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A MONTH TO REMEMBER!NOVEMBER 2019
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TEAM PERFORMANCE
BIRTHDAY CELEBRATION
NEW JOINEE OF ASC
FUN GAMES
ACTIVITIES
ANNUAL PRESENTATION
ANNUAL AWARDS (EXCEPTIONAL CONTRIBUTIONS)
CREATIVE CORNER
CONTENT
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TEAM PERFORMANCE
“Finding the authentic voice, becoming vulnerable, and then putting our self out there.”
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TEAM PERFORMANCE
“Art is the only way to run away without leaving home.”
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BIRTHDAY CELEBRATION
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Welcome to ASC Family!!! Recruits in the month of NOVEMBER
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FUN GAMES
Games give you a chance to excel, and if you're
playing in good company you don't even mind if you lose because you had the enjoyment of
the company during the course of the game.
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ACTIVITIES
Living the moment
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ANNUAL PRESENTATION
“Visualizing the self by giving the entire speech as a controlled, confident speaker.”
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ANNUAL AWARDS 2019
Best Debut
Anuj Kumar Deepak Verma Mohit Singhal
Preeti Soni Shivang Shukla Vikas Tyagi
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ANNUAL AWARDS 2019
Circle of Excellence
Ankit Kainth Divyanshi Mohan Mayur C Kundar
Payal Gupta
Radhika Tosniwal
Taniya Agarwal
Vipin Kumar Goyal Vivek Vinod Mishra
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ANNUAL AWARDS 2019
Creative Corner: Rinku Kumari
Key Contributor: Ankita Prasad
Key Contributor: Kanchan
Key Contributor:Naman Thakur
Ms. Consistent: Swati Thakur
Spotlight AwardMahima Tulsian
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Spotlight AwardRandhir Kumar Mandal
Star ServiceSameeta Dhan Bahadur K C
Star ServiceSonal Girish Jain
Together we Grow
ANNUAL AWARDS 2019
Awardees 2019
Chief Closer – Best SaleShashank Chaturvedi
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CREATIVE CORNER
I am living my days,Like there is no tomorrow
For, there isn’t one.
The more I live,More I start to doubt –
What I Believe.
And in Some days, I wonder –If I have everything, or,
Am I destined to be satisfied;With Nothing.
Because – I live in the moment,Nothing is Everything.
Because – I live in the moment,Nothing is Everything.
By Rupak Gaudel R.Audit TeamASC Group
Noida.
Nothing Is Everything
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"सफर अपना“
मिला पमिक िा एक सफर िें!
रुक कर उसने बात बताया !!
कौन है अपना कौन पराया !
मकसने उसका साि मनभाया !!
चला अकेला अपने पि पर !
कदि कदि पर ठोकर खाया!!
मिसको अपना िानता िा वह !
फेरा ि ुंह उसी ने भाया !!
पता उसे िा िुंमिल अपनी !
कोई भी उसको रोक ना पाया !!
िला िोि सा अपने सफर िें !
िग सारा िगिग कर आया!!
मिली िो िुंमिल बात कहे सब !
सब ने इसका साि मनभाया !!
मदखा ब लुंदी सबको लेमकन !
छाले पैर का देख ना पाया !!
आखखर प्रश्न यही िा उसका !
कौन है अपना कौन पराया !!
CREATIVE CORNER
By Rajeev RanjanASC Group
Noida.
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"मौसम-ऐ-ज़िन्दगी“
दौरे ि खिल से ग िरती मिुंदगी !
कभी बनती कभी मबगड़ती मिुंदगी !!
कभी बफफ की तरह ििती और मपघलती मिुंदगी !
कभी अुंगड़ाइयाुं ले िचलती मिुंदगी !!
कभी खािोश सिुंदर सी ढलती शाि !
तो कभी स नािी सी उबलती मिुंदगी !!
दौरे ि खिल से ग िरती मिुंदगी !
कभी बनती कभी मबगड़ती मिुंदगी !!
कभी चलती राहोुं को दे रोशनी !
तो कभी अुंधेरोुं से झगड़ती मिुंदगी !!
कभी ख मशयोुं से सुंिोए सवेरा !
तो कभी गिे शाि सी ढलती मिुंदगी !!
कभी िुंमिलोुं के करीब िाकर टूट िाए !
तो कभी िज्बातोुं को लेकर उभरती मिुंदगी!!
कभी चले अपने िुंमिल की राहोुं पर !
कभी िज़्बातोुं से मफसलती मिुंदगी !!
दौरे ि खिल से ग िरती मिुंदगी !
कभी बनती कभी मबगड़ती मिुंदगी !!
CREATIVE CORNER
By Rajeev RanjanASC Group
Noida.
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सोच बदलो दुजनया बदलेगी
एक शखि से िन्में हैं हि सब प्राणी
अलग है तो बस-अपनी बोली अपनी वाणी।
बचपन ने मसखाया हि सबआपस िें भाई है
मफर िवानी क्ोुं इसके मवपरीत की छमव हिारे
सािने लेकरआई हैं।
बदलेकी भावनाक्ोुं हर तरफ छाई है
क्ोुं सबको सच की सिझ अब तक नही ुंआई हैं।
हि सब है एक-बस ये इन्हें कौन बताये
िड़ है एक-बस फ़ैली हैं हर मदशाओुं िें लताये।
ये लताये ही अगरआपस िें लड़ती िायेंगी
िड़ से ि ड़ कर मफर ये कब तक रह
पायेंगी।ये िड़ ही तो है वो शखि
मिसकी करते ये सब भखि।
अब तो आिाओ त ि सब साि िें
अपने पन की लकीर भी हैं हि सब के हाि िें।
हाि से हाि मिला कर तो देखो
नफ़रत की भावनाओको त ि अब फें को।
िेरी बात त ि एक बार िान कर तो देखो।
CREATIVE CORNER
By Vikrant SharmaSEIS TEAMASC Group
Noida
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CREATIVE CORNER
।।। रावण तुझसे अच्छा ही था।।।
वो लोग पूछते है हि हर साल और हर बार रावण को क्ोुं िलाते है? तो िैने को देते है िब तक हि उस रावण से ये सीख ना ले
की सीता का हरण करने से वह रावण नही ुं बना िा बखि इतने लुंबे ि स्क रा कर िवाब मदया ऐसे इसमलए क्ोुंमक रावण एक
सोच है वो तब तक नही ुं मिटेगी िब तक हि अपने िन िें बैठे रावण को नही ुं िारेगे।
िब तक हि हर लड़की को उतनी इज्जत न दे मितना हि अपनी बहन सिय तक उसे अपने पास पमवत्र और स रमित रखने से
वह रावण बना िा।
उसके दस मसर िे मफर भी उसका एक सिय िें उसका ध्यान आिीवन सीता पर ही रहा तिा मबना सीता की िुंिूरी के उसे
कभी भी गुंदी निर से नही ुं देखा तिा कभी भी उसके साि क छ गलत नही ुं करा।
और आि के एक मसर वाले व्यखि एक साि दस सीता को हरण करने की सोचते है तिा उनके साि िबरदस्ती द ष्किफ करने
की कोमशश करते है।
रावण मिस तरह अपनी बहन के मलए भगवान् से लड़ गया और पराई खि को छ आ तक नही ुं वह आि तक िल रहा है और
आिकल के िो व्यखि दूध पीती बच्ची को नही ुं छोड़ते उनको मसफफ 4-5 साल की सिा या उन्हें क छ ही सिय िें बरी कर मदए
िाते है।
िाते िाते एक बात बोलना चाहुंगा मक स नो िेरी बात िेरे पास वि बहुत कि हैदराबाद िें हुए िैसे काुंडो से आि रावण की
आुंख भी नि है By Vikrant Sharma SEIS TEAMASC Group Noida