tantra - shabar mantras 03

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ॐ नमो भनाथ, काली का पुऽ! हािजर होक े , तुम मेरा कारज करो तुरत। कमर िबराज मःतगा लँगोट, घूँघर-माल। हाथ िबराज डम खपर िऽशूल। मःतक िबराज ितलक िसद र। शीश िबराज जटा-जूट, गल िबराज नोद जनेऊ। ॐ नमो भनाथ, काली का पुऽ ! हािजर होक ेतुम मेरा कारज करो तुरत। िनत उठ करो आदेश-आदेश।िविधः पचोपचार से पूजन। रिववार से शु करक े२१ िदन तक मृ िका की मिणय की माला से िनय अठाइस (२८) जप करे। भोग म गुड़ व तेल का शीरा तथा उड़द का दह-बड़ा चढ़ाए और पूजा-जप क ेबाद उसे काले ान को िखलाए। यह योग िकसी अटक ेह ए काय म सफलता ाि हेतु ॐ नमः कर घोर-िपिण ःवाहािविधः उ मऽ का जप ातः ११ माला देवी क े िकसी िस ःथान या िनय पूजन ःथान पर करे। रािऽ म १०८ िमटी क ेदाने लेकर िकसी कुएँ पर तथा िस-थान या िनय-पूजन-थान की तरफ मुख करक ेदायाँ प कुएँ म लटकाकर व बाँएँ प र को दाएँ प र पर रखकर ब ठे। ित-जप क ेसाथ एक-एक करक े१०८ िमटी क ेदाने क ुएँ म डाले। तारह िदन तक इसी कार करे। यह योग शीय आिथक सहायता ा करने क ेिलए ह

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bhoot badha niwark1-om nam: shivay rudray mata chandi mam raksha kuru kuru swaha 2-guru niranjan mai tera chela raat biraat firun akela jahaan tak baaje meri taali, bhoot pret danw ka dew ka chudail ka keen karaae gali ghaat ka kuaan ka panghat ka inka sabka maarkoot ke bhaga ke na aawash to kaali ka sachcha poot bhairaw na kahawas oopar ke dono mantr bhoot badha niwark hain