचला य झgtY लान क1 आदत दत ही0दn क द जीतक क समादधिजीक जीवन असतवयसत ही जीत हीबिकतन ही माहीनत क1 जीव वही

कर स सबित हीत हीअचनक बिकस न बिकस मामाला माamp खच) हीन जीरर पय जीत ही जीतक क जीवन सथा क1 उगशिलाओ पर

नचन जीरर पडत हीकरणी अकसमात बिनणी)य लान क1 आदत स वही बिकस लायक नही रहीत ही दधिजीतन ला जीवन सथा क दवार द दिदय

जीत हीयन दधिजीतन च भार दn जीत ही उतन ही चलान क शिलाय रजी हीन पडत ही

लागन क क त और अनय गरहीA स समनध

क त क दवार नई गई खला जीगही क मानय आजीवन उस भारन क शिलाय परयतन0ला रहीत हीक त क हीला गगर माamp सगर क पद करन

जीस हीत हीदधिजीतन यही असरकर हीत ही उतन ही मानय परयतन 0ला रहीन क शिलाय माजीgtर हीत ही मान पहीला भा कही ही बिक ससर क1

हीर वसत और जीव क अनदर रह क त क समाव0 हीजीस लाकड क1 सर क ही ला लादधिजीयसर क त ही और उस जीन वला और

उसक छद रह हीकपड क1 टान क त हीयही गचर स दधिजीस भाव माamp आत ही उस भाव क1 करक वसतओ माamp रकवटा पद कर दत हीक त

क कमा मा क परदन करन हीत हीकय) स क त क कई मातला त तक नही हीत ही जी तक बिक रह अपन आद0 नही द लागन क

क त अगर 0बिन स 0शिसत ही त वही वकलात क गणी पद कर दत ही0बिन क त ही दजीt क1 औकत दत हीलागन क क त मारक टिटा4ग करन

वला वयशिG न जीत ही0बिन स पतथार लाही नZकर परपटा आदिद क कमा करन लागत हीसgtय) स सरकर नZकर नकर कमा करन लागत

ही और सरकर कमाA क अनदर सरकर आद0A क परबिषत करन और सरकर आद0A क ननचनव आदिद लाडकर जीनत क अनदर

बिवजीय नन और बिyenर जीस सरकर अपन कनgtन और करणीA स अपन कय) करवय उनही करन 0E क सथा क त क समाजीसय भा नही

Y पत ही य त जीतक क दिदला अपन क परदरथि04त करन क हीत हीय बिफ़र जीतक क तय गय ढाग स कय) करन हीत हीजीतक

कय) उस परकर स करत ही जीस कई कय) पर परगरमा बिकय गय ही कYपतला इसक माखय उदहीरणी हीउसक अगA क बिहीलान वला

कई औरगन वला कई और भावन क समाझन वला कई और हीत ही इस क सथा अगर गर क त क लालात ही त गर जी समनधA

क करक हीत ही यही क त समनधA क करवन क कय) करत हीजीस बिक 0दn बिववही करवनबिकस परकर स जी पहीला स बिनदuशि0त

कनgtन ही और उनही कनgtनA क अनसर ही वयशिG क सजी दन य सजी स र करन क कमा भा गर क त करत हीहत ही धारमिमा4क हीन स

जीतक क रधवयन समामिधा क1 तरफ़ मान चला जीत ही और वही अपन क पgtणी) रप स भागवन य परक बित क ऊपर छड दत ही जीस परक बित

उसस करवत ही वही करत रहीत ही इकक क घाड क1 तरही भा मान जी सकत हीउस लागमा नमा क रह क अनसर चलान पडत ही

अपन माजीt स कही भा नही जी सकत ही खत माamp न वला जी क1 तरही स मान जी सकत ही जी तक उस य नही जीयग और रह

नमा क1 परक बित क1 0शिG नही दn जीयग वही अपन आप जीमाग नही पgtजी माamp जीय जीन वला 0ख मान जी सकत ही जी तक उस

जीय नही जीयग रह नमाक1 फ़gt क उसक अनदर नही मार जीयग वही आवजी बिनकलाग ही नही

क त क सला य द)ला क त क1 भावन ही करत ही

इस क उदहीरणी हीमा आजी क न टार इनवटा)र स ला सकत हीइसक कमा बिजीला क इकटठो करन क द अपन पस रखन हीत हीजीस

ही बिजीला चला जीत ही वही बिजीला क अपन पस स सपलाई करन 0र कर दत हीकमा य अमिधाक बिजीला क दन क शिलाय टार जी बिक

एक क त क ही रप हीक1 सरजी ढान स वलटाजी ढाय जी सकत हीऔर परलाला लागन स उसक1 0शिG यन वटाजी ढाय जी सकत

हीकई क त एक सथा मिमालाकर कमा माamp लान स 0शिG क परद0)न सही रप स बिकय जी सकत ही लाबिकन तदत स अमिधाक क त क सहीयक

हीन भा समाय क द दखदय ही सकत ही जीस एक ही बिवषय क पढान और उस बिवषय स समतमिनधत बिववरणी अगर भाबिवय माamp दला

जीत ही य नय कई आबिवकर ही जीत ही त वही कर ही सबित हीजीयगजीस बिक पहीला टालाफ़न क1 मानयत खgt थालाबिकन

माइला क आत ही उसक नन वला चन वला और चलान वला सभा कर ही गय क त क खर हीन स 0रर क अगA स पत चला

जीत हीजीस बिक हीथा सनन ही गय और कमा नही कर रही ही इसक मातला ही बिक क त खर नही हआ ही हीथा क 0शिG दन वला रह क

खर हीन मान जीयगआख स कमा दिदखई दन 0र ही गय ही त वही भा रह क दखन पडग सधा स क त क नही दखampगक त क त

तभा खर मान जीयग जी हीथा य आख बिलाक ला ही खतमा ही गय ही दधिजीस परकर स गड क1 पटरोला खतमा हीन स वही सडक पर खड

ही जीत हीउस परकर स लागन क क त बिकस न बिकस परकर स 0रर क अनदर स रह क1 0शिG समापत हीन पर कर ही जीत ही0रर

क अनदर रह क सथान अदरशय 0शिG क रप माamp जीन जीत ही और रह मासतिसतक माamp बिनवस करत हीमासतिसतक स सचन समाझन क1 0शिG

क कर हीन भा क त क रद करन क शिलाय माखय मान जीयग पन क अनदर स सयही क खतमा हीन स रह और क त क र माamp नही

सचन पडगसयही क करक गरही क सचन पडग बिक उसक अनय करक गरही भा सथा द रही ही बिक नही

लागन क क त और उसस समतमिनधत रिरसतदर

क त क समनध 0बिन स हीन पर जी भा रिरसतदर हीत हीव स कमा धानध स समनध रखत ही यही समनध चबिहीय Yक दर स जीड ही य बिफ़र

बिकस पटा क पस करन स अथाव दकन माamp कमा करन वला हीलपर क रप माamp हीसgtय) स समनध हीन पर ड भाई क1 सनतन स भा मान

जीत ही भातजी क रप माamp भा मान जी सकत ही अथाव वही बिपत क सला यन मामा स भा मान जी सकत हीअथाव बिपत क दवार रख

गय नZकर भा मान जीत ही इसक अलाव चनदरमा स समनध हीन स मात खनदन स समतमिनधत रिरसतदर मान जीत हीनन क र माamp भा

यही क त अपन समाथा)न वयG करत ही मागला क सथा हीन स चच य मामा य खgtन क रिरसतदरA स भा मान जीत ही ड भाई य छटा

भाई क सला स भा समनध मान जीत हीधा क सथा हीन स भानजी क रप माamp भा मान जीत हीऔर अगर धा क सथा रह तजी ही त वही

बिहीन क पबित क रप माamp भा मान जीत ही गर क सथा हीन स वही बिकस धारमिमा4क वयशिG क चला भा मान जी सकत ही अथाव बिकस

परकर स अपबिहीजी हीन क1 द0 माamp सथा दन वला घार य हीर क वयशिG भा मान जीत ही0रर क अगA क र माamp अगर गर और क त

बिकस खर गरही स समतमिनधत ही त यही बिकस परकर स समतमिनधत अग क रद करन क शिलाय भा मान जीत ही 0E क सथा क त क

हीन स यही पतन क हीलपर क रप माamp परसतत करत ही अथाव बिकस करणी स पतन क हीलपर नकर ही रहीन पडत ही पतन क हीलपर न

कर रहीन स वही अपन बिवचरA और कय| क अपन अनसर वयG नही कर सकत ही वही क वला अपन पतन य पबित क1 आजञो पर अपन

0रर और मान क बिगरव जीस रख दत ही

RAHU

Rahu is personified as a diplomat and a shadowy planet and a legendary deceptor when

disposed beneficially Indicates diplomatic jobs jobs requiring manipulations with facts deals

in poisons and drugs It signifies cheats pleasure seekers insincere and immoral acts etc

It is phlegmatic in nature and gives malignant growth When afflicting causes malignant

growth disease of phlegm intestines boils skin ulcers spleen worms high blood pressure

etc It gives smoky and unpleasant appearance due to habits of overeating resulting in foul

smells and unclean body and nails

KETU

It is dry and fiery in nature Its affliction causes wounds inflammations fevers intestinal

disorders aberrations low blood pressure deafness defective speech and gives emaciated

body with prominent veins It is personified as a saint and inclines a person more towards

mystic science and spiritual pursuits

क त दसर भाव माamp अपन फ़लाA क धान और भाZबितक सधानA क रप माamp अभाव दन क कमा करत हीऔर इस अभाव क पgtर करन क शिलाय

रह अषटमा सथान जी माZत क सथान ला जीत ही स पgtर करत ही इस भाव क क त क टाम क नमा स भा जीन जीत ही और परिरवर क

आग चलान क शिलाय मामा भानजी य सला क रप माamp आकर परिरवर क1 पgtरतित4 क दन वला हीत हीगचर स यही परिरवर जीनA क हीर

रखन वला और जीनमा क डला स परिरवर जीनA क समापत करन य दरसथा भाजीन वला मान जीत ही इस भाव क क त वला जीतक क

अकसर एक भाई और हीत ही और वही वकषिeक रशि0 क य वकषिeक लागन माamp पद हीत हीघार क शिलाय वही अपन दवार अपन बिEयओ स एक

तरही स रद करन वला ही मान जीत हीघार क अनदर सतरी जीतकA क अभाव ही जीत हीमात क भा ड मार हीत ही अकसर

मात क परबित यही क त मागला वला असर पद करत हीनकषिभा स नच क1 मारिरय आदिद हीत हीअकसर मात क शिलाय सजी)न क1 छ र हीमा0

इनतजीर ही बिकय करत ही

क त क सवभाव हत ही हीYkला हीत ही दसर भाव माamp

दसर भाव क क त अपन आदतA क क छ इस परकर क न लात ही बिक उस हीर कमा क करन क1 हीY पद ही जीत हीबिकस भा वसत क

लान ही त वही उस वसत क लान क शिलाय अपन सभा परयसA क करन स नही चgtकत हीऔर उस वसत क जी तक परपत नही कर लात ही

त तक उस चन ही नही आत ही यही हीला भाजीन क मामाला माamp भा दख जीत हीउस खन स अमिधाक चखन क1 आदत हीत हीअकसर इस

भाव क जीतक क1 जीभा अपन हीAY क चटा करत ही उसक समान क चर दत नक1ला हीत ही और दतA क1 नवटा एक जीस नही हीत

ही कई भा कमा करत वG जीतक क आलास जीरर आत ही

धा

प(तमलयमबारधर करणि01करसमदयदवित

खडगचमगपणि0 सिस1हसथो वर बाध

धा एक सZमय गरही ही सgtय) चनदर मागला एव अनय गरहीA क1 भाबित धा क बिवषय माamp भा अनक पZरकषिणीक आखयन मिमालात ही

धा क1 उतपकषिK क सधा माamp एक रचक कथा मिमालात ही कही जीत ही बिक अबितरी पतरी चदरमा दव गर हीसपबित क शि0य था बिवदया अरधवययन क1

समानतिपत क पeत जी उसन गर क दकषिणी दन चही त उनहीन स उसस कही बिक वही दकषिणी गर पतन तर क द कर आय

चनदरमा जी गर पतन क अपन दकषिणी दन गय त गर पतन क रप दखकर वही तर पर आ0G ही गय और उस ला जीन क1 हीY

करन लागगर पतन न उस खgt समाझय पर वही न मान जी हीसपबित क यही त मालामा हय त उस शि0य जीन उनहीन भा उस हत

समाझयपर चनदरमा न अपन दरगरही नही छड अतत वही यदध क शिलाय ततपर हय और गर क यदध माamp हीर दिदय दवतओ न भा चनदरमा

क समाझयलाबिकन वही अपन हीY पर अड रही जी शि0वजी क चनदरमा क अनचर क पत चला त व Eमिधात ही उY और चनदरमा क

दड दन क शिलाय चला पड चनदरमा बिफ़र भा नही मान उसन नतरीA दतयA असरA क सथा सथा 0बिनeर और मागला क सहीयग स शि0व स यदध

करन क बिनणी)य बिकय अ घार यदध 0र ही गय तनA लाग भायभात ही उY अतत बराहम न हीसतप क बिनणी)य शिलाय इस र चनदरमा

झक गय और उसन गर पतन तर क लाZटा दिदय

एक वष) द तर न एक कनतिनतवन पतरी क जीनमा दिदयउसक बिपत चनदरमा ही था चनदरमा न उस पतरी क गरहीणी बिकय और उसक नमा धा

रख गय

धा क बिवषय माamp और भा अनक आखयन मिमालात ही बिवद0 पZरकषिणीक आखयनA माamp धा क समनध माamp अनक कथायamp मिमालात हीयgtरपय जीन

इस मारकर क नमा स जीनत ही पर इसक1 धात हीजी चनदरमा क परभाव स हीन वला और 0बिन मागला क परभाव स Yस तथा गर क

परभाव स भार मान जीत ही

खगलाय बिवजञोन मा धा

धा सgtय) क सस बिनकटा रहीन वला गरही ही उसक वयस तन हीजीर माला हीतथा सgtय) स उसक1 मारधवयमा दर तन करड सY लाख माला ही

यही सKइस माला परबित सकamp ड क1 गबित स अटठोस दिदन माamp सgtय) क1 एक परिरEमा करत ही पथव स दखन पर यही सgtय) स सKइस अ0 स

अमिधाक दर पर नही हीत ही

जयबितष 0सतरी माamp धा

जयबितष 0सतरी माamp धा क रपवन माY लान वला और सपषट लान वला तथा हीर रग क तय गय ही इस कलापरष क1 वणी क1

उपमिधा दn गय ही सभा गरहीA माamp धा क यवरजी क पद मिमाला ही धा क दवार पबिडतई वला कमा वणी क1 0शिG कलाकर गकषिणीत बिवदया माamp

चतरत शिलाखन आदिद क बिवचर बिकय जीत ही यही तवच परधान गरही हीधा क क डला माamp अचछ हीन स जीतक क1 तवच अचछn हीत हीऔर

धा क खर सथान माamp Yन य बिकस पप गरही क दवार पपEत हीन जीतक क तवच वला रग हीत हीयदिद जीनमा क डला माamp धा खर

ही त अपन द0 अनतद)0 माamp वय कफ़ बिपK स उतपनन तन परकर क रग दत हीयही 0रर क तबितरीक ततरी यन नव)स शिससटामा क अमिधाकर

ही यदिद धा पबिडत हीत ही त वयशिG क अनदर क1 सचन समाझन और माहीसgtस करन क1 0शिG कमाजीर हीत हीजीस ख0gt दgt क पत

नही चलानतवच क सनन ही जीनचटा लागन य बिकस क1ड क कटान क पत नही चलानतवच माamp कभा कभा कला रग क चकK पड

जीन और अपन आप ही समापत ही जीन आदिद त भा दखन क मिमालात ही 0रर माamp धा क आमिधापतय छत और जीओ क आग क

भाग क भा माशिलाक नय गय हीदधिजीस जीतक क1 क णडला माamp धा चनदर क1 यबित हीत ही वही माजीबिकय सवभाव क हीत हीअकसर इस

परकर क जीतक दसरA क बिकस न बिकस परकर स नकसन पहचन माamp अपन आननद क ढान जीनत ही धा क खर हीन पर 0E क

सहीर लान पडत हीधा रह क दष स दर हीत हीवयपर करन इसक1 माखय पबिहीचन मान जीत हीवयपर माamp भा उन कमा स दधिजीनक

अनदर तA स कमाय जीत ही

जी जीतक पgtव) जीनमा माamp न बिकय जीन वला कमाA क करत हीदसरA क पर0न करन माamp दधिजीनक आननद आत हीतA क1 चलाक1 स लागA

क लाgtटा हीत हीतA क शिलाखकर कही कर लागA क पर0न य गमारही बिकय हीत हीइस परकर क जीतकA क माखय दख दमपतय जीवन

क हीत ही उनक1 0दिदय सही समाय पर नही हीत हीहीत भा ही त समनधA क सख नही हीत हीपबित य पतन बिकस भा परकर स सही

त नही करत ही घार क अनदर सभा सदसय तA क1 लाडई माamp मा0gtगला ही जीत हीबिकसन कय कही ही क परबित अकसर कर क1 हीस हीत

हीपबित पतन माamp मानमाटाव कलाही और अगर समनध नत भा ही त समनध बिवचछद भा करवन माamp धा क हत ड माहीतव हीत ही धा

अकसर वयपर माamp अपन गबित परदन करत ही दधिजीन जीतकA न अपन जीवन माamp अचछ कमा) बिकय हीत ही त वही वयपर माamp कफ़1 ढाKर

करत हीऔर र कमा क परभाव क करणी चलात हआ वयपर अकसमात ही नच जीन लागत ही और घार क अनदर भा कला0 हीन क करणी

सधानA माamp कमा हीत जीत ही दधिदधमान हीन पर भा कई त नही नत हीऔर वही अपन चतय) क भा रद करत रहीत ही अचछ

धा अचछ वयपर नत हीधान और धानय स पgtणी) करगजीवन पgtर आननद माamp तग आदिद तamp भा समाझ माamp आत ही धावर धा क

मिधान हीपनन इसक रतन हीदधिजीसक धारणी करन स यही लाभाकर हीत हीपतला इसक1 धात हीऔर अनन माamp हीर माgtग इसक अनजी ही धा क

नतरीA माamp अशलष जयषठा एव रवत हीधा क1 रशि0य मिमाथान और कनय ही दधिजीसमा मिमाथान सकरतमाक और कनय नकरतमाक रशि0 हीत ही

लाबिकन कनय रशि0 माamp यही जीतक क माYk वणी लान वला और समाजी माamp अपन क मिमालाकर चलान वला मान जीत हीपनदरही अ0 माamp

यही परमा उचच क हीत ही और मान रशि0 माamp यही पनदरही अ0 माamp परमा नच क हीत ही

अक0सतरी माamp धा

अक बिवदया माamp पच क अक धा क अक ही और दधिजीसक जीनमा 51423 तरख माamp हआ हीत ही उसक शिलाय धा क परभाव जीवन माamp

माहीतवपgtणी) मान जीत ही इन अकA स समतमिनधत जीतक अमिधाकतर जीलदजी हीत हीबिकस भा त क बिनणी)य लान माamp दर नही करत हीऔर

अकसर इनक दिदमाग खजी हीत हीइस करणी स नय नय तA क1 खजी क करन क द यही जीलदn स धान कमान क परबित अपन

दिदमाग चलात रहीत ही इनक दिदमाग ड स ड वयपर चलान माamp भा नही घाडत ही और उसक मातला चही लाभा स ही य हीबिन स इनही

मातला नही हीत हीलाबिकन धा क अचछ परभाव क करणी इनक वयपर अकसर सफ़ला ही हीत ही अकसर वयपर क कमाA क तनव क

हीन क जीgtद भा यही अपन कमा क आरमा स सभाला ला जीत ही धावर और 0Eवर इनक शिलाय अचछ दिदन हीत हीधा परधान

जीतकA क सवभाव 0माtला और लाचला हीत हीइन अदओ क करणी स भा यही अनय लागA क दिदला जीत लात ही इन जीतकA क धा क

रतन पनन पबिहीनन स भा आरमा मिमालात हीऔर गय क हीर घास खिखलान स भा इनक जीलदn आरमा मिमालान लागत हीधा क जी मातरीA क

जीप भा इनक शिलाय लाभाकर हीत ही धा क1 क प स जीतक क पस अथाही समपकषिK आन लागत ही और समाजी सथान माamp आदणीtय भा ही

जीत ही

धा परधान वयशिG दधिदधमान हीत ही इनक शिलाय ससर क जञोन स ढाकर और कई खजीन इनक पस नही हीत हीबिकस भा करणी क 0धा

करन क द यही प एच ड जीस उपमिधाय आरमा स लालात ही यही सगत बिपरय भा हीत हीवकपटात क परभाव इनक पस हीत

ही0शिG0ला बिवचरवन सZनदय) क पजीर भावन परधान बिवदयावन और दधिदधजीव हीत हीशिलाखन क1 कला इनक1 अचछn हीत ही और अर

नन क1 कला इनक पस अदभात हीत हीहीर कमा क सच समाझ कर ही करत हीखला सथान इनही अमिधाक पसद हीत हीखच) करन क

अनदर इस परकर क जीतक क जीgtस भा हीत हीदधिदध परधानत वला कमा जीस जयबितष डकटार वक1ला दलाला वयपर लाखक gtगर वला

कमा और अथा)0सतरी माamp बिनपणीत वला कमा इनही अचछ लात ही

इस अक वला जीतकA क1 क छ कमिमाय भा हीत हीजी उनक1 परगबित माamp रकवटा पद करत हीजीस आलास आन जीलदn गसस हीन अकरणी

ही गसस करन लाग जीन शिचनत वला तamp और अपन य परय वयशिG क 0क माamp डलान वला कमा करनअमिधाक तamp करन आदिद मान

जीत ही असफ़लात क बिवचर स भाय हीन 0क करन आदिद भा दख पद करन वला करणी हीत हीदधिदध क कय) करत रहीन स भा इनक

0रर कमाजीर हीत जीत ही और 0रर क कमाजीर हीन स फ़ फ़ड वला रग जीकमा लाग रहीन टाn आदिद जीस रग पद ही जीन एलाजीt

वला रग हीत जीन भा मान जीत ही जीवन सथा क अपन अनरप नन क करणी भा इस अक क जीतकA क शिलाय दखदय हीत

हीअकसर इस अक क जीतकA क जीवन सथा चप ही रहीत ही और बिन दधिदध क कमा करन क करणी घार और परिरवर माamp अ0बित क करणी

भा नत ही खन पन और लान पर बिनयतरीणी नही हीन क करणी इस अक क जीतक बिन करणी क ही दशमान य मार भा पला लात

ही

क डला माamp रही भावA माamp धा

रही भावA मा धा क1 षदभिसथाबित क परमाख रप स समाझन क शिलाय परतयक भाव क धा क रप अलाग अलाग हीत हीयही पर जी रप धा क

परदरथि04त बिकय गय ही व क वला धा क1 उचच षदभिसथाबित क समाझ कर ही बिकय गय ही जीरर नही ही बिक आपक धा क रप भा इस तरही स

हीअगर आपक1 क नडला माamp धा पर बिकस अनय गरही क1 र नजीर ही त उसक परभाव भा र ही सकत ही जीस रह क परभाव पडन पर

अचछn वणी हीन पर भा आपक1 वणी क गरहीणी लाग गय हीगला माamp इनफ़ कसन क दवार आदिद समाझन चबिहीय

परथामा भाव माamp धा

पला आभा शिलाय चहीर हीत हीलाम उमरो क माशिलाक हीत हीगकषिणीत और गणीन करन वला बिवषयA माamp परवणीत हीत हीमाजीबिकय सवभाव

हीत ही यन हीर त क माजीबिकय लाहीजी माamp कहीनधामा) क कय माamp रशिच हीत ही

दसर भाव माamp धा

अचछ कय) करन माamp रशिच हीत हीबिहीममात हत हीत हीदधिदध स तजी हीत हीमाहीनत भा खgt करत हीवक1ला य नत जीस गणी हीत ही त

क1 त माamp धान हीत हीदलाला और 0यर जीर वला कमा माamp रशिच हीत ही

तसर भाव माamp धा

लाखन क पकक हीत हीकमपयgtटार और इस परकर क यतरीA क सचशिलात करन क1 मात हीत हीसफ़टावयर आदिद नन माamp बिनपणीत हीत

हीशिचतरीकर और कबिवत करन माamp रशिच हीत हीबिवषयA माamp आ0शिG हीत हीसदगणी भा भार हीत हीमाटा 0रर हीत हीगलामाटाला आक बित

हीत हीबिहीन अमिधाक और भाई कमा हीत हीबिपत क धान कर ही जीत ही

चZथा भाव माamp धा

भागयवन हीत हीदन करन माamp बिनपणी हीत हीदन दन माamp क पतरी और सपतरी क समाझन क1 बिहीममात हीत हीशिलाखन क1 कला हीत

हीनबितयA पर चलान क आदn हीत हीदधिदधवन हीत ही

पचमा भाव माamp धा

जीनमा स सवथा) जीवन माamp भार हीत हीअपन कमा बिनकलान माamp चतरत हीत हीकमा बिनकलान क द भाgtलान क1 आदत हीत हीसनतन क

अभाव हीत हीक वला धान क1 चहीत हीत हीजीमान कमा क करन और जीमान आदिद क परबित मानशिसकत न रहीत ही

छY भाव माamp धा

कला0 करन अचछ लागत हीलाबिकन वणी माamp मिमाYस हीत हीआलास 0रर हीत हीअकषिभामान क1 मातरी भार हीत हीपरिरशरमा और

कमाकत क समाव0 मिमालात ही दसरA क1 सव करन अचछ लागत ही

सपतमा भाव माamp धा

पबित य पतन क शिलाय सखदयक हीत हीकनतिनतवन 0रर हीत हीतAद बिनकला जीत हीसनदर और क लान परक बित हीत हीसमपदन करन क1

मात हीत हीउदर परक बित हीत ही

अषटमा भाव माamp धा

लाम उमरो हीत हीसनदर पतन य पबित हीत हीत क भारस नही हीत हीखत क कय) माamp बिनपणीत हीत हीजीस गवन आदिदनयय

करन क अनदर ईमान क समाव0 हीत हीवयपर स लाभा क वला दलाला वला कमाA माamp हीत ही

नवमा भाव माamp धा

दधिदधमान हीत हीतथा)टान करन क1 कमान हीत हीअपन समाजी माamp त रखन वला हीत ही कबिव गन बिवदया माamp बिडगर य बिडपलामा हीत

हीनयय यतरी करवन वला कय क मानस रहीत ही बिवद0 लागA और अगरजी माamp अचछ जञोन हीत ही

दसमा भाव माamp धा

रजी यग क करणी नत हीअलपय हीन भा मान जीत हीमात क1 बिहीन स सवभाव मिमालात जीलात हीबिपत क परबित वफ़दर नही हीत

हीखद क कमाA क खद क परयसA स ही खतमा करन क1 भावन न जीत ही

गयरहीवamp भाव माamp धा

लाभा माamp अपर समपकषिK क1 कमान हीत ही बिपत क1 जीयदद मिमालात हीछटा भाई बिहीन स सनही हीत हीमात क शिलाय कषटकर हीत

हीशि0 और मानरजीन माamp अमिधाक रधवयन रहीत ही

रहीवamp भाव माamp धा

बिवदवान धामा)तमा सवभाव हीत हीबिकस भा भाष क पकडन क1 मात हीत हीदवय जञोन क1 जीनकर हीत हीसमाजी माamp गणी मान जीत

ही0सतरी क अचछ जञोन हीत ही आलास 0रर हीत ही

धा समनध अनय बिववरणी

धा गरही स समतमिनधत रगउनक 0मान हीत धारणी करन क1 बिवमिधा गरही 0नतिनत क शिलाय दन तथा धा गरही स समतमिनधत वयपर और नZकर

आदिद क बिववरणी इस परकर स ही-

दन

धा क क परभाव माamp दिदय जीन वला दन आशलष जयषठा और रवत नतरीA माamp सवय क जीन क रर हीर माgtग हीर वसतरी फ़ला हीर मिमाYई कस

पतला हीथादत पनन सवणी) कपgtर 0र षटारस भाजीन घा फ़gt ला आदिद दन माamp दिदय जीत हीदन शरदध पgtव)क दकषिणी सबिहीत बराहमणी क सकलप

पgtव)क धा गरही क नतरी कला माamp करन चबिहीय

वयपर

कसदकर शिसलाई मा0न क वयपर वनसपबित घा क वयपर कड खन क वयपर परचन वसतओ क सगरही करन क द चन क

कय) खला और खला आदिद क समान क वयपर करन Ykक मान जीत ही

नZकर

मातरीपद बिवधायक पद परततव बिवभाग क पद लाइबरार क कमा 0टा)हीampड टाइविप4ग क कमाampक क कमा एकउनटाampस क कमा इनकमा टाकस क1

नZकर डकतर बिवभाग माamp कमा जयबितष क कमा हीसतरख और 0यर जीर क कमा करन चबिहीय

जीव जीनत और मानय पड पZधाA फ़लाA आदिद सभा माamp करampटा हीत हीनयgtनतमा य अमिधाकतमा पड पZधा और जीव जीनत क1 उमरो क अनसर मान

जीत हीयही करनटा मिमाला एमपयर क1 नप माamp हीत ही0रर क1 गबितपड पZधाA क अनदर हीन वला गबित जी हीव य धाgtप क1 अमिधाकत स

हीत हीबिवदयात उतपदन क शिलाय मान जीत ही भाजीन करन पर 0रर माamp आलास आन इस त क दयातक ही बिक 0रर माamp नन वला ऊजी)

क बिवकस नय शिसर स चलाgt ही रही ही 0रर क अनदर नन वला बिवदयात क परयग 0रर बिकन बिकन कमाA माamp करत ही उसक शिलाय हीमाamp गहीन

अरधवययन क1 तरफ़ जीन पडग 0रर माamp खन क दवार ऊजी) क1 पgtरतित4 हीत ही0रर क दवार जी भा खदया पदथा) परयग माamp लाय जीत ही व

सभा जीमान स उतपदिदत हीत हीय समादर क पन स उतपदिदत हीत हीउनही उतपदनA क 0रर आरमा स हीजीमा कर सकत ही जी एक र

धारत पर उतपदिदत ही चक हीइस परकर क भाजीन स 0रर क अनदर जी ऊजी) नत ही उस ही य इलाषदभिकटरोक क1 सजञो दn जीत ही 0रर

अपन तबितरीक ततरी क सgtचन दन क1 बिEय माamp इस बिवदयात ऊजी) क परयग माamp लात ही0रर क अलाव भा यही हीर क1 दबिनय माamp भा अपन

सद0A क भाजीन और सद0A क परपत करन क शिलाय परयग माamp लात ही कही भा 0रर माamp चटाn कटात ही त तबितरीक ततरी क सद0 दन वला

0रर माamp फ़ ला तबितरीक ततरी वबिहीबिनय चटाn क कटा क अहीसस सधा मासतिसतक क पछ माडलाआलामागटा नमाक सथान क पहचत हीऔर

दिदमाग स तरत उस कटा जीन क सथान क सरकषित करन क शिलाय य हय सहीयत क शिलाय हीथा परA क दिदमाग स आद0 दिदय जीत ही

और हीथा पर मिमाला सकamp डA मा मिमाला उस आद0 क पलान अपन गबित क अनसर करत ही अगर कई चटाn क1 जीगही पर बिचछgt य अनय

जीहीरला जीव कटात ही त अपन हीथा परA क1 सहीयत क अलाव हीर क1 सहीयत क शिलाय दिदमाग आवजी और 0रर क गबित भा परदन

करत हीजीस कई र) कटात ही और वही पर अनय र क कटान क1 आ0क ही त 0रर क अनदर भागन क1 0शिG भा अचनक ही पद ही

जीत हीदिदमाग अपन इस बिवदयात 0शिG क परयग सरकषित हय सथान क खजीन क शिलाय भा परयग करत ही सथा ही कटा जीन वला सथान

क सgtजीन आदिद दकर बिवष क आग ढान स रकन क उपय भा करत ही चखन क शिलाय आवजी भा दत हीऔर चख क अनदर उस

आवजी क भा परकटा करन क1 0शिG और ड पवर दत ही दधिजीसस आसपस क माहीZला भा जी भा पस माamp रहीन वला लाग हीचही व

अनजीन ही य जीन पबिहीचन वला सभा क रधवयन अपन ओर बिकस भाय स दखन क शिलाय और उस भाय क1 चख क1 आवजी क सनकर

अपन अपन सर क सथा उनक अनदर भा बिहीममात क परदन करन क शिलाय 0शिG समपनन ऊजी) अपन कमा करन लागत हीइसस अगर

भाय कई सव)जीबिनक ही त सभा अपन अपन सर क दखकर सहीयत क शिलाय भागन लागत ही अगर पड 0रर क1 0शिG स अमिधाक

हीत ही त 0रर क हीस करन क द तबितरीक ततरी अपन गबित क अनसर 0रर क1 0शिG क इकटठो करन और जीमा लावन ततवA क1

पgtरतित4 क शिलाय बिकय जीन वला उपयA क सथा 0रर क नकसन पहचन वला करकA क बिनदन करत ही इस बिनदन माamp जी करक

माहीतवपgtणी) हीत ही उनक अनदर आसपस रहीन वला लाग य दरसथा रहीन वला लागA क भा यही तबितरीक ततरी सgtचनयamp पहचन क कमा करत

ही आसपस रहीन वला लागA क अनदर त पड क1 खर करन क शिलाय अपन आसपस क करकA क 0रर क1 ऊजी) अपन कय) करत

हीऔर जी हीर और दरसथा लाग हीत ही उनक शिलाय समतमिनधत 0रर क अगA क फ़डकन क कय) करत हीउनक अनदर अकसमात ही

बिवचरधार क अनदर दलाव क कय) करत हीअगर कषट भागन वला वयशिG बिकस क पतरी ही त मात कपबित ही त पतन कबिपत ही त

पतरी क और अनय समनध ही तथा उस समनध स अमिधाक लागव ही त उस समनध क अपन अपन अग क फ़डक कर सgtचन दन क

कमा यही ऊजी) करत ही यही नही इस ऊजी) क कमा बिकस भा ख0 क1 खर क भा 0रर क अगA क फ़डककर भाजीन क कमा करन

हीत हीअगर ख0 खर परपत करन वला जीतक स रही ही त सवपन क मारधवयमा स भा इस ऊजी) क दवार स सद0 परसरिरत बिकय जीत ही

सतरी क य और परष क दबिहीन अग ख0 क1 खर क परपत करन क समाय फ़डकन आरमभ करत ही और र खर क समाय सतरी क

दबिहीन और परष क य अग इस बिEय क परदरथि04त करन लागत ही

जीग) मात क भा अपन पतरी क1 सकटा क1 षदभिसथाबित माamp फ़Zरन अहीसस त ही जीत ही जी उसक सतनA माamp खजीला चलान 0र ही जीत हीपतरी

क ऊपर आन वला सकटा क अहीसस मात अपन आप माहीसgtस करन लागत ही उसक दिदला माamp चन नही आत हीऔर रत क र र सवपन

भा चलाgt ही जीत ही इस ऊजी) क परभाव बिकस परकर स अपन सद0 पहचन क कय) करत ही इसक शिलाय पgtव)कला स ही अनभाव क

आधार पर अग फ़डकन क फ़लाफ़लाA क इबितहीस चलात आ रही ही0रर क हीर बिहीसस अपन अपन परभाव तन लागत हीजीस बिकस

वयशिG क मासतक फ़डकन लागत ही त उस नZकर लागन य कमा मिमालान अथाव बिकस जीमान क मिमालान क अहीसस हीन लागत हीमासतक

क शिलाय वही चही परष ही सतरीअकसर सथान दलान य बिकरय क माकन शिसफ़टा करन क पहीला यही अहीसस हीन लागत ही नZकर माamp य

अपन वयवसय माamp सथान दलान क समाय भा यही अनभाव दख गय ही अकसर बिकस वयशिG क1 दनA भाहीamp अपन आप फ़डकन लागत ही त

उस समाझ लान चबिहीय बिक उसक र दिदन अ त गय ही और सख क समाय आन वला हीवही दधिजीस त क शिलाय भा दख था उसक दख

दर हीन वला हीसथा ही उसक हरदय माamp एक उतसही भा जीनमा लान लागत ही आखA क1 फ़डकन अमिधाकतर समाजी माamp परचशिलात हीसतरी क1

य आख और परष क1 दबिहीन आख बिकस भा सथान स फ़डकन लागत ही त उस जी भा बिपरय हीत ही उस क द0)न हीन हीत ही

लाबिकन बिवपरत अवसथा माamp अ0भात क दखन भा मिमालाकरत ही सतरी क यamp नतरी क कन क1 तरफ़ क कZन फ़डकन 0र हीत ही त

जीरर लाकषमा क1 परनतिपत हीत हीवही चही सन चदn क रप माamp ही य नगद धान क रप माamp मिमाला उस मिमालात जीरर ही यही हीला परष क

दबिहीन नतरी क शिलाय मान जीत ही आख क ऊपर क बिकसस माamp भा यही जीन जीत ही बिक अगर परष क दबिहीन और सतरी क य पलाक

फ़डकत ही त बिकस पदव क1 परनतिपत हीत ही और बिवपरत माamp पदव क अत हीत ही कनध फ़डकन माamp भागA क1 परनतिपत और बिवपरत

अवसथा माamp भागA क चला जीन मिमालात ही थाड क फ़डकन सतरी और परष क शिलाय बिकस ड डर क शिलाय मान जीत हीबिकस क1 धामाक1

य बिकस परकर स घार य हीर क वयशिG क सथा अकसमात हीदस हीन क1 खर थाड स मिमालात हीलाबिकन कणY फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp

यही उलटा हीत हीइसमाamp परशिसदधिदध और धान लाभा मिमालात दख गय ही गद)न क बिपछला बिहीसस फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp जी भा र भाव मानन

वला लाग हीत ही व हीव हीन क1 कशि00 करत हीहीAYA क फ़डकन क समाय माamp भाZबितक वसत जी हत बिपरय हीत मिमाला जीत ही पY

फ़डकन क सतरी और परष दन क भा र मान गय हीय त मार पकडत हीय बिफ़र बिकस त माamp हीरन पडत ही कख फ़डकन पर

जी अपन खस हीत ही उसस मिमालान हीत हीलाबिकन दबिहीन और य क भा खयला रखन पडत हीबिवपरत अवसथा माamp बिछडन भा मान

जीत ही दिदला क धाडकन अकसर जी भा जीनमा शिसदध कमान हीत ही उसक मिमालान क समाय मान जीत हीचही वही हीमा0 स मान जीन

वला भागवन क बिकस भा रप माamp कयA न ही माही क अनदर फ़डकहीटा अचछ भाजीन क1 परनतिपत क सक त मान जीत हीहीथाला माamp खजीलाहीटा

धान क आगमान और बिवपरत अवसथा माamp खच) करन क1 षदभिसथाबित क भा द0)त ही कमार क फ़डकन हत अचछ कमा क अनदर क छ समाय

क शिलाय बिजी हीन और द माamp सममान दन क शिलाय मान जीत ही नकषिभा क फ़डकन पबित क शिलाय पतन क बिछही और पतन क शिलाय

पबित क बिछही क रप माamp जीन जीत ही परइवटा पटा) क फ़डकन पर इषदभिचछत सथा क सथा रमाणी करन क समाय तय गय ही गद क

फ़डकन पर वहीन क लाभा हीत हीचही वही खद क मिमाला य बिकरय क वहीन स सफ़र करन क अवसर मिमालाजीघाA क फ़डकन स वसतरीA

क1 परनतिपत हीत हीघाटान क फ़डकन स घार माamp 0तरीओ क1 और वयपर माamp कमपटाnटार क उदय हीन क समाय मान जीत ही पर फ़डकन पर

बिकस नय सथान क1 तरफ़ पलायन हीत हीबिवपरत अवसथा माamp र सथान क परपत करन क सक त भा मान जीत ही पर क तला क फ़डकन

क1 षदभिसथाबित माamp अचला समपकषिK क1 परनतिपत और बिवपरत अवसथा माamp अचला समपकषिK क जीन क समाय मान जीत ही चच क मार हीन क

समाय मात क1 छत अपन आप दरबिवत हीन लागत हीचच क Ykक हीन क समाय मात क1 य छत फ़डकन लागत ही सही क समाय माamp

जीलदn असर मिमालात ही 0मा क समाय माamp दर स असर मिमालात हीलागतर फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp भाला य र परभाव पलान क नन क द

मिमालात ही एक सथा दन अग क फ़डकन भागय और दभा)गय क च माamp चलान वला हीस मान जीत ही इसक अलाव और भा सकडA

बिEययamp इस 0रर क दवार समपदिदत क1 जीत हीजी क वला य इलाषदभिकटरोक करampटा क दवार ही समभव ही कई वयशिG अगर लागतर

नकरतमाक षदभिसथाबित माamp चला जीत ही और वही र र अपन क अक ला रहीन क शिलाय परिरवर य समाजी क लागA स दर रखत ही त उस

वयशिG क शिलाय यही नकरतमाक ऊजी) क परव0 क समाय मान जीत हीइस कला माamp उस वयशिG स कई भा वत) करन पर वही खजीत ही

और अपन 0रर क समापत करन क1 धामाक1 दत ही नकरतमाक ऊजी) क 0रर स दर करन क शिलाय वयशिG क ऊपर स खन वला सद

नमाक एक माटठोn 0मा क समाय सत वर उसर करन क द घार क हीर सडक पर डलान स उसक1 नकरतमाक ऊजी) स छ टाकर भा

मिमालात दख गय ही नकरतमाक ऊजी) क एक परभाव और दख गय ही बिक वही घार क अनदर सस पहीला कला0 पद करन क करणी पद

करत हीवही वयशिG क बिकय जीन वला कमा स रधवयन भाग करत हीवही कर क छ रही हीत ही और करत क छ हीइस करणी स घार क अनदर

नकसनसमनधA क अनदर बिगड और वयपर क अनदर नकसन तथा नZकर क अनदर माशिलाक स परतणीन क असर दत हीइसक शिलाय

सही क अपन जीगन क द अपन इषट क रधवयन माamp रखकर उसक1 मानशिसक इमाजी अपन दनA हीथाA माamp दखन क द तथा जी सवर चला

रही हीउस पर क पहीला बिसतर स नच रखन क द ही कय क 0र करन चबिहीय रत क नद नही आन क1 अवसथा माamp भा सgtय|दय स

पहीला जीगन क1 बिEय क करन चबिहीयऔर जीही स भा उगत हय सgtय) क दरशय दिदखई द दखन क परयस करन चबिहीय अकसर उन लागA

क हत ही सफ़ला हीत दख गय ही जी लाग सही क उगत हय सgtय) क नदn य समादर य तला क पर दखन क1 कशि00 करत ही दन

भाजीन पgtजी और समतमिनधत वयशिG क1 भालाई क1 कमान क शिलाय जी भा उपचर बिकय जीत ही व अपरतय रप स फ़यद दत दख गय ही

दिदमाग क1 अमिधाक अ0नतिनत स चन क शिलाय पहीड यतरीयamp भा कमाय हीत ही

दन क माहीतव

अकसर जीवन मा दन क माहीतव हीमात अपन मामातव क चच क शिलाय दन करत ही बिपत अपन परषथा) क शिलाय अपन जीवन क क1 जीन

वला माहीनत क दन अपन चच क शिलाय करत हीभाई अपन हला क दन करत हीबिहीन अपन तरक स समनध नकर और समाजी

नकर अपन भाई क तरी क दन करत हीभाई अपन बिहीन क शिलाय आजीवन अपन सहीयत और 0शिG क दन करत हीड हीकर

चच अपन मात बिपत क वदध हीन पर उनक1 दख रख और भाजीन क दन करत हीपतन पबित क रबित सख परदन करत हीअपन दवार

पबित क शिलाय बिनसवथा) भाव स भाजीन और पबित सख और आय वदधिदध क परबित पgtजी पY करत ही आग क शिलाय व0 चलान क परबित अपन

कमान क समारतिप4त करत ही ह अपन सवथा) क तयग कर पबित क क ला मा 0बित और समपननत नन क परबित अपन जञोन क दन करत

हीदमाद अपन हला और सममान क दवार अपन ससरला जीन क मान ढान माamp अपन 0शिG क दन करत ही क छ लाग अपन

वयवसय सथान पर Y कर रसत तकर अपन जञोन क दन करत हीक छ लाग पयसA क शिलाय पयऊ खलावकर धामा)0ला नव कर लागA

क जीवन क सद गमाt स चन क शिलाय अपन हला क दन करत ही हीक1कत मा दख जीय त यही 0रर ही दन स और दन क शिलाय

न ही एक वयशिG एक लाख रजीन कमा रही ही लाबिकन वही अपन शिलाय मातरी क छ सZ रपय माamp अपन पटा भार लात हीऔर क1 क धान

वही अपन परिरवर क शिलाय जीमा करत ही बिक वही अपन सतन क शिलाय इतन इकटठो कर द बिक उसक द उसक1 सतन बिकस क1 माहीतजी

नही रही और वही सख रही लाबिकन इस सख रखन क करणीA माamp माही पद ही जीत हीयही माही करन ही उसक1 भाgtला ही और इस माही क

चककर माamp 0रर स क1 जीन वला माहीनत दन सवरप न हीकर माही क जीजीला माamp चला जीत ही मात न अगर पतरी क जीनमा दन क द यही

सच शिलाय बिक उसक पतरी ड हीकर उसक1 पलान करगउसक1 सव करगउसक शिलाय ह लाकर उसक1 आजञो क पलान करवयग त

मात क यही माही उस समाय कर ही जीत ही जी लाडक ड हीत ही और अपन माजीt स 0दn बिववही करन क द अपन घार अलाग

स लात ही मात अपन पतरी क सहीर रहीन क करणी और अपन शिलाय क छ न चकर क वला पतरी क शिलाय ही स क छ करन क द जी पतरी

पस स बिनकला जीत ही और पतन क शिलाय सचन लागत ही त मात क वही पलान पषणी स लाकर पढान शिलाखन और सभा सधान पतरी क

शिलाय जीटान क परबित कर ही जीत ही उस समाय मात और पतरी क च तनतन चलात ही और ह जी दसर घार स आय ही उसक अनदर

यही भावन घार कर जीत ही बिक मा क वला टा स धान क माही करत ही और टा मा क कही पर चलात ही उसक1 त क नही सनत हीइस

परकर स तकरर ढा कर ड तकरर न जीत हीटा न त मा क छड सकत ही और न ही पतन क छड सकत हीपतन क पस द

रसत हीत ही एक अपन मात बिपत क और दसर कनgtन कलाबिकन मात क पस एक ही रसत हीत ही वही हीत ही अपन पतरी कह य

त अपन मात बिपत स परतणीन दिदलावत ही अथाव कनgtन क सहीर लाकर मात बिपत क जीय भाजीन और सहीयत दन क जीला क1

हीव दिदलावन क कमा करत हीटा क समान द ही रसत हीत ही य त वही ह क लाकर अलाग रहीन 0र कर द य ह क तलाक दकर

बिफ़र स मात बिपत क कहीन माamp चलान लागउस दसर सधान ही सही लागत हीलाबिकन इन स क पछ जी था वही मात क लाभा ही थाअगर

मात न बिपत क सथा मिमालाकर पहीला स ही पतरी क1 शि0 क द उस जीबिवक क सधान दकर अलाग कर दिदय हीतऔर ह क पहीला स ही

अलाग करन क मानस न शिलाय हीत त जीला जीन क1 य परतकषिणीत हीन क1 समासय ही नही आतयही स माही क करणी ही मान जी

सकत हीजी पलान पषणी मा कई माही नही थाअगर उस समाय माही हीत त डकटार क पस चच क मार हीन क द नही ला जीय

गय हीतशि0 क सथानA माamp एडमिमासन नही करवय गय हीतसद गमाt क समाय माamp उस कपड और रहीन क सथान क दसत भा नही

करवय गय हीतलाबिकन जीस ही वही कमान लायक हआ और मात क अनदर माही न जीनमा ला शिलाय

दन माamp माही और अहीमा क तयग

दन करन क शिलाय माही क तयग जीरर हीमाही क करन स भाजीन क दन नही बिकय जी सकत हीभाजीन ही खgt सर रख ही लाबिकन दन

करन क जी तभा नही करग जी यही माही पद ही जीयग बिक कला भा इस भाजीन क इसतमाला करन हीलाबिकन जी वही रख हआ भाजीन

बिकस जीव जीनत य माZसमा क1 खर स कर ही गय त मान माamp उस खर भाजीन क फ़amp कत समाय सतप हआयही सतप त नही हीत

जी उस भाजीन क बिकस मागन वला वयशिG क आरमा स खिखला दिदय हीत और वही भाजीन स तपत हआ वयशिG क छ और भा दकर जीत

जी सतप स कई गन ढा कर हीत और आग क अचछ र समाय माamp कमा भा आत दन क रप अलाग अलाग समाय माamp अलाग अलाग रप

धारणी कर लात ही दन क शिलाय मागन वला क छटा और दन वला क कभा ड नही समाझन चबिहीय यही कथा वमान अवतर स शि0

दत ही पबित क पतन क शिलाय दिदय जीन वला वचन जी दन क ही रप ला लात हीकभा भाgtलान नही चबिहीयसमाय क दलान पर दिदय

हआ वचन बिकतन ड रप ला सकत ही इसक उदहीरणी रमाचरिरत मानस माamp दसरथा और क क ई क1 कथा स समाझ जी सकत ही वमान

अवतर माamp भागवन न ववन अगला क रप माamp पgtर पथव आक0 पतला सभा तन पग माamp नप शिलाय था और रजी शिला क ऊपर आधा पग क

कजी) ही छड दिदय था उस परकर स रजी दसरथा क दवार क क ई क दिदय गय द वचन शररमाचनदर जी क शिलाय चZदही वष) क वनवस क

करणी न थाऔर पतरी बिवयग माamp रजी दसरथा क1 मातय क करणी न था इनक अनदर भा माही क रप क वला अहीमा क रप माamp थाअगर

रजी शिला क यही अहीमा नही हीत बिक यही ववन अगला क पबिडत कय ड माग लागत कजी)ई नही नतऔर रजी दसरथा क वही अहीमा

बिक जी चहीampग तभा द वचनA क1 पgtरतित4 कर दampगइसमा कय ड ही त इतन ड हीबिन नही भागतन पडत

दन क तन परकर 0ररधान और बिवदया

अकसर वयशिG तन तरही क दन क शिलाय हीमा0 रधवय हीत ही0रर दनधान धान और बिवदया दन 0रर क दन परष और सतरी दन

मिमालाकर सतन पद करन क दवार दत हीऔर वही 0रर ससर बिहीत क शिलाय हीत ही य अबिहीत क शिलाय यही उनक पgtव) कमा| और ससर क1

आवशयकत क अनसर हीत ही धान क दन परष और सतरी पहीला अपन परिरवर क पषणी और ससर बिहीत क कमा क शिलाय दन करत ही

वही भा परष और सतरी क अपन अपन भावA क अनसर मान जीत ही बिवदया क दन क शिलाय कभा ड य छटा क भाद नही मान जीत

हीजीस बिकस कमा क करन क शिलाय जी वही कमा समाझ माamp नही आत ही त एक छटा चच अपन दधिदध स उस कमा क करन क शिलाय

अपन मात दत ही वही बिकस ड स ड माहीरथा और जञोन आदमा क दिदमाग स पर त मान जी सकत ही दधिजीस परकर स लाक धराव न

अपन मात क परशन क उKर क अनसर जीगत बिपत क ही अपन बिपत मान था और वन माamp जीकर तपसय करन क शिलाय पच सला क1 उमरो

क चन था और कमा स कमा उमरो माamp उनहीन जीगत बिपत क द0)न परपत कर शिलाय थाभाG परहीलाद न अपन बिपत क जञोन क तचछ समाझ था

और शर हीरिर क चरणीA माamp अपन मान लागकर ड स ड आफ़तA स अपन क च शिलाय था

0रर दन क करकतव

0रर दन क शिलाय सतरी और परष क समाजी क अनसर एक शरखला नकर चलान पडत ही उस शरखला क अनदर ही 0दn बिववही रबित

वयवहीर और समादधिजीक बिनयमाA क मान जीत ही अगर इन तA क नही मान जीत ही त मानय और प0 क अनदर भाद ही कय रही जीत

ही रबित नबित क अनसर दिदय गय 0रर दन दिदय गय दन क ड रप हीत ही और समाय समाय पर अपन नमा और कय) क इबितहीस माamp

शिलाख जीत ही कई भा परष बिकस भा सतरी क1 तरफ़ आकरतिष4त तभा हीत ही जी उसक अनदर कमा वसन क सचर हीत ही लाबिकन वही

अगर समादधिजीक बिनयमाA क अनसर अपन कमावसन क 0त करन क शिलाय उपयG सतरी क नही परपत करत ही त वही दिदय गय 0रर

दन य त कgt ड क ढार मा जीत ही अथाव वही अगर बिकस परकर स च भा गय त समाजी और ससर क शिलाय कभा भा अबिहीत क करणी

न जीत ही 0रर दन क शिलाय समादधिजीक बिनयमाA क शिलाय कथा कही जीत ही बिक 0क सवत क बिवEमा समवत क द क मान जीत

हीबिवEमा समवत क द जयबितष 0सतरी माamp परवणी एक जयबितष क यही पत लाग बिक अमाक समाय माamp सतरी क सथा माथान करन क द अगर

सतन क1 परनतिपत हीत ही त वही ससर माamp अपन नमा लाकर हीमा0 क शिलाय चलात रहीग लाबिकन जी उस जयबितष न दख बिक समाय उस

रत क ही और उसक1 पतन बिकस नदn क पर रहीत हीवही जीलदn जीलदn नदn पर करन क शिलाय क वटा क पस गयक वटा न दख कई हत

ही जीरर त ही और उस त क जीनन क शिलाय जी क वटा न अपन दधिजीजञोस क जीबिहीर बिकय त जयबितष जी न अपन त क उसस

त दिदय क वटा चलाक था उसन सच बिक जी इतन माहीतव पgtणी) ही और वही अपन नव क चलाकर और नव स बिकय जीन वला कय) स

ससर माamp नमा नही चला सकत ही त उस अपन सतन क इस कमा क शिलाय परयग माamp लान चबिहीय उस क वटा क जीवन और खgt0gtरत

कनय था उसन जयबितष जी क समान परसतव रख दिदय बिक रत क अनधर ही गय ही और वही रत माamp नव क नदn माamp नही ला जीयगअगर

यही माहत) जयबितष जी क परयग माamp लान ही त उसक1 कनय स गधाव) बिववही करन क द उस माहत) क परयग माamp ला सकत हीजयबितष जी

तयर ही गय और उस रत क जयबितष जी न उस क वटा क1 कनय स गधाव) बिववही करन क द गभा)धान क पgtणी) बिकय उस कनय स जी

पतरी परपत हआ वही 0क नमा स जीन जीत ही यही कथा रमायणी माamp माकररधववजी क र माamp कही जीत हीजी हीनमानजी लाक क जीलाकर

पसन स तर तर समादर माamp कgt द त उनक पसन क एक माछला बिनगला गयउस बराहमचर पसन क अनदर वय) क कणी थाउनही कणीA स

माछला क जी सतन हय वही माकररधववजी क रप माamp हय और उस पतला क रजी अबिहीरवणी क दवारपला क1 सव क अवसर मिमाला रमा

लामाणी क जी अबिहीरवणी शिला दन क शिलाय पतला लाक ला गय त हीनमानजी क पहीला दवारपला क रप माamp तनत माकररधववजी स ही

माकला करन पडद माamp पत लाग बिक वही उनही क1 सतन था 0रर दन क शिलाय समाजी क बिनयमा हत ही माहीतव रखत ही जीस एक

करगर बिकस कला क जीनत ही और आग आन वला चच उस करगर क1 कला क अपन परिरवर और घार क अनदर ही चपन स दखत

रहीत ही त व उस करगर क1 कला स वबिकफ़ हीत जीत ही उन चचA क कही अनय सथान पर जीकर शि0 नही लान पडत और व उस

कला क और अमिधाक बिवकस करन क द आग स आग परयग माamp लात जीत ही त उस कला क बिवकस अपन आप हीत चला जीत ही

उस परकर स समाजी और वणी) वयवसथा क अनसर जी 0दn बिववही बिकय जीत ही त हीन वला चच उस समाजी क अनदर अपन क

अपन आप ढालात चला जीत हीऔर जी कय) य वयवसय अथाव ससकर उनही मिमालात ही उनही क अनसर व अपन क न लात ही लाबिकन

0रर माही और रप आदिद क लाभा माamp जी समाजी स अलाग बिकस परकर स 0दn समनध बिकय जीत हीत कमाकत क अनत हीन क द

जी रप और 0रर माही क भरामा टाgtटात ही त अलाग समाजी माamp बिकय जीन वला रिरसत टाgtटात ही और अगर उन रिरसतA क अनदर कई सतन ही

गय ही त वही अपन बिपत और मात क अनसर ही अपन क नन 0र करग इस परकर स वही पद हीन वला सतन न त इधार क1 रही

और न ही उधार क1इस परकर क1 सतन क भाटाकव क रसत मिमालात ही और वही दर दर क1 Yकरamp खन क शिलाय माजीgtर ही जीत ही

अथाव उस समादधिजीक बिनयमाA स नफ़रत हीन क करणी वही समाजी स अपन परन बिहीस क चकन क शिलाय आतकवदn जीस नबितयA माamp

जीकर मानय और समाजी क दद) नही समाझन क करणी हीतय जीस जीघानय अपरधा करन 0र कर दत ही अकसर यही त उन परिरवरA माamp

भा मिमालात ही जीही तमिसतरीय आधाबिनकत क चककर माamp अपन क कषिणीक सख क शिलाय अनय माद क1 कमाकत क शि0कर ही जीत ही और

उनस पद हीन वला चच समाजी और परिरवर क तक माamp रखकर घार और परिरवर क ही लागA क शिलाय आफ़त क करणी न जीत

हीअकसर इस परकर क चच खgtन क समनध नही हीन क करणी अपन परिरवर क सदसयA क परबित दय य परमा भाव नही रख पत ही और

उस परकर स सचन चलाgt कर दत ही जीस बिक उनक कमाक बिपत क सचन हीत था

सस ड दन दय ही

मानय क अनदर दय क दन सस ड दन मान जीत हीकही भा गय ही बिक दय धामा) क माgtला ही पप माgtला अकषिभामान दधिजीसक अनदर दय

हीत ही वही रसत चलात क भा सहीर दन जीनत ही और जी सहीर दिदय जीत ही वही भा एक तरही क माहीदन ही हीत ही वही दय चही

मानय क परबित ही य जीनवर अथाव जीव जीनत क शिलाय वही दय ही सस ड दन मान जीत ही भागवन स भा परथा)न क1 जीत ही बिक

दय कर दन भाशिG क हीमा परमातमा दनदय क शिलाय बिकस क खजीन नही पडत बिक हीमा दय बिकसक सथा करन ही रसत माamp य घार

क अनदर दय क दन करन क शिलाय हीजीरA दय क परपत करन वला लाग मिमाला जीयampगऊपर त कर आय ह बिक दय मात चच क सथा

भा करत ही 0रन सभा जीवA क मारन क शिलाय मान जीत ही और अपन चच क वही नही मारत बिलला अपन चच क सथान दलान

क समाय ड ही मालायमा तरक स दतA क च अपन चच क दत ही और सथान दला दत ही माद बिचछgt अपन चचA क अपन 0रर

ही दन कर दत ही मानय अपन चच क पलान पषन स लाकर ड हीन तक उस पर दय क भाव ही रखत ही चच क ऊपर स बिगरन

स लाकर लाखA करणी नत रहीत ही जी चच अपन बिववक क खयला नही रख पत ही और जीखिखमा माamp रहीत ही त परिरवर क सदसय उस

चन क शिलाय हीर समाय खयला रखत ही जी वही चच समाजी क समान आत ही त समाजी वला लाग उस र आदतA स चन क शिलाय

बिनगही रखत हीलाबिकन कभा कभा जीनgtझ कर वही चच गलत करत ही त उस सजी दिदलान क नमा पर पशिलास य घार वलाA क1 भा

सहीयत ला जीत ही दय क रप यतरी करत वG बिकस सथान पर बिनवस करत वG य परिरवर माamp रहीन क उपरनत मिमालात ही समाजी माamp

दय क नमा पर समाजी क वयशिG क नZकर आदिद क मामाला माamp दय करन पर लाग रजीनबित भा करन लागत ही जीस आजीकर जीटाA क

आरणी क मामाला माamp दय क भाव समाझ माamp आ रही ही रजीनबित क अनदर दय क भाव दिदखव क रप माamp भा मिमालात ही जीस वर

माषदभिसजीद क हीटाकर रमा मादधिनदर य रमा मादधिनदर क हीटाकर वर माषदभिसजीद क मामाला माamp अलाग अलाग समादयA क नतओ क1 दय दिदखन क

मातला सफ़ समान ही बिक एक कहीत ही नन नही दampग और दसर कहीत ही नकर रहीampग दय दिदखव और सवथा) क शिलाय भा क1 जीत

हीजीस बिकस वयशिG क पबिहीनन क शिलाय कपड दिदय जीत ही और द माamp जी भा कई समादधिजीक त हीत ही य समादधिजीक वयशिG समान

हीत ही त कही दिदय जीत ही बिक यही कपड त हीमान इस पबिहीनन क शिलाय दिदय ही इस परकर क1 दय दिदखव हीत हीऔर उस दय क

कई माgtलय भा नही हीत ही अगर बिकस क खन खिखला दिदय ही त समान वला क माहीसgtस भा नही ही बिक खिखलान वला खद क आदमा था

य कई परयअगर उसन माहीसgtर कर शिलाय बिक खिखलान क द उस दय क टिढा4ढार पटा जीयग त उसक1 अनतरतमा उस खन क दला

माamp दिदय जीन वला आ0व)द क1 जीगही शरप और दन चलाgt कर दगदरवजी पर मागन वला क सथा अमिधाक दय करन क मातला ही बिक

अपन क लाटा Yनअमिधाकतर लागA न भाख मागन क धानध न शिलाय ही जी उनही कई माटा आसमा दिदखई दत ही त तरही तरही क

करणी नकर दय क पतरी न जीत ही और मान चही लान क द उस 0र क और अनय तरफ़ क पप कमा) माamp खच) करत ही इस

परकर स दिदय जीन वला दन दय क दन त दन वला क शिलाय मान जीत ही लाबिकन दधिजीसन दय क भाव क परपत बिकय था उसक अनदर

चलाक1 क भाव आन स दय और चलाक1 दन मिमालाकर दन दन वला और लान वला क शिलाय अबिहीत क करणी ही न गय जी दन

दिदय गय था उसक द उस दन क परयग कई अपन घार खचu क शिलाय करत ही त Ykक हीलाबिकन क Ykक ही जी वही खद कमान स

असमाथा) हीउस बिकस परकर क1 बिवदया नही आत ही वही 0रर स अपबिहीजी हीवही बिकस भा तरी माamp बिवकस नही कर सकत ही त दय करन

कर क1 त नही ही लाबिकन दय करन क उपरनत अगर कई वयशिG समाथा) हीत हय भा कमान क1 इचछ नही करत ही दिदमाग अथाव

0ररिरक शरमा स चन चहीत ही और उस दय क नमा स कमान क द बिफ़जीgtला खच) करन क1 आदत ही गय ही त वही दय नही मिमालान क

द अनय चलाबिकयA स कमान क1 सचग अकसर दय क नमा स मिमालान वला धान क लाग ड र तरही स खच) करत ही यही सतय बिनयमा

ही बिक कमान और खच) करन माamp जीमान आसमान क अनतर हीत ही कमान त हीर कई जीनत ही लाबिकन खच) करन हीर बिकस क पत नही

हीत ही कमान क अनसर अगर खच) बिकय जीय बिकस परकर क अहीमा माamp आकर अगर खच) बिकय जीत ही त कमान और माहीनत करन

भा कर ही मान जीत ही हीर मानय क बिनयमा हीत ही बिक वही अगर ईTर क1 क प स ससर माamp अवतरिरत हआ ही त वही मानव कलयणी

क1 भावन क अपन मान रखकर दय कर तथा) सथानA माamp बिकय जीन वला तभा समाथा) ही जी उस सथान माamp रहीन वला लाग जी क वला दसरA

क1 दय पर ही बिनभा)र ही उनक शिलाय दन क रप समाझ कर दन बिकय जीय अकसर कर क दन कर मा ही चला जीत ही इस त क

और अचछn तरक स समाझन क शिलाय भारत क परशिसदध धामा रमाTरमा धामा क1 ही त ला लादधिजीयवही धामा क वला आन वला तथा) यबितरीयA

क1 क प पर ही बिनभा)र हीअगर कई तथा) यतरी नही आय त वही क लाग भाgtखA मारन क1 कगर पर आजीयampलाखA लागA क वयवसय आन

वला तथा) यबितरीयA क रहीन खन तथा वही क1 परशिसदध वसतओ क चन हीलाबिकन दधिजीसक अनदर दधिदध क बिवकस ही वही वही पर नही

रहीत ही और अपन अनसर अपन औकत तथा बिवदया क ढात चला जीत हीडकटार कलामा सही भा वही क पद हीन वला माहीपरषA

माamp एक मान जीत हीउनहीन अपन बिवदया क परयग करन सख शिलाय और भारत जीस रषटर क सव|चच पद पर आसन भा ही गय जी बिक

उनक परिरवर वला आजी भा समादर स बिनकलान वला सप 0ख और अनय समान क वयपर करन क द अपन जीबिवक चला रही ही उनक

घार क पस माamp आजी भा झपड नमा न हय माकन उनक परिरवर क1 षदभिसथात क त रही ही इस परकर स दय क रप अपन बिवकस क

शिलाय अगर बिकय जीत ही और अपन अनसर ही बिकस गर क पलान क दिदमाग परयग माamp लाय जीत ही त वही दय सचच दय हीइस

दय क अनदर एक करणी और नत हीबिकस क शि0 क दन करनयही भा एक हत ड दन ही और दय क अनदर ही इसक1 औकत

ही ससर माamp दय क करणी चलान वला एन जी ओ आदिद क रप भा समाझ जी सकत ही जी ससथायamp अपन कमा करन क द लागA क

आग ढान क शिलाय अपन तन मान और धान स आग चलात ही व अपन नमा करत चला जीत ही लाबिकन लाभा माamp आन क द और उन

ससथाओ क1 दZलात अगर धान कमान क भाव मान क अनदर आय त वही दय क भाव स अलाग ही जीत ही उस भाव स अलाग जी परभाव

हीत ही वही अमिधाक धान कमान क1 लालास और उलटा सधा करणी नकर और सखययA क जीड ही रही जीत ही जी भा कमा लाभा क

करणी बिकय जीत ही व सभा कगजीA माamp त बिकय जीत ही लाबिकन धारतला पर क छ भा नही हआ हीत हीक छ ससथायamp इस भाव क और भा

अलाग अलाग तरक स धान कमान क शिलाय परयग मा लात हीजीस बिक एक धानवन क अपन सफ़ द धान क कला धान मा परिरवरतित4त करन ही

त वही पहीला इस परकर क1 ससथाओ क दन माamp माटाn रकमा ददग और द माamp उस ससथा स शिलाय जीन वला दन वपस लालागइस परकर

स जी टाकस आदिद माamp चत हीत ही वही ससथा क शिलाय न रहीत हीइस तरही स सरकर और जीनत क सथा धाख ही मान जी सकत ही

और इस परकर क1 ससथायamp जीही भा चलात ही उनक उददोशय मातरी दय क नमा पर गरख धानध करन ही मान जी सकत हीउनहीन अपन

पलानर नZकर पर रख हीत ही और उन पलानर और धान क लाख जीख तयर करन वला चटाuड एकउनटाampटा क1 दZलात व अपन कमा करत

रहीत ही इस परकर क1 दय स भा चन चबिहीयऔर जी भा कमा करन ही अगर हत ड रप माamp करन ही त अपन दवार ही बिकय जीय

और छटा रप माamp करन ही त भा अपन दवार ही बिकय जीय वही दय क दन सस उKमा मान जी सकत हीअगर शि0णी ससथाओ क

बिवकस करन ही त अपन नमा क कभा उपयग नही करन चबिहीयजीस बिक अकसर लाग अपन दद बिपत मात आदिद क नमा स ससथा

क खड कर दत ही और उस चलाकर नमा कमान क1 कशि00 करत ही यही ससर बिवशिचतरी ही यही एक परक बित क लाग नही हीकभा कई

सहीर लान क नमा पर आकर बिगडबिगडयग और सहीर मिमालान क द वही खद क 0र क1 भाबित नकर शिलाय गय दन क रद करन क

अलाव उस ससथा क भा गला दग दधिजीस भाव माamp बिकस क सवथा) आकर टाकर जीय उस भाव माamp बिकय जीन वला दन य दय कर ही

मान जी सकत ही जीस बिकस न अपन गनतवय क शिलाय रसत पgtछऔर तन क दला मा अगर कई धान क दत ही त वही दय य दन

क रप नही हीत ही दन क रप माamp बिकस क गनतबय क तय जीन वला रसत भा दन क ही रप ही जीत ही अकसर रजीन बिकस

क बिकस न बिकस परकर क1 समासय मिमाला जीत ही और वही समासय स सलाझन क रसत बिकस स पgtछत हीऔर तन वला उस सही

रसत त दत ही त वही समासय स छ टाकर परपत कर लात हीयही भा तय गय उपय और तय जीन वला वयशिG क शिलाय दन क ही

रप मान जीत ही आजी क यग मा अगर इस त क सधा सनत क शिलाय दख जीत ही त जी सनत दकषिणी क लाकर और अपन शि0य

नकर अगर जञोन क दन दत ही त वही दय क1 शरणी माamp नही आत ही वही एक माही और अपन क उचच दिदखन क अहीमा माamp 0मिमाला ही

जीत ही दिदय गय रसत और दिदय गय जञोन अगर दिदय जीन वला वयशिG क1 जीनपबिहीचन क1 समा माamp आजीत ही त भा दय और दन

क1 शरणी माamp नही आ सकत ही जीस एक पतरी अपन बिपत स क छ जीनन चहीत ही त बिपत क दवार तय गय उKर दय य दन क1 शरणी

माamp नही आयगयही अपनतव क1 भावन माamp आकर और माही क दवार जञोन क दिदय मान जीयग लाबिकन वही चच अगर रसत चलात बिकस

वयशिG स पgtछत ही और वही वयशिG उच चच क नही जीनत ही त वही दिदय गय जञोन और दय क भाव दन क1 शरणी माamp 0मिमाला ही

जीयग बिकस सडक पर जीन क शिलाय अगर द रसतA क च माamp एक सइन ड) क लाग दिदय गय ही और उस पर सही रसत पर जीन क

कथान शिलाख ही त वही ड) दधिजीसन लागवय ही उसक शिलाय दन क सधान मान जीयगलाबिकन अगर उस ड) क इस परकर क लागवय

गय ही बिक उसक अनदर पस डलाकर रसत क जञोन शिलाय जीय त वही कमान क सधान मान जीयग अकसर कई ससथायamp अपन अपन

अनसर लागA क1 शिचबिकतस क शिलाय अपन अपन अनसर क मप लागत ही वही पर सधारणी जीनत क शिलाय चविक4ग और दवइयA क बिवतरणी

बिन0लक बिकय जीत हीलाबिकन अगर उस ससथान अपन नमा क परचर जीर 0र स बिकय ही और अपन नमा क सथा डकटारA क नमा और

बिवतरिरत क1 जीन वला दवइयA क लाख जीख सक सनय ही त वही बिकय जीन वला सव क भाव नमा और अपन अहीमा परकटा करन

क तरक मान जीयगइस परबितसपधा) क रप भा दिदय जी सकत ही बिक अमाक ससथा न इतन धान इस शिचबिकतस क शिलाय खच) बिकय था

जी उस ससथा न इतन धान खच) बिकय ही यही त अकसर बिकय जीन वला भाडर क शिलाय भा मान जी सकत हीबिक अमाक आदमा न

अमाक सथान माamp इतन लागA क भाजीन करवययही त उस आदमा क शिलाय दन माamp नही सतिलक अहीमा क1 शरampणी मा 0मिमाला ही जीयगलाबिकन

वही आदमा अगर अपन क दिदखव स दर रखन क द भाजीन करवत ही त वही दन और दय क1 शरणी मा बिगन जीयग

दय धामा) क माgtला ही पला माgtला अकषिभामान

जीव जीनत और जीनवरA क अलाव मानय क शिलाय जी उKमा दन क1 और दय क करणी ही व द परकर क मान जीत हीएक सव|Kमा और

दसर अधामा अगर ससर माamp भाजीन और पन नही ही त ससर क दिटाक पन असमभव ही भाजीन और पन क मिमालान स कई भा जीव

जीनत और मानय बिवकटा स बिवकटा परिरषदभिसथाबित माamp दधिजीनद रही सकत ही इन दन क नही मिमालान स बिकतन ही धान दZलात और माय ही कई

नही दिटाक सकत ही दय क शिलाय सतरी और जीवA क सथा गय दय क1 हीमा0 पतरी ही इन करकA क रधवयन माamp रखकर बिकय जीन वला दन

और दय ड ही कमा क1 हीत ही भाजीन और पन क सधानA क दन बिकस भा ससथा क दवार बिकय जीत ही त वही दन सव)शरषठा शरणी

क मान जीत ही सतरी और गय क ऊपर क1 जीन वला दय हीमा0 पणय क दन वला हीत ही सतरी और गय क ही कयA दय क शिलाय

मान जीत ही त बिवदवाजीनA क समाझन चबिहीय बिक सतरी बिकतन ही बिनरक 0 ही उसक अनदर हीमा0 मामात क1 भावन रहीगसमाजी बिकतन

ही उसक सथा अनचर कर वही अपन भावकत क ला पर दधिजीनद रहीन क1 मात रखत हीजी भा कमा आत ही त क वला सनतन पलान

पषणी और अपन सवजीनA क1 र क शिलाय मान जीत ही एक डयन भा अपन चच क सभाला कर रखत ही इस कहीवत क अथा) तभा

मान जी सकत ही जी डयन क सथा भा मामातव क वयवहीर नकर रख जीय गय क दय क1 शरणी माamp परन समाय स क वला इसशिलाय ही

मान जी सकत ही बिक उस क छ भा खन क द लाबिकन वही दग दधा हीवही कभा अपन चच क पस बिकस अनहीन क त तक नही आन

दग जी तक उसक1 जीन रहीगदधिजीस जीव क अनदर इतन अपन चच क परबित दय ही और वही अपन दय क करणी अपन 0रर क भा

समापत करन क1 इचछ क रखउसक सथा Egt रत करन पgtर तरही स अमानषत क1 शरणी माamp आजीत ही सतरी क भागय समाझ कर और

उसक सथा भागA क सख लाकर माथान और पच माकर क परयग करन क द बिकतन ही उस परतकषिणीत बिकय जीयग वही हीमा0 अपन पबित

और परिरवर क शिलाय समारतिप4त रहीग समादधिजीक नधन हीA य 0रर क नधन वही अपन भावनतमाक आव0 माamp सभा क समापत कर सकत

ही लाबिकन इस कलायग क इन दन क सथा ही सस ड अनचर ही रही ही हीत मा आय भाgtकमप स ससर क अनदजी लाग लान चबिहीय

बिक इस द0 क माख वयपरिरक समनध अमारिरक स ही और यही पर ससर क सस अमिधाक एड क मारजी हीयही क बिनवशिसयA क माखय

खन गय क मास हीऔर यही रिरसत नमा क1 चजी समाझ माamp नही आत हीयही तक बिक भाई बिहीन क रिरसत भा अजी ही हीत हीमाथान

0र और मारकटा क करणी यही द0 गर द0A क1 शरणी माamp आत हीअकसमात भाgtकमप आय और एक लाख स अमिधाक वयशिGयA न एक

णी माamp ही अपन जीन गव दnयही तक बिक रषटरपबित क माहीला भा पत नही लाग बिक वही कही गय गय और सतरी क सस अमिधाक

परतणीन इस द0 माamp मिमालात ही यही तक बिक इस द0 माamp भाgtकमप आन क द लागA क1 जीन क1 र त करन दर यही पर सहीयत क शिलाय

जीन वला लागA क भा लाgtटा जीन लागजीस ही भाgtकमप आय दन क1 रशि0 इकटठो करन क शिलाय करडA ससथायamp एक दमा अपन अपन

अनसर समान आन लागयही क वला बिकय जीन वला पपA क करणी ही

गरहीA क 120 गणी

लागन अगर-

माष ही त आदमा क चच ही

वष ही त धान क1 मा0न ही

मिमाथान ही त टालाफ़न ही

कक) ही त भावन क1 पबिडय ही

सिस4ही ही त अहीमा भार हआ ही

कनय ही त कजी) दशमान मार स मिघार ही

तला ही त हीर त माamp फ़यद सचन वला ही

वकषिeक ही त भाgtत क सरदर ही

धान ही त प दद क1 त करन वला ही

माकर ही त चZस घाटा कमा ही कमा ही

क मभ ही त जीलदn रिरसत न सकत ही

मान ही त हीमा0 माZन रहीन वला ही

लागन स सgtय) अगर-

पहीला भाव मा ही त अहीमा भार ही

दसर भाव मा ही त चमाक क आग क छ दिदखई ही नही दत

तसर भाव मा ही त नतगर पहीला ही

चZथा भाव मा ही त रजीनबित वला सच ही

पचमा भाव मा ही त परिरवर मा ही रजीनबित करन वला ही

छY भाव मा ही त प क नZकर समाझत ही

सतव भाव मा ही जीवन सथा क गलामा ही

आYव भाव मा ही त चर दिदला क मारजी ही

नव भाव मा ही त धामा) स भा कमान वला ही

दसव भाव मा ही त सभा कमा नतगर स बिकय जीत ही

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 9: केतु

कर दत ही इसक अलाव भा मानय मानय क ही मारन और अमिधाक सखय माamp नही हीन क परबित उसक अनदर परक बित एक परकर क

दभा)वन रप जी दत हीजीस भाई भाई त आरमा स रही सकत ही लाबिकन उनक1 पतमितनय आपस माamp र भाव और दभा)वन स एक दसर

क सथा सथा नही रहीन दतअथाव उन दन क अनदर उन आवशयकतओ क पद कर दत ही बिक व हीर कर अलाग अलाग ही जीत ही

कई बिकस क धामा) स मार दत ही कई बिकस क समाजी स मार दत ही कई द0 क नमा स कई जीबित क नमा स कई रजीनबित क नमा स

यही परतय रप स मारक रप नही हीकर अपरतय रप स मारक 0शिGय सव) 0शिGमान मानय क अनदर भा परक बित न दn ही सहीयक क

रप माamp लागन क क त पच परकर स नकरतमाकत भारत हीऔर उस अनपत माamp लागन स सपतमा क रह खला जीगही क भारन क कमा

करत हीऔर सकरतमाक ला दत ही जीस लागन क क त तसर नजीर स तसर भाव क दखत ही और जीतक क अनदर अपन शिलाखन क1

कला क य शिचतरीकर क1 कला क दत ही कलामा और पपर दत ही कमपयgtटार दत ही क1 ड) क दत ही त सपतमा क रह शिचतरीकर क

करन क शिलाय दिदमाग क पद करत ही कमपयgtटार क अनदर सफ़टावयर क रप माamp दिदमाग क दत हीतसर भाव अपन क परदरथि04त करन क

भा हीउसक शिलाय लागन क क त अपन छटा भाई बिहीनA क अनदर नकरतमाकत क भारत ही त सपतमा क रह उन छटा भाई बिहीन क

अनदर उनस पचमा सथान माamp Y कर अचनक बिवदया वला यग पद कर दत ही और व अचछn बिवदया क परपत करन क द दिदमागदर न

जीत ही लागन क क त घार स हीर रहीन क ला दत ही त सपतमा क रह हीर रहीन क शिलाय वही क रबित रिरवजी और खनपन तथा

अलाव समनधA क परबित अपन ला दत हीदधिजीसस वयशिG क हीर रहीन क शिलाय कई पर0न नही ही सक लागन क क त अपन पचमा

दिदरमिषटस सनतन भाव क दखत ही और उस खला रखन क1 कशि00 करत हीलाबिकन सपतमा क रह अपन गयरहीवamp सथान क एक ऐस

सकरतमाक पतरी द दत ही जी अनय सZ माamp अपन नमा कमाकर चलान वला ही और पgtर परिरवर क अलाव अनय लागA क शिलाय भा अपन ला

दन क शिलाय मान जीय लागन क क त धान स परEमा स घार स और शि0 स दर करन क1 कशि00 करत ही और जीवन सथा क भा

वचला य झgtY लान क1 आदत दत ही0दn क द जीतक क समादधिजीक जीवन असतवयसत ही जीत हीबिकतन ही माहीनत क1 जीव वही

कर स सबित हीत हीअचनक बिकस न बिकस मामाला माamp खच) हीन जीरर पय जीत ही जीतक क जीवन सथा क1 उगशिलाओ पर

नचन जीरर पडत हीकरणी अकसमात बिनणी)य लान क1 आदत स वही बिकस लायक नही रहीत ही दधिजीतन ला जीवन सथा क दवार द दिदय

जीत हीयन दधिजीतन च भार दn जीत ही उतन ही चलान क शिलाय रजी हीन पडत ही

लागन क क त और अनय गरहीA स समनध

क त क दवार नई गई खला जीगही क मानय आजीवन उस भारन क शिलाय परयतन0ला रहीत हीक त क हीला गगर माamp सगर क पद करन

जीस हीत हीदधिजीतन यही असरकर हीत ही उतन ही मानय परयतन 0ला रहीन क शिलाय माजीgtर हीत ही मान पहीला भा कही ही बिक ससर क1

हीर वसत और जीव क अनदर रह क त क समाव0 हीजीस लाकड क1 सर क ही ला लादधिजीयसर क त ही और उस जीन वला और

उसक छद रह हीकपड क1 टान क त हीयही गचर स दधिजीस भाव माamp आत ही उस भाव क1 करक वसतओ माamp रकवटा पद कर दत हीक त

क कमा मा क परदन करन हीत हीकय) स क त क कई मातला त तक नही हीत ही जी तक बिक रह अपन आद0 नही द लागन क

क त अगर 0बिन स 0शिसत ही त वही वकलात क गणी पद कर दत ही0बिन क त ही दजीt क1 औकत दत हीलागन क क त मारक टिटा4ग करन

वला वयशिG न जीत ही0बिन स पतथार लाही नZकर परपटा आदिद क कमा करन लागत हीसgtय) स सरकर नZकर नकर कमा करन लागत

ही और सरकर कमाA क अनदर सरकर आद0A क परबिषत करन और सरकर आद0A क ननचनव आदिद लाडकर जीनत क अनदर

बिवजीय नन और बिyenर जीस सरकर अपन कनgtन और करणीA स अपन कय) करवय उनही करन 0E क सथा क त क समाजीसय भा नही

Y पत ही य त जीतक क दिदला अपन क परदरथि04त करन क हीत हीय बिफ़र जीतक क तय गय ढाग स कय) करन हीत हीजीतक

कय) उस परकर स करत ही जीस कई कय) पर परगरमा बिकय गय ही कYपतला इसक माखय उदहीरणी हीउसक अगA क बिहीलान वला

कई औरगन वला कई और भावन क समाझन वला कई और हीत ही इस क सथा अगर गर क त क लालात ही त गर जी समनधA

क करक हीत ही यही क त समनधA क करवन क कय) करत हीजीस बिक 0दn बिववही करवनबिकस परकर स जी पहीला स बिनदuशि0त

कनgtन ही और उनही कनgtनA क अनसर ही वयशिG क सजी दन य सजी स र करन क कमा भा गर क त करत हीहत ही धारमिमा4क हीन स

जीतक क रधवयन समामिधा क1 तरफ़ मान चला जीत ही और वही अपन क पgtणी) रप स भागवन य परक बित क ऊपर छड दत ही जीस परक बित

उसस करवत ही वही करत रहीत ही इकक क घाड क1 तरही भा मान जी सकत हीउस लागमा नमा क रह क अनसर चलान पडत ही

अपन माजीt स कही भा नही जी सकत ही खत माamp न वला जी क1 तरही स मान जी सकत ही जी तक उस य नही जीयग और रह

नमा क1 परक बित क1 0शिG नही दn जीयग वही अपन आप जीमाग नही पgtजी माamp जीय जीन वला 0ख मान जी सकत ही जी तक उस

जीय नही जीयग रह नमाक1 फ़gt क उसक अनदर नही मार जीयग वही आवजी बिनकलाग ही नही

क त क सला य द)ला क त क1 भावन ही करत ही

इस क उदहीरणी हीमा आजी क न टार इनवटा)र स ला सकत हीइसक कमा बिजीला क इकटठो करन क द अपन पस रखन हीत हीजीस

ही बिजीला चला जीत ही वही बिजीला क अपन पस स सपलाई करन 0र कर दत हीकमा य अमिधाक बिजीला क दन क शिलाय टार जी बिक

एक क त क ही रप हीक1 सरजी ढान स वलटाजी ढाय जी सकत हीऔर परलाला लागन स उसक1 0शिG यन वटाजी ढाय जी सकत

हीकई क त एक सथा मिमालाकर कमा माamp लान स 0शिG क परद0)न सही रप स बिकय जी सकत ही लाबिकन तदत स अमिधाक क त क सहीयक

हीन भा समाय क द दखदय ही सकत ही जीस एक ही बिवषय क पढान और उस बिवषय स समतमिनधत बिववरणी अगर भाबिवय माamp दला

जीत ही य नय कई आबिवकर ही जीत ही त वही कर ही सबित हीजीयगजीस बिक पहीला टालाफ़न क1 मानयत खgt थालाबिकन

माइला क आत ही उसक नन वला चन वला और चलान वला सभा कर ही गय क त क खर हीन स 0रर क अगA स पत चला

जीत हीजीस बिक हीथा सनन ही गय और कमा नही कर रही ही इसक मातला ही बिक क त खर नही हआ ही हीथा क 0शिG दन वला रह क

खर हीन मान जीयगआख स कमा दिदखई दन 0र ही गय ही त वही भा रह क दखन पडग सधा स क त क नही दखampगक त क त

तभा खर मान जीयग जी हीथा य आख बिलाक ला ही खतमा ही गय ही दधिजीस परकर स गड क1 पटरोला खतमा हीन स वही सडक पर खड

ही जीत हीउस परकर स लागन क क त बिकस न बिकस परकर स 0रर क अनदर स रह क1 0शिG समापत हीन पर कर ही जीत ही0रर

क अनदर रह क सथान अदरशय 0शिG क रप माamp जीन जीत ही और रह मासतिसतक माamp बिनवस करत हीमासतिसतक स सचन समाझन क1 0शिG

क कर हीन भा क त क रद करन क शिलाय माखय मान जीयग पन क अनदर स सयही क खतमा हीन स रह और क त क र माamp नही

सचन पडगसयही क करक गरही क सचन पडग बिक उसक अनय करक गरही भा सथा द रही ही बिक नही

लागन क क त और उसस समतमिनधत रिरसतदर

क त क समनध 0बिन स हीन पर जी भा रिरसतदर हीत हीव स कमा धानध स समनध रखत ही यही समनध चबिहीय Yक दर स जीड ही य बिफ़र

बिकस पटा क पस करन स अथाव दकन माamp कमा करन वला हीलपर क रप माamp हीसgtय) स समनध हीन पर ड भाई क1 सनतन स भा मान

जीत ही भातजी क रप माamp भा मान जी सकत ही अथाव वही बिपत क सला यन मामा स भा मान जी सकत हीअथाव बिपत क दवार रख

गय नZकर भा मान जीत ही इसक अलाव चनदरमा स समनध हीन स मात खनदन स समतमिनधत रिरसतदर मान जीत हीनन क र माamp भा

यही क त अपन समाथा)न वयG करत ही मागला क सथा हीन स चच य मामा य खgtन क रिरसतदरA स भा मान जीत ही ड भाई य छटा

भाई क सला स भा समनध मान जीत हीधा क सथा हीन स भानजी क रप माamp भा मान जीत हीऔर अगर धा क सथा रह तजी ही त वही

बिहीन क पबित क रप माamp भा मान जीत ही गर क सथा हीन स वही बिकस धारमिमा4क वयशिG क चला भा मान जी सकत ही अथाव बिकस

परकर स अपबिहीजी हीन क1 द0 माamp सथा दन वला घार य हीर क वयशिG भा मान जीत ही0रर क अगA क र माamp अगर गर और क त

बिकस खर गरही स समतमिनधत ही त यही बिकस परकर स समतमिनधत अग क रद करन क शिलाय भा मान जीत ही 0E क सथा क त क

हीन स यही पतन क हीलपर क रप माamp परसतत करत ही अथाव बिकस करणी स पतन क हीलपर नकर ही रहीन पडत ही पतन क हीलपर न

कर रहीन स वही अपन बिवचरA और कय| क अपन अनसर वयG नही कर सकत ही वही क वला अपन पतन य पबित क1 आजञो पर अपन

0रर और मान क बिगरव जीस रख दत ही

RAHU

Rahu is personified as a diplomat and a shadowy planet and a legendary deceptor when

disposed beneficially Indicates diplomatic jobs jobs requiring manipulations with facts deals

in poisons and drugs It signifies cheats pleasure seekers insincere and immoral acts etc

It is phlegmatic in nature and gives malignant growth When afflicting causes malignant

growth disease of phlegm intestines boils skin ulcers spleen worms high blood pressure

etc It gives smoky and unpleasant appearance due to habits of overeating resulting in foul

smells and unclean body and nails

KETU

It is dry and fiery in nature Its affliction causes wounds inflammations fevers intestinal

disorders aberrations low blood pressure deafness defective speech and gives emaciated

body with prominent veins It is personified as a saint and inclines a person more towards

mystic science and spiritual pursuits

क त दसर भाव माamp अपन फ़लाA क धान और भाZबितक सधानA क रप माamp अभाव दन क कमा करत हीऔर इस अभाव क पgtर करन क शिलाय

रह अषटमा सथान जी माZत क सथान ला जीत ही स पgtर करत ही इस भाव क क त क टाम क नमा स भा जीन जीत ही और परिरवर क

आग चलान क शिलाय मामा भानजी य सला क रप माamp आकर परिरवर क1 पgtरतित4 क दन वला हीत हीगचर स यही परिरवर जीनA क हीर

रखन वला और जीनमा क डला स परिरवर जीनA क समापत करन य दरसथा भाजीन वला मान जीत ही इस भाव क क त वला जीतक क

अकसर एक भाई और हीत ही और वही वकषिeक रशि0 क य वकषिeक लागन माamp पद हीत हीघार क शिलाय वही अपन दवार अपन बिEयओ स एक

तरही स रद करन वला ही मान जीत हीघार क अनदर सतरी जीतकA क अभाव ही जीत हीमात क भा ड मार हीत ही अकसर

मात क परबित यही क त मागला वला असर पद करत हीनकषिभा स नच क1 मारिरय आदिद हीत हीअकसर मात क शिलाय सजी)न क1 छ र हीमा0

इनतजीर ही बिकय करत ही

क त क सवभाव हत ही हीYkला हीत ही दसर भाव माamp

दसर भाव क क त अपन आदतA क क छ इस परकर क न लात ही बिक उस हीर कमा क करन क1 हीY पद ही जीत हीबिकस भा वसत क

लान ही त वही उस वसत क लान क शिलाय अपन सभा परयसA क करन स नही चgtकत हीऔर उस वसत क जी तक परपत नही कर लात ही

त तक उस चन ही नही आत ही यही हीला भाजीन क मामाला माamp भा दख जीत हीउस खन स अमिधाक चखन क1 आदत हीत हीअकसर इस

भाव क जीतक क1 जीभा अपन हीAY क चटा करत ही उसक समान क चर दत नक1ला हीत ही और दतA क1 नवटा एक जीस नही हीत

ही कई भा कमा करत वG जीतक क आलास जीरर आत ही

धा

प(तमलयमबारधर करणि01करसमदयदवित

खडगचमगपणि0 सिस1हसथो वर बाध

धा एक सZमय गरही ही सgtय) चनदर मागला एव अनय गरहीA क1 भाबित धा क बिवषय माamp भा अनक पZरकषिणीक आखयन मिमालात ही

धा क1 उतपकषिK क सधा माamp एक रचक कथा मिमालात ही कही जीत ही बिक अबितरी पतरी चदरमा दव गर हीसपबित क शि0य था बिवदया अरधवययन क1

समानतिपत क पeत जी उसन गर क दकषिणी दन चही त उनहीन स उसस कही बिक वही दकषिणी गर पतन तर क द कर आय

चनदरमा जी गर पतन क अपन दकषिणी दन गय त गर पतन क रप दखकर वही तर पर आ0G ही गय और उस ला जीन क1 हीY

करन लागगर पतन न उस खgt समाझय पर वही न मान जी हीसपबित क यही त मालामा हय त उस शि0य जीन उनहीन भा उस हत

समाझयपर चनदरमा न अपन दरगरही नही छड अतत वही यदध क शिलाय ततपर हय और गर क यदध माamp हीर दिदय दवतओ न भा चनदरमा

क समाझयलाबिकन वही अपन हीY पर अड रही जी शि0वजी क चनदरमा क अनचर क पत चला त व Eमिधात ही उY और चनदरमा क

दड दन क शिलाय चला पड चनदरमा बिफ़र भा नही मान उसन नतरीA दतयA असरA क सथा सथा 0बिनeर और मागला क सहीयग स शि0व स यदध

करन क बिनणी)य बिकय अ घार यदध 0र ही गय तनA लाग भायभात ही उY अतत बराहम न हीसतप क बिनणी)य शिलाय इस र चनदरमा

झक गय और उसन गर पतन तर क लाZटा दिदय

एक वष) द तर न एक कनतिनतवन पतरी क जीनमा दिदयउसक बिपत चनदरमा ही था चनदरमा न उस पतरी क गरहीणी बिकय और उसक नमा धा

रख गय

धा क बिवषय माamp और भा अनक आखयन मिमालात ही बिवद0 पZरकषिणीक आखयनA माamp धा क समनध माamp अनक कथायamp मिमालात हीयgtरपय जीन

इस मारकर क नमा स जीनत ही पर इसक1 धात हीजी चनदरमा क परभाव स हीन वला और 0बिन मागला क परभाव स Yस तथा गर क

परभाव स भार मान जीत ही

खगलाय बिवजञोन मा धा

धा सgtय) क सस बिनकटा रहीन वला गरही ही उसक वयस तन हीजीर माला हीतथा सgtय) स उसक1 मारधवयमा दर तन करड सY लाख माला ही

यही सKइस माला परबित सकamp ड क1 गबित स अटठोस दिदन माamp सgtय) क1 एक परिरEमा करत ही पथव स दखन पर यही सgtय) स सKइस अ0 स

अमिधाक दर पर नही हीत ही

जयबितष 0सतरी माamp धा

जयबितष 0सतरी माamp धा क रपवन माY लान वला और सपषट लान वला तथा हीर रग क तय गय ही इस कलापरष क1 वणी क1

उपमिधा दn गय ही सभा गरहीA माamp धा क यवरजी क पद मिमाला ही धा क दवार पबिडतई वला कमा वणी क1 0शिG कलाकर गकषिणीत बिवदया माamp

चतरत शिलाखन आदिद क बिवचर बिकय जीत ही यही तवच परधान गरही हीधा क क डला माamp अचछ हीन स जीतक क1 तवच अचछn हीत हीऔर

धा क खर सथान माamp Yन य बिकस पप गरही क दवार पपEत हीन जीतक क तवच वला रग हीत हीयदिद जीनमा क डला माamp धा खर

ही त अपन द0 अनतद)0 माamp वय कफ़ बिपK स उतपनन तन परकर क रग दत हीयही 0रर क तबितरीक ततरी यन नव)स शिससटामा क अमिधाकर

ही यदिद धा पबिडत हीत ही त वयशिG क अनदर क1 सचन समाझन और माहीसgtस करन क1 0शिG कमाजीर हीत हीजीस ख0gt दgt क पत

नही चलानतवच क सनन ही जीनचटा लागन य बिकस क1ड क कटान क पत नही चलानतवच माamp कभा कभा कला रग क चकK पड

जीन और अपन आप ही समापत ही जीन आदिद त भा दखन क मिमालात ही 0रर माamp धा क आमिधापतय छत और जीओ क आग क

भाग क भा माशिलाक नय गय हीदधिजीस जीतक क1 क णडला माamp धा चनदर क1 यबित हीत ही वही माजीबिकय सवभाव क हीत हीअकसर इस

परकर क जीतक दसरA क बिकस न बिकस परकर स नकसन पहचन माamp अपन आननद क ढान जीनत ही धा क खर हीन पर 0E क

सहीर लान पडत हीधा रह क दष स दर हीत हीवयपर करन इसक1 माखय पबिहीचन मान जीत हीवयपर माamp भा उन कमा स दधिजीनक

अनदर तA स कमाय जीत ही

जी जीतक पgtव) जीनमा माamp न बिकय जीन वला कमाA क करत हीदसरA क पर0न करन माamp दधिजीनक आननद आत हीतA क1 चलाक1 स लागA

क लाgtटा हीत हीतA क शिलाखकर कही कर लागA क पर0न य गमारही बिकय हीत हीइस परकर क जीतकA क माखय दख दमपतय जीवन

क हीत ही उनक1 0दिदय सही समाय पर नही हीत हीहीत भा ही त समनधA क सख नही हीत हीपबित य पतन बिकस भा परकर स सही

त नही करत ही घार क अनदर सभा सदसय तA क1 लाडई माamp मा0gtगला ही जीत हीबिकसन कय कही ही क परबित अकसर कर क1 हीस हीत

हीपबित पतन माamp मानमाटाव कलाही और अगर समनध नत भा ही त समनध बिवचछद भा करवन माamp धा क हत ड माहीतव हीत ही धा

अकसर वयपर माamp अपन गबित परदन करत ही दधिजीन जीतकA न अपन जीवन माamp अचछ कमा) बिकय हीत ही त वही वयपर माamp कफ़1 ढाKर

करत हीऔर र कमा क परभाव क करणी चलात हआ वयपर अकसमात ही नच जीन लागत ही और घार क अनदर भा कला0 हीन क करणी

सधानA माamp कमा हीत जीत ही दधिदधमान हीन पर भा कई त नही नत हीऔर वही अपन चतय) क भा रद करत रहीत ही अचछ

धा अचछ वयपर नत हीधान और धानय स पgtणी) करगजीवन पgtर आननद माamp तग आदिद तamp भा समाझ माamp आत ही धावर धा क

मिधान हीपनन इसक रतन हीदधिजीसक धारणी करन स यही लाभाकर हीत हीपतला इसक1 धात हीऔर अनन माamp हीर माgtग इसक अनजी ही धा क

नतरीA माamp अशलष जयषठा एव रवत हीधा क1 रशि0य मिमाथान और कनय ही दधिजीसमा मिमाथान सकरतमाक और कनय नकरतमाक रशि0 हीत ही

लाबिकन कनय रशि0 माamp यही जीतक क माYk वणी लान वला और समाजी माamp अपन क मिमालाकर चलान वला मान जीत हीपनदरही अ0 माamp

यही परमा उचच क हीत ही और मान रशि0 माamp यही पनदरही अ0 माamp परमा नच क हीत ही

अक0सतरी माamp धा

अक बिवदया माamp पच क अक धा क अक ही और दधिजीसक जीनमा 51423 तरख माamp हआ हीत ही उसक शिलाय धा क परभाव जीवन माamp

माहीतवपgtणी) मान जीत ही इन अकA स समतमिनधत जीतक अमिधाकतर जीलदजी हीत हीबिकस भा त क बिनणी)य लान माamp दर नही करत हीऔर

अकसर इनक दिदमाग खजी हीत हीइस करणी स नय नय तA क1 खजी क करन क द यही जीलदn स धान कमान क परबित अपन

दिदमाग चलात रहीत ही इनक दिदमाग ड स ड वयपर चलान माamp भा नही घाडत ही और उसक मातला चही लाभा स ही य हीबिन स इनही

मातला नही हीत हीलाबिकन धा क अचछ परभाव क करणी इनक वयपर अकसर सफ़ला ही हीत ही अकसर वयपर क कमाA क तनव क

हीन क जीgtद भा यही अपन कमा क आरमा स सभाला ला जीत ही धावर और 0Eवर इनक शिलाय अचछ दिदन हीत हीधा परधान

जीतकA क सवभाव 0माtला और लाचला हीत हीइन अदओ क करणी स भा यही अनय लागA क दिदला जीत लात ही इन जीतकA क धा क

रतन पनन पबिहीनन स भा आरमा मिमालात हीऔर गय क हीर घास खिखलान स भा इनक जीलदn आरमा मिमालान लागत हीधा क जी मातरीA क

जीप भा इनक शिलाय लाभाकर हीत ही धा क1 क प स जीतक क पस अथाही समपकषिK आन लागत ही और समाजी सथान माamp आदणीtय भा ही

जीत ही

धा परधान वयशिG दधिदधमान हीत ही इनक शिलाय ससर क जञोन स ढाकर और कई खजीन इनक पस नही हीत हीबिकस भा करणी क 0धा

करन क द यही प एच ड जीस उपमिधाय आरमा स लालात ही यही सगत बिपरय भा हीत हीवकपटात क परभाव इनक पस हीत

ही0शिG0ला बिवचरवन सZनदय) क पजीर भावन परधान बिवदयावन और दधिदधजीव हीत हीशिलाखन क1 कला इनक1 अचछn हीत ही और अर

नन क1 कला इनक पस अदभात हीत हीहीर कमा क सच समाझ कर ही करत हीखला सथान इनही अमिधाक पसद हीत हीखच) करन क

अनदर इस परकर क जीतक क जीgtस भा हीत हीदधिदध परधानत वला कमा जीस जयबितष डकटार वक1ला दलाला वयपर लाखक gtगर वला

कमा और अथा)0सतरी माamp बिनपणीत वला कमा इनही अचछ लात ही

इस अक वला जीतकA क1 क छ कमिमाय भा हीत हीजी उनक1 परगबित माamp रकवटा पद करत हीजीस आलास आन जीलदn गसस हीन अकरणी

ही गसस करन लाग जीन शिचनत वला तamp और अपन य परय वयशिG क 0क माamp डलान वला कमा करनअमिधाक तamp करन आदिद मान

जीत ही असफ़लात क बिवचर स भाय हीन 0क करन आदिद भा दख पद करन वला करणी हीत हीदधिदध क कय) करत रहीन स भा इनक

0रर कमाजीर हीत जीत ही और 0रर क कमाजीर हीन स फ़ फ़ड वला रग जीकमा लाग रहीन टाn आदिद जीस रग पद ही जीन एलाजीt

वला रग हीत जीन भा मान जीत ही जीवन सथा क अपन अनरप नन क करणी भा इस अक क जीतकA क शिलाय दखदय हीत

हीअकसर इस अक क जीतकA क जीवन सथा चप ही रहीत ही और बिन दधिदध क कमा करन क करणी घार और परिरवर माamp अ0बित क करणी

भा नत ही खन पन और लान पर बिनयतरीणी नही हीन क करणी इस अक क जीतक बिन करणी क ही दशमान य मार भा पला लात

ही

क डला माamp रही भावA माamp धा

रही भावA मा धा क1 षदभिसथाबित क परमाख रप स समाझन क शिलाय परतयक भाव क धा क रप अलाग अलाग हीत हीयही पर जी रप धा क

परदरथि04त बिकय गय ही व क वला धा क1 उचच षदभिसथाबित क समाझ कर ही बिकय गय ही जीरर नही ही बिक आपक धा क रप भा इस तरही स

हीअगर आपक1 क नडला माamp धा पर बिकस अनय गरही क1 र नजीर ही त उसक परभाव भा र ही सकत ही जीस रह क परभाव पडन पर

अचछn वणी हीन पर भा आपक1 वणी क गरहीणी लाग गय हीगला माamp इनफ़ कसन क दवार आदिद समाझन चबिहीय

परथामा भाव माamp धा

पला आभा शिलाय चहीर हीत हीलाम उमरो क माशिलाक हीत हीगकषिणीत और गणीन करन वला बिवषयA माamp परवणीत हीत हीमाजीबिकय सवभाव

हीत ही यन हीर त क माजीबिकय लाहीजी माamp कहीनधामा) क कय माamp रशिच हीत ही

दसर भाव माamp धा

अचछ कय) करन माamp रशिच हीत हीबिहीममात हत हीत हीदधिदध स तजी हीत हीमाहीनत भा खgt करत हीवक1ला य नत जीस गणी हीत ही त

क1 त माamp धान हीत हीदलाला और 0यर जीर वला कमा माamp रशिच हीत ही

तसर भाव माamp धा

लाखन क पकक हीत हीकमपयgtटार और इस परकर क यतरीA क सचशिलात करन क1 मात हीत हीसफ़टावयर आदिद नन माamp बिनपणीत हीत

हीशिचतरीकर और कबिवत करन माamp रशिच हीत हीबिवषयA माamp आ0शिG हीत हीसदगणी भा भार हीत हीमाटा 0रर हीत हीगलामाटाला आक बित

हीत हीबिहीन अमिधाक और भाई कमा हीत हीबिपत क धान कर ही जीत ही

चZथा भाव माamp धा

भागयवन हीत हीदन करन माamp बिनपणी हीत हीदन दन माamp क पतरी और सपतरी क समाझन क1 बिहीममात हीत हीशिलाखन क1 कला हीत

हीनबितयA पर चलान क आदn हीत हीदधिदधवन हीत ही

पचमा भाव माamp धा

जीनमा स सवथा) जीवन माamp भार हीत हीअपन कमा बिनकलान माamp चतरत हीत हीकमा बिनकलान क द भाgtलान क1 आदत हीत हीसनतन क

अभाव हीत हीक वला धान क1 चहीत हीत हीजीमान कमा क करन और जीमान आदिद क परबित मानशिसकत न रहीत ही

छY भाव माamp धा

कला0 करन अचछ लागत हीलाबिकन वणी माamp मिमाYस हीत हीआलास 0रर हीत हीअकषिभामान क1 मातरी भार हीत हीपरिरशरमा और

कमाकत क समाव0 मिमालात ही दसरA क1 सव करन अचछ लागत ही

सपतमा भाव माamp धा

पबित य पतन क शिलाय सखदयक हीत हीकनतिनतवन 0रर हीत हीतAद बिनकला जीत हीसनदर और क लान परक बित हीत हीसमपदन करन क1

मात हीत हीउदर परक बित हीत ही

अषटमा भाव माamp धा

लाम उमरो हीत हीसनदर पतन य पबित हीत हीत क भारस नही हीत हीखत क कय) माamp बिनपणीत हीत हीजीस गवन आदिदनयय

करन क अनदर ईमान क समाव0 हीत हीवयपर स लाभा क वला दलाला वला कमाA माamp हीत ही

नवमा भाव माamp धा

दधिदधमान हीत हीतथा)टान करन क1 कमान हीत हीअपन समाजी माamp त रखन वला हीत ही कबिव गन बिवदया माamp बिडगर य बिडपलामा हीत

हीनयय यतरी करवन वला कय क मानस रहीत ही बिवद0 लागA और अगरजी माamp अचछ जञोन हीत ही

दसमा भाव माamp धा

रजी यग क करणी नत हीअलपय हीन भा मान जीत हीमात क1 बिहीन स सवभाव मिमालात जीलात हीबिपत क परबित वफ़दर नही हीत

हीखद क कमाA क खद क परयसA स ही खतमा करन क1 भावन न जीत ही

गयरहीवamp भाव माamp धा

लाभा माamp अपर समपकषिK क1 कमान हीत ही बिपत क1 जीयदद मिमालात हीछटा भाई बिहीन स सनही हीत हीमात क शिलाय कषटकर हीत

हीशि0 और मानरजीन माamp अमिधाक रधवयन रहीत ही

रहीवamp भाव माamp धा

बिवदवान धामा)तमा सवभाव हीत हीबिकस भा भाष क पकडन क1 मात हीत हीदवय जञोन क1 जीनकर हीत हीसमाजी माamp गणी मान जीत

ही0सतरी क अचछ जञोन हीत ही आलास 0रर हीत ही

धा समनध अनय बिववरणी

धा गरही स समतमिनधत रगउनक 0मान हीत धारणी करन क1 बिवमिधा गरही 0नतिनत क शिलाय दन तथा धा गरही स समतमिनधत वयपर और नZकर

आदिद क बिववरणी इस परकर स ही-

दन

धा क क परभाव माamp दिदय जीन वला दन आशलष जयषठा और रवत नतरीA माamp सवय क जीन क रर हीर माgtग हीर वसतरी फ़ला हीर मिमाYई कस

पतला हीथादत पनन सवणी) कपgtर 0र षटारस भाजीन घा फ़gt ला आदिद दन माamp दिदय जीत हीदन शरदध पgtव)क दकषिणी सबिहीत बराहमणी क सकलप

पgtव)क धा गरही क नतरी कला माamp करन चबिहीय

वयपर

कसदकर शिसलाई मा0न क वयपर वनसपबित घा क वयपर कड खन क वयपर परचन वसतओ क सगरही करन क द चन क

कय) खला और खला आदिद क समान क वयपर करन Ykक मान जीत ही

नZकर

मातरीपद बिवधायक पद परततव बिवभाग क पद लाइबरार क कमा 0टा)हीampड टाइविप4ग क कमाampक क कमा एकउनटाampस क कमा इनकमा टाकस क1

नZकर डकतर बिवभाग माamp कमा जयबितष क कमा हीसतरख और 0यर जीर क कमा करन चबिहीय

जीव जीनत और मानय पड पZधाA फ़लाA आदिद सभा माamp करampटा हीत हीनयgtनतमा य अमिधाकतमा पड पZधा और जीव जीनत क1 उमरो क अनसर मान

जीत हीयही करनटा मिमाला एमपयर क1 नप माamp हीत ही0रर क1 गबितपड पZधाA क अनदर हीन वला गबित जी हीव य धाgtप क1 अमिधाकत स

हीत हीबिवदयात उतपदन क शिलाय मान जीत ही भाजीन करन पर 0रर माamp आलास आन इस त क दयातक ही बिक 0रर माamp नन वला ऊजी)

क बिवकस नय शिसर स चलाgt ही रही ही 0रर क अनदर नन वला बिवदयात क परयग 0रर बिकन बिकन कमाA माamp करत ही उसक शिलाय हीमाamp गहीन

अरधवययन क1 तरफ़ जीन पडग 0रर माamp खन क दवार ऊजी) क1 पgtरतित4 हीत ही0रर क दवार जी भा खदया पदथा) परयग माamp लाय जीत ही व

सभा जीमान स उतपदिदत हीत हीय समादर क पन स उतपदिदत हीत हीउनही उतपदनA क 0रर आरमा स हीजीमा कर सकत ही जी एक र

धारत पर उतपदिदत ही चक हीइस परकर क भाजीन स 0रर क अनदर जी ऊजी) नत ही उस ही य इलाषदभिकटरोक क1 सजञो दn जीत ही 0रर

अपन तबितरीक ततरी क सgtचन दन क1 बिEय माamp इस बिवदयात ऊजी) क परयग माamp लात ही0रर क अलाव भा यही हीर क1 दबिनय माamp भा अपन

सद0A क भाजीन और सद0A क परपत करन क शिलाय परयग माamp लात ही कही भा 0रर माamp चटाn कटात ही त तबितरीक ततरी क सद0 दन वला

0रर माamp फ़ ला तबितरीक ततरी वबिहीबिनय चटाn क कटा क अहीसस सधा मासतिसतक क पछ माडलाआलामागटा नमाक सथान क पहचत हीऔर

दिदमाग स तरत उस कटा जीन क सथान क सरकषित करन क शिलाय य हय सहीयत क शिलाय हीथा परA क दिदमाग स आद0 दिदय जीत ही

और हीथा पर मिमाला सकamp डA मा मिमाला उस आद0 क पलान अपन गबित क अनसर करत ही अगर कई चटाn क1 जीगही पर बिचछgt य अनय

जीहीरला जीव कटात ही त अपन हीथा परA क1 सहीयत क अलाव हीर क1 सहीयत क शिलाय दिदमाग आवजी और 0रर क गबित भा परदन

करत हीजीस कई र) कटात ही और वही पर अनय र क कटान क1 आ0क ही त 0रर क अनदर भागन क1 0शिG भा अचनक ही पद ही

जीत हीदिदमाग अपन इस बिवदयात 0शिG क परयग सरकषित हय सथान क खजीन क शिलाय भा परयग करत ही सथा ही कटा जीन वला सथान

क सgtजीन आदिद दकर बिवष क आग ढान स रकन क उपय भा करत ही चखन क शिलाय आवजी भा दत हीऔर चख क अनदर उस

आवजी क भा परकटा करन क1 0शिG और ड पवर दत ही दधिजीसस आसपस क माहीZला भा जी भा पस माamp रहीन वला लाग हीचही व

अनजीन ही य जीन पबिहीचन वला सभा क रधवयन अपन ओर बिकस भाय स दखन क शिलाय और उस भाय क1 चख क1 आवजी क सनकर

अपन अपन सर क सथा उनक अनदर भा बिहीममात क परदन करन क शिलाय 0शिG समपनन ऊजी) अपन कमा करन लागत हीइसस अगर

भाय कई सव)जीबिनक ही त सभा अपन अपन सर क दखकर सहीयत क शिलाय भागन लागत ही अगर पड 0रर क1 0शिG स अमिधाक

हीत ही त 0रर क हीस करन क द तबितरीक ततरी अपन गबित क अनसर 0रर क1 0शिG क इकटठो करन और जीमा लावन ततवA क1

पgtरतित4 क शिलाय बिकय जीन वला उपयA क सथा 0रर क नकसन पहचन वला करकA क बिनदन करत ही इस बिनदन माamp जी करक

माहीतवपgtणी) हीत ही उनक अनदर आसपस रहीन वला लाग य दरसथा रहीन वला लागA क भा यही तबितरीक ततरी सgtचनयamp पहचन क कमा करत

ही आसपस रहीन वला लागA क अनदर त पड क1 खर करन क शिलाय अपन आसपस क करकA क 0रर क1 ऊजी) अपन कय) करत

हीऔर जी हीर और दरसथा लाग हीत ही उनक शिलाय समतमिनधत 0रर क अगA क फ़डकन क कय) करत हीउनक अनदर अकसमात ही

बिवचरधार क अनदर दलाव क कय) करत हीअगर कषट भागन वला वयशिG बिकस क पतरी ही त मात कपबित ही त पतन कबिपत ही त

पतरी क और अनय समनध ही तथा उस समनध स अमिधाक लागव ही त उस समनध क अपन अपन अग क फ़डक कर सgtचन दन क

कमा यही ऊजी) करत ही यही नही इस ऊजी) क कमा बिकस भा ख0 क1 खर क भा 0रर क अगA क फ़डककर भाजीन क कमा करन

हीत हीअगर ख0 खर परपत करन वला जीतक स रही ही त सवपन क मारधवयमा स भा इस ऊजी) क दवार स सद0 परसरिरत बिकय जीत ही

सतरी क य और परष क दबिहीन अग ख0 क1 खर क परपत करन क समाय फ़डकन आरमभ करत ही और र खर क समाय सतरी क

दबिहीन और परष क य अग इस बिEय क परदरथि04त करन लागत ही

जीग) मात क भा अपन पतरी क1 सकटा क1 षदभिसथाबित माamp फ़Zरन अहीसस त ही जीत ही जी उसक सतनA माamp खजीला चलान 0र ही जीत हीपतरी

क ऊपर आन वला सकटा क अहीसस मात अपन आप माहीसgtस करन लागत ही उसक दिदला माamp चन नही आत हीऔर रत क र र सवपन

भा चलाgt ही जीत ही इस ऊजी) क परभाव बिकस परकर स अपन सद0 पहचन क कय) करत ही इसक शिलाय पgtव)कला स ही अनभाव क

आधार पर अग फ़डकन क फ़लाफ़लाA क इबितहीस चलात आ रही ही0रर क हीर बिहीसस अपन अपन परभाव तन लागत हीजीस बिकस

वयशिG क मासतक फ़डकन लागत ही त उस नZकर लागन य कमा मिमालान अथाव बिकस जीमान क मिमालान क अहीसस हीन लागत हीमासतक

क शिलाय वही चही परष ही सतरीअकसर सथान दलान य बिकरय क माकन शिसफ़टा करन क पहीला यही अहीसस हीन लागत ही नZकर माamp य

अपन वयवसय माamp सथान दलान क समाय भा यही अनभाव दख गय ही अकसर बिकस वयशिG क1 दनA भाहीamp अपन आप फ़डकन लागत ही त

उस समाझ लान चबिहीय बिक उसक र दिदन अ त गय ही और सख क समाय आन वला हीवही दधिजीस त क शिलाय भा दख था उसक दख

दर हीन वला हीसथा ही उसक हरदय माamp एक उतसही भा जीनमा लान लागत ही आखA क1 फ़डकन अमिधाकतर समाजी माamp परचशिलात हीसतरी क1

य आख और परष क1 दबिहीन आख बिकस भा सथान स फ़डकन लागत ही त उस जी भा बिपरय हीत ही उस क द0)न हीन हीत ही

लाबिकन बिवपरत अवसथा माamp अ0भात क दखन भा मिमालाकरत ही सतरी क यamp नतरी क कन क1 तरफ़ क कZन फ़डकन 0र हीत ही त

जीरर लाकषमा क1 परनतिपत हीत हीवही चही सन चदn क रप माamp ही य नगद धान क रप माamp मिमाला उस मिमालात जीरर ही यही हीला परष क

दबिहीन नतरी क शिलाय मान जीत ही आख क ऊपर क बिकसस माamp भा यही जीन जीत ही बिक अगर परष क दबिहीन और सतरी क य पलाक

फ़डकत ही त बिकस पदव क1 परनतिपत हीत ही और बिवपरत माamp पदव क अत हीत ही कनध फ़डकन माamp भागA क1 परनतिपत और बिवपरत

अवसथा माamp भागA क चला जीन मिमालात ही थाड क फ़डकन सतरी और परष क शिलाय बिकस ड डर क शिलाय मान जीत हीबिकस क1 धामाक1

य बिकस परकर स घार य हीर क वयशिG क सथा अकसमात हीदस हीन क1 खर थाड स मिमालात हीलाबिकन कणY फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp

यही उलटा हीत हीइसमाamp परशिसदधिदध और धान लाभा मिमालात दख गय ही गद)न क बिपछला बिहीसस फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp जी भा र भाव मानन

वला लाग हीत ही व हीव हीन क1 कशि00 करत हीहीAYA क फ़डकन क समाय माamp भाZबितक वसत जी हत बिपरय हीत मिमाला जीत ही पY

फ़डकन क सतरी और परष दन क भा र मान गय हीय त मार पकडत हीय बिफ़र बिकस त माamp हीरन पडत ही कख फ़डकन पर

जी अपन खस हीत ही उसस मिमालान हीत हीलाबिकन दबिहीन और य क भा खयला रखन पडत हीबिवपरत अवसथा माamp बिछडन भा मान

जीत ही दिदला क धाडकन अकसर जी भा जीनमा शिसदध कमान हीत ही उसक मिमालान क समाय मान जीत हीचही वही हीमा0 स मान जीन

वला भागवन क बिकस भा रप माamp कयA न ही माही क अनदर फ़डकहीटा अचछ भाजीन क1 परनतिपत क सक त मान जीत हीहीथाला माamp खजीलाहीटा

धान क आगमान और बिवपरत अवसथा माamp खच) करन क1 षदभिसथाबित क भा द0)त ही कमार क फ़डकन हत अचछ कमा क अनदर क छ समाय

क शिलाय बिजी हीन और द माamp सममान दन क शिलाय मान जीत ही नकषिभा क फ़डकन पबित क शिलाय पतन क बिछही और पतन क शिलाय

पबित क बिछही क रप माamp जीन जीत ही परइवटा पटा) क फ़डकन पर इषदभिचछत सथा क सथा रमाणी करन क समाय तय गय ही गद क

फ़डकन पर वहीन क लाभा हीत हीचही वही खद क मिमाला य बिकरय क वहीन स सफ़र करन क अवसर मिमालाजीघाA क फ़डकन स वसतरीA

क1 परनतिपत हीत हीघाटान क फ़डकन स घार माamp 0तरीओ क1 और वयपर माamp कमपटाnटार क उदय हीन क समाय मान जीत ही पर फ़डकन पर

बिकस नय सथान क1 तरफ़ पलायन हीत हीबिवपरत अवसथा माamp र सथान क परपत करन क सक त भा मान जीत ही पर क तला क फ़डकन

क1 षदभिसथाबित माamp अचला समपकषिK क1 परनतिपत और बिवपरत अवसथा माamp अचला समपकषिK क जीन क समाय मान जीत ही चच क मार हीन क

समाय मात क1 छत अपन आप दरबिवत हीन लागत हीचच क Ykक हीन क समाय मात क1 य छत फ़डकन लागत ही सही क समाय माamp

जीलदn असर मिमालात ही 0मा क समाय माamp दर स असर मिमालात हीलागतर फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp भाला य र परभाव पलान क नन क द

मिमालात ही एक सथा दन अग क फ़डकन भागय और दभा)गय क च माamp चलान वला हीस मान जीत ही इसक अलाव और भा सकडA

बिEययamp इस 0रर क दवार समपदिदत क1 जीत हीजी क वला य इलाषदभिकटरोक करampटा क दवार ही समभव ही कई वयशिG अगर लागतर

नकरतमाक षदभिसथाबित माamp चला जीत ही और वही र र अपन क अक ला रहीन क शिलाय परिरवर य समाजी क लागA स दर रखत ही त उस

वयशिG क शिलाय यही नकरतमाक ऊजी) क परव0 क समाय मान जीत हीइस कला माamp उस वयशिG स कई भा वत) करन पर वही खजीत ही

और अपन 0रर क समापत करन क1 धामाक1 दत ही नकरतमाक ऊजी) क 0रर स दर करन क शिलाय वयशिG क ऊपर स खन वला सद

नमाक एक माटठोn 0मा क समाय सत वर उसर करन क द घार क हीर सडक पर डलान स उसक1 नकरतमाक ऊजी) स छ टाकर भा

मिमालात दख गय ही नकरतमाक ऊजी) क एक परभाव और दख गय ही बिक वही घार क अनदर सस पहीला कला0 पद करन क करणी पद

करत हीवही वयशिG क बिकय जीन वला कमा स रधवयन भाग करत हीवही कर क छ रही हीत ही और करत क छ हीइस करणी स घार क अनदर

नकसनसमनधA क अनदर बिगड और वयपर क अनदर नकसन तथा नZकर क अनदर माशिलाक स परतणीन क असर दत हीइसक शिलाय

सही क अपन जीगन क द अपन इषट क रधवयन माamp रखकर उसक1 मानशिसक इमाजी अपन दनA हीथाA माamp दखन क द तथा जी सवर चला

रही हीउस पर क पहीला बिसतर स नच रखन क द ही कय क 0र करन चबिहीय रत क नद नही आन क1 अवसथा माamp भा सgtय|दय स

पहीला जीगन क1 बिEय क करन चबिहीयऔर जीही स भा उगत हय सgtय) क दरशय दिदखई द दखन क परयस करन चबिहीय अकसर उन लागA

क हत ही सफ़ला हीत दख गय ही जी लाग सही क उगत हय सgtय) क नदn य समादर य तला क पर दखन क1 कशि00 करत ही दन

भाजीन पgtजी और समतमिनधत वयशिG क1 भालाई क1 कमान क शिलाय जी भा उपचर बिकय जीत ही व अपरतय रप स फ़यद दत दख गय ही

दिदमाग क1 अमिधाक अ0नतिनत स चन क शिलाय पहीड यतरीयamp भा कमाय हीत ही

दन क माहीतव

अकसर जीवन मा दन क माहीतव हीमात अपन मामातव क चच क शिलाय दन करत ही बिपत अपन परषथा) क शिलाय अपन जीवन क क1 जीन

वला माहीनत क दन अपन चच क शिलाय करत हीभाई अपन हला क दन करत हीबिहीन अपन तरक स समनध नकर और समाजी

नकर अपन भाई क तरी क दन करत हीभाई अपन बिहीन क शिलाय आजीवन अपन सहीयत और 0शिG क दन करत हीड हीकर

चच अपन मात बिपत क वदध हीन पर उनक1 दख रख और भाजीन क दन करत हीपतन पबित क रबित सख परदन करत हीअपन दवार

पबित क शिलाय बिनसवथा) भाव स भाजीन और पबित सख और आय वदधिदध क परबित पgtजी पY करत ही आग क शिलाय व0 चलान क परबित अपन

कमान क समारतिप4त करत ही ह अपन सवथा) क तयग कर पबित क क ला मा 0बित और समपननत नन क परबित अपन जञोन क दन करत

हीदमाद अपन हला और सममान क दवार अपन ससरला जीन क मान ढान माamp अपन 0शिG क दन करत ही क छ लाग अपन

वयवसय सथान पर Y कर रसत तकर अपन जञोन क दन करत हीक छ लाग पयसA क शिलाय पयऊ खलावकर धामा)0ला नव कर लागA

क जीवन क सद गमाt स चन क शिलाय अपन हला क दन करत ही हीक1कत मा दख जीय त यही 0रर ही दन स और दन क शिलाय

न ही एक वयशिG एक लाख रजीन कमा रही ही लाबिकन वही अपन शिलाय मातरी क छ सZ रपय माamp अपन पटा भार लात हीऔर क1 क धान

वही अपन परिरवर क शिलाय जीमा करत ही बिक वही अपन सतन क शिलाय इतन इकटठो कर द बिक उसक द उसक1 सतन बिकस क1 माहीतजी

नही रही और वही सख रही लाबिकन इस सख रखन क करणीA माamp माही पद ही जीत हीयही माही करन ही उसक1 भाgtला ही और इस माही क

चककर माamp 0रर स क1 जीन वला माहीनत दन सवरप न हीकर माही क जीजीला माamp चला जीत ही मात न अगर पतरी क जीनमा दन क द यही

सच शिलाय बिक उसक पतरी ड हीकर उसक1 पलान करगउसक1 सव करगउसक शिलाय ह लाकर उसक1 आजञो क पलान करवयग त

मात क यही माही उस समाय कर ही जीत ही जी लाडक ड हीत ही और अपन माजीt स 0दn बिववही करन क द अपन घार अलाग

स लात ही मात अपन पतरी क सहीर रहीन क करणी और अपन शिलाय क छ न चकर क वला पतरी क शिलाय ही स क छ करन क द जी पतरी

पस स बिनकला जीत ही और पतन क शिलाय सचन लागत ही त मात क वही पलान पषणी स लाकर पढान शिलाखन और सभा सधान पतरी क

शिलाय जीटान क परबित कर ही जीत ही उस समाय मात और पतरी क च तनतन चलात ही और ह जी दसर घार स आय ही उसक अनदर

यही भावन घार कर जीत ही बिक मा क वला टा स धान क माही करत ही और टा मा क कही पर चलात ही उसक1 त क नही सनत हीइस

परकर स तकरर ढा कर ड तकरर न जीत हीटा न त मा क छड सकत ही और न ही पतन क छड सकत हीपतन क पस द

रसत हीत ही एक अपन मात बिपत क और दसर कनgtन कलाबिकन मात क पस एक ही रसत हीत ही वही हीत ही अपन पतरी कह य

त अपन मात बिपत स परतणीन दिदलावत ही अथाव कनgtन क सहीर लाकर मात बिपत क जीय भाजीन और सहीयत दन क जीला क1

हीव दिदलावन क कमा करत हीटा क समान द ही रसत हीत ही य त वही ह क लाकर अलाग रहीन 0र कर द य ह क तलाक दकर

बिफ़र स मात बिपत क कहीन माamp चलान लागउस दसर सधान ही सही लागत हीलाबिकन इन स क पछ जी था वही मात क लाभा ही थाअगर

मात न बिपत क सथा मिमालाकर पहीला स ही पतरी क1 शि0 क द उस जीबिवक क सधान दकर अलाग कर दिदय हीतऔर ह क पहीला स ही

अलाग करन क मानस न शिलाय हीत त जीला जीन क1 य परतकषिणीत हीन क1 समासय ही नही आतयही स माही क करणी ही मान जी

सकत हीजी पलान पषणी मा कई माही नही थाअगर उस समाय माही हीत त डकटार क पस चच क मार हीन क द नही ला जीय

गय हीतशि0 क सथानA माamp एडमिमासन नही करवय गय हीतसद गमाt क समाय माamp उस कपड और रहीन क सथान क दसत भा नही

करवय गय हीतलाबिकन जीस ही वही कमान लायक हआ और मात क अनदर माही न जीनमा ला शिलाय

दन माamp माही और अहीमा क तयग

दन करन क शिलाय माही क तयग जीरर हीमाही क करन स भाजीन क दन नही बिकय जी सकत हीभाजीन ही खgt सर रख ही लाबिकन दन

करन क जी तभा नही करग जी यही माही पद ही जीयग बिक कला भा इस भाजीन क इसतमाला करन हीलाबिकन जी वही रख हआ भाजीन

बिकस जीव जीनत य माZसमा क1 खर स कर ही गय त मान माamp उस खर भाजीन क फ़amp कत समाय सतप हआयही सतप त नही हीत

जी उस भाजीन क बिकस मागन वला वयशिG क आरमा स खिखला दिदय हीत और वही भाजीन स तपत हआ वयशिG क छ और भा दकर जीत

जी सतप स कई गन ढा कर हीत और आग क अचछ र समाय माamp कमा भा आत दन क रप अलाग अलाग समाय माamp अलाग अलाग रप

धारणी कर लात ही दन क शिलाय मागन वला क छटा और दन वला क कभा ड नही समाझन चबिहीय यही कथा वमान अवतर स शि0

दत ही पबित क पतन क शिलाय दिदय जीन वला वचन जी दन क ही रप ला लात हीकभा भाgtलान नही चबिहीयसमाय क दलान पर दिदय

हआ वचन बिकतन ड रप ला सकत ही इसक उदहीरणी रमाचरिरत मानस माamp दसरथा और क क ई क1 कथा स समाझ जी सकत ही वमान

अवतर माamp भागवन न ववन अगला क रप माamp पgtर पथव आक0 पतला सभा तन पग माamp नप शिलाय था और रजी शिला क ऊपर आधा पग क

कजी) ही छड दिदय था उस परकर स रजी दसरथा क दवार क क ई क दिदय गय द वचन शररमाचनदर जी क शिलाय चZदही वष) क वनवस क

करणी न थाऔर पतरी बिवयग माamp रजी दसरथा क1 मातय क करणी न था इनक अनदर भा माही क रप क वला अहीमा क रप माamp थाअगर

रजी शिला क यही अहीमा नही हीत बिक यही ववन अगला क पबिडत कय ड माग लागत कजी)ई नही नतऔर रजी दसरथा क वही अहीमा

बिक जी चहीampग तभा द वचनA क1 पgtरतित4 कर दampगइसमा कय ड ही त इतन ड हीबिन नही भागतन पडत

दन क तन परकर 0ररधान और बिवदया

अकसर वयशिG तन तरही क दन क शिलाय हीमा0 रधवय हीत ही0रर दनधान धान और बिवदया दन 0रर क दन परष और सतरी दन

मिमालाकर सतन पद करन क दवार दत हीऔर वही 0रर ससर बिहीत क शिलाय हीत ही य अबिहीत क शिलाय यही उनक पgtव) कमा| और ससर क1

आवशयकत क अनसर हीत ही धान क दन परष और सतरी पहीला अपन परिरवर क पषणी और ससर बिहीत क कमा क शिलाय दन करत ही

वही भा परष और सतरी क अपन अपन भावA क अनसर मान जीत ही बिवदया क दन क शिलाय कभा ड य छटा क भाद नही मान जीत

हीजीस बिकस कमा क करन क शिलाय जी वही कमा समाझ माamp नही आत ही त एक छटा चच अपन दधिदध स उस कमा क करन क शिलाय

अपन मात दत ही वही बिकस ड स ड माहीरथा और जञोन आदमा क दिदमाग स पर त मान जी सकत ही दधिजीस परकर स लाक धराव न

अपन मात क परशन क उKर क अनसर जीगत बिपत क ही अपन बिपत मान था और वन माamp जीकर तपसय करन क शिलाय पच सला क1 उमरो

क चन था और कमा स कमा उमरो माamp उनहीन जीगत बिपत क द0)न परपत कर शिलाय थाभाG परहीलाद न अपन बिपत क जञोन क तचछ समाझ था

और शर हीरिर क चरणीA माamp अपन मान लागकर ड स ड आफ़तA स अपन क च शिलाय था

0रर दन क करकतव

0रर दन क शिलाय सतरी और परष क समाजी क अनसर एक शरखला नकर चलान पडत ही उस शरखला क अनदर ही 0दn बिववही रबित

वयवहीर और समादधिजीक बिनयमाA क मान जीत ही अगर इन तA क नही मान जीत ही त मानय और प0 क अनदर भाद ही कय रही जीत

ही रबित नबित क अनसर दिदय गय 0रर दन दिदय गय दन क ड रप हीत ही और समाय समाय पर अपन नमा और कय) क इबितहीस माamp

शिलाख जीत ही कई भा परष बिकस भा सतरी क1 तरफ़ आकरतिष4त तभा हीत ही जी उसक अनदर कमा वसन क सचर हीत ही लाबिकन वही

अगर समादधिजीक बिनयमाA क अनसर अपन कमावसन क 0त करन क शिलाय उपयG सतरी क नही परपत करत ही त वही दिदय गय 0रर

दन य त कgt ड क ढार मा जीत ही अथाव वही अगर बिकस परकर स च भा गय त समाजी और ससर क शिलाय कभा भा अबिहीत क करणी

न जीत ही 0रर दन क शिलाय समादधिजीक बिनयमाA क शिलाय कथा कही जीत ही बिक 0क सवत क बिवEमा समवत क द क मान जीत

हीबिवEमा समवत क द जयबितष 0सतरी माamp परवणी एक जयबितष क यही पत लाग बिक अमाक समाय माamp सतरी क सथा माथान करन क द अगर

सतन क1 परनतिपत हीत ही त वही ससर माamp अपन नमा लाकर हीमा0 क शिलाय चलात रहीग लाबिकन जी उस जयबितष न दख बिक समाय उस

रत क ही और उसक1 पतन बिकस नदn क पर रहीत हीवही जीलदn जीलदn नदn पर करन क शिलाय क वटा क पस गयक वटा न दख कई हत

ही जीरर त ही और उस त क जीनन क शिलाय जी क वटा न अपन दधिजीजञोस क जीबिहीर बिकय त जयबितष जी न अपन त क उसस

त दिदय क वटा चलाक था उसन सच बिक जी इतन माहीतव पgtणी) ही और वही अपन नव क चलाकर और नव स बिकय जीन वला कय) स

ससर माamp नमा नही चला सकत ही त उस अपन सतन क इस कमा क शिलाय परयग माamp लान चबिहीय उस क वटा क जीवन और खgt0gtरत

कनय था उसन जयबितष जी क समान परसतव रख दिदय बिक रत क अनधर ही गय ही और वही रत माamp नव क नदn माamp नही ला जीयगअगर

यही माहत) जयबितष जी क परयग माamp लान ही त उसक1 कनय स गधाव) बिववही करन क द उस माहत) क परयग माamp ला सकत हीजयबितष जी

तयर ही गय और उस रत क जयबितष जी न उस क वटा क1 कनय स गधाव) बिववही करन क द गभा)धान क पgtणी) बिकय उस कनय स जी

पतरी परपत हआ वही 0क नमा स जीन जीत ही यही कथा रमायणी माamp माकररधववजी क र माamp कही जीत हीजी हीनमानजी लाक क जीलाकर

पसन स तर तर समादर माamp कgt द त उनक पसन क एक माछला बिनगला गयउस बराहमचर पसन क अनदर वय) क कणी थाउनही कणीA स

माछला क जी सतन हय वही माकररधववजी क रप माamp हय और उस पतला क रजी अबिहीरवणी क दवारपला क1 सव क अवसर मिमाला रमा

लामाणी क जी अबिहीरवणी शिला दन क शिलाय पतला लाक ला गय त हीनमानजी क पहीला दवारपला क रप माamp तनत माकररधववजी स ही

माकला करन पडद माamp पत लाग बिक वही उनही क1 सतन था 0रर दन क शिलाय समाजी क बिनयमा हत ही माहीतव रखत ही जीस एक

करगर बिकस कला क जीनत ही और आग आन वला चच उस करगर क1 कला क अपन परिरवर और घार क अनदर ही चपन स दखत

रहीत ही त व उस करगर क1 कला स वबिकफ़ हीत जीत ही उन चचA क कही अनय सथान पर जीकर शि0 नही लान पडत और व उस

कला क और अमिधाक बिवकस करन क द आग स आग परयग माamp लात जीत ही त उस कला क बिवकस अपन आप हीत चला जीत ही

उस परकर स समाजी और वणी) वयवसथा क अनसर जी 0दn बिववही बिकय जीत ही त हीन वला चच उस समाजी क अनदर अपन क

अपन आप ढालात चला जीत हीऔर जी कय) य वयवसय अथाव ससकर उनही मिमालात ही उनही क अनसर व अपन क न लात ही लाबिकन

0रर माही और रप आदिद क लाभा माamp जी समाजी स अलाग बिकस परकर स 0दn समनध बिकय जीत हीत कमाकत क अनत हीन क द

जी रप और 0रर माही क भरामा टाgtटात ही त अलाग समाजी माamp बिकय जीन वला रिरसत टाgtटात ही और अगर उन रिरसतA क अनदर कई सतन ही

गय ही त वही अपन बिपत और मात क अनसर ही अपन क नन 0र करग इस परकर स वही पद हीन वला सतन न त इधार क1 रही

और न ही उधार क1इस परकर क1 सतन क भाटाकव क रसत मिमालात ही और वही दर दर क1 Yकरamp खन क शिलाय माजीgtर ही जीत ही

अथाव उस समादधिजीक बिनयमाA स नफ़रत हीन क करणी वही समाजी स अपन परन बिहीस क चकन क शिलाय आतकवदn जीस नबितयA माamp

जीकर मानय और समाजी क दद) नही समाझन क करणी हीतय जीस जीघानय अपरधा करन 0र कर दत ही अकसर यही त उन परिरवरA माamp

भा मिमालात ही जीही तमिसतरीय आधाबिनकत क चककर माamp अपन क कषिणीक सख क शिलाय अनय माद क1 कमाकत क शि0कर ही जीत ही और

उनस पद हीन वला चच समाजी और परिरवर क तक माamp रखकर घार और परिरवर क ही लागA क शिलाय आफ़त क करणी न जीत

हीअकसर इस परकर क चच खgtन क समनध नही हीन क करणी अपन परिरवर क सदसयA क परबित दय य परमा भाव नही रख पत ही और

उस परकर स सचन चलाgt कर दत ही जीस बिक उनक कमाक बिपत क सचन हीत था

सस ड दन दय ही

मानय क अनदर दय क दन सस ड दन मान जीत हीकही भा गय ही बिक दय धामा) क माgtला ही पप माgtला अकषिभामान दधिजीसक अनदर दय

हीत ही वही रसत चलात क भा सहीर दन जीनत ही और जी सहीर दिदय जीत ही वही भा एक तरही क माहीदन ही हीत ही वही दय चही

मानय क परबित ही य जीनवर अथाव जीव जीनत क शिलाय वही दय ही सस ड दन मान जीत ही भागवन स भा परथा)न क1 जीत ही बिक

दय कर दन भाशिG क हीमा परमातमा दनदय क शिलाय बिकस क खजीन नही पडत बिक हीमा दय बिकसक सथा करन ही रसत माamp य घार

क अनदर दय क दन करन क शिलाय हीजीरA दय क परपत करन वला लाग मिमाला जीयampगऊपर त कर आय ह बिक दय मात चच क सथा

भा करत ही 0रन सभा जीवA क मारन क शिलाय मान जीत ही और अपन चच क वही नही मारत बिलला अपन चच क सथान दलान

क समाय ड ही मालायमा तरक स दतA क च अपन चच क दत ही और सथान दला दत ही माद बिचछgt अपन चचA क अपन 0रर

ही दन कर दत ही मानय अपन चच क पलान पषन स लाकर ड हीन तक उस पर दय क भाव ही रखत ही चच क ऊपर स बिगरन

स लाकर लाखA करणी नत रहीत ही जी चच अपन बिववक क खयला नही रख पत ही और जीखिखमा माamp रहीत ही त परिरवर क सदसय उस

चन क शिलाय हीर समाय खयला रखत ही जी वही चच समाजी क समान आत ही त समाजी वला लाग उस र आदतA स चन क शिलाय

बिनगही रखत हीलाबिकन कभा कभा जीनgtझ कर वही चच गलत करत ही त उस सजी दिदलान क नमा पर पशिलास य घार वलाA क1 भा

सहीयत ला जीत ही दय क रप यतरी करत वG बिकस सथान पर बिनवस करत वG य परिरवर माamp रहीन क उपरनत मिमालात ही समाजी माamp

दय क नमा पर समाजी क वयशिG क नZकर आदिद क मामाला माamp दय करन पर लाग रजीनबित भा करन लागत ही जीस आजीकर जीटाA क

आरणी क मामाला माamp दय क भाव समाझ माamp आ रही ही रजीनबित क अनदर दय क भाव दिदखव क रप माamp भा मिमालात ही जीस वर

माषदभिसजीद क हीटाकर रमा मादधिनदर य रमा मादधिनदर क हीटाकर वर माषदभिसजीद क मामाला माamp अलाग अलाग समादयA क नतओ क1 दय दिदखन क

मातला सफ़ समान ही बिक एक कहीत ही नन नही दampग और दसर कहीत ही नकर रहीampग दय दिदखव और सवथा) क शिलाय भा क1 जीत

हीजीस बिकस वयशिG क पबिहीनन क शिलाय कपड दिदय जीत ही और द माamp जी भा कई समादधिजीक त हीत ही य समादधिजीक वयशिG समान

हीत ही त कही दिदय जीत ही बिक यही कपड त हीमान इस पबिहीनन क शिलाय दिदय ही इस परकर क1 दय दिदखव हीत हीऔर उस दय क

कई माgtलय भा नही हीत ही अगर बिकस क खन खिखला दिदय ही त समान वला क माहीसgtस भा नही ही बिक खिखलान वला खद क आदमा था

य कई परयअगर उसन माहीसgtर कर शिलाय बिक खिखलान क द उस दय क टिढा4ढार पटा जीयग त उसक1 अनतरतमा उस खन क दला

माamp दिदय जीन वला आ0व)द क1 जीगही शरप और दन चलाgt कर दगदरवजी पर मागन वला क सथा अमिधाक दय करन क मातला ही बिक

अपन क लाटा Yनअमिधाकतर लागA न भाख मागन क धानध न शिलाय ही जी उनही कई माटा आसमा दिदखई दत ही त तरही तरही क

करणी नकर दय क पतरी न जीत ही और मान चही लान क द उस 0र क और अनय तरफ़ क पप कमा) माamp खच) करत ही इस

परकर स दिदय जीन वला दन दय क दन त दन वला क शिलाय मान जीत ही लाबिकन दधिजीसन दय क भाव क परपत बिकय था उसक अनदर

चलाक1 क भाव आन स दय और चलाक1 दन मिमालाकर दन दन वला और लान वला क शिलाय अबिहीत क करणी ही न गय जी दन

दिदय गय था उसक द उस दन क परयग कई अपन घार खचu क शिलाय करत ही त Ykक हीलाबिकन क Ykक ही जी वही खद कमान स

असमाथा) हीउस बिकस परकर क1 बिवदया नही आत ही वही 0रर स अपबिहीजी हीवही बिकस भा तरी माamp बिवकस नही कर सकत ही त दय करन

कर क1 त नही ही लाबिकन दय करन क उपरनत अगर कई वयशिG समाथा) हीत हय भा कमान क1 इचछ नही करत ही दिदमाग अथाव

0ररिरक शरमा स चन चहीत ही और उस दय क नमा स कमान क द बिफ़जीgtला खच) करन क1 आदत ही गय ही त वही दय नही मिमालान क

द अनय चलाबिकयA स कमान क1 सचग अकसर दय क नमा स मिमालान वला धान क लाग ड र तरही स खच) करत ही यही सतय बिनयमा

ही बिक कमान और खच) करन माamp जीमान आसमान क अनतर हीत ही कमान त हीर कई जीनत ही लाबिकन खच) करन हीर बिकस क पत नही

हीत ही कमान क अनसर अगर खच) बिकय जीय बिकस परकर क अहीमा माamp आकर अगर खच) बिकय जीत ही त कमान और माहीनत करन

भा कर ही मान जीत ही हीर मानय क बिनयमा हीत ही बिक वही अगर ईTर क1 क प स ससर माamp अवतरिरत हआ ही त वही मानव कलयणी

क1 भावन क अपन मान रखकर दय कर तथा) सथानA माamp बिकय जीन वला तभा समाथा) ही जी उस सथान माamp रहीन वला लाग जी क वला दसरA

क1 दय पर ही बिनभा)र ही उनक शिलाय दन क रप समाझ कर दन बिकय जीय अकसर कर क दन कर मा ही चला जीत ही इस त क

और अचछn तरक स समाझन क शिलाय भारत क परशिसदध धामा रमाTरमा धामा क1 ही त ला लादधिजीयवही धामा क वला आन वला तथा) यबितरीयA

क1 क प पर ही बिनभा)र हीअगर कई तथा) यतरी नही आय त वही क लाग भाgtखA मारन क1 कगर पर आजीयampलाखA लागA क वयवसय आन

वला तथा) यबितरीयA क रहीन खन तथा वही क1 परशिसदध वसतओ क चन हीलाबिकन दधिजीसक अनदर दधिदध क बिवकस ही वही वही पर नही

रहीत ही और अपन अनसर अपन औकत तथा बिवदया क ढात चला जीत हीडकटार कलामा सही भा वही क पद हीन वला माहीपरषA

माamp एक मान जीत हीउनहीन अपन बिवदया क परयग करन सख शिलाय और भारत जीस रषटर क सव|चच पद पर आसन भा ही गय जी बिक

उनक परिरवर वला आजी भा समादर स बिनकलान वला सप 0ख और अनय समान क वयपर करन क द अपन जीबिवक चला रही ही उनक

घार क पस माamp आजी भा झपड नमा न हय माकन उनक परिरवर क1 षदभिसथात क त रही ही इस परकर स दय क रप अपन बिवकस क

शिलाय अगर बिकय जीत ही और अपन अनसर ही बिकस गर क पलान क दिदमाग परयग माamp लाय जीत ही त वही दय सचच दय हीइस

दय क अनदर एक करणी और नत हीबिकस क शि0 क दन करनयही भा एक हत ड दन ही और दय क अनदर ही इसक1 औकत

ही ससर माamp दय क करणी चलान वला एन जी ओ आदिद क रप भा समाझ जी सकत ही जी ससथायamp अपन कमा करन क द लागA क

आग ढान क शिलाय अपन तन मान और धान स आग चलात ही व अपन नमा करत चला जीत ही लाबिकन लाभा माamp आन क द और उन

ससथाओ क1 दZलात अगर धान कमान क भाव मान क अनदर आय त वही दय क भाव स अलाग ही जीत ही उस भाव स अलाग जी परभाव

हीत ही वही अमिधाक धान कमान क1 लालास और उलटा सधा करणी नकर और सखययA क जीड ही रही जीत ही जी भा कमा लाभा क

करणी बिकय जीत ही व सभा कगजीA माamp त बिकय जीत ही लाबिकन धारतला पर क छ भा नही हआ हीत हीक छ ससथायamp इस भाव क और भा

अलाग अलाग तरक स धान कमान क शिलाय परयग मा लात हीजीस बिक एक धानवन क अपन सफ़ द धान क कला धान मा परिरवरतित4त करन ही

त वही पहीला इस परकर क1 ससथाओ क दन माamp माटाn रकमा ददग और द माamp उस ससथा स शिलाय जीन वला दन वपस लालागइस परकर

स जी टाकस आदिद माamp चत हीत ही वही ससथा क शिलाय न रहीत हीइस तरही स सरकर और जीनत क सथा धाख ही मान जी सकत ही

और इस परकर क1 ससथायamp जीही भा चलात ही उनक उददोशय मातरी दय क नमा पर गरख धानध करन ही मान जी सकत हीउनहीन अपन

पलानर नZकर पर रख हीत ही और उन पलानर और धान क लाख जीख तयर करन वला चटाuड एकउनटाampटा क1 दZलात व अपन कमा करत

रहीत ही इस परकर क1 दय स भा चन चबिहीयऔर जी भा कमा करन ही अगर हत ड रप माamp करन ही त अपन दवार ही बिकय जीय

और छटा रप माamp करन ही त भा अपन दवार ही बिकय जीय वही दय क दन सस उKमा मान जी सकत हीअगर शि0णी ससथाओ क

बिवकस करन ही त अपन नमा क कभा उपयग नही करन चबिहीयजीस बिक अकसर लाग अपन दद बिपत मात आदिद क नमा स ससथा

क खड कर दत ही और उस चलाकर नमा कमान क1 कशि00 करत ही यही ससर बिवशिचतरी ही यही एक परक बित क लाग नही हीकभा कई

सहीर लान क नमा पर आकर बिगडबिगडयग और सहीर मिमालान क द वही खद क 0र क1 भाबित नकर शिलाय गय दन क रद करन क

अलाव उस ससथा क भा गला दग दधिजीस भाव माamp बिकस क सवथा) आकर टाकर जीय उस भाव माamp बिकय जीन वला दन य दय कर ही

मान जी सकत ही जीस बिकस न अपन गनतवय क शिलाय रसत पgtछऔर तन क दला मा अगर कई धान क दत ही त वही दय य दन

क रप नही हीत ही दन क रप माamp बिकस क गनतबय क तय जीन वला रसत भा दन क ही रप ही जीत ही अकसर रजीन बिकस

क बिकस न बिकस परकर क1 समासय मिमाला जीत ही और वही समासय स सलाझन क रसत बिकस स पgtछत हीऔर तन वला उस सही

रसत त दत ही त वही समासय स छ टाकर परपत कर लात हीयही भा तय गय उपय और तय जीन वला वयशिG क शिलाय दन क ही

रप मान जीत ही आजी क यग मा अगर इस त क सधा सनत क शिलाय दख जीत ही त जी सनत दकषिणी क लाकर और अपन शि0य

नकर अगर जञोन क दन दत ही त वही दय क1 शरणी माamp नही आत ही वही एक माही और अपन क उचच दिदखन क अहीमा माamp 0मिमाला ही

जीत ही दिदय गय रसत और दिदय गय जञोन अगर दिदय जीन वला वयशिG क1 जीनपबिहीचन क1 समा माamp आजीत ही त भा दय और दन

क1 शरणी माamp नही आ सकत ही जीस एक पतरी अपन बिपत स क छ जीनन चहीत ही त बिपत क दवार तय गय उKर दय य दन क1 शरणी

माamp नही आयगयही अपनतव क1 भावन माamp आकर और माही क दवार जञोन क दिदय मान जीयग लाबिकन वही चच अगर रसत चलात बिकस

वयशिG स पgtछत ही और वही वयशिG उच चच क नही जीनत ही त वही दिदय गय जञोन और दय क भाव दन क1 शरणी माamp 0मिमाला ही

जीयग बिकस सडक पर जीन क शिलाय अगर द रसतA क च माamp एक सइन ड) क लाग दिदय गय ही और उस पर सही रसत पर जीन क

कथान शिलाख ही त वही ड) दधिजीसन लागवय ही उसक शिलाय दन क सधान मान जीयगलाबिकन अगर उस ड) क इस परकर क लागवय

गय ही बिक उसक अनदर पस डलाकर रसत क जञोन शिलाय जीय त वही कमान क सधान मान जीयग अकसर कई ससथायamp अपन अपन

अनसर लागA क1 शिचबिकतस क शिलाय अपन अपन अनसर क मप लागत ही वही पर सधारणी जीनत क शिलाय चविक4ग और दवइयA क बिवतरणी

बिन0लक बिकय जीत हीलाबिकन अगर उस ससथान अपन नमा क परचर जीर 0र स बिकय ही और अपन नमा क सथा डकटारA क नमा और

बिवतरिरत क1 जीन वला दवइयA क लाख जीख सक सनय ही त वही बिकय जीन वला सव क भाव नमा और अपन अहीमा परकटा करन

क तरक मान जीयगइस परबितसपधा) क रप भा दिदय जी सकत ही बिक अमाक ससथा न इतन धान इस शिचबिकतस क शिलाय खच) बिकय था

जी उस ससथा न इतन धान खच) बिकय ही यही त अकसर बिकय जीन वला भाडर क शिलाय भा मान जी सकत हीबिक अमाक आदमा न

अमाक सथान माamp इतन लागA क भाजीन करवययही त उस आदमा क शिलाय दन माamp नही सतिलक अहीमा क1 शरampणी मा 0मिमाला ही जीयगलाबिकन

वही आदमा अगर अपन क दिदखव स दर रखन क द भाजीन करवत ही त वही दन और दय क1 शरणी मा बिगन जीयग

दय धामा) क माgtला ही पला माgtला अकषिभामान

जीव जीनत और जीनवरA क अलाव मानय क शिलाय जी उKमा दन क1 और दय क करणी ही व द परकर क मान जीत हीएक सव|Kमा और

दसर अधामा अगर ससर माamp भाजीन और पन नही ही त ससर क दिटाक पन असमभव ही भाजीन और पन क मिमालान स कई भा जीव

जीनत और मानय बिवकटा स बिवकटा परिरषदभिसथाबित माamp दधिजीनद रही सकत ही इन दन क नही मिमालान स बिकतन ही धान दZलात और माय ही कई

नही दिटाक सकत ही दय क शिलाय सतरी और जीवA क सथा गय दय क1 हीमा0 पतरी ही इन करकA क रधवयन माamp रखकर बिकय जीन वला दन

और दय ड ही कमा क1 हीत ही भाजीन और पन क सधानA क दन बिकस भा ससथा क दवार बिकय जीत ही त वही दन सव)शरषठा शरणी

क मान जीत ही सतरी और गय क ऊपर क1 जीन वला दय हीमा0 पणय क दन वला हीत ही सतरी और गय क ही कयA दय क शिलाय

मान जीत ही त बिवदवाजीनA क समाझन चबिहीय बिक सतरी बिकतन ही बिनरक 0 ही उसक अनदर हीमा0 मामात क1 भावन रहीगसमाजी बिकतन

ही उसक सथा अनचर कर वही अपन भावकत क ला पर दधिजीनद रहीन क1 मात रखत हीजी भा कमा आत ही त क वला सनतन पलान

पषणी और अपन सवजीनA क1 र क शिलाय मान जीत ही एक डयन भा अपन चच क सभाला कर रखत ही इस कहीवत क अथा) तभा

मान जी सकत ही जी डयन क सथा भा मामातव क वयवहीर नकर रख जीय गय क दय क1 शरणी माamp परन समाय स क वला इसशिलाय ही

मान जी सकत ही बिक उस क छ भा खन क द लाबिकन वही दग दधा हीवही कभा अपन चच क पस बिकस अनहीन क त तक नही आन

दग जी तक उसक1 जीन रहीगदधिजीस जीव क अनदर इतन अपन चच क परबित दय ही और वही अपन दय क करणी अपन 0रर क भा

समापत करन क1 इचछ क रखउसक सथा Egt रत करन पgtर तरही स अमानषत क1 शरणी माamp आजीत ही सतरी क भागय समाझ कर और

उसक सथा भागA क सख लाकर माथान और पच माकर क परयग करन क द बिकतन ही उस परतकषिणीत बिकय जीयग वही हीमा0 अपन पबित

और परिरवर क शिलाय समारतिप4त रहीग समादधिजीक नधन हीA य 0रर क नधन वही अपन भावनतमाक आव0 माamp सभा क समापत कर सकत

ही लाबिकन इस कलायग क इन दन क सथा ही सस ड अनचर ही रही ही हीत मा आय भाgtकमप स ससर क अनदजी लाग लान चबिहीय

बिक इस द0 क माख वयपरिरक समनध अमारिरक स ही और यही पर ससर क सस अमिधाक एड क मारजी हीयही क बिनवशिसयA क माखय

खन गय क मास हीऔर यही रिरसत नमा क1 चजी समाझ माamp नही आत हीयही तक बिक भाई बिहीन क रिरसत भा अजी ही हीत हीमाथान

0र और मारकटा क करणी यही द0 गर द0A क1 शरणी माamp आत हीअकसमात भाgtकमप आय और एक लाख स अमिधाक वयशिGयA न एक

णी माamp ही अपन जीन गव दnयही तक बिक रषटरपबित क माहीला भा पत नही लाग बिक वही कही गय गय और सतरी क सस अमिधाक

परतणीन इस द0 माamp मिमालात ही यही तक बिक इस द0 माamp भाgtकमप आन क द लागA क1 जीन क1 र त करन दर यही पर सहीयत क शिलाय

जीन वला लागA क भा लाgtटा जीन लागजीस ही भाgtकमप आय दन क1 रशि0 इकटठो करन क शिलाय करडA ससथायamp एक दमा अपन अपन

अनसर समान आन लागयही क वला बिकय जीन वला पपA क करणी ही

गरहीA क 120 गणी

लागन अगर-

माष ही त आदमा क चच ही

वष ही त धान क1 मा0न ही

मिमाथान ही त टालाफ़न ही

कक) ही त भावन क1 पबिडय ही

सिस4ही ही त अहीमा भार हआ ही

कनय ही त कजी) दशमान मार स मिघार ही

तला ही त हीर त माamp फ़यद सचन वला ही

वकषिeक ही त भाgtत क सरदर ही

धान ही त प दद क1 त करन वला ही

माकर ही त चZस घाटा कमा ही कमा ही

क मभ ही त जीलदn रिरसत न सकत ही

मान ही त हीमा0 माZन रहीन वला ही

लागन स सgtय) अगर-

पहीला भाव मा ही त अहीमा भार ही

दसर भाव मा ही त चमाक क आग क छ दिदखई ही नही दत

तसर भाव मा ही त नतगर पहीला ही

चZथा भाव मा ही त रजीनबित वला सच ही

पचमा भाव मा ही त परिरवर मा ही रजीनबित करन वला ही

छY भाव मा ही त प क नZकर समाझत ही

सतव भाव मा ही जीवन सथा क गलामा ही

आYव भाव मा ही त चर दिदला क मारजी ही

नव भाव मा ही त धामा) स भा कमान वला ही

दसव भाव मा ही त सभा कमा नतगर स बिकय जीत ही

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 10: केतु

नमा क1 परक बित क1 0शिG नही दn जीयग वही अपन आप जीमाग नही पgtजी माamp जीय जीन वला 0ख मान जी सकत ही जी तक उस

जीय नही जीयग रह नमाक1 फ़gt क उसक अनदर नही मार जीयग वही आवजी बिनकलाग ही नही

क त क सला य द)ला क त क1 भावन ही करत ही

इस क उदहीरणी हीमा आजी क न टार इनवटा)र स ला सकत हीइसक कमा बिजीला क इकटठो करन क द अपन पस रखन हीत हीजीस

ही बिजीला चला जीत ही वही बिजीला क अपन पस स सपलाई करन 0र कर दत हीकमा य अमिधाक बिजीला क दन क शिलाय टार जी बिक

एक क त क ही रप हीक1 सरजी ढान स वलटाजी ढाय जी सकत हीऔर परलाला लागन स उसक1 0शिG यन वटाजी ढाय जी सकत

हीकई क त एक सथा मिमालाकर कमा माamp लान स 0शिG क परद0)न सही रप स बिकय जी सकत ही लाबिकन तदत स अमिधाक क त क सहीयक

हीन भा समाय क द दखदय ही सकत ही जीस एक ही बिवषय क पढान और उस बिवषय स समतमिनधत बिववरणी अगर भाबिवय माamp दला

जीत ही य नय कई आबिवकर ही जीत ही त वही कर ही सबित हीजीयगजीस बिक पहीला टालाफ़न क1 मानयत खgt थालाबिकन

माइला क आत ही उसक नन वला चन वला और चलान वला सभा कर ही गय क त क खर हीन स 0रर क अगA स पत चला

जीत हीजीस बिक हीथा सनन ही गय और कमा नही कर रही ही इसक मातला ही बिक क त खर नही हआ ही हीथा क 0शिG दन वला रह क

खर हीन मान जीयगआख स कमा दिदखई दन 0र ही गय ही त वही भा रह क दखन पडग सधा स क त क नही दखampगक त क त

तभा खर मान जीयग जी हीथा य आख बिलाक ला ही खतमा ही गय ही दधिजीस परकर स गड क1 पटरोला खतमा हीन स वही सडक पर खड

ही जीत हीउस परकर स लागन क क त बिकस न बिकस परकर स 0रर क अनदर स रह क1 0शिG समापत हीन पर कर ही जीत ही0रर

क अनदर रह क सथान अदरशय 0शिG क रप माamp जीन जीत ही और रह मासतिसतक माamp बिनवस करत हीमासतिसतक स सचन समाझन क1 0शिG

क कर हीन भा क त क रद करन क शिलाय माखय मान जीयग पन क अनदर स सयही क खतमा हीन स रह और क त क र माamp नही

सचन पडगसयही क करक गरही क सचन पडग बिक उसक अनय करक गरही भा सथा द रही ही बिक नही

लागन क क त और उसस समतमिनधत रिरसतदर

क त क समनध 0बिन स हीन पर जी भा रिरसतदर हीत हीव स कमा धानध स समनध रखत ही यही समनध चबिहीय Yक दर स जीड ही य बिफ़र

बिकस पटा क पस करन स अथाव दकन माamp कमा करन वला हीलपर क रप माamp हीसgtय) स समनध हीन पर ड भाई क1 सनतन स भा मान

जीत ही भातजी क रप माamp भा मान जी सकत ही अथाव वही बिपत क सला यन मामा स भा मान जी सकत हीअथाव बिपत क दवार रख

गय नZकर भा मान जीत ही इसक अलाव चनदरमा स समनध हीन स मात खनदन स समतमिनधत रिरसतदर मान जीत हीनन क र माamp भा

यही क त अपन समाथा)न वयG करत ही मागला क सथा हीन स चच य मामा य खgtन क रिरसतदरA स भा मान जीत ही ड भाई य छटा

भाई क सला स भा समनध मान जीत हीधा क सथा हीन स भानजी क रप माamp भा मान जीत हीऔर अगर धा क सथा रह तजी ही त वही

बिहीन क पबित क रप माamp भा मान जीत ही गर क सथा हीन स वही बिकस धारमिमा4क वयशिG क चला भा मान जी सकत ही अथाव बिकस

परकर स अपबिहीजी हीन क1 द0 माamp सथा दन वला घार य हीर क वयशिG भा मान जीत ही0रर क अगA क र माamp अगर गर और क त

बिकस खर गरही स समतमिनधत ही त यही बिकस परकर स समतमिनधत अग क रद करन क शिलाय भा मान जीत ही 0E क सथा क त क

हीन स यही पतन क हीलपर क रप माamp परसतत करत ही अथाव बिकस करणी स पतन क हीलपर नकर ही रहीन पडत ही पतन क हीलपर न

कर रहीन स वही अपन बिवचरA और कय| क अपन अनसर वयG नही कर सकत ही वही क वला अपन पतन य पबित क1 आजञो पर अपन

0रर और मान क बिगरव जीस रख दत ही

RAHU

Rahu is personified as a diplomat and a shadowy planet and a legendary deceptor when

disposed beneficially Indicates diplomatic jobs jobs requiring manipulations with facts deals

in poisons and drugs It signifies cheats pleasure seekers insincere and immoral acts etc

It is phlegmatic in nature and gives malignant growth When afflicting causes malignant

growth disease of phlegm intestines boils skin ulcers spleen worms high blood pressure

etc It gives smoky and unpleasant appearance due to habits of overeating resulting in foul

smells and unclean body and nails

KETU

It is dry and fiery in nature Its affliction causes wounds inflammations fevers intestinal

disorders aberrations low blood pressure deafness defective speech and gives emaciated

body with prominent veins It is personified as a saint and inclines a person more towards

mystic science and spiritual pursuits

क त दसर भाव माamp अपन फ़लाA क धान और भाZबितक सधानA क रप माamp अभाव दन क कमा करत हीऔर इस अभाव क पgtर करन क शिलाय

रह अषटमा सथान जी माZत क सथान ला जीत ही स पgtर करत ही इस भाव क क त क टाम क नमा स भा जीन जीत ही और परिरवर क

आग चलान क शिलाय मामा भानजी य सला क रप माamp आकर परिरवर क1 पgtरतित4 क दन वला हीत हीगचर स यही परिरवर जीनA क हीर

रखन वला और जीनमा क डला स परिरवर जीनA क समापत करन य दरसथा भाजीन वला मान जीत ही इस भाव क क त वला जीतक क

अकसर एक भाई और हीत ही और वही वकषिeक रशि0 क य वकषिeक लागन माamp पद हीत हीघार क शिलाय वही अपन दवार अपन बिEयओ स एक

तरही स रद करन वला ही मान जीत हीघार क अनदर सतरी जीतकA क अभाव ही जीत हीमात क भा ड मार हीत ही अकसर

मात क परबित यही क त मागला वला असर पद करत हीनकषिभा स नच क1 मारिरय आदिद हीत हीअकसर मात क शिलाय सजी)न क1 छ र हीमा0

इनतजीर ही बिकय करत ही

क त क सवभाव हत ही हीYkला हीत ही दसर भाव माamp

दसर भाव क क त अपन आदतA क क छ इस परकर क न लात ही बिक उस हीर कमा क करन क1 हीY पद ही जीत हीबिकस भा वसत क

लान ही त वही उस वसत क लान क शिलाय अपन सभा परयसA क करन स नही चgtकत हीऔर उस वसत क जी तक परपत नही कर लात ही

त तक उस चन ही नही आत ही यही हीला भाजीन क मामाला माamp भा दख जीत हीउस खन स अमिधाक चखन क1 आदत हीत हीअकसर इस

भाव क जीतक क1 जीभा अपन हीAY क चटा करत ही उसक समान क चर दत नक1ला हीत ही और दतA क1 नवटा एक जीस नही हीत

ही कई भा कमा करत वG जीतक क आलास जीरर आत ही

धा

प(तमलयमबारधर करणि01करसमदयदवित

खडगचमगपणि0 सिस1हसथो वर बाध

धा एक सZमय गरही ही सgtय) चनदर मागला एव अनय गरहीA क1 भाबित धा क बिवषय माamp भा अनक पZरकषिणीक आखयन मिमालात ही

धा क1 उतपकषिK क सधा माamp एक रचक कथा मिमालात ही कही जीत ही बिक अबितरी पतरी चदरमा दव गर हीसपबित क शि0य था बिवदया अरधवययन क1

समानतिपत क पeत जी उसन गर क दकषिणी दन चही त उनहीन स उसस कही बिक वही दकषिणी गर पतन तर क द कर आय

चनदरमा जी गर पतन क अपन दकषिणी दन गय त गर पतन क रप दखकर वही तर पर आ0G ही गय और उस ला जीन क1 हीY

करन लागगर पतन न उस खgt समाझय पर वही न मान जी हीसपबित क यही त मालामा हय त उस शि0य जीन उनहीन भा उस हत

समाझयपर चनदरमा न अपन दरगरही नही छड अतत वही यदध क शिलाय ततपर हय और गर क यदध माamp हीर दिदय दवतओ न भा चनदरमा

क समाझयलाबिकन वही अपन हीY पर अड रही जी शि0वजी क चनदरमा क अनचर क पत चला त व Eमिधात ही उY और चनदरमा क

दड दन क शिलाय चला पड चनदरमा बिफ़र भा नही मान उसन नतरीA दतयA असरA क सथा सथा 0बिनeर और मागला क सहीयग स शि0व स यदध

करन क बिनणी)य बिकय अ घार यदध 0र ही गय तनA लाग भायभात ही उY अतत बराहम न हीसतप क बिनणी)य शिलाय इस र चनदरमा

झक गय और उसन गर पतन तर क लाZटा दिदय

एक वष) द तर न एक कनतिनतवन पतरी क जीनमा दिदयउसक बिपत चनदरमा ही था चनदरमा न उस पतरी क गरहीणी बिकय और उसक नमा धा

रख गय

धा क बिवषय माamp और भा अनक आखयन मिमालात ही बिवद0 पZरकषिणीक आखयनA माamp धा क समनध माamp अनक कथायamp मिमालात हीयgtरपय जीन

इस मारकर क नमा स जीनत ही पर इसक1 धात हीजी चनदरमा क परभाव स हीन वला और 0बिन मागला क परभाव स Yस तथा गर क

परभाव स भार मान जीत ही

खगलाय बिवजञोन मा धा

धा सgtय) क सस बिनकटा रहीन वला गरही ही उसक वयस तन हीजीर माला हीतथा सgtय) स उसक1 मारधवयमा दर तन करड सY लाख माला ही

यही सKइस माला परबित सकamp ड क1 गबित स अटठोस दिदन माamp सgtय) क1 एक परिरEमा करत ही पथव स दखन पर यही सgtय) स सKइस अ0 स

अमिधाक दर पर नही हीत ही

जयबितष 0सतरी माamp धा

जयबितष 0सतरी माamp धा क रपवन माY लान वला और सपषट लान वला तथा हीर रग क तय गय ही इस कलापरष क1 वणी क1

उपमिधा दn गय ही सभा गरहीA माamp धा क यवरजी क पद मिमाला ही धा क दवार पबिडतई वला कमा वणी क1 0शिG कलाकर गकषिणीत बिवदया माamp

चतरत शिलाखन आदिद क बिवचर बिकय जीत ही यही तवच परधान गरही हीधा क क डला माamp अचछ हीन स जीतक क1 तवच अचछn हीत हीऔर

धा क खर सथान माamp Yन य बिकस पप गरही क दवार पपEत हीन जीतक क तवच वला रग हीत हीयदिद जीनमा क डला माamp धा खर

ही त अपन द0 अनतद)0 माamp वय कफ़ बिपK स उतपनन तन परकर क रग दत हीयही 0रर क तबितरीक ततरी यन नव)स शिससटामा क अमिधाकर

ही यदिद धा पबिडत हीत ही त वयशिG क अनदर क1 सचन समाझन और माहीसgtस करन क1 0शिG कमाजीर हीत हीजीस ख0gt दgt क पत

नही चलानतवच क सनन ही जीनचटा लागन य बिकस क1ड क कटान क पत नही चलानतवच माamp कभा कभा कला रग क चकK पड

जीन और अपन आप ही समापत ही जीन आदिद त भा दखन क मिमालात ही 0रर माamp धा क आमिधापतय छत और जीओ क आग क

भाग क भा माशिलाक नय गय हीदधिजीस जीतक क1 क णडला माamp धा चनदर क1 यबित हीत ही वही माजीबिकय सवभाव क हीत हीअकसर इस

परकर क जीतक दसरA क बिकस न बिकस परकर स नकसन पहचन माamp अपन आननद क ढान जीनत ही धा क खर हीन पर 0E क

सहीर लान पडत हीधा रह क दष स दर हीत हीवयपर करन इसक1 माखय पबिहीचन मान जीत हीवयपर माamp भा उन कमा स दधिजीनक

अनदर तA स कमाय जीत ही

जी जीतक पgtव) जीनमा माamp न बिकय जीन वला कमाA क करत हीदसरA क पर0न करन माamp दधिजीनक आननद आत हीतA क1 चलाक1 स लागA

क लाgtटा हीत हीतA क शिलाखकर कही कर लागA क पर0न य गमारही बिकय हीत हीइस परकर क जीतकA क माखय दख दमपतय जीवन

क हीत ही उनक1 0दिदय सही समाय पर नही हीत हीहीत भा ही त समनधA क सख नही हीत हीपबित य पतन बिकस भा परकर स सही

त नही करत ही घार क अनदर सभा सदसय तA क1 लाडई माamp मा0gtगला ही जीत हीबिकसन कय कही ही क परबित अकसर कर क1 हीस हीत

हीपबित पतन माamp मानमाटाव कलाही और अगर समनध नत भा ही त समनध बिवचछद भा करवन माamp धा क हत ड माहीतव हीत ही धा

अकसर वयपर माamp अपन गबित परदन करत ही दधिजीन जीतकA न अपन जीवन माamp अचछ कमा) बिकय हीत ही त वही वयपर माamp कफ़1 ढाKर

करत हीऔर र कमा क परभाव क करणी चलात हआ वयपर अकसमात ही नच जीन लागत ही और घार क अनदर भा कला0 हीन क करणी

सधानA माamp कमा हीत जीत ही दधिदधमान हीन पर भा कई त नही नत हीऔर वही अपन चतय) क भा रद करत रहीत ही अचछ

धा अचछ वयपर नत हीधान और धानय स पgtणी) करगजीवन पgtर आननद माamp तग आदिद तamp भा समाझ माamp आत ही धावर धा क

मिधान हीपनन इसक रतन हीदधिजीसक धारणी करन स यही लाभाकर हीत हीपतला इसक1 धात हीऔर अनन माamp हीर माgtग इसक अनजी ही धा क

नतरीA माamp अशलष जयषठा एव रवत हीधा क1 रशि0य मिमाथान और कनय ही दधिजीसमा मिमाथान सकरतमाक और कनय नकरतमाक रशि0 हीत ही

लाबिकन कनय रशि0 माamp यही जीतक क माYk वणी लान वला और समाजी माamp अपन क मिमालाकर चलान वला मान जीत हीपनदरही अ0 माamp

यही परमा उचच क हीत ही और मान रशि0 माamp यही पनदरही अ0 माamp परमा नच क हीत ही

अक0सतरी माamp धा

अक बिवदया माamp पच क अक धा क अक ही और दधिजीसक जीनमा 51423 तरख माamp हआ हीत ही उसक शिलाय धा क परभाव जीवन माamp

माहीतवपgtणी) मान जीत ही इन अकA स समतमिनधत जीतक अमिधाकतर जीलदजी हीत हीबिकस भा त क बिनणी)य लान माamp दर नही करत हीऔर

अकसर इनक दिदमाग खजी हीत हीइस करणी स नय नय तA क1 खजी क करन क द यही जीलदn स धान कमान क परबित अपन

दिदमाग चलात रहीत ही इनक दिदमाग ड स ड वयपर चलान माamp भा नही घाडत ही और उसक मातला चही लाभा स ही य हीबिन स इनही

मातला नही हीत हीलाबिकन धा क अचछ परभाव क करणी इनक वयपर अकसर सफ़ला ही हीत ही अकसर वयपर क कमाA क तनव क

हीन क जीgtद भा यही अपन कमा क आरमा स सभाला ला जीत ही धावर और 0Eवर इनक शिलाय अचछ दिदन हीत हीधा परधान

जीतकA क सवभाव 0माtला और लाचला हीत हीइन अदओ क करणी स भा यही अनय लागA क दिदला जीत लात ही इन जीतकA क धा क

रतन पनन पबिहीनन स भा आरमा मिमालात हीऔर गय क हीर घास खिखलान स भा इनक जीलदn आरमा मिमालान लागत हीधा क जी मातरीA क

जीप भा इनक शिलाय लाभाकर हीत ही धा क1 क प स जीतक क पस अथाही समपकषिK आन लागत ही और समाजी सथान माamp आदणीtय भा ही

जीत ही

धा परधान वयशिG दधिदधमान हीत ही इनक शिलाय ससर क जञोन स ढाकर और कई खजीन इनक पस नही हीत हीबिकस भा करणी क 0धा

करन क द यही प एच ड जीस उपमिधाय आरमा स लालात ही यही सगत बिपरय भा हीत हीवकपटात क परभाव इनक पस हीत

ही0शिG0ला बिवचरवन सZनदय) क पजीर भावन परधान बिवदयावन और दधिदधजीव हीत हीशिलाखन क1 कला इनक1 अचछn हीत ही और अर

नन क1 कला इनक पस अदभात हीत हीहीर कमा क सच समाझ कर ही करत हीखला सथान इनही अमिधाक पसद हीत हीखच) करन क

अनदर इस परकर क जीतक क जीgtस भा हीत हीदधिदध परधानत वला कमा जीस जयबितष डकटार वक1ला दलाला वयपर लाखक gtगर वला

कमा और अथा)0सतरी माamp बिनपणीत वला कमा इनही अचछ लात ही

इस अक वला जीतकA क1 क छ कमिमाय भा हीत हीजी उनक1 परगबित माamp रकवटा पद करत हीजीस आलास आन जीलदn गसस हीन अकरणी

ही गसस करन लाग जीन शिचनत वला तamp और अपन य परय वयशिG क 0क माamp डलान वला कमा करनअमिधाक तamp करन आदिद मान

जीत ही असफ़लात क बिवचर स भाय हीन 0क करन आदिद भा दख पद करन वला करणी हीत हीदधिदध क कय) करत रहीन स भा इनक

0रर कमाजीर हीत जीत ही और 0रर क कमाजीर हीन स फ़ फ़ड वला रग जीकमा लाग रहीन टाn आदिद जीस रग पद ही जीन एलाजीt

वला रग हीत जीन भा मान जीत ही जीवन सथा क अपन अनरप नन क करणी भा इस अक क जीतकA क शिलाय दखदय हीत

हीअकसर इस अक क जीतकA क जीवन सथा चप ही रहीत ही और बिन दधिदध क कमा करन क करणी घार और परिरवर माamp अ0बित क करणी

भा नत ही खन पन और लान पर बिनयतरीणी नही हीन क करणी इस अक क जीतक बिन करणी क ही दशमान य मार भा पला लात

ही

क डला माamp रही भावA माamp धा

रही भावA मा धा क1 षदभिसथाबित क परमाख रप स समाझन क शिलाय परतयक भाव क धा क रप अलाग अलाग हीत हीयही पर जी रप धा क

परदरथि04त बिकय गय ही व क वला धा क1 उचच षदभिसथाबित क समाझ कर ही बिकय गय ही जीरर नही ही बिक आपक धा क रप भा इस तरही स

हीअगर आपक1 क नडला माamp धा पर बिकस अनय गरही क1 र नजीर ही त उसक परभाव भा र ही सकत ही जीस रह क परभाव पडन पर

अचछn वणी हीन पर भा आपक1 वणी क गरहीणी लाग गय हीगला माamp इनफ़ कसन क दवार आदिद समाझन चबिहीय

परथामा भाव माamp धा

पला आभा शिलाय चहीर हीत हीलाम उमरो क माशिलाक हीत हीगकषिणीत और गणीन करन वला बिवषयA माamp परवणीत हीत हीमाजीबिकय सवभाव

हीत ही यन हीर त क माजीबिकय लाहीजी माamp कहीनधामा) क कय माamp रशिच हीत ही

दसर भाव माamp धा

अचछ कय) करन माamp रशिच हीत हीबिहीममात हत हीत हीदधिदध स तजी हीत हीमाहीनत भा खgt करत हीवक1ला य नत जीस गणी हीत ही त

क1 त माamp धान हीत हीदलाला और 0यर जीर वला कमा माamp रशिच हीत ही

तसर भाव माamp धा

लाखन क पकक हीत हीकमपयgtटार और इस परकर क यतरीA क सचशिलात करन क1 मात हीत हीसफ़टावयर आदिद नन माamp बिनपणीत हीत

हीशिचतरीकर और कबिवत करन माamp रशिच हीत हीबिवषयA माamp आ0शिG हीत हीसदगणी भा भार हीत हीमाटा 0रर हीत हीगलामाटाला आक बित

हीत हीबिहीन अमिधाक और भाई कमा हीत हीबिपत क धान कर ही जीत ही

चZथा भाव माamp धा

भागयवन हीत हीदन करन माamp बिनपणी हीत हीदन दन माamp क पतरी और सपतरी क समाझन क1 बिहीममात हीत हीशिलाखन क1 कला हीत

हीनबितयA पर चलान क आदn हीत हीदधिदधवन हीत ही

पचमा भाव माamp धा

जीनमा स सवथा) जीवन माamp भार हीत हीअपन कमा बिनकलान माamp चतरत हीत हीकमा बिनकलान क द भाgtलान क1 आदत हीत हीसनतन क

अभाव हीत हीक वला धान क1 चहीत हीत हीजीमान कमा क करन और जीमान आदिद क परबित मानशिसकत न रहीत ही

छY भाव माamp धा

कला0 करन अचछ लागत हीलाबिकन वणी माamp मिमाYस हीत हीआलास 0रर हीत हीअकषिभामान क1 मातरी भार हीत हीपरिरशरमा और

कमाकत क समाव0 मिमालात ही दसरA क1 सव करन अचछ लागत ही

सपतमा भाव माamp धा

पबित य पतन क शिलाय सखदयक हीत हीकनतिनतवन 0रर हीत हीतAद बिनकला जीत हीसनदर और क लान परक बित हीत हीसमपदन करन क1

मात हीत हीउदर परक बित हीत ही

अषटमा भाव माamp धा

लाम उमरो हीत हीसनदर पतन य पबित हीत हीत क भारस नही हीत हीखत क कय) माamp बिनपणीत हीत हीजीस गवन आदिदनयय

करन क अनदर ईमान क समाव0 हीत हीवयपर स लाभा क वला दलाला वला कमाA माamp हीत ही

नवमा भाव माamp धा

दधिदधमान हीत हीतथा)टान करन क1 कमान हीत हीअपन समाजी माamp त रखन वला हीत ही कबिव गन बिवदया माamp बिडगर य बिडपलामा हीत

हीनयय यतरी करवन वला कय क मानस रहीत ही बिवद0 लागA और अगरजी माamp अचछ जञोन हीत ही

दसमा भाव माamp धा

रजी यग क करणी नत हीअलपय हीन भा मान जीत हीमात क1 बिहीन स सवभाव मिमालात जीलात हीबिपत क परबित वफ़दर नही हीत

हीखद क कमाA क खद क परयसA स ही खतमा करन क1 भावन न जीत ही

गयरहीवamp भाव माamp धा

लाभा माamp अपर समपकषिK क1 कमान हीत ही बिपत क1 जीयदद मिमालात हीछटा भाई बिहीन स सनही हीत हीमात क शिलाय कषटकर हीत

हीशि0 और मानरजीन माamp अमिधाक रधवयन रहीत ही

रहीवamp भाव माamp धा

बिवदवान धामा)तमा सवभाव हीत हीबिकस भा भाष क पकडन क1 मात हीत हीदवय जञोन क1 जीनकर हीत हीसमाजी माamp गणी मान जीत

ही0सतरी क अचछ जञोन हीत ही आलास 0रर हीत ही

धा समनध अनय बिववरणी

धा गरही स समतमिनधत रगउनक 0मान हीत धारणी करन क1 बिवमिधा गरही 0नतिनत क शिलाय दन तथा धा गरही स समतमिनधत वयपर और नZकर

आदिद क बिववरणी इस परकर स ही-

दन

धा क क परभाव माamp दिदय जीन वला दन आशलष जयषठा और रवत नतरीA माamp सवय क जीन क रर हीर माgtग हीर वसतरी फ़ला हीर मिमाYई कस

पतला हीथादत पनन सवणी) कपgtर 0र षटारस भाजीन घा फ़gt ला आदिद दन माamp दिदय जीत हीदन शरदध पgtव)क दकषिणी सबिहीत बराहमणी क सकलप

पgtव)क धा गरही क नतरी कला माamp करन चबिहीय

वयपर

कसदकर शिसलाई मा0न क वयपर वनसपबित घा क वयपर कड खन क वयपर परचन वसतओ क सगरही करन क द चन क

कय) खला और खला आदिद क समान क वयपर करन Ykक मान जीत ही

नZकर

मातरीपद बिवधायक पद परततव बिवभाग क पद लाइबरार क कमा 0टा)हीampड टाइविप4ग क कमाampक क कमा एकउनटाampस क कमा इनकमा टाकस क1

नZकर डकतर बिवभाग माamp कमा जयबितष क कमा हीसतरख और 0यर जीर क कमा करन चबिहीय

जीव जीनत और मानय पड पZधाA फ़लाA आदिद सभा माamp करampटा हीत हीनयgtनतमा य अमिधाकतमा पड पZधा और जीव जीनत क1 उमरो क अनसर मान

जीत हीयही करनटा मिमाला एमपयर क1 नप माamp हीत ही0रर क1 गबितपड पZधाA क अनदर हीन वला गबित जी हीव य धाgtप क1 अमिधाकत स

हीत हीबिवदयात उतपदन क शिलाय मान जीत ही भाजीन करन पर 0रर माamp आलास आन इस त क दयातक ही बिक 0रर माamp नन वला ऊजी)

क बिवकस नय शिसर स चलाgt ही रही ही 0रर क अनदर नन वला बिवदयात क परयग 0रर बिकन बिकन कमाA माamp करत ही उसक शिलाय हीमाamp गहीन

अरधवययन क1 तरफ़ जीन पडग 0रर माamp खन क दवार ऊजी) क1 पgtरतित4 हीत ही0रर क दवार जी भा खदया पदथा) परयग माamp लाय जीत ही व

सभा जीमान स उतपदिदत हीत हीय समादर क पन स उतपदिदत हीत हीउनही उतपदनA क 0रर आरमा स हीजीमा कर सकत ही जी एक र

धारत पर उतपदिदत ही चक हीइस परकर क भाजीन स 0रर क अनदर जी ऊजी) नत ही उस ही य इलाषदभिकटरोक क1 सजञो दn जीत ही 0रर

अपन तबितरीक ततरी क सgtचन दन क1 बिEय माamp इस बिवदयात ऊजी) क परयग माamp लात ही0रर क अलाव भा यही हीर क1 दबिनय माamp भा अपन

सद0A क भाजीन और सद0A क परपत करन क शिलाय परयग माamp लात ही कही भा 0रर माamp चटाn कटात ही त तबितरीक ततरी क सद0 दन वला

0रर माamp फ़ ला तबितरीक ततरी वबिहीबिनय चटाn क कटा क अहीसस सधा मासतिसतक क पछ माडलाआलामागटा नमाक सथान क पहचत हीऔर

दिदमाग स तरत उस कटा जीन क सथान क सरकषित करन क शिलाय य हय सहीयत क शिलाय हीथा परA क दिदमाग स आद0 दिदय जीत ही

और हीथा पर मिमाला सकamp डA मा मिमाला उस आद0 क पलान अपन गबित क अनसर करत ही अगर कई चटाn क1 जीगही पर बिचछgt य अनय

जीहीरला जीव कटात ही त अपन हीथा परA क1 सहीयत क अलाव हीर क1 सहीयत क शिलाय दिदमाग आवजी और 0रर क गबित भा परदन

करत हीजीस कई र) कटात ही और वही पर अनय र क कटान क1 आ0क ही त 0रर क अनदर भागन क1 0शिG भा अचनक ही पद ही

जीत हीदिदमाग अपन इस बिवदयात 0शिG क परयग सरकषित हय सथान क खजीन क शिलाय भा परयग करत ही सथा ही कटा जीन वला सथान

क सgtजीन आदिद दकर बिवष क आग ढान स रकन क उपय भा करत ही चखन क शिलाय आवजी भा दत हीऔर चख क अनदर उस

आवजी क भा परकटा करन क1 0शिG और ड पवर दत ही दधिजीसस आसपस क माहीZला भा जी भा पस माamp रहीन वला लाग हीचही व

अनजीन ही य जीन पबिहीचन वला सभा क रधवयन अपन ओर बिकस भाय स दखन क शिलाय और उस भाय क1 चख क1 आवजी क सनकर

अपन अपन सर क सथा उनक अनदर भा बिहीममात क परदन करन क शिलाय 0शिG समपनन ऊजी) अपन कमा करन लागत हीइसस अगर

भाय कई सव)जीबिनक ही त सभा अपन अपन सर क दखकर सहीयत क शिलाय भागन लागत ही अगर पड 0रर क1 0शिG स अमिधाक

हीत ही त 0रर क हीस करन क द तबितरीक ततरी अपन गबित क अनसर 0रर क1 0शिG क इकटठो करन और जीमा लावन ततवA क1

पgtरतित4 क शिलाय बिकय जीन वला उपयA क सथा 0रर क नकसन पहचन वला करकA क बिनदन करत ही इस बिनदन माamp जी करक

माहीतवपgtणी) हीत ही उनक अनदर आसपस रहीन वला लाग य दरसथा रहीन वला लागA क भा यही तबितरीक ततरी सgtचनयamp पहचन क कमा करत

ही आसपस रहीन वला लागA क अनदर त पड क1 खर करन क शिलाय अपन आसपस क करकA क 0रर क1 ऊजी) अपन कय) करत

हीऔर जी हीर और दरसथा लाग हीत ही उनक शिलाय समतमिनधत 0रर क अगA क फ़डकन क कय) करत हीउनक अनदर अकसमात ही

बिवचरधार क अनदर दलाव क कय) करत हीअगर कषट भागन वला वयशिG बिकस क पतरी ही त मात कपबित ही त पतन कबिपत ही त

पतरी क और अनय समनध ही तथा उस समनध स अमिधाक लागव ही त उस समनध क अपन अपन अग क फ़डक कर सgtचन दन क

कमा यही ऊजी) करत ही यही नही इस ऊजी) क कमा बिकस भा ख0 क1 खर क भा 0रर क अगA क फ़डककर भाजीन क कमा करन

हीत हीअगर ख0 खर परपत करन वला जीतक स रही ही त सवपन क मारधवयमा स भा इस ऊजी) क दवार स सद0 परसरिरत बिकय जीत ही

सतरी क य और परष क दबिहीन अग ख0 क1 खर क परपत करन क समाय फ़डकन आरमभ करत ही और र खर क समाय सतरी क

दबिहीन और परष क य अग इस बिEय क परदरथि04त करन लागत ही

जीग) मात क भा अपन पतरी क1 सकटा क1 षदभिसथाबित माamp फ़Zरन अहीसस त ही जीत ही जी उसक सतनA माamp खजीला चलान 0र ही जीत हीपतरी

क ऊपर आन वला सकटा क अहीसस मात अपन आप माहीसgtस करन लागत ही उसक दिदला माamp चन नही आत हीऔर रत क र र सवपन

भा चलाgt ही जीत ही इस ऊजी) क परभाव बिकस परकर स अपन सद0 पहचन क कय) करत ही इसक शिलाय पgtव)कला स ही अनभाव क

आधार पर अग फ़डकन क फ़लाफ़लाA क इबितहीस चलात आ रही ही0रर क हीर बिहीसस अपन अपन परभाव तन लागत हीजीस बिकस

वयशिG क मासतक फ़डकन लागत ही त उस नZकर लागन य कमा मिमालान अथाव बिकस जीमान क मिमालान क अहीसस हीन लागत हीमासतक

क शिलाय वही चही परष ही सतरीअकसर सथान दलान य बिकरय क माकन शिसफ़टा करन क पहीला यही अहीसस हीन लागत ही नZकर माamp य

अपन वयवसय माamp सथान दलान क समाय भा यही अनभाव दख गय ही अकसर बिकस वयशिG क1 दनA भाहीamp अपन आप फ़डकन लागत ही त

उस समाझ लान चबिहीय बिक उसक र दिदन अ त गय ही और सख क समाय आन वला हीवही दधिजीस त क शिलाय भा दख था उसक दख

दर हीन वला हीसथा ही उसक हरदय माamp एक उतसही भा जीनमा लान लागत ही आखA क1 फ़डकन अमिधाकतर समाजी माamp परचशिलात हीसतरी क1

य आख और परष क1 दबिहीन आख बिकस भा सथान स फ़डकन लागत ही त उस जी भा बिपरय हीत ही उस क द0)न हीन हीत ही

लाबिकन बिवपरत अवसथा माamp अ0भात क दखन भा मिमालाकरत ही सतरी क यamp नतरी क कन क1 तरफ़ क कZन फ़डकन 0र हीत ही त

जीरर लाकषमा क1 परनतिपत हीत हीवही चही सन चदn क रप माamp ही य नगद धान क रप माamp मिमाला उस मिमालात जीरर ही यही हीला परष क

दबिहीन नतरी क शिलाय मान जीत ही आख क ऊपर क बिकसस माamp भा यही जीन जीत ही बिक अगर परष क दबिहीन और सतरी क य पलाक

फ़डकत ही त बिकस पदव क1 परनतिपत हीत ही और बिवपरत माamp पदव क अत हीत ही कनध फ़डकन माamp भागA क1 परनतिपत और बिवपरत

अवसथा माamp भागA क चला जीन मिमालात ही थाड क फ़डकन सतरी और परष क शिलाय बिकस ड डर क शिलाय मान जीत हीबिकस क1 धामाक1

य बिकस परकर स घार य हीर क वयशिG क सथा अकसमात हीदस हीन क1 खर थाड स मिमालात हीलाबिकन कणY फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp

यही उलटा हीत हीइसमाamp परशिसदधिदध और धान लाभा मिमालात दख गय ही गद)न क बिपछला बिहीसस फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp जी भा र भाव मानन

वला लाग हीत ही व हीव हीन क1 कशि00 करत हीहीAYA क फ़डकन क समाय माamp भाZबितक वसत जी हत बिपरय हीत मिमाला जीत ही पY

फ़डकन क सतरी और परष दन क भा र मान गय हीय त मार पकडत हीय बिफ़र बिकस त माamp हीरन पडत ही कख फ़डकन पर

जी अपन खस हीत ही उसस मिमालान हीत हीलाबिकन दबिहीन और य क भा खयला रखन पडत हीबिवपरत अवसथा माamp बिछडन भा मान

जीत ही दिदला क धाडकन अकसर जी भा जीनमा शिसदध कमान हीत ही उसक मिमालान क समाय मान जीत हीचही वही हीमा0 स मान जीन

वला भागवन क बिकस भा रप माamp कयA न ही माही क अनदर फ़डकहीटा अचछ भाजीन क1 परनतिपत क सक त मान जीत हीहीथाला माamp खजीलाहीटा

धान क आगमान और बिवपरत अवसथा माamp खच) करन क1 षदभिसथाबित क भा द0)त ही कमार क फ़डकन हत अचछ कमा क अनदर क छ समाय

क शिलाय बिजी हीन और द माamp सममान दन क शिलाय मान जीत ही नकषिभा क फ़डकन पबित क शिलाय पतन क बिछही और पतन क शिलाय

पबित क बिछही क रप माamp जीन जीत ही परइवटा पटा) क फ़डकन पर इषदभिचछत सथा क सथा रमाणी करन क समाय तय गय ही गद क

फ़डकन पर वहीन क लाभा हीत हीचही वही खद क मिमाला य बिकरय क वहीन स सफ़र करन क अवसर मिमालाजीघाA क फ़डकन स वसतरीA

क1 परनतिपत हीत हीघाटान क फ़डकन स घार माamp 0तरीओ क1 और वयपर माamp कमपटाnटार क उदय हीन क समाय मान जीत ही पर फ़डकन पर

बिकस नय सथान क1 तरफ़ पलायन हीत हीबिवपरत अवसथा माamp र सथान क परपत करन क सक त भा मान जीत ही पर क तला क फ़डकन

क1 षदभिसथाबित माamp अचला समपकषिK क1 परनतिपत और बिवपरत अवसथा माamp अचला समपकषिK क जीन क समाय मान जीत ही चच क मार हीन क

समाय मात क1 छत अपन आप दरबिवत हीन लागत हीचच क Ykक हीन क समाय मात क1 य छत फ़डकन लागत ही सही क समाय माamp

जीलदn असर मिमालात ही 0मा क समाय माamp दर स असर मिमालात हीलागतर फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp भाला य र परभाव पलान क नन क द

मिमालात ही एक सथा दन अग क फ़डकन भागय और दभा)गय क च माamp चलान वला हीस मान जीत ही इसक अलाव और भा सकडA

बिEययamp इस 0रर क दवार समपदिदत क1 जीत हीजी क वला य इलाषदभिकटरोक करampटा क दवार ही समभव ही कई वयशिG अगर लागतर

नकरतमाक षदभिसथाबित माamp चला जीत ही और वही र र अपन क अक ला रहीन क शिलाय परिरवर य समाजी क लागA स दर रखत ही त उस

वयशिG क शिलाय यही नकरतमाक ऊजी) क परव0 क समाय मान जीत हीइस कला माamp उस वयशिG स कई भा वत) करन पर वही खजीत ही

और अपन 0रर क समापत करन क1 धामाक1 दत ही नकरतमाक ऊजी) क 0रर स दर करन क शिलाय वयशिG क ऊपर स खन वला सद

नमाक एक माटठोn 0मा क समाय सत वर उसर करन क द घार क हीर सडक पर डलान स उसक1 नकरतमाक ऊजी) स छ टाकर भा

मिमालात दख गय ही नकरतमाक ऊजी) क एक परभाव और दख गय ही बिक वही घार क अनदर सस पहीला कला0 पद करन क करणी पद

करत हीवही वयशिG क बिकय जीन वला कमा स रधवयन भाग करत हीवही कर क छ रही हीत ही और करत क छ हीइस करणी स घार क अनदर

नकसनसमनधA क अनदर बिगड और वयपर क अनदर नकसन तथा नZकर क अनदर माशिलाक स परतणीन क असर दत हीइसक शिलाय

सही क अपन जीगन क द अपन इषट क रधवयन माamp रखकर उसक1 मानशिसक इमाजी अपन दनA हीथाA माamp दखन क द तथा जी सवर चला

रही हीउस पर क पहीला बिसतर स नच रखन क द ही कय क 0र करन चबिहीय रत क नद नही आन क1 अवसथा माamp भा सgtय|दय स

पहीला जीगन क1 बिEय क करन चबिहीयऔर जीही स भा उगत हय सgtय) क दरशय दिदखई द दखन क परयस करन चबिहीय अकसर उन लागA

क हत ही सफ़ला हीत दख गय ही जी लाग सही क उगत हय सgtय) क नदn य समादर य तला क पर दखन क1 कशि00 करत ही दन

भाजीन पgtजी और समतमिनधत वयशिG क1 भालाई क1 कमान क शिलाय जी भा उपचर बिकय जीत ही व अपरतय रप स फ़यद दत दख गय ही

दिदमाग क1 अमिधाक अ0नतिनत स चन क शिलाय पहीड यतरीयamp भा कमाय हीत ही

दन क माहीतव

अकसर जीवन मा दन क माहीतव हीमात अपन मामातव क चच क शिलाय दन करत ही बिपत अपन परषथा) क शिलाय अपन जीवन क क1 जीन

वला माहीनत क दन अपन चच क शिलाय करत हीभाई अपन हला क दन करत हीबिहीन अपन तरक स समनध नकर और समाजी

नकर अपन भाई क तरी क दन करत हीभाई अपन बिहीन क शिलाय आजीवन अपन सहीयत और 0शिG क दन करत हीड हीकर

चच अपन मात बिपत क वदध हीन पर उनक1 दख रख और भाजीन क दन करत हीपतन पबित क रबित सख परदन करत हीअपन दवार

पबित क शिलाय बिनसवथा) भाव स भाजीन और पबित सख और आय वदधिदध क परबित पgtजी पY करत ही आग क शिलाय व0 चलान क परबित अपन

कमान क समारतिप4त करत ही ह अपन सवथा) क तयग कर पबित क क ला मा 0बित और समपननत नन क परबित अपन जञोन क दन करत

हीदमाद अपन हला और सममान क दवार अपन ससरला जीन क मान ढान माamp अपन 0शिG क दन करत ही क छ लाग अपन

वयवसय सथान पर Y कर रसत तकर अपन जञोन क दन करत हीक छ लाग पयसA क शिलाय पयऊ खलावकर धामा)0ला नव कर लागA

क जीवन क सद गमाt स चन क शिलाय अपन हला क दन करत ही हीक1कत मा दख जीय त यही 0रर ही दन स और दन क शिलाय

न ही एक वयशिG एक लाख रजीन कमा रही ही लाबिकन वही अपन शिलाय मातरी क छ सZ रपय माamp अपन पटा भार लात हीऔर क1 क धान

वही अपन परिरवर क शिलाय जीमा करत ही बिक वही अपन सतन क शिलाय इतन इकटठो कर द बिक उसक द उसक1 सतन बिकस क1 माहीतजी

नही रही और वही सख रही लाबिकन इस सख रखन क करणीA माamp माही पद ही जीत हीयही माही करन ही उसक1 भाgtला ही और इस माही क

चककर माamp 0रर स क1 जीन वला माहीनत दन सवरप न हीकर माही क जीजीला माamp चला जीत ही मात न अगर पतरी क जीनमा दन क द यही

सच शिलाय बिक उसक पतरी ड हीकर उसक1 पलान करगउसक1 सव करगउसक शिलाय ह लाकर उसक1 आजञो क पलान करवयग त

मात क यही माही उस समाय कर ही जीत ही जी लाडक ड हीत ही और अपन माजीt स 0दn बिववही करन क द अपन घार अलाग

स लात ही मात अपन पतरी क सहीर रहीन क करणी और अपन शिलाय क छ न चकर क वला पतरी क शिलाय ही स क छ करन क द जी पतरी

पस स बिनकला जीत ही और पतन क शिलाय सचन लागत ही त मात क वही पलान पषणी स लाकर पढान शिलाखन और सभा सधान पतरी क

शिलाय जीटान क परबित कर ही जीत ही उस समाय मात और पतरी क च तनतन चलात ही और ह जी दसर घार स आय ही उसक अनदर

यही भावन घार कर जीत ही बिक मा क वला टा स धान क माही करत ही और टा मा क कही पर चलात ही उसक1 त क नही सनत हीइस

परकर स तकरर ढा कर ड तकरर न जीत हीटा न त मा क छड सकत ही और न ही पतन क छड सकत हीपतन क पस द

रसत हीत ही एक अपन मात बिपत क और दसर कनgtन कलाबिकन मात क पस एक ही रसत हीत ही वही हीत ही अपन पतरी कह य

त अपन मात बिपत स परतणीन दिदलावत ही अथाव कनgtन क सहीर लाकर मात बिपत क जीय भाजीन और सहीयत दन क जीला क1

हीव दिदलावन क कमा करत हीटा क समान द ही रसत हीत ही य त वही ह क लाकर अलाग रहीन 0र कर द य ह क तलाक दकर

बिफ़र स मात बिपत क कहीन माamp चलान लागउस दसर सधान ही सही लागत हीलाबिकन इन स क पछ जी था वही मात क लाभा ही थाअगर

मात न बिपत क सथा मिमालाकर पहीला स ही पतरी क1 शि0 क द उस जीबिवक क सधान दकर अलाग कर दिदय हीतऔर ह क पहीला स ही

अलाग करन क मानस न शिलाय हीत त जीला जीन क1 य परतकषिणीत हीन क1 समासय ही नही आतयही स माही क करणी ही मान जी

सकत हीजी पलान पषणी मा कई माही नही थाअगर उस समाय माही हीत त डकटार क पस चच क मार हीन क द नही ला जीय

गय हीतशि0 क सथानA माamp एडमिमासन नही करवय गय हीतसद गमाt क समाय माamp उस कपड और रहीन क सथान क दसत भा नही

करवय गय हीतलाबिकन जीस ही वही कमान लायक हआ और मात क अनदर माही न जीनमा ला शिलाय

दन माamp माही और अहीमा क तयग

दन करन क शिलाय माही क तयग जीरर हीमाही क करन स भाजीन क दन नही बिकय जी सकत हीभाजीन ही खgt सर रख ही लाबिकन दन

करन क जी तभा नही करग जी यही माही पद ही जीयग बिक कला भा इस भाजीन क इसतमाला करन हीलाबिकन जी वही रख हआ भाजीन

बिकस जीव जीनत य माZसमा क1 खर स कर ही गय त मान माamp उस खर भाजीन क फ़amp कत समाय सतप हआयही सतप त नही हीत

जी उस भाजीन क बिकस मागन वला वयशिG क आरमा स खिखला दिदय हीत और वही भाजीन स तपत हआ वयशिG क छ और भा दकर जीत

जी सतप स कई गन ढा कर हीत और आग क अचछ र समाय माamp कमा भा आत दन क रप अलाग अलाग समाय माamp अलाग अलाग रप

धारणी कर लात ही दन क शिलाय मागन वला क छटा और दन वला क कभा ड नही समाझन चबिहीय यही कथा वमान अवतर स शि0

दत ही पबित क पतन क शिलाय दिदय जीन वला वचन जी दन क ही रप ला लात हीकभा भाgtलान नही चबिहीयसमाय क दलान पर दिदय

हआ वचन बिकतन ड रप ला सकत ही इसक उदहीरणी रमाचरिरत मानस माamp दसरथा और क क ई क1 कथा स समाझ जी सकत ही वमान

अवतर माamp भागवन न ववन अगला क रप माamp पgtर पथव आक0 पतला सभा तन पग माamp नप शिलाय था और रजी शिला क ऊपर आधा पग क

कजी) ही छड दिदय था उस परकर स रजी दसरथा क दवार क क ई क दिदय गय द वचन शररमाचनदर जी क शिलाय चZदही वष) क वनवस क

करणी न थाऔर पतरी बिवयग माamp रजी दसरथा क1 मातय क करणी न था इनक अनदर भा माही क रप क वला अहीमा क रप माamp थाअगर

रजी शिला क यही अहीमा नही हीत बिक यही ववन अगला क पबिडत कय ड माग लागत कजी)ई नही नतऔर रजी दसरथा क वही अहीमा

बिक जी चहीampग तभा द वचनA क1 पgtरतित4 कर दampगइसमा कय ड ही त इतन ड हीबिन नही भागतन पडत

दन क तन परकर 0ररधान और बिवदया

अकसर वयशिG तन तरही क दन क शिलाय हीमा0 रधवय हीत ही0रर दनधान धान और बिवदया दन 0रर क दन परष और सतरी दन

मिमालाकर सतन पद करन क दवार दत हीऔर वही 0रर ससर बिहीत क शिलाय हीत ही य अबिहीत क शिलाय यही उनक पgtव) कमा| और ससर क1

आवशयकत क अनसर हीत ही धान क दन परष और सतरी पहीला अपन परिरवर क पषणी और ससर बिहीत क कमा क शिलाय दन करत ही

वही भा परष और सतरी क अपन अपन भावA क अनसर मान जीत ही बिवदया क दन क शिलाय कभा ड य छटा क भाद नही मान जीत

हीजीस बिकस कमा क करन क शिलाय जी वही कमा समाझ माamp नही आत ही त एक छटा चच अपन दधिदध स उस कमा क करन क शिलाय

अपन मात दत ही वही बिकस ड स ड माहीरथा और जञोन आदमा क दिदमाग स पर त मान जी सकत ही दधिजीस परकर स लाक धराव न

अपन मात क परशन क उKर क अनसर जीगत बिपत क ही अपन बिपत मान था और वन माamp जीकर तपसय करन क शिलाय पच सला क1 उमरो

क चन था और कमा स कमा उमरो माamp उनहीन जीगत बिपत क द0)न परपत कर शिलाय थाभाG परहीलाद न अपन बिपत क जञोन क तचछ समाझ था

और शर हीरिर क चरणीA माamp अपन मान लागकर ड स ड आफ़तA स अपन क च शिलाय था

0रर दन क करकतव

0रर दन क शिलाय सतरी और परष क समाजी क अनसर एक शरखला नकर चलान पडत ही उस शरखला क अनदर ही 0दn बिववही रबित

वयवहीर और समादधिजीक बिनयमाA क मान जीत ही अगर इन तA क नही मान जीत ही त मानय और प0 क अनदर भाद ही कय रही जीत

ही रबित नबित क अनसर दिदय गय 0रर दन दिदय गय दन क ड रप हीत ही और समाय समाय पर अपन नमा और कय) क इबितहीस माamp

शिलाख जीत ही कई भा परष बिकस भा सतरी क1 तरफ़ आकरतिष4त तभा हीत ही जी उसक अनदर कमा वसन क सचर हीत ही लाबिकन वही

अगर समादधिजीक बिनयमाA क अनसर अपन कमावसन क 0त करन क शिलाय उपयG सतरी क नही परपत करत ही त वही दिदय गय 0रर

दन य त कgt ड क ढार मा जीत ही अथाव वही अगर बिकस परकर स च भा गय त समाजी और ससर क शिलाय कभा भा अबिहीत क करणी

न जीत ही 0रर दन क शिलाय समादधिजीक बिनयमाA क शिलाय कथा कही जीत ही बिक 0क सवत क बिवEमा समवत क द क मान जीत

हीबिवEमा समवत क द जयबितष 0सतरी माamp परवणी एक जयबितष क यही पत लाग बिक अमाक समाय माamp सतरी क सथा माथान करन क द अगर

सतन क1 परनतिपत हीत ही त वही ससर माamp अपन नमा लाकर हीमा0 क शिलाय चलात रहीग लाबिकन जी उस जयबितष न दख बिक समाय उस

रत क ही और उसक1 पतन बिकस नदn क पर रहीत हीवही जीलदn जीलदn नदn पर करन क शिलाय क वटा क पस गयक वटा न दख कई हत

ही जीरर त ही और उस त क जीनन क शिलाय जी क वटा न अपन दधिजीजञोस क जीबिहीर बिकय त जयबितष जी न अपन त क उसस

त दिदय क वटा चलाक था उसन सच बिक जी इतन माहीतव पgtणी) ही और वही अपन नव क चलाकर और नव स बिकय जीन वला कय) स

ससर माamp नमा नही चला सकत ही त उस अपन सतन क इस कमा क शिलाय परयग माamp लान चबिहीय उस क वटा क जीवन और खgt0gtरत

कनय था उसन जयबितष जी क समान परसतव रख दिदय बिक रत क अनधर ही गय ही और वही रत माamp नव क नदn माamp नही ला जीयगअगर

यही माहत) जयबितष जी क परयग माamp लान ही त उसक1 कनय स गधाव) बिववही करन क द उस माहत) क परयग माamp ला सकत हीजयबितष जी

तयर ही गय और उस रत क जयबितष जी न उस क वटा क1 कनय स गधाव) बिववही करन क द गभा)धान क पgtणी) बिकय उस कनय स जी

पतरी परपत हआ वही 0क नमा स जीन जीत ही यही कथा रमायणी माamp माकररधववजी क र माamp कही जीत हीजी हीनमानजी लाक क जीलाकर

पसन स तर तर समादर माamp कgt द त उनक पसन क एक माछला बिनगला गयउस बराहमचर पसन क अनदर वय) क कणी थाउनही कणीA स

माछला क जी सतन हय वही माकररधववजी क रप माamp हय और उस पतला क रजी अबिहीरवणी क दवारपला क1 सव क अवसर मिमाला रमा

लामाणी क जी अबिहीरवणी शिला दन क शिलाय पतला लाक ला गय त हीनमानजी क पहीला दवारपला क रप माamp तनत माकररधववजी स ही

माकला करन पडद माamp पत लाग बिक वही उनही क1 सतन था 0रर दन क शिलाय समाजी क बिनयमा हत ही माहीतव रखत ही जीस एक

करगर बिकस कला क जीनत ही और आग आन वला चच उस करगर क1 कला क अपन परिरवर और घार क अनदर ही चपन स दखत

रहीत ही त व उस करगर क1 कला स वबिकफ़ हीत जीत ही उन चचA क कही अनय सथान पर जीकर शि0 नही लान पडत और व उस

कला क और अमिधाक बिवकस करन क द आग स आग परयग माamp लात जीत ही त उस कला क बिवकस अपन आप हीत चला जीत ही

उस परकर स समाजी और वणी) वयवसथा क अनसर जी 0दn बिववही बिकय जीत ही त हीन वला चच उस समाजी क अनदर अपन क

अपन आप ढालात चला जीत हीऔर जी कय) य वयवसय अथाव ससकर उनही मिमालात ही उनही क अनसर व अपन क न लात ही लाबिकन

0रर माही और रप आदिद क लाभा माamp जी समाजी स अलाग बिकस परकर स 0दn समनध बिकय जीत हीत कमाकत क अनत हीन क द

जी रप और 0रर माही क भरामा टाgtटात ही त अलाग समाजी माamp बिकय जीन वला रिरसत टाgtटात ही और अगर उन रिरसतA क अनदर कई सतन ही

गय ही त वही अपन बिपत और मात क अनसर ही अपन क नन 0र करग इस परकर स वही पद हीन वला सतन न त इधार क1 रही

और न ही उधार क1इस परकर क1 सतन क भाटाकव क रसत मिमालात ही और वही दर दर क1 Yकरamp खन क शिलाय माजीgtर ही जीत ही

अथाव उस समादधिजीक बिनयमाA स नफ़रत हीन क करणी वही समाजी स अपन परन बिहीस क चकन क शिलाय आतकवदn जीस नबितयA माamp

जीकर मानय और समाजी क दद) नही समाझन क करणी हीतय जीस जीघानय अपरधा करन 0र कर दत ही अकसर यही त उन परिरवरA माamp

भा मिमालात ही जीही तमिसतरीय आधाबिनकत क चककर माamp अपन क कषिणीक सख क शिलाय अनय माद क1 कमाकत क शि0कर ही जीत ही और

उनस पद हीन वला चच समाजी और परिरवर क तक माamp रखकर घार और परिरवर क ही लागA क शिलाय आफ़त क करणी न जीत

हीअकसर इस परकर क चच खgtन क समनध नही हीन क करणी अपन परिरवर क सदसयA क परबित दय य परमा भाव नही रख पत ही और

उस परकर स सचन चलाgt कर दत ही जीस बिक उनक कमाक बिपत क सचन हीत था

सस ड दन दय ही

मानय क अनदर दय क दन सस ड दन मान जीत हीकही भा गय ही बिक दय धामा) क माgtला ही पप माgtला अकषिभामान दधिजीसक अनदर दय

हीत ही वही रसत चलात क भा सहीर दन जीनत ही और जी सहीर दिदय जीत ही वही भा एक तरही क माहीदन ही हीत ही वही दय चही

मानय क परबित ही य जीनवर अथाव जीव जीनत क शिलाय वही दय ही सस ड दन मान जीत ही भागवन स भा परथा)न क1 जीत ही बिक

दय कर दन भाशिG क हीमा परमातमा दनदय क शिलाय बिकस क खजीन नही पडत बिक हीमा दय बिकसक सथा करन ही रसत माamp य घार

क अनदर दय क दन करन क शिलाय हीजीरA दय क परपत करन वला लाग मिमाला जीयampगऊपर त कर आय ह बिक दय मात चच क सथा

भा करत ही 0रन सभा जीवA क मारन क शिलाय मान जीत ही और अपन चच क वही नही मारत बिलला अपन चच क सथान दलान

क समाय ड ही मालायमा तरक स दतA क च अपन चच क दत ही और सथान दला दत ही माद बिचछgt अपन चचA क अपन 0रर

ही दन कर दत ही मानय अपन चच क पलान पषन स लाकर ड हीन तक उस पर दय क भाव ही रखत ही चच क ऊपर स बिगरन

स लाकर लाखA करणी नत रहीत ही जी चच अपन बिववक क खयला नही रख पत ही और जीखिखमा माamp रहीत ही त परिरवर क सदसय उस

चन क शिलाय हीर समाय खयला रखत ही जी वही चच समाजी क समान आत ही त समाजी वला लाग उस र आदतA स चन क शिलाय

बिनगही रखत हीलाबिकन कभा कभा जीनgtझ कर वही चच गलत करत ही त उस सजी दिदलान क नमा पर पशिलास य घार वलाA क1 भा

सहीयत ला जीत ही दय क रप यतरी करत वG बिकस सथान पर बिनवस करत वG य परिरवर माamp रहीन क उपरनत मिमालात ही समाजी माamp

दय क नमा पर समाजी क वयशिG क नZकर आदिद क मामाला माamp दय करन पर लाग रजीनबित भा करन लागत ही जीस आजीकर जीटाA क

आरणी क मामाला माamp दय क भाव समाझ माamp आ रही ही रजीनबित क अनदर दय क भाव दिदखव क रप माamp भा मिमालात ही जीस वर

माषदभिसजीद क हीटाकर रमा मादधिनदर य रमा मादधिनदर क हीटाकर वर माषदभिसजीद क मामाला माamp अलाग अलाग समादयA क नतओ क1 दय दिदखन क

मातला सफ़ समान ही बिक एक कहीत ही नन नही दampग और दसर कहीत ही नकर रहीampग दय दिदखव और सवथा) क शिलाय भा क1 जीत

हीजीस बिकस वयशिG क पबिहीनन क शिलाय कपड दिदय जीत ही और द माamp जी भा कई समादधिजीक त हीत ही य समादधिजीक वयशिG समान

हीत ही त कही दिदय जीत ही बिक यही कपड त हीमान इस पबिहीनन क शिलाय दिदय ही इस परकर क1 दय दिदखव हीत हीऔर उस दय क

कई माgtलय भा नही हीत ही अगर बिकस क खन खिखला दिदय ही त समान वला क माहीसgtस भा नही ही बिक खिखलान वला खद क आदमा था

य कई परयअगर उसन माहीसgtर कर शिलाय बिक खिखलान क द उस दय क टिढा4ढार पटा जीयग त उसक1 अनतरतमा उस खन क दला

माamp दिदय जीन वला आ0व)द क1 जीगही शरप और दन चलाgt कर दगदरवजी पर मागन वला क सथा अमिधाक दय करन क मातला ही बिक

अपन क लाटा Yनअमिधाकतर लागA न भाख मागन क धानध न शिलाय ही जी उनही कई माटा आसमा दिदखई दत ही त तरही तरही क

करणी नकर दय क पतरी न जीत ही और मान चही लान क द उस 0र क और अनय तरफ़ क पप कमा) माamp खच) करत ही इस

परकर स दिदय जीन वला दन दय क दन त दन वला क शिलाय मान जीत ही लाबिकन दधिजीसन दय क भाव क परपत बिकय था उसक अनदर

चलाक1 क भाव आन स दय और चलाक1 दन मिमालाकर दन दन वला और लान वला क शिलाय अबिहीत क करणी ही न गय जी दन

दिदय गय था उसक द उस दन क परयग कई अपन घार खचu क शिलाय करत ही त Ykक हीलाबिकन क Ykक ही जी वही खद कमान स

असमाथा) हीउस बिकस परकर क1 बिवदया नही आत ही वही 0रर स अपबिहीजी हीवही बिकस भा तरी माamp बिवकस नही कर सकत ही त दय करन

कर क1 त नही ही लाबिकन दय करन क उपरनत अगर कई वयशिG समाथा) हीत हय भा कमान क1 इचछ नही करत ही दिदमाग अथाव

0ररिरक शरमा स चन चहीत ही और उस दय क नमा स कमान क द बिफ़जीgtला खच) करन क1 आदत ही गय ही त वही दय नही मिमालान क

द अनय चलाबिकयA स कमान क1 सचग अकसर दय क नमा स मिमालान वला धान क लाग ड र तरही स खच) करत ही यही सतय बिनयमा

ही बिक कमान और खच) करन माamp जीमान आसमान क अनतर हीत ही कमान त हीर कई जीनत ही लाबिकन खच) करन हीर बिकस क पत नही

हीत ही कमान क अनसर अगर खच) बिकय जीय बिकस परकर क अहीमा माamp आकर अगर खच) बिकय जीत ही त कमान और माहीनत करन

भा कर ही मान जीत ही हीर मानय क बिनयमा हीत ही बिक वही अगर ईTर क1 क प स ससर माamp अवतरिरत हआ ही त वही मानव कलयणी

क1 भावन क अपन मान रखकर दय कर तथा) सथानA माamp बिकय जीन वला तभा समाथा) ही जी उस सथान माamp रहीन वला लाग जी क वला दसरA

क1 दय पर ही बिनभा)र ही उनक शिलाय दन क रप समाझ कर दन बिकय जीय अकसर कर क दन कर मा ही चला जीत ही इस त क

और अचछn तरक स समाझन क शिलाय भारत क परशिसदध धामा रमाTरमा धामा क1 ही त ला लादधिजीयवही धामा क वला आन वला तथा) यबितरीयA

क1 क प पर ही बिनभा)र हीअगर कई तथा) यतरी नही आय त वही क लाग भाgtखA मारन क1 कगर पर आजीयampलाखA लागA क वयवसय आन

वला तथा) यबितरीयA क रहीन खन तथा वही क1 परशिसदध वसतओ क चन हीलाबिकन दधिजीसक अनदर दधिदध क बिवकस ही वही वही पर नही

रहीत ही और अपन अनसर अपन औकत तथा बिवदया क ढात चला जीत हीडकटार कलामा सही भा वही क पद हीन वला माहीपरषA

माamp एक मान जीत हीउनहीन अपन बिवदया क परयग करन सख शिलाय और भारत जीस रषटर क सव|चच पद पर आसन भा ही गय जी बिक

उनक परिरवर वला आजी भा समादर स बिनकलान वला सप 0ख और अनय समान क वयपर करन क द अपन जीबिवक चला रही ही उनक

घार क पस माamp आजी भा झपड नमा न हय माकन उनक परिरवर क1 षदभिसथात क त रही ही इस परकर स दय क रप अपन बिवकस क

शिलाय अगर बिकय जीत ही और अपन अनसर ही बिकस गर क पलान क दिदमाग परयग माamp लाय जीत ही त वही दय सचच दय हीइस

दय क अनदर एक करणी और नत हीबिकस क शि0 क दन करनयही भा एक हत ड दन ही और दय क अनदर ही इसक1 औकत

ही ससर माamp दय क करणी चलान वला एन जी ओ आदिद क रप भा समाझ जी सकत ही जी ससथायamp अपन कमा करन क द लागA क

आग ढान क शिलाय अपन तन मान और धान स आग चलात ही व अपन नमा करत चला जीत ही लाबिकन लाभा माamp आन क द और उन

ससथाओ क1 दZलात अगर धान कमान क भाव मान क अनदर आय त वही दय क भाव स अलाग ही जीत ही उस भाव स अलाग जी परभाव

हीत ही वही अमिधाक धान कमान क1 लालास और उलटा सधा करणी नकर और सखययA क जीड ही रही जीत ही जी भा कमा लाभा क

करणी बिकय जीत ही व सभा कगजीA माamp त बिकय जीत ही लाबिकन धारतला पर क छ भा नही हआ हीत हीक छ ससथायamp इस भाव क और भा

अलाग अलाग तरक स धान कमान क शिलाय परयग मा लात हीजीस बिक एक धानवन क अपन सफ़ द धान क कला धान मा परिरवरतित4त करन ही

त वही पहीला इस परकर क1 ससथाओ क दन माamp माटाn रकमा ददग और द माamp उस ससथा स शिलाय जीन वला दन वपस लालागइस परकर

स जी टाकस आदिद माamp चत हीत ही वही ससथा क शिलाय न रहीत हीइस तरही स सरकर और जीनत क सथा धाख ही मान जी सकत ही

और इस परकर क1 ससथायamp जीही भा चलात ही उनक उददोशय मातरी दय क नमा पर गरख धानध करन ही मान जी सकत हीउनहीन अपन

पलानर नZकर पर रख हीत ही और उन पलानर और धान क लाख जीख तयर करन वला चटाuड एकउनटाampटा क1 दZलात व अपन कमा करत

रहीत ही इस परकर क1 दय स भा चन चबिहीयऔर जी भा कमा करन ही अगर हत ड रप माamp करन ही त अपन दवार ही बिकय जीय

और छटा रप माamp करन ही त भा अपन दवार ही बिकय जीय वही दय क दन सस उKमा मान जी सकत हीअगर शि0णी ससथाओ क

बिवकस करन ही त अपन नमा क कभा उपयग नही करन चबिहीयजीस बिक अकसर लाग अपन दद बिपत मात आदिद क नमा स ससथा

क खड कर दत ही और उस चलाकर नमा कमान क1 कशि00 करत ही यही ससर बिवशिचतरी ही यही एक परक बित क लाग नही हीकभा कई

सहीर लान क नमा पर आकर बिगडबिगडयग और सहीर मिमालान क द वही खद क 0र क1 भाबित नकर शिलाय गय दन क रद करन क

अलाव उस ससथा क भा गला दग दधिजीस भाव माamp बिकस क सवथा) आकर टाकर जीय उस भाव माamp बिकय जीन वला दन य दय कर ही

मान जी सकत ही जीस बिकस न अपन गनतवय क शिलाय रसत पgtछऔर तन क दला मा अगर कई धान क दत ही त वही दय य दन

क रप नही हीत ही दन क रप माamp बिकस क गनतबय क तय जीन वला रसत भा दन क ही रप ही जीत ही अकसर रजीन बिकस

क बिकस न बिकस परकर क1 समासय मिमाला जीत ही और वही समासय स सलाझन क रसत बिकस स पgtछत हीऔर तन वला उस सही

रसत त दत ही त वही समासय स छ टाकर परपत कर लात हीयही भा तय गय उपय और तय जीन वला वयशिG क शिलाय दन क ही

रप मान जीत ही आजी क यग मा अगर इस त क सधा सनत क शिलाय दख जीत ही त जी सनत दकषिणी क लाकर और अपन शि0य

नकर अगर जञोन क दन दत ही त वही दय क1 शरणी माamp नही आत ही वही एक माही और अपन क उचच दिदखन क अहीमा माamp 0मिमाला ही

जीत ही दिदय गय रसत और दिदय गय जञोन अगर दिदय जीन वला वयशिG क1 जीनपबिहीचन क1 समा माamp आजीत ही त भा दय और दन

क1 शरणी माamp नही आ सकत ही जीस एक पतरी अपन बिपत स क छ जीनन चहीत ही त बिपत क दवार तय गय उKर दय य दन क1 शरणी

माamp नही आयगयही अपनतव क1 भावन माamp आकर और माही क दवार जञोन क दिदय मान जीयग लाबिकन वही चच अगर रसत चलात बिकस

वयशिG स पgtछत ही और वही वयशिG उच चच क नही जीनत ही त वही दिदय गय जञोन और दय क भाव दन क1 शरणी माamp 0मिमाला ही

जीयग बिकस सडक पर जीन क शिलाय अगर द रसतA क च माamp एक सइन ड) क लाग दिदय गय ही और उस पर सही रसत पर जीन क

कथान शिलाख ही त वही ड) दधिजीसन लागवय ही उसक शिलाय दन क सधान मान जीयगलाबिकन अगर उस ड) क इस परकर क लागवय

गय ही बिक उसक अनदर पस डलाकर रसत क जञोन शिलाय जीय त वही कमान क सधान मान जीयग अकसर कई ससथायamp अपन अपन

अनसर लागA क1 शिचबिकतस क शिलाय अपन अपन अनसर क मप लागत ही वही पर सधारणी जीनत क शिलाय चविक4ग और दवइयA क बिवतरणी

बिन0लक बिकय जीत हीलाबिकन अगर उस ससथान अपन नमा क परचर जीर 0र स बिकय ही और अपन नमा क सथा डकटारA क नमा और

बिवतरिरत क1 जीन वला दवइयA क लाख जीख सक सनय ही त वही बिकय जीन वला सव क भाव नमा और अपन अहीमा परकटा करन

क तरक मान जीयगइस परबितसपधा) क रप भा दिदय जी सकत ही बिक अमाक ससथा न इतन धान इस शिचबिकतस क शिलाय खच) बिकय था

जी उस ससथा न इतन धान खच) बिकय ही यही त अकसर बिकय जीन वला भाडर क शिलाय भा मान जी सकत हीबिक अमाक आदमा न

अमाक सथान माamp इतन लागA क भाजीन करवययही त उस आदमा क शिलाय दन माamp नही सतिलक अहीमा क1 शरampणी मा 0मिमाला ही जीयगलाबिकन

वही आदमा अगर अपन क दिदखव स दर रखन क द भाजीन करवत ही त वही दन और दय क1 शरणी मा बिगन जीयग

दय धामा) क माgtला ही पला माgtला अकषिभामान

जीव जीनत और जीनवरA क अलाव मानय क शिलाय जी उKमा दन क1 और दय क करणी ही व द परकर क मान जीत हीएक सव|Kमा और

दसर अधामा अगर ससर माamp भाजीन और पन नही ही त ससर क दिटाक पन असमभव ही भाजीन और पन क मिमालान स कई भा जीव

जीनत और मानय बिवकटा स बिवकटा परिरषदभिसथाबित माamp दधिजीनद रही सकत ही इन दन क नही मिमालान स बिकतन ही धान दZलात और माय ही कई

नही दिटाक सकत ही दय क शिलाय सतरी और जीवA क सथा गय दय क1 हीमा0 पतरी ही इन करकA क रधवयन माamp रखकर बिकय जीन वला दन

और दय ड ही कमा क1 हीत ही भाजीन और पन क सधानA क दन बिकस भा ससथा क दवार बिकय जीत ही त वही दन सव)शरषठा शरणी

क मान जीत ही सतरी और गय क ऊपर क1 जीन वला दय हीमा0 पणय क दन वला हीत ही सतरी और गय क ही कयA दय क शिलाय

मान जीत ही त बिवदवाजीनA क समाझन चबिहीय बिक सतरी बिकतन ही बिनरक 0 ही उसक अनदर हीमा0 मामात क1 भावन रहीगसमाजी बिकतन

ही उसक सथा अनचर कर वही अपन भावकत क ला पर दधिजीनद रहीन क1 मात रखत हीजी भा कमा आत ही त क वला सनतन पलान

पषणी और अपन सवजीनA क1 र क शिलाय मान जीत ही एक डयन भा अपन चच क सभाला कर रखत ही इस कहीवत क अथा) तभा

मान जी सकत ही जी डयन क सथा भा मामातव क वयवहीर नकर रख जीय गय क दय क1 शरणी माamp परन समाय स क वला इसशिलाय ही

मान जी सकत ही बिक उस क छ भा खन क द लाबिकन वही दग दधा हीवही कभा अपन चच क पस बिकस अनहीन क त तक नही आन

दग जी तक उसक1 जीन रहीगदधिजीस जीव क अनदर इतन अपन चच क परबित दय ही और वही अपन दय क करणी अपन 0रर क भा

समापत करन क1 इचछ क रखउसक सथा Egt रत करन पgtर तरही स अमानषत क1 शरणी माamp आजीत ही सतरी क भागय समाझ कर और

उसक सथा भागA क सख लाकर माथान और पच माकर क परयग करन क द बिकतन ही उस परतकषिणीत बिकय जीयग वही हीमा0 अपन पबित

और परिरवर क शिलाय समारतिप4त रहीग समादधिजीक नधन हीA य 0रर क नधन वही अपन भावनतमाक आव0 माamp सभा क समापत कर सकत

ही लाबिकन इस कलायग क इन दन क सथा ही सस ड अनचर ही रही ही हीत मा आय भाgtकमप स ससर क अनदजी लाग लान चबिहीय

बिक इस द0 क माख वयपरिरक समनध अमारिरक स ही और यही पर ससर क सस अमिधाक एड क मारजी हीयही क बिनवशिसयA क माखय

खन गय क मास हीऔर यही रिरसत नमा क1 चजी समाझ माamp नही आत हीयही तक बिक भाई बिहीन क रिरसत भा अजी ही हीत हीमाथान

0र और मारकटा क करणी यही द0 गर द0A क1 शरणी माamp आत हीअकसमात भाgtकमप आय और एक लाख स अमिधाक वयशिGयA न एक

णी माamp ही अपन जीन गव दnयही तक बिक रषटरपबित क माहीला भा पत नही लाग बिक वही कही गय गय और सतरी क सस अमिधाक

परतणीन इस द0 माamp मिमालात ही यही तक बिक इस द0 माamp भाgtकमप आन क द लागA क1 जीन क1 र त करन दर यही पर सहीयत क शिलाय

जीन वला लागA क भा लाgtटा जीन लागजीस ही भाgtकमप आय दन क1 रशि0 इकटठो करन क शिलाय करडA ससथायamp एक दमा अपन अपन

अनसर समान आन लागयही क वला बिकय जीन वला पपA क करणी ही

गरहीA क 120 गणी

लागन अगर-

माष ही त आदमा क चच ही

वष ही त धान क1 मा0न ही

मिमाथान ही त टालाफ़न ही

कक) ही त भावन क1 पबिडय ही

सिस4ही ही त अहीमा भार हआ ही

कनय ही त कजी) दशमान मार स मिघार ही

तला ही त हीर त माamp फ़यद सचन वला ही

वकषिeक ही त भाgtत क सरदर ही

धान ही त प दद क1 त करन वला ही

माकर ही त चZस घाटा कमा ही कमा ही

क मभ ही त जीलदn रिरसत न सकत ही

मान ही त हीमा0 माZन रहीन वला ही

लागन स सgtय) अगर-

पहीला भाव मा ही त अहीमा भार ही

दसर भाव मा ही त चमाक क आग क छ दिदखई ही नही दत

तसर भाव मा ही त नतगर पहीला ही

चZथा भाव मा ही त रजीनबित वला सच ही

पचमा भाव मा ही त परिरवर मा ही रजीनबित करन वला ही

छY भाव मा ही त प क नZकर समाझत ही

सतव भाव मा ही जीवन सथा क गलामा ही

आYव भाव मा ही त चर दिदला क मारजी ही

नव भाव मा ही त धामा) स भा कमान वला ही

दसव भाव मा ही त सभा कमा नतगर स बिकय जीत ही

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 11: केतु

It is phlegmatic in nature and gives malignant growth When afflicting causes malignant

growth disease of phlegm intestines boils skin ulcers spleen worms high blood pressure

etc It gives smoky and unpleasant appearance due to habits of overeating resulting in foul

smells and unclean body and nails

KETU

It is dry and fiery in nature Its affliction causes wounds inflammations fevers intestinal

disorders aberrations low blood pressure deafness defective speech and gives emaciated

body with prominent veins It is personified as a saint and inclines a person more towards

mystic science and spiritual pursuits

क त दसर भाव माamp अपन फ़लाA क धान और भाZबितक सधानA क रप माamp अभाव दन क कमा करत हीऔर इस अभाव क पgtर करन क शिलाय

रह अषटमा सथान जी माZत क सथान ला जीत ही स पgtर करत ही इस भाव क क त क टाम क नमा स भा जीन जीत ही और परिरवर क

आग चलान क शिलाय मामा भानजी य सला क रप माamp आकर परिरवर क1 पgtरतित4 क दन वला हीत हीगचर स यही परिरवर जीनA क हीर

रखन वला और जीनमा क डला स परिरवर जीनA क समापत करन य दरसथा भाजीन वला मान जीत ही इस भाव क क त वला जीतक क

अकसर एक भाई और हीत ही और वही वकषिeक रशि0 क य वकषिeक लागन माamp पद हीत हीघार क शिलाय वही अपन दवार अपन बिEयओ स एक

तरही स रद करन वला ही मान जीत हीघार क अनदर सतरी जीतकA क अभाव ही जीत हीमात क भा ड मार हीत ही अकसर

मात क परबित यही क त मागला वला असर पद करत हीनकषिभा स नच क1 मारिरय आदिद हीत हीअकसर मात क शिलाय सजी)न क1 छ र हीमा0

इनतजीर ही बिकय करत ही

क त क सवभाव हत ही हीYkला हीत ही दसर भाव माamp

दसर भाव क क त अपन आदतA क क छ इस परकर क न लात ही बिक उस हीर कमा क करन क1 हीY पद ही जीत हीबिकस भा वसत क

लान ही त वही उस वसत क लान क शिलाय अपन सभा परयसA क करन स नही चgtकत हीऔर उस वसत क जी तक परपत नही कर लात ही

त तक उस चन ही नही आत ही यही हीला भाजीन क मामाला माamp भा दख जीत हीउस खन स अमिधाक चखन क1 आदत हीत हीअकसर इस

भाव क जीतक क1 जीभा अपन हीAY क चटा करत ही उसक समान क चर दत नक1ला हीत ही और दतA क1 नवटा एक जीस नही हीत

ही कई भा कमा करत वG जीतक क आलास जीरर आत ही

धा

प(तमलयमबारधर करणि01करसमदयदवित

खडगचमगपणि0 सिस1हसथो वर बाध

धा एक सZमय गरही ही सgtय) चनदर मागला एव अनय गरहीA क1 भाबित धा क बिवषय माamp भा अनक पZरकषिणीक आखयन मिमालात ही

धा क1 उतपकषिK क सधा माamp एक रचक कथा मिमालात ही कही जीत ही बिक अबितरी पतरी चदरमा दव गर हीसपबित क शि0य था बिवदया अरधवययन क1

समानतिपत क पeत जी उसन गर क दकषिणी दन चही त उनहीन स उसस कही बिक वही दकषिणी गर पतन तर क द कर आय

चनदरमा जी गर पतन क अपन दकषिणी दन गय त गर पतन क रप दखकर वही तर पर आ0G ही गय और उस ला जीन क1 हीY

करन लागगर पतन न उस खgt समाझय पर वही न मान जी हीसपबित क यही त मालामा हय त उस शि0य जीन उनहीन भा उस हत

समाझयपर चनदरमा न अपन दरगरही नही छड अतत वही यदध क शिलाय ततपर हय और गर क यदध माamp हीर दिदय दवतओ न भा चनदरमा

क समाझयलाबिकन वही अपन हीY पर अड रही जी शि0वजी क चनदरमा क अनचर क पत चला त व Eमिधात ही उY और चनदरमा क

दड दन क शिलाय चला पड चनदरमा बिफ़र भा नही मान उसन नतरीA दतयA असरA क सथा सथा 0बिनeर और मागला क सहीयग स शि0व स यदध

करन क बिनणी)य बिकय अ घार यदध 0र ही गय तनA लाग भायभात ही उY अतत बराहम न हीसतप क बिनणी)य शिलाय इस र चनदरमा

झक गय और उसन गर पतन तर क लाZटा दिदय

एक वष) द तर न एक कनतिनतवन पतरी क जीनमा दिदयउसक बिपत चनदरमा ही था चनदरमा न उस पतरी क गरहीणी बिकय और उसक नमा धा

रख गय

धा क बिवषय माamp और भा अनक आखयन मिमालात ही बिवद0 पZरकषिणीक आखयनA माamp धा क समनध माamp अनक कथायamp मिमालात हीयgtरपय जीन

इस मारकर क नमा स जीनत ही पर इसक1 धात हीजी चनदरमा क परभाव स हीन वला और 0बिन मागला क परभाव स Yस तथा गर क

परभाव स भार मान जीत ही

खगलाय बिवजञोन मा धा

धा सgtय) क सस बिनकटा रहीन वला गरही ही उसक वयस तन हीजीर माला हीतथा सgtय) स उसक1 मारधवयमा दर तन करड सY लाख माला ही

यही सKइस माला परबित सकamp ड क1 गबित स अटठोस दिदन माamp सgtय) क1 एक परिरEमा करत ही पथव स दखन पर यही सgtय) स सKइस अ0 स

अमिधाक दर पर नही हीत ही

जयबितष 0सतरी माamp धा

जयबितष 0सतरी माamp धा क रपवन माY लान वला और सपषट लान वला तथा हीर रग क तय गय ही इस कलापरष क1 वणी क1

उपमिधा दn गय ही सभा गरहीA माamp धा क यवरजी क पद मिमाला ही धा क दवार पबिडतई वला कमा वणी क1 0शिG कलाकर गकषिणीत बिवदया माamp

चतरत शिलाखन आदिद क बिवचर बिकय जीत ही यही तवच परधान गरही हीधा क क डला माamp अचछ हीन स जीतक क1 तवच अचछn हीत हीऔर

धा क खर सथान माamp Yन य बिकस पप गरही क दवार पपEत हीन जीतक क तवच वला रग हीत हीयदिद जीनमा क डला माamp धा खर

ही त अपन द0 अनतद)0 माamp वय कफ़ बिपK स उतपनन तन परकर क रग दत हीयही 0रर क तबितरीक ततरी यन नव)स शिससटामा क अमिधाकर

ही यदिद धा पबिडत हीत ही त वयशिG क अनदर क1 सचन समाझन और माहीसgtस करन क1 0शिG कमाजीर हीत हीजीस ख0gt दgt क पत

नही चलानतवच क सनन ही जीनचटा लागन य बिकस क1ड क कटान क पत नही चलानतवच माamp कभा कभा कला रग क चकK पड

जीन और अपन आप ही समापत ही जीन आदिद त भा दखन क मिमालात ही 0रर माamp धा क आमिधापतय छत और जीओ क आग क

भाग क भा माशिलाक नय गय हीदधिजीस जीतक क1 क णडला माamp धा चनदर क1 यबित हीत ही वही माजीबिकय सवभाव क हीत हीअकसर इस

परकर क जीतक दसरA क बिकस न बिकस परकर स नकसन पहचन माamp अपन आननद क ढान जीनत ही धा क खर हीन पर 0E क

सहीर लान पडत हीधा रह क दष स दर हीत हीवयपर करन इसक1 माखय पबिहीचन मान जीत हीवयपर माamp भा उन कमा स दधिजीनक

अनदर तA स कमाय जीत ही

जी जीतक पgtव) जीनमा माamp न बिकय जीन वला कमाA क करत हीदसरA क पर0न करन माamp दधिजीनक आननद आत हीतA क1 चलाक1 स लागA

क लाgtटा हीत हीतA क शिलाखकर कही कर लागA क पर0न य गमारही बिकय हीत हीइस परकर क जीतकA क माखय दख दमपतय जीवन

क हीत ही उनक1 0दिदय सही समाय पर नही हीत हीहीत भा ही त समनधA क सख नही हीत हीपबित य पतन बिकस भा परकर स सही

त नही करत ही घार क अनदर सभा सदसय तA क1 लाडई माamp मा0gtगला ही जीत हीबिकसन कय कही ही क परबित अकसर कर क1 हीस हीत

हीपबित पतन माamp मानमाटाव कलाही और अगर समनध नत भा ही त समनध बिवचछद भा करवन माamp धा क हत ड माहीतव हीत ही धा

अकसर वयपर माamp अपन गबित परदन करत ही दधिजीन जीतकA न अपन जीवन माamp अचछ कमा) बिकय हीत ही त वही वयपर माamp कफ़1 ढाKर

करत हीऔर र कमा क परभाव क करणी चलात हआ वयपर अकसमात ही नच जीन लागत ही और घार क अनदर भा कला0 हीन क करणी

सधानA माamp कमा हीत जीत ही दधिदधमान हीन पर भा कई त नही नत हीऔर वही अपन चतय) क भा रद करत रहीत ही अचछ

धा अचछ वयपर नत हीधान और धानय स पgtणी) करगजीवन पgtर आननद माamp तग आदिद तamp भा समाझ माamp आत ही धावर धा क

मिधान हीपनन इसक रतन हीदधिजीसक धारणी करन स यही लाभाकर हीत हीपतला इसक1 धात हीऔर अनन माamp हीर माgtग इसक अनजी ही धा क

नतरीA माamp अशलष जयषठा एव रवत हीधा क1 रशि0य मिमाथान और कनय ही दधिजीसमा मिमाथान सकरतमाक और कनय नकरतमाक रशि0 हीत ही

लाबिकन कनय रशि0 माamp यही जीतक क माYk वणी लान वला और समाजी माamp अपन क मिमालाकर चलान वला मान जीत हीपनदरही अ0 माamp

यही परमा उचच क हीत ही और मान रशि0 माamp यही पनदरही अ0 माamp परमा नच क हीत ही

अक0सतरी माamp धा

अक बिवदया माamp पच क अक धा क अक ही और दधिजीसक जीनमा 51423 तरख माamp हआ हीत ही उसक शिलाय धा क परभाव जीवन माamp

माहीतवपgtणी) मान जीत ही इन अकA स समतमिनधत जीतक अमिधाकतर जीलदजी हीत हीबिकस भा त क बिनणी)य लान माamp दर नही करत हीऔर

अकसर इनक दिदमाग खजी हीत हीइस करणी स नय नय तA क1 खजी क करन क द यही जीलदn स धान कमान क परबित अपन

दिदमाग चलात रहीत ही इनक दिदमाग ड स ड वयपर चलान माamp भा नही घाडत ही और उसक मातला चही लाभा स ही य हीबिन स इनही

मातला नही हीत हीलाबिकन धा क अचछ परभाव क करणी इनक वयपर अकसर सफ़ला ही हीत ही अकसर वयपर क कमाA क तनव क

हीन क जीgtद भा यही अपन कमा क आरमा स सभाला ला जीत ही धावर और 0Eवर इनक शिलाय अचछ दिदन हीत हीधा परधान

जीतकA क सवभाव 0माtला और लाचला हीत हीइन अदओ क करणी स भा यही अनय लागA क दिदला जीत लात ही इन जीतकA क धा क

रतन पनन पबिहीनन स भा आरमा मिमालात हीऔर गय क हीर घास खिखलान स भा इनक जीलदn आरमा मिमालान लागत हीधा क जी मातरीA क

जीप भा इनक शिलाय लाभाकर हीत ही धा क1 क प स जीतक क पस अथाही समपकषिK आन लागत ही और समाजी सथान माamp आदणीtय भा ही

जीत ही

धा परधान वयशिG दधिदधमान हीत ही इनक शिलाय ससर क जञोन स ढाकर और कई खजीन इनक पस नही हीत हीबिकस भा करणी क 0धा

करन क द यही प एच ड जीस उपमिधाय आरमा स लालात ही यही सगत बिपरय भा हीत हीवकपटात क परभाव इनक पस हीत

ही0शिG0ला बिवचरवन सZनदय) क पजीर भावन परधान बिवदयावन और दधिदधजीव हीत हीशिलाखन क1 कला इनक1 अचछn हीत ही और अर

नन क1 कला इनक पस अदभात हीत हीहीर कमा क सच समाझ कर ही करत हीखला सथान इनही अमिधाक पसद हीत हीखच) करन क

अनदर इस परकर क जीतक क जीgtस भा हीत हीदधिदध परधानत वला कमा जीस जयबितष डकटार वक1ला दलाला वयपर लाखक gtगर वला

कमा और अथा)0सतरी माamp बिनपणीत वला कमा इनही अचछ लात ही

इस अक वला जीतकA क1 क छ कमिमाय भा हीत हीजी उनक1 परगबित माamp रकवटा पद करत हीजीस आलास आन जीलदn गसस हीन अकरणी

ही गसस करन लाग जीन शिचनत वला तamp और अपन य परय वयशिG क 0क माamp डलान वला कमा करनअमिधाक तamp करन आदिद मान

जीत ही असफ़लात क बिवचर स भाय हीन 0क करन आदिद भा दख पद करन वला करणी हीत हीदधिदध क कय) करत रहीन स भा इनक

0रर कमाजीर हीत जीत ही और 0रर क कमाजीर हीन स फ़ फ़ड वला रग जीकमा लाग रहीन टाn आदिद जीस रग पद ही जीन एलाजीt

वला रग हीत जीन भा मान जीत ही जीवन सथा क अपन अनरप नन क करणी भा इस अक क जीतकA क शिलाय दखदय हीत

हीअकसर इस अक क जीतकA क जीवन सथा चप ही रहीत ही और बिन दधिदध क कमा करन क करणी घार और परिरवर माamp अ0बित क करणी

भा नत ही खन पन और लान पर बिनयतरीणी नही हीन क करणी इस अक क जीतक बिन करणी क ही दशमान य मार भा पला लात

ही

क डला माamp रही भावA माamp धा

रही भावA मा धा क1 षदभिसथाबित क परमाख रप स समाझन क शिलाय परतयक भाव क धा क रप अलाग अलाग हीत हीयही पर जी रप धा क

परदरथि04त बिकय गय ही व क वला धा क1 उचच षदभिसथाबित क समाझ कर ही बिकय गय ही जीरर नही ही बिक आपक धा क रप भा इस तरही स

हीअगर आपक1 क नडला माamp धा पर बिकस अनय गरही क1 र नजीर ही त उसक परभाव भा र ही सकत ही जीस रह क परभाव पडन पर

अचछn वणी हीन पर भा आपक1 वणी क गरहीणी लाग गय हीगला माamp इनफ़ कसन क दवार आदिद समाझन चबिहीय

परथामा भाव माamp धा

पला आभा शिलाय चहीर हीत हीलाम उमरो क माशिलाक हीत हीगकषिणीत और गणीन करन वला बिवषयA माamp परवणीत हीत हीमाजीबिकय सवभाव

हीत ही यन हीर त क माजीबिकय लाहीजी माamp कहीनधामा) क कय माamp रशिच हीत ही

दसर भाव माamp धा

अचछ कय) करन माamp रशिच हीत हीबिहीममात हत हीत हीदधिदध स तजी हीत हीमाहीनत भा खgt करत हीवक1ला य नत जीस गणी हीत ही त

क1 त माamp धान हीत हीदलाला और 0यर जीर वला कमा माamp रशिच हीत ही

तसर भाव माamp धा

लाखन क पकक हीत हीकमपयgtटार और इस परकर क यतरीA क सचशिलात करन क1 मात हीत हीसफ़टावयर आदिद नन माamp बिनपणीत हीत

हीशिचतरीकर और कबिवत करन माamp रशिच हीत हीबिवषयA माamp आ0शिG हीत हीसदगणी भा भार हीत हीमाटा 0रर हीत हीगलामाटाला आक बित

हीत हीबिहीन अमिधाक और भाई कमा हीत हीबिपत क धान कर ही जीत ही

चZथा भाव माamp धा

भागयवन हीत हीदन करन माamp बिनपणी हीत हीदन दन माamp क पतरी और सपतरी क समाझन क1 बिहीममात हीत हीशिलाखन क1 कला हीत

हीनबितयA पर चलान क आदn हीत हीदधिदधवन हीत ही

पचमा भाव माamp धा

जीनमा स सवथा) जीवन माamp भार हीत हीअपन कमा बिनकलान माamp चतरत हीत हीकमा बिनकलान क द भाgtलान क1 आदत हीत हीसनतन क

अभाव हीत हीक वला धान क1 चहीत हीत हीजीमान कमा क करन और जीमान आदिद क परबित मानशिसकत न रहीत ही

छY भाव माamp धा

कला0 करन अचछ लागत हीलाबिकन वणी माamp मिमाYस हीत हीआलास 0रर हीत हीअकषिभामान क1 मातरी भार हीत हीपरिरशरमा और

कमाकत क समाव0 मिमालात ही दसरA क1 सव करन अचछ लागत ही

सपतमा भाव माamp धा

पबित य पतन क शिलाय सखदयक हीत हीकनतिनतवन 0रर हीत हीतAद बिनकला जीत हीसनदर और क लान परक बित हीत हीसमपदन करन क1

मात हीत हीउदर परक बित हीत ही

अषटमा भाव माamp धा

लाम उमरो हीत हीसनदर पतन य पबित हीत हीत क भारस नही हीत हीखत क कय) माamp बिनपणीत हीत हीजीस गवन आदिदनयय

करन क अनदर ईमान क समाव0 हीत हीवयपर स लाभा क वला दलाला वला कमाA माamp हीत ही

नवमा भाव माamp धा

दधिदधमान हीत हीतथा)टान करन क1 कमान हीत हीअपन समाजी माamp त रखन वला हीत ही कबिव गन बिवदया माamp बिडगर य बिडपलामा हीत

हीनयय यतरी करवन वला कय क मानस रहीत ही बिवद0 लागA और अगरजी माamp अचछ जञोन हीत ही

दसमा भाव माamp धा

रजी यग क करणी नत हीअलपय हीन भा मान जीत हीमात क1 बिहीन स सवभाव मिमालात जीलात हीबिपत क परबित वफ़दर नही हीत

हीखद क कमाA क खद क परयसA स ही खतमा करन क1 भावन न जीत ही

गयरहीवamp भाव माamp धा

लाभा माamp अपर समपकषिK क1 कमान हीत ही बिपत क1 जीयदद मिमालात हीछटा भाई बिहीन स सनही हीत हीमात क शिलाय कषटकर हीत

हीशि0 और मानरजीन माamp अमिधाक रधवयन रहीत ही

रहीवamp भाव माamp धा

बिवदवान धामा)तमा सवभाव हीत हीबिकस भा भाष क पकडन क1 मात हीत हीदवय जञोन क1 जीनकर हीत हीसमाजी माamp गणी मान जीत

ही0सतरी क अचछ जञोन हीत ही आलास 0रर हीत ही

धा समनध अनय बिववरणी

धा गरही स समतमिनधत रगउनक 0मान हीत धारणी करन क1 बिवमिधा गरही 0नतिनत क शिलाय दन तथा धा गरही स समतमिनधत वयपर और नZकर

आदिद क बिववरणी इस परकर स ही-

दन

धा क क परभाव माamp दिदय जीन वला दन आशलष जयषठा और रवत नतरीA माamp सवय क जीन क रर हीर माgtग हीर वसतरी फ़ला हीर मिमाYई कस

पतला हीथादत पनन सवणी) कपgtर 0र षटारस भाजीन घा फ़gt ला आदिद दन माamp दिदय जीत हीदन शरदध पgtव)क दकषिणी सबिहीत बराहमणी क सकलप

पgtव)क धा गरही क नतरी कला माamp करन चबिहीय

वयपर

कसदकर शिसलाई मा0न क वयपर वनसपबित घा क वयपर कड खन क वयपर परचन वसतओ क सगरही करन क द चन क

कय) खला और खला आदिद क समान क वयपर करन Ykक मान जीत ही

नZकर

मातरीपद बिवधायक पद परततव बिवभाग क पद लाइबरार क कमा 0टा)हीampड टाइविप4ग क कमाampक क कमा एकउनटाampस क कमा इनकमा टाकस क1

नZकर डकतर बिवभाग माamp कमा जयबितष क कमा हीसतरख और 0यर जीर क कमा करन चबिहीय

जीव जीनत और मानय पड पZधाA फ़लाA आदिद सभा माamp करampटा हीत हीनयgtनतमा य अमिधाकतमा पड पZधा और जीव जीनत क1 उमरो क अनसर मान

जीत हीयही करनटा मिमाला एमपयर क1 नप माamp हीत ही0रर क1 गबितपड पZधाA क अनदर हीन वला गबित जी हीव य धाgtप क1 अमिधाकत स

हीत हीबिवदयात उतपदन क शिलाय मान जीत ही भाजीन करन पर 0रर माamp आलास आन इस त क दयातक ही बिक 0रर माamp नन वला ऊजी)

क बिवकस नय शिसर स चलाgt ही रही ही 0रर क अनदर नन वला बिवदयात क परयग 0रर बिकन बिकन कमाA माamp करत ही उसक शिलाय हीमाamp गहीन

अरधवययन क1 तरफ़ जीन पडग 0रर माamp खन क दवार ऊजी) क1 पgtरतित4 हीत ही0रर क दवार जी भा खदया पदथा) परयग माamp लाय जीत ही व

सभा जीमान स उतपदिदत हीत हीय समादर क पन स उतपदिदत हीत हीउनही उतपदनA क 0रर आरमा स हीजीमा कर सकत ही जी एक र

धारत पर उतपदिदत ही चक हीइस परकर क भाजीन स 0रर क अनदर जी ऊजी) नत ही उस ही य इलाषदभिकटरोक क1 सजञो दn जीत ही 0रर

अपन तबितरीक ततरी क सgtचन दन क1 बिEय माamp इस बिवदयात ऊजी) क परयग माamp लात ही0रर क अलाव भा यही हीर क1 दबिनय माamp भा अपन

सद0A क भाजीन और सद0A क परपत करन क शिलाय परयग माamp लात ही कही भा 0रर माamp चटाn कटात ही त तबितरीक ततरी क सद0 दन वला

0रर माamp फ़ ला तबितरीक ततरी वबिहीबिनय चटाn क कटा क अहीसस सधा मासतिसतक क पछ माडलाआलामागटा नमाक सथान क पहचत हीऔर

दिदमाग स तरत उस कटा जीन क सथान क सरकषित करन क शिलाय य हय सहीयत क शिलाय हीथा परA क दिदमाग स आद0 दिदय जीत ही

और हीथा पर मिमाला सकamp डA मा मिमाला उस आद0 क पलान अपन गबित क अनसर करत ही अगर कई चटाn क1 जीगही पर बिचछgt य अनय

जीहीरला जीव कटात ही त अपन हीथा परA क1 सहीयत क अलाव हीर क1 सहीयत क शिलाय दिदमाग आवजी और 0रर क गबित भा परदन

करत हीजीस कई र) कटात ही और वही पर अनय र क कटान क1 आ0क ही त 0रर क अनदर भागन क1 0शिG भा अचनक ही पद ही

जीत हीदिदमाग अपन इस बिवदयात 0शिG क परयग सरकषित हय सथान क खजीन क शिलाय भा परयग करत ही सथा ही कटा जीन वला सथान

क सgtजीन आदिद दकर बिवष क आग ढान स रकन क उपय भा करत ही चखन क शिलाय आवजी भा दत हीऔर चख क अनदर उस

आवजी क भा परकटा करन क1 0शिG और ड पवर दत ही दधिजीसस आसपस क माहीZला भा जी भा पस माamp रहीन वला लाग हीचही व

अनजीन ही य जीन पबिहीचन वला सभा क रधवयन अपन ओर बिकस भाय स दखन क शिलाय और उस भाय क1 चख क1 आवजी क सनकर

अपन अपन सर क सथा उनक अनदर भा बिहीममात क परदन करन क शिलाय 0शिG समपनन ऊजी) अपन कमा करन लागत हीइसस अगर

भाय कई सव)जीबिनक ही त सभा अपन अपन सर क दखकर सहीयत क शिलाय भागन लागत ही अगर पड 0रर क1 0शिG स अमिधाक

हीत ही त 0रर क हीस करन क द तबितरीक ततरी अपन गबित क अनसर 0रर क1 0शिG क इकटठो करन और जीमा लावन ततवA क1

पgtरतित4 क शिलाय बिकय जीन वला उपयA क सथा 0रर क नकसन पहचन वला करकA क बिनदन करत ही इस बिनदन माamp जी करक

माहीतवपgtणी) हीत ही उनक अनदर आसपस रहीन वला लाग य दरसथा रहीन वला लागA क भा यही तबितरीक ततरी सgtचनयamp पहचन क कमा करत

ही आसपस रहीन वला लागA क अनदर त पड क1 खर करन क शिलाय अपन आसपस क करकA क 0रर क1 ऊजी) अपन कय) करत

हीऔर जी हीर और दरसथा लाग हीत ही उनक शिलाय समतमिनधत 0रर क अगA क फ़डकन क कय) करत हीउनक अनदर अकसमात ही

बिवचरधार क अनदर दलाव क कय) करत हीअगर कषट भागन वला वयशिG बिकस क पतरी ही त मात कपबित ही त पतन कबिपत ही त

पतरी क और अनय समनध ही तथा उस समनध स अमिधाक लागव ही त उस समनध क अपन अपन अग क फ़डक कर सgtचन दन क

कमा यही ऊजी) करत ही यही नही इस ऊजी) क कमा बिकस भा ख0 क1 खर क भा 0रर क अगA क फ़डककर भाजीन क कमा करन

हीत हीअगर ख0 खर परपत करन वला जीतक स रही ही त सवपन क मारधवयमा स भा इस ऊजी) क दवार स सद0 परसरिरत बिकय जीत ही

सतरी क य और परष क दबिहीन अग ख0 क1 खर क परपत करन क समाय फ़डकन आरमभ करत ही और र खर क समाय सतरी क

दबिहीन और परष क य अग इस बिEय क परदरथि04त करन लागत ही

जीग) मात क भा अपन पतरी क1 सकटा क1 षदभिसथाबित माamp फ़Zरन अहीसस त ही जीत ही जी उसक सतनA माamp खजीला चलान 0र ही जीत हीपतरी

क ऊपर आन वला सकटा क अहीसस मात अपन आप माहीसgtस करन लागत ही उसक दिदला माamp चन नही आत हीऔर रत क र र सवपन

भा चलाgt ही जीत ही इस ऊजी) क परभाव बिकस परकर स अपन सद0 पहचन क कय) करत ही इसक शिलाय पgtव)कला स ही अनभाव क

आधार पर अग फ़डकन क फ़लाफ़लाA क इबितहीस चलात आ रही ही0रर क हीर बिहीसस अपन अपन परभाव तन लागत हीजीस बिकस

वयशिG क मासतक फ़डकन लागत ही त उस नZकर लागन य कमा मिमालान अथाव बिकस जीमान क मिमालान क अहीसस हीन लागत हीमासतक

क शिलाय वही चही परष ही सतरीअकसर सथान दलान य बिकरय क माकन शिसफ़टा करन क पहीला यही अहीसस हीन लागत ही नZकर माamp य

अपन वयवसय माamp सथान दलान क समाय भा यही अनभाव दख गय ही अकसर बिकस वयशिG क1 दनA भाहीamp अपन आप फ़डकन लागत ही त

उस समाझ लान चबिहीय बिक उसक र दिदन अ त गय ही और सख क समाय आन वला हीवही दधिजीस त क शिलाय भा दख था उसक दख

दर हीन वला हीसथा ही उसक हरदय माamp एक उतसही भा जीनमा लान लागत ही आखA क1 फ़डकन अमिधाकतर समाजी माamp परचशिलात हीसतरी क1

य आख और परष क1 दबिहीन आख बिकस भा सथान स फ़डकन लागत ही त उस जी भा बिपरय हीत ही उस क द0)न हीन हीत ही

लाबिकन बिवपरत अवसथा माamp अ0भात क दखन भा मिमालाकरत ही सतरी क यamp नतरी क कन क1 तरफ़ क कZन फ़डकन 0र हीत ही त

जीरर लाकषमा क1 परनतिपत हीत हीवही चही सन चदn क रप माamp ही य नगद धान क रप माamp मिमाला उस मिमालात जीरर ही यही हीला परष क

दबिहीन नतरी क शिलाय मान जीत ही आख क ऊपर क बिकसस माamp भा यही जीन जीत ही बिक अगर परष क दबिहीन और सतरी क य पलाक

फ़डकत ही त बिकस पदव क1 परनतिपत हीत ही और बिवपरत माamp पदव क अत हीत ही कनध फ़डकन माamp भागA क1 परनतिपत और बिवपरत

अवसथा माamp भागA क चला जीन मिमालात ही थाड क फ़डकन सतरी और परष क शिलाय बिकस ड डर क शिलाय मान जीत हीबिकस क1 धामाक1

य बिकस परकर स घार य हीर क वयशिG क सथा अकसमात हीदस हीन क1 खर थाड स मिमालात हीलाबिकन कणY फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp

यही उलटा हीत हीइसमाamp परशिसदधिदध और धान लाभा मिमालात दख गय ही गद)न क बिपछला बिहीसस फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp जी भा र भाव मानन

वला लाग हीत ही व हीव हीन क1 कशि00 करत हीहीAYA क फ़डकन क समाय माamp भाZबितक वसत जी हत बिपरय हीत मिमाला जीत ही पY

फ़डकन क सतरी और परष दन क भा र मान गय हीय त मार पकडत हीय बिफ़र बिकस त माamp हीरन पडत ही कख फ़डकन पर

जी अपन खस हीत ही उसस मिमालान हीत हीलाबिकन दबिहीन और य क भा खयला रखन पडत हीबिवपरत अवसथा माamp बिछडन भा मान

जीत ही दिदला क धाडकन अकसर जी भा जीनमा शिसदध कमान हीत ही उसक मिमालान क समाय मान जीत हीचही वही हीमा0 स मान जीन

वला भागवन क बिकस भा रप माamp कयA न ही माही क अनदर फ़डकहीटा अचछ भाजीन क1 परनतिपत क सक त मान जीत हीहीथाला माamp खजीलाहीटा

धान क आगमान और बिवपरत अवसथा माamp खच) करन क1 षदभिसथाबित क भा द0)त ही कमार क फ़डकन हत अचछ कमा क अनदर क छ समाय

क शिलाय बिजी हीन और द माamp सममान दन क शिलाय मान जीत ही नकषिभा क फ़डकन पबित क शिलाय पतन क बिछही और पतन क शिलाय

पबित क बिछही क रप माamp जीन जीत ही परइवटा पटा) क फ़डकन पर इषदभिचछत सथा क सथा रमाणी करन क समाय तय गय ही गद क

फ़डकन पर वहीन क लाभा हीत हीचही वही खद क मिमाला य बिकरय क वहीन स सफ़र करन क अवसर मिमालाजीघाA क फ़डकन स वसतरीA

क1 परनतिपत हीत हीघाटान क फ़डकन स घार माamp 0तरीओ क1 और वयपर माamp कमपटाnटार क उदय हीन क समाय मान जीत ही पर फ़डकन पर

बिकस नय सथान क1 तरफ़ पलायन हीत हीबिवपरत अवसथा माamp र सथान क परपत करन क सक त भा मान जीत ही पर क तला क फ़डकन

क1 षदभिसथाबित माamp अचला समपकषिK क1 परनतिपत और बिवपरत अवसथा माamp अचला समपकषिK क जीन क समाय मान जीत ही चच क मार हीन क

समाय मात क1 छत अपन आप दरबिवत हीन लागत हीचच क Ykक हीन क समाय मात क1 य छत फ़डकन लागत ही सही क समाय माamp

जीलदn असर मिमालात ही 0मा क समाय माamp दर स असर मिमालात हीलागतर फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp भाला य र परभाव पलान क नन क द

मिमालात ही एक सथा दन अग क फ़डकन भागय और दभा)गय क च माamp चलान वला हीस मान जीत ही इसक अलाव और भा सकडA

बिEययamp इस 0रर क दवार समपदिदत क1 जीत हीजी क वला य इलाषदभिकटरोक करampटा क दवार ही समभव ही कई वयशिG अगर लागतर

नकरतमाक षदभिसथाबित माamp चला जीत ही और वही र र अपन क अक ला रहीन क शिलाय परिरवर य समाजी क लागA स दर रखत ही त उस

वयशिG क शिलाय यही नकरतमाक ऊजी) क परव0 क समाय मान जीत हीइस कला माamp उस वयशिG स कई भा वत) करन पर वही खजीत ही

और अपन 0रर क समापत करन क1 धामाक1 दत ही नकरतमाक ऊजी) क 0रर स दर करन क शिलाय वयशिG क ऊपर स खन वला सद

नमाक एक माटठोn 0मा क समाय सत वर उसर करन क द घार क हीर सडक पर डलान स उसक1 नकरतमाक ऊजी) स छ टाकर भा

मिमालात दख गय ही नकरतमाक ऊजी) क एक परभाव और दख गय ही बिक वही घार क अनदर सस पहीला कला0 पद करन क करणी पद

करत हीवही वयशिG क बिकय जीन वला कमा स रधवयन भाग करत हीवही कर क छ रही हीत ही और करत क छ हीइस करणी स घार क अनदर

नकसनसमनधA क अनदर बिगड और वयपर क अनदर नकसन तथा नZकर क अनदर माशिलाक स परतणीन क असर दत हीइसक शिलाय

सही क अपन जीगन क द अपन इषट क रधवयन माamp रखकर उसक1 मानशिसक इमाजी अपन दनA हीथाA माamp दखन क द तथा जी सवर चला

रही हीउस पर क पहीला बिसतर स नच रखन क द ही कय क 0र करन चबिहीय रत क नद नही आन क1 अवसथा माamp भा सgtय|दय स

पहीला जीगन क1 बिEय क करन चबिहीयऔर जीही स भा उगत हय सgtय) क दरशय दिदखई द दखन क परयस करन चबिहीय अकसर उन लागA

क हत ही सफ़ला हीत दख गय ही जी लाग सही क उगत हय सgtय) क नदn य समादर य तला क पर दखन क1 कशि00 करत ही दन

भाजीन पgtजी और समतमिनधत वयशिG क1 भालाई क1 कमान क शिलाय जी भा उपचर बिकय जीत ही व अपरतय रप स फ़यद दत दख गय ही

दिदमाग क1 अमिधाक अ0नतिनत स चन क शिलाय पहीड यतरीयamp भा कमाय हीत ही

दन क माहीतव

अकसर जीवन मा दन क माहीतव हीमात अपन मामातव क चच क शिलाय दन करत ही बिपत अपन परषथा) क शिलाय अपन जीवन क क1 जीन

वला माहीनत क दन अपन चच क शिलाय करत हीभाई अपन हला क दन करत हीबिहीन अपन तरक स समनध नकर और समाजी

नकर अपन भाई क तरी क दन करत हीभाई अपन बिहीन क शिलाय आजीवन अपन सहीयत और 0शिG क दन करत हीड हीकर

चच अपन मात बिपत क वदध हीन पर उनक1 दख रख और भाजीन क दन करत हीपतन पबित क रबित सख परदन करत हीअपन दवार

पबित क शिलाय बिनसवथा) भाव स भाजीन और पबित सख और आय वदधिदध क परबित पgtजी पY करत ही आग क शिलाय व0 चलान क परबित अपन

कमान क समारतिप4त करत ही ह अपन सवथा) क तयग कर पबित क क ला मा 0बित और समपननत नन क परबित अपन जञोन क दन करत

हीदमाद अपन हला और सममान क दवार अपन ससरला जीन क मान ढान माamp अपन 0शिG क दन करत ही क छ लाग अपन

वयवसय सथान पर Y कर रसत तकर अपन जञोन क दन करत हीक छ लाग पयसA क शिलाय पयऊ खलावकर धामा)0ला नव कर लागA

क जीवन क सद गमाt स चन क शिलाय अपन हला क दन करत ही हीक1कत मा दख जीय त यही 0रर ही दन स और दन क शिलाय

न ही एक वयशिG एक लाख रजीन कमा रही ही लाबिकन वही अपन शिलाय मातरी क छ सZ रपय माamp अपन पटा भार लात हीऔर क1 क धान

वही अपन परिरवर क शिलाय जीमा करत ही बिक वही अपन सतन क शिलाय इतन इकटठो कर द बिक उसक द उसक1 सतन बिकस क1 माहीतजी

नही रही और वही सख रही लाबिकन इस सख रखन क करणीA माamp माही पद ही जीत हीयही माही करन ही उसक1 भाgtला ही और इस माही क

चककर माamp 0रर स क1 जीन वला माहीनत दन सवरप न हीकर माही क जीजीला माamp चला जीत ही मात न अगर पतरी क जीनमा दन क द यही

सच शिलाय बिक उसक पतरी ड हीकर उसक1 पलान करगउसक1 सव करगउसक शिलाय ह लाकर उसक1 आजञो क पलान करवयग त

मात क यही माही उस समाय कर ही जीत ही जी लाडक ड हीत ही और अपन माजीt स 0दn बिववही करन क द अपन घार अलाग

स लात ही मात अपन पतरी क सहीर रहीन क करणी और अपन शिलाय क छ न चकर क वला पतरी क शिलाय ही स क छ करन क द जी पतरी

पस स बिनकला जीत ही और पतन क शिलाय सचन लागत ही त मात क वही पलान पषणी स लाकर पढान शिलाखन और सभा सधान पतरी क

शिलाय जीटान क परबित कर ही जीत ही उस समाय मात और पतरी क च तनतन चलात ही और ह जी दसर घार स आय ही उसक अनदर

यही भावन घार कर जीत ही बिक मा क वला टा स धान क माही करत ही और टा मा क कही पर चलात ही उसक1 त क नही सनत हीइस

परकर स तकरर ढा कर ड तकरर न जीत हीटा न त मा क छड सकत ही और न ही पतन क छड सकत हीपतन क पस द

रसत हीत ही एक अपन मात बिपत क और दसर कनgtन कलाबिकन मात क पस एक ही रसत हीत ही वही हीत ही अपन पतरी कह य

त अपन मात बिपत स परतणीन दिदलावत ही अथाव कनgtन क सहीर लाकर मात बिपत क जीय भाजीन और सहीयत दन क जीला क1

हीव दिदलावन क कमा करत हीटा क समान द ही रसत हीत ही य त वही ह क लाकर अलाग रहीन 0र कर द य ह क तलाक दकर

बिफ़र स मात बिपत क कहीन माamp चलान लागउस दसर सधान ही सही लागत हीलाबिकन इन स क पछ जी था वही मात क लाभा ही थाअगर

मात न बिपत क सथा मिमालाकर पहीला स ही पतरी क1 शि0 क द उस जीबिवक क सधान दकर अलाग कर दिदय हीतऔर ह क पहीला स ही

अलाग करन क मानस न शिलाय हीत त जीला जीन क1 य परतकषिणीत हीन क1 समासय ही नही आतयही स माही क करणी ही मान जी

सकत हीजी पलान पषणी मा कई माही नही थाअगर उस समाय माही हीत त डकटार क पस चच क मार हीन क द नही ला जीय

गय हीतशि0 क सथानA माamp एडमिमासन नही करवय गय हीतसद गमाt क समाय माamp उस कपड और रहीन क सथान क दसत भा नही

करवय गय हीतलाबिकन जीस ही वही कमान लायक हआ और मात क अनदर माही न जीनमा ला शिलाय

दन माamp माही और अहीमा क तयग

दन करन क शिलाय माही क तयग जीरर हीमाही क करन स भाजीन क दन नही बिकय जी सकत हीभाजीन ही खgt सर रख ही लाबिकन दन

करन क जी तभा नही करग जी यही माही पद ही जीयग बिक कला भा इस भाजीन क इसतमाला करन हीलाबिकन जी वही रख हआ भाजीन

बिकस जीव जीनत य माZसमा क1 खर स कर ही गय त मान माamp उस खर भाजीन क फ़amp कत समाय सतप हआयही सतप त नही हीत

जी उस भाजीन क बिकस मागन वला वयशिG क आरमा स खिखला दिदय हीत और वही भाजीन स तपत हआ वयशिG क छ और भा दकर जीत

जी सतप स कई गन ढा कर हीत और आग क अचछ र समाय माamp कमा भा आत दन क रप अलाग अलाग समाय माamp अलाग अलाग रप

धारणी कर लात ही दन क शिलाय मागन वला क छटा और दन वला क कभा ड नही समाझन चबिहीय यही कथा वमान अवतर स शि0

दत ही पबित क पतन क शिलाय दिदय जीन वला वचन जी दन क ही रप ला लात हीकभा भाgtलान नही चबिहीयसमाय क दलान पर दिदय

हआ वचन बिकतन ड रप ला सकत ही इसक उदहीरणी रमाचरिरत मानस माamp दसरथा और क क ई क1 कथा स समाझ जी सकत ही वमान

अवतर माamp भागवन न ववन अगला क रप माamp पgtर पथव आक0 पतला सभा तन पग माamp नप शिलाय था और रजी शिला क ऊपर आधा पग क

कजी) ही छड दिदय था उस परकर स रजी दसरथा क दवार क क ई क दिदय गय द वचन शररमाचनदर जी क शिलाय चZदही वष) क वनवस क

करणी न थाऔर पतरी बिवयग माamp रजी दसरथा क1 मातय क करणी न था इनक अनदर भा माही क रप क वला अहीमा क रप माamp थाअगर

रजी शिला क यही अहीमा नही हीत बिक यही ववन अगला क पबिडत कय ड माग लागत कजी)ई नही नतऔर रजी दसरथा क वही अहीमा

बिक जी चहीampग तभा द वचनA क1 पgtरतित4 कर दampगइसमा कय ड ही त इतन ड हीबिन नही भागतन पडत

दन क तन परकर 0ररधान और बिवदया

अकसर वयशिG तन तरही क दन क शिलाय हीमा0 रधवय हीत ही0रर दनधान धान और बिवदया दन 0रर क दन परष और सतरी दन

मिमालाकर सतन पद करन क दवार दत हीऔर वही 0रर ससर बिहीत क शिलाय हीत ही य अबिहीत क शिलाय यही उनक पgtव) कमा| और ससर क1

आवशयकत क अनसर हीत ही धान क दन परष और सतरी पहीला अपन परिरवर क पषणी और ससर बिहीत क कमा क शिलाय दन करत ही

वही भा परष और सतरी क अपन अपन भावA क अनसर मान जीत ही बिवदया क दन क शिलाय कभा ड य छटा क भाद नही मान जीत

हीजीस बिकस कमा क करन क शिलाय जी वही कमा समाझ माamp नही आत ही त एक छटा चच अपन दधिदध स उस कमा क करन क शिलाय

अपन मात दत ही वही बिकस ड स ड माहीरथा और जञोन आदमा क दिदमाग स पर त मान जी सकत ही दधिजीस परकर स लाक धराव न

अपन मात क परशन क उKर क अनसर जीगत बिपत क ही अपन बिपत मान था और वन माamp जीकर तपसय करन क शिलाय पच सला क1 उमरो

क चन था और कमा स कमा उमरो माamp उनहीन जीगत बिपत क द0)न परपत कर शिलाय थाभाG परहीलाद न अपन बिपत क जञोन क तचछ समाझ था

और शर हीरिर क चरणीA माamp अपन मान लागकर ड स ड आफ़तA स अपन क च शिलाय था

0रर दन क करकतव

0रर दन क शिलाय सतरी और परष क समाजी क अनसर एक शरखला नकर चलान पडत ही उस शरखला क अनदर ही 0दn बिववही रबित

वयवहीर और समादधिजीक बिनयमाA क मान जीत ही अगर इन तA क नही मान जीत ही त मानय और प0 क अनदर भाद ही कय रही जीत

ही रबित नबित क अनसर दिदय गय 0रर दन दिदय गय दन क ड रप हीत ही और समाय समाय पर अपन नमा और कय) क इबितहीस माamp

शिलाख जीत ही कई भा परष बिकस भा सतरी क1 तरफ़ आकरतिष4त तभा हीत ही जी उसक अनदर कमा वसन क सचर हीत ही लाबिकन वही

अगर समादधिजीक बिनयमाA क अनसर अपन कमावसन क 0त करन क शिलाय उपयG सतरी क नही परपत करत ही त वही दिदय गय 0रर

दन य त कgt ड क ढार मा जीत ही अथाव वही अगर बिकस परकर स च भा गय त समाजी और ससर क शिलाय कभा भा अबिहीत क करणी

न जीत ही 0रर दन क शिलाय समादधिजीक बिनयमाA क शिलाय कथा कही जीत ही बिक 0क सवत क बिवEमा समवत क द क मान जीत

हीबिवEमा समवत क द जयबितष 0सतरी माamp परवणी एक जयबितष क यही पत लाग बिक अमाक समाय माamp सतरी क सथा माथान करन क द अगर

सतन क1 परनतिपत हीत ही त वही ससर माamp अपन नमा लाकर हीमा0 क शिलाय चलात रहीग लाबिकन जी उस जयबितष न दख बिक समाय उस

रत क ही और उसक1 पतन बिकस नदn क पर रहीत हीवही जीलदn जीलदn नदn पर करन क शिलाय क वटा क पस गयक वटा न दख कई हत

ही जीरर त ही और उस त क जीनन क शिलाय जी क वटा न अपन दधिजीजञोस क जीबिहीर बिकय त जयबितष जी न अपन त क उसस

त दिदय क वटा चलाक था उसन सच बिक जी इतन माहीतव पgtणी) ही और वही अपन नव क चलाकर और नव स बिकय जीन वला कय) स

ससर माamp नमा नही चला सकत ही त उस अपन सतन क इस कमा क शिलाय परयग माamp लान चबिहीय उस क वटा क जीवन और खgt0gtरत

कनय था उसन जयबितष जी क समान परसतव रख दिदय बिक रत क अनधर ही गय ही और वही रत माamp नव क नदn माamp नही ला जीयगअगर

यही माहत) जयबितष जी क परयग माamp लान ही त उसक1 कनय स गधाव) बिववही करन क द उस माहत) क परयग माamp ला सकत हीजयबितष जी

तयर ही गय और उस रत क जयबितष जी न उस क वटा क1 कनय स गधाव) बिववही करन क द गभा)धान क पgtणी) बिकय उस कनय स जी

पतरी परपत हआ वही 0क नमा स जीन जीत ही यही कथा रमायणी माamp माकररधववजी क र माamp कही जीत हीजी हीनमानजी लाक क जीलाकर

पसन स तर तर समादर माamp कgt द त उनक पसन क एक माछला बिनगला गयउस बराहमचर पसन क अनदर वय) क कणी थाउनही कणीA स

माछला क जी सतन हय वही माकररधववजी क रप माamp हय और उस पतला क रजी अबिहीरवणी क दवारपला क1 सव क अवसर मिमाला रमा

लामाणी क जी अबिहीरवणी शिला दन क शिलाय पतला लाक ला गय त हीनमानजी क पहीला दवारपला क रप माamp तनत माकररधववजी स ही

माकला करन पडद माamp पत लाग बिक वही उनही क1 सतन था 0रर दन क शिलाय समाजी क बिनयमा हत ही माहीतव रखत ही जीस एक

करगर बिकस कला क जीनत ही और आग आन वला चच उस करगर क1 कला क अपन परिरवर और घार क अनदर ही चपन स दखत

रहीत ही त व उस करगर क1 कला स वबिकफ़ हीत जीत ही उन चचA क कही अनय सथान पर जीकर शि0 नही लान पडत और व उस

कला क और अमिधाक बिवकस करन क द आग स आग परयग माamp लात जीत ही त उस कला क बिवकस अपन आप हीत चला जीत ही

उस परकर स समाजी और वणी) वयवसथा क अनसर जी 0दn बिववही बिकय जीत ही त हीन वला चच उस समाजी क अनदर अपन क

अपन आप ढालात चला जीत हीऔर जी कय) य वयवसय अथाव ससकर उनही मिमालात ही उनही क अनसर व अपन क न लात ही लाबिकन

0रर माही और रप आदिद क लाभा माamp जी समाजी स अलाग बिकस परकर स 0दn समनध बिकय जीत हीत कमाकत क अनत हीन क द

जी रप और 0रर माही क भरामा टाgtटात ही त अलाग समाजी माamp बिकय जीन वला रिरसत टाgtटात ही और अगर उन रिरसतA क अनदर कई सतन ही

गय ही त वही अपन बिपत और मात क अनसर ही अपन क नन 0र करग इस परकर स वही पद हीन वला सतन न त इधार क1 रही

और न ही उधार क1इस परकर क1 सतन क भाटाकव क रसत मिमालात ही और वही दर दर क1 Yकरamp खन क शिलाय माजीgtर ही जीत ही

अथाव उस समादधिजीक बिनयमाA स नफ़रत हीन क करणी वही समाजी स अपन परन बिहीस क चकन क शिलाय आतकवदn जीस नबितयA माamp

जीकर मानय और समाजी क दद) नही समाझन क करणी हीतय जीस जीघानय अपरधा करन 0र कर दत ही अकसर यही त उन परिरवरA माamp

भा मिमालात ही जीही तमिसतरीय आधाबिनकत क चककर माamp अपन क कषिणीक सख क शिलाय अनय माद क1 कमाकत क शि0कर ही जीत ही और

उनस पद हीन वला चच समाजी और परिरवर क तक माamp रखकर घार और परिरवर क ही लागA क शिलाय आफ़त क करणी न जीत

हीअकसर इस परकर क चच खgtन क समनध नही हीन क करणी अपन परिरवर क सदसयA क परबित दय य परमा भाव नही रख पत ही और

उस परकर स सचन चलाgt कर दत ही जीस बिक उनक कमाक बिपत क सचन हीत था

सस ड दन दय ही

मानय क अनदर दय क दन सस ड दन मान जीत हीकही भा गय ही बिक दय धामा) क माgtला ही पप माgtला अकषिभामान दधिजीसक अनदर दय

हीत ही वही रसत चलात क भा सहीर दन जीनत ही और जी सहीर दिदय जीत ही वही भा एक तरही क माहीदन ही हीत ही वही दय चही

मानय क परबित ही य जीनवर अथाव जीव जीनत क शिलाय वही दय ही सस ड दन मान जीत ही भागवन स भा परथा)न क1 जीत ही बिक

दय कर दन भाशिG क हीमा परमातमा दनदय क शिलाय बिकस क खजीन नही पडत बिक हीमा दय बिकसक सथा करन ही रसत माamp य घार

क अनदर दय क दन करन क शिलाय हीजीरA दय क परपत करन वला लाग मिमाला जीयampगऊपर त कर आय ह बिक दय मात चच क सथा

भा करत ही 0रन सभा जीवA क मारन क शिलाय मान जीत ही और अपन चच क वही नही मारत बिलला अपन चच क सथान दलान

क समाय ड ही मालायमा तरक स दतA क च अपन चच क दत ही और सथान दला दत ही माद बिचछgt अपन चचA क अपन 0रर

ही दन कर दत ही मानय अपन चच क पलान पषन स लाकर ड हीन तक उस पर दय क भाव ही रखत ही चच क ऊपर स बिगरन

स लाकर लाखA करणी नत रहीत ही जी चच अपन बिववक क खयला नही रख पत ही और जीखिखमा माamp रहीत ही त परिरवर क सदसय उस

चन क शिलाय हीर समाय खयला रखत ही जी वही चच समाजी क समान आत ही त समाजी वला लाग उस र आदतA स चन क शिलाय

बिनगही रखत हीलाबिकन कभा कभा जीनgtझ कर वही चच गलत करत ही त उस सजी दिदलान क नमा पर पशिलास य घार वलाA क1 भा

सहीयत ला जीत ही दय क रप यतरी करत वG बिकस सथान पर बिनवस करत वG य परिरवर माamp रहीन क उपरनत मिमालात ही समाजी माamp

दय क नमा पर समाजी क वयशिG क नZकर आदिद क मामाला माamp दय करन पर लाग रजीनबित भा करन लागत ही जीस आजीकर जीटाA क

आरणी क मामाला माamp दय क भाव समाझ माamp आ रही ही रजीनबित क अनदर दय क भाव दिदखव क रप माamp भा मिमालात ही जीस वर

माषदभिसजीद क हीटाकर रमा मादधिनदर य रमा मादधिनदर क हीटाकर वर माषदभिसजीद क मामाला माamp अलाग अलाग समादयA क नतओ क1 दय दिदखन क

मातला सफ़ समान ही बिक एक कहीत ही नन नही दampग और दसर कहीत ही नकर रहीampग दय दिदखव और सवथा) क शिलाय भा क1 जीत

हीजीस बिकस वयशिG क पबिहीनन क शिलाय कपड दिदय जीत ही और द माamp जी भा कई समादधिजीक त हीत ही य समादधिजीक वयशिG समान

हीत ही त कही दिदय जीत ही बिक यही कपड त हीमान इस पबिहीनन क शिलाय दिदय ही इस परकर क1 दय दिदखव हीत हीऔर उस दय क

कई माgtलय भा नही हीत ही अगर बिकस क खन खिखला दिदय ही त समान वला क माहीसgtस भा नही ही बिक खिखलान वला खद क आदमा था

य कई परयअगर उसन माहीसgtर कर शिलाय बिक खिखलान क द उस दय क टिढा4ढार पटा जीयग त उसक1 अनतरतमा उस खन क दला

माamp दिदय जीन वला आ0व)द क1 जीगही शरप और दन चलाgt कर दगदरवजी पर मागन वला क सथा अमिधाक दय करन क मातला ही बिक

अपन क लाटा Yनअमिधाकतर लागA न भाख मागन क धानध न शिलाय ही जी उनही कई माटा आसमा दिदखई दत ही त तरही तरही क

करणी नकर दय क पतरी न जीत ही और मान चही लान क द उस 0र क और अनय तरफ़ क पप कमा) माamp खच) करत ही इस

परकर स दिदय जीन वला दन दय क दन त दन वला क शिलाय मान जीत ही लाबिकन दधिजीसन दय क भाव क परपत बिकय था उसक अनदर

चलाक1 क भाव आन स दय और चलाक1 दन मिमालाकर दन दन वला और लान वला क शिलाय अबिहीत क करणी ही न गय जी दन

दिदय गय था उसक द उस दन क परयग कई अपन घार खचu क शिलाय करत ही त Ykक हीलाबिकन क Ykक ही जी वही खद कमान स

असमाथा) हीउस बिकस परकर क1 बिवदया नही आत ही वही 0रर स अपबिहीजी हीवही बिकस भा तरी माamp बिवकस नही कर सकत ही त दय करन

कर क1 त नही ही लाबिकन दय करन क उपरनत अगर कई वयशिG समाथा) हीत हय भा कमान क1 इचछ नही करत ही दिदमाग अथाव

0ररिरक शरमा स चन चहीत ही और उस दय क नमा स कमान क द बिफ़जीgtला खच) करन क1 आदत ही गय ही त वही दय नही मिमालान क

द अनय चलाबिकयA स कमान क1 सचग अकसर दय क नमा स मिमालान वला धान क लाग ड र तरही स खच) करत ही यही सतय बिनयमा

ही बिक कमान और खच) करन माamp जीमान आसमान क अनतर हीत ही कमान त हीर कई जीनत ही लाबिकन खच) करन हीर बिकस क पत नही

हीत ही कमान क अनसर अगर खच) बिकय जीय बिकस परकर क अहीमा माamp आकर अगर खच) बिकय जीत ही त कमान और माहीनत करन

भा कर ही मान जीत ही हीर मानय क बिनयमा हीत ही बिक वही अगर ईTर क1 क प स ससर माamp अवतरिरत हआ ही त वही मानव कलयणी

क1 भावन क अपन मान रखकर दय कर तथा) सथानA माamp बिकय जीन वला तभा समाथा) ही जी उस सथान माamp रहीन वला लाग जी क वला दसरA

क1 दय पर ही बिनभा)र ही उनक शिलाय दन क रप समाझ कर दन बिकय जीय अकसर कर क दन कर मा ही चला जीत ही इस त क

और अचछn तरक स समाझन क शिलाय भारत क परशिसदध धामा रमाTरमा धामा क1 ही त ला लादधिजीयवही धामा क वला आन वला तथा) यबितरीयA

क1 क प पर ही बिनभा)र हीअगर कई तथा) यतरी नही आय त वही क लाग भाgtखA मारन क1 कगर पर आजीयampलाखA लागA क वयवसय आन

वला तथा) यबितरीयA क रहीन खन तथा वही क1 परशिसदध वसतओ क चन हीलाबिकन दधिजीसक अनदर दधिदध क बिवकस ही वही वही पर नही

रहीत ही और अपन अनसर अपन औकत तथा बिवदया क ढात चला जीत हीडकटार कलामा सही भा वही क पद हीन वला माहीपरषA

माamp एक मान जीत हीउनहीन अपन बिवदया क परयग करन सख शिलाय और भारत जीस रषटर क सव|चच पद पर आसन भा ही गय जी बिक

उनक परिरवर वला आजी भा समादर स बिनकलान वला सप 0ख और अनय समान क वयपर करन क द अपन जीबिवक चला रही ही उनक

घार क पस माamp आजी भा झपड नमा न हय माकन उनक परिरवर क1 षदभिसथात क त रही ही इस परकर स दय क रप अपन बिवकस क

शिलाय अगर बिकय जीत ही और अपन अनसर ही बिकस गर क पलान क दिदमाग परयग माamp लाय जीत ही त वही दय सचच दय हीइस

दय क अनदर एक करणी और नत हीबिकस क शि0 क दन करनयही भा एक हत ड दन ही और दय क अनदर ही इसक1 औकत

ही ससर माamp दय क करणी चलान वला एन जी ओ आदिद क रप भा समाझ जी सकत ही जी ससथायamp अपन कमा करन क द लागA क

आग ढान क शिलाय अपन तन मान और धान स आग चलात ही व अपन नमा करत चला जीत ही लाबिकन लाभा माamp आन क द और उन

ससथाओ क1 दZलात अगर धान कमान क भाव मान क अनदर आय त वही दय क भाव स अलाग ही जीत ही उस भाव स अलाग जी परभाव

हीत ही वही अमिधाक धान कमान क1 लालास और उलटा सधा करणी नकर और सखययA क जीड ही रही जीत ही जी भा कमा लाभा क

करणी बिकय जीत ही व सभा कगजीA माamp त बिकय जीत ही लाबिकन धारतला पर क छ भा नही हआ हीत हीक छ ससथायamp इस भाव क और भा

अलाग अलाग तरक स धान कमान क शिलाय परयग मा लात हीजीस बिक एक धानवन क अपन सफ़ द धान क कला धान मा परिरवरतित4त करन ही

त वही पहीला इस परकर क1 ससथाओ क दन माamp माटाn रकमा ददग और द माamp उस ससथा स शिलाय जीन वला दन वपस लालागइस परकर

स जी टाकस आदिद माamp चत हीत ही वही ससथा क शिलाय न रहीत हीइस तरही स सरकर और जीनत क सथा धाख ही मान जी सकत ही

और इस परकर क1 ससथायamp जीही भा चलात ही उनक उददोशय मातरी दय क नमा पर गरख धानध करन ही मान जी सकत हीउनहीन अपन

पलानर नZकर पर रख हीत ही और उन पलानर और धान क लाख जीख तयर करन वला चटाuड एकउनटाampटा क1 दZलात व अपन कमा करत

रहीत ही इस परकर क1 दय स भा चन चबिहीयऔर जी भा कमा करन ही अगर हत ड रप माamp करन ही त अपन दवार ही बिकय जीय

और छटा रप माamp करन ही त भा अपन दवार ही बिकय जीय वही दय क दन सस उKमा मान जी सकत हीअगर शि0णी ससथाओ क

बिवकस करन ही त अपन नमा क कभा उपयग नही करन चबिहीयजीस बिक अकसर लाग अपन दद बिपत मात आदिद क नमा स ससथा

क खड कर दत ही और उस चलाकर नमा कमान क1 कशि00 करत ही यही ससर बिवशिचतरी ही यही एक परक बित क लाग नही हीकभा कई

सहीर लान क नमा पर आकर बिगडबिगडयग और सहीर मिमालान क द वही खद क 0र क1 भाबित नकर शिलाय गय दन क रद करन क

अलाव उस ससथा क भा गला दग दधिजीस भाव माamp बिकस क सवथा) आकर टाकर जीय उस भाव माamp बिकय जीन वला दन य दय कर ही

मान जी सकत ही जीस बिकस न अपन गनतवय क शिलाय रसत पgtछऔर तन क दला मा अगर कई धान क दत ही त वही दय य दन

क रप नही हीत ही दन क रप माamp बिकस क गनतबय क तय जीन वला रसत भा दन क ही रप ही जीत ही अकसर रजीन बिकस

क बिकस न बिकस परकर क1 समासय मिमाला जीत ही और वही समासय स सलाझन क रसत बिकस स पgtछत हीऔर तन वला उस सही

रसत त दत ही त वही समासय स छ टाकर परपत कर लात हीयही भा तय गय उपय और तय जीन वला वयशिG क शिलाय दन क ही

रप मान जीत ही आजी क यग मा अगर इस त क सधा सनत क शिलाय दख जीत ही त जी सनत दकषिणी क लाकर और अपन शि0य

नकर अगर जञोन क दन दत ही त वही दय क1 शरणी माamp नही आत ही वही एक माही और अपन क उचच दिदखन क अहीमा माamp 0मिमाला ही

जीत ही दिदय गय रसत और दिदय गय जञोन अगर दिदय जीन वला वयशिG क1 जीनपबिहीचन क1 समा माamp आजीत ही त भा दय और दन

क1 शरणी माamp नही आ सकत ही जीस एक पतरी अपन बिपत स क छ जीनन चहीत ही त बिपत क दवार तय गय उKर दय य दन क1 शरणी

माamp नही आयगयही अपनतव क1 भावन माamp आकर और माही क दवार जञोन क दिदय मान जीयग लाबिकन वही चच अगर रसत चलात बिकस

वयशिG स पgtछत ही और वही वयशिG उच चच क नही जीनत ही त वही दिदय गय जञोन और दय क भाव दन क1 शरणी माamp 0मिमाला ही

जीयग बिकस सडक पर जीन क शिलाय अगर द रसतA क च माamp एक सइन ड) क लाग दिदय गय ही और उस पर सही रसत पर जीन क

कथान शिलाख ही त वही ड) दधिजीसन लागवय ही उसक शिलाय दन क सधान मान जीयगलाबिकन अगर उस ड) क इस परकर क लागवय

गय ही बिक उसक अनदर पस डलाकर रसत क जञोन शिलाय जीय त वही कमान क सधान मान जीयग अकसर कई ससथायamp अपन अपन

अनसर लागA क1 शिचबिकतस क शिलाय अपन अपन अनसर क मप लागत ही वही पर सधारणी जीनत क शिलाय चविक4ग और दवइयA क बिवतरणी

बिन0लक बिकय जीत हीलाबिकन अगर उस ससथान अपन नमा क परचर जीर 0र स बिकय ही और अपन नमा क सथा डकटारA क नमा और

बिवतरिरत क1 जीन वला दवइयA क लाख जीख सक सनय ही त वही बिकय जीन वला सव क भाव नमा और अपन अहीमा परकटा करन

क तरक मान जीयगइस परबितसपधा) क रप भा दिदय जी सकत ही बिक अमाक ससथा न इतन धान इस शिचबिकतस क शिलाय खच) बिकय था

जी उस ससथा न इतन धान खच) बिकय ही यही त अकसर बिकय जीन वला भाडर क शिलाय भा मान जी सकत हीबिक अमाक आदमा न

अमाक सथान माamp इतन लागA क भाजीन करवययही त उस आदमा क शिलाय दन माamp नही सतिलक अहीमा क1 शरampणी मा 0मिमाला ही जीयगलाबिकन

वही आदमा अगर अपन क दिदखव स दर रखन क द भाजीन करवत ही त वही दन और दय क1 शरणी मा बिगन जीयग

दय धामा) क माgtला ही पला माgtला अकषिभामान

जीव जीनत और जीनवरA क अलाव मानय क शिलाय जी उKमा दन क1 और दय क करणी ही व द परकर क मान जीत हीएक सव|Kमा और

दसर अधामा अगर ससर माamp भाजीन और पन नही ही त ससर क दिटाक पन असमभव ही भाजीन और पन क मिमालान स कई भा जीव

जीनत और मानय बिवकटा स बिवकटा परिरषदभिसथाबित माamp दधिजीनद रही सकत ही इन दन क नही मिमालान स बिकतन ही धान दZलात और माय ही कई

नही दिटाक सकत ही दय क शिलाय सतरी और जीवA क सथा गय दय क1 हीमा0 पतरी ही इन करकA क रधवयन माamp रखकर बिकय जीन वला दन

और दय ड ही कमा क1 हीत ही भाजीन और पन क सधानA क दन बिकस भा ससथा क दवार बिकय जीत ही त वही दन सव)शरषठा शरणी

क मान जीत ही सतरी और गय क ऊपर क1 जीन वला दय हीमा0 पणय क दन वला हीत ही सतरी और गय क ही कयA दय क शिलाय

मान जीत ही त बिवदवाजीनA क समाझन चबिहीय बिक सतरी बिकतन ही बिनरक 0 ही उसक अनदर हीमा0 मामात क1 भावन रहीगसमाजी बिकतन

ही उसक सथा अनचर कर वही अपन भावकत क ला पर दधिजीनद रहीन क1 मात रखत हीजी भा कमा आत ही त क वला सनतन पलान

पषणी और अपन सवजीनA क1 र क शिलाय मान जीत ही एक डयन भा अपन चच क सभाला कर रखत ही इस कहीवत क अथा) तभा

मान जी सकत ही जी डयन क सथा भा मामातव क वयवहीर नकर रख जीय गय क दय क1 शरणी माamp परन समाय स क वला इसशिलाय ही

मान जी सकत ही बिक उस क छ भा खन क द लाबिकन वही दग दधा हीवही कभा अपन चच क पस बिकस अनहीन क त तक नही आन

दग जी तक उसक1 जीन रहीगदधिजीस जीव क अनदर इतन अपन चच क परबित दय ही और वही अपन दय क करणी अपन 0रर क भा

समापत करन क1 इचछ क रखउसक सथा Egt रत करन पgtर तरही स अमानषत क1 शरणी माamp आजीत ही सतरी क भागय समाझ कर और

उसक सथा भागA क सख लाकर माथान और पच माकर क परयग करन क द बिकतन ही उस परतकषिणीत बिकय जीयग वही हीमा0 अपन पबित

और परिरवर क शिलाय समारतिप4त रहीग समादधिजीक नधन हीA य 0रर क नधन वही अपन भावनतमाक आव0 माamp सभा क समापत कर सकत

ही लाबिकन इस कलायग क इन दन क सथा ही सस ड अनचर ही रही ही हीत मा आय भाgtकमप स ससर क अनदजी लाग लान चबिहीय

बिक इस द0 क माख वयपरिरक समनध अमारिरक स ही और यही पर ससर क सस अमिधाक एड क मारजी हीयही क बिनवशिसयA क माखय

खन गय क मास हीऔर यही रिरसत नमा क1 चजी समाझ माamp नही आत हीयही तक बिक भाई बिहीन क रिरसत भा अजी ही हीत हीमाथान

0र और मारकटा क करणी यही द0 गर द0A क1 शरणी माamp आत हीअकसमात भाgtकमप आय और एक लाख स अमिधाक वयशिGयA न एक

णी माamp ही अपन जीन गव दnयही तक बिक रषटरपबित क माहीला भा पत नही लाग बिक वही कही गय गय और सतरी क सस अमिधाक

परतणीन इस द0 माamp मिमालात ही यही तक बिक इस द0 माamp भाgtकमप आन क द लागA क1 जीन क1 र त करन दर यही पर सहीयत क शिलाय

जीन वला लागA क भा लाgtटा जीन लागजीस ही भाgtकमप आय दन क1 रशि0 इकटठो करन क शिलाय करडA ससथायamp एक दमा अपन अपन

अनसर समान आन लागयही क वला बिकय जीन वला पपA क करणी ही

गरहीA क 120 गणी

लागन अगर-

माष ही त आदमा क चच ही

वष ही त धान क1 मा0न ही

मिमाथान ही त टालाफ़न ही

कक) ही त भावन क1 पबिडय ही

सिस4ही ही त अहीमा भार हआ ही

कनय ही त कजी) दशमान मार स मिघार ही

तला ही त हीर त माamp फ़यद सचन वला ही

वकषिeक ही त भाgtत क सरदर ही

धान ही त प दद क1 त करन वला ही

माकर ही त चZस घाटा कमा ही कमा ही

क मभ ही त जीलदn रिरसत न सकत ही

मान ही त हीमा0 माZन रहीन वला ही

लागन स सgtय) अगर-

पहीला भाव मा ही त अहीमा भार ही

दसर भाव मा ही त चमाक क आग क छ दिदखई ही नही दत

तसर भाव मा ही त नतगर पहीला ही

चZथा भाव मा ही त रजीनबित वला सच ही

पचमा भाव मा ही त परिरवर मा ही रजीनबित करन वला ही

छY भाव मा ही त प क नZकर समाझत ही

सतव भाव मा ही जीवन सथा क गलामा ही

आYव भाव मा ही त चर दिदला क मारजी ही

नव भाव मा ही त धामा) स भा कमान वला ही

दसव भाव मा ही त सभा कमा नतगर स बिकय जीत ही

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 12: केतु

धा क1 उतपकषिK क सधा माamp एक रचक कथा मिमालात ही कही जीत ही बिक अबितरी पतरी चदरमा दव गर हीसपबित क शि0य था बिवदया अरधवययन क1

समानतिपत क पeत जी उसन गर क दकषिणी दन चही त उनहीन स उसस कही बिक वही दकषिणी गर पतन तर क द कर आय

चनदरमा जी गर पतन क अपन दकषिणी दन गय त गर पतन क रप दखकर वही तर पर आ0G ही गय और उस ला जीन क1 हीY

करन लागगर पतन न उस खgt समाझय पर वही न मान जी हीसपबित क यही त मालामा हय त उस शि0य जीन उनहीन भा उस हत

समाझयपर चनदरमा न अपन दरगरही नही छड अतत वही यदध क शिलाय ततपर हय और गर क यदध माamp हीर दिदय दवतओ न भा चनदरमा

क समाझयलाबिकन वही अपन हीY पर अड रही जी शि0वजी क चनदरमा क अनचर क पत चला त व Eमिधात ही उY और चनदरमा क

दड दन क शिलाय चला पड चनदरमा बिफ़र भा नही मान उसन नतरीA दतयA असरA क सथा सथा 0बिनeर और मागला क सहीयग स शि0व स यदध

करन क बिनणी)य बिकय अ घार यदध 0र ही गय तनA लाग भायभात ही उY अतत बराहम न हीसतप क बिनणी)य शिलाय इस र चनदरमा

झक गय और उसन गर पतन तर क लाZटा दिदय

एक वष) द तर न एक कनतिनतवन पतरी क जीनमा दिदयउसक बिपत चनदरमा ही था चनदरमा न उस पतरी क गरहीणी बिकय और उसक नमा धा

रख गय

धा क बिवषय माamp और भा अनक आखयन मिमालात ही बिवद0 पZरकषिणीक आखयनA माamp धा क समनध माamp अनक कथायamp मिमालात हीयgtरपय जीन

इस मारकर क नमा स जीनत ही पर इसक1 धात हीजी चनदरमा क परभाव स हीन वला और 0बिन मागला क परभाव स Yस तथा गर क

परभाव स भार मान जीत ही

खगलाय बिवजञोन मा धा

धा सgtय) क सस बिनकटा रहीन वला गरही ही उसक वयस तन हीजीर माला हीतथा सgtय) स उसक1 मारधवयमा दर तन करड सY लाख माला ही

यही सKइस माला परबित सकamp ड क1 गबित स अटठोस दिदन माamp सgtय) क1 एक परिरEमा करत ही पथव स दखन पर यही सgtय) स सKइस अ0 स

अमिधाक दर पर नही हीत ही

जयबितष 0सतरी माamp धा

जयबितष 0सतरी माamp धा क रपवन माY लान वला और सपषट लान वला तथा हीर रग क तय गय ही इस कलापरष क1 वणी क1

उपमिधा दn गय ही सभा गरहीA माamp धा क यवरजी क पद मिमाला ही धा क दवार पबिडतई वला कमा वणी क1 0शिG कलाकर गकषिणीत बिवदया माamp

चतरत शिलाखन आदिद क बिवचर बिकय जीत ही यही तवच परधान गरही हीधा क क डला माamp अचछ हीन स जीतक क1 तवच अचछn हीत हीऔर

धा क खर सथान माamp Yन य बिकस पप गरही क दवार पपEत हीन जीतक क तवच वला रग हीत हीयदिद जीनमा क डला माamp धा खर

ही त अपन द0 अनतद)0 माamp वय कफ़ बिपK स उतपनन तन परकर क रग दत हीयही 0रर क तबितरीक ततरी यन नव)स शिससटामा क अमिधाकर

ही यदिद धा पबिडत हीत ही त वयशिG क अनदर क1 सचन समाझन और माहीसgtस करन क1 0शिG कमाजीर हीत हीजीस ख0gt दgt क पत

नही चलानतवच क सनन ही जीनचटा लागन य बिकस क1ड क कटान क पत नही चलानतवच माamp कभा कभा कला रग क चकK पड

जीन और अपन आप ही समापत ही जीन आदिद त भा दखन क मिमालात ही 0रर माamp धा क आमिधापतय छत और जीओ क आग क

भाग क भा माशिलाक नय गय हीदधिजीस जीतक क1 क णडला माamp धा चनदर क1 यबित हीत ही वही माजीबिकय सवभाव क हीत हीअकसर इस

परकर क जीतक दसरA क बिकस न बिकस परकर स नकसन पहचन माamp अपन आननद क ढान जीनत ही धा क खर हीन पर 0E क

सहीर लान पडत हीधा रह क दष स दर हीत हीवयपर करन इसक1 माखय पबिहीचन मान जीत हीवयपर माamp भा उन कमा स दधिजीनक

अनदर तA स कमाय जीत ही

जी जीतक पgtव) जीनमा माamp न बिकय जीन वला कमाA क करत हीदसरA क पर0न करन माamp दधिजीनक आननद आत हीतA क1 चलाक1 स लागA

क लाgtटा हीत हीतA क शिलाखकर कही कर लागA क पर0न य गमारही बिकय हीत हीइस परकर क जीतकA क माखय दख दमपतय जीवन

क हीत ही उनक1 0दिदय सही समाय पर नही हीत हीहीत भा ही त समनधA क सख नही हीत हीपबित य पतन बिकस भा परकर स सही

त नही करत ही घार क अनदर सभा सदसय तA क1 लाडई माamp मा0gtगला ही जीत हीबिकसन कय कही ही क परबित अकसर कर क1 हीस हीत

हीपबित पतन माamp मानमाटाव कलाही और अगर समनध नत भा ही त समनध बिवचछद भा करवन माamp धा क हत ड माहीतव हीत ही धा

अकसर वयपर माamp अपन गबित परदन करत ही दधिजीन जीतकA न अपन जीवन माamp अचछ कमा) बिकय हीत ही त वही वयपर माamp कफ़1 ढाKर

करत हीऔर र कमा क परभाव क करणी चलात हआ वयपर अकसमात ही नच जीन लागत ही और घार क अनदर भा कला0 हीन क करणी

सधानA माamp कमा हीत जीत ही दधिदधमान हीन पर भा कई त नही नत हीऔर वही अपन चतय) क भा रद करत रहीत ही अचछ

धा अचछ वयपर नत हीधान और धानय स पgtणी) करगजीवन पgtर आननद माamp तग आदिद तamp भा समाझ माamp आत ही धावर धा क

मिधान हीपनन इसक रतन हीदधिजीसक धारणी करन स यही लाभाकर हीत हीपतला इसक1 धात हीऔर अनन माamp हीर माgtग इसक अनजी ही धा क

नतरीA माamp अशलष जयषठा एव रवत हीधा क1 रशि0य मिमाथान और कनय ही दधिजीसमा मिमाथान सकरतमाक और कनय नकरतमाक रशि0 हीत ही

लाबिकन कनय रशि0 माamp यही जीतक क माYk वणी लान वला और समाजी माamp अपन क मिमालाकर चलान वला मान जीत हीपनदरही अ0 माamp

यही परमा उचच क हीत ही और मान रशि0 माamp यही पनदरही अ0 माamp परमा नच क हीत ही

अक0सतरी माamp धा

अक बिवदया माamp पच क अक धा क अक ही और दधिजीसक जीनमा 51423 तरख माamp हआ हीत ही उसक शिलाय धा क परभाव जीवन माamp

माहीतवपgtणी) मान जीत ही इन अकA स समतमिनधत जीतक अमिधाकतर जीलदजी हीत हीबिकस भा त क बिनणी)य लान माamp दर नही करत हीऔर

अकसर इनक दिदमाग खजी हीत हीइस करणी स नय नय तA क1 खजी क करन क द यही जीलदn स धान कमान क परबित अपन

दिदमाग चलात रहीत ही इनक दिदमाग ड स ड वयपर चलान माamp भा नही घाडत ही और उसक मातला चही लाभा स ही य हीबिन स इनही

मातला नही हीत हीलाबिकन धा क अचछ परभाव क करणी इनक वयपर अकसर सफ़ला ही हीत ही अकसर वयपर क कमाA क तनव क

हीन क जीgtद भा यही अपन कमा क आरमा स सभाला ला जीत ही धावर और 0Eवर इनक शिलाय अचछ दिदन हीत हीधा परधान

जीतकA क सवभाव 0माtला और लाचला हीत हीइन अदओ क करणी स भा यही अनय लागA क दिदला जीत लात ही इन जीतकA क धा क

रतन पनन पबिहीनन स भा आरमा मिमालात हीऔर गय क हीर घास खिखलान स भा इनक जीलदn आरमा मिमालान लागत हीधा क जी मातरीA क

जीप भा इनक शिलाय लाभाकर हीत ही धा क1 क प स जीतक क पस अथाही समपकषिK आन लागत ही और समाजी सथान माamp आदणीtय भा ही

जीत ही

धा परधान वयशिG दधिदधमान हीत ही इनक शिलाय ससर क जञोन स ढाकर और कई खजीन इनक पस नही हीत हीबिकस भा करणी क 0धा

करन क द यही प एच ड जीस उपमिधाय आरमा स लालात ही यही सगत बिपरय भा हीत हीवकपटात क परभाव इनक पस हीत

ही0शिG0ला बिवचरवन सZनदय) क पजीर भावन परधान बिवदयावन और दधिदधजीव हीत हीशिलाखन क1 कला इनक1 अचछn हीत ही और अर

नन क1 कला इनक पस अदभात हीत हीहीर कमा क सच समाझ कर ही करत हीखला सथान इनही अमिधाक पसद हीत हीखच) करन क

अनदर इस परकर क जीतक क जीgtस भा हीत हीदधिदध परधानत वला कमा जीस जयबितष डकटार वक1ला दलाला वयपर लाखक gtगर वला

कमा और अथा)0सतरी माamp बिनपणीत वला कमा इनही अचछ लात ही

इस अक वला जीतकA क1 क छ कमिमाय भा हीत हीजी उनक1 परगबित माamp रकवटा पद करत हीजीस आलास आन जीलदn गसस हीन अकरणी

ही गसस करन लाग जीन शिचनत वला तamp और अपन य परय वयशिG क 0क माamp डलान वला कमा करनअमिधाक तamp करन आदिद मान

जीत ही असफ़लात क बिवचर स भाय हीन 0क करन आदिद भा दख पद करन वला करणी हीत हीदधिदध क कय) करत रहीन स भा इनक

0रर कमाजीर हीत जीत ही और 0रर क कमाजीर हीन स फ़ फ़ड वला रग जीकमा लाग रहीन टाn आदिद जीस रग पद ही जीन एलाजीt

वला रग हीत जीन भा मान जीत ही जीवन सथा क अपन अनरप नन क करणी भा इस अक क जीतकA क शिलाय दखदय हीत

हीअकसर इस अक क जीतकA क जीवन सथा चप ही रहीत ही और बिन दधिदध क कमा करन क करणी घार और परिरवर माamp अ0बित क करणी

भा नत ही खन पन और लान पर बिनयतरीणी नही हीन क करणी इस अक क जीतक बिन करणी क ही दशमान य मार भा पला लात

ही

क डला माamp रही भावA माamp धा

रही भावA मा धा क1 षदभिसथाबित क परमाख रप स समाझन क शिलाय परतयक भाव क धा क रप अलाग अलाग हीत हीयही पर जी रप धा क

परदरथि04त बिकय गय ही व क वला धा क1 उचच षदभिसथाबित क समाझ कर ही बिकय गय ही जीरर नही ही बिक आपक धा क रप भा इस तरही स

हीअगर आपक1 क नडला माamp धा पर बिकस अनय गरही क1 र नजीर ही त उसक परभाव भा र ही सकत ही जीस रह क परभाव पडन पर

अचछn वणी हीन पर भा आपक1 वणी क गरहीणी लाग गय हीगला माamp इनफ़ कसन क दवार आदिद समाझन चबिहीय

परथामा भाव माamp धा

पला आभा शिलाय चहीर हीत हीलाम उमरो क माशिलाक हीत हीगकषिणीत और गणीन करन वला बिवषयA माamp परवणीत हीत हीमाजीबिकय सवभाव

हीत ही यन हीर त क माजीबिकय लाहीजी माamp कहीनधामा) क कय माamp रशिच हीत ही

दसर भाव माamp धा

अचछ कय) करन माamp रशिच हीत हीबिहीममात हत हीत हीदधिदध स तजी हीत हीमाहीनत भा खgt करत हीवक1ला य नत जीस गणी हीत ही त

क1 त माamp धान हीत हीदलाला और 0यर जीर वला कमा माamp रशिच हीत ही

तसर भाव माamp धा

लाखन क पकक हीत हीकमपयgtटार और इस परकर क यतरीA क सचशिलात करन क1 मात हीत हीसफ़टावयर आदिद नन माamp बिनपणीत हीत

हीशिचतरीकर और कबिवत करन माamp रशिच हीत हीबिवषयA माamp आ0शिG हीत हीसदगणी भा भार हीत हीमाटा 0रर हीत हीगलामाटाला आक बित

हीत हीबिहीन अमिधाक और भाई कमा हीत हीबिपत क धान कर ही जीत ही

चZथा भाव माamp धा

भागयवन हीत हीदन करन माamp बिनपणी हीत हीदन दन माamp क पतरी और सपतरी क समाझन क1 बिहीममात हीत हीशिलाखन क1 कला हीत

हीनबितयA पर चलान क आदn हीत हीदधिदधवन हीत ही

पचमा भाव माamp धा

जीनमा स सवथा) जीवन माamp भार हीत हीअपन कमा बिनकलान माamp चतरत हीत हीकमा बिनकलान क द भाgtलान क1 आदत हीत हीसनतन क

अभाव हीत हीक वला धान क1 चहीत हीत हीजीमान कमा क करन और जीमान आदिद क परबित मानशिसकत न रहीत ही

छY भाव माamp धा

कला0 करन अचछ लागत हीलाबिकन वणी माamp मिमाYस हीत हीआलास 0रर हीत हीअकषिभामान क1 मातरी भार हीत हीपरिरशरमा और

कमाकत क समाव0 मिमालात ही दसरA क1 सव करन अचछ लागत ही

सपतमा भाव माamp धा

पबित य पतन क शिलाय सखदयक हीत हीकनतिनतवन 0रर हीत हीतAद बिनकला जीत हीसनदर और क लान परक बित हीत हीसमपदन करन क1

मात हीत हीउदर परक बित हीत ही

अषटमा भाव माamp धा

लाम उमरो हीत हीसनदर पतन य पबित हीत हीत क भारस नही हीत हीखत क कय) माamp बिनपणीत हीत हीजीस गवन आदिदनयय

करन क अनदर ईमान क समाव0 हीत हीवयपर स लाभा क वला दलाला वला कमाA माamp हीत ही

नवमा भाव माamp धा

दधिदधमान हीत हीतथा)टान करन क1 कमान हीत हीअपन समाजी माamp त रखन वला हीत ही कबिव गन बिवदया माamp बिडगर य बिडपलामा हीत

हीनयय यतरी करवन वला कय क मानस रहीत ही बिवद0 लागA और अगरजी माamp अचछ जञोन हीत ही

दसमा भाव माamp धा

रजी यग क करणी नत हीअलपय हीन भा मान जीत हीमात क1 बिहीन स सवभाव मिमालात जीलात हीबिपत क परबित वफ़दर नही हीत

हीखद क कमाA क खद क परयसA स ही खतमा करन क1 भावन न जीत ही

गयरहीवamp भाव माamp धा

लाभा माamp अपर समपकषिK क1 कमान हीत ही बिपत क1 जीयदद मिमालात हीछटा भाई बिहीन स सनही हीत हीमात क शिलाय कषटकर हीत

हीशि0 और मानरजीन माamp अमिधाक रधवयन रहीत ही

रहीवamp भाव माamp धा

बिवदवान धामा)तमा सवभाव हीत हीबिकस भा भाष क पकडन क1 मात हीत हीदवय जञोन क1 जीनकर हीत हीसमाजी माamp गणी मान जीत

ही0सतरी क अचछ जञोन हीत ही आलास 0रर हीत ही

धा समनध अनय बिववरणी

धा गरही स समतमिनधत रगउनक 0मान हीत धारणी करन क1 बिवमिधा गरही 0नतिनत क शिलाय दन तथा धा गरही स समतमिनधत वयपर और नZकर

आदिद क बिववरणी इस परकर स ही-

दन

धा क क परभाव माamp दिदय जीन वला दन आशलष जयषठा और रवत नतरीA माamp सवय क जीन क रर हीर माgtग हीर वसतरी फ़ला हीर मिमाYई कस

पतला हीथादत पनन सवणी) कपgtर 0र षटारस भाजीन घा फ़gt ला आदिद दन माamp दिदय जीत हीदन शरदध पgtव)क दकषिणी सबिहीत बराहमणी क सकलप

पgtव)क धा गरही क नतरी कला माamp करन चबिहीय

वयपर

कसदकर शिसलाई मा0न क वयपर वनसपबित घा क वयपर कड खन क वयपर परचन वसतओ क सगरही करन क द चन क

कय) खला और खला आदिद क समान क वयपर करन Ykक मान जीत ही

नZकर

मातरीपद बिवधायक पद परततव बिवभाग क पद लाइबरार क कमा 0टा)हीampड टाइविप4ग क कमाampक क कमा एकउनटाampस क कमा इनकमा टाकस क1

नZकर डकतर बिवभाग माamp कमा जयबितष क कमा हीसतरख और 0यर जीर क कमा करन चबिहीय

जीव जीनत और मानय पड पZधाA फ़लाA आदिद सभा माamp करampटा हीत हीनयgtनतमा य अमिधाकतमा पड पZधा और जीव जीनत क1 उमरो क अनसर मान

जीत हीयही करनटा मिमाला एमपयर क1 नप माamp हीत ही0रर क1 गबितपड पZधाA क अनदर हीन वला गबित जी हीव य धाgtप क1 अमिधाकत स

हीत हीबिवदयात उतपदन क शिलाय मान जीत ही भाजीन करन पर 0रर माamp आलास आन इस त क दयातक ही बिक 0रर माamp नन वला ऊजी)

क बिवकस नय शिसर स चलाgt ही रही ही 0रर क अनदर नन वला बिवदयात क परयग 0रर बिकन बिकन कमाA माamp करत ही उसक शिलाय हीमाamp गहीन

अरधवययन क1 तरफ़ जीन पडग 0रर माamp खन क दवार ऊजी) क1 पgtरतित4 हीत ही0रर क दवार जी भा खदया पदथा) परयग माamp लाय जीत ही व

सभा जीमान स उतपदिदत हीत हीय समादर क पन स उतपदिदत हीत हीउनही उतपदनA क 0रर आरमा स हीजीमा कर सकत ही जी एक र

धारत पर उतपदिदत ही चक हीइस परकर क भाजीन स 0रर क अनदर जी ऊजी) नत ही उस ही य इलाषदभिकटरोक क1 सजञो दn जीत ही 0रर

अपन तबितरीक ततरी क सgtचन दन क1 बिEय माamp इस बिवदयात ऊजी) क परयग माamp लात ही0रर क अलाव भा यही हीर क1 दबिनय माamp भा अपन

सद0A क भाजीन और सद0A क परपत करन क शिलाय परयग माamp लात ही कही भा 0रर माamp चटाn कटात ही त तबितरीक ततरी क सद0 दन वला

0रर माamp फ़ ला तबितरीक ततरी वबिहीबिनय चटाn क कटा क अहीसस सधा मासतिसतक क पछ माडलाआलामागटा नमाक सथान क पहचत हीऔर

दिदमाग स तरत उस कटा जीन क सथान क सरकषित करन क शिलाय य हय सहीयत क शिलाय हीथा परA क दिदमाग स आद0 दिदय जीत ही

और हीथा पर मिमाला सकamp डA मा मिमाला उस आद0 क पलान अपन गबित क अनसर करत ही अगर कई चटाn क1 जीगही पर बिचछgt य अनय

जीहीरला जीव कटात ही त अपन हीथा परA क1 सहीयत क अलाव हीर क1 सहीयत क शिलाय दिदमाग आवजी और 0रर क गबित भा परदन

करत हीजीस कई र) कटात ही और वही पर अनय र क कटान क1 आ0क ही त 0रर क अनदर भागन क1 0शिG भा अचनक ही पद ही

जीत हीदिदमाग अपन इस बिवदयात 0शिG क परयग सरकषित हय सथान क खजीन क शिलाय भा परयग करत ही सथा ही कटा जीन वला सथान

क सgtजीन आदिद दकर बिवष क आग ढान स रकन क उपय भा करत ही चखन क शिलाय आवजी भा दत हीऔर चख क अनदर उस

आवजी क भा परकटा करन क1 0शिG और ड पवर दत ही दधिजीसस आसपस क माहीZला भा जी भा पस माamp रहीन वला लाग हीचही व

अनजीन ही य जीन पबिहीचन वला सभा क रधवयन अपन ओर बिकस भाय स दखन क शिलाय और उस भाय क1 चख क1 आवजी क सनकर

अपन अपन सर क सथा उनक अनदर भा बिहीममात क परदन करन क शिलाय 0शिG समपनन ऊजी) अपन कमा करन लागत हीइसस अगर

भाय कई सव)जीबिनक ही त सभा अपन अपन सर क दखकर सहीयत क शिलाय भागन लागत ही अगर पड 0रर क1 0शिG स अमिधाक

हीत ही त 0रर क हीस करन क द तबितरीक ततरी अपन गबित क अनसर 0रर क1 0शिG क इकटठो करन और जीमा लावन ततवA क1

पgtरतित4 क शिलाय बिकय जीन वला उपयA क सथा 0रर क नकसन पहचन वला करकA क बिनदन करत ही इस बिनदन माamp जी करक

माहीतवपgtणी) हीत ही उनक अनदर आसपस रहीन वला लाग य दरसथा रहीन वला लागA क भा यही तबितरीक ततरी सgtचनयamp पहचन क कमा करत

ही आसपस रहीन वला लागA क अनदर त पड क1 खर करन क शिलाय अपन आसपस क करकA क 0रर क1 ऊजी) अपन कय) करत

हीऔर जी हीर और दरसथा लाग हीत ही उनक शिलाय समतमिनधत 0रर क अगA क फ़डकन क कय) करत हीउनक अनदर अकसमात ही

बिवचरधार क अनदर दलाव क कय) करत हीअगर कषट भागन वला वयशिG बिकस क पतरी ही त मात कपबित ही त पतन कबिपत ही त

पतरी क और अनय समनध ही तथा उस समनध स अमिधाक लागव ही त उस समनध क अपन अपन अग क फ़डक कर सgtचन दन क

कमा यही ऊजी) करत ही यही नही इस ऊजी) क कमा बिकस भा ख0 क1 खर क भा 0रर क अगA क फ़डककर भाजीन क कमा करन

हीत हीअगर ख0 खर परपत करन वला जीतक स रही ही त सवपन क मारधवयमा स भा इस ऊजी) क दवार स सद0 परसरिरत बिकय जीत ही

सतरी क य और परष क दबिहीन अग ख0 क1 खर क परपत करन क समाय फ़डकन आरमभ करत ही और र खर क समाय सतरी क

दबिहीन और परष क य अग इस बिEय क परदरथि04त करन लागत ही

जीग) मात क भा अपन पतरी क1 सकटा क1 षदभिसथाबित माamp फ़Zरन अहीसस त ही जीत ही जी उसक सतनA माamp खजीला चलान 0र ही जीत हीपतरी

क ऊपर आन वला सकटा क अहीसस मात अपन आप माहीसgtस करन लागत ही उसक दिदला माamp चन नही आत हीऔर रत क र र सवपन

भा चलाgt ही जीत ही इस ऊजी) क परभाव बिकस परकर स अपन सद0 पहचन क कय) करत ही इसक शिलाय पgtव)कला स ही अनभाव क

आधार पर अग फ़डकन क फ़लाफ़लाA क इबितहीस चलात आ रही ही0रर क हीर बिहीसस अपन अपन परभाव तन लागत हीजीस बिकस

वयशिG क मासतक फ़डकन लागत ही त उस नZकर लागन य कमा मिमालान अथाव बिकस जीमान क मिमालान क अहीसस हीन लागत हीमासतक

क शिलाय वही चही परष ही सतरीअकसर सथान दलान य बिकरय क माकन शिसफ़टा करन क पहीला यही अहीसस हीन लागत ही नZकर माamp य

अपन वयवसय माamp सथान दलान क समाय भा यही अनभाव दख गय ही अकसर बिकस वयशिG क1 दनA भाहीamp अपन आप फ़डकन लागत ही त

उस समाझ लान चबिहीय बिक उसक र दिदन अ त गय ही और सख क समाय आन वला हीवही दधिजीस त क शिलाय भा दख था उसक दख

दर हीन वला हीसथा ही उसक हरदय माamp एक उतसही भा जीनमा लान लागत ही आखA क1 फ़डकन अमिधाकतर समाजी माamp परचशिलात हीसतरी क1

य आख और परष क1 दबिहीन आख बिकस भा सथान स फ़डकन लागत ही त उस जी भा बिपरय हीत ही उस क द0)न हीन हीत ही

लाबिकन बिवपरत अवसथा माamp अ0भात क दखन भा मिमालाकरत ही सतरी क यamp नतरी क कन क1 तरफ़ क कZन फ़डकन 0र हीत ही त

जीरर लाकषमा क1 परनतिपत हीत हीवही चही सन चदn क रप माamp ही य नगद धान क रप माamp मिमाला उस मिमालात जीरर ही यही हीला परष क

दबिहीन नतरी क शिलाय मान जीत ही आख क ऊपर क बिकसस माamp भा यही जीन जीत ही बिक अगर परष क दबिहीन और सतरी क य पलाक

फ़डकत ही त बिकस पदव क1 परनतिपत हीत ही और बिवपरत माamp पदव क अत हीत ही कनध फ़डकन माamp भागA क1 परनतिपत और बिवपरत

अवसथा माamp भागA क चला जीन मिमालात ही थाड क फ़डकन सतरी और परष क शिलाय बिकस ड डर क शिलाय मान जीत हीबिकस क1 धामाक1

य बिकस परकर स घार य हीर क वयशिG क सथा अकसमात हीदस हीन क1 खर थाड स मिमालात हीलाबिकन कणY फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp

यही उलटा हीत हीइसमाamp परशिसदधिदध और धान लाभा मिमालात दख गय ही गद)न क बिपछला बिहीसस फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp जी भा र भाव मानन

वला लाग हीत ही व हीव हीन क1 कशि00 करत हीहीAYA क फ़डकन क समाय माamp भाZबितक वसत जी हत बिपरय हीत मिमाला जीत ही पY

फ़डकन क सतरी और परष दन क भा र मान गय हीय त मार पकडत हीय बिफ़र बिकस त माamp हीरन पडत ही कख फ़डकन पर

जी अपन खस हीत ही उसस मिमालान हीत हीलाबिकन दबिहीन और य क भा खयला रखन पडत हीबिवपरत अवसथा माamp बिछडन भा मान

जीत ही दिदला क धाडकन अकसर जी भा जीनमा शिसदध कमान हीत ही उसक मिमालान क समाय मान जीत हीचही वही हीमा0 स मान जीन

वला भागवन क बिकस भा रप माamp कयA न ही माही क अनदर फ़डकहीटा अचछ भाजीन क1 परनतिपत क सक त मान जीत हीहीथाला माamp खजीलाहीटा

धान क आगमान और बिवपरत अवसथा माamp खच) करन क1 षदभिसथाबित क भा द0)त ही कमार क फ़डकन हत अचछ कमा क अनदर क छ समाय

क शिलाय बिजी हीन और द माamp सममान दन क शिलाय मान जीत ही नकषिभा क फ़डकन पबित क शिलाय पतन क बिछही और पतन क शिलाय

पबित क बिछही क रप माamp जीन जीत ही परइवटा पटा) क फ़डकन पर इषदभिचछत सथा क सथा रमाणी करन क समाय तय गय ही गद क

फ़डकन पर वहीन क लाभा हीत हीचही वही खद क मिमाला य बिकरय क वहीन स सफ़र करन क अवसर मिमालाजीघाA क फ़डकन स वसतरीA

क1 परनतिपत हीत हीघाटान क फ़डकन स घार माamp 0तरीओ क1 और वयपर माamp कमपटाnटार क उदय हीन क समाय मान जीत ही पर फ़डकन पर

बिकस नय सथान क1 तरफ़ पलायन हीत हीबिवपरत अवसथा माamp र सथान क परपत करन क सक त भा मान जीत ही पर क तला क फ़डकन

क1 षदभिसथाबित माamp अचला समपकषिK क1 परनतिपत और बिवपरत अवसथा माamp अचला समपकषिK क जीन क समाय मान जीत ही चच क मार हीन क

समाय मात क1 छत अपन आप दरबिवत हीन लागत हीचच क Ykक हीन क समाय मात क1 य छत फ़डकन लागत ही सही क समाय माamp

जीलदn असर मिमालात ही 0मा क समाय माamp दर स असर मिमालात हीलागतर फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp भाला य र परभाव पलान क नन क द

मिमालात ही एक सथा दन अग क फ़डकन भागय और दभा)गय क च माamp चलान वला हीस मान जीत ही इसक अलाव और भा सकडA

बिEययamp इस 0रर क दवार समपदिदत क1 जीत हीजी क वला य इलाषदभिकटरोक करampटा क दवार ही समभव ही कई वयशिG अगर लागतर

नकरतमाक षदभिसथाबित माamp चला जीत ही और वही र र अपन क अक ला रहीन क शिलाय परिरवर य समाजी क लागA स दर रखत ही त उस

वयशिG क शिलाय यही नकरतमाक ऊजी) क परव0 क समाय मान जीत हीइस कला माamp उस वयशिG स कई भा वत) करन पर वही खजीत ही

और अपन 0रर क समापत करन क1 धामाक1 दत ही नकरतमाक ऊजी) क 0रर स दर करन क शिलाय वयशिG क ऊपर स खन वला सद

नमाक एक माटठोn 0मा क समाय सत वर उसर करन क द घार क हीर सडक पर डलान स उसक1 नकरतमाक ऊजी) स छ टाकर भा

मिमालात दख गय ही नकरतमाक ऊजी) क एक परभाव और दख गय ही बिक वही घार क अनदर सस पहीला कला0 पद करन क करणी पद

करत हीवही वयशिG क बिकय जीन वला कमा स रधवयन भाग करत हीवही कर क छ रही हीत ही और करत क छ हीइस करणी स घार क अनदर

नकसनसमनधA क अनदर बिगड और वयपर क अनदर नकसन तथा नZकर क अनदर माशिलाक स परतणीन क असर दत हीइसक शिलाय

सही क अपन जीगन क द अपन इषट क रधवयन माamp रखकर उसक1 मानशिसक इमाजी अपन दनA हीथाA माamp दखन क द तथा जी सवर चला

रही हीउस पर क पहीला बिसतर स नच रखन क द ही कय क 0र करन चबिहीय रत क नद नही आन क1 अवसथा माamp भा सgtय|दय स

पहीला जीगन क1 बिEय क करन चबिहीयऔर जीही स भा उगत हय सgtय) क दरशय दिदखई द दखन क परयस करन चबिहीय अकसर उन लागA

क हत ही सफ़ला हीत दख गय ही जी लाग सही क उगत हय सgtय) क नदn य समादर य तला क पर दखन क1 कशि00 करत ही दन

भाजीन पgtजी और समतमिनधत वयशिG क1 भालाई क1 कमान क शिलाय जी भा उपचर बिकय जीत ही व अपरतय रप स फ़यद दत दख गय ही

दिदमाग क1 अमिधाक अ0नतिनत स चन क शिलाय पहीड यतरीयamp भा कमाय हीत ही

दन क माहीतव

अकसर जीवन मा दन क माहीतव हीमात अपन मामातव क चच क शिलाय दन करत ही बिपत अपन परषथा) क शिलाय अपन जीवन क क1 जीन

वला माहीनत क दन अपन चच क शिलाय करत हीभाई अपन हला क दन करत हीबिहीन अपन तरक स समनध नकर और समाजी

नकर अपन भाई क तरी क दन करत हीभाई अपन बिहीन क शिलाय आजीवन अपन सहीयत और 0शिG क दन करत हीड हीकर

चच अपन मात बिपत क वदध हीन पर उनक1 दख रख और भाजीन क दन करत हीपतन पबित क रबित सख परदन करत हीअपन दवार

पबित क शिलाय बिनसवथा) भाव स भाजीन और पबित सख और आय वदधिदध क परबित पgtजी पY करत ही आग क शिलाय व0 चलान क परबित अपन

कमान क समारतिप4त करत ही ह अपन सवथा) क तयग कर पबित क क ला मा 0बित और समपननत नन क परबित अपन जञोन क दन करत

हीदमाद अपन हला और सममान क दवार अपन ससरला जीन क मान ढान माamp अपन 0शिG क दन करत ही क छ लाग अपन

वयवसय सथान पर Y कर रसत तकर अपन जञोन क दन करत हीक छ लाग पयसA क शिलाय पयऊ खलावकर धामा)0ला नव कर लागA

क जीवन क सद गमाt स चन क शिलाय अपन हला क दन करत ही हीक1कत मा दख जीय त यही 0रर ही दन स और दन क शिलाय

न ही एक वयशिG एक लाख रजीन कमा रही ही लाबिकन वही अपन शिलाय मातरी क छ सZ रपय माamp अपन पटा भार लात हीऔर क1 क धान

वही अपन परिरवर क शिलाय जीमा करत ही बिक वही अपन सतन क शिलाय इतन इकटठो कर द बिक उसक द उसक1 सतन बिकस क1 माहीतजी

नही रही और वही सख रही लाबिकन इस सख रखन क करणीA माamp माही पद ही जीत हीयही माही करन ही उसक1 भाgtला ही और इस माही क

चककर माamp 0रर स क1 जीन वला माहीनत दन सवरप न हीकर माही क जीजीला माamp चला जीत ही मात न अगर पतरी क जीनमा दन क द यही

सच शिलाय बिक उसक पतरी ड हीकर उसक1 पलान करगउसक1 सव करगउसक शिलाय ह लाकर उसक1 आजञो क पलान करवयग त

मात क यही माही उस समाय कर ही जीत ही जी लाडक ड हीत ही और अपन माजीt स 0दn बिववही करन क द अपन घार अलाग

स लात ही मात अपन पतरी क सहीर रहीन क करणी और अपन शिलाय क छ न चकर क वला पतरी क शिलाय ही स क छ करन क द जी पतरी

पस स बिनकला जीत ही और पतन क शिलाय सचन लागत ही त मात क वही पलान पषणी स लाकर पढान शिलाखन और सभा सधान पतरी क

शिलाय जीटान क परबित कर ही जीत ही उस समाय मात और पतरी क च तनतन चलात ही और ह जी दसर घार स आय ही उसक अनदर

यही भावन घार कर जीत ही बिक मा क वला टा स धान क माही करत ही और टा मा क कही पर चलात ही उसक1 त क नही सनत हीइस

परकर स तकरर ढा कर ड तकरर न जीत हीटा न त मा क छड सकत ही और न ही पतन क छड सकत हीपतन क पस द

रसत हीत ही एक अपन मात बिपत क और दसर कनgtन कलाबिकन मात क पस एक ही रसत हीत ही वही हीत ही अपन पतरी कह य

त अपन मात बिपत स परतणीन दिदलावत ही अथाव कनgtन क सहीर लाकर मात बिपत क जीय भाजीन और सहीयत दन क जीला क1

हीव दिदलावन क कमा करत हीटा क समान द ही रसत हीत ही य त वही ह क लाकर अलाग रहीन 0र कर द य ह क तलाक दकर

बिफ़र स मात बिपत क कहीन माamp चलान लागउस दसर सधान ही सही लागत हीलाबिकन इन स क पछ जी था वही मात क लाभा ही थाअगर

मात न बिपत क सथा मिमालाकर पहीला स ही पतरी क1 शि0 क द उस जीबिवक क सधान दकर अलाग कर दिदय हीतऔर ह क पहीला स ही

अलाग करन क मानस न शिलाय हीत त जीला जीन क1 य परतकषिणीत हीन क1 समासय ही नही आतयही स माही क करणी ही मान जी

सकत हीजी पलान पषणी मा कई माही नही थाअगर उस समाय माही हीत त डकटार क पस चच क मार हीन क द नही ला जीय

गय हीतशि0 क सथानA माamp एडमिमासन नही करवय गय हीतसद गमाt क समाय माamp उस कपड और रहीन क सथान क दसत भा नही

करवय गय हीतलाबिकन जीस ही वही कमान लायक हआ और मात क अनदर माही न जीनमा ला शिलाय

दन माamp माही और अहीमा क तयग

दन करन क शिलाय माही क तयग जीरर हीमाही क करन स भाजीन क दन नही बिकय जी सकत हीभाजीन ही खgt सर रख ही लाबिकन दन

करन क जी तभा नही करग जी यही माही पद ही जीयग बिक कला भा इस भाजीन क इसतमाला करन हीलाबिकन जी वही रख हआ भाजीन

बिकस जीव जीनत य माZसमा क1 खर स कर ही गय त मान माamp उस खर भाजीन क फ़amp कत समाय सतप हआयही सतप त नही हीत

जी उस भाजीन क बिकस मागन वला वयशिG क आरमा स खिखला दिदय हीत और वही भाजीन स तपत हआ वयशिG क छ और भा दकर जीत

जी सतप स कई गन ढा कर हीत और आग क अचछ र समाय माamp कमा भा आत दन क रप अलाग अलाग समाय माamp अलाग अलाग रप

धारणी कर लात ही दन क शिलाय मागन वला क छटा और दन वला क कभा ड नही समाझन चबिहीय यही कथा वमान अवतर स शि0

दत ही पबित क पतन क शिलाय दिदय जीन वला वचन जी दन क ही रप ला लात हीकभा भाgtलान नही चबिहीयसमाय क दलान पर दिदय

हआ वचन बिकतन ड रप ला सकत ही इसक उदहीरणी रमाचरिरत मानस माamp दसरथा और क क ई क1 कथा स समाझ जी सकत ही वमान

अवतर माamp भागवन न ववन अगला क रप माamp पgtर पथव आक0 पतला सभा तन पग माamp नप शिलाय था और रजी शिला क ऊपर आधा पग क

कजी) ही छड दिदय था उस परकर स रजी दसरथा क दवार क क ई क दिदय गय द वचन शररमाचनदर जी क शिलाय चZदही वष) क वनवस क

करणी न थाऔर पतरी बिवयग माamp रजी दसरथा क1 मातय क करणी न था इनक अनदर भा माही क रप क वला अहीमा क रप माamp थाअगर

रजी शिला क यही अहीमा नही हीत बिक यही ववन अगला क पबिडत कय ड माग लागत कजी)ई नही नतऔर रजी दसरथा क वही अहीमा

बिक जी चहीampग तभा द वचनA क1 पgtरतित4 कर दampगइसमा कय ड ही त इतन ड हीबिन नही भागतन पडत

दन क तन परकर 0ररधान और बिवदया

अकसर वयशिG तन तरही क दन क शिलाय हीमा0 रधवय हीत ही0रर दनधान धान और बिवदया दन 0रर क दन परष और सतरी दन

मिमालाकर सतन पद करन क दवार दत हीऔर वही 0रर ससर बिहीत क शिलाय हीत ही य अबिहीत क शिलाय यही उनक पgtव) कमा| और ससर क1

आवशयकत क अनसर हीत ही धान क दन परष और सतरी पहीला अपन परिरवर क पषणी और ससर बिहीत क कमा क शिलाय दन करत ही

वही भा परष और सतरी क अपन अपन भावA क अनसर मान जीत ही बिवदया क दन क शिलाय कभा ड य छटा क भाद नही मान जीत

हीजीस बिकस कमा क करन क शिलाय जी वही कमा समाझ माamp नही आत ही त एक छटा चच अपन दधिदध स उस कमा क करन क शिलाय

अपन मात दत ही वही बिकस ड स ड माहीरथा और जञोन आदमा क दिदमाग स पर त मान जी सकत ही दधिजीस परकर स लाक धराव न

अपन मात क परशन क उKर क अनसर जीगत बिपत क ही अपन बिपत मान था और वन माamp जीकर तपसय करन क शिलाय पच सला क1 उमरो

क चन था और कमा स कमा उमरो माamp उनहीन जीगत बिपत क द0)न परपत कर शिलाय थाभाG परहीलाद न अपन बिपत क जञोन क तचछ समाझ था

और शर हीरिर क चरणीA माamp अपन मान लागकर ड स ड आफ़तA स अपन क च शिलाय था

0रर दन क करकतव

0रर दन क शिलाय सतरी और परष क समाजी क अनसर एक शरखला नकर चलान पडत ही उस शरखला क अनदर ही 0दn बिववही रबित

वयवहीर और समादधिजीक बिनयमाA क मान जीत ही अगर इन तA क नही मान जीत ही त मानय और प0 क अनदर भाद ही कय रही जीत

ही रबित नबित क अनसर दिदय गय 0रर दन दिदय गय दन क ड रप हीत ही और समाय समाय पर अपन नमा और कय) क इबितहीस माamp

शिलाख जीत ही कई भा परष बिकस भा सतरी क1 तरफ़ आकरतिष4त तभा हीत ही जी उसक अनदर कमा वसन क सचर हीत ही लाबिकन वही

अगर समादधिजीक बिनयमाA क अनसर अपन कमावसन क 0त करन क शिलाय उपयG सतरी क नही परपत करत ही त वही दिदय गय 0रर

दन य त कgt ड क ढार मा जीत ही अथाव वही अगर बिकस परकर स च भा गय त समाजी और ससर क शिलाय कभा भा अबिहीत क करणी

न जीत ही 0रर दन क शिलाय समादधिजीक बिनयमाA क शिलाय कथा कही जीत ही बिक 0क सवत क बिवEमा समवत क द क मान जीत

हीबिवEमा समवत क द जयबितष 0सतरी माamp परवणी एक जयबितष क यही पत लाग बिक अमाक समाय माamp सतरी क सथा माथान करन क द अगर

सतन क1 परनतिपत हीत ही त वही ससर माamp अपन नमा लाकर हीमा0 क शिलाय चलात रहीग लाबिकन जी उस जयबितष न दख बिक समाय उस

रत क ही और उसक1 पतन बिकस नदn क पर रहीत हीवही जीलदn जीलदn नदn पर करन क शिलाय क वटा क पस गयक वटा न दख कई हत

ही जीरर त ही और उस त क जीनन क शिलाय जी क वटा न अपन दधिजीजञोस क जीबिहीर बिकय त जयबितष जी न अपन त क उसस

त दिदय क वटा चलाक था उसन सच बिक जी इतन माहीतव पgtणी) ही और वही अपन नव क चलाकर और नव स बिकय जीन वला कय) स

ससर माamp नमा नही चला सकत ही त उस अपन सतन क इस कमा क शिलाय परयग माamp लान चबिहीय उस क वटा क जीवन और खgt0gtरत

कनय था उसन जयबितष जी क समान परसतव रख दिदय बिक रत क अनधर ही गय ही और वही रत माamp नव क नदn माamp नही ला जीयगअगर

यही माहत) जयबितष जी क परयग माamp लान ही त उसक1 कनय स गधाव) बिववही करन क द उस माहत) क परयग माamp ला सकत हीजयबितष जी

तयर ही गय और उस रत क जयबितष जी न उस क वटा क1 कनय स गधाव) बिववही करन क द गभा)धान क पgtणी) बिकय उस कनय स जी

पतरी परपत हआ वही 0क नमा स जीन जीत ही यही कथा रमायणी माamp माकररधववजी क र माamp कही जीत हीजी हीनमानजी लाक क जीलाकर

पसन स तर तर समादर माamp कgt द त उनक पसन क एक माछला बिनगला गयउस बराहमचर पसन क अनदर वय) क कणी थाउनही कणीA स

माछला क जी सतन हय वही माकररधववजी क रप माamp हय और उस पतला क रजी अबिहीरवणी क दवारपला क1 सव क अवसर मिमाला रमा

लामाणी क जी अबिहीरवणी शिला दन क शिलाय पतला लाक ला गय त हीनमानजी क पहीला दवारपला क रप माamp तनत माकररधववजी स ही

माकला करन पडद माamp पत लाग बिक वही उनही क1 सतन था 0रर दन क शिलाय समाजी क बिनयमा हत ही माहीतव रखत ही जीस एक

करगर बिकस कला क जीनत ही और आग आन वला चच उस करगर क1 कला क अपन परिरवर और घार क अनदर ही चपन स दखत

रहीत ही त व उस करगर क1 कला स वबिकफ़ हीत जीत ही उन चचA क कही अनय सथान पर जीकर शि0 नही लान पडत और व उस

कला क और अमिधाक बिवकस करन क द आग स आग परयग माamp लात जीत ही त उस कला क बिवकस अपन आप हीत चला जीत ही

उस परकर स समाजी और वणी) वयवसथा क अनसर जी 0दn बिववही बिकय जीत ही त हीन वला चच उस समाजी क अनदर अपन क

अपन आप ढालात चला जीत हीऔर जी कय) य वयवसय अथाव ससकर उनही मिमालात ही उनही क अनसर व अपन क न लात ही लाबिकन

0रर माही और रप आदिद क लाभा माamp जी समाजी स अलाग बिकस परकर स 0दn समनध बिकय जीत हीत कमाकत क अनत हीन क द

जी रप और 0रर माही क भरामा टाgtटात ही त अलाग समाजी माamp बिकय जीन वला रिरसत टाgtटात ही और अगर उन रिरसतA क अनदर कई सतन ही

गय ही त वही अपन बिपत और मात क अनसर ही अपन क नन 0र करग इस परकर स वही पद हीन वला सतन न त इधार क1 रही

और न ही उधार क1इस परकर क1 सतन क भाटाकव क रसत मिमालात ही और वही दर दर क1 Yकरamp खन क शिलाय माजीgtर ही जीत ही

अथाव उस समादधिजीक बिनयमाA स नफ़रत हीन क करणी वही समाजी स अपन परन बिहीस क चकन क शिलाय आतकवदn जीस नबितयA माamp

जीकर मानय और समाजी क दद) नही समाझन क करणी हीतय जीस जीघानय अपरधा करन 0र कर दत ही अकसर यही त उन परिरवरA माamp

भा मिमालात ही जीही तमिसतरीय आधाबिनकत क चककर माamp अपन क कषिणीक सख क शिलाय अनय माद क1 कमाकत क शि0कर ही जीत ही और

उनस पद हीन वला चच समाजी और परिरवर क तक माamp रखकर घार और परिरवर क ही लागA क शिलाय आफ़त क करणी न जीत

हीअकसर इस परकर क चच खgtन क समनध नही हीन क करणी अपन परिरवर क सदसयA क परबित दय य परमा भाव नही रख पत ही और

उस परकर स सचन चलाgt कर दत ही जीस बिक उनक कमाक बिपत क सचन हीत था

सस ड दन दय ही

मानय क अनदर दय क दन सस ड दन मान जीत हीकही भा गय ही बिक दय धामा) क माgtला ही पप माgtला अकषिभामान दधिजीसक अनदर दय

हीत ही वही रसत चलात क भा सहीर दन जीनत ही और जी सहीर दिदय जीत ही वही भा एक तरही क माहीदन ही हीत ही वही दय चही

मानय क परबित ही य जीनवर अथाव जीव जीनत क शिलाय वही दय ही सस ड दन मान जीत ही भागवन स भा परथा)न क1 जीत ही बिक

दय कर दन भाशिG क हीमा परमातमा दनदय क शिलाय बिकस क खजीन नही पडत बिक हीमा दय बिकसक सथा करन ही रसत माamp य घार

क अनदर दय क दन करन क शिलाय हीजीरA दय क परपत करन वला लाग मिमाला जीयampगऊपर त कर आय ह बिक दय मात चच क सथा

भा करत ही 0रन सभा जीवA क मारन क शिलाय मान जीत ही और अपन चच क वही नही मारत बिलला अपन चच क सथान दलान

क समाय ड ही मालायमा तरक स दतA क च अपन चच क दत ही और सथान दला दत ही माद बिचछgt अपन चचA क अपन 0रर

ही दन कर दत ही मानय अपन चच क पलान पषन स लाकर ड हीन तक उस पर दय क भाव ही रखत ही चच क ऊपर स बिगरन

स लाकर लाखA करणी नत रहीत ही जी चच अपन बिववक क खयला नही रख पत ही और जीखिखमा माamp रहीत ही त परिरवर क सदसय उस

चन क शिलाय हीर समाय खयला रखत ही जी वही चच समाजी क समान आत ही त समाजी वला लाग उस र आदतA स चन क शिलाय

बिनगही रखत हीलाबिकन कभा कभा जीनgtझ कर वही चच गलत करत ही त उस सजी दिदलान क नमा पर पशिलास य घार वलाA क1 भा

सहीयत ला जीत ही दय क रप यतरी करत वG बिकस सथान पर बिनवस करत वG य परिरवर माamp रहीन क उपरनत मिमालात ही समाजी माamp

दय क नमा पर समाजी क वयशिG क नZकर आदिद क मामाला माamp दय करन पर लाग रजीनबित भा करन लागत ही जीस आजीकर जीटाA क

आरणी क मामाला माamp दय क भाव समाझ माamp आ रही ही रजीनबित क अनदर दय क भाव दिदखव क रप माamp भा मिमालात ही जीस वर

माषदभिसजीद क हीटाकर रमा मादधिनदर य रमा मादधिनदर क हीटाकर वर माषदभिसजीद क मामाला माamp अलाग अलाग समादयA क नतओ क1 दय दिदखन क

मातला सफ़ समान ही बिक एक कहीत ही नन नही दampग और दसर कहीत ही नकर रहीampग दय दिदखव और सवथा) क शिलाय भा क1 जीत

हीजीस बिकस वयशिG क पबिहीनन क शिलाय कपड दिदय जीत ही और द माamp जी भा कई समादधिजीक त हीत ही य समादधिजीक वयशिG समान

हीत ही त कही दिदय जीत ही बिक यही कपड त हीमान इस पबिहीनन क शिलाय दिदय ही इस परकर क1 दय दिदखव हीत हीऔर उस दय क

कई माgtलय भा नही हीत ही अगर बिकस क खन खिखला दिदय ही त समान वला क माहीसgtस भा नही ही बिक खिखलान वला खद क आदमा था

य कई परयअगर उसन माहीसgtर कर शिलाय बिक खिखलान क द उस दय क टिढा4ढार पटा जीयग त उसक1 अनतरतमा उस खन क दला

माamp दिदय जीन वला आ0व)द क1 जीगही शरप और दन चलाgt कर दगदरवजी पर मागन वला क सथा अमिधाक दय करन क मातला ही बिक

अपन क लाटा Yनअमिधाकतर लागA न भाख मागन क धानध न शिलाय ही जी उनही कई माटा आसमा दिदखई दत ही त तरही तरही क

करणी नकर दय क पतरी न जीत ही और मान चही लान क द उस 0र क और अनय तरफ़ क पप कमा) माamp खच) करत ही इस

परकर स दिदय जीन वला दन दय क दन त दन वला क शिलाय मान जीत ही लाबिकन दधिजीसन दय क भाव क परपत बिकय था उसक अनदर

चलाक1 क भाव आन स दय और चलाक1 दन मिमालाकर दन दन वला और लान वला क शिलाय अबिहीत क करणी ही न गय जी दन

दिदय गय था उसक द उस दन क परयग कई अपन घार खचu क शिलाय करत ही त Ykक हीलाबिकन क Ykक ही जी वही खद कमान स

असमाथा) हीउस बिकस परकर क1 बिवदया नही आत ही वही 0रर स अपबिहीजी हीवही बिकस भा तरी माamp बिवकस नही कर सकत ही त दय करन

कर क1 त नही ही लाबिकन दय करन क उपरनत अगर कई वयशिG समाथा) हीत हय भा कमान क1 इचछ नही करत ही दिदमाग अथाव

0ररिरक शरमा स चन चहीत ही और उस दय क नमा स कमान क द बिफ़जीgtला खच) करन क1 आदत ही गय ही त वही दय नही मिमालान क

द अनय चलाबिकयA स कमान क1 सचग अकसर दय क नमा स मिमालान वला धान क लाग ड र तरही स खच) करत ही यही सतय बिनयमा

ही बिक कमान और खच) करन माamp जीमान आसमान क अनतर हीत ही कमान त हीर कई जीनत ही लाबिकन खच) करन हीर बिकस क पत नही

हीत ही कमान क अनसर अगर खच) बिकय जीय बिकस परकर क अहीमा माamp आकर अगर खच) बिकय जीत ही त कमान और माहीनत करन

भा कर ही मान जीत ही हीर मानय क बिनयमा हीत ही बिक वही अगर ईTर क1 क प स ससर माamp अवतरिरत हआ ही त वही मानव कलयणी

क1 भावन क अपन मान रखकर दय कर तथा) सथानA माamp बिकय जीन वला तभा समाथा) ही जी उस सथान माamp रहीन वला लाग जी क वला दसरA

क1 दय पर ही बिनभा)र ही उनक शिलाय दन क रप समाझ कर दन बिकय जीय अकसर कर क दन कर मा ही चला जीत ही इस त क

और अचछn तरक स समाझन क शिलाय भारत क परशिसदध धामा रमाTरमा धामा क1 ही त ला लादधिजीयवही धामा क वला आन वला तथा) यबितरीयA

क1 क प पर ही बिनभा)र हीअगर कई तथा) यतरी नही आय त वही क लाग भाgtखA मारन क1 कगर पर आजीयampलाखA लागA क वयवसय आन

वला तथा) यबितरीयA क रहीन खन तथा वही क1 परशिसदध वसतओ क चन हीलाबिकन दधिजीसक अनदर दधिदध क बिवकस ही वही वही पर नही

रहीत ही और अपन अनसर अपन औकत तथा बिवदया क ढात चला जीत हीडकटार कलामा सही भा वही क पद हीन वला माहीपरषA

माamp एक मान जीत हीउनहीन अपन बिवदया क परयग करन सख शिलाय और भारत जीस रषटर क सव|चच पद पर आसन भा ही गय जी बिक

उनक परिरवर वला आजी भा समादर स बिनकलान वला सप 0ख और अनय समान क वयपर करन क द अपन जीबिवक चला रही ही उनक

घार क पस माamp आजी भा झपड नमा न हय माकन उनक परिरवर क1 षदभिसथात क त रही ही इस परकर स दय क रप अपन बिवकस क

शिलाय अगर बिकय जीत ही और अपन अनसर ही बिकस गर क पलान क दिदमाग परयग माamp लाय जीत ही त वही दय सचच दय हीइस

दय क अनदर एक करणी और नत हीबिकस क शि0 क दन करनयही भा एक हत ड दन ही और दय क अनदर ही इसक1 औकत

ही ससर माamp दय क करणी चलान वला एन जी ओ आदिद क रप भा समाझ जी सकत ही जी ससथायamp अपन कमा करन क द लागA क

आग ढान क शिलाय अपन तन मान और धान स आग चलात ही व अपन नमा करत चला जीत ही लाबिकन लाभा माamp आन क द और उन

ससथाओ क1 दZलात अगर धान कमान क भाव मान क अनदर आय त वही दय क भाव स अलाग ही जीत ही उस भाव स अलाग जी परभाव

हीत ही वही अमिधाक धान कमान क1 लालास और उलटा सधा करणी नकर और सखययA क जीड ही रही जीत ही जी भा कमा लाभा क

करणी बिकय जीत ही व सभा कगजीA माamp त बिकय जीत ही लाबिकन धारतला पर क छ भा नही हआ हीत हीक छ ससथायamp इस भाव क और भा

अलाग अलाग तरक स धान कमान क शिलाय परयग मा लात हीजीस बिक एक धानवन क अपन सफ़ द धान क कला धान मा परिरवरतित4त करन ही

त वही पहीला इस परकर क1 ससथाओ क दन माamp माटाn रकमा ददग और द माamp उस ससथा स शिलाय जीन वला दन वपस लालागइस परकर

स जी टाकस आदिद माamp चत हीत ही वही ससथा क शिलाय न रहीत हीइस तरही स सरकर और जीनत क सथा धाख ही मान जी सकत ही

और इस परकर क1 ससथायamp जीही भा चलात ही उनक उददोशय मातरी दय क नमा पर गरख धानध करन ही मान जी सकत हीउनहीन अपन

पलानर नZकर पर रख हीत ही और उन पलानर और धान क लाख जीख तयर करन वला चटाuड एकउनटाampटा क1 दZलात व अपन कमा करत

रहीत ही इस परकर क1 दय स भा चन चबिहीयऔर जी भा कमा करन ही अगर हत ड रप माamp करन ही त अपन दवार ही बिकय जीय

और छटा रप माamp करन ही त भा अपन दवार ही बिकय जीय वही दय क दन सस उKमा मान जी सकत हीअगर शि0णी ससथाओ क

बिवकस करन ही त अपन नमा क कभा उपयग नही करन चबिहीयजीस बिक अकसर लाग अपन दद बिपत मात आदिद क नमा स ससथा

क खड कर दत ही और उस चलाकर नमा कमान क1 कशि00 करत ही यही ससर बिवशिचतरी ही यही एक परक बित क लाग नही हीकभा कई

सहीर लान क नमा पर आकर बिगडबिगडयग और सहीर मिमालान क द वही खद क 0र क1 भाबित नकर शिलाय गय दन क रद करन क

अलाव उस ससथा क भा गला दग दधिजीस भाव माamp बिकस क सवथा) आकर टाकर जीय उस भाव माamp बिकय जीन वला दन य दय कर ही

मान जी सकत ही जीस बिकस न अपन गनतवय क शिलाय रसत पgtछऔर तन क दला मा अगर कई धान क दत ही त वही दय य दन

क रप नही हीत ही दन क रप माamp बिकस क गनतबय क तय जीन वला रसत भा दन क ही रप ही जीत ही अकसर रजीन बिकस

क बिकस न बिकस परकर क1 समासय मिमाला जीत ही और वही समासय स सलाझन क रसत बिकस स पgtछत हीऔर तन वला उस सही

रसत त दत ही त वही समासय स छ टाकर परपत कर लात हीयही भा तय गय उपय और तय जीन वला वयशिG क शिलाय दन क ही

रप मान जीत ही आजी क यग मा अगर इस त क सधा सनत क शिलाय दख जीत ही त जी सनत दकषिणी क लाकर और अपन शि0य

नकर अगर जञोन क दन दत ही त वही दय क1 शरणी माamp नही आत ही वही एक माही और अपन क उचच दिदखन क अहीमा माamp 0मिमाला ही

जीत ही दिदय गय रसत और दिदय गय जञोन अगर दिदय जीन वला वयशिG क1 जीनपबिहीचन क1 समा माamp आजीत ही त भा दय और दन

क1 शरणी माamp नही आ सकत ही जीस एक पतरी अपन बिपत स क छ जीनन चहीत ही त बिपत क दवार तय गय उKर दय य दन क1 शरणी

माamp नही आयगयही अपनतव क1 भावन माamp आकर और माही क दवार जञोन क दिदय मान जीयग लाबिकन वही चच अगर रसत चलात बिकस

वयशिG स पgtछत ही और वही वयशिG उच चच क नही जीनत ही त वही दिदय गय जञोन और दय क भाव दन क1 शरणी माamp 0मिमाला ही

जीयग बिकस सडक पर जीन क शिलाय अगर द रसतA क च माamp एक सइन ड) क लाग दिदय गय ही और उस पर सही रसत पर जीन क

कथान शिलाख ही त वही ड) दधिजीसन लागवय ही उसक शिलाय दन क सधान मान जीयगलाबिकन अगर उस ड) क इस परकर क लागवय

गय ही बिक उसक अनदर पस डलाकर रसत क जञोन शिलाय जीय त वही कमान क सधान मान जीयग अकसर कई ससथायamp अपन अपन

अनसर लागA क1 शिचबिकतस क शिलाय अपन अपन अनसर क मप लागत ही वही पर सधारणी जीनत क शिलाय चविक4ग और दवइयA क बिवतरणी

बिन0लक बिकय जीत हीलाबिकन अगर उस ससथान अपन नमा क परचर जीर 0र स बिकय ही और अपन नमा क सथा डकटारA क नमा और

बिवतरिरत क1 जीन वला दवइयA क लाख जीख सक सनय ही त वही बिकय जीन वला सव क भाव नमा और अपन अहीमा परकटा करन

क तरक मान जीयगइस परबितसपधा) क रप भा दिदय जी सकत ही बिक अमाक ससथा न इतन धान इस शिचबिकतस क शिलाय खच) बिकय था

जी उस ससथा न इतन धान खच) बिकय ही यही त अकसर बिकय जीन वला भाडर क शिलाय भा मान जी सकत हीबिक अमाक आदमा न

अमाक सथान माamp इतन लागA क भाजीन करवययही त उस आदमा क शिलाय दन माamp नही सतिलक अहीमा क1 शरampणी मा 0मिमाला ही जीयगलाबिकन

वही आदमा अगर अपन क दिदखव स दर रखन क द भाजीन करवत ही त वही दन और दय क1 शरणी मा बिगन जीयग

दय धामा) क माgtला ही पला माgtला अकषिभामान

जीव जीनत और जीनवरA क अलाव मानय क शिलाय जी उKमा दन क1 और दय क करणी ही व द परकर क मान जीत हीएक सव|Kमा और

दसर अधामा अगर ससर माamp भाजीन और पन नही ही त ससर क दिटाक पन असमभव ही भाजीन और पन क मिमालान स कई भा जीव

जीनत और मानय बिवकटा स बिवकटा परिरषदभिसथाबित माamp दधिजीनद रही सकत ही इन दन क नही मिमालान स बिकतन ही धान दZलात और माय ही कई

नही दिटाक सकत ही दय क शिलाय सतरी और जीवA क सथा गय दय क1 हीमा0 पतरी ही इन करकA क रधवयन माamp रखकर बिकय जीन वला दन

और दय ड ही कमा क1 हीत ही भाजीन और पन क सधानA क दन बिकस भा ससथा क दवार बिकय जीत ही त वही दन सव)शरषठा शरणी

क मान जीत ही सतरी और गय क ऊपर क1 जीन वला दय हीमा0 पणय क दन वला हीत ही सतरी और गय क ही कयA दय क शिलाय

मान जीत ही त बिवदवाजीनA क समाझन चबिहीय बिक सतरी बिकतन ही बिनरक 0 ही उसक अनदर हीमा0 मामात क1 भावन रहीगसमाजी बिकतन

ही उसक सथा अनचर कर वही अपन भावकत क ला पर दधिजीनद रहीन क1 मात रखत हीजी भा कमा आत ही त क वला सनतन पलान

पषणी और अपन सवजीनA क1 र क शिलाय मान जीत ही एक डयन भा अपन चच क सभाला कर रखत ही इस कहीवत क अथा) तभा

मान जी सकत ही जी डयन क सथा भा मामातव क वयवहीर नकर रख जीय गय क दय क1 शरणी माamp परन समाय स क वला इसशिलाय ही

मान जी सकत ही बिक उस क छ भा खन क द लाबिकन वही दग दधा हीवही कभा अपन चच क पस बिकस अनहीन क त तक नही आन

दग जी तक उसक1 जीन रहीगदधिजीस जीव क अनदर इतन अपन चच क परबित दय ही और वही अपन दय क करणी अपन 0रर क भा

समापत करन क1 इचछ क रखउसक सथा Egt रत करन पgtर तरही स अमानषत क1 शरणी माamp आजीत ही सतरी क भागय समाझ कर और

उसक सथा भागA क सख लाकर माथान और पच माकर क परयग करन क द बिकतन ही उस परतकषिणीत बिकय जीयग वही हीमा0 अपन पबित

और परिरवर क शिलाय समारतिप4त रहीग समादधिजीक नधन हीA य 0रर क नधन वही अपन भावनतमाक आव0 माamp सभा क समापत कर सकत

ही लाबिकन इस कलायग क इन दन क सथा ही सस ड अनचर ही रही ही हीत मा आय भाgtकमप स ससर क अनदजी लाग लान चबिहीय

बिक इस द0 क माख वयपरिरक समनध अमारिरक स ही और यही पर ससर क सस अमिधाक एड क मारजी हीयही क बिनवशिसयA क माखय

खन गय क मास हीऔर यही रिरसत नमा क1 चजी समाझ माamp नही आत हीयही तक बिक भाई बिहीन क रिरसत भा अजी ही हीत हीमाथान

0र और मारकटा क करणी यही द0 गर द0A क1 शरणी माamp आत हीअकसमात भाgtकमप आय और एक लाख स अमिधाक वयशिGयA न एक

णी माamp ही अपन जीन गव दnयही तक बिक रषटरपबित क माहीला भा पत नही लाग बिक वही कही गय गय और सतरी क सस अमिधाक

परतणीन इस द0 माamp मिमालात ही यही तक बिक इस द0 माamp भाgtकमप आन क द लागA क1 जीन क1 र त करन दर यही पर सहीयत क शिलाय

जीन वला लागA क भा लाgtटा जीन लागजीस ही भाgtकमप आय दन क1 रशि0 इकटठो करन क शिलाय करडA ससथायamp एक दमा अपन अपन

अनसर समान आन लागयही क वला बिकय जीन वला पपA क करणी ही

गरहीA क 120 गणी

लागन अगर-

माष ही त आदमा क चच ही

वष ही त धान क1 मा0न ही

मिमाथान ही त टालाफ़न ही

कक) ही त भावन क1 पबिडय ही

सिस4ही ही त अहीमा भार हआ ही

कनय ही त कजी) दशमान मार स मिघार ही

तला ही त हीर त माamp फ़यद सचन वला ही

वकषिeक ही त भाgtत क सरदर ही

धान ही त प दद क1 त करन वला ही

माकर ही त चZस घाटा कमा ही कमा ही

क मभ ही त जीलदn रिरसत न सकत ही

मान ही त हीमा0 माZन रहीन वला ही

लागन स सgtय) अगर-

पहीला भाव मा ही त अहीमा भार ही

दसर भाव मा ही त चमाक क आग क छ दिदखई ही नही दत

तसर भाव मा ही त नतगर पहीला ही

चZथा भाव मा ही त रजीनबित वला सच ही

पचमा भाव मा ही त परिरवर मा ही रजीनबित करन वला ही

छY भाव मा ही त प क नZकर समाझत ही

सतव भाव मा ही जीवन सथा क गलामा ही

आYव भाव मा ही त चर दिदला क मारजी ही

नव भाव मा ही त धामा) स भा कमान वला ही

दसव भाव मा ही त सभा कमा नतगर स बिकय जीत ही

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 13: केतु

क हीत ही उनक1 0दिदय सही समाय पर नही हीत हीहीत भा ही त समनधA क सख नही हीत हीपबित य पतन बिकस भा परकर स सही

त नही करत ही घार क अनदर सभा सदसय तA क1 लाडई माamp मा0gtगला ही जीत हीबिकसन कय कही ही क परबित अकसर कर क1 हीस हीत

हीपबित पतन माamp मानमाटाव कलाही और अगर समनध नत भा ही त समनध बिवचछद भा करवन माamp धा क हत ड माहीतव हीत ही धा

अकसर वयपर माamp अपन गबित परदन करत ही दधिजीन जीतकA न अपन जीवन माamp अचछ कमा) बिकय हीत ही त वही वयपर माamp कफ़1 ढाKर

करत हीऔर र कमा क परभाव क करणी चलात हआ वयपर अकसमात ही नच जीन लागत ही और घार क अनदर भा कला0 हीन क करणी

सधानA माamp कमा हीत जीत ही दधिदधमान हीन पर भा कई त नही नत हीऔर वही अपन चतय) क भा रद करत रहीत ही अचछ

धा अचछ वयपर नत हीधान और धानय स पgtणी) करगजीवन पgtर आननद माamp तग आदिद तamp भा समाझ माamp आत ही धावर धा क

मिधान हीपनन इसक रतन हीदधिजीसक धारणी करन स यही लाभाकर हीत हीपतला इसक1 धात हीऔर अनन माamp हीर माgtग इसक अनजी ही धा क

नतरीA माamp अशलष जयषठा एव रवत हीधा क1 रशि0य मिमाथान और कनय ही दधिजीसमा मिमाथान सकरतमाक और कनय नकरतमाक रशि0 हीत ही

लाबिकन कनय रशि0 माamp यही जीतक क माYk वणी लान वला और समाजी माamp अपन क मिमालाकर चलान वला मान जीत हीपनदरही अ0 माamp

यही परमा उचच क हीत ही और मान रशि0 माamp यही पनदरही अ0 माamp परमा नच क हीत ही

अक0सतरी माamp धा

अक बिवदया माamp पच क अक धा क अक ही और दधिजीसक जीनमा 51423 तरख माamp हआ हीत ही उसक शिलाय धा क परभाव जीवन माamp

माहीतवपgtणी) मान जीत ही इन अकA स समतमिनधत जीतक अमिधाकतर जीलदजी हीत हीबिकस भा त क बिनणी)य लान माamp दर नही करत हीऔर

अकसर इनक दिदमाग खजी हीत हीइस करणी स नय नय तA क1 खजी क करन क द यही जीलदn स धान कमान क परबित अपन

दिदमाग चलात रहीत ही इनक दिदमाग ड स ड वयपर चलान माamp भा नही घाडत ही और उसक मातला चही लाभा स ही य हीबिन स इनही

मातला नही हीत हीलाबिकन धा क अचछ परभाव क करणी इनक वयपर अकसर सफ़ला ही हीत ही अकसर वयपर क कमाA क तनव क

हीन क जीgtद भा यही अपन कमा क आरमा स सभाला ला जीत ही धावर और 0Eवर इनक शिलाय अचछ दिदन हीत हीधा परधान

जीतकA क सवभाव 0माtला और लाचला हीत हीइन अदओ क करणी स भा यही अनय लागA क दिदला जीत लात ही इन जीतकA क धा क

रतन पनन पबिहीनन स भा आरमा मिमालात हीऔर गय क हीर घास खिखलान स भा इनक जीलदn आरमा मिमालान लागत हीधा क जी मातरीA क

जीप भा इनक शिलाय लाभाकर हीत ही धा क1 क प स जीतक क पस अथाही समपकषिK आन लागत ही और समाजी सथान माamp आदणीtय भा ही

जीत ही

धा परधान वयशिG दधिदधमान हीत ही इनक शिलाय ससर क जञोन स ढाकर और कई खजीन इनक पस नही हीत हीबिकस भा करणी क 0धा

करन क द यही प एच ड जीस उपमिधाय आरमा स लालात ही यही सगत बिपरय भा हीत हीवकपटात क परभाव इनक पस हीत

ही0शिG0ला बिवचरवन सZनदय) क पजीर भावन परधान बिवदयावन और दधिदधजीव हीत हीशिलाखन क1 कला इनक1 अचछn हीत ही और अर

नन क1 कला इनक पस अदभात हीत हीहीर कमा क सच समाझ कर ही करत हीखला सथान इनही अमिधाक पसद हीत हीखच) करन क

अनदर इस परकर क जीतक क जीgtस भा हीत हीदधिदध परधानत वला कमा जीस जयबितष डकटार वक1ला दलाला वयपर लाखक gtगर वला

कमा और अथा)0सतरी माamp बिनपणीत वला कमा इनही अचछ लात ही

इस अक वला जीतकA क1 क छ कमिमाय भा हीत हीजी उनक1 परगबित माamp रकवटा पद करत हीजीस आलास आन जीलदn गसस हीन अकरणी

ही गसस करन लाग जीन शिचनत वला तamp और अपन य परय वयशिG क 0क माamp डलान वला कमा करनअमिधाक तamp करन आदिद मान

जीत ही असफ़लात क बिवचर स भाय हीन 0क करन आदिद भा दख पद करन वला करणी हीत हीदधिदध क कय) करत रहीन स भा इनक

0रर कमाजीर हीत जीत ही और 0रर क कमाजीर हीन स फ़ फ़ड वला रग जीकमा लाग रहीन टाn आदिद जीस रग पद ही जीन एलाजीt

वला रग हीत जीन भा मान जीत ही जीवन सथा क अपन अनरप नन क करणी भा इस अक क जीतकA क शिलाय दखदय हीत

हीअकसर इस अक क जीतकA क जीवन सथा चप ही रहीत ही और बिन दधिदध क कमा करन क करणी घार और परिरवर माamp अ0बित क करणी

भा नत ही खन पन और लान पर बिनयतरीणी नही हीन क करणी इस अक क जीतक बिन करणी क ही दशमान य मार भा पला लात

ही

क डला माamp रही भावA माamp धा

रही भावA मा धा क1 षदभिसथाबित क परमाख रप स समाझन क शिलाय परतयक भाव क धा क रप अलाग अलाग हीत हीयही पर जी रप धा क

परदरथि04त बिकय गय ही व क वला धा क1 उचच षदभिसथाबित क समाझ कर ही बिकय गय ही जीरर नही ही बिक आपक धा क रप भा इस तरही स

हीअगर आपक1 क नडला माamp धा पर बिकस अनय गरही क1 र नजीर ही त उसक परभाव भा र ही सकत ही जीस रह क परभाव पडन पर

अचछn वणी हीन पर भा आपक1 वणी क गरहीणी लाग गय हीगला माamp इनफ़ कसन क दवार आदिद समाझन चबिहीय

परथामा भाव माamp धा

पला आभा शिलाय चहीर हीत हीलाम उमरो क माशिलाक हीत हीगकषिणीत और गणीन करन वला बिवषयA माamp परवणीत हीत हीमाजीबिकय सवभाव

हीत ही यन हीर त क माजीबिकय लाहीजी माamp कहीनधामा) क कय माamp रशिच हीत ही

दसर भाव माamp धा

अचछ कय) करन माamp रशिच हीत हीबिहीममात हत हीत हीदधिदध स तजी हीत हीमाहीनत भा खgt करत हीवक1ला य नत जीस गणी हीत ही त

क1 त माamp धान हीत हीदलाला और 0यर जीर वला कमा माamp रशिच हीत ही

तसर भाव माamp धा

लाखन क पकक हीत हीकमपयgtटार और इस परकर क यतरीA क सचशिलात करन क1 मात हीत हीसफ़टावयर आदिद नन माamp बिनपणीत हीत

हीशिचतरीकर और कबिवत करन माamp रशिच हीत हीबिवषयA माamp आ0शिG हीत हीसदगणी भा भार हीत हीमाटा 0रर हीत हीगलामाटाला आक बित

हीत हीबिहीन अमिधाक और भाई कमा हीत हीबिपत क धान कर ही जीत ही

चZथा भाव माamp धा

भागयवन हीत हीदन करन माamp बिनपणी हीत हीदन दन माamp क पतरी और सपतरी क समाझन क1 बिहीममात हीत हीशिलाखन क1 कला हीत

हीनबितयA पर चलान क आदn हीत हीदधिदधवन हीत ही

पचमा भाव माamp धा

जीनमा स सवथा) जीवन माamp भार हीत हीअपन कमा बिनकलान माamp चतरत हीत हीकमा बिनकलान क द भाgtलान क1 आदत हीत हीसनतन क

अभाव हीत हीक वला धान क1 चहीत हीत हीजीमान कमा क करन और जीमान आदिद क परबित मानशिसकत न रहीत ही

छY भाव माamp धा

कला0 करन अचछ लागत हीलाबिकन वणी माamp मिमाYस हीत हीआलास 0रर हीत हीअकषिभामान क1 मातरी भार हीत हीपरिरशरमा और

कमाकत क समाव0 मिमालात ही दसरA क1 सव करन अचछ लागत ही

सपतमा भाव माamp धा

पबित य पतन क शिलाय सखदयक हीत हीकनतिनतवन 0रर हीत हीतAद बिनकला जीत हीसनदर और क लान परक बित हीत हीसमपदन करन क1

मात हीत हीउदर परक बित हीत ही

अषटमा भाव माamp धा

लाम उमरो हीत हीसनदर पतन य पबित हीत हीत क भारस नही हीत हीखत क कय) माamp बिनपणीत हीत हीजीस गवन आदिदनयय

करन क अनदर ईमान क समाव0 हीत हीवयपर स लाभा क वला दलाला वला कमाA माamp हीत ही

नवमा भाव माamp धा

दधिदधमान हीत हीतथा)टान करन क1 कमान हीत हीअपन समाजी माamp त रखन वला हीत ही कबिव गन बिवदया माamp बिडगर य बिडपलामा हीत

हीनयय यतरी करवन वला कय क मानस रहीत ही बिवद0 लागA और अगरजी माamp अचछ जञोन हीत ही

दसमा भाव माamp धा

रजी यग क करणी नत हीअलपय हीन भा मान जीत हीमात क1 बिहीन स सवभाव मिमालात जीलात हीबिपत क परबित वफ़दर नही हीत

हीखद क कमाA क खद क परयसA स ही खतमा करन क1 भावन न जीत ही

गयरहीवamp भाव माamp धा

लाभा माamp अपर समपकषिK क1 कमान हीत ही बिपत क1 जीयदद मिमालात हीछटा भाई बिहीन स सनही हीत हीमात क शिलाय कषटकर हीत

हीशि0 और मानरजीन माamp अमिधाक रधवयन रहीत ही

रहीवamp भाव माamp धा

बिवदवान धामा)तमा सवभाव हीत हीबिकस भा भाष क पकडन क1 मात हीत हीदवय जञोन क1 जीनकर हीत हीसमाजी माamp गणी मान जीत

ही0सतरी क अचछ जञोन हीत ही आलास 0रर हीत ही

धा समनध अनय बिववरणी

धा गरही स समतमिनधत रगउनक 0मान हीत धारणी करन क1 बिवमिधा गरही 0नतिनत क शिलाय दन तथा धा गरही स समतमिनधत वयपर और नZकर

आदिद क बिववरणी इस परकर स ही-

दन

धा क क परभाव माamp दिदय जीन वला दन आशलष जयषठा और रवत नतरीA माamp सवय क जीन क रर हीर माgtग हीर वसतरी फ़ला हीर मिमाYई कस

पतला हीथादत पनन सवणी) कपgtर 0र षटारस भाजीन घा फ़gt ला आदिद दन माamp दिदय जीत हीदन शरदध पgtव)क दकषिणी सबिहीत बराहमणी क सकलप

पgtव)क धा गरही क नतरी कला माamp करन चबिहीय

वयपर

कसदकर शिसलाई मा0न क वयपर वनसपबित घा क वयपर कड खन क वयपर परचन वसतओ क सगरही करन क द चन क

कय) खला और खला आदिद क समान क वयपर करन Ykक मान जीत ही

नZकर

मातरीपद बिवधायक पद परततव बिवभाग क पद लाइबरार क कमा 0टा)हीampड टाइविप4ग क कमाampक क कमा एकउनटाampस क कमा इनकमा टाकस क1

नZकर डकतर बिवभाग माamp कमा जयबितष क कमा हीसतरख और 0यर जीर क कमा करन चबिहीय

जीव जीनत और मानय पड पZधाA फ़लाA आदिद सभा माamp करampटा हीत हीनयgtनतमा य अमिधाकतमा पड पZधा और जीव जीनत क1 उमरो क अनसर मान

जीत हीयही करनटा मिमाला एमपयर क1 नप माamp हीत ही0रर क1 गबितपड पZधाA क अनदर हीन वला गबित जी हीव य धाgtप क1 अमिधाकत स

हीत हीबिवदयात उतपदन क शिलाय मान जीत ही भाजीन करन पर 0रर माamp आलास आन इस त क दयातक ही बिक 0रर माamp नन वला ऊजी)

क बिवकस नय शिसर स चलाgt ही रही ही 0रर क अनदर नन वला बिवदयात क परयग 0रर बिकन बिकन कमाA माamp करत ही उसक शिलाय हीमाamp गहीन

अरधवययन क1 तरफ़ जीन पडग 0रर माamp खन क दवार ऊजी) क1 पgtरतित4 हीत ही0रर क दवार जी भा खदया पदथा) परयग माamp लाय जीत ही व

सभा जीमान स उतपदिदत हीत हीय समादर क पन स उतपदिदत हीत हीउनही उतपदनA क 0रर आरमा स हीजीमा कर सकत ही जी एक र

धारत पर उतपदिदत ही चक हीइस परकर क भाजीन स 0रर क अनदर जी ऊजी) नत ही उस ही य इलाषदभिकटरोक क1 सजञो दn जीत ही 0रर

अपन तबितरीक ततरी क सgtचन दन क1 बिEय माamp इस बिवदयात ऊजी) क परयग माamp लात ही0रर क अलाव भा यही हीर क1 दबिनय माamp भा अपन

सद0A क भाजीन और सद0A क परपत करन क शिलाय परयग माamp लात ही कही भा 0रर माamp चटाn कटात ही त तबितरीक ततरी क सद0 दन वला

0रर माamp फ़ ला तबितरीक ततरी वबिहीबिनय चटाn क कटा क अहीसस सधा मासतिसतक क पछ माडलाआलामागटा नमाक सथान क पहचत हीऔर

दिदमाग स तरत उस कटा जीन क सथान क सरकषित करन क शिलाय य हय सहीयत क शिलाय हीथा परA क दिदमाग स आद0 दिदय जीत ही

और हीथा पर मिमाला सकamp डA मा मिमाला उस आद0 क पलान अपन गबित क अनसर करत ही अगर कई चटाn क1 जीगही पर बिचछgt य अनय

जीहीरला जीव कटात ही त अपन हीथा परA क1 सहीयत क अलाव हीर क1 सहीयत क शिलाय दिदमाग आवजी और 0रर क गबित भा परदन

करत हीजीस कई र) कटात ही और वही पर अनय र क कटान क1 आ0क ही त 0रर क अनदर भागन क1 0शिG भा अचनक ही पद ही

जीत हीदिदमाग अपन इस बिवदयात 0शिG क परयग सरकषित हय सथान क खजीन क शिलाय भा परयग करत ही सथा ही कटा जीन वला सथान

क सgtजीन आदिद दकर बिवष क आग ढान स रकन क उपय भा करत ही चखन क शिलाय आवजी भा दत हीऔर चख क अनदर उस

आवजी क भा परकटा करन क1 0शिG और ड पवर दत ही दधिजीसस आसपस क माहीZला भा जी भा पस माamp रहीन वला लाग हीचही व

अनजीन ही य जीन पबिहीचन वला सभा क रधवयन अपन ओर बिकस भाय स दखन क शिलाय और उस भाय क1 चख क1 आवजी क सनकर

अपन अपन सर क सथा उनक अनदर भा बिहीममात क परदन करन क शिलाय 0शिG समपनन ऊजी) अपन कमा करन लागत हीइसस अगर

भाय कई सव)जीबिनक ही त सभा अपन अपन सर क दखकर सहीयत क शिलाय भागन लागत ही अगर पड 0रर क1 0शिG स अमिधाक

हीत ही त 0रर क हीस करन क द तबितरीक ततरी अपन गबित क अनसर 0रर क1 0शिG क इकटठो करन और जीमा लावन ततवA क1

पgtरतित4 क शिलाय बिकय जीन वला उपयA क सथा 0रर क नकसन पहचन वला करकA क बिनदन करत ही इस बिनदन माamp जी करक

माहीतवपgtणी) हीत ही उनक अनदर आसपस रहीन वला लाग य दरसथा रहीन वला लागA क भा यही तबितरीक ततरी सgtचनयamp पहचन क कमा करत

ही आसपस रहीन वला लागA क अनदर त पड क1 खर करन क शिलाय अपन आसपस क करकA क 0रर क1 ऊजी) अपन कय) करत

हीऔर जी हीर और दरसथा लाग हीत ही उनक शिलाय समतमिनधत 0रर क अगA क फ़डकन क कय) करत हीउनक अनदर अकसमात ही

बिवचरधार क अनदर दलाव क कय) करत हीअगर कषट भागन वला वयशिG बिकस क पतरी ही त मात कपबित ही त पतन कबिपत ही त

पतरी क और अनय समनध ही तथा उस समनध स अमिधाक लागव ही त उस समनध क अपन अपन अग क फ़डक कर सgtचन दन क

कमा यही ऊजी) करत ही यही नही इस ऊजी) क कमा बिकस भा ख0 क1 खर क भा 0रर क अगA क फ़डककर भाजीन क कमा करन

हीत हीअगर ख0 खर परपत करन वला जीतक स रही ही त सवपन क मारधवयमा स भा इस ऊजी) क दवार स सद0 परसरिरत बिकय जीत ही

सतरी क य और परष क दबिहीन अग ख0 क1 खर क परपत करन क समाय फ़डकन आरमभ करत ही और र खर क समाय सतरी क

दबिहीन और परष क य अग इस बिEय क परदरथि04त करन लागत ही

जीग) मात क भा अपन पतरी क1 सकटा क1 षदभिसथाबित माamp फ़Zरन अहीसस त ही जीत ही जी उसक सतनA माamp खजीला चलान 0र ही जीत हीपतरी

क ऊपर आन वला सकटा क अहीसस मात अपन आप माहीसgtस करन लागत ही उसक दिदला माamp चन नही आत हीऔर रत क र र सवपन

भा चलाgt ही जीत ही इस ऊजी) क परभाव बिकस परकर स अपन सद0 पहचन क कय) करत ही इसक शिलाय पgtव)कला स ही अनभाव क

आधार पर अग फ़डकन क फ़लाफ़लाA क इबितहीस चलात आ रही ही0रर क हीर बिहीसस अपन अपन परभाव तन लागत हीजीस बिकस

वयशिG क मासतक फ़डकन लागत ही त उस नZकर लागन य कमा मिमालान अथाव बिकस जीमान क मिमालान क अहीसस हीन लागत हीमासतक

क शिलाय वही चही परष ही सतरीअकसर सथान दलान य बिकरय क माकन शिसफ़टा करन क पहीला यही अहीसस हीन लागत ही नZकर माamp य

अपन वयवसय माamp सथान दलान क समाय भा यही अनभाव दख गय ही अकसर बिकस वयशिG क1 दनA भाहीamp अपन आप फ़डकन लागत ही त

उस समाझ लान चबिहीय बिक उसक र दिदन अ त गय ही और सख क समाय आन वला हीवही दधिजीस त क शिलाय भा दख था उसक दख

दर हीन वला हीसथा ही उसक हरदय माamp एक उतसही भा जीनमा लान लागत ही आखA क1 फ़डकन अमिधाकतर समाजी माamp परचशिलात हीसतरी क1

य आख और परष क1 दबिहीन आख बिकस भा सथान स फ़डकन लागत ही त उस जी भा बिपरय हीत ही उस क द0)न हीन हीत ही

लाबिकन बिवपरत अवसथा माamp अ0भात क दखन भा मिमालाकरत ही सतरी क यamp नतरी क कन क1 तरफ़ क कZन फ़डकन 0र हीत ही त

जीरर लाकषमा क1 परनतिपत हीत हीवही चही सन चदn क रप माamp ही य नगद धान क रप माamp मिमाला उस मिमालात जीरर ही यही हीला परष क

दबिहीन नतरी क शिलाय मान जीत ही आख क ऊपर क बिकसस माamp भा यही जीन जीत ही बिक अगर परष क दबिहीन और सतरी क य पलाक

फ़डकत ही त बिकस पदव क1 परनतिपत हीत ही और बिवपरत माamp पदव क अत हीत ही कनध फ़डकन माamp भागA क1 परनतिपत और बिवपरत

अवसथा माamp भागA क चला जीन मिमालात ही थाड क फ़डकन सतरी और परष क शिलाय बिकस ड डर क शिलाय मान जीत हीबिकस क1 धामाक1

य बिकस परकर स घार य हीर क वयशिG क सथा अकसमात हीदस हीन क1 खर थाड स मिमालात हीलाबिकन कणY फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp

यही उलटा हीत हीइसमाamp परशिसदधिदध और धान लाभा मिमालात दख गय ही गद)न क बिपछला बिहीसस फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp जी भा र भाव मानन

वला लाग हीत ही व हीव हीन क1 कशि00 करत हीहीAYA क फ़डकन क समाय माamp भाZबितक वसत जी हत बिपरय हीत मिमाला जीत ही पY

फ़डकन क सतरी और परष दन क भा र मान गय हीय त मार पकडत हीय बिफ़र बिकस त माamp हीरन पडत ही कख फ़डकन पर

जी अपन खस हीत ही उसस मिमालान हीत हीलाबिकन दबिहीन और य क भा खयला रखन पडत हीबिवपरत अवसथा माamp बिछडन भा मान

जीत ही दिदला क धाडकन अकसर जी भा जीनमा शिसदध कमान हीत ही उसक मिमालान क समाय मान जीत हीचही वही हीमा0 स मान जीन

वला भागवन क बिकस भा रप माamp कयA न ही माही क अनदर फ़डकहीटा अचछ भाजीन क1 परनतिपत क सक त मान जीत हीहीथाला माamp खजीलाहीटा

धान क आगमान और बिवपरत अवसथा माamp खच) करन क1 षदभिसथाबित क भा द0)त ही कमार क फ़डकन हत अचछ कमा क अनदर क छ समाय

क शिलाय बिजी हीन और द माamp सममान दन क शिलाय मान जीत ही नकषिभा क फ़डकन पबित क शिलाय पतन क बिछही और पतन क शिलाय

पबित क बिछही क रप माamp जीन जीत ही परइवटा पटा) क फ़डकन पर इषदभिचछत सथा क सथा रमाणी करन क समाय तय गय ही गद क

फ़डकन पर वहीन क लाभा हीत हीचही वही खद क मिमाला य बिकरय क वहीन स सफ़र करन क अवसर मिमालाजीघाA क फ़डकन स वसतरीA

क1 परनतिपत हीत हीघाटान क फ़डकन स घार माamp 0तरीओ क1 और वयपर माamp कमपटाnटार क उदय हीन क समाय मान जीत ही पर फ़डकन पर

बिकस नय सथान क1 तरफ़ पलायन हीत हीबिवपरत अवसथा माamp र सथान क परपत करन क सक त भा मान जीत ही पर क तला क फ़डकन

क1 षदभिसथाबित माamp अचला समपकषिK क1 परनतिपत और बिवपरत अवसथा माamp अचला समपकषिK क जीन क समाय मान जीत ही चच क मार हीन क

समाय मात क1 छत अपन आप दरबिवत हीन लागत हीचच क Ykक हीन क समाय मात क1 य छत फ़डकन लागत ही सही क समाय माamp

जीलदn असर मिमालात ही 0मा क समाय माamp दर स असर मिमालात हीलागतर फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp भाला य र परभाव पलान क नन क द

मिमालात ही एक सथा दन अग क फ़डकन भागय और दभा)गय क च माamp चलान वला हीस मान जीत ही इसक अलाव और भा सकडA

बिEययamp इस 0रर क दवार समपदिदत क1 जीत हीजी क वला य इलाषदभिकटरोक करampटा क दवार ही समभव ही कई वयशिG अगर लागतर

नकरतमाक षदभिसथाबित माamp चला जीत ही और वही र र अपन क अक ला रहीन क शिलाय परिरवर य समाजी क लागA स दर रखत ही त उस

वयशिG क शिलाय यही नकरतमाक ऊजी) क परव0 क समाय मान जीत हीइस कला माamp उस वयशिG स कई भा वत) करन पर वही खजीत ही

और अपन 0रर क समापत करन क1 धामाक1 दत ही नकरतमाक ऊजी) क 0रर स दर करन क शिलाय वयशिG क ऊपर स खन वला सद

नमाक एक माटठोn 0मा क समाय सत वर उसर करन क द घार क हीर सडक पर डलान स उसक1 नकरतमाक ऊजी) स छ टाकर भा

मिमालात दख गय ही नकरतमाक ऊजी) क एक परभाव और दख गय ही बिक वही घार क अनदर सस पहीला कला0 पद करन क करणी पद

करत हीवही वयशिG क बिकय जीन वला कमा स रधवयन भाग करत हीवही कर क छ रही हीत ही और करत क छ हीइस करणी स घार क अनदर

नकसनसमनधA क अनदर बिगड और वयपर क अनदर नकसन तथा नZकर क अनदर माशिलाक स परतणीन क असर दत हीइसक शिलाय

सही क अपन जीगन क द अपन इषट क रधवयन माamp रखकर उसक1 मानशिसक इमाजी अपन दनA हीथाA माamp दखन क द तथा जी सवर चला

रही हीउस पर क पहीला बिसतर स नच रखन क द ही कय क 0र करन चबिहीय रत क नद नही आन क1 अवसथा माamp भा सgtय|दय स

पहीला जीगन क1 बिEय क करन चबिहीयऔर जीही स भा उगत हय सgtय) क दरशय दिदखई द दखन क परयस करन चबिहीय अकसर उन लागA

क हत ही सफ़ला हीत दख गय ही जी लाग सही क उगत हय सgtय) क नदn य समादर य तला क पर दखन क1 कशि00 करत ही दन

भाजीन पgtजी और समतमिनधत वयशिG क1 भालाई क1 कमान क शिलाय जी भा उपचर बिकय जीत ही व अपरतय रप स फ़यद दत दख गय ही

दिदमाग क1 अमिधाक अ0नतिनत स चन क शिलाय पहीड यतरीयamp भा कमाय हीत ही

दन क माहीतव

अकसर जीवन मा दन क माहीतव हीमात अपन मामातव क चच क शिलाय दन करत ही बिपत अपन परषथा) क शिलाय अपन जीवन क क1 जीन

वला माहीनत क दन अपन चच क शिलाय करत हीभाई अपन हला क दन करत हीबिहीन अपन तरक स समनध नकर और समाजी

नकर अपन भाई क तरी क दन करत हीभाई अपन बिहीन क शिलाय आजीवन अपन सहीयत और 0शिG क दन करत हीड हीकर

चच अपन मात बिपत क वदध हीन पर उनक1 दख रख और भाजीन क दन करत हीपतन पबित क रबित सख परदन करत हीअपन दवार

पबित क शिलाय बिनसवथा) भाव स भाजीन और पबित सख और आय वदधिदध क परबित पgtजी पY करत ही आग क शिलाय व0 चलान क परबित अपन

कमान क समारतिप4त करत ही ह अपन सवथा) क तयग कर पबित क क ला मा 0बित और समपननत नन क परबित अपन जञोन क दन करत

हीदमाद अपन हला और सममान क दवार अपन ससरला जीन क मान ढान माamp अपन 0शिG क दन करत ही क छ लाग अपन

वयवसय सथान पर Y कर रसत तकर अपन जञोन क दन करत हीक छ लाग पयसA क शिलाय पयऊ खलावकर धामा)0ला नव कर लागA

क जीवन क सद गमाt स चन क शिलाय अपन हला क दन करत ही हीक1कत मा दख जीय त यही 0रर ही दन स और दन क शिलाय

न ही एक वयशिG एक लाख रजीन कमा रही ही लाबिकन वही अपन शिलाय मातरी क छ सZ रपय माamp अपन पटा भार लात हीऔर क1 क धान

वही अपन परिरवर क शिलाय जीमा करत ही बिक वही अपन सतन क शिलाय इतन इकटठो कर द बिक उसक द उसक1 सतन बिकस क1 माहीतजी

नही रही और वही सख रही लाबिकन इस सख रखन क करणीA माamp माही पद ही जीत हीयही माही करन ही उसक1 भाgtला ही और इस माही क

चककर माamp 0रर स क1 जीन वला माहीनत दन सवरप न हीकर माही क जीजीला माamp चला जीत ही मात न अगर पतरी क जीनमा दन क द यही

सच शिलाय बिक उसक पतरी ड हीकर उसक1 पलान करगउसक1 सव करगउसक शिलाय ह लाकर उसक1 आजञो क पलान करवयग त

मात क यही माही उस समाय कर ही जीत ही जी लाडक ड हीत ही और अपन माजीt स 0दn बिववही करन क द अपन घार अलाग

स लात ही मात अपन पतरी क सहीर रहीन क करणी और अपन शिलाय क छ न चकर क वला पतरी क शिलाय ही स क छ करन क द जी पतरी

पस स बिनकला जीत ही और पतन क शिलाय सचन लागत ही त मात क वही पलान पषणी स लाकर पढान शिलाखन और सभा सधान पतरी क

शिलाय जीटान क परबित कर ही जीत ही उस समाय मात और पतरी क च तनतन चलात ही और ह जी दसर घार स आय ही उसक अनदर

यही भावन घार कर जीत ही बिक मा क वला टा स धान क माही करत ही और टा मा क कही पर चलात ही उसक1 त क नही सनत हीइस

परकर स तकरर ढा कर ड तकरर न जीत हीटा न त मा क छड सकत ही और न ही पतन क छड सकत हीपतन क पस द

रसत हीत ही एक अपन मात बिपत क और दसर कनgtन कलाबिकन मात क पस एक ही रसत हीत ही वही हीत ही अपन पतरी कह य

त अपन मात बिपत स परतणीन दिदलावत ही अथाव कनgtन क सहीर लाकर मात बिपत क जीय भाजीन और सहीयत दन क जीला क1

हीव दिदलावन क कमा करत हीटा क समान द ही रसत हीत ही य त वही ह क लाकर अलाग रहीन 0र कर द य ह क तलाक दकर

बिफ़र स मात बिपत क कहीन माamp चलान लागउस दसर सधान ही सही लागत हीलाबिकन इन स क पछ जी था वही मात क लाभा ही थाअगर

मात न बिपत क सथा मिमालाकर पहीला स ही पतरी क1 शि0 क द उस जीबिवक क सधान दकर अलाग कर दिदय हीतऔर ह क पहीला स ही

अलाग करन क मानस न शिलाय हीत त जीला जीन क1 य परतकषिणीत हीन क1 समासय ही नही आतयही स माही क करणी ही मान जी

सकत हीजी पलान पषणी मा कई माही नही थाअगर उस समाय माही हीत त डकटार क पस चच क मार हीन क द नही ला जीय

गय हीतशि0 क सथानA माamp एडमिमासन नही करवय गय हीतसद गमाt क समाय माamp उस कपड और रहीन क सथान क दसत भा नही

करवय गय हीतलाबिकन जीस ही वही कमान लायक हआ और मात क अनदर माही न जीनमा ला शिलाय

दन माamp माही और अहीमा क तयग

दन करन क शिलाय माही क तयग जीरर हीमाही क करन स भाजीन क दन नही बिकय जी सकत हीभाजीन ही खgt सर रख ही लाबिकन दन

करन क जी तभा नही करग जी यही माही पद ही जीयग बिक कला भा इस भाजीन क इसतमाला करन हीलाबिकन जी वही रख हआ भाजीन

बिकस जीव जीनत य माZसमा क1 खर स कर ही गय त मान माamp उस खर भाजीन क फ़amp कत समाय सतप हआयही सतप त नही हीत

जी उस भाजीन क बिकस मागन वला वयशिG क आरमा स खिखला दिदय हीत और वही भाजीन स तपत हआ वयशिG क छ और भा दकर जीत

जी सतप स कई गन ढा कर हीत और आग क अचछ र समाय माamp कमा भा आत दन क रप अलाग अलाग समाय माamp अलाग अलाग रप

धारणी कर लात ही दन क शिलाय मागन वला क छटा और दन वला क कभा ड नही समाझन चबिहीय यही कथा वमान अवतर स शि0

दत ही पबित क पतन क शिलाय दिदय जीन वला वचन जी दन क ही रप ला लात हीकभा भाgtलान नही चबिहीयसमाय क दलान पर दिदय

हआ वचन बिकतन ड रप ला सकत ही इसक उदहीरणी रमाचरिरत मानस माamp दसरथा और क क ई क1 कथा स समाझ जी सकत ही वमान

अवतर माamp भागवन न ववन अगला क रप माamp पgtर पथव आक0 पतला सभा तन पग माamp नप शिलाय था और रजी शिला क ऊपर आधा पग क

कजी) ही छड दिदय था उस परकर स रजी दसरथा क दवार क क ई क दिदय गय द वचन शररमाचनदर जी क शिलाय चZदही वष) क वनवस क

करणी न थाऔर पतरी बिवयग माamp रजी दसरथा क1 मातय क करणी न था इनक अनदर भा माही क रप क वला अहीमा क रप माamp थाअगर

रजी शिला क यही अहीमा नही हीत बिक यही ववन अगला क पबिडत कय ड माग लागत कजी)ई नही नतऔर रजी दसरथा क वही अहीमा

बिक जी चहीampग तभा द वचनA क1 पgtरतित4 कर दampगइसमा कय ड ही त इतन ड हीबिन नही भागतन पडत

दन क तन परकर 0ररधान और बिवदया

अकसर वयशिG तन तरही क दन क शिलाय हीमा0 रधवय हीत ही0रर दनधान धान और बिवदया दन 0रर क दन परष और सतरी दन

मिमालाकर सतन पद करन क दवार दत हीऔर वही 0रर ससर बिहीत क शिलाय हीत ही य अबिहीत क शिलाय यही उनक पgtव) कमा| और ससर क1

आवशयकत क अनसर हीत ही धान क दन परष और सतरी पहीला अपन परिरवर क पषणी और ससर बिहीत क कमा क शिलाय दन करत ही

वही भा परष और सतरी क अपन अपन भावA क अनसर मान जीत ही बिवदया क दन क शिलाय कभा ड य छटा क भाद नही मान जीत

हीजीस बिकस कमा क करन क शिलाय जी वही कमा समाझ माamp नही आत ही त एक छटा चच अपन दधिदध स उस कमा क करन क शिलाय

अपन मात दत ही वही बिकस ड स ड माहीरथा और जञोन आदमा क दिदमाग स पर त मान जी सकत ही दधिजीस परकर स लाक धराव न

अपन मात क परशन क उKर क अनसर जीगत बिपत क ही अपन बिपत मान था और वन माamp जीकर तपसय करन क शिलाय पच सला क1 उमरो

क चन था और कमा स कमा उमरो माamp उनहीन जीगत बिपत क द0)न परपत कर शिलाय थाभाG परहीलाद न अपन बिपत क जञोन क तचछ समाझ था

और शर हीरिर क चरणीA माamp अपन मान लागकर ड स ड आफ़तA स अपन क च शिलाय था

0रर दन क करकतव

0रर दन क शिलाय सतरी और परष क समाजी क अनसर एक शरखला नकर चलान पडत ही उस शरखला क अनदर ही 0दn बिववही रबित

वयवहीर और समादधिजीक बिनयमाA क मान जीत ही अगर इन तA क नही मान जीत ही त मानय और प0 क अनदर भाद ही कय रही जीत

ही रबित नबित क अनसर दिदय गय 0रर दन दिदय गय दन क ड रप हीत ही और समाय समाय पर अपन नमा और कय) क इबितहीस माamp

शिलाख जीत ही कई भा परष बिकस भा सतरी क1 तरफ़ आकरतिष4त तभा हीत ही जी उसक अनदर कमा वसन क सचर हीत ही लाबिकन वही

अगर समादधिजीक बिनयमाA क अनसर अपन कमावसन क 0त करन क शिलाय उपयG सतरी क नही परपत करत ही त वही दिदय गय 0रर

दन य त कgt ड क ढार मा जीत ही अथाव वही अगर बिकस परकर स च भा गय त समाजी और ससर क शिलाय कभा भा अबिहीत क करणी

न जीत ही 0रर दन क शिलाय समादधिजीक बिनयमाA क शिलाय कथा कही जीत ही बिक 0क सवत क बिवEमा समवत क द क मान जीत

हीबिवEमा समवत क द जयबितष 0सतरी माamp परवणी एक जयबितष क यही पत लाग बिक अमाक समाय माamp सतरी क सथा माथान करन क द अगर

सतन क1 परनतिपत हीत ही त वही ससर माamp अपन नमा लाकर हीमा0 क शिलाय चलात रहीग लाबिकन जी उस जयबितष न दख बिक समाय उस

रत क ही और उसक1 पतन बिकस नदn क पर रहीत हीवही जीलदn जीलदn नदn पर करन क शिलाय क वटा क पस गयक वटा न दख कई हत

ही जीरर त ही और उस त क जीनन क शिलाय जी क वटा न अपन दधिजीजञोस क जीबिहीर बिकय त जयबितष जी न अपन त क उसस

त दिदय क वटा चलाक था उसन सच बिक जी इतन माहीतव पgtणी) ही और वही अपन नव क चलाकर और नव स बिकय जीन वला कय) स

ससर माamp नमा नही चला सकत ही त उस अपन सतन क इस कमा क शिलाय परयग माamp लान चबिहीय उस क वटा क जीवन और खgt0gtरत

कनय था उसन जयबितष जी क समान परसतव रख दिदय बिक रत क अनधर ही गय ही और वही रत माamp नव क नदn माamp नही ला जीयगअगर

यही माहत) जयबितष जी क परयग माamp लान ही त उसक1 कनय स गधाव) बिववही करन क द उस माहत) क परयग माamp ला सकत हीजयबितष जी

तयर ही गय और उस रत क जयबितष जी न उस क वटा क1 कनय स गधाव) बिववही करन क द गभा)धान क पgtणी) बिकय उस कनय स जी

पतरी परपत हआ वही 0क नमा स जीन जीत ही यही कथा रमायणी माamp माकररधववजी क र माamp कही जीत हीजी हीनमानजी लाक क जीलाकर

पसन स तर तर समादर माamp कgt द त उनक पसन क एक माछला बिनगला गयउस बराहमचर पसन क अनदर वय) क कणी थाउनही कणीA स

माछला क जी सतन हय वही माकररधववजी क रप माamp हय और उस पतला क रजी अबिहीरवणी क दवारपला क1 सव क अवसर मिमाला रमा

लामाणी क जी अबिहीरवणी शिला दन क शिलाय पतला लाक ला गय त हीनमानजी क पहीला दवारपला क रप माamp तनत माकररधववजी स ही

माकला करन पडद माamp पत लाग बिक वही उनही क1 सतन था 0रर दन क शिलाय समाजी क बिनयमा हत ही माहीतव रखत ही जीस एक

करगर बिकस कला क जीनत ही और आग आन वला चच उस करगर क1 कला क अपन परिरवर और घार क अनदर ही चपन स दखत

रहीत ही त व उस करगर क1 कला स वबिकफ़ हीत जीत ही उन चचA क कही अनय सथान पर जीकर शि0 नही लान पडत और व उस

कला क और अमिधाक बिवकस करन क द आग स आग परयग माamp लात जीत ही त उस कला क बिवकस अपन आप हीत चला जीत ही

उस परकर स समाजी और वणी) वयवसथा क अनसर जी 0दn बिववही बिकय जीत ही त हीन वला चच उस समाजी क अनदर अपन क

अपन आप ढालात चला जीत हीऔर जी कय) य वयवसय अथाव ससकर उनही मिमालात ही उनही क अनसर व अपन क न लात ही लाबिकन

0रर माही और रप आदिद क लाभा माamp जी समाजी स अलाग बिकस परकर स 0दn समनध बिकय जीत हीत कमाकत क अनत हीन क द

जी रप और 0रर माही क भरामा टाgtटात ही त अलाग समाजी माamp बिकय जीन वला रिरसत टाgtटात ही और अगर उन रिरसतA क अनदर कई सतन ही

गय ही त वही अपन बिपत और मात क अनसर ही अपन क नन 0र करग इस परकर स वही पद हीन वला सतन न त इधार क1 रही

और न ही उधार क1इस परकर क1 सतन क भाटाकव क रसत मिमालात ही और वही दर दर क1 Yकरamp खन क शिलाय माजीgtर ही जीत ही

अथाव उस समादधिजीक बिनयमाA स नफ़रत हीन क करणी वही समाजी स अपन परन बिहीस क चकन क शिलाय आतकवदn जीस नबितयA माamp

जीकर मानय और समाजी क दद) नही समाझन क करणी हीतय जीस जीघानय अपरधा करन 0र कर दत ही अकसर यही त उन परिरवरA माamp

भा मिमालात ही जीही तमिसतरीय आधाबिनकत क चककर माamp अपन क कषिणीक सख क शिलाय अनय माद क1 कमाकत क शि0कर ही जीत ही और

उनस पद हीन वला चच समाजी और परिरवर क तक माamp रखकर घार और परिरवर क ही लागA क शिलाय आफ़त क करणी न जीत

हीअकसर इस परकर क चच खgtन क समनध नही हीन क करणी अपन परिरवर क सदसयA क परबित दय य परमा भाव नही रख पत ही और

उस परकर स सचन चलाgt कर दत ही जीस बिक उनक कमाक बिपत क सचन हीत था

सस ड दन दय ही

मानय क अनदर दय क दन सस ड दन मान जीत हीकही भा गय ही बिक दय धामा) क माgtला ही पप माgtला अकषिभामान दधिजीसक अनदर दय

हीत ही वही रसत चलात क भा सहीर दन जीनत ही और जी सहीर दिदय जीत ही वही भा एक तरही क माहीदन ही हीत ही वही दय चही

मानय क परबित ही य जीनवर अथाव जीव जीनत क शिलाय वही दय ही सस ड दन मान जीत ही भागवन स भा परथा)न क1 जीत ही बिक

दय कर दन भाशिG क हीमा परमातमा दनदय क शिलाय बिकस क खजीन नही पडत बिक हीमा दय बिकसक सथा करन ही रसत माamp य घार

क अनदर दय क दन करन क शिलाय हीजीरA दय क परपत करन वला लाग मिमाला जीयampगऊपर त कर आय ह बिक दय मात चच क सथा

भा करत ही 0रन सभा जीवA क मारन क शिलाय मान जीत ही और अपन चच क वही नही मारत बिलला अपन चच क सथान दलान

क समाय ड ही मालायमा तरक स दतA क च अपन चच क दत ही और सथान दला दत ही माद बिचछgt अपन चचA क अपन 0रर

ही दन कर दत ही मानय अपन चच क पलान पषन स लाकर ड हीन तक उस पर दय क भाव ही रखत ही चच क ऊपर स बिगरन

स लाकर लाखA करणी नत रहीत ही जी चच अपन बिववक क खयला नही रख पत ही और जीखिखमा माamp रहीत ही त परिरवर क सदसय उस

चन क शिलाय हीर समाय खयला रखत ही जी वही चच समाजी क समान आत ही त समाजी वला लाग उस र आदतA स चन क शिलाय

बिनगही रखत हीलाबिकन कभा कभा जीनgtझ कर वही चच गलत करत ही त उस सजी दिदलान क नमा पर पशिलास य घार वलाA क1 भा

सहीयत ला जीत ही दय क रप यतरी करत वG बिकस सथान पर बिनवस करत वG य परिरवर माamp रहीन क उपरनत मिमालात ही समाजी माamp

दय क नमा पर समाजी क वयशिG क नZकर आदिद क मामाला माamp दय करन पर लाग रजीनबित भा करन लागत ही जीस आजीकर जीटाA क

आरणी क मामाला माamp दय क भाव समाझ माamp आ रही ही रजीनबित क अनदर दय क भाव दिदखव क रप माamp भा मिमालात ही जीस वर

माषदभिसजीद क हीटाकर रमा मादधिनदर य रमा मादधिनदर क हीटाकर वर माषदभिसजीद क मामाला माamp अलाग अलाग समादयA क नतओ क1 दय दिदखन क

मातला सफ़ समान ही बिक एक कहीत ही नन नही दampग और दसर कहीत ही नकर रहीampग दय दिदखव और सवथा) क शिलाय भा क1 जीत

हीजीस बिकस वयशिG क पबिहीनन क शिलाय कपड दिदय जीत ही और द माamp जी भा कई समादधिजीक त हीत ही य समादधिजीक वयशिG समान

हीत ही त कही दिदय जीत ही बिक यही कपड त हीमान इस पबिहीनन क शिलाय दिदय ही इस परकर क1 दय दिदखव हीत हीऔर उस दय क

कई माgtलय भा नही हीत ही अगर बिकस क खन खिखला दिदय ही त समान वला क माहीसgtस भा नही ही बिक खिखलान वला खद क आदमा था

य कई परयअगर उसन माहीसgtर कर शिलाय बिक खिखलान क द उस दय क टिढा4ढार पटा जीयग त उसक1 अनतरतमा उस खन क दला

माamp दिदय जीन वला आ0व)द क1 जीगही शरप और दन चलाgt कर दगदरवजी पर मागन वला क सथा अमिधाक दय करन क मातला ही बिक

अपन क लाटा Yनअमिधाकतर लागA न भाख मागन क धानध न शिलाय ही जी उनही कई माटा आसमा दिदखई दत ही त तरही तरही क

करणी नकर दय क पतरी न जीत ही और मान चही लान क द उस 0र क और अनय तरफ़ क पप कमा) माamp खच) करत ही इस

परकर स दिदय जीन वला दन दय क दन त दन वला क शिलाय मान जीत ही लाबिकन दधिजीसन दय क भाव क परपत बिकय था उसक अनदर

चलाक1 क भाव आन स दय और चलाक1 दन मिमालाकर दन दन वला और लान वला क शिलाय अबिहीत क करणी ही न गय जी दन

दिदय गय था उसक द उस दन क परयग कई अपन घार खचu क शिलाय करत ही त Ykक हीलाबिकन क Ykक ही जी वही खद कमान स

असमाथा) हीउस बिकस परकर क1 बिवदया नही आत ही वही 0रर स अपबिहीजी हीवही बिकस भा तरी माamp बिवकस नही कर सकत ही त दय करन

कर क1 त नही ही लाबिकन दय करन क उपरनत अगर कई वयशिG समाथा) हीत हय भा कमान क1 इचछ नही करत ही दिदमाग अथाव

0ररिरक शरमा स चन चहीत ही और उस दय क नमा स कमान क द बिफ़जीgtला खच) करन क1 आदत ही गय ही त वही दय नही मिमालान क

द अनय चलाबिकयA स कमान क1 सचग अकसर दय क नमा स मिमालान वला धान क लाग ड र तरही स खच) करत ही यही सतय बिनयमा

ही बिक कमान और खच) करन माamp जीमान आसमान क अनतर हीत ही कमान त हीर कई जीनत ही लाबिकन खच) करन हीर बिकस क पत नही

हीत ही कमान क अनसर अगर खच) बिकय जीय बिकस परकर क अहीमा माamp आकर अगर खच) बिकय जीत ही त कमान और माहीनत करन

भा कर ही मान जीत ही हीर मानय क बिनयमा हीत ही बिक वही अगर ईTर क1 क प स ससर माamp अवतरिरत हआ ही त वही मानव कलयणी

क1 भावन क अपन मान रखकर दय कर तथा) सथानA माamp बिकय जीन वला तभा समाथा) ही जी उस सथान माamp रहीन वला लाग जी क वला दसरA

क1 दय पर ही बिनभा)र ही उनक शिलाय दन क रप समाझ कर दन बिकय जीय अकसर कर क दन कर मा ही चला जीत ही इस त क

और अचछn तरक स समाझन क शिलाय भारत क परशिसदध धामा रमाTरमा धामा क1 ही त ला लादधिजीयवही धामा क वला आन वला तथा) यबितरीयA

क1 क प पर ही बिनभा)र हीअगर कई तथा) यतरी नही आय त वही क लाग भाgtखA मारन क1 कगर पर आजीयampलाखA लागA क वयवसय आन

वला तथा) यबितरीयA क रहीन खन तथा वही क1 परशिसदध वसतओ क चन हीलाबिकन दधिजीसक अनदर दधिदध क बिवकस ही वही वही पर नही

रहीत ही और अपन अनसर अपन औकत तथा बिवदया क ढात चला जीत हीडकटार कलामा सही भा वही क पद हीन वला माहीपरषA

माamp एक मान जीत हीउनहीन अपन बिवदया क परयग करन सख शिलाय और भारत जीस रषटर क सव|चच पद पर आसन भा ही गय जी बिक

उनक परिरवर वला आजी भा समादर स बिनकलान वला सप 0ख और अनय समान क वयपर करन क द अपन जीबिवक चला रही ही उनक

घार क पस माamp आजी भा झपड नमा न हय माकन उनक परिरवर क1 षदभिसथात क त रही ही इस परकर स दय क रप अपन बिवकस क

शिलाय अगर बिकय जीत ही और अपन अनसर ही बिकस गर क पलान क दिदमाग परयग माamp लाय जीत ही त वही दय सचच दय हीइस

दय क अनदर एक करणी और नत हीबिकस क शि0 क दन करनयही भा एक हत ड दन ही और दय क अनदर ही इसक1 औकत

ही ससर माamp दय क करणी चलान वला एन जी ओ आदिद क रप भा समाझ जी सकत ही जी ससथायamp अपन कमा करन क द लागA क

आग ढान क शिलाय अपन तन मान और धान स आग चलात ही व अपन नमा करत चला जीत ही लाबिकन लाभा माamp आन क द और उन

ससथाओ क1 दZलात अगर धान कमान क भाव मान क अनदर आय त वही दय क भाव स अलाग ही जीत ही उस भाव स अलाग जी परभाव

हीत ही वही अमिधाक धान कमान क1 लालास और उलटा सधा करणी नकर और सखययA क जीड ही रही जीत ही जी भा कमा लाभा क

करणी बिकय जीत ही व सभा कगजीA माamp त बिकय जीत ही लाबिकन धारतला पर क छ भा नही हआ हीत हीक छ ससथायamp इस भाव क और भा

अलाग अलाग तरक स धान कमान क शिलाय परयग मा लात हीजीस बिक एक धानवन क अपन सफ़ द धान क कला धान मा परिरवरतित4त करन ही

त वही पहीला इस परकर क1 ससथाओ क दन माamp माटाn रकमा ददग और द माamp उस ससथा स शिलाय जीन वला दन वपस लालागइस परकर

स जी टाकस आदिद माamp चत हीत ही वही ससथा क शिलाय न रहीत हीइस तरही स सरकर और जीनत क सथा धाख ही मान जी सकत ही

और इस परकर क1 ससथायamp जीही भा चलात ही उनक उददोशय मातरी दय क नमा पर गरख धानध करन ही मान जी सकत हीउनहीन अपन

पलानर नZकर पर रख हीत ही और उन पलानर और धान क लाख जीख तयर करन वला चटाuड एकउनटाampटा क1 दZलात व अपन कमा करत

रहीत ही इस परकर क1 दय स भा चन चबिहीयऔर जी भा कमा करन ही अगर हत ड रप माamp करन ही त अपन दवार ही बिकय जीय

और छटा रप माamp करन ही त भा अपन दवार ही बिकय जीय वही दय क दन सस उKमा मान जी सकत हीअगर शि0णी ससथाओ क

बिवकस करन ही त अपन नमा क कभा उपयग नही करन चबिहीयजीस बिक अकसर लाग अपन दद बिपत मात आदिद क नमा स ससथा

क खड कर दत ही और उस चलाकर नमा कमान क1 कशि00 करत ही यही ससर बिवशिचतरी ही यही एक परक बित क लाग नही हीकभा कई

सहीर लान क नमा पर आकर बिगडबिगडयग और सहीर मिमालान क द वही खद क 0र क1 भाबित नकर शिलाय गय दन क रद करन क

अलाव उस ससथा क भा गला दग दधिजीस भाव माamp बिकस क सवथा) आकर टाकर जीय उस भाव माamp बिकय जीन वला दन य दय कर ही

मान जी सकत ही जीस बिकस न अपन गनतवय क शिलाय रसत पgtछऔर तन क दला मा अगर कई धान क दत ही त वही दय य दन

क रप नही हीत ही दन क रप माamp बिकस क गनतबय क तय जीन वला रसत भा दन क ही रप ही जीत ही अकसर रजीन बिकस

क बिकस न बिकस परकर क1 समासय मिमाला जीत ही और वही समासय स सलाझन क रसत बिकस स पgtछत हीऔर तन वला उस सही

रसत त दत ही त वही समासय स छ टाकर परपत कर लात हीयही भा तय गय उपय और तय जीन वला वयशिG क शिलाय दन क ही

रप मान जीत ही आजी क यग मा अगर इस त क सधा सनत क शिलाय दख जीत ही त जी सनत दकषिणी क लाकर और अपन शि0य

नकर अगर जञोन क दन दत ही त वही दय क1 शरणी माamp नही आत ही वही एक माही और अपन क उचच दिदखन क अहीमा माamp 0मिमाला ही

जीत ही दिदय गय रसत और दिदय गय जञोन अगर दिदय जीन वला वयशिG क1 जीनपबिहीचन क1 समा माamp आजीत ही त भा दय और दन

क1 शरणी माamp नही आ सकत ही जीस एक पतरी अपन बिपत स क छ जीनन चहीत ही त बिपत क दवार तय गय उKर दय य दन क1 शरणी

माamp नही आयगयही अपनतव क1 भावन माamp आकर और माही क दवार जञोन क दिदय मान जीयग लाबिकन वही चच अगर रसत चलात बिकस

वयशिG स पgtछत ही और वही वयशिG उच चच क नही जीनत ही त वही दिदय गय जञोन और दय क भाव दन क1 शरणी माamp 0मिमाला ही

जीयग बिकस सडक पर जीन क शिलाय अगर द रसतA क च माamp एक सइन ड) क लाग दिदय गय ही और उस पर सही रसत पर जीन क

कथान शिलाख ही त वही ड) दधिजीसन लागवय ही उसक शिलाय दन क सधान मान जीयगलाबिकन अगर उस ड) क इस परकर क लागवय

गय ही बिक उसक अनदर पस डलाकर रसत क जञोन शिलाय जीय त वही कमान क सधान मान जीयग अकसर कई ससथायamp अपन अपन

अनसर लागA क1 शिचबिकतस क शिलाय अपन अपन अनसर क मप लागत ही वही पर सधारणी जीनत क शिलाय चविक4ग और दवइयA क बिवतरणी

बिन0लक बिकय जीत हीलाबिकन अगर उस ससथान अपन नमा क परचर जीर 0र स बिकय ही और अपन नमा क सथा डकटारA क नमा और

बिवतरिरत क1 जीन वला दवइयA क लाख जीख सक सनय ही त वही बिकय जीन वला सव क भाव नमा और अपन अहीमा परकटा करन

क तरक मान जीयगइस परबितसपधा) क रप भा दिदय जी सकत ही बिक अमाक ससथा न इतन धान इस शिचबिकतस क शिलाय खच) बिकय था

जी उस ससथा न इतन धान खच) बिकय ही यही त अकसर बिकय जीन वला भाडर क शिलाय भा मान जी सकत हीबिक अमाक आदमा न

अमाक सथान माamp इतन लागA क भाजीन करवययही त उस आदमा क शिलाय दन माamp नही सतिलक अहीमा क1 शरampणी मा 0मिमाला ही जीयगलाबिकन

वही आदमा अगर अपन क दिदखव स दर रखन क द भाजीन करवत ही त वही दन और दय क1 शरणी मा बिगन जीयग

दय धामा) क माgtला ही पला माgtला अकषिभामान

जीव जीनत और जीनवरA क अलाव मानय क शिलाय जी उKमा दन क1 और दय क करणी ही व द परकर क मान जीत हीएक सव|Kमा और

दसर अधामा अगर ससर माamp भाजीन और पन नही ही त ससर क दिटाक पन असमभव ही भाजीन और पन क मिमालान स कई भा जीव

जीनत और मानय बिवकटा स बिवकटा परिरषदभिसथाबित माamp दधिजीनद रही सकत ही इन दन क नही मिमालान स बिकतन ही धान दZलात और माय ही कई

नही दिटाक सकत ही दय क शिलाय सतरी और जीवA क सथा गय दय क1 हीमा0 पतरी ही इन करकA क रधवयन माamp रखकर बिकय जीन वला दन

और दय ड ही कमा क1 हीत ही भाजीन और पन क सधानA क दन बिकस भा ससथा क दवार बिकय जीत ही त वही दन सव)शरषठा शरणी

क मान जीत ही सतरी और गय क ऊपर क1 जीन वला दय हीमा0 पणय क दन वला हीत ही सतरी और गय क ही कयA दय क शिलाय

मान जीत ही त बिवदवाजीनA क समाझन चबिहीय बिक सतरी बिकतन ही बिनरक 0 ही उसक अनदर हीमा0 मामात क1 भावन रहीगसमाजी बिकतन

ही उसक सथा अनचर कर वही अपन भावकत क ला पर दधिजीनद रहीन क1 मात रखत हीजी भा कमा आत ही त क वला सनतन पलान

पषणी और अपन सवजीनA क1 र क शिलाय मान जीत ही एक डयन भा अपन चच क सभाला कर रखत ही इस कहीवत क अथा) तभा

मान जी सकत ही जी डयन क सथा भा मामातव क वयवहीर नकर रख जीय गय क दय क1 शरणी माamp परन समाय स क वला इसशिलाय ही

मान जी सकत ही बिक उस क छ भा खन क द लाबिकन वही दग दधा हीवही कभा अपन चच क पस बिकस अनहीन क त तक नही आन

दग जी तक उसक1 जीन रहीगदधिजीस जीव क अनदर इतन अपन चच क परबित दय ही और वही अपन दय क करणी अपन 0रर क भा

समापत करन क1 इचछ क रखउसक सथा Egt रत करन पgtर तरही स अमानषत क1 शरणी माamp आजीत ही सतरी क भागय समाझ कर और

उसक सथा भागA क सख लाकर माथान और पच माकर क परयग करन क द बिकतन ही उस परतकषिणीत बिकय जीयग वही हीमा0 अपन पबित

और परिरवर क शिलाय समारतिप4त रहीग समादधिजीक नधन हीA य 0रर क नधन वही अपन भावनतमाक आव0 माamp सभा क समापत कर सकत

ही लाबिकन इस कलायग क इन दन क सथा ही सस ड अनचर ही रही ही हीत मा आय भाgtकमप स ससर क अनदजी लाग लान चबिहीय

बिक इस द0 क माख वयपरिरक समनध अमारिरक स ही और यही पर ससर क सस अमिधाक एड क मारजी हीयही क बिनवशिसयA क माखय

खन गय क मास हीऔर यही रिरसत नमा क1 चजी समाझ माamp नही आत हीयही तक बिक भाई बिहीन क रिरसत भा अजी ही हीत हीमाथान

0र और मारकटा क करणी यही द0 गर द0A क1 शरणी माamp आत हीअकसमात भाgtकमप आय और एक लाख स अमिधाक वयशिGयA न एक

णी माamp ही अपन जीन गव दnयही तक बिक रषटरपबित क माहीला भा पत नही लाग बिक वही कही गय गय और सतरी क सस अमिधाक

परतणीन इस द0 माamp मिमालात ही यही तक बिक इस द0 माamp भाgtकमप आन क द लागA क1 जीन क1 र त करन दर यही पर सहीयत क शिलाय

जीन वला लागA क भा लाgtटा जीन लागजीस ही भाgtकमप आय दन क1 रशि0 इकटठो करन क शिलाय करडA ससथायamp एक दमा अपन अपन

अनसर समान आन लागयही क वला बिकय जीन वला पपA क करणी ही

गरहीA क 120 गणी

लागन अगर-

माष ही त आदमा क चच ही

वष ही त धान क1 मा0न ही

मिमाथान ही त टालाफ़न ही

कक) ही त भावन क1 पबिडय ही

सिस4ही ही त अहीमा भार हआ ही

कनय ही त कजी) दशमान मार स मिघार ही

तला ही त हीर त माamp फ़यद सचन वला ही

वकषिeक ही त भाgtत क सरदर ही

धान ही त प दद क1 त करन वला ही

माकर ही त चZस घाटा कमा ही कमा ही

क मभ ही त जीलदn रिरसत न सकत ही

मान ही त हीमा0 माZन रहीन वला ही

लागन स सgtय) अगर-

पहीला भाव मा ही त अहीमा भार ही

दसर भाव मा ही त चमाक क आग क छ दिदखई ही नही दत

तसर भाव मा ही त नतगर पहीला ही

चZथा भाव मा ही त रजीनबित वला सच ही

पचमा भाव मा ही त परिरवर मा ही रजीनबित करन वला ही

छY भाव मा ही त प क नZकर समाझत ही

सतव भाव मा ही जीवन सथा क गलामा ही

आYव भाव मा ही त चर दिदला क मारजी ही

नव भाव मा ही त धामा) स भा कमान वला ही

दसव भाव मा ही त सभा कमा नतगर स बिकय जीत ही

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 14: केतु

क डला माamp रही भावA माamp धा

रही भावA मा धा क1 षदभिसथाबित क परमाख रप स समाझन क शिलाय परतयक भाव क धा क रप अलाग अलाग हीत हीयही पर जी रप धा क

परदरथि04त बिकय गय ही व क वला धा क1 उचच षदभिसथाबित क समाझ कर ही बिकय गय ही जीरर नही ही बिक आपक धा क रप भा इस तरही स

हीअगर आपक1 क नडला माamp धा पर बिकस अनय गरही क1 र नजीर ही त उसक परभाव भा र ही सकत ही जीस रह क परभाव पडन पर

अचछn वणी हीन पर भा आपक1 वणी क गरहीणी लाग गय हीगला माamp इनफ़ कसन क दवार आदिद समाझन चबिहीय

परथामा भाव माamp धा

पला आभा शिलाय चहीर हीत हीलाम उमरो क माशिलाक हीत हीगकषिणीत और गणीन करन वला बिवषयA माamp परवणीत हीत हीमाजीबिकय सवभाव

हीत ही यन हीर त क माजीबिकय लाहीजी माamp कहीनधामा) क कय माamp रशिच हीत ही

दसर भाव माamp धा

अचछ कय) करन माamp रशिच हीत हीबिहीममात हत हीत हीदधिदध स तजी हीत हीमाहीनत भा खgt करत हीवक1ला य नत जीस गणी हीत ही त

क1 त माamp धान हीत हीदलाला और 0यर जीर वला कमा माamp रशिच हीत ही

तसर भाव माamp धा

लाखन क पकक हीत हीकमपयgtटार और इस परकर क यतरीA क सचशिलात करन क1 मात हीत हीसफ़टावयर आदिद नन माamp बिनपणीत हीत

हीशिचतरीकर और कबिवत करन माamp रशिच हीत हीबिवषयA माamp आ0शिG हीत हीसदगणी भा भार हीत हीमाटा 0रर हीत हीगलामाटाला आक बित

हीत हीबिहीन अमिधाक और भाई कमा हीत हीबिपत क धान कर ही जीत ही

चZथा भाव माamp धा

भागयवन हीत हीदन करन माamp बिनपणी हीत हीदन दन माamp क पतरी और सपतरी क समाझन क1 बिहीममात हीत हीशिलाखन क1 कला हीत

हीनबितयA पर चलान क आदn हीत हीदधिदधवन हीत ही

पचमा भाव माamp धा

जीनमा स सवथा) जीवन माamp भार हीत हीअपन कमा बिनकलान माamp चतरत हीत हीकमा बिनकलान क द भाgtलान क1 आदत हीत हीसनतन क

अभाव हीत हीक वला धान क1 चहीत हीत हीजीमान कमा क करन और जीमान आदिद क परबित मानशिसकत न रहीत ही

छY भाव माamp धा

कला0 करन अचछ लागत हीलाबिकन वणी माamp मिमाYस हीत हीआलास 0रर हीत हीअकषिभामान क1 मातरी भार हीत हीपरिरशरमा और

कमाकत क समाव0 मिमालात ही दसरA क1 सव करन अचछ लागत ही

सपतमा भाव माamp धा

पबित य पतन क शिलाय सखदयक हीत हीकनतिनतवन 0रर हीत हीतAद बिनकला जीत हीसनदर और क लान परक बित हीत हीसमपदन करन क1

मात हीत हीउदर परक बित हीत ही

अषटमा भाव माamp धा

लाम उमरो हीत हीसनदर पतन य पबित हीत हीत क भारस नही हीत हीखत क कय) माamp बिनपणीत हीत हीजीस गवन आदिदनयय

करन क अनदर ईमान क समाव0 हीत हीवयपर स लाभा क वला दलाला वला कमाA माamp हीत ही

नवमा भाव माamp धा

दधिदधमान हीत हीतथा)टान करन क1 कमान हीत हीअपन समाजी माamp त रखन वला हीत ही कबिव गन बिवदया माamp बिडगर य बिडपलामा हीत

हीनयय यतरी करवन वला कय क मानस रहीत ही बिवद0 लागA और अगरजी माamp अचछ जञोन हीत ही

दसमा भाव माamp धा

रजी यग क करणी नत हीअलपय हीन भा मान जीत हीमात क1 बिहीन स सवभाव मिमालात जीलात हीबिपत क परबित वफ़दर नही हीत

हीखद क कमाA क खद क परयसA स ही खतमा करन क1 भावन न जीत ही

गयरहीवamp भाव माamp धा

लाभा माamp अपर समपकषिK क1 कमान हीत ही बिपत क1 जीयदद मिमालात हीछटा भाई बिहीन स सनही हीत हीमात क शिलाय कषटकर हीत

हीशि0 और मानरजीन माamp अमिधाक रधवयन रहीत ही

रहीवamp भाव माamp धा

बिवदवान धामा)तमा सवभाव हीत हीबिकस भा भाष क पकडन क1 मात हीत हीदवय जञोन क1 जीनकर हीत हीसमाजी माamp गणी मान जीत

ही0सतरी क अचछ जञोन हीत ही आलास 0रर हीत ही

धा समनध अनय बिववरणी

धा गरही स समतमिनधत रगउनक 0मान हीत धारणी करन क1 बिवमिधा गरही 0नतिनत क शिलाय दन तथा धा गरही स समतमिनधत वयपर और नZकर

आदिद क बिववरणी इस परकर स ही-

दन

धा क क परभाव माamp दिदय जीन वला दन आशलष जयषठा और रवत नतरीA माamp सवय क जीन क रर हीर माgtग हीर वसतरी फ़ला हीर मिमाYई कस

पतला हीथादत पनन सवणी) कपgtर 0र षटारस भाजीन घा फ़gt ला आदिद दन माamp दिदय जीत हीदन शरदध पgtव)क दकषिणी सबिहीत बराहमणी क सकलप

पgtव)क धा गरही क नतरी कला माamp करन चबिहीय

वयपर

कसदकर शिसलाई मा0न क वयपर वनसपबित घा क वयपर कड खन क वयपर परचन वसतओ क सगरही करन क द चन क

कय) खला और खला आदिद क समान क वयपर करन Ykक मान जीत ही

नZकर

मातरीपद बिवधायक पद परततव बिवभाग क पद लाइबरार क कमा 0टा)हीampड टाइविप4ग क कमाampक क कमा एकउनटाampस क कमा इनकमा टाकस क1

नZकर डकतर बिवभाग माamp कमा जयबितष क कमा हीसतरख और 0यर जीर क कमा करन चबिहीय

जीव जीनत और मानय पड पZधाA फ़लाA आदिद सभा माamp करampटा हीत हीनयgtनतमा य अमिधाकतमा पड पZधा और जीव जीनत क1 उमरो क अनसर मान

जीत हीयही करनटा मिमाला एमपयर क1 नप माamp हीत ही0रर क1 गबितपड पZधाA क अनदर हीन वला गबित जी हीव य धाgtप क1 अमिधाकत स

हीत हीबिवदयात उतपदन क शिलाय मान जीत ही भाजीन करन पर 0रर माamp आलास आन इस त क दयातक ही बिक 0रर माamp नन वला ऊजी)

क बिवकस नय शिसर स चलाgt ही रही ही 0रर क अनदर नन वला बिवदयात क परयग 0रर बिकन बिकन कमाA माamp करत ही उसक शिलाय हीमाamp गहीन

अरधवययन क1 तरफ़ जीन पडग 0रर माamp खन क दवार ऊजी) क1 पgtरतित4 हीत ही0रर क दवार जी भा खदया पदथा) परयग माamp लाय जीत ही व

सभा जीमान स उतपदिदत हीत हीय समादर क पन स उतपदिदत हीत हीउनही उतपदनA क 0रर आरमा स हीजीमा कर सकत ही जी एक र

धारत पर उतपदिदत ही चक हीइस परकर क भाजीन स 0रर क अनदर जी ऊजी) नत ही उस ही य इलाषदभिकटरोक क1 सजञो दn जीत ही 0रर

अपन तबितरीक ततरी क सgtचन दन क1 बिEय माamp इस बिवदयात ऊजी) क परयग माamp लात ही0रर क अलाव भा यही हीर क1 दबिनय माamp भा अपन

सद0A क भाजीन और सद0A क परपत करन क शिलाय परयग माamp लात ही कही भा 0रर माamp चटाn कटात ही त तबितरीक ततरी क सद0 दन वला

0रर माamp फ़ ला तबितरीक ततरी वबिहीबिनय चटाn क कटा क अहीसस सधा मासतिसतक क पछ माडलाआलामागटा नमाक सथान क पहचत हीऔर

दिदमाग स तरत उस कटा जीन क सथान क सरकषित करन क शिलाय य हय सहीयत क शिलाय हीथा परA क दिदमाग स आद0 दिदय जीत ही

और हीथा पर मिमाला सकamp डA मा मिमाला उस आद0 क पलान अपन गबित क अनसर करत ही अगर कई चटाn क1 जीगही पर बिचछgt य अनय

जीहीरला जीव कटात ही त अपन हीथा परA क1 सहीयत क अलाव हीर क1 सहीयत क शिलाय दिदमाग आवजी और 0रर क गबित भा परदन

करत हीजीस कई र) कटात ही और वही पर अनय र क कटान क1 आ0क ही त 0रर क अनदर भागन क1 0शिG भा अचनक ही पद ही

जीत हीदिदमाग अपन इस बिवदयात 0शिG क परयग सरकषित हय सथान क खजीन क शिलाय भा परयग करत ही सथा ही कटा जीन वला सथान

क सgtजीन आदिद दकर बिवष क आग ढान स रकन क उपय भा करत ही चखन क शिलाय आवजी भा दत हीऔर चख क अनदर उस

आवजी क भा परकटा करन क1 0शिG और ड पवर दत ही दधिजीसस आसपस क माहीZला भा जी भा पस माamp रहीन वला लाग हीचही व

अनजीन ही य जीन पबिहीचन वला सभा क रधवयन अपन ओर बिकस भाय स दखन क शिलाय और उस भाय क1 चख क1 आवजी क सनकर

अपन अपन सर क सथा उनक अनदर भा बिहीममात क परदन करन क शिलाय 0शिG समपनन ऊजी) अपन कमा करन लागत हीइसस अगर

भाय कई सव)जीबिनक ही त सभा अपन अपन सर क दखकर सहीयत क शिलाय भागन लागत ही अगर पड 0रर क1 0शिG स अमिधाक

हीत ही त 0रर क हीस करन क द तबितरीक ततरी अपन गबित क अनसर 0रर क1 0शिG क इकटठो करन और जीमा लावन ततवA क1

पgtरतित4 क शिलाय बिकय जीन वला उपयA क सथा 0रर क नकसन पहचन वला करकA क बिनदन करत ही इस बिनदन माamp जी करक

माहीतवपgtणी) हीत ही उनक अनदर आसपस रहीन वला लाग य दरसथा रहीन वला लागA क भा यही तबितरीक ततरी सgtचनयamp पहचन क कमा करत

ही आसपस रहीन वला लागA क अनदर त पड क1 खर करन क शिलाय अपन आसपस क करकA क 0रर क1 ऊजी) अपन कय) करत

हीऔर जी हीर और दरसथा लाग हीत ही उनक शिलाय समतमिनधत 0रर क अगA क फ़डकन क कय) करत हीउनक अनदर अकसमात ही

बिवचरधार क अनदर दलाव क कय) करत हीअगर कषट भागन वला वयशिG बिकस क पतरी ही त मात कपबित ही त पतन कबिपत ही त

पतरी क और अनय समनध ही तथा उस समनध स अमिधाक लागव ही त उस समनध क अपन अपन अग क फ़डक कर सgtचन दन क

कमा यही ऊजी) करत ही यही नही इस ऊजी) क कमा बिकस भा ख0 क1 खर क भा 0रर क अगA क फ़डककर भाजीन क कमा करन

हीत हीअगर ख0 खर परपत करन वला जीतक स रही ही त सवपन क मारधवयमा स भा इस ऊजी) क दवार स सद0 परसरिरत बिकय जीत ही

सतरी क य और परष क दबिहीन अग ख0 क1 खर क परपत करन क समाय फ़डकन आरमभ करत ही और र खर क समाय सतरी क

दबिहीन और परष क य अग इस बिEय क परदरथि04त करन लागत ही

जीग) मात क भा अपन पतरी क1 सकटा क1 षदभिसथाबित माamp फ़Zरन अहीसस त ही जीत ही जी उसक सतनA माamp खजीला चलान 0र ही जीत हीपतरी

क ऊपर आन वला सकटा क अहीसस मात अपन आप माहीसgtस करन लागत ही उसक दिदला माamp चन नही आत हीऔर रत क र र सवपन

भा चलाgt ही जीत ही इस ऊजी) क परभाव बिकस परकर स अपन सद0 पहचन क कय) करत ही इसक शिलाय पgtव)कला स ही अनभाव क

आधार पर अग फ़डकन क फ़लाफ़लाA क इबितहीस चलात आ रही ही0रर क हीर बिहीसस अपन अपन परभाव तन लागत हीजीस बिकस

वयशिG क मासतक फ़डकन लागत ही त उस नZकर लागन य कमा मिमालान अथाव बिकस जीमान क मिमालान क अहीसस हीन लागत हीमासतक

क शिलाय वही चही परष ही सतरीअकसर सथान दलान य बिकरय क माकन शिसफ़टा करन क पहीला यही अहीसस हीन लागत ही नZकर माamp य

अपन वयवसय माamp सथान दलान क समाय भा यही अनभाव दख गय ही अकसर बिकस वयशिG क1 दनA भाहीamp अपन आप फ़डकन लागत ही त

उस समाझ लान चबिहीय बिक उसक र दिदन अ त गय ही और सख क समाय आन वला हीवही दधिजीस त क शिलाय भा दख था उसक दख

दर हीन वला हीसथा ही उसक हरदय माamp एक उतसही भा जीनमा लान लागत ही आखA क1 फ़डकन अमिधाकतर समाजी माamp परचशिलात हीसतरी क1

य आख और परष क1 दबिहीन आख बिकस भा सथान स फ़डकन लागत ही त उस जी भा बिपरय हीत ही उस क द0)न हीन हीत ही

लाबिकन बिवपरत अवसथा माamp अ0भात क दखन भा मिमालाकरत ही सतरी क यamp नतरी क कन क1 तरफ़ क कZन फ़डकन 0र हीत ही त

जीरर लाकषमा क1 परनतिपत हीत हीवही चही सन चदn क रप माamp ही य नगद धान क रप माamp मिमाला उस मिमालात जीरर ही यही हीला परष क

दबिहीन नतरी क शिलाय मान जीत ही आख क ऊपर क बिकसस माamp भा यही जीन जीत ही बिक अगर परष क दबिहीन और सतरी क य पलाक

फ़डकत ही त बिकस पदव क1 परनतिपत हीत ही और बिवपरत माamp पदव क अत हीत ही कनध फ़डकन माamp भागA क1 परनतिपत और बिवपरत

अवसथा माamp भागA क चला जीन मिमालात ही थाड क फ़डकन सतरी और परष क शिलाय बिकस ड डर क शिलाय मान जीत हीबिकस क1 धामाक1

य बिकस परकर स घार य हीर क वयशिG क सथा अकसमात हीदस हीन क1 खर थाड स मिमालात हीलाबिकन कणY फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp

यही उलटा हीत हीइसमाamp परशिसदधिदध और धान लाभा मिमालात दख गय ही गद)न क बिपछला बिहीसस फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp जी भा र भाव मानन

वला लाग हीत ही व हीव हीन क1 कशि00 करत हीहीAYA क फ़डकन क समाय माamp भाZबितक वसत जी हत बिपरय हीत मिमाला जीत ही पY

फ़डकन क सतरी और परष दन क भा र मान गय हीय त मार पकडत हीय बिफ़र बिकस त माamp हीरन पडत ही कख फ़डकन पर

जी अपन खस हीत ही उसस मिमालान हीत हीलाबिकन दबिहीन और य क भा खयला रखन पडत हीबिवपरत अवसथा माamp बिछडन भा मान

जीत ही दिदला क धाडकन अकसर जी भा जीनमा शिसदध कमान हीत ही उसक मिमालान क समाय मान जीत हीचही वही हीमा0 स मान जीन

वला भागवन क बिकस भा रप माamp कयA न ही माही क अनदर फ़डकहीटा अचछ भाजीन क1 परनतिपत क सक त मान जीत हीहीथाला माamp खजीलाहीटा

धान क आगमान और बिवपरत अवसथा माamp खच) करन क1 षदभिसथाबित क भा द0)त ही कमार क फ़डकन हत अचछ कमा क अनदर क छ समाय

क शिलाय बिजी हीन और द माamp सममान दन क शिलाय मान जीत ही नकषिभा क फ़डकन पबित क शिलाय पतन क बिछही और पतन क शिलाय

पबित क बिछही क रप माamp जीन जीत ही परइवटा पटा) क फ़डकन पर इषदभिचछत सथा क सथा रमाणी करन क समाय तय गय ही गद क

फ़डकन पर वहीन क लाभा हीत हीचही वही खद क मिमाला य बिकरय क वहीन स सफ़र करन क अवसर मिमालाजीघाA क फ़डकन स वसतरीA

क1 परनतिपत हीत हीघाटान क फ़डकन स घार माamp 0तरीओ क1 और वयपर माamp कमपटाnटार क उदय हीन क समाय मान जीत ही पर फ़डकन पर

बिकस नय सथान क1 तरफ़ पलायन हीत हीबिवपरत अवसथा माamp र सथान क परपत करन क सक त भा मान जीत ही पर क तला क फ़डकन

क1 षदभिसथाबित माamp अचला समपकषिK क1 परनतिपत और बिवपरत अवसथा माamp अचला समपकषिK क जीन क समाय मान जीत ही चच क मार हीन क

समाय मात क1 छत अपन आप दरबिवत हीन लागत हीचच क Ykक हीन क समाय मात क1 य छत फ़डकन लागत ही सही क समाय माamp

जीलदn असर मिमालात ही 0मा क समाय माamp दर स असर मिमालात हीलागतर फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp भाला य र परभाव पलान क नन क द

मिमालात ही एक सथा दन अग क फ़डकन भागय और दभा)गय क च माamp चलान वला हीस मान जीत ही इसक अलाव और भा सकडA

बिEययamp इस 0रर क दवार समपदिदत क1 जीत हीजी क वला य इलाषदभिकटरोक करampटा क दवार ही समभव ही कई वयशिG अगर लागतर

नकरतमाक षदभिसथाबित माamp चला जीत ही और वही र र अपन क अक ला रहीन क शिलाय परिरवर य समाजी क लागA स दर रखत ही त उस

वयशिG क शिलाय यही नकरतमाक ऊजी) क परव0 क समाय मान जीत हीइस कला माamp उस वयशिG स कई भा वत) करन पर वही खजीत ही

और अपन 0रर क समापत करन क1 धामाक1 दत ही नकरतमाक ऊजी) क 0रर स दर करन क शिलाय वयशिG क ऊपर स खन वला सद

नमाक एक माटठोn 0मा क समाय सत वर उसर करन क द घार क हीर सडक पर डलान स उसक1 नकरतमाक ऊजी) स छ टाकर भा

मिमालात दख गय ही नकरतमाक ऊजी) क एक परभाव और दख गय ही बिक वही घार क अनदर सस पहीला कला0 पद करन क करणी पद

करत हीवही वयशिG क बिकय जीन वला कमा स रधवयन भाग करत हीवही कर क छ रही हीत ही और करत क छ हीइस करणी स घार क अनदर

नकसनसमनधA क अनदर बिगड और वयपर क अनदर नकसन तथा नZकर क अनदर माशिलाक स परतणीन क असर दत हीइसक शिलाय

सही क अपन जीगन क द अपन इषट क रधवयन माamp रखकर उसक1 मानशिसक इमाजी अपन दनA हीथाA माamp दखन क द तथा जी सवर चला

रही हीउस पर क पहीला बिसतर स नच रखन क द ही कय क 0र करन चबिहीय रत क नद नही आन क1 अवसथा माamp भा सgtय|दय स

पहीला जीगन क1 बिEय क करन चबिहीयऔर जीही स भा उगत हय सgtय) क दरशय दिदखई द दखन क परयस करन चबिहीय अकसर उन लागA

क हत ही सफ़ला हीत दख गय ही जी लाग सही क उगत हय सgtय) क नदn य समादर य तला क पर दखन क1 कशि00 करत ही दन

भाजीन पgtजी और समतमिनधत वयशिG क1 भालाई क1 कमान क शिलाय जी भा उपचर बिकय जीत ही व अपरतय रप स फ़यद दत दख गय ही

दिदमाग क1 अमिधाक अ0नतिनत स चन क शिलाय पहीड यतरीयamp भा कमाय हीत ही

दन क माहीतव

अकसर जीवन मा दन क माहीतव हीमात अपन मामातव क चच क शिलाय दन करत ही बिपत अपन परषथा) क शिलाय अपन जीवन क क1 जीन

वला माहीनत क दन अपन चच क शिलाय करत हीभाई अपन हला क दन करत हीबिहीन अपन तरक स समनध नकर और समाजी

नकर अपन भाई क तरी क दन करत हीभाई अपन बिहीन क शिलाय आजीवन अपन सहीयत और 0शिG क दन करत हीड हीकर

चच अपन मात बिपत क वदध हीन पर उनक1 दख रख और भाजीन क दन करत हीपतन पबित क रबित सख परदन करत हीअपन दवार

पबित क शिलाय बिनसवथा) भाव स भाजीन और पबित सख और आय वदधिदध क परबित पgtजी पY करत ही आग क शिलाय व0 चलान क परबित अपन

कमान क समारतिप4त करत ही ह अपन सवथा) क तयग कर पबित क क ला मा 0बित और समपननत नन क परबित अपन जञोन क दन करत

हीदमाद अपन हला और सममान क दवार अपन ससरला जीन क मान ढान माamp अपन 0शिG क दन करत ही क छ लाग अपन

वयवसय सथान पर Y कर रसत तकर अपन जञोन क दन करत हीक छ लाग पयसA क शिलाय पयऊ खलावकर धामा)0ला नव कर लागA

क जीवन क सद गमाt स चन क शिलाय अपन हला क दन करत ही हीक1कत मा दख जीय त यही 0रर ही दन स और दन क शिलाय

न ही एक वयशिG एक लाख रजीन कमा रही ही लाबिकन वही अपन शिलाय मातरी क छ सZ रपय माamp अपन पटा भार लात हीऔर क1 क धान

वही अपन परिरवर क शिलाय जीमा करत ही बिक वही अपन सतन क शिलाय इतन इकटठो कर द बिक उसक द उसक1 सतन बिकस क1 माहीतजी

नही रही और वही सख रही लाबिकन इस सख रखन क करणीA माamp माही पद ही जीत हीयही माही करन ही उसक1 भाgtला ही और इस माही क

चककर माamp 0रर स क1 जीन वला माहीनत दन सवरप न हीकर माही क जीजीला माamp चला जीत ही मात न अगर पतरी क जीनमा दन क द यही

सच शिलाय बिक उसक पतरी ड हीकर उसक1 पलान करगउसक1 सव करगउसक शिलाय ह लाकर उसक1 आजञो क पलान करवयग त

मात क यही माही उस समाय कर ही जीत ही जी लाडक ड हीत ही और अपन माजीt स 0दn बिववही करन क द अपन घार अलाग

स लात ही मात अपन पतरी क सहीर रहीन क करणी और अपन शिलाय क छ न चकर क वला पतरी क शिलाय ही स क छ करन क द जी पतरी

पस स बिनकला जीत ही और पतन क शिलाय सचन लागत ही त मात क वही पलान पषणी स लाकर पढान शिलाखन और सभा सधान पतरी क

शिलाय जीटान क परबित कर ही जीत ही उस समाय मात और पतरी क च तनतन चलात ही और ह जी दसर घार स आय ही उसक अनदर

यही भावन घार कर जीत ही बिक मा क वला टा स धान क माही करत ही और टा मा क कही पर चलात ही उसक1 त क नही सनत हीइस

परकर स तकरर ढा कर ड तकरर न जीत हीटा न त मा क छड सकत ही और न ही पतन क छड सकत हीपतन क पस द

रसत हीत ही एक अपन मात बिपत क और दसर कनgtन कलाबिकन मात क पस एक ही रसत हीत ही वही हीत ही अपन पतरी कह य

त अपन मात बिपत स परतणीन दिदलावत ही अथाव कनgtन क सहीर लाकर मात बिपत क जीय भाजीन और सहीयत दन क जीला क1

हीव दिदलावन क कमा करत हीटा क समान द ही रसत हीत ही य त वही ह क लाकर अलाग रहीन 0र कर द य ह क तलाक दकर

बिफ़र स मात बिपत क कहीन माamp चलान लागउस दसर सधान ही सही लागत हीलाबिकन इन स क पछ जी था वही मात क लाभा ही थाअगर

मात न बिपत क सथा मिमालाकर पहीला स ही पतरी क1 शि0 क द उस जीबिवक क सधान दकर अलाग कर दिदय हीतऔर ह क पहीला स ही

अलाग करन क मानस न शिलाय हीत त जीला जीन क1 य परतकषिणीत हीन क1 समासय ही नही आतयही स माही क करणी ही मान जी

सकत हीजी पलान पषणी मा कई माही नही थाअगर उस समाय माही हीत त डकटार क पस चच क मार हीन क द नही ला जीय

गय हीतशि0 क सथानA माamp एडमिमासन नही करवय गय हीतसद गमाt क समाय माamp उस कपड और रहीन क सथान क दसत भा नही

करवय गय हीतलाबिकन जीस ही वही कमान लायक हआ और मात क अनदर माही न जीनमा ला शिलाय

दन माamp माही और अहीमा क तयग

दन करन क शिलाय माही क तयग जीरर हीमाही क करन स भाजीन क दन नही बिकय जी सकत हीभाजीन ही खgt सर रख ही लाबिकन दन

करन क जी तभा नही करग जी यही माही पद ही जीयग बिक कला भा इस भाजीन क इसतमाला करन हीलाबिकन जी वही रख हआ भाजीन

बिकस जीव जीनत य माZसमा क1 खर स कर ही गय त मान माamp उस खर भाजीन क फ़amp कत समाय सतप हआयही सतप त नही हीत

जी उस भाजीन क बिकस मागन वला वयशिG क आरमा स खिखला दिदय हीत और वही भाजीन स तपत हआ वयशिG क छ और भा दकर जीत

जी सतप स कई गन ढा कर हीत और आग क अचछ र समाय माamp कमा भा आत दन क रप अलाग अलाग समाय माamp अलाग अलाग रप

धारणी कर लात ही दन क शिलाय मागन वला क छटा और दन वला क कभा ड नही समाझन चबिहीय यही कथा वमान अवतर स शि0

दत ही पबित क पतन क शिलाय दिदय जीन वला वचन जी दन क ही रप ला लात हीकभा भाgtलान नही चबिहीयसमाय क दलान पर दिदय

हआ वचन बिकतन ड रप ला सकत ही इसक उदहीरणी रमाचरिरत मानस माamp दसरथा और क क ई क1 कथा स समाझ जी सकत ही वमान

अवतर माamp भागवन न ववन अगला क रप माamp पgtर पथव आक0 पतला सभा तन पग माamp नप शिलाय था और रजी शिला क ऊपर आधा पग क

कजी) ही छड दिदय था उस परकर स रजी दसरथा क दवार क क ई क दिदय गय द वचन शररमाचनदर जी क शिलाय चZदही वष) क वनवस क

करणी न थाऔर पतरी बिवयग माamp रजी दसरथा क1 मातय क करणी न था इनक अनदर भा माही क रप क वला अहीमा क रप माamp थाअगर

रजी शिला क यही अहीमा नही हीत बिक यही ववन अगला क पबिडत कय ड माग लागत कजी)ई नही नतऔर रजी दसरथा क वही अहीमा

बिक जी चहीampग तभा द वचनA क1 पgtरतित4 कर दampगइसमा कय ड ही त इतन ड हीबिन नही भागतन पडत

दन क तन परकर 0ररधान और बिवदया

अकसर वयशिG तन तरही क दन क शिलाय हीमा0 रधवय हीत ही0रर दनधान धान और बिवदया दन 0रर क दन परष और सतरी दन

मिमालाकर सतन पद करन क दवार दत हीऔर वही 0रर ससर बिहीत क शिलाय हीत ही य अबिहीत क शिलाय यही उनक पgtव) कमा| और ससर क1

आवशयकत क अनसर हीत ही धान क दन परष और सतरी पहीला अपन परिरवर क पषणी और ससर बिहीत क कमा क शिलाय दन करत ही

वही भा परष और सतरी क अपन अपन भावA क अनसर मान जीत ही बिवदया क दन क शिलाय कभा ड य छटा क भाद नही मान जीत

हीजीस बिकस कमा क करन क शिलाय जी वही कमा समाझ माamp नही आत ही त एक छटा चच अपन दधिदध स उस कमा क करन क शिलाय

अपन मात दत ही वही बिकस ड स ड माहीरथा और जञोन आदमा क दिदमाग स पर त मान जी सकत ही दधिजीस परकर स लाक धराव न

अपन मात क परशन क उKर क अनसर जीगत बिपत क ही अपन बिपत मान था और वन माamp जीकर तपसय करन क शिलाय पच सला क1 उमरो

क चन था और कमा स कमा उमरो माamp उनहीन जीगत बिपत क द0)न परपत कर शिलाय थाभाG परहीलाद न अपन बिपत क जञोन क तचछ समाझ था

और शर हीरिर क चरणीA माamp अपन मान लागकर ड स ड आफ़तA स अपन क च शिलाय था

0रर दन क करकतव

0रर दन क शिलाय सतरी और परष क समाजी क अनसर एक शरखला नकर चलान पडत ही उस शरखला क अनदर ही 0दn बिववही रबित

वयवहीर और समादधिजीक बिनयमाA क मान जीत ही अगर इन तA क नही मान जीत ही त मानय और प0 क अनदर भाद ही कय रही जीत

ही रबित नबित क अनसर दिदय गय 0रर दन दिदय गय दन क ड रप हीत ही और समाय समाय पर अपन नमा और कय) क इबितहीस माamp

शिलाख जीत ही कई भा परष बिकस भा सतरी क1 तरफ़ आकरतिष4त तभा हीत ही जी उसक अनदर कमा वसन क सचर हीत ही लाबिकन वही

अगर समादधिजीक बिनयमाA क अनसर अपन कमावसन क 0त करन क शिलाय उपयG सतरी क नही परपत करत ही त वही दिदय गय 0रर

दन य त कgt ड क ढार मा जीत ही अथाव वही अगर बिकस परकर स च भा गय त समाजी और ससर क शिलाय कभा भा अबिहीत क करणी

न जीत ही 0रर दन क शिलाय समादधिजीक बिनयमाA क शिलाय कथा कही जीत ही बिक 0क सवत क बिवEमा समवत क द क मान जीत

हीबिवEमा समवत क द जयबितष 0सतरी माamp परवणी एक जयबितष क यही पत लाग बिक अमाक समाय माamp सतरी क सथा माथान करन क द अगर

सतन क1 परनतिपत हीत ही त वही ससर माamp अपन नमा लाकर हीमा0 क शिलाय चलात रहीग लाबिकन जी उस जयबितष न दख बिक समाय उस

रत क ही और उसक1 पतन बिकस नदn क पर रहीत हीवही जीलदn जीलदn नदn पर करन क शिलाय क वटा क पस गयक वटा न दख कई हत

ही जीरर त ही और उस त क जीनन क शिलाय जी क वटा न अपन दधिजीजञोस क जीबिहीर बिकय त जयबितष जी न अपन त क उसस

त दिदय क वटा चलाक था उसन सच बिक जी इतन माहीतव पgtणी) ही और वही अपन नव क चलाकर और नव स बिकय जीन वला कय) स

ससर माamp नमा नही चला सकत ही त उस अपन सतन क इस कमा क शिलाय परयग माamp लान चबिहीय उस क वटा क जीवन और खgt0gtरत

कनय था उसन जयबितष जी क समान परसतव रख दिदय बिक रत क अनधर ही गय ही और वही रत माamp नव क नदn माamp नही ला जीयगअगर

यही माहत) जयबितष जी क परयग माamp लान ही त उसक1 कनय स गधाव) बिववही करन क द उस माहत) क परयग माamp ला सकत हीजयबितष जी

तयर ही गय और उस रत क जयबितष जी न उस क वटा क1 कनय स गधाव) बिववही करन क द गभा)धान क पgtणी) बिकय उस कनय स जी

पतरी परपत हआ वही 0क नमा स जीन जीत ही यही कथा रमायणी माamp माकररधववजी क र माamp कही जीत हीजी हीनमानजी लाक क जीलाकर

पसन स तर तर समादर माamp कgt द त उनक पसन क एक माछला बिनगला गयउस बराहमचर पसन क अनदर वय) क कणी थाउनही कणीA स

माछला क जी सतन हय वही माकररधववजी क रप माamp हय और उस पतला क रजी अबिहीरवणी क दवारपला क1 सव क अवसर मिमाला रमा

लामाणी क जी अबिहीरवणी शिला दन क शिलाय पतला लाक ला गय त हीनमानजी क पहीला दवारपला क रप माamp तनत माकररधववजी स ही

माकला करन पडद माamp पत लाग बिक वही उनही क1 सतन था 0रर दन क शिलाय समाजी क बिनयमा हत ही माहीतव रखत ही जीस एक

करगर बिकस कला क जीनत ही और आग आन वला चच उस करगर क1 कला क अपन परिरवर और घार क अनदर ही चपन स दखत

रहीत ही त व उस करगर क1 कला स वबिकफ़ हीत जीत ही उन चचA क कही अनय सथान पर जीकर शि0 नही लान पडत और व उस

कला क और अमिधाक बिवकस करन क द आग स आग परयग माamp लात जीत ही त उस कला क बिवकस अपन आप हीत चला जीत ही

उस परकर स समाजी और वणी) वयवसथा क अनसर जी 0दn बिववही बिकय जीत ही त हीन वला चच उस समाजी क अनदर अपन क

अपन आप ढालात चला जीत हीऔर जी कय) य वयवसय अथाव ससकर उनही मिमालात ही उनही क अनसर व अपन क न लात ही लाबिकन

0रर माही और रप आदिद क लाभा माamp जी समाजी स अलाग बिकस परकर स 0दn समनध बिकय जीत हीत कमाकत क अनत हीन क द

जी रप और 0रर माही क भरामा टाgtटात ही त अलाग समाजी माamp बिकय जीन वला रिरसत टाgtटात ही और अगर उन रिरसतA क अनदर कई सतन ही

गय ही त वही अपन बिपत और मात क अनसर ही अपन क नन 0र करग इस परकर स वही पद हीन वला सतन न त इधार क1 रही

और न ही उधार क1इस परकर क1 सतन क भाटाकव क रसत मिमालात ही और वही दर दर क1 Yकरamp खन क शिलाय माजीgtर ही जीत ही

अथाव उस समादधिजीक बिनयमाA स नफ़रत हीन क करणी वही समाजी स अपन परन बिहीस क चकन क शिलाय आतकवदn जीस नबितयA माamp

जीकर मानय और समाजी क दद) नही समाझन क करणी हीतय जीस जीघानय अपरधा करन 0र कर दत ही अकसर यही त उन परिरवरA माamp

भा मिमालात ही जीही तमिसतरीय आधाबिनकत क चककर माamp अपन क कषिणीक सख क शिलाय अनय माद क1 कमाकत क शि0कर ही जीत ही और

उनस पद हीन वला चच समाजी और परिरवर क तक माamp रखकर घार और परिरवर क ही लागA क शिलाय आफ़त क करणी न जीत

हीअकसर इस परकर क चच खgtन क समनध नही हीन क करणी अपन परिरवर क सदसयA क परबित दय य परमा भाव नही रख पत ही और

उस परकर स सचन चलाgt कर दत ही जीस बिक उनक कमाक बिपत क सचन हीत था

सस ड दन दय ही

मानय क अनदर दय क दन सस ड दन मान जीत हीकही भा गय ही बिक दय धामा) क माgtला ही पप माgtला अकषिभामान दधिजीसक अनदर दय

हीत ही वही रसत चलात क भा सहीर दन जीनत ही और जी सहीर दिदय जीत ही वही भा एक तरही क माहीदन ही हीत ही वही दय चही

मानय क परबित ही य जीनवर अथाव जीव जीनत क शिलाय वही दय ही सस ड दन मान जीत ही भागवन स भा परथा)न क1 जीत ही बिक

दय कर दन भाशिG क हीमा परमातमा दनदय क शिलाय बिकस क खजीन नही पडत बिक हीमा दय बिकसक सथा करन ही रसत माamp य घार

क अनदर दय क दन करन क शिलाय हीजीरA दय क परपत करन वला लाग मिमाला जीयampगऊपर त कर आय ह बिक दय मात चच क सथा

भा करत ही 0रन सभा जीवA क मारन क शिलाय मान जीत ही और अपन चच क वही नही मारत बिलला अपन चच क सथान दलान

क समाय ड ही मालायमा तरक स दतA क च अपन चच क दत ही और सथान दला दत ही माद बिचछgt अपन चचA क अपन 0रर

ही दन कर दत ही मानय अपन चच क पलान पषन स लाकर ड हीन तक उस पर दय क भाव ही रखत ही चच क ऊपर स बिगरन

स लाकर लाखA करणी नत रहीत ही जी चच अपन बिववक क खयला नही रख पत ही और जीखिखमा माamp रहीत ही त परिरवर क सदसय उस

चन क शिलाय हीर समाय खयला रखत ही जी वही चच समाजी क समान आत ही त समाजी वला लाग उस र आदतA स चन क शिलाय

बिनगही रखत हीलाबिकन कभा कभा जीनgtझ कर वही चच गलत करत ही त उस सजी दिदलान क नमा पर पशिलास य घार वलाA क1 भा

सहीयत ला जीत ही दय क रप यतरी करत वG बिकस सथान पर बिनवस करत वG य परिरवर माamp रहीन क उपरनत मिमालात ही समाजी माamp

दय क नमा पर समाजी क वयशिG क नZकर आदिद क मामाला माamp दय करन पर लाग रजीनबित भा करन लागत ही जीस आजीकर जीटाA क

आरणी क मामाला माamp दय क भाव समाझ माamp आ रही ही रजीनबित क अनदर दय क भाव दिदखव क रप माamp भा मिमालात ही जीस वर

माषदभिसजीद क हीटाकर रमा मादधिनदर य रमा मादधिनदर क हीटाकर वर माषदभिसजीद क मामाला माamp अलाग अलाग समादयA क नतओ क1 दय दिदखन क

मातला सफ़ समान ही बिक एक कहीत ही नन नही दampग और दसर कहीत ही नकर रहीampग दय दिदखव और सवथा) क शिलाय भा क1 जीत

हीजीस बिकस वयशिG क पबिहीनन क शिलाय कपड दिदय जीत ही और द माamp जी भा कई समादधिजीक त हीत ही य समादधिजीक वयशिG समान

हीत ही त कही दिदय जीत ही बिक यही कपड त हीमान इस पबिहीनन क शिलाय दिदय ही इस परकर क1 दय दिदखव हीत हीऔर उस दय क

कई माgtलय भा नही हीत ही अगर बिकस क खन खिखला दिदय ही त समान वला क माहीसgtस भा नही ही बिक खिखलान वला खद क आदमा था

य कई परयअगर उसन माहीसgtर कर शिलाय बिक खिखलान क द उस दय क टिढा4ढार पटा जीयग त उसक1 अनतरतमा उस खन क दला

माamp दिदय जीन वला आ0व)द क1 जीगही शरप और दन चलाgt कर दगदरवजी पर मागन वला क सथा अमिधाक दय करन क मातला ही बिक

अपन क लाटा Yनअमिधाकतर लागA न भाख मागन क धानध न शिलाय ही जी उनही कई माटा आसमा दिदखई दत ही त तरही तरही क

करणी नकर दय क पतरी न जीत ही और मान चही लान क द उस 0र क और अनय तरफ़ क पप कमा) माamp खच) करत ही इस

परकर स दिदय जीन वला दन दय क दन त दन वला क शिलाय मान जीत ही लाबिकन दधिजीसन दय क भाव क परपत बिकय था उसक अनदर

चलाक1 क भाव आन स दय और चलाक1 दन मिमालाकर दन दन वला और लान वला क शिलाय अबिहीत क करणी ही न गय जी दन

दिदय गय था उसक द उस दन क परयग कई अपन घार खचu क शिलाय करत ही त Ykक हीलाबिकन क Ykक ही जी वही खद कमान स

असमाथा) हीउस बिकस परकर क1 बिवदया नही आत ही वही 0रर स अपबिहीजी हीवही बिकस भा तरी माamp बिवकस नही कर सकत ही त दय करन

कर क1 त नही ही लाबिकन दय करन क उपरनत अगर कई वयशिG समाथा) हीत हय भा कमान क1 इचछ नही करत ही दिदमाग अथाव

0ररिरक शरमा स चन चहीत ही और उस दय क नमा स कमान क द बिफ़जीgtला खच) करन क1 आदत ही गय ही त वही दय नही मिमालान क

द अनय चलाबिकयA स कमान क1 सचग अकसर दय क नमा स मिमालान वला धान क लाग ड र तरही स खच) करत ही यही सतय बिनयमा

ही बिक कमान और खच) करन माamp जीमान आसमान क अनतर हीत ही कमान त हीर कई जीनत ही लाबिकन खच) करन हीर बिकस क पत नही

हीत ही कमान क अनसर अगर खच) बिकय जीय बिकस परकर क अहीमा माamp आकर अगर खच) बिकय जीत ही त कमान और माहीनत करन

भा कर ही मान जीत ही हीर मानय क बिनयमा हीत ही बिक वही अगर ईTर क1 क प स ससर माamp अवतरिरत हआ ही त वही मानव कलयणी

क1 भावन क अपन मान रखकर दय कर तथा) सथानA माamp बिकय जीन वला तभा समाथा) ही जी उस सथान माamp रहीन वला लाग जी क वला दसरA

क1 दय पर ही बिनभा)र ही उनक शिलाय दन क रप समाझ कर दन बिकय जीय अकसर कर क दन कर मा ही चला जीत ही इस त क

और अचछn तरक स समाझन क शिलाय भारत क परशिसदध धामा रमाTरमा धामा क1 ही त ला लादधिजीयवही धामा क वला आन वला तथा) यबितरीयA

क1 क प पर ही बिनभा)र हीअगर कई तथा) यतरी नही आय त वही क लाग भाgtखA मारन क1 कगर पर आजीयampलाखA लागA क वयवसय आन

वला तथा) यबितरीयA क रहीन खन तथा वही क1 परशिसदध वसतओ क चन हीलाबिकन दधिजीसक अनदर दधिदध क बिवकस ही वही वही पर नही

रहीत ही और अपन अनसर अपन औकत तथा बिवदया क ढात चला जीत हीडकटार कलामा सही भा वही क पद हीन वला माहीपरषA

माamp एक मान जीत हीउनहीन अपन बिवदया क परयग करन सख शिलाय और भारत जीस रषटर क सव|चच पद पर आसन भा ही गय जी बिक

उनक परिरवर वला आजी भा समादर स बिनकलान वला सप 0ख और अनय समान क वयपर करन क द अपन जीबिवक चला रही ही उनक

घार क पस माamp आजी भा झपड नमा न हय माकन उनक परिरवर क1 षदभिसथात क त रही ही इस परकर स दय क रप अपन बिवकस क

शिलाय अगर बिकय जीत ही और अपन अनसर ही बिकस गर क पलान क दिदमाग परयग माamp लाय जीत ही त वही दय सचच दय हीइस

दय क अनदर एक करणी और नत हीबिकस क शि0 क दन करनयही भा एक हत ड दन ही और दय क अनदर ही इसक1 औकत

ही ससर माamp दय क करणी चलान वला एन जी ओ आदिद क रप भा समाझ जी सकत ही जी ससथायamp अपन कमा करन क द लागA क

आग ढान क शिलाय अपन तन मान और धान स आग चलात ही व अपन नमा करत चला जीत ही लाबिकन लाभा माamp आन क द और उन

ससथाओ क1 दZलात अगर धान कमान क भाव मान क अनदर आय त वही दय क भाव स अलाग ही जीत ही उस भाव स अलाग जी परभाव

हीत ही वही अमिधाक धान कमान क1 लालास और उलटा सधा करणी नकर और सखययA क जीड ही रही जीत ही जी भा कमा लाभा क

करणी बिकय जीत ही व सभा कगजीA माamp त बिकय जीत ही लाबिकन धारतला पर क छ भा नही हआ हीत हीक छ ससथायamp इस भाव क और भा

अलाग अलाग तरक स धान कमान क शिलाय परयग मा लात हीजीस बिक एक धानवन क अपन सफ़ द धान क कला धान मा परिरवरतित4त करन ही

त वही पहीला इस परकर क1 ससथाओ क दन माamp माटाn रकमा ददग और द माamp उस ससथा स शिलाय जीन वला दन वपस लालागइस परकर

स जी टाकस आदिद माamp चत हीत ही वही ससथा क शिलाय न रहीत हीइस तरही स सरकर और जीनत क सथा धाख ही मान जी सकत ही

और इस परकर क1 ससथायamp जीही भा चलात ही उनक उददोशय मातरी दय क नमा पर गरख धानध करन ही मान जी सकत हीउनहीन अपन

पलानर नZकर पर रख हीत ही और उन पलानर और धान क लाख जीख तयर करन वला चटाuड एकउनटाampटा क1 दZलात व अपन कमा करत

रहीत ही इस परकर क1 दय स भा चन चबिहीयऔर जी भा कमा करन ही अगर हत ड रप माamp करन ही त अपन दवार ही बिकय जीय

और छटा रप माamp करन ही त भा अपन दवार ही बिकय जीय वही दय क दन सस उKमा मान जी सकत हीअगर शि0णी ससथाओ क

बिवकस करन ही त अपन नमा क कभा उपयग नही करन चबिहीयजीस बिक अकसर लाग अपन दद बिपत मात आदिद क नमा स ससथा

क खड कर दत ही और उस चलाकर नमा कमान क1 कशि00 करत ही यही ससर बिवशिचतरी ही यही एक परक बित क लाग नही हीकभा कई

सहीर लान क नमा पर आकर बिगडबिगडयग और सहीर मिमालान क द वही खद क 0र क1 भाबित नकर शिलाय गय दन क रद करन क

अलाव उस ससथा क भा गला दग दधिजीस भाव माamp बिकस क सवथा) आकर टाकर जीय उस भाव माamp बिकय जीन वला दन य दय कर ही

मान जी सकत ही जीस बिकस न अपन गनतवय क शिलाय रसत पgtछऔर तन क दला मा अगर कई धान क दत ही त वही दय य दन

क रप नही हीत ही दन क रप माamp बिकस क गनतबय क तय जीन वला रसत भा दन क ही रप ही जीत ही अकसर रजीन बिकस

क बिकस न बिकस परकर क1 समासय मिमाला जीत ही और वही समासय स सलाझन क रसत बिकस स पgtछत हीऔर तन वला उस सही

रसत त दत ही त वही समासय स छ टाकर परपत कर लात हीयही भा तय गय उपय और तय जीन वला वयशिG क शिलाय दन क ही

रप मान जीत ही आजी क यग मा अगर इस त क सधा सनत क शिलाय दख जीत ही त जी सनत दकषिणी क लाकर और अपन शि0य

नकर अगर जञोन क दन दत ही त वही दय क1 शरणी माamp नही आत ही वही एक माही और अपन क उचच दिदखन क अहीमा माamp 0मिमाला ही

जीत ही दिदय गय रसत और दिदय गय जञोन अगर दिदय जीन वला वयशिG क1 जीनपबिहीचन क1 समा माamp आजीत ही त भा दय और दन

क1 शरणी माamp नही आ सकत ही जीस एक पतरी अपन बिपत स क छ जीनन चहीत ही त बिपत क दवार तय गय उKर दय य दन क1 शरणी

माamp नही आयगयही अपनतव क1 भावन माamp आकर और माही क दवार जञोन क दिदय मान जीयग लाबिकन वही चच अगर रसत चलात बिकस

वयशिG स पgtछत ही और वही वयशिG उच चच क नही जीनत ही त वही दिदय गय जञोन और दय क भाव दन क1 शरणी माamp 0मिमाला ही

जीयग बिकस सडक पर जीन क शिलाय अगर द रसतA क च माamp एक सइन ड) क लाग दिदय गय ही और उस पर सही रसत पर जीन क

कथान शिलाख ही त वही ड) दधिजीसन लागवय ही उसक शिलाय दन क सधान मान जीयगलाबिकन अगर उस ड) क इस परकर क लागवय

गय ही बिक उसक अनदर पस डलाकर रसत क जञोन शिलाय जीय त वही कमान क सधान मान जीयग अकसर कई ससथायamp अपन अपन

अनसर लागA क1 शिचबिकतस क शिलाय अपन अपन अनसर क मप लागत ही वही पर सधारणी जीनत क शिलाय चविक4ग और दवइयA क बिवतरणी

बिन0लक बिकय जीत हीलाबिकन अगर उस ससथान अपन नमा क परचर जीर 0र स बिकय ही और अपन नमा क सथा डकटारA क नमा और

बिवतरिरत क1 जीन वला दवइयA क लाख जीख सक सनय ही त वही बिकय जीन वला सव क भाव नमा और अपन अहीमा परकटा करन

क तरक मान जीयगइस परबितसपधा) क रप भा दिदय जी सकत ही बिक अमाक ससथा न इतन धान इस शिचबिकतस क शिलाय खच) बिकय था

जी उस ससथा न इतन धान खच) बिकय ही यही त अकसर बिकय जीन वला भाडर क शिलाय भा मान जी सकत हीबिक अमाक आदमा न

अमाक सथान माamp इतन लागA क भाजीन करवययही त उस आदमा क शिलाय दन माamp नही सतिलक अहीमा क1 शरampणी मा 0मिमाला ही जीयगलाबिकन

वही आदमा अगर अपन क दिदखव स दर रखन क द भाजीन करवत ही त वही दन और दय क1 शरणी मा बिगन जीयग

दय धामा) क माgtला ही पला माgtला अकषिभामान

जीव जीनत और जीनवरA क अलाव मानय क शिलाय जी उKमा दन क1 और दय क करणी ही व द परकर क मान जीत हीएक सव|Kमा और

दसर अधामा अगर ससर माamp भाजीन और पन नही ही त ससर क दिटाक पन असमभव ही भाजीन और पन क मिमालान स कई भा जीव

जीनत और मानय बिवकटा स बिवकटा परिरषदभिसथाबित माamp दधिजीनद रही सकत ही इन दन क नही मिमालान स बिकतन ही धान दZलात और माय ही कई

नही दिटाक सकत ही दय क शिलाय सतरी और जीवA क सथा गय दय क1 हीमा0 पतरी ही इन करकA क रधवयन माamp रखकर बिकय जीन वला दन

और दय ड ही कमा क1 हीत ही भाजीन और पन क सधानA क दन बिकस भा ससथा क दवार बिकय जीत ही त वही दन सव)शरषठा शरणी

क मान जीत ही सतरी और गय क ऊपर क1 जीन वला दय हीमा0 पणय क दन वला हीत ही सतरी और गय क ही कयA दय क शिलाय

मान जीत ही त बिवदवाजीनA क समाझन चबिहीय बिक सतरी बिकतन ही बिनरक 0 ही उसक अनदर हीमा0 मामात क1 भावन रहीगसमाजी बिकतन

ही उसक सथा अनचर कर वही अपन भावकत क ला पर दधिजीनद रहीन क1 मात रखत हीजी भा कमा आत ही त क वला सनतन पलान

पषणी और अपन सवजीनA क1 र क शिलाय मान जीत ही एक डयन भा अपन चच क सभाला कर रखत ही इस कहीवत क अथा) तभा

मान जी सकत ही जी डयन क सथा भा मामातव क वयवहीर नकर रख जीय गय क दय क1 शरणी माamp परन समाय स क वला इसशिलाय ही

मान जी सकत ही बिक उस क छ भा खन क द लाबिकन वही दग दधा हीवही कभा अपन चच क पस बिकस अनहीन क त तक नही आन

दग जी तक उसक1 जीन रहीगदधिजीस जीव क अनदर इतन अपन चच क परबित दय ही और वही अपन दय क करणी अपन 0रर क भा

समापत करन क1 इचछ क रखउसक सथा Egt रत करन पgtर तरही स अमानषत क1 शरणी माamp आजीत ही सतरी क भागय समाझ कर और

उसक सथा भागA क सख लाकर माथान और पच माकर क परयग करन क द बिकतन ही उस परतकषिणीत बिकय जीयग वही हीमा0 अपन पबित

और परिरवर क शिलाय समारतिप4त रहीग समादधिजीक नधन हीA य 0रर क नधन वही अपन भावनतमाक आव0 माamp सभा क समापत कर सकत

ही लाबिकन इस कलायग क इन दन क सथा ही सस ड अनचर ही रही ही हीत मा आय भाgtकमप स ससर क अनदजी लाग लान चबिहीय

बिक इस द0 क माख वयपरिरक समनध अमारिरक स ही और यही पर ससर क सस अमिधाक एड क मारजी हीयही क बिनवशिसयA क माखय

खन गय क मास हीऔर यही रिरसत नमा क1 चजी समाझ माamp नही आत हीयही तक बिक भाई बिहीन क रिरसत भा अजी ही हीत हीमाथान

0र और मारकटा क करणी यही द0 गर द0A क1 शरणी माamp आत हीअकसमात भाgtकमप आय और एक लाख स अमिधाक वयशिGयA न एक

णी माamp ही अपन जीन गव दnयही तक बिक रषटरपबित क माहीला भा पत नही लाग बिक वही कही गय गय और सतरी क सस अमिधाक

परतणीन इस द0 माamp मिमालात ही यही तक बिक इस द0 माamp भाgtकमप आन क द लागA क1 जीन क1 र त करन दर यही पर सहीयत क शिलाय

जीन वला लागA क भा लाgtटा जीन लागजीस ही भाgtकमप आय दन क1 रशि0 इकटठो करन क शिलाय करडA ससथायamp एक दमा अपन अपन

अनसर समान आन लागयही क वला बिकय जीन वला पपA क करणी ही

गरहीA क 120 गणी

लागन अगर-

माष ही त आदमा क चच ही

वष ही त धान क1 मा0न ही

मिमाथान ही त टालाफ़न ही

कक) ही त भावन क1 पबिडय ही

सिस4ही ही त अहीमा भार हआ ही

कनय ही त कजी) दशमान मार स मिघार ही

तला ही त हीर त माamp फ़यद सचन वला ही

वकषिeक ही त भाgtत क सरदर ही

धान ही त प दद क1 त करन वला ही

माकर ही त चZस घाटा कमा ही कमा ही

क मभ ही त जीलदn रिरसत न सकत ही

मान ही त हीमा0 माZन रहीन वला ही

लागन स सgtय) अगर-

पहीला भाव मा ही त अहीमा भार ही

दसर भाव मा ही त चमाक क आग क छ दिदखई ही नही दत

तसर भाव मा ही त नतगर पहीला ही

चZथा भाव मा ही त रजीनबित वला सच ही

पचमा भाव मा ही त परिरवर मा ही रजीनबित करन वला ही

छY भाव मा ही त प क नZकर समाझत ही

सतव भाव मा ही जीवन सथा क गलामा ही

आYव भाव मा ही त चर दिदला क मारजी ही

नव भाव मा ही त धामा) स भा कमान वला ही

दसव भाव मा ही त सभा कमा नतगर स बिकय जीत ही

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 15: केतु

अषटमा भाव माamp धा

लाम उमरो हीत हीसनदर पतन य पबित हीत हीत क भारस नही हीत हीखत क कय) माamp बिनपणीत हीत हीजीस गवन आदिदनयय

करन क अनदर ईमान क समाव0 हीत हीवयपर स लाभा क वला दलाला वला कमाA माamp हीत ही

नवमा भाव माamp धा

दधिदधमान हीत हीतथा)टान करन क1 कमान हीत हीअपन समाजी माamp त रखन वला हीत ही कबिव गन बिवदया माamp बिडगर य बिडपलामा हीत

हीनयय यतरी करवन वला कय क मानस रहीत ही बिवद0 लागA और अगरजी माamp अचछ जञोन हीत ही

दसमा भाव माamp धा

रजी यग क करणी नत हीअलपय हीन भा मान जीत हीमात क1 बिहीन स सवभाव मिमालात जीलात हीबिपत क परबित वफ़दर नही हीत

हीखद क कमाA क खद क परयसA स ही खतमा करन क1 भावन न जीत ही

गयरहीवamp भाव माamp धा

लाभा माamp अपर समपकषिK क1 कमान हीत ही बिपत क1 जीयदद मिमालात हीछटा भाई बिहीन स सनही हीत हीमात क शिलाय कषटकर हीत

हीशि0 और मानरजीन माamp अमिधाक रधवयन रहीत ही

रहीवamp भाव माamp धा

बिवदवान धामा)तमा सवभाव हीत हीबिकस भा भाष क पकडन क1 मात हीत हीदवय जञोन क1 जीनकर हीत हीसमाजी माamp गणी मान जीत

ही0सतरी क अचछ जञोन हीत ही आलास 0रर हीत ही

धा समनध अनय बिववरणी

धा गरही स समतमिनधत रगउनक 0मान हीत धारणी करन क1 बिवमिधा गरही 0नतिनत क शिलाय दन तथा धा गरही स समतमिनधत वयपर और नZकर

आदिद क बिववरणी इस परकर स ही-

दन

धा क क परभाव माamp दिदय जीन वला दन आशलष जयषठा और रवत नतरीA माamp सवय क जीन क रर हीर माgtग हीर वसतरी फ़ला हीर मिमाYई कस

पतला हीथादत पनन सवणी) कपgtर 0र षटारस भाजीन घा फ़gt ला आदिद दन माamp दिदय जीत हीदन शरदध पgtव)क दकषिणी सबिहीत बराहमणी क सकलप

पgtव)क धा गरही क नतरी कला माamp करन चबिहीय

वयपर

कसदकर शिसलाई मा0न क वयपर वनसपबित घा क वयपर कड खन क वयपर परचन वसतओ क सगरही करन क द चन क

कय) खला और खला आदिद क समान क वयपर करन Ykक मान जीत ही

नZकर

मातरीपद बिवधायक पद परततव बिवभाग क पद लाइबरार क कमा 0टा)हीampड टाइविप4ग क कमाampक क कमा एकउनटाampस क कमा इनकमा टाकस क1

नZकर डकतर बिवभाग माamp कमा जयबितष क कमा हीसतरख और 0यर जीर क कमा करन चबिहीय

जीव जीनत और मानय पड पZधाA फ़लाA आदिद सभा माamp करampटा हीत हीनयgtनतमा य अमिधाकतमा पड पZधा और जीव जीनत क1 उमरो क अनसर मान

जीत हीयही करनटा मिमाला एमपयर क1 नप माamp हीत ही0रर क1 गबितपड पZधाA क अनदर हीन वला गबित जी हीव य धाgtप क1 अमिधाकत स

हीत हीबिवदयात उतपदन क शिलाय मान जीत ही भाजीन करन पर 0रर माamp आलास आन इस त क दयातक ही बिक 0रर माamp नन वला ऊजी)

क बिवकस नय शिसर स चलाgt ही रही ही 0रर क अनदर नन वला बिवदयात क परयग 0रर बिकन बिकन कमाA माamp करत ही उसक शिलाय हीमाamp गहीन

अरधवययन क1 तरफ़ जीन पडग 0रर माamp खन क दवार ऊजी) क1 पgtरतित4 हीत ही0रर क दवार जी भा खदया पदथा) परयग माamp लाय जीत ही व

सभा जीमान स उतपदिदत हीत हीय समादर क पन स उतपदिदत हीत हीउनही उतपदनA क 0रर आरमा स हीजीमा कर सकत ही जी एक र

धारत पर उतपदिदत ही चक हीइस परकर क भाजीन स 0रर क अनदर जी ऊजी) नत ही उस ही य इलाषदभिकटरोक क1 सजञो दn जीत ही 0रर

अपन तबितरीक ततरी क सgtचन दन क1 बिEय माamp इस बिवदयात ऊजी) क परयग माamp लात ही0रर क अलाव भा यही हीर क1 दबिनय माamp भा अपन

सद0A क भाजीन और सद0A क परपत करन क शिलाय परयग माamp लात ही कही भा 0रर माamp चटाn कटात ही त तबितरीक ततरी क सद0 दन वला

0रर माamp फ़ ला तबितरीक ततरी वबिहीबिनय चटाn क कटा क अहीसस सधा मासतिसतक क पछ माडलाआलामागटा नमाक सथान क पहचत हीऔर

दिदमाग स तरत उस कटा जीन क सथान क सरकषित करन क शिलाय य हय सहीयत क शिलाय हीथा परA क दिदमाग स आद0 दिदय जीत ही

और हीथा पर मिमाला सकamp डA मा मिमाला उस आद0 क पलान अपन गबित क अनसर करत ही अगर कई चटाn क1 जीगही पर बिचछgt य अनय

जीहीरला जीव कटात ही त अपन हीथा परA क1 सहीयत क अलाव हीर क1 सहीयत क शिलाय दिदमाग आवजी और 0रर क गबित भा परदन

करत हीजीस कई र) कटात ही और वही पर अनय र क कटान क1 आ0क ही त 0रर क अनदर भागन क1 0शिG भा अचनक ही पद ही

जीत हीदिदमाग अपन इस बिवदयात 0शिG क परयग सरकषित हय सथान क खजीन क शिलाय भा परयग करत ही सथा ही कटा जीन वला सथान

क सgtजीन आदिद दकर बिवष क आग ढान स रकन क उपय भा करत ही चखन क शिलाय आवजी भा दत हीऔर चख क अनदर उस

आवजी क भा परकटा करन क1 0शिG और ड पवर दत ही दधिजीसस आसपस क माहीZला भा जी भा पस माamp रहीन वला लाग हीचही व

अनजीन ही य जीन पबिहीचन वला सभा क रधवयन अपन ओर बिकस भाय स दखन क शिलाय और उस भाय क1 चख क1 आवजी क सनकर

अपन अपन सर क सथा उनक अनदर भा बिहीममात क परदन करन क शिलाय 0शिG समपनन ऊजी) अपन कमा करन लागत हीइसस अगर

भाय कई सव)जीबिनक ही त सभा अपन अपन सर क दखकर सहीयत क शिलाय भागन लागत ही अगर पड 0रर क1 0शिG स अमिधाक

हीत ही त 0रर क हीस करन क द तबितरीक ततरी अपन गबित क अनसर 0रर क1 0शिG क इकटठो करन और जीमा लावन ततवA क1

पgtरतित4 क शिलाय बिकय जीन वला उपयA क सथा 0रर क नकसन पहचन वला करकA क बिनदन करत ही इस बिनदन माamp जी करक

माहीतवपgtणी) हीत ही उनक अनदर आसपस रहीन वला लाग य दरसथा रहीन वला लागA क भा यही तबितरीक ततरी सgtचनयamp पहचन क कमा करत

ही आसपस रहीन वला लागA क अनदर त पड क1 खर करन क शिलाय अपन आसपस क करकA क 0रर क1 ऊजी) अपन कय) करत

हीऔर जी हीर और दरसथा लाग हीत ही उनक शिलाय समतमिनधत 0रर क अगA क फ़डकन क कय) करत हीउनक अनदर अकसमात ही

बिवचरधार क अनदर दलाव क कय) करत हीअगर कषट भागन वला वयशिG बिकस क पतरी ही त मात कपबित ही त पतन कबिपत ही त

पतरी क और अनय समनध ही तथा उस समनध स अमिधाक लागव ही त उस समनध क अपन अपन अग क फ़डक कर सgtचन दन क

कमा यही ऊजी) करत ही यही नही इस ऊजी) क कमा बिकस भा ख0 क1 खर क भा 0रर क अगA क फ़डककर भाजीन क कमा करन

हीत हीअगर ख0 खर परपत करन वला जीतक स रही ही त सवपन क मारधवयमा स भा इस ऊजी) क दवार स सद0 परसरिरत बिकय जीत ही

सतरी क य और परष क दबिहीन अग ख0 क1 खर क परपत करन क समाय फ़डकन आरमभ करत ही और र खर क समाय सतरी क

दबिहीन और परष क य अग इस बिEय क परदरथि04त करन लागत ही

जीग) मात क भा अपन पतरी क1 सकटा क1 षदभिसथाबित माamp फ़Zरन अहीसस त ही जीत ही जी उसक सतनA माamp खजीला चलान 0र ही जीत हीपतरी

क ऊपर आन वला सकटा क अहीसस मात अपन आप माहीसgtस करन लागत ही उसक दिदला माamp चन नही आत हीऔर रत क र र सवपन

भा चलाgt ही जीत ही इस ऊजी) क परभाव बिकस परकर स अपन सद0 पहचन क कय) करत ही इसक शिलाय पgtव)कला स ही अनभाव क

आधार पर अग फ़डकन क फ़लाफ़लाA क इबितहीस चलात आ रही ही0रर क हीर बिहीसस अपन अपन परभाव तन लागत हीजीस बिकस

वयशिG क मासतक फ़डकन लागत ही त उस नZकर लागन य कमा मिमालान अथाव बिकस जीमान क मिमालान क अहीसस हीन लागत हीमासतक

क शिलाय वही चही परष ही सतरीअकसर सथान दलान य बिकरय क माकन शिसफ़टा करन क पहीला यही अहीसस हीन लागत ही नZकर माamp य

अपन वयवसय माamp सथान दलान क समाय भा यही अनभाव दख गय ही अकसर बिकस वयशिG क1 दनA भाहीamp अपन आप फ़डकन लागत ही त

उस समाझ लान चबिहीय बिक उसक र दिदन अ त गय ही और सख क समाय आन वला हीवही दधिजीस त क शिलाय भा दख था उसक दख

दर हीन वला हीसथा ही उसक हरदय माamp एक उतसही भा जीनमा लान लागत ही आखA क1 फ़डकन अमिधाकतर समाजी माamp परचशिलात हीसतरी क1

य आख और परष क1 दबिहीन आख बिकस भा सथान स फ़डकन लागत ही त उस जी भा बिपरय हीत ही उस क द0)न हीन हीत ही

लाबिकन बिवपरत अवसथा माamp अ0भात क दखन भा मिमालाकरत ही सतरी क यamp नतरी क कन क1 तरफ़ क कZन फ़डकन 0र हीत ही त

जीरर लाकषमा क1 परनतिपत हीत हीवही चही सन चदn क रप माamp ही य नगद धान क रप माamp मिमाला उस मिमालात जीरर ही यही हीला परष क

दबिहीन नतरी क शिलाय मान जीत ही आख क ऊपर क बिकसस माamp भा यही जीन जीत ही बिक अगर परष क दबिहीन और सतरी क य पलाक

फ़डकत ही त बिकस पदव क1 परनतिपत हीत ही और बिवपरत माamp पदव क अत हीत ही कनध फ़डकन माamp भागA क1 परनतिपत और बिवपरत

अवसथा माamp भागA क चला जीन मिमालात ही थाड क फ़डकन सतरी और परष क शिलाय बिकस ड डर क शिलाय मान जीत हीबिकस क1 धामाक1

य बिकस परकर स घार य हीर क वयशिG क सथा अकसमात हीदस हीन क1 खर थाड स मिमालात हीलाबिकन कणY फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp

यही उलटा हीत हीइसमाamp परशिसदधिदध और धान लाभा मिमालात दख गय ही गद)न क बिपछला बिहीसस फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp जी भा र भाव मानन

वला लाग हीत ही व हीव हीन क1 कशि00 करत हीहीAYA क फ़डकन क समाय माamp भाZबितक वसत जी हत बिपरय हीत मिमाला जीत ही पY

फ़डकन क सतरी और परष दन क भा र मान गय हीय त मार पकडत हीय बिफ़र बिकस त माamp हीरन पडत ही कख फ़डकन पर

जी अपन खस हीत ही उसस मिमालान हीत हीलाबिकन दबिहीन और य क भा खयला रखन पडत हीबिवपरत अवसथा माamp बिछडन भा मान

जीत ही दिदला क धाडकन अकसर जी भा जीनमा शिसदध कमान हीत ही उसक मिमालान क समाय मान जीत हीचही वही हीमा0 स मान जीन

वला भागवन क बिकस भा रप माamp कयA न ही माही क अनदर फ़डकहीटा अचछ भाजीन क1 परनतिपत क सक त मान जीत हीहीथाला माamp खजीलाहीटा

धान क आगमान और बिवपरत अवसथा माamp खच) करन क1 षदभिसथाबित क भा द0)त ही कमार क फ़डकन हत अचछ कमा क अनदर क छ समाय

क शिलाय बिजी हीन और द माamp सममान दन क शिलाय मान जीत ही नकषिभा क फ़डकन पबित क शिलाय पतन क बिछही और पतन क शिलाय

पबित क बिछही क रप माamp जीन जीत ही परइवटा पटा) क फ़डकन पर इषदभिचछत सथा क सथा रमाणी करन क समाय तय गय ही गद क

फ़डकन पर वहीन क लाभा हीत हीचही वही खद क मिमाला य बिकरय क वहीन स सफ़र करन क अवसर मिमालाजीघाA क फ़डकन स वसतरीA

क1 परनतिपत हीत हीघाटान क फ़डकन स घार माamp 0तरीओ क1 और वयपर माamp कमपटाnटार क उदय हीन क समाय मान जीत ही पर फ़डकन पर

बिकस नय सथान क1 तरफ़ पलायन हीत हीबिवपरत अवसथा माamp र सथान क परपत करन क सक त भा मान जीत ही पर क तला क फ़डकन

क1 षदभिसथाबित माamp अचला समपकषिK क1 परनतिपत और बिवपरत अवसथा माamp अचला समपकषिK क जीन क समाय मान जीत ही चच क मार हीन क

समाय मात क1 छत अपन आप दरबिवत हीन लागत हीचच क Ykक हीन क समाय मात क1 य छत फ़डकन लागत ही सही क समाय माamp

जीलदn असर मिमालात ही 0मा क समाय माamp दर स असर मिमालात हीलागतर फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp भाला य र परभाव पलान क नन क द

मिमालात ही एक सथा दन अग क फ़डकन भागय और दभा)गय क च माamp चलान वला हीस मान जीत ही इसक अलाव और भा सकडA

बिEययamp इस 0रर क दवार समपदिदत क1 जीत हीजी क वला य इलाषदभिकटरोक करampटा क दवार ही समभव ही कई वयशिG अगर लागतर

नकरतमाक षदभिसथाबित माamp चला जीत ही और वही र र अपन क अक ला रहीन क शिलाय परिरवर य समाजी क लागA स दर रखत ही त उस

वयशिG क शिलाय यही नकरतमाक ऊजी) क परव0 क समाय मान जीत हीइस कला माamp उस वयशिG स कई भा वत) करन पर वही खजीत ही

और अपन 0रर क समापत करन क1 धामाक1 दत ही नकरतमाक ऊजी) क 0रर स दर करन क शिलाय वयशिG क ऊपर स खन वला सद

नमाक एक माटठोn 0मा क समाय सत वर उसर करन क द घार क हीर सडक पर डलान स उसक1 नकरतमाक ऊजी) स छ टाकर भा

मिमालात दख गय ही नकरतमाक ऊजी) क एक परभाव और दख गय ही बिक वही घार क अनदर सस पहीला कला0 पद करन क करणी पद

करत हीवही वयशिG क बिकय जीन वला कमा स रधवयन भाग करत हीवही कर क छ रही हीत ही और करत क छ हीइस करणी स घार क अनदर

नकसनसमनधA क अनदर बिगड और वयपर क अनदर नकसन तथा नZकर क अनदर माशिलाक स परतणीन क असर दत हीइसक शिलाय

सही क अपन जीगन क द अपन इषट क रधवयन माamp रखकर उसक1 मानशिसक इमाजी अपन दनA हीथाA माamp दखन क द तथा जी सवर चला

रही हीउस पर क पहीला बिसतर स नच रखन क द ही कय क 0र करन चबिहीय रत क नद नही आन क1 अवसथा माamp भा सgtय|दय स

पहीला जीगन क1 बिEय क करन चबिहीयऔर जीही स भा उगत हय सgtय) क दरशय दिदखई द दखन क परयस करन चबिहीय अकसर उन लागA

क हत ही सफ़ला हीत दख गय ही जी लाग सही क उगत हय सgtय) क नदn य समादर य तला क पर दखन क1 कशि00 करत ही दन

भाजीन पgtजी और समतमिनधत वयशिG क1 भालाई क1 कमान क शिलाय जी भा उपचर बिकय जीत ही व अपरतय रप स फ़यद दत दख गय ही

दिदमाग क1 अमिधाक अ0नतिनत स चन क शिलाय पहीड यतरीयamp भा कमाय हीत ही

दन क माहीतव

अकसर जीवन मा दन क माहीतव हीमात अपन मामातव क चच क शिलाय दन करत ही बिपत अपन परषथा) क शिलाय अपन जीवन क क1 जीन

वला माहीनत क दन अपन चच क शिलाय करत हीभाई अपन हला क दन करत हीबिहीन अपन तरक स समनध नकर और समाजी

नकर अपन भाई क तरी क दन करत हीभाई अपन बिहीन क शिलाय आजीवन अपन सहीयत और 0शिG क दन करत हीड हीकर

चच अपन मात बिपत क वदध हीन पर उनक1 दख रख और भाजीन क दन करत हीपतन पबित क रबित सख परदन करत हीअपन दवार

पबित क शिलाय बिनसवथा) भाव स भाजीन और पबित सख और आय वदधिदध क परबित पgtजी पY करत ही आग क शिलाय व0 चलान क परबित अपन

कमान क समारतिप4त करत ही ह अपन सवथा) क तयग कर पबित क क ला मा 0बित और समपननत नन क परबित अपन जञोन क दन करत

हीदमाद अपन हला और सममान क दवार अपन ससरला जीन क मान ढान माamp अपन 0शिG क दन करत ही क छ लाग अपन

वयवसय सथान पर Y कर रसत तकर अपन जञोन क दन करत हीक छ लाग पयसA क शिलाय पयऊ खलावकर धामा)0ला नव कर लागA

क जीवन क सद गमाt स चन क शिलाय अपन हला क दन करत ही हीक1कत मा दख जीय त यही 0रर ही दन स और दन क शिलाय

न ही एक वयशिG एक लाख रजीन कमा रही ही लाबिकन वही अपन शिलाय मातरी क छ सZ रपय माamp अपन पटा भार लात हीऔर क1 क धान

वही अपन परिरवर क शिलाय जीमा करत ही बिक वही अपन सतन क शिलाय इतन इकटठो कर द बिक उसक द उसक1 सतन बिकस क1 माहीतजी

नही रही और वही सख रही लाबिकन इस सख रखन क करणीA माamp माही पद ही जीत हीयही माही करन ही उसक1 भाgtला ही और इस माही क

चककर माamp 0रर स क1 जीन वला माहीनत दन सवरप न हीकर माही क जीजीला माamp चला जीत ही मात न अगर पतरी क जीनमा दन क द यही

सच शिलाय बिक उसक पतरी ड हीकर उसक1 पलान करगउसक1 सव करगउसक शिलाय ह लाकर उसक1 आजञो क पलान करवयग त

मात क यही माही उस समाय कर ही जीत ही जी लाडक ड हीत ही और अपन माजीt स 0दn बिववही करन क द अपन घार अलाग

स लात ही मात अपन पतरी क सहीर रहीन क करणी और अपन शिलाय क छ न चकर क वला पतरी क शिलाय ही स क छ करन क द जी पतरी

पस स बिनकला जीत ही और पतन क शिलाय सचन लागत ही त मात क वही पलान पषणी स लाकर पढान शिलाखन और सभा सधान पतरी क

शिलाय जीटान क परबित कर ही जीत ही उस समाय मात और पतरी क च तनतन चलात ही और ह जी दसर घार स आय ही उसक अनदर

यही भावन घार कर जीत ही बिक मा क वला टा स धान क माही करत ही और टा मा क कही पर चलात ही उसक1 त क नही सनत हीइस

परकर स तकरर ढा कर ड तकरर न जीत हीटा न त मा क छड सकत ही और न ही पतन क छड सकत हीपतन क पस द

रसत हीत ही एक अपन मात बिपत क और दसर कनgtन कलाबिकन मात क पस एक ही रसत हीत ही वही हीत ही अपन पतरी कह य

त अपन मात बिपत स परतणीन दिदलावत ही अथाव कनgtन क सहीर लाकर मात बिपत क जीय भाजीन और सहीयत दन क जीला क1

हीव दिदलावन क कमा करत हीटा क समान द ही रसत हीत ही य त वही ह क लाकर अलाग रहीन 0र कर द य ह क तलाक दकर

बिफ़र स मात बिपत क कहीन माamp चलान लागउस दसर सधान ही सही लागत हीलाबिकन इन स क पछ जी था वही मात क लाभा ही थाअगर

मात न बिपत क सथा मिमालाकर पहीला स ही पतरी क1 शि0 क द उस जीबिवक क सधान दकर अलाग कर दिदय हीतऔर ह क पहीला स ही

अलाग करन क मानस न शिलाय हीत त जीला जीन क1 य परतकषिणीत हीन क1 समासय ही नही आतयही स माही क करणी ही मान जी

सकत हीजी पलान पषणी मा कई माही नही थाअगर उस समाय माही हीत त डकटार क पस चच क मार हीन क द नही ला जीय

गय हीतशि0 क सथानA माamp एडमिमासन नही करवय गय हीतसद गमाt क समाय माamp उस कपड और रहीन क सथान क दसत भा नही

करवय गय हीतलाबिकन जीस ही वही कमान लायक हआ और मात क अनदर माही न जीनमा ला शिलाय

दन माamp माही और अहीमा क तयग

दन करन क शिलाय माही क तयग जीरर हीमाही क करन स भाजीन क दन नही बिकय जी सकत हीभाजीन ही खgt सर रख ही लाबिकन दन

करन क जी तभा नही करग जी यही माही पद ही जीयग बिक कला भा इस भाजीन क इसतमाला करन हीलाबिकन जी वही रख हआ भाजीन

बिकस जीव जीनत य माZसमा क1 खर स कर ही गय त मान माamp उस खर भाजीन क फ़amp कत समाय सतप हआयही सतप त नही हीत

जी उस भाजीन क बिकस मागन वला वयशिG क आरमा स खिखला दिदय हीत और वही भाजीन स तपत हआ वयशिG क छ और भा दकर जीत

जी सतप स कई गन ढा कर हीत और आग क अचछ र समाय माamp कमा भा आत दन क रप अलाग अलाग समाय माamp अलाग अलाग रप

धारणी कर लात ही दन क शिलाय मागन वला क छटा और दन वला क कभा ड नही समाझन चबिहीय यही कथा वमान अवतर स शि0

दत ही पबित क पतन क शिलाय दिदय जीन वला वचन जी दन क ही रप ला लात हीकभा भाgtलान नही चबिहीयसमाय क दलान पर दिदय

हआ वचन बिकतन ड रप ला सकत ही इसक उदहीरणी रमाचरिरत मानस माamp दसरथा और क क ई क1 कथा स समाझ जी सकत ही वमान

अवतर माamp भागवन न ववन अगला क रप माamp पgtर पथव आक0 पतला सभा तन पग माamp नप शिलाय था और रजी शिला क ऊपर आधा पग क

कजी) ही छड दिदय था उस परकर स रजी दसरथा क दवार क क ई क दिदय गय द वचन शररमाचनदर जी क शिलाय चZदही वष) क वनवस क

करणी न थाऔर पतरी बिवयग माamp रजी दसरथा क1 मातय क करणी न था इनक अनदर भा माही क रप क वला अहीमा क रप माamp थाअगर

रजी शिला क यही अहीमा नही हीत बिक यही ववन अगला क पबिडत कय ड माग लागत कजी)ई नही नतऔर रजी दसरथा क वही अहीमा

बिक जी चहीampग तभा द वचनA क1 पgtरतित4 कर दampगइसमा कय ड ही त इतन ड हीबिन नही भागतन पडत

दन क तन परकर 0ररधान और बिवदया

अकसर वयशिG तन तरही क दन क शिलाय हीमा0 रधवय हीत ही0रर दनधान धान और बिवदया दन 0रर क दन परष और सतरी दन

मिमालाकर सतन पद करन क दवार दत हीऔर वही 0रर ससर बिहीत क शिलाय हीत ही य अबिहीत क शिलाय यही उनक पgtव) कमा| और ससर क1

आवशयकत क अनसर हीत ही धान क दन परष और सतरी पहीला अपन परिरवर क पषणी और ससर बिहीत क कमा क शिलाय दन करत ही

वही भा परष और सतरी क अपन अपन भावA क अनसर मान जीत ही बिवदया क दन क शिलाय कभा ड य छटा क भाद नही मान जीत

हीजीस बिकस कमा क करन क शिलाय जी वही कमा समाझ माamp नही आत ही त एक छटा चच अपन दधिदध स उस कमा क करन क शिलाय

अपन मात दत ही वही बिकस ड स ड माहीरथा और जञोन आदमा क दिदमाग स पर त मान जी सकत ही दधिजीस परकर स लाक धराव न

अपन मात क परशन क उKर क अनसर जीगत बिपत क ही अपन बिपत मान था और वन माamp जीकर तपसय करन क शिलाय पच सला क1 उमरो

क चन था और कमा स कमा उमरो माamp उनहीन जीगत बिपत क द0)न परपत कर शिलाय थाभाG परहीलाद न अपन बिपत क जञोन क तचछ समाझ था

और शर हीरिर क चरणीA माamp अपन मान लागकर ड स ड आफ़तA स अपन क च शिलाय था

0रर दन क करकतव

0रर दन क शिलाय सतरी और परष क समाजी क अनसर एक शरखला नकर चलान पडत ही उस शरखला क अनदर ही 0दn बिववही रबित

वयवहीर और समादधिजीक बिनयमाA क मान जीत ही अगर इन तA क नही मान जीत ही त मानय और प0 क अनदर भाद ही कय रही जीत

ही रबित नबित क अनसर दिदय गय 0रर दन दिदय गय दन क ड रप हीत ही और समाय समाय पर अपन नमा और कय) क इबितहीस माamp

शिलाख जीत ही कई भा परष बिकस भा सतरी क1 तरफ़ आकरतिष4त तभा हीत ही जी उसक अनदर कमा वसन क सचर हीत ही लाबिकन वही

अगर समादधिजीक बिनयमाA क अनसर अपन कमावसन क 0त करन क शिलाय उपयG सतरी क नही परपत करत ही त वही दिदय गय 0रर

दन य त कgt ड क ढार मा जीत ही अथाव वही अगर बिकस परकर स च भा गय त समाजी और ससर क शिलाय कभा भा अबिहीत क करणी

न जीत ही 0रर दन क शिलाय समादधिजीक बिनयमाA क शिलाय कथा कही जीत ही बिक 0क सवत क बिवEमा समवत क द क मान जीत

हीबिवEमा समवत क द जयबितष 0सतरी माamp परवणी एक जयबितष क यही पत लाग बिक अमाक समाय माamp सतरी क सथा माथान करन क द अगर

सतन क1 परनतिपत हीत ही त वही ससर माamp अपन नमा लाकर हीमा0 क शिलाय चलात रहीग लाबिकन जी उस जयबितष न दख बिक समाय उस

रत क ही और उसक1 पतन बिकस नदn क पर रहीत हीवही जीलदn जीलदn नदn पर करन क शिलाय क वटा क पस गयक वटा न दख कई हत

ही जीरर त ही और उस त क जीनन क शिलाय जी क वटा न अपन दधिजीजञोस क जीबिहीर बिकय त जयबितष जी न अपन त क उसस

त दिदय क वटा चलाक था उसन सच बिक जी इतन माहीतव पgtणी) ही और वही अपन नव क चलाकर और नव स बिकय जीन वला कय) स

ससर माamp नमा नही चला सकत ही त उस अपन सतन क इस कमा क शिलाय परयग माamp लान चबिहीय उस क वटा क जीवन और खgt0gtरत

कनय था उसन जयबितष जी क समान परसतव रख दिदय बिक रत क अनधर ही गय ही और वही रत माamp नव क नदn माamp नही ला जीयगअगर

यही माहत) जयबितष जी क परयग माamp लान ही त उसक1 कनय स गधाव) बिववही करन क द उस माहत) क परयग माamp ला सकत हीजयबितष जी

तयर ही गय और उस रत क जयबितष जी न उस क वटा क1 कनय स गधाव) बिववही करन क द गभा)धान क पgtणी) बिकय उस कनय स जी

पतरी परपत हआ वही 0क नमा स जीन जीत ही यही कथा रमायणी माamp माकररधववजी क र माamp कही जीत हीजी हीनमानजी लाक क जीलाकर

पसन स तर तर समादर माamp कgt द त उनक पसन क एक माछला बिनगला गयउस बराहमचर पसन क अनदर वय) क कणी थाउनही कणीA स

माछला क जी सतन हय वही माकररधववजी क रप माamp हय और उस पतला क रजी अबिहीरवणी क दवारपला क1 सव क अवसर मिमाला रमा

लामाणी क जी अबिहीरवणी शिला दन क शिलाय पतला लाक ला गय त हीनमानजी क पहीला दवारपला क रप माamp तनत माकररधववजी स ही

माकला करन पडद माamp पत लाग बिक वही उनही क1 सतन था 0रर दन क शिलाय समाजी क बिनयमा हत ही माहीतव रखत ही जीस एक

करगर बिकस कला क जीनत ही और आग आन वला चच उस करगर क1 कला क अपन परिरवर और घार क अनदर ही चपन स दखत

रहीत ही त व उस करगर क1 कला स वबिकफ़ हीत जीत ही उन चचA क कही अनय सथान पर जीकर शि0 नही लान पडत और व उस

कला क और अमिधाक बिवकस करन क द आग स आग परयग माamp लात जीत ही त उस कला क बिवकस अपन आप हीत चला जीत ही

उस परकर स समाजी और वणी) वयवसथा क अनसर जी 0दn बिववही बिकय जीत ही त हीन वला चच उस समाजी क अनदर अपन क

अपन आप ढालात चला जीत हीऔर जी कय) य वयवसय अथाव ससकर उनही मिमालात ही उनही क अनसर व अपन क न लात ही लाबिकन

0रर माही और रप आदिद क लाभा माamp जी समाजी स अलाग बिकस परकर स 0दn समनध बिकय जीत हीत कमाकत क अनत हीन क द

जी रप और 0रर माही क भरामा टाgtटात ही त अलाग समाजी माamp बिकय जीन वला रिरसत टाgtटात ही और अगर उन रिरसतA क अनदर कई सतन ही

गय ही त वही अपन बिपत और मात क अनसर ही अपन क नन 0र करग इस परकर स वही पद हीन वला सतन न त इधार क1 रही

और न ही उधार क1इस परकर क1 सतन क भाटाकव क रसत मिमालात ही और वही दर दर क1 Yकरamp खन क शिलाय माजीgtर ही जीत ही

अथाव उस समादधिजीक बिनयमाA स नफ़रत हीन क करणी वही समाजी स अपन परन बिहीस क चकन क शिलाय आतकवदn जीस नबितयA माamp

जीकर मानय और समाजी क दद) नही समाझन क करणी हीतय जीस जीघानय अपरधा करन 0र कर दत ही अकसर यही त उन परिरवरA माamp

भा मिमालात ही जीही तमिसतरीय आधाबिनकत क चककर माamp अपन क कषिणीक सख क शिलाय अनय माद क1 कमाकत क शि0कर ही जीत ही और

उनस पद हीन वला चच समाजी और परिरवर क तक माamp रखकर घार और परिरवर क ही लागA क शिलाय आफ़त क करणी न जीत

हीअकसर इस परकर क चच खgtन क समनध नही हीन क करणी अपन परिरवर क सदसयA क परबित दय य परमा भाव नही रख पत ही और

उस परकर स सचन चलाgt कर दत ही जीस बिक उनक कमाक बिपत क सचन हीत था

सस ड दन दय ही

मानय क अनदर दय क दन सस ड दन मान जीत हीकही भा गय ही बिक दय धामा) क माgtला ही पप माgtला अकषिभामान दधिजीसक अनदर दय

हीत ही वही रसत चलात क भा सहीर दन जीनत ही और जी सहीर दिदय जीत ही वही भा एक तरही क माहीदन ही हीत ही वही दय चही

मानय क परबित ही य जीनवर अथाव जीव जीनत क शिलाय वही दय ही सस ड दन मान जीत ही भागवन स भा परथा)न क1 जीत ही बिक

दय कर दन भाशिG क हीमा परमातमा दनदय क शिलाय बिकस क खजीन नही पडत बिक हीमा दय बिकसक सथा करन ही रसत माamp य घार

क अनदर दय क दन करन क शिलाय हीजीरA दय क परपत करन वला लाग मिमाला जीयampगऊपर त कर आय ह बिक दय मात चच क सथा

भा करत ही 0रन सभा जीवA क मारन क शिलाय मान जीत ही और अपन चच क वही नही मारत बिलला अपन चच क सथान दलान

क समाय ड ही मालायमा तरक स दतA क च अपन चच क दत ही और सथान दला दत ही माद बिचछgt अपन चचA क अपन 0रर

ही दन कर दत ही मानय अपन चच क पलान पषन स लाकर ड हीन तक उस पर दय क भाव ही रखत ही चच क ऊपर स बिगरन

स लाकर लाखA करणी नत रहीत ही जी चच अपन बिववक क खयला नही रख पत ही और जीखिखमा माamp रहीत ही त परिरवर क सदसय उस

चन क शिलाय हीर समाय खयला रखत ही जी वही चच समाजी क समान आत ही त समाजी वला लाग उस र आदतA स चन क शिलाय

बिनगही रखत हीलाबिकन कभा कभा जीनgtझ कर वही चच गलत करत ही त उस सजी दिदलान क नमा पर पशिलास य घार वलाA क1 भा

सहीयत ला जीत ही दय क रप यतरी करत वG बिकस सथान पर बिनवस करत वG य परिरवर माamp रहीन क उपरनत मिमालात ही समाजी माamp

दय क नमा पर समाजी क वयशिG क नZकर आदिद क मामाला माamp दय करन पर लाग रजीनबित भा करन लागत ही जीस आजीकर जीटाA क

आरणी क मामाला माamp दय क भाव समाझ माamp आ रही ही रजीनबित क अनदर दय क भाव दिदखव क रप माamp भा मिमालात ही जीस वर

माषदभिसजीद क हीटाकर रमा मादधिनदर य रमा मादधिनदर क हीटाकर वर माषदभिसजीद क मामाला माamp अलाग अलाग समादयA क नतओ क1 दय दिदखन क

मातला सफ़ समान ही बिक एक कहीत ही नन नही दampग और दसर कहीत ही नकर रहीampग दय दिदखव और सवथा) क शिलाय भा क1 जीत

हीजीस बिकस वयशिG क पबिहीनन क शिलाय कपड दिदय जीत ही और द माamp जी भा कई समादधिजीक त हीत ही य समादधिजीक वयशिG समान

हीत ही त कही दिदय जीत ही बिक यही कपड त हीमान इस पबिहीनन क शिलाय दिदय ही इस परकर क1 दय दिदखव हीत हीऔर उस दय क

कई माgtलय भा नही हीत ही अगर बिकस क खन खिखला दिदय ही त समान वला क माहीसgtस भा नही ही बिक खिखलान वला खद क आदमा था

य कई परयअगर उसन माहीसgtर कर शिलाय बिक खिखलान क द उस दय क टिढा4ढार पटा जीयग त उसक1 अनतरतमा उस खन क दला

माamp दिदय जीन वला आ0व)द क1 जीगही शरप और दन चलाgt कर दगदरवजी पर मागन वला क सथा अमिधाक दय करन क मातला ही बिक

अपन क लाटा Yनअमिधाकतर लागA न भाख मागन क धानध न शिलाय ही जी उनही कई माटा आसमा दिदखई दत ही त तरही तरही क

करणी नकर दय क पतरी न जीत ही और मान चही लान क द उस 0र क और अनय तरफ़ क पप कमा) माamp खच) करत ही इस

परकर स दिदय जीन वला दन दय क दन त दन वला क शिलाय मान जीत ही लाबिकन दधिजीसन दय क भाव क परपत बिकय था उसक अनदर

चलाक1 क भाव आन स दय और चलाक1 दन मिमालाकर दन दन वला और लान वला क शिलाय अबिहीत क करणी ही न गय जी दन

दिदय गय था उसक द उस दन क परयग कई अपन घार खचu क शिलाय करत ही त Ykक हीलाबिकन क Ykक ही जी वही खद कमान स

असमाथा) हीउस बिकस परकर क1 बिवदया नही आत ही वही 0रर स अपबिहीजी हीवही बिकस भा तरी माamp बिवकस नही कर सकत ही त दय करन

कर क1 त नही ही लाबिकन दय करन क उपरनत अगर कई वयशिG समाथा) हीत हय भा कमान क1 इचछ नही करत ही दिदमाग अथाव

0ररिरक शरमा स चन चहीत ही और उस दय क नमा स कमान क द बिफ़जीgtला खच) करन क1 आदत ही गय ही त वही दय नही मिमालान क

द अनय चलाबिकयA स कमान क1 सचग अकसर दय क नमा स मिमालान वला धान क लाग ड र तरही स खच) करत ही यही सतय बिनयमा

ही बिक कमान और खच) करन माamp जीमान आसमान क अनतर हीत ही कमान त हीर कई जीनत ही लाबिकन खच) करन हीर बिकस क पत नही

हीत ही कमान क अनसर अगर खच) बिकय जीय बिकस परकर क अहीमा माamp आकर अगर खच) बिकय जीत ही त कमान और माहीनत करन

भा कर ही मान जीत ही हीर मानय क बिनयमा हीत ही बिक वही अगर ईTर क1 क प स ससर माamp अवतरिरत हआ ही त वही मानव कलयणी

क1 भावन क अपन मान रखकर दय कर तथा) सथानA माamp बिकय जीन वला तभा समाथा) ही जी उस सथान माamp रहीन वला लाग जी क वला दसरA

क1 दय पर ही बिनभा)र ही उनक शिलाय दन क रप समाझ कर दन बिकय जीय अकसर कर क दन कर मा ही चला जीत ही इस त क

और अचछn तरक स समाझन क शिलाय भारत क परशिसदध धामा रमाTरमा धामा क1 ही त ला लादधिजीयवही धामा क वला आन वला तथा) यबितरीयA

क1 क प पर ही बिनभा)र हीअगर कई तथा) यतरी नही आय त वही क लाग भाgtखA मारन क1 कगर पर आजीयampलाखA लागA क वयवसय आन

वला तथा) यबितरीयA क रहीन खन तथा वही क1 परशिसदध वसतओ क चन हीलाबिकन दधिजीसक अनदर दधिदध क बिवकस ही वही वही पर नही

रहीत ही और अपन अनसर अपन औकत तथा बिवदया क ढात चला जीत हीडकटार कलामा सही भा वही क पद हीन वला माहीपरषA

माamp एक मान जीत हीउनहीन अपन बिवदया क परयग करन सख शिलाय और भारत जीस रषटर क सव|चच पद पर आसन भा ही गय जी बिक

उनक परिरवर वला आजी भा समादर स बिनकलान वला सप 0ख और अनय समान क वयपर करन क द अपन जीबिवक चला रही ही उनक

घार क पस माamp आजी भा झपड नमा न हय माकन उनक परिरवर क1 षदभिसथात क त रही ही इस परकर स दय क रप अपन बिवकस क

शिलाय अगर बिकय जीत ही और अपन अनसर ही बिकस गर क पलान क दिदमाग परयग माamp लाय जीत ही त वही दय सचच दय हीइस

दय क अनदर एक करणी और नत हीबिकस क शि0 क दन करनयही भा एक हत ड दन ही और दय क अनदर ही इसक1 औकत

ही ससर माamp दय क करणी चलान वला एन जी ओ आदिद क रप भा समाझ जी सकत ही जी ससथायamp अपन कमा करन क द लागA क

आग ढान क शिलाय अपन तन मान और धान स आग चलात ही व अपन नमा करत चला जीत ही लाबिकन लाभा माamp आन क द और उन

ससथाओ क1 दZलात अगर धान कमान क भाव मान क अनदर आय त वही दय क भाव स अलाग ही जीत ही उस भाव स अलाग जी परभाव

हीत ही वही अमिधाक धान कमान क1 लालास और उलटा सधा करणी नकर और सखययA क जीड ही रही जीत ही जी भा कमा लाभा क

करणी बिकय जीत ही व सभा कगजीA माamp त बिकय जीत ही लाबिकन धारतला पर क छ भा नही हआ हीत हीक छ ससथायamp इस भाव क और भा

अलाग अलाग तरक स धान कमान क शिलाय परयग मा लात हीजीस बिक एक धानवन क अपन सफ़ द धान क कला धान मा परिरवरतित4त करन ही

त वही पहीला इस परकर क1 ससथाओ क दन माamp माटाn रकमा ददग और द माamp उस ससथा स शिलाय जीन वला दन वपस लालागइस परकर

स जी टाकस आदिद माamp चत हीत ही वही ससथा क शिलाय न रहीत हीइस तरही स सरकर और जीनत क सथा धाख ही मान जी सकत ही

और इस परकर क1 ससथायamp जीही भा चलात ही उनक उददोशय मातरी दय क नमा पर गरख धानध करन ही मान जी सकत हीउनहीन अपन

पलानर नZकर पर रख हीत ही और उन पलानर और धान क लाख जीख तयर करन वला चटाuड एकउनटाampटा क1 दZलात व अपन कमा करत

रहीत ही इस परकर क1 दय स भा चन चबिहीयऔर जी भा कमा करन ही अगर हत ड रप माamp करन ही त अपन दवार ही बिकय जीय

और छटा रप माamp करन ही त भा अपन दवार ही बिकय जीय वही दय क दन सस उKमा मान जी सकत हीअगर शि0णी ससथाओ क

बिवकस करन ही त अपन नमा क कभा उपयग नही करन चबिहीयजीस बिक अकसर लाग अपन दद बिपत मात आदिद क नमा स ससथा

क खड कर दत ही और उस चलाकर नमा कमान क1 कशि00 करत ही यही ससर बिवशिचतरी ही यही एक परक बित क लाग नही हीकभा कई

सहीर लान क नमा पर आकर बिगडबिगडयग और सहीर मिमालान क द वही खद क 0र क1 भाबित नकर शिलाय गय दन क रद करन क

अलाव उस ससथा क भा गला दग दधिजीस भाव माamp बिकस क सवथा) आकर टाकर जीय उस भाव माamp बिकय जीन वला दन य दय कर ही

मान जी सकत ही जीस बिकस न अपन गनतवय क शिलाय रसत पgtछऔर तन क दला मा अगर कई धान क दत ही त वही दय य दन

क रप नही हीत ही दन क रप माamp बिकस क गनतबय क तय जीन वला रसत भा दन क ही रप ही जीत ही अकसर रजीन बिकस

क बिकस न बिकस परकर क1 समासय मिमाला जीत ही और वही समासय स सलाझन क रसत बिकस स पgtछत हीऔर तन वला उस सही

रसत त दत ही त वही समासय स छ टाकर परपत कर लात हीयही भा तय गय उपय और तय जीन वला वयशिG क शिलाय दन क ही

रप मान जीत ही आजी क यग मा अगर इस त क सधा सनत क शिलाय दख जीत ही त जी सनत दकषिणी क लाकर और अपन शि0य

नकर अगर जञोन क दन दत ही त वही दय क1 शरणी माamp नही आत ही वही एक माही और अपन क उचच दिदखन क अहीमा माamp 0मिमाला ही

जीत ही दिदय गय रसत और दिदय गय जञोन अगर दिदय जीन वला वयशिG क1 जीनपबिहीचन क1 समा माamp आजीत ही त भा दय और दन

क1 शरणी माamp नही आ सकत ही जीस एक पतरी अपन बिपत स क छ जीनन चहीत ही त बिपत क दवार तय गय उKर दय य दन क1 शरणी

माamp नही आयगयही अपनतव क1 भावन माamp आकर और माही क दवार जञोन क दिदय मान जीयग लाबिकन वही चच अगर रसत चलात बिकस

वयशिG स पgtछत ही और वही वयशिG उच चच क नही जीनत ही त वही दिदय गय जञोन और दय क भाव दन क1 शरणी माamp 0मिमाला ही

जीयग बिकस सडक पर जीन क शिलाय अगर द रसतA क च माamp एक सइन ड) क लाग दिदय गय ही और उस पर सही रसत पर जीन क

कथान शिलाख ही त वही ड) दधिजीसन लागवय ही उसक शिलाय दन क सधान मान जीयगलाबिकन अगर उस ड) क इस परकर क लागवय

गय ही बिक उसक अनदर पस डलाकर रसत क जञोन शिलाय जीय त वही कमान क सधान मान जीयग अकसर कई ससथायamp अपन अपन

अनसर लागA क1 शिचबिकतस क शिलाय अपन अपन अनसर क मप लागत ही वही पर सधारणी जीनत क शिलाय चविक4ग और दवइयA क बिवतरणी

बिन0लक बिकय जीत हीलाबिकन अगर उस ससथान अपन नमा क परचर जीर 0र स बिकय ही और अपन नमा क सथा डकटारA क नमा और

बिवतरिरत क1 जीन वला दवइयA क लाख जीख सक सनय ही त वही बिकय जीन वला सव क भाव नमा और अपन अहीमा परकटा करन

क तरक मान जीयगइस परबितसपधा) क रप भा दिदय जी सकत ही बिक अमाक ससथा न इतन धान इस शिचबिकतस क शिलाय खच) बिकय था

जी उस ससथा न इतन धान खच) बिकय ही यही त अकसर बिकय जीन वला भाडर क शिलाय भा मान जी सकत हीबिक अमाक आदमा न

अमाक सथान माamp इतन लागA क भाजीन करवययही त उस आदमा क शिलाय दन माamp नही सतिलक अहीमा क1 शरampणी मा 0मिमाला ही जीयगलाबिकन

वही आदमा अगर अपन क दिदखव स दर रखन क द भाजीन करवत ही त वही दन और दय क1 शरणी मा बिगन जीयग

दय धामा) क माgtला ही पला माgtला अकषिभामान

जीव जीनत और जीनवरA क अलाव मानय क शिलाय जी उKमा दन क1 और दय क करणी ही व द परकर क मान जीत हीएक सव|Kमा और

दसर अधामा अगर ससर माamp भाजीन और पन नही ही त ससर क दिटाक पन असमभव ही भाजीन और पन क मिमालान स कई भा जीव

जीनत और मानय बिवकटा स बिवकटा परिरषदभिसथाबित माamp दधिजीनद रही सकत ही इन दन क नही मिमालान स बिकतन ही धान दZलात और माय ही कई

नही दिटाक सकत ही दय क शिलाय सतरी और जीवA क सथा गय दय क1 हीमा0 पतरी ही इन करकA क रधवयन माamp रखकर बिकय जीन वला दन

और दय ड ही कमा क1 हीत ही भाजीन और पन क सधानA क दन बिकस भा ससथा क दवार बिकय जीत ही त वही दन सव)शरषठा शरणी

क मान जीत ही सतरी और गय क ऊपर क1 जीन वला दय हीमा0 पणय क दन वला हीत ही सतरी और गय क ही कयA दय क शिलाय

मान जीत ही त बिवदवाजीनA क समाझन चबिहीय बिक सतरी बिकतन ही बिनरक 0 ही उसक अनदर हीमा0 मामात क1 भावन रहीगसमाजी बिकतन

ही उसक सथा अनचर कर वही अपन भावकत क ला पर दधिजीनद रहीन क1 मात रखत हीजी भा कमा आत ही त क वला सनतन पलान

पषणी और अपन सवजीनA क1 र क शिलाय मान जीत ही एक डयन भा अपन चच क सभाला कर रखत ही इस कहीवत क अथा) तभा

मान जी सकत ही जी डयन क सथा भा मामातव क वयवहीर नकर रख जीय गय क दय क1 शरणी माamp परन समाय स क वला इसशिलाय ही

मान जी सकत ही बिक उस क छ भा खन क द लाबिकन वही दग दधा हीवही कभा अपन चच क पस बिकस अनहीन क त तक नही आन

दग जी तक उसक1 जीन रहीगदधिजीस जीव क अनदर इतन अपन चच क परबित दय ही और वही अपन दय क करणी अपन 0रर क भा

समापत करन क1 इचछ क रखउसक सथा Egt रत करन पgtर तरही स अमानषत क1 शरणी माamp आजीत ही सतरी क भागय समाझ कर और

उसक सथा भागA क सख लाकर माथान और पच माकर क परयग करन क द बिकतन ही उस परतकषिणीत बिकय जीयग वही हीमा0 अपन पबित

और परिरवर क शिलाय समारतिप4त रहीग समादधिजीक नधन हीA य 0रर क नधन वही अपन भावनतमाक आव0 माamp सभा क समापत कर सकत

ही लाबिकन इस कलायग क इन दन क सथा ही सस ड अनचर ही रही ही हीत मा आय भाgtकमप स ससर क अनदजी लाग लान चबिहीय

बिक इस द0 क माख वयपरिरक समनध अमारिरक स ही और यही पर ससर क सस अमिधाक एड क मारजी हीयही क बिनवशिसयA क माखय

खन गय क मास हीऔर यही रिरसत नमा क1 चजी समाझ माamp नही आत हीयही तक बिक भाई बिहीन क रिरसत भा अजी ही हीत हीमाथान

0र और मारकटा क करणी यही द0 गर द0A क1 शरणी माamp आत हीअकसमात भाgtकमप आय और एक लाख स अमिधाक वयशिGयA न एक

णी माamp ही अपन जीन गव दnयही तक बिक रषटरपबित क माहीला भा पत नही लाग बिक वही कही गय गय और सतरी क सस अमिधाक

परतणीन इस द0 माamp मिमालात ही यही तक बिक इस द0 माamp भाgtकमप आन क द लागA क1 जीन क1 र त करन दर यही पर सहीयत क शिलाय

जीन वला लागA क भा लाgtटा जीन लागजीस ही भाgtकमप आय दन क1 रशि0 इकटठो करन क शिलाय करडA ससथायamp एक दमा अपन अपन

अनसर समान आन लागयही क वला बिकय जीन वला पपA क करणी ही

गरहीA क 120 गणी

लागन अगर-

माष ही त आदमा क चच ही

वष ही त धान क1 मा0न ही

मिमाथान ही त टालाफ़न ही

कक) ही त भावन क1 पबिडय ही

सिस4ही ही त अहीमा भार हआ ही

कनय ही त कजी) दशमान मार स मिघार ही

तला ही त हीर त माamp फ़यद सचन वला ही

वकषिeक ही त भाgtत क सरदर ही

धान ही त प दद क1 त करन वला ही

माकर ही त चZस घाटा कमा ही कमा ही

क मभ ही त जीलदn रिरसत न सकत ही

मान ही त हीमा0 माZन रहीन वला ही

लागन स सgtय) अगर-

पहीला भाव मा ही त अहीमा भार ही

दसर भाव मा ही त चमाक क आग क छ दिदखई ही नही दत

तसर भाव मा ही त नतगर पहीला ही

चZथा भाव मा ही त रजीनबित वला सच ही

पचमा भाव मा ही त परिरवर मा ही रजीनबित करन वला ही

छY भाव मा ही त प क नZकर समाझत ही

सतव भाव मा ही जीवन सथा क गलामा ही

आYव भाव मा ही त चर दिदला क मारजी ही

नव भाव मा ही त धामा) स भा कमान वला ही

दसव भाव मा ही त सभा कमा नतगर स बिकय जीत ही

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

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कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 16: केतु

मातरीपद बिवधायक पद परततव बिवभाग क पद लाइबरार क कमा 0टा)हीampड टाइविप4ग क कमाampक क कमा एकउनटाampस क कमा इनकमा टाकस क1

नZकर डकतर बिवभाग माamp कमा जयबितष क कमा हीसतरख और 0यर जीर क कमा करन चबिहीय

जीव जीनत और मानय पड पZधाA फ़लाA आदिद सभा माamp करampटा हीत हीनयgtनतमा य अमिधाकतमा पड पZधा और जीव जीनत क1 उमरो क अनसर मान

जीत हीयही करनटा मिमाला एमपयर क1 नप माamp हीत ही0रर क1 गबितपड पZधाA क अनदर हीन वला गबित जी हीव य धाgtप क1 अमिधाकत स

हीत हीबिवदयात उतपदन क शिलाय मान जीत ही भाजीन करन पर 0रर माamp आलास आन इस त क दयातक ही बिक 0रर माamp नन वला ऊजी)

क बिवकस नय शिसर स चलाgt ही रही ही 0रर क अनदर नन वला बिवदयात क परयग 0रर बिकन बिकन कमाA माamp करत ही उसक शिलाय हीमाamp गहीन

अरधवययन क1 तरफ़ जीन पडग 0रर माamp खन क दवार ऊजी) क1 पgtरतित4 हीत ही0रर क दवार जी भा खदया पदथा) परयग माamp लाय जीत ही व

सभा जीमान स उतपदिदत हीत हीय समादर क पन स उतपदिदत हीत हीउनही उतपदनA क 0रर आरमा स हीजीमा कर सकत ही जी एक र

धारत पर उतपदिदत ही चक हीइस परकर क भाजीन स 0रर क अनदर जी ऊजी) नत ही उस ही य इलाषदभिकटरोक क1 सजञो दn जीत ही 0रर

अपन तबितरीक ततरी क सgtचन दन क1 बिEय माamp इस बिवदयात ऊजी) क परयग माamp लात ही0रर क अलाव भा यही हीर क1 दबिनय माamp भा अपन

सद0A क भाजीन और सद0A क परपत करन क शिलाय परयग माamp लात ही कही भा 0रर माamp चटाn कटात ही त तबितरीक ततरी क सद0 दन वला

0रर माamp फ़ ला तबितरीक ततरी वबिहीबिनय चटाn क कटा क अहीसस सधा मासतिसतक क पछ माडलाआलामागटा नमाक सथान क पहचत हीऔर

दिदमाग स तरत उस कटा जीन क सथान क सरकषित करन क शिलाय य हय सहीयत क शिलाय हीथा परA क दिदमाग स आद0 दिदय जीत ही

और हीथा पर मिमाला सकamp डA मा मिमाला उस आद0 क पलान अपन गबित क अनसर करत ही अगर कई चटाn क1 जीगही पर बिचछgt य अनय

जीहीरला जीव कटात ही त अपन हीथा परA क1 सहीयत क अलाव हीर क1 सहीयत क शिलाय दिदमाग आवजी और 0रर क गबित भा परदन

करत हीजीस कई र) कटात ही और वही पर अनय र क कटान क1 आ0क ही त 0रर क अनदर भागन क1 0शिG भा अचनक ही पद ही

जीत हीदिदमाग अपन इस बिवदयात 0शिG क परयग सरकषित हय सथान क खजीन क शिलाय भा परयग करत ही सथा ही कटा जीन वला सथान

क सgtजीन आदिद दकर बिवष क आग ढान स रकन क उपय भा करत ही चखन क शिलाय आवजी भा दत हीऔर चख क अनदर उस

आवजी क भा परकटा करन क1 0शिG और ड पवर दत ही दधिजीसस आसपस क माहीZला भा जी भा पस माamp रहीन वला लाग हीचही व

अनजीन ही य जीन पबिहीचन वला सभा क रधवयन अपन ओर बिकस भाय स दखन क शिलाय और उस भाय क1 चख क1 आवजी क सनकर

अपन अपन सर क सथा उनक अनदर भा बिहीममात क परदन करन क शिलाय 0शिG समपनन ऊजी) अपन कमा करन लागत हीइसस अगर

भाय कई सव)जीबिनक ही त सभा अपन अपन सर क दखकर सहीयत क शिलाय भागन लागत ही अगर पड 0रर क1 0शिG स अमिधाक

हीत ही त 0रर क हीस करन क द तबितरीक ततरी अपन गबित क अनसर 0रर क1 0शिG क इकटठो करन और जीमा लावन ततवA क1

पgtरतित4 क शिलाय बिकय जीन वला उपयA क सथा 0रर क नकसन पहचन वला करकA क बिनदन करत ही इस बिनदन माamp जी करक

माहीतवपgtणी) हीत ही उनक अनदर आसपस रहीन वला लाग य दरसथा रहीन वला लागA क भा यही तबितरीक ततरी सgtचनयamp पहचन क कमा करत

ही आसपस रहीन वला लागA क अनदर त पड क1 खर करन क शिलाय अपन आसपस क करकA क 0रर क1 ऊजी) अपन कय) करत

हीऔर जी हीर और दरसथा लाग हीत ही उनक शिलाय समतमिनधत 0रर क अगA क फ़डकन क कय) करत हीउनक अनदर अकसमात ही

बिवचरधार क अनदर दलाव क कय) करत हीअगर कषट भागन वला वयशिG बिकस क पतरी ही त मात कपबित ही त पतन कबिपत ही त

पतरी क और अनय समनध ही तथा उस समनध स अमिधाक लागव ही त उस समनध क अपन अपन अग क फ़डक कर सgtचन दन क

कमा यही ऊजी) करत ही यही नही इस ऊजी) क कमा बिकस भा ख0 क1 खर क भा 0रर क अगA क फ़डककर भाजीन क कमा करन

हीत हीअगर ख0 खर परपत करन वला जीतक स रही ही त सवपन क मारधवयमा स भा इस ऊजी) क दवार स सद0 परसरिरत बिकय जीत ही

सतरी क य और परष क दबिहीन अग ख0 क1 खर क परपत करन क समाय फ़डकन आरमभ करत ही और र खर क समाय सतरी क

दबिहीन और परष क य अग इस बिEय क परदरथि04त करन लागत ही

जीग) मात क भा अपन पतरी क1 सकटा क1 षदभिसथाबित माamp फ़Zरन अहीसस त ही जीत ही जी उसक सतनA माamp खजीला चलान 0र ही जीत हीपतरी

क ऊपर आन वला सकटा क अहीसस मात अपन आप माहीसgtस करन लागत ही उसक दिदला माamp चन नही आत हीऔर रत क र र सवपन

भा चलाgt ही जीत ही इस ऊजी) क परभाव बिकस परकर स अपन सद0 पहचन क कय) करत ही इसक शिलाय पgtव)कला स ही अनभाव क

आधार पर अग फ़डकन क फ़लाफ़लाA क इबितहीस चलात आ रही ही0रर क हीर बिहीसस अपन अपन परभाव तन लागत हीजीस बिकस

वयशिG क मासतक फ़डकन लागत ही त उस नZकर लागन य कमा मिमालान अथाव बिकस जीमान क मिमालान क अहीसस हीन लागत हीमासतक

क शिलाय वही चही परष ही सतरीअकसर सथान दलान य बिकरय क माकन शिसफ़टा करन क पहीला यही अहीसस हीन लागत ही नZकर माamp य

अपन वयवसय माamp सथान दलान क समाय भा यही अनभाव दख गय ही अकसर बिकस वयशिG क1 दनA भाहीamp अपन आप फ़डकन लागत ही त

उस समाझ लान चबिहीय बिक उसक र दिदन अ त गय ही और सख क समाय आन वला हीवही दधिजीस त क शिलाय भा दख था उसक दख

दर हीन वला हीसथा ही उसक हरदय माamp एक उतसही भा जीनमा लान लागत ही आखA क1 फ़डकन अमिधाकतर समाजी माamp परचशिलात हीसतरी क1

य आख और परष क1 दबिहीन आख बिकस भा सथान स फ़डकन लागत ही त उस जी भा बिपरय हीत ही उस क द0)न हीन हीत ही

लाबिकन बिवपरत अवसथा माamp अ0भात क दखन भा मिमालाकरत ही सतरी क यamp नतरी क कन क1 तरफ़ क कZन फ़डकन 0र हीत ही त

जीरर लाकषमा क1 परनतिपत हीत हीवही चही सन चदn क रप माamp ही य नगद धान क रप माamp मिमाला उस मिमालात जीरर ही यही हीला परष क

दबिहीन नतरी क शिलाय मान जीत ही आख क ऊपर क बिकसस माamp भा यही जीन जीत ही बिक अगर परष क दबिहीन और सतरी क य पलाक

फ़डकत ही त बिकस पदव क1 परनतिपत हीत ही और बिवपरत माamp पदव क अत हीत ही कनध फ़डकन माamp भागA क1 परनतिपत और बिवपरत

अवसथा माamp भागA क चला जीन मिमालात ही थाड क फ़डकन सतरी और परष क शिलाय बिकस ड डर क शिलाय मान जीत हीबिकस क1 धामाक1

य बिकस परकर स घार य हीर क वयशिG क सथा अकसमात हीदस हीन क1 खर थाड स मिमालात हीलाबिकन कणY फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp

यही उलटा हीत हीइसमाamp परशिसदधिदध और धान लाभा मिमालात दख गय ही गद)न क बिपछला बिहीसस फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp जी भा र भाव मानन

वला लाग हीत ही व हीव हीन क1 कशि00 करत हीहीAYA क फ़डकन क समाय माamp भाZबितक वसत जी हत बिपरय हीत मिमाला जीत ही पY

फ़डकन क सतरी और परष दन क भा र मान गय हीय त मार पकडत हीय बिफ़र बिकस त माamp हीरन पडत ही कख फ़डकन पर

जी अपन खस हीत ही उसस मिमालान हीत हीलाबिकन दबिहीन और य क भा खयला रखन पडत हीबिवपरत अवसथा माamp बिछडन भा मान

जीत ही दिदला क धाडकन अकसर जी भा जीनमा शिसदध कमान हीत ही उसक मिमालान क समाय मान जीत हीचही वही हीमा0 स मान जीन

वला भागवन क बिकस भा रप माamp कयA न ही माही क अनदर फ़डकहीटा अचछ भाजीन क1 परनतिपत क सक त मान जीत हीहीथाला माamp खजीलाहीटा

धान क आगमान और बिवपरत अवसथा माamp खच) करन क1 षदभिसथाबित क भा द0)त ही कमार क फ़डकन हत अचछ कमा क अनदर क छ समाय

क शिलाय बिजी हीन और द माamp सममान दन क शिलाय मान जीत ही नकषिभा क फ़डकन पबित क शिलाय पतन क बिछही और पतन क शिलाय

पबित क बिछही क रप माamp जीन जीत ही परइवटा पटा) क फ़डकन पर इषदभिचछत सथा क सथा रमाणी करन क समाय तय गय ही गद क

फ़डकन पर वहीन क लाभा हीत हीचही वही खद क मिमाला य बिकरय क वहीन स सफ़र करन क अवसर मिमालाजीघाA क फ़डकन स वसतरीA

क1 परनतिपत हीत हीघाटान क फ़डकन स घार माamp 0तरीओ क1 और वयपर माamp कमपटाnटार क उदय हीन क समाय मान जीत ही पर फ़डकन पर

बिकस नय सथान क1 तरफ़ पलायन हीत हीबिवपरत अवसथा माamp र सथान क परपत करन क सक त भा मान जीत ही पर क तला क फ़डकन

क1 षदभिसथाबित माamp अचला समपकषिK क1 परनतिपत और बिवपरत अवसथा माamp अचला समपकषिK क जीन क समाय मान जीत ही चच क मार हीन क

समाय मात क1 छत अपन आप दरबिवत हीन लागत हीचच क Ykक हीन क समाय मात क1 य छत फ़डकन लागत ही सही क समाय माamp

जीलदn असर मिमालात ही 0मा क समाय माamp दर स असर मिमालात हीलागतर फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp भाला य र परभाव पलान क नन क द

मिमालात ही एक सथा दन अग क फ़डकन भागय और दभा)गय क च माamp चलान वला हीस मान जीत ही इसक अलाव और भा सकडA

बिEययamp इस 0रर क दवार समपदिदत क1 जीत हीजी क वला य इलाषदभिकटरोक करampटा क दवार ही समभव ही कई वयशिG अगर लागतर

नकरतमाक षदभिसथाबित माamp चला जीत ही और वही र र अपन क अक ला रहीन क शिलाय परिरवर य समाजी क लागA स दर रखत ही त उस

वयशिG क शिलाय यही नकरतमाक ऊजी) क परव0 क समाय मान जीत हीइस कला माamp उस वयशिG स कई भा वत) करन पर वही खजीत ही

और अपन 0रर क समापत करन क1 धामाक1 दत ही नकरतमाक ऊजी) क 0रर स दर करन क शिलाय वयशिG क ऊपर स खन वला सद

नमाक एक माटठोn 0मा क समाय सत वर उसर करन क द घार क हीर सडक पर डलान स उसक1 नकरतमाक ऊजी) स छ टाकर भा

मिमालात दख गय ही नकरतमाक ऊजी) क एक परभाव और दख गय ही बिक वही घार क अनदर सस पहीला कला0 पद करन क करणी पद

करत हीवही वयशिG क बिकय जीन वला कमा स रधवयन भाग करत हीवही कर क छ रही हीत ही और करत क छ हीइस करणी स घार क अनदर

नकसनसमनधA क अनदर बिगड और वयपर क अनदर नकसन तथा नZकर क अनदर माशिलाक स परतणीन क असर दत हीइसक शिलाय

सही क अपन जीगन क द अपन इषट क रधवयन माamp रखकर उसक1 मानशिसक इमाजी अपन दनA हीथाA माamp दखन क द तथा जी सवर चला

रही हीउस पर क पहीला बिसतर स नच रखन क द ही कय क 0र करन चबिहीय रत क नद नही आन क1 अवसथा माamp भा सgtय|दय स

पहीला जीगन क1 बिEय क करन चबिहीयऔर जीही स भा उगत हय सgtय) क दरशय दिदखई द दखन क परयस करन चबिहीय अकसर उन लागA

क हत ही सफ़ला हीत दख गय ही जी लाग सही क उगत हय सgtय) क नदn य समादर य तला क पर दखन क1 कशि00 करत ही दन

भाजीन पgtजी और समतमिनधत वयशिG क1 भालाई क1 कमान क शिलाय जी भा उपचर बिकय जीत ही व अपरतय रप स फ़यद दत दख गय ही

दिदमाग क1 अमिधाक अ0नतिनत स चन क शिलाय पहीड यतरीयamp भा कमाय हीत ही

दन क माहीतव

अकसर जीवन मा दन क माहीतव हीमात अपन मामातव क चच क शिलाय दन करत ही बिपत अपन परषथा) क शिलाय अपन जीवन क क1 जीन

वला माहीनत क दन अपन चच क शिलाय करत हीभाई अपन हला क दन करत हीबिहीन अपन तरक स समनध नकर और समाजी

नकर अपन भाई क तरी क दन करत हीभाई अपन बिहीन क शिलाय आजीवन अपन सहीयत और 0शिG क दन करत हीड हीकर

चच अपन मात बिपत क वदध हीन पर उनक1 दख रख और भाजीन क दन करत हीपतन पबित क रबित सख परदन करत हीअपन दवार

पबित क शिलाय बिनसवथा) भाव स भाजीन और पबित सख और आय वदधिदध क परबित पgtजी पY करत ही आग क शिलाय व0 चलान क परबित अपन

कमान क समारतिप4त करत ही ह अपन सवथा) क तयग कर पबित क क ला मा 0बित और समपननत नन क परबित अपन जञोन क दन करत

हीदमाद अपन हला और सममान क दवार अपन ससरला जीन क मान ढान माamp अपन 0शिG क दन करत ही क छ लाग अपन

वयवसय सथान पर Y कर रसत तकर अपन जञोन क दन करत हीक छ लाग पयसA क शिलाय पयऊ खलावकर धामा)0ला नव कर लागA

क जीवन क सद गमाt स चन क शिलाय अपन हला क दन करत ही हीक1कत मा दख जीय त यही 0रर ही दन स और दन क शिलाय

न ही एक वयशिG एक लाख रजीन कमा रही ही लाबिकन वही अपन शिलाय मातरी क छ सZ रपय माamp अपन पटा भार लात हीऔर क1 क धान

वही अपन परिरवर क शिलाय जीमा करत ही बिक वही अपन सतन क शिलाय इतन इकटठो कर द बिक उसक द उसक1 सतन बिकस क1 माहीतजी

नही रही और वही सख रही लाबिकन इस सख रखन क करणीA माamp माही पद ही जीत हीयही माही करन ही उसक1 भाgtला ही और इस माही क

चककर माamp 0रर स क1 जीन वला माहीनत दन सवरप न हीकर माही क जीजीला माamp चला जीत ही मात न अगर पतरी क जीनमा दन क द यही

सच शिलाय बिक उसक पतरी ड हीकर उसक1 पलान करगउसक1 सव करगउसक शिलाय ह लाकर उसक1 आजञो क पलान करवयग त

मात क यही माही उस समाय कर ही जीत ही जी लाडक ड हीत ही और अपन माजीt स 0दn बिववही करन क द अपन घार अलाग

स लात ही मात अपन पतरी क सहीर रहीन क करणी और अपन शिलाय क छ न चकर क वला पतरी क शिलाय ही स क छ करन क द जी पतरी

पस स बिनकला जीत ही और पतन क शिलाय सचन लागत ही त मात क वही पलान पषणी स लाकर पढान शिलाखन और सभा सधान पतरी क

शिलाय जीटान क परबित कर ही जीत ही उस समाय मात और पतरी क च तनतन चलात ही और ह जी दसर घार स आय ही उसक अनदर

यही भावन घार कर जीत ही बिक मा क वला टा स धान क माही करत ही और टा मा क कही पर चलात ही उसक1 त क नही सनत हीइस

परकर स तकरर ढा कर ड तकरर न जीत हीटा न त मा क छड सकत ही और न ही पतन क छड सकत हीपतन क पस द

रसत हीत ही एक अपन मात बिपत क और दसर कनgtन कलाबिकन मात क पस एक ही रसत हीत ही वही हीत ही अपन पतरी कह य

त अपन मात बिपत स परतणीन दिदलावत ही अथाव कनgtन क सहीर लाकर मात बिपत क जीय भाजीन और सहीयत दन क जीला क1

हीव दिदलावन क कमा करत हीटा क समान द ही रसत हीत ही य त वही ह क लाकर अलाग रहीन 0र कर द य ह क तलाक दकर

बिफ़र स मात बिपत क कहीन माamp चलान लागउस दसर सधान ही सही लागत हीलाबिकन इन स क पछ जी था वही मात क लाभा ही थाअगर

मात न बिपत क सथा मिमालाकर पहीला स ही पतरी क1 शि0 क द उस जीबिवक क सधान दकर अलाग कर दिदय हीतऔर ह क पहीला स ही

अलाग करन क मानस न शिलाय हीत त जीला जीन क1 य परतकषिणीत हीन क1 समासय ही नही आतयही स माही क करणी ही मान जी

सकत हीजी पलान पषणी मा कई माही नही थाअगर उस समाय माही हीत त डकटार क पस चच क मार हीन क द नही ला जीय

गय हीतशि0 क सथानA माamp एडमिमासन नही करवय गय हीतसद गमाt क समाय माamp उस कपड और रहीन क सथान क दसत भा नही

करवय गय हीतलाबिकन जीस ही वही कमान लायक हआ और मात क अनदर माही न जीनमा ला शिलाय

दन माamp माही और अहीमा क तयग

दन करन क शिलाय माही क तयग जीरर हीमाही क करन स भाजीन क दन नही बिकय जी सकत हीभाजीन ही खgt सर रख ही लाबिकन दन

करन क जी तभा नही करग जी यही माही पद ही जीयग बिक कला भा इस भाजीन क इसतमाला करन हीलाबिकन जी वही रख हआ भाजीन

बिकस जीव जीनत य माZसमा क1 खर स कर ही गय त मान माamp उस खर भाजीन क फ़amp कत समाय सतप हआयही सतप त नही हीत

जी उस भाजीन क बिकस मागन वला वयशिG क आरमा स खिखला दिदय हीत और वही भाजीन स तपत हआ वयशिG क छ और भा दकर जीत

जी सतप स कई गन ढा कर हीत और आग क अचछ र समाय माamp कमा भा आत दन क रप अलाग अलाग समाय माamp अलाग अलाग रप

धारणी कर लात ही दन क शिलाय मागन वला क छटा और दन वला क कभा ड नही समाझन चबिहीय यही कथा वमान अवतर स शि0

दत ही पबित क पतन क शिलाय दिदय जीन वला वचन जी दन क ही रप ला लात हीकभा भाgtलान नही चबिहीयसमाय क दलान पर दिदय

हआ वचन बिकतन ड रप ला सकत ही इसक उदहीरणी रमाचरिरत मानस माamp दसरथा और क क ई क1 कथा स समाझ जी सकत ही वमान

अवतर माamp भागवन न ववन अगला क रप माamp पgtर पथव आक0 पतला सभा तन पग माamp नप शिलाय था और रजी शिला क ऊपर आधा पग क

कजी) ही छड दिदय था उस परकर स रजी दसरथा क दवार क क ई क दिदय गय द वचन शररमाचनदर जी क शिलाय चZदही वष) क वनवस क

करणी न थाऔर पतरी बिवयग माamp रजी दसरथा क1 मातय क करणी न था इनक अनदर भा माही क रप क वला अहीमा क रप माamp थाअगर

रजी शिला क यही अहीमा नही हीत बिक यही ववन अगला क पबिडत कय ड माग लागत कजी)ई नही नतऔर रजी दसरथा क वही अहीमा

बिक जी चहीampग तभा द वचनA क1 पgtरतित4 कर दampगइसमा कय ड ही त इतन ड हीबिन नही भागतन पडत

दन क तन परकर 0ररधान और बिवदया

अकसर वयशिG तन तरही क दन क शिलाय हीमा0 रधवय हीत ही0रर दनधान धान और बिवदया दन 0रर क दन परष और सतरी दन

मिमालाकर सतन पद करन क दवार दत हीऔर वही 0रर ससर बिहीत क शिलाय हीत ही य अबिहीत क शिलाय यही उनक पgtव) कमा| और ससर क1

आवशयकत क अनसर हीत ही धान क दन परष और सतरी पहीला अपन परिरवर क पषणी और ससर बिहीत क कमा क शिलाय दन करत ही

वही भा परष और सतरी क अपन अपन भावA क अनसर मान जीत ही बिवदया क दन क शिलाय कभा ड य छटा क भाद नही मान जीत

हीजीस बिकस कमा क करन क शिलाय जी वही कमा समाझ माamp नही आत ही त एक छटा चच अपन दधिदध स उस कमा क करन क शिलाय

अपन मात दत ही वही बिकस ड स ड माहीरथा और जञोन आदमा क दिदमाग स पर त मान जी सकत ही दधिजीस परकर स लाक धराव न

अपन मात क परशन क उKर क अनसर जीगत बिपत क ही अपन बिपत मान था और वन माamp जीकर तपसय करन क शिलाय पच सला क1 उमरो

क चन था और कमा स कमा उमरो माamp उनहीन जीगत बिपत क द0)न परपत कर शिलाय थाभाG परहीलाद न अपन बिपत क जञोन क तचछ समाझ था

और शर हीरिर क चरणीA माamp अपन मान लागकर ड स ड आफ़तA स अपन क च शिलाय था

0रर दन क करकतव

0रर दन क शिलाय सतरी और परष क समाजी क अनसर एक शरखला नकर चलान पडत ही उस शरखला क अनदर ही 0दn बिववही रबित

वयवहीर और समादधिजीक बिनयमाA क मान जीत ही अगर इन तA क नही मान जीत ही त मानय और प0 क अनदर भाद ही कय रही जीत

ही रबित नबित क अनसर दिदय गय 0रर दन दिदय गय दन क ड रप हीत ही और समाय समाय पर अपन नमा और कय) क इबितहीस माamp

शिलाख जीत ही कई भा परष बिकस भा सतरी क1 तरफ़ आकरतिष4त तभा हीत ही जी उसक अनदर कमा वसन क सचर हीत ही लाबिकन वही

अगर समादधिजीक बिनयमाA क अनसर अपन कमावसन क 0त करन क शिलाय उपयG सतरी क नही परपत करत ही त वही दिदय गय 0रर

दन य त कgt ड क ढार मा जीत ही अथाव वही अगर बिकस परकर स च भा गय त समाजी और ससर क शिलाय कभा भा अबिहीत क करणी

न जीत ही 0रर दन क शिलाय समादधिजीक बिनयमाA क शिलाय कथा कही जीत ही बिक 0क सवत क बिवEमा समवत क द क मान जीत

हीबिवEमा समवत क द जयबितष 0सतरी माamp परवणी एक जयबितष क यही पत लाग बिक अमाक समाय माamp सतरी क सथा माथान करन क द अगर

सतन क1 परनतिपत हीत ही त वही ससर माamp अपन नमा लाकर हीमा0 क शिलाय चलात रहीग लाबिकन जी उस जयबितष न दख बिक समाय उस

रत क ही और उसक1 पतन बिकस नदn क पर रहीत हीवही जीलदn जीलदn नदn पर करन क शिलाय क वटा क पस गयक वटा न दख कई हत

ही जीरर त ही और उस त क जीनन क शिलाय जी क वटा न अपन दधिजीजञोस क जीबिहीर बिकय त जयबितष जी न अपन त क उसस

त दिदय क वटा चलाक था उसन सच बिक जी इतन माहीतव पgtणी) ही और वही अपन नव क चलाकर और नव स बिकय जीन वला कय) स

ससर माamp नमा नही चला सकत ही त उस अपन सतन क इस कमा क शिलाय परयग माamp लान चबिहीय उस क वटा क जीवन और खgt0gtरत

कनय था उसन जयबितष जी क समान परसतव रख दिदय बिक रत क अनधर ही गय ही और वही रत माamp नव क नदn माamp नही ला जीयगअगर

यही माहत) जयबितष जी क परयग माamp लान ही त उसक1 कनय स गधाव) बिववही करन क द उस माहत) क परयग माamp ला सकत हीजयबितष जी

तयर ही गय और उस रत क जयबितष जी न उस क वटा क1 कनय स गधाव) बिववही करन क द गभा)धान क पgtणी) बिकय उस कनय स जी

पतरी परपत हआ वही 0क नमा स जीन जीत ही यही कथा रमायणी माamp माकररधववजी क र माamp कही जीत हीजी हीनमानजी लाक क जीलाकर

पसन स तर तर समादर माamp कgt द त उनक पसन क एक माछला बिनगला गयउस बराहमचर पसन क अनदर वय) क कणी थाउनही कणीA स

माछला क जी सतन हय वही माकररधववजी क रप माamp हय और उस पतला क रजी अबिहीरवणी क दवारपला क1 सव क अवसर मिमाला रमा

लामाणी क जी अबिहीरवणी शिला दन क शिलाय पतला लाक ला गय त हीनमानजी क पहीला दवारपला क रप माamp तनत माकररधववजी स ही

माकला करन पडद माamp पत लाग बिक वही उनही क1 सतन था 0रर दन क शिलाय समाजी क बिनयमा हत ही माहीतव रखत ही जीस एक

करगर बिकस कला क जीनत ही और आग आन वला चच उस करगर क1 कला क अपन परिरवर और घार क अनदर ही चपन स दखत

रहीत ही त व उस करगर क1 कला स वबिकफ़ हीत जीत ही उन चचA क कही अनय सथान पर जीकर शि0 नही लान पडत और व उस

कला क और अमिधाक बिवकस करन क द आग स आग परयग माamp लात जीत ही त उस कला क बिवकस अपन आप हीत चला जीत ही

उस परकर स समाजी और वणी) वयवसथा क अनसर जी 0दn बिववही बिकय जीत ही त हीन वला चच उस समाजी क अनदर अपन क

अपन आप ढालात चला जीत हीऔर जी कय) य वयवसय अथाव ससकर उनही मिमालात ही उनही क अनसर व अपन क न लात ही लाबिकन

0रर माही और रप आदिद क लाभा माamp जी समाजी स अलाग बिकस परकर स 0दn समनध बिकय जीत हीत कमाकत क अनत हीन क द

जी रप और 0रर माही क भरामा टाgtटात ही त अलाग समाजी माamp बिकय जीन वला रिरसत टाgtटात ही और अगर उन रिरसतA क अनदर कई सतन ही

गय ही त वही अपन बिपत और मात क अनसर ही अपन क नन 0र करग इस परकर स वही पद हीन वला सतन न त इधार क1 रही

और न ही उधार क1इस परकर क1 सतन क भाटाकव क रसत मिमालात ही और वही दर दर क1 Yकरamp खन क शिलाय माजीgtर ही जीत ही

अथाव उस समादधिजीक बिनयमाA स नफ़रत हीन क करणी वही समाजी स अपन परन बिहीस क चकन क शिलाय आतकवदn जीस नबितयA माamp

जीकर मानय और समाजी क दद) नही समाझन क करणी हीतय जीस जीघानय अपरधा करन 0र कर दत ही अकसर यही त उन परिरवरA माamp

भा मिमालात ही जीही तमिसतरीय आधाबिनकत क चककर माamp अपन क कषिणीक सख क शिलाय अनय माद क1 कमाकत क शि0कर ही जीत ही और

उनस पद हीन वला चच समाजी और परिरवर क तक माamp रखकर घार और परिरवर क ही लागA क शिलाय आफ़त क करणी न जीत

हीअकसर इस परकर क चच खgtन क समनध नही हीन क करणी अपन परिरवर क सदसयA क परबित दय य परमा भाव नही रख पत ही और

उस परकर स सचन चलाgt कर दत ही जीस बिक उनक कमाक बिपत क सचन हीत था

सस ड दन दय ही

मानय क अनदर दय क दन सस ड दन मान जीत हीकही भा गय ही बिक दय धामा) क माgtला ही पप माgtला अकषिभामान दधिजीसक अनदर दय

हीत ही वही रसत चलात क भा सहीर दन जीनत ही और जी सहीर दिदय जीत ही वही भा एक तरही क माहीदन ही हीत ही वही दय चही

मानय क परबित ही य जीनवर अथाव जीव जीनत क शिलाय वही दय ही सस ड दन मान जीत ही भागवन स भा परथा)न क1 जीत ही बिक

दय कर दन भाशिG क हीमा परमातमा दनदय क शिलाय बिकस क खजीन नही पडत बिक हीमा दय बिकसक सथा करन ही रसत माamp य घार

क अनदर दय क दन करन क शिलाय हीजीरA दय क परपत करन वला लाग मिमाला जीयampगऊपर त कर आय ह बिक दय मात चच क सथा

भा करत ही 0रन सभा जीवA क मारन क शिलाय मान जीत ही और अपन चच क वही नही मारत बिलला अपन चच क सथान दलान

क समाय ड ही मालायमा तरक स दतA क च अपन चच क दत ही और सथान दला दत ही माद बिचछgt अपन चचA क अपन 0रर

ही दन कर दत ही मानय अपन चच क पलान पषन स लाकर ड हीन तक उस पर दय क भाव ही रखत ही चच क ऊपर स बिगरन

स लाकर लाखA करणी नत रहीत ही जी चच अपन बिववक क खयला नही रख पत ही और जीखिखमा माamp रहीत ही त परिरवर क सदसय उस

चन क शिलाय हीर समाय खयला रखत ही जी वही चच समाजी क समान आत ही त समाजी वला लाग उस र आदतA स चन क शिलाय

बिनगही रखत हीलाबिकन कभा कभा जीनgtझ कर वही चच गलत करत ही त उस सजी दिदलान क नमा पर पशिलास य घार वलाA क1 भा

सहीयत ला जीत ही दय क रप यतरी करत वG बिकस सथान पर बिनवस करत वG य परिरवर माamp रहीन क उपरनत मिमालात ही समाजी माamp

दय क नमा पर समाजी क वयशिG क नZकर आदिद क मामाला माamp दय करन पर लाग रजीनबित भा करन लागत ही जीस आजीकर जीटाA क

आरणी क मामाला माamp दय क भाव समाझ माamp आ रही ही रजीनबित क अनदर दय क भाव दिदखव क रप माamp भा मिमालात ही जीस वर

माषदभिसजीद क हीटाकर रमा मादधिनदर य रमा मादधिनदर क हीटाकर वर माषदभिसजीद क मामाला माamp अलाग अलाग समादयA क नतओ क1 दय दिदखन क

मातला सफ़ समान ही बिक एक कहीत ही नन नही दampग और दसर कहीत ही नकर रहीampग दय दिदखव और सवथा) क शिलाय भा क1 जीत

हीजीस बिकस वयशिG क पबिहीनन क शिलाय कपड दिदय जीत ही और द माamp जी भा कई समादधिजीक त हीत ही य समादधिजीक वयशिG समान

हीत ही त कही दिदय जीत ही बिक यही कपड त हीमान इस पबिहीनन क शिलाय दिदय ही इस परकर क1 दय दिदखव हीत हीऔर उस दय क

कई माgtलय भा नही हीत ही अगर बिकस क खन खिखला दिदय ही त समान वला क माहीसgtस भा नही ही बिक खिखलान वला खद क आदमा था

य कई परयअगर उसन माहीसgtर कर शिलाय बिक खिखलान क द उस दय क टिढा4ढार पटा जीयग त उसक1 अनतरतमा उस खन क दला

माamp दिदय जीन वला आ0व)द क1 जीगही शरप और दन चलाgt कर दगदरवजी पर मागन वला क सथा अमिधाक दय करन क मातला ही बिक

अपन क लाटा Yनअमिधाकतर लागA न भाख मागन क धानध न शिलाय ही जी उनही कई माटा आसमा दिदखई दत ही त तरही तरही क

करणी नकर दय क पतरी न जीत ही और मान चही लान क द उस 0र क और अनय तरफ़ क पप कमा) माamp खच) करत ही इस

परकर स दिदय जीन वला दन दय क दन त दन वला क शिलाय मान जीत ही लाबिकन दधिजीसन दय क भाव क परपत बिकय था उसक अनदर

चलाक1 क भाव आन स दय और चलाक1 दन मिमालाकर दन दन वला और लान वला क शिलाय अबिहीत क करणी ही न गय जी दन

दिदय गय था उसक द उस दन क परयग कई अपन घार खचu क शिलाय करत ही त Ykक हीलाबिकन क Ykक ही जी वही खद कमान स

असमाथा) हीउस बिकस परकर क1 बिवदया नही आत ही वही 0रर स अपबिहीजी हीवही बिकस भा तरी माamp बिवकस नही कर सकत ही त दय करन

कर क1 त नही ही लाबिकन दय करन क उपरनत अगर कई वयशिG समाथा) हीत हय भा कमान क1 इचछ नही करत ही दिदमाग अथाव

0ररिरक शरमा स चन चहीत ही और उस दय क नमा स कमान क द बिफ़जीgtला खच) करन क1 आदत ही गय ही त वही दय नही मिमालान क

द अनय चलाबिकयA स कमान क1 सचग अकसर दय क नमा स मिमालान वला धान क लाग ड र तरही स खच) करत ही यही सतय बिनयमा

ही बिक कमान और खच) करन माamp जीमान आसमान क अनतर हीत ही कमान त हीर कई जीनत ही लाबिकन खच) करन हीर बिकस क पत नही

हीत ही कमान क अनसर अगर खच) बिकय जीय बिकस परकर क अहीमा माamp आकर अगर खच) बिकय जीत ही त कमान और माहीनत करन

भा कर ही मान जीत ही हीर मानय क बिनयमा हीत ही बिक वही अगर ईTर क1 क प स ससर माamp अवतरिरत हआ ही त वही मानव कलयणी

क1 भावन क अपन मान रखकर दय कर तथा) सथानA माamp बिकय जीन वला तभा समाथा) ही जी उस सथान माamp रहीन वला लाग जी क वला दसरA

क1 दय पर ही बिनभा)र ही उनक शिलाय दन क रप समाझ कर दन बिकय जीय अकसर कर क दन कर मा ही चला जीत ही इस त क

और अचछn तरक स समाझन क शिलाय भारत क परशिसदध धामा रमाTरमा धामा क1 ही त ला लादधिजीयवही धामा क वला आन वला तथा) यबितरीयA

क1 क प पर ही बिनभा)र हीअगर कई तथा) यतरी नही आय त वही क लाग भाgtखA मारन क1 कगर पर आजीयampलाखA लागA क वयवसय आन

वला तथा) यबितरीयA क रहीन खन तथा वही क1 परशिसदध वसतओ क चन हीलाबिकन दधिजीसक अनदर दधिदध क बिवकस ही वही वही पर नही

रहीत ही और अपन अनसर अपन औकत तथा बिवदया क ढात चला जीत हीडकटार कलामा सही भा वही क पद हीन वला माहीपरषA

माamp एक मान जीत हीउनहीन अपन बिवदया क परयग करन सख शिलाय और भारत जीस रषटर क सव|चच पद पर आसन भा ही गय जी बिक

उनक परिरवर वला आजी भा समादर स बिनकलान वला सप 0ख और अनय समान क वयपर करन क द अपन जीबिवक चला रही ही उनक

घार क पस माamp आजी भा झपड नमा न हय माकन उनक परिरवर क1 षदभिसथात क त रही ही इस परकर स दय क रप अपन बिवकस क

शिलाय अगर बिकय जीत ही और अपन अनसर ही बिकस गर क पलान क दिदमाग परयग माamp लाय जीत ही त वही दय सचच दय हीइस

दय क अनदर एक करणी और नत हीबिकस क शि0 क दन करनयही भा एक हत ड दन ही और दय क अनदर ही इसक1 औकत

ही ससर माamp दय क करणी चलान वला एन जी ओ आदिद क रप भा समाझ जी सकत ही जी ससथायamp अपन कमा करन क द लागA क

आग ढान क शिलाय अपन तन मान और धान स आग चलात ही व अपन नमा करत चला जीत ही लाबिकन लाभा माamp आन क द और उन

ससथाओ क1 दZलात अगर धान कमान क भाव मान क अनदर आय त वही दय क भाव स अलाग ही जीत ही उस भाव स अलाग जी परभाव

हीत ही वही अमिधाक धान कमान क1 लालास और उलटा सधा करणी नकर और सखययA क जीड ही रही जीत ही जी भा कमा लाभा क

करणी बिकय जीत ही व सभा कगजीA माamp त बिकय जीत ही लाबिकन धारतला पर क छ भा नही हआ हीत हीक छ ससथायamp इस भाव क और भा

अलाग अलाग तरक स धान कमान क शिलाय परयग मा लात हीजीस बिक एक धानवन क अपन सफ़ द धान क कला धान मा परिरवरतित4त करन ही

त वही पहीला इस परकर क1 ससथाओ क दन माamp माटाn रकमा ददग और द माamp उस ससथा स शिलाय जीन वला दन वपस लालागइस परकर

स जी टाकस आदिद माamp चत हीत ही वही ससथा क शिलाय न रहीत हीइस तरही स सरकर और जीनत क सथा धाख ही मान जी सकत ही

और इस परकर क1 ससथायamp जीही भा चलात ही उनक उददोशय मातरी दय क नमा पर गरख धानध करन ही मान जी सकत हीउनहीन अपन

पलानर नZकर पर रख हीत ही और उन पलानर और धान क लाख जीख तयर करन वला चटाuड एकउनटाampटा क1 दZलात व अपन कमा करत

रहीत ही इस परकर क1 दय स भा चन चबिहीयऔर जी भा कमा करन ही अगर हत ड रप माamp करन ही त अपन दवार ही बिकय जीय

और छटा रप माamp करन ही त भा अपन दवार ही बिकय जीय वही दय क दन सस उKमा मान जी सकत हीअगर शि0णी ससथाओ क

बिवकस करन ही त अपन नमा क कभा उपयग नही करन चबिहीयजीस बिक अकसर लाग अपन दद बिपत मात आदिद क नमा स ससथा

क खड कर दत ही और उस चलाकर नमा कमान क1 कशि00 करत ही यही ससर बिवशिचतरी ही यही एक परक बित क लाग नही हीकभा कई

सहीर लान क नमा पर आकर बिगडबिगडयग और सहीर मिमालान क द वही खद क 0र क1 भाबित नकर शिलाय गय दन क रद करन क

अलाव उस ससथा क भा गला दग दधिजीस भाव माamp बिकस क सवथा) आकर टाकर जीय उस भाव माamp बिकय जीन वला दन य दय कर ही

मान जी सकत ही जीस बिकस न अपन गनतवय क शिलाय रसत पgtछऔर तन क दला मा अगर कई धान क दत ही त वही दय य दन

क रप नही हीत ही दन क रप माamp बिकस क गनतबय क तय जीन वला रसत भा दन क ही रप ही जीत ही अकसर रजीन बिकस

क बिकस न बिकस परकर क1 समासय मिमाला जीत ही और वही समासय स सलाझन क रसत बिकस स पgtछत हीऔर तन वला उस सही

रसत त दत ही त वही समासय स छ टाकर परपत कर लात हीयही भा तय गय उपय और तय जीन वला वयशिG क शिलाय दन क ही

रप मान जीत ही आजी क यग मा अगर इस त क सधा सनत क शिलाय दख जीत ही त जी सनत दकषिणी क लाकर और अपन शि0य

नकर अगर जञोन क दन दत ही त वही दय क1 शरणी माamp नही आत ही वही एक माही और अपन क उचच दिदखन क अहीमा माamp 0मिमाला ही

जीत ही दिदय गय रसत और दिदय गय जञोन अगर दिदय जीन वला वयशिG क1 जीनपबिहीचन क1 समा माamp आजीत ही त भा दय और दन

क1 शरणी माamp नही आ सकत ही जीस एक पतरी अपन बिपत स क छ जीनन चहीत ही त बिपत क दवार तय गय उKर दय य दन क1 शरणी

माamp नही आयगयही अपनतव क1 भावन माamp आकर और माही क दवार जञोन क दिदय मान जीयग लाबिकन वही चच अगर रसत चलात बिकस

वयशिG स पgtछत ही और वही वयशिG उच चच क नही जीनत ही त वही दिदय गय जञोन और दय क भाव दन क1 शरणी माamp 0मिमाला ही

जीयग बिकस सडक पर जीन क शिलाय अगर द रसतA क च माamp एक सइन ड) क लाग दिदय गय ही और उस पर सही रसत पर जीन क

कथान शिलाख ही त वही ड) दधिजीसन लागवय ही उसक शिलाय दन क सधान मान जीयगलाबिकन अगर उस ड) क इस परकर क लागवय

गय ही बिक उसक अनदर पस डलाकर रसत क जञोन शिलाय जीय त वही कमान क सधान मान जीयग अकसर कई ससथायamp अपन अपन

अनसर लागA क1 शिचबिकतस क शिलाय अपन अपन अनसर क मप लागत ही वही पर सधारणी जीनत क शिलाय चविक4ग और दवइयA क बिवतरणी

बिन0लक बिकय जीत हीलाबिकन अगर उस ससथान अपन नमा क परचर जीर 0र स बिकय ही और अपन नमा क सथा डकटारA क नमा और

बिवतरिरत क1 जीन वला दवइयA क लाख जीख सक सनय ही त वही बिकय जीन वला सव क भाव नमा और अपन अहीमा परकटा करन

क तरक मान जीयगइस परबितसपधा) क रप भा दिदय जी सकत ही बिक अमाक ससथा न इतन धान इस शिचबिकतस क शिलाय खच) बिकय था

जी उस ससथा न इतन धान खच) बिकय ही यही त अकसर बिकय जीन वला भाडर क शिलाय भा मान जी सकत हीबिक अमाक आदमा न

अमाक सथान माamp इतन लागA क भाजीन करवययही त उस आदमा क शिलाय दन माamp नही सतिलक अहीमा क1 शरampणी मा 0मिमाला ही जीयगलाबिकन

वही आदमा अगर अपन क दिदखव स दर रखन क द भाजीन करवत ही त वही दन और दय क1 शरणी मा बिगन जीयग

दय धामा) क माgtला ही पला माgtला अकषिभामान

जीव जीनत और जीनवरA क अलाव मानय क शिलाय जी उKमा दन क1 और दय क करणी ही व द परकर क मान जीत हीएक सव|Kमा और

दसर अधामा अगर ससर माamp भाजीन और पन नही ही त ससर क दिटाक पन असमभव ही भाजीन और पन क मिमालान स कई भा जीव

जीनत और मानय बिवकटा स बिवकटा परिरषदभिसथाबित माamp दधिजीनद रही सकत ही इन दन क नही मिमालान स बिकतन ही धान दZलात और माय ही कई

नही दिटाक सकत ही दय क शिलाय सतरी और जीवA क सथा गय दय क1 हीमा0 पतरी ही इन करकA क रधवयन माamp रखकर बिकय जीन वला दन

और दय ड ही कमा क1 हीत ही भाजीन और पन क सधानA क दन बिकस भा ससथा क दवार बिकय जीत ही त वही दन सव)शरषठा शरणी

क मान जीत ही सतरी और गय क ऊपर क1 जीन वला दय हीमा0 पणय क दन वला हीत ही सतरी और गय क ही कयA दय क शिलाय

मान जीत ही त बिवदवाजीनA क समाझन चबिहीय बिक सतरी बिकतन ही बिनरक 0 ही उसक अनदर हीमा0 मामात क1 भावन रहीगसमाजी बिकतन

ही उसक सथा अनचर कर वही अपन भावकत क ला पर दधिजीनद रहीन क1 मात रखत हीजी भा कमा आत ही त क वला सनतन पलान

पषणी और अपन सवजीनA क1 र क शिलाय मान जीत ही एक डयन भा अपन चच क सभाला कर रखत ही इस कहीवत क अथा) तभा

मान जी सकत ही जी डयन क सथा भा मामातव क वयवहीर नकर रख जीय गय क दय क1 शरणी माamp परन समाय स क वला इसशिलाय ही

मान जी सकत ही बिक उस क छ भा खन क द लाबिकन वही दग दधा हीवही कभा अपन चच क पस बिकस अनहीन क त तक नही आन

दग जी तक उसक1 जीन रहीगदधिजीस जीव क अनदर इतन अपन चच क परबित दय ही और वही अपन दय क करणी अपन 0रर क भा

समापत करन क1 इचछ क रखउसक सथा Egt रत करन पgtर तरही स अमानषत क1 शरणी माamp आजीत ही सतरी क भागय समाझ कर और

उसक सथा भागA क सख लाकर माथान और पच माकर क परयग करन क द बिकतन ही उस परतकषिणीत बिकय जीयग वही हीमा0 अपन पबित

और परिरवर क शिलाय समारतिप4त रहीग समादधिजीक नधन हीA य 0रर क नधन वही अपन भावनतमाक आव0 माamp सभा क समापत कर सकत

ही लाबिकन इस कलायग क इन दन क सथा ही सस ड अनचर ही रही ही हीत मा आय भाgtकमप स ससर क अनदजी लाग लान चबिहीय

बिक इस द0 क माख वयपरिरक समनध अमारिरक स ही और यही पर ससर क सस अमिधाक एड क मारजी हीयही क बिनवशिसयA क माखय

खन गय क मास हीऔर यही रिरसत नमा क1 चजी समाझ माamp नही आत हीयही तक बिक भाई बिहीन क रिरसत भा अजी ही हीत हीमाथान

0र और मारकटा क करणी यही द0 गर द0A क1 शरणी माamp आत हीअकसमात भाgtकमप आय और एक लाख स अमिधाक वयशिGयA न एक

णी माamp ही अपन जीन गव दnयही तक बिक रषटरपबित क माहीला भा पत नही लाग बिक वही कही गय गय और सतरी क सस अमिधाक

परतणीन इस द0 माamp मिमालात ही यही तक बिक इस द0 माamp भाgtकमप आन क द लागA क1 जीन क1 र त करन दर यही पर सहीयत क शिलाय

जीन वला लागA क भा लाgtटा जीन लागजीस ही भाgtकमप आय दन क1 रशि0 इकटठो करन क शिलाय करडA ससथायamp एक दमा अपन अपन

अनसर समान आन लागयही क वला बिकय जीन वला पपA क करणी ही

गरहीA क 120 गणी

लागन अगर-

माष ही त आदमा क चच ही

वष ही त धान क1 मा0न ही

मिमाथान ही त टालाफ़न ही

कक) ही त भावन क1 पबिडय ही

सिस4ही ही त अहीमा भार हआ ही

कनय ही त कजी) दशमान मार स मिघार ही

तला ही त हीर त माamp फ़यद सचन वला ही

वकषिeक ही त भाgtत क सरदर ही

धान ही त प दद क1 त करन वला ही

माकर ही त चZस घाटा कमा ही कमा ही

क मभ ही त जीलदn रिरसत न सकत ही

मान ही त हीमा0 माZन रहीन वला ही

लागन स सgtय) अगर-

पहीला भाव मा ही त अहीमा भार ही

दसर भाव मा ही त चमाक क आग क छ दिदखई ही नही दत

तसर भाव मा ही त नतगर पहीला ही

चZथा भाव मा ही त रजीनबित वला सच ही

पचमा भाव मा ही त परिरवर मा ही रजीनबित करन वला ही

छY भाव मा ही त प क नZकर समाझत ही

सतव भाव मा ही जीवन सथा क गलामा ही

आYव भाव मा ही त चर दिदला क मारजी ही

नव भाव मा ही त धामा) स भा कमान वला ही

दसव भाव मा ही त सभा कमा नतगर स बिकय जीत ही

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 17: केतु

क शिलाय वही चही परष ही सतरीअकसर सथान दलान य बिकरय क माकन शिसफ़टा करन क पहीला यही अहीसस हीन लागत ही नZकर माamp य

अपन वयवसय माamp सथान दलान क समाय भा यही अनभाव दख गय ही अकसर बिकस वयशिG क1 दनA भाहीamp अपन आप फ़डकन लागत ही त

उस समाझ लान चबिहीय बिक उसक र दिदन अ त गय ही और सख क समाय आन वला हीवही दधिजीस त क शिलाय भा दख था उसक दख

दर हीन वला हीसथा ही उसक हरदय माamp एक उतसही भा जीनमा लान लागत ही आखA क1 फ़डकन अमिधाकतर समाजी माamp परचशिलात हीसतरी क1

य आख और परष क1 दबिहीन आख बिकस भा सथान स फ़डकन लागत ही त उस जी भा बिपरय हीत ही उस क द0)न हीन हीत ही

लाबिकन बिवपरत अवसथा माamp अ0भात क दखन भा मिमालाकरत ही सतरी क यamp नतरी क कन क1 तरफ़ क कZन फ़डकन 0र हीत ही त

जीरर लाकषमा क1 परनतिपत हीत हीवही चही सन चदn क रप माamp ही य नगद धान क रप माamp मिमाला उस मिमालात जीरर ही यही हीला परष क

दबिहीन नतरी क शिलाय मान जीत ही आख क ऊपर क बिकसस माamp भा यही जीन जीत ही बिक अगर परष क दबिहीन और सतरी क य पलाक

फ़डकत ही त बिकस पदव क1 परनतिपत हीत ही और बिवपरत माamp पदव क अत हीत ही कनध फ़डकन माamp भागA क1 परनतिपत और बिवपरत

अवसथा माamp भागA क चला जीन मिमालात ही थाड क फ़डकन सतरी और परष क शिलाय बिकस ड डर क शिलाय मान जीत हीबिकस क1 धामाक1

य बिकस परकर स घार य हीर क वयशिG क सथा अकसमात हीदस हीन क1 खर थाड स मिमालात हीलाबिकन कणY फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp

यही उलटा हीत हीइसमाamp परशिसदधिदध और धान लाभा मिमालात दख गय ही गद)न क बिपछला बिहीसस फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp जी भा र भाव मानन

वला लाग हीत ही व हीव हीन क1 कशि00 करत हीहीAYA क फ़डकन क समाय माamp भाZबितक वसत जी हत बिपरय हीत मिमाला जीत ही पY

फ़डकन क सतरी और परष दन क भा र मान गय हीय त मार पकडत हीय बिफ़र बिकस त माamp हीरन पडत ही कख फ़डकन पर

जी अपन खस हीत ही उसस मिमालान हीत हीलाबिकन दबिहीन और य क भा खयला रखन पडत हीबिवपरत अवसथा माamp बिछडन भा मान

जीत ही दिदला क धाडकन अकसर जी भा जीनमा शिसदध कमान हीत ही उसक मिमालान क समाय मान जीत हीचही वही हीमा0 स मान जीन

वला भागवन क बिकस भा रप माamp कयA न ही माही क अनदर फ़डकहीटा अचछ भाजीन क1 परनतिपत क सक त मान जीत हीहीथाला माamp खजीलाहीटा

धान क आगमान और बिवपरत अवसथा माamp खच) करन क1 षदभिसथाबित क भा द0)त ही कमार क फ़डकन हत अचछ कमा क अनदर क छ समाय

क शिलाय बिजी हीन और द माamp सममान दन क शिलाय मान जीत ही नकषिभा क फ़डकन पबित क शिलाय पतन क बिछही और पतन क शिलाय

पबित क बिछही क रप माamp जीन जीत ही परइवटा पटा) क फ़डकन पर इषदभिचछत सथा क सथा रमाणी करन क समाय तय गय ही गद क

फ़डकन पर वहीन क लाभा हीत हीचही वही खद क मिमाला य बिकरय क वहीन स सफ़र करन क अवसर मिमालाजीघाA क फ़डकन स वसतरीA

क1 परनतिपत हीत हीघाटान क फ़डकन स घार माamp 0तरीओ क1 और वयपर माamp कमपटाnटार क उदय हीन क समाय मान जीत ही पर फ़डकन पर

बिकस नय सथान क1 तरफ़ पलायन हीत हीबिवपरत अवसथा माamp र सथान क परपत करन क सक त भा मान जीत ही पर क तला क फ़डकन

क1 षदभिसथाबित माamp अचला समपकषिK क1 परनतिपत और बिवपरत अवसथा माamp अचला समपकषिK क जीन क समाय मान जीत ही चच क मार हीन क

समाय मात क1 छत अपन आप दरबिवत हीन लागत हीचच क Ykक हीन क समाय मात क1 य छत फ़डकन लागत ही सही क समाय माamp

जीलदn असर मिमालात ही 0मा क समाय माamp दर स असर मिमालात हीलागतर फ़डकन क1 षदभिसथाबित माamp भाला य र परभाव पलान क नन क द

मिमालात ही एक सथा दन अग क फ़डकन भागय और दभा)गय क च माamp चलान वला हीस मान जीत ही इसक अलाव और भा सकडA

बिEययamp इस 0रर क दवार समपदिदत क1 जीत हीजी क वला य इलाषदभिकटरोक करampटा क दवार ही समभव ही कई वयशिG अगर लागतर

नकरतमाक षदभिसथाबित माamp चला जीत ही और वही र र अपन क अक ला रहीन क शिलाय परिरवर य समाजी क लागA स दर रखत ही त उस

वयशिG क शिलाय यही नकरतमाक ऊजी) क परव0 क समाय मान जीत हीइस कला माamp उस वयशिG स कई भा वत) करन पर वही खजीत ही

और अपन 0रर क समापत करन क1 धामाक1 दत ही नकरतमाक ऊजी) क 0रर स दर करन क शिलाय वयशिG क ऊपर स खन वला सद

नमाक एक माटठोn 0मा क समाय सत वर उसर करन क द घार क हीर सडक पर डलान स उसक1 नकरतमाक ऊजी) स छ टाकर भा

मिमालात दख गय ही नकरतमाक ऊजी) क एक परभाव और दख गय ही बिक वही घार क अनदर सस पहीला कला0 पद करन क करणी पद

करत हीवही वयशिG क बिकय जीन वला कमा स रधवयन भाग करत हीवही कर क छ रही हीत ही और करत क छ हीइस करणी स घार क अनदर

नकसनसमनधA क अनदर बिगड और वयपर क अनदर नकसन तथा नZकर क अनदर माशिलाक स परतणीन क असर दत हीइसक शिलाय

सही क अपन जीगन क द अपन इषट क रधवयन माamp रखकर उसक1 मानशिसक इमाजी अपन दनA हीथाA माamp दखन क द तथा जी सवर चला

रही हीउस पर क पहीला बिसतर स नच रखन क द ही कय क 0र करन चबिहीय रत क नद नही आन क1 अवसथा माamp भा सgtय|दय स

पहीला जीगन क1 बिEय क करन चबिहीयऔर जीही स भा उगत हय सgtय) क दरशय दिदखई द दखन क परयस करन चबिहीय अकसर उन लागA

क हत ही सफ़ला हीत दख गय ही जी लाग सही क उगत हय सgtय) क नदn य समादर य तला क पर दखन क1 कशि00 करत ही दन

भाजीन पgtजी और समतमिनधत वयशिG क1 भालाई क1 कमान क शिलाय जी भा उपचर बिकय जीत ही व अपरतय रप स फ़यद दत दख गय ही

दिदमाग क1 अमिधाक अ0नतिनत स चन क शिलाय पहीड यतरीयamp भा कमाय हीत ही

दन क माहीतव

अकसर जीवन मा दन क माहीतव हीमात अपन मामातव क चच क शिलाय दन करत ही बिपत अपन परषथा) क शिलाय अपन जीवन क क1 जीन

वला माहीनत क दन अपन चच क शिलाय करत हीभाई अपन हला क दन करत हीबिहीन अपन तरक स समनध नकर और समाजी

नकर अपन भाई क तरी क दन करत हीभाई अपन बिहीन क शिलाय आजीवन अपन सहीयत और 0शिG क दन करत हीड हीकर

चच अपन मात बिपत क वदध हीन पर उनक1 दख रख और भाजीन क दन करत हीपतन पबित क रबित सख परदन करत हीअपन दवार

पबित क शिलाय बिनसवथा) भाव स भाजीन और पबित सख और आय वदधिदध क परबित पgtजी पY करत ही आग क शिलाय व0 चलान क परबित अपन

कमान क समारतिप4त करत ही ह अपन सवथा) क तयग कर पबित क क ला मा 0बित और समपननत नन क परबित अपन जञोन क दन करत

हीदमाद अपन हला और सममान क दवार अपन ससरला जीन क मान ढान माamp अपन 0शिG क दन करत ही क छ लाग अपन

वयवसय सथान पर Y कर रसत तकर अपन जञोन क दन करत हीक छ लाग पयसA क शिलाय पयऊ खलावकर धामा)0ला नव कर लागA

क जीवन क सद गमाt स चन क शिलाय अपन हला क दन करत ही हीक1कत मा दख जीय त यही 0रर ही दन स और दन क शिलाय

न ही एक वयशिG एक लाख रजीन कमा रही ही लाबिकन वही अपन शिलाय मातरी क छ सZ रपय माamp अपन पटा भार लात हीऔर क1 क धान

वही अपन परिरवर क शिलाय जीमा करत ही बिक वही अपन सतन क शिलाय इतन इकटठो कर द बिक उसक द उसक1 सतन बिकस क1 माहीतजी

नही रही और वही सख रही लाबिकन इस सख रखन क करणीA माamp माही पद ही जीत हीयही माही करन ही उसक1 भाgtला ही और इस माही क

चककर माamp 0रर स क1 जीन वला माहीनत दन सवरप न हीकर माही क जीजीला माamp चला जीत ही मात न अगर पतरी क जीनमा दन क द यही

सच शिलाय बिक उसक पतरी ड हीकर उसक1 पलान करगउसक1 सव करगउसक शिलाय ह लाकर उसक1 आजञो क पलान करवयग त

मात क यही माही उस समाय कर ही जीत ही जी लाडक ड हीत ही और अपन माजीt स 0दn बिववही करन क द अपन घार अलाग

स लात ही मात अपन पतरी क सहीर रहीन क करणी और अपन शिलाय क छ न चकर क वला पतरी क शिलाय ही स क छ करन क द जी पतरी

पस स बिनकला जीत ही और पतन क शिलाय सचन लागत ही त मात क वही पलान पषणी स लाकर पढान शिलाखन और सभा सधान पतरी क

शिलाय जीटान क परबित कर ही जीत ही उस समाय मात और पतरी क च तनतन चलात ही और ह जी दसर घार स आय ही उसक अनदर

यही भावन घार कर जीत ही बिक मा क वला टा स धान क माही करत ही और टा मा क कही पर चलात ही उसक1 त क नही सनत हीइस

परकर स तकरर ढा कर ड तकरर न जीत हीटा न त मा क छड सकत ही और न ही पतन क छड सकत हीपतन क पस द

रसत हीत ही एक अपन मात बिपत क और दसर कनgtन कलाबिकन मात क पस एक ही रसत हीत ही वही हीत ही अपन पतरी कह य

त अपन मात बिपत स परतणीन दिदलावत ही अथाव कनgtन क सहीर लाकर मात बिपत क जीय भाजीन और सहीयत दन क जीला क1

हीव दिदलावन क कमा करत हीटा क समान द ही रसत हीत ही य त वही ह क लाकर अलाग रहीन 0र कर द य ह क तलाक दकर

बिफ़र स मात बिपत क कहीन माamp चलान लागउस दसर सधान ही सही लागत हीलाबिकन इन स क पछ जी था वही मात क लाभा ही थाअगर

मात न बिपत क सथा मिमालाकर पहीला स ही पतरी क1 शि0 क द उस जीबिवक क सधान दकर अलाग कर दिदय हीतऔर ह क पहीला स ही

अलाग करन क मानस न शिलाय हीत त जीला जीन क1 य परतकषिणीत हीन क1 समासय ही नही आतयही स माही क करणी ही मान जी

सकत हीजी पलान पषणी मा कई माही नही थाअगर उस समाय माही हीत त डकटार क पस चच क मार हीन क द नही ला जीय

गय हीतशि0 क सथानA माamp एडमिमासन नही करवय गय हीतसद गमाt क समाय माamp उस कपड और रहीन क सथान क दसत भा नही

करवय गय हीतलाबिकन जीस ही वही कमान लायक हआ और मात क अनदर माही न जीनमा ला शिलाय

दन माamp माही और अहीमा क तयग

दन करन क शिलाय माही क तयग जीरर हीमाही क करन स भाजीन क दन नही बिकय जी सकत हीभाजीन ही खgt सर रख ही लाबिकन दन

करन क जी तभा नही करग जी यही माही पद ही जीयग बिक कला भा इस भाजीन क इसतमाला करन हीलाबिकन जी वही रख हआ भाजीन

बिकस जीव जीनत य माZसमा क1 खर स कर ही गय त मान माamp उस खर भाजीन क फ़amp कत समाय सतप हआयही सतप त नही हीत

जी उस भाजीन क बिकस मागन वला वयशिG क आरमा स खिखला दिदय हीत और वही भाजीन स तपत हआ वयशिG क छ और भा दकर जीत

जी सतप स कई गन ढा कर हीत और आग क अचछ र समाय माamp कमा भा आत दन क रप अलाग अलाग समाय माamp अलाग अलाग रप

धारणी कर लात ही दन क शिलाय मागन वला क छटा और दन वला क कभा ड नही समाझन चबिहीय यही कथा वमान अवतर स शि0

दत ही पबित क पतन क शिलाय दिदय जीन वला वचन जी दन क ही रप ला लात हीकभा भाgtलान नही चबिहीयसमाय क दलान पर दिदय

हआ वचन बिकतन ड रप ला सकत ही इसक उदहीरणी रमाचरिरत मानस माamp दसरथा और क क ई क1 कथा स समाझ जी सकत ही वमान

अवतर माamp भागवन न ववन अगला क रप माamp पgtर पथव आक0 पतला सभा तन पग माamp नप शिलाय था और रजी शिला क ऊपर आधा पग क

कजी) ही छड दिदय था उस परकर स रजी दसरथा क दवार क क ई क दिदय गय द वचन शररमाचनदर जी क शिलाय चZदही वष) क वनवस क

करणी न थाऔर पतरी बिवयग माamp रजी दसरथा क1 मातय क करणी न था इनक अनदर भा माही क रप क वला अहीमा क रप माamp थाअगर

रजी शिला क यही अहीमा नही हीत बिक यही ववन अगला क पबिडत कय ड माग लागत कजी)ई नही नतऔर रजी दसरथा क वही अहीमा

बिक जी चहीampग तभा द वचनA क1 पgtरतित4 कर दampगइसमा कय ड ही त इतन ड हीबिन नही भागतन पडत

दन क तन परकर 0ररधान और बिवदया

अकसर वयशिG तन तरही क दन क शिलाय हीमा0 रधवय हीत ही0रर दनधान धान और बिवदया दन 0रर क दन परष और सतरी दन

मिमालाकर सतन पद करन क दवार दत हीऔर वही 0रर ससर बिहीत क शिलाय हीत ही य अबिहीत क शिलाय यही उनक पgtव) कमा| और ससर क1

आवशयकत क अनसर हीत ही धान क दन परष और सतरी पहीला अपन परिरवर क पषणी और ससर बिहीत क कमा क शिलाय दन करत ही

वही भा परष और सतरी क अपन अपन भावA क अनसर मान जीत ही बिवदया क दन क शिलाय कभा ड य छटा क भाद नही मान जीत

हीजीस बिकस कमा क करन क शिलाय जी वही कमा समाझ माamp नही आत ही त एक छटा चच अपन दधिदध स उस कमा क करन क शिलाय

अपन मात दत ही वही बिकस ड स ड माहीरथा और जञोन आदमा क दिदमाग स पर त मान जी सकत ही दधिजीस परकर स लाक धराव न

अपन मात क परशन क उKर क अनसर जीगत बिपत क ही अपन बिपत मान था और वन माamp जीकर तपसय करन क शिलाय पच सला क1 उमरो

क चन था और कमा स कमा उमरो माamp उनहीन जीगत बिपत क द0)न परपत कर शिलाय थाभाG परहीलाद न अपन बिपत क जञोन क तचछ समाझ था

और शर हीरिर क चरणीA माamp अपन मान लागकर ड स ड आफ़तA स अपन क च शिलाय था

0रर दन क करकतव

0रर दन क शिलाय सतरी और परष क समाजी क अनसर एक शरखला नकर चलान पडत ही उस शरखला क अनदर ही 0दn बिववही रबित

वयवहीर और समादधिजीक बिनयमाA क मान जीत ही अगर इन तA क नही मान जीत ही त मानय और प0 क अनदर भाद ही कय रही जीत

ही रबित नबित क अनसर दिदय गय 0रर दन दिदय गय दन क ड रप हीत ही और समाय समाय पर अपन नमा और कय) क इबितहीस माamp

शिलाख जीत ही कई भा परष बिकस भा सतरी क1 तरफ़ आकरतिष4त तभा हीत ही जी उसक अनदर कमा वसन क सचर हीत ही लाबिकन वही

अगर समादधिजीक बिनयमाA क अनसर अपन कमावसन क 0त करन क शिलाय उपयG सतरी क नही परपत करत ही त वही दिदय गय 0रर

दन य त कgt ड क ढार मा जीत ही अथाव वही अगर बिकस परकर स च भा गय त समाजी और ससर क शिलाय कभा भा अबिहीत क करणी

न जीत ही 0रर दन क शिलाय समादधिजीक बिनयमाA क शिलाय कथा कही जीत ही बिक 0क सवत क बिवEमा समवत क द क मान जीत

हीबिवEमा समवत क द जयबितष 0सतरी माamp परवणी एक जयबितष क यही पत लाग बिक अमाक समाय माamp सतरी क सथा माथान करन क द अगर

सतन क1 परनतिपत हीत ही त वही ससर माamp अपन नमा लाकर हीमा0 क शिलाय चलात रहीग लाबिकन जी उस जयबितष न दख बिक समाय उस

रत क ही और उसक1 पतन बिकस नदn क पर रहीत हीवही जीलदn जीलदn नदn पर करन क शिलाय क वटा क पस गयक वटा न दख कई हत

ही जीरर त ही और उस त क जीनन क शिलाय जी क वटा न अपन दधिजीजञोस क जीबिहीर बिकय त जयबितष जी न अपन त क उसस

त दिदय क वटा चलाक था उसन सच बिक जी इतन माहीतव पgtणी) ही और वही अपन नव क चलाकर और नव स बिकय जीन वला कय) स

ससर माamp नमा नही चला सकत ही त उस अपन सतन क इस कमा क शिलाय परयग माamp लान चबिहीय उस क वटा क जीवन और खgt0gtरत

कनय था उसन जयबितष जी क समान परसतव रख दिदय बिक रत क अनधर ही गय ही और वही रत माamp नव क नदn माamp नही ला जीयगअगर

यही माहत) जयबितष जी क परयग माamp लान ही त उसक1 कनय स गधाव) बिववही करन क द उस माहत) क परयग माamp ला सकत हीजयबितष जी

तयर ही गय और उस रत क जयबितष जी न उस क वटा क1 कनय स गधाव) बिववही करन क द गभा)धान क पgtणी) बिकय उस कनय स जी

पतरी परपत हआ वही 0क नमा स जीन जीत ही यही कथा रमायणी माamp माकररधववजी क र माamp कही जीत हीजी हीनमानजी लाक क जीलाकर

पसन स तर तर समादर माamp कgt द त उनक पसन क एक माछला बिनगला गयउस बराहमचर पसन क अनदर वय) क कणी थाउनही कणीA स

माछला क जी सतन हय वही माकररधववजी क रप माamp हय और उस पतला क रजी अबिहीरवणी क दवारपला क1 सव क अवसर मिमाला रमा

लामाणी क जी अबिहीरवणी शिला दन क शिलाय पतला लाक ला गय त हीनमानजी क पहीला दवारपला क रप माamp तनत माकररधववजी स ही

माकला करन पडद माamp पत लाग बिक वही उनही क1 सतन था 0रर दन क शिलाय समाजी क बिनयमा हत ही माहीतव रखत ही जीस एक

करगर बिकस कला क जीनत ही और आग आन वला चच उस करगर क1 कला क अपन परिरवर और घार क अनदर ही चपन स दखत

रहीत ही त व उस करगर क1 कला स वबिकफ़ हीत जीत ही उन चचA क कही अनय सथान पर जीकर शि0 नही लान पडत और व उस

कला क और अमिधाक बिवकस करन क द आग स आग परयग माamp लात जीत ही त उस कला क बिवकस अपन आप हीत चला जीत ही

उस परकर स समाजी और वणी) वयवसथा क अनसर जी 0दn बिववही बिकय जीत ही त हीन वला चच उस समाजी क अनदर अपन क

अपन आप ढालात चला जीत हीऔर जी कय) य वयवसय अथाव ससकर उनही मिमालात ही उनही क अनसर व अपन क न लात ही लाबिकन

0रर माही और रप आदिद क लाभा माamp जी समाजी स अलाग बिकस परकर स 0दn समनध बिकय जीत हीत कमाकत क अनत हीन क द

जी रप और 0रर माही क भरामा टाgtटात ही त अलाग समाजी माamp बिकय जीन वला रिरसत टाgtटात ही और अगर उन रिरसतA क अनदर कई सतन ही

गय ही त वही अपन बिपत और मात क अनसर ही अपन क नन 0र करग इस परकर स वही पद हीन वला सतन न त इधार क1 रही

और न ही उधार क1इस परकर क1 सतन क भाटाकव क रसत मिमालात ही और वही दर दर क1 Yकरamp खन क शिलाय माजीgtर ही जीत ही

अथाव उस समादधिजीक बिनयमाA स नफ़रत हीन क करणी वही समाजी स अपन परन बिहीस क चकन क शिलाय आतकवदn जीस नबितयA माamp

जीकर मानय और समाजी क दद) नही समाझन क करणी हीतय जीस जीघानय अपरधा करन 0र कर दत ही अकसर यही त उन परिरवरA माamp

भा मिमालात ही जीही तमिसतरीय आधाबिनकत क चककर माamp अपन क कषिणीक सख क शिलाय अनय माद क1 कमाकत क शि0कर ही जीत ही और

उनस पद हीन वला चच समाजी और परिरवर क तक माamp रखकर घार और परिरवर क ही लागA क शिलाय आफ़त क करणी न जीत

हीअकसर इस परकर क चच खgtन क समनध नही हीन क करणी अपन परिरवर क सदसयA क परबित दय य परमा भाव नही रख पत ही और

उस परकर स सचन चलाgt कर दत ही जीस बिक उनक कमाक बिपत क सचन हीत था

सस ड दन दय ही

मानय क अनदर दय क दन सस ड दन मान जीत हीकही भा गय ही बिक दय धामा) क माgtला ही पप माgtला अकषिभामान दधिजीसक अनदर दय

हीत ही वही रसत चलात क भा सहीर दन जीनत ही और जी सहीर दिदय जीत ही वही भा एक तरही क माहीदन ही हीत ही वही दय चही

मानय क परबित ही य जीनवर अथाव जीव जीनत क शिलाय वही दय ही सस ड दन मान जीत ही भागवन स भा परथा)न क1 जीत ही बिक

दय कर दन भाशिG क हीमा परमातमा दनदय क शिलाय बिकस क खजीन नही पडत बिक हीमा दय बिकसक सथा करन ही रसत माamp य घार

क अनदर दय क दन करन क शिलाय हीजीरA दय क परपत करन वला लाग मिमाला जीयampगऊपर त कर आय ह बिक दय मात चच क सथा

भा करत ही 0रन सभा जीवA क मारन क शिलाय मान जीत ही और अपन चच क वही नही मारत बिलला अपन चच क सथान दलान

क समाय ड ही मालायमा तरक स दतA क च अपन चच क दत ही और सथान दला दत ही माद बिचछgt अपन चचA क अपन 0रर

ही दन कर दत ही मानय अपन चच क पलान पषन स लाकर ड हीन तक उस पर दय क भाव ही रखत ही चच क ऊपर स बिगरन

स लाकर लाखA करणी नत रहीत ही जी चच अपन बिववक क खयला नही रख पत ही और जीखिखमा माamp रहीत ही त परिरवर क सदसय उस

चन क शिलाय हीर समाय खयला रखत ही जी वही चच समाजी क समान आत ही त समाजी वला लाग उस र आदतA स चन क शिलाय

बिनगही रखत हीलाबिकन कभा कभा जीनgtझ कर वही चच गलत करत ही त उस सजी दिदलान क नमा पर पशिलास य घार वलाA क1 भा

सहीयत ला जीत ही दय क रप यतरी करत वG बिकस सथान पर बिनवस करत वG य परिरवर माamp रहीन क उपरनत मिमालात ही समाजी माamp

दय क नमा पर समाजी क वयशिG क नZकर आदिद क मामाला माamp दय करन पर लाग रजीनबित भा करन लागत ही जीस आजीकर जीटाA क

आरणी क मामाला माamp दय क भाव समाझ माamp आ रही ही रजीनबित क अनदर दय क भाव दिदखव क रप माamp भा मिमालात ही जीस वर

माषदभिसजीद क हीटाकर रमा मादधिनदर य रमा मादधिनदर क हीटाकर वर माषदभिसजीद क मामाला माamp अलाग अलाग समादयA क नतओ क1 दय दिदखन क

मातला सफ़ समान ही बिक एक कहीत ही नन नही दampग और दसर कहीत ही नकर रहीampग दय दिदखव और सवथा) क शिलाय भा क1 जीत

हीजीस बिकस वयशिG क पबिहीनन क शिलाय कपड दिदय जीत ही और द माamp जी भा कई समादधिजीक त हीत ही य समादधिजीक वयशिG समान

हीत ही त कही दिदय जीत ही बिक यही कपड त हीमान इस पबिहीनन क शिलाय दिदय ही इस परकर क1 दय दिदखव हीत हीऔर उस दय क

कई माgtलय भा नही हीत ही अगर बिकस क खन खिखला दिदय ही त समान वला क माहीसgtस भा नही ही बिक खिखलान वला खद क आदमा था

य कई परयअगर उसन माहीसgtर कर शिलाय बिक खिखलान क द उस दय क टिढा4ढार पटा जीयग त उसक1 अनतरतमा उस खन क दला

माamp दिदय जीन वला आ0व)द क1 जीगही शरप और दन चलाgt कर दगदरवजी पर मागन वला क सथा अमिधाक दय करन क मातला ही बिक

अपन क लाटा Yनअमिधाकतर लागA न भाख मागन क धानध न शिलाय ही जी उनही कई माटा आसमा दिदखई दत ही त तरही तरही क

करणी नकर दय क पतरी न जीत ही और मान चही लान क द उस 0र क और अनय तरफ़ क पप कमा) माamp खच) करत ही इस

परकर स दिदय जीन वला दन दय क दन त दन वला क शिलाय मान जीत ही लाबिकन दधिजीसन दय क भाव क परपत बिकय था उसक अनदर

चलाक1 क भाव आन स दय और चलाक1 दन मिमालाकर दन दन वला और लान वला क शिलाय अबिहीत क करणी ही न गय जी दन

दिदय गय था उसक द उस दन क परयग कई अपन घार खचu क शिलाय करत ही त Ykक हीलाबिकन क Ykक ही जी वही खद कमान स

असमाथा) हीउस बिकस परकर क1 बिवदया नही आत ही वही 0रर स अपबिहीजी हीवही बिकस भा तरी माamp बिवकस नही कर सकत ही त दय करन

कर क1 त नही ही लाबिकन दय करन क उपरनत अगर कई वयशिG समाथा) हीत हय भा कमान क1 इचछ नही करत ही दिदमाग अथाव

0ररिरक शरमा स चन चहीत ही और उस दय क नमा स कमान क द बिफ़जीgtला खच) करन क1 आदत ही गय ही त वही दय नही मिमालान क

द अनय चलाबिकयA स कमान क1 सचग अकसर दय क नमा स मिमालान वला धान क लाग ड र तरही स खच) करत ही यही सतय बिनयमा

ही बिक कमान और खच) करन माamp जीमान आसमान क अनतर हीत ही कमान त हीर कई जीनत ही लाबिकन खच) करन हीर बिकस क पत नही

हीत ही कमान क अनसर अगर खच) बिकय जीय बिकस परकर क अहीमा माamp आकर अगर खच) बिकय जीत ही त कमान और माहीनत करन

भा कर ही मान जीत ही हीर मानय क बिनयमा हीत ही बिक वही अगर ईTर क1 क प स ससर माamp अवतरिरत हआ ही त वही मानव कलयणी

क1 भावन क अपन मान रखकर दय कर तथा) सथानA माamp बिकय जीन वला तभा समाथा) ही जी उस सथान माamp रहीन वला लाग जी क वला दसरA

क1 दय पर ही बिनभा)र ही उनक शिलाय दन क रप समाझ कर दन बिकय जीय अकसर कर क दन कर मा ही चला जीत ही इस त क

और अचछn तरक स समाझन क शिलाय भारत क परशिसदध धामा रमाTरमा धामा क1 ही त ला लादधिजीयवही धामा क वला आन वला तथा) यबितरीयA

क1 क प पर ही बिनभा)र हीअगर कई तथा) यतरी नही आय त वही क लाग भाgtखA मारन क1 कगर पर आजीयampलाखA लागA क वयवसय आन

वला तथा) यबितरीयA क रहीन खन तथा वही क1 परशिसदध वसतओ क चन हीलाबिकन दधिजीसक अनदर दधिदध क बिवकस ही वही वही पर नही

रहीत ही और अपन अनसर अपन औकत तथा बिवदया क ढात चला जीत हीडकटार कलामा सही भा वही क पद हीन वला माहीपरषA

माamp एक मान जीत हीउनहीन अपन बिवदया क परयग करन सख शिलाय और भारत जीस रषटर क सव|चच पद पर आसन भा ही गय जी बिक

उनक परिरवर वला आजी भा समादर स बिनकलान वला सप 0ख और अनय समान क वयपर करन क द अपन जीबिवक चला रही ही उनक

घार क पस माamp आजी भा झपड नमा न हय माकन उनक परिरवर क1 षदभिसथात क त रही ही इस परकर स दय क रप अपन बिवकस क

शिलाय अगर बिकय जीत ही और अपन अनसर ही बिकस गर क पलान क दिदमाग परयग माamp लाय जीत ही त वही दय सचच दय हीइस

दय क अनदर एक करणी और नत हीबिकस क शि0 क दन करनयही भा एक हत ड दन ही और दय क अनदर ही इसक1 औकत

ही ससर माamp दय क करणी चलान वला एन जी ओ आदिद क रप भा समाझ जी सकत ही जी ससथायamp अपन कमा करन क द लागA क

आग ढान क शिलाय अपन तन मान और धान स आग चलात ही व अपन नमा करत चला जीत ही लाबिकन लाभा माamp आन क द और उन

ससथाओ क1 दZलात अगर धान कमान क भाव मान क अनदर आय त वही दय क भाव स अलाग ही जीत ही उस भाव स अलाग जी परभाव

हीत ही वही अमिधाक धान कमान क1 लालास और उलटा सधा करणी नकर और सखययA क जीड ही रही जीत ही जी भा कमा लाभा क

करणी बिकय जीत ही व सभा कगजीA माamp त बिकय जीत ही लाबिकन धारतला पर क छ भा नही हआ हीत हीक छ ससथायamp इस भाव क और भा

अलाग अलाग तरक स धान कमान क शिलाय परयग मा लात हीजीस बिक एक धानवन क अपन सफ़ द धान क कला धान मा परिरवरतित4त करन ही

त वही पहीला इस परकर क1 ससथाओ क दन माamp माटाn रकमा ददग और द माamp उस ससथा स शिलाय जीन वला दन वपस लालागइस परकर

स जी टाकस आदिद माamp चत हीत ही वही ससथा क शिलाय न रहीत हीइस तरही स सरकर और जीनत क सथा धाख ही मान जी सकत ही

और इस परकर क1 ससथायamp जीही भा चलात ही उनक उददोशय मातरी दय क नमा पर गरख धानध करन ही मान जी सकत हीउनहीन अपन

पलानर नZकर पर रख हीत ही और उन पलानर और धान क लाख जीख तयर करन वला चटाuड एकउनटाampटा क1 दZलात व अपन कमा करत

रहीत ही इस परकर क1 दय स भा चन चबिहीयऔर जी भा कमा करन ही अगर हत ड रप माamp करन ही त अपन दवार ही बिकय जीय

और छटा रप माamp करन ही त भा अपन दवार ही बिकय जीय वही दय क दन सस उKमा मान जी सकत हीअगर शि0णी ससथाओ क

बिवकस करन ही त अपन नमा क कभा उपयग नही करन चबिहीयजीस बिक अकसर लाग अपन दद बिपत मात आदिद क नमा स ससथा

क खड कर दत ही और उस चलाकर नमा कमान क1 कशि00 करत ही यही ससर बिवशिचतरी ही यही एक परक बित क लाग नही हीकभा कई

सहीर लान क नमा पर आकर बिगडबिगडयग और सहीर मिमालान क द वही खद क 0र क1 भाबित नकर शिलाय गय दन क रद करन क

अलाव उस ससथा क भा गला दग दधिजीस भाव माamp बिकस क सवथा) आकर टाकर जीय उस भाव माamp बिकय जीन वला दन य दय कर ही

मान जी सकत ही जीस बिकस न अपन गनतवय क शिलाय रसत पgtछऔर तन क दला मा अगर कई धान क दत ही त वही दय य दन

क रप नही हीत ही दन क रप माamp बिकस क गनतबय क तय जीन वला रसत भा दन क ही रप ही जीत ही अकसर रजीन बिकस

क बिकस न बिकस परकर क1 समासय मिमाला जीत ही और वही समासय स सलाझन क रसत बिकस स पgtछत हीऔर तन वला उस सही

रसत त दत ही त वही समासय स छ टाकर परपत कर लात हीयही भा तय गय उपय और तय जीन वला वयशिG क शिलाय दन क ही

रप मान जीत ही आजी क यग मा अगर इस त क सधा सनत क शिलाय दख जीत ही त जी सनत दकषिणी क लाकर और अपन शि0य

नकर अगर जञोन क दन दत ही त वही दय क1 शरणी माamp नही आत ही वही एक माही और अपन क उचच दिदखन क अहीमा माamp 0मिमाला ही

जीत ही दिदय गय रसत और दिदय गय जञोन अगर दिदय जीन वला वयशिG क1 जीनपबिहीचन क1 समा माamp आजीत ही त भा दय और दन

क1 शरणी माamp नही आ सकत ही जीस एक पतरी अपन बिपत स क छ जीनन चहीत ही त बिपत क दवार तय गय उKर दय य दन क1 शरणी

माamp नही आयगयही अपनतव क1 भावन माamp आकर और माही क दवार जञोन क दिदय मान जीयग लाबिकन वही चच अगर रसत चलात बिकस

वयशिG स पgtछत ही और वही वयशिG उच चच क नही जीनत ही त वही दिदय गय जञोन और दय क भाव दन क1 शरणी माamp 0मिमाला ही

जीयग बिकस सडक पर जीन क शिलाय अगर द रसतA क च माamp एक सइन ड) क लाग दिदय गय ही और उस पर सही रसत पर जीन क

कथान शिलाख ही त वही ड) दधिजीसन लागवय ही उसक शिलाय दन क सधान मान जीयगलाबिकन अगर उस ड) क इस परकर क लागवय

गय ही बिक उसक अनदर पस डलाकर रसत क जञोन शिलाय जीय त वही कमान क सधान मान जीयग अकसर कई ससथायamp अपन अपन

अनसर लागA क1 शिचबिकतस क शिलाय अपन अपन अनसर क मप लागत ही वही पर सधारणी जीनत क शिलाय चविक4ग और दवइयA क बिवतरणी

बिन0लक बिकय जीत हीलाबिकन अगर उस ससथान अपन नमा क परचर जीर 0र स बिकय ही और अपन नमा क सथा डकटारA क नमा और

बिवतरिरत क1 जीन वला दवइयA क लाख जीख सक सनय ही त वही बिकय जीन वला सव क भाव नमा और अपन अहीमा परकटा करन

क तरक मान जीयगइस परबितसपधा) क रप भा दिदय जी सकत ही बिक अमाक ससथा न इतन धान इस शिचबिकतस क शिलाय खच) बिकय था

जी उस ससथा न इतन धान खच) बिकय ही यही त अकसर बिकय जीन वला भाडर क शिलाय भा मान जी सकत हीबिक अमाक आदमा न

अमाक सथान माamp इतन लागA क भाजीन करवययही त उस आदमा क शिलाय दन माamp नही सतिलक अहीमा क1 शरampणी मा 0मिमाला ही जीयगलाबिकन

वही आदमा अगर अपन क दिदखव स दर रखन क द भाजीन करवत ही त वही दन और दय क1 शरणी मा बिगन जीयग

दय धामा) क माgtला ही पला माgtला अकषिभामान

जीव जीनत और जीनवरA क अलाव मानय क शिलाय जी उKमा दन क1 और दय क करणी ही व द परकर क मान जीत हीएक सव|Kमा और

दसर अधामा अगर ससर माamp भाजीन और पन नही ही त ससर क दिटाक पन असमभव ही भाजीन और पन क मिमालान स कई भा जीव

जीनत और मानय बिवकटा स बिवकटा परिरषदभिसथाबित माamp दधिजीनद रही सकत ही इन दन क नही मिमालान स बिकतन ही धान दZलात और माय ही कई

नही दिटाक सकत ही दय क शिलाय सतरी और जीवA क सथा गय दय क1 हीमा0 पतरी ही इन करकA क रधवयन माamp रखकर बिकय जीन वला दन

और दय ड ही कमा क1 हीत ही भाजीन और पन क सधानA क दन बिकस भा ससथा क दवार बिकय जीत ही त वही दन सव)शरषठा शरणी

क मान जीत ही सतरी और गय क ऊपर क1 जीन वला दय हीमा0 पणय क दन वला हीत ही सतरी और गय क ही कयA दय क शिलाय

मान जीत ही त बिवदवाजीनA क समाझन चबिहीय बिक सतरी बिकतन ही बिनरक 0 ही उसक अनदर हीमा0 मामात क1 भावन रहीगसमाजी बिकतन

ही उसक सथा अनचर कर वही अपन भावकत क ला पर दधिजीनद रहीन क1 मात रखत हीजी भा कमा आत ही त क वला सनतन पलान

पषणी और अपन सवजीनA क1 र क शिलाय मान जीत ही एक डयन भा अपन चच क सभाला कर रखत ही इस कहीवत क अथा) तभा

मान जी सकत ही जी डयन क सथा भा मामातव क वयवहीर नकर रख जीय गय क दय क1 शरणी माamp परन समाय स क वला इसशिलाय ही

मान जी सकत ही बिक उस क छ भा खन क द लाबिकन वही दग दधा हीवही कभा अपन चच क पस बिकस अनहीन क त तक नही आन

दग जी तक उसक1 जीन रहीगदधिजीस जीव क अनदर इतन अपन चच क परबित दय ही और वही अपन दय क करणी अपन 0रर क भा

समापत करन क1 इचछ क रखउसक सथा Egt रत करन पgtर तरही स अमानषत क1 शरणी माamp आजीत ही सतरी क भागय समाझ कर और

उसक सथा भागA क सख लाकर माथान और पच माकर क परयग करन क द बिकतन ही उस परतकषिणीत बिकय जीयग वही हीमा0 अपन पबित

और परिरवर क शिलाय समारतिप4त रहीग समादधिजीक नधन हीA य 0रर क नधन वही अपन भावनतमाक आव0 माamp सभा क समापत कर सकत

ही लाबिकन इस कलायग क इन दन क सथा ही सस ड अनचर ही रही ही हीत मा आय भाgtकमप स ससर क अनदजी लाग लान चबिहीय

बिक इस द0 क माख वयपरिरक समनध अमारिरक स ही और यही पर ससर क सस अमिधाक एड क मारजी हीयही क बिनवशिसयA क माखय

खन गय क मास हीऔर यही रिरसत नमा क1 चजी समाझ माamp नही आत हीयही तक बिक भाई बिहीन क रिरसत भा अजी ही हीत हीमाथान

0र और मारकटा क करणी यही द0 गर द0A क1 शरणी माamp आत हीअकसमात भाgtकमप आय और एक लाख स अमिधाक वयशिGयA न एक

णी माamp ही अपन जीन गव दnयही तक बिक रषटरपबित क माहीला भा पत नही लाग बिक वही कही गय गय और सतरी क सस अमिधाक

परतणीन इस द0 माamp मिमालात ही यही तक बिक इस द0 माamp भाgtकमप आन क द लागA क1 जीन क1 र त करन दर यही पर सहीयत क शिलाय

जीन वला लागA क भा लाgtटा जीन लागजीस ही भाgtकमप आय दन क1 रशि0 इकटठो करन क शिलाय करडA ससथायamp एक दमा अपन अपन

अनसर समान आन लागयही क वला बिकय जीन वला पपA क करणी ही

गरहीA क 120 गणी

लागन अगर-

माष ही त आदमा क चच ही

वष ही त धान क1 मा0न ही

मिमाथान ही त टालाफ़न ही

कक) ही त भावन क1 पबिडय ही

सिस4ही ही त अहीमा भार हआ ही

कनय ही त कजी) दशमान मार स मिघार ही

तला ही त हीर त माamp फ़यद सचन वला ही

वकषिeक ही त भाgtत क सरदर ही

धान ही त प दद क1 त करन वला ही

माकर ही त चZस घाटा कमा ही कमा ही

क मभ ही त जीलदn रिरसत न सकत ही

मान ही त हीमा0 माZन रहीन वला ही

लागन स सgtय) अगर-

पहीला भाव मा ही त अहीमा भार ही

दसर भाव मा ही त चमाक क आग क छ दिदखई ही नही दत

तसर भाव मा ही त नतगर पहीला ही

चZथा भाव मा ही त रजीनबित वला सच ही

पचमा भाव मा ही त परिरवर मा ही रजीनबित करन वला ही

छY भाव मा ही त प क नZकर समाझत ही

सतव भाव मा ही जीवन सथा क गलामा ही

आYव भाव मा ही त चर दिदला क मारजी ही

नव भाव मा ही त धामा) स भा कमान वला ही

दसव भाव मा ही त सभा कमा नतगर स बिकय जीत ही

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 18: केतु

भाजीन पgtजी और समतमिनधत वयशिG क1 भालाई क1 कमान क शिलाय जी भा उपचर बिकय जीत ही व अपरतय रप स फ़यद दत दख गय ही

दिदमाग क1 अमिधाक अ0नतिनत स चन क शिलाय पहीड यतरीयamp भा कमाय हीत ही

दन क माहीतव

अकसर जीवन मा दन क माहीतव हीमात अपन मामातव क चच क शिलाय दन करत ही बिपत अपन परषथा) क शिलाय अपन जीवन क क1 जीन

वला माहीनत क दन अपन चच क शिलाय करत हीभाई अपन हला क दन करत हीबिहीन अपन तरक स समनध नकर और समाजी

नकर अपन भाई क तरी क दन करत हीभाई अपन बिहीन क शिलाय आजीवन अपन सहीयत और 0शिG क दन करत हीड हीकर

चच अपन मात बिपत क वदध हीन पर उनक1 दख रख और भाजीन क दन करत हीपतन पबित क रबित सख परदन करत हीअपन दवार

पबित क शिलाय बिनसवथा) भाव स भाजीन और पबित सख और आय वदधिदध क परबित पgtजी पY करत ही आग क शिलाय व0 चलान क परबित अपन

कमान क समारतिप4त करत ही ह अपन सवथा) क तयग कर पबित क क ला मा 0बित और समपननत नन क परबित अपन जञोन क दन करत

हीदमाद अपन हला और सममान क दवार अपन ससरला जीन क मान ढान माamp अपन 0शिG क दन करत ही क छ लाग अपन

वयवसय सथान पर Y कर रसत तकर अपन जञोन क दन करत हीक छ लाग पयसA क शिलाय पयऊ खलावकर धामा)0ला नव कर लागA

क जीवन क सद गमाt स चन क शिलाय अपन हला क दन करत ही हीक1कत मा दख जीय त यही 0रर ही दन स और दन क शिलाय

न ही एक वयशिG एक लाख रजीन कमा रही ही लाबिकन वही अपन शिलाय मातरी क छ सZ रपय माamp अपन पटा भार लात हीऔर क1 क धान

वही अपन परिरवर क शिलाय जीमा करत ही बिक वही अपन सतन क शिलाय इतन इकटठो कर द बिक उसक द उसक1 सतन बिकस क1 माहीतजी

नही रही और वही सख रही लाबिकन इस सख रखन क करणीA माamp माही पद ही जीत हीयही माही करन ही उसक1 भाgtला ही और इस माही क

चककर माamp 0रर स क1 जीन वला माहीनत दन सवरप न हीकर माही क जीजीला माamp चला जीत ही मात न अगर पतरी क जीनमा दन क द यही

सच शिलाय बिक उसक पतरी ड हीकर उसक1 पलान करगउसक1 सव करगउसक शिलाय ह लाकर उसक1 आजञो क पलान करवयग त

मात क यही माही उस समाय कर ही जीत ही जी लाडक ड हीत ही और अपन माजीt स 0दn बिववही करन क द अपन घार अलाग

स लात ही मात अपन पतरी क सहीर रहीन क करणी और अपन शिलाय क छ न चकर क वला पतरी क शिलाय ही स क छ करन क द जी पतरी

पस स बिनकला जीत ही और पतन क शिलाय सचन लागत ही त मात क वही पलान पषणी स लाकर पढान शिलाखन और सभा सधान पतरी क

शिलाय जीटान क परबित कर ही जीत ही उस समाय मात और पतरी क च तनतन चलात ही और ह जी दसर घार स आय ही उसक अनदर

यही भावन घार कर जीत ही बिक मा क वला टा स धान क माही करत ही और टा मा क कही पर चलात ही उसक1 त क नही सनत हीइस

परकर स तकरर ढा कर ड तकरर न जीत हीटा न त मा क छड सकत ही और न ही पतन क छड सकत हीपतन क पस द

रसत हीत ही एक अपन मात बिपत क और दसर कनgtन कलाबिकन मात क पस एक ही रसत हीत ही वही हीत ही अपन पतरी कह य

त अपन मात बिपत स परतणीन दिदलावत ही अथाव कनgtन क सहीर लाकर मात बिपत क जीय भाजीन और सहीयत दन क जीला क1

हीव दिदलावन क कमा करत हीटा क समान द ही रसत हीत ही य त वही ह क लाकर अलाग रहीन 0र कर द य ह क तलाक दकर

बिफ़र स मात बिपत क कहीन माamp चलान लागउस दसर सधान ही सही लागत हीलाबिकन इन स क पछ जी था वही मात क लाभा ही थाअगर

मात न बिपत क सथा मिमालाकर पहीला स ही पतरी क1 शि0 क द उस जीबिवक क सधान दकर अलाग कर दिदय हीतऔर ह क पहीला स ही

अलाग करन क मानस न शिलाय हीत त जीला जीन क1 य परतकषिणीत हीन क1 समासय ही नही आतयही स माही क करणी ही मान जी

सकत हीजी पलान पषणी मा कई माही नही थाअगर उस समाय माही हीत त डकटार क पस चच क मार हीन क द नही ला जीय

गय हीतशि0 क सथानA माamp एडमिमासन नही करवय गय हीतसद गमाt क समाय माamp उस कपड और रहीन क सथान क दसत भा नही

करवय गय हीतलाबिकन जीस ही वही कमान लायक हआ और मात क अनदर माही न जीनमा ला शिलाय

दन माamp माही और अहीमा क तयग

दन करन क शिलाय माही क तयग जीरर हीमाही क करन स भाजीन क दन नही बिकय जी सकत हीभाजीन ही खgt सर रख ही लाबिकन दन

करन क जी तभा नही करग जी यही माही पद ही जीयग बिक कला भा इस भाजीन क इसतमाला करन हीलाबिकन जी वही रख हआ भाजीन

बिकस जीव जीनत य माZसमा क1 खर स कर ही गय त मान माamp उस खर भाजीन क फ़amp कत समाय सतप हआयही सतप त नही हीत

जी उस भाजीन क बिकस मागन वला वयशिG क आरमा स खिखला दिदय हीत और वही भाजीन स तपत हआ वयशिG क छ और भा दकर जीत

जी सतप स कई गन ढा कर हीत और आग क अचछ र समाय माamp कमा भा आत दन क रप अलाग अलाग समाय माamp अलाग अलाग रप

धारणी कर लात ही दन क शिलाय मागन वला क छटा और दन वला क कभा ड नही समाझन चबिहीय यही कथा वमान अवतर स शि0

दत ही पबित क पतन क शिलाय दिदय जीन वला वचन जी दन क ही रप ला लात हीकभा भाgtलान नही चबिहीयसमाय क दलान पर दिदय

हआ वचन बिकतन ड रप ला सकत ही इसक उदहीरणी रमाचरिरत मानस माamp दसरथा और क क ई क1 कथा स समाझ जी सकत ही वमान

अवतर माamp भागवन न ववन अगला क रप माamp पgtर पथव आक0 पतला सभा तन पग माamp नप शिलाय था और रजी शिला क ऊपर आधा पग क

कजी) ही छड दिदय था उस परकर स रजी दसरथा क दवार क क ई क दिदय गय द वचन शररमाचनदर जी क शिलाय चZदही वष) क वनवस क

करणी न थाऔर पतरी बिवयग माamp रजी दसरथा क1 मातय क करणी न था इनक अनदर भा माही क रप क वला अहीमा क रप माamp थाअगर

रजी शिला क यही अहीमा नही हीत बिक यही ववन अगला क पबिडत कय ड माग लागत कजी)ई नही नतऔर रजी दसरथा क वही अहीमा

बिक जी चहीampग तभा द वचनA क1 पgtरतित4 कर दampगइसमा कय ड ही त इतन ड हीबिन नही भागतन पडत

दन क तन परकर 0ररधान और बिवदया

अकसर वयशिG तन तरही क दन क शिलाय हीमा0 रधवय हीत ही0रर दनधान धान और बिवदया दन 0रर क दन परष और सतरी दन

मिमालाकर सतन पद करन क दवार दत हीऔर वही 0रर ससर बिहीत क शिलाय हीत ही य अबिहीत क शिलाय यही उनक पgtव) कमा| और ससर क1

आवशयकत क अनसर हीत ही धान क दन परष और सतरी पहीला अपन परिरवर क पषणी और ससर बिहीत क कमा क शिलाय दन करत ही

वही भा परष और सतरी क अपन अपन भावA क अनसर मान जीत ही बिवदया क दन क शिलाय कभा ड य छटा क भाद नही मान जीत

हीजीस बिकस कमा क करन क शिलाय जी वही कमा समाझ माamp नही आत ही त एक छटा चच अपन दधिदध स उस कमा क करन क शिलाय

अपन मात दत ही वही बिकस ड स ड माहीरथा और जञोन आदमा क दिदमाग स पर त मान जी सकत ही दधिजीस परकर स लाक धराव न

अपन मात क परशन क उKर क अनसर जीगत बिपत क ही अपन बिपत मान था और वन माamp जीकर तपसय करन क शिलाय पच सला क1 उमरो

क चन था और कमा स कमा उमरो माamp उनहीन जीगत बिपत क द0)न परपत कर शिलाय थाभाG परहीलाद न अपन बिपत क जञोन क तचछ समाझ था

और शर हीरिर क चरणीA माamp अपन मान लागकर ड स ड आफ़तA स अपन क च शिलाय था

0रर दन क करकतव

0रर दन क शिलाय सतरी और परष क समाजी क अनसर एक शरखला नकर चलान पडत ही उस शरखला क अनदर ही 0दn बिववही रबित

वयवहीर और समादधिजीक बिनयमाA क मान जीत ही अगर इन तA क नही मान जीत ही त मानय और प0 क अनदर भाद ही कय रही जीत

ही रबित नबित क अनसर दिदय गय 0रर दन दिदय गय दन क ड रप हीत ही और समाय समाय पर अपन नमा और कय) क इबितहीस माamp

शिलाख जीत ही कई भा परष बिकस भा सतरी क1 तरफ़ आकरतिष4त तभा हीत ही जी उसक अनदर कमा वसन क सचर हीत ही लाबिकन वही

अगर समादधिजीक बिनयमाA क अनसर अपन कमावसन क 0त करन क शिलाय उपयG सतरी क नही परपत करत ही त वही दिदय गय 0रर

दन य त कgt ड क ढार मा जीत ही अथाव वही अगर बिकस परकर स च भा गय त समाजी और ससर क शिलाय कभा भा अबिहीत क करणी

न जीत ही 0रर दन क शिलाय समादधिजीक बिनयमाA क शिलाय कथा कही जीत ही बिक 0क सवत क बिवEमा समवत क द क मान जीत

हीबिवEमा समवत क द जयबितष 0सतरी माamp परवणी एक जयबितष क यही पत लाग बिक अमाक समाय माamp सतरी क सथा माथान करन क द अगर

सतन क1 परनतिपत हीत ही त वही ससर माamp अपन नमा लाकर हीमा0 क शिलाय चलात रहीग लाबिकन जी उस जयबितष न दख बिक समाय उस

रत क ही और उसक1 पतन बिकस नदn क पर रहीत हीवही जीलदn जीलदn नदn पर करन क शिलाय क वटा क पस गयक वटा न दख कई हत

ही जीरर त ही और उस त क जीनन क शिलाय जी क वटा न अपन दधिजीजञोस क जीबिहीर बिकय त जयबितष जी न अपन त क उसस

त दिदय क वटा चलाक था उसन सच बिक जी इतन माहीतव पgtणी) ही और वही अपन नव क चलाकर और नव स बिकय जीन वला कय) स

ससर माamp नमा नही चला सकत ही त उस अपन सतन क इस कमा क शिलाय परयग माamp लान चबिहीय उस क वटा क जीवन और खgt0gtरत

कनय था उसन जयबितष जी क समान परसतव रख दिदय बिक रत क अनधर ही गय ही और वही रत माamp नव क नदn माamp नही ला जीयगअगर

यही माहत) जयबितष जी क परयग माamp लान ही त उसक1 कनय स गधाव) बिववही करन क द उस माहत) क परयग माamp ला सकत हीजयबितष जी

तयर ही गय और उस रत क जयबितष जी न उस क वटा क1 कनय स गधाव) बिववही करन क द गभा)धान क पgtणी) बिकय उस कनय स जी

पतरी परपत हआ वही 0क नमा स जीन जीत ही यही कथा रमायणी माamp माकररधववजी क र माamp कही जीत हीजी हीनमानजी लाक क जीलाकर

पसन स तर तर समादर माamp कgt द त उनक पसन क एक माछला बिनगला गयउस बराहमचर पसन क अनदर वय) क कणी थाउनही कणीA स

माछला क जी सतन हय वही माकररधववजी क रप माamp हय और उस पतला क रजी अबिहीरवणी क दवारपला क1 सव क अवसर मिमाला रमा

लामाणी क जी अबिहीरवणी शिला दन क शिलाय पतला लाक ला गय त हीनमानजी क पहीला दवारपला क रप माamp तनत माकररधववजी स ही

माकला करन पडद माamp पत लाग बिक वही उनही क1 सतन था 0रर दन क शिलाय समाजी क बिनयमा हत ही माहीतव रखत ही जीस एक

करगर बिकस कला क जीनत ही और आग आन वला चच उस करगर क1 कला क अपन परिरवर और घार क अनदर ही चपन स दखत

रहीत ही त व उस करगर क1 कला स वबिकफ़ हीत जीत ही उन चचA क कही अनय सथान पर जीकर शि0 नही लान पडत और व उस

कला क और अमिधाक बिवकस करन क द आग स आग परयग माamp लात जीत ही त उस कला क बिवकस अपन आप हीत चला जीत ही

उस परकर स समाजी और वणी) वयवसथा क अनसर जी 0दn बिववही बिकय जीत ही त हीन वला चच उस समाजी क अनदर अपन क

अपन आप ढालात चला जीत हीऔर जी कय) य वयवसय अथाव ससकर उनही मिमालात ही उनही क अनसर व अपन क न लात ही लाबिकन

0रर माही और रप आदिद क लाभा माamp जी समाजी स अलाग बिकस परकर स 0दn समनध बिकय जीत हीत कमाकत क अनत हीन क द

जी रप और 0रर माही क भरामा टाgtटात ही त अलाग समाजी माamp बिकय जीन वला रिरसत टाgtटात ही और अगर उन रिरसतA क अनदर कई सतन ही

गय ही त वही अपन बिपत और मात क अनसर ही अपन क नन 0र करग इस परकर स वही पद हीन वला सतन न त इधार क1 रही

और न ही उधार क1इस परकर क1 सतन क भाटाकव क रसत मिमालात ही और वही दर दर क1 Yकरamp खन क शिलाय माजीgtर ही जीत ही

अथाव उस समादधिजीक बिनयमाA स नफ़रत हीन क करणी वही समाजी स अपन परन बिहीस क चकन क शिलाय आतकवदn जीस नबितयA माamp

जीकर मानय और समाजी क दद) नही समाझन क करणी हीतय जीस जीघानय अपरधा करन 0र कर दत ही अकसर यही त उन परिरवरA माamp

भा मिमालात ही जीही तमिसतरीय आधाबिनकत क चककर माamp अपन क कषिणीक सख क शिलाय अनय माद क1 कमाकत क शि0कर ही जीत ही और

उनस पद हीन वला चच समाजी और परिरवर क तक माamp रखकर घार और परिरवर क ही लागA क शिलाय आफ़त क करणी न जीत

हीअकसर इस परकर क चच खgtन क समनध नही हीन क करणी अपन परिरवर क सदसयA क परबित दय य परमा भाव नही रख पत ही और

उस परकर स सचन चलाgt कर दत ही जीस बिक उनक कमाक बिपत क सचन हीत था

सस ड दन दय ही

मानय क अनदर दय क दन सस ड दन मान जीत हीकही भा गय ही बिक दय धामा) क माgtला ही पप माgtला अकषिभामान दधिजीसक अनदर दय

हीत ही वही रसत चलात क भा सहीर दन जीनत ही और जी सहीर दिदय जीत ही वही भा एक तरही क माहीदन ही हीत ही वही दय चही

मानय क परबित ही य जीनवर अथाव जीव जीनत क शिलाय वही दय ही सस ड दन मान जीत ही भागवन स भा परथा)न क1 जीत ही बिक

दय कर दन भाशिG क हीमा परमातमा दनदय क शिलाय बिकस क खजीन नही पडत बिक हीमा दय बिकसक सथा करन ही रसत माamp य घार

क अनदर दय क दन करन क शिलाय हीजीरA दय क परपत करन वला लाग मिमाला जीयampगऊपर त कर आय ह बिक दय मात चच क सथा

भा करत ही 0रन सभा जीवA क मारन क शिलाय मान जीत ही और अपन चच क वही नही मारत बिलला अपन चच क सथान दलान

क समाय ड ही मालायमा तरक स दतA क च अपन चच क दत ही और सथान दला दत ही माद बिचछgt अपन चचA क अपन 0रर

ही दन कर दत ही मानय अपन चच क पलान पषन स लाकर ड हीन तक उस पर दय क भाव ही रखत ही चच क ऊपर स बिगरन

स लाकर लाखA करणी नत रहीत ही जी चच अपन बिववक क खयला नही रख पत ही और जीखिखमा माamp रहीत ही त परिरवर क सदसय उस

चन क शिलाय हीर समाय खयला रखत ही जी वही चच समाजी क समान आत ही त समाजी वला लाग उस र आदतA स चन क शिलाय

बिनगही रखत हीलाबिकन कभा कभा जीनgtझ कर वही चच गलत करत ही त उस सजी दिदलान क नमा पर पशिलास य घार वलाA क1 भा

सहीयत ला जीत ही दय क रप यतरी करत वG बिकस सथान पर बिनवस करत वG य परिरवर माamp रहीन क उपरनत मिमालात ही समाजी माamp

दय क नमा पर समाजी क वयशिG क नZकर आदिद क मामाला माamp दय करन पर लाग रजीनबित भा करन लागत ही जीस आजीकर जीटाA क

आरणी क मामाला माamp दय क भाव समाझ माamp आ रही ही रजीनबित क अनदर दय क भाव दिदखव क रप माamp भा मिमालात ही जीस वर

माषदभिसजीद क हीटाकर रमा मादधिनदर य रमा मादधिनदर क हीटाकर वर माषदभिसजीद क मामाला माamp अलाग अलाग समादयA क नतओ क1 दय दिदखन क

मातला सफ़ समान ही बिक एक कहीत ही नन नही दampग और दसर कहीत ही नकर रहीampग दय दिदखव और सवथा) क शिलाय भा क1 जीत

हीजीस बिकस वयशिG क पबिहीनन क शिलाय कपड दिदय जीत ही और द माamp जी भा कई समादधिजीक त हीत ही य समादधिजीक वयशिG समान

हीत ही त कही दिदय जीत ही बिक यही कपड त हीमान इस पबिहीनन क शिलाय दिदय ही इस परकर क1 दय दिदखव हीत हीऔर उस दय क

कई माgtलय भा नही हीत ही अगर बिकस क खन खिखला दिदय ही त समान वला क माहीसgtस भा नही ही बिक खिखलान वला खद क आदमा था

य कई परयअगर उसन माहीसgtर कर शिलाय बिक खिखलान क द उस दय क टिढा4ढार पटा जीयग त उसक1 अनतरतमा उस खन क दला

माamp दिदय जीन वला आ0व)द क1 जीगही शरप और दन चलाgt कर दगदरवजी पर मागन वला क सथा अमिधाक दय करन क मातला ही बिक

अपन क लाटा Yनअमिधाकतर लागA न भाख मागन क धानध न शिलाय ही जी उनही कई माटा आसमा दिदखई दत ही त तरही तरही क

करणी नकर दय क पतरी न जीत ही और मान चही लान क द उस 0र क और अनय तरफ़ क पप कमा) माamp खच) करत ही इस

परकर स दिदय जीन वला दन दय क दन त दन वला क शिलाय मान जीत ही लाबिकन दधिजीसन दय क भाव क परपत बिकय था उसक अनदर

चलाक1 क भाव आन स दय और चलाक1 दन मिमालाकर दन दन वला और लान वला क शिलाय अबिहीत क करणी ही न गय जी दन

दिदय गय था उसक द उस दन क परयग कई अपन घार खचu क शिलाय करत ही त Ykक हीलाबिकन क Ykक ही जी वही खद कमान स

असमाथा) हीउस बिकस परकर क1 बिवदया नही आत ही वही 0रर स अपबिहीजी हीवही बिकस भा तरी माamp बिवकस नही कर सकत ही त दय करन

कर क1 त नही ही लाबिकन दय करन क उपरनत अगर कई वयशिG समाथा) हीत हय भा कमान क1 इचछ नही करत ही दिदमाग अथाव

0ररिरक शरमा स चन चहीत ही और उस दय क नमा स कमान क द बिफ़जीgtला खच) करन क1 आदत ही गय ही त वही दय नही मिमालान क

द अनय चलाबिकयA स कमान क1 सचग अकसर दय क नमा स मिमालान वला धान क लाग ड र तरही स खच) करत ही यही सतय बिनयमा

ही बिक कमान और खच) करन माamp जीमान आसमान क अनतर हीत ही कमान त हीर कई जीनत ही लाबिकन खच) करन हीर बिकस क पत नही

हीत ही कमान क अनसर अगर खच) बिकय जीय बिकस परकर क अहीमा माamp आकर अगर खच) बिकय जीत ही त कमान और माहीनत करन

भा कर ही मान जीत ही हीर मानय क बिनयमा हीत ही बिक वही अगर ईTर क1 क प स ससर माamp अवतरिरत हआ ही त वही मानव कलयणी

क1 भावन क अपन मान रखकर दय कर तथा) सथानA माamp बिकय जीन वला तभा समाथा) ही जी उस सथान माamp रहीन वला लाग जी क वला दसरA

क1 दय पर ही बिनभा)र ही उनक शिलाय दन क रप समाझ कर दन बिकय जीय अकसर कर क दन कर मा ही चला जीत ही इस त क

और अचछn तरक स समाझन क शिलाय भारत क परशिसदध धामा रमाTरमा धामा क1 ही त ला लादधिजीयवही धामा क वला आन वला तथा) यबितरीयA

क1 क प पर ही बिनभा)र हीअगर कई तथा) यतरी नही आय त वही क लाग भाgtखA मारन क1 कगर पर आजीयampलाखA लागA क वयवसय आन

वला तथा) यबितरीयA क रहीन खन तथा वही क1 परशिसदध वसतओ क चन हीलाबिकन दधिजीसक अनदर दधिदध क बिवकस ही वही वही पर नही

रहीत ही और अपन अनसर अपन औकत तथा बिवदया क ढात चला जीत हीडकटार कलामा सही भा वही क पद हीन वला माहीपरषA

माamp एक मान जीत हीउनहीन अपन बिवदया क परयग करन सख शिलाय और भारत जीस रषटर क सव|चच पद पर आसन भा ही गय जी बिक

उनक परिरवर वला आजी भा समादर स बिनकलान वला सप 0ख और अनय समान क वयपर करन क द अपन जीबिवक चला रही ही उनक

घार क पस माamp आजी भा झपड नमा न हय माकन उनक परिरवर क1 षदभिसथात क त रही ही इस परकर स दय क रप अपन बिवकस क

शिलाय अगर बिकय जीत ही और अपन अनसर ही बिकस गर क पलान क दिदमाग परयग माamp लाय जीत ही त वही दय सचच दय हीइस

दय क अनदर एक करणी और नत हीबिकस क शि0 क दन करनयही भा एक हत ड दन ही और दय क अनदर ही इसक1 औकत

ही ससर माamp दय क करणी चलान वला एन जी ओ आदिद क रप भा समाझ जी सकत ही जी ससथायamp अपन कमा करन क द लागA क

आग ढान क शिलाय अपन तन मान और धान स आग चलात ही व अपन नमा करत चला जीत ही लाबिकन लाभा माamp आन क द और उन

ससथाओ क1 दZलात अगर धान कमान क भाव मान क अनदर आय त वही दय क भाव स अलाग ही जीत ही उस भाव स अलाग जी परभाव

हीत ही वही अमिधाक धान कमान क1 लालास और उलटा सधा करणी नकर और सखययA क जीड ही रही जीत ही जी भा कमा लाभा क

करणी बिकय जीत ही व सभा कगजीA माamp त बिकय जीत ही लाबिकन धारतला पर क छ भा नही हआ हीत हीक छ ससथायamp इस भाव क और भा

अलाग अलाग तरक स धान कमान क शिलाय परयग मा लात हीजीस बिक एक धानवन क अपन सफ़ द धान क कला धान मा परिरवरतित4त करन ही

त वही पहीला इस परकर क1 ससथाओ क दन माamp माटाn रकमा ददग और द माamp उस ससथा स शिलाय जीन वला दन वपस लालागइस परकर

स जी टाकस आदिद माamp चत हीत ही वही ससथा क शिलाय न रहीत हीइस तरही स सरकर और जीनत क सथा धाख ही मान जी सकत ही

और इस परकर क1 ससथायamp जीही भा चलात ही उनक उददोशय मातरी दय क नमा पर गरख धानध करन ही मान जी सकत हीउनहीन अपन

पलानर नZकर पर रख हीत ही और उन पलानर और धान क लाख जीख तयर करन वला चटाuड एकउनटाampटा क1 दZलात व अपन कमा करत

रहीत ही इस परकर क1 दय स भा चन चबिहीयऔर जी भा कमा करन ही अगर हत ड रप माamp करन ही त अपन दवार ही बिकय जीय

और छटा रप माamp करन ही त भा अपन दवार ही बिकय जीय वही दय क दन सस उKमा मान जी सकत हीअगर शि0णी ससथाओ क

बिवकस करन ही त अपन नमा क कभा उपयग नही करन चबिहीयजीस बिक अकसर लाग अपन दद बिपत मात आदिद क नमा स ससथा

क खड कर दत ही और उस चलाकर नमा कमान क1 कशि00 करत ही यही ससर बिवशिचतरी ही यही एक परक बित क लाग नही हीकभा कई

सहीर लान क नमा पर आकर बिगडबिगडयग और सहीर मिमालान क द वही खद क 0र क1 भाबित नकर शिलाय गय दन क रद करन क

अलाव उस ससथा क भा गला दग दधिजीस भाव माamp बिकस क सवथा) आकर टाकर जीय उस भाव माamp बिकय जीन वला दन य दय कर ही

मान जी सकत ही जीस बिकस न अपन गनतवय क शिलाय रसत पgtछऔर तन क दला मा अगर कई धान क दत ही त वही दय य दन

क रप नही हीत ही दन क रप माamp बिकस क गनतबय क तय जीन वला रसत भा दन क ही रप ही जीत ही अकसर रजीन बिकस

क बिकस न बिकस परकर क1 समासय मिमाला जीत ही और वही समासय स सलाझन क रसत बिकस स पgtछत हीऔर तन वला उस सही

रसत त दत ही त वही समासय स छ टाकर परपत कर लात हीयही भा तय गय उपय और तय जीन वला वयशिG क शिलाय दन क ही

रप मान जीत ही आजी क यग मा अगर इस त क सधा सनत क शिलाय दख जीत ही त जी सनत दकषिणी क लाकर और अपन शि0य

नकर अगर जञोन क दन दत ही त वही दय क1 शरणी माamp नही आत ही वही एक माही और अपन क उचच दिदखन क अहीमा माamp 0मिमाला ही

जीत ही दिदय गय रसत और दिदय गय जञोन अगर दिदय जीन वला वयशिG क1 जीनपबिहीचन क1 समा माamp आजीत ही त भा दय और दन

क1 शरणी माamp नही आ सकत ही जीस एक पतरी अपन बिपत स क छ जीनन चहीत ही त बिपत क दवार तय गय उKर दय य दन क1 शरणी

माamp नही आयगयही अपनतव क1 भावन माamp आकर और माही क दवार जञोन क दिदय मान जीयग लाबिकन वही चच अगर रसत चलात बिकस

वयशिG स पgtछत ही और वही वयशिG उच चच क नही जीनत ही त वही दिदय गय जञोन और दय क भाव दन क1 शरणी माamp 0मिमाला ही

जीयग बिकस सडक पर जीन क शिलाय अगर द रसतA क च माamp एक सइन ड) क लाग दिदय गय ही और उस पर सही रसत पर जीन क

कथान शिलाख ही त वही ड) दधिजीसन लागवय ही उसक शिलाय दन क सधान मान जीयगलाबिकन अगर उस ड) क इस परकर क लागवय

गय ही बिक उसक अनदर पस डलाकर रसत क जञोन शिलाय जीय त वही कमान क सधान मान जीयग अकसर कई ससथायamp अपन अपन

अनसर लागA क1 शिचबिकतस क शिलाय अपन अपन अनसर क मप लागत ही वही पर सधारणी जीनत क शिलाय चविक4ग और दवइयA क बिवतरणी

बिन0लक बिकय जीत हीलाबिकन अगर उस ससथान अपन नमा क परचर जीर 0र स बिकय ही और अपन नमा क सथा डकटारA क नमा और

बिवतरिरत क1 जीन वला दवइयA क लाख जीख सक सनय ही त वही बिकय जीन वला सव क भाव नमा और अपन अहीमा परकटा करन

क तरक मान जीयगइस परबितसपधा) क रप भा दिदय जी सकत ही बिक अमाक ससथा न इतन धान इस शिचबिकतस क शिलाय खच) बिकय था

जी उस ससथा न इतन धान खच) बिकय ही यही त अकसर बिकय जीन वला भाडर क शिलाय भा मान जी सकत हीबिक अमाक आदमा न

अमाक सथान माamp इतन लागA क भाजीन करवययही त उस आदमा क शिलाय दन माamp नही सतिलक अहीमा क1 शरampणी मा 0मिमाला ही जीयगलाबिकन

वही आदमा अगर अपन क दिदखव स दर रखन क द भाजीन करवत ही त वही दन और दय क1 शरणी मा बिगन जीयग

दय धामा) क माgtला ही पला माgtला अकषिभामान

जीव जीनत और जीनवरA क अलाव मानय क शिलाय जी उKमा दन क1 और दय क करणी ही व द परकर क मान जीत हीएक सव|Kमा और

दसर अधामा अगर ससर माamp भाजीन और पन नही ही त ससर क दिटाक पन असमभव ही भाजीन और पन क मिमालान स कई भा जीव

जीनत और मानय बिवकटा स बिवकटा परिरषदभिसथाबित माamp दधिजीनद रही सकत ही इन दन क नही मिमालान स बिकतन ही धान दZलात और माय ही कई

नही दिटाक सकत ही दय क शिलाय सतरी और जीवA क सथा गय दय क1 हीमा0 पतरी ही इन करकA क रधवयन माamp रखकर बिकय जीन वला दन

और दय ड ही कमा क1 हीत ही भाजीन और पन क सधानA क दन बिकस भा ससथा क दवार बिकय जीत ही त वही दन सव)शरषठा शरणी

क मान जीत ही सतरी और गय क ऊपर क1 जीन वला दय हीमा0 पणय क दन वला हीत ही सतरी और गय क ही कयA दय क शिलाय

मान जीत ही त बिवदवाजीनA क समाझन चबिहीय बिक सतरी बिकतन ही बिनरक 0 ही उसक अनदर हीमा0 मामात क1 भावन रहीगसमाजी बिकतन

ही उसक सथा अनचर कर वही अपन भावकत क ला पर दधिजीनद रहीन क1 मात रखत हीजी भा कमा आत ही त क वला सनतन पलान

पषणी और अपन सवजीनA क1 र क शिलाय मान जीत ही एक डयन भा अपन चच क सभाला कर रखत ही इस कहीवत क अथा) तभा

मान जी सकत ही जी डयन क सथा भा मामातव क वयवहीर नकर रख जीय गय क दय क1 शरणी माamp परन समाय स क वला इसशिलाय ही

मान जी सकत ही बिक उस क छ भा खन क द लाबिकन वही दग दधा हीवही कभा अपन चच क पस बिकस अनहीन क त तक नही आन

दग जी तक उसक1 जीन रहीगदधिजीस जीव क अनदर इतन अपन चच क परबित दय ही और वही अपन दय क करणी अपन 0रर क भा

समापत करन क1 इचछ क रखउसक सथा Egt रत करन पgtर तरही स अमानषत क1 शरणी माamp आजीत ही सतरी क भागय समाझ कर और

उसक सथा भागA क सख लाकर माथान और पच माकर क परयग करन क द बिकतन ही उस परतकषिणीत बिकय जीयग वही हीमा0 अपन पबित

और परिरवर क शिलाय समारतिप4त रहीग समादधिजीक नधन हीA य 0रर क नधन वही अपन भावनतमाक आव0 माamp सभा क समापत कर सकत

ही लाबिकन इस कलायग क इन दन क सथा ही सस ड अनचर ही रही ही हीत मा आय भाgtकमप स ससर क अनदजी लाग लान चबिहीय

बिक इस द0 क माख वयपरिरक समनध अमारिरक स ही और यही पर ससर क सस अमिधाक एड क मारजी हीयही क बिनवशिसयA क माखय

खन गय क मास हीऔर यही रिरसत नमा क1 चजी समाझ माamp नही आत हीयही तक बिक भाई बिहीन क रिरसत भा अजी ही हीत हीमाथान

0र और मारकटा क करणी यही द0 गर द0A क1 शरणी माamp आत हीअकसमात भाgtकमप आय और एक लाख स अमिधाक वयशिGयA न एक

णी माamp ही अपन जीन गव दnयही तक बिक रषटरपबित क माहीला भा पत नही लाग बिक वही कही गय गय और सतरी क सस अमिधाक

परतणीन इस द0 माamp मिमालात ही यही तक बिक इस द0 माamp भाgtकमप आन क द लागA क1 जीन क1 र त करन दर यही पर सहीयत क शिलाय

जीन वला लागA क भा लाgtटा जीन लागजीस ही भाgtकमप आय दन क1 रशि0 इकटठो करन क शिलाय करडA ससथायamp एक दमा अपन अपन

अनसर समान आन लागयही क वला बिकय जीन वला पपA क करणी ही

गरहीA क 120 गणी

लागन अगर-

माष ही त आदमा क चच ही

वष ही त धान क1 मा0न ही

मिमाथान ही त टालाफ़न ही

कक) ही त भावन क1 पबिडय ही

सिस4ही ही त अहीमा भार हआ ही

कनय ही त कजी) दशमान मार स मिघार ही

तला ही त हीर त माamp फ़यद सचन वला ही

वकषिeक ही त भाgtत क सरदर ही

धान ही त प दद क1 त करन वला ही

माकर ही त चZस घाटा कमा ही कमा ही

क मभ ही त जीलदn रिरसत न सकत ही

मान ही त हीमा0 माZन रहीन वला ही

लागन स सgtय) अगर-

पहीला भाव मा ही त अहीमा भार ही

दसर भाव मा ही त चमाक क आग क छ दिदखई ही नही दत

तसर भाव मा ही त नतगर पहीला ही

चZथा भाव मा ही त रजीनबित वला सच ही

पचमा भाव मा ही त परिरवर मा ही रजीनबित करन वला ही

छY भाव मा ही त प क नZकर समाझत ही

सतव भाव मा ही जीवन सथा क गलामा ही

आYव भाव मा ही त चर दिदला क मारजी ही

नव भाव मा ही त धामा) स भा कमान वला ही

दसव भाव मा ही त सभा कमा नतगर स बिकय जीत ही

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 19: केतु

जी उस भाजीन क बिकस मागन वला वयशिG क आरमा स खिखला दिदय हीत और वही भाजीन स तपत हआ वयशिG क छ और भा दकर जीत

जी सतप स कई गन ढा कर हीत और आग क अचछ र समाय माamp कमा भा आत दन क रप अलाग अलाग समाय माamp अलाग अलाग रप

धारणी कर लात ही दन क शिलाय मागन वला क छटा और दन वला क कभा ड नही समाझन चबिहीय यही कथा वमान अवतर स शि0

दत ही पबित क पतन क शिलाय दिदय जीन वला वचन जी दन क ही रप ला लात हीकभा भाgtलान नही चबिहीयसमाय क दलान पर दिदय

हआ वचन बिकतन ड रप ला सकत ही इसक उदहीरणी रमाचरिरत मानस माamp दसरथा और क क ई क1 कथा स समाझ जी सकत ही वमान

अवतर माamp भागवन न ववन अगला क रप माamp पgtर पथव आक0 पतला सभा तन पग माamp नप शिलाय था और रजी शिला क ऊपर आधा पग क

कजी) ही छड दिदय था उस परकर स रजी दसरथा क दवार क क ई क दिदय गय द वचन शररमाचनदर जी क शिलाय चZदही वष) क वनवस क

करणी न थाऔर पतरी बिवयग माamp रजी दसरथा क1 मातय क करणी न था इनक अनदर भा माही क रप क वला अहीमा क रप माamp थाअगर

रजी शिला क यही अहीमा नही हीत बिक यही ववन अगला क पबिडत कय ड माग लागत कजी)ई नही नतऔर रजी दसरथा क वही अहीमा

बिक जी चहीampग तभा द वचनA क1 पgtरतित4 कर दampगइसमा कय ड ही त इतन ड हीबिन नही भागतन पडत

दन क तन परकर 0ररधान और बिवदया

अकसर वयशिG तन तरही क दन क शिलाय हीमा0 रधवय हीत ही0रर दनधान धान और बिवदया दन 0रर क दन परष और सतरी दन

मिमालाकर सतन पद करन क दवार दत हीऔर वही 0रर ससर बिहीत क शिलाय हीत ही य अबिहीत क शिलाय यही उनक पgtव) कमा| और ससर क1

आवशयकत क अनसर हीत ही धान क दन परष और सतरी पहीला अपन परिरवर क पषणी और ससर बिहीत क कमा क शिलाय दन करत ही

वही भा परष और सतरी क अपन अपन भावA क अनसर मान जीत ही बिवदया क दन क शिलाय कभा ड य छटा क भाद नही मान जीत

हीजीस बिकस कमा क करन क शिलाय जी वही कमा समाझ माamp नही आत ही त एक छटा चच अपन दधिदध स उस कमा क करन क शिलाय

अपन मात दत ही वही बिकस ड स ड माहीरथा और जञोन आदमा क दिदमाग स पर त मान जी सकत ही दधिजीस परकर स लाक धराव न

अपन मात क परशन क उKर क अनसर जीगत बिपत क ही अपन बिपत मान था और वन माamp जीकर तपसय करन क शिलाय पच सला क1 उमरो

क चन था और कमा स कमा उमरो माamp उनहीन जीगत बिपत क द0)न परपत कर शिलाय थाभाG परहीलाद न अपन बिपत क जञोन क तचछ समाझ था

और शर हीरिर क चरणीA माamp अपन मान लागकर ड स ड आफ़तA स अपन क च शिलाय था

0रर दन क करकतव

0रर दन क शिलाय सतरी और परष क समाजी क अनसर एक शरखला नकर चलान पडत ही उस शरखला क अनदर ही 0दn बिववही रबित

वयवहीर और समादधिजीक बिनयमाA क मान जीत ही अगर इन तA क नही मान जीत ही त मानय और प0 क अनदर भाद ही कय रही जीत

ही रबित नबित क अनसर दिदय गय 0रर दन दिदय गय दन क ड रप हीत ही और समाय समाय पर अपन नमा और कय) क इबितहीस माamp

शिलाख जीत ही कई भा परष बिकस भा सतरी क1 तरफ़ आकरतिष4त तभा हीत ही जी उसक अनदर कमा वसन क सचर हीत ही लाबिकन वही

अगर समादधिजीक बिनयमाA क अनसर अपन कमावसन क 0त करन क शिलाय उपयG सतरी क नही परपत करत ही त वही दिदय गय 0रर

दन य त कgt ड क ढार मा जीत ही अथाव वही अगर बिकस परकर स च भा गय त समाजी और ससर क शिलाय कभा भा अबिहीत क करणी

न जीत ही 0रर दन क शिलाय समादधिजीक बिनयमाA क शिलाय कथा कही जीत ही बिक 0क सवत क बिवEमा समवत क द क मान जीत

हीबिवEमा समवत क द जयबितष 0सतरी माamp परवणी एक जयबितष क यही पत लाग बिक अमाक समाय माamp सतरी क सथा माथान करन क द अगर

सतन क1 परनतिपत हीत ही त वही ससर माamp अपन नमा लाकर हीमा0 क शिलाय चलात रहीग लाबिकन जी उस जयबितष न दख बिक समाय उस

रत क ही और उसक1 पतन बिकस नदn क पर रहीत हीवही जीलदn जीलदn नदn पर करन क शिलाय क वटा क पस गयक वटा न दख कई हत

ही जीरर त ही और उस त क जीनन क शिलाय जी क वटा न अपन दधिजीजञोस क जीबिहीर बिकय त जयबितष जी न अपन त क उसस

त दिदय क वटा चलाक था उसन सच बिक जी इतन माहीतव पgtणी) ही और वही अपन नव क चलाकर और नव स बिकय जीन वला कय) स

ससर माamp नमा नही चला सकत ही त उस अपन सतन क इस कमा क शिलाय परयग माamp लान चबिहीय उस क वटा क जीवन और खgt0gtरत

कनय था उसन जयबितष जी क समान परसतव रख दिदय बिक रत क अनधर ही गय ही और वही रत माamp नव क नदn माamp नही ला जीयगअगर

यही माहत) जयबितष जी क परयग माamp लान ही त उसक1 कनय स गधाव) बिववही करन क द उस माहत) क परयग माamp ला सकत हीजयबितष जी

तयर ही गय और उस रत क जयबितष जी न उस क वटा क1 कनय स गधाव) बिववही करन क द गभा)धान क पgtणी) बिकय उस कनय स जी

पतरी परपत हआ वही 0क नमा स जीन जीत ही यही कथा रमायणी माamp माकररधववजी क र माamp कही जीत हीजी हीनमानजी लाक क जीलाकर

पसन स तर तर समादर माamp कgt द त उनक पसन क एक माछला बिनगला गयउस बराहमचर पसन क अनदर वय) क कणी थाउनही कणीA स

माछला क जी सतन हय वही माकररधववजी क रप माamp हय और उस पतला क रजी अबिहीरवणी क दवारपला क1 सव क अवसर मिमाला रमा

लामाणी क जी अबिहीरवणी शिला दन क शिलाय पतला लाक ला गय त हीनमानजी क पहीला दवारपला क रप माamp तनत माकररधववजी स ही

माकला करन पडद माamp पत लाग बिक वही उनही क1 सतन था 0रर दन क शिलाय समाजी क बिनयमा हत ही माहीतव रखत ही जीस एक

करगर बिकस कला क जीनत ही और आग आन वला चच उस करगर क1 कला क अपन परिरवर और घार क अनदर ही चपन स दखत

रहीत ही त व उस करगर क1 कला स वबिकफ़ हीत जीत ही उन चचA क कही अनय सथान पर जीकर शि0 नही लान पडत और व उस

कला क और अमिधाक बिवकस करन क द आग स आग परयग माamp लात जीत ही त उस कला क बिवकस अपन आप हीत चला जीत ही

उस परकर स समाजी और वणी) वयवसथा क अनसर जी 0दn बिववही बिकय जीत ही त हीन वला चच उस समाजी क अनदर अपन क

अपन आप ढालात चला जीत हीऔर जी कय) य वयवसय अथाव ससकर उनही मिमालात ही उनही क अनसर व अपन क न लात ही लाबिकन

0रर माही और रप आदिद क लाभा माamp जी समाजी स अलाग बिकस परकर स 0दn समनध बिकय जीत हीत कमाकत क अनत हीन क द

जी रप और 0रर माही क भरामा टाgtटात ही त अलाग समाजी माamp बिकय जीन वला रिरसत टाgtटात ही और अगर उन रिरसतA क अनदर कई सतन ही

गय ही त वही अपन बिपत और मात क अनसर ही अपन क नन 0र करग इस परकर स वही पद हीन वला सतन न त इधार क1 रही

और न ही उधार क1इस परकर क1 सतन क भाटाकव क रसत मिमालात ही और वही दर दर क1 Yकरamp खन क शिलाय माजीgtर ही जीत ही

अथाव उस समादधिजीक बिनयमाA स नफ़रत हीन क करणी वही समाजी स अपन परन बिहीस क चकन क शिलाय आतकवदn जीस नबितयA माamp

जीकर मानय और समाजी क दद) नही समाझन क करणी हीतय जीस जीघानय अपरधा करन 0र कर दत ही अकसर यही त उन परिरवरA माamp

भा मिमालात ही जीही तमिसतरीय आधाबिनकत क चककर माamp अपन क कषिणीक सख क शिलाय अनय माद क1 कमाकत क शि0कर ही जीत ही और

उनस पद हीन वला चच समाजी और परिरवर क तक माamp रखकर घार और परिरवर क ही लागA क शिलाय आफ़त क करणी न जीत

हीअकसर इस परकर क चच खgtन क समनध नही हीन क करणी अपन परिरवर क सदसयA क परबित दय य परमा भाव नही रख पत ही और

उस परकर स सचन चलाgt कर दत ही जीस बिक उनक कमाक बिपत क सचन हीत था

सस ड दन दय ही

मानय क अनदर दय क दन सस ड दन मान जीत हीकही भा गय ही बिक दय धामा) क माgtला ही पप माgtला अकषिभामान दधिजीसक अनदर दय

हीत ही वही रसत चलात क भा सहीर दन जीनत ही और जी सहीर दिदय जीत ही वही भा एक तरही क माहीदन ही हीत ही वही दय चही

मानय क परबित ही य जीनवर अथाव जीव जीनत क शिलाय वही दय ही सस ड दन मान जीत ही भागवन स भा परथा)न क1 जीत ही बिक

दय कर दन भाशिG क हीमा परमातमा दनदय क शिलाय बिकस क खजीन नही पडत बिक हीमा दय बिकसक सथा करन ही रसत माamp य घार

क अनदर दय क दन करन क शिलाय हीजीरA दय क परपत करन वला लाग मिमाला जीयampगऊपर त कर आय ह बिक दय मात चच क सथा

भा करत ही 0रन सभा जीवA क मारन क शिलाय मान जीत ही और अपन चच क वही नही मारत बिलला अपन चच क सथान दलान

क समाय ड ही मालायमा तरक स दतA क च अपन चच क दत ही और सथान दला दत ही माद बिचछgt अपन चचA क अपन 0रर

ही दन कर दत ही मानय अपन चच क पलान पषन स लाकर ड हीन तक उस पर दय क भाव ही रखत ही चच क ऊपर स बिगरन

स लाकर लाखA करणी नत रहीत ही जी चच अपन बिववक क खयला नही रख पत ही और जीखिखमा माamp रहीत ही त परिरवर क सदसय उस

चन क शिलाय हीर समाय खयला रखत ही जी वही चच समाजी क समान आत ही त समाजी वला लाग उस र आदतA स चन क शिलाय

बिनगही रखत हीलाबिकन कभा कभा जीनgtझ कर वही चच गलत करत ही त उस सजी दिदलान क नमा पर पशिलास य घार वलाA क1 भा

सहीयत ला जीत ही दय क रप यतरी करत वG बिकस सथान पर बिनवस करत वG य परिरवर माamp रहीन क उपरनत मिमालात ही समाजी माamp

दय क नमा पर समाजी क वयशिG क नZकर आदिद क मामाला माamp दय करन पर लाग रजीनबित भा करन लागत ही जीस आजीकर जीटाA क

आरणी क मामाला माamp दय क भाव समाझ माamp आ रही ही रजीनबित क अनदर दय क भाव दिदखव क रप माamp भा मिमालात ही जीस वर

माषदभिसजीद क हीटाकर रमा मादधिनदर य रमा मादधिनदर क हीटाकर वर माषदभिसजीद क मामाला माamp अलाग अलाग समादयA क नतओ क1 दय दिदखन क

मातला सफ़ समान ही बिक एक कहीत ही नन नही दampग और दसर कहीत ही नकर रहीampग दय दिदखव और सवथा) क शिलाय भा क1 जीत

हीजीस बिकस वयशिG क पबिहीनन क शिलाय कपड दिदय जीत ही और द माamp जी भा कई समादधिजीक त हीत ही य समादधिजीक वयशिG समान

हीत ही त कही दिदय जीत ही बिक यही कपड त हीमान इस पबिहीनन क शिलाय दिदय ही इस परकर क1 दय दिदखव हीत हीऔर उस दय क

कई माgtलय भा नही हीत ही अगर बिकस क खन खिखला दिदय ही त समान वला क माहीसgtस भा नही ही बिक खिखलान वला खद क आदमा था

य कई परयअगर उसन माहीसgtर कर शिलाय बिक खिखलान क द उस दय क टिढा4ढार पटा जीयग त उसक1 अनतरतमा उस खन क दला

माamp दिदय जीन वला आ0व)द क1 जीगही शरप और दन चलाgt कर दगदरवजी पर मागन वला क सथा अमिधाक दय करन क मातला ही बिक

अपन क लाटा Yनअमिधाकतर लागA न भाख मागन क धानध न शिलाय ही जी उनही कई माटा आसमा दिदखई दत ही त तरही तरही क

करणी नकर दय क पतरी न जीत ही और मान चही लान क द उस 0र क और अनय तरफ़ क पप कमा) माamp खच) करत ही इस

परकर स दिदय जीन वला दन दय क दन त दन वला क शिलाय मान जीत ही लाबिकन दधिजीसन दय क भाव क परपत बिकय था उसक अनदर

चलाक1 क भाव आन स दय और चलाक1 दन मिमालाकर दन दन वला और लान वला क शिलाय अबिहीत क करणी ही न गय जी दन

दिदय गय था उसक द उस दन क परयग कई अपन घार खचu क शिलाय करत ही त Ykक हीलाबिकन क Ykक ही जी वही खद कमान स

असमाथा) हीउस बिकस परकर क1 बिवदया नही आत ही वही 0रर स अपबिहीजी हीवही बिकस भा तरी माamp बिवकस नही कर सकत ही त दय करन

कर क1 त नही ही लाबिकन दय करन क उपरनत अगर कई वयशिG समाथा) हीत हय भा कमान क1 इचछ नही करत ही दिदमाग अथाव

0ररिरक शरमा स चन चहीत ही और उस दय क नमा स कमान क द बिफ़जीgtला खच) करन क1 आदत ही गय ही त वही दय नही मिमालान क

द अनय चलाबिकयA स कमान क1 सचग अकसर दय क नमा स मिमालान वला धान क लाग ड र तरही स खच) करत ही यही सतय बिनयमा

ही बिक कमान और खच) करन माamp जीमान आसमान क अनतर हीत ही कमान त हीर कई जीनत ही लाबिकन खच) करन हीर बिकस क पत नही

हीत ही कमान क अनसर अगर खच) बिकय जीय बिकस परकर क अहीमा माamp आकर अगर खच) बिकय जीत ही त कमान और माहीनत करन

भा कर ही मान जीत ही हीर मानय क बिनयमा हीत ही बिक वही अगर ईTर क1 क प स ससर माamp अवतरिरत हआ ही त वही मानव कलयणी

क1 भावन क अपन मान रखकर दय कर तथा) सथानA माamp बिकय जीन वला तभा समाथा) ही जी उस सथान माamp रहीन वला लाग जी क वला दसरA

क1 दय पर ही बिनभा)र ही उनक शिलाय दन क रप समाझ कर दन बिकय जीय अकसर कर क दन कर मा ही चला जीत ही इस त क

और अचछn तरक स समाझन क शिलाय भारत क परशिसदध धामा रमाTरमा धामा क1 ही त ला लादधिजीयवही धामा क वला आन वला तथा) यबितरीयA

क1 क प पर ही बिनभा)र हीअगर कई तथा) यतरी नही आय त वही क लाग भाgtखA मारन क1 कगर पर आजीयampलाखA लागA क वयवसय आन

वला तथा) यबितरीयA क रहीन खन तथा वही क1 परशिसदध वसतओ क चन हीलाबिकन दधिजीसक अनदर दधिदध क बिवकस ही वही वही पर नही

रहीत ही और अपन अनसर अपन औकत तथा बिवदया क ढात चला जीत हीडकटार कलामा सही भा वही क पद हीन वला माहीपरषA

माamp एक मान जीत हीउनहीन अपन बिवदया क परयग करन सख शिलाय और भारत जीस रषटर क सव|चच पद पर आसन भा ही गय जी बिक

उनक परिरवर वला आजी भा समादर स बिनकलान वला सप 0ख और अनय समान क वयपर करन क द अपन जीबिवक चला रही ही उनक

घार क पस माamp आजी भा झपड नमा न हय माकन उनक परिरवर क1 षदभिसथात क त रही ही इस परकर स दय क रप अपन बिवकस क

शिलाय अगर बिकय जीत ही और अपन अनसर ही बिकस गर क पलान क दिदमाग परयग माamp लाय जीत ही त वही दय सचच दय हीइस

दय क अनदर एक करणी और नत हीबिकस क शि0 क दन करनयही भा एक हत ड दन ही और दय क अनदर ही इसक1 औकत

ही ससर माamp दय क करणी चलान वला एन जी ओ आदिद क रप भा समाझ जी सकत ही जी ससथायamp अपन कमा करन क द लागA क

आग ढान क शिलाय अपन तन मान और धान स आग चलात ही व अपन नमा करत चला जीत ही लाबिकन लाभा माamp आन क द और उन

ससथाओ क1 दZलात अगर धान कमान क भाव मान क अनदर आय त वही दय क भाव स अलाग ही जीत ही उस भाव स अलाग जी परभाव

हीत ही वही अमिधाक धान कमान क1 लालास और उलटा सधा करणी नकर और सखययA क जीड ही रही जीत ही जी भा कमा लाभा क

करणी बिकय जीत ही व सभा कगजीA माamp त बिकय जीत ही लाबिकन धारतला पर क छ भा नही हआ हीत हीक छ ससथायamp इस भाव क और भा

अलाग अलाग तरक स धान कमान क शिलाय परयग मा लात हीजीस बिक एक धानवन क अपन सफ़ द धान क कला धान मा परिरवरतित4त करन ही

त वही पहीला इस परकर क1 ससथाओ क दन माamp माटाn रकमा ददग और द माamp उस ससथा स शिलाय जीन वला दन वपस लालागइस परकर

स जी टाकस आदिद माamp चत हीत ही वही ससथा क शिलाय न रहीत हीइस तरही स सरकर और जीनत क सथा धाख ही मान जी सकत ही

और इस परकर क1 ससथायamp जीही भा चलात ही उनक उददोशय मातरी दय क नमा पर गरख धानध करन ही मान जी सकत हीउनहीन अपन

पलानर नZकर पर रख हीत ही और उन पलानर और धान क लाख जीख तयर करन वला चटाuड एकउनटाampटा क1 दZलात व अपन कमा करत

रहीत ही इस परकर क1 दय स भा चन चबिहीयऔर जी भा कमा करन ही अगर हत ड रप माamp करन ही त अपन दवार ही बिकय जीय

और छटा रप माamp करन ही त भा अपन दवार ही बिकय जीय वही दय क दन सस उKमा मान जी सकत हीअगर शि0णी ससथाओ क

बिवकस करन ही त अपन नमा क कभा उपयग नही करन चबिहीयजीस बिक अकसर लाग अपन दद बिपत मात आदिद क नमा स ससथा

क खड कर दत ही और उस चलाकर नमा कमान क1 कशि00 करत ही यही ससर बिवशिचतरी ही यही एक परक बित क लाग नही हीकभा कई

सहीर लान क नमा पर आकर बिगडबिगडयग और सहीर मिमालान क द वही खद क 0र क1 भाबित नकर शिलाय गय दन क रद करन क

अलाव उस ससथा क भा गला दग दधिजीस भाव माamp बिकस क सवथा) आकर टाकर जीय उस भाव माamp बिकय जीन वला दन य दय कर ही

मान जी सकत ही जीस बिकस न अपन गनतवय क शिलाय रसत पgtछऔर तन क दला मा अगर कई धान क दत ही त वही दय य दन

क रप नही हीत ही दन क रप माamp बिकस क गनतबय क तय जीन वला रसत भा दन क ही रप ही जीत ही अकसर रजीन बिकस

क बिकस न बिकस परकर क1 समासय मिमाला जीत ही और वही समासय स सलाझन क रसत बिकस स पgtछत हीऔर तन वला उस सही

रसत त दत ही त वही समासय स छ टाकर परपत कर लात हीयही भा तय गय उपय और तय जीन वला वयशिG क शिलाय दन क ही

रप मान जीत ही आजी क यग मा अगर इस त क सधा सनत क शिलाय दख जीत ही त जी सनत दकषिणी क लाकर और अपन शि0य

नकर अगर जञोन क दन दत ही त वही दय क1 शरणी माamp नही आत ही वही एक माही और अपन क उचच दिदखन क अहीमा माamp 0मिमाला ही

जीत ही दिदय गय रसत और दिदय गय जञोन अगर दिदय जीन वला वयशिG क1 जीनपबिहीचन क1 समा माamp आजीत ही त भा दय और दन

क1 शरणी माamp नही आ सकत ही जीस एक पतरी अपन बिपत स क छ जीनन चहीत ही त बिपत क दवार तय गय उKर दय य दन क1 शरणी

माamp नही आयगयही अपनतव क1 भावन माamp आकर और माही क दवार जञोन क दिदय मान जीयग लाबिकन वही चच अगर रसत चलात बिकस

वयशिG स पgtछत ही और वही वयशिG उच चच क नही जीनत ही त वही दिदय गय जञोन और दय क भाव दन क1 शरणी माamp 0मिमाला ही

जीयग बिकस सडक पर जीन क शिलाय अगर द रसतA क च माamp एक सइन ड) क लाग दिदय गय ही और उस पर सही रसत पर जीन क

कथान शिलाख ही त वही ड) दधिजीसन लागवय ही उसक शिलाय दन क सधान मान जीयगलाबिकन अगर उस ड) क इस परकर क लागवय

गय ही बिक उसक अनदर पस डलाकर रसत क जञोन शिलाय जीय त वही कमान क सधान मान जीयग अकसर कई ससथायamp अपन अपन

अनसर लागA क1 शिचबिकतस क शिलाय अपन अपन अनसर क मप लागत ही वही पर सधारणी जीनत क शिलाय चविक4ग और दवइयA क बिवतरणी

बिन0लक बिकय जीत हीलाबिकन अगर उस ससथान अपन नमा क परचर जीर 0र स बिकय ही और अपन नमा क सथा डकटारA क नमा और

बिवतरिरत क1 जीन वला दवइयA क लाख जीख सक सनय ही त वही बिकय जीन वला सव क भाव नमा और अपन अहीमा परकटा करन

क तरक मान जीयगइस परबितसपधा) क रप भा दिदय जी सकत ही बिक अमाक ससथा न इतन धान इस शिचबिकतस क शिलाय खच) बिकय था

जी उस ससथा न इतन धान खच) बिकय ही यही त अकसर बिकय जीन वला भाडर क शिलाय भा मान जी सकत हीबिक अमाक आदमा न

अमाक सथान माamp इतन लागA क भाजीन करवययही त उस आदमा क शिलाय दन माamp नही सतिलक अहीमा क1 शरampणी मा 0मिमाला ही जीयगलाबिकन

वही आदमा अगर अपन क दिदखव स दर रखन क द भाजीन करवत ही त वही दन और दय क1 शरणी मा बिगन जीयग

दय धामा) क माgtला ही पला माgtला अकषिभामान

जीव जीनत और जीनवरA क अलाव मानय क शिलाय जी उKमा दन क1 और दय क करणी ही व द परकर क मान जीत हीएक सव|Kमा और

दसर अधामा अगर ससर माamp भाजीन और पन नही ही त ससर क दिटाक पन असमभव ही भाजीन और पन क मिमालान स कई भा जीव

जीनत और मानय बिवकटा स बिवकटा परिरषदभिसथाबित माamp दधिजीनद रही सकत ही इन दन क नही मिमालान स बिकतन ही धान दZलात और माय ही कई

नही दिटाक सकत ही दय क शिलाय सतरी और जीवA क सथा गय दय क1 हीमा0 पतरी ही इन करकA क रधवयन माamp रखकर बिकय जीन वला दन

और दय ड ही कमा क1 हीत ही भाजीन और पन क सधानA क दन बिकस भा ससथा क दवार बिकय जीत ही त वही दन सव)शरषठा शरणी

क मान जीत ही सतरी और गय क ऊपर क1 जीन वला दय हीमा0 पणय क दन वला हीत ही सतरी और गय क ही कयA दय क शिलाय

मान जीत ही त बिवदवाजीनA क समाझन चबिहीय बिक सतरी बिकतन ही बिनरक 0 ही उसक अनदर हीमा0 मामात क1 भावन रहीगसमाजी बिकतन

ही उसक सथा अनचर कर वही अपन भावकत क ला पर दधिजीनद रहीन क1 मात रखत हीजी भा कमा आत ही त क वला सनतन पलान

पषणी और अपन सवजीनA क1 र क शिलाय मान जीत ही एक डयन भा अपन चच क सभाला कर रखत ही इस कहीवत क अथा) तभा

मान जी सकत ही जी डयन क सथा भा मामातव क वयवहीर नकर रख जीय गय क दय क1 शरणी माamp परन समाय स क वला इसशिलाय ही

मान जी सकत ही बिक उस क छ भा खन क द लाबिकन वही दग दधा हीवही कभा अपन चच क पस बिकस अनहीन क त तक नही आन

दग जी तक उसक1 जीन रहीगदधिजीस जीव क अनदर इतन अपन चच क परबित दय ही और वही अपन दय क करणी अपन 0रर क भा

समापत करन क1 इचछ क रखउसक सथा Egt रत करन पgtर तरही स अमानषत क1 शरणी माamp आजीत ही सतरी क भागय समाझ कर और

उसक सथा भागA क सख लाकर माथान और पच माकर क परयग करन क द बिकतन ही उस परतकषिणीत बिकय जीयग वही हीमा0 अपन पबित

और परिरवर क शिलाय समारतिप4त रहीग समादधिजीक नधन हीA य 0रर क नधन वही अपन भावनतमाक आव0 माamp सभा क समापत कर सकत

ही लाबिकन इस कलायग क इन दन क सथा ही सस ड अनचर ही रही ही हीत मा आय भाgtकमप स ससर क अनदजी लाग लान चबिहीय

बिक इस द0 क माख वयपरिरक समनध अमारिरक स ही और यही पर ससर क सस अमिधाक एड क मारजी हीयही क बिनवशिसयA क माखय

खन गय क मास हीऔर यही रिरसत नमा क1 चजी समाझ माamp नही आत हीयही तक बिक भाई बिहीन क रिरसत भा अजी ही हीत हीमाथान

0र और मारकटा क करणी यही द0 गर द0A क1 शरणी माamp आत हीअकसमात भाgtकमप आय और एक लाख स अमिधाक वयशिGयA न एक

णी माamp ही अपन जीन गव दnयही तक बिक रषटरपबित क माहीला भा पत नही लाग बिक वही कही गय गय और सतरी क सस अमिधाक

परतणीन इस द0 माamp मिमालात ही यही तक बिक इस द0 माamp भाgtकमप आन क द लागA क1 जीन क1 र त करन दर यही पर सहीयत क शिलाय

जीन वला लागA क भा लाgtटा जीन लागजीस ही भाgtकमप आय दन क1 रशि0 इकटठो करन क शिलाय करडA ससथायamp एक दमा अपन अपन

अनसर समान आन लागयही क वला बिकय जीन वला पपA क करणी ही

गरहीA क 120 गणी

लागन अगर-

माष ही त आदमा क चच ही

वष ही त धान क1 मा0न ही

मिमाथान ही त टालाफ़न ही

कक) ही त भावन क1 पबिडय ही

सिस4ही ही त अहीमा भार हआ ही

कनय ही त कजी) दशमान मार स मिघार ही

तला ही त हीर त माamp फ़यद सचन वला ही

वकषिeक ही त भाgtत क सरदर ही

धान ही त प दद क1 त करन वला ही

माकर ही त चZस घाटा कमा ही कमा ही

क मभ ही त जीलदn रिरसत न सकत ही

मान ही त हीमा0 माZन रहीन वला ही

लागन स सgtय) अगर-

पहीला भाव मा ही त अहीमा भार ही

दसर भाव मा ही त चमाक क आग क छ दिदखई ही नही दत

तसर भाव मा ही त नतगर पहीला ही

चZथा भाव मा ही त रजीनबित वला सच ही

पचमा भाव मा ही त परिरवर मा ही रजीनबित करन वला ही

छY भाव मा ही त प क नZकर समाझत ही

सतव भाव मा ही जीवन सथा क गलामा ही

आYव भाव मा ही त चर दिदला क मारजी ही

नव भाव मा ही त धामा) स भा कमान वला ही

दसव भाव मा ही त सभा कमा नतगर स बिकय जीत ही

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 20: केतु

तयर ही गय और उस रत क जयबितष जी न उस क वटा क1 कनय स गधाव) बिववही करन क द गभा)धान क पgtणी) बिकय उस कनय स जी

पतरी परपत हआ वही 0क नमा स जीन जीत ही यही कथा रमायणी माamp माकररधववजी क र माamp कही जीत हीजी हीनमानजी लाक क जीलाकर

पसन स तर तर समादर माamp कgt द त उनक पसन क एक माछला बिनगला गयउस बराहमचर पसन क अनदर वय) क कणी थाउनही कणीA स

माछला क जी सतन हय वही माकररधववजी क रप माamp हय और उस पतला क रजी अबिहीरवणी क दवारपला क1 सव क अवसर मिमाला रमा

लामाणी क जी अबिहीरवणी शिला दन क शिलाय पतला लाक ला गय त हीनमानजी क पहीला दवारपला क रप माamp तनत माकररधववजी स ही

माकला करन पडद माamp पत लाग बिक वही उनही क1 सतन था 0रर दन क शिलाय समाजी क बिनयमा हत ही माहीतव रखत ही जीस एक

करगर बिकस कला क जीनत ही और आग आन वला चच उस करगर क1 कला क अपन परिरवर और घार क अनदर ही चपन स दखत

रहीत ही त व उस करगर क1 कला स वबिकफ़ हीत जीत ही उन चचA क कही अनय सथान पर जीकर शि0 नही लान पडत और व उस

कला क और अमिधाक बिवकस करन क द आग स आग परयग माamp लात जीत ही त उस कला क बिवकस अपन आप हीत चला जीत ही

उस परकर स समाजी और वणी) वयवसथा क अनसर जी 0दn बिववही बिकय जीत ही त हीन वला चच उस समाजी क अनदर अपन क

अपन आप ढालात चला जीत हीऔर जी कय) य वयवसय अथाव ससकर उनही मिमालात ही उनही क अनसर व अपन क न लात ही लाबिकन

0रर माही और रप आदिद क लाभा माamp जी समाजी स अलाग बिकस परकर स 0दn समनध बिकय जीत हीत कमाकत क अनत हीन क द

जी रप और 0रर माही क भरामा टाgtटात ही त अलाग समाजी माamp बिकय जीन वला रिरसत टाgtटात ही और अगर उन रिरसतA क अनदर कई सतन ही

गय ही त वही अपन बिपत और मात क अनसर ही अपन क नन 0र करग इस परकर स वही पद हीन वला सतन न त इधार क1 रही

और न ही उधार क1इस परकर क1 सतन क भाटाकव क रसत मिमालात ही और वही दर दर क1 Yकरamp खन क शिलाय माजीgtर ही जीत ही

अथाव उस समादधिजीक बिनयमाA स नफ़रत हीन क करणी वही समाजी स अपन परन बिहीस क चकन क शिलाय आतकवदn जीस नबितयA माamp

जीकर मानय और समाजी क दद) नही समाझन क करणी हीतय जीस जीघानय अपरधा करन 0र कर दत ही अकसर यही त उन परिरवरA माamp

भा मिमालात ही जीही तमिसतरीय आधाबिनकत क चककर माamp अपन क कषिणीक सख क शिलाय अनय माद क1 कमाकत क शि0कर ही जीत ही और

उनस पद हीन वला चच समाजी और परिरवर क तक माamp रखकर घार और परिरवर क ही लागA क शिलाय आफ़त क करणी न जीत

हीअकसर इस परकर क चच खgtन क समनध नही हीन क करणी अपन परिरवर क सदसयA क परबित दय य परमा भाव नही रख पत ही और

उस परकर स सचन चलाgt कर दत ही जीस बिक उनक कमाक बिपत क सचन हीत था

सस ड दन दय ही

मानय क अनदर दय क दन सस ड दन मान जीत हीकही भा गय ही बिक दय धामा) क माgtला ही पप माgtला अकषिभामान दधिजीसक अनदर दय

हीत ही वही रसत चलात क भा सहीर दन जीनत ही और जी सहीर दिदय जीत ही वही भा एक तरही क माहीदन ही हीत ही वही दय चही

मानय क परबित ही य जीनवर अथाव जीव जीनत क शिलाय वही दय ही सस ड दन मान जीत ही भागवन स भा परथा)न क1 जीत ही बिक

दय कर दन भाशिG क हीमा परमातमा दनदय क शिलाय बिकस क खजीन नही पडत बिक हीमा दय बिकसक सथा करन ही रसत माamp य घार

क अनदर दय क दन करन क शिलाय हीजीरA दय क परपत करन वला लाग मिमाला जीयampगऊपर त कर आय ह बिक दय मात चच क सथा

भा करत ही 0रन सभा जीवA क मारन क शिलाय मान जीत ही और अपन चच क वही नही मारत बिलला अपन चच क सथान दलान

क समाय ड ही मालायमा तरक स दतA क च अपन चच क दत ही और सथान दला दत ही माद बिचछgt अपन चचA क अपन 0रर

ही दन कर दत ही मानय अपन चच क पलान पषन स लाकर ड हीन तक उस पर दय क भाव ही रखत ही चच क ऊपर स बिगरन

स लाकर लाखA करणी नत रहीत ही जी चच अपन बिववक क खयला नही रख पत ही और जीखिखमा माamp रहीत ही त परिरवर क सदसय उस

चन क शिलाय हीर समाय खयला रखत ही जी वही चच समाजी क समान आत ही त समाजी वला लाग उस र आदतA स चन क शिलाय

बिनगही रखत हीलाबिकन कभा कभा जीनgtझ कर वही चच गलत करत ही त उस सजी दिदलान क नमा पर पशिलास य घार वलाA क1 भा

सहीयत ला जीत ही दय क रप यतरी करत वG बिकस सथान पर बिनवस करत वG य परिरवर माamp रहीन क उपरनत मिमालात ही समाजी माamp

दय क नमा पर समाजी क वयशिG क नZकर आदिद क मामाला माamp दय करन पर लाग रजीनबित भा करन लागत ही जीस आजीकर जीटाA क

आरणी क मामाला माamp दय क भाव समाझ माamp आ रही ही रजीनबित क अनदर दय क भाव दिदखव क रप माamp भा मिमालात ही जीस वर

माषदभिसजीद क हीटाकर रमा मादधिनदर य रमा मादधिनदर क हीटाकर वर माषदभिसजीद क मामाला माamp अलाग अलाग समादयA क नतओ क1 दय दिदखन क

मातला सफ़ समान ही बिक एक कहीत ही नन नही दampग और दसर कहीत ही नकर रहीampग दय दिदखव और सवथा) क शिलाय भा क1 जीत

हीजीस बिकस वयशिG क पबिहीनन क शिलाय कपड दिदय जीत ही और द माamp जी भा कई समादधिजीक त हीत ही य समादधिजीक वयशिG समान

हीत ही त कही दिदय जीत ही बिक यही कपड त हीमान इस पबिहीनन क शिलाय दिदय ही इस परकर क1 दय दिदखव हीत हीऔर उस दय क

कई माgtलय भा नही हीत ही अगर बिकस क खन खिखला दिदय ही त समान वला क माहीसgtस भा नही ही बिक खिखलान वला खद क आदमा था

य कई परयअगर उसन माहीसgtर कर शिलाय बिक खिखलान क द उस दय क टिढा4ढार पटा जीयग त उसक1 अनतरतमा उस खन क दला

माamp दिदय जीन वला आ0व)द क1 जीगही शरप और दन चलाgt कर दगदरवजी पर मागन वला क सथा अमिधाक दय करन क मातला ही बिक

अपन क लाटा Yनअमिधाकतर लागA न भाख मागन क धानध न शिलाय ही जी उनही कई माटा आसमा दिदखई दत ही त तरही तरही क

करणी नकर दय क पतरी न जीत ही और मान चही लान क द उस 0र क और अनय तरफ़ क पप कमा) माamp खच) करत ही इस

परकर स दिदय जीन वला दन दय क दन त दन वला क शिलाय मान जीत ही लाबिकन दधिजीसन दय क भाव क परपत बिकय था उसक अनदर

चलाक1 क भाव आन स दय और चलाक1 दन मिमालाकर दन दन वला और लान वला क शिलाय अबिहीत क करणी ही न गय जी दन

दिदय गय था उसक द उस दन क परयग कई अपन घार खचu क शिलाय करत ही त Ykक हीलाबिकन क Ykक ही जी वही खद कमान स

असमाथा) हीउस बिकस परकर क1 बिवदया नही आत ही वही 0रर स अपबिहीजी हीवही बिकस भा तरी माamp बिवकस नही कर सकत ही त दय करन

कर क1 त नही ही लाबिकन दय करन क उपरनत अगर कई वयशिG समाथा) हीत हय भा कमान क1 इचछ नही करत ही दिदमाग अथाव

0ररिरक शरमा स चन चहीत ही और उस दय क नमा स कमान क द बिफ़जीgtला खच) करन क1 आदत ही गय ही त वही दय नही मिमालान क

द अनय चलाबिकयA स कमान क1 सचग अकसर दय क नमा स मिमालान वला धान क लाग ड र तरही स खच) करत ही यही सतय बिनयमा

ही बिक कमान और खच) करन माamp जीमान आसमान क अनतर हीत ही कमान त हीर कई जीनत ही लाबिकन खच) करन हीर बिकस क पत नही

हीत ही कमान क अनसर अगर खच) बिकय जीय बिकस परकर क अहीमा माamp आकर अगर खच) बिकय जीत ही त कमान और माहीनत करन

भा कर ही मान जीत ही हीर मानय क बिनयमा हीत ही बिक वही अगर ईTर क1 क प स ससर माamp अवतरिरत हआ ही त वही मानव कलयणी

क1 भावन क अपन मान रखकर दय कर तथा) सथानA माamp बिकय जीन वला तभा समाथा) ही जी उस सथान माamp रहीन वला लाग जी क वला दसरA

क1 दय पर ही बिनभा)र ही उनक शिलाय दन क रप समाझ कर दन बिकय जीय अकसर कर क दन कर मा ही चला जीत ही इस त क

और अचछn तरक स समाझन क शिलाय भारत क परशिसदध धामा रमाTरमा धामा क1 ही त ला लादधिजीयवही धामा क वला आन वला तथा) यबितरीयA

क1 क प पर ही बिनभा)र हीअगर कई तथा) यतरी नही आय त वही क लाग भाgtखA मारन क1 कगर पर आजीयampलाखA लागA क वयवसय आन

वला तथा) यबितरीयA क रहीन खन तथा वही क1 परशिसदध वसतओ क चन हीलाबिकन दधिजीसक अनदर दधिदध क बिवकस ही वही वही पर नही

रहीत ही और अपन अनसर अपन औकत तथा बिवदया क ढात चला जीत हीडकटार कलामा सही भा वही क पद हीन वला माहीपरषA

माamp एक मान जीत हीउनहीन अपन बिवदया क परयग करन सख शिलाय और भारत जीस रषटर क सव|चच पद पर आसन भा ही गय जी बिक

उनक परिरवर वला आजी भा समादर स बिनकलान वला सप 0ख और अनय समान क वयपर करन क द अपन जीबिवक चला रही ही उनक

घार क पस माamp आजी भा झपड नमा न हय माकन उनक परिरवर क1 षदभिसथात क त रही ही इस परकर स दय क रप अपन बिवकस क

शिलाय अगर बिकय जीत ही और अपन अनसर ही बिकस गर क पलान क दिदमाग परयग माamp लाय जीत ही त वही दय सचच दय हीइस

दय क अनदर एक करणी और नत हीबिकस क शि0 क दन करनयही भा एक हत ड दन ही और दय क अनदर ही इसक1 औकत

ही ससर माamp दय क करणी चलान वला एन जी ओ आदिद क रप भा समाझ जी सकत ही जी ससथायamp अपन कमा करन क द लागA क

आग ढान क शिलाय अपन तन मान और धान स आग चलात ही व अपन नमा करत चला जीत ही लाबिकन लाभा माamp आन क द और उन

ससथाओ क1 दZलात अगर धान कमान क भाव मान क अनदर आय त वही दय क भाव स अलाग ही जीत ही उस भाव स अलाग जी परभाव

हीत ही वही अमिधाक धान कमान क1 लालास और उलटा सधा करणी नकर और सखययA क जीड ही रही जीत ही जी भा कमा लाभा क

करणी बिकय जीत ही व सभा कगजीA माamp त बिकय जीत ही लाबिकन धारतला पर क छ भा नही हआ हीत हीक छ ससथायamp इस भाव क और भा

अलाग अलाग तरक स धान कमान क शिलाय परयग मा लात हीजीस बिक एक धानवन क अपन सफ़ द धान क कला धान मा परिरवरतित4त करन ही

त वही पहीला इस परकर क1 ससथाओ क दन माamp माटाn रकमा ददग और द माamp उस ससथा स शिलाय जीन वला दन वपस लालागइस परकर

स जी टाकस आदिद माamp चत हीत ही वही ससथा क शिलाय न रहीत हीइस तरही स सरकर और जीनत क सथा धाख ही मान जी सकत ही

और इस परकर क1 ससथायamp जीही भा चलात ही उनक उददोशय मातरी दय क नमा पर गरख धानध करन ही मान जी सकत हीउनहीन अपन

पलानर नZकर पर रख हीत ही और उन पलानर और धान क लाख जीख तयर करन वला चटाuड एकउनटाampटा क1 दZलात व अपन कमा करत

रहीत ही इस परकर क1 दय स भा चन चबिहीयऔर जी भा कमा करन ही अगर हत ड रप माamp करन ही त अपन दवार ही बिकय जीय

और छटा रप माamp करन ही त भा अपन दवार ही बिकय जीय वही दय क दन सस उKमा मान जी सकत हीअगर शि0णी ससथाओ क

बिवकस करन ही त अपन नमा क कभा उपयग नही करन चबिहीयजीस बिक अकसर लाग अपन दद बिपत मात आदिद क नमा स ससथा

क खड कर दत ही और उस चलाकर नमा कमान क1 कशि00 करत ही यही ससर बिवशिचतरी ही यही एक परक बित क लाग नही हीकभा कई

सहीर लान क नमा पर आकर बिगडबिगडयग और सहीर मिमालान क द वही खद क 0र क1 भाबित नकर शिलाय गय दन क रद करन क

अलाव उस ससथा क भा गला दग दधिजीस भाव माamp बिकस क सवथा) आकर टाकर जीय उस भाव माamp बिकय जीन वला दन य दय कर ही

मान जी सकत ही जीस बिकस न अपन गनतवय क शिलाय रसत पgtछऔर तन क दला मा अगर कई धान क दत ही त वही दय य दन

क रप नही हीत ही दन क रप माamp बिकस क गनतबय क तय जीन वला रसत भा दन क ही रप ही जीत ही अकसर रजीन बिकस

क बिकस न बिकस परकर क1 समासय मिमाला जीत ही और वही समासय स सलाझन क रसत बिकस स पgtछत हीऔर तन वला उस सही

रसत त दत ही त वही समासय स छ टाकर परपत कर लात हीयही भा तय गय उपय और तय जीन वला वयशिG क शिलाय दन क ही

रप मान जीत ही आजी क यग मा अगर इस त क सधा सनत क शिलाय दख जीत ही त जी सनत दकषिणी क लाकर और अपन शि0य

नकर अगर जञोन क दन दत ही त वही दय क1 शरणी माamp नही आत ही वही एक माही और अपन क उचच दिदखन क अहीमा माamp 0मिमाला ही

जीत ही दिदय गय रसत और दिदय गय जञोन अगर दिदय जीन वला वयशिG क1 जीनपबिहीचन क1 समा माamp आजीत ही त भा दय और दन

क1 शरणी माamp नही आ सकत ही जीस एक पतरी अपन बिपत स क छ जीनन चहीत ही त बिपत क दवार तय गय उKर दय य दन क1 शरणी

माamp नही आयगयही अपनतव क1 भावन माamp आकर और माही क दवार जञोन क दिदय मान जीयग लाबिकन वही चच अगर रसत चलात बिकस

वयशिG स पgtछत ही और वही वयशिG उच चच क नही जीनत ही त वही दिदय गय जञोन और दय क भाव दन क1 शरणी माamp 0मिमाला ही

जीयग बिकस सडक पर जीन क शिलाय अगर द रसतA क च माamp एक सइन ड) क लाग दिदय गय ही और उस पर सही रसत पर जीन क

कथान शिलाख ही त वही ड) दधिजीसन लागवय ही उसक शिलाय दन क सधान मान जीयगलाबिकन अगर उस ड) क इस परकर क लागवय

गय ही बिक उसक अनदर पस डलाकर रसत क जञोन शिलाय जीय त वही कमान क सधान मान जीयग अकसर कई ससथायamp अपन अपन

अनसर लागA क1 शिचबिकतस क शिलाय अपन अपन अनसर क मप लागत ही वही पर सधारणी जीनत क शिलाय चविक4ग और दवइयA क बिवतरणी

बिन0लक बिकय जीत हीलाबिकन अगर उस ससथान अपन नमा क परचर जीर 0र स बिकय ही और अपन नमा क सथा डकटारA क नमा और

बिवतरिरत क1 जीन वला दवइयA क लाख जीख सक सनय ही त वही बिकय जीन वला सव क भाव नमा और अपन अहीमा परकटा करन

क तरक मान जीयगइस परबितसपधा) क रप भा दिदय जी सकत ही बिक अमाक ससथा न इतन धान इस शिचबिकतस क शिलाय खच) बिकय था

जी उस ससथा न इतन धान खच) बिकय ही यही त अकसर बिकय जीन वला भाडर क शिलाय भा मान जी सकत हीबिक अमाक आदमा न

अमाक सथान माamp इतन लागA क भाजीन करवययही त उस आदमा क शिलाय दन माamp नही सतिलक अहीमा क1 शरampणी मा 0मिमाला ही जीयगलाबिकन

वही आदमा अगर अपन क दिदखव स दर रखन क द भाजीन करवत ही त वही दन और दय क1 शरणी मा बिगन जीयग

दय धामा) क माgtला ही पला माgtला अकषिभामान

जीव जीनत और जीनवरA क अलाव मानय क शिलाय जी उKमा दन क1 और दय क करणी ही व द परकर क मान जीत हीएक सव|Kमा और

दसर अधामा अगर ससर माamp भाजीन और पन नही ही त ससर क दिटाक पन असमभव ही भाजीन और पन क मिमालान स कई भा जीव

जीनत और मानय बिवकटा स बिवकटा परिरषदभिसथाबित माamp दधिजीनद रही सकत ही इन दन क नही मिमालान स बिकतन ही धान दZलात और माय ही कई

नही दिटाक सकत ही दय क शिलाय सतरी और जीवA क सथा गय दय क1 हीमा0 पतरी ही इन करकA क रधवयन माamp रखकर बिकय जीन वला दन

और दय ड ही कमा क1 हीत ही भाजीन और पन क सधानA क दन बिकस भा ससथा क दवार बिकय जीत ही त वही दन सव)शरषठा शरणी

क मान जीत ही सतरी और गय क ऊपर क1 जीन वला दय हीमा0 पणय क दन वला हीत ही सतरी और गय क ही कयA दय क शिलाय

मान जीत ही त बिवदवाजीनA क समाझन चबिहीय बिक सतरी बिकतन ही बिनरक 0 ही उसक अनदर हीमा0 मामात क1 भावन रहीगसमाजी बिकतन

ही उसक सथा अनचर कर वही अपन भावकत क ला पर दधिजीनद रहीन क1 मात रखत हीजी भा कमा आत ही त क वला सनतन पलान

पषणी और अपन सवजीनA क1 र क शिलाय मान जीत ही एक डयन भा अपन चच क सभाला कर रखत ही इस कहीवत क अथा) तभा

मान जी सकत ही जी डयन क सथा भा मामातव क वयवहीर नकर रख जीय गय क दय क1 शरणी माamp परन समाय स क वला इसशिलाय ही

मान जी सकत ही बिक उस क छ भा खन क द लाबिकन वही दग दधा हीवही कभा अपन चच क पस बिकस अनहीन क त तक नही आन

दग जी तक उसक1 जीन रहीगदधिजीस जीव क अनदर इतन अपन चच क परबित दय ही और वही अपन दय क करणी अपन 0रर क भा

समापत करन क1 इचछ क रखउसक सथा Egt रत करन पgtर तरही स अमानषत क1 शरणी माamp आजीत ही सतरी क भागय समाझ कर और

उसक सथा भागA क सख लाकर माथान और पच माकर क परयग करन क द बिकतन ही उस परतकषिणीत बिकय जीयग वही हीमा0 अपन पबित

और परिरवर क शिलाय समारतिप4त रहीग समादधिजीक नधन हीA य 0रर क नधन वही अपन भावनतमाक आव0 माamp सभा क समापत कर सकत

ही लाबिकन इस कलायग क इन दन क सथा ही सस ड अनचर ही रही ही हीत मा आय भाgtकमप स ससर क अनदजी लाग लान चबिहीय

बिक इस द0 क माख वयपरिरक समनध अमारिरक स ही और यही पर ससर क सस अमिधाक एड क मारजी हीयही क बिनवशिसयA क माखय

खन गय क मास हीऔर यही रिरसत नमा क1 चजी समाझ माamp नही आत हीयही तक बिक भाई बिहीन क रिरसत भा अजी ही हीत हीमाथान

0र और मारकटा क करणी यही द0 गर द0A क1 शरणी माamp आत हीअकसमात भाgtकमप आय और एक लाख स अमिधाक वयशिGयA न एक

णी माamp ही अपन जीन गव दnयही तक बिक रषटरपबित क माहीला भा पत नही लाग बिक वही कही गय गय और सतरी क सस अमिधाक

परतणीन इस द0 माamp मिमालात ही यही तक बिक इस द0 माamp भाgtकमप आन क द लागA क1 जीन क1 र त करन दर यही पर सहीयत क शिलाय

जीन वला लागA क भा लाgtटा जीन लागजीस ही भाgtकमप आय दन क1 रशि0 इकटठो करन क शिलाय करडA ससथायamp एक दमा अपन अपन

अनसर समान आन लागयही क वला बिकय जीन वला पपA क करणी ही

गरहीA क 120 गणी

लागन अगर-

माष ही त आदमा क चच ही

वष ही त धान क1 मा0न ही

मिमाथान ही त टालाफ़न ही

कक) ही त भावन क1 पबिडय ही

सिस4ही ही त अहीमा भार हआ ही

कनय ही त कजी) दशमान मार स मिघार ही

तला ही त हीर त माamp फ़यद सचन वला ही

वकषिeक ही त भाgtत क सरदर ही

धान ही त प दद क1 त करन वला ही

माकर ही त चZस घाटा कमा ही कमा ही

क मभ ही त जीलदn रिरसत न सकत ही

मान ही त हीमा0 माZन रहीन वला ही

लागन स सgtय) अगर-

पहीला भाव मा ही त अहीमा भार ही

दसर भाव मा ही त चमाक क आग क छ दिदखई ही नही दत

तसर भाव मा ही त नतगर पहीला ही

चZथा भाव मा ही त रजीनबित वला सच ही

पचमा भाव मा ही त परिरवर मा ही रजीनबित करन वला ही

छY भाव मा ही त प क नZकर समाझत ही

सतव भाव मा ही जीवन सथा क गलामा ही

आYव भाव मा ही त चर दिदला क मारजी ही

नव भाव मा ही त धामा) स भा कमान वला ही

दसव भाव मा ही त सभा कमा नतगर स बिकय जीत ही

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 21: केतु

हीजीस बिकस वयशिG क पबिहीनन क शिलाय कपड दिदय जीत ही और द माamp जी भा कई समादधिजीक त हीत ही य समादधिजीक वयशिG समान

हीत ही त कही दिदय जीत ही बिक यही कपड त हीमान इस पबिहीनन क शिलाय दिदय ही इस परकर क1 दय दिदखव हीत हीऔर उस दय क

कई माgtलय भा नही हीत ही अगर बिकस क खन खिखला दिदय ही त समान वला क माहीसgtस भा नही ही बिक खिखलान वला खद क आदमा था

य कई परयअगर उसन माहीसgtर कर शिलाय बिक खिखलान क द उस दय क टिढा4ढार पटा जीयग त उसक1 अनतरतमा उस खन क दला

माamp दिदय जीन वला आ0व)द क1 जीगही शरप और दन चलाgt कर दगदरवजी पर मागन वला क सथा अमिधाक दय करन क मातला ही बिक

अपन क लाटा Yनअमिधाकतर लागA न भाख मागन क धानध न शिलाय ही जी उनही कई माटा आसमा दिदखई दत ही त तरही तरही क

करणी नकर दय क पतरी न जीत ही और मान चही लान क द उस 0र क और अनय तरफ़ क पप कमा) माamp खच) करत ही इस

परकर स दिदय जीन वला दन दय क दन त दन वला क शिलाय मान जीत ही लाबिकन दधिजीसन दय क भाव क परपत बिकय था उसक अनदर

चलाक1 क भाव आन स दय और चलाक1 दन मिमालाकर दन दन वला और लान वला क शिलाय अबिहीत क करणी ही न गय जी दन

दिदय गय था उसक द उस दन क परयग कई अपन घार खचu क शिलाय करत ही त Ykक हीलाबिकन क Ykक ही जी वही खद कमान स

असमाथा) हीउस बिकस परकर क1 बिवदया नही आत ही वही 0रर स अपबिहीजी हीवही बिकस भा तरी माamp बिवकस नही कर सकत ही त दय करन

कर क1 त नही ही लाबिकन दय करन क उपरनत अगर कई वयशिG समाथा) हीत हय भा कमान क1 इचछ नही करत ही दिदमाग अथाव

0ररिरक शरमा स चन चहीत ही और उस दय क नमा स कमान क द बिफ़जीgtला खच) करन क1 आदत ही गय ही त वही दय नही मिमालान क

द अनय चलाबिकयA स कमान क1 सचग अकसर दय क नमा स मिमालान वला धान क लाग ड र तरही स खच) करत ही यही सतय बिनयमा

ही बिक कमान और खच) करन माamp जीमान आसमान क अनतर हीत ही कमान त हीर कई जीनत ही लाबिकन खच) करन हीर बिकस क पत नही

हीत ही कमान क अनसर अगर खच) बिकय जीय बिकस परकर क अहीमा माamp आकर अगर खच) बिकय जीत ही त कमान और माहीनत करन

भा कर ही मान जीत ही हीर मानय क बिनयमा हीत ही बिक वही अगर ईTर क1 क प स ससर माamp अवतरिरत हआ ही त वही मानव कलयणी

क1 भावन क अपन मान रखकर दय कर तथा) सथानA माamp बिकय जीन वला तभा समाथा) ही जी उस सथान माamp रहीन वला लाग जी क वला दसरA

क1 दय पर ही बिनभा)र ही उनक शिलाय दन क रप समाझ कर दन बिकय जीय अकसर कर क दन कर मा ही चला जीत ही इस त क

और अचछn तरक स समाझन क शिलाय भारत क परशिसदध धामा रमाTरमा धामा क1 ही त ला लादधिजीयवही धामा क वला आन वला तथा) यबितरीयA

क1 क प पर ही बिनभा)र हीअगर कई तथा) यतरी नही आय त वही क लाग भाgtखA मारन क1 कगर पर आजीयampलाखA लागA क वयवसय आन

वला तथा) यबितरीयA क रहीन खन तथा वही क1 परशिसदध वसतओ क चन हीलाबिकन दधिजीसक अनदर दधिदध क बिवकस ही वही वही पर नही

रहीत ही और अपन अनसर अपन औकत तथा बिवदया क ढात चला जीत हीडकटार कलामा सही भा वही क पद हीन वला माहीपरषA

माamp एक मान जीत हीउनहीन अपन बिवदया क परयग करन सख शिलाय और भारत जीस रषटर क सव|चच पद पर आसन भा ही गय जी बिक

उनक परिरवर वला आजी भा समादर स बिनकलान वला सप 0ख और अनय समान क वयपर करन क द अपन जीबिवक चला रही ही उनक

घार क पस माamp आजी भा झपड नमा न हय माकन उनक परिरवर क1 षदभिसथात क त रही ही इस परकर स दय क रप अपन बिवकस क

शिलाय अगर बिकय जीत ही और अपन अनसर ही बिकस गर क पलान क दिदमाग परयग माamp लाय जीत ही त वही दय सचच दय हीइस

दय क अनदर एक करणी और नत हीबिकस क शि0 क दन करनयही भा एक हत ड दन ही और दय क अनदर ही इसक1 औकत

ही ससर माamp दय क करणी चलान वला एन जी ओ आदिद क रप भा समाझ जी सकत ही जी ससथायamp अपन कमा करन क द लागA क

आग ढान क शिलाय अपन तन मान और धान स आग चलात ही व अपन नमा करत चला जीत ही लाबिकन लाभा माamp आन क द और उन

ससथाओ क1 दZलात अगर धान कमान क भाव मान क अनदर आय त वही दय क भाव स अलाग ही जीत ही उस भाव स अलाग जी परभाव

हीत ही वही अमिधाक धान कमान क1 लालास और उलटा सधा करणी नकर और सखययA क जीड ही रही जीत ही जी भा कमा लाभा क

करणी बिकय जीत ही व सभा कगजीA माamp त बिकय जीत ही लाबिकन धारतला पर क छ भा नही हआ हीत हीक छ ससथायamp इस भाव क और भा

अलाग अलाग तरक स धान कमान क शिलाय परयग मा लात हीजीस बिक एक धानवन क अपन सफ़ द धान क कला धान मा परिरवरतित4त करन ही

त वही पहीला इस परकर क1 ससथाओ क दन माamp माटाn रकमा ददग और द माamp उस ससथा स शिलाय जीन वला दन वपस लालागइस परकर

स जी टाकस आदिद माamp चत हीत ही वही ससथा क शिलाय न रहीत हीइस तरही स सरकर और जीनत क सथा धाख ही मान जी सकत ही

और इस परकर क1 ससथायamp जीही भा चलात ही उनक उददोशय मातरी दय क नमा पर गरख धानध करन ही मान जी सकत हीउनहीन अपन

पलानर नZकर पर रख हीत ही और उन पलानर और धान क लाख जीख तयर करन वला चटाuड एकउनटाampटा क1 दZलात व अपन कमा करत

रहीत ही इस परकर क1 दय स भा चन चबिहीयऔर जी भा कमा करन ही अगर हत ड रप माamp करन ही त अपन दवार ही बिकय जीय

और छटा रप माamp करन ही त भा अपन दवार ही बिकय जीय वही दय क दन सस उKमा मान जी सकत हीअगर शि0णी ससथाओ क

बिवकस करन ही त अपन नमा क कभा उपयग नही करन चबिहीयजीस बिक अकसर लाग अपन दद बिपत मात आदिद क नमा स ससथा

क खड कर दत ही और उस चलाकर नमा कमान क1 कशि00 करत ही यही ससर बिवशिचतरी ही यही एक परक बित क लाग नही हीकभा कई

सहीर लान क नमा पर आकर बिगडबिगडयग और सहीर मिमालान क द वही खद क 0र क1 भाबित नकर शिलाय गय दन क रद करन क

अलाव उस ससथा क भा गला दग दधिजीस भाव माamp बिकस क सवथा) आकर टाकर जीय उस भाव माamp बिकय जीन वला दन य दय कर ही

मान जी सकत ही जीस बिकस न अपन गनतवय क शिलाय रसत पgtछऔर तन क दला मा अगर कई धान क दत ही त वही दय य दन

क रप नही हीत ही दन क रप माamp बिकस क गनतबय क तय जीन वला रसत भा दन क ही रप ही जीत ही अकसर रजीन बिकस

क बिकस न बिकस परकर क1 समासय मिमाला जीत ही और वही समासय स सलाझन क रसत बिकस स पgtछत हीऔर तन वला उस सही

रसत त दत ही त वही समासय स छ टाकर परपत कर लात हीयही भा तय गय उपय और तय जीन वला वयशिG क शिलाय दन क ही

रप मान जीत ही आजी क यग मा अगर इस त क सधा सनत क शिलाय दख जीत ही त जी सनत दकषिणी क लाकर और अपन शि0य

नकर अगर जञोन क दन दत ही त वही दय क1 शरणी माamp नही आत ही वही एक माही और अपन क उचच दिदखन क अहीमा माamp 0मिमाला ही

जीत ही दिदय गय रसत और दिदय गय जञोन अगर दिदय जीन वला वयशिG क1 जीनपबिहीचन क1 समा माamp आजीत ही त भा दय और दन

क1 शरणी माamp नही आ सकत ही जीस एक पतरी अपन बिपत स क छ जीनन चहीत ही त बिपत क दवार तय गय उKर दय य दन क1 शरणी

माamp नही आयगयही अपनतव क1 भावन माamp आकर और माही क दवार जञोन क दिदय मान जीयग लाबिकन वही चच अगर रसत चलात बिकस

वयशिG स पgtछत ही और वही वयशिG उच चच क नही जीनत ही त वही दिदय गय जञोन और दय क भाव दन क1 शरणी माamp 0मिमाला ही

जीयग बिकस सडक पर जीन क शिलाय अगर द रसतA क च माamp एक सइन ड) क लाग दिदय गय ही और उस पर सही रसत पर जीन क

कथान शिलाख ही त वही ड) दधिजीसन लागवय ही उसक शिलाय दन क सधान मान जीयगलाबिकन अगर उस ड) क इस परकर क लागवय

गय ही बिक उसक अनदर पस डलाकर रसत क जञोन शिलाय जीय त वही कमान क सधान मान जीयग अकसर कई ससथायamp अपन अपन

अनसर लागA क1 शिचबिकतस क शिलाय अपन अपन अनसर क मप लागत ही वही पर सधारणी जीनत क शिलाय चविक4ग और दवइयA क बिवतरणी

बिन0लक बिकय जीत हीलाबिकन अगर उस ससथान अपन नमा क परचर जीर 0र स बिकय ही और अपन नमा क सथा डकटारA क नमा और

बिवतरिरत क1 जीन वला दवइयA क लाख जीख सक सनय ही त वही बिकय जीन वला सव क भाव नमा और अपन अहीमा परकटा करन

क तरक मान जीयगइस परबितसपधा) क रप भा दिदय जी सकत ही बिक अमाक ससथा न इतन धान इस शिचबिकतस क शिलाय खच) बिकय था

जी उस ससथा न इतन धान खच) बिकय ही यही त अकसर बिकय जीन वला भाडर क शिलाय भा मान जी सकत हीबिक अमाक आदमा न

अमाक सथान माamp इतन लागA क भाजीन करवययही त उस आदमा क शिलाय दन माamp नही सतिलक अहीमा क1 शरampणी मा 0मिमाला ही जीयगलाबिकन

वही आदमा अगर अपन क दिदखव स दर रखन क द भाजीन करवत ही त वही दन और दय क1 शरणी मा बिगन जीयग

दय धामा) क माgtला ही पला माgtला अकषिभामान

जीव जीनत और जीनवरA क अलाव मानय क शिलाय जी उKमा दन क1 और दय क करणी ही व द परकर क मान जीत हीएक सव|Kमा और

दसर अधामा अगर ससर माamp भाजीन और पन नही ही त ससर क दिटाक पन असमभव ही भाजीन और पन क मिमालान स कई भा जीव

जीनत और मानय बिवकटा स बिवकटा परिरषदभिसथाबित माamp दधिजीनद रही सकत ही इन दन क नही मिमालान स बिकतन ही धान दZलात और माय ही कई

नही दिटाक सकत ही दय क शिलाय सतरी और जीवA क सथा गय दय क1 हीमा0 पतरी ही इन करकA क रधवयन माamp रखकर बिकय जीन वला दन

और दय ड ही कमा क1 हीत ही भाजीन और पन क सधानA क दन बिकस भा ससथा क दवार बिकय जीत ही त वही दन सव)शरषठा शरणी

क मान जीत ही सतरी और गय क ऊपर क1 जीन वला दय हीमा0 पणय क दन वला हीत ही सतरी और गय क ही कयA दय क शिलाय

मान जीत ही त बिवदवाजीनA क समाझन चबिहीय बिक सतरी बिकतन ही बिनरक 0 ही उसक अनदर हीमा0 मामात क1 भावन रहीगसमाजी बिकतन

ही उसक सथा अनचर कर वही अपन भावकत क ला पर दधिजीनद रहीन क1 मात रखत हीजी भा कमा आत ही त क वला सनतन पलान

पषणी और अपन सवजीनA क1 र क शिलाय मान जीत ही एक डयन भा अपन चच क सभाला कर रखत ही इस कहीवत क अथा) तभा

मान जी सकत ही जी डयन क सथा भा मामातव क वयवहीर नकर रख जीय गय क दय क1 शरणी माamp परन समाय स क वला इसशिलाय ही

मान जी सकत ही बिक उस क छ भा खन क द लाबिकन वही दग दधा हीवही कभा अपन चच क पस बिकस अनहीन क त तक नही आन

दग जी तक उसक1 जीन रहीगदधिजीस जीव क अनदर इतन अपन चच क परबित दय ही और वही अपन दय क करणी अपन 0रर क भा

समापत करन क1 इचछ क रखउसक सथा Egt रत करन पgtर तरही स अमानषत क1 शरणी माamp आजीत ही सतरी क भागय समाझ कर और

उसक सथा भागA क सख लाकर माथान और पच माकर क परयग करन क द बिकतन ही उस परतकषिणीत बिकय जीयग वही हीमा0 अपन पबित

और परिरवर क शिलाय समारतिप4त रहीग समादधिजीक नधन हीA य 0रर क नधन वही अपन भावनतमाक आव0 माamp सभा क समापत कर सकत

ही लाबिकन इस कलायग क इन दन क सथा ही सस ड अनचर ही रही ही हीत मा आय भाgtकमप स ससर क अनदजी लाग लान चबिहीय

बिक इस द0 क माख वयपरिरक समनध अमारिरक स ही और यही पर ससर क सस अमिधाक एड क मारजी हीयही क बिनवशिसयA क माखय

खन गय क मास हीऔर यही रिरसत नमा क1 चजी समाझ माamp नही आत हीयही तक बिक भाई बिहीन क रिरसत भा अजी ही हीत हीमाथान

0र और मारकटा क करणी यही द0 गर द0A क1 शरणी माamp आत हीअकसमात भाgtकमप आय और एक लाख स अमिधाक वयशिGयA न एक

णी माamp ही अपन जीन गव दnयही तक बिक रषटरपबित क माहीला भा पत नही लाग बिक वही कही गय गय और सतरी क सस अमिधाक

परतणीन इस द0 माamp मिमालात ही यही तक बिक इस द0 माamp भाgtकमप आन क द लागA क1 जीन क1 र त करन दर यही पर सहीयत क शिलाय

जीन वला लागA क भा लाgtटा जीन लागजीस ही भाgtकमप आय दन क1 रशि0 इकटठो करन क शिलाय करडA ससथायamp एक दमा अपन अपन

अनसर समान आन लागयही क वला बिकय जीन वला पपA क करणी ही

गरहीA क 120 गणी

लागन अगर-

माष ही त आदमा क चच ही

वष ही त धान क1 मा0न ही

मिमाथान ही त टालाफ़न ही

कक) ही त भावन क1 पबिडय ही

सिस4ही ही त अहीमा भार हआ ही

कनय ही त कजी) दशमान मार स मिघार ही

तला ही त हीर त माamp फ़यद सचन वला ही

वकषिeक ही त भाgtत क सरदर ही

धान ही त प दद क1 त करन वला ही

माकर ही त चZस घाटा कमा ही कमा ही

क मभ ही त जीलदn रिरसत न सकत ही

मान ही त हीमा0 माZन रहीन वला ही

लागन स सgtय) अगर-

पहीला भाव मा ही त अहीमा भार ही

दसर भाव मा ही त चमाक क आग क छ दिदखई ही नही दत

तसर भाव मा ही त नतगर पहीला ही

चZथा भाव मा ही त रजीनबित वला सच ही

पचमा भाव मा ही त परिरवर मा ही रजीनबित करन वला ही

छY भाव मा ही त प क नZकर समाझत ही

सतव भाव मा ही जीवन सथा क गलामा ही

आYव भाव मा ही त चर दिदला क मारजी ही

नव भाव मा ही त धामा) स भा कमान वला ही

दसव भाव मा ही त सभा कमा नतगर स बिकय जीत ही

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 22: केतु

बिवकस करन ही त अपन नमा क कभा उपयग नही करन चबिहीयजीस बिक अकसर लाग अपन दद बिपत मात आदिद क नमा स ससथा

क खड कर दत ही और उस चलाकर नमा कमान क1 कशि00 करत ही यही ससर बिवशिचतरी ही यही एक परक बित क लाग नही हीकभा कई

सहीर लान क नमा पर आकर बिगडबिगडयग और सहीर मिमालान क द वही खद क 0र क1 भाबित नकर शिलाय गय दन क रद करन क

अलाव उस ससथा क भा गला दग दधिजीस भाव माamp बिकस क सवथा) आकर टाकर जीय उस भाव माamp बिकय जीन वला दन य दय कर ही

मान जी सकत ही जीस बिकस न अपन गनतवय क शिलाय रसत पgtछऔर तन क दला मा अगर कई धान क दत ही त वही दय य दन

क रप नही हीत ही दन क रप माamp बिकस क गनतबय क तय जीन वला रसत भा दन क ही रप ही जीत ही अकसर रजीन बिकस

क बिकस न बिकस परकर क1 समासय मिमाला जीत ही और वही समासय स सलाझन क रसत बिकस स पgtछत हीऔर तन वला उस सही

रसत त दत ही त वही समासय स छ टाकर परपत कर लात हीयही भा तय गय उपय और तय जीन वला वयशिG क शिलाय दन क ही

रप मान जीत ही आजी क यग मा अगर इस त क सधा सनत क शिलाय दख जीत ही त जी सनत दकषिणी क लाकर और अपन शि0य

नकर अगर जञोन क दन दत ही त वही दय क1 शरणी माamp नही आत ही वही एक माही और अपन क उचच दिदखन क अहीमा माamp 0मिमाला ही

जीत ही दिदय गय रसत और दिदय गय जञोन अगर दिदय जीन वला वयशिG क1 जीनपबिहीचन क1 समा माamp आजीत ही त भा दय और दन

क1 शरणी माamp नही आ सकत ही जीस एक पतरी अपन बिपत स क छ जीनन चहीत ही त बिपत क दवार तय गय उKर दय य दन क1 शरणी

माamp नही आयगयही अपनतव क1 भावन माamp आकर और माही क दवार जञोन क दिदय मान जीयग लाबिकन वही चच अगर रसत चलात बिकस

वयशिG स पgtछत ही और वही वयशिG उच चच क नही जीनत ही त वही दिदय गय जञोन और दय क भाव दन क1 शरणी माamp 0मिमाला ही

जीयग बिकस सडक पर जीन क शिलाय अगर द रसतA क च माamp एक सइन ड) क लाग दिदय गय ही और उस पर सही रसत पर जीन क

कथान शिलाख ही त वही ड) दधिजीसन लागवय ही उसक शिलाय दन क सधान मान जीयगलाबिकन अगर उस ड) क इस परकर क लागवय

गय ही बिक उसक अनदर पस डलाकर रसत क जञोन शिलाय जीय त वही कमान क सधान मान जीयग अकसर कई ससथायamp अपन अपन

अनसर लागA क1 शिचबिकतस क शिलाय अपन अपन अनसर क मप लागत ही वही पर सधारणी जीनत क शिलाय चविक4ग और दवइयA क बिवतरणी

बिन0लक बिकय जीत हीलाबिकन अगर उस ससथान अपन नमा क परचर जीर 0र स बिकय ही और अपन नमा क सथा डकटारA क नमा और

बिवतरिरत क1 जीन वला दवइयA क लाख जीख सक सनय ही त वही बिकय जीन वला सव क भाव नमा और अपन अहीमा परकटा करन

क तरक मान जीयगइस परबितसपधा) क रप भा दिदय जी सकत ही बिक अमाक ससथा न इतन धान इस शिचबिकतस क शिलाय खच) बिकय था

जी उस ससथा न इतन धान खच) बिकय ही यही त अकसर बिकय जीन वला भाडर क शिलाय भा मान जी सकत हीबिक अमाक आदमा न

अमाक सथान माamp इतन लागA क भाजीन करवययही त उस आदमा क शिलाय दन माamp नही सतिलक अहीमा क1 शरampणी मा 0मिमाला ही जीयगलाबिकन

वही आदमा अगर अपन क दिदखव स दर रखन क द भाजीन करवत ही त वही दन और दय क1 शरणी मा बिगन जीयग

दय धामा) क माgtला ही पला माgtला अकषिभामान

जीव जीनत और जीनवरA क अलाव मानय क शिलाय जी उKमा दन क1 और दय क करणी ही व द परकर क मान जीत हीएक सव|Kमा और

दसर अधामा अगर ससर माamp भाजीन और पन नही ही त ससर क दिटाक पन असमभव ही भाजीन और पन क मिमालान स कई भा जीव

जीनत और मानय बिवकटा स बिवकटा परिरषदभिसथाबित माamp दधिजीनद रही सकत ही इन दन क नही मिमालान स बिकतन ही धान दZलात और माय ही कई

नही दिटाक सकत ही दय क शिलाय सतरी और जीवA क सथा गय दय क1 हीमा0 पतरी ही इन करकA क रधवयन माamp रखकर बिकय जीन वला दन

और दय ड ही कमा क1 हीत ही भाजीन और पन क सधानA क दन बिकस भा ससथा क दवार बिकय जीत ही त वही दन सव)शरषठा शरणी

क मान जीत ही सतरी और गय क ऊपर क1 जीन वला दय हीमा0 पणय क दन वला हीत ही सतरी और गय क ही कयA दय क शिलाय

मान जीत ही त बिवदवाजीनA क समाझन चबिहीय बिक सतरी बिकतन ही बिनरक 0 ही उसक अनदर हीमा0 मामात क1 भावन रहीगसमाजी बिकतन

ही उसक सथा अनचर कर वही अपन भावकत क ला पर दधिजीनद रहीन क1 मात रखत हीजी भा कमा आत ही त क वला सनतन पलान

पषणी और अपन सवजीनA क1 र क शिलाय मान जीत ही एक डयन भा अपन चच क सभाला कर रखत ही इस कहीवत क अथा) तभा

मान जी सकत ही जी डयन क सथा भा मामातव क वयवहीर नकर रख जीय गय क दय क1 शरणी माamp परन समाय स क वला इसशिलाय ही

मान जी सकत ही बिक उस क छ भा खन क द लाबिकन वही दग दधा हीवही कभा अपन चच क पस बिकस अनहीन क त तक नही आन

दग जी तक उसक1 जीन रहीगदधिजीस जीव क अनदर इतन अपन चच क परबित दय ही और वही अपन दय क करणी अपन 0रर क भा

समापत करन क1 इचछ क रखउसक सथा Egt रत करन पgtर तरही स अमानषत क1 शरणी माamp आजीत ही सतरी क भागय समाझ कर और

उसक सथा भागA क सख लाकर माथान और पच माकर क परयग करन क द बिकतन ही उस परतकषिणीत बिकय जीयग वही हीमा0 अपन पबित

और परिरवर क शिलाय समारतिप4त रहीग समादधिजीक नधन हीA य 0रर क नधन वही अपन भावनतमाक आव0 माamp सभा क समापत कर सकत

ही लाबिकन इस कलायग क इन दन क सथा ही सस ड अनचर ही रही ही हीत मा आय भाgtकमप स ससर क अनदजी लाग लान चबिहीय

बिक इस द0 क माख वयपरिरक समनध अमारिरक स ही और यही पर ससर क सस अमिधाक एड क मारजी हीयही क बिनवशिसयA क माखय

खन गय क मास हीऔर यही रिरसत नमा क1 चजी समाझ माamp नही आत हीयही तक बिक भाई बिहीन क रिरसत भा अजी ही हीत हीमाथान

0र और मारकटा क करणी यही द0 गर द0A क1 शरणी माamp आत हीअकसमात भाgtकमप आय और एक लाख स अमिधाक वयशिGयA न एक

णी माamp ही अपन जीन गव दnयही तक बिक रषटरपबित क माहीला भा पत नही लाग बिक वही कही गय गय और सतरी क सस अमिधाक

परतणीन इस द0 माamp मिमालात ही यही तक बिक इस द0 माamp भाgtकमप आन क द लागA क1 जीन क1 र त करन दर यही पर सहीयत क शिलाय

जीन वला लागA क भा लाgtटा जीन लागजीस ही भाgtकमप आय दन क1 रशि0 इकटठो करन क शिलाय करडA ससथायamp एक दमा अपन अपन

अनसर समान आन लागयही क वला बिकय जीन वला पपA क करणी ही

गरहीA क 120 गणी

लागन अगर-

माष ही त आदमा क चच ही

वष ही त धान क1 मा0न ही

मिमाथान ही त टालाफ़न ही

कक) ही त भावन क1 पबिडय ही

सिस4ही ही त अहीमा भार हआ ही

कनय ही त कजी) दशमान मार स मिघार ही

तला ही त हीर त माamp फ़यद सचन वला ही

वकषिeक ही त भाgtत क सरदर ही

धान ही त प दद क1 त करन वला ही

माकर ही त चZस घाटा कमा ही कमा ही

क मभ ही त जीलदn रिरसत न सकत ही

मान ही त हीमा0 माZन रहीन वला ही

लागन स सgtय) अगर-

पहीला भाव मा ही त अहीमा भार ही

दसर भाव मा ही त चमाक क आग क छ दिदखई ही नही दत

तसर भाव मा ही त नतगर पहीला ही

चZथा भाव मा ही त रजीनबित वला सच ही

पचमा भाव मा ही त परिरवर मा ही रजीनबित करन वला ही

छY भाव मा ही त प क नZकर समाझत ही

सतव भाव मा ही जीवन सथा क गलामा ही

आYव भाव मा ही त चर दिदला क मारजी ही

नव भाव मा ही त धामा) स भा कमान वला ही

दसव भाव मा ही त सभा कमा नतगर स बिकय जीत ही

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 23: केतु

उसक सथा भागA क सख लाकर माथान और पच माकर क परयग करन क द बिकतन ही उस परतकषिणीत बिकय जीयग वही हीमा0 अपन पबित

और परिरवर क शिलाय समारतिप4त रहीग समादधिजीक नधन हीA य 0रर क नधन वही अपन भावनतमाक आव0 माamp सभा क समापत कर सकत

ही लाबिकन इस कलायग क इन दन क सथा ही सस ड अनचर ही रही ही हीत मा आय भाgtकमप स ससर क अनदजी लाग लान चबिहीय

बिक इस द0 क माख वयपरिरक समनध अमारिरक स ही और यही पर ससर क सस अमिधाक एड क मारजी हीयही क बिनवशिसयA क माखय

खन गय क मास हीऔर यही रिरसत नमा क1 चजी समाझ माamp नही आत हीयही तक बिक भाई बिहीन क रिरसत भा अजी ही हीत हीमाथान

0र और मारकटा क करणी यही द0 गर द0A क1 शरणी माamp आत हीअकसमात भाgtकमप आय और एक लाख स अमिधाक वयशिGयA न एक

णी माamp ही अपन जीन गव दnयही तक बिक रषटरपबित क माहीला भा पत नही लाग बिक वही कही गय गय और सतरी क सस अमिधाक

परतणीन इस द0 माamp मिमालात ही यही तक बिक इस द0 माamp भाgtकमप आन क द लागA क1 जीन क1 र त करन दर यही पर सहीयत क शिलाय

जीन वला लागA क भा लाgtटा जीन लागजीस ही भाgtकमप आय दन क1 रशि0 इकटठो करन क शिलाय करडA ससथायamp एक दमा अपन अपन

अनसर समान आन लागयही क वला बिकय जीन वला पपA क करणी ही

गरहीA क 120 गणी

लागन अगर-

माष ही त आदमा क चच ही

वष ही त धान क1 मा0न ही

मिमाथान ही त टालाफ़न ही

कक) ही त भावन क1 पबिडय ही

सिस4ही ही त अहीमा भार हआ ही

कनय ही त कजी) दशमान मार स मिघार ही

तला ही त हीर त माamp फ़यद सचन वला ही

वकषिeक ही त भाgtत क सरदर ही

धान ही त प दद क1 त करन वला ही

माकर ही त चZस घाटा कमा ही कमा ही

क मभ ही त जीलदn रिरसत न सकत ही

मान ही त हीमा0 माZन रहीन वला ही

लागन स सgtय) अगर-

पहीला भाव मा ही त अहीमा भार ही

दसर भाव मा ही त चमाक क आग क छ दिदखई ही नही दत

तसर भाव मा ही त नतगर पहीला ही

चZथा भाव मा ही त रजीनबित वला सच ही

पचमा भाव मा ही त परिरवर मा ही रजीनबित करन वला ही

छY भाव मा ही त प क नZकर समाझत ही

सतव भाव मा ही जीवन सथा क गलामा ही

आYव भाव मा ही त चर दिदला क मारजी ही

नव भाव मा ही त धामा) स भा कमान वला ही

दसव भाव मा ही त सभा कमा नतगर स बिकय जीत ही

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 24: केतु

गयरहीव भाव मा ही त बिपत क नटा छपन क1 मा0न समाझत ही

रहीव भाव मा ही त आखA क मारजी ही

लागन स चनदर अगर-

पहीला भाव मा ही त मान स कमा करन वला ही

दसर भाव मा ही त खयलाA स धान ही

तसर भाव मा ही त हीर त क पgtछ कर चलान वला ही

चZथा भाव मा ही त माकन दकन और घार मा रहीन वला ही

पचव भाव मा ही त मानरजीन माamp ही मासत रहीन वला ही

छY भाव मा ही त कई कमा सचन स नही हीत ही

सतव भाव मा ही त हीर त माamp मात क1 रय जीरर ही

आYव भाव मा ही त दिदला क1 गहीरइय हत हीथाही पन मासतिशकला ही

नव भाव मा ही त हीर कमा भागय क भारस ही

दसव भाव मा ही त कय) क शिलाय सचन वला ही करन वला नही ही

गयरहीव भाव मा ही त कमान क पहीला ही कजी) करन वला ही

रहीव भाव मा ही त टान टाटाक और जयबितष मा रशिच रखन वला ही

मागला अगर-

पहीला भाव मा ही त तलावर क धान ही

दसर भाव मा ही त खर खटाn सनन वला ही

तसर भाव मा ही त झगड करन क1 आदत ही

चZथा भाव मा ही त दिदला क सलागन वला ही

पचमा भाव मा ही त खिखलाड ही

छY भाव मा ही त खgtन मा ही मार ही

सतव भाव मा ही त कमा मा चZकस ही

आYव भाव मा ही त जीला हय मिमाYई ही

नव भाव मा ही त खनदन क आग लागन वला ही

दसव भाव माamp ही त जी कही ही वही सच हीभाला ही झgtY ही

गयरहीव भाव मा ही त चरA क सरदर ही

रहीव भाव मा ही त तव पर पन शिछनशिछनत ही

धा अगर-

पहीला भाव मा ही त तgtन ही

दसर भाव मा ही त जीमान जीयदद वला ही

तसर भाव मा ही त चगलाखर ही

चZथा भाव मा ही त गन जीन मा रशिच ही

पचमा भाव मा ही त गampद क1 तरही परिरवर क उछलान वला ही

छY भाव मा ही त आवजी भा धामा ही

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 25: केतु

सतव भाव मा ही त माZन रहीकर सनन वला ही

आYव भाव मा ही त त क1 औकत ही नही ही

नव भाव मा ही त पहच कर भा जीगही स बिफ़सलान वला ही

दसवamp भाव मा ही त तA क वयपर करन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त इबितहीस क खनन वला ही

रहीव भाव मा ही त आधा पगला ही

गर अगर-

पहीला भाव मा ही त चर अक ला ही

दसर भाव मा ही त वद क भा चकर खन वला ही

तसर भाव मा ही त हीर त धामा)नसर हीन चबिहीय

चZथा भाव मा ही त कपड क1 जीनकर ही

पचमा भाव मा रसत चलात शि0 दन वला ही

छY भाव मा ही त कजी) दशमान और मार क मामाला मा गणी ही

सपतमा भाव मा ही त धामा) पर हीस करन वला ही

अषटमा भाव मा ही त जीमा पgtजी क खन वला ही

नवमा भाव मा ही त पgtव)जीA क भागय क1 ख रही ही

दसमा भाव मा ही त पgtव)जीA क1 समपकषिK क च कर खन वला ही

गयरहीव भाव मा ही त दसतA क सथा ही पबित य पतन क समनध नन वला ही

रहीव भाव मा ही त आग नमा चलान वला ही नही ही

पलाgtटा जयबितष माamp

पलाgtटा गरही क परभाव सगदिYत करनआपस माamp एकबितरीत करनसहीकर समिमाबित ननभालाई क कमा करनरबिडयटालाबिवजीनपरमाणी

0शिGरबिडय चलान वला कमा करनसमादधिजीक कय) कत)शिचबिकतस तरी क अनदर एकसर क कमा करनमा0नA दवार 0रर क1 जीच

करनपरमाणी सर बिव0षजञो क कमा करनपइप बिफ़टिटा4ग क कमा करनगरही उतपकषिK क बिवशलषणी करनपशिलास क शिसपही क रप माamp कमा

करनसहीत सधारकटालाबिवजीन माक बिनकरडर माक बिनकमा0न क परबित खजी करनजीसgtस करनएक सथा मिमालाकर कमा करन वलाड

समाgtही क खन खिखलान और सभालान क कमा करन वलाभरामिमात वयशिGयA क सही रसत दन वलाजी 0शिG कमा कर पर दिदखई न

दउन रहीसयA क जीनन वलाचमक1य 0शिG क पबिहीचनन वलारबिडय yen1कवampस और क)बिनक कइसिला4ग क र माamp जञोन रखन

वलारबिडय टयाgtन करन वलाड परिरयजीनओ क समभलान क कमा करन वलाउपकरणीA क वहीद रप माamp तयर करन और उनक रख

रखव करन वला जीतक पलाgtटा क अमिधाकर तरी मा आत हीवत)मान माamp माइला कमपबिनयसटालाइटा कमपबिनयऔर ड कमपबिनयA क रप

माamp भारत क1 टरोई जीस कमपबिनय पलाgtटा क करणी ही फ़ला फ़gt ला रही ही

पलाgtटा क बिवकषिभानन भावA माamp गचर और उनक परभाव

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 26: केतु

पलाgtटा क परभाव वयशिGगत रप माamp मासतिसतक माamp उन सवदनओ क एकबितरीत करन और जीररत पडन पर उनक परयग करन क परबित मिमालात

हीदधिजीनही कभा भा दख नही गयलाबिकन माहीसgtस बिकय गयदधिजीस परकर स बिजीला क तर माamp बिवदयात ऊजी) त परवबिहीत हीत हीलाबिकन उस

परयग त बिकय जी सकत हीलाबिकन दख नही जी सकत हीरसयन माamp पन क त दख जी सकत हीलाबिकन पन क अनदर शिछप माYk

य नमाक1न 0शिG क दख नही जी सकत हीमाहीसgtस बिकय जी सकत हीपलाgtटा स 0शिGवन वयशिG भाZबितकत माamp उस परकर स हीत हीजीस

एक बिजीला क टरोसफ़रमारड 0शिG क रप माamp वही गयरही हीजीर वलटा क1 बिवदयात 0शिG अपन अनदर समाबिहीत करत हीऔर जीररत क

मातबिक आग भा दत ही लाबिकन जीमा करत वG और दत वG वही गमा) जीरर हीत हीउस परकर स पलाgtटा स 0शिGवन वयशिG अपन

सधानओ स अपन शि0ओ स अपन मानशिसक और 0ररिरक परयगA स अपन यगला स अपन तपला स 0शिGयA क अपन माamp एकबितरीत

करत ही और उनक परयग जीररत क वG करत ही लाबिकन इस जीमा करन और दन क वG उसक अनदर जी तप उतपनन हीत हीवही वयशिG

क अहीकर य ईग कहीलात हीइस परकर स वयशिG जी अपन अनदर उस 0शिG क जीमा कर लात हीजी एक हत ड समाgtही क भा

जीरर हीत हीजीस एक अरधवयपक क जञोनवजञोबिनक क 0धा आदिदपलाgtटा वयशिG क अनदर उन 0शिGयA क भा दत ही दधिजीनक दवार वही

आग क1 सतबित क उतपनन करत हीपलाgtटा क1 शरषठातमा माहीK आतमाय 0शिGयA क परपत कर लानसस खर माहीK ऊ च बिवचरA और

0शिGयA क नच बिगरनजीस एक सधाक अपन 0शिGयA क पहीला त जीमा कर लात हीलाबिकन माही य लाभा क व0भाgtत हीकर लागA क

गलात रय दकर य पर0शिG क धान क रप माamp तZलान पर उस शरषठा 0शिG क बिगरन क1 कशि00 करत हीऔर क छ ही दिदनA क अनदर कनgtन

य बिकस शिसरबिफ़र वयशिG क दवार दनमा कर दिदय जीत हीअथा)त ऊ च yen1कवampस क नच बिगरन क कमा करनऔर पलाgtटा क1 माहीन

बिवचर शरखला वला जीतक अनतरषटरय पलान पषणी क1 भावन रखत ही

पहीला भाव माamp पलाgtटा

पहीला भाव क पलाgtटा वयशिG क अनदर माहीत इचछओ क दत हीहीदर दत हीअपन आस पस क वतवरणी माamp अपन क वजीनदर न

कर रखत हीऔर अपन क इचछ 0शिG क दवार सभालाकर रखत हीबिकस भा गलात भावन क मान माamp परव0 करत ही बिजीला क झटाक क1

तरही स शिछटाक दत हीदसरA क सभालान क करणी ही जीवन क1 एक इचछ0शिG न जीत हीअपन दवार अनभाव करन क द ही दसरA

क अनभाव करन क1 मात हीत हीबिवचर स बिवचर क नन और अनय बिवचर क सपदन करनअपन अनदर एक चमक1य 0शिG क

माहीसgtस करन जी अनय लागA क अपन आप ही अपन पस सममाबिहीत करक ला लानदसर लागA क दवार समाझन माamp कदिYनई हीन बिक

आखिखर यही ला कय हीअपन क हीर समाय अक ला समाझनअपन अनदर सजजनत पनअपन अनदर समाझन क1 0शिG रखनसथा ही

अपन ही अनदर लागतर उस त क शिलाय लाडई करत रहीन बिक जी ही उस पर बिवTस बिकय जीय य नहीबिकस भा षदभिसथाबित माamp जी बिकय उस

कमा स वपस नही आनजीस बिजीला क तर स भाजी कर वपस नही लाय जी सकत हीअपन अनदर एक भायकर Eधा क पन जी

बिकस अनशिचत त क अनशिचत तरक स परयग बिकय जीयजीस बिजीला क गलात परयग क दवार य 0टा) सरतिक4टा क दवार हीला हीत हीय

गलात तरक स परयग करन स समान वला कई भा कयA न ही य त समापत कर दन यखद समापत ही जीनअथाव कमाजीर षदभिसथाबित क1

पजीसन माamp उस तरही स फ़यgtजी ही जीन दधिजीस परकर स एक म य बिजीला क मान सतिसवचपर 0शिGयA क परखन क1 0शिG

रखनमानशिसक रप स दन आखA क च माamp बिन क छ सच रधवयन रखन पर अजी स हीई सपरकिक4ग जीस परक0 क दखनपर0शिGयA

स समनध सथाबिपत करनऔर मान चही जीनकर लानरधवयन समामिधा क दवार रबिडय yen1कवampस क1 तरहीm स दर क1 चजीA क अनभाव

करनमा कर दन और भाgtला जीनअमिधाकत स करणी क ऊपर बिवचर नही करनचही वही वसतिसवक करणी ही य शिचबितरीत बिकय गय

हीहीर वसत क 0शिGवन करन क1 कशि00 करन चही वही मिमाटटीn क ढाला ही कयA न हीसमाय आन पर जी खद क दवार बिकस क मान

आहीत हीत ही त अपन क हीलक स लाचला न लानआदिद पलाgtटा क पहीला घार माamp हीन पर परभाव दख जीत ही

दसर भाव माamp पलाgtटा

पलाgtटा दसर भाव माamp हीन पर वयशिG धान क मामाला माamp कडय अनभाव रखत हीवही जी भा मानशिसक फ़ सला करत हीव पgtर तरही स जीखिखमा स

भार हीत हीदधिजीस परकर स एक बिजीला क इजीबिनयर धान कमान क शिलाय बिजीला माamp हीथा त डलात हीलाबिकन उसक पस द ही माग) हीत

हीय त बिजीला क उपकरणी य बिजीला क1 लाइन क Ykक करन क द माटाn रकमा परपत कर लान य बिफ़र जीखिखमा उYकर अपन 0रर

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 27: केतु

क1 बित उY लानइस भाव क पलाgtटा धाय) क सथा कमा करन क1 सलाही दत हीअपन अनदर 0शिG रखन क1 सलाही दत हीउन 0शिGयA क

अनदर जञोन क1 0शिGजी पgtणी) शि0 क1 तरफ़ इ0र करत हीइस भाव क पलाgtटा मानशिसक0ररिरक और भाZबितकत माamp जी कर क1

0शिGय पनप रही हीत हीउनक समापत करन क1 बिहीममात दत हीसथा ही अतयमिधाक धान ननअपन क सभरात तरक स

जीनआधाबिनकत क1 चही रखनक मानस भा दसर भाव क पलाgtटा दत हीवयशिG धान क आन और जीन क भाव करणी क भा अपन

जीवन माamp दखत हीबिकतन आय और बिकतन गयइस त क1 परवही उस कभा नही रहीतकयAबिक बिवचरA क उतपदन माamp कई कचच माला

नही लागत हीएक रसत क नद हीन क पहीला ही दसर रसत वयशिG क मानस पटाला पर तयर ही जीत हीदधिजीस परकर स परन जीमान क

हीरकर क कमा नद हीन क पहीला ही गरहीमा ला क अनदर टालाफ़न बिनमा)णी क मानस न गय थाऔर तर ला टालाफ़न क जीन क

पहीला ही माइला क रसत न गय थादसर भाव क पलाgtटा दधिजीसक सथा जीड गय हीसमान वला ही छड कर चला जीय लाबिकन वही नही

छडतदधिजीस परकर स बिजीला क सबिकटा मान लादधिजीयपलाग भाला ही हीटा शिलाय जीयलाबिकन सबिकटा वही रहीगदसर भाव क पलाgtटा वला

वयशिG क अपन समादधिदध क दसरA क सथा मिमाला कर परयग करन चबिहीयवरन धार धार लाग उस अक ला छडत चला जीत हीयही तक बिक

अपन ही रिरसतदर उसस दर हीकर बिकतन ही तरही क1 न समाझ जीन वला तA क करन लागत हीदधिजीस तरक स बिजीला माamp अथाही 0शिG

त हीत हीलाबिकन वही अपन दवार अपन क समभला नही सकत हीउस सभालान क शिलाय दसरA क1 ही जीररत पडत ही

तसर भाव माamp पलाgtटा

तसर पलाgtटा वला वयशिG क दिदमाग अषदभिसथारत क दिदला माamp डलान वलाहीर त क षदभिसथार रप क कहीनय हीर त क भाZबितक करणी स

सgtत प0 करन क द परसतत करन वला ख जी सकत हीजी भा लाग और घाटानयamp वयशिG क जीवन माamp आत हीउनक सही रप माamp खन

करनजी भा करणी और समान वला क1 तसवर हीत हीउस गइड क1 तरही स खन करन भा माखय मान जी सकत हीवयशिG क अनदर

परसततकरणी वला परभाव क करणी वही हीर आदमा क1 त और कमा क समाझन वला हीत हीदधिजीस परकर स एक इनजीबिनयर मा0न क

र मा जीनन क द ही उसक बिववचन करत हीउस परकर स तसर पलाgtटा वला जीतक करणी क समाझ कर ही उसक बिववचन करत

हीवयशिG क1 इस करणी स दधिजीजञोस इतन ढा जीत ही बिक वही हीर तरी मा अपन आदत क अनसर जीनकर और बिवदया क सखन चहीत

हीऔर जी भा दखत ही य सखत हीउस ही हह खन करन क कशि00 करत हीबिकस बिवषय पर 0धा करन0धा करन क द आकड

ननपहीशिलायA क सलाझन क कमा करनदिदमाग स जीड खलाA क1 तरफ़ हत ही आकरतिष4त हीनवयशिG क1 आदत हीत हीदधिजीस कमा माamp

जीसgtस जीस त हीत ही उनक कहीन और करन माamp अकसर इस परकर क लाग अपन क माबिहीर न लात हीऔर खला भा जीसgtस क

खलात हीइस परकर क वयशिG क छ न क छ इसशिलाय खजीत रहीत हीबिक उसक जीवन क शिलाय क छ मिमालाखजीन स जीवन क मातला मिमाला

जीयऔर उस तरी क खजीन क भा परयस करत हीदधिजीस तरी माamp उसक1 दधिजीनदग दर स 0र ही सक य जी सच ही उसमाamp कई नय

ततव 0मिमाला ही सक झललाहीटा और दिदमाग रप स भानभानन क1 आदत त और उस वयशिG क अनदर पद ही जीत ही जी दधिजीस त क

खजीन क द य खजीत समाय अथाव बिकस कमा क करत वG कई रकवत उसक समान आ जीत हीउस वयशिG क उस समाय यही स

भाgtला जीन चबिहीयउस चबिहीय बिक वही अपन क क च अचछ शिलाखन क शिलाय परयग करक छ शिलाखदधिजीसस लाग उसक1 भाष और कमा क

समाझ सकamp इस कमा क करत ही उसक दिदमाग क1 टानसन य झललाहीटा कमा ही जीयगऔर जी शिलाख जीयगवही उस वयशिG क बिवचरA

क गनदग स बिनकलाकर सफ़ करन क कमा आयगऔर जी कई क छ शिलाखन क1 कशि00 करत हीत उस शिलाखन माamp क छ न क छ नय

बिवचर जीरर समान आत हीऔर एक र अगर पहीला स चलान वला बिवचर और नजीरिरय अगर बिकस परकर स दला गयय बिकस करणी

स छ प गय त आप उसक हीमा0 क शिलाय खतमा कर दampगजीस उस बिवचर और करणी क हीमा0 क शिलाय द दिदय गय हीजीस एक कमपयgtटार

माamp कई फ़इला छ प जीत हीऔर खजीन क द नही मिमालात हीत झललाहीटा क करणी वयशिG उस बिडलाटा करन क द दसर परगरमा य

फ़इला नन क1 त करत ही

चZथा भाव क पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा अपन क सक समान दिदखन क अनदर एक नमर क कमा करत हीअपन छबिव क य तसवर क हत ही उमद

तरक स प0 करत हीवयशिG क अनदर अनतर जञोन क1 हत अमिधाक मातरी हीत हीऔर वही अपन अनतगय)न क दवार परतयक वसत क जीनन

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 28: केतु

क1 बिहीममात रखत हीऔर इस परकर क वयशिG हीमा0 घारलाgt वतवणी) माamp बिनवस करन पसद करत हीउस वयशिG क पस जी 0शिG हीत

हीउस अनतगय)न वला 0शिG क करणी उस अपन आसपस वला लागA स कफ़1 लाडई करन पडत हीजीस उस वयशिG क1 इचछ अपन घार

माamp पतलाgtन पबिहीनन क1 हीत हीऔर उस घार माamp धात पबिहीन जीत हीत उसक1 वही इचछ उसक शिलाय अपन ही घार माamp पर0न क करणी न

जीत हीजीस गव क परन बिवचर क लागA क घारA माamp जी पतरीवधायamp आत हीऔर व सड य गरमाणी परिरव0 क पबिहीनव छडकर जीनस

और पनटा पबिहीनन लागत हीत वही जीनस और पनटा उनक शिलाय पर0न क करणी न कर अनतगय)न हीत हए भा समाजी स दतकर क1

भावन उनक शिलाय परसतत कर दत हीवयशिG क मात बिपत य उसक सस ससर क दखला य त उसक शिलाय हत दिढाय रहीत हीय बिफ़र

उसक1 0ररिरक य मानशिसक मार क करणी न जीत हीइस भाव क पलाgtटा क मिमालान बिजीला क तला भार टरोसफ़रमार स बिकय जी

सकत हीअगर समाय और माZसमा क बिहीस स उसमा तला भार हआ ही और दधिजीतन बिजीला आ रही और उसस कमा मातरी माamp उसक परयग

बिकय गय हीत वही तला गमा) नही हीगऔर अगर बिकस परकर स उस तला माamp कई मिमालावटा कर दn गयय बिफ़र जी सपलाई ही उस कमा

करक परयग क ढा दिदय गय त वही टरोसफ़रमार गमा) हीकर य त तला क उला कर हीर कर दग और गमा) हीकर खतमा ही जीयगय

बिफ़र धार धार अपन क टाn क1 मार क1 तरही स खतमा कर लागपद करन वला मात बिपत भा इस करणी क पद कर सकत हीऔर

जीवन सथा क मात बिपत भा इस परकर क वयवहीर कर सकत हीपद करन वला मात बिपत त टरोसफ़रमार माamp आन वला बिजीला क1

सपलाई क1 तरही स हीत हीऔर ससरला वला मात बिपत टरोसफ़रमार स ला जीन वला सपलाई क1 तरही स हीत हीइस घार क पलाgtटा वला

जीतक हीमा0 अपन जीनमा सथान पर लागतर कमा करत हीचही वही पढाई क रप माamp ही य बिफ़र चपन स ही दधिजीममादरिरयA क कमा शिसर पर

डलादिदय जीवampखद क नय हआ माहीZला और अपन परकर क तरी ही दर स सभालान और पनपन क तरी ही सकत ही

पचवamp भाव माamp पलाgtटा

पचवamp भाव क पलाgtटा क दवार जीतक क अनदर बिन कमा आन वला आदतamp और यगयतयamp हीत हीमाहीन कय)मात और अपन खद क

दवार खनन क1 आदत अमिधाक तर इस परकर क जीतकA मा पय जीत हीचच एक मा0न क1 भाबित न जीत हीदधिजीस परकर स वयशिG

अपन चच क एक टान क1 भाबित न लात हीउसक कहीत ही कमा हीन चबिहीयउस चच क1 मानशिसकत स कई लान दन नही हीत

हीवही त क वला उस परयग करन जीनत हीमा0न बिवचर रखन वला जीतक अपन चचA क नही समाझ पत हीऔर चच जीतक क नही

समाझ पत हीउसक1 नजीर माamp वही पढाई कमा क1 हीत हीजी सत रप स अपन परभाव दिदख सक लाबिकन उसक शिलाय उन तA क

कई माहीतव नही हीत हीजी बिक खद उन तA स मिघार हीत हीजी बिकस न उसक परबित नई हीत हीजीस जीतक क1 मात क बिवचर हीत

हीवही भा अपन परिरवर क मा0न क1 भाबित ही समाझत हीऔर वही भा क1मात क अपन परिरवर क पयर क अलाव भाZबितक धान क दवार

नपन माamp अपन हीशि0यर समाझत हीइस भाव क पलाgtटा वला जीतक सभाग क अमिधाक परयग करन क चककर माamp बिकतन ही क बितरीमा उपयA

क परयग करत हीव अपन कमा 0शिG क ढान क शिलाय बिवकषिभानन तरकA क परयग करत हीदधिजीनक अनदर कमाKजीक दरशयकमाKजीक

आवजीampअशलला बिफ़लमाampअशलला गनआमिधा माखय हीत हीआग चला कर यही आदतamp उनक 0रर क रगA स लाडन माamp असमाथा) कर दत

हीऔर जीतक एक मा0न क अनदर ही अपन जीवन लाला क समापत कर लात ही

छY भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG कय) करन क सथान और कय) क अनदर परबिषत करन क1 मात रखत हीइस परकर क वयशिG क अनदर एक

भावन हीत हीबिक वही कय) सथान क1 परबितषठा माamp हीमा0 0मिमाला रहीवही जी भा करत हीवही हीर बिकस क1 नजीर माamp आयवयशिG क अनदर एक

भावन हीत ही बिक जी भा उसक आधान रहीकर कमा कर वही उस क अनसर जीस वही चही कय) करचही वही कय) सथान पर कमा करन

वला क सगYन ही य बिफ़र अपन ही परिरवर क गदिYत समाजीसथा वयशिG क अनदर भावन हीत हीबिक वही उनक बिकस त क1 पर0न

भा न हीन द और उनक अपन अनसर कय) भा करवत रहीवयशिG क अनदर कफ़1 लाम समाय तक कय) करन क1 भावन हीत हीवही

बिन बिकस रकवटा क सधारणी आदमा स अमिधाक कमा कर सकत हीवयशिG क अनदर कदिYनइयA स लाडन क1 परला भावन हीत हीऔर

वही उन कमाA क करन पसमद करत ही जी बिक दसर नही कर पत हीय बिफ़र जी बिकय जीन वला क करन माamp घाडत हीजीसgtस और

खजीन करन माamp माजी आत हीसथा जी गहीर कदिYनई मा डgt हए लाग हीत हीउनस त करन और उस गहीर कदिYनई क दर करन क

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 29: केतु

उपपय खजीन क शिलाय लाम समाय तक कमा करन क1 भावन हीत हीउन कदिYनइयA क एक वयZर न कर और तरक स दर करन माamp

उनक हत आननद आत हीसमामिधा लागन और माडटासन क परबित अचछ लागव हीत हीआतमाओ स समपक) क खद सधान न जीत

हीऔर जी कमा कदिYन हीत ही उनक अपन सथा कमा करन वलाA क सबिनरधवयm मा भा चप चप कमा करत रहीत हीइनफ़ कसन क1 मारिरय

जीलदn घार लात हीअमिधाक Yक क करणी पटा क पचन ततरी पर र असर पडत ही

सतवamp भाव माamp पलाgtटा

क टरोला करन और ला दिदखन क सथा माहीसgtस करन क अमिधाकर परपत करनइन चजीA क परबित अपन पZत समाझन इस परकर क

जीतकA क अनदर पय जीत हीव अपन जीवन सथा और सझ क कमा करन वला क पgtर तरही स अपन अनसर कमा करन और अपन

दवार ही माamp ही मिमालान क शिलाय माजीgtर कर दन चहीत हीइनक सहीयग स कमा करन क1 कला क पgtर तरही स जञोन नही हीत हीइनक दवार

जी जीवन सथा और सझदर चन जीत हीवही इनक1 रय क अनसर ही चलान चबिहीयइस करणी स ही इनक जीवन सथा क परबित कभा

रर स चलान क परबित कमा पय जीत हीपलाgtटा बिजीला क गरही मान जीत हीबिजीला क परयग करन क शिलाय सतिसवच क परयग बिकय

जीत हीसतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक अपन जीवन सथा और सझ दर क बिजीला क सतिसवच ही मान कर चलात हीव जी चहीamp उस

आफ़ कर दamp और जी चही ओन कर दampजीवन सथा भा अपन 0शिG क उस परकर स परयग करत हीदधिजीस परकर स तर माamp जी तक

बिजीला हीत ही कमा शिलाय जी सकत हीऔर जीस ही अलाव भार बिजीला पर दिदय जीत हीउसक मान सतिसवच नद ही जीत हीय फ़यgtजी

उड जीत हीउस परकर स जी सतवamp भाव क पलाgtटा वला जीतक जी लागतर अपन ही चलान क शिलाय समान वला क माजीgtर कर दत

हीत जीवन सथा य सझदर य त क छ समाय क शिलाय चप हीकर अपन स क छ नद करक Y जीत हीय बिफ़र इस परकर क वयशिG

क अपन कमाजीर और 0शिG क परद0)न क करणी पर0न कर दत हीइस परकर क वयशिG क अनदर दसरA क अनदर 0शिG पद करन क1

आदत हीत हीव अचनक दसरA क अनदर अचछn य र 0शिG क पद करन क1 कला क जीनत हीइन 0शिGयA क पद करन क शिलाय व

समान वला क 00 भा द सकत ही और गला दकर उस इतन र तरही स उतसबिहीत भा कर सकत ही बिक वही मारन मारन क शिलाय

उतर ही जीयइस करणी स व य त समाजी माamp कफ़1 मा0हर ही जीत हीय बिफ़र दनमा ही जीत ही

आYवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG एक हत ही वयवसमियक सलाझ हआ दिदमाग रखत हीदिदमाग माamp बिवशलषणी करन क1 अदभात तकत हीत

हीपर0शिGयA क परभाव क करणी इस परकर क वयशिG रख स सन बिनकलान क1 बिहीममात रखत हीजी भा इस परकर क वयशिG क समान

हीत हीउसक परबित जीर स दर माamp इस तरही क वयशिG उसक भाgtतकला वत)मान कला और भाबिवय क परबित कथान करन क1 बिहीममात रखत

हीजयबितषहीसत रखदव सधानपgtजी पY आदिद क दवार लागतर 0शिGयA क जीगत करन क1 अdegत मात हीत हीवयशिG क दवार भाgtत

परत और अदरm0य 0शिGयA क परबित रझन स आस पस क लाग उस गलात नजीर स दखन लागत हीऔर दधिजीस परकर स बिजीला क तर क छgt न

स लाग डरत हीउस परकर स इस परकर क वयशिG स लाग डरन लागत हीजीवन सथा और सझदर क दवार भाZबितक पदथा और घार माamp य

अपन कय) सथान माamp सवचशिलात सधानA क परबित अमिधाक खच) करन स पर0बिनय पद ही जीत हीजीमा धान क1 कमा और क आदिद क दवार

चत करन माamp पर0न भा इस परकर क जीतकA क अनदर दख जीत हीइस परकर क जीतक जीवन क मातला ढाgtडत रहीत हीऔर माZत क

द कय हीत हीउनक करणी और बिनवरणी क1 बिEय क समाझन माamp अपन हमाgtलय समाय अमिधाकतर गव ही दत हीजी उनक परपत हीत

हीउस व बिकस भा परकर स दसरA क परतय दिदख नही पत और लाग उनक कgt फ़ ही समाझत रहीत हीउनक1 दधिजीजञोस हीत ही बिक

बराहीमाणड बिकस परकर स वयशिG क1 दधिजीनदग क परभाबिवत करत हीइस परवकषिK क करणी व अपन अनदर क र माamp अमिधाक जीन जीत हीअपन

सर क पर इस परकर क जीतक कफ़1 सवदन0ला ही जीत हीलागA क बिकस परकर स धानतमाक परभाव दिदय जीत हीइस र माamp इस

परकर क वयशिG क पत हीत हीइस शिलाय जी इस परकर क वयशिG क जीनत हीव उसस फ़यद उY सकत हीअमिधाकतर मामालाA माamp इस

परकर क जीतक अपन कमा क1 अमिधाकत क करणी कमाKजीन क समाय क बितरीमा सधान क परयग करत हीऔर अपन अनदर क1

तकत क समापत कर लात हीदधिजीसस हीन वला सतन य त कमाय नही हीत य बिफ़र अपन शिलाय तकत जीटान और अपन क

समादधिजीक तZर पर ऊ च दिदखन क शिलाय गलात सधानA क परयग करन 0रकर दत ही

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 30: केतु

नवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला जीतक पर0शिGयA और ततरीमातरी क परबित अपन दधिजीजञोस क जीगत रखन क1 कला क जीनत हीसमामिधा अवसथा

माamp जीन और समामिधा क अनदर बराहीमाणड अथाव इषदभिचछत सथानA क1 सर करन भा इस परकर क जीतक जीनत हीसन क द सवपन अवसथा माamp

व बिवकषिभानन परकर सवपनA क दखत हीऔर व सवपन अचछn तरही स उनक यद भा रहीत हीव बिकस भा दवत और 0शिG क परभाव तजी परक0

क रप माamp दखत हीउनक1 रशिच इस करणी स धामा) और धारमिमा4क तरी माamp बिव0ष रप स हीत हीव धामा) और धामा) वला करणी क ससर मा

दिदखन क शिलाय व वबिडयआबिडयआदिद सधान क सहीर लात हीवयशिG क हीमा0 मानशिसक इचछ हीत ही बिक जी हआ वही कयA और क स

हआहीमा0 वयशिG क बिवचर सफ़ला ही हीA यही त कभा नही मानन चबिहीयइस परकर क वयशिG खद अपन बिवचरA स भा कभा कभा

खतर माamp पड जीत हीउसक करणी माखय रप स त दिदखई दत ही जी वयशिG अपन क ही भागवन मानन चलाgt कर दत हीऔर जी भा

आसपस वला तत ही य सलाही दत ही त उनक नकर दन भा एक माखय करणी मान जीत हीसतय क इस परकर क वयशिG उस परकर

स ढाgtडत ही दधिजीस परकर स एक भाgtख वयशिG भाजीन क ढाgtडत बिफ़रत हीहीर त क जीनन क1 इचछ क करणी इस परकर क वयशिG कभा

कभा हत ही ड टाampसन क पला लात हीपरमानवजञोबिनक 0शिGयA क सहीर लाकर और समामिधा आदिद क दवार अपन अनदर क बिवचरA क

जीगत रप माamp दखन क करणी इस परकर क जीतक मान लात हीबिक उसक भा भागवन क द0)न ही गय हीवही परिरशिचतA क तत ही बिक

फ़ला दिदन उसन फ़ला भागवन क द0)न सवपन माamp बिकय और व जी कही गय हीवही पgtर हीन जी रही हीभाZबितक रप स भा इस परकर क लाग

आसमान यतरीओ क परबित कफ़1 उतसक हीत हीहीवई यतरीओ माamp नZकर और परसgtटिटा4ग भा उनक हत अचछn लागत हीऊ च सथानA स

भाZबितक सधान स कgt दनकरत दिदखन भा इनक1 आदत ही जीत हीजी भा इस परकर क लाग गहीन अरधवययन करत हीत अकसर उसमा

इतन लान ही जीत ही बिक कई उस समाय अगर कई त उनस पgtछन य त करन क1 कशि00 कर त व एक दमा झझला जीत हीइस परकर

क वयशिGयA क अपन एक आदत क त चद ही दन चबिहीयबिक व चहीत ही बिक व जी कही रही ही वही हीमा0 सही ही

दसवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा जीतक क क रिरयर क अनदख तकतamp परभाबिवत करत हीआसमादधिजीक ततव सधा तरक स कमा और वयशिGतव क

परभाबिवत करत हीलाग क दवार जी रजीनबित खद वयशिG क परबित क1 जीत हीउनस उस चन चबिहीय और खद क बिवचर और कय क

माहीतव दिदय जीन चबिहीयजी भा खद क1 औकत ही उस पर भार0 नही करन स लाग उस मानचही तरक स परयग करन क1 कशि00 करत

हीजी भा इस परकर क वयशिG आग भाढान क1 कशिस0 करत हीलाग च मा आकर अपन रय दत हीऔर वही जी करन चहीत ही य

ससर माamp अपन नमा य वयवसय क आग ढान क1 कशि00 करत हीत उस बिकस न बिकस परकर स रक दिदय जीत हीइस परकर क1

घाटानय जी वयशिG क जीवन माamp आत ही त उस तकत क1 जीररत पडत ही यही तकत उस परकर स उस चबिहीय हीत हीदधिजीस परकर एक

टार क परयग करन क द उस रचजी) करन क1 पडत हीइस तकत क वही समाजी क परबित ही खच) करन चहीत हीउस अपन शिलाय क छ

भा परयग करन क1 आवशयकत नही पडत हीऔर जी भा वही अपन तकतA क समाजी क शिलाय खच) करत ही त समाजी क वला उस रई

ही दत हीऔर दधिजीस रसत स वही अपन क हत आग ढान क1 कशि00 करत ही वही रसत उस नच दिदख दत हीइस परकर क वयशिG

क1 आदत क छ करन और क छ दिदखन क1 हीत हीअकसर उनही कमाA क अनदर उसक मान लागत हीदधिजीस 0र स अनत तक कई समाझ

नही पत हीवही जी कर रही हीत ही वही समान नही हीत हीजी और जी ही रही हीत ही वही वसतव माamp नही हीतजी भा कय) लागA क दवार

बिकय जीत हीउनक परबित इस परकर क वयशिG क अनदर भावन हीत ही बिक व उस कय) क कयA और बिकस शिलाय कर रही हीऔर कर रही ही त

व क वला बिनजी फ़यद क शिलाय कयA कर रही ही

गयरहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन दसतA क भारस क1 हत ही आवशयG हीत हीक छ दसत इस भाव क पलाgtटा वला वयशिG क अपन

आद0 स चलान क1 कशि00 करत हीय वयशिG अपन आप ही दसतA क इ0र पर चलान क1 कशि00 करत हीवही अपन मात बिपत और

परिरवर क भाgtला जीत हीऔर जी भा दसत कहीत ही उनही पर बिवTस करन क करणी अपन खद क लागA स अपन बिवTस हीटा लात

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 31: केतु

हीदसत क1 भावन इस परकर क वयशिG क अनदर कफ़1 समा तक भार हीत हीभाZबितक पदथा क दवार भार पgtर हीन स दसत वयशिG क

करिरशमाई समाझत हीऔर जीमा कर भाZबितक पदथा क परयग करत हीसथा बिकस परकर क भाZबितक पदथा) क बिवन0 हीन य बिगड जीन पर

इस परकर क वयशिG क सहीर लात हीदधिजीस परकर स जीवन माamp ढाव हीत जीत ही उस तरही स बिकतन ही दसत आत ही और जीवन स

चला जीत हीकई षदभिसथार दसत नही हीत हीयही स इस भाव क पलाgtटा क परभाव मान जी सकत हीकZन बिकस परकर स आग आन पर

रकत हीय लागतर सथा चलान स मान कर दत हीयही स तभा हीत हीजी वयशिG क1 परगरस रकत ही य ढात हीबिवकषिभानन परकर क

लाग स दसत बिवकषिभानन परकर क उददोशयA क1 पgtरतित4 क शिलाय हीत हीबिवकषिभानन परकर क रिरसत बिवकषिभानन परकर क कय) करन क शिलाय हीत हीजी भा

समादधिजीक य परिरवरिरक लाग हीत हीव आग हीन वला उननबित और अवनबित क शिलाय दधिजीममादर मान जीत हीवयशिGगत रप स बिकय जीन

वला परयसA माamp जीन समादय क हत ऊ च सढाn पर पहचन क कमा भा इस परकर क वयशिG करत हीवयशिG क अनदर एक सव|चच

वयशिG नन क1 यगयत हीत हीवही समाजी य समादय क माखिखय भा अपन कय स न कर अपन जीवन माamp जीरर समान आत हीजीवन

माamp लागतर लागA पर हीन वला अनयय क परबित लाडइय भा माखय कमाA क1 बिगनत माamp मान जीत ही

रहीवamp भाव माamp पलाgtटा

इस भाव माamp पलाgtटा वला वयशिG क अनदर सतय और सव|चच तकत क खजीन क1 परवकषिK हीत हीइसक करणी क वला जीवन क समाझन

हीत ही वही ईTर क परकटा रप माamp दखन क1 आ0 रखत हीऔर जी भा लाग अपन आदतA य समादधिजीक बिनयमाA क दवार करत ही य

करवत हीउनक वही परकटा रप माamp दखन चहीत हीबिकस तनतिनतरीक क दवार बिकस क1 मानशिसक मार क Ykक करन क परबित क1 जीन

वला बिEयओ क वही दखन चहीत हीबिक वही तनतिनतरीक वसतव माamp कई 0शिG परतय दिदख पत हीय वही कलपन क दवार लागA पर

सममाहीन ही करत हीदधिजीस परकर स एक टाnव चनला वला बिकस सधाgt क1 सतयत क परख बिन अपन रय दन क शिलाय क वला तभा समान

आत ही जी तक उस लालास रहीत ही बिक वही अपन नमा लाग क समान दिदख सकत हीलाबिकन जी उस सधाgt क आतमाय शरप क करणी

उस अचनक 0ररिरक य मानशिसक कषट क अनभाव हीत हीत वही क वला मान माamp ही फ़1ला करत हीबिक उसन वही कमा बिकय था उस क

परिरणीमा उसक समान हीऔर उस त क वही बिकस क समान कही भा नही सकतकरणी अगर कहीत ही त खद उस क1 जीग हीसई हीत

हीएक अहीमा भारन क करणी वही यही भाgtला जीत ही बिक दधिजीस कमा) कणड य रबित क अनसर उसक मात बिपत न नध कर उस जीनमा दिदय

हीऔर उसक जी नमा य कय) करन क शिलाय जीनमा दिदय ही वही अपन क सपरिरयर मानन क चककर माamp जी कय) ससर क 0र हीन क

समाय स चला आय हीऔर उसक जीनमा लान स पहीला बिकतन दधिदधजीव इस ससर माamp आय हीAगउन सक झYलाकर सर आमा दरशय य शरवय

सधान स उतपडन करन वला तA क करत हीत वही समाझत हीबिक वही जी कर रही ही वही सही ही मागर कषिणीक समाय क शिलाय त Ykक

मान जी सकत हीभाबिवय क गहीर जीला माamp जी व ही आप उस परतबिडत करत हीत वही अपन क बिफ़र कही क नही पत ही

अनभाgtत टाटाक

सतयत

भारत माamp टाटाकA क परचलान परचन कला स ही मानय रही हीशि0 क हीन और नही हीन दन ही इन टाटाकA क कभा आड नही आय

वत)मान माamp शि0 क चलात लाग अपन अपन अनसर अपन अपन वयशिGगत बिवचर तत हीकई कहीत हीबिक परन दबिकयनgtस बिवचर

हीकई कहीत ही बिक कर कलपन हीकई कहीत ही बिक स क छ भागवन भारस ही रही हीलाबिकन जी लाग आमा क खकर खटाई स र

करत हीउनक बिवचरA पर हीस त आत हीलाबिकन तरस भा आत ही बिक आजी माद क अनदर व अपन क ही भाgtला रही हीअपन क पबिहीचन

नही रही हीउनही उनही लागA क सथा अचछ क वला इसशिलाय लागत ही बिक व उनक दवार समापत बिकय जीयग लागभाग तन हीजीर सला स

अमिधाक समाय क सकषय त सभा क समान हीइसस भा अमिधाक समाय स यही मानव सभयत क बिवकस लागतर चलाgt हीपरचन गणीनओ क

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 32: केतु

आधार पर जी सgtतरी न दिदय गय था उनही क अनसर आजी क मानय अपन अपन तरी मा बिवकस कर रही हीकई नही चजी नकर उस

बिवT क समान बिकय हीत त मान भा जी सकत था

अनभाgtत टाटाक

परक बित क अनसर कई वयशिG जी अपन ही कमा क अनसर दख उYत ही और जी वही अपन बिकय क1 सजी प लात ही त मानय ही उस

वयशिG क दखA क दर करन क उपय करत ही भाZबितक करणीA क अनसर वयशिG क मार क इलाजी करवन क शिलाय असपतला माamp

जीन पडत हीअगर वयशिG क दख और उYन ही त असपतला क डकटार नही मिमालात हीमिमालात भा ही त मार क बिकस तरही स नही

पबिहीचन पत ही और खर क1 जीगही पर अनय बिकस रग क1 दव करन लागत हीपरिरणीमा माamp वही वयशिG जी दख झला रही थाअनय परकर

क1 दव खन और उसक रिरयकसन करन क करणी नय दख झलान लागत हीत वजीय दख दर हीन और दख मिमालान लागत ही परन जीमान

माamp कई ड डकटार असपतला नही थापरखA क पस क वला अनभाgtत उपय थादधिजीनक दवार व रग क तरत दर कर दत थाजीस बिकस

सनसन सथान य पड क पस जीन पर वही पर लाग र) य ततय क झड क दवार आEमाणी करन पर वयशिG सहीन 0ला हीत ही और बिवष

क झलान क1 बिहीममात हीत ही त वही च जीत हीअनयथा जीहीरला डक वयशिG क परणी ही लालात हीलाबिकन इस समाय एक टाटाक कमा

आत हीबिक दबिहीन हीथा क अगgtY माamp अगर ततय न डक मार दिदय ही त फ़Zरन यamp हीथा क अगgtY क पन स धा डशिलायबिवष क पत ही

नही चलाग बिक ततय य र) न कटा भा ही य नहीइस त क शिलाय जी तक डकटार क पस जीतर) य ततय क डक क बिनकलावत

बिवष रधा इनजीकसन लागवतत बिवष क दख त दर ही जीतलाबिकन उस इनजीकसन क क परभाव दिदमाग क1 न0A क परभाव हीन भा कर

सकत था

जीहीरला जीनवर क कटान क टाटाक

अमिधाकतर जीन अनजीन माamp जीहीरला जीनवर जीस र) ततय बिचछgt माधामाकख आदिद अपन डक मार दत हीदद) क मार छटापटाहीटा हीन लागत

हीऔर उस समाय कई दव नही मिमालापत ही त और भा हीलात खर ही जीत हीइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक दधिजीस सथान पर कटा

हीउसक उलटा सथान क पन धा डशिलाय जीहीर खतमा ही जीयगजीस दबिहीन हीथा क1 उगला माamp डक मार हीत यamp हीथा क1 उस उगला क

पन स धा डशिलाययamp बिहीसस माamp डक मार ही त उस सथान क दबिहीन भाग माamp पन स धा डशिलाय

पढाई माamp यददसत ढान क टाटाक

यददसत कई हीZव नही हीबिक यद हीत नही हीऔर यद हीत नही ही त पढाई कर ही जीत हीपर माamp परिरणीमा नकरतमाक आत

हीऔर दिदमाग क एक कZन मानन लागत ही बिक यही पढाई कर हीइस छड कर कई जीवन यपन क कमा कर लान चबिहीयऔर इस

कर क झमाला क छड दन चबिहीयलाबिकन नही अगर वसतव मा आपक पढान क चव ही और आप चहीत ही बिक आपक परिरणीमा भा

उनही लागA क1 तरही स आय जीस बिक बिबराशिलायampनटा चचA क आत हीत इस टाटाक क अजीव लादधिजीय

0मा क खन ख कर य करवटा ढाई घाटा क शिलाय लाटा जीइयबिफ़र ढाई घाटा दबिहीन करवटा लाटा जीइयऔर ढाई घाटा उYकर सधा Y कर

पढान चलाgt कर दnदधिजीययही Eमा लागतर चलाgt रखिखयदखिखय बिक जी टाबिपक कभा यद नही हीत थाइतन अचछn तरही स यद ही जीयampग बिक

खद क बिवTस ही नही हीग

अमार नन क अनभाgtत टाटाक

जी भा कमाय जीय उसक दसव बिहीसस गरA क भाजीनकनयओ क भाजीन और वसतरीकनययA क1 0दnधामा) सथानA क नन क

कमाआदिद माamp खच) करिरयदखिखय बिक आपक1 आमादन बिकतन जीलदn ढान 0र ही जीत ही लाबिकन दसवamp बिहीसस अमिधाक खच) करन पर

जीय आमादन ढान क घाटान लागग

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 33: केतु

0दn करन क अनभाgtत उपय

परषA क बिवकषिभानन रगA स तमिसतरीयA क1 तसवरamp और माबिहीलाओ क लाला रग स परषA क1 तसवर सफ़ द कगजी पर रजीन तन माबिहीन तक एक

एक नन चबिहीय

टरोसफ़र करवन क उपय

कय) सथान पर जीन क द पर धाकर अपन सथान पर Yन चबिहीयबिपस हीलदn क हीत पन माamp हीन चबिहीय

घार क1 कलाही क समापत करन क उपय

रजीन सही जीगकर अपन सवर क दखन चबिहीयनक क यamp सवर स जीगन पर फ़Zरन बिसतर छड कर अपन कमा माamp लाग जीन

चबिहीयअगर नक स दबिहीन सवर चला रही ही त दबिहीन तरफ़ गला क नच तबिकय लागकर दर स स जीन चबिहीयक छ समाय माamp य

सवर चलान लागगसही तरक स चलान पर बिसतर छड दन चबिहीय

सतन हीन और नही हीन क1 पबिहीचन करन

परष और सतरी क दबिहीन हीथा मा सफ़ मिमाटटीn रख कर उसक अनदर थाड दही और बिपस 0दध हीलदn रखन चबिहीययही कमा रत क सन स

पहीला करन चबिहीयसही अगर दन क हीथा माamp हीलदn क रग लाला ही गय ही त सतन आन क समाय हीसतरी क हीथा माamp लाला ही और परष

क हीथा माamp पला ही त सतरी क अनदर कमावसन अमिधाक हीपरष क हीथा माamp लाला ही गय ही और सतरी क हीथा माamp नही त सतरी रबित समनध

करणीA स Y ड हीऔर सतन पद करन माamp असमाथा) हीक छ समाय क शिलाय रबित बिEय क द कर दन चबिहीय

दिदमाग स शिचनत हीटान क टाटाक

अमिधाकतर परिरवरिरक करणीA स दिदमाग हत ही उKजीन माamp आजीत हीपरिरवर क1 बिकस समासय स य लान दन सअथाव बिकस रिरसतनत

क लाकर दिदमाग एक दमा उदवाशिलात हीन लागत हीऐस लागन लागत ही बिक दिदमाग फ़टा पडगइसक एक अनभाgtत टाटाक ही बिक जीस ही टाampसन

ही एक लाटा माamp य जीग माamp पन लाकर उसक अनदर चर लालामिमाच) क जी डलाकर अपन ऊपर सत र उर (उसर) करन क द घार

क हीर सडक पर फ़amp क दnदधिजीयफ़Zरन आरमा मिमाला जीयग

खन पचन क टाटाक

अमिधाकतर Y रहीन स य खन खन क द माहीनत नही करन स भाजीन पच नही पत ही और पटा माamp दद) य पटा फ़gt लान लागत हीखन

खन क द तरत य करवटा लाटा जीइयखन आधा घानटा माamp अपन जीगही नकर पचन लागग और अपन वय हीर बिनकला जीयग

0दn बिववही माamp बिवघन न पडन दन क शिलाय टाटाक

0दn वला दिदन स एक दिदन पहीला एक ईटा क ऊपर कयला स धायamp शिलाखकर ईटा क उलटा करक बिकस सरकषित सथान पर रख

दnदधिजीयऔर 0दn क द उस ईटा क उYकर बिकस पन वला सथान पर डला कर ऊपर स क छ खन क समान डला दnदधिजीय0दn बिववही

क समाय माamp धायamp नही आयampग

घार स पर0शिGयA क हीटान क टाटाक

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका
Page 34: केतु

एक कच क बिगलास माamp पन माamp नमाक मिमालाकर घार क नऋतय क कन माamp रख दnदधिजीयऔर उस ल क पछ लाला रग क एक लव लाग

दnदधिजीयजी भा पन सgtख जीय त उस बिगलास क बिफ़र स सफ़ करन क द नमाक मिमालाकर पन भार दnदधिजीय

घार मा धान क1 रककत क शिलाय टाटाक

सस छटा चलान वला नटा क एक बितरीकणी बिपरमिमाड नकर घार क धान सथान माamp रख दnदधिजीयजी धान क1 कमा हीन लाग त उस बिपरमिमाड

क यamp हीथा माamp रखकर दबिहीन हीथा स उस ढाककर कलपन क1दधिजीय बिक यही बिपरमिमाड घार माamp धान ला रही हीकही स भा धान क नदसत ही

जीयगलाबिकन यही परयग हत ही जीररत माamp क1दधिजीय

ईTर क द0)न करन क शिलाय टाटाक

0मा क एकनत कमार माamp जीमान पर उKर क1 तरफ़ माही करक पलाथा मारकर Y जीइयदनA आखA क नद करन क द आखA क1 दिदरमिषट

क नक क ऊपर वला बिहीसस माamp ला जीन क1 कशि00 करिरयधार धार रजीन दस स स मिमानटा क परयग करिरयलाबिकन इस कमा क करन

क च माamp बिकस भा परकर क बिवचर दिदमाग माamp नही लान चबिहीयआपक आपक इषट क द0)न सगमात स ही जीयग

लालाबिकत क टाटाक और उपय

  • जयोतिष म कत
  • जनम पतरी म कत
  • कषटकारक कत
  • कत क रोग
  • कत क रतन और उपरतन
  • कत की जडी बटी
  • कत क लिय दान
  • कत क वयापार
  • कत की नौकरी
  • कत क मतर
  • कत पचविशति नाम सतोतरम
  • कत मगल सतोतर
  • कत कयो परशान करता ह
  • चौथ भाव का कत
  • चौथ भाव क कत क फ़ल
  • कत की यति अनय गरहो स होन पर मिलन वाल फ़ल
  • लगन का कत और अनय गरहो स समबनध
  • कत को सबल या दरबल कत की भावना ही करती ह
  • लगन का कत और उसस समबनधित रिसतदार
  • कत का सवभाव बहत ही हठीला होता ह दसर भाव म
  • बध
  • खगोलीय विजञान म बध
  • जयोतिष शासतर म बध
  • अकशासतर म बध
  • कडली म बारह भावो म बध
  • परथम भाव म बध
  • दसर भाव म बध
  • तीसर भाव म बध
  • चौथ भाव म बध
  • पचम भाव म बध
  • छठ भाव म बध
  • सपतम भाव म बध
  • अषटम भाव म बध
  • नवम भाव म बध
  • दसम भाव म बध
  • गयारहव भाव म बध
  • बारहव भाव म बध
  • बध समबनधी अनय विवरण
  • दान
  • वयापार
  • नौकरी
  • दान का महतव
  • दान म मोह और अहम का तयाग
  • दान क तीन परकार शरीरधन और विदया
  • शरीर दान का कारकतव
  • सबस बडा दान दया ह
  • दया धरम का मल ह पाल मल अभिमान
  • लगन अगर-
  • लगन स सरय अगर-
  • लगन स चनदर अगर-
  • मगल अगर-
  • बध अगर-
  • गर अगर-
  • पलटो जयोतिष म
  • पलटो का विभिनन भावो म गोचर और उनक परभाव
  • पहल भाव म पलटो
  • दसर भाव म पलटो
  • तीसर भाव म पलटो
  • चौथ भाव का पलटो
  • पाचव भाव म पलटो
  • छठ भाव म पलटो
  • सातव भाव म पलटो
  • आठव भाव म पलटो
  • नव भाव म पलटो
  • दसव भाव म पलटो
  • गयारहव भाव म पलटो
  • बारहव भाव म पलटो
  • सतयता
  • अनभत टोटक
  • जहरील जानवर क काटन का टोटका
  • पढाई म याददासत बढान का टोटका
  • अमीर बनन का अनभत टोटका
  • शादी करन का अनभत उपाय
  • टरासफ़र करवान का उपाय
  • घर की कलह को समापत करन का उपाय
  • सतान होन और नही होन की पहिचान करना
  • दिमाग स चिनता हटान का टोटका
  • खाना पचान का टोटका
  • शादी विवाह म विघन न पडन दन क लिय टोटका
  • घर स पराशकतियो को हटान का टोटका
  • घर म धन की बरककत क लिय टोटका
  • ईशवर का दरशन करन क लिय टोटका