dt.मा.वश.बx./शu./न.ंन.>िंप्र.शu.>िंप्र./201क ... म...

2
1947 म भारत के विभाजन के पचात 19के भारत-पाक यु म भारतीय और पावकतानी िायु ने नाऐ पहली बार एक द नरे के वि बहुत बडे तर पर िायु न घष म आमने-नामने थ। यह लडाई वनतबर 19क के दौरान पवचमी मोचे पर हुई और दोन िायु नेनाओ ने अपने-अपने िायु े म रामक और आामक हमले वदए। दोन देश ारा लडे गए यु के पचान ि के बाद भातीय नश ने नाओ तथा के दरीय पुवलन न गन के नाहन, कु बाषनी और िीरता की माविक कहावनया उनके मेडल और श ना प के मायम ने यत होती हं। यह वििरि मृवतया जागृत करती है और अपने विावथषय के मय अनुभि के नमुवचत वचि के पुन: वनमाषि के वलए आधार तैयार करती है। के .मा.वश.बो./शै./नं.न.एिं .(शै.एिं .)/201क पररप नंया. शैविक-57/201क वदनांक: 8 वनतबर, 2015 केदरीय मायवमक वशा बोडष ने नंब नभी विालय मुख के वलए विय: भारत-पावकतान यु 19का ििष जयदती महोनि कायषम का वििरि: 1क ने 20 वनतबर 201क मुय वबद: भारतीय सशर सेवाओ तथा केरीय स स स कर वीरता लर ासाक कर समृ सरसरा क, सवशेषत: 1965 के य से स सित सामी क राजसथ सर सशत सकया जाएा। 20 ससतार 2015 क मृ सत कासकतवा का आयजक हा सजसम भारतीय य का का शतक, सशर सेकाओ के जसिम भरे सियाकास, हॉट एयर ाैूक राइड्स, अकेकाकेक अय सतसवसिय के साथ िाक-साक के थ पसि हे। कृ पया नोट कर: शतकी म केव कूी सवासथतय के सए 15 से 20 सतार तक सतसक 9 से 11 ाजे तक का समय पकके शत के सए सकिातररत सकया या है। रसववार 20 ससतार 2015 क शतकी लर कासकतवा सूरे सक ात: 9 से साय 6 ाजे तक सवासथतय तथा जक सािार के सए िी रहेी। 6 सवसीय कायतिम, सवासथतय म असके ेश लर असकी सशर सेकाओ के सत वत कर भावका भरके के साथ-साथ पके सए असत सशा, ेरक लर आायी हा। इससए ाडत सभी सवाय के िाकाचाय सवशेषत: सी एव रारीय राजिाकी े र के सवाय के िाकाचाय से सकवेक करता है सक वे इक आयजक म सवासथतय कर पससथसत क सकसचत कर। हताररत/- डी.टी. नुदशष न राि युत नवचि और भारी शशैविक और वशि

Upload: vonguyet

Post on 28-Mar-2018

277 views

Category:

Documents


7 download

TRANSCRIPT

Page 1: Dt.मा.वश.बx./शu./न.ंन.>िंप्र.शu.>िंप्र./201क ... म भ रS Dt व भ ज Dt पश च S 19 क Dt भ रS-प यnद ध म भ रSmय

1947 में भारत के विभाजन के पश् चात 19 क के भारत-पाक यदु्ध में भारतीय और पा वकस् तानी िाय ुनेनाऐ ंपहली बार

एक दूनरे के विरुद्ध बहुत बडे स् तर पर िाय ुनघंर्ष में आमने-नामने थीं। यह लडाई वनतम् बर 19 क के दौरान पवश् चमी

मोचे पर हुई और दोनों िाय ुनेनाओ ंने अपने-अपने िायु के्षत्रों में रक्षात् मक और आ्ामक हमले वदए। दोनों देशों द्वारा

लडे गए युद्ध के पचान िर्ों के बाद भातीय नशस् त्र नेनाओ ंतथा केद रीय पुवलन नगं नों के नाहन, कुबाषनी और िीरता

की प्रमाविक कहावनयां उनके मेडलों और प्रशंना पत्रों के माध् यम ने ्‍ यक् त होती हं। यह वििरि स् मृवतया जागृत करती

है और अपने विद्यावथषयों के मध् य अनुभिों के नमुवचत वचत्रि के पुन: वनमाषि के वलए आधार तैयार करती है।

के.मा.वश.बो./शै./न.ंन.एि ंप्र.(शै.एि ंप्र.)/201क पररपत्र नखं् या. शैक्षविक-57/201क

वदनांक: 8 वनतम् बर, 2015

केदरीय माध्यवमक वशक्षा बोडष ने नबंद्ध

नभी विद्यालय प्रमुखों के वलए

विर्य: भारत-पावकस् तान युद्ध 19 क का स् ििष जयद ती महोत् नि

कायष्मों का वििरि: 1क ने 20 वनतम् बर 201क

मुख् य वबददु:

भारतीय सशस्‍त र सेवाओ ंतथा केन्‍द रीय स संस संं की कर वीरता लर ासं ाक कर समदृ्ध सरम् सरा क , सवशेषत: 1965 के

य द्ध से संांसित सामग्री क राजसथ सर प्र सशतत सकया जाएंा।

20 ससतम् ार 2015 क स्‍त मसृत कासकतवां का आय जक ह ंा सजसमें भारतीय य द्ध कंा का प्र शतक, सशस्‍त र सेकाओ ं के

ज सिम भरे सियाकंास, हॉट एयर ाैंूक राइड्स, अकेकाकेक अन्‍द य ंसतसवसियी के साथ िाक-साक के स्‍त थं पसं्‍ ि ही ंे।

कृपया नोट करें: प्र शतकी में केवं स्‍त कूंी सवयारासथतयी के संए 15 से 20 ससतम् ार तक प्रसतस क 9 से 11 ाजे तक का समय

पकके प्र शतक के संए सकिातररत सकया ंया ह।ै

रसववार 20 ससतम् ार 2015 क प्र शतकी लर कासकतवां सरेू स क प्रात: 9 से सायं 6 ाजे तक सवयारासथतयी तथा जक सािार के

संए ि ं ी रहें ी।

6 स वसीय कायतिम, सवयारासथतयी में असक े शे लर असकी सशस्‍त र सेकाओ ंके प्रसत ंवत कर भावका भरक ेके साथ-साथ पकके

संए असत सशक्षाप्र , पे्ररक लर आकं ायी ह ंा।

इससंए ा डत सभी सवयारांयी के प्रिाकाचायों सवशेषत: स ल् ं ी एवं रा‍ रीय राजिाकी क्षरे के सवयारांयी के प्रिाकाचायों से

सकवे क करता ह ैसक वे इक आय जकी में सवयारासथतयी कर पससस्‍तथसत क स सकस‍ चत करें।

हस् ताक्षररत/-

डी.टी. नदुशषन राि

नयंुक् त नवचि और प्रभारी शशैक्षविक और प्रवशक्षि

Page 2: Dt.मा.वश.बx./शu./न.ंन.>िंप्र.शu.>िंप्र./201क ... म भ रS Dt व भ ज Dt पश च S 19 क Dt भ रS-प यnद ध म भ रSmय