baala baarti piblak skula Ê navai maumba[ kxaa tisari ... · पुरुषर्ाचक...

Post on 15-Mar-2021

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सर्वनाम की परिभाषा

संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त वाले शब्दों को सववनाम कहा जाता है। सववनाम संज्ञाओं की पुनरावतृत रोककर वाक्यों को सौंदयवयुक्त बनाता है।

मूलतः सववनामों की संख्या ग्यारह है –

मैं, तू, आप, यह, वह, जो, सो, कौन, कोई और कुछ आदद।

पुरुषर्ाचक सर्वनाम के भेद पुरुषवाचक सववनाम के तीन भेद होते हैं -:

उत्तमपुरुष : जजन शब्दों का प्रयोग बोलन ेवाला खुद के ललए करता है। इसके अंतगवत मैं, मेिा, मेिे, मेिी, मुझ,े मुझको, हम, हमें, हमको, हमािा, हमािे, हमािी आदद आत ेहैं।

जैसे – मैं फुटबॉल खेलता हूूँ। हम दो, हमािे दो।

मध्यम पुरुष : जजन शब्दों का प्रयोग सुनने वाले के ललए ककया जाता है। इसके अंतगवत तू, तुझ,े तुझको, तेिा, तेिे, तेिी, तुम, तुम्हे, तुमको, तुम्हािा, तुम्हािे, तुम्हािी, आप आदद आत ेहैं।

जैसे – तुम बहुत अच्छे हो।

अन्य पुरुष : जजन शब्दों का प्रयोग ककसी तीसरे व्यजक्त के बारे में बात करन ेके ललए होता है। इसके अंतगवत यह, र्ह, ये, रे् आदद आत ेहैं।

संबंधर्ाचक सर्वनाम-

जजन सववनाम शब्दों का प्रयोग ककसी वस्त ुया व्यजक्त का सम्बन्ध बताने के ललए ककया जाए वे शब्द सम्बन्धवाचक सववनाम कहलात ेहैं।

सम्बन्धर्ाचक सर्वनाम के उदाहिण: जैसे :- जो-सो, जैसा-र्ैसा आदद। जैसी करनी र्ैसी भरनी। जो सोवेगा सो खोवेगा जो जागेगा सो पावेगा। जैसा बोओगे र्ैसा काटोगे। ऊपर ददए वाक्यों में ‘जो-सो’ व ‘जैसे-र्ैसे’ शब्दों का प्रयोग करके ककसी वस्त ुया व्यजक्त में सम्बन्ध बताया जा रहा है। अतःये शब्द सम्बन्धवाचक सववनाम की शे्रणी में आत ेहैं।

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