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Workshop/Seminar Feedback Form

Workshop/Seminar title: ह िंदी भाषा का शिक्षण

Workshop/Seminar Date: 22.05.17-27.05.17

Venue: बाल भारती पब्लिक सू्कल, पीतमपुरा

Attended by: उमेश कुमारी , निनश निगम , रजिी गथानिया , से्नह त्यागी

Resource Person: - डॉ हरीश नवल , डॉ सुधाांशु शुक्ला , डॉ शारदा कुमारी

– डॉ नृत्य गोपाल शमाा , डॉ सुधाांशु शुक्ला , डॉ अभभलाषा बजाज

- डॉ रेनु ठाकुर, प्रो० चन्द्र सदायत , डॉ कमल मल्होत्रा

- डॉ कौशलेन्द्र प्रपन्ना , प्रो० सांध्या भसांह, डॉ सुधाांशु शुक्ला

Profile of the Resource Person: भदल्ली यूभनवभसाटी में प्रोफेसर के पद पर कायारत

Organizer: बाल भारती पब्लिक सू्कल प्रनशक्षण कें द्र

1. Content of the Workshop/Seminar

सत्र-1

. ह िंदी भाषा की उपादयेता , रोज़गार के शिशिध अिसर , आजीशिका में स ायक , ह िंदी भाषा का सरलीकरण ।

. गद्य शिक्षण की शिशिध शिधाओं की पयााप्त जानकारी , पठन-पाठन द्वारा नशैतक मलू्यों का शिकास , शललष्ट भाषा का प्रयोग न करन े

पर बल ।

. भाषा खले के माध्यम स ेशिक्षण को रुशिकर ि प्रभाििाली बनान ेकी यशुि शिक्षण प्रक्रिया में प्रभाििाली ोगी ।

. क्रकिोरािस्था की समस्याओं एििं उनके शनदान पर ििाा / पररचचाा की गई ।

. छात्रों का िारीररक . समाशजक , मानशसक क्षमताओं को उभारन ेका प्रयास करत ेर ना ोगा ।

सत्र-2

. के्षत्रीय भाषाओ ंकी कहानिय ंके नहंदी अिुवाद तथा ल क-संसृ्कनत क कहानिय ंके माध्यम से पढाए जािे पर बल

नदया गया ।

. भाषा के माििीकरण की आवश्यकता पर बल , पत्र-लेखि का महत्त्व , बच् ंकी संवेदिाओ ंक पत्र-लेखि के

माध्यम से जागृत करिे के प्रयास पर बल , सांकेनतक भाषा के महत्त्व का प्रनतपादि ।

. भाषा-नशक्षण में आगमि नवनि के महत्त्व का प्रनतपादि , सामानजक अिुभव ंक कक्षागत वातावरण में शानमल

नकया जािा चानहए । छात्र क स्वतंत्र निजी व्यब्लित्व का स्वामी मािकर नशनक्षत करिा चानहए ।

.छात्र ंकी सृजिात्मकता क उभारिे हेतु नशक्षक क नमत्र , सहायक , अनभभावक के रूप में काया करिा ह गा ।

सत्र-3

. जीवि-मूल् ंद्वारा छात्र में स्वब ि जागृत करिा,छात्र के जीवि-कौशल ंक पहचािकर उन्हें और नवकनसत करिा

. बहुभानषक संदभा और नशक्षण शास्त्र – बहुभानषकता क ध्याि में रखते हुए नशक्षण के समय अन्य प्रादेनशक

भाषाओ ंक महत्त्व देिा ।

. छात्र ंक नहंदी के फॉन््टस तथा टाइनपंग नसखािा; प्रामानणक, वैि , मूल्परक व तु्रनटरनहत प्रश्नपत्र का निमााण , उच्

, औसत व निम्न – इि तीि ंनचंति कौशल ंक ध्याि में रखते हुए प्रश्नपत्र का निमााण ।

. सुििे , ब लिे के कौशल का नवकास , छात्र ंमें नहंदी भाषा में ब लिे, पढिे, नलखिे, समझिे की क्षमता पैदा करिा ।

. कनवता के पठि-पाठि व नशक्षण का तरीका, छात्र क भाव-प्रवण बिाकर उनचत सानहब्लत्यक पृष्ठभूनम तैयार करिा ।

. नहंदी नशक्षण में रंगमंचीय संभाविाएँ , नवनवि गनतनवनिय ंके माियम से छात्र की अनभियशीलता क पहचाििा व

नवद्यालय में ह िे वाले समार ह ंमें उनचत अवसर प्रदाि करिा ।

1. Learning outcomes (Knowledge and Information) from the workshop/Seminar?

. ज्ञाि में वृब्लि ।

. शंकाओ ंका समािाि । (कक्षागत समस्या)

. छात्र ंक नहन्दी के द्वारा र जगार के नवनवि आयाम ंसे अवगत करािा ।

. छात्र ंके व्यब्लित्व क समझकर उिकी समस्याओ ंका समािाि प्रसु्तत करिा ।

. व्याकरणगत अशुब्लिय ंका निवारण समझाते हुए तथा निरंतर रूप से करिा ।

2. Which topics or aspects of the workshop/Seminar was found to be most interesting or useful and

could be applied to the classroom teaching?

. सानहत्य के पठि-पाठि तथा कहािी के िाट्य-मंचि द्वारा छात्र ंक मािव-मूल् व संस्कार देिा।

. भाषा क रुनचकर बिािे हेतु भाषा-खेल करािा तानक उिकी नछपी प्रनतभा प्रकाश में आए , सहभानगता भी बढे ।

. छात्र ंके जीवि-कौशल ंका नवकास करके उिके संपूणा व्यब्लित्व क निखारिा ।

. व्याकरनणक ज्ञाि रटंत-नवद्या के आिार पर ि देकर जीवि के व्यावहाररक पक्ष के आिार पर देिा।

3. Implementation strategy:

. कक्षागत नवनभन्न गनतनवनिय ंके माध्यम से भाषा के शुि स्वरूप से पररनचत करािा तथा ि केवल नहंदी

सानहत्य के प्रनत रुनच उत्पन्न की जाए अनपतु के्षत्रीय व नवदेशी भाषाओ ंकी अिूनदत कहानिय ंके पठि-पाठि संबंिी

मागादशाि भी देिा। इसके अनतररि प्रवासी भारतीय ंके सानहत्य क भी शानमल करिा।

. भाषा के ब्लिष्ट रूप क ि अपिाकर उसके सरलतम ब लचाल के रूप क अपिािा तथा छात्र ंकी सहज

अनभव्यब्लि क प्र त्सानहत करिा ।

. प्रश्नपत्र के निमााण में छात्र ंकी य ग्यता का ध्याि रखिा तथा मूल्ांकि करते ससस सससस सससससस सस ससससस

नवचारिारा क भी मान्यता देिा ।

4. Comments and suggestions :

. निवेदि करिे के उपरान्त भी कुछ विाओ ंिे माइक का प्रय ग िही ंनकया ।

. स्माटा िास ब र्ा का प्रय ग लगभग िगण्य रहा ।

. गनतनवनिय ंका प्रय ग बहुत कम नकया गया तथा हैण्ड-आउट त नदए ही िही ंगए ।

5. Was the advance briefing about the workshop/Seminar appropriate?

जी ााँ अपन ेउद्दशे्य में पणूा रूप स ेसफल एििं सक्षम

GENERAL FEEDBACK YES

The workshop/Seminar was applicable to my job

I will recommend this workshop/Seminar for other faculty

members.

The program was well paced within the allotted time

The material was presented in an organized manner

The resource person was a good communicator

The resource person was knowledgeable on the topic

I would be interested in attending a follow-up, more

advanced workshop / Seminar on this same subject

I will be able to conduct follow up workshop for the benefit

of fellow Staff Members

GLIMPSES FROM THE WORKSHOP (Photographs with captions)

आयोभजत गभतभवभध ििा का सा िया

मारे गुरुजन साश त्य शिक्षण

Report submitted by- RAJNI GATHANIA Signature Name- RAJNI GATHANIA Designation-T.G.T-HINDI Submission Date-25.05.17

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