Astrology.raftaar.in-lal Kitab Remedies for Mangal in Hindi
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astrology.raftaar.in http://astrology.raftaar.in/lalkitab/lal-kitab-remedies-for-mars Lal Kitab Remedies for Mangal in Hindi मंगल ह को कु ं डली म सबसे अहम थान िदया है । लाल िकताब कु ं डली (Lal Kitab Kundali in Hindi) ारा यही ह जीवन म शुभ-अशुभ काय ं का कारक होता है । मांग!लक मांग!लक दोष दोष (Manglik Dosha) कु ं डली म मांग!लक दोष (Mangalik Dosh in Kundali) का अ#ययन भी मंगल ह क$ दशा को देखकर ही िकया जाता है । अगर कु ं डली म मंगल दोषयु& हो तो यह शादी-'याह म अड़चने पैदा करता और वैवािहक जीवन को बबा,द कर देता है । िववाह के प-चात भी अगर मंगल दोष मु& ना हो तो नौबत तलाक या संतान /ाि0 म गंभीर समयाएं िदखाता है । मंगल मंगल ह ह केके उपाय उपाय और और टोटके टोटके (Lal Kitab Remedies and Totke in Hindi) अगर कु ं डली म मंगल क$ 4थित अ5छी ना हो जातक को एक सुयो7य पंिडत ारा इसका उपाय कराना चािहए। कई जानकार मानते ह: िक मंगल ह (Lal Kitab remedies for marriage) के उपाय करने से शादी म आ रही परेशानी को दूर हो जाती है । मंगल ह के कु छ आसान उपाय िन=न ह के !लए भी यह उपाय कारगर होते ह: लाल िकताब के आसान उपाय> या टोटक> का इतेमाल करना चािहए, जो िन=न ह: : * लाल िकताब कु ं डली (Lal Kitab Kundali in Hindi) म अगर मंगल /थम भाव म नीचा यािन उिचत फल देने वाला ना हो तो ऐसे जातक> को ससुराल से कु Aा नहB लेना चािहए। शरीर पर सोना धारण करना चािहए। * दूसरे भाव म मंगल ह के उAम फल पाने के !लए भाइय> का सदा आदर करना चािहए। * तीसरे भाव म मंगल ह क$ पीड़ा शांत करने के !लए अपनी वाणी पर संयम रखना चािहए और हमेशा सबसे Eयार से बात करना चािहए। * अगर चौथे भाव म बैठे मंगल के कारण आपको परेशानी हो रही है तो वटवृH क$ जड़ म मीठा दूध चढ़ाएं । अपने पास सदैव चांदी रख , अंधजन> या !जनक$ एक आं ख हो उनसे दूरी बनाएं रख तथा िचिड़य> को दाना डाल । * पंचम भाव म मंगल क$ पीड़ा शांत करने के !लए जातक को रात को सर के पास पानी रखकर सोएं और इस जल को सुबह पेड़ म डाल द , िपता के नाम पर दूध का दान कर तथा पराई Jी से संबंध बनाने से बच । * छठे भाव म मंगल ह के शुभ फल पाने के !लए जल, चांदी और तेल का दान द , शिन को शांत करने के उपाय कर तथा पुK को कभी सोना न पहनाएं । * लाल िकताब के अनुसार सातव भाव म अगर मंगल ह से आपको हािन हो रही हो तो घर म ठोस चांदी रख , तोता-मैना या कोई अMय पHी ना पाल तथा जब भी बहन घर आए उसे िमठाई द । * आठव भाव म मंगल ह के अशुभ पNरणाम> को कम करने के !लए िवधवा !Jय> क$ सेवा कर और गले म चांदी क$ चेन पहन , तंदुरी मीठी रोटी कु Aे को 40 या 45 िदन तक !खलाएं । * नौव भाव म मंगल ह क$ पीड़ा शांत करने के !लए या इनके दुOपNरणाम> से बचने के !लए भाभी क$ सेवा कर और बड़े भाई के साथ रह तथा दूध, गुड़ और चावल का मंिदर म दान कर । * दसव भाव म मंगल ह क$ पीड़ा शांत करने के !लए जमीन जायदाद और सोना-चांदी कभी ना बेचे , िहरण पाले , संतानहीन लोग> क$ मदद कर तथा #यान द िक दूध कभी उबलकर ना िगरे । * अगर लाल िकताब कु ं डली म मंगल 11व भाव म है और जातक को परेशािनय> का सामना करना पड़ रहा है तो पैतृक संप!A कभी ना बेचे , पहली संतान के जMम पर कु Aा पाल तथा घर म शहद रख । * लाल िकताब Pयोितषी और जानकार बारहव भाव म बैठे मंगल ह क$ पीड़ा या अशुभ फल> को कम करने के !लए अपने िदन क$ शुQआत शहद के साथ कर , मीठा खाएं और दूसर> को भी !खलाएं तथा अित!थ सRकार म पानी क$ जगह शरबत या दूध िपलाएं । नोट: 1. िकसी भी उपाय को करने से पहले अपनी लाल िकताब ारा िनिम,त कु ं डली का िव-लेषण अव-य कराएं । 2.उपरो& उपाय माK संके तक ह: इMह िबना जानकारी के इतेमाल करना िवपरीत फल देने वाला भी हो सकता है ।