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विधान सभा कायिाही /16 December 2015 अशोवधत / काशन के विए नह मदेश विधान सभा कᳱ कायिाही (अवधकृत वििरण) __________________________________________________________ चतुदयश विधान सभा निम् स ᳰदसबर, 2015 स बुधिार, ᳰदनािक 16 ᳰदसबर, 2015 (25 अहाण, शक सि ित् 1937 ) [खड- 9] [अिक- 8] __________________________________________________________

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  • विधान सभा कार्यिाही /16 December 2015 अशोवधत / प्रकाशन के विए नहीं

    मध्र्प्रदशे विधान सभा

    की

    कार्यिाही

    (अवधकृत वििरण)

    __________________________________________________________

    चतदुयश विधान सभा निम ्सत्र

    ददसम्बर, 2015 सत्र

    बधुिार, ददनाांक 16 ददसम्बर, 2015

    (25 अग्रहार्ण, शक सांित ्1937 )

    [खण्ड- 9] [अांक- 8]

    __________________________________________________________

  • विधान सभा कार्यिाही /16 December 2015 अशोवधत / प्रकाशन के विए नहीं

    मध्र्प्रदशे विधान सभा

    बुधिार, ददनाांक 16 ददसम्बर, 2015

    (25 अग्रहार्ण, शक सांित ्1937)

    विधान सभा पूिायह्न 10.34 बजे समिते हुई.

    {अध्र्क्ष महोदर् (डॉ. सीतासरन शमाय) पीठासीन हुए.}

    ताराांदकत प्रश्नों के मौवखक उत्तर.

    पशु प्रजनन प्रक्षेत्र विकवसत दकर्ा जाना

    1. ( *क्र. 1298 ) श्री शैिने्द्र जैन : क्र्ा पशुपािन मांत्री महोदर्ा र्ह बताने की कृपा करेंगी

    दक (क) मेरे अताराांदकत प्रश् न सां् र्ा 89 (क्र. 2291) ददनााँक 29 जुिाई 2015 के प्रश् नाांश (क) के

    उत् तराांश में बतार्ा गर्ा ह ैदक सागर वजिा वथितत शासकीर् पशु प्रजनन प्रके्षत्र रतौना के धवधपत् र्

    में 696.17 एकड़ भूवम ह ैएिां उक् त केन्द् र पर कुि 432 पशु सांधाररत हैं? क् र्ा शहर से िगी हुई अवत

    महत् िपूणय बहुमू् र् भूवम का पूणय उपर्ोग नहीं हो पा रहा है? र्दद हााँ, तो क् र्ा म.प्र. शासन की

    मांशा के अनुरूप पशुधन हतेु िृहत पशु प्रजनन प्रके्षत्र को विकवसत दकए जाने की ददशा में शासन

    विचार करेगा? (ख) र्दद हााँ, तो कब तक?

    पशुपािन मांत्री ( सशु्री कुसुम ससह महदेि े ) : (क) प्रके्षत्र की 17.17 एकड़ में भिन एिां

    सड़कें तता पशु शेड वनर्ममत हैं, 300 एकड़ में सांरवक्षत घास बीड़ ह,ै वजससे पशुओं को वखिाने हतेु

    सूखा चारा प्राप्त होता ह।ै 197 एकड़ में रबी एिां खरीफ में चारा उत्पादन का कार्य दकर्ा जाता ह।ै

    182 एकड़ में जानिरों को चराने हतेु सांरवक्षत चरोखर के रूप में उपर्ोग दकर्ा जाता ह।ै इस प्रकार

    प्रके्षत्र पर उपिब्ध अधोसांरचना एिां भूवम का उपर्ोग दकर्ा जा रहा ह।ै प्रके्षत्र में उपिब्ध सांसाधन

    एिां अधोसरांचना का समुवचत उपर्ोग शासन की मांशानुसार ही दकर्ा जा रहा ह।ै (ख) प्रश्नाांश (क)

    के सांदभय में प्रश्न उपवथितत नहीं होता ह।ै

    श्री शैिेन्द्र जैन – अध्र्क्ष महोदर्, मेरे विधान सभा के्षत्र के अन्द्तगयत धने िािे

    पांवडत माखनिाि चतुिेदी पशु प्रजनन केन्द्र के सांबांध में मैंने प्रश्न दकर्ा ता. र्ह प्रजनन केन्द्र मूितः

    भैंस, बकरी, गार्, मुगाय, मछिी पािन इत्र्ादद के विर्े ता, िगभग 700 एकड़ जमीन हमारे पास

    उपिब्ध ह,ै िेदकन उसका अण्डर र्ूरििाइजेशन दकर्ा जा रहा ह.ै मेरा मांत्री जी से र्ह प्रश्न ह ैदक

    क्र्ा हररर्ाणा करनाि में जैस ेनेशनि डरे्री ररसचय इांथििीटू्यि ह ै और िहााँ पर एनीमि साईंस

    वम् क डेर्री प्रोसेससग साईंस के तहत बहुत सारे काम हो रह ेहैं, िे् र्ू एडीशन करके, िहाां पर

  • विधान सभा कार्यिाही /16 December 2015 अशोवधत / प्रकाशन के विए नहीं

    उनके वम् क प्रोडक् ् स बनाने का काम हो रहा ह.ै िहाां छोिी-छोिी र्ूवन्स िगाई गई हैं. क् र्ा इस

    तरह कोई र्ोजना शासन के विचाराधीन ह ै? इस सांबांध में, माननीर् मांत्री महोदर्ा विचार करेंगी

    र्ा उतने बड़ ेके्षत्र में हम गौ अभ् र्ारण् र् की भी क् पना कर सकते हैं. धपके माध् र्म से, मैं माननीर्

    मांत्री जी से पूछना चाहता हाँ दक क् र्ा शासन इस ददशा में विचार करेगा ?

    सुश्री कुसुम ससह महदिेे – माननीर् अध् र्क्ष महोदर्, मैं धपके माध् र्म से वनिेदन करना

    चाहती हाँ दक न िहाां मछविर्ाां पािी जाती हैं, न मुगे-मुगी पािे जाते हैं बव्क तार-पार नथि ि की

    गार्ें और िहाां पर मुराय भैंसों का पािन होता ह ैऔर उनके जो बछड़ ेहोते हैं, िे दकसानों को बाांिे

    जाते हैं. हम इतने बड़ ेके्षत्र का भरपूर उपर्ोग कर रह ेहैं. हमारे बहुत सारे शेड बने हुए हैं, भूसा

    गोदाम बना हुध ह.ै

    मैं माननीर् सदथि र् की प्रसन्द् नता के विए बताना चाहती हाँ दक मध् र्प्रदशे रा् र् पशुधन

    विकास वनगम के द्वारा, वजस प्रकार से बुि मदर फॉमय तता पशु प्रजनन प्रके्षत्र कीरतपुर को धदशय

    एिां िृहद प्रके्षत्र विकवसत दकर्ा गर्ा ह.ै उसी प्रकार से, मैं बताना चाहती हाँ दक पशु प्रजनन के्षत्र-

    प्रके्षत्र रतौना, वजिा-सागर में धदशय प्रके्षत्र के रूप में विकवसत करने के उद्देश् र् से मध् र्प्रदशे रा् र्

    पशुधन एिां कुक् कुि विकास वनगम को थि तानान्द् तररत करने के धदशे हमने दद. 30 11 2015 को द े

    ददए हैं और मैं, माननीर् सदथि र् को धश् िथि त करना चाहती हाँ दक उसको विकवसत करने की वजतनी

    सांभािना ह,ै उससे अवधक विकवसत करने का प्रर्ास करूाँ गी.

    श्री शैिेन्द् र जैन – माननीर् अध् र्क्ष महोदर्, गौ अभ् र्ारण् र् एक बहुत अ् छी क् पना ह.ै उस

    ददशा में, मेरा बहुत थि पेवसदफक प्रश् न ह ैदक उस ददशा में अगर माननीर् मांत्री महोदर् विचार करेंगी

    तो बहुत अ् छा होगा और िहाां पर 35 एकड़ का मछिी पािन के विर्े एक बहुत बड़ा तािाब ह.ै

    मछिी पािन का कार्य िहाां पर मूित: होता धर्ा ह.ै अगर माननीर् मांत्री महोदर्ा, उस ददशा में

    कुछ विचार करेंगी तो बहुत अ् छा होगा.

    सुश्री कुसुम ससह महदिेे – माननीर् अध् र्क्ष महोदर्, मैं धपके माध् र्म से कहना चाहती हाँ

    दक अभ् र्ारण् र् और बुि मदर फॉमय में बहुत अन्द् तर होता ह.ै अभ् र्ारण् र् में धिारा गार्ें, जो इधर-

    उधर घूमती रहती हैं तो उसमें उनका पािन-पोषण और उनकी दखे-रेख की जाती ह,ै उनकी जीिन

    रक्षा की जाती ह ैिेदकन बुि मदर फॉमय में अ् छे दकथि म की गार्ें, भैंसे िगैरह पािी जाती हैं वजससे

    हमारे माननीर् प्रधानमांत्री जी एिां माननीर् मु् र्मांत्री जी की क् पना पूरी हो सके.

    धज हमारा प्रदशे दगु् ध उत् पादन में चौते नम् बर पर ह ैतो उस वहसाब से िहाां पर पशुओं का

    पािन-पोषण होता ह.ै र्ह अभ् र्ारण् र् अिग चीज ह ैऔर बुि मदर फॉमय अिग चीज ह.ै

  • विधान सभा कार्यिाही /16 December 2015 अशोवधत / प्रकाशन के विए नहीं

    इांजी. प्रदीप िाररर्ा – माननीर् अध् र्क्ष महोदर्, मैं इसमें इतना कहना चाहता हाँ दक जो

    रतौना तािाब ह.ै िह बहुत प्राचीन तािाब ह ैऔर डरे्री से जुड़ा हुध ह.ै इस समर्, उस तािाब

    की हािात बहुत खराब ह.ै क् र्ा माननीर् मांत्री जी उस तािाब का जीण्धारार करिार्ेंगी ? चूाँदक िह

    तािाब डरे्री के विर्े उपर्ोग होता ह.ै

    सुश्री कुसुम ससह महदिेे – माननीर् अध् र्क्ष महोदर्, वनवचितत रूप से र्दद तािाब की

    वथितवत खराब ह ै तो मैं खुद िहाां जाकर दखेूाँगी और तत् काि उसका सुधार कार्य करिागाँ गी और

    मछिी पािन विभाग से पशुपािन विभाग की धपस में बातचीत करिाउाँगी क् र्ोंदक इनके प्रमुख

    सवचि अिग-अिग हैं. अगर सम् भि होगा तो िहाां हम मछिी पािन करिार्ेंगे.

    इांजी. प्रदीप िाररर्ा – माननीर् अध् र्क्ष महोदर्, र्ह तो सरकार की सवम्मवित वजम् मेदारी

    ह.ै

    अध् र्क्ष महोदर् – माननीर् मांत्री जी ने धपके प्रश् न का समाधान कर ददर्ा ह ैऔर कहा ह ै

    दक सुधरिार्ेंगी एिां मछिी पािन भी करिार्ेंगी. अब क् र्ा रह गर्ा ह ै?

    सुश्री कुसुम ससह महदिेे – िहाां पर जो तािाब ह,ै िह पशुओं के पानी पीने के विए ह,ै

    मछिी पािन के विर्े नहीं ह.ै

    इांजी. प्रदीप िाररर्ा – माननीर् मांत्री जी खुद बुन्द् देिखण् ड की हैं. िहाां से धती-जाती हैं,

    इसकी पूरी जानकारी उनको ह.ै

    अध् र्क्ष महोदर् – अब पुन: पूरक प्रश् न नहीं होगा.

    विधानसभा चुरहि अांतगयत नि-जि र्ोजना का सांचािन

    2. ( *क्र. 2477 ) श्री अजर् ससह : क्र्ा पशुपािन मांत्री महोदर्ा र्ह बताने की कृपा करेंगी दक

    (क) चुरहि विधानसभा के्षत्र में दकतनी नि-जि र्ोजनाएां थि िीकृत हैं ि दकतनी सांचावित हैं? ग्राम

    पांचार्तिार जानकारी दी जाए। (ख) प्रश् नाांश (क) अनुसार क् र्ा अवधकाांश नि-जि र्ोजनाएां बांद

    पड़ी हैं? बांद नि-जि र्ोजनाएां कब तक चािू करा दी जार्ेंगी? (ग) प्रश् नाांश (क) अनुसार दकन

    कारणों से नि-जि र्ोजनाएां बांद ह?ै बांद होने का कारण बतार्ा जार्े?

    पशुपािन मांत्री ( सशु्री कुसुम ससह महदिे े) : (क) जानकारी पथुितकािर् में रख ेपररवशष्ट अनुसार

    ह।ै (ख) जी नहीं, विवभन्न कारणों से बांद होने के कारण वनवचितत समर्ािवध नहीं बताई जा सकती।

    (ग) जानकारी पथुितकािर् में रख ेपररवशष्ट अनसुार ह।ै

  • विधान सभा कार्यिाही /16 December 2015 अशोवधत / प्रकाशन के विए नहीं

    श्री अजर् ससह - माननीर् अध् र्क्ष महोदर्, मेरे प्रश् न के उत् तर में माननीर् मांत्री

    महोदर्ा ने निजि र्ोजना की जानकारी पुथि तकािर् के माध् र्म से दी ह ैदक 85 में से 20 बांद हैं,

    जो 85 चािू हैं,मुझे िगता ह ैदक मेरे प्रश् न िगने के बाद ही माननीर् मांत्री जी ने चािू कराई हैं ।

    माननीर् अध् र्क्ष महोदर्, र्ह प्रश् न पेर्जि र्ोजना से सांबांवधत ह ै । पेर्जि र्ोजना में, करोड़ो

    रूपए खचय होते हैं, वसफय मेरे के्षत्र की बात नहीं ह,ै धज की तारीख में अवधकाांश के्षत्रों में पेर्जि

    र्ोजनाएां बांद हैं । माननीर् अध् र्क्ष महोदर्, मैं धपके माध् र्म से पूछना चाहता हाँ दक क् र्ा सरकार,

    इस पर कोई नीवतगत वनणयर् िेगी दक जो प्रदशे में निजि र्ोजनाएां बांद हैं,समर्ािवध में उन

    निजि र्ोजनाओं को चािू कराने का प्रर्ास करेंगी । इस साि जि का सांकि ह ैऔर जब इतनी

    रावश की पेर्जि र्ोजनाएां बनी हुई हैं, तो कहीं पम् प चािू नहीं होने के कारण, कहीं पाईप

    क्षवतग्रथि त होने के कारण, कहीं वबजिी कनेक् शन न होने के कारण, र्दद र्ह निजि र्ोजनाएां चािू

    नहीं हैं तो माननीर् अध् र्क्ष महोदर्, मैं माननीर् मांत्री महोदर्ा से पूछना चाहगू ांगा दक सरकार कोई

    नीवतगत वनणयर् िे दक हमारे के्षत्र की बात नहीं ह,ै सभी के्षत्र में सभी निजि र्ोजनाओं को

    समर्ािवध में चािू कराने का प्रर्ास करेंगी ।

    सुश्री कुसुम ससह महदिेे - माननीर् अध् र्क्ष महोदर्, पहिे से ही सरकार का नीवतगत

    वनणयर् ह ै दक जो भरे-पिे,बोर होते हैं, उन्द् हें पी.एच.ई.विभाग सुधारता ह,ैवजनके वबजिी के

    कनेक् शन नहीं हैं, उनको पी.एच.ई. विभाग सुधारता ह,ैजहाां नई निजि र्ोजना बनना ह,ैचाह ेिह

    जि वनगम से बनें,चाह े पी.एच.ई. विभाग से बनें उनको विभाग करता ह,ै बहुत सारी निजि

    र्ोजनाएां हैं जो पाईप िूिने की िजह से, पम् प चोरी होने की िजह से बांद हैं, हमने उन र्ोजनाओं

    को बनाने के बाद पांचार्त विभाग को सौंप ददर्ा ह ै । अब र्ह पांचार्त विभाग की वजम् मेदारी

    बनती हैं दक उन र्ोजनाओं को िह चािू करें ।

    श्री अजर् ससह - माननीर् अध् र्क्ष महोदर्,मांत्री महोदर्ा ने बड़ी सरिता से कह

    ददर्ा दक हमने पांचार्त विभाग को सौंप ददर्ा, पांचार्त मांत्री भी र्हाां मौजूद हैं, मैंने पूछा ह ैदक इस

    जि सांकि के िषय में शासन कोई नीवतगत वनणयर् िेना चाहगेी दक निजि र्ोजनाएां जो पांचार्त को

    सौंप दी गई हैं, उनको चािू कराने का प्रर्ास करेंगी दक नहीं करेंगी ।

    सुश्री कुसुम ससह महदेिे - अध् र्क्ष महोदर्, वनवचितत रूप से मैं माननीर् पांचार्त मांत्री

    जी से चचाय करूाँ गीं और माननीर् मु् र्मांत्री जी के वनदशे भी प्रा् त करूाँ गी और अवतशी्र इन

    निजि र्ोजनाओं को भी चािू कराने का प्रर्ास करेंगे ।

  • विधान सभा कार्यिाही /16 December 2015 अशोवधत / प्रकाशन के विए नहीं

    श्री मुकेश नार्क - माननीर् अध् र्क्ष महोदर्, एक प्रश् न ।

    श्री वनशांक जैन - माननीर् अध् र्क्ष महोदर्, धधा वमवनि । (् र्िधान)

    अध् र्क्ष महोदर् - दकसी को अनुमवत नहीं ह,ै अपने-अपने के्षत्र की बात मत

    कररए,उन्द् होंने सारे प्रदशे का पूछ विर्ा, धप िोग शार्द ध् र्ान से सुनते नहीं हैं श्री अजर् ससह जी

    ने र्ह प्रश् न पूछ विर्ा ह ै,प्रश् न के्षत्र का पूछा ता, परन्द् तु उन्द् होंने प्रदशे भर का पूछ विर्ा । अब इसके

    बाद में अपने अपने के्षत्र की बात नहीं करने देंगे कोई उत् तर नहीं दगेा, न ररकाडय में धएगा, न

    विवखत में धएगा, धपका र्ह समर् खराब हो रहा ह ै।

    शासकीर् भवूम पर अवतक्रमण

    3. ( *क्र. 971 ) श्रीमती चन्द् दा सुरेन्द् र ससह गौर : क्र्ा राजथिि मांत्री महोदर् र्ह बताने की कृपा

    करेंगे दक (क) क् र्ा जतारा तहसीि के ग्राम शाह में भूवम खसरा क्र. 453/2 रकबा 06 हके् िेर्र की

    भूवम शासन की भूवम ह,ै िेदकन ग्राम के कुछ िोगों द्वारा अवतक्रमण कर विर्ा है? क् र्ा उक् त शासन

    की भूवम अवतक्रमण से मुक् त करार्ेंगे? र्दद हााँ, तो कब तक? र्दद नहीं, तो कारण थि पष् ि करें? (ख)

    क् र्ा ेसे अवतक्रमण करने िािों से उक् त भूवम शासन को सुरवक्षत कर अवतक्रमणकतायओं के विरूधार

    वसविि जेि की कार्यिाही करेंगे? र्दद हााँ, तो कब, र्दद नहीं, तो कारण थि पष् ि करें?

    राजथिि मांत्री ( श्री रामपाि ससह ) : (क) जी हााँ। र्ह भूवम धबादी से िगी हुई ह।ै ग्राम पांचार्त

    शाह द्वारा धबादी घोवषत करने का प्रथिताि तहसीि न्द्र्ार्ािर् में पांजीबधार होकर प्रचवित ह।ै

    खसरे की भूवम के अांशभाग रकबा 0.300 ह.े पर ग्राम के 27 अनुसूवचत जावत िगय के िोगों के

    पुथितैनी मकान बने हुए हैं। प्रश् नाधीन खसरा के अांशभाग 0.202 ह.े भूवम का उपर्ोग मरघि के विर्े

    करते हैं। इस खसरे में प्रधानमांत्री सड़क बनी हुई ह।ै शेष भूवम अवतक्रमण से मुक्त ह।ै (ख) प्रश्नाधीन

    शासकीर् भूवम पर अनुसूवचत जावत िगय के िोगों के पुश् तैनी मकान बने हुए हैं तता उक्त भूवम को

    धबादी घोवषत करने प्रकरण प्रचवित होने के कारण।

    श्रीमती चन्द् रा सुरेन्द् र ससह गौर- माननीर् अध् र्क्ष महोदर्, मेरा प्रश् न र्ह ता दक जतारा

    तहसीि के ग्राम शाह में शासन की भूवम खसरा क्र. 453/2 रकबा 06 हके् िेर्र की भूवम पर ग्राम के

    कुछ िोगों द्वारा अवतक्रमण कर विर्ा है? क् र्ा भूवम अवतक्रमण से मुक् त करार्ेंगे। माननीर् अध् र्क्ष

    महोदर्, उत् तर में धर्ा ह ैदक उक् त खसरे की भूवम धबादी घोवषत दकए जाने की कार्यिाही हतेु

  • विधान सभा कार्यिाही /16 December 2015 अशोवधत / प्रकाशन के विए नहीं

    न्द् र्ार्ािर् में प्रचवित ह ैइसविए माननीर् अध् र्क्ष महोदर् धपने उक् त भूवम को धबादी घोवषत

    नहीं दकर्ा ह ैइसविए अवतक्रमण हो गर्ा ह,ै उसी अवतक्रमण को हिाए जाने की मेरी माांग ह ै।

    श्री रामपाि वसह - माननीर् अध् र्क्ष महोदर्, माननीर् विधार्क जी ने जो प्रश् न पूछा

    ह,ै िहाां 27 अनुसूवचत जावत िगय के िोग रह रह े हैं, पुथि तैनी मकान बने हुए हैं और मध् र्प्रदशे

    सरकार की र्ह सोच ह ैदक अगर गरीबों को हिाएांगे तो पहिे उनको विथि तावपत करेंगे ।

    माननीर् अध्र्क्ष महोदर्, माननीर् विधार्क जी ने जो प्रश्न पूछा ह ै उनकी मांशा ह ै

    अवतक्रमण हिाने की र्ा तो उनके विर्े सोचेंगे दक अिग से व्यिवथितत करें, िे बेघर न हों, उसमें

    कार्यिाही चि रही ह.ै हमने जो जिाब ददर्ा ह ैधबादी घोवषत करने का िह इसविर्े ह ैदक हम

    उनको व्यिवथितत कर सकें , दफर भी विधार्क जी की वचन्द्ता ह ैतो इसका दफर से परीक्षण करिा

    िेंगे. माननीर् विधार्क जी और सुझाि द ेदेंगी तो उस पर अमि करेंगे. र्ह वनराकरण जरूर हो

    जाए अगर उनको हिाएांगे तो उनको व्यिवथितत जरूर करेंगे, र्ह गरीबों के प्रवत सरकार की वचन्द्ता

    ह.ै

    श्रीमती चन्द्दा सुरेन्द्र ससह गौर—माननीर् अध्र्क्ष महोदर्, मेरा माननीर् मांत्री जी से

    वनिेदन ह ैदक मरघि एिां सड़क इसमें कोई परेशानी नहीं ह ैजो 27 धददिावसर्ों के पुथितैनी मकान

    बतार्े जा रह ेहैं िहाां पर सरपांच द्वारा पूरी जमीन पर अवतक्रमण कर विर्ा गर्ा ह ैइसविर्े उक्त

    भूवम को अवतक्रमण से मुक्त करार्े जाने के धदशे करें. सरपांच द्वारा जो अवतक्रमण िगभग पूरी

    सरकारी जमीन पर तार की फें ससग िगा िी ह ैउसकी मौके पर जाांच करिाकर अवतक्रमण हििार्ा

    जाए.

    अध्र्क्ष महोदर्—धपसे चचाय करके उसका वनराकरण करेंगे.

    श्रीमती चन्द्दा सुरेन्द्र ससह गौर—माननीर् अध्र्क्ष महोदर्, धददिावसर्ों को भूवम दी जाए

    उनके नाम से पटे्ट कर ददर्े जाएां उसके विर्े मुझे कोई धपवत्त नहीं ह.ै

    अध्र्क्ष महोदर्—मांत्री जी उसका वनराकरण कर रह ेहैं उन्द्होंने र्ही उत्तर ददर्ा ह.ै

    श्रीमती चन्द्दा सुरेन्द्र ससह गौर—माननीर् अध्र्क्ष महोदर्, मैं तो चाहती हां दक

    धददिावसर्ों को पटे्ट ददर्े जाएां इसमें जो जानकारी मांत्री जी को वमिी ह ैअसत्र् है, क्र्ोंदक िहाां पर

    धददिावसर्ों के मकान ही नहीं हैं.

    अध्र्क्ष महोदर्—मांत्री जी उसकी जाांच तता परीक्षण भी करिा िेंगे और कुछ धपके

    सुझाि हों तो विखकर के द ेदीवजर्े.

  • विधान सभा कार्यिाही /16 December 2015 अशोवधत / प्रकाशन के विए नहीं

    प्रश्न सां्र्ा-4

    बांद नि-जि र्ोजनाएां

    4. ( *क्र. 1016 ) श्री हरिांश राठौर : क्र्ा पशुपािन मांत्री महोदर्ा र्ह बताने की कृपा करेंगी दक

    (क) ददनााँक 29 जुिाई, 2015 के अताराांदकत प्रश् न सां् र्ा 34 (क्र.1368) के प्रश् नाांश (ख) के उत् तर में

    जानकारी दी गई ह ैदक बांद नि-जि र्ोजना को चािू कराने हतेु विभाग वजम् मेदार नहीं ह,ै तो कौन

    वजम् मेदार ह?ै (ख) विधानसभा के्षत्र बण् डा अांतगयत 55 नि-जि र्ोजनाओं के बांद होने के फिथि िरूप

    प्रश् न ददनााँक तक र्ोजनाओं को चािू कराने हतेु क् र्ा प्रर्ास दकए गए हैं? (ग) र्दद बांद नि-जि

    र्ोजनाओं को चािू कराने की वजम् मेदारी विभाग की नहीं ह ैतो ग्राम पांचार्तों को प्रा् त होने िािी

    रावशर्ों में से नि-जि र्ोजना प्रारांभ कराने हतेु शासन थि तर से क् र्ा वनदशे जारी दकए गए हैं? र्दद

    हााँ, तो वनदशे की प्रवत उपिब् ध कराई जािे? (घ) बांद नि-जि र्ोजनाएां कब तक चािू करा दी

    जाएगी?

    पशुपािन मांत्री ( सशु्री कुसुम ससह महदेि े) : (क) स्रोत के असफि होने से बांद नि-जि र्ोजनाओं

    को छोड़कर शेष र्ोजनाओं को चािू करने की वजम्मेिारी सांबांवधत ग्राम पांचार्त की ह।ै स्रोत

    असफि होने पर नर्े स्रोत वनमायण की वजम्मेिारी विभाग की ह।ै (ख) जानकारी पथुितकािर् में रख े

    पररवशष्ट के प्रपत्र-1 अनसुार ह।ै (ग) नि-जि प्रदार् र्ोजनाओं के सांचािन सांधारण के सांबांध में

    जारी दकर्े गर्े पररपत्रों की प्रवतर्ााँ पुथितकािर् में रखे पररवशष्ट के प्रपत्र-2 अनसुार ह।ै (घ) वनवचितत

    समर्ािवध नहीं बताई जा सकती।

    श्री हरिांश ससह राठौर—माननीर् अध्र्क्ष महोदर्, मेरे विधान सभा के्षत्र में जो 55 नि-

    जि र्ोजनाएां बांद पड़ी हुई हैं उनको धप कब तक चािू करिा देंगे ? र्हाां से मुझे जो जानकारी दी

    गई ह ैउसकी समर्ािवध बताना वनवचितत नहीं ह.ै 2007-08 में हमारे बांडा विधान सभा के्षत्र में

    नि-जि र्ोजनाएां जो थििीकृत हुई तीं, वजसमें िांकी का वनमायण भी हो गर्ा ह ै वनमायण कार्य भी

    घरिर्ा दकथिम का ह ैइसमें जो पाईप-िाईन डािी गई ह,ै िह ्िावथििक की डािी गई ह,ै िह िूि-फूि

    गई ह ैग्राम पांचार्त को हथिताांतररत नहीं की गई ह ैन ही सरपांच ने अपने अधीन ही विर्ा ह.ै तो मैं

    माननीर् मांत्री जी से पूछना चाहता हां दक र्ह नि-जि र्ोजना मेरी विधान सभा की कब-तक चािू

    हो जाएांगी और जहाां जहाां पर पाईप-िाईन क्षवतग्रथित ह ैउसको कब तक सुधारा जाएगा तादक ग्राम

    पांचार्त में नि जि र्ोजना चािू हो सके ?

  • विधान सभा कार्यिाही /16 December 2015 अशोवधत / प्रकाशन के विए नहीं

    सुश्री कुसुम ससह महदेिे—माननीर् अध्र्क्ष महोदर्, जो र्ोजनाएां पांचार्त को हथितातांररत

    नहीं हुई हैं और अपूणय पड़ी हुई हैं उनको हम अवतशी्र भीषण जि सांकि उत्पन्न होने के पहिे ही

    सुधार देंगे.

    श्री हरिांश ससह राठौर—माननीर् अध्र्क्ष महोदर्, र्ह र्ोजनाएां 2007 से थििीकृत हैं, अभी

    2015 चि रहा ह ैइसमें धपका सांरक्षण चाहता हां दक र्ह र्ोजना ज्द से ज्द चािू हो जाए,

    ेसा मुझे धश्वासन ददर्ा जाए.

    श्री अजर् ससह—माननीर् अध्र्क्ष महोदर्, दसूरा नांबर प्रश्न इसी विषर् पर मेरा ता

    माननीर् मु्र्मांत्री जी भी र्हाां पर सदन में ध गर्े हैं.

    अध्र्क्ष महोदर्—मैं पीछे नहीं जागां गा. माननीर् सदथिर् का उत्तर तो ध जाने दीवजर्े.

    श्री अजर् ससह—माननीर् राठौर जी 2007-08 से नि जि र्ोजनाएां थििीकृवत की बात कर

    रह ेहैं उनका उत्तर ध गर्ा ह.ै

    अध्र्क्ष महोदर्—उनका उत्तर नहीं धर्ा ह.ै

    श्री अजर् ससह—अध्र्क्ष महोदर्, पांचार्त को जो र्ोजनाएां नहीं सौंपी हैं, उनको सौंपी

    जाएां, उनका उत्तर ध गर्ा ह.ै माननीर् अध्र्क्ष महोदर्, मैं मु्र्मांत्री महोदर् से नीवतगत वनणयर्

    करा िें जो पांचार्तों को नि जि र्ोजनाएां हथिताांतररत की गई हैं, जो दकसी कारण से चािू नहीं

    हुई हैं जि का सांकि ह.ै

    अध्र्क्ष महोदर्—धप िररष्ठ विधार्क हैं धप उनका उत्तर धने दीवजर्े धप सहर्ोग करें.

    श्री अजर् ससह—मैं उनका ही सहर्ोग कर रहा हां माननीर् अध्र्क्ष महोदर्.

    अध्र्क्ष महोदर्—उनको धपके सहर्ोग की जरूरत ही नहीं ह.ै

    श्री मुकेश नार्क—अध्र्क्ष महोदर्, उनका प्रश्न ररपीि हुई ह ैमाननीर् मु्र्मांत्री जी सदन

    में मौजूद हैं मेरी उनसे विनम्र प्रातयना ह ैपूरे प्रदशे की र्ोजनाएां का अगर रख-रखाि पीएचई कर

    सकता ह ैतो धप इनको हथिताांतररत कर दें. पूरे प्रदेश की नि जि र्ोजनाएां बांद पड़ी हुई हैं, िह

    ठीक हो सके.

    अध्र्क्ष महोदर्—राठौर जी धपको कुछ और पूछना ह.ै

    अजर् ससह—नि जि र्ोजनाओं पर करोड़ो रूपर्े खचय हो चुके हैं, उनको चािू कराने के

    विर्े कोई नीवतगत वनणयर् नहीं िेंगे क्र्ा ?

  • विधान सभा कार्यिाही /16 December 2015 अशोवधत / प्रकाशन के विए नहीं

    श्री हरिांश ससह राठौर—माननीर् अध्र्क्ष महोदर्, मैं मांत्री जी से र्ही पूछना चाहता हां दक

    जो नि जि र्ोजनाएां मेरे के्षत्र की बांद पड़ी हुई हैं जो 2007-08 में थििीकृत हुई तीं इसमें विभाग के

    द्वारा जो जानकारी दी जाती ह,ै असत्र् दी जाती ह.ै

    अध्र्क्ष महोदर्—धप सीधा प्रश्न पूवछर्े.

    श्री हरिांश ससह राठौर—अध्र्क्ष महोदर्, मेरे के्षत्र की नि-जि र्ोजनाएां कब तक चािू हो

    जाएांगी, इसकी समर्ािवध बताएां ?

    सुश्री कुसुम ससह महदेिे—माननीर् अध्र्क्ष महोदर् जो नि जि र्ोजनाएां हमने पांचार्त

    को नहीं सौंपी हैं िह पीएचई विभाग के अांतगयत हैं हमें उन्द्हें अवतशी्र एक महीने के अांदर सुधार

    देंगे.

    श्री मुकेश नार्क—माननीर् अध्र्क्ष महोदर्, पूरे प्रदशे को िाभ हो सकता ह ै मुझे एक

    वमनि दनेे की कृपा करें पूरे प्रदशे में पेर्जि का भीषण सांकि ह,ै रख-रखाि की कमी के कारण एिां

    तकनीकी अमिे की कमी के कारण पांचार्त विभाग नि-जि र्ोजनाओं का रख-रखाि ठीक ढांग से

    नहीं कर पा रहा ह.ै क्र्ा धप पूरी नि जि र्ोजनाएां पीएचई को हथिताांतररत करेंगे क्र्ा ?

    मु्र्मांत्री(श्री वशिराज ससह चौहान) – माननीर् अध्र्क्ष महोदर्, र्ह िोक महत्ि का प्रश्न

    ह.ै सूखे का सांकि ह ैऔर इस सांकि के कारण कई जगह भूजि थितर और भी नीचे चिा गर्ा ह.ै

    पेर्जि के बेहतर व्यिथिता की तैर्ारी धज से ही धिश्र्क ह ैऔर माननीर् मांत्री जी ने धश्वथित

    दकर्ा ह ैदक िे ज्दी से सारी निजि र्ोजनाएां चािू करा देंगे िेदकन र्दद अगर तकनीकी अमिे

    की कमी के कारण पांचार्तों के पास और कोई व्यिहाररक ददक्कतों के कारण ेसी वथितवत बनती ह ै

    दक पांचार्तें उनको चिाने में सक्षम नहीं होती हैं तो मैं सदन को धश्वथित करता हां दक हम ग्रामीण

    विकास विभाग और पी.एच.ई. विभाग की एक बैठक कराकर ेसी निजि र्ोजनाएां वजनको चािू

    करने के विर्े पी.एच.ई. के अमिे की धिश्र्क्ता होगी और उसमें चूांदक तकनीकी अमिा उसमें

    जरूरी ह ैतो पी.एच.ई. उन निजि र्ोजनाओं को अपने हात में िेकर ठीक करने के विर्े कदम

    उठाएगी और सूखे के समर् िे सारी निजि र्ोजनाएां चािू रहें इस बात का हम पूरा प्रर्ास करेंगे.

    इसको सुवनवचितत करेंगे.

  • विधान सभा कार्यिाही /16 December 2015 अशोवधत / प्रकाशन के विए नहीं

    अनसुवूचत जावतर्ों के ददर् ेगर् ेपट्टों की वबक्री

    5. ( *क्र. 2073 ) श्रीमती िविता र्ादि : क्र्ा राजथिि मांत्री महोदर् र्ह बताने की कृपा करेंगे दक

    (क) छतरपुर तहसीि अांतगयत िषय 1995 से 2003 तक शासन द्वारा अनुसूवचत जावत को

    जीविकोपाजयन के विर्े जमीन के पटे्ट ददर्े गर्े ते? मूि सूची सवहत जानकारी दें। (ख) अनुसूवचत

    जावत के पटे्ट धिांिन की क् र्ा शतश शासन द्वारा तर् की गई ती? क् र्ा पट्टों के विक्रर् पर प्रवतबांध ता?

    (ग) प्रश् नाांश (क) के प्रकाश में पटे्ट धिांिन ददनााँक से जमीन पर माविकाना हक दकस-दकस का रहा?

    (घ) प्रश् नाांश (क) के प्रकाश में धिांरित पटे्ट प्रश् न ददनााँक में दकस-दकस के नाम पररिर्मतत हैं? (ड.)

    अनुसूवचत जावत पटे्टधाररर्ों की जमीन वबक्री होने पर शासन द्वारा दकस प्रकार की कार्यिाही का

    प्रािधान ह?ै धदशे की प्रवत सवहत बतार्ें।

    राजथिि मांत्री ( श्री रामपाि ससह ) : (क) जी हााँ। सूची पुथितकािर् में रख ेपररवशष्ट के प्रपत्र ‘‘अ‘‘

    पर ह।ै (ख) शतों की जानकारी पथुितकािर् में रखे पररवशष्ट के प्रपत्र ‘‘ब‘‘ पर ह।ै जी हााँ।

    (ग) पट्टा धिांिन पश् चात वहतग्राही का मौके पर माविकाना हक रहा ता। (घ) मूि धिांरिती के

    अतिा उनके िाररसान के हक में अांतररत हुए हैं। (ड.) म.प्र. भू-राजथिि सांवहता 1959 की सांशोवधत

    धारा 165 (7) के अांतगयत कार्यिाही का प्रािधान ह।ै प्रवत पुथितकािर् में रख ेपररवशष्ट के प्रपत्र ‘‘स‘‘

    पर ह।ै

    श्रीमती िविता र्ादि – माननीर् अध्र्क्ष महोदर्, मैंने अपने प्रश्न में अनूसूवचत

    जावत,अनुसूवचत जनजावत के िोगों को जीिकोपाजयन के विर्े ददर्े गर्े पट्टों की मूि सूची माांगी ती.

    मुझे मूि सूची न वमिकर तहसीि के रकबे की सूची दी गई ह.ै मैं माननीर् मांत्री जी से वनिेदन

    करना चाहती हां दक पटे्टधाररर्ों की मूि सूची और धज की वथितवत में उस भूवम के हकदारों की सूची

    मुझे प्रदान करने की कृपा करें और मैं मांत्री जी को बताना चाहती हां दक छतरपुर तहसीि के

    बेशकीमती पटे्ट होने के कारण रसूखदारों और विभाग के कमयचाररर्ों के द्वारा ररकाडय में गड़बवड़र्ाां

    की हैं. पटे्टधाररर्ों के थितान पर भूथििामी विखकर जमीन की वबक्री वबना सक्षम अवधकाररर्ों के की

    गई ह ैऔर छतरपुर तहसीि का ररकाडय भी गार्ब ह.ै मांत्री जी मुझे मूि सूची प्रदान करें और वजन

    कमयचाररर्ों ने गड़बड़ी की ह ैउन पर कार्यिाही करें. मांत्री जी दकतने ददन में मुझे मूि सूची उपिब्ध

    करिाएांगे ?

    श्री रामपाि ससह – माननीर् अध्र्क्ष महोदर्, माननीर् विधावर्का जी ने जो 1995 से

    िेकर 2000 तक की सूची जो हमसे माांगी ह.ै 3626 पटे्ट ददर्े गर्े हैं इसकी सूची तुरांत उनको

  • विधान सभा कार्यिाही /16 December 2015 अशोवधत / प्रकाशन के विए नहीं

    उपिब्ध करिा दी जार्ेगी और दकसी तरह की कोई अवनर्वमतता हुई ह.ै जो पटे्ट ददर्े गर्े हैं िह

    उनके उत्तरावधकाररर्ों के नाम पर ही ददर्े गर्े हैं और कहीं गड़बड़ी होगी तो इसकी जाांच करा

    िेंगे.

    श्रीमती िविता र्ादि – माननीर् अध्र्क्ष महोदर्, धज हमारे प्रदशे की सरकार और प्रदेश

    के र्शथििी मु्र्मांत्री अनुसूवचत जावत,अनुसूवचत जनजावतर्ों के वहत के विर्े िगातार काम कर रह े

    हैं और ेसे में वजन कमयचाररर्ों ने गड़बड़ी की ह ैऔर मैं माननीर् मु्र्मांत्री जी को और इस

    सरकार को बधाई दनेा चाहांगी दक वजन्द्होंने रवजथिरार कार्ायिर् में कैमरे िगार्े और पूरे ररकाडय को

    कम््र्ूिराई्ड दकर्ा ह.ै मांत्री जी मुझे धप मूि सूची और ितयमान सूची दकतने ददन में मुझे वमि

    जार्ेगी उसकी अिवध बता दें.

    श्री रामपािससह – अध्र्क्ष महोदर्, सात ददन के अांदर हम सूची उपिब्ध करा देंगे और जो

    भी कार्यिाही के विर्े विखकर देंगी और कोई अवनर्वमतता ह ैमाननीर् विधावर्का जी विखकर

    देंगी तो हम उस पर भी कार्यिाही करेंगे.

    श्रीमती िविता र्ादि – माननीर् अध्र्क्ष महोदर्, माननीर् मांत्री जी को मैं धपके माध्र्म

    से धन्द्र्िाद दतेी हां.

    मु्र्मांत्री(श्री वशिराज ससह चौहान) – माननीर् अध्र्क्ष महोदर्, सदन में अनुसूवचत जावत

    और जनजावत के भाईर्ों,बहनों को जो पटे्ट ददर्े गर्े हैं. अिग-अिग समर्ािवध में ददर्े गर्े हैं. जब

    काांग्रेस की सरकार ती तब भी ददर्े गर्े हैं बाद में भी ददर्े गर्े हैं. कि हमारे िररष्ठ सदथिर् माननीर्

    गोविन्द्द ससह जी का भी एक सिाि ता. र्ह प्रश्न बार-बार उठते हैं दक अनुसूवचत जावत और

    अनुसूवचत जनजावतर्ों के बहनों,बाईर्ों को जोपटे्ट ददर्े गर्े हैं िे दसूरे के नाम हो गर्े. गित ढांग से

    नाम हो गर्े र्ा किेक्िर ने गित ढांग से कर ददर्े. सक्षम अवधकाररर्ों ने गित ढांग से कर ददर्े.

    माननीर् अध्र्क्ष महोदर्, मैं क्षमा चाहता हां िेदकन मैं मानता हां र्ह बहुत जरूरी और महत्िपूणय

    सिाि ह.ै मेरे मन में भी दो तरह के विचार इसको िेकर धते हैं. एक तो र्ह ह ैदक दस साि के

    बाद िह पटे्ट किेक् िर की अनुमवत से िह बेच सकते हैं, वजनको पटे्ट ददर्े गर्े ते, और शार्द इसविर्े

    तर् दकर्ा गर्ा ता दक दबाि में र्ा औने-पौने दाम में हमारे भाई बहन िह पटे्ट न बेच द.ेदसूरी

    इससे एक समथि र्ा र खड़ी हुई ह ैकई बार उनको धिश् र्कता होती ह ैकई बार िह पटे्ट बेचना

    चाहते हैं कई बार किेक् िर अनुमवत देंगे तो औन-पौने दाम में इसविर्े खरीद विर्े जाते हैं दक

    अनुमवत िेना पड़गेी, प्रदक्रर्ा पूरी करनी पडेंगी, पूरे पैसे नहीं देंगे इतने में दनेा पड़गेा,इसविर्े भी

    कई बार िह औने-पौने दाम में बेचने को वििश होते हैं. दसूरी तरफ खतरा र्ह ह ै दक जब िह

  • विधान सभा कार्यिाही /16 December 2015 अशोवधत / प्रकाशन के विए नहीं

    माविक बन गर्ा तो उसको अपना पट्टा बेचने का पूरा अवधकार ह.ै िेदकन इसमें खतरा र्ह ह ैदक

    ेसा न हो िह पट्टा बेच द ेऔर िह भूवमहीन हो जार्े. इसविर्े शार्द ् र्िथि ता की होगी. माननीर्

    अध् र्क्ष महोदर्, मैं परम् पराओं से हिकर धपसे वनिेदन करना चाहता हां और थि िर्ां चाहता हां दक

    इसमें सदन की एक सवमवत बने वजसमें हमारे प्रवतपक्ष के वमत्र भी हों, सत् ता पक्ष के वमत्र भी हों,

    िह वमिकर विचार करें दफर विचार करके सरकार को एक ररपोिय दें दक इसमें क् र्ा करना उवचत

    होगा. क् र्ोंदक ेसे िोक महत् ि के विषर् हैं दक इसमें एक तरफा इसमें एक फैसिे नहीं विर्े जा

    सकते हैं. सरकार अकेिे फैसिा भी नहीं करना चाहती है, हम चाहते हैं दक सदन की सवमवत इस

    पर विचार करे. िह सवमवत धप बनार्ें वजसमें प्रवतपक्ष के वमत्र भी हों और सत् ता पक्ष के वमत्र भी

    इसमें सदथि र् हों और इस पर गांभीरता से विचार करके दक क् र्ा करना इसमें उवचत होगा. इसमें

    पूरा सदन सोचे, काांग्रेस के सदथि र् हों, भारतीर् जनता पािी के विधार्क रहें और जो प्रदशे के वहत

    में हो अनुसूवचत जावत के जनजावत र्ा कमजोर िगों के भाइर्ों के वहत में हो िह फैसिा हम िोग

    कर सकें . अिग- अिग सिाि पूछे जाते हैं, अिग-अिग उत् तर धते हैं. इसविर्े मैं चाहता हां दक

    एक बार इस पर विचार होकर के सदन की सवमवत जो ररपोिय सौंपेगी उस पर से दफर सरकार

    फैसिा करके अांवतम फैसिे पर पहुांच जार्ेगी. मैं सोचता हां दक िोकतांत्र में इस तरह की भािनाओं

    से काम करना र्ह उवचत भी होगा और सदन की जो सि्चता ह ैउसको भी वसद्व करेगा, र्ह मेरी

    प्रातयना ह.ै

    श्रीमती िविता र्ादि:- मैं मु् र्मांत्री जी जो ृददर् से धन्द् र्िाद दतेी हां . वजन्द् होंने इतना

    अ् छा वनणयर् िेने की बात सदन में िेने की बात कही.

    श्री रामवनिास राित:- माननीर् अध् र्क्ष महोदर्, माननीर् मु् र्मांत्री ने वजस तरह से

    अनुसूवचत जावत और जनजावत की सजता की ह ैइस के विर्े हम उनको धन्द् र्िाद दतेें हैं. िेदकन मैं

    माननीर् मु् र्मांत्री जो एक बात जरूर वनिेदन करना चाहांगा दक 21 अगथि त को अध् र्ादशे जारी

    हुध. उसे धपने िावपस भी विर्ा. अध् र्क्ष महोदर्:- अब मैं अिाग नहीं करूां गा. धपको जो कुछ भी बात करना ह ैसवमवत में

    करें. कि उसी पर बहस हुई, धपका सारा ररकाडय में ह.ै र्ह प्रश् न काि ह ैमैंने सोचा दक इसी विषर्

    पर धप कोई सुझाि देंगे. इवसविर्े मैंने धपको अिाग दकर्ा.

  • विधान सभा कार्यिाही /16 December 2015 अशोवधत / प्रकाशन के विए नहीं

    श्री रामवनिास राित:- मैं माननीर् मु् र्मांत्री जी से सहमत होते हुए. उनसे र्ह वनिेदन

    करूां गा दक जब तक धप सवमवत बनाएां सवमवत की ररपोिय धर्े तब तक धप पूरे प्रदशे में

    एससीएसिी की जमीनों की अनुमवत दनेा बांद करने का धदशे दनेा बांद करें.

    श्री वशिराज ससह चौहान :- माननीर् अध् र्क्ष महोदर्, मैंने र्ह विषर् थि िर्ां इसविर्े उठार्ा

    ता दक विचार करके क् र्ोंदक पूरे प्रदशे में पूरे सदथि र् इस पर बहस नहीं कर सकते हैं इसविर्े सदन

    की सवमवत में सब दिों के सदथि र् रहें, िह खूब गांभीरता से विचार करके हम िोग फैसिा करें.

    धपने वजस बात का वजक्र दकर्ा िह सांशोधन खुद सरकार िेकर धर्ी ह.ै क् र्ोंदक मेरे मन में

    धशांका ती, जब मैंने पढा और बात चीत धर्ी. राित जी सरकार थि िर्ां सांशोधन िेकर धर्ी है,

    हमनें इस पर विचार दकर्ा और विचार करके हमने तर् दकर्ा इस धारा को हिाना चावहर्े, इस पर

    विचार करना चावहर्े और इसविर्े मैंने धज कहा दक सदन की सवमवत इस पर विचार करके

    फैसिा करे. माननीर् अध् र्क्ष महोदर्, अगर अनुमवत देंगे तो सदन की सवमवत र्हाां बनेगी और इस

    पर हम सब वमिकर विचार करेंगे. इसमें दोनों पक्षों के सदथि र् होंगे िह दोनों वमिकर इस पर

    विचार करेंगे और सरकार को अपनी ररपािय देंगे.

    अध् र्क्ष महोदर्:- जैसा दक सदन के नेता जी ने अपना विचार प्रकि दकर्ा और प्रवतपक्ष ने

    भी उसका थि िागत दकर्ा ह.ै मैं सियदिीर् सवमवत के सदथि र्ों की घोषणा शी्र करूां गा.

    श्री अजर् ससह :- अध् र्क्ष महोदर्, बहुत बहुत धन्द् र्िाद. धपके माध् र्म से मैं मु् र्मांत्री जी

    को धन्द् र्िाद दनेा चाहांगा. िेदकन उनको इतना भी बताना चाहांगा दक अगर कोई अध् र्ादशे वनकिे

    तो कृपर्ा करके पूरी जानकारी होने के बाद ही अध् र्ादशे जारी हो. धन्द् र्िाद.्

    पांचार्त और ग्रामीण विकास मांत्री (श्री गोपाि भागयि)—अध्र्क्ष महोदर्, मैं पूरे सदन की

    तरफ से मु्र्मांत्रीजी को धन्द्र्िाद दनेा चाहांगा िषों बाद इतना िोकताांवत्रक कदम, सदन की

    सवमवत बनाने का शार्द र्ह पहिा उदाहरण होगा मैं पूरे सदन की र से धन्द्र्िाद दतेा हाँ. र्ह

    मु्र्मांत्रीजी की सांिेदनशीिता ह ैदक सारे िोगों को सात में िेते हुए एक बहुत ही ्ििांत विषर्

    पर उन्द्होंने वनणयर् िेने के विए सभी को सहभागी बनाने का काम दकर्ा ह.ै

    श्री रामवनिास राित—जो अध्र्ादशे जारी हुध उसकी हम सनदा भी करते हैं.

    रा्र्मांत्री, सामान्द्र् प्रशासन (श्री िाि ससह धर्य)—माननीर् अध्र्क्ष महोदर्, मैं

    अनुसूवचत जनजावत का सदथिर् हां. मध्र्प्रदशे के पूरे अनुसूवचत जावत जनजावत के िोगों की र से

    मैं माननीर् मु्र्मांत्रीजी को बधाई दनेा चाहता हाँ दक अनुसूवचत जावत और जनजावत के के्षत्र में

  • विधान सभा कार्यिाही /16 December 2015 अशोवधत / प्रकाशन के विए नहीं

    बहुत सांिेदनशीिता के सात िगातार काम कर रह ेहैं उनके सम्मान के विए काम कर रह ेहैं उनकी

    सुरक्षा के विए काम कर रह ेहैं इसके विए मैं उन्द्हें साधुिाद और बधाई दनेा चाहता हाँ.

    थि ताई क् ची सड़क वनमायण

    6. ( *क्र. 798 ) डॉ. रामदकशोर दोगने : क्र्ा राजथिि मांत्री महोदर् र्ह बताने की कृपा करेंगे दक

    (क) विधानसभा जून-जुिाई 2014 सत्र की शून्द् र्काि सूचना क्रमाांक 69 के उत् तर अनुसार हरदा

    वजिे के विकासखण् ड रिमरनी के ग्राम पोखरनी (शुक् ि) के मूि खसरा नां. 335, 336/2 बांदोबथि त नां.

    261 सन् 1915-16 के मूि नक् शे अनुसार थि तार्ी क् ची सड़क को कम् ् र्ूरीकृत अवभिेख में भू-

    अवभिेखों में दजय कर विर्ा गर्ा है? दकर्ा गर्ा ह,ै तो कब? नहीं, तो दजय नहीं दकर्े जाने का क् र्ा

    कारण ह?ै (ख) क् र्ा शासन रेिेन्द् र्ू, दरुूथि ती हतेु मूि नक् शा अनुसार थि तार्ी सड़क बनाई जाकर

    तत् पश् चात् बिान कार्य करेगा? (ग) क् र्ा शासन मूि नक् शा सन् 1915-16 के अनुसार झाड़तिाई की

    धबादी में से मौजा बघबाड़ को क् ची सड़क ररकाडय में दजय कर उसकी चौड़ाई वनवचितत करेगा? र्दद

    हााँ, तो कब तक? (घ) क् र्ा शासन सड़क से िगे सभी दकसानों के खसरा नम् बरों में कैदफर्त कॉिम

    नां. 12 में राथि ता दजय करने की शी्र कार्यिाही करेगा? र्दद हााँ, तो कब तक?

    राजथिि मांत्री ( श्री रामपाि ससह ) : (क) हरदा वजिे के विकासखण् ड रिमरनी के ग्राम पोखरनी

    शुक् ि के मूि ख.नां. 335, 336/2 बन्द् दोिथि त नां. 261 सन् 1915-16 के मूि नक् शे अनुसार थि ताई

    क् ची सड़क जो बावजउि-अजय पत्रक के अनुसार रूदढगत रूप से अथि ताई बनी हुई ह।ै जो पििारी

    मूि नक् शा अवभिेख में डसे डाि से बना ह,ै कम् ् र्ूिर अवभिेख नक् शा (िेक् िर शीि) हदैराबाद

    सांशोधन हतेु भेजे जाने उपराांत सांशोधन दकर्ा जा चुका ह।ै (ख) रूदढगत राथि ता होने से बिाांकन

    कार्य दकर्ा जाना सम् भि नहीं ह ैक् र्ोदक रूदढगत राथि ते का खसरा नां. रकबा वनवचितत नहीं होता ह।ै

    (ग) प्रश् नाांश (ख) के पररप्रेक्ष् र् में प्रश्न उपवथितत नहीं होता। (घ) जी नहीं ेसा कोई वनर्म नहीं ह।ै

    डॉ. रामदकशोर दोगने—माननीर् अध्र्क्ष महोदर्, राजथिि मांत्रीजी ने मेरे प्रश्न का उत्तर

    ददर्ा ह ैउसे मैं नहीं पढूांगा उसमें समर् ्र्ादा िगेगा समर् बचाना चाहता हां. मैं र्ह चाहता हां दक

    धपने थििीकार दकर्ा ह ै दक हमने कम््र्ूिर में सुधार विर्ा, अवभिेख सुधार विर्ा, नक्शा भी

    सुधार विर्ा उसके विए बहुत-बहुत धन्द्र्िाद पर रुदढगत राथिता जो धपने बतार्ा ह ै क्र्ा िह

    राथिता नपिाकर हमें द ेदेंगे वजससे िोगों को वनकिने में सुविधा हो जाएगी.

    श्री रामपाि ससह—माननीर् अध्र्क्ष महोदर्, र्ह जो राथिता ह ैर्ह वनजी रकबे में से ह ैर्ह

    िावजब-उि-अजय पत्रक रहता ह ैउसमें र्ह ररकाडय दजय होता ह ैचूांदक र्ह वनजी रकबे में रहता ह ैतो

  • विधान सभा कार्यिाही /16 December 2015 अशोवधत / प्रकाशन के विए नहीं

    इसको हम िोग दजय नहीं करते हैं िेदकन राथिता िहाां पर ह ैऔर वनजी जमीन पर ह ैसाियजवनक

    अवधकार का ह.ै माननीर् सदथिर् राथिते की जो सचता कर रह ेहैं तो वनवचितत रुप से राथिता खुििा

    देंगे.

    डॉ. रामदकशोर दोगने—धन्द्र्िाद.

    कोििारों के िेतन में असमानता

    7. ( *क्र. 1854 ) श्री सरेुन्द् र ससह बघेि : क्र्ा राजथिि मांत्री महोदर् र्ह बताने की कृपा करेंगे दक

    (क) प्रदशे में शासन द्वारा रोजगार गारांिी र्ोजनान्द् तगयत मजदरूी की दर प्रवत ददिस दकतनी

    वनधायररत की गई है? (ख) धार वजिे में कुि दकतने कोििार पदथि त हैं? प्रत् र्ेक कोििार को माहिार

    दकतना िेतन ददर्ा जाता ह?ै जो िेतन ददर्ा जाता ह,ै िह प्रवत ददिस के अनुसार दकतना बनता है?

    (ग) क् र्ा शासन द्वारा वनधायररत मजदरूी दर एिां कोििारों को ददर्े जा रह ेप्रवत ददिस िेतन में

    असमानता ह?ै (घ) प्रश् नाांश (ग) के पररप्रेक्ष् र् में र्दद हााँ, तो क् र्ा शासन कोििारों को भी मजदरूी

    की दर के समान िेतन दनेे हतेु प्रथि ताि पाररत करेगा?

    राजथिि मांत्री ( श्री रामपाि ससह ) : (क) म.प्र. में रोजगार गारांिी र्ोजना के अन्द्तगयत प्रवत ददिस

    159 रू. रावश वनधायररत की गई ह।ै (ख) धार वजिे में 1269 कोििार पदथित होकर प्रवतमाह

    न्द्र्ूनतम 2000/- पाररश्रवमक ददर्ा जाता ह।ै प्रवत ददिस के मान से 66.66 रू. बनता ह।ै (ग) जी हााँ।

    (घ) जी नहीं कोििार अवधकाांशतः अपने ग्राम में रहकर अपने कतयव्यों का वनियहन करता ह।ै इसके

    सात-सात िह अपने वनजी कार्य भी करता ह।ै जो उसकी धजीविका के अन्द्र् स्त्रोत होते हैं।

    श्री सुरेन्द्र ससह बघेि—माननीर् अध्र्क्ष महोदर्, मेरा प्रश्न मध्र्प्रदशे के सभी कोििार

    वजन्द्हें चौकीदार भी कहा जाता ह ै उनके जीिनर्ापन से जुड़ा हुध ह.ै माननीर् मांत्रीजी से मेरा

    पहिा प्रश्न र्ह ह ैदक कोििार राजथिि विभाग के अवभन्न अांग हैं र्ा नहीं हैं ? दसूरा प्रश्न र्ह ह ैदक

    मध्र्प्रदशे में रोजगार गारांिी र्ोजना में प्रवत ददिस रावश 169 रुपए वनधायररत ह ैऔर कोििारों को

    प्रवत ददिस रावश 66.66 रुपए दी जा रही ह ैक्र्ा इस सांबांध में कोई वनर्म ह ैर्दद वनर्म ह ैतो उस

    वनर्म को सांशोवधत कर उन्द्हें भी मध्र्प्रदशे रोजगार गारांिी र्ोजना के अनुसार प्रवत ददिस रावश

    169 रुपए देंगे क्र्ा ? जब धप मेरे इन प्रश्नों का उत्तर द ेदेंगे तो एक प्रश्न अांत में करुांगा.

    श्री रामपाि ससह—माननीर् अध्र्क्ष महोदर्, हमारे कोििार माननीर् मु्र्मांत्रीजी के

    सीधईडी भी हैं धजादी के बाद उन्द्होंने पहिी बार िषय 2007 में कोििार महापांचार्त बुिाई ती

  • विधान सभा कार्यिाही /16 December 2015 अशोवधत / प्रकाशन के विए नहीं

    और उसमें 18 घोषणाएां माननीर् मु्र्मांत्रीजी ने की तीं और उनको पूरा कर ददर्ा गर्ा ह.ै इनको

    जो सुविधाएां द ेरह ेहैं सेिा भूवम पर जो नहीं ह ैउनको 2000 रुपए प्रवतमाह द ेरह ेहैं 3 एकड़ सेिा

    भूवम ह ैउनको 1000 रुपए और 10 एकड़ सेिा भूवम ह ैउनको 400 रुपए प्रवत माह द ेरह ेहैं और

    कोििार सांघ ने जो उनकी माांग रखी ती, कोििारों की माांग कोििार अ्छी तरह से रख सकते हैं

    और माननीर् मु्र्मांत्रीजी ने उनको समर् ददर्ा ता उनकी 18 माांगों को थििीकार कर विर्ा ह ैऔर

    उनकी सचता मध्र्प्रदशे सरकार करेगी ्र्ादा से ्र्ादा उनको सहर्ोग और सांरक्षण देंगे उनका पूरा

    सहर्ोग भी सेिा में हम िोग िेंगे. मैं माननीर् विधार्कजी को विश्वास ददिाना चाहता हाँ दक

    उन्द्होंने इस तरह की सचता की ह ैइसकी सचता सरकार भी कर रही ह ैहम भी करेंगे.

    श्री सुरेन्द्र ससह बघेि-- माननीर् मांत्री जी, क्र्ा धप र्ह कहना चाहते हैं दक अगर कोई

    कमयचारी उस गााँि में पदथित हो और अपने जीिन-र्ापन करने के विए र्ा खेती करता ह ै र्ाने

    व्यिसार् करता ह ैतो उसे मध्र्प्