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Page 1: Stories by Premchand

प्रे�मचं�द

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Page 2: Stories by Premchand

कथा-क्रम

आत्मा�रा�मा : 1दुर्गा�� का� मादि�रा : 11बड़ें� घरा का� ब�टी� : 22पंच- पंरामा�श्वरा : 31शंखना�� : 43ना�र्गा पं�जा� : 49

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Page 3: Stories by Premchand

आत्मराम

वे���-ग्रा�मा मा� माहा���वे सो"ना�रा एका सो$विवेख्या�त आ�मा) था�। वेहा अपंना� सो�याब�ना मा� प्रा�त: सो� सोध्या� तका अ/र्गा)ठी1 का� सो�माना� ब2ठी� हुआ खटीखटी विकाया� कारात� था�। याहा लर्गा�त�रा ध्वेविना सो$नाना� का� ल"र्गा इतना� अभ्यास्त हा" र्गाया� था� विका जाब विकासो) का�राण सो� वेहा ब� हा" जा�त), त" जा�ना पंड़ेंत� था�, का"ई च)जा र्गा�याब हा" र्गाया)। वेहा विनात्या-प्रावित एका ब�रा प्रा�त:का�ल अपंना� त"त� का� पिंपं<जाड़ें� लिलए का"ई भजाना र्गा�त� हुआ त�ल�ब का� ओरा जा�त� था�। उसो धँ/धँल� प्राका�शं मा� उसोका� जाजा�रा शंरा)रा, पं"पंल� मा$/हा औरा झु$का� हुई कामारा ��खकारा विकासो) अपंरिरालिचत माना$ष्या का" उसोका� विपंशं�च हा"ना� का� भ्रमा हा" सोकात� था�। ज्या� हा) ल"र्गा� का� का�ना� मा� आवे�जा आत)—‘सोत्त र्गा$रु�त्त लिशंवे�त्त ��त�,’ ल"र्गा सोमाझु जा�त� विका भ"रा हा" र्गाया)।

माहा���वे का� पं�रिरावे�रिराका जा)वेना सो�खमाया ना था�। उसोका� त)ना पं$त्र था�, त)ना बहुऍं थाL, �जा�ना� ना�त)-पं�त� था�, ल�विकाना उसोका� ब"झु का" हाल्का� काराना�-वे�ल� का"ई ना था�। लड़ेंका� काहात�—‘तब तका ���� जा)त� हाN, हामा जा)वेना का� आना� भ"र्गा ल�, विOरा त" याहा ढो"ल र्गाल� पंड़ें�र्गा) हा)।’ ब�च�रा� माहा���वे का" काभ)-काभ) विनारा�हा�रा हा) राहाना� पंड़ेंत�। भ"जाना का� सोमाया उसोका� घरा मा� सो�म्यावे�� का� ऐसो� र्गार्गानाभ��� विनाघSष हा"त� विका वेहा भ�ख� हा) उठी आत�, औरा ना�रिरायाल का� हुक्का� पं)त� हुआ सो" जा�त�। उनाका� व्या�पंसो�यियाका जा)वेना औरा भ) आशं�वितका�राका था�। याद्यविपं वेहा अपंना� का�मा मा� विनापं$ण था�, उसोका� खटी�ई औरा� सो� काहाL ज्या��� शं$द्धिZका�राका औरा उसोका� रा�सोयाविनाका वि[या�ऍं काहाL ज्या��� काष्टसो�ध्या थाL, तथा�विपं उसो� आया� दि�ना शंक्का� औरा धँ2या�-शं�न्या प्रा�णिणया� का� अपंशंब्� सो$नाना� पंड़ेंत� था�, पंरा माहा���वे अविवेलिचलिलत र्गा�म्भी)या� सो� लिसोरा झु$का�या� सोब का$ छ सो$ना� कारात� था�। ज्या� हा) याहा कालहा शं�त हा"त�, वेहा अपंना� त"त� का� ओरा ��खकारा पं$का�रा उठीत�—‘सोत्त र्गा$रु�त्त लिशंवे�त्त��त�।’ इसो मात्र का" जापंत� हा) उसोका� लिचत्त का" पं�ण� शं�वित प्रा�प्त हा" जा�त) था)।

२ एका दि�ना सोया"र्गावेशं विकासो) लड़ेंका� ना� पिंपं<जाड़ें� का� द्वा�रा ख"ल दि�या�। त"त� उड़ें र्गाया�। माहा���वे ना� लिसोहा उठी�कारा जा" पिंपं<जाड़ें� का� ओरा ��ख�, त" उसोका� काल�जा� सोन्न-सो� हा" र्गाया�। त"त� काहाf र्गाया�। उसोना� विOरा पिंपं<जाड़ें� का" ��ख�, त"त� र्गा�याब था�। माहा���वे घबड़ें� कारा उठी� औरा इधँरा-उधँरा खपंरा2ल� पंरा विनार्गा�हा �gड़ें�ना� लर्गा�। उसो� सोसो�रा मा� का"ई वेस्त$ अर्गारा प्या�रा) था), त" वेहा याहा) त"त�। लड़ेंका� -ब�ल�, ना�त)-पं"त� सो� उसोका� जा) भरा र्गाया� था�। लड़ेंका" का� च$लब$ल सो� उसोका� का�मा मा� विवेघ्ना पंड़ेंत� था�। ब�टी� सो� उसो� प्रा�मा ना था�; इसोलिलए नाहाL विका वे� विनाकाम्मा� था�; बल्किल्का इसोलिलए विका उनाका� का�राण वेहा अपंना� आना���या) का$ ल्हाड़ें� का� विनायायिमात सोख्या� सो� वेलिचत राहा जा�त� था�। पंड़ें"लिसोया� सो� उसो� लिचढ़ था), इसोलिलए विका वे� अ/र्गा)ठी1 सो� आर्गा विनाका�ल ल� जा�त� था�। इना सोमास्त विवेघ्ना-ब�धँ�ओं सो� उसोका� लिलए का"ई पंना�हा था), त" याहा) त"त� था�। इसोसो� उसो� विकासो) प्राका�रा का� काष्ट ना हा"त� था�। वेहा अब उसो अवेस्था� मा� था� जाब माना$ष्या का" शं�वित भ"र्गा का� लिसोवे� औरा का"ई इच्छा� नाहाL राहात)।

त"त� एका खपंरा2ल पंरा ब2ठी� था�। माहा���वे ना� पिंपं<जारा� उत�रा लिलया� औरा उसो� दि�ख�कारा काहाना� लर्गा�—‘आ आ’ सोत्त र्गा$रु�त्त लिशंवे��त�।’ ल�विकाना र्गाfवे औरा घरा का� लड़ेंका� एकात्र हा" कारा लिचल्ल�ना� औरा त�लिलयाf बजा�ना� लर्गा�। ऊपंरा सो� काgओं ना� काfवे-काfवे का� राटी लर्गा�या)? त"त� उड़ें� औरा र्गाfवे सो� ब�हारा विनाकाल कारा एका पं�ड़ें पंरा जा� ब2ठी�। माहा���वे ख�ल) पिंपं<जाडा� लिलया� उसोका� पं)छ�

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Page 4: Stories by Premchand

�gड़ें�, सो" �gड़ें�। ल"र्गा" का" उसोका� द्रुवितर्गा�यिमात� पंरा अचम्भी� हा" राहा� था�। मा"हा का� इसोसो� सो$न्�रा, इसोसो� सोजा)वे, इसोसो� भ�वेमाया काल्पंना� नाहाL का� जा� सोकात)।

�"पंहारा हा" र्गाया) था)। विकासो�ना ल"र्गा ख�त� सो� चल� आ राहा� था�। उन्हा� विवेना"� का� अच्छा� अवेसोरा यिमाल�। माहा���वे का" लिचढ़�ना� मा� सोभ) का" माजा� आत� था�। विकासो) ना� का काड़ें O� का� , विकासो) ना� त�लिलयाf बजा�याL। त"त� विOरा उड़ें� औरा वेहा�/ सो� दूरा आमा का� ब�र्गा मा� एका पं�ड़ें का� O$ नार्गा) पंरा जा� ब2ठी� । माहा���वे विOरा ख�ल) पिंपं<जाड़ें� लिलया� मा�ढोका का� भfवित उचकात� चल�। ब�र्गा मा� पंहु/च� त" पं2रा का� तल$ओं सो� आर्गा विनाकाल राहा) था), लिसोरा चक्कारा ख� राहा� था�। जाब जारा� सो�वेधँ�ना हुआ, त" विOरा पिंपं<जाड़ें� उठी� कारा काहाना� लर्गा�—‘सोत्त र्गा$रु�त्त लिशंवे�त्त ��त�’ त"त� O$ नार्गा) सो� उतरा कारा ना)च� का� एका डा�ल पं) आ ब2ठी�, विकान्त$ माहा���वे का� ओरा सोशंका ना�त्र� सो� त�का राहा� था�। माहा���वे ना� सोमाझु�, डारा राहा� हा2। वेहा पिंपं<जाड़ें� का" छ"ड़ें कारा आपं एका दूसोरा� पं�ड़ें का� आड़ें मा� लिछपं र्गाया�। त"त� ना� च�रा� ओरा र्गाgरा सो� ��ख�, विनाश्शंका हा" र्गाया�, अतरा� औरा आ कारा पिंपं<जाड़ें� का� ऊपंरा ब2ठी र्गाया�। माहा���वे का� हृ�या उछलना� लर्गा�। ‘सोत्त र्गा$रु�त्त लिशंवे�त्त ��त�’ का� मात्र जापंत� हुआ धँ)रा�-धँ)रा� त"त� का� सोमा)पं आया� औरा लपंका� विका त"त� का" पंकाड़ें ल�, विकान्त$ त"त� हा�था ना आया�, विOरा पं�ड़ें पंरा आ ब2ठी�।

शं�मा तका याहा) हा�ल राहा�। त"त� काभ) इसो डा�ल पंरा जा�त�, काभ) उसो डा�ल पंरा। काभ) पिंपं<जाड़ें� पंरा आ ब2ठीत�, काभ) पिंपं<जाड़ें� का� द्वा�रा पंरा ब2ठी� अपंना� ��ना�-पं�ना) का� प्या�लिलया� का" ��खत�, औरा विOरा उड़ें जा�त�। ब$ड्ढा� अर्गारा मा�र्तित<मा�ना मा"हा था�, त" त"त� मा�र्तित<माया) मा�या�। याहाf तका विका शं�मा हा" र्गाया)। मा�या� औरा मा"हा का� याहा सोग्रा�मा अधँका�रा मा� विवेल)ना हा" र्गाया�।

३रा�त हा" र्गाया) ! च�रा� ओरा विनाविबड़ें अधँका�रा छ� र्गाया�। त"त� ना जा�ना� पंत्त� मा� काहाf लिछपं�

ब2ठी� था�। माहा���वे जा�नात� था� विका रा�त का" त"त� काहा) उड़ेंकारा नाहाL जा� सोकात�, औरा ना पिंपं<जाड़ें� हा) मा� आ सोकात� हाN, विOरा भ) वेहा उसो जार्गाहा सो� विहालना� का� ना�मा ना ल�त� था�। आजा उसोना� दि�ना भरा का$ छ नाहाL ख�या�। रा�त का� भ"जाना का� सोमाया भ) विनाकाल र्गाया�, पं�ना) का� ब�/� भ) उसोका� का ठी मा� ना र्गाया), ल�विकाना उसो� ना भ�ख था), ना प्या�सो ! त"त� का� विबना� उसो� अपंना� जा)वेना विनास्सो�रा, शं$ष्का औरा सो�ना� जा�ना पंड़ेंत� था�। वेहा दि�ना-रा�त का�मा कारात� था�; इसोलिलए विका याहा उसोका� अत:प्रा�राण� था); जा)वेना का� औरा का�मा इसोलिलए कारात� था� विका आ�त था)। इना का�मा� मा� उसो� अपंना) सोजा)वेत� का� ल�शं-मा�त्र भ) ज्ञा�ना ना हा"त� था�। त"त� हा) वेहा वेस्त$ था�, जा" उसो� च�तना� का� या�� दि�ल�त� था�। उसोका� हा�था सो� जा�ना� जा)वे का� ��हा-त्या�र्गा काराना� था�।

माहा���वे दि�ना-भरा का� भ�ख-प्या�सो�, थाका�-माf��, राहा-राहा कारा झुपंविकायाf ल� ल�त� था�; विकान्त$ एका क्षण मा� विOरा चyका कारा ऑंख� ख"ल ��त� औरा उसो विवेस्त{त अधँका�रा मा� उसोका� आवे�जा सो$ना�या) ��त)—‘सोत्त र्गा$रु�त्त लिशंवे�त्त ��त�।’

आधँ) रा�त र्गा$जारा र्गाया) था)। सोहासो� वेहा का"ई आहाटी पं� कारा चgका�। ��ख�, एका दूसोरा� वे{क्ष का� ना)च� एका धँ$/धँल� ��पंका जाल राहा� हा2, औरा काई आ�मा) बNठी� हुए आपंसो मा� का$ छ ब�त� कारा राहा� हाN। वे� सोब लिचलमा पं) राहा� था�। तमा�ख� का� माहाका ना� उसो� अधँ)रा कारा दि�या�। उच्च स्वेरा सो� ब"ल�—‘सोत्त र्गा$रु�त्त लिशंवे�त्त ��त�’ औरा उना आ�यिमाया� का� ओरा लिचलमा पं)ना� चल� र्गाया�; विकान्त$ द्धिजासो प्राका�रा बदूका का� आवे�जा सो$नात� हा) विहाराना भ�र्गा जा�त� हाN उसो) प्राका�रा उसो� आत� ��ख सोब-का� -सोब उठी कारा भ�र्गा�। का"ई इधँरा र्गाया�, का"ई उधँरा। माहा���वे लिचल्ल�ना� लर्गा�—‘ठीहारा"-ठीहारा" !’ एका�एका उसो� ध्या�ना आ र्गाया�, या� सोब च"रा हाN। वेहा जा�रा� सो� लिचल्ल� उठी�—‘च"रा-च"रा, पंकाड़ें"-पंकाड़ें" !’ च"रा� ना� पं)छ� विOरा कारा ना ��ख�।

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Page 5: Stories by Premchand

माहा���वे ��पंका का� पं�सो र्गाया�, त" उसो� एका मालसो� राख� हुआ यिमाल� जा" मा"च} सो� का�ल� हा" राहा� था�। माहा���वे का� हृ�या उछलना� लर्गा�। उसोना� कालसो� मा� हा�था डा�ल�, त" मा"हारा� थाL। उसोना� एका मा"हारा� ब�हारा विनाका�ल) औरा ��पंका का� उजा�ल� मा� ��ख�। हाf मा"हारा था)। उसोना� त$रात कालसो� उठी� लिलया�, औरा ��पंका ब$झु� दि�या� औरा पं�ड़ें का� ना)च� लिछपं कारा ब2ठी राहा�। सो�हा सो� च"रा बना र्गाया�।

उसो� विOरा शंका� हुई, ऐसो� ना हा", च"रा लgटी आवे�, औरा मा$झु� अका� ल� ��ख कारा मा"हारा� छ�ना ल�। उसोना� का$ छ मा"हारा कामारा मा� बfधँ), विOरा एका सो�ख) लकाड़ें) सो� जामा)ना का� का� यिमाटीटी� हाटी� कारा काई र्गाड्ढा� बना�या�, उन्हा� मा�हारा� सो� भरा कारा यिमाटीटी� सो� ढो/का दि�या�।

४माहा���वे का� अतना}त्र� का� सो�माना� अब एका दूसोरा� जार्गात� था�, चिंच<त�ओं औरा काल्पंना� सो�

पंरिरापं�ण�। याद्यविपं अभ) का"ष का� हा�था सो� विनाकाल जा�ना� का� भया था�; पंरा अणिभल�ष�ओं ना� अपंना� का�मा शं$रु कारा दि�या�। एका पंक्का� माका�ना बना र्गाया�, सोरा�O� का� एका भ�रा) दूका�ना ख$ल र्गाया), विनाजा सोम्बन्धि�या� सो� विOरा ना�त� जा$ड़ें र्गाया�, विवेल�सो का� सो�माविग्रायाf एकावित्रत हा" र्गायाL। तब त)था�-या�त्र� काराना� चल�, औरा वेहाf सो� लgटी कारा बड़ें� सोमा�रा"हा सो� याज्ञा, ब्रह्मभ"जा हुआ। इसोका� पंश्चा�त एका लिशंवे�लया औरा का$ ऑं बना र्गाया�, एका ब�र्गा भ) लर्गा र्गाया� औरा वेहा विनात्याप्रावित काथा�-पं$रा�ण सो$नाना� लर्गा�। सो�धँ$-सोन्त� का� आ�रा-सोत्का�रा हा"ना� लर्गा�।

अकास्मा�त उसो� ध्या�ना आया�, काहाL च"रा आ जा�या/ , त" माN भ�र्गा�/र्गा� क्या�-कारा? उसोना� पंरा)क्ष� काराना� का� लिलए कालसो� उठी�या�। औरा �" सोg पंर्गा तका ब�तहा�शं� भ�र्गा� हुआ चल� र्गाया�। जा�ना पंड़ेंत� था�, उसोका� पं2रा" मा� पंरा लर्गा र्गाया� हाN। चिंच<त� शं�त हा" र्गाया)। इन्हाL काल्पंना�ओं मा� रा�त व्यात)त हा" र्गाया)। उष� का� आर्गामाना हुआ, हावे� जा�र्गा), लिचविड़ेंयाf र्गा�ना� लर्गाL। सोहासो� माहा���वे का� का�ना� मा� आवे�जा आया)—

‘सोत्त र्गा$रु�त्त लिशंवे�त्त ��त�,रा�मा का� चराण मा� लिचत्त लर्गा�।’

याहा ब"ल सो�2वे माहा���वे का� द्धिजाह्वा� पंरा राहात� था�। दि�ना मा� सोहास्रों� हा) ब�रा या� शंब्� उसोका� मा$/हा सो� विनाकालत� था�, पंरा उनाका� धँ�र्मिमा<का भ�वे काभ) भ) उसोका� अन्त:का�राण का" स्पशं� ना कारात� था�। जा2सो� विकासो) ब�जा� सो� रा�र्गा विनाकालत� हाN, उसो) प्राका�रा उसोका� मा$/हा सो� याहा ब"ल विनाकालत� था�। विनाराथा�का औरा प्राभ�वे-शं�न्या। तब उसोका� हृ�या-रुपं) वे{क्ष पंत्र-पंल्लवे विवेहा)ना था�। याहा विनामा�ल वे�या$ उसो� र्गा$जारिरात ना कारा सोकात) था); पंरा अब उसो वे{क्ष मा� का"पंल� औरा शं�ख�ऍं विनाकाल आया) थाL। इना वे�या$-प्रावे�हा सो� झु�मा उठी�, र्गा$द्धिजात हा" र्गाया�।

अरुण"�या का� सोमाया था�। प्राका{ वित एका अना$रा�र्गामाया प्राका�शं मा� डा�ब) हुई था)। उसो) सोमाया त"त� पं2रा� का" जा"ड़ें� हुए ऊ/ च) डा�ल सो� उतरा�, जा2सो� आका�शं सो� का"ई त�रा� टी�टी� औरा आ कारा पिंपं<जाड़ें� मा� ब2ठी र्गाया�। माहा���वे प्राO$ ल्लिल्लत हा" कारा �gड़ें� औरा पिंपं<जाड़ें� का" उठी� कारा ब"ल�—आओ आत्मा�रा�मा त$माना� काष्ट त" बहुत दि�या�, पंरा मा�रा� जा)वेना भ) सोOल कारा दि�या�। अब त$म्हा� चf�� का� पिंपं<जाड़ें� मा� राख�र्गा� औरा सो"ना� सो� माढ़ दू/र्गा�।’ उसोका� रा"मा-रा"मा का� पंरामा�त्मा� का� र्गा$ण�ना$वे�� का� ध्वेविना विनाकालना� लर्गा)। प्राभ$ त$मा विकातना� �या�वे�ना� हा" ! याहा त$म्हा�रा� असो)मा वे�त्सोल्या हा2, नाहाL त" मा$झु पं�पं), पंवितत प्रा�ण) काब इसो का{ पं� का� या"ग्या था� ! इसो पंविवेत्र भ�वे� सो� आत्मा� विवेन्हाल हा" र्गाया) ! वेहा अना$राक्त हा" कारा काहा उठी�—

‘सोत्त र्गा$रु�त्त लिशंवे�त्त ��त�,रा�मा का� चराण मा� लिचत्त ल�र्गा�।’

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Page 6: Stories by Premchand

उसोना� एका हा�था मा� पिंपं<जाड़ें� लटीका�या�, बर्गाल मा� कालसो� �ब�या� औरा घरा चल�।५

माहा���वे घरा पंहु/च�, त" अभ) का$ छ अ/धँ�रा� था�। रा�स्त� मा� एका का$ त्त� का� लिसोवे� औरा विकासो) सो� भ�टी ना हुई, औरा का$ त्त� का" मा"हारा� सो� विवेशं�ष प्रा�मा नाहाL हा"त�। उसोना� कालसो� का" एका ना�� मा� लिछपं� दि�या�, औरा का"याल� सो� अच्छा� तराहा ढो/का कारा अपंना) का"ठीरा) मा� राख आया�। जाब दि�ना विनाकाल आया� त" वेहा सो)धँ� पं$रा�विहात का� घरा पंहु/च�। पं$रा"विहात पं�जा� पंरा ब2ठी� सो"च राहा� था�—काल हा) मा$का�मा� का� पं�शं) हाN औरा अभ) तका हा�था मा� काgड़ें) भ) नाहाL—याजामा�ना" मा� का"ई सोfसो भ) ल�त�। इतना� मा� माहा���वे ना� पं�ल�र्गाना का�। पंविड़ेंत जा) ना� मा$/हा O� रा लिलया�। याहा अमार्गालमा�र्तित< काहाf सो� आ पंहु/च), मा�लमा� नाहाL, ��ना� भ) मायास्सोरा हा"र्गा� या� नाहाL। रुष्ट हा" कारा पं�छ�—क्या� हा2 जा), क्या� काहात� हा"। जा�नात� नाहाL, हामा इसो सोमाया पं�जा� पंरा राहात� हाN।

माहा���वे ना� काहा�—माहा�रा�जा, आजा मा�रा� याहाf सोत्याना�रा�ण का� काथा� हा2। पं$रा"विहात जा) विवेल्किस्मात हा" र्गाया�। का�ना� पंरा विवेश्व�सो ना हुआ। माहा���वे

का� घरा काथा� का� हा"ना� उतना) हा) असो�धँ�राण घटीना� था), द्धिजातना) अपंना� घरा सो� विकासो) णिभख�रा) का� लिलए भ)ख विनाका�लना�। पं�छ�—आजा क्या� हा2?

माहा���वे ब"ल�—का$ छ नाहाL, ऐसो� इच्छा� हुई विका आजा भर्गावे�ना का� काथा� सो$ना ल�/।प्राभ�त हा) सो� त2या�रा) हा"ना� लर्गा)। वे��� का� विनाकाटीवेत� र्गाfवे" मा� सो�पं�रा) विOरा)। काथा� का�

उपंरा�त भ"जा का� भ) ना�वेत� था�। जा" सो$नात� आश्चाया� कारात� आजा रा�त मा� दूब का2 सो� जामा)। सोध्या� सोमाया जाब सोब ल"र्गा जामा� हा", औरा पंविडात जा) अपंना� चिंसो<हा�सोना पंरा विवेरा�जामा�ना

हुए, त" माहा���वे खड़ें� हा"कारा उच्च स्वेरा मा� ब"ल�—भ�इया� मा�रा) सो�रा) उम्र छल-कापंटी मा� काटी र्गाया)। माNना� ना जा�ना� विकातना� आ�यिमाया� का" �र्गा� ��, विकातना� खरा� का" ख"टी� विकाया�; पंरा अब भर्गावे�ना ना� मा$झु पंरा �या� का� हा2, वेहा मा�रा� मा$/हा का� का�लिलख का" यिमाटी�ना� च�हात� हाN। माN आपं सोब भ�इया� सो� ललका�रा कारा काहात� हूँ/ विका द्धिजासोका� मा�रा� द्धिजाम्मा� जा" का$ छ विनाकालत� हा", द्धिजासोका� जामा� माNना� मा�रा ल) हा", द्धिजासोका� च"ख� मा�ल का� ख"टी� कारा दि�या� हा", वेहा आकारा अपंना) एका-एका काgड़ें) च$का� ल�, अर्गारा का"ई याहाf ना आ सोका� हा", त" आपं ल"र्गा उसोसो� जा�कारा काहा ��द्धिजाए, काल सो� एका माहा)ना� तका, जाब जा) च�हा�, आया� औरा अपंना� विहासो�ब च$कात� कारा ल�। र्गावे�हा)-सो�ख) का� का�मा नाहाL।

सोब ल"र्गा सोन्न�टी� मा� आ र्गाया�। का"ई मा�र्मिमा<का भ�वे सो� लिसोरा विहाल� कारा ब"ल�—हामा काहात� ना था�। विकासो) ना� अविवेश्व�सो सो� काहा�—क्या� ख� कारा भरा�र्गा�, हाजा�रा� का" टी"टील हा" जा�यार्गा�।

एका ठी�का$ रा ना� ठीठी"ल) का�—औरा जा" ल"र्गा सो$राधँ�मा चल� र्गाया�। माहा���वे ना� उत्तरा दि�या�—उसोका� घरा वे�ल� त" हा�र्गा�।विकान्त$ इसो सोमाया ल"र्गा� का" वेसो�ल) का� इतना) इच्छा� ना था), द्धिजातना) याहा जा�नाना� का� विका

इसो� इतना� धँना यिमाल काहाf सो� र्गाया�। विकासो) का" माहा���वे का� पं�सो आना� का� सो�हासो ना हुआ। ��हा�त का� आ�मा) था�, र्गाड़ें� मा$�} उख�ड़ेंना� क्या� जा�ना�। विOरा प्रा�या: ल"र्गा� का" या�� भ) ना था� विका उन्हा� माहा���वे सो� क्या� पं�ना� हाN, औरा ऐसो� पंविवेत्र अवेसोरा पंरा भ�ल-च�का हा" जा�ना� का� भया उनाका� मा$/हा बन्� विकाया� हुए था�। सोबसो� बड़ें) ब�त याहा था) विका माहा���वे का� सो�धँ$त� ना� उन्हाL वेशं)भ�त कारा लिलया� था�।

अच�नाका पं$रा"विहात जा) ब"ल�—त$म्हा� या�� हाN, माNना� एका का ठी� बना�ना� का� लिलए सो"ना� दि�या� था�, त$माना� काई मा�शं� तgल मा� उड़ें� दि�या� था�।

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Page 7: Stories by Premchand

माहा���वे—हाf, या�� हाN, आपंका� विकातना� ना$कासो�ना हुआ हा"र्गा।पं$रा"विहात—पंच�सो रुपंया� सो� कामा ना हा"र्गा�।माहा���वे ना� कामारा सो� �" मा"हारा� विनाका�लL औरा पं$रा"विहात जा) का� सो�माना� राख ��।पं$रा"विहातजा) का� ल"ल$पंत� पंरा टी�का�ऍं हा"ना� लर्गाL। याहा ब�ईमा�ना) हाN, बहुत हा", त" �"-च�रा

रुपंया� का� ना$कासो�ना हुआ हा"र्गा�। ब�च�रा� सो� पंच�सो रुपंया� ऐंठी लिलए। ना�रा�याण का� भ) डारा नाहाL। बनाना� का" पंविड़ेंत, पंरा विनायात ऐसो) खरा�ब रा�मा-रा�मा !

ल"र्गा� का" माहा���वे पंरा एका श्रZ�-सो) हा" र्गाई। एका घटी� ब)त र्गाया� पंरा उना सोहास्रों� माना$ष्या� मा� सो� एका भ) खड़ें� ना हुआ। तब माहा���वे ना� विOरा काहाf—मा�ल�मा हा"त� हा2, आपं ल"र्गा अपंना�-अपंना� विहासो�ब भ�ल र्गाया� हाN, इसोलिलए आजा काथा� हा"ना� ��द्धिजाए। माN एका माहा)ना� तका आपंका� रा�हा ��ख�/र्गा�। इसोका� पं)छ� त)था� या�त्र� काराना� चल� जा�ऊ/ र्गा�। आपं सोब भ�इया� सो� मा�रा) विवेनात) हा2 विका आपं मा�रा� उZ�रा कारा�।

एका माहा)ना� तका माहा���वे ल�ना��रा� का� रा�हा ��खत� राहा�। रा�त का" च�रा" का� भया सो� नाL� ना आत)। अब वेहा का"ई का�मा ना कारात�। शंरा�ब का� चसोका� भ) छ� टी�। सो�धँ$-अभ्या�र्गात जा" द्वा�रा पंरा आ जा�त�, उनाका� याथा�या"ग्या सोत्का�रा कारात�। दूरा-दूरा उसोका� सो$याशं O2 ल र्गाया�। याहाf तका विका माहा)ना� पं�रा� हा" र्गाया� औरा एका आ�मा) भ) विहासो�ब ल�ना� ना आया�। अब माहा���वे का" ज्ञा�ना हुआ विका सोसो�रा मा� विकातना� धँमा�, विकातना� सोद्व्यवेहा�रा हाN। अब उसो� मा�ल�मा हुआ विका सोसो�रा ब$रा� का� लिलए ब$रा� हाN औरा अच्छा� का� लिलए अच्छा�।

६इसो घटीना� का" हुए पंच�सो वेष� ब)त च$का� हाN। आपं वे��� जा�इया�, त" दूरा हा) सो� एका

सो$नाहाल� कालसो दि�ख�या) ��त� हा2। वेहा ठी�का$ राद्वा�रा� का� कालसो हा2। उसोसो� यिमाल� हुआ एका पंक्का� त�ल�ब हाN, द्धिजासोमा� ख�ब कामाल खिखल� राहात� हाN। उसोका� माछलिलयाf का"ई नाहाL पंकाड़ेंत�; त�ल�ब का� विकाना�रा� एका विवेशं�ल सोमा�यिधँ हा2। याहा) आत्मा�रा�मा का� स्मा{वित-लिचन्हा हा2, उसोका� सोम्ब� मा� विवेणिभन्न पिंका<वे�वितयाf प्राचलिलत हा2। का"ई काहात� हाN, वेहा रात्नाजादिटीत पिंपं<जाड़ें� स्वेर्गा� का" चल� र्गाया�, का"ई काहात�, वेहा ‘सोत्त र्गा$रु�त्त’ काहात� हुआ अतध्या��ना हा" र्गाया�, पंरा याथा��था याहा हाN विका उसो पंक्ष)-रुपं) चद्र का" विकासो) विबल्ल)-रुपं) रा�हु ना� ग्रासो लिलया�। ल"र्गा काहात� हाN, आधँ) रा�त का" अभ) तका त�ल�ब का� विकाना�रा� आवे�जा आत) हा2—

‘सोत्त र्गा$रु�त्त लिशंवे�त्त ��त�,रा�मा का� चराण मा� लिचत्त ल�र्गा�।’

माहा���वे का� विवेषया मा� भ) विकातना) हा) जाना-श्र$वितयाf हा2। उनामा� सोबसो� मा�न्या याहा हा2 विका आत्मा�रा�मा का� सोमा�यिधँस्था हा"ना� का� ब�� वेहा काई सोन्या�लिसोया� का� सो�था विहामा�लया चल� र्गाया�, औरा वेहाf सो� लgटी कारा ना आया�। उसोका� ना�मा आत्मा�रा�मा प्रालिसोZ हा" र्गाया�।

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दुर्गा� क मन्दि�दरा

ब�ब� ब्रजाना�था का�ना�ना पंढ़ना� मा� माग्ना था�, औरा उनाका� �"ना� बच्च� लड़ें�ई काराना� मा�। श्या�मा� लिचल्ल�त), विका मा$न्न� मा�रा) र्गा$विड़ेंया� नाहाL ��त�। मा$न्न$ रा"त� था� विका श्या�मा� ना� मा�रा) यिमाठी�ई ख� ल)।

ब्रजाना�था ना� [$ द्घ हा" कारा भ�मा� सो� काहा�—त$मा इना दुष्ट� का" याहाf सो� हाटी�त) हा" विका नाहाL? नाहाL त" माN एका-एका का� खबरा ल�त� हूँ/।

भ�मा� च�ल्हा� मा� आर्गा जाल� राहा) था), ब"ल)—अरा� त" अब क्या� सोध्या� का" भ) पंढ़त�हा) राहा"र्गा�? जारा� �मा त" ल� ल"।

ब्रजा०--उठी� त" ना जा�एर्गा�; ब2ठी1-ब2ठी1 वेहाL सो� का�ना�ना बघ�रा"र्गा) ! अभ) एका-आधँ का" पंटीका दूर्गा�, त" वेहाL सो� र्गाराजात) हुई आओर्गा) विका हा�या-हा�या ! बच्च� का" मा�रा डा�ल� !

भ�मा�—त" माN का$ छ ब2ठी1 या� सो"या) त" नाहाL हूँ/। जारा� एका घड़ें) त$म्हाL लड़ेंका" का" बहाल�ओर्गा�, त" क्या� हा"र्गा� ! का$ छ माNना� हा) त" उनाका� नाgकारा) नाहाL लिलख�या)!

ब्रजाना�था सो� का"ई जावे�ब ना ��त� बना पंड़ें�। ["धँ पं�ना) का� सोमा�ना बहा�वे का� मा�र्गा� ना पं� कारा औरा भ) प्राबल हा" जा�त� हा2। याद्यविपं ब्रजाना�था ना2वितका लिसोZ�त� का� ज्ञा�त� था�; पंरा उनाका� पं�लना मा� इसो सोमाया का$ शंल ना दि�ख�या) ��। मा$द्दई औरा मा$द्द�ल�हा, �"ना� का" एका हा) ल�ठी1 हाfका�, औरा �"ना� का" रा"त�-लिचल्ल�त� छ"ड़ें का�ना�ना का� ग्राथा बर्गाल मा� �ब� का�ल�जा-पं�का� का� रा�हा ल)।

२सो�वेना का� माहा)ना� था�। आजा काई दि�ना का� ब�� ब��ल हाटी� था�। हारा�-भरा� वे{क्ष सो$नाहारा)

च��रा ओढ़� खड़ें� था�। मा{दु सोमा)रा सो�वेना का� रा�र्गा र्गा�त� था�, औरा बर्गा$ल� डा�लिलया� पंरा ब2ठी� पिंहा<डा"ल� झु�ल राहा� था�। ब्रजाना�था एका ब�च पंरा आ ब2ठी� औरा विकात�ब ख"ल)। ल�विकाना इसो ग्राथा का" अपं�क्ष� प्राका{ वित-ग्राथा का� अवेल"काना अयिधँका लिचत्त�काष�का था�। काभ) आसोमा�ना का" पंढ़त� था�, काभ) पंणित्तया� का", काभ) छविवेमाया) हारिराया�ल) का" औरा काभ) सो�माना� मा2��ना मा� ख�लत� हुए लड़ेंका� का"।

एका�एका उन्हा� सो�माना� घ�सो पंरा का�र्गाजा का� एका पं$विड़ेंया� दि�ख�या) ��। मा�या� ना� द्धिजाज्ञा�सो� का�—आड़ें मा� चल", ��ख� इसोमा� क्या� हा2।

ब$द्धिZ ना� काहा�—त$मासो� मातलब? पंड़ें) राहाना� �"।ल�विकाना द्धिजाज्ञा�सो�-रुपं) मा�या� का� जा)त हुई। ब्रजाना�था ना� उठी कारा पं$विड़ेंया� उठी� ल)।

का��लिचत� विकासो) का� पं2सो� पं$विड़ेंया� मा� लिलपंटी� विर्गारा पंड़ें� हाN। ख"ल कारा ��ख�; सो�वेरा�ना था�। विर्गाना�, पं$रा� आठी विनाकाल�। का$ त�हाल का� सो)मा� ना राहा)।

ब्रजाना�था का� छ�त) धँड़ेंकाना� लर्गा)। आठी� सो�वेरा�ना हा�था मा� लिलया� सो"चना� लर्गा�, इन्हा� क्या� कारु/ ? अर्गारा याहाL राख दू/, त" ना जा�ना� विकासोका� नाजारा पंड़ें�; ना मा�ल�मा काgना उठी� ल� जा�या ! नाहाL याहाf राखना� उलिचत नाहाL। चल�/ था�ना� मा� इत्तल� कारा दू/ औरा या� सो�वेरा�ना था�ना���रा का" सोyपं दू/। द्धिजासोका� हा�र्गा� वेहा आपं ल� जा�यार्गा� या� अर्गारा उसोका" ना भ) यिमाल�, त" मा$झु पंरा का"ई �"ष ना राहा�र्गा�, माN त" अपंना� उत्तरा��यियात्वे सो� मा$क्त हा" जा�ऊ/ र्गा�।

मा�या� ना� पंरा�� का� आड़ें सो� मात्र मा�राना� शं$रु विकाया�। वेहा था�ना� नाहाL र्गाया�, सो"च�—चल� भ�मा� सो� एका दि�ल्लर्गा) कारु/ । भ"जाना त2या�रा हा"र्गा�। काल इतमा)ना�ना सो� था�ना� जा�ऊ/ र्गा�।

भ�मा� ना� सो�वेरा�ना ��ख�, त" हृ�या मा� एका र्गा$�र्गा$��-सो) हुई। पं�छ� विकासोका� हा2?ब्रजा०--मा�रा)।भ�मा�—चल", काहाL हा" ना !ब्रजा०—पंड़ें) यिमाल) हा2।

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भ�मा�—झु�ठी ब�त। ऐसो� हा) भ�ग्या का� बल) हा", त" सोच बत�ओ काहाf यिमाल)? विकासोका� हा2?

ब्रजा०—सोच काहात� हूँ/, पंड़ें) यिमाल) हा2। भ�मा�—मा�रा) कासोमा?ब्रजा०—त$म्हा�रा) कासोमा।भ�मा� विर्गान्नया� का" पंवित का� हा�था सो� छ�नाना� का� च�ष्ट� काराना� लर्गा)। ब्रजाना�था का� काहा�—क्या� छ�नात) हा"?भ�मा�—ल�ओ, माN अपंना� पं�सो राख ल�/।ब्रजा०—राहाना� �", माN इसोका� इत्तल� काराना� था�ना� जा�त� हूँ/।भ�मा� का� मा$ख मालिलना हा" र्गाया�। ब"ल)—पंड़ें� हुए धँना का� क्या� इत्तल�?ब्रजा०—हाf, औरा क्या�, इना आठी विर्गायिन्नया� का� लिलए ईमा�ना विबर्गा�डा� /र्गा�?

भ�मा�—अच्छा� त" सोवे�रा� चल� जा�ना�। इसो सोमाया जा�ओर्गा�, त" आना� मा� ��रा हा"र्गा)।ब्रजाना�था ना� भ) सो"च�, याहा) अच्छा�। था�ना�वे�ल� रा�त का" त" का"ई का�रावे�ई कारा�र्गा� नाहाL।

जाब अशंर्तिO<या� का" पंड़ें� राहाना� हा2, तब जा�सो� था�ना� वे2सो� मा�रा� घरा। विर्गायिन्नयाf सोदूका मा� राख ��। ख�-पं) कारा ल�टी�, त" भ�मा� ना� हा/सो कारा काहा�—आया� धँना

क्या� छ"ड़ेंत� हा"? ल�ओ, माN अपंना� लिलए एका र्गा$ल�ब� बनावे� ल�/, बहुत दि�ना� सो� जा) तरासो राहा� हा2।मा�या� ना� इसो सोमाया हा�स्या का� रुपं धँ�राण विकाया�। ब्रजाना�था ना� वितरास्का�रा काराका� काहा�—र्गा$ल�ब� का� ल�लसो� मा� र्गाल� मा� Ofसो) लर्गा�ना�

च�हात) हा" क्या�?३

प्रा�त:का�ल ब्रजाना�था था�ना� का� लिलए त2या�रा हूँए। का�ना�ना का� एका ल�क्चरा छ� टी जा�या�र्गा�, का"ई हाराजा नाहाL। वेहा इल�हा�ब�� का� हा�ईका"टी� मा� अना$वे��का था�। नाgकारा) मा� उन्नवित का� आशं� ना ��ख कारा सो�ल भरा सो� वेका�लत का� त2या�रा) मा� माग्ना था�; ल�विकाना अभ) कापंड़ें� पंहाना हा) राहा� था� विका उनाका� एका यिमात्र मा$शं) र्गा"रा�वे�ल� आ कारा ब2ठी र्गाया�, ओरा अपंना) पं�रिरावे�रिराका दुश्चिंश्चा<त�ओं का� विवेस्मा{वित का� रा�माकाहा�ना) सो$ना� कारा अत्यात विवेना)त भ�वे सो� ब"ल�—भ�ई सो�हाब, इसो सोमाया माN इना झुझुटी� मा� ऐसो� O/ सो र्गाया� हूँ/ विका ब$द्धिZ का$ छ का�मा नाहाL कारात)। त$मा बड़ें� आ�मा) हा"। इसो सोमाया का$ छ सोहा�यात� कारा"। ज्या��� नाहाL त)सो रुपंया� �� �"। विकासो) ना विकासो) तराहा का�मा चल� ल�/र्गा�, आजा त)सो त�रा)ख हा2। काल शं�मा का" त$म्हा� रुपंया� यिमाल जा�या/र्गा�।

ब्रजाना�था बड़ें� आ�मा) त" ना था�; विकान्त$ बड़ेंप्पंना का� हावे� बfधँ राख) था)। याहा यिमाथ्या�णिभमा�ना उनाका� स्वेभ�वे का� एका दुब�लत� था)। का� वेल अपंना� वे2भवे का� प्राभ�वे डा�लना� का� लिलए हा) वेहा बहुधँ� यिमात्र� का� छ"टी�-मा"टी� आवेश्याकात�ओं पंरा अपंना) वे�स्तविवेका आवेश्याकात�ओं का" विनाछ�वेरा कारा दि�या� कारात था�, ल�विकाना भ�मा� का" इसो विवेषया मा� उनासो� सोहा�ना$भ�वित ना था), इसोलिलए जाब ब्रजाना�था पंरा इसो प्राका�रा का� सोकाटी आ पंड़ेंत� था�, तब था"ड़ें) ��रा का� लिलए उनाका� पं�रिरावे�रिराका शं�वित अवेश्या नाष्ट हा" जा�त) था)। उनामा� इनाका�रा काराना� या� टी�लना� का� विहाम्मात ना था)।

वेहा सोका$ च�त� हुए भ�मा� का� पं�सो र्गाया� औरा ब"ल�—त$म्हा�रा� पं�सो त)सो रुपंया� त" ना हा�र्गा�? मा$शं) र्गा"रा�ल�ल माfर्गा राहा� हा2।

भ�मा� ना� रुख�ई सो� राहा�—मा�रा� पं�सो त" रुपंया� नाहाL।ब्रजा०—हा�र्गा� त" जारुरा, बहा�ना� कारात) हा"।

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भ�मा�—अच्छा�, बहा�ना� हा) सोहा)।ब्रजा०—त" माN उनासो� क्या� काहा दू/ !भ�मा�—काहा �" घरा मा� रुपंया� नाहाL हाN, त$मासो� ना काहात� बना�, त" माN पं�} का� आड़ें सो� काहा

दू/।ब्रजा०--काहाना� का" त" माN काहा दू/, ल�विकाना उन्हा� विवेश्व�सो ना आया�र्गा�। सोमाझु�र्गा�, बहा�ना� कारा

राहा� हाN।भ�मा�--सोमाझु�र्गा�; त" सोमाझु� कारा�। ब्रजा०—मा$झुसो� ऐसो) बमा$राgवेत) नाहाL हा" सोकात)। रा�त-दि�ना का� सो�था ठीहारा�, का2 सो�

इनाका�रा कारु/ ?भ�मा�—अच्छा�, त" जा" माना मा� आवे�, सो" कारा"। माN एका ब�रा काहा च$का�, मा�रा� पं�सो रुपंया�

नाहाL।ब्रजाना�था माना मा� बहुत खिखन्न हुए। उन्हा� विवेश्व�सो था� विका भ�मा� का� पं�सो रुपंया� हा2; ल�विकाना

का� वेल मा$झु� लल्लि�त काराना� का� लिलए इनाका�रा कारा राहा) हा2। दुरा�ग्राहा ना� सोकाल्पं का" दृढ़ कारा दि�या�। सोदूका सो� �" विर्गायिन्नयाf विनाका�लL औरा र्गा"रा�ल�ल का" �� कारा ब"ल�—भ�ई, काल शं�मा का" काचहारा) सो� आत� हा) रुपंया� �� जा�ना�। या� एका आ�मा) का� अमा�नात हाN, माN इसो) सोमाया ��ना� जा� राहा� था�

--यादि� काल रुपंया� ना पंहु/च� त" मा$झु� बहुत लल्लि�त हा"ना� पंड़ें�र्गा�; काहाL मा$/हा दि�ख�ना� या"ग्या ना राहूँ/र्गा�।

र्गा"रा�ल�ल ना� माना मा� काहा�—अमा�नात स्त्र) का� लिसोवे� औरा विकासोका� हा"र्गा), औरा विर्गायिन्नयाf जा�ब मा� राख कारा घरा का� रा�हा ल)।

४आजा पंहाल) त�रा)ख का� सोध्या� हा2। ब्रजाना�था �रावे�जा� पंरा ब2ठी� र्गा"रा�ल�ल का� इतजा�रा कारा

राहा� हा2। पंfच बजा र्गाया�, र्गा"रा�ल�ल अभ) तका नाहाL आया�। ब्रजाना�था का� ऑंख� रा�स्त� का� तराO

लर्गा) हुई थाL। हा�था मा� एका पंत्र था�; ल�विकाना पंढ़ना� मा� जा) नाहाL लर्गात� था�। हारा त)सोरा� यिमानाटी रा�स्त� का� ओरा ��खना� लर्गात� था�; ल�विकाना सो"चत� था�—आजा वे�तना यिमालना� का� दि�ना हा2। इसो) का�राण आना� मा� ��रा हा" राहा) हा2। आत� हा) हा�र्गा�। छ: बजा�, र्गा"रा� ल�ल का� पंत� नाहाL। काचहारा) का� कामा�च�रा) एका-एका काराका� चल� आ राहा� था�। ब्रजाना�था का" का"ई ब�रा धँ"ख� हुआ। वेहा आ राहा� हाN। जारुरा वेहा) हाN। वे2सो) हा) अचनाका हा2। वे2सो� हा) टी"पं) हा2। च�ल भ) वेहा) हा2। हाf, वेहा) हाN। इसो) तराO आ राहा� हाN। अपंना� हृ�या सो� एका ब"झु�-सो� उतरात� मा�ल�मा हुआ; ल�विकाना विनाकाटी आना� पंरा ज्ञा�त हुआ विका का"ई औरा हा2। आशं� का� काल्लिल्पंत मा�र्तित< दुरा�शं� मा� ब�ल र्गाया)।

ब्रजाना�था का� लिचत्त खिखन्न हा"ना� लर्गा�। वेहा एका ब�रा का$ रासो) सो� उठी� । बरा�मा�� का� चgखटी पंरा खडा� हा", सोड़ेंका पंरा �"ना� तराO विनार्गा�हा �gड़ें�या)। काहाL पंत� नाहाL। �"-त)ना ब�रा दूरा सो� आत� हुए इक्का� का" ��ख कारा र्गा"रा�ल�ल का� भ्रमा हुआ। आका�क्ष� का� प्राबलत� !

सो�त बजा�; लिचरा�र्गा जाल र्गाया�। सोड़ेंका पंरा अ/धँ�रा� छ�ना� लर्गा�। ब्रजाना�था सोड़ेंका पंरा उविद्वाग्ना भ�वे सो� टीहालना� लर्गा�। इरा��� हुआ, र्गा"रा�ल�ल का� घरा चल�/, उधँरा का�मा बढो�या�; ल�विकाना हृ�या काfपं राहा� था� विका काहाL वेहा रा�स्त� मा� आत� हुए ना यिमाल जा�या/, त" सोमाझु� विका था"ड़ें�-सो� रुपंया� का� लिलए इतना� व्या�का$ ल हा" र्गाया�। था"ड़ें) हा) दूरा र्गाया� विका विकासो) का" आत� ��ख�। भ्रमा हुआ, र्गा"रा�ल�ल हा2, मा$ड़ें� औरा सो)धँ� बरा�मा�� मा� आकारा �मा लिलया�, ल�विकाना विOरा वेहा) धँ"ख� ! विOरा वेहा) भ्र�वित ! तब सो"चल� लर्गा� विका इतना) ��रा क्या� हा" राहा) हाN? क्या� अभ) तका वेहा काचहारा) सो� ना आया� हा�र्गा� !

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ऐसो� का��विपं नाहाL हा" सोकात�। उनाका� �फ्तरा-वे�ल� मा$द्दत हुई, विनाकाल र्गाया�। बसो �" ब�त� हा" सोकात) हाN, या� त" उन्हा�ना� काल आना� का� विनाश्चाया कारा लिलया�, सोमाझु� हा�र्गा�, रा�त का" काgना जा�या, या� जा�ना-ब�झु कारा ब2ठी� हा�र्गा�, ��ना� ना च�हात� हा�र्गा�, उसो सोमाया उनाका" र्गाराजा था), इसो सोमाया मा$झु� र्गाराजा हा2। माN हा) विकासो) का" क्या� ना भ�जा दू/? ल�विकाना विकासो� भ�जा�/? मा$न्न� जा� सोकात� हा2। सोड़ेंका हा) पंरा माका�ना हा2। याहा सो"च कारा कामारा� मा� र्गाया�, ल2पं जाल�या� औरा पंत्र लिलखना� ब2ठी� , मार्गारा ऑंख� द्वा�रा हा) का� ओरा लर्गा) हुई था)। अकास्मा�त� विकासो) का� पं2रा� का� आहाटी सो$ना�ई ��। पंरान्त$ पंत्र का" एका विकात�ब का� ना)च� �ब� लिलया� औरा बरा�मा� मा� चल� आया�। ��ख�, पंड़ें"सो का� एका का$/ जाड़ें� त�रा पंढ़�ना� आया� हा2। उसोसो� ब"ल�—भ�ई, इसो सोमाया O$ रासोत नाहाL हाN; था"ड़ें) ��रा मा� आना�। उसोना� काहा�--ब�ब� जा), घरा भरा का� आ�मा) घबरा�या� हाN, जारा� एका विनार्गा�हा ��ख ल)द्धिजाए। विना��ना ब्रजाना�था ना� झु$/झुल� कारा उसोका� हा�था सो� त�रा ल� लिलया�, औरा सोरासोरा) नाजारा सो� ��ख कारा ब"ल�—कालकात्त� सो� आया� हा2। मा�ल नाहाL पंहु/च�। का$/ जाड़ें� ना� डारात�-डारात� काहा�—ब�ब� जा), इतना� औरा ��ख ल)द्धिजाए विकासोना� भ�जा� हा2। इसो पंरा ब्रजाना�था ना� त�रा O� का दि�या� औरा ब"ल�--मा$झु� इसो वेक्त O$ रासोत नाहाL हा2।

आठी बजा र्गाया�। ब्रजाना�था का" विनारा�शं� हा"ना� लर्गा)—मा$न्न� इतना) रा�त ब)त� नाहाL जा� सोकात�। माना मा� विनाश्चाया विकाया�, आजा हा) जा�ना� च�विहाए, बल� सो� ब$रा� मा�ना�र्गा�। इसोका� काहाf तका चिंच<त� कारु/ स्पष्ट काहा दू/र्गा� मा�रा� रुपंया� �� �"। भलमा�नासो) भल�मा�नासो� सो� विनाभ�ई जा� सोकात) हा2। ऐसो� धँ�तS का� सो�था भलमानासो) का� व्यावेहा�रा काराना� मा�ख�त� हाN अचकाना पंहाना); घरा मा� जा�कारा मा�या� सो� काहा�—जारा� एका का�मा सो� ब�हारा जा�त� हूँ/, विकावे�ड़ें� बन्� कारा ल"।

चलना� का" त" चल�; ल�विकाना पंर्गा-पंर्गा पंरा रुकात� जा�त� था�। र्गा"रा�ल�ल का� घरा दूरा सो� दि�ख�ई दि�या�; लNपं जाल राहा� था�। दिठीठीका र्गाया� औरा सो"चना� लर्गा� चल कारा क्या� काहूँ/र्गा�? काहाL उन्हा�ना� जा�त�-जा�त� रापंए विनाका�ल कारा �� दि�या�, औरा ��रा का� लिलए क्षमा� माfर्गा) त" मा$झु� बड़ें) झु�पं हा"र्गा)। वेहा मा$झु� क्ष$द्र, ओछ�, धँ2या�हा)ना सोमाझु�र्गा�। नाहाL, रुपंया� का� आतच)त कारूँ/ ? काहूँर्गा�—भ�ई घरा मा� बड़ें) ��रा सो� पं�टी ��� कारा राहा� हा2। त$म्हा�रा� पं�सो पं$रा�ना� त�जा लिसोराका� त" नाहाL हा2 मार्गारा नाहाL, याहा बहा�ना� का$ छ भद्द�-सो� प्रात)त हा"त� हा2। सो�O कालई ख$ल जा�यार्गा)। ऊ हा ! इसो झुझुटी का� जारुरात हा) क्या� हा2। वेहा मा$झु� ��खकारा आपं हा) सोमाझु जा�या�र्गा�। इसो विवेषया मा� ब�तच)त का� का$ छ नाgबत हा) ना आवे�र्गा)। ब्रजाना�था इसो) उधँ�ड़ेंब$ना मा� आर्गा� बढ़त� चल� जा�त� था� जा2सो� ना�� मा� लहारा� च�हा� विकासो) ओरा चल�, धँ�रा� अपंना� मा�र्गा� नाहाL छ"ड़ेंत)।

र्गा"रा�ल�ल का� घरा आ र्गाया�। द्वा�रा ब� था�। ब्रजाना�था का" उन्हा� पं$का�राना� का� सो�हासो ना हुआ, सोमाझु� ख�ना� ख� राहा� हा�र्गा�। �रावे�जा� का� सो�माना� सो� विनाकाल�, औरा धँ)रा�-धँ)रा� टीहालत� हुए एका मा)ल तका चल� र्गाए। नाg बजाना� का� आवे�जा का�ना मा� आया)। र्गा"रा�ल�ल भ"जाना कारा च$का� हा�र्गा�, याहा सो"चकारा लgटी पंड़ें�; ल�विकाना द्वा�रा पंरा पंहुच� त", अधँ�रा� था�। वेहा आशं�-रूँपं) ��पंका ब$झु र्गाया� था�। एका यिमानाटी तका दुविवेधँ� मा� खड़ें� राहा�। क्या� कारूँ/ । अभ) बहुत सोब�रा� हा2। इतना) जाल्�� था"ड़ें� हा) सो" र्गाए हा�र्गा�? �ब� पंfवे बरा�मा�� पंरा चढ़�। द्वा�रा पंरा का�ना लर्गा� कारा सो$ना�, च�रा� ओरा त�का राहा� था� विका काहाL का"ई ��ख ना ल�। का$ छ ब�तच)त का� भनाका का�ना मा� पंड़ें)। ध्या�ना सो� सो$ना�। स्त्र) काहा राहा) था)-रुपंया� त" सोब उठी राए, ब्रजाना�था का" काहाf सो� �"र्गा�? र्गा"रा�ल�ल ना� उत्तरा दि�या�-ऐसो) काgना सो) उत�वेल) हा2, विOरा �� ��र्गा�। औरा �राख्वे�स्त �� �� हा2, काल माजा�रा हा" हा) जा�यार्गा)। त)ना माहा)ना� का� ब�� लgटी�र्गा� तब ��ख� जा�यार्गा�।

ब्रजाना�था का" ऐसो� जा�ना पंड़ें� मा�ना� मा$/हा पंरा विकासो) ना तमा�च� मा�रा दि�या�।

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["धँ औरा ना2रा�श्या सो� भरा� हुए बरा�मा�� मा� उतरा आए। घरा चल� त" सो)धँ� का�मा ना पंड़ेंत� था�, जा2सो� का"ई दि�ना-भरा का� थाका�-मा¡�� पंलिथाका हा"।

५ब्रजाना�था रा�त-भरा कारावेटी� ब�लत� राहा�। काभ) र्गा"रा�ल�ल का� धँ$त�त� पंरा ["धँ आत� था�,

काभ) अपंना) सोरालत� पंरा; मा�ल�मा नाहाL; विकासो र्गारा)ब का� रुपंया� हाN। उसो पंरा क्या� ब)त) हा"र्गा) ! ल�विकाना अब ["धँ या� ख�� रा" क्या� ल�भ? सो"चना� लर्गा�--रुपंया� काहाf सो� आवे�र्गा�? भ�भ� पंहाल� हा) इनाका�रा कारा च$का� हा2, वे�तना मा� इतना) र्गा$जा�इशं नाहाL। �सो-पंfच रुपंया� का� ब�त हा"त) त" कातरा ब्या�त कारात�। त" क्या� कारूँ? विकासो) सो� उधँ�रा ल�/। मार्गारा मा$झु� काgना ��र्गा�। आजा तका विकासो) सो� माfर्गाना� का� सोया"र्गा नाहाL पंड़ें�, औरा अपंना� का"ई ऐसो� यिमात्र हा2 भ) नाहाL। जा" ल"र्गा हाN, मा$झु) का" सोत�या� कारात� हाN, मा$झु� क्या� ��र्गा�। हाf, यादि� का$ छ दि�ना का�ना�ना छ"ड़ेंकारा अना$वे�� काराना� मा� पंरिराश्रमा कारूँ/ , त" रुपंया� यिमाल सोकात� हाN। कामा-सो�-कामा एका मा�सो का� कादिठीना पंरिराश्रमा हा2। सोस्त� अना$वे��का� का� मा�रा� �रा भ) त" विर्गारा र्गाया) हा2 ! हा� विना��या) ! त�ना� बड़ें) �र्गा� का�। ना जा�ना� विकासो जान्मा का� ब2रा च$का�या� हा2। काहाL का� ना राख� !

दूसोरा� दि�ना ब्रजाना�था का" रुपंया� का� धँ$ना सोवे�रा हुई। सोब�रा� का�ना�ना का� ल�क्चरा मा� सोन्धिम्मालिलत हा"त�, सोध्या� का" काचहारा) सो� तजावे)जा� का� पं$चिंल<�� घरा ल�त� औरा आधँ) रा�त ब2ठी� अना$वे�� विकाया� कारात�। लिसोरा उठी�ना� का� मा$हालत ना यिमालत) ! काभ) एका-�" भ) बजा जा�त�। जाब माल्किस्तष्का विबलका$ ल लिशंलिथाल हा" जा�त� तब विवेवेशं हा"कारा च�रापं�ई पंरा पंड़ें� राहात�।

ल�विकाना इतना� पंरिराश्रमा का� अभ्या�सो ना हा"ना� का� का�राण काभ)-काभ) लिसोरा मा� ��� हा"ना� लर्गात�। काभ) पं�चना-वि[या� मा� विवेध्ना पंड़ें जा�त�, काभ) ज्वेरा चढ़ आत�। वितसो पंरा भ) वेहा माशं)ना का� तराहा का�मा मा� लर्गा� राहात�। भ�भ� काभ)-काभ) झु$/झुल� कारा काहात)--अजा), ल�टी भ) राहा"; बड़ें� धँमा��त्मा� बना� हा"। त$म्हा�रा� जा2सो� �सो-पंfच आ�मा) औरा हा"त�, त" सोसो�रा का� का�मा हा) बन्� हा" जा�त�। ब्रजाना�था इसो ब�धँ�का�रा) व्यार्गा का� उत्तरा ना ��त�, दि�ना विनाकालत� हा) विOरा वेहा) चराख� ल� ब2ठीत�।

याहाf तका विका त)ना सोप्त�हा ब)त र्गाया� औरा पंच)सो रुपंया� हा�था आ र्गाए। ब्रजाना�था सो"चत� था�--�" त)ना दि�ना मा� ब�ड़ें� पं�रा हा2; ल�विकाना इक्का�सोवे� दि�ना उन्हा� प्राचडा ज्वेरा चढ़ आया� औरा त)ना दि�ना तका ना उतरा�। छ$ ट्टी� ल�ना) पंड़ें), शंय्या�सो�वे) बना र्गाए। भ��� का� माहा)ना� था�। भ�भ� ना� सोमाझु�, विपंत्त का�, प्राका"पं हा2; ल�विकाना जाब एका सोप्त�हा तका डा�क्टीरा का� औषयिधँ सो�वेना काराना� पंरा भ) ज्वेरा ना उतरा� तब घबरा�या)। ब्रजाना�था प्रा�या: ज्वेरा मा� बका-झुका भ) काराना� लर्गात�। भ�भ� सो$नाकारा डारा का� मा�रा� कामारा� मा� सो� भ�र्गा जा�त)। बच्च� का" पंकाड़ें कारा दूसोरा� कामारा� मा� बन्� कारा ��त)। अब उसो� शंका� हा"ना� लर्गात) था) विका काहाL याहा काष्ट उन्हाL रुपंया� का� का�राण त" नाहाL भ"र्गाना� पंड़ें राहा� हा2 ! काgना जा�ना�, रुपंया�वे�ल� ना� का$ छ कारा धँरा दि�या� हा" ! जारूँरा याहा) ब�त हा2, नाहाL त" औषयिधँ सो� ल�भ क्या� नाहाL हा"त�?

सोकाटी पंड़ेंना� पंरा हामा धँमा�-भ)रु हा" जा�त� हाN, औषयिधँया� सो� विनारा�शं हा"कारा ��वेत�ओं का� शंराण ल�त� हाN। भ�भ� ना� भ) ��वेत�ओं का� शंराण ल)। वेहा जान्मा�ष्टमा), लिशंवेरा�वित्र का� कादिठीना व्रत शं$रूँ विकाया�।

आठी दि�ना पं�रा� हा" र्गाए। अवितमा दि�ना आया�। प्राभ�त का� सोमाया था�। भ�भ� ना� ब्रजाना�था का" �वे� विपंल�ई औरा �"ना� ब�लका� का" ल�कारा दुर्गा�� जा) का� पं�जा� काराना� का� लिलए चल)। उसोका� हृ�या

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आरा�ध्या ��वे) का� प्रावित श्रZ� सो� पंरिरापं�ण� था�। माद्धिन्�रा का� ऑंर्गाना मा� पंहु/च)। उपं�सोका आसोना� पंरा ब2ठी� हुए दुर्गा��पं�ठी कारा राहा� था�। धँ�पं औरा अर्गारा का� सो$र्गाधँ उड़ें राहा) था)। उसोना� माद्धिन्�रा मा� प्रावे�शं विकाया�। सो�माना� दुर्गा�� का� विवेशं�ल प्रावितमा� शं"भ�यामा�ना था)। उसोका� मा$ख�रापिंवे<� पंरा एका विवेलक्षण ��प्त झुलका राहा) था)। बड़ें�-बड़ें� उ�ल ना�त्र� सो� प्राभ� का� विकाराण� लिछटीका राहा) थाL। पंविवेत्रत� का� एका सोमाf-सो� छ�या� हुआ था�। भ�भ� इसो ��प्तवेण� मा�र्तित< का� सोम्मा$ख सो�धँ) ऑंख� सो� त�का ना सोका�। उसोका� अन्त:काराण मा� एका विनामा�ल, विवेशं$Z भ�वे-पं�ण� भया का� उ�या हा" आया�। उसोना� ऑंख� बन्� कारा लL। घ$टीना� का� बल ब2ठी र्गाया), औरा हा�था जा"ड़ें कारा कारुण स्वेरा सो� ब"ल)—मा�त�, मा$झु पंरा �या� कारा"।

उसो� ऐसो� ज्ञा�त हुआ, मा�ना� ��वे) मा$स्कारा�ई। उसो� उना दि�व्या ना�त्र� सो� एका ज्या"वित-सो) विनाकाल कारा अपंना� हृ�या मा� आत) हुई मा�ल�मा हुई। उसोका� का�ना� मा� ��वे) का� मा$/हा सो� विनाकाल� या� शंब्� सो$ना�ई दि�ए—पंरा�या� धँना लgटी� ��, त�रा� भल� हा"र्गा�।

भ�भ� उठी ब2ठी1। उसोका� ऑंख� मा� विनामा�ल भलिक्त का� आभ�सो झुलका राहा� था�। मा$खमाडाल सो� पंविवेत्र प्रा�मा बरासो� पंड़ेंत� था�। ��वे) ना� का��लिचत� उसो� अपंना) प्राभ� का� रार्गा मा� डा�ब� दि�या� था�।

इतना� मा� दूसोरा) एका स्त्र) आई। उसोका� उ�ल का� शं विबखरा� औरा मा$राझु�ए हुए च�हारा� का� �"ना� ओरा लटीका राहा� था�। शंरा)रा पंरा का� वेल एका श्व�त सो�ड़ें) था)। हा�था मा� च�विड़ेंया� का� लिसोवे� औरा का"ई आभ�षण ना था�। शं"का औरा ना2रा�श्या का� सो�क्ष�त� मा�र्तित< मा�ल�मा हा"त) था)। उसोना� भ) ��वे) का� सो�माना� लिसोरा झु$का�या� औरा �"ना� हा�था� सो� ऑंचल O2 ल� कारा ब"ल)—��वे), द्धिजासोना� मा�रा� धँना लिलया� हा", उसोका� सोवे�ना�शं कारा"।

जा2सो� लिसोत�रा यिमाजारा�ब का� च"टी ख� कारा थाराथारा� उठीत� हा2, उसो) प्राका�रा भ�भ� का� हृ�या अविनाष्ट का� भया सो� थाराथारा� उठी�। या� शंब्� त)व्र शंरा का� सोमा�ना उसोका� काल�जा� मा� च$भ र्गाए। उसोना� ��वे) का� ओरा का�तरा ना�त्र� सो� ��ख�। उनाका� ज्या"वितमा�या स्वेरूँपं भयाकारा था�, ना�त्र� सो� भ)षण ज्वे�ल� विनाकाल राहा) था)। भ�भ� का� अन्त:काराण मा� सोवे�था� आका�शं सो�, मादि�रा का� सो�माना� वे�ल� वे{क्ष� सो�; मादि�रा का� स्तभ� सो�, चिंसो<हा�सोना का� ऊपंरा जालत� हुए ��पंका सो� औरा ��वे) का� विवेकारा�ल मा$/हा सो� या� शंब्� विनाकालकारा र्गा�/जाना� लर्गा�--पंरा�या� धँना लgटी� ��, नाहाL त" त�रा� सोवे�ना�शं हा" जा�यार्गा�।

भ�भ� खड़ें) हा" र्गाई औरा उसो वे{Z� सो� ब"ल)-क्या� मा�त�, त$म्हा�रा� धँना विकासो) ना� ल� लिलया� हा2?

वे{Z� ना� इसो प्राका�रा उसोका� ओरा ��ख�, मा�ना� डा�बत� का" वितनाका� का� सोहा�रा� यिमाल�। ब"ल)—हा¡ ब�टी� !

भ�भ�--विकातना� दि�ना हुए ?वे{Z�--का"ई डा�ढ़ माहा)ना�।भ�मा�--विकातना� रुपंया� था�?वे{Z�--पं�रा� एका सोg ब)सो।भ�मा�--का2 सो� ख"ए?वे{Z�--क्या� जा�ना� काहाL विर्गारा र्गाए। मा�रा� स्वे�मा) पंलटीना मा� नाgकारा था�। आजा काई बरासो हुए,

वेहा पंराल"का लिसोधँ�रा�। अब मा$झु� सोराका�रा सो� आठी रुपंए सो�ल पं�न्शना यिमालत) हा2। अक्का� �" सो�ल का� पं�न्शना एका सो�था हा) यिमाल) था)। खजा�ना� सो� रुपंए ल�कारा आ राहा) था)। मा�ल�मा नाहाL, काब औरा काहाf विर्गारा पंड़ें�। आठी विर्गायिन्नयाf थाL।

भ�मा�--अर्गारा वे� त$म्हा� यिमाल जा�या/ त" क्या� �"र्गा)।

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वे{Z�--अयिधँका नाहाL, उसोमा� सो� पंच�सो रुपंए �� दू/र्गा)।भ�मा� रुपंया� क्या� हा�र्गा�, का"ई उसोसो� अच्छा� च)जा �"।वे{Z�--ब�टी� औरा क्या� दू/ जाब तका जा)ऊ/ र्गा), त$म्हा�रा� याशं र्गा�ऊ/ र्गा)। भ�मा�--नाहाL, इसोका� मा$झु� आवेश्याकात� नाहाL !वे{Z�--ब�टी�, इसोका� लिसोवे� मा�रा� पं�सो क्या� हा2?भ�मा�--मा$झु� आशं�वे�� �"। मा�रा� पंवित ब)मा�रा हाN, वेहा अच्छा� हा" जा�या/।वे{Z�--क्या� उन्हाL का" रुपंया� यिमाल� हाN?भ�मा�--हाf, वेहा उसो) दि�ना सो� त$म्हा� ख"जा राहा� हाN। वे{Z� घ$टीना� का� बल ब2ठी र्गाई, औरा ऑंचल O2 ल� कारा कान्धि¦त स्वेरा सो� ब"ल)--��वे) !

इनाका� काल्या�ण कारा"।भ�मा� ना� विOरा ��वे) का� ओरा सोशंका दृयिष्ट सो� ��ख�। उनाका� दि�व्या रूँपं पंरा प्रा�मा का� प्राका�शं

था�। ऑंख� मा� �या� का� आना���यियाना) झुलका था)। उसो सोमाया भ�मा� का� अत:काराण मा� काहाL स्वेर्गा�ल"का सो� याहा ध्वेविना सो$ना�ई ��--जा� त�रा� काल्या�ण हा"र्गा�।

सोध्या� का� सोमाया हा2। भ�मा� ब्रजाना�था का� सो�था इक्का� पंरा ब2ठी1 त$लसो) का� घरा, उसोका� था�त) लgटी�ना� जा� राहा) हा2। ब्रजाना�था का� बड़ें� पंरिराश्रमा का� कामा�या) जा" डा�क्टीरा का� भ�टी हा" च$का� हा2, ल�विकाना भ�मा� ना� एका पंड़ें"सो) का� हा�था अपंना� का�ना� का� झु$माका� ब�चकारा रुपंया� जा$टी�ए हाN। द्धिजासो सोमाया झु$माका� बनाकारा आया� था�, भ�मा� बहुत प्रासोन्न हुई था)। आजा उन्हा� ब�चकारा वेहा उसोसो� भ) अयिधँका प्रासोन्न हा2।

जाब ब्रजाना�था ना� आठी� विर्गायिन्नयाf उसो� दि�ख�ई थाL, उसोका� हृ�या मा� एका र्गा$�र्गा$��-सो) हुई था); ल�विकाना याहा हाष� मा$ख पंरा आना� का� सो�हासो ना कारा सोका� था�। आजा उना विर्गायिन्नया� का" हा�था सो� जा�त� सोमाया उसोका� हा�र्दि�<का आनान्� ऑंख� मा� चमाका राहा� हा2, ओठी� पंरा ना�च राहा� हा2, कापं"ल� का" रार्गा राहा� हा2, औरा अर्गा� पंरा विकाल"ल कारा राहा� हा2; वेहा इदिद्रया� का� आना� था�, याहा आत्मा� का� आना� हा2; वेहा आना� ल�� का� भ)तरा लिछपं� हुआ था�, याहा आना� र्गावे� सो� ब�हारा विनाकाल� पंड़ेंत� हा2।

त$लसो) का� आशं)वे��� सोOल हुआ। आजा पं�रा� त)ना सोप्त�हा का� ब�� ब्रजाना�था तविकाए का� सोहा�रा� ब2ठी� था�। वेहा ब�रा-ब�रा भ�मा� का" प्रा�मा-पं�ण� ना�त्र� सो� ��खत� था�। वेहा आजा उन्हा� ��वे) मा�ल�मा हा"त) था)। अब तका उन्हा�ना� उसोका� ब�ह्य सोy�या� का� शं"भ ��ख) था), आजा वेहा उसोका� आन्धित्माका सोy�या� ��ख राहा� हाN।

त$लसो) का� घरा एका र्गाल) मा� था�। इक्का� सोड़ेंका पंरा जा�कारा ठीहारा र्गाया�। ब्रजाना�था इक्का� पंरा सो� उतरा�, औरा अपंना) छड़ें) टी�कात� हुए भ�मा� का� हा�था� का� सोहा�रा� त$लसो) का� घरा पंहु/च�। त$लसो) ना� रुपंए लिलए औरा �"ना� हा�था O2 ल� कारा आशं)वे��� दि�या�--दुर्गा�� जा) त$म्हा�रा� काल्या�ण कारा�।

त$लसो) का� वेण�हा)ना मा$ख वे2सो� हा) खिखल र्गाया�, जा2सो� वेष�� का� पं)छ� वे{क्ष� का� पंणित्तयाf खिखल जा�त) हाN। लिसोमाटी� हुआ अर्गा O2 ल र्गाया�, र्गा�ल� का� झु$र्रिरा<याf यिमाटीत) ��ख पंड़ेंL। ऐसो� मा�ल�मा हा"त� था, मा�ना" उसोका� का�या�काल�पं हा" र्गाया�।

वेहाf सो� आकारा ब्रजाना�था अपंवेना� द्वा�रा पंरा ब2ठी� हुए था� विका र्गा"रा�ल�ल आ कारा ब2ठी र्गाए। ब्रजाना�था ना� मा$/हा O� रा लिलया�।

र्गा"रा�ल�ल ब"ल�--भ�ई सो�हाब ! का2 सो) तविबयात हा2?ब्रजाना�था--बहुत अच्छा� तराहा हूँ/।

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र्गा"रा�ल�ल--मा$झु� क्षमा� का�द्धिजाएर्गा�। मा$झु� इसोका� बहुत ख�� हा2 विका आपंका� रुपंया� ��ना� मा� इतना� विवेलम्ब हुआ। पंहाल) त�रा)ख हा) का" घरा सो� एका आवेश्याका पंत्र आ र्गाया�, औरा माN विकासो) तराहा त)ना माहा)ना� का� छ$ ट्टी� ल�कारा घरा भ�र्गा�। वेहाf का� विवेपंणित्त-काथा� काहूँ/, त" सोमा�प्त ना हा"; ल�विकाना आपंका� ब)मा�रा) का� शं"का-सोमा�च�रा सो$ना कारा आजा भ�र्गा� चल� आ राहा� हूँ/। या� ल)द्धिजाया�, रुपंया� हा�द्धिजारा हाN। इसो विवेलम्ब का� लिलए अत्यात लल्लि�त हूँ/।

ब्रजाना�था का� ["धँ शं�त हा" र्गाया�। विवेनाया मा� विकातना) शंलिक्त हा2 ! ब"ल�-जा) हाf, ब)मा�रा त" था�; ल�विकाना अब अच्छा� हा" र्गाया� हूँ/, आपंका" मा�रा� का�राण व्याथा� काष्ट उठी�ना� पंड़ें�। यादि� इसो सोमाया आपंका" असो$विवेधँ� हा", त" रुपंया� विOरा �� ��द्धिजाएर्गा�। माN अब उऋण हा" र्गाया� हूँ/। का"ई जाल्�� नाहाL हा2।

र्गा"रा�ल�ल विवे�� हा" र्गाया�, त" ब्रजाना�था रुपंया� लिलया� हुए भ)तरा आया� औरा भ�मा� सो� ब"ल�--या� ल" अपंना� रुपंया�; र्गा"रा�ल�ल �� र्गाया�।

भ�मा� ना� काहा�--या� मारा� रुपंया� नाहाL त$लसो) का� हाN; एका ब�रा पंरा�या� धँना ल�कारा सो)ख र्गाया)।ब्रजा०--ल�विकाना त$लसो) का� पं�रा� रुपंया� त" �� दि�या� र्गाया� !भ�मा�--�� दि�या� त" क्या� हुआ? या� उसोका� आशं)वे��� का� न्या"छ�वेरा हा2।ब्रजा०-का�ना का� झु$माका� काहाf सो� आवे�र्गा�?भ�मा�--झु$माका� ना राहा�र्गा�, ना सोहा); सो�� का� लिलए ‘का�ना’ त" हा" र्गाया�।

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बड़े� घरा क� ब�टी�

ब�ना)मा�धँवे चिंसो<हा र्गाgरा)पं$रा र्गाfवे का� जामाL��रा औरा नाम्बरा��रा था�। उनाका� विपंत�माहा विकासो) सोमाया बड़ें� धँना-धँ�न्या सोपंन्न था�। र्गाfवे का� पंक्का� त�ल�ब औरा मादि�रा द्धिजानाका� अब माराम्मात भ) मा$ल्किश्काल था), उन्हाL का� का�र्तित<-स्तभ था�। काहात� हाN इसो �रावे�जा� पंरा हा�था) झु�मात� था�, अब उसोका� जार्गाहा एका ब�ढ़� भNसो था), द्धिजासोका� शंरा)रा मा� अल्लिस्था-पंजारा का� लिसोवे� औरा का$ छ शं�ष ना राहा� था�; पंरा दूधँ शं�या� बहुत ��त) था); क्या�विका एका ना एका आ�मा) हाfड़ें) लिलए उसोका� लिसोरा पंरा सोवे�रा हा) राहात� था�। ब�ना)मा�धँवे चिंसो<हा अपंना) आधँ) सो� अयिधँका सोपंणित्त वेका�ल� का" भ�टी कारा च$का� था�। उनाका� वेत�मा�ना आया एका हाजा�रा रुपंया� वे�र्तिष<का सो� अयिधँका ना था)। ठी�का$ रा सो�हाब का� �" ब�टी� था�। बड़ें� का� ना�मा श्र)का ठी चिंसो<हा था�। उसोना� बहुत दि�ना� का� पंरिराश्रमा औरा उद्य"र्गा का� ब�� ब).ए. का� विडाग्रा) प्रा�प्त का� था)। अब एका �फ्तरा मा� नाgकारा था�। छ"टी� लड़ेंका� ल�ल-विबहा�रा) चिंसो<हा �"हारा� ब�ना का�, सोजा)ल� जावे�ना था�। भरा� हुआ मा$खड़ें�,चgड़ें) छ�त)। भNसो का� �" सो�रा त�जा� दूधँ वेहा उठी कारा सोब�रा� पं) जा�त� था�। श्र)का ठी चिंसो<हा का� �शं� विबलका$ ल विवेपंरा)त था)। इना ना�त्रविप्राया र्गा$ण� का" उन्हा�ना� ब)०ए०--इन्हाL �" अक्षरा� पंरा न्या"छ�वेरा कारा दि�या� था�। इना �" अक्षरा� ना� उनाका� शंरा)रा का" विनाब�ल औरा च�हारा� का" का�वितहा)ना बना� दि�या� था�। इसो) सो� वे2द्यका ग्राथा� पंरा उनाका� विवेशं�ष प्रा�मा था�। आया$वे}दि�का औषयिधँया� पंरा उनाका� अयिधँका विवेश्व�सो था�। शं�मा-सोब�रा� उनाका� कामारा� सो� प्रा�या: खराल का� सो$रा)ल) काण�माधँ$रा ध्वेविना सो$ना�या) दि�या� कारात) था)। ल�हाgरा औरा कालकात्त� का� वे2द्य� सो� बड़ें) लिलख�-पंढ़� राहात) था)।

श्र)का ठी इसो अ/र्गारा�जा) विडाग्रा) का� अयिधँपंवित हा"ना� पंरा भ) अ/र्गारा�जा) सो�मा�द्धिजाका प्राथा�ओं का� विवेशं�ष प्रा�मा) ना था�; बल्किल्का वेहा बहुधँ� बड़ें� जा"रा सो� उसोका� पिंना<�� औरा वितरास्का�रा विकाया� कारात� था�। इसो) सो� र्गाfवे मा� उनाका� बड़ें� सोम्मा�ना था�। �शंहारा� का� दि�ना� मा� वेहा बड़ें� उत्सो�हा सो� रा�माल)ल� हा"त� औरा स्वेया विकासो) ना विकासो) पं�त्र का� पं�टी� ल�त� था�। र्गाgरा)पं$रा मा� रा�माल)ल� का� वेहा) जान्मा��त� था�। प्रा�च)ना पिंहा<दू सोभ्यात� का� र्गा$णर्गा�ना उनाका� धँ�र्मिमा<कात� का� प्राधँ�ना अर्गा था�। सोन्धिम्मालिलत का$ टी$म्ब का� त" वेहा एका-मा�त्र उपं�सोका था�। आजा-काल न्धिस्त्रया� का" का$ टी$म्ब का" का$ टी$म्ब मा� यिमाल-जा$ल कारा राहाना� का� जा" अरुलिच हा"त) हा2, उसो� वेहा जा�वित औरा ��शं �"ना� का� लिलए हा�विनाका�राका सोमाझुत� था�। याहा) का�राण था� विका र्गाfवे का� ललना�ऍं उनाका� पिंना<�का थाL ! का"ई-का"ई त" उन्हा� अपंना� शंत्र$ सोमाझुना� मा� भ) सोका"च ना कारात) थाL ! स्वेया उनाका� पंत्ना) का" हा) इसो विवेषया मा� उनासो� विवेरा"धँ था�। याहा इसोलिलए नाहाL विका उसो� अपंना� सो�सो-सोसो$रा, ��वेरा या� जा�ठी आदि� घ{ण� था); बल्किल्का उसोका� विवेच�रा था� विका यादि� बहुत का$ छ सोहाना� औरा तराहा ��ना� पंरा भ) पंरिरावे�रा का� सो�था विनावे��हा ना हा" सोका� , त" आया�-दि�ना का� कालहा सो� जा)वेना का" नाष्ट काराना� का� अपं�क्ष� याहा) उत्तमा हा2 विका अपंना) खिखचड़ें) अलर्गा पंका�या) जा�या।

आना�� एका बड़ें� उच्च का$ ल का� लड़ेंका� था)। उसोका� ब�पं एका छ"टी�-सो) रिराया�सोत का� त�ल्ल$का� ��रा था�। विवेशं�ल भवेना, एका हा�था), त)ना का$ त्त�, ब�जा, बहारा)-लिशंकारा�, झु�ड़ें-O�ना�सो, आनारा�रा) माद्धिजास्ट्रे�टी औरा ऋण, जा" एका प्रावितयि¬त त�ल्ल$का� ��रा का� भ"ग्या पं��था� हाN, सोभ) याहाf विवेद्यमा�ना था�। ना�मा था� भ�पंचिंसो<हा। बड़ें� उ��रा-लिचत्त औरा प्रावितभ�शं�ल) पं$रुष था�; पंरा दुभ��ग्या सो� लड़ेंका� एका भ) ना था�। सो�त लड़ेंविकायाf हुईं औरा �2वेया"र्गा सो� सोब का� सोब जा)विवेत राहाL। पंहाल) उमार्गा मा� त" उन्हा�ना� त)ना ब्या�हा दि�ल ख"लकारा विकाया�; पंरा पंद्रहा-ब)सो हाजा�रा रुपंया� का� काजा� लिसोरा पंरा हा" र्गाया�, त" ऑंख� ख$लL, हा�था सोमा�टी लिलया�। आना�� चgथा) लड़ेंका� था)। वेहा अपंना) सोब बहाना� सो� अयिधँका रूँपंवेत) औरा र्गा$णवेत) था)। इसोसो� ठी�का$ रा भ�पंचिंसो<हा उसो� बहुत प्या�रा कारात� था�।

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सो$न्�रा सोत�ना का" का��लिचत� उसोका� मा�त�-विपंत� भ) अयिधँका च�हात� हाN। ठी�का$ रा सो�हाब बड़ें� धँमा�-सोकाटी मा� था� विका इसोका� विवेवे�हा काहाf कारा�? ना त" याहा) च�हात� था� विका ऋण का� ब"झु बढ़� औरा ना याहा) स्वे)का�रा था� विका उसो� अपंना� का" भ�ग्याहा)ना सोमाझुना� पंड़ें�। एका दि�ना श्र)का ठी उनाका� पं�सो विकासो) च�� का� रुपंया� माfर्गाना� आया�। शं�या� ना�र्गारा)-प्राच�रा का� च�� था�। भ�पंचिंसो<हा उनाका� स्वेभ�वे पंरा रा)झु र्गाया� औरा धँ�माधँ�मा सो� श्र)का ठीचिंसो<हा का� आना�� का� सो�था ब्या�हा हा" र्गाया�।

आना�� अपंना� नाया� घरा मा� आया), त" याहाf का� रार्गा-ढोर्गा का$ छ औरा हा) ��ख�। द्धिजासो टी�मा-टी�मा का� उसो� बचपंना सो� हा) आ�त पंड़ें) हुई था), वेहा याहा� ना�मा-मा�त्र का" भ) ना था)। हा�था)-घ"ड़ें� का� त" काहाना� हा) क्या�, का"ई सोजा) हुई सो$�रा बहाल) तका ना था)। रा�शंमा) स्ल)पंरा सो�था ल�या) था); पंरा याहाf ब�र्गा काहाf। माका�ना मा� खिखड़ेंविकायाf तका ना थाL, ना जामा)ना पंरा Oशं�, ना ��वे�रा पंरा तस्वे)रा�। याहा एका सो)धँ�-सो��� ��हा�त) र्गा{हास्था) का� माका�ना था�; विकान्त$ आना�� ना� था"ड़ें� हा) दि�ना� मा� अपंना� का" इसो नाया) अवेस्था� का� ऐसो� अना$का� ल बना� लिलया�, मा�ना� उसोना� विवेल�सो का� सो�मा�ना काभ) ��ख� हा) ना था�।

२एका दि�ना �"पंहारा का� सोमाया ल�लविबहा�रा) चिंसो<हा �" लिचविड़ेंया� लिलया� हुए आया� औरा भ�वेजा

सो� ब"ल�--जाल्�� सो� पंका� �", मा$झु� भ�ख लर्गा) हा2। आना�� भ"जाना बना�कारा उसोका� रा�हा ��ख राहा) था)। अब वेहा नाया� व्याजाना बना�ना� ब2ठी1। हा�ड़ें) मा� ��ख�, त" घ) पं�वे-भरा सो� अयिधँका ना था�। बड़ें� घरा का� ब�टी�, विकाO�यात क्या� जा�ना�। उसोना� सोब घ) मा�सो मा� डा�ल दि�या�। ल�लविबहा�रा) ख�ना� ब2ठी�, त" ��ल मा� घ) ना था�, ब"ल�-��ल मा� घ) क्या� नाहाL छ"ड़ें�?

आना�� ना� काहा�--घ) सोब माfसो मा� पंड़ें र्गाया�। ल�लविबहा�रा) जा"रा सो� ब"ल�--अभ) पंरासो� घ) आया� हा2। इतना� जाल्� उठी र्गाया�?

आना�� ना� उत्तरा दि�या�--आजा त" का$ ल पं�वे--भरा राहा� हा"र्गा�। वेहा सोब माNना� मा�सो मा� डा�ल दि�या�।

द्धिजासो तराहा सो�ख) लकाड़ें) जाल्�� सो� जाल उठीत) हा2, उसो) तराहा क्ष$धँ� सो� ब�वेल� माना$ष्या जारा�-जारा� सो) ब�त पंरा वितनाका जा�त� हा2। ल�लविबहा�रा) का" भ�वेजा का� याहा दिढोठी�ई बहुत ब$रा) मा�ल�मा हुई, वितनाका कारा ब"ल�--मा2का� मा� त" च�हा� घ) का� ना�� बहात) हा" !

स्त्र) र्गा�लिलयाf सोहा ल�त) हाN, मा�रा भ) सोहा ल�त) हाN; पंरा मा2का� का� पिंना<�� उनासो� नाहाL सोहा) जा�त)। आना�� मा$/हा O� रा कारा ब"ल)--हा�था) मारा� भ), त" नाg ल�ख का�। वेहाf इतना� घ) विनात्या ना�ई-काहा�रा ख� जा�त� हाN।

ल�लविबहा�रा) जाल र्गाया�, था�ल) उठी�कारा पंलटी ��, औरा ब"ल�--जा) च�हात� हा2, जा)भ पंकाड़ें कारा खLच ल�/।

आना� का" भ) ["धँ आ र्गाया�। मा$/हा ल�ल हा" र्गाया�, ब"ल)--वेहा हा"त� त" आजा इसोका� माजा� चख�त�।

अब अपंढ़, उजाड्ड ठी�का$ रा सो� ना राहा� र्गाया�। उसोका� स्त्र) एका सो�धँ�राण जामाL��रा का� ब�टी� था)। जाब जा) च�हात�, उसो पंरा हा�था सो�O कारा लिलया� कारात� था�। खड़ें�ऊ/ उठी�कारा आना�� का� ओरा जा"रा सो� O� का�, औरा ब"ल�--द्धिजासोका� र्गा$मा�ना पंरा भ�ल) हुई हा", उसो� भ) ��ख�/र्गा� औरा त$म्हा� भ)।

आना�� ना� हा�था सो� खड़ें�ऊ/ रा"का�, लिसोरा बच र्गाया�; पंरा अ/र्गाल) मा� बड़ें) च"टी आया)। ["धँ का� मा�रा� हावे� सो� विहालत� पंत्त� का� भfवित काfपंत) हुई अपंना� कामारा� मा� आ कारा खड़ें) हा" र्गाया)। स्त्र)

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का� बल औरा सो�हासो, मा�ना औरा माया���� पंवित तका हा2। उसो� अपंना� पंवित का� हा) बल औरा पं$रुषत्वे का� घमाडा हा"त� हा2। आना�� ख�ना का� घ�/टी पं) कारा राहा र्गाया)।

३श्र)का ठी चिंसो<हा शंविनावे�रा का" घरा आया� कारात� था�। वे{हास्पवित का" याहा घटीना� हुई था)। �" दि�ना

तका आना�� का"पं-भवेना मा� राहा)। ना का$ छ ख�या� ना विपंया�, उनाका� ब�टी ��खत) राहा)। अत मा� शंविनावे�रा का" वेहा विनायामा�ना$का� ल सोध्या� सोमाया घरा आया� औरा ब�हारा ब2ठी कारा का$ छ इधँरा-उधँरा का� ब�त�, का$ छ ��शं-का�ल सोबधँ) सोमा�च�रा तथा� का$ छ नाया� मा$का�मा� आदि� का� चच�� काराना� लर्गा�। याहा वे�त��ल�पं �सो बजा� रा�त तका हा"त� राहा�। र्गाfवे का� भद्र पं$रुष� का" इना ब�त� मा� ऐसो� आना� यिमालत� था� विका ख�ना�-पं)ना� का� भ) सो$यिधँ ना राहात) था)। श्र)का ठी का" पिंपं<डा छ$ ड़ें�ना� मा$ल्किश्काल हा" जा�त� था�। या� �"-त)ना घटी� आना�� ना� बड़ें� काष्ट सो� का�टी� ! विकासो) तराहा भ"जाना का� सोमाया आया�। पंच�यात उठी1। एका�त हुआ, त" ल�लविबहा�रा) ना� काहा�--भ2या�, आपं जारा� भ�भ) का" सोमाझु� ��द्धिजाएर्गा� विका मा$/हा सो/भ�ल कारा ब�तच)त विकाया� कारा�, नाहाL त" एका दि�ना अनाथा� हा" जा�यार्गा�।

ब�ना)मा�धँवे चिंसो<हा ना� ब�टी� का� ओरा सो�क्ष) ��--हाf, बहूँ-ब�दिटीया� का� याहा स्वेभ�वे अच्छा� नाहाL विका मा�¯ का� मा�/हा लर्गा�।

ल�लविबहा�रा)--वेहा बड़ें� घरा का� ब�टी� हाN, त" हामा भ) का"ई का$ मा�-काहा�रा नाहाL हा2। श्र)का ठी ना� चिंच<वितत स्वेरा सो� पं�छ�--आखिखरा ब�त क्या� हुई?

ल�लविबहा�रा) ना� काहा�--का$ छ भ) नाहाL; या� हा) आपं हा) आपं उलझु पंड़ेंL। मा2का� का� सो�माना� हामा ल"र्गा� का" का$ छ सोमाझुत) हा) नाहाL।

श्र)का ठी ख�-पं)कारा आना�� का� पं�सो र्गाया�। वेहा भरा) ब2ठी1 था)। याहा हाजारात भ) का$ छ त)ख� था�। आना�� ना� पं�छ�--लिचत्त त" प्रासोन्न हा2।

श्र)का ठी ब"ल�--बहुत प्रासोन्न हा2; पंरा त$माना� आजाकाल घरा मा� याहा क्या� उपंद्रवे माच� राख� हा2?

आना�� का� त्या"रिराया� पंरा बल पंड़ें र्गाया�, झु$/झुल�हाटी का� मा�रा� ब�ना मा� ज्वे�ल�-सो) �हाका उठी1। ब"ल)--द्धिजासोना� त$मासो� याहा आर्गा लर्गा�या) हा2, उसो� पं�ऊ/ , मा$/हा झु$लसो दू/।

श्र)का ठी--इतना) र्गारामा क्या� हा"त) हा", ब�त त" काहा"।आना��--क्या� काहूँ/, याहा मा�रा� भ�ग्या का� O� रा हा2 ! नाहाL त" र्गा/वे�रा छ"कारा�, द्धिजासोका"

चपंरा�सोविर्गारा) काराना� का� भ) शंऊरा नाहाL, मा$झु� खड़ें�ऊ/ सो� मा�रा कारा या� ना अकाड़ेंत�।श्र)का ठी--सोब हा�ल सो�O-सो�O काहा�, त" मा�ल�मा हा"। मा$झु� त" का$ छ पंत� नाहाL।

आना��--पंरासो� त$म्हा�रा� ल�ड़ेंल� भ�ई ना� मा$झुसो� मा�सो पंका�ना� का" काहा�। घ) हाfडा) मा� पं�वे-भरा सो� अयिधँका ना था�। वेहा सोब माNना� मा�सो मा� डा�ल दि�या�। जाब ख�ना� ब2ठी� त" काहाना� लर्गा�--�ल मा� घ) क्या� नाहाL हा2? बसो, इसो) पंरा मा�रा� मा2का� का" ब$रा�-भल� काहाना� लर्गा�--मा$झुसो� ना राहा� र्गाया�। माNना� काहा� विका वेहाf इतना� घ) त" ना�ई-काहा�रा ख� जा�त� हाN, औरा विकासो) का" जा�ना भ) नाहाL पंड़ेंत�। बसो इतना) सो) ब�त पंरा इसो अन्या�या) ना� मा$झु पंरा खड़ें�ऊ/ O� का मा�रा)। यादि� हा�था सो� ना रा"का ल�/, त" लिसोरा Oटी जा�या। उसो) सो� पं�छ", माNना� जा" का$ छ काहा� हा2, वेहा सोच हा2 या� झु�ठी।

श्र)का ठी का� ऑंख� ल�ल हा" र्गायाL। ब"ल�--याहाf तका हा" र्गाया�, इसो छ"कारा� का� याहा सो�हासो ! आना�� न्धिस्त्रया� का� स्वेभ�वे�ना$सो�रा रा"ना� लर्गा); क्या�विका ऑंसो� उनाका� पंलका� पंरा राहात� हाN। श्र)का ठी बड़ें� धँ2या�वे�ना� औरा शं�वित पं$रुष था�। उन्हा� का��लिचत� हा) काभ) ["धँ आत� था�; न्धिस्त्रया� का� ऑंसो� पं$रुष का� ["धँ�खिग्ना भड़ेंका�ना� मा� त�ल का� का�मा ��त� हाN। रा�त भरा कारावेटी� ब�लत� राहा�।

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उविद्वाग्नात� का� का�राण पंलका तका नाहाL झुपंका�। प्रा�त:का�ल अपंना� ब�पं का� पं�सो जा�कारा ब"ल�--����, अब इसो घरा मा� मा�रा� विनाब�हा ना हा"र्गा�।

इसो तराहा का� विवेद्र"हा-पं�ण� ब�त� काहाना� पंरा श्र)का ठी ना� विकातना) हा) ब�रा अपंना� काई यिमात्र� का" आड़ें� हा�था� लिलया� था�; पंरान्त$ दुभ��ग्या, आजा उन्हा� स्वेया वे� हा) ब�त� अपंना� मा$/हा सो� काहाना) पंड़ें) ! दूसोरा� का" उपं��शं ��ना� भ) विकातना� सोहाजा हा2!

ब�ना)मा�धँवे चिंसो<हा घबरा� उठी� औरा ब"ल�--क्या�?श्र)का ठी--इसोलिलए विका मा$झु� भ) अपंना) मा�ना--प्रावित¬� का� का$ छ विवेच�रा हा2। आपंका� घरा मा�

अब अन्या�या औरा हाठी का� प्राका"पं हा" राहा� हा2। द्धिजानाका" बड़ें� का� आ�रा--सोम्मा�ना काराना� च�विहाए, वे� उनाका� लिसोरा चढ़त� हाN। माN दूसोरा� का� नाgकारा ठीहारा� घरा पंरा राहात� नाहाL। याहाf मा�रा� पं)छ� न्धिस्त्रया� पंरा खड़ें�ऊ/ औरा जा�त� का� बgछ�रा� हा"त) हाN। काड़ें) ब�त तका लिचन्त� नाहाL। का"ई एका का� �" काहा ल�, वेहाf तका माN सोहा सोकात� हूँ/ विकान्त$ याहा का��विपं नाहाL हा" सोकात� विका मा�रा� ऊपंरा ल�त-घ�/सो� पंड़ें� औरा माN �मा ना मा�रु/ ।

ब�ना)मा�धँवे चिंसो<हा का$ छ जावे�ब ना �� सोका� । श्र)का ठी सो�2वे उनाका� आ�रा कारात� था�। उनाका� ऐसो� त�वेरा ��खकारा ब�ढ़� ठी�का$ रा अवे�का� राहा र्गाया�। का� वेल इतना� हा) ब"ल�--ब�टी�, त$मा ब$द्धिZमा�ना हा"कारा ऐसो) ब�त� कारात� हा"? न्धिस्त्रया¡ इसो तराहा घरा का� ना�शं कारा ��त) हा2। उनाका" बहुत लिसोरा चढ़�ना� अच्छा� नाहाL।

श्र)का ठी--इतना� माN जा�नात� हूँ/, आपंका� आशं)वे��� सो� ऐसो� मा�ख� नाहाL हूँ/। आपं स्वेया जा�नात� हाN विका मा�रा� हा) सोमाझु�ना�-ब$झु�ना� सो�, इसो) र्गाfवे मा� काई घरा सो/भल र्गाया�, पंरा द्धिजासो स्त्र) का� मा�ना-प्रावित¬� का� ईश्वरा का� �राब�रा मा� उत्तरा��त� हूँ/, उसोका� प्रावित ऐसो� घ"रा अन्या�या औरा पंशं$वेत� व्यावेहा�रा मा$झु� असोह्य हा2। आपं सोच मा�विनाए, मा�रा� लिलए याहा) का$ छ कामा नाहाL हा2 विका ल�लविबहा�रा) का" का$ छ �डा नाहाL हा"त�।

अब ब�ना)मा�धँवे चिंसो<हा भ) र्गारामा�या�। ऐसो) ब�त� औरा ना सो$ना सोका� । ब"ल�--ल�लविबहा�रा) त$म्हा�रा� भ�ई हा2। उसोसो� जाब काभ) भ�ल--च�का हा", उसोका� का�ना पंकाड़ें" ल�विकाना.

श्र)का ठी—ल�लविबहा�रा) का" माN अब अपंना� भ�ई नाहाL सोमाझुत�।ब�ना)मा�धँवे चिंसो<हा--स्त्र) का� पं)छ�?श्र)का ठी—जा) नाहाL, उसोका� [� रात� औरा अविवेवे�का का� का�राण।�"ना� का$ छ ��रा च$पं राहा�। ठी�का$ रा सो�हाब लड़ेंका� का� ["धँ शं�त काराना� च�हात� था�, ल�विकाना

याहा नाहाL स्वे)का�रा काराना� च�हात� था� विका ल�लविबहा�रा) ना� का"ई अना$लिचत का�मा विकाया� हा2। इसो) ब)च मा� र्गाfवे का� औरा काई सो�ना हुक्का� -लिचलमा का� बहा�ना� वेहाf आ ब2ठी� । काई न्धिस्त्रया� ना� जाब याहा सो$ना� विका श्र)का ठी पंत्ना) का� पं)छ� विपंत� सो� लड़ेंना� का� त2या�रा हाN, त" उन्हा� बड़ें� हाष� हुआ। �"ना� पंक्ष� का� माधँ$रा वे�णिणयाf सो$नाना� का� लिलए उनाका� आत्मा�ऍं वितलयिमाल�ना� लर्गाL। र्गाfवे मा� का$ छ ऐसो� का$ दिटील माना$ष्या भ) था�, जा" इसो का$ ल का� ना)वितपं�ण� र्गावित पंरा माना हा) माना जालत� था�। वे� काहा� कारात� था�—श्र)का ठी अपंना� ब�पं सो� �बत� हा2, इसो)लिलए वेहा �ब्ब� हा2। उसोना� विवेद्य� पंढ़�, इसोलिलए वेहा विकात�ब� का� का�ड़ें� हा2। ब�ना)मा�धँवे चिंसो<हा उसोका� सोल�हा का� विबना� का"ई का�मा नाहाL कारात�, याहा उनाका� मा�ख�त� हा2। इना माहा�ना$भ�वे� का� शं$भका�माना�ऍं आजा पं�रा) हा"त) दि�ख�या) ��। का"ई हुक्का� पं)ना� का� बहा�ना� औरा का"ई लर्गा�ना का� रासो)� दि�ख�ना� आ कारा ब2ठी र्गाया�। ब�ना)मा�धँवे चिंसो<हा पं$रा�ना� आ�मा) था�। इना भ�वे� का" त�ड़ें र्गाया�। उन्हा�ना� विनाश्चाया विकाया� च�हा� का$ छ हा) क्या� ना हा", इना द्र"विहाया� का" त�ल) बजा�ना� का� अवेसोरा ना दू/र्गा�। त$रात का"माल शंब्�� मा� ब"ल�--ब�टी�, माN त$मासो� ब�हारा नाहाL हूँ/। तम्हा�रा� जा" जा) च�हा� कारा", अब त" लड़ेंका� सो� अपंरा�धँ हा" र्गाया�।

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इल�हा�ब�� का� अना$भवे-राविहात झुल्ल�या� हुआ ग्रा�जा$एटी इसो ब�त का" ना सोमाझु सोका�। उसो� विडाब�टिंटी<र्गा-क्लब मा� अपंना) ब�त पंरा अड़ेंना� का� आ�त था), इना हाथाका डा� का� उसो� क्या� खबरा? ब�पं ना� द्धिजासो मातलब सो� ब�त पंलटी� था), वेहा उसोका� सोमाझु मा� ना आया�। ब"ल�—ल�लविबहा�रा) का� सो�था अब इसो घरा मा� नाहाL राहा सोकात�।

ब�ना)मा�धँवे—ब�टी�, ब$द्धिZमा�ना ल"र्गा मा�ख¯ का� ब�त पंरा ध्या�ना नाहाL ��त�। वेहा ब�सोमाझु लड़ेंका� हा2। उसोसो� जा" का$ छ भ�ल हुई, उसो� त$मा बड़ें� हा"कारा क्षमा� कारा"।

श्र)का ठी—उसोका� इसो दुष्टत� का" माN का��विपं नाहाL सोहा सोकात�। या� त" वेहा) घरा मा� राहा�र्गा�, या� माN हा)। आपंका" यादि� वेहा अयिधँका प्या�रा� हा2, त" मा$झु� विवे�� का�द्धिजाए, माN अपंना� भ�रा आपं सो±भ�ल ल�/र्गा�। यादि� मा$झु� राखना� च�हात� हाN त" उसोसो� काविहाए, जाहाf च�हा� चल� जा�या। बसो याहा मा�रा� अवितमा विनाश्चाया हा2।

ल�लविबहा�रा) चिंसो<हा �रावे�जा� का� चgखटी पंरा च$पंच�पं खड़ें� बड़ें� भ�ई का� ब�त� सो$ना राहा� था�। वेहा उनाका� बहुत आ�रा कारात� था�। उसो� काभ) इतना� सो�हासो ना हुआ था� विका श्र)का ठी का� सो�माना� च�रापं�ई पंरा ब2ठी जा�या, हुक्का� पं) ल� या� पं�ना ख� ल�। ब�पं का� भ) वेहा इतना� मा�ना ना कारात� था�। श्र)का ठी का� भ) उसो पंरा हा�र्दि�<का स्ना�हा था�। अपंना� हा"शं मा� उन्हा�ना� काभ) उसो� घ$ड़ेंका� तका ना था�। जाब वेहा इल�हा�ब�� सो� आत�, त" उसोका� लिलए का"ई ना का"ई वेस्त$ अवेश्या ल�त�। मा$र्गा�रा का� जा"ड़ें) उन्हा�ना� हा) बनावे� �� था)। विपंछल� सो�ल जाब उसोना� अपंना� सो� ड्यौgढ़� जावे�ना का" ना�र्गापंचमा) का� दि�ना �र्गाल मा� पंछ�ड़ें दि�या�, त" उन्हा�ना� पं$लविकात हा"कारा अख�ड़ें� मा� हा) जा� कारा उसो� र्गाल� लर्गा� लिलया� था�, पंfच रुपंया� का� पं2सो� ल$टी�या� था�। ऐसो� भ�ई का� मा$/हा सो� आजा ऐसो) हृ�या-विवे��राका ब�त सो$नाकारा ल�लविबहा�रा) का" बड़ें) ग्ल�विना हुई। वेहा O� टी-O� टी कारा रा"ना� लर्गा�। इसोमा� सो��हा नाहाL विका अपंना� विकाया� पंरा पंछत� राहा� था�। भ�ई का� आना� सो� एका दि�ना पंहाल� सो� उसोका� छ�त) धँड़ेंकात) था) विका ��ख�/ भ2या� क्या� काहात� हाN। माN उनाका� सोम्मा$ख का2 सो� जा�ऊ/ र्गा�, उनासो� का2 सो� ब"ल�/र्गा�, मा�रा) ऑंख� उनाका� सो�माना� का2 सो� उठी�र्गा)। उसोना� सोमाझु� था� विका भ2या� मा$झु� ब$ल�कारा सोमाझु� ��र्गा�। इसो आशं� का� विवेपंरा)त आजा उसोना� उन्हा� विना��यात� का� मा�र्तित< बना� हुए पं�या�। वेहा मा�ख� था�। पंरात$ उसोका� माना काहात� था� विका भ2या� मा�रा� सो�था अन्या�या कारा राहा� हाN। यादि� श्र)का ठी उसो� अका� ल� मा� ब$ल�कारा �"-च�रा ब�त� काहा ��त�; इतना� हा) नाहाL �"-च�रा तमा�च� भ) लर्गा� ��त� त" का��लिचत� उसो� इतना� दु:ख ना हा"त�; पंरा भ�ई का� याहा काहाना� विका अब माN इसोका� सो�रात नाहाL ��खना� च�हात�, ल�लविबहा�रा) सो� सोहा� ना र्गाया� ! वेहा रा"त� हुआ घरा आया�। का"ठी�रा) मा� जा� कारा कापंड़ें� पंहाना�, ऑंख� पं�छ�, द्धिजासोमा� का"ई याहा ना सोमाझु� विका रा"त� था�। तब आना�� का� द्वा�रा पंरा आकारा ब"ल�—भ�भ), भ2या� ना� विनाश्चाया विकाया� हा2 विका वेहा मा�रा� सो�था इसो घरा मा� ना राहा�र्गा�। अब वेहा मा�रा� मा$/हा नाहाL ��खना� च�हात�; इसोलिलए अब माN जा�त� हूँ/। उन्हा� विOरा मा$/हा ना दि�ख�ऊ/ र्गा� ! मा$झुसो� जा" का$ छ अपंरा�धँ हुआ, उसो� क्षमा� काराना�।

याहा काहात�-काहात� ल�लविबहा�रा) का� र्गाल� भरा आया�।

४द्धिजासो सोमाया ल�लविबहा�रा) चिंसो<हा लिसोरा झु$का�या� आना�� का� द्वा�रा पंरा खड़ें था�, उसो) सोमाया

श्र)का ठी चिंसो<हा भ) ऑंख� ल�ल विकाया� ब�हारा सो� आया�। भ�ई का" खड़ें� ��ख�, त" घ{ण� सो� ऑंख� O� रा लL, औरा कातरा� कारा विनाकाल र्गाया�। मा�ना� उसोका� पंराछ�हा) सो� दूरा भ�र्गात� हा�।

आना�� ना� ल�लविबहा�रा) का� लिशंका�यात त" का� था), ल�विकाना अब माना मा� पंछत� राहा) था) वेहा स्वेभ�वे सो� हा) �या�वेत) था)। उसो� इसोका� तविनाका भ) ध्या�ना ना था� विका ब�त इतना) बढ़

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जा�यार्गा)। वेहा माना मा� अपंना� पंवित पंरा झु$/झुल� राहा) था) विका याहा इतना� र्गारामा क्या� हा"त� हाN। उसो पंरा याहा भया भ) लर्गा� हुआ था� विका काहाL मा$झुसो� इल�हा�ब�� चलना� का" काहा�, त" का2 सो� क्या� कारु/ र्गा)। इसो ब)च मा� जाब उसोना� ल�लविबहा�रा) का" �रावे�जा� पंरा खड़ें� याहा काहात� सो$ना� विका अब माN जा�त� हूँ/, मा$झुसो� जा" का$ छ अपंरा�धँ हुआ, क्षमा� काराना�, त" उसोका� राहा�-सोहा� ["धँ भ) पं�ना) हा" र्गाया�। वेहा रा"ना� लर्गा)। माना का� मा2ल धँ"ना� का� लिलए नायाना-जाल सो� उपंया$क्त औरा का"ई वेस्त$ नाहाL हा2।

श्र)का ठी का" ��खकारा आना�� ना� काहा�—ल�ल� ब�हारा खड़ें� बहुत रा" राहा� हाN।श्र)का ठी--त" माN क्या� कारूँ/ ?आना��—भ)तरा ब$ल� ल"। मा�रा) जा)भ मा� आर्गा लर्गा� ! माNना� काहाf सो� याहा झुर्गाड़ें� उठी�या�।श्र)का ठी--माN ना ब$ल�ऊ/ र्गा�।आना��--पंछत�ओर्गा�। उन्हा� बहुत ग्ल�विना हा" र्गाया) हा2, ऐसो� ना हा", काहाL चल ��।श्र)का ठी ना उठी� । इतना� मा� ल�लविबहा�रा) ना� विOरा काहा�--भ�भ), भ2या� सो� मा�रा� प्राण�मा काहा

�"। वेहा मा�रा� मा$/हा नाहाL ��खना� च�हात�; इसोलिलए माN भ) अपंना� मा$/हा उन्हा� ना दि�ख�ऊ/ र्गा�।ल�लविबहा�रा) इतना� काहा कारा लgटी पंड़ें�, औरा शं)घ्रत� सो� �रावे�जा� का� ओरा बढ़�। अत मा�

आना�� कामारा� सो� विनाकाल) औरा उसोका� हा�था पंकाड़ें लिलया�। ल�लविबहा�रा) ना� पं)छ� विOरा कारा ��ख� औरा ऑंख� मा� ऑंसो� भरा� ब"ल�--मा$झु� जा�ना� �"।

आना�� काहाf जा�त� हा"?ल�लविबहा�रा)--जाहाf का"ई मा�रा� मा$/हा ना ��ख�।आना��—माN ना जा�ना� दू/र्गा)?ल�लविबहा�रा)—माN त$मा ल"र्गा� का� सो�था राहाना� या"ग्या नाहाL हूँ/।आना��—त$म्हा� मा�रा) सोgर्गाधँ अब एका पंर्गा भ) आर्गा� ना बढ़�ना�।ल�लविबहा�रा)—जाब तका मा$झु� याहा ना मा�ल�मा हा" जा�या विका भ2या� का� माना मा�रा) तराO सो�

सो�O हा" र्गाया�, तब तका माN इसो घरा मा� का��विपं ना राहूँ/र्गा�।आना��—माN ईश्वरा का" सो�क्ष) �� कारा काहात) हूँ/ विका त$म्हा�रा) ओरा सो� मा�रा� माना मा� तविनाका भ)

मा2ल नाहाL हा2।अब श्र)का ठी का� हृ�या भ) विपंघल�। उन्हा�ना� ब�हारा आकारा ल�लविबहा�रा) का" र्गाल� लर्गा�

लिलया�। �"ना� भ�ई ख�ब O� टी-O� टी कारा रा"या�। ल�लविबहा�रा) ना� लिसोसोकात� हुए काहा�—भ2या�, अब काभ) मात काहाना� विका त$म्हा�रा� मा$/हा ना ��ख�/र्गा�। इसोका� लिसोवे� आपं जा" �डा ��र्गा�, माN सोहाष� स्वे)का�रा कारूँ/ र्गा�।

श्र)का ठी ना� काfपंत� हुए स्वेरा मा� काहा�--लल्ल� ! इना ब�त� का" विबल्का$ ल भ�ल जा�ओ। ईश्वरा च�हा�र्गा�, त" विOरा ऐसो� अवेसोरा ना आवे�र्गा�।

ब�ना)मा�धँवे चिंसो<हा ब�हारा सो� आ राहा� था�। �"ना� भ�इया� का" र्गाल� यिमालत� ��खकारा आना� सो� पं$लविकात हा" र्गाया�। ब"ल उठी�—बड़ें� घरा का� ब�दिटीयाf ऐसो) हा) हा"त) हाN। विबर्गाड़ेंत� हुआ का�मा बना� ल�त) हाN।

र्गाfवे मा� द्धिजासोना� याहा वे{त्त�त सो$ना�, उसो) ना� इना शंब्�� मा� आना�� का� उ��रात� का" सोरा�हा�—‘बड़ें� घरा का� ब�दिटीयाf ऐसो) हा) हा"त) हाN।‘

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पं�चं पंराम�श्वरा

जा$म्माना शं�ख अलर्गा� चgधँरा) मा� र्गा�ढ़� यिमात्रत� था)। सो�झु� मा� ख�त) हा"त) था)। का$ छ ल�ना-��ना मा� भ) सो�झु� था�। एका का" दूसोरा� पंरा अटील विवेश्व�सो था�। जा$म्माना जाब हाजा काराना� र्गाया� था�, तब अपंना� घरा अलर्गा� का" सोyपं र्गाया� था�, औरा अलर्गा� जाब काभ) ब�हारा जा�त�, त" जा$म्माना पंरा अपंना� घरा छ"ड़ें ��त� था�। उनामा� ना ख�ना�-पं�ना� का� व्यावेहा�रा था�, ना धँमा� का� ना�त�; का� वेल विवेच�रा यिमालत� था�। यिमात्रत� का� मा�लमात्र भ) याहा) हा2।

इसो यिमात्रत� का� जान्मा उसो) सोमाया हुआ, जाब �"ना� यिमात्र ब�लका हा) था�, औरा जा$म्माना का� पं�ज्या विपंत�, जा$मारा�त), उन्हा� लिशंक्ष� प्रा��ना कारात� था�। अलर्गा� ना� र्गा$रूँ जा) का� बहुत सो�वे� का� था), ख�ब प्या�ल� धँ"या�। उनाका� हुक्का� एका क्षण का� लिलए भ) विवेश्र�मा ना ल�ना� पं�त� था�, क्या�विका प्रात्या�का लिचलमा अलर्गा� का" आधँ घटी� तका विकात�ब� सो� अलर्गा कारा ��त) था)। अलर्गा� का� विपंत� पं$रा�ना� विवेच�रा� का� माना$ष्या था�। उन्हा� लिशंक्ष� का� अपं�क्ष� र्गा$रु का� सो�वे�-शं$श्र�ष� पंरा अयिधँका विवेश्व�सो था�। वेहा काहात� था� विका विवेद्य� पंढ़ना� ना� नाहाL आत); जा" का$ छ हा"त� हा2, र्गा$रु का� आशं)वे��� सो�। बसो, र्गा$रु जा) का� का{ पं�-दृयिष्ट च�विहाए। अतएवे यादि� अलर्गा� पंरा जा$मारा�त) शं�ख का� आशं)वे��� अथावे� सोत्सोर्गा का� का$ छ Oल ना हुआ, त" याहा मा�नाकारा सोत"ष कारा ल�ना� विका विवेद्य"पं�जा�ना मा� माNना� याथा�शंलिक्त का"ई ब�त उठी� नाहाL राख), विवेद्य� उसोका� भ�ग्या हा) मा� ना था), त" का2 सो� आत)?

मार्गारा जा$मारा�त) शं�ख स्वेया आशं)वे��� का� का�याल ना था�। उन्हा� अपंना� सो"टी� पंरा अयिधँका भरा"सो� था�, औरा उसो) सो"टी� का� प्रात�पं सो� आजा-पं�सो का� र्गाfवे� मा� जा$म्माना का� पं�जा� हा"त) था)। उनाका� लिलख� हुए रा�हानाना�मा� या� ब2ना�मा� पंरा काचहारा) का� मा$हार्रिरा<रा भ) का�मा ना उठी� सोकात� था�। हाल्का� का� डा�विकाया�, का�स्टी�विबल औरा तहासो)ल का� चपंरा�सो)--सोब उनाका� का{ पं� का� आका�क्ष� राखत� था�। अतएवे अलर्गा� का� मा�ना उनाका� धँना का� का�राण था�, त" जा$म्माना शं�ख अपंना) अनामा"ल

विवेद्य� सो� हा) सोबका� आ�रापं�त्र बना� था�।२

जा$म्माना शं�ख का� एका ब�ढ़� ख�ल� (माgसो)) था)। उसोका� पं�सो का$ छ था"ड़ें)-सो) यिमालविकायात था); पंरान्त$ उसोका� विनाकाटी सोबयिधँया� मा� का"ई ना था�। जा$म्माना ना� लम्ब�-चgड़ें� वे��� काराका� वेहा यिमालविकायात अपंना� ना�मा लिलखवे� ल) था)। जाब तका ��नापंत्र का� राद्धिजास्ट्रे� ना हुई था), तब तका ख�ल�जा�ना का� ख�ब आ�रा-सोत्का�रा विकाया� र्गाया�; उन्हा� ख�ब स्वे�दि�ष्ट पं��था� खिखल�या� र्गाया�। हालवे�-पं$ल�वे का� वेष��- सो) का� र्गाया); पंरा राद्धिजास्ट्रे� का� मा"हारा ना� इना ख�वितरा��रिराया� पंरा भ) मा�ना� मा$हारा लर्गा� ��। जा$म्माना का� पंत्ना) कारा)माना रा"दिटीया� का� सो�था काड़ेंवे) ब�त� का� का$ छ त�जा, त)ख� सो�लना भ) ��ना� लर्गा)। जा$म्माना शं�ख भ) विनाठी$रा हा" र्गाया�। अब ब�च�रा) ख�ल�जा�ना का" प्रा�या: विनात्या हा) ऐसो) ब�त� सो$नाना) पंड़ेंत) था)।

ब$दिढ़या� ना जा�ना� काब तका द्धिजाया�र्गा)। �"-त)ना ब)घ� ऊसोरा क्या� �� दि�या�, मा�ना� मा"ल ल� लिलया� हा2 ! बघ�रा) ��ल का� विबना� रा"दिटीयाf नाहाL उतरातL ! द्धिजातना� रुपंया� इसोका� पं�टी मा� झु�का च$का� , उतना� सो� त" अब तका र्गाfवे मा"ल ल� ल�त�।

का$ छ दि�ना ख�ल�जा�ना ना� सो$ना� औरा सोहा�; पंरा जाब ना सोहा� र्गाया� तब जा$म्माना सो� लिशंका�यात का�। त$म्माना ना� स्था�ना)या कामा�च�रा)—र्गा{हास्वे�मा)—का� प्राबधँ ��ना� उलिचत ना सोमाझु�। का$ छ दि�ना तका दि�ना तका औरा या� हा) रा"-धँ"कारा का�मा चलत� राहा�। अन्त मा� एका दि�ना ख�ल� ना� जा$म्माना सो�

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काहा�—ब�टी� ! त$म्हा�रा� सो�था मा�रा� विनावे��हा ना हा"र्गा�। त$मा मा$झु� रुपंया� �� दि�या� कारा", माN अपंना� पंका�-ख� ल�/र्गा)।

जा$म्माना ना� घ{ष्टत� का� सो�था उत्तरा दि�या�—रुपंया� क्या� याहा�/ Oलत� हाN?

ख�ल� ना� नाम्रत� सो� काहा�—मा$झु� का$ छ रूँख�-सो�ख� च�विहाए भ) विका नाहाL?

जा$म्माना ना� र्गाम्भी)रा स्वेरा सो� जावे�ब़ दि�या�—त" का"ई याहा था"ड़ें� हा) सोमाझु� था� विका त$ माgत सो� लड़ेंकारा आया) हा"?

ख�ल� विबर्गाड़ें र्गायाL, उन्हा�ना� पंच�यात काराना� का� धँमाका� ��। जा$म्माना हा/सो�, द्धिजासो तराहा का"ई लिशंका�रा) विहाराना का" जा�ल) का� तराO जा�त� ��ख कारा माना हा) माना हा/सोत� हा2। वेहा ब"ल�—हाf, जारूँरा पंच�यात कारा"। O2 सोल� हा" जा�या। मा$झु� भ) याहा रा�त-दि�ना का� खटीखटी पंसो� नाहाL।

पंच�यात मा� विकासोका� जा)त हा"र्गा), इसो विवेषया मा� जा$म्माना का" का$ छ भ) सो��हा ना था। आसो-पं�सो का� र्गाfवे� मा� ऐसो� काgना था�, उसोका� अना$ग्राहा� का� ऋण) ना हा"; ऐसो� काgना था�, जा" उसोका" शंत्र$ बना�ना� का� सो�हासो कारा सोका� ? विकासोमा� इतना� बल था�, जा" उसोका� सो�माना� कारा सोका� ? आसोमा�ना का� Oरिराश्त� त" पंच�यात काराना� आवे�र्गा� हा) नाहाL।

३इसोका� ब�� काई दि�ना तका ब�ढ़� ख�ल� हा�था मा� एका लकाड़ें) लिलया� आसो-पं�सो का� र्गाfवे� मा�

�gड़ेंत) राहाL। कामारा झु$का कारा कामा�ना हा" र्गाया) था)। एका-एका पंर्गा चलना� दूभरा था�; मार्गारा ब�त आ पंड़ें) था)। उसोका� विनाण�या काराना� जारूँरा) था�।

विबराल� हा) का"ई भल� आ�मा) हा"र्गा�, द्धिजासोका� सोमा�ना� ब$दिढ़या� ना� दु:ख का� ऑंसो� ना बहा�या� हा�। विकासो) ना� त" या� हा) ऊपंरा) माना सो� हूँ/-हाf काराका� टी�ल दि�या�, औरा विकासो) ना� इसो अन्या�या पंरा जामा�ना� का" र्गा�लिलया�/ ��। काहा�—काब्र मा� पंfवे जाटीका� हुए हाN, आजा मारा�, काल दूसोरा� दि�ना, पंरा हावेसो नाहाL मा�नात)। अब त$म्हा� क्या� च�विहाए? रा"टी� ख�ओ औरा अल्ल�हा का� ना�मा ल"। त$म्हा� अब ख�त)-ब�रा) सो� क्या� का�मा हा2? का$ छ ऐसो� सो�ना भ) था�, द्धिजान्हा� हा�स्या-रासो का� रासो�स्वे��ना का� अच्छा� अवेसोरा यिमाल�। झु$का� हुई कामारा, पं"पंल� मा$/हा, सोना का� -सो� ब�ल इतना) सो�माग्रा) एकात्र हा�, तब हा/सो) क्या� ना आवे�? ऐसो� न्या�याविप्राया, �या�ल$, ��ना-वेत्सोल पं$रुष बहुत कामा था�, द्धिजान्हा�ना� इसो अबल� का� दुखड़ें� का" र्गाgरा सो� सो$ना� हा" औरा उसोका" सो�त्वेना� �� हा"। च�रा� ओरा सो� घ�मा-घ�मा कारा ब�च�रा) अलर्गा� चgधँरा) का� पं�सो आया)। ल�ठी1 पंटीका �� औरा �मा ल�कारा ब"ल)—ब�टी�, त$मा भ) �मा भरा का� लिलया� मा�रा) पंच�यात मा� चल� आना�।

अलर्गा�—मा$झु� ब$ल� कारा क्या� कारा"र्गा)? काई र्गाfवे का� आ�मा) त" आवे�र्गा� हा)।ख�ल�—अपंना) विवेपं� त" सोबका� आर्गा� रा" आया)। अब आनारा� ना आना� का� अल्लिख्तया�रा

उनाका" हा2।अलर्गा�—या� आना� का" आ जा�ऊ/ र्गा�; मार्गारा पंच�यात मा� मा$/हा ना ख"ल�/र्गा�। ख�ल�—क्या� ब�टी�?अलर्गा�—अब इसोका� काया� जावे�ब दू/? अपंना) ख$शं)। जा$म्माना मा�रा� पं$रा�ना� यिमात्र हा2। उसोसो�

विबर्गा�ड़ें नाहाL कारा सोकात�।ख�ल�—ब�टी�, क्या� विबर्गा�ड़ें का� डारा सो� ईमा�ना का� ब�त ना काहा"र्गा�?

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हामा�रा� सो"या� हुए धँमा�-ज्ञा�ना का� सो�रा) सो¦णित्त ल$टी जा�या, त" उसो� खबरा नाहाL हा"त�, पंरान्त$ ललका�रा सो$नाकारा वेहा सोच�त हा" जा�त� हा2। विOरा उसो� का"ई जा)त नाहाL सोकात�। अलर्गा� इसो सोवे�ल का� का�ई उत्तरा ना �� सोका�, पंरा उसोका�हृ�या मा� या� शंब्� र्गा�/जा राहा� था�-

क्या� विबर्गा�ड़ें का� डारा सो� ईमा�ना का� ब�त ना काहा"र्गा�?४

सोध्या� सोमाया एका पं�ड़ें का� ना)च� पंच�यात ब2ठी1। शं�ख जा$म्माना ना� पंहाल� सो� हा) Oशं� विबछ� राख� था�। उन्हा�ना� पं�ना, इल�याच), हुक्का� -तम्ब�का� आदि� का� प्राब� भ) विकाया� था�। हाf, वेहा स्वेया अलबत्त� अलर्गा� चgधँरा) का� सो�था जारा� दूरा पंरा ब2ठी�जाब पंच�यात मा� का"ई आ जा�त� था�, तब �वे� हुए सोल�मा सो� उसोका� स्वे�र्गात कारात� था�। जाब सो�या� अस्त हा" र्गाया� औरा लिचविड़ेंया� का� कालरावेया$क्त पंच�यात पं�ड़ें� पंरा ब2ठी1, तब याहाf भ) पंच�यात शं$रूँ हुई। Oशं� का� एका-एका अर्गा$ल जामा)ना भरा र्गाया); पंरा अयिधँका�शं �शं�का हा) था�। विनामावित्रत माहा�शंया� मा� सो� का� वेल वे� हा) ल"र्गा पंधँ�रा� था�, द्धिजान्हा� जा$म्माना सो� अपंना) का$ छ कासोरा विनाका�लना) था)। एका का"ना� मा� आर्गा सो$लर्गा राहा) था)। ना�ई त�बड़ेंत"ड़ें लिचलमा भरा राहा� था�। याहा विनाण�या काराना� असोम्भीवे था� विका सो$लर्गात� हुए उपंल� सो� अयिधँका धँ$ऑं विनाकालत� था� या� लिचलमा का� �मा� सो�। लड़ेंका� इधँरा-उधँरा �gड़ें राहा� था�। का"ई आपंसो मा� र्गा�ल)-र्गालgजा कारात� औरा का"ई रा"त� था�। च�रा� तराO का"ल�हाल माच राहा� था�। र्गाfवे का� का$ त्त� इसो जामा�वे का" भ"जा सोमाझुकारा झु$डा का� झु$डा जामा� हा" र्गाए था�।

पंच ल"र्गा ब2ठी र्गाया�, त" ब�ढ़� ख�ल� ना� उनासो� विवेनात) का�--‘पंच�, आजा त)ना सो�ल हुए, माNना� अपंना) सो�रा) जा�या��� अपंना� भ�नाजा� जा$म्माना का� ना�मा

लिलख �� था)। इसो� आपं ल"र्गा जा�नात� हा) हा�र्गा�। जा$म्माना ना� मा$झु� त�-हाया�त रा"टी�-कापंड़ें� ��ना� काब�ल विकाया�। सो�ल-भरा त" माNना� इसोका� सो�था रा"-धँ"कारा का�टी�। पंरा अब रा�त-दि�ना का� रा"ना� नाहाL सोहा� जा�त�। मा$झु� ना पं�टी का� रा"टी� यिमालत) हा2 ना तना का� कापंड़ें�। ब�कासो ब�वे� हूँ/। काचहारा) �राब�रा नाहाL कारा सोकात)। त$म्हा�रा� लिसोवे� औरा विकासोका" अपंना� दु:ख सो$ना�ऊ/ ? त$मा ल"र्गा जा" रा�हा विनाका�ल �", उसो) रा�हा पंरा चल�/। अर्गारा मा$झुमा� का"ई ऐब ��ख", त" मा�रा� मा$/हा पंरा थाप्पंड़ें मा�रा)। जा$म्माना मा� ब$रा�ई ��ख", त" उसो� सोमाझु�ओं, क्या� एका ब�कासो का� आहा ल�त� हा2 ! माN पंच� का� हुक्मा लिसोरा-मा�था� पंरा चढ़�ऊ/ र्गा)।’

रा�माधँना यिमाश्र, द्धिजानाका� काई असो�यिमाया� का" जा$म्माना ना� अपंना� र्गा�वे मा� बसो� लिलया� था�, ब"ल�—जा$म्माना यिमाया� विकासो� पंच ब�त� हा"? अभ) सो� इसोका� विनापंटी�रा� कारा ल"। विOरा जा" का$ छ पंच काहा�र्गा�, वेहा) मा�नाना� पंड़ें�र्गा�।

जा$म्माना का" इसो सोमाया सो�स्या� मा� विवेशं�षकारा वे� हा) ल"र्गा ��ख पंड़ें�, द्धिजानासो� विकासो) ना विकासो) का�राण उनाका� वे2मानास्या था�। जा$म्माना ब"ल�—पंच� का� हुक्मा अल्ल�हा का� हुक्मा हा2। ख�ल�जा�ना द्धिजासो� च�हा�, उसो� ब��। मा$झु� का"ई उज्र नाहाL।

ख�ल� ना� लिचल्ल�कारा काहा�--अरा� अल्ल�हा का� बन्�� ! पंच� का� ना�मा क्या� नाहाL बत� ��त�? का$ छ मा$झु� भ) त" मा�ल�मा हा"।

जा$म्माना ना� ["धँ सो� काहा�--इसो वेक्त मा�रा� मा$/हा ना ख$लवे�ओ। त$म्हा�रा) बना पंड़ें) हा2, द्धिजासो� च�हा", पंच ब�"।

ख�ल�जा�ना जा$म्माना का� आक्ष�पं का" सोमाझु र्गायाL, वेहा ब"ल)--ब�टी�, ख$�� सो� डारा"। पंच ना विकासो) का� �"स्त हा"त� हाN, ना� विकासो) का� दुश्माना। का2 सो) ब�त काहात� हा"! औरा त$म्हा�रा� विकासो) पंरा विवेश्व�सो ना हा", त" जा�ना� �"; अलर्गा� चgधँरा) का" त" मा�नात� हा", ल", माN उन्हाL का" सोरापंच ब�त) हूँ/।

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जा$म्माना शं�ख आना� सो� O� ल उठी� , पंरान्त$ भ�वे� का" लिछपं� कारा ब"ल�--अलर्गा� हा) सोहा), मा�रा� लिलए जा2सो� रा�माधँना वे2सो� अलर्गा�।

अलर्गा� इसो झुमा�ल� मा� O/ सोना� नाहाL च�हात� था�। वे� कान्न) का�टीना� लर्गा�। ब"ल�--ख�ल�, त$मा जा�नात) हा" विका मा�रा) जा$म्माना सो� र्गा�ढ़� �"स्त) हा2।

ख�ल� ना� र्गाम्भी)रा स्वेरा मा� काहा�--‘ब�टी�, �"स्त) का� लिलए का"ई अपंना� ईमा�ना नाहाL ब�चत�। पंच का� दि�ल मा� ख$�� बसोत� हा2। पंच� का� मा$/हा सो� जा" ब�त विनाकालत) हा2, वेहा ख$�� का� तराO सो� विनाकालत) हा2।’

अलर्गा� चgधँरा) सोरापंच हुए रा�माधँना यिमाश्र औरा जा$म्माना का� दूसोरा� विवेरा"यिधँया� ना� ब$दिढ़या� का" माना मा� बहुत का"सो�।

अलर्गा� चgधँरा) ब"ल�--शं�ख जा$म्माना ! हामा औरा त$मा पं$रा�ना� �"स्त हाN ! जाब का�मा पंड़ें�, त$माना� हामा�रा) मा�� का� हा2 औरा हामा भ) जा" का$ छ बना पंड़ें�, त$म्हा�रा) सो�वे� कारात� राहा� हाN; मार्गारा इसो सोमाया त$मा औरा ब$ढ़� ख�ल�, �"ना� हामा�रा) विनार्गा�हा मा� बरा�बरा हा"। त$माका" पंच� सो� जा" का$ छ अजा� काराना) हा", कारा"।

जा$म्माना का" पं�रा� विवेश्व�सो था� विका अब ब�जा) मा�रा) हा2। अलर्गा याहा सोब दि�ख�वे� का� ब�त� कारा राहा� हा2। अतएवे शं�त-लिचत्त हा" कारा ब"ल�--पंच�, त)ना सो�ल हुए ख�ल�जा�ना ना� अपंना) जा�या��� मा�रा� ना�मा विहाब्ब� कारा �� था)। माNना� उन्हा� त�-हाया�त ख�ना�-काप्ड़ें� ��ना� काब�ल विकाया� था�। ख$�� र्गावे�हा हा2, आजा तका माNना� ख�ल�जा�ना का" का"ई तकाल)O नाहाL ��। माN उन्हा� अपंना) माf का� सोमा�ना सोमाझुत� हूँ/। उनाका� खिख�मात काराना� मा�रा� Oजा� हा2; मार्गारा औरात� मा� जारा� अनाबना राहात) हा2, उसोमा� मा�रा� क्या� बसो हा2? ख�ल�जा�ना मा$झुसो� मा�हावे�रा खच� अलर्गा माfर्गात) हा2। जा�या��� द्धिजातना) हा2; वेहा पंच� सो� लिछपं) नाहाL। उसोसो� इतना� मा$ना�O� नाहाL हा"त� हा2 विका मा�हावे�रा खच� �� सोका�/ । इसोका� अल�वे� विहाब्ब�ना�मा� मा� मा�हावे�रा खच� का� का"ई द्धिजा[ नाहा)। नाहाL त" माN भ�लकारा भ) इसो झुमा�ल� मा� ना पंड़ेंत�। बसो, मा$झु� याहा) काहाना� हा2। आइ�� पंच� का� अल्लिख्तया�रा हा2, जा" O2 सोल� च�हा�, कारा�।

अलर्गा� चgधँरा) का" हामा�शं� काचहारा) सो� का�मा पंड़ेंत� था�। अतएवे वेहा पं�रा� का�ना�ना) आ�मा) था�। उसोना� जा$म्माना सो� द्धिजाराहा शं$रूँ का�। एका-एका प्राश्न जा$म्माना का� हृ�या पंरा हाथाgड़ें) का� च"टी का� तराहा पंड़ेंत� था�। रा�माधँना यिमाश्र इसो प्राश्न� पंरा मा$ग्धँ हुए जा�त� था�। जा$म्माना चविकात था� विका अलर्गा� का" क्या� हा" र्गाया�। अभ) याहा अलर्गा� मा�रा� सो�था ब2ठी1 हुआ का2 सो)-का2 सो) ब�त� कारा राहा� था� ! इतना) हा) ��रा मा� ऐसो) का�या�पंलटी हा" र्गाया) विका मा�रा) जाड़ें ख"�ना� पंरा त$ल� हुआ हा2। ना मा�ल�मा काब का� कासोरा याहा विनाका�ल राहा� हा2? क्या� इतना� दि�ना� का� �"स्त) का$ छ भ) का�मा ना आवे�र्गा)?

जा$म्माना शं�ख त" इसो) सोकाल्पं-विवेकाल्पं मा� पंड़ें� हुए था� विका इतना� मा� अलर्गा� ना� O2 सोल� सो$ना�या�--

जा$म्माना शं�ख त" इसो) सोकाल्पं-विवेकाल्पं मा� पंड़ें� हुए था� विका इतना� मा� अलर्गा� ना� O2 सोल� सो$ना�या�--

जा$म्माना शं�ख ! पंच� ना� इसो मा�माल� पंरा विवेच�रा विकाया�। उन्हा� याहा ना)वित सोर्गात मा�ल�मा हा"त� हा2 विका ख�ल�जा�ना का" मा�हावे�रा खच� दि�या� जा�या। हामा�रा� विवेच�रा हा2 विका ख�ल� का� जा�या��� सो� इतना� मा$ना�O� अवेश्या हा"त� हा2 विका मा�हावे�रा खच� दि�या� जा� सोका� । बसो, याहा) हामा�रा� O2 सोल� हा2। अर्गारा जा$म्माना का" खच� ��ना� माजा�रा ना हा", त" विहाब्वे�ना�मा� राद्द सोमाझु� जा�या।

याहा O2 सोल� सो$नात� हा) जा$म्माना सोन्न�टी� मा� आ र्गाया�। जा" अपंना� यिमात्र हा", वेहा शंत्र$ का� व्यावेहा�रा कारा� औरा र्गाल� पंरा छ$ रा) O� रा�, इसो� सोमाया का� हा�रा-O� रा का� लिसोवे� औरा क्या� काहा�? द्धिजासो पंरा

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पं�रा� भरा"सो� था�, उसोना� सोमाया पंड़ेंना� पंरा धँ"ख� दि�या�। ऐसो� हा) अवेसोरा� पंरा झु�ठी� -सोच्च� यिमात्र� का� पंरा)क्ष� का� जा�त) हा2। याहा) कालिलया$र्गा का� �"स्त) हा2। अर्गारा ल"र्गा ऐसो� कापंटी�-धँ"ख�ब�जा ना हा"त�, त" ��शं मा� आपंणित्तया� का� प्राका"पं क्या� हा"त�? याहा हा2जा�-प्ल�र्गा आदि� व्या�यिधँयाf दुष्कामा¯ का� हा) �डा हाN।

मार्गारा रा�माधँना यिमाश्र औरा अन्या पंच अलर्गा� चgधँरा) का� इसो ना)वित-पंरा�याणत� का" प्राशंसो� जा) ख"लकारा कारा राहा� था�। वे� काहात� था�--इसोका� ना�मा पंच�यात हा2 ! दूधँ का� दूधँ औरा पं�ना) का� पं�ना) कारा दि�या�। �"स्त), �"स्त) का� जार्गाहा हा2, विकान्त$ धँमा� का� पं�लना काराना� मा$ख्या हा2। ऐसो� हा) सोत्यावे�दि�या� का� बल पंरा पं{थ्वे) ठीहारा) हा2, नाहाL त" वेहा काब का� रासो�तल का" चल) जा�त)।

इसो O2 सोल� ना� अलर्गा� औरा जा$म्माना का� �"स्त) का� जाड़ें विहाल� ��। अब वे� सो�था-सो�था ब�त� कारात� नाहाL दि�ख�या) ��त�। इतना� पं$रा�ना� यिमात्रत�-रूँपं) वे{क्षसोत्या का� एका झु�का� भ) ना सोहा सोका�। सोचमा$च वेहा ब�ल� का� हा) जामा)ना पंरा खड़ें� था�।

उनामा� अब लिशंष्ट�च�रा का� अयिधँका व्यावेहा�रा हा"ना� लर्गा�। एका दूसोरा� का� आवेभर्गात ज्या��� काराना� लर्गा�। वे� यिमालत�-जा$लत� था�, मार्गारा उसो) तराहा जा2सो� तलवे�रा सो� ढो�ल यिमालत) हा2।

जा$म्माना का� लिचत्त मा� यिमात्र का� का$ दिटीलत� आठी� पंहारा खटीका� कारात) था)। उसो� हारा घड़ें) याहा) चिंच<त� राहात) था) विका विकासो) तराहा ब�ल� ल�ना� का� अवेसोरा यिमाल�।

५अच्छा� का�मा� का� लिसोद्धिZ मा� बड़ें) �रा� लर्गात) हा2; पंरा ब$रा� का�मा� का� लिसोद्धिZ मा� याहा ब�त नाहाL

हा"त); जा$म्माना का" भ) ब�ल� ल�ना� का� अवेसोरा जाल्� हा) यिमाल र्गाया�। विपंछल� सो�ल अलर्गा� चgधँरा) बटी�सोरा सो� ब2ल� का� एका बहुत अच्छा� र्गा"ई मा"ल ल�या� था�। ब2ल पंछ�हाL जा�वित का� सो$�रा, बडा�-बड़ें� सो)र्गा�वे�ल� था�। माहा)ना� तका आसो-पं�सो का� र्गाfवे का� ल"र्गा �शं�ना कारात� राहा�। �2वेया"र्गा सो� जा$म्माना का� पंच�यात का� एका माहा)ना� का� ब�� इसो जा"ड़ें) का� एका ब2ल मारा र्गाया�। जा$म्माना ना� �"स्त� सो� काहा�--याहा �ग़ा�ब�ज़ी) का� सोजा� हा2। इन्सो�ना सोब्र भल� हा) कारा जा�या, पंरा ख$�� ना�का-ब� सोब ��खत� हा2। अलर्गा� का" सो��हा हुआ विका जा$म्माना ना� ब2ल का" विवेष दि�ल� दि�या� हा2। चgधँरा�इना ना� भ) जा$म्माना पंरा हा) इसो दुघ�टीना� का� �"ष�रा"पंण विकाया� उसोना� काहा�--जा$म्माना ना� का$ छ कारा-कारा� दि�या� हा2। चgधँरा�इना औरा कारा)माना मा� इसो विवेषया पंरा एका दि�ना ख$ब हा) वे��-विवेवे�� हुआ �"ना� ��विवेया� ना� शंब्�-ब�हुल्या का� ना�� बहा� ��। व्यार्गाया, वेक्त"लिक्त अन्या"लिक्त औरा उपंमा� आदि� अलका�रा� मा� ब�त� हुईं। जा$म्माना ना� विकासो) तराहा शं�वित स्था�विपंत का�। उन्हा�ना� अपंना) पंत्ना) का" डाfटी-डापंटी कारा सोमाझु� दि�या�। वेहा उसो� उसो राणभ�यिमा सो� हाटी� भ) ल� र्गाया�। उधँरा अलर्गा� चgधँरा) ना� सोमाझु�ना�-ब$झु�ना� का� का�मा अपंना� तका� -पं�ण� सो�टी� सो� लिलया�।

अब अका� ल� ब2ल विकासो का�मा का�? उसोका� जा"ड़ें बहुत ढो�/ढ़� र्गाया�, पंरा ना यिमाल�। विना��ना याहा सोल�हा ठीहारा) विका इसो� ब�च डा�लना� च�विहाए। र्गाfवे मा� एका सोमाझु� सो�हु था�, वेहा इक्का�-र्गा�ड़ें) हाfकात� था�। र्गाfवे का� र्गा$ड़ें-घ) ल�� कारा माडा) ल� जा�त�, माडा) सो� त�ल, नामाका भरा ल�त�, औरा र्गाfवे मा� ब�चत�। इसो ब2ल पंरा उनाका� माना लहारा�या�। उन्हा�ना� सो"च�, याहा ब2ल हा�था लर्गा� त" दि�ना-भरा मा� ब�खटीका� त)ना ख�पं हा�। आजा-काल त" एका हा) ख�पं मा� ल�ल� पंड़ें� राहात� हाN। ब2ल ��ख�, र्गा�ड़ें) मा� �"ड़ें�या�, ब�ल-भgरा) का� पंहाच�ना कारा�या), मा"ल-त"ल विकाया� औरा उसो� ल� कारा द्वा�रा पंरा बfधँ हा) दि�या�। एका माहा)ना� मा� ��मा च$का�ना� का� वे��� ठीहारा�। चgधँरा) का" भ) र्गाराजा था) हा), घ�टी� का� पंरावे�हा ना का�।

सोमाझु� सो�हु ना� नाया� ब2ल पं�या�, त" लर्गा� उसो� रार्गा��ना�। वेहा दि�ना मा� त)ना-त)ना, च�रा-च�रा ख�पं� काराना� लर्गा�। ना च�रा� का� विO[ था), ना पं�ना) का�, बसो ख�पं� सो� का�मा था�। माडा) ल� र्गाया�, वेहाf

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का$ छ सो�ख� भ�सो� सो�माना� डा�ल दि�या�। ब�च�रा� जा�नावेरा अभ) �मा भ) ना ल�ना� पं�या� था� विका विOरा जा"त दि�या�। अलर्गा� चgधँरा) का� घरा था� त" च2ना का� बशं) बचत) था)। ब2लरा�मा छठी� -छमा�हा� काभ) बहाल) मा� जा"त� जा�त� था�। ख�ब उछलत�-का� �त� औरा का"सो� तका �gड़ेंत� चल� जा�त� था�। वेहाf ब2लरा�मा का� रा�वितब था�, सो�O पं�ना), �ल) हुई अराहारा का� ��ल औरा भ�सो� का� सो�था खल), औरा याहा) नाहाL, काभ)-काभ) घ) का� स्वे�� भ) चखना� का" यिमाल जा�त� था�। शं�मा-सोब�रा� एका आ�मा) खराहारा� कारात�, पं�छत� औरा सोहाल�त� था�। काहाf वेहा सो$ख-च2ना, काहाf याहा आठी� पंहारा काहा) खपंत। माहा)ना�-भरा हा) मा� वेहा विपंसो-सो� र्गाया�। इक्का� का� याहा जा$आ ��खत� हा) उसोका� लहूँ सो�ख जा�त� था�। एका-एका पंर्गा चलना� दूभरा था�। हाविडाडायाf विनाकाल आया) था); पंरा था� वेहा पं�ना)��रा, मा�रा का� बरा��श्त ना था)।

एका दि�ना चgथा) ख�पं मा� सो�हु जा) ना� दूना� ब"झु ल���। दि�ना-भराका� थाका� जा�नावेरा, पं2रा ना उठीत� था�। पंरा सो�हु जा) का"ड़ें� Oटीका�राना� लर्गा�। बसो, विOरा क्या� था�, ब2ल काल�जा� त"ड़ें का� चल�। का$ छ दूरा �gड़ें� औरा च�हा� विका जारा� �मा ल� ल�/; पंरा सो�हु जा) का" जाल्� पंहु/चना� का� विO[ था); अतएवे उन्हा�ना� काई का"ड़ें� बड़ें) विना��यात� सो� Oटीका�रा�। ब2ल ना� एका ब�रा विOरा जा"रा लर्गा�या�; पंरा अबका� ब�रा शंलिक्त ना� जावे�ब �� दि�या�। वेहा धँरात) पंरा विर्गारा पंड़ें�, औरा ऐसो� विर्गारा� विका विOरा ना उठी�। सो�हु जा) ना� बहुत पं)टी�, टीfर्गा पंकाड़ेंकारा ख)च�, नाथाना� मा� लकाड़ें) ठी�/सो ��; पंरा काहाL मा{तका भ) उठी सोकात� हा2? तब सो�हु जा) का" का$ छ शंका हुआ। उन्हा�ना� ब2ल का" र्गाgरा सो� ��ख�, ख"लकारा अलर्गा विकाया�; औरा सो"चना� लर्गा� विका र्गा�ड़ें) का2 सो� घरा पंहु/च�। बहुत च)ख�-लिचल्ल�या�; पंरा ��हा�त का� रा�स्त� बच्च� का� ऑंख का� तराहा सो¹झु हा"त� हा) ब� हा" जा�त� हा2। का"ई नाजारा ना आया�। आसो-पं�सो का"ई र्गाfवे भ) ना था�। मा�रा� ["धँ का� उन्हा�ना� मारा� हुए ब2ल पंरा औरा दुरा} लर्गा�या� औरा का"सोना� लर्गा�--अभ�र्गा�। त$झु� माराना� हा) था�, त" घरा पंहु/चकारा मारात� ! सोसो$रा� ब)च रा�स्त� हा) मा� मारा राहा�। अब र्गाड़ें) काgना ख)च�? इसो तराहा सो�हु जा) ख�ब जाल�-भ$ना�। काई ब"रा� र्गा$ड़ें औरा काई पं)पं� घ) उन्हा�ना� ब�च� था�, �"-ढो�ई सोg रुपंया� कामारा मा� बधँ� था�। इसोका� लिसोवे� र्गा�ड़ें) पंरा काई ब"रा� नामाका था�; अतएवे छ"ड़ें कारा जा� भ) ना सोकात� था�। ल�च�रा वे�च�रा� र्गा�ड़ें) पंरा हा) ल�टी� र्गाया�। वेहाL रातजार्गा� काराना� का� ठी�ना ल)। लिचलमा पं), र्गा�या�। विOरा हुक्का� विपंया�। इसो तराहा सो�हा जा) आधँ) रा�त तका नाL� का" बहाल�त� राहा�। अपंना) जा�ना मा� त" वेहा जा�र्गात� हा) राहा�; पंरा पंg Oटीत� हा) जा" नाL� टी�टी� औरा कामारा पंरा हा�था राख�, त" था2ल) र्गा�याब ! घबरा� कारा इधँरा-उधँरा ��ख� त" काई कानास्तरा त�ल भ) ना��रात ! अOसो"सो मा� ब�च�रा� ना� लिसोरा पं)टी लिलया� औरा पंछ�ड़ें ख�ना� लर्गा�। प्रा�त: का�ल रा"त�-विबलखत� घरा पंहा/च�। सोहुआइना ना� जाब याहा ब�रा) सो$ना�वेना) सो$ना), तब पंहाल� त" रा"या), विOरा अलर्गा� चgधँरा) का" र्गा�लिलयाf ��ना� लर्गा)--विनार्गा"ड़ें� ना� ऐसो� का$ लच्छाना) ब2ल दि�या� विका जान्मा-भरा का� कामा�ई ल$टी र्गाया)।

इसो घटीना� का" हुए काई माहा)ना� ब)त र्गाए। अलर्गा� जाब अपंना� ब2ल का� ��मा माfर्गात� तब सो�हु औरा सोहुआइना, �"ना� हा) झुल्ल�या� हुए का$ त्त� का� तराहा चढ़ ब2ठीत� औरा अडा-बडा बकाना� लर्गात�—वे�हा ! याहाf त" सो�रा� जान्मा का� कामा�ई ल$टी र्गाई, सोत्या�ना�शं हा" र्गाया�, इन्हा� ��मा� का� पंड़ें) हा2। मा$��� ब2ल दि�या� था�, उसो पंरा ��मा माfर्गाना� चल� हाN ! ऑंख� मा� धँ�ल झु�का ��, सोत्या�ना�शं) ब2ल र्गाल� बfधँ दि�या�, हामा� विनारा� पं�र्गा� हा) सोमाझु लिलया� हा2 ! हामा भ) बविनाया� का� बच्च� हा2, ऐसो� ब$Zº काहाL औरा हा�र्गा�। पंहाल� जा�कारा विकासो) र्गाड़ेंहा� मा� मा$/हा धँ" आओ, तब ��मा ल�ना�। ना जा) मा�नात� हा", त" हामा�रा� ब2ल ख"ल ल� जा�ओ। माहा)ना� भरा का� ब�ल� �" माहा)ना� जा"त ल"। औरा क्या� ल"र्गा�?

चgधँरा) का� अशं$भचिंच<तका� का� कामा) ना था)। ऐसो� अवेसोरा� पंरा वे� भ) एकात्र हा" जा�त� औरा सो�हु जा) का� बरा�ना� का� पं$यिष्ट कारात�। पंरान्त$ डा�ढ़ सोg रुपंया� सो� इसो तराहा हा�था धँ" ल�ना� आसो�ना ना था�। एका ब�रा वेहा भ) र्गारामा पंड़ें�। सो�हु जा) विबर्गाड़ें कारा ल�ठी1 ढो�/ढ़ना� घरा चल� र्गाए। अब सोहुआइना

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ना� मा2��ना लिलया�। प्राश्न"त्तरा हा"त�-हा"त� हा�था�पं�ई का� नाgबत आ पंहु/च)। सोहुआइना ना� घरा मा� घ$सो कारा विकावे�ड़ें बन्� कारा लिलए। शं"रार्गा$ल सो$नाकारा र्गाfवे का� भल�मा�नासो घरा सो� विनाका�ल�। वेहा पंरा�माशं� ��ना� लर्गा� विका इसो तराहा सो� का�मा ना चल�र्गा�। पंच�यात कारा ल"। का$ छ तया हा" जा�या, उसो� स्वे)का�रा कारा ल"। सो�हु जा) रा�जा) हा" र्गाए। अलर्गा� ना� भ) हा�मा) भरा ल)।

६पंच�यात का� त2या�रिरायाf हा"ना� लर्गाL। �"ना� पंक्ष� ना� अपंना�-अपंना� �ल बना�ना� शं$रूँ विकाए।

इसोका� ब�� त)सोरा� दि�ना उसो) वे{क्ष का� ना)च� पंच�यात ब2ठी1। वेहा) सोध्या� का� सोमाया था�। ख�त� मा� काgए पंच�यात कारा राहा� था�। विवेवे��ग्रास्त विवेषया था� याहा विका माटीरा का� Oलिलया� पंरा उनाका� का"ई स्वेत्वे हा2 या� नाहा), औरा जाब तका याहा प्राश्न हाल ना हा" जा�या, तब तका वे� राखवे�ल� का� पं$का�रा पंरा अपंना) अप्रासोन्नत� प्राकाटी काराना� आवेश्याकात सोमाझुत� था�। पं�ड़ें का� डा�लिलया� पंरा ब2ठी1 शं$का-माडाल) मा� वेहा प्राश्न लिछड़ें� हुआ था� विका माना$ष्या� का" उन्हा� वे�सो$राgवेत काहाना� का� क्या� अयिधँका�रा हा2, जाब उन्हा� स्वेया अपंना� यिमात्र� सो� �र्गा� काराना� मा� भ) सोका"च नाहाL हा"त�।

पंच�यात ब2ठी र्गाई, त" रा�माधँना यिमाश्र ना� काहा�-अब ��रा) क्या� हा2 ? पंच� का� च$ना�वे हा" जा�ना� च�विहाए। ब"ल" चgधँरा) ; विकासो-विकासो का" पंच ब�त� हा"।

अलर्गा� ना� ��ना भ�वे सो� काहा�-सोमाझु� सो�हु हा) च$ना ल�।सोमाझु� खड़ें� हुए औरा काड़ेंकारा ब"ल�-मा�रा) ओरा सो� जा$म्माना शं�ख। जा$म्माना का� ना�मा सो$नात� हा) अलर्गा� चgधँरा) का� काल�जा� धँका� -धँका� काराना� लर्गा�, मा�ना�

विकासो) ना� अच�नाका थाप्पंड़ें मा�रा� दि�या� हा"। रा�माधँना अलर्गा� का� यिमात्र था�। वेहा ब�त का" त�ड़ें र्गाए। पं�छ�-क्या� चgधँरा) त$म्हा� का"ई उज्र त" नाहा)।

चgधँरा) ना� विनारा�शं हा" कारा काहा�-नाहाL, मा$झु� क्या� उज्र हा"र्गा�?अपंना� उत्तरा��यियात्वे का� ज्ञा�ना बहुधँ� हामा�रा� सोका$ लिचत व्यावेहा�रा� का� सो$धँ�राका हा"त� हा2।

जाब हामा रा�हा भ�ल कारा भटीकाना� लर्गात� हाN तब याहा) ज्ञा�ना हामा�रा� विवेश्वसोना)या पंथा-प्रा�शं�का बना जा�त� हा2।

पंत्र-सोपं��का अपंना) शं�वित का$ टी� मा� ब2ठी� हुआ विकातना) धँ{ष्टत� औरा स्वेतत्रत� का� सो�था अपंना) प्राबल ल�खना) सो� मावित्रमाडाल पंरा आ[माण कारात� हा2: पंरात$ ऐसो� अवेसोरा आत� हाN, जाब वेहा स्वेया मावित्रमाडाल मा� सोन्धिम्मालिलत हा"त� हा2। माडाल का� भवेना मा� पंर्गा धँरात� हा) उसोका� ल�खना) विकातना) मामा�ज्ञा, विकातना) विवेच�राशं)ल, विकातना) न्या�या-पंरा�याण हा" जा�त) हा2। इसोका� का�राण उत्तरा-��यियात्वे का� ज्ञा�ना हा2। नावेया$वेका या$वे�वेस्था� मा� विकातना� उद्दडा राहात� हा2। मा�त�-विपंत� उसोका� ओरा सो� विकातना� लिचवितवित राहात� हा2! वे� उसो� का$ ल-कालका सोमाझुत� हाNपंरान्त$ थाgड़ें) हा)) सोमाया मा� पंरिरावे�रा का� बgझु लिसोरा पंरा पंड़ेंत� हा) वेहा अव्यावेल्लिस्थात-लिचत्त उन्मात्त या$वेका विकातना� धँ2या�शं)ल, का2 सो� शं�तलिचत्त हा" जा�त� हा2, याहा भ) उत्तरा��यियात्वे का� ज्ञा�ना का� Oल हा2।

जा$म्माना शं�ख का� माना मा� भ) सोरापंच का� उच्च स्था�ना ग्राहाण कारात� हा) अपंना) द्धिजाम्मा���रा) का� भ�वे पं��� हुआ। उसोना� सो"च�, माN इसो वेक्त न्या�या औरा धँमा� का� सोवेSच्च आसोना पंरा ब2ठी� हूँ/। मा�रा� मा$/हा सो� इसो सोमाया जा" का$ छ विनाकाल�र्गा�, वेहा ��वेवे�ण) का� सोदृशं हा2-औरा ��वेवे�ण) मा� मा�रा� माना"विवेका�रा� का� का��विपं सोमा�वे�शं ना हा"ना� च�विहाए। मा$झु� सोत्या सो� जाg भरा भ) टीलना� उलिचत नाहा)!

पंच� ना� �"ना� पंक्ष� सो� सोवे�ल-जावे�ब काराना� शं$रूँ विकाए। बहुत ��रा तका �"ना� �ल अपंना�-अपंना� पंक्ष का� सोमाथा�ना कारात� राहा�। इसो विवेषया मा� त" सोब सोहामात था� विका सोमाझु� का" ब2ल का�

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मा�ल्या ��ना� च�विहाए। पंरान्त$ वे" माहा�शंया इसो का�राण रिराया�यात काराना� च�हात� था� विका ब2ल का� मारा जा�ना� सो� सोमाझु� का" हा�विना हुई। उसोका� प्रावितका� ल �" सोभ्या मा�ल का� अवितरिराक्त सोमाझु� का" �डा भ) ��ना� च�हात� था�, द्धिजासोसो� विOरा विकासो) का" पंशं$ओं का� सो�था ऐसो) विना��यात� काराना� का� सो�हासो ना हा"। अन्त मा� जा$म्माना ना� O2 सोल� सो$ना�या�-

अलर्गा� चgधँरा) औरा सोमाझु� सो�हु। पंच� ना� त$म्हा�रा� मा�माल� पंरा अच्छा� तराहा विवेच�रा विकाया�। सोमाझु� का" उलिचत हा2 विका ब2ल का� पं�रा� ��मा ��। द्धिजासो वेक्त उन्हा�ना� ब2ल लिलया�, उसो� का"ई ब)मा�रा) ना था)। अर्गारा उसो) सोमाया ��मा �� दि�ए जा�त�, त" आजा सोमाझु� उसो� O� रा ल�ना� का� आग्राहा ना कारात�। ब2ल का� मा{त्या$ का� वेल इसो का�राण हुई विका उसोसो� बड़ें� कादिठीना पंरिराश्रमा लिलया� र्गाया� औरा उसोका� ��ना�-च�रा� का� का"ई प्राबधँ ना विकाया� र्गाया�।

रा�माधँना यिमाश्र ब"ल�-सोमाझु� ना� ब2ल का" जा�ना-ब�झु कारा मा�रा� हा2, अतएवे उसोसो� �डा ल�ना� च�विहाए।

जा$म्माना ब"ल�-याहा दूसोरा� सोवे�ल हा2। हामाका" इसोसो� का"ई मातलब नाहाL !झुर्गाडा� सो�हु ना� काहा�-सोमाझु� का� सो�था का$ छ रिराया�यात हा"ना) च�विहाए।जा$म्माना ब"ल�-याहा अलर्गा� चgधँरा) का� इच्छा� पंरा विनाभ�रा हा2। याहा रिराया�यात कारा�, त" उनाका�

भलमानासो)।अलर्गा� चgधँरा) O� ल� ना सोमा�ए। उठी खड़ें� हुए औरा जा"रा सो� ब"ल-पंच-पंरामा�श्वरा का� जाया!इसोका� सो�था हा) च�रा� ओरा सो� प्रावितध्वेविना हुई-पंच पंरामा�श्वरा का� जाया! याहा माना$ष्या का�

का�मा नाहाL, पंच मा� पंरामा�श्वरा वे�सो कारात� हाN, याहा उन्हाL का� माविहामा� हा2। पंच का� सो�माना� ख"टी� का" काgना खरा� काहा सोकात� हा2?

था"ड़ें) ��रा ब�� जा$म्माना अलर्गा� का� पं�सो आए औरा उनाका� र्गाल� लिलपंटी कारा ब"ल�-भ2या�, जाब सो� त$माना� मा�रा) पंच�यात का� तब सो� माN त$म्हा�रा� प्रा�ण-घ�तका शंत्र$ बना र्गाया� था�; पंरा आजा मा$झु� ज्ञा�त हुआ विका पंच का� पं� पंरा ब2ठी कारा ना का"ई विकासो) का� �"स्त हा2, ना दुश्माना। न्या�या का� लिसोवे� उसो� औरा का$ छ नाहाL सो�झुत�। आजा मा$झु� विवेश्व�सो हा" र्गाया� विका पंच का� जाब�ना सो� ख$�� ब"लत� हा2। अलर्गा� रा"ना� लर्गा�। इसो पं�ना) सो� �"ना� का� दि�ल� का� मा2ल धँ$ल र्गाया�। यिमात्रत� का� मा$राझु�ई हुई लत� विOरा हारा) हा" र्गाई।

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शं�खनाद

भ�ना$ चgधँरा) अपंना� र्गाfवे का� मा$खिखया� था�। र्गाfवे मा� उनाका� बड़ें� मा�ना था�। ��रा"र्गा� जा) उन्हा� टी�टी� विबना� जामा)ना पंरा ना ब2ठीना� ��त�। मा$खिखया� सो�हाब का" ऐसो) धँ�का ब/धँ) हुई था) विका उनाका� माजा� विबना� र्गाfवे मा� एका पंत्त� भ) नाहाL विहाल सोकात� था�। का"ई घटीना�, च�हा�, वेहा सो�सो-बहु का� विवेवे�� हा", च�हा� मा�ड़ें या� ख�त का� झुर्गाड़ें�, चgधँरा) सो�हाब का� शं�सोना�यिधँका�रा) का" पं�ण�रुपं सो� सोचत� काराना� का� लिलए का�O� था), वेहा त$रान्त घटीना� स्थाल पंरा पंहु/चत�, तहाका�का�त हा"ना� लर्गात) र्गावे�हा औरा सोब�त का� लिसोवे� विकासो) अणिभया"र्गा का" सोOलत� सोविहात चल�ना� मा� द्धिजाना ब�त� का� जारुरात हा"त) हा2, उना सोब पंरा विवेच�रा हा"त� औरा चgधँरा) जा) का� �राब�रा सो� O2 सोल� हा" जा�त�। विकासो) का" अ��लत जा�ना� का� जारुरात ना पंड़ें)। हाf, इसो काष्ट का� लिलए चgधँरा)सो�हाब का$ छ O�सो जारुरा ल�त� था�। यादि� विकासो) अवेसोरा पंरा O�सो यिमालना� मा� असो$विवेधँ� का� का�राण उन्हा� धँ)राजा सो� का�मा ल�ना� पंड़ेंत� त" र्गाfवे मा� आOत माच जा�त) था); क्या�विका उनाका� धँ)राजा औरा �रा"र्गा� जा) का� ["धँ मा� का"ई घविना¬ सोम्ब� था�। सो�रा�शं याहा हा2 विका चgधँरा) सो� उनाका� �"स्त-दुश्माना सोभ) चgकान्न� राहात� था�।

२चgधँरा) मा�हाश्या का� त)ना सो$या"ग्या पं$त्र था�। बड़ें� लड़ेंका� विबत�ना एका सो$लिशंणिक्षत माना$ष्या था�।

डा�विकाया� का� राद्धिजास्टीरा पंरा �स्तखत कारा ल�त� था�। बड़ें� अना$भवे), बड़ें� ना)वित का$ शंल। यिमाजा�ई का� जार्गाहा कामा)जा पंहानात�, काभ)-काभ) लिसोर्गारा�टी भ) पं)त�, द्धिजासोसो� उनाका� र्गाgरावे बढ़त� था�। याद्यविपं उनाका� या� दुव्या�सोना ब�ढ़� चgधँरा) का" ना�पंसो� था�, पंरा ब�च�रा� विवेवेशं था�; क्या�विका अ��लत औरा का�ना�ना का� मा�माल� विबत�ना का� हा�था� मा� था�। वेहा का�ना�ना का� पं$तल� था�। का�ना�ना का� �O�ए/ उसोका� जाब�ना पंरा राख) राहात) थाL। र्गावे�हा र्गाढ़ना� मा� वेहा पं�रा� उस्त�� था�। मा/झुल� लड़ेंका� शं�ना चgधँरा) का{ विष-विवेभ�र्गा का� अयिधँका�रा) था�। ब$द्धिZ का� मा�; ल�विकाना शंरा)रा सो� बड़ें� पंरिराश्रमा)। जाहाf घ�सो ना जामात) हा", वेहाf का� सोरा जामा� ��। त)सोरा� लड़ेंका� का� ना�मा र्गा$मा�ना था�। वेहा बड़ें� रालिसोका, सो�था हा) उद्दडा भ) था�। मा$हारा�मा मा� ढो"ल इतना� जा"रा� सो� बजा�त� विका का�ना का� पं�} Oटी जा�त�। माछल) O/ सो�ना� का� बड़ें� शंgका�ना था� बड़ें� रा/र्गा)ल जावे�ना था�। ख/जाड़ें) बजा�-बजा�कारा जाब वेहा मा)ठी� स्वेरा सो� ख्या�ल र्गा�त�, त" रार्गा जामा जा�त�। उसो� �र्गाल का� ऐसो� शंgका था� विका का"सो� तका धँ�वे� मा�रात�; पंरा घरावे�ल� का$ छ ऐसो� शं$ष्का था� विका उसोका� इना व्यासोना� सो� तलिलका भ) सोहा�ना$भ�वित ना राखत� था�। विपंत� औरा भ�इया� ना� त" उसो� ऊसोरा ख�त सोमाझु राख� था�। घ$ड़ेंका�-धँमाका�, लिशंक्ष� औरा उपं��शं, स्ना�हा औरा विवेनाया, विकासो) का� उसो पंरा का$ छ भ) असोरा नाहाL हुआ। हाf, भ�वेजा� अभ) तका उसोका� ओरा सो� विनारा�शं ना हुई था)। वे� अभ) तका उसो� काड़ेंवे) �वे�इयाf विपंल�या� जा�त) था); पंरा आलस्या वेहा रा�जा रा"र्गा हा2 द्धिजासोका� रा"र्गा काभ) नाहाL सो/भलत�। ऐसो� का"ई विबरा�ल हा) दि�ना जा�त� हा"र्गा� विका बfका र्गा$मा�ना का" भ�वेजा� का� काटी$वे�क्या ना सो$नाना� पंड़ेंत� हा�। या� विबष2ल� शंरा काभ)-काभ) उसो� काठी"रा ह्र�या मा� च$भ जा�त�; विकान्त$ याहा घ�वे रा�त भरा सो� अयिधँका ना राहात�। भ"रा हा"त� हा) थाकाना� का� सो�था हा) याहा पं)ड़ें� भ) शं�त हा� जा�त)। तड़ेंका� हुआ, उसोना� हा�था-मा$/हा धँ"या�, बशं) उठी�या) औरा त�ल�ब का� ओरा चल खड़ें� हुआ। भ�वेजा� O� ल� का� वेष�� विकाया� कारात); ब�ढ़� चgधँरा) पं2तरा� ब�लत� राहात� औरा भ�ई ल"र्गा त)ख) विनार्गा�हा सो� ��ख� कारात�, पंरा अपंना) धँ$ना का� पं�रा� बfका� र्गा$मा�ना उना ल"र्गा� का� ब)च सो� इसो तराहा अकाड़ेंत� चल� जा�त�, जा2सो� का"ई मास्त हा�था) का$ त्त� का� ब)च सो� विनाकाल जा�त� हा2। उसो� सो$मा�र्गा� पंरा ल�ना� का� लिलए क्या�-क्या� उपं�या नाहा) विकाया� र्गाया�। ब�पं सोमाझु�त�-ब�टी� ऐसो) रा�हा चल" द्धिजासोमा� त$म्हा� भ) पं2सो� यिमाल� औरा र्गा{हास्था) का� भ) विनावे��हा हा"।

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भ�इया� का� भरा"सो� काब तका राहा"र्गा�? माN पंका� आमा हूँ/-आजा टीपंका पंड़ें� या� काल। विOरा त$म्हा�रा� विनाब�हा का2 सो� हा"र्गा� ? भ�ई ब�त भ) ना पं�छ�र्गा�; भ�वेजा� का� रार्गा ��ख राहा� हा"। त$म्हा�रा� भ) लड़ेंका� ब�ल� हा2, उनाका� भ�रा का2 सो� सो/भ�ल"र्गा� ? ख�त) मा� जा) ना लर्गा�, का�स्टिस्टी-विबल) मा� भरात) कारा� दू/ ? ब�/का� र्गा$माना�ना खड़ें�-खड़ें� याहा सोब सो$नात�, ल�विकाना पंत्थरा का� ��वेत� था�, काभ) ना पंसो)जात� ! इना मा�हाश्या का� अत्या�च�रा का� �डा उसोका� स्त्र) ब�च�रा) का" भ"र्गाना� पंड़ेंत� था�। मा�हानात का� घरा का� द्धिजातना� का�मा हा"त�, वे� उसो) का� लिसोरा था"पं� जा�त�। उपंल� पं�थात), का$ ए सो� पं�ना) ल�त), आटी� पं)सोत) औरा वितसो पंरा भ) जा�ठी�ना�विनायाf सो)धँ� मा$/हा ब�त ना कारात), वे�क्या ब�ण� सो� छ��� कारातL। एका ब�रा जाब वेहा पंवित सो� काई दि�ना रुठी1 राहा), त" बfका� र्गा$मा�ना का$ छ नामा� हुए। ब�पं सो� जा�कारा ब"ल�-मा$झु� का"ई दूका�ना ख"लवे� ��द्धिजाए। चgधँरा) ना� पंरामा�त्मा� का" धँन्यावे�� दि�या�। O� ल� ना सोमा�या�। काई सोg रुपंया� लर्गा�कारा कापंड़ें� का� दूका�ना ख$लवे� ��। र्गा$मा�ना का� भ�र्गा जार्गा�। तनाजा�ब का� च$न्नटी��रा का$ रात� बनावे�या�, मालमाल का� सो�O� धँ�ना) रार्गा मा� रा/र्गावे�या�। सोg�� विबका� या� ना विबका� , उसो� ल�भ हा) हा"ना� था�! दूका�ना ख$ल) हुई हा2, �सो-पं�/च र्गा�ढ़� यिमात्र जामा� हुए हाN, चरासो का� �मा औरा खया�ल का� त�ना� उड़ें राहा) हाN—

चल झुपंटी रा), जामा$ना�-तटी रा), खड़ें", नाटीखटी रा)।इसो तराहा त)ना माहा)ना� च2ना सो� काटी�। बfका� र्गा$मा�ना ना� ख�ब दि�ल ख"ल कारा अरामा�ना विनाका�ल�,

याहाf तका विका सो�रा) ल�र्गात ल�भ हा" र्गाया)। टी�टी का� टी$काड़ें� का� लिसोवे� औरा का$ छ ना बच�। ब�ढ़� चgधँरा) का$ ऍं मा� विर्गाराना� चल�, भ�वेजा� ना� घ"रा आन्�"लना माच�या�—अरा� रा�मा ! हामा�रा� बच्च� औरा हामा च)थाड़ें� का" तरासो�, र्गा�ढ़� का� एका का$ रात� भ) नासो)ब ना हा", औरा इतना) बड़ें) दूका�ना इसो विनाखट्टू का� काफ़ना बना र्गाई। अब काgना मा$/हा दि�ख�या�र्गा�? काgना मा$/हा ल�कारा घरा मा� पं2रा राख�र्गा�? पिंका<त$ बfका� र्गा$मा�ना का� त�वेरा जारा� भ) मा2ल� ना हुए। वेहा) मा$/हा लिलए वेहा विOरा घरा आया� औरा विOरा वेहा) पं$रा�ना) च�ल चलना� लर्गा�। का�ना�ना�� विबत�ना� उनाका� या� ठी�टी-ब�टी ��कारा जाल जा�त�। माN सो�रा� दि�ना पंसो)ना� बहा�ऊ/ , मा$झु� ना2नासो$ख का� का$ रात� भ) ना यिमाल�, याहा अपं�विहाजा सो�रा� दि�ना च�रापं�ई त"ड़ें� औरा या� बना-ठीना कारा विनाका�ल�? एसो� वेस्त्र त" शं�या� मा$झु� अपंना� ब्या�हा मा� भ) ना यिमाल� हा�र्गा�। मा)ठी� शं�ना का� ह्र�या मा� भ) का$ छ ऐसो� हा) विवेच�रा उठीत� था�। अत मा� याहा जालना सोहा) ना र्गाया), औरा अखिग्ना भड़ेंका�; त" एका दि�ना का�ना�ना��/ विबत�ना का� पंत्ना) र्गा$माना�मा का� सो�रा� कापंड़ें� उठी� ल�या) औरा उना पंरा यिमाट्टी� का� त�ल उ/ड़ें�ल कारा आर्गा लर्गा� ��। ज्वे�ल� उठी1, सो�रा� कापंड़ें� ��खत-��खत� जाल कारा रा�ख हा" र्गाए। र्गा$मा�ना रा"त� था�। �"ना� भ�ई खड़ें� तमा�शं� ��खत� था�। ब�ढ़� चgधँरा) ना� याहा दृश्या ��ख�, औरा लिसोरा पं)टी लिलया�। याहा द्वा�ष�खिग्ना हाN। घरा का" जाल�कारा तका ब$झु�र्गा)।

३याहा ज्वे�ल� त" था"ड़ें) ��रा मा� शं�त हा" र्गाया), पंरान्त$ ह्र�या का� आर्गा ज्या� का� त्या� �हाकात)

राहा)। अत मा� एका दि�ना ब�ढ़� चgधँरा) ना� घरा का� सोब मा�म्बरा� का" एकात्र विकाया� औरा र्गा�ढ़ विवेषया पंरा विवेच�रा काराना� लर्गा� विका ब�ड़ें� का2 सो� पं�रा हा"। विबत�ना सो� ब"ल�- ब�टी�, त$माना� आजा ��ख� विका ब�त का� ब�त मा� सो2काड़ें� रुपंया� पंरा पं�ना) विOरा र्गाया�। अब इसो तराहा विनावे��हा हा"ना� असोम्भीवे हा2। त$मा सोमाझु��रा हा", मा$का�मा�-मा�माल� कारात� हा", का"ई ऐसो) रा�हा विनाका�ल" विका घरा डा�बना� सो� बच�। माN त" च�हात� था� विका जाब तका च"ल� राहा�, सोबका" सोमा�टी� राहूँ/, मार्गारा भर्गावे�ना� का� माना मा� का$ छ औरा हा) हा2।

विबत�ना का� ना)वितका$ शंलत� अपंना) चत$रा सोहा�र्गा�यिमाना) का� सो�माना� ल$प्त हा" जा�त) था)। वेहा अभ) उसोका� उत्तरा सो"च हा) राहा� था� विका श्र)मात) जा) ब"ल उठीÀ—���� जा)! अब सोमा$झु�ना�-

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ब$झु�ना� सो� का�मा नाहाL चल�र्गा�, सोहात�-सोहात� हामा�रा� काल�जा� पंका र्गाया�। ब�टी� का� द्धिजातना) पं)रा ब�पं का" हा"र्गा), भ�इया� का" उतना) क्या�, उसोका� आधँ) भ) नाहाL हा" सोकात)। माN त" सो�O काहात) हूँ/—र्गा$मा�ना का" त$म्हा�रा) कामा�ई मा� हाका हा2, उन्हा� का चना का� काgरा खिखल�ओ औरा चf�� का� पिंहा<डा�ल� मा� झु$ल�ओ। हामामा� ना इतना� ब�त� हा2, ना इतना� काल�जा�। हामा अपंना) झु"पंड़ें) अलर्गा बना� ल�र्गा�। हाf, जा" का$ छ हामा�रा� हा", वेहा हामाका" यिमालना� च�विहाए। बfटी-बखरा� कारा ��द्धिजाए। बल� सो� च�रा आ�मा) हा/सो�र्गा�, अब काहाf तका दुविनाया� का� ल�जा ढो"वे�?

ना)वितज्ञा विबत�ना पंरा इसो प्राबल वेक्त{ त� का� जा" असोरा हुआ, वेहा उनाका� विवेका�लिसोत औरा पं$मा$दि�त च�हारा� सो� झुलका राहा� था�। उनामा� स्वेया इतना� सो�हासो ना था� विका इसो प्रास्त�वे का� इतना) स्पष्टत� सो� व्याक्त कारा सोकात�। ना)वितज्ञा माहा�शंया र्गाभ)रात� सो� ब"ल�—जा�या��� मा$श्तराका�, मान्का� ल� या� र्गा2रामान्का� ल�, आपं का� हा)ना-हा�या�त तकासो)मा का� जा� सोकात) हा2, इसोका� नाजा)रा� माgजा�� हा2। जामाL��रा का" सो�विकात$लयिमाल्किल्कायात काराना� का� का"ई इस्तहाक़ा�क़ा नाहाL हा2।

अब मा�ब$द्धिZ शं�ना का� ब�रा) आया), पंरा ब�च�रा� विकासो�ना, ब2ल� का� पं)छ� ऑंख� ब� काराका� चलना� वे�ल�, ऐसो� र्गा�ढ़ विवेषया पंरा का2 सो� मा$/हा ख"लत�। दुविवेधँ� मा� पंड़ें� हुआ था�। तब उसोका� सोत्यावेक्त� धँमा�पंत्ना) ना� अपंना) जा�ठी�ना) का� अना$सोराण कारा याहा कादिठीना का�या� सो¦न्न विकाया�। ब"ल)—बड़ें) बहाना ना� जा" का$ छ काहा�, उसोका� लिसोवे� औरा दूसोरा� उपं�या नाहाL। का"ई त" काल�जा� त"ड़ें-त"ड़ें कारा कामा�या� मार्गारा पं2सो�-पं2सो� का" तरासो�, तना ढोfकाना� का" वेस्त्र तका ना यिमाल�, औरा का"ई सो$ख का� नाL� सो"या�, हा�था बढ़�-बढ़� का� ख�या! ऐसो) अधँ�रा� नार्गारा) मा� अब हामा�रा� विनाब�हा ना हा"र्गा�।

शं�ना चgधँरा) ना� भ) इसो प्रास्त�वे का� मा$क्तका ठी सो� अना$मा"�ना विकाया�। अब ब�ढ़� चgधँरा) र्गा$मा�ना सो� ब"ल�—क्या� ब�टी�, त$म्हा� भ) याहा माजा�रा हा2 ? अभ) का$ छ नाहाL विबर्गाड़ें�। याहा आर्गा अब भ) ब$झु सोकात) हा2। का�मा सोबका" प्या�रा� हा2, च�मा विकासो) का" नाहाL। ब"ल", क्या� काहात� हा" ? का$ छ का�मा-धँधँ� कारा"र्गा� या� अभ) ऑंख� नाहाL ख$लL ?

र्गा$मा�ना मा� धँ2या� का� कामा) ना था)। ब�त� का" इसो का�ना सो� सो$ना कारा उसो का�ना सो� उड़ें� ��ना� उसोका� विनात्या-कामा� था�। पिंका<त$ भ�इया� का� इसो जाना-मा$रा)�� पंरा उसो� ["धँ आ र्गाया�। ब"ल�—भ�इया� का� जा" इच्छा� हा2, वेहा) मा�रा� माना मा� भ) लर्गा) हुई हा2। माN भ) इसो जाजा�ल सो� भ�र्गाना� च�हात� हूँ/। मा$झुसो� ना माजा�रा) हुई, ना हा"र्गा)। द्धिजासोका� भ�ग्या मा� चक्का� पं)सोना� ब�� हा", वेहा पं)सो�! मा�रा� भ�ग्या मा� च2ना काराना� लिलख� हा2, माN क्या� अपंना� लिसोरा ओखल) मा� दू/ ? माN त" विकासो) सो� का�मा काराना� का" नाहाL काहात�। आपं ल"र्गा क्या� मा�रा� पं)छ� पंड़ें� हुए हा2। अपंना)-अपंना) विO[ का�द्धिजाए। मा$झु� आधँ सो�रा आटी� का� कामा) नाहा) हा2।

इसो तराहा का� सोभ�ऍं विकातना) हा) ब�रा हा" च$का� थाL, पंरान्त$ इसो ��शं का� सो�मा�द्धिजाका औरा रा�जाना)वितका सोभ�ओं का� तराहा इसोमा� भ) का"ई प्राया"जाना लिसोZ नाहाL हा"त� था�। �"-त)ना दि�ना र्गा$मा�ना ना� घरा पंरा ख�ना� नाहाL ख�या�। जातना चिंसो<हा ठी�का$ रा शंgका�ना आ�मा) था�, उन्हाL का� चgपं�ल मा� पंड़ें� राहात�। अत मा� ब�ढ़� चgधँरा) र्गाया� औरा माना� का� ल�या�। अब विOरा वेहा पं$रा�ना) र्गा�ड़ें) अड़ेंत), माचलत), विहालत) चलना� लर्गा)।

४पं�डा� घरा का� च�हा� का� तराहा, चgधँरा) का� धँरा मा� बच्च� भ) सोया�ना� था�। उनाका� लिलए घ"ड़ें� यिमाट्टी�

का� घ"ड़ें� औरा ना�वे� का�र्गाजा का� ना�वे� थाL। Oल� का� विवेषया मा� उनाका� ज्ञा�ना असो)मा था�, र्गा�लरा औरा जार्गाल) ब�रा का� लिसोवे� का"ई ऐसो� Oल ना था� द्धिजासो� ब)मा�रिराया� का� घरा ना सोमाझुत� हा�, ल�विकाना र्गा$रा��ना का� ख�च� मा� ऐसो� प्राबल आकाष�ण था� विका उसोका� ललका�रा सो$नात� हा) उनाका� सो�रा� ज्ञा�ना व्याथा� हा" जा�त� सो�धँ�राण बच्च� का� तराहा यादि� सो"त� भ) हा"; त" चyका पंड़ेंत� था�। र्गा$रा��ना उसो था�।

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र्गाfवे मा� सो�प्त�विहाका O� रा� लर्गा�त� था�। उसोका� शं$भ�र्गामाना का� प्रात)क्ष� औरा आका�क्ष� मा� विकातना� हा) ब�लका� का" विबना� पिंका<डारा�र्गा�टी�ना का� रार्गा)ना र्गा"लिलया� का� हा), सोख्या�ऍं औरा दि�ना� का� ना�मा या�� हा" र्गाए था�। र्गा$रा��ना ब�ढ़�-सो�, मा2ल�-का$ च2ल� आ�मा) था�; विकान्त$ आसो-पं�सो मा� उसोका� ना�मा उपंद्रवे) लड़ेंका� का� लिलए हाना$मा�ना-मात्र सो� कामा ना था�। उसोका� आवे�जा सो$नात� हा) उसोका� ख�च� पंरा लड़ेंका� का� ऐसो� धँ�वे� हा"त� विका माल्लिक्खया� का� असोख्या सो�ना� का" भ) राण-स्थाल सो� भ�र्गाना� पंड़ेंत� था�। औरा जाहाf बच्च� का� लिलए यिमाठी�इयाf थाL, वेहाf र्गा$रा��ना का� पं�सो मा�त�ओं का� लिलए इसोसो� भ) ज्या��� मा)ठी1 ब�त� था)। माf विकातना� हा) माना� कारात) राहा�, ब�रा-ब�रा पं2सो� ना राहाना� का� बहा�ना� कारा� पंरा र्गा$रा��ना चटीपंटी यिमाठी�ईया� का� �"ना� बच्च� का� हा�था मा� राख हा) ��त� औरा स्नाहा�-पं�ण� भ�वे सो� काहात�---बहूँ जा), पं2सो� का� का"ई लिचन्त� ना कारा", विOरा यिमालत� राहा�र्गा�, काहाL भ�र्गा� था"ड़ें� हा) जा�त� हाN। ना�रा�याण ना� त$माका" बच्च� दि�ए हाN, त" मा$झु� भ) उनाका� न्या"छ�वेरा यिमाल जा�त) हा2, उन्हाL का� ब�gलत मा�रा� ब�ल-बच्च� भ) जा)त� हाN। अभ) क्या�, ईश्वरा इनाका� माgरा त" दि�ख�वे�, विOरा ��खना� का2 सो� ठीनार्गाना कारात� हूँ/।

र्गा$रा��ना का� याहा व्यावेहा�रा� च�हा� वे�णिणज्या-विनायामा� का� प्रावितका� ल हा) क्या� ना हा", च�हा�, ‘नाg नार्गा� सोहा), त�राहा उधँ�रा नाहा)’ वे�ल) काहा�वेत अना$भवे-लिसोZ हा) क्या� ना हा", विकान्त$ यिमाष्ट�भ�ष) र्गा$रा��ना का" काभ) अपंना� इसो व्यावेहा�रा पंरा पंछत�ना� या� उसोमा� सोशं"ना काराना� का� जारुरात नाहाL हुई।

मार्गाल का� शं$भ दि�ना था�। बच्च� बड़ें� ब�च2ना) सो� अपंना� �रावे�जा� पंरा खड़ें� र्गा$रा��ना का� रा�हा ��ख राहा� था�। काई उत्सो�हा) लड़ेंका� पं�ड़ें पंरा चढ़ र्गाए औरा का"ई-का"ई अना$रा�र्गा सो� विवेवेशं हा"कारा र्गाfवे का� ब�हारा विनाकाल र्गाए था�। सो�या� भर्गावे�ना� अपंना� सो$नाहाल� र्गा�ल लिलए पं�राब सो� पंणिश्चामा जा� पंहु/च� था�, इतना� मा� हा) र्गा$रा��ना आत� हुआ दि�ख�ई दि�या�। लड़ेंका� ना� �gड़ेंकारा उसोका� ��माना पंकाड़ें� औरा आपंसो मा� खLच�त�ना) हा"ना� लर्गा)। का"ई काहात� था� मा�रा� घरा चल"; का"ई अपंना� घरा का� न्या"त� ��त� था�। सोबसो� पंहाल� भ�ना$ चgधँरा) का� माका�ना पंड़ें�। र्गा$रा��ना अपंना� ख�च� उत�रा दि�या�। यिमाठी�इया� का� ल�टी शं$रु हा" र्गाया)। ब�लका" औरा न्धिस्त्रया� का� ठीट्टी लर्गा र्गाया�। हाष� औरा विवेष��, सोत"ष औरा ल"भ, ईष्या�� ओरा क्ष"भ, द्वा�ष औरा जालना का� ना�ट्यशं�ल� सोजा र्गाया)। काना�ना�f विबत�ना का� पंत्ना) अपंना� त)ना� लड़ेंका� का" लिलए हुए विनाकाल)। शं�ना का� पंत्ना) भ) अपंना� �"ना� लड़ेंका� का� सो�था उपंल्लिस्थात हुई। र्गा$रा��ना ना� मा)ठी1 ब�त� काराना) शं$रु का�। पं2सो� झु"ल) मा� राख�, धँ�ल� का� यिमाठी�ई �� औरा धँ�ल� का� आशं)वे���। लड़ेंका� �"ना" लिलए उछलत�-का� �त� घरा मा� ��खिखल हुए। अर्गारा सो�रा� र्गाfवे मा� का"ई ऐसो� ब�लका था� द्धिजासोना� र्गा$रा��ना का� उ��रात� सो� ल�भ उठी�या� हा", त" वेहा बfका� र्गा$मा�ना का� लड़ेंका� धँ�ना था�।

याहा कादिठीना था� विका ब�लका धँ�ना अपंना� भ�इया�-बहाना� का" हा/सो-हा/सो औरा उलल-उछल कारा यिमाठी�इयाf ख�त� ��ख कारा सोब्र कारा जा�या! उसो पंरा त$रा�� याहा विका वे� उसो� यिमाठी�इयाf दि�ख-दि�ख कारा ललच�त� औरा लिचढ़�त� था�। ब�च�रा� धँ�ना च)खत� औरा अपंना) मा�त का� ऑंचल पंकाड़ें-पंकाड़ें कारा �रावे�जा� का� तराO खLचत� था�; पंरा वेहा अबल� क्या� कारा�। उसोका� ह्र�या बच्च� का� लिलए ऐंठी-ऐंठी कारा राहा जा�त� था�। उसोका� पं�सो एका पं2सो� भ्र) नाहाL था�। अपंना� दुभ��ग्या पंरा, जा�ठी�विनाया� का� विना¬$ रात� पंरा औरा सोबसो� ज्या��� अपंना� पंवित का� विनाखट्टूपंना पंरा का$ ढ़-का$ ढ़ कारा राहा जा�त) था)। अपंना� आ�मा) ऐसो� विनाकाम्मा� ना हा"त�, त" क्या� दूसोरा� का� मा$/हा ��खना� पंड़ेंत�, क्या� दूसोरा� का� धँक्का� ख�ना� पंड़ेंत� ? उठी� लिलया� औरा प्या�रा सो� दि�ल�सो� ��ना� लर्गा)—ब�टी�, रा"ओ मात, अबका� र्गा$रा��ना आवे�र्गा� त" त$म्हा� बहुत-सो) यिमाठी�ई ल� दू/र्गा), माN इसोसो� अच्छा� यिमाठी�ई ब�जा�रा सो� मा/र्गावे� दू/र्गा), त$मा विकातना) यिमाठी�ई ख�ओर्गा! याहा काहात� काहात� उसोका� ऑंख� भरा अया)। आहा! याहा मानाहूँसो मार्गाल आजा हा) विOरा आवे�र्गा�; औरा विOरा या� हा) बहा�ना� काराना� पंड़ें�र्गा�! हा�या, अपंना� प्या�रा�

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बच्च� धँ�ल� का� यिमाठी�ई का" तरासो� औरा घरा मा� विकासो) का� पंत्थरा-सो� काल�जा� ना पंसो)जा�! वेहा ब�च�रा) त" इना चिंच<त�ओं मा� डा�ब) हुई था) ओरा धँ�ना विकासो) तराहा च$पं हा) ना हा"त� था�। जाब का$ छ वेशं ना चल�, त" माf का� र्गा"� सो� जामा)ना पंरा उतरा कारा ल"ठीना� लर्गा� औरा रा"-रा" कारा दुविनाया� लिसोरा पंरा उठी� ल)। माf ना� बहुत बहाल�या�, O$ सोल�या�, याहाf तका विका उसो� बच्च� का� इसो हाठी पंरा ["धँ भ) आ र्गाया�। मा�नावे ह्र�या का� राहास्या काभ) सोमाझु मा� नाहाL आत�। काहाf त" बच्च� का" प्या�रा सो� लिचपंटी�त) था), ऐसो) झुल्ल�या) का� उसो� �"-त)ना थाप्पंड़ें जा"रा सो� लर्गा�या� औरा घ$ड़ेंकारा कारा ब"ल)—च$पं राहा आभर्गा�! त�रा� हा) मा$/हा यिमाठी�ई ख�ना� का� हा2 ? अपंना� दि�ना का" नाहाL रा"त�, यिमाठी�ई ख�ना� चल� हा2।

ब�/का� र्गा$मा�ना अपंना) का"ठीरा) का� द्वा�रा पंरा ब2ठी� हुआ याहा काgत$का बड़ें� ध्या�ना सो� ��ख राहा� था�। वेहा इसो बच्च� का" बहुत च�हात� था�। इसो वेक्त का� थाप्पंड़ें उसोका� ह्र�या मा� त�जा भ�ल� का� सोमा�ना लर्गा� औरा च$भ र्गाया�। शं�या� उसोका� अणिभप्रा�या भ) याहा) था�। धँ$विनाया� रुई का" धँ$नाना� का� लिलए तfत पंरा च"टी लर्गा�त� हा2।

द्धिजासो तराहा पंत्थरा औरा पं�ना) मा� आर्गा लिछपं) राहात) हा2, उसो) तराहा माना$ष्या का� ह्र�या मा� भ), च�हा� वेहा का2 सो� हा) [� रा औरा काठी"रा क्या� ना हा", उत्का{ ष्ट औरा का"माल भ�वे लिछपं� राहात� हाN। र्गा$मा�ना का� ऑंख� भरा आया)। ऑंसो� का� ब�/�� बहुधँ� हामा�रा� ह्र�या का� मा$लिलनात� का" उ�वेल कारा ��त) हाN। र्गा$मा�ना सोच�त हा" र्गाया�। उसोना� जा� कारा बच्च� का� र्गा"� मा� उठी� लिलया� औरा अपंना) पंत्ना) सो� कारुण"त्पं��का स्वेरा मा� ब"ल�—बच्च� पंरा इतना� ["धँ क्या� कारात) हा" ? त$म्हा�रा� �"ष) माN हूँ/, मा$झुका" जा" �डा च�हा", �"। पंरामा�त्मा� ना� च�हा� त" काल सो� ल"र्गा इसो घरा मा� मा�रा� औरा मा�रा� ब�ल-बच्च� का� भ) आ�रा कारा�र्गा�। त$माना� आजा मा$झु� सो�� का� लिलए इसो तराहा जार्गा� दि�या�, मा�ना� मा�रा� का�ना� मा� शंखना�� कारा मा$झु� कामा�-पंथा मा� प्रावे�शं का� उपं��शं दि�या� हा"।

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नार्गा-पं!जा

प्रा�त:का�ल था�। आषढ़ का� पंहाल� �yर्गाड़ें� विनाकाल र्गाया� था�। का�टी-पंतर्गा च�रा� तराO रा�र्गात� दि�ख�या) ��त� था�। वितल"त्तमा� ना� वे�दिटीका� का� ओरा ��ख� त" वे{क्ष औरा पंgधँ� ऐसो� विनाखरा र्गाया� था� जा2सो� सो�ब$ना सो� मा2ना� कापंड़ें� विनाखरा जा�त� हाN। उना पंरा एका विवेलिचत्र आध्या�न्धित्माका शं"भ� छ�या) हुई था) मा�ना� या"र्गा)वेरा आना� मा� माग्ना पंड़ें� हा�। लिचविड़ेंया� मा� असो�धँ�राण चचलत� था)। डा�ल-डा�ल, पं�त-पं�त चहाकात) विOरात) थाL। वितल"त्तमा� ब�र्गा मा� विनाकाल आया)। वेहा भ) इन्हाL पंणिक्षया� का� भfवित चचल हा" र्गाया) था)। काभ) विकासो) पंgधँ� का� ��खत), काभ) विकासो) O� ल पंरा पंड़ें) हुई जाल का� ब�/�" का" विहाल�कारा अपंना� मा$/हा पंरा उनाका� शं)तल छ�टी� डा�लत)। ल�जा ब)राबहूँदिटीयाf रा�र्गा राहा) था)। वेहा उन्हा� च$नाकारा हाथा�ल) पंरा राखना� लर्गा)। सोहासो� उसो� एका का�ल� वे{हात्का�या सोfपं रा�र्गात� दि�ख�या)-दि�या�। उसोना� विपंल्ल�कारा काहा�—अम्माf, ना�र्गाजा) जा� राहा� हाN। ल�ओ था"ड़ें�-सो� दूधँ उनाका� लिलए काटी"रा� मा� राख दू।

अम्माf ना� काहा�—जा�ना� �" ब�टी�, हावे� ख�ना� विनाकाल� हा�र्गा�।वितल"त्तमा�—र्गार्मिमा<या� मा� काहाf चल� जा�त� हाN ? दि�ख�या) नाहाL ��त�। माf—काहाL जा�त� नाहाL ब�टी�, अपंना) बfब) मा� पंड़ें� राहात� हाN।वितल"त्तमा�—औरा काहाL नाहाL जा�त� ?माf—ब�टी�, हामा�रा� ��वेत� हा2 औरा काहाL क्या� जा�या�र्गा� ? त$म्हा�रा� जान्मा का� सो�ल सो� या� बरा�बरा

याहा) दि�ख�या) ��त� हाN। विकासो) सो� नाहा) ब"लत�। बच्च� पं�सो सो� विनाकाल जा�या, पंरा जारा� भ) नाहाL त�कात�। आजा तका का"ई च$विहाया� भ) नाहाL पंकाड़ें)।

वितल"त्तमा�—त" ख�त� क्या� हा�र्गा� ? माf—ब�टी�, याहा ल"र्गा हावे� पंरा राहात� हाN। इसो) सो� इनाका� आत्मा� दि�व्या हा" जा�त) हा2। अपंना�

पं�वे�जान्मा का� ब�त� इन्हा� या�� राहात) हाN। आना�वे�ल) ब�त� का" भ) जा�नात� हाN। का"ई बड़ें� या"र्गा) जाब अहाका�रा काराना� लर्गात� हा2 त" उसो� �डास्वेरुपं इसो या"विना मा� जान्मा ल�ना� पंड़ेंत� हा2। जाब तका प्रा�याणिश्चात पं�रा� नाहाL हा"त� तब तका वेहा इसो या"विना मा� राहात� हा2। का"ई-का"ई त" सोg-सोg, �"-�" सोy वेष� तका जा)त� राहात� हाN।

वितल"त्तमा�—इसोका� पं�जा� ना कारा" त" क्या� कारा�। माf—ब�टी�, का2 सो) बच्च� का�-सो) ब�त� कारात) हा"। ना�रा�जा हा" जा�या/ त" लिसोरा पंरा ना जा�ना� क्या�

विवेपंणित्त आ पंड़ें�। त�रा� जान्मा का� सो�ल पंहाल�-पंहाल दि�ख�या) दि�या� था�। तब सो� सो�ल मा� �सो-पंfच ब�रा अवेश्या �शं�ना �� जा�त� हाN। इनाका� ऐसो� प्राभ�वे हा2 विका आजा तका विकासो) का� लिसोरा मा� ��� तका नाहाL हुआ।

काई वेष� हा" र्गाया�। वितल"त्तमा� ब�लिलका� सो� या$वेत) हुई। विवेवे�हा का� शं$भ अवेसोरा आ पंहु/च�। ब�रा�त आया), विवेवे�हा हुआ, वितल"त्तमा� का� पंवित-र्गा{हा जा�ना� का� मा$हूँत� आ पंहु/च�।

नाया) वेधँ� का� श्र{र्गा�रा हा" राहा� था�। भ)तरा-ब�हारा हालचल माच) हुई था), ऐसो� जा�ना पंड़ेंत� था� भर्गा�ड़ें पंड़ें) हुई हा2। वितल"त्तमा� का� ह्र�या मा� विवेया"र्गा दु:ख का� तरार्गा� उठी राहा) हाN। वेहा एका�त मा� ब2ठीकारा रा"ना� च�हात) हा2। आजा मा�त�-विपंत�, भ�ईब�, सोखिखयाf-सोहा�लिलयाf सोब छ� टी जा�या�र्गा)। विOरा मा�ल�मा नाहाL काब यिमालना� का� सोया"र्गा हा"। ना जा�ना� अब का2 सो� आ�यिमाया� सो� पं�ल� पंड़ें�र्गा�। ना जा�ना� उनाका� स्वेभ�वे का2 सो� हा"र्गा�। ना जा�ना� का2 सो� बत��वे कारा�र्गा�। अमामा�/ का� ऑंख� एका क्षण भ) ना

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थामा�र्गा)। माN एका दि�ना का� लिलए काहा), चल) जा�त) था) त" वे� रा"-रा"कारा व्यालिथात हा" जा�त) था)। अब याहा जा)वेनापंया�न्त का� विवेया"र्गा का2 सो� सोहा�र्गा) ? उनाका� लिसोरा मा� ��� हा"त� था� जाब तका माN धँ)रा�-धँ)रा� ना माल�/, उन्हा� विकासो) तराहा काल-च2ना हा) ना पंड़ेंत) था)। ब�ब�जा) का" पं�ना बना�कारा काgना ��र्गा� ? माN जाब तका उनाका� भ"जाना ना बना�ऊ/ , उन्हा� का"ई च)जा रुचत) हा) ना था)? अब उनाका� भ"जाना काgना ब�नाया�र्गा� ? मा$झुसो� इनाका" ��ख� विबना� का2 सो� राहा� जा�यार्गा�? याहाf जारा� लिसोरा मा� ��� भ) हा"त� था� त" अम्मा¡ औरा ब�ब�जा) घबरा� जा�त� था�। त$रात ब2�-हाका�मा आ जा�त� था�। वेहाf ना जा�ना� क्या� हा�ल हा"र्गा�। भर्गावे�ना� ब� घरा मा� का2 सो� राहा� जा�यार्गा� ? ना जा�ना� वेहाf ख$ल) छत हा2 या� नाहाL। हा"र्गा) भ) त" मा$झु� काgना सो"ना� ��र्गा� ? भ)तरा घ$टी-घ$टी कारा मारु/ र्गा)। जार्गाना� मा� जारा� ��रा हा" जा�यार्गा) त" त�ना� यिमाल�र्गा�। याहाf सो$बहा का" का"ई जार्गा�त� था�, त" अम्माf काहात) थाL, सो"ना� �"। काच्च) नाL� जा�र्गा जा�यार्गा) त" लिसोरा मा� पं)ड़ें� हा"ना� लर्गा�र्गा)। वेहाf व्यार्गा सो$नाना� पंड़ें�र्गा�, बहूँ आलसो) हा2, दि�ना भरा ख�टी पंरा पंड़ें) राहात) हा2। वे� (पंवित) त" बहुत सो$शं)ल मा�ल�मा हा"त� हाN। हाf, का$ छ अणिभमा�ना अवेश्या हाN। काहा� उनाका� स्वे�भ�वे विनाठी$रा हुआ त"............?

सोहासो� उनाका� मा�त� ना� आकारा काहा�-ब�टी�, त$मासो� एका ब�त काहाना� का� या�� ना राहा)। वेहा¡ ना�र्गा-पं�जा� अवेश्या कारात) राहाना�। घरा का� औरा ल"र्गा च�हा� माना� कारा�; पंरा त$मा इसो� अपंना� कात�व्या सोमाझुना�। अभ) मा�रा) ऑंख� जारा�-जारा� झुपंका र्गाया) थाL। ना�र्गा ब�ब� ना� स्वेप्न मा� �शं�ना दि�या�।

वितल"त्तमा�—अम्माf, मा$झु� भ) उनाका� �शं�ना हुए हाN, पंरा मा$झु� त" उन्हा�ल� बड़ें� विवेका�ल रुपं दि�ख�या�। बड़ें� भयाकारा स्वेप्न था�।

माf—��खना�, त$म्हा�रा� धँरा मा� का"ई सोfपं ना मा�राना� पं�या�। याहा मात्र विनात्या पं�सो राखना�। वितल"त्तमा� अभ) का$ छ जावे�ब ना ��ना� पं�या) था) विका अच�नाका ब�रा�त का� ओरा सो� रा"ना� का�

शंब्� सो$ना�या) दि�या�, एका क्षण मा� हा�हा�कारा माच र्गाया�। भयाकारा शं"का-घटीना� हा" र्गाया)। वेरा का" सोyपं ना� का�टी लिलया�। वेहा बहूँ का" विब�� कारा�ना� आ राहा� था�। पं�लका� मा� मासोना� का� ना)च� एका का�ल� सो�/पं लिछपं� हुआ था�। वेरा ज्या� हा) पं�लका� मा� ब2ठी�, सो�/पं ना� का�टी लिलया�।

च�रा� ओरा का$ हारा�मा माच र्गाया�। वितल�त्तमा� पंरा त" माना� वेज्रपं�त हा" र्गाया�। उसोका� माf लिसोरा पं)टी-पं)टी रा"ना� लर्गा)। उसोका� विपंत� ब�ब� जार्गा��शंचद्र मा�र्च्छिच्छा<त हा"कारा विर्गारा पंड़ें�। ह्र�यारा"र्गा सो� पंहाल� हा) सो� ग्रास्त था�। झु�ड़ें-O�/ का काराना� वे�ल� आया�, डा�क्टीरा ब$ल�या� र्गाया�, पंरा विवेष घ�तका था�। जारा� ��रा मा� वेरा का� हा�ठी ना)ल� पंड़ें र्गाया�, नाख का�ल� हा" र्गाया�, मा�छ�� आना� लर्गा)। ��खत�-��खत� शंरा)रा ठी डा� पंड़ें र्गाया�। इधँरा उष� का� ल�लिलमा� ना� प्राका{ वित का" अल"विकात विकाया�, उधँरा दिटीमादिटीमा�त� हुआ ��पंका ब$झु र्गाया�।

जा2सो� का"ई माना$ष्या ब"रा� सो� ल�� हुई ना�वे पंरा ब2ठी� हुआ माना मा� झु$/झुल�त� हा2 विका याहा औरा त�जा क्या� नाहाL चलत) , काहाL आरा�मा सो� ब2ठीना� का� जार्गाहा नाहाL, रा�हा इतना) विहाल क्या� राहा) हाN, माN व्याथा� हा) इसोमा� ब2ठी�; पंरा अकास्मा�त� ना�वे का" भ/वेरा मा� पंड़ेंत� ��ख कारा उसोका� मास्त�ल सो� लिचपंटी जा�त� हा2, वेहा) �शं� वितल"त्तमा� का� हुई। अभ) तका वेहा विवेया"र्गा) दु:ख मा� हा) माग्ना था), सोसो$रा�ल का� काष्ट� औरा दुव्या�वेस्था�ओं का� चिंच<त�ओं मा� पंड़ें) हुई था)। पंरा, अब उसो� हा"शं आया� का� इसो ना�वे का� सो�था माN भ) डा�ब राहा) हूँ/। एका क्षण पंहाल� वेहा का��लिचत� द्धिजासो पं$रुष पंरा झु$/झुल� राहा) था), द्धिजासो� ल$टी�रा� औरा डा�का� सोमाझु राहा) था), वेहा अब विकातना� प्या�रा� था�। उसोका� विबना� अब जा)वेना एका ��पंका था�; ब$झु� हुआ। एका वे{क्ष था�; Oल-O� ल विवेहा)ना। अभ) एका क्षण पंहाल� वेहा दूसोरा� का� इष्या�� का� का�राण था), अब �या� औरा कारुण� का�।

था"ड़ें� हा) दि�ना� मा� उसो� ज्ञा�त हा" र्गाया� विका माN पंवित-विवेहा)ना हा"कारा सोसो�रा का� सोब सो$ख� सो� वेलिचत हा" र्गाया)।

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३एका वेष� ब)त र्गाया�। जार्गा��शंचद्र पंक्का� धँमा��वेलम्ब) आ�मा) था�, पंरा वितल"त्तमा� का�

वे2धँव्या उनासो� ना सोहा� र्गाया�। उन्हा�ना� वितल"त्तमा� का� पं$नार्तिवे<वे�हा का� विनाश्चाया कारा लिलया�। हा/सोना�वे�ल� ना� त�लिलयाf ब�जा�याL पंरा जार्गा��शं ब�ब� ना� हृ�या सो� का�मा लिलया�। वितल�त्तमा� पंरा सो�रा� घरा जा�ना ��त� था�। उसोका� इच्छा� का� विवेरुZ का"ई ब�त ना हा"ना� पं�त) याहाf तका विका वेहा घरा का� मा�लविकाना बना� �� र्गाई था)। सोभ) ध्या�ना राखत� विका उसोका� राजा त�जा� ना हा"ना� पं�या�। ल�विकाना उसोका� च�हारा� पंरा उ��सो) छ�या) राहात) था), द्धिजासो� ��ख कारा ल"र्गा� का" दु:ख हा"त� था�। पंहाल� त" माf भ) इसो सो�मा�द्धिजाका अत्या�च�रा पंरा सोहामात ना हुई; ल�विकाना विबरा��रा)वे�ल� का� विवेरा"धँ ज्या�-ज्या� बढ़त� र्गाया� उसोका� विवेरा"धँ ढो�ल� पंड़ेंत� र्गाया�। लिसोZ�त रुपं सो� त" प्रा�या: विकासो) का" आपंणित्त ना था) विकान्त$ उसो� व्यावेहा�रा मा� ल�ना� का� सो�हासो विकासो) मा� ना था�। काई माहा)ना� का� लर्गा�त�रा प्राया�सो का� ब�� एका का$ ल)ना लिसोZ�तवे���, सो$लिशंणिक्षत वेरा यिमाल�। उसोका� घरावे�ल� भ) रा�जा) हा" र्गाया�। वितल"त्तमा� का" सोमा�जा मा� अपंना� ना�मा विबकात� ��ख कारा दु:ख हा"त� था�। वेहा माना मा� का$ ढ़त) था) विका विपंत�जा) ना�हाका मा�रा� लिलए सोमा�जा मा� नाक्का� बना राहा� हाN। अर्गारा मा�रा� भ�ग्या मा� सो$हा�र्गा लिलख� हा"त� त" याहा वेज्र हा) क्या� विर्गारात�। त" उसो� काभ)-काभ) ऐसो) शंका� हा"त) था) विका माN विOरा विवेधँवे� हा" जा�ऊ/ र्गा)। जाब विवेवे�हा विनाणिश्चात हा" र्गाया� औरा वेरा का� तस्वे)रा उसोका� सो�माना� आया) त" उसोका� ऑंख� मा� ऑंसो� भरा आया�। च�हारा� सो� विकातना) सो�नात�, विकातना) दृढ़त�, विकातना) विवेच�राशं)लत� टीपंकात) था)। वेहा लिचत्र का" लिलए हुए मा�त� का� पं�सो र्गाया) औरा शंमा� सो� लिसोरा झु$का�कारा ब"ल)-अम्मा¡, मा$/हा मा$झु� त" ना ख"लना� च�विहाए, पंरा अवेस्था� ऐसो) आ पंड़ें) हा2 विका विबना� मा$/हा ख"ल� राहा� नाहाL जा�त�। आपं ब�ब�जा) का" माना� कारा ��। माN द्धिजासो �शं� मा� हूँ/ सोत$ष्ट हूँ/। मा$झु� ऐसो� भया हा" राहा� हा2 विका अबका� विOरा वेहा) शं"का घटीना�.............

माf ना� सोहामा) हुई ऑंख� सो� ��ख कारा काहा�—ब�टी� का2 सो) अशंर्गा$ना का� ब�त मा$/हा सो� विनाका�ल राहा) हा"। त$म्हा�रा� माना मा� भया सोमा� र्गाया� हा2, इसो) सो� याहा भ्रमा हा"त� हा2। जा" हा"ना) था), वेहा हा" च$का�। अब क्या� ईश्वरा क्या� त$म्हा�रा� पं)छ� पंड़ें� हा) राहा�र्गा� ?

वितल"त्तमा�—हाf, मा$झु� त" ऐसो� मा�ल�मा हा"त� हा2 ? माf—क्या�, त$म्हा� ऐसो) शंका� क्या� हा"त) हा2 ?वितल"त्तमा�—ना जा�ना� क्या" ? का"ई मा�रा� माना मा� ब2ठी� हुआ काहा राहा� हा2 विका विOरा अविनाष्ट

हा"र्गा�। माN प्राया�: विनात्या डारा�वेना� स्वेप्न ��ख� कारात) हूँ/। रा�त का" मा$झु� ऐसो� जा�ना पंड़ेंत� हा2 विका का"ई प्रा�ण) द्धिजासोका� सो�रात सोfपं सो� बहुत यिमालत)-जा$लत) हा2 मा�रा) च�रापं�ई का� च�रा� ओरा घ�मात� हा2। माN भया का� मा�रा� च$प्पं) सो�धँ ल�त) हूँ/। विकासो) सो� का$ छ काहात) नाहाL।

माf ना� सोमाझु� याहा सोब भ्रमा हा2। विवेवे�हा का� वितलिथा विनायात हा" र्गाया)। याहा का� वेल वितल"त्तमा� का� पं$नासोÅस्का�रा ना था�, बल्किल्का सोमा�जा-सो$धँ�रा का� एका वि[या�त्माका उ��हाराण था�। सोमा�जा-सो$धँ�राका� का� �ल दूरा सो� विवेवे�हा सोन्धिम्मालिलत हा"ना� का� लिलए आना� लर्गा�, विवेवे�हा वे2दि�का रा)वित सो� हुआ। मा�हामा�ना� ना� ख�ब वेया�ख्या�ना दि�या�। पंत्र� ना� ख�ब आल"चना�ऍं काÆ। ब�ब� जार्गा��शंचद्र का� ना2वितका सो�हासो का� सोरा�हाना� हा"ना� लर्गा)। त)सोरा� दि�ना बहूँ का� विवे�� हा"ना� का� मा$हूँत� था�।

जानावे�सो� मा� याथा�सो�ध्या राक्ष� का� सोभ) सो�धँना� सो� का�मा लिलया� र्गाया� था�। विबजाल) का� रा"शंना) सो� सो�रा� जानावे�सो दि�ना-सो� हा" र्गाया� था�। भ�यिमा पंरा रा�र्गात) हुई चLटी� भ) दि�ख�ई ��त) था)। का� शं� मा� ना काहाL लिशंकाना था), ना लिसोलवेटी औरा ना झु"ल। शं�यिमाया�ना� का� च�रा� तराO काना�त� खड़ें) कारा �� र्गाया) था)। विकासो) तराO सो� का�ड़ें"-माका"ड़ें� का� आना� का� सोम्भी�वेना� ना था); पंरा भ�वे) प्राबल हा"त)

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हा2। प्रा�त:का�ल का� च�रा बजा� था�। त�रा�र्गाण� का� ब�रा�त विवे�� हा" राहा) था)। बहूँ का� विवे��ई का� त2या�रा) हा" राहा) था)। एका तराO शंहाना�इयाf बजा राहा) था)। दूसोरा) तराO विवेल�पं का� आत्त�ध्वेविना उठी राहा) था)। पंरा वितल"त्तमा� का� ऑंख� मा� ऑंसो� ना था�, सोमाया ना�जा$का था�। वेहा विकासो) तराहा घरा सो� ब�हारा विनाकाल जा�ना� च�हात) था)। उसोका� लिसोरा पंरा तलवे�रा लटीका राहा) था)। रा"ना� औरा सोहा�लिलया� सो� र्गाल� यिमालना� मा� का"ई आना� ना था�। द्धिजासो प्रा�ण) का� O"ड़ें� लिचलका राहा� हा" उसो� जारा��हा का� घरा ब�र्गा मा� सो2रा काराना� सो� ज्या��� अच्छा� लर्गा�, त" क्या� आश्चाया� हा2।

वेरा का" ल"र्गा� ना� जार्गाया�। ब�जा� बजाना� लर्गा�। वेहा पं�लका� मा� ब2ठीना� का" चल� विका वेधँ� का" विवे�� कारा� ल�या�। पंरा जा�त� मा� पं2रा डा�ल� हा) था� विका च)ख मा�रा कारा पं2रा खLच लिलया�। मा�ल�मा हुआ, पंfवे लिचनार्गा�रिराया� पंरा पंड़ें र्गाया�। ��ख� त" एका का�ल� सो�/पं जा�त� मा� सो� विनाकालकारा रा�र्गात� चल� जा�त� था�। ��खत�-��खत� र्गा�याब हा" र्गाया�। वेरा ना� एका सो�� आहा भरा) औरा ब2ठी र्गाया�। ऑंख� मा� अधँ�रा� छ� र्गाया�।

एका क्षण मा� सो�रा� जानावे�सो� मा� खबरा O2 ल) र्गाया), ल"र्गा �gड़ें पंड़ें�। औषयिधँयाf पंहाल� हा) राख ल) र्गाया) थाL। सोfपं का� मात्र जा�नाना�वे�ल� काई आ�मा) ब$ल� लिलया� र्गाया� था�। सोभ) ना� �वे�इयाf ��। झु�ड़ें-O�/ का शं$रु हुई। औषयिधँयाf भ) �� र्गाया), पंरा का�ल का� सोमा�ना विकासो) का� वेशं ना चल�। शं�या� माgत सोfपं का� वे�शं धँरा कारा आया) था)। वितल"त्तमा� ना� सो$ना� त" लिसोरा पं)टी लिलया�। वेहा विवेकाल हा"कारा जानावे�सो� का� तराO �gड़ें)। च��रा ओढ़ना� का� भ) सो$यिधँ ना राहा)। वेहा अपंना� पंवित का� चराण� का" मा�था� सो� लर्गा�कारा अपंना� जान्मा सोOल काराना� च�हात) था)। घरा का� न्धिस्त्रया� ना� रा"का�। मा�त� भ) रा"-रा"कारा सोमाझु�ना� लर्गा)। ल�विकाना ब�ब� जार्गा��शंचन्द्र ना� काहा�-का"ई हाराजा नाहाL, जा�ना� �"। पंवित का� �शं�ना त" कारा ल�। याहा अणिभल�ष� क्या� राहा जा�या। उसो) शं"का�स्टिन्वेत �शं� मा� वितल"त्तमा� जानावे�सो� मा� पंहु/च), पंरा वेहाf उसोका� तस्का�ना का� लिलए माराना�वे�ल� का� उल्टी� सोfसो� था)। उना अधँख$ल� ना�त्र� मा� असोह्य आत्मावे��ना� औरा ��रुण ना2रा�श्या।

४इसो अद्भुÈत घटीना� का� सो�मा�च�रा दूरा-दूरा तका O2 ल र्गाया�। जाड़ेंवे��"र्गाण चविकात था�, याहा

क्या� मा�जारा� हा2। आत्मावे�� का� भक्त ज्ञा�तभ�वे सो� लिसोरा विहाल�त� था� मा�ना� वे� लिचत्रका�ल�शं� हाN। जार्गा��शंचन्द्र ना� नासो)ब ठी�का लिलया�। विनाश्चाया हा" र्गाया� विका कान्या� का� भ�ग्या मा� विवेधँवे� राहाना� हा) लिलख� हा2। ना�र्गा का� पं�जा� सो�ल मा� �" ब�रा हा"ना� लर्गा)। वितल"त्तमा� का� चरिरात्र मा� भ) एका विवेशं�ष अतरा ��खना� लर्गा�। भ"र्गा औरा विवेहा�रा का� दि�ना भलिक्त औरा ��वे�रा�धँना� मा� काटीना� लर्गा�। विनारा�शं प्रा�णिणया� का� याहा) अवेलम्ब हा2।

त)ना सो�ल ब)त था� विका ढो�का� विवेश्वविवेद्य�लया का� अध्या�पंका ना� इसो विकास्सो� का" विOरा त�जा� विकाया�। वे� पंशं$-शं�स्त्र का� ज्ञा�त� था�। उन्हा�ना� सो�/पं� का� आच�रा-व्यावेहा�रा का� विवेशं�ष रा)वित सो� अध्यायाना विकाया�। वे� इसो राहास्या का" ख"लना� च�हात� था�। जार्गा��शंचद्र का" विवेवे�हा का� सो��शं भ�जा�। उन्हा�ना� टी�ल-माटी"ल विकाया�। �या�रा�मा ना� औरा भ) आग्राहा विकाया�। लिलख�, मा2ना� वे2ज्ञा�विनाका अन्वे�षण का� लिलए याहा विनाश्चाया विकाया� हा2। माN इसो विवेषधँरा ना�र्गा सो� लड़ेंना� च�हात� हूँ/। वेहा अर्गारा सोg �fत ल� कारा आया� त" भ) मा$झु� का"ई हा�विना नाहाL पंहु/च� सोकात�, वेहा मा$झु� का�टी कारा आपं हा) मारा जा�या�र्गा�। अर्गारा वेहा मा$झु� का�टी भ) ल� त" मा�रा� पं�सो ऐसो� मात्र औरा औषयिधँयाf हा2 विका माN एका क्षण मा� उसोका� विवेष का" उत�रा सोकात� हूँ/। आपं इसो विवेषया मा� का$ छ चिंच<त� ना विकाद्धिजाए। माN विवेष का� लिलए अजा�या हूँ/। जार्गा�शं)चद्र का" अब का"ई उज्र ना सो�झु�। हाf, उन्हा�ना� एका विवेशं�ष प्रायात्ना याहा विकाया� विका ढो�का� मा� हा) विवेवे�हा हा"। अतएब वे� अपंना� का$ टी$न्धिम्बया� का" सो�था ल� कारा विवेवे�हा का� एका सोप्त�हा पंहाल� र्गाया�। चलत� सोमाया अपंना� सोदूका, विबस्तरा आदि� ख�ब ��खभ�ल कारा राख� विका सोfपं काहाL

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उनामा� उनामा� लिछपं कारा ना ब2ठी� जा�या। शं$भ लर्गाना मा� विवेवे�हा-सोस्का�रा हा" र्गाया�। वितल"त्तमा� विवेकाल हा" राहा) था)। मा$ख पंरा एका रार्गा आत� था�, एका रार्गा जा�त� था�, पंरा सोस्का�रा मा� का"ई विवेध्ना-ब�धँ� ना पंड़ें)। वितल"त्तमा� रा" धँ"-कारा सोसो$रा�ल र्गाया)। जार्गा��शंचद्र घरा लgटी आया�, पंरा ऐसो� चिंच<वितत था� जा2सो� का"ई आ�मा) सोरा�या मा� ख$ल� हुआ सोदूका छ"ड़ें कारा ब�जा�रा चल� जा�या।

वितल"त्तमा� का� स्वेभ�वे मा� अब एका विवेलिचत्र रुपं�तरा हुआ। वेहा औरा� सो� हा/सोत)-ब"लत) आरा�मा सो� ख�त)-पं)त) सो2रा काराना� जा�त), लिथाया�टीरा� औरा अन्या सो�मा�द्धिजाका सोम्मा�लना� मा� शंरा)का हा"त)। इना अवेसोरा� पंरा प्रा"O� सोरा �या� रा�मा सो� भ) बड़ें� प्रा�मा का� व्यावेहा�रा कारात), उनाका� आरा�मा का� बहुत ध्या�ना राखत)। का"ई का�मा उनाका� इच्छा� का� विवेरुZ ना कारात)। का"ई अजानाब) आ�मा) उसो� ��खकारा काहा सोकात� था�, र्गा{विहाण) हा" त" ऐसो) हा"। दूसोरा� का� दृयिष्ट मा� इसो �¦णित्त का� जा)वेना आ�शं� था�, विकान्त$ आतरिराका �शं� का$ छ औरा हा) था)। उनाका� सो�था शंयाना�र्गा�रा मा� जा�त� हा) उसोका� मा$ख विवेका{ त हा" जा�त�, भyहा� तना जा�त), मा�था� पंरा बल पंड़ें जा�त�, शंरा)रा अखिग्ना का� भfवित जालना� लर्गात�, पंलका� ख$ल) राहा जा�त), ना�त्र� सो� ज्वे�ल�-सो) विनाकालना� लर्गात) औरा उसोमा� सो� झु$लसोत) हुई लपंटी� विनाकालत), मा$ख पंरा का�लिलमा� छ� जा�त) औरा याद्यविपं स्वेरुपं मा� का"ई विवेशं�ष अन्तरा ना दि�ख�या) ��ख�या) ��त�; पंरा ना जा�ना� क्या� भ्रमा हा"ना� लर्गात�, याहा का"ई ना�विर्गाना हा2। काभ) –काभ) वेहा O$/ का�राना� भ) लर्गातL। इसो ल्लिस्थावित मा� �या�रा�मा का" उनाका� सोमा)पं जा�ना� या� उसोसो� का$ छ ब"लना� का� विहाम्मात ना पंड़ेंत)। वे� उसोका� रुपं-ल�वेण्या पंरा मा$ग्धँ था�, विकान्त$ इसो अवेस्था� मा� उन्हा� उसोसो� घ{ण� हा"त)। उसो� इसो) उन्मा�� का� आवे�र्गा मा� छ"ड़ें कारा ब�हारा विनाकाल आत�। डा�क्टीरा� सो� सोल�हा ल), स्वेया इसो विवेषया का� विकातना) हा) विकात�ब� का� अध्यायाना विकाया�; पंरा राहास्या का$ छ सोमाझु मा� ना आया�, उन्हा� भgवितका विवेज्ञा�ना मा� अपंना) अल्पंज्ञात� स्वे)का�रा काराना) पंड़ें)।

उन्हा� अब अपंना� जा)वेना असोह्य जा�ना पंड़ेंत�। अपंना� दुस्सो�हासो पंरा पंछत�त�। ना�हाका इसो विवेपंणित्त मा� अपंना) जा�ना O/ सो�या)। उन्हा� शंका� हा"ना� लर्गा) विका अवेश्या का"ई प्रा�त-ल)ल� हा2 ! यिमाथ्या�वे��� ना था�, पंरा जाहाf ब$द्धिZ औरा तका� का� का$ छ वेशं नाहाL चलत�, वेहाf माना$ष्या विवेवेशं हा"कारा यिमाथ्या�वे��� हा" जा�त� हा2।

शंना2:-शंना2: उनाका� याहा हा�लत हा" र्गाया) विका सो�2वे वितल"त्तमा� सो� सोशंका राहात�। उसोका� उन्मा��, विवेका{ त मा$ख�का{ वित उनाका� ध्या�ना सो� ना उतरात�। डारा लर्गात� विका काहाL याहा मा$झु� मा�रा ना डा�ल�। ना जा�ना� काब उन्मा�� का� आवे�र्गा हा"। याहा लिचन्त� ह्र�या का" व्यालिथात विकाया� कारात)। विहाप्न�दिटीज्मा, विवेद्य$त्शलिक्त औरा काई नाया� आरा"ग्याविवेधँ�ना� का� पंरा)क्ष� का� र्गाया) । उन्हा� विहाप्न�दिटीज्मा पंरा बहुत भरा"सो� था�; ल�विकाना जाब याहा या"र्गा भ) विनाष्Oल हा" र्गाया� त" वे� विनारा�शं हा" र्गाया�।

५एका दि�ना प्रा"O� सोरा �या�रा�मा विकासो) वे2ज्ञाविनाका सोम्मा�लना मा� र्गाए हुए था�। लgटी� त" ब�राहा बजा

र्गाया� था�। वेष�� का� दि�ना था�। नाgकारा-च�कारा सो" राहा� था�। वे� वितल"त्तमा� का� शंयानार्गा{हा मा� याहा पं�छना� र्गाया� विका मा�रा� भ"जाना काहाf राख� हा2। अन्�रा का�मा राख� हा) था� विका वितल"त्तमा� का� लिसोराहा�ना� का� ओरा उन्हा� एका अवितभ)माका�या का�ल� सोfपं ब2ठी� हुआ दि�ख�या) दि�या�। प्रा". सो�हाब च$पंका� सो� लgटी आया�। अपंना� कामारा� मा� जा� कारा विकासो) औषयिधँ का� एका ख$रा�का पं) औरा विपंस्तgल तथा� सो�/र्गा� ल� कारा विOरा वितल"त्तमा� का� कामारा� मा� पंहु/च�। विवेश्व�सो हा" र्गाया� विका याहा वेहा) मा�रा� पं$रा�ना� शंत्र$ हा2। इतना� दि�ना� मा� टी"हा लर्गा�त� हुआ याहाf आ पंहु/च�। पंरा इसो� वितल"त्त�मा� सो� क्या� इतना� स्ना�हा हा2। उसोका� लिसोराहाना� या� ब2ठी� हुआ हा2 मा�ना" का"ई रास्सो) का� टी$काड़ें� हा2। याहा क्या� राहास्या हा2 ! उन्हा�ना� सो�/पं� का� विवेषया मा� बड़ें) अ�भ�त काथा�ऍं पंढ़� औरा सो$ना) था), पंरा ऐसो) का$ त�हालजानाका घटीना� का� उल्ल�ख

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काहाL ना ��ख� था�। वे� इसो भfवित सोशंसोत्र हा" कारा विOरा कामारा� मा� पंहु/च� त" सो�/पं का� पं�त ना था�। हाf, वितल"त्तमा� का� लिसोरा पंरा भ�त सोवे�रा हा" र्गाया� था�। वेहा ब2ठी1 हुई आग्या� हुई ना�त्र� का� द्वा�रा� का� ओरा त�का राहा) था)। उसोका� नायाना� सो� ज्वे�ल� विनाकाल राहा) था), द्धिजासोका� ऑंच �" र्गाजा तका लर्गात)। इसो सोमाया उन्मा�� अवितशंया प्राचडा था�। �या�रा�मा का" ��खत� हा) विबजाल) का� तराहा उना पंरा टी�टी पंड़ें) औरा हा�था� सो� आघ�त काराना� का� ब�ल� उन्हा� �fत� सो� का�टीना� का� च�ष्ट� काराना� लर्गा)। इसोका� सो�था हा) अपंना� �"ना� हा�था उनाका� र्गारा�ना डा�ल दि�या�। �या�रा�मा ना� बहुत�रा� च�हा�, ऐड़ें)-च"टी� तका का� जा"रा लर्गा� विका अपंना� र्गाल� छ$ ड़ें� ल�, ल�विकाना वितल"त्तमा� का� ब�हुपं�शं प्रावितक्षण सो�/पं का� का� ड़ेंल) का� भfवित काठी"रा एवे सोका$ लिचत हा"त� जा�त� था�। उधँरा याहा सो��हा था� विका इसोना� मा$झु� का�टी� त" का��लिचत� इसो� जा�ना सो� हा�था धँ"ना� पंड़ें�। उन्हा�ना� अभ) जा" औषयिधँ पं) था), वेहा सोपं� विवेष सो� अयिधँका घ�तका था)। इसो �शं� मा� उन्हा� याहा शं"कामाया विवेच�रा उत्पंन्न हुआ। याहा भ) का"ई जा)वेना हा2 विका �¦वित का� उत्तरा��यियात्वे त" सोब लिसोरा पंरा सोवे�रा, उसोका� सो$ख ना�मा का� नाहाL, उलटी� रा�त-दि�ना जा�ना का� खटीका�। याहा क्या� मा�या� हा2। वेहा सोfपं का"ई प्रा�त त" नाहा) हा2 जा" इसोका� लिसोरा आकारा याहा �शं� कारा दि�या� कारात� हा2। काहात� हा2 विका ऐसो) अवेस्था� मा� रा"र्गा) पंरा च"टी का� जा�त) हा2, वेहा प्रा�त पंरा हा) पंड़ेंत) हाN ना)च� जा�वितया� मा� इसोका� उ��हाराण भ) ��ख� हाN। वे� इसो) हाNसोब2सो मा� पंड़ें� हुए था� विका उनाका� �मा घ$टीना� लर्गा�। वितल�त्तमा� का� हा�था रास्सो) का� O �� का� भfवित उनाका� र्गारा�ना का" कासो राहा� था� वे� ��ना असोहा�या भ�वे सो� इधँरा-उधँरा त�काना� लर्गा�। क्या�कारा जा�ना बच�, का"ई उपं�या ना सो�झु पंड़ेंत� था�। सो�/सो ल�ना�। दुस्तरा हा" र्गाया�, ��हा लिशंलिथाल पंड़ें र्गाया), पं2रा थाराथारा�ना� लर्गा�। सोहासो� वितल"त्तमा� ना� उनाका� ब�/हा� का� ओरा मा$/हा बढ़�या�। �या�रा�मा काfपं उठी� । मा{त्या$ ऑंख� का� सो�माना� ना�चना� लर्गा)। माना मा� काहा�—याहा इसो सोमाया मा�रा) स्त्र) नाहाL विवेष2ल) भयाकारा ना�विर्गाना हा2: इसोका� विवेष सो� जा�ना बच�ना) मा$ल्किश्काल हा2। अपंना) औषयिधँ पंरा जा" भरा"सो� था�, वेहा जा�त� राहा�। च�हा� उन्मात्त �शं� मा� का�टी ल�त� हा2 त" जा�ना का� ल�ल� पंड़ें जा�त� हा2। भर्गावे�ना� ? विकातना विवेकारा�ल स्वेरुपं हा2 ? प्रात्याक्ष ना�विर्गाना मा�ल�मा हा" राहा) हा2। अब उलटी� पंड़ें� या� सो)धँ) इसो �शं� का� अत काराना� हा) पंड़ें�र्गा�। उन्हा� ऐसो� जा�ना पंड़ें� विका अब विर्गारा� हा) च�हात� हूँ/। वितल"त्तमा� ब�रा-ब�रा सोfपं का� भfवित O$/ का�रा मा�रा कारा जा)भ विनाका�लत� हुए उनाका� ओरा झुपंटीत) था)। एका�एका वेहा बड़ें� काका� शं स्वेरा सो� ब"ल)—‘मा�ख� ? त�रा� इतना� सो�हासो विका त� इसो सो$�रा) सो� प्रा�माचिंल<र्गाना कारा�।’ याहा काहाकारा वेहा बड़ें� वे�र्गा सो� का�टीना� का" �gड़ें)। �या�रा�मा का� धँ2या� जा�त� राहा�। उन्हा�ना� �विहाना� हा�था सो)धँ� विकाया� औरा वितल"त्तमा� का� छ�त) पंरा विपंस्तgल चल� दि�या�। वितल"त्तमा� पंरा का$ छ असोरा ना हुआ। ब�हा� औरा भ) काड़ें) हा" र्गाया); ऑंख� सो� लिचनार्गा�रिरायाf विनाकालना� लर्गा)। �या�रा�मा ना� दूसोरा) र्गा"ल) ��र्गा ��। याहा च"टी पं�रा) पंड़ें)। वितल"त्तमा� का� ब�हु-बधँना ढो�ल� पंड़ें र्गाया�। एका क्षण मा� उसोका� हा�था ना)च� का" लटीका र्गाया�, लिसोरा झ्रु$का र्गाया� औरा वेहा भ�यिमा पंरा विर्गारा पंड़ें)।

तब वेहा दृश्या ��खना� मा� आया� द्धिजासोका� उ��हारा�ण का��लिचत� अलिलOल2ल� चद्रका�त� मा� भ) ना यिमाल�। वेहा) फ्ल/र्गा का� पं�सो, जामा)ना पंरा एका का�ल� ��घ�का�या सोपं� पंड़ें� तड़ेंपं राहा� था�। उसोका� छ�त) औरा मा$/हा सो� ख�ना का� धँ�रा� बहा राहा) था)।

�या�रा�मा का" अपंना) ऑंख� पंरा विवेश्व�सो ना आत� था�। याहा का2 सो) अ�भ$त प्रा�त-ल)ल� था)! सोमास्या� क्या� हा2 विकासोसो� पं�छ� / ? इसो वितलस्मा का" त"ड़ेंना� का� प्रायात्ना काराना� मा�रा� जा)वेना का� एका कात्त�व्या हा" र्गाया�। उन्हा�ना� सोfर्गा� सो� सोfपं का� ��हा मा� एका का"च� मा�रा� औरा विOरा वे� उसो� लटीका�या� हुए ऑंर्गाना मा� ल�या�। विबलका$ ल ब��मा हा" र्गाया� था�। उन्हा�ना� उसो� अपंना� कामारा� मा� ल� जा�कारा एका ख�ल) सोदूका मा� ब�कारा दि�या�। उसोमा� भ$सो भरावे� कारा बरा�मा�� मा� लटीका�ना� च�हात� था�। इतना� बड़ें� र्गा�हु/वेना सो�/पं विकासो) ना� ना ��ख� हा"र्गा�।

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तब वे� वितल"त्तमा� का� पं�सो र्गाया�। डारा का� मा�रा� कामारा� मा� का�मा राखना� का� विहाम्मात ना पंड़ेंत) था)। हाf, इसो विवेच�रा सो� का$ छ तस्का�ना हा"त) था) विका सोपं� प्रा�त मारा र्गाया� हा2 त" उसोका� जा�ना बच र्गाया) हा"र्गा)। इसो आशं� औरा भया का� �शं� मा� वे� अन्�रा र्गाया� त" वितल"त्तमा� आईना� का� सो�माना� खड़ें) का� शं सो/वे�रा राहा) था)।

�या�रा�मा का" मा�ना" च�रा� पं��था� यिमाल र्गाया�। वितल"त्तमा� का� मा$ख-कामाल खिखल� हुआ था�। उन्हा�ना� काभ) उसो� इतना� प्राO$ ल्लिल्लत ना ��ख� था�। उन्हा� ��खत� हा) वेहा उनाका� ओरा प्रा�मा सो� चल) औरा ब"ल)—आजा इतना) रा�त तका काहाf राहा� ?

�या�रा�मा प्रा�मा"न्नत हा" कारा ब"ल�—एका जालसो� मा� चल� र्गाया� था�। त$म्हा�रा) तब)यात का2 सो) हा� ? काहाL ��� नाहाL हा2 ?

वितल"त्तमा� ना� उनाका" आश्चाया� सो� ��ख कारा पं�छ�—त$म्हा� का2 सो� मा�ल�मा हुआ ? मा�रा) छ�त) मा� ऐसो� ��� हा" राहा� हा2, जा2सो लिचलका पंड़ें र्गाया) हा"।

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