सिराज-ए-मुनीर · 2020-01-12 · name of book : siraj-e-muneer author : hazrat...

160

Upload: others

Post on 05-Aug-2020

2 views

Category:

Documents


0 download

TRANSCRIPT

  • सिराज-ए-मुनीर(चमकता िूर्य)

    िामरर्यवान ख़ुदा के सनशानों पर आधाररत

    लेखकहज़रत मिज़्ज़ा ग़ुल्ि अहिद क़्मदय्नी

    िसीह िौऊद व िहदी ि्हूद अलैमहससल्ि

    I

  • न्ि पुसतक : मसर्ज-ए-िुनीर (चिकत् सूयज़ा)लेखक : हज़रत मिज़्ज़ा ग़ुल्ि अहिद क़्मदय्नी िसीह िौऊद व िहदी ि्हूद अलैमहससल्िअनुव्दक : ड्क्टर अनस्र अहिद, एि.ए., एि.मिल, पी एच,डी पी.जी.डी.्टी., आनसज़ा इन अरमिकसंसकरण : प्रथि संसकरण (महनदी) जुल्ई 2019 ई०संखय् : 1000प्रक्शक : नज़्रत नश्र-व-इश्अत, क़्मदय्न, 143516 मज़ल्-गुरद्सपुर (पंज्ि)िुद्रक : फ़ज़ले उिर मप्रंम्टंग प्रेस, क़्मदय्न, 143516 मज़ल्-गुरद्सपुर (पंज्ि)

    Name of book : Siraj-E-MuneerAuthor : Hazrat Mirza Ghulam Ahmad Qadiani Masih Mou'ud W Mahdi Mahood Alaihissalam

    Translator : Docter Ansar Ahmad, M.A., M.Phil, Ph.D P.G.D.T., Hons in ArabicEdition : 1st Edition (Hindi) जुल्ई 2019Quantity : 1000Publisher : Nazarat Nashr-o-Isha'at, Qadian, 143516 Distt. Gurdaspur, (Punjab)Printed at : Fazl-e-Umar Printing Press, Qadian 143516 Distt. Gurdaspur (Punjab)

    II

  • प्रकाशक की ओर िे हज़रत मिज़ ज़्ा ग़ुल्ि अहिद स्महि क़्मदय्नी िसीह िौऊद व िहदी ि्'हूद

    अलमैहससल्ि द््र् मलमखत पसुतक 'मसर्ज-ए-िनुीर' क् यह महनदी अनवु्द श्री डॉ० अनस्र अहिद न ेमकय् है। अरिी पत्रों क् उदूज़ा अनुव्द श्री िुहमिद हिीद कौसर ने और फ़्रसी पत्रों क् उदूज़ा अनवु्द श्री मिल्ल अहंगर न ेमकय् ततपश््त इन दोनरों क् महनदी अनवु्द श्री िरहत अहिद आच्यज़ा न े मकय् है। इसके ि्द िकुर्रि शख़े िजु्महद अहिद श्सत्ी (सदर ररवय ूकिे्टी), िुकर्रि फ़रहत अहिद आच्यज़ा (इंच्जज़ा महनदी डेसक), िुकर्रि अली हसन एि. ए. िुकर्रि नसीरुल हक़ आच्यज़ा, िुकर्रि इबनुल िेहदी एम् ए और िुकर्रि िुमहयुद्ीन फ़रीद एम् ए ने इसक् रीवयू आमद मकय् है। अल््ह तआल् इन सि को उत्ति प्रमतिल प्रद्न करे।

    इस पुसतक को हज़रत ख़लीफ़तुल िसीह ख़्मिस अययदहुल््हु तआल् मिनमरिमहल अज़ीज़ (जि्अत अहिमदय् के वतज़ाि्न ख़लीफ़्) की अनुिमत से महनदी प्रथि संसकरण के रूप िें प्रक्मशत मकय् ज् रह् है। मवनीत ह्मफ़ज़ िख़दूि शरीफ़ न्मज़र नश्र व इश्अत क़्मदय्न

    III

  • पुसतक पररचरसिराज-ए-मुनीर

    अल््ह तआल् के मनश्नरों पर आध्ररत पुसतक 'मसर्जे िुनीर' िई 1897 ई० िें प्रक्मशत हुई। हज़रत अक़दस अलैमहससल्ि ने इस पुसतक िें उन 37 शक्तिश्ली भमवषयव्मणयरों क् वणज़ान मकय् है जो आप ने अल््ह तआल् से इलह्ि और वह्ी प्कर उनके घम्टत होने से कई वरज़ा पूवज़ा प्रक्मशत कर दी थीं। और इसिें आथि तथ् लेखर्ि से सिंमधत भमवषयव्मणयरों के पूर् होने क् मवशेर तौर पर मवसत्रपूवज़ाक वणज़ान मकय् है, और आप ने इस पुसतक के अनत िें पत्च्र क् भी उल्ेख मकय् है जो आपके और हज़रत खव्ज् ग़ुल्ि फ़रीद स्महि आफ़ च्चड्ं शरीि के िधय हुआ थ् और हज़रत खव्ज् स्महि ने अपने इन पत्रों िें हज़रत िसीह िौऊद अलैमहससल्ि से अतयनत मनषकप्टत् और श्रद्् की अमभवयक्ति की है।

    ख़्कस्र जल्लुद्ीन शमस

    IV

  • 1 सिराज-ए-मुनीर

    बिस्मिल्लाबिर्रिमिलाबिर्रिीमिििमिदुहू व िुसल्ी अलला रसूबलबिलकरीमि

    َباِطَل َکاَن َزُہۡوقًاَۡباِطُل ِاّنَ ال

    َۡحّقُ َو َزَہَق ال

    َۡجٓاَء ال

    یر قد ــد ن و ا خد ئے نہا ــا نش م قو ے ا ــر بنگکبیر ست ا نے نشا ــم چش بر کہ بکشا چشم

    अनुवादः-हेक़ौमशक्तिमानख़ुदाकेननशानोंकोदेख,आंखखोलनकतेरीआंखकेसामनेएकमहानननशानहै।

    رو بدو آرکہ گر او بپذیرد ُرو تافتورنہ این روئے سیہ ہست بتراز خنزیر

    अनुवादः-उसकीओरअपनामुखकरनकयनदवहसवीकारकरलेतोमुंहचमकउठेगाअनयथायहकालामुंहसुअरसेभीअनिकबुराहै।

    ون بتابی سرخود زاں ملک ارض و سماظہیر و ہســت پنہ چہ پس غضب ز د بگیــر گر

    अनुवादः-तूपृथवीऔरआकाशकेबादशाहसेकयोंमुंहफेरताहै।यनदउसकाप्रकोपतुझेपकड़लेतोतुझेक़ौनशरणऔरसहायतादेसकताहै।

    قمر و شمس و زمین و فلک و آتش و آبــیر س ا ند ا یز عز ر ــا ی ں ٓ ا قبضٔہ ر د ــہ ہم

    अनुवादः-चनद्रमा,सूय्य,पृथवी,आकाश,अक््नऔरजलसबउससममानवालेदोसतकेकब्जेमेंक़ैदीहैं।

    قدسیان جملہ بلرزند ازان ہیبت پاکمنگیر ا د ــم ل ا و ن خو ن جا و ل د ا ر ــا نبی ا

    अनुवाद ः- सब फररशते उसके भय से कांपते हैं। ननबयों के प्राणऔरनदलख़ून हैंऔर भय लगा हुआ है।

    ند ز لر مے د ز ا ہ ند ز ــو س خ ز و د و جنت حقیر م ِکر ے ا تبہ مر ا ــر ت چہ ی چیز چہ تو

  • सिराज-ए-मुनीर 2

    अनुवादः-सवग्यऔरजलानेवालानक्कउसकेभयसेकांपतेहैंहेतुच्छकीड़े!तेराअक्सततवहीकयाहैऔरतेरीप्रनतष्ाहीकयाहै।

    چند این جنگ و جدل ہا بخدا خواہی کردتقصیر ز ا و ر ــذ گ ر د ــر مگ بہ تو ــن ک ــہ ب تو

    अनुवादः-तूख़ुदासेकबतकयहयुद्धऔरलड़ाईकरतारहेगा।त़ौबःकरत़ौबःतानकवहतेरीग़लनतयांक्षमाकरदे।

    م ر ا د مے مقا ر ــا ی نظر ر د ــر گ ا من پس چہ نقصان ز نکوہیدن تو وازتکفیر

    अनुवाद ः-मैंयनदयारकीन्जरमेंकोईदजा्य रखताहूँ तोतेरीगानलयोंऔरकाऩिरकहनेसेमुझे कयाहाननपहुूँचसकतीहै?

    آنست کہ از سوئے خدا می باردبدگہران است یکے ہرزہ نفیر

    अनुवाद ः-लानतवहहोती हैजोख़ुदाकीओरसे हो।अकुनलनलोगोंकीलानतकेवल वयथ्यशोर है।

    اے برادر رہ دین است رہ بس دشوارخاک شو خاک مگر باز کنندش اکسیر

    अनुवाद ः-हेभाईिम्यकामाग्यबहुतदुग्यममाग्यहै।खाकहोजाखाकतानक नफरतुझे इकसीरबनादें।

    تو ہالکی اگر از کبر بتابی سرخویشمن از و آمدم وباتو بگویم چو نذیر

    अनुवादः-यनदतूअहंकारसेमुखफेरेगातोमरजाएगा।मैंउसकेपाससेआयाहूँऔरडरानेवालेकेत़ौरपरतुझेसमझाताहूँ।

    آن خدائے کہ از و خلق و جہان بیخبر اندبرمن او جلوہ نمودست گراہلی بپذیر

    अनुवाद ः- वहख़ुदा नजससे सृक्टिऔरलोगअननभज्ञ हैं उसने मुझ परचमकारकी है यनद तू बुनद्धमान है तो मुझे सवीकारकर।

  • 3 सिराज-ए-मुनीर

    ततपश्ात्््सपटिहोनकइससमयमैंख़ुदातआलाकेएकभारीननशानकावण्यनकरूंगा। मबुारक वे लोगजो इसे धयानपूव्यक पढ़ेंऔर नफर इस सेलाभउठाए।ं ननससनदहे समरणरखें नकख़ुदा झूठेकोवहसममाननहींदतेाजोउसकेपनवत्रननबयोंऔरचनुेहुएलोगोंकोनदयाजाताहै।मदुदेखानेवालेझूठेकाकयाअनिकार है नकआकाशउसके नलए ननशान प्रकटकरेऔर पृथवी उसके नलएनवलक्षणचमतकार नदखलाए।अतःहेक़ौमकेब्ुजगगो!औरबनुद्धमानो!तननकठणडे होकर घटनाओं पर नवचार करो ! कया ये घटनाएं झूठों से नमलती हैं यासच्ोंस।ेकभी नकसी नेसनुा नक झूठे के नलएआकाशपर ननशान प्रकटहुए,कभी नकसी ने दखेा नक झठूा अपने चमतकारों पर सच्ों पर नवजयी हो सका?कया नकसीको याद है नकझठेूऔर झूठ गढ़ने वालेको झूठ गढ़ने के नदन सेपच्ीसवर्यतक्ूछट(महुलत)दीगईजैसानकइसबनदेको।झूठायोंमलाजाताहैजसैा नकखटमलऔरऐसेनटि नकयाजाता है जैसे नकएकबलुबलुा।यनदझठूोंेऔरझठूगढ़नेवालोंकोइतनेदीघ्यसमयतक्ूछटदीजातीऔरसच्ोंकेननशानउनकेसमथ्यनकेनलएप्रकटनकएजातेतोसंसारमेंअंिरेपड़जाताऔरख़ुदाईकाकारखाना नबगड़जाता। तोजबतमु दखेो नकएकदावदेार परबहुतशोरपड़ाऔरससंारउसके नवरोिकीओरझुकगयाऔरबहुतआनंियांचलींऔरत़ूिानआएपरनतुउसपरकोईपतननहींआया।तोतरुनतसंभलजाओऔरसयंमसेकामलो।ऐसानहो नकतमुख़ुदा सेलड़नेवालेठहरो।

    सच्ा तुमहारे हाथ से कभी नहीं मरेगाऔर ईमानदार तुमहारे रडयंत्रों सेतबाहनहींनकयाजाएगा।तुमदुभा्य्यसेबातकोदूरतकमतपहुूँचाओनकतुमनजतनी सखती करोगे वह तुमहारीओर ही ल़ौटेगीऔर उसकी नजतनी बदनामीचाहोगे वह उलटकर तुम पर ही पड़ेगी। हे अभागो ! कया तुमहें ख़ुदा पर भीईमानहैयानहीं।ख़ुदातुमहारीमनोकामनाओंकोअपनीमनोकामनाओंपरकयोंकरप्राथनमकरखले।औरइसनसलनसलेकोनजसकाअनानदकालसेउसनेइरादानकयाहैतुमहारेनलएक़ैसेतबाहकरडाले।तुममेंसेक़ौनहैजोएकपागलकेकहनेसेअपनेघरकोधवसतकरदे,औरअपनेबाग़कोकाटडालेऔरअपने

  • सिराज-ए-मुनीर 4

    बच्ोंका गला घोंट दे।अतः हे मूखखों!औरख़ुदाकी दूरदनश्यताओंसे वंनचत!यहकयोंकरहो नकतुमहारीमूख्यतापूण्य दुआएं सवीकारहोकरख़ुदाअपनेबाग़,अपनेघरऔरअपनेपोनरतकोबबा्यदकरडाले।होशकरोऔरकानरखकरसुनो! नकआकाशकयाकहरहाहै।पृथवीकेसमयोंऔरम़ौसमोंकोपहचानोतानकतुमहारा भला होऔरतानकतुमसूखे वृक्षकेसमानकाटे नजाओऔरतुमहारे जीवनके नदन बहुत हों। वयथ्यआरोपोंको ्छोड़ दो, अकारणकी मीन-मेखसेबचोऔरपापपूण्य नवचारोंसे सवयंकोबचाओ,मुझपरझूठेआरोपमतलगाओ नकहकीकी (वासतनवक)नुबुववतका दावा नकया। कया तुमने नहींपढ़ा नकमुहक्दिसभीएकमुस्यल (भेजाहुआ)होता है। कयाوال محــدثकापाठयादनहीं रहा। नफरयहक़ैसी वयथ्यमीन-मेखहै नकमुस्यलहोनेकादावानकयाहै।हेनादानो!भलाबताओनकजोभेजागयाहैउसेअरबीमेंमुस्यलयारसूलहीकहेंगेयाऔरकु्छकहेंगे।परनतु समरणरखो नकख़ुदाके इलहाममेंयहां वासतनवकमायनेअनभप्रायनहींजोशरीअतवालेसेसबंि रखते हैंअनपतुजोमामूर नकयाजाताहैवहमुस्यलहीहोताहै।यहसचहै नकवहइलहामजोख़ुदा नेअपने इसबनदे पर उताराऔरउसमें इसबनदेके बारे में नबी, रसूलऔरमुस्यलकेशबदबहुतातकेसाथम़ौजूदहैं।अतःयहवासतनवकमायनोंपरचररताथ्यनहींहैं तोख़ुदाकीयहपाररभानरकशबदावलीहैَولـِـُکّلِ اَْن یُّْصطلَــَحजोउसनेऐसेशबदप्रयोग नकए।

    हम इस बात के कायल और इकरारी हैं नक नुबुववत के हकीकी(वासतनवक) मायनों के अनुसार आँह्जरत सल्लल्लाहु अलैनह वसल्लम केबाद नकोई नया नबीआसकता हैऔर न पुराना ।क़ुआ्यन ऐसे ननबयोंकेप्रादुभा्यव से बािक है परनतु मजा्जी (अवासतनवक) मायनों के अनुसार ख़ुदाकाअनिकार है नक नकसी मुलहमको नबी या मुस्यलके शबद से यादकरे।कयातुमनेवेहदीसेंनहींपढ़ीं नजनमें रसूलुल्लाहआयाहै।अरबकेलोगअबतकइनसानकेभेजे हुएकोभी रसूलकहते हैं। नफरखुदाको कयों येअवैिहोगया नकमुस्यलकाशबदमजा्जी(अवासतनवक)मायनोंपरभीप्रयोगकरे।

  • 5 सिराज-ए-मुनीर

    कयाक़ुआ्यनमेंसे ا ِانَّــٓا ِالَْیُکــْم ّمُْرَســلُْوَنٓयासीन-15)भीयादनहीं) فََقالُـــْو

    रहा। नयायपूव्यक देखो कया काऩिर ठहराने का यही कारण है। यनद ख़ुदा केसामनेपू्छेजाओतोबताओमेरेकाऩिरठहरानेकेनलएतुमहारेहाथमेंक़ौनसाप्रमाणहै?बार-बारकहताहूँनकयेरसूल,मुस्यलऔरनबीकेशबदमेरेइलहाममें मेरे बारे में ननससनदेह ख़ुदा तआला कीओर से हैं परनतु अपने वासतनवकअथखों परचररताथ्य नहीं हैं।औरजैसे यहचररताथ्य नहीं एेसे ही वह नबीकरकेपुकारनाजोहदीसोंमेंमसीहम़ौऊदके नलएआयाहैवहभीअपनेवासतनवकअथखोंपरचररताथ्यनहींपाता।यहवहज्ञानहैजोख़ुदातआलानेमुझे नदयाहै,नजसनेसमझनाहोसमझले।मुझपरयहीखोलागयाहै नकवासतनवकनुबुववतके दरवा्जेखातमुन्ननबययीनसल्लल्लाहुअलैनह वसल्लमके बाद पूण्यतया बनदहैं।अब नकोई नया नबी वासतनवकअथखोंकी दृक्टिसेआसकता हैऔर नकोईपुरानानबी।परनतुहमारेअनयायीनवरोिीखतमेनुबुववतकेदरवा्जोंकोपूण्यरपसेबनदनहींसमझते।अनपतुउनकेन्जदीकइस्ाईलीमसीहनबीकेवापसआनेकेनलएएकनखड़कीखुलीहै।तोजबक़ुआ्यनकेबादभीएकवासतनवकनबीआगयाऔर नुबुववतकी वह्ीका नसलनसलाआरंभ हुआतोकहो नकखतमेनुबुववतकयोंकरऔरक़ैसाहुआ?कयानबीकीवह्ीनुबुववतकीवह्ीकहलाएगीयाकु्छऔर?कयायहआसथाहैनकतुमहाराकालपननकमसीहवह्ीसेपूण्यरपसेवंनचतहोकरआएगा?त़ौबःकरोऔरख़ुदासेडरोऔरहदसेमतबढ़ो यनद ह्रदयकठोर नहीं हो गए तो इतनी ननभ्ययता कयों है नकअकारणऐसेमनुषयकोकाऩिरबनायाजाताहैजोआँह्जरतसल्लल्लाहुअलैनहवसल्लमकोवासतनवकअथखोंकी दृक्टिसेखातमुलअंनबयासमझता हैऔरक़ुआ्यनकोखातमुलकुतुबसवीकारकरताहै,समसतननबयोंपरईमानलाताहैऔरअहलेनकबलःहैऔरशरीअतकेहलालकोहलालऔरहरामकोहरामसमझताहै।

    हे झूठ गढ़ने वाले लोगो! मैंने नकसी नबी का अनादर नहीं नकया, मैंनेनकसीसहीआसथाके नवरुद्धनहींकहा। नकनतुयनदतुमसवयंनसमझोतोमैंकयाकरूं।तुमतोमानतेहोनकआंनशकश्ेष्तातुच्छशहीदकोएकबड़ेनबी

  • सिराज-ए-मुनीर 6

    परहोसकती है।औरयहसचहै नकमैंसवयंपरख़ुदाकीकृपामसीहसेकमनहींदखेतापरनतुयहकुफ़्रनहीं।यहख़ुदाकीनमेतकािनयवादहै।तमुख़ुदाकेरहसयोंको नहींजानते, इसनलए कुफ़्रसमझते हो। उसे कयाकहोगेजोकहगयाــاء ــض االنبی ــن بع ــل م ــو افض यनदमैंतमुहारीदृक्टिमेंकाऩिरहूँतोऐसाहीہकाऩिरजसैानकइबनेमरयमयहदी़िकीहों(िम्यशासत्रनवदों)कीदृक्टिमेंकाऩिरथा।मरेेपासख़ुदाकीकृपाकीइससेभीबढ़करबातेंहैंपरनतुतमुउनकोसहननहींकरसकत।ेखबूसमरणरखोनकमझुेकाऩिरकहनाआसलािनहीं।तमुनेएकभारीबोझसरपरउठाया हैऔरतमुसेइनसबबातोंकाउत्तरप्ूछाजाएगा!!

    हेअभागेलोगो!तमुकहां नगरे,क़ौनसे गुप्तदषुकम्यथेजोतुमहारेसामनेआगए।यनदतमुहारेअनदरएककणभीनेकीहोतीतोख़ुदातमुहेंनटिनकरता।अभी कु्छथोड़ा समय है,और बहुतसा पणुयखो चकेु हो, रुकजाओ। कयाख़ुदासेउसमखू्य केसमानलड़ाईकरोगेजोशक्तिशाली केसामनेसेनहींहटजातायहांतकनकमारसेपीसाजाताऔरकुचलाजाताहैऔरअनतमेंहक्डियांचरू होकरऔरमदुा्य सा बनकर पथृवी पर नगर पड़ता है। यहनदयों नेलड़ाईसेकयानलयाऔरतमुकयालोग?े ہــذا و بعــد المــوت نحــن نخاصــمसनू़ियोंनेभीमानवीयख़ूनबयोंकाबहुतकु्छइकरारनकयाथानकमनषुयकहांतकपहुूँचताहै।आजवेभीसोगए।होबनुद्धमानो !मरेेकायखोंसेमझुे पहचानो।यनदमझुसेवेकाय्यऔरवे ननशान प्रकटनहीं होतेजोख़ुदा केसमथ्यन प्राप्त वयक्तिसे प्रकटहोनेचानहएंतोतमुमझुेसवीकारमतकरो।परनतुयनदप्रकटहोतेहैंतोसवयंकोजानबझूकरम़ौतकेगढे़मेंमतडालो,कुिारणाएं्छोड़ो,बरेुनवचारोंसेरुकजाओनकएकपनवत्रवयक्तिकेअपमानकेकारणआकाशलालहोरहा है1★औरतमु

    1★िलाबियला- एकइमामकेप्रादुभा्यवकेनलएजोआकाशऔरपृथवीगवाहीदेरहेहैंइसकायहअथ्यनहींहैनककोईख़ूनीमहदीयागा्जीमसीहप्रकटहोगा।यहसमसतबातेंअज्ञानताकेनवचारहैंअनपतुहममामूर(आदेनशत)हैंनकआकाशीयननशानोंऔरब़ौनद्धकतकखोंकेसाथइनकारकरनेवालोंकोशनम्यनदाकरेंऔरनवलक्षणननशानोंकेसाथईमानोंकोनदलोंमेंउतारें।इसीसे।

  • 7 सिराज-ए-मुनीर

    नहींदखेते।़िररशतोंकीआखँोंसेख़ूनटपकरहा हैऔरतमुहें नदखाईनहींदतेा।ख़ुदाअपनेप्रतलापमेंहैऔरदर-व-दीवारकलापंरहेहैं।कहांहैवहबनुद्धजोसमझसकतीहै,कहांहैंवेआखँेंजोसमयोंकोपहचानतीहैं?आकाशपरएकआदशेनलखागया।कयातमुउससेनारा्जहो?कयातमुख़ुदातआलासेप्ूछोगेनकतनूेऐसा कयों नकया? हेनादान इनसान!रुकजा नकतनड़त (नगरनेवाली नबजली) केसामनेखड़ाहोनातरेे नलएअच्छानहीं!!!

    अपनेअतयाचारोंकोदेखोऔरअपनीिृटिताओंपरनवचारकरोनकख़ुदाने पहले एक ननशान सथानपत नकया औरआथम को दो प्रकार की म़ौत दी।प्रथमि-यहनकवहसच्ाईको्छुपाकरझूठबोलनेकादोरीठहरकरअपनीसफाई नकसीप्रकारसे नसद्धनकरसका।ननानलशसे,नकसमसे,न नकसीअनयसबूतसे। बवितीय-यह नकख़ुदाकेवादेकेअनुसार(सच्ाईको)्छुपानेपरआग्रहकरनेकेबादशीघ्रमृतयु पागया।अबबताओ नकइसभनवषयवाणीकीपुक्टिमेंतुमहेंकयाकनठनाइयांसामनेआईं?कयाआथमडरतानहींरहा?कयावहअनततःमरनहींगया?कयाभनवषयवाणीमेंसाफऔरसपटित़ौरपरयहशत्यनथी नकसच्ाईकीओररजूकरनेसेमृतयुमें नवलमबहोगा? नफरकयातुममेंसेकोईकसमखासकताहै नकआथमपरब़ौनद्धकदृक्टिसेयहआरोपसथानपतनहींहुआ नकउसनेअपनेकायखोंऔरकथनोंऔर वयथ्यबहानोंसेयहनसद्धकरनदयानकवहभनवषयवाणीकेबादअवशयभयभीतरहा?औरवहइसबातकासबूतनहींदेसका नककयोंउसडरको नजसकाउसेसवयंइकरारथानसिाएसांप इतयानद तक्कहीन बहानोंकीओरसमबद्ध नकयाजाए। हालांनक इससबूत को नदलों में जमाने के नलएकसमऔर नानलश दोनों माग्य उसके नलएखुले थे। अब बताओ कया उसने कसम खाई? कया उसने नानलश की? कयाउसनेअपनेआरोपोंकाकोईऔरसबूत नदया?कु्छतोमुंहसेकहो!कु्छतोफूटो! नकउसनेडरकाइकरारकरकेऔरकेवलआरोपऔरइऩ्तरासेसांपइतयानदकोअपनेडरकाकारणबताकरइनसवयंनननम्यतबहानोंकेनसद्धकरनेके नलएकया-कयातक्कप्रसतुत नकए।हेहतभा्यपक्षपानतयो!कयातुमकभीनहीं

  • सिराज-ए-मुनीर 8

    मरोगे?कयावहनदननहींआएगानकजबतुमख़ुदातआलाकेसामनेखड़ेनकएजाओगे।यनदइसीप्रकारकाकोईदुननयाकामुकदिमाहोताऔरतुमउसकेक़ैदीयाजजननयुतिनकएजातेतोननससनदेहतुमऐसेवयक्तिकोजोआथमकीतरहअपनेबहानोंकाकु्छसबूतनदेसकता,झूठाठहरातेऔरमाननीयअदालतसेडरकरसच्ेबयाननलखवादेतेपरनतुअबतुमसमझतेहोनकख़ुदातुमसेदूरहैऔरकु्छसुनतानहींऔरपकड़का नदनबहुतदूरीपरहै!!!

    सचकहो नककयाआथमपाकदामनमरगया?औरअपनेसरपरहमारीओरसेकोईआरोपनहींलेगया?तमुहेंकसमहैथोड़ामझेुसुनाओकयातमुनेमरेेनवज्ञापनोंमेंनहींपढ़ानकआथमसचको्ुछपानेकेबादआग्रहकरनेकेपश्ात््शीघ्र मरजाएगा। तो ऐसा ही हुआऔरवहऔर हमारे अंनतम नवज्ञापन सेजोसमझानेकेअनंतमप्रयासकीतरहथा,सातमाहकेअंदरमतृयुपागया।अतःयहक़ैसीबईेमानीहै।इसक़ौमकेपापीमनवालोंनेईसाइयोंकेसाथहाथजानमलाएऔरआकाशीयआवा्जका नवरोि नकयाऔर शैतानीआवा्ज केसतयापनकता्यहोगएपरंतुयहतोअच्छाहुआनकरसूलुल्लाहसल्लल्लाहुअलैनहवसल्लमकीहदीसकोपरूानकया।बदनकसमतसादलु्लाहनवमकु्सलमऔरमहुममदअलीवाइ्जअबतकरोतेजातेहैंनकभनवषयवाणीपूरीनहींहुई।हेशैतानोंकेनगरोह!तमुसचकोकबतक्ुछपाओग?ेकयातमुहारीकोनशशों सेसचनटिहोजाएगा।ख़ुदा सेलड़ोनजतनालड़सकतेहो।नफरदखेोनकनवजयनकसकेसाथहैकयोंनकआदशेखवानतम (पररणामों) पर है। हे ननल्यजक़ौम!आथममकुाबला परआने सेडरापरंतुतमुनडरेवहलानतोंकेसाथकुचलागयापरनतुमकुाबलापरनआयाऔरचारह्जाररुपएइनामकावादानदयागयाउसेसाहसनहुआनकएककदमभीहमारीऔरआए।यहांतकनकवहकब्रमेंपहंुचगया।वहनानलशकरनेसेभीडराऔरजबईसाईयोंनेउसपर्जोर नदयातोउसनेकानोंपरहाथ रख नलयातो कयाअभी तक नसद्ध न हुआ नकवहअपने मकुाबलेको सच्ाई के नवरुद्धजानताथाऔरहृदयमेंडरभराहुआथापरंतुनफरभीसचको्ुछपानेकेकारणख़ुदानेउसेन्छोड़ाऔरख़ुदाकेवादेकेअनुसारठीक-ठाकउसकेइलहामकी

  • 9 सिराज-ए-मुनीर

    इच्छा केअनसुारवहमरगयाऔरम़ौलनवयोंतथा ईसाइयोंकामुहंकालाकरगया।वहमझुसेआयुमेंकु्छवर्यकेअनतररतिकु्छअनिकनथा।सादलु्लाहनवमकु्सलमकीनीचता है नकउसेवयोवदृ्धठहराता है।यहयहदीचाहता है नकनकसीप्रकारभनवषयवाणी्ुछपजाए।अतः हे नवरोनियो! ननल्यज्जतासे नजतनेचाहेइनकारकरोसच्ाईखलुगईऔरबनुद्धमानोंसेसमझनलयानकभनवषयवाणीएकपहलूसेअनपतुचारपहलुसेपूरीहोगई। 2 ★

    आथमको इसरुजूऔरभयकालाभ नदया गयाजो उससे प्रकटहुआजैसा नक इलहामी शत्य थी और भनवषयवाणी का एक भाग था और यह रुजूभनवषयवाणीकोसुनते हीउसमें पैदा हो गयाथा कयोंनकवह इसलामीमुत्यदथाऔरयसूकीख़ुदाईकेबारेमेंसवयंहमेशाएकखटकेमेंरहताथाऔरतावीलेंनकयाकरताथाऔरमुझपरप्रारमभसेउसेसुिारणाथी।कयोंनकवहइसन्जलेमें रहकर मेरे परम नमत्रों से भली भांनत पररनचत था यह संभव ना था नक वहमुझेझूठासमझताइसीकारणभनवषयवाणीसुनानेकेसमयउसकारंगपीलापड़गयाथाऔरउसकीहालतपररवनत्यतहोगईथीऔरजबमैंनेकहा नकतुमनेअपनीपुसतकमेंआंह्जरतसल्लल्लाहुअलैनहवसल्लमकोदज्जालकहाहैयहउसकादंडहैजोतुमहेंनमलेगा।तोउसकेमुंहपरहवाइयांउड़नेलगींऔरउसनेदोनोंहाथकानोंपर रखेमानोउससमयवहत़ौबःकररहाथा।मेरे नवचारमेंहै नकउससमयउस ईसाइयोंकेजलसे में 70आदमीकेलगभग होंगे।अतःउसकारुजूनदेरकेबादअनपतुउसीक्षणसेशुरहोगयाथाऔरमीआदकेअनततकउसनेदीवानोंकीतरह नदनोंको वयतीत नकया।

    2★ िलाबियला- (1)एकपहलूयहनकजोइलहाममेंशत्यथीउसशत्यकीपाबनदीसेआथमकीमृतयुमेंनवलमबहुआ।

    (2)यह नकआथमगवाही्छुपानेसे इलहामकेअनुसारशीघ्रमृतयुपागया। (3)यहनकईसाइयोंकेमक्रऔरम़ौलनवयोंकेपरसपररड्ंत्रसेबराहीनअहमनदया

    की भनवषयवाणी पृष् 241 पूरी हो गई। (4)आंह्जरत सल्लल्लाहु अलैनह वसल्लम कीभनवषयवाणीजोईसाईयोंऔरमुसलमानोंकेझगड़ेकेबारेमेंथीवहभीइससेपूरीहोगई।इसीसे।

  • सिराज-ए-मुनीर 10

    अब इससे अनिक नीचता कया होगी नक ऐसी-ऐसी सपटि घटनाओं केबावजूद नफर कहा जाता है नक भनवषयवाणी पूरी नहीं हुई। झूठों पर ख़ुदा कीलानत। रुज़ू का शबद जो शत्य में सक्ममनलत है हृदय का एक काय्य था उसीसमयसे प्रारंभ हो गया थाखुलेखुले इसलामका शत्य मेंकहां शबद है। कयाएकमुनश्कएेसीकठोरभनवषयवाणीकेसमयसीिारहसकताथा।प्रतयेककोसमरण रखना चानहए यह भनवषयवाणी उसी नदन से आरंभ नहीं हुई है अनपतुबराहीनअहमनदयामें12वर्यपूव्यउसकीसूचनादीगईहैऔरसाथहीलेखरामकीभनवषयवाणीकीसूचनाथीयनदतुमधयानपूव्यकबराहीनअहमनदयाकापृष्239और240और241पढ़ोतोयहसमसतनकशातुमहारीआंखोंकेसामनेआजाएगा।पहले 'आसार'औरनवबीहदीसोंमेंअंनतमयुगकेमहदीकेसंबंिमेंयह नलखागयाथा नकप्रारक्मभकअवसथामेंउसेनाक्सतकऔरकाऩिरठहरायाजाएगा।औरलोगउससे ननतानतवैर रखेंगेऔरअपमानकेसाथउसकोयादकरेंगेऔरदज्जालऔरबेईमानएवंकज़्जाबके नामसे पुकारेंगेऔरयेसबम़ौलवी होंगेऔर उस नदन म़ौलनवयों से अनिक बुरा पृथवी पर इस उममत मेंसेकोईनहींहोगा तोकु्छसमयतकऐसाहोता रहेगा। नफरख़ुदाआकाशकेननशानों से उसकासमथ्यनकरेगाऔर उसके नलएआकाशसेआवा्जआएगीनकयहअल्लाहकाखली़िामहदीहैपरंतुकयाआकाशबोलेगाजैसानकइनसानबोलता है? नहीं अनपतु अनभप्राय यह है नक भयंकर ननशान प्रकट होंगे नजनसेनदलऔरकलेजे नहलजाएंगे।तबख़ुदानदलोंकोउसकेप्रेमकीओरफेरदेगाऔर उसकी मानयता पृथवी मेंफ़ैला दी जाएगी यहां तक नकसी सथान परचारआदमीनमलकरनहींबैठेंगेजोउसकीचचा्यप्रेमऔरप्रशंसाकेसाथनकरतेहों।अतःबराहीनअहमनदयाकेउपरोतिकनथतपृष्इनघटनाओंकानकशाखींचरहे हैं।पहलेमुझेसंबोनितकरके़िरमायाहै नकलोगतुझकोगुमराहजानहलऔरशैतानी नवचारकाआदमी समझेंगे। दुःख देंगेऔर नभन्न-नभन्न प्रकारकीबातेंबोलेंगे,उपहासकरेंगे।नफऱिरमायानकमैंसबठट्ाकरनेवालोंकेनलएपया्यप्तहंगाऔर नफऱिरमाया-

  • 11 सिराज-ए-मुनीर

    قل عندی شھادۃ من الّلٰ فھل انتم مٔومنون۔यहइसबातकीओरसंकेत नदया नकउन नदनोंमेंआकाशीय ननशाननयां

    प्रकटहोंगी।इसकेबादपृष्241मेंआथमकेननशानोंकान्जक्ऱिरमायाऔरसाथ ही सूचना दे दी नक इस ननशान पर ईसाइयों और यहदी नवशेरता वालेमुसलमानों का दंगा होगाऔर वह मक्रकरेंगेऔरख़ुदा भी मक्रकरेगाऔरख़ुदा के मक्र नवजयी होते हैं। ततपश्ात्् ़िरमाया नक इन मक्रों के बाद ख़ुदासचकोप्रकटकरेगाऔरमहाननवजयहोगीतोलेखरामकीघटनाकोख़ुदानेमहान नवजयकरके नदखायाऔरख़ुदाकेअनतररतियह नकसीमेंशक्तिनथीनकऐसीलड़ाईकेअंजामकीसूचना देता तथा नवजयकीख़ुशखबरीसुनाता।

    दूसरी भनवषयवाणी लेखराम के बारे में है नजस के संबंि में बराहीन केइनहींइलहामोंमेंसंकेतहैऔरबराहीनअहमनदयामेंईसाइयोंकेमक्र(्छल)केबारे यह इलहाम नलखा है-

    الفتنۃ ٰہُھَنا فاصرب کما صرب اولوالعزمअथा्यत् जब वे मक्र (्छल) करेंगे तो एक बड़ा ऩितना उठेगाऔर देश

    मेंझूठकीसहायतामेंशोरपड़जाएगाऔरसच्ेकोझूठाठहरा नदयाजाएगाऔरझूठोंकोसच्ासमझेंगे।अबहेआंखोंवालो!इतनीसच्ाईकाख़ूनकरकेनक्ककीअक््नमेंमतपड़ो।देखोइसभनवषयवाणीमें नकतनीप्रनतष्ाहै नक12वर्यपूव्य इसकानकशाखींचकर नदखायागयाहैऔरइसकेबारेमें रसूलुल्लाहसल्लल्लाहुअलैनह वसल्लमकीओरसे भी एक 'असर' नकल नकया गया हैनक ईसाइयोंसेझगड़ाहोगा। तबपृथवीसेआवा्जआएगी नकआले ईसासचपर हैंऔरआकाश सेआवा्जआएगी नकआले मुहममद सल्लल्लाहु अलैनहवसल्लमसचपरहैं।अबसचकहोनकअभीतकआवा्जआईयानहीं?यनदतुमबुराईमेंबढ़ोगे तोवहअपनीक़ुदरतप्रदनश्यतकरनेमेंबढ़ेगा।कयाकोईहैजोउसेथकासके?

    अबहमलेखरामकीभनवषयवाणीकोनवसतारपूव्यकउनपुसतकोंकीमूलइबारतोंसनहतयहांदज्यकरतेहैं नजनमेंयहभनवषयवाणीम़ौजूदहैऔरपाठकों

  • सिराज-ए-मुनीर 12

    कोधयान नदलातेहैं नकख़ुदातआलाकाभयकरकेउनसथानोंकोधयानपूव्यकपढ़ेंऔरनफरसोचें नककयायहमनुषयकाकामहैयाउसख़ुदाकाजोपृथवीऔरआकाशकामानलकऔरसमसतशक्तियोंकाख़ुदावंदहै।समरणरहे नजनपुसतकोंकीइबारतेंनीचेनलखीजातीहैंवेसमसतइबारतेंयहांहबहुदज्यकीगईहैं। एकअक्षरकी वृनद्ध या कमी उस में नहीं। यहां तक नक भनवषयवाणी केसर पर नकवहग़्जल नजसके प्रारंभ में यहचरणहै “अजबनूरेसत दरजानेमुहममद”इसकेनीचेभनवषयवाणीको नदखानेके नलएहाथबनायागयाथावहहाथभीहबहउसीसथानपरलगा नदयाहै।तानकइसपुसतककेपाठकपूण्यतःउसनकशेपरअवगतहोजाएंजोलेखरामकीमृतयुसे4वर्यपूव्यउसकीमृतयुके नलएखींचागयाथा।इनसबकेसाथप्रतयेकशहरमेंयेपुसतकें नमलसकतीहैंऔरकई वरखों से पंजाबऔर नहंदुसतान में प्रकानशत हो रही हैं नजसका मनचाहेअसलपुसतकोंमेंदेखले।

    यहांएकआवशयकबातसमरणरखनेयो्यहैऔरजोहमारीइसपुसतककीरहऔरमुखयकारणहैवहयहनकयहभनवषयवाणीएकबड़ेउदिेशयकोवयतिकरनेके नलएकीगईथी।अथा्यत्इसबातकासबूतदेनेके नलएआय्यिम्यसव्यथा नमथयाऔरवेदख़ुदातआलाकीओरसे नहीं।औरहमारेसक्ययदवम़ौलामिुिममिदमुसतफासल्लल्लाहुअलैनहवसल्लमख़ुदातआलाकेपबवत्र रसूलऔरचुने हुएनबीतथा इसलामख़ुदातआलाकीओरसेसच्ािम्य है।और यही बार-बार नलखा गया थाऔर इसी उदिेशय को पूण्य करने के नलएदुआएंकी गईथीं। इसीनलए इसभनवषयवाणीकोकेवलएकभनवषयवाणी नहींसमझनाचानहएअनपतुयहख़ुदातआलाकीओरसे नहंदुओंऔरमुसलमानोंमेंएकआकाशीयफ़ैसला है।कु्छसमयसे नहनदुओंमें ते्जी बढ़ गई थी नवशेरत़ौरपरयहलेखरामतोजैसे इसबातपर नवश्ासनहीं रखताथा नकख़ुदाभीहै।तोख़ुदानेउनलोगोंकोचमकताहुआनमूनानदखलाया।चानहएनकप्रतयेकवयक्तिइससे नसीहतपकड़े।जो वयक्तिख़ुदाके पनवत्रननबयोंकेअपमानमें्जबानखोलताहैउसकाअंजामकभीअच्छानहींहोसकता।

  • 13 सिराज-ए-मुनीर

    लेखरामअपनीम़ौतसेआयखोंकोहमेशाकीनसीहतकापाठदेगयाहै।चानहए नक उनशरारतों से पृथक हों जो दयानंद ने देश मेंफ़ैलाईंऔर नरमी,अनुकूंपा,सच्ेप्रेमऔरआदरकेसाथइसलामसेवयवहारकरें।भनवषयमेंउनहेंअनिकारहै।कु्छमूख्यजोमुसलमानकहलाकरआयखोंकीओरझुकतेथेअबउनकीत़ौबाकासमयहैउनहेंदेखनाचानहएनकइसलामकाख़ुदाक़ैसा नवजयीहै?आयखोंको इसभनवषयवाणीकेसमय्छपे हुए नवज्ञापनोंद्ारासूचना दीगईथी नक यनद तुमहारा िम्य सच्ा हैऔर इसलामझूठा तो इसकी यही ननशानी हैनकइसभनवषयवाणीकेप्रभावसेअपनेवकीललेखरामकोबचालोऔरजहांतकसंभवहैउसकेनलएदुआएंकरो।दुआओंकेनलएअवकाशबहुतथापरंतुख़ुदाकेप्रकोपी इरादेकोवेलोगबदलनसके। ननससंदेहसमझनाचानहए नकजो्छुरीलेखरामपरचलाईगईयहवही्छुरीथीजोकईवर्यतकहमारेसक्ययदवम़ौलासल्लल्लाहुअलैनहवसल्लमकेअनादरमेंचलाता रहा।तोवहीजीभकी ते्जी ्छुरीकेरप में साक्षात होकरके उसके पेट में घुस गई।जब तकआकाशपर्छुरीनचलेपृथवीपरकदानपचलनहींसकती।लोगसमझतेहोंगेनक लेखराम अब मारा गया परनतु मैं तो उस समय से मकतूल (कतल नकयाहुआ)समझताथा।जबमेरे पासएकफररशताख़ूनीरपमेंआयाऔरउसनेपू्छा नक“लेखरामकहांहै”तोयहसबननबंिउनभनवषयवानणयोंमेंपढ़ोगेजोनीचे नलखीजातीहैं।

    प्रथमि-(20फरवरी1886ईसवीके नवज्ञापनमेंपंनडतलेखरामकेबारेमेंपृष्4मेंकेवलइतनीभनवषयवाणीहै)नकयहांलेखरामसानहबपेशावरीकाप्रारबिइतयानदकेबारेमेंसंभवतःइसपुसतकमेंसमयऔरनतनथकेसाथकु्छनलखाजाएगा। यनद नकसी सानहबकोकोई ऐसी भनवषयवाणी बुरी लगे तो वहअनिकाररखतेहैं नक1माच्य1886ई.सेयाउस नतनथसेजो नकसीअखबारमें पहली बार यह ननबनि प्रकानशत हो ठीक-ठीक 2 सप्ताह के अंदर अपनेहसताक्षररतलेखसेमुझेसूचनादेंतानकवहभनवषयवाणी नजसकेप्रकटहोनेसेवे डरते हैं पुसतकमें नलखनेसेअलग रखीजाएऔर हृदयकोकटिपुहंचाने

  • सिराज-ए-मुनीर 14

    कासमझकरउसपर नकसीकोअवगतन नकयाजाएऔरनकसीकोउसकेप्रकटहोनेकेसमयकीसूचनानदीजाए। नफरइसकेबादपंनडतलेखरामकापत्रपहुंचा नकमैंइजा्जतदेताहं नकमेरीम़ौतकेबारेमेंभनवषयवाणीकीजाएपरंतुमीआदननिा्यररतहोनीचानहए।नफरइसकेपश्ात्ननमननलनखतइलहामहुए।

    बवित्ीय-“करामातुससानदकीन”पुसतकमेंदज्यइलहाममाहस़िर1311नहजरी

    ــوہل ــدو الّلٰ َو رُس ــٍد ع ــل ُمفس ــی یف رج ــتجاب دُعائ ــدین َرّب واس َوعــہ کان ــن۔ ان ــن الھالک ــہ م ــربین ان ــاوری و اخ ــرام الفش ــّمی لیکھ المسیســّب نــی الّلٰ و یتکلــم یف شــانہ بکلمــات خبیثــۃ۔ فدعــوت علیہ۔ فبشــرین

    رّب بموتــہ یف ســّتۃ ســنٍۃ ان یف ٰذلــک اٰلیــۃ لِلّطالبــن۔अथा्यत्ख़ुदातआलानेअल्लाहऔररसूलकेएकशत्रुकेबारेमेंजो

    आंह्जरतसल्लल्लाहुअलैनहवसल्लमकोगानलयां ननकालता हैऔर्जबानपर अपनवत्र वाकय लाता है नजसका नाम लेखराम है मुझे वादा नदयाऔरमेरी दुआ सुनीजबमैंने उसपरबदुिआकी तोख़ुदा ने मुझेख़ुशखबरी दीनकवह6वर्यकेअंदरमरजाएगा।यहउनके नलएननशानहैजोसचे्िम्यकोढूंढते हैं।

    तृतीय- 20फरवरी 1893 ईके नवज्ञापनमें दज्य इलहामपुसतकआईनाकमालाते इसलामकेसाथ-

    नबक्समल्लानहर्रहमाननर्रहीमعجب نوریست در جان محمؐد

    عجب لعلیست در کان محمؐدमुहममदसल्लल्लाहुअलैनहवसल्लमकीशानमेंएकअद्ुतप्रकाशहै

    मुहममदकीखानमेंबहुतही नवनचत्रलाल(पद्म)है।زظلمت ہادلے آنگہ شود صافمحمؐد ِن ــا محب ز ا د د ــر گ کہ

  • 15 सिराज-ए-मुनीर

    नदल उससमयआंिकारों से पनवत्र होता है जब मुहममद सल्लल्लाहुअलैनह वसल्लमके नमत्रों में दानखल हो जाता है।

    عجب دارم دل آں ناکساں راکہ رو تابند از خواِن محمؐد

    मैं उन मूखखों के हृदय पर आश्य्य करता हं जो मुहममद सल्लल्लाहुवसल्लम के दसतरखवान से मुंह फेरते हैं।

    لم عا و د ر د ــے نفس ــچ ہی ــم ن ا ندکہ دارد شوکت و شاِن محمؐد

    दोनों लोकों में मैं नकसीको नहीं जानता जो मुहममद सल्लल्लाहुअलैनहवसल्लमकी सी शान रखता हो।

    خدازان سینہ بیزارست صدبارکہ ہست از کینہ داراِن محمؐد

    ख़ुदा उस वयक्ति से बहुत अप्रसन्न है जो मुहममद सल्लल्लाहु अलैनहवसल्लम से वैर रखता हो।

    خدا خود سوزد آں کرم دنی رامحمؐد ِن ا ّو ــد ع ز ا ــد ش با ــہ ک

    ख़ुदा सवयं उस अिम्य कीड़े को जला देता है जो मुहममद सल्लल्लाहुअलैनह वसल्लम के दुशमनों में से हो।

    اگر خواہی نجات از مستی نفســؐد محم ِن ــتا مس ــل ی ذ ر د ــا بی

    यनदतूऩ्सकेनशेमेंचूरहोनेसेमुक्तिचाहताहैतोमुहममदसल्लल्लाहुअलैनहवसल्लमकेमसतानोंमेंसेहोजा।

    اگر خواہی کہ حق گوید ثنایتمحمؐد ِن ا خو ثنا ل د ز ا ــو بش

    यनदतूचाहताहै नकख़ुदातेरीप्रशंसाकरेतोनदलकीगहराईसेमुहममद

  • सिराज-ए-मुनीर 16

    सल्लल्लाहुअलैनहवसल्लमकायशोगानकरनेवालाबनजा।اگر خواہی دلیلے عاشقش باش

    محمؐد ہست برہاِن محمؐدयनद तू उसकी सच्ाई का प्रमाण चाहता है तो उसकाआनशक बन जा

    कयोंनक मुहममद सल्लल्लाहु अलैनह वसल्लम ही सवयं मुहममद का प्रमाण है।سرے دارم فدائے خاک احمؐد

    دلم ہر وقت قرباِن محمؐدमेरासरमुहममदसल्लल्लाहुअलैनहवसल्लमकेपैरोंकीिूलपरनयो्छावर

    है और मेरा नदल हर समय मुहममद सल्लल्लाहु अलैनह वसल्लम पर क़ुबा्यनरहताहै।

    ؔ ئے رسول ہللا کہ ہستم بگیسومحمؐد ِن ــا ب تا ــے ئ و ر ر نثا

    रसूल सल्लल्लाहु अलैनह वसल्लम के केशों की कसम मैं मुहममदसल्लल्लाहु अलैनह वसल्लम के प्रकाशमान चेहरे पर नयो्छावर हं।

    دریں رہ گر کشندم وربسوزندنتابم ُرو ِز ایواِن محمؐد

    इसमाग्य में यनदमुझेकतलकर नदयाजाएयाजला नदयाजाए तो नफरभी मैं मुहममदसल्लल्लाहुअलैनह वसल्लमके दरबार से नहीं नफरूंगा।

    بکار دین نترسم از جہانےکہ دارم رنگ ایماِن محمؐد

    िम्यकेमामलेमें मैंसमसतसंसारसेभी नहींडरता नकमुझमें मुहममदसल्लल्लाहुअलैनहवसल्लमके ईमानका रंग है।

    بسے سہل ست از دنیا بریدنبیاد حسن و احساِن محمؐد

    दुननया से संबंि नवच्छेद करना अतयंत आसान है मुहममद सल्लल्लाहु

  • 17 सिराज-ए-मुनीर

    अलैनह वसल्लम के सौंदय्य और उपकार को याद करके।فدا شد در رہش ہر ذّرٔہ من

    کہ دیدم حسن پنہاِن محمؐدउसकेमाग्यमेंमेराप्रतयेककणकुबा्यनहैकयोंनकमैंनेमुहममदसल्लल्लाहु

    अलैनहवसल्लमकागुप्तसौंदय्यदेखनलया।دگر استاد را نامے ندانم

    کہ خواندم در دبستاِن محمؐد मैं नकसी अनय उसताद का नाम नहीं जानता मैं तो केवल मुहममद

    सल्लल्लाहु अलैनह वसल्लम के मदरसे का पड़ा हुआ हं। بدیگر دلربے کارے ندارم

    کہ ہستم کشتٔہ آِن محمؐدअनय नकसी नप्रयतम से मुझे वासता नहीं नक मैं तो मुहममद सल्लल्लाहु

    अलैनह वसल्लम के ना्ज-व-अदा का कतल नकया हुआ हं।مرا آں گوشٔہ چشمے بباید

    نخواہم جز گلستاِن محمؐدमुझेतोउसीआंखकीदयादृक्टिकीआवशयकताहैमैंमुहममदसल्लल्लाहु

    अलैनहवसल्लमकेबाग़केअनतररतिऔरकु्छनहींचाहता।دل زارم بہ پہلویم مجوئید

    کہ بستیمش بداماِن محمؐد मेरे्जखमी नदलको मेरे पहलू में तलाश नकरो उसे तो हमने मुहममद

    सल्लल्लाहुअलैनह वसल्लमके दामनसे बांि नदया है।من آن خوش مرغ از مرغان قدسم

    کہ دارد جا بہ بستان محمؐدमैं सवग्य के पररंदों में सव्यश्ेष् पररंदा हं जो मुहममद सल्लल्लाहु अलैनह

    वसल्लमके बाग़ में बसेरा रखता है।

  • सिराज-ए-मुनीर 18تو جان ما منور کر دی از عشق

    فدایت جانم اے جاِن محمؐدतूने प्रेमकेकारण हमारी जानको प्रकाशमानकर नदया है मुहममद तुझ

    पर मेरी जानकुबा्यन है।دریغا گر دہم صد جان دریں راہ

    محمــؐد ن یا شــا نیــز شــد نباयनद इसमाग्य मेंस़ौजानसेकुबा्यन होजाऊूं तोभीअफसोस रहेगा नक

    मुहममदसल्लल्लाहुअलैनह वसल्लमकीशानके यथायो्य नहीं।چہ ہیبت ہا بدادند ایں جواں را

    محمؐد ِن ا ــد بمی ــس ک ــد ی نا ــہ کइसजवानको नकतना रोब नदया गया है नकमुहममदसल्लल्लाहुअलैनह

    वसल्लमके मैदानमेंकोईभी मुकाबले पर नहींआता।ہ ا ر بے و ن ا د نا ــمن ش د ے ا ال ا

    ــؐد محم ِن ا ــّر بُ ــِغ تی ز ا س ــر بت हे मूख्य और गुमराह दुशमन होनशयार हो जाऔर मुहममद सल्लल्लाहु

    अलैनह वसल्लम की काटने वाली तलवार से डर।م د مر ند د کر ــم گ کہ لٰی مو ہ ر

    محمــؐد ِن ا عــو ا و ل ٓ ا ر د بجــو सवयंकोख़ुदाकेमाग्यमें नजनलोगोंनेभुला नदयाहैतूउनकोमुहममद

    सल्लल्लाहुअलैनहवसल्लमकीआलऔरसहायकोंमेंढूंढ।محمؐد ِن ــا ش ز ا ــر منک ے ا ال ا

    محمؐد ن ــا ی نما ر ــو ن ز ا ــم ہखबरदार होजा हे मनुषयजो मुहममदसल्लल्लाहुअलैनह वसल्लमकी

    शानकाइनकारीहैऔरहममुहममदसल्लल्लाहुअलैनहवसल्लमचमतकारहैं।کرامت گرچہ بے نام و نشان استمحمــد ِن ِغلمــا ِز بنگــر بیــا

  • 19 सिराज-ए-मुनीर

    यद्यनपकरामत(चमतकार)अबअप्रापयहैपरनतुतूआऔरउसेमुहममदसल्लल्लाहुअलैनहवसल्लमकेदासोंमेंदेख।

    लेखरलामि पेिलावरी के िलारे मिें एक भबवषयवलाणीसपटि हो नक इसखाकसार ने 20फरवरी 1886 ई०के नवज्ञापन में जो

    इसपुसतककेसाथसक्ममनलतनकयागयाथाइनदरमनमुरादाबादीऔरलेखरामपेशावरी को इस बात के नलए बुलाया था नक यनद वे इच्छुक हों तो उनकेप्रारबिके बारे में कु्छ भनवषयवानणयाँ प्रकानशतकी जाएं। तो इस नवज्ञापनकेबाद इनदरमन ने तो ऐतरा्ज नकयाऔरकु्छसमयके पश्ात्मर गया। परनतुलेखरामनेबड़ीनदलेरीसेएककाड्रइसखाकसारकीओरभेजानकमेरेबारेमेंजोभनवषयवाणीचाहोप्रकानशतकरदोमेरीओरसेअनुमनतहै।अतःजबउसकेबारेमें धयान नकयागयातोअल्लाहतआलाकीओरसेयह इलहामहुआ-

    ٗ ُخَواٌر ہَلٗ نََصٌب َو َعَذاٌب َجَسٌد ہّلٌَِعْجل

    अथा्यत् यहकेवल एक ननजजीव ब्छड़ा है नजसकेअनदर से एकअनप्रयआवा्जननकलरहीहैऔरइसकेनलएइनिृटिताओंतथागानलयोंकेबदलेमेंदणड,संतापऔरअ्जाबप्रारबिहैजोउसेअवशय नमलेगा।औरउसकेबादआजजो 20फरवरी 1893 ई नदन सोमवार है इसअ्जाबका समय मालूमकरने के नलए धयान नकया गया तो ख़ुदावनद करीम ने मुझ पर प्रकट नकयानकआजकी नतनथ से जो 20 फरवरी 1893 ई है ्छः वर्य की अवनि तकअपनी गानलयों के दणड में अथा्यत् उन अपमानों के दणड में जो इस वयक्तिने रसूलुल्लाह सल्लल्लाहुअलैनह वसल्लमके बारे में नकए हैं कठोरअ्जाबमें ग्रसत हो जाएगा। तो अब मैं इस भनवषयवाणी को प्रकानशतकरके समसतमुसलमानों,आयखों,ईसाइयोंऔरअनय नफकखोंपरप्रकटकरताहूँ नकयनदइसवयक्तिपर्छ-वर्यकीअवनिमेंआजकीनतनथसेकोईऐसा3★अ्जाबनउतरा

    3 ★ िलाबियला- अबआयखोंकोचानहएकीसबनमलकरदुआकरें नकयहअ्जाबउनकेवकीलसेटलजाए।

  • सिराज-ए-मुनीर 20

    जो सािारणकटिों से ननराला नवलक्षणऔरअपने अनदरख़ुदाई िाक रखताहोतोसमझोनकमैंख़ुदातआलाकीओरसेनहींऔरनउसकीरहसेमेरायहकलाम है। यनद मैं इस भनवषयवाणी में झूठा ननकला तो मैं प्रतयेक दणडभुगतनेके नलएतैयारहूँऔरइसबातपररा्जीहूँ नकमेरेगलेमेंरससाडालकर नकसी सूली पर खींचा जाएऔर मेरे इस इकरार के बावजूद यह बातभी सपटिहै नक नकसी इनसानकाअपनीभनवषयवाणीमेंझूठा ननकलना सवयंसमसतबदनानमयोंसे बड़ीबदनामी है। इससेअनिककया नलखूं।

    सपटिरहे नकइसवयक्तिने रसूलुल्लाहसल्लल्लाहुअलैनहवसल्लमकेबहुतअनिकअपमान नकएहैं नजनकीकलपनासेभीशरीरकांपताहै।उसकीपुसतकें नवनचत्रत़ौर परअपमान, नतरसकारऔरगानलयोंसे भरी हुई हैं।क़ौनमुसलमानहैजोउनपुसतकोंकोसुनेऔरउसकानदलऔरनजगरटुकड़ेटुकड़ेन हो। इसकेसाथिृटिताऔर ननल्यज्जतायह वयक्तिबड़ामूख्य हैअरबीकातननकज्ञाननहींअनपतुगूढ़उदू्यनलखनेकाभीततवनहीं।औरयहभनवषयवाणीसंयोगवश नहीं अनपतु इसखाकसार ने नवशेर त़ौर पर इसी उदेिशयके नलएदुआकी नजसका यह उत्तर नमला।औरयहभनवषयवाणी मुसलमानोंके नलएभी ननशान है। काश वे वासतनवकता को समझतेऔर उनके नदल नम्य होते।अब मैं उसी महा प्रतापी ख़ुदा के नाम पर समाप्तकरता हूँ नजसके नाम सेआरंभ नकयाथा।

    المصطٰفی محمدن رسوہل عٰل والسالم والصلوۃ لل والحمد ُسل و خریالوری سّیدنا و سیدکل ما یف االرض و السما ,खलाकसलार बमिरला़ा ग़ुललामि अिमिद, कलाबदयलािافضل الّرُ

    न्जला-गुरदासपुर20फरवरी1893ई०

    चतुथ़ा “पुसतक बरकातुदिुआ” के टाइटल पेज पर ऐतरा्ज का उत्तर,सूचना सनहत उसी के पृष् - 4 के हानशए में दज्य है।

  • 21 सिराज-ए-मुनीर

    ्वीकृत दुआ कला िमिूिलाअिीस बिनद मेिरठ और िमिलारी भबवषयवलाणी पर ऐतरलार

    25माच्य1893ईकेइसअखबारकीकापीनजसमेंमेरीउसभनवषयवाणीकेसबंिमेंजोलेखरामपेशावरीकेबारेमेंमैंनेप्रकानशतकीथीकु्छआलोचनाहैमुझेनमली।मुझेमालूमहुआहैनककु्छअनयअखबारोंपरभीयहसच्ीबातअसहनीयगु्जरीहैऔरवासतवमेंमेरे नलएप्रसन्नताकासथानहै नकयोंसवयंनवरोनियोंकेहाथोंइसकीप्रनसनद्धऔरप्रसारणहोरहाहै।अतःमैंइससमयइसआलोचनाकेउत्तरमेंकेवलइतनानलखनापया्यप्तसमझताहूँनकनजसढंगऔरप्रकारसेख़ुदातआलानेचाहाउसीप्रकारसे नकयामेरा इसमेंहसतक्षेपनहीं।हांयहप्रशननकऐसीभनवषयवाणीलाभप्रदनहींहोगीऔरउसमेंसनदेहशेररहजाएंगे।इसऐतरा्जकेबारेमेंमैंअच्छीतरहसमझताहूँ नकयहसमयसेपूव्यहै। मैं इस बातका सवयं इकरारी हूँऔरअब नफर इकरारकरता हूँ नक यनदजैसा नक ऐतरा्जकरने वालों ने समझा है भनवषयवाणीकासारांशअंततः यहीननकला नककोईमामूलीतपआयायामामूलीत़ौरपरकोईदद्य हुआयाहै्जाहुआऔर नफर सवासथयकीअसली हालतकायम हो गई तो वहभनवषयवाणीनहींसमझीजाएगीऔरननससनदेहएक्छलऔरकपटहोगा।कयोंनकऐसेरोगोंसेतोकोईभीररतिनहीं।हमसबकभीनकभीबीमारहोजातेहैंतोइसक्सथनतमेंमैं ननससनदेहउसदणडकेयो्यठहरूँगा नजसकावण्यनमैंने नकयाहै।परनतुयनदभनवषयवाणीकाप्रकटनइसप्रकारसेहुआ नक नजसमेंख़ुदाकेप्रकोपकेननशानसा़िसा़िऔरखुले-खुले त़ौर पर नदखाईदें तो नफरसमझो नकख़ुदातआलाकीओरसेहै।

    असलवासतनवकतायहहैनकभनवषयवाणीकीवयक्तिगतप्रनतष्ाऔरिाकनदनोंऔरसमयोंके ननिा्यररतकरनेकीमुहताजनहीं।इसबारेमेंतोअ्जाबमेंउतरनेकेसमयकीएकसीमाननिा्यररतकरदेनापया्यप्तहै।नफरयनदभनवषयवाणीवासतवमेंएकमहानिाककेसाथप्रकटहोतोवहसवयंहृदयोंकोअपनीओर

  • सिराज-ए-मुनीर 22

    आकनर्यतकरलेतीहैऔरयहसमसतनवचारऔरसमसतआलोचनाएंजोसमयसेपूव्यहृदयोंमेंपैदाहोतीहैंऐसीनमटजातीहैंनकनयायनप्रयऔरबुनद्धमानएकलज्जाकेसाथअपनी रायोंसेल़ौटते हैं। इसकेअनतररतियहखाकसारभी तोप्रकृनतके ननयमकेअिीन है। यनदमेरीओरसे इसभनवषयवाणीकीबुननयादकेवल इतनी है नक मैंने केवल डींगों के त़ौर पर कु्छ संभानवत बीमाररयों कोमक्सतषकमेंरखकरऔरअटकलसेकामलेकरयहभनवषयवाणीप्रकानशतकीहैतो नजसवयक्तिकेबारेमेंयहभनवषयवाणीहैवहभीतोऐसाकरसकताहैनकइनहींअटकलोंकीबुननयादपरमेरेबारेमेंकोईभनवषयवाणीकरदे।अनपतुमैंसहमतहूँ नक्छःवर्यकीबजाएजोमैंनेउसके नलएमीआदननिा्यररतकीहैवहमेरे नलएदसवर्य नलखदे।लेखरामकीआयुशायदइससमयअनिकसेअनिकतीसवर्यकी होगीऔरवहएकजवान,भारी भरकम,अच्छे सवासथयकाआदमीहैऔरइसखाकसारकीआयुइससमयपचासवर्यसेकु्छअनिकहैतथाकम्जोरऔरहमेशाबीमारऔर नभन्ननभन्नप्रकारके रोगोंमेंग्रसतहै।नफर इसकेबावजूदमुकाबलेमें सवयंज्ञातहोजाएगा नकक़ौनसीबातमनुषयकीओरसेहैऔरक़ौनसीबातख़ुदातआलाकीओरसे।

    नफरऐतरा्जकरनेवालेकायहकहना नकऐसीभनवषयवानणयोंकाअबयुग नहीं है एकसािारणवाकय है जो प्रायःलोगमुंह से बोल नदयाकरते हैं।मेरीसमझमेंतोम्जबूतऔरपूण्यसच्ाइयोंकोसवीकारकरनेकेनलएयहएकऐसायुगहै नकशायदइसकाउदाहरणपहलेयुगोंमेंकोईभीन नमलसके।हांइसयुगसेकोई्छलऔरकपटगुप्तनहीं रहसकता।परनतुयहईमानदारोंकेनलएऔरभीप्रसन्नताकासथानहै।कयोंनकजोवयक्ति्छलऔरसचमेंअनतरकरनाजानताहोवहीसच्ाईकाहृदयसेसममानकरताहै।औरप्रसन्नतापूव्यकतथाद़ौड़करसच्ाईकोसवीकारकरलेताहै।औरसच्ाईमेंकु्छऐसाआकर्यणहोता है नक वह सवयं सवीकार करा लेती है। सपटि है नक समय ऐसी सैकड़ोंनई बातों को सवीकार करता जाता है जो लोगों के बाप दादों ने सवीकार नहींकीथीं। यनदयुगसच्ाइयोंका पयासा नहीं तो नफर कयों एकमहान इक्नकलाबइसमेंआरंभहै।युग ननससनदेहवासतनवकसच्ाइयोंकादोसतहै न नकदुशमन

  • 23 सिराज-ए-मुनीर

    औरयहकहना नकयुगबुनद्धमानहैऔरसीिे-सादेलोगोंकासमयगु्जरगयाहै। यह दूसरें शबदों में युग की नननदा है। जैसे यह युग एक ऐसा बुरा युग हैनकसच्ाईकीवासतनवकत़ौरपरसच्ाईपाकर नफरउसे सवीकारनहींकरता।परनतुमैंकदानपसवीकारनहींकरूंगानकवासतवमेंऐसाहीहै।कयोंनकमैंदेखताहूँ नकअनिकतरमेरीओररजूकरनेवालेऔरमुझसेलाभप्राप्तकरनेवालेवहीलोगहैंजोनव-नशनक्षतहैं।कु्छउनमेेंसेबी.एऔरएम.एतकपहुूँचेहुएहैं।औरमैंयहभीदेखताहूँ नकयहनव-नशनक्षतलोगोंका नगरोहसच्ाइयोंकाबड़ेश़ौकसेसवीकारकरताजाताहैऔरकेवलइतनाहीनहींअनपतुएकनवमुक्सलमऔर नशनक्षतयूरेनशयनअंग्रे्जोंका नगरोह नजनका ननवासमद्रासकेक्षेत्रमेंहैहमारीजमाअतमेंसक्ममनलतऔरसमसतसच्ाइयोंपर नवश्ासरखतेहैं।

    अबमैंसोचताहूँनकमैंनेवेसमसतबातेंनलखदीहैंजोएकख़ुदासेडरनेवालेमनुषयकेनलएपया्यप्तहैं।आयखोंकाअनिकारहै नकमेरेइसननबंिपरभीअपनीओरसे नजसप्रकारचाहेंहानशएचढ़ाएं।मुझेइसबातपरकु्छभीन्जरनहीं। कयोंनकमैंजानताहूँ नकइससमयइसभनवषयवाणीकीप्रशंसाकरनायानननदाकरनादोनोंबराबरहैं।यनदयहख़ुदातआलाकीओरसेहैऔरमैंख़ूबजानता हूँ नक उसी कीओर से है तो अवशय भयावह ननशानके साथ इसकाप्रकटनहोगाऔर नदलोंको नहला देगाऔरयनदउसकीओरसे नहीं तो नफरसबके सामने मेरी रुसवाई होगीऔर यनद मैं उस समयअिम तावीलें करूंगातोयहऔरभीअपमानकाकारणहोगा।वहअनानदअक्सततवऔरपनवत्रतथापुनीत जो समसत अनिकार अपने हाथ में रखता है वह झूठे को कभी सममाननहींदेता।यहनबलकुलग़लतबातहैनकलेखरामसेमुझेकोईवयक्तिगतशत्रुताहै।मुझेवयक्तिगतत़ौरपर नकसीसेशत्रुताभीनहींअनपतुइसवयक्तिनेसच्ाईसे शत्रुता कीऔर एक ऐसे कानमलऔर पनवत्रको जो समसत सच्ाइयोंका